Language: Urdu Devanagari script

Book: Matthew

Translation Words

, क़ुर्बानगाहें, क़ुर्बानगाह

ता’अर्रुफ़:

क़ुर्बानगाहएक पत्थर की तरह ऊँचा मक़ाम होता था जिस पर इस्राईली ख़ुदावन्द के लिए जले हुए जानवर या अनाज जला करके क़ुर्बान करते थे‏ ‏,

किताब-ए-मुक़द्दस के वक़्त में मिट्टी या बड़े-बड़े पत्थरों को एक साथ रखकर टीला सा बनाया जाता था।

(यह भी देखें: \ बखूर की क़ुर्बानगाह ख़ुदा अनाज क़ुर्बानी क़ुर्बानी करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

कलाम की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

, भेड़-बकरियाँ, झुण्ड, काफ़िला, झुण्ड, गाय-बैलों

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “झुण्ड” लफ़्ज़ भेड़ या बकरियों के जमा’ के लिए काम में लिया गया है और कभी-कभी यह लफ़्ज़ मवेशियों, बैलों और सूअरों के लिये भी काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: बकरा, गाय, सूअर, भेड़,)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

, क़ैदख़ाना, क़ैदी, क़ैदख़ाना, क़ैद में, क़ैद में, क़ैदी बनाना, क़ैदी बनना, क़ैदी बनना

ता’अर्रुफ़:

“क़ैदख़ाना” वह जगह है जहाँ मुजरिमों को उनके जुर्म की सज़ा देने के लिए रखा जाता है। “क़ैदी ” वह आदमी है जो क़ैदख़ाना में रखा गया है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें:क़ैदी बनाना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

'ईसा , 'ईसा मसीह, मसीह 'ईसा

सच्चाई:

'ईसा ख़ुदावन्द का बेटा है। “'ईसा ” नाम का मतलब है, “यहोवा बचाता है” “मसीह” एक लक़ब है जिसका मतलब है, “मसह किया हुआ ” इसका दूसरा लफ़्ज़ है, “मसीहा”

यह दोनों नाम हमेशा साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह 'ईसा ” या “'ईसा मसीह”। इन नामों से ताक़त दी गई है कि ख़ुदावन्द का बेटा मसीह है जो लोगों को गुनाहों की हमेशा की सज़ा से बचाने आया था।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: मसीह, ख़ुदावन्द, ख़ुदावन्द बाप, सरदार काहिन, ख़ुदा की बादशाही, मरियम, मुन्जी, ख़ुदावन्द का बेटा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

अंजीर, अंजीरों

ता’अर्रुफ़ :

“अंजीर” एक छोटा मीठा फल होता है जो पेड़ में उगता है। पक जाने पर इस फल के मुख्तलिफ़ रंग होते हैं, भूरा, पीला या बैंगनी।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

अक़्लमन्द, अक़्लमन्दी, अक़्लमन्दी से

सच्चाई:

“अक़्लमन्द” (होशियार) वह इन्सान जो अपने कामों के बारे में होशियारी से सोचता है और समझदारी के फ़ैसले लेता है।

(यह भी देखें: चालाक, रूह, ’अक़्लमंद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

अच्छा, भलाई

ता’अर्रुफ़:

“अच्छा” लफ़्ज़ का मतलब जुमले के मुताबिक़ अलग-अलग हो सकते हैं। कई ज़बानों में इन अलग-अलग मतलबों का तर्जुमा करने के लिए अलग-अलग लफ़्ज़ होंगे।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: बुराई, पाक, फ़ायदा, रास्तबाज़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों के मिसालें:

शब्दकोश:

अन्द्रियास

सच्चाई:

अन्द्रियास उन बारहों में से एक था जिन्हें ईसा ने अपने क़रीबी शागिर्दों में से चुना था। (आगे चलकर वह रसूल कहलाए)

(यह भी देखें: रसूल, शागिर्द, बारहों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

अमूरा

सच्चाई:

अमूरा सदूम के क़रीब उपजाऊ घाटी में एक शहर था, जहाँ इब्राहीम के भतीजे लूत ने रहने को चुना था।

सदूम और दूसरे शहर के दरमियानी जंग में लूत का ख़ानदान भी क़ैदी बनाया गया था, लेकिन इब्राहीम ने अपने लोगों के साथ जाकर उन्हें छुड़ा लिया था। इसके बा'द ज़्यादा वक़्त नहीं हुआ था कि ख़ुदावन्द ने सदूम और अमूरा को हलाक कर दिया था क्यूँकि वहां के रहने वाले लवातती थे।

(यह भी देखें: इब्राहीम , बाबुल, लूत, खारा तालाब, सदूम)

किताब-ए-मुकद्दस के बारे में:

शब्दकोश:

आग, आग, लुकटियों, करछों, चिमनियों, भट्ठा, अंगीठियाँ

ता’अर्रुफ़:

आग गर्म होती, जब किसी चीज़ के जलने पर पैदा गर्म, रोशनी और लौ।

(यह भी देखें: साफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

आदम

सच्चाई:

आदम पहला आदमी था जिसे ख़ुदावन्द ने बनाया था| और वह उसकी बीवी हव्वा ख़ुदावन्द की सूरत से बनाए गए थे |

तर्जुमा की सलाह , नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: मौत, मरना, नसल, हव्वा, ख़ुदावन्द की शक्ल

किताब -ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब -ए-मुक़द्दस कहानियों से मिसाल :

शब्दकोश:

आमीन, सच में

ता’अर्रुफ़:

“आमीन” लफ़्ज़ किसी की बात पर ज़ोर देना या तवज्जह करना ज़ाहिर करता है। इसका इस्तेमाल हमेशा दु'आ के आख़िर में होता है। कभी-कभी इसका तर्जुमा “सच में” किया जाता है।

तर्जुमा की सलाह

“मैं तुमसे सच-सच कहता हूं” का तर्जुमा हो सकता है, “मैं तुमसे सच्ची बात कहता हूं” या “मैं सच्चे ख़याल से तुमसे कहता हूं” या “मैं जो तुमसे कहता हूं वह सच है”

(यह भी देखें:पूरा कर, सच्चा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

आसमान, बादल, बादलों, आसमानी

ता’अर्रुफ़:

“जन्नत” वह मक़ाम है जहाँ ख़ुदा रहता है। मज़मून पर मुनहस्सिर, इस लफ़्ज़ का मतलब “बादल” भी है।

“आसमानों” वह है जिसे हम ज़मीन पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। इसमें आसमानी जिस्म भी शामिल है, जैसे दूर दूर के सय्यारे जिन्हें हम ज़मीन से सीधे देख नहीं सकते।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़ुदा की बादशाही

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाले:

शब्दकोश:

आसा

सच्चाई:

बादशाह आसा ने यहूदा पर चालीस साल तक बादशाहत की थी 913-873 ई.पू.।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

इब्न-ए-आदम , इब्न-ए-आदम ,

ता'अर्रुफ़:

“इब्न-ए-आदम ,” यह लक़ब 'ईसा अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” के बजाय इसी के ज़रिए' ख़ुद को इस्ते'माल करता था।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: आसमान, बेटे, ख़ुदावन्द का बेटा, यहोवा)

किताब-ए मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

इब्राहीम, अब्राम

सच्चाई:

अब्राम ऊर शहर का एक क़सदी आदमी था जिसे ख़ुदावन्द ने इस्राईल का बुजुर्ग होने के लिए चुन लिया था | खुदावन्द ने उसका नाम अब्राम से बदलकर इब्राहीम कर दिया था |

(यह भी देखें: \ कना’न, कसदी, सारा, इस्हाक़

किताब -ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब -ए-मुक़द्दस कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

इस्राईल, इस्राईली

सच्चाई:

“इस्राईल” ख़ुदावन्द के ज़रिए' या'क़ूब को दिया गया नाम था। इसका मतलब है, “वह ख़ुदावन्द के साथ जद्द-ओ-जहद करता है”

या'क़ूब की नसल “ इस्राईल के लोग”, “ इस्राईली क़ौम” या “इस्राईली” कहलाए।

(यह भी देखें: इस्राईल, [ इस्राईल का मुल्क, इस्राईल की बादशाही, यहूदाह, क़ौम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

_*15:09__ ख़ुदावन्द उस दिन इस्राईल के लिए लड़ा । _ ख़ुदावन्द ने अमूरियों को उलझन में डाल दिया, और ओले भेजकर बहुत से अमूरियों को हलाक किया।

शब्दकोश:

इस्राईल, इस्राईली, इस्राईलियों, या'क़ूब

सच्चाई:

या'क़ूब इस्हाक़ और रिबक़ा के जुड़वा लड़कों में छोटा था।

(यह भी देखें: कना’न, धोखा, 'ऐसौ, इस्हाक़, इस्राईल, रिब्क़ा, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

इख़्तियार

ता’अर्रुफ़:

“इख़्तियार” लफ़्ज़ का मतलब लोगों, जानवरों या ज़मीन पर हुकूमत, क़ाबू, या इख़्तियार है|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: इख़्तियार, क़ुव्वत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ईमान

ता’रीफ़:

‘आम तौर पर “ईमान” का मतलब है किसी इन्सान या चीज़ में , यक़ीन, भरोसा या “ईमान” रखना।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ईमान, यक़ीन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों के मिसालें:

शब्दकोश:

ईमानदार, इमानदारी, बे-ईमान, बे-ईमानी

ता’अर्रुफ़:

ख़ुदा के लिए “ईमानदार” होने का मतलब मुसलसल ख़ुदा की ता’लीमों के मुताबिक़ रहने से है। इसका मतलब उसका ‘अमल करने के ज़रिए’ उसके लिए वफ़ादार होना। ईमानदार होने के बयान या हालत को "ईमानदारी" कहते है।

लफ़्ज़ ख़ुदा पर “बे-ईमान” का मतलब उस इन्सान से है, जो ख़ुदा हमसे करवाना चाहता है वह नहीं करता है| बे-ईमान की मश्क़ या शर्त को “बे-ईमानी” कहते हैं|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: हरामकारी, यक़ीन, नाफ़रमानी करना, ईमान, यक़ीन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

उम्मीद, उम्मीद की, उम्मीदें

ता’अर्रुफ़:

उम्मीद कुछ होने के लिए मज़बूत ख़्वाहिश है| उम्मीद मुस्तक़बिल के वाक़ि’ए या ग़ैर यक़ीनी मौक़े’ का इशारा बन सकता है|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: बरकत, भरोसा, अच्छा, हुक्म मानना, ऐ’तिमाद, ख़ुदा का कलाम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

उस्ताद, उस्तादों , ता’लीम देने वाला

ता’अर्रुफ़:

उस्ताद वह इन्सान है जो इन्सानों को नई मा’लूमात देता है। उस्ताद (सिखाने वाला) इन्सानों को ‘इल्म और तरबियत लेने में मददगार होता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: शागिर्द, ‘ऐलान करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

ऊँट ,ऊंटों

ता’रीफ़:

ऊँट एक बड़ा चौपाया जानवर होता है जिसकी पीठ पर एक या दो उभार होते हैं | (यह भी देखें : अनजाने अल्फ़ाज़ों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: बोझ, साफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ऊर

सच्चाई:

ऊर फ़रात नदी के पास, पुराना क़सदी सूबा का एक ख़ास शहर था, जो मसोपतामिया का एक हिस्सा था। यह जगह आज के इराक़ में क़ायम थी।

(यह भी देखें: इब्राहीम, कना’न, कसदी, दरया-ए-फ़ुरात, हारान, लूत, मसोपतामिया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कमर

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “कमर” एक जानवर या इन्सान के जिस्म के हिस्से के बारे में बताता हैं जो पसलियों और कूल्हे की हड्डियों के बीच होता है, जिसे निचले पेट की शक्ल में भी जाना जाता है|

(यह भी देखें: नसल, बाँधे, नसल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कलाम, लफ़्ज़

ता’अर्रुफ़:

“कलाम ” लफ़्ज़ का मतलब है किसी के ज़रिए’ कही गई बात।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़ुदा का कलाम

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कलीसिया, कलीसियाओं, कलीसिया

ता’अर्रुफ़:

नये ‘अहद नामे’ में "कलीसिया" का बयान मसीह के ईमानदारों का मुक़ामी जमात से है जो दुआ’ करने और ख़ुदा का कलाम सुनने के लिए रोज़ जमा’होते थे। “कलीसिया” लफ़्ज़ सब ईमानदारो के बारे में है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें:मजमा’,यक़ीन,मसीही

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

क़ैसर

सच्चाई:

“क़ैसर’’ रोमी बादशाहत के बादशाहों के ‘ओहदे का नाम था | किताब-ए-मुक़द्दस में, यह नाम तीन रोमी बादशाहों के बारे में आया है |‏

पौलुस ने क़ैसर की मिन्नत की थी तब क़ैसर नीरो तख़्त पर था |‏ ‏जब ‘ईसा ने लोगों से कहा था कि जो क़ैसर का है वह क़ैसर को दो और जो ख़ुदा का है वह ख़ुदा को दो तब क़ैसर तिबिरियुस ही तख़्त पर था |‏ क़ैसर’’लफ़्ज़ का इस्तेमा’ल जब ओहदे की शक़्ल में किया गया है तब इसका तर्जुमा राजा या ‘’रोमी बादशाह ‘’ किया जा सकता है जब ये ओहदा नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे क़ैसर ‘’औगुस्तुस’’ या ‘’क़ैसर तिबिरियुस ‘’तब इसकी तशरीह मादरी ज़ुबान में बिलकुल वैसे ही की जाये |

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: बादशाह, पौलुस, रोम)

|## किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में: ##‏

‏‏फिलिप्पियों 04: 21-23‏‏*\

शब्दकोश:

काम, अमल , काम , आमाल

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “काम”, “अमल ”, “आमाल ” ख़ुदा या इन्सानों के ज़रिए किए गये कामों के बारे में इस्तेमाल किए गए लफ़्ज़ हैं।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: फल, पाक रूह, मो'जिज़ा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कामिल,कामिलयत ,कामिल करने वाला

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में”कामिल”लफ़्ज़ का मतलब है मसीह ज़िन्दगी में कामिलयत हासिल करना | किसी काम को कामिलयत में करने का मतलब है सही और बिना नुक्स काम करना |

ईमानदार किताब -ए-मुक़द्दस का मुता’ला करके उस पर अमल करते हैं तो रूहानी ज़िन्दगी में बहुत ही कामिल और मुकम्मल हो जाते है |

तर्जुमे की सलाह:

इस लफ़्ज़ का तर्जुमा हो सकता है,”बिना नुक्स के”या “बिना चूक के “या “बेगुनाह”या बे ‘ऐब” या बिना किसी इल्ज़ाम के “|

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

काल, क़हत

ता’अर्रुफ़:

“काल” लफ़्ज़ किसी मुल्क या ‘इलाक़े में खाने की बहुत ज़्यादा कमी की वजह है, ‘आमतौर पर बारिस की कमी की वजह से नहीं|

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

काहिन , काहिनो , काहिन ‘ओहदा

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए -मुक़द्दस में काहिन ख़ुदा के लोगों की ओर से ख़ुदा के लिए अदा करने वाले चढ़ावे के लिए चुना गया शख़्स “काहिन का ‘ओहदा ” उसके ‘ओहदे या उसकी ख़िदमत का नाम है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: हारून, हाकिम काहिनो, सरदार काहिन, सुलह कराने वाला, क़ुर्बानी करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

की तरह, एक दिल, जैसा करना, बराबरी, मिसाल, वैसे ही, बराबर, से अलग

ता’अर्रुफ़:

“कीट तरह” या “जैसा” का मतलब है कोई चीज़ किसी दूसरी चीज़ के जैसी हो।

किसी चीज़ की “मिसाल” किसी का मतलब है कि उसके पास चीज़ या शख़्स की ख़ुसूसियत नज़र आती है|

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: जानवर, जानवर, गोश्त, ख़ुदावन्द की शक्ल, तस्वीर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कुरेनी

सच्चाई:

कुरेनी एक यूनानी शहर था, समन्दर से दूर के उत्तरी किनारे पर अफ्रीका में क्रेते टापू क़ौम के सीधे दाख्खिन में।

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: करेते)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कुर्ता, कमीज़

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में, लफ़्ज़ "कुर्ता" का मतलब लिबास के लिए है जो बनयान है कि और कपड़े के नीचे पहना जाता था।

(यह भी देखें: चोगा

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कुल्हाड़ा, कुल्हाड़े

ता'अर्रुफ़:

कुल्हाड़ी दरख़्त या लकड़ी काटने का औज़ार है।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

कोढ़ी, कोढ़ियों, कोढ़, कोढ़

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़“कोढ़” का ज़िक्र किताब-ए-मुक़द्दस में आया है कि वह कई जिल्दी बीमारियों का हवाला देता है। “कोढ़ी” वह इन्सान है जो कोढ़ में मुब्तिला है, “कोढ़” इन्सान या इन्सान के जिस्म के उस हिस्से का हवाला देता है जहाँ कोढ़ की आलूदगी ज़ाहिर होती है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: मरयम, ना’मान, साफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ख़मीर, ख़मीरी, ख़मीर, ख़मीर बनाना, बेख़मीरी

ता’अर्रुफ़:

"ख़मीर" एक पदार्थ के लिए एकआम लफ़्ज़ है जिसकी वजह रोटी का आटे को वसी'अ और ज़्यादा करना होता है। “ख़मीर” एक ख़ास तरह का ख़मीर होता है।

अंग्रेजी तर्जुमों में ख़मीर का तर्जुमा “यीस्ट” किया गया है। यह ज़्यादातर ख़मीर का तरीक़ा है जिससे आटे में झाग उठते हैं इससे पकाने के पहले आटा फूल जाता है। आटा गूंधते वक़्त उसमें ख़मीर मिलाया जाता है कि वह पूरे आटे में मिलाया जाए।

तर्जुमा की सलाह

(यह भी देखें: मिस्र, फ़सह, बेख़मीरी रोटी)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :

शब्दकोश:

ख़्वाब, ख़्वाबो, ख़्वाबों में

सच्चाई:

“ख़्वाब” का मतलब है, इंसान के ज़रिए’ कुछ देखना। इसका बयान ख़ास तौर से नामुमकिन या क़ुदरती काम से है जो ख़ुदा अपने पैग़ाम के लिए इन्सानों को दिखाता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़्वाब)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गत, गत के रहने वाले , गती

सच्चाई:

गत फिलीस्तीनियों के पांच ख़ास शहरों में से एक था। यह अक्रून के उत्तर में और अश्दूद और अश्कलून के पूरब में थी।

(यह भी देखें: अश्दूद, अश्कलोन, 'अक़रून, ग़ाज़ा, गोलियत, फ़िलिस्तियों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गतसिमनी

सच्चाई:

गतसिमनी ज़ैतून के दरख़तों की एक बाग़ थी, क़िद्रोन घाटी के पार, यरूशलीम के पूरब में ज़ैतून पहाड़ के क़रीब ।

(यह भी देखें: यहूदा इस्करियोती, क़िद्रोन की वादी, ज़ैतून के पहाड़)

-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गलील, गलीली, गलीलियों

सच्चाई:

गलील इस्राईल का ख़ास उत्तरी हिस्सा था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलीली लोग गलील के रहनेवाले थे ।

'ईसा के ज़्यादातर मो'जिज़े और ख़िदमत गलील 'इलाक़े में ही हुई थी।

(यह भी देखें: नासरत, सामरिया, ग़लील समन्दर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

गवाही, गवाही देना

ता’अर्रुफ़:

जब कोई आदमी "गवाही" देता है तो वह उसके बारे में एक बयान देता है जिसे वह जानता है, और यह दावा करते हुए कि बयान सच है। “गवाही” का मतलब “गवाही देने” से है।

यह जुमला इस बात की गवाही देता है एक शख्स जो ख़ुद तजुर्बा रखता है कुछ जो हुआ है | आम तौर पर गवाही किसी शख्स के बारे जो कुछ हुआ सच है | यह जुमला “चश्म दीद गाह “वह शख्स वहां था और जो कुछ हुआ उसने देखा है |

““गवाही “जो हुआ उस को होते हुए देखा |

यह तजुर्बा “गवाही के बीच “मतलब ‘किसी का किसी के लिए सुबूत होन | उस मुआ’अहदा के लिए जो किया गया है | गवाही इस बात यक़ीनी करता है हर शख्स वह केरे जो उसने वा’दा किया है

तर्जुमे की सलाह:

इस जुमले को, “ उनकी गवाही के तौर पर” तर्जुमा किया जा सकता है, “उन्हें सच्चाई दिखायें” या “उनको साबित करने के लिए कि सच क्या है”

(यह भी देखें: ‘अहद का सन्दूक़, जुर्म, मुंसिफ़, नबी, गवाही, सच्चा

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

-39:02-घर के अन्दर “यहूदाह के रहनुमाओं ने मुक़दमे पर ‘ईसा की आज़माइश की | उन्होंने बहुत से _झूठे गवाह _जो उन के बारे में झूठ बोला |

शब्दकोश:

ग़ौर , ग़ौर करता, तवज्जोह

ता’अर्रुफ़:

“ग़ौर ” या'नी किसी बात पर एहतियात के साथ और गहराई से ग़ौर करना।

तर्जुमा की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गाय, गायें, बैल, बैलों, बछड़ा, बछड़ों, जानवरों, बछिया, बैल, बैलों

ता’अर्रुफ़:

“जानवरों ” का बयान एक बड़े चार पैर वाले जानवर से है जो घास खाता है और गोश्त और दूध के लिए पाला जाता है।

बछिया वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो।

“बैल” एक चौपाया जानवर है जिसे खेती के काम के लिए तरबियत दी जाती है। इस लफ़्ज़ का जमा’है “बैलों” बैल नर हैं और बधिया किया गया है।

(यह भी देखें: अनजान लफ़्ज़ों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: जूआ)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गुनाह , गुनाहों, गुनाह करना, गुनाहगार, गुनाहगार, गुनाह करते रहना

ता’अर्रुफ़:

“गुनाह” काम, ख़याल और जो लफ़्ज़ ख़ुदावन्द के ख़िलाफ़ हैं। गुनाह का मतलब यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो ख़ुदावन्द चाहता है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें:नाफ़रमानी करना, बुराई, गोश्त, जज़िया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

गुमराह, गुमराह हो जाते हैं, गुमराह हो गए, गुमराह कर देना, गुमराह कर दिया, फिरना, फेर दिया, गुमराह

ता'अर्रुफ़:

“फिर जाना” और “गुमराह” का मतलब है ख़ुदा की मर्ज़ी न मानना। लोग जो “ गुमराह हो गए” उन्होंने ग़ैर लोगों या हालातों से परेशान होकर ख़ुदा के हुक्मों को नहीं माना ।

“गुमराह” लफ़्ज़ बराबर रास्ता या हिफ़ाज़त की जगह को छोड़कर ग़लत और ख़तरनाक रास्ते में जाने का ख़्याल बयान करता है। चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “ गुमराह हुई” कहते हैं। ख़ुदा गुनाहगारों की बराबरी उन भेड़ों से करता है जो उसको छोड़ करके “ गुमराह हो गई” हैं।

तर्जुमा की सलाह;

(यह भी देखें: नाफ़रमानी करना, चरवाहे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गेहूँ

ता’अर्रुफ़:

गेहूँ एक तरह का अनाज है जो आदमी खाने के लिए उगाते है। जब किताब-ए-मुक़द्दस "अनाज" या "बीज" का बयान करती है, तो यह अक्सर गेहूँ के अनाज या बीज के बारे में बात करती है।

(यह भी देखें: जौ, भूसी, अनाज, बीज, दाँवना, फटकना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

गोश्त

ता’अर्रुफ़ :

किताब-ए-मुक़द्दस में “गोश्त” इन्सान या जानवर के नरमी के बारे में बताता है।

नये ‘अहदनामे में “गोश्त” लफ़्ज़ इन्सानों के गुनाहगार आदत के लिए काम में लिया गया है। इसका इस्ते’माल अक्सर रूहानी आदत के मुख़तलिफ़ किया जाता है।

तर्जुमे की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

घड़ी, घंटे

ता’अर्रुफ़:

किसी बात को होने के वक़्त या ‘अरसा के बारे में “घड़ी” लफ़्ज़ के कई ‘अलामती इस्ते’माल हैं।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: घंटे)

किताब-इ-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

घर, घरों, छत के ऊपर, छतों, ज़खीरा, ज़खीरों, घर के निगहबान

ता’अर्रुफ़:

“घर” लफ़्ज़ का इस्ते’माल किताब-ए-मुक़द्दस में ‘अलामती तौर से किया जाता है।

कभी-कभी इसका मतलब “घरेलू” से है या’नी एक ही घर में रहने वाले सब फ़र्द।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: दाऊद, नसल, ख़ुदा के घर, ख़ानदान, इस्राईल की बादशाही, ख़ेमा, हैकल, यहोवा)

किताब-इ-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

चरवाहे, चरवाहा, चरवाया , चरवाही

ता’अर्रुफ़:

चरवाहा भेड़ों की निगरानी करता है “चरवाहा ” या'नी भेड़ों की हिफ़ाज़त करना और उनके लिए खाना-पानी का इन्तिज़ाम करना। चरवाहे भेड़ों की निगरानी करते हैं और उन्हें अच्छे खाने और पानी के पास ले जाते हैं। चरवाहे भेड़ों को भटकने से और जंगली जानवरों से भी बचाते हैं।

तर्जुमा की सलाह

“चरवाहे” लफ़्ज़ का तर्जुमा “भेड़ों की रखवाली करनेवाला” या “भेड़ों की रहनुमाई ” या “भेड़ों की ख़बर लेने वाला”।

(यह भी देखें: यक़ीन, कना’न, कलीसिया, मूसा, रखवाला, भेड़, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

चाँदी

ता’अर्रुफ़:

चाँदी एक चमकीली सफ़ेद रंग की धातु होती है जिससे सिक्के, ज़ेवर, बर्तन और साज सजावट का सामान बनाया जाता है।

(यह भी देखें: ख़ेमा, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

चोर, चोर, लूटने, लूटने, लूटने, डाकू, लुटेरे, डकैती, लूट

सच्चाई:

“चोर” या “लुटेरा” वह इन्सान है जो आदमियों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का जमा’ है "चोरों।" लफ़्ज़ "डाकू" अक्सर एक चोर को ज़ाहिर करता है जो जिस्मानी तौर से उन लोगों को नुक़सान पहुँचाता या धमकाता है जिससे वह चोरी करता हैं।

(यह भी देखें: बरकत, क़ुसूर, सलीब पर चढ़ा, तारीकी, बर्बाद, क़ुव्वत, सामरिया, शैतान)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

छुड़ा ले, छुटकारा, छुटकारा, छुटकारा दिलानेवाला

ता’अर्रुफ़:

“छुड़ा ले” या “छुटकारा” को वापस ख़रीदने या किसी ऐसे इन्सान को ख़रीदने के बारे में बताया गया जो पहले मिलकियत में था, या क़ैदी था| इसे करने के ‘अमल को "छुटकारा" कहते है। मुन्जी (छुड़ानेवाला) वह इन्सान है जो किसी चीज़ या इन्सान को छुड़ा लेता है।

तर्जुमे की सलाह:

मज़मून पर मुनहस्सिर, “छुड़ाना” का तर्जुमा हो सकता है, “दुबारा ख़रीद लेना” या “आज़ाद होने की कीमत चुकाना(कोई)” या "फ़िरौती"।

(यह भी देखें: आज़ाद, छुटकारे के लिये)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

छोटा, हलीमी, हिल्म

ता’अर्रुफ़:

हलीम और हलीमी का हवाला गरीब या छोटी हालत से है। छोटा होने का मतलब “हलीम” होने से भी है।

(यह भी देखें: हलीम, घमण्ड)

‏## ‏किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:‏##

शब्दकोश:

जलन, हसद

ता’अर्रुफ़:

“जलन” और हसद” का बयान रिश्तों की सफ़ाई को महफ़ूज़ रखने की मज़बूती से है। इन लफ़्ज़ों में किसी चीज़ या इन्सान के लिए अपनापन बनाए रखने की मज़बूत ख़्वाहिश भी है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: हसद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जलाल,जलाल से मा’मूर, ता’रीफ़, ता'रीफ़ करता है

ता’अर्रुफ़:

'आमतौर, “जलाल” का मतलब है, ‘इज़्ज़त, शान-ओ-शौकत और बहुत बड़ाई। जिसमें जलाल हो वह "जलाल से मा’मूर" कहलाता है।

“बड़ाई करे” या'नी किसी चीज़ या आदमी की 'इज़्ज़त और उसकी बड़ाई को ज़ाहिर करना । इसका असल मतलब है, “ता'रीफ़ करना”।

तर्जुमा के लिए सलाह:

जुमलों के तौर पर "जलाल" का तर्जुमा कई तरीक़े से हो सकता है "अमन" या "रोशनी" या "’अज़मत" या"शानदार "’अज़ीमी" या इन्तिहाई क़द्र सामिल हो सकती है |

"जलाल" का तर्जुमा "जलाल देना" या "जलाल लाने" या "’अज़ीम दिखने की वजह " की शक्ल में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: बढाना, हुक्म मानना, हम्द)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

जहन्नुम, आग की झील

ता’अर्रुफ़:

जहन्नुम बहुत दुखों और मुसीबतों का वह आख़िरी मक़ाम है जहां ख़ुदा उसके बाग़ियों को और ‘ईसा की क़ुर्बानी के ज़रिए’ उनकी नजात के मन्सूबे की मुख़ालिफ़त करनेवालों को सज़ा देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: आसमान, मरना, ‘आलम-ए-अर्वाह, गहरा गड्ढ़े)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

जान , रूह

ता'अर्रुफ़:

“रूह ” शख़्स का अन्दुरूनी ना दिखाई देने वाला अब्दी हिस्सा है। यह शख़्स का ग़ैर जिस्मानी हिस्सा है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जानना, जानता है, जानता था, जानना, ‘इल्म, ‘इल्म होना, पता करना, पता करता है, पता किया, अनजान, पहले से जानना, पहले से ‘इल्म

ता’अर्रुफ़:

“जानना” का मतलब किसी बात को समझना या किसी चीज़ का आगाह होना। "पता करना" एक इज़हार है जिसका मतलब है जानकारी देना।

ख़ुदा के “बारे में जानना” या’नी उसके बारे में चीज़ों को समझना जो उसने हम पर ज़ाहिर किया है।

तर्जुमे की सलाह

“किसी के बारे में बताना” का तर्जुमा “होशियार होना” या “जानकार होना हो सकता है।” “जानना कैसे” का मतलब कुछ करने का तरीक़ा या ढंग समझना। इसका तर्जुमा हो सकता है, “क़ाबिल होना” या “करने में हुनरमन्द होना”।

(यह भी देखें: शरी’अत, ज़ाहिर करना, समझना, ’अक़्लमंद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जानवर

सच्चाई:

“जानवर” उन जानवरों को कहते हैं जो खाना और दीगर ज़रूरी सामान पैदा करते हैं। कुछ जानवरों को काम के लिए पाला जाता है

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: गाय, गधा, बकरा, घोड़ा, भेड़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जानवर, जानवरों

सच्चाई:

किताब-ए- मुक़द्दस में “जानवर ” लफ्ज़ “जानवर” को कहने के लिए दूसरा लफ्ज़ है।

(यह भी देखें : इख्तियार, इख़्तियार, दानिएल, जानवर, क़ौम, क़ुव्वत, ज़ाहिर करना,

किताब-ए-मुकद्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जायज़, जायज़, शरी’अत के तौर पर, जायज़ नहीं, ग़ैर-क़ानूनी, ग़लत

ता’अर्रुफ़:

“जायज़” मतलब शरी’अत या और ज़रूरतों के मुताबिक़ इजाज़त हासिल इसका उल्टा “शरी’अत के मुख़ालिफ़” या’नी “ग़लत”।

लफ़्ज़ “जायज़ नहीं” और नाजायज़” कानून तोड़ने वालों के लिए कामा में लिए जाते हैं|

सालों बा’द, यहूदियों ने उन क़वानीन को भी शामिल किया जो ख़ुदा ने उनको दिए थे| यहूदी रहनुमा उसे “ग़ैरकानूनी” जो उनके बनाये हुए क़वानीन के मुताबिक़ नहीं होता| जब ‘ईसा और उसके शागिर्द जब सबत के दिन पर अनाज खा रहे थे, तब फ़रीसियों ने उन पर इलज़ाम लगाया थे “ग़ैर क़ानूनी” क्यूँकि उस दिन यहूदी काम करने के बारे में, यहूदी क़ानून तोड़ रहा था| जब पतरस ने कहा कि नापाक खाना खाने से उसके लिए ग़ैर क़ानूनी था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उन खाने की चीज़ों को खा लिया तो वह उन क़वानीन को तोड़ देगा जो ख़ुदा ने इसराईलियों को कुछ खाने के बारे में नहीं दिया था|

लफ़्ज़ “नाजायज़” उस आदमी के बारे में बताता है जो कानून और शरी’अत को नहीं मानता| जब एक मुल्क या जमा’अत “ग़ैर क़ानूनी” की हालत में है, तो बड़ी नाफ़रमानी, बग़ावत या ग़ैर-इख़लाक़ी है|

एक ग़ैरक़ानूनी आदमी बाग़ी और ख़ुदा की शरी’अत की नाफ़रमानी करने होता है| रसूल पौलुस ने लिखा था कि आख़िरी दिनों में “बुराई का आदमी” या “बुरा” होगा, जो शैतान के ज़रिए’ बुरी चीज़ों को करने के लिए मुतास्सिर

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: क़ानून, शरी’अत, मूसा, सबत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जाल , फंदे, फंसाना, फंसाना, फँसना, फंसाना, जाल, जालें, फंस गए

ता'अर्रुफ़:

"जाल" और "फंदा" यह ऐसी चीजें होती थे जिनसे जानवर परिन्दे पकड़े जाते थे। जाल में फँसाने के लिए "फंसे" या "जाल" करना" है, और "जाल" या "फंसाने" के लिए एक जाल से पकड़ना है । कलाम में इन लफ़्ज़ों को जुमले की शक्ल में भी काम में लिया गया है कि गुनाह और आज़माइश छिपे हुए फंदे हैं। जिनमें फंसकर इन्सान नुक़सान उठाता है।

(यह भी देखें: आज़ाद, , शिकार, शैतान, आज़माइश करने)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जिस्म, जिस्मों

ता'अर्रुफ़:

“जिस्म ” का हवाला इंसान या जानवर के जिस्म से है। इस लफ्ज़ का इस्ते'माल जुमले कि शक्ल में किसी चीज़ या भीड़ के लिए भी किया गया है।

'ईसा इस बात की याद दिलाता है कि वह अपने ईमानदारों का "सर " है | जैसे इंसान का सिर अपने जिस्म को हिदायात देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही 'ईसा ईमानदारों को हिदायत और सीधा रास्ता फ़राहम करता है कि उसके “जिस्म ” के 'आज़ा होने कि वजा उन्हें क्या करना है।

तर्जुमा की सलाह :

(यह भी देखें: सिर, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

जूआ, जूए, जूए में

ता’अर्रुफ़:

जूआ लकड़ी या लोहे का होता है जिसमें दो या ज़्यादा जानवर जोते जाते हैं कि हल चलाएं या गाड़ी खीचें। इसके कई 'अलामती मतलब हैं।

इस लफ़्ज़ के 'अलामती इस्ते'मालों का तर्जुमा हो सकता है, जुमले का तौर पर “ज़ूल्म का बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।

(यह भी देखें: बांधना, बोझ, ज़ुल्म करना, सताएँ, ख़िदमत करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

टाट

ता'अर्रुफ़:

टाट बकरी के या ऊँट के बालों से बना एक चुभनेवाला सख्त लिबास होता था।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: राख, ऊँट, बकरा, हलीम, मातम करना, तौबा करके, निशान)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

टोकरियाँ, टोकरियाँ ,टोकरीभर

ता'अर्रुफ़:

“टोकरी” सरकंड़ों से बना एक बर्तन होता है।

(यह भी देखें: जहाज़, मूसा, नील नदी, नूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ठोकर, ठोकर की वजह , ठोकर की वजह होना , ठोकर का पत्थर

ता'अर्रुफ़:

“ठोकर की वजह ” या “ठोकर का पत्थर” कोई चीज़ जिससे किसी का पैर टकराए और वह गिर जाए।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: ठोकर, गुनाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ठोकर, ठोकर खाए, ठोकर खाया, ठोकर खाता

सच्चाई:

"ठोकर" खाना मतलब चलते या दौड़ते वक़्त पैर टकराने की वजह तक़रीबन गिर जाना। इसमें किसी चीज़ से पैर के लगन की वजह से गिरना होता है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: यक़ीन, सताएँ, गुनाह, ठोकर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

डर, डरता, डरा हुआ

ता’अर्रुफ़ :

लफ़्ज़ “डर” और “डरना” किसी शख़्स से नाख़ुशगवार अहसासात के बारे में बताते हैं जब अपने आप को या दूसरों को नुक़सान पहुँचे|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें : मो’जिज़ा, ख़ौफ़, ख़ुदावन्द, क़ुव्वत, यहोवा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :

शब्दकोश:

तमर

सच्चाई:

तमर पुराने ‘अहद नामे में बहुत सी ‘औरतों का नाम हुआ है | यह पुराने ‘अहद नामे में कई शहरों या जगहों का भी नाम था।

(यह भी देखें: अबीसलोम, बुज़ुर्ग, अम्नोन, दाऊद, बुज़ुर्ग, यहूदा, खारा तालाब)

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तरस, रहम दिल

ता’अर्रुफ़:

“तरस” लफ़्ज़ का हवाला इन्सानों के लिए फ़िक्र के जज़्बे से है। ख़ास करके दर्द मन्द लोगों के लिए “तरस खाने वाला” इन्सानों की फ़िक्र करके उनकी मदद करता है।

तर्जुमे की सलाह:

“तरस” के मा’नी हैं “रहम का जज़्बा” यह एक अलग ज़बान है जिसका मा’नी है “तरस” या “रहम”। और ज़बानों में इसका कलाम अलग ज़बान होगी |

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तरह, क़िस्में, हलीम, हलीमी

ता’अर्रुफ़:

“हलीम” और “क़िस्म” लफ़्ज़ उन चीज़ों की मजमू’आ या दर्जाबन्दी के बारे में बताते हैं जो ख़ुसूसियात से मुंसलिक होते हैं”| हैं।

तर्जुमें की सलाह

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तलवार, तलवारें, तलवार रखनेवाले

ता'अर्रुफ़:

एक तलवार सपाट ब्लेड, धातु का एक हथियार होता है जो काटने या छेदने के लिए इस्ते'माल किया जाता है। इसमें एक बहुत तेज काटने वाले किनारे के साथ एक लम्बा धार ब्लेड और एक कुंदा होता है ।

पुराने ज़माने में तलवार के ब्लेड की लंबाई तक़रीबन 60 से 91 सेंटीमीटर थी। कुछ तलवारों में दोनों तरफ़ धार लगी होती है जिन्हें दोधारी तलवार कहते हैं।

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला और या'क़ूब रसूल दोनों का सिर तलवार से काटा गया था।

तर्जुमा की सलाह:

एक तलवार ख़ुदा के लफ़्ज़ के लिए एक इस्ति'यार की शक्ल में इस्ते'माल किया जाता है । कलाम में ख़ुदा की ता'लीमों ने लोगों के अंदरूनी ख़्यालों को रोशन किया और उन्हें अपने गुनाहों के मुजरिम ठहराया। इसी तरह एक तलवार गहराई से काटती है, दर्द पैदा करती है। (देखें: इस्ति'यार

तलवार का तर्जुमा “धारवाला हथियार” या “लम्बी छुरी” भी किया जा सकता है। कुछ तर्जुमों में तलवार की तस्वीर देना भी मुनासिब हो सकता है।

(यह भी देखें: या'क़ूब (‘ईसा का भाई), युहन्ना (बपतिस्मा देनेबाला), यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), ज़बान)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तसल्ली, तसल्ली, तसल्ली दी, तसल्ली देने वाला, तसल्ली देनेवाला, तसल्ली देनेवाले, तसल्ली नहीं मिली

ता’रीफ़:

“तसल्ली” और “तसल्ली देनेवाला” का बयान उस इन्सान से है जो जिस्मानी या जज़्बाती दर्द में मुब्तिला की मदद का बयान करने के लिए काम में लिया गया है।

तर्जुमे की सलाह:

मज़मून के मुताबिक़ “तसल्ली देना “ का तर्जुमा हो सकता है “दुखों को हटाने वाला “या “(किसी को)दुःख से उबरने में मदद “ या “हौसला देते हैं” या तसल्ली “

(यह भी देखें: हिम्मत, पाक रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ताज , ताज, ताज पहनाना, ताज रखा

ता’अर्रुफ़:

ताज बादशाह रानी के सिर पर पहना जानेवाला ज़ेवर हैं। “ताज पहनाना” का मतलब किसी के सिर पर ताज रखना ; जिसका ‘अलामती मतलब है “इज़्ज़त करना।”

(यह भी देखें: जलाल, बादशाह, ज़ैतून)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तारीकी

ता’अर्रुफ़

तारीकी का लफ़्ज़ी मतलब है रोशनी की ग़ैरमौजूदगी| इस लफ़्ज़ के ’अलामती मतलब भी हैं:

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: बिगड़कर, इख़्तियार, बादशाही, रोशनी, छुड़ा ले, रास्तबाज़

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ताक़त, ताक़तवर, बहुत ताक़तवर, ताक़त से

ता’अर्रुफ़:

“क़ादिर-ए-मुतलक़” और “ताक़त” के बारे में बड़ी क़ूव्वत या ताक़त से है।

तर्जुमा के लिए सलाह:

(यह भी देखें:[क़ादिर-ए-मुतलक़, बड़ी क़ुदरत, मो'जिज़ा, क़ुव्वत

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ताक़त, ताक़तवर करना, मज़बूत किया, मज़बूत, मज़बूत करना

सच्चाई:

“ताक़त” या'नी जिस्मानी, जज़्बाती या रूहानी ताक़त। “ मज़बूत करना” (क़ायम होना, मज़बूत होना) या'नी किसी को ज़्यादा ताक़तवर बनाना।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: ईमानदार, सब्र करना, दाहिना हाथ, बचाना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तेल

ता’अर्रुफ़:

तेल एक मोटा, पानी जैसी चीज़ है जो पेड़ों से निकाला जाता है। किताब-ए-मुक़द्दस के ज़माने में ज़ैतून का तेल ज़्यादातर काम में लिया जाता था।

(यह भी देखें: ज़ैतून, क़ुर्बानी करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

तोमा

सच्चाई:

तोमा ‘ईसा के बारह शागिर्दों में से एक था जो आगे चलकर वे रसूल कहलाए। उसे “दिदुमुस” भी कहा गया था,जिसका मतलब है "जुड़वा।"

(यह भी देखें: रसूल, शागिर्द, ख़ुदावन्द बाप, बारहों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दसवां, दसवें, दसवां हिस्सा, दसवें हिस्से

ता’अर्रुफ़:

“दसवां” या “दसवां हिस्सा ” का मतलब है, पैसा, फ़सल, जानवरों या और जायदाद का दस फ़ीसद हिस्सा ख़ुदा को देते थे।

(यह भी देखें: यक़ीन, इस्राईल, लावी, जानवर, मालिक-ए-सिदक़, ख़िदमत करना, क़ुर्बानी करना ख़ेमा, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दाऊद

सच्चाई:

दाऊद इस्राईल का दूसरा बादशाह था, वह ख़ुदा से मुहब्बत रखता था और उसकी ख़िदमत करता था| वह ज़ुबूर का ख़ास मुसन्निफ़ था

(यह भी देखें: गोलियत, फ़िलिस्तियों, शाऊल (पुराना ‘अहद नामा ))

किताब-ए मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें

शब्दकोश:

दान

सच्चाई

दान या’क़ूब का पाँचवाँ बेटा था और इस्राईल के बारह क़बीलों में से एक था | कना’न के उत्तरी भाग में जहाँ यह क़बीला बस गया था उस जगह का नाम भी दान पड़ गया था |

(यह भी देखें: कना’न, यरूशलीम, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दाहिना हाथ

ता’अर्रुफ़:

“दाहिना हाथ” ‘अलामती शक्ल में किसी हाकिम के दाहिनी या किसी ख़ास इन्सान के दाहिने हाथ की ओर इज़्ज़त या क़ुव्वत का मक़ाम है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें:इल्ज़ाम लगाना, बुराई, ‘इज़्ज़त, ताक़त, सज़ा देना, बग़ावत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दिन, दिनों

ता'र्रुफ़:

“दिन” हक़ीक़त में 24 घन्टे का वक़्त होता है जिसकी शुरू'आत ग़ुरूब आफ़ताब से होती थी | इसका इस्ते'माल 'अलामती तौर भी हो सकता है।

कुछ ज़बानों में इन तरह के तर्जुमों में मुख्तलिफ़-मुख्तलिफ़ लफ़्ज़ों का इस्ते'माल होता हैं या “दिन” का तर्जुमा शक्ल बा शक्ल नहीं करता हैं।

(यह भी देखें: फ़ैसले का दिन, आखरी दिन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दिल, दिलों

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “दिल” लफ़्ज़ का इस्ते’माल अक्सर इन्सानों के ख़यालात, जज़्बातों, ख़्वाहिशों और उम्मीदों के लिए काम में लिया गया है।

तर्जुमें की सलाह

(यह भी देखें: शख़्त)

किताब-ए-मुक़द्दस जे बारे में:

शब्दकोश:

दुःख, सताव , परेशान होना, सताना, सतानेवाले, फ़सादी

ता’अर्रुफ़:

“दुःख” ज़िन्दगी की मुश्किलों और मायूसी का तजुर्बा * “सताव ” या’नी किसी को “परेशान” करना या “तकलीफ़ ” देना।“परेशान होना” का मतलब है किसी बात से घबराना और परेशान होना।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: मुसीबत ज़दा परेशानी देना, सताएँ)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दुःख

ता'अर्रुफ़:

“दुःख ” लफ़्ज़ का मतलब है लोगों में जिस्मानी जज़्बाती टकराव।

(यह भी देखें: ग़ुस्सा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दुनिया , दुनियावी

ता’अर्रुफ़:

“दुनिया”लफ़्ज़ आमतौर पर पूरी क़ायनात के उस हिस्से को ज़ाहिर करती है जहां इन्सान रहता हैं: “दुनियावी” लफ़्ज़ इस दुनिया के लोगों की बुरे अक़ीदे और बर्ताव का हवाला देता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: बिगड़कर, आसमान, रोम, ख़ुदा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

दुल्हा, दुल्हे

ता'अर्रुफ़:

शादी के जशन में, दुल्हा-दुल्हन से शादी करने वाला आदमी होता है।

(यह भी देखें:दुल्हन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

धोखा, धोखे, धोखा दिया, धोखा देना, धोखेबाज़, धोखेबाज़, धोखेबाज़ों, धोकेबाज़, धोखे से, धोखे में , धोखेबाज़ी, धोखेबाज़

ता’अर्रुफ़

अलफ़ाज़ “धोखा” का मतलब है किसी को किसी बात पर यक़ीन दिलाना जो सच्ची नहीं होती| किसी को फ़रेब देने का काम “धोखा” कहलाता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: सच्चा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

{{टैग>जायज़ा शा’अ करें}

शब्दकोश:

धोखा, धोखे, धोखा दिया, धोखा देना, धोखा देना वाला, धोखा देने वाले

ता'अर्रुफ़:

“धोखा” का मतलब है किसी को धोखा देना या नुक्सान पहुंचाना है। * “धोखा वाने वाला” वह शख़्स होता है जो यक़ीन करने वाले को धोखा दे।

तर्जुमें की सलाह:

जुमले के मुताबिक़“पकड़वाने” का तर्जुमा “धोखा देना और नुक्सान पहुंचाना” या “दुशमनों के हाथों में कर देना” या “बे रहमी का सलुक़ करना” हो सकता है।

(यह भी देखें यहूदा इस्करियोती, यहूदियों, रसूल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

शब्दकोश:

नजात, नजात देता है, नजात दिलाई , नजात दिलाना, नजात दिलाने वाला , छुटकारा

ता’अर्रुफ़

“छुड़ाना” मतलब है किसी शख़्स को बचाना। लफ़्ज़ “नजात दिलाने वाला” उसके बारे में बताता है, जो इन्सानों को ग़ुलामी, ज़ुल्म, या और तरह के ख़तरों से बचानेवाला है। “नजात” लफ़्ज़ उसका हवाला देता है जो या इंसानों का ग़ुलामी, ज़ुल्म या और तरह के ख़तरों से निकाल लेने के बा’द की हालत होती है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: मुंसिफ़,बचाना)

किताब-ए मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए मुक़द्दस की कहानियों से मिसाले:)

शब्दकोश:

नबी , नबी , नबूव्वत ,नबूव्वतें ,नबीया , नबीय

ता’अर्रुफ़:

नबी ख़ुदा का पैग़ाम इन्सानों तक पहुंचाता है। नबूव्वत करनेवाली ‘औरत को नबीया कहते हैं।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: बा’ल, बा’ल, ‘इल्म ग़ैब, ख़ुदा, झूठा नबी, पूरा कर, शरी’अत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

नहूम

सच्चाई:

नहूम एक नबी था जो ‘ऐलान करता था उस वक़्त में जब बुरा बादशाह मनस्सी यहूदाह पर बादशाही करता था।

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: असूर, मनस्सी, नबी, नीनवे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

नाम, नामों, नाम पर

ता’अर्रुफ़:

तर्जुमे की सलाह:

(यह बी देखें: बुलाना)

‏##‏ किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में: ‏##

शब्दकोश:

नासरत, नासरियों

सच्चाई:

नासरत उत्तरी इस्राईल के गलील ‘इलाक़े में एक शहर है। * वह यरूशलीम के उत्तर में लगभग 100 मील दूर है। इसके पैदल सफ़र में तीन से पांच दिन लगते हैं।

(यह भी देखें: मसीह, गलील, यूसुफ़ (नया ‘अहदनामा), मरियम)

‏## ‏ किताब-ए-मुक़द्दस के बारे मे:‏##

किताब-ए-मुक़द्दस कहानियों से मिसालें :

शब्दकोश:

निकाला ,निकाल दिया ,बाहर निकालना ,फेंक देना ,फेंक कर

ता’रीफ़:

निकालना ,या “निकालता”या’नी किसी आदमी या चीज़ को ताक़त से दूर करना |

तर्जुमें की सलाह:

(यह भी देखें: बदरूह, बदरूहों से मुब्तिला, क़ुरआ’)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

निशान, निशानियाँ,सुबूत, याद दिलाना

ता’अर्रुफ़:

निशान वह चीज़ , जो हादसा या काम है जो एक ख़ास मतलब ज़ाहिर करता है।

(तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: मो'जिज़ा, रसूल, मसीह, ’अहद, ख़तना करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

नींद, सो जाना, सो गए थे, सोना, सोना, “उसे नींद आ गई”, सोना, सोना, नींद ना आना, नींद

ता’अर्रुफ़:

इन लफ़्ज़ों के 'अलामती मतलब "मौत" है।

तर्जुमा की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

नूह

सच्चाई:

नूह लगभग 4000 साल पहले था जब ख़ुदा ने ज़मीन पर से सब गुनाहगारों को तबाह करने के लिए पानी की बाढ़ लाया था। ख़ुदा ने नूह को हुक्म दिया कि वह एक बहुत बड़ी नाव बनाए जिसमें बाढ़ का पानी ज़मीन पर भरने तक उसका ख़ानदान महफ़ूज़ रहे।

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: नसल, जहाज़)

‏## ‏किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:‏##

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें :

शब्दकोश:

पड़ोसी, पड़ोसियों, पड़ोस, आस पास के

ता’अर्रुफ़:

पड़ोसी या’नी क़रीब में रहनेवाला इन्सान। यह ‘आमतौर पर उस इन्सान के लिए है जो किसी क़बीले या क़ौम के बीच बसता है।

(यह भी दखें: मुखालिफ़, तमसील, क़ौम, सामरिया)

‏## ‏ किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:‏##

शब्दकोश:

पतरस, शमा’ऊन पतरस, क़ैफा

सच्चाई:

पतरस ‘ईसा के बारह शागिर्दों में से एक था। वह शुरू’ की कलीसिया का एक ख़ास रहनुमा था।

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

शागिर्द,रसूल(यह भी देखें:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों सेमिसाल:

शब्दकोश:

पत्थर, पत्थरों, पत्थराव

ता'अर्रुफ़:

पत्थर एक छोटी चट्टान का टुकड़ा होता है। "पत्थराव" करने के लिए किसी ने उसे मारने के इरादे से उस शख़्स पर पत्थर और बड़ी चट्टानें फेंकना है एक "पत्थरवाह" एक हादसाहै जिसमें किसी को पत्थरवाह किया गया था।

(यह भी देखें: हरामकारी, हवाले करना, क़ुसूर, मरना, लुस्त्रा, गवाही)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

पाक, पाकीज़गी

ता’अर्रुफ़:

“पाक” और पाकीज़गी” का हवाला ख़ुदा के किरदार से है जो पूरी तरह से अलग है और किसी भी गुनाहगार और बेकामिल बात से अलग किया हुआ है।

लफ़्ज़ी तौर पर, “नापाक” का मतलब है “पाक नहीं” यह कोई इन्सान या कोई चीज़ के बारे में बताता है जो ख़ुदा की ‘इज़्ज़त नहीं करता|

लफ़्ज़ “मुक़द्दस” उन चीज़ों के बारे में बताता है जो ख़ुदा की ‘इबादत या बुरे काहिनों की झूठे मा’बूदों की ‘इबादत से मुता’अल्लिक़ हैं|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: पाक रूह, पाक करना, पाकी, अलग करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

पाकी, पाक करना, पाकीज़गी

ता'अर्रुफ़:

पाक करने का मतलब है अलग करके पाक करना। पाक करना, पाक करने का तरीक़ा ।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: पाक करना, पाक, अलग करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

पानी, पानी , पानी पिलाया, पानी देना

ता’अर्रुफ़:

“पानी” का ख़ास मतलब के अलावा मा’नी तालाबों से भी है जैसे समन्दर , सागर, झील या नदी भी है।

तर्जुमे की सलाह :

(यह भी देखें: ज़िन्दगी, रूह, पाक रूह, क़ुव्वत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

पुकार, चिल्लाहट, पुकारकर, रोना, दोहाई, दोहाई, पुकारकर, चिल्लाहट, -नारे बुलन्द करना

ता’अर्रुफ़:

“पुकार” या “दोहाई” हमेशा किसी बात को ऊँची आवाज़ में कहना और ज़रूरत ज़ाहिर करना। कोई “दोहाई” तकलीफ़ या नाउम्मीदी या ग़ुस्से में भी पुकार सकता है।

(यह भी देखें: बुलाना, गुजारिश)

किताब -ए- मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

पूरा कर, पूरा हुआ

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “पूरा कर” का मतलब है मुकम्मल या पूरा होना जिसकी उम्मीद की गयी थी|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: नबी, मसीह, ख़िदमत करना, बुलाना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

फल, फलों, फलदार, बेफल

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “फल” का मतलब पेड़ के उस हिस्से से है जो खा सकते हैं| कुछ भी “फलदार” है जो बहुत फलदायक है। किताब-ए-मुक़द्दस में इस लफ़्ज़ को ‘अलामती तौर भी काम में लिया गया है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: नसल, अनाज, अँगूर, पाक रूह, दाख़लता, रिहम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

फ़रीसी, फ़रीसियों

सच्चाई:

फ़रीसी ‘ईसा के वक़्त यहूदी रहनुमाओं का एक अहम असरदार मज़हब था।

(यह भी दखे: ’अदालत, यहूदियों, शरी’अत, सदूक़ी

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

फ़सह

सच्चाई:

“फ़सह” यहूदियों के एक मज़हबी त्यौहार का नाम है जिसमें वे याद करते हैं कि ख़ुदा ने उनके बाप दादाओं को मिस्र की ग़ुलामी में से कैसे निकाला था।

तर्जुमे की सलाह:

फ़सह का लफ़्ज़ के तर्जुमें में “होकर निकलने” की मिलने के लफ़्ज़ या और एक जैसे लफ़्ज़ों को मिलाने के ज़रिए’ किया जा सकता है।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

फ़ारस, फ़ारसियों

ता’अर्रुफ़:

फ़ारस एक ताक़तवर मुल्क हो गया था जिसकी बुनियाद बुलन्द खोरस ने 550 ई.पू. में की थी। फ़ारस देश बाबुल अश्शूर मुल्कों के दाख्खिन पूरब में था। वह आज का ईरान देश है।

(यह भी देखें: अखसूयरस, अर्तख़शश्ता, असूर, बाबुल, ख़ोरस, आस्तर, ‘अज़्रा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

फ़िलिप्पुस, ख़ुशख़बरी देने वाला

सच्चाई

यरूशलीम में शुरू’ की कलीसिया में फ़िलिप्पुस सात ख़ादिमों में से एक था जिन्हें ग़रीब और ज़रूरत मन्द ईमानदारों की ख़बर लेने के लिए चुना गया था, ख़ास करके बेवाओ को।

तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

यह भी देखें : फ़िलिप्पुस

किताब ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बचाना, बचाता है, नजात, हिफ़ाज़त

ता’अर्रुफ़:

“बचाना” या'नी किसी बुरी या नुक़सानदह बात से बचना। “महफ़ूज़ रहना” या'नी नुक़सान या ख़तरे से बचना।

नजात लफ़्ज़ का मतलब है किसी को बुराई और ख़तरे से बचाना

तर्जुमा की सलाह:

((यह भी देखें: सलीब, नजात, सज़ा देना, गुनाह, मुन्जी)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें :

शब्दकोश:

बचे हुए

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “बचे हुए लोग” हक़ीक़त में बचे हुए लोगों या चीज़ों के बारे में है। इसका मतलब बड़ी मिक़दार में से छोड़ी गई चीज़ भी है।

तर्जुमे की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बच्चे ,बच्चा

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “बच्चा” लफ़्ज़ अक्सर बच्चे के लिए काम में लिया गया है ,छोटी ‘उम्र के लिए भी इसका इस्ते’माल किया गया है | “बच्चे” जमा’ है और इसके तम्सीली इस्ते’माल भी हैं |

किताब-ए-मुक़द्दस में शागिर्दों या इमानदारों को भी कभी कभी “बच्चे” कहा गया है |

तर्जुमे की सलाह:

“औलाद “ का तर्जुमा “नसल”किया जा सकता है जब इसका बयान किसी के पोते-परपोतों से हो |

(यह भी देखें: नसल, वा’दा बेटे, रूह, यक़ीन, महबूब

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बदकार, बदकारियों, बदतरीन

ता'अर्रुफ़:

“बदकार” लफ्ज़ गुनाह करनेवालों और बुराई करनेवालों के लिए यह एक 'आम लफ्ज़ है।

(यह भी देखें: बुराई)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बदरूह, बुरी रूह, नापाक रूह

ता’अर्रुफ़

ये सब अलफ़ाज़ बदरूहों के बारे में हैं जो ख़ुदा के मुखालिफ़ रूहें हैं।

तर्जुमे की सलाह :

(ये भी देखें: बदरूहों से मुब्तिला, शैतान, ख़ुदा, ख़ुदा, फ़रिश्ता, बुराई, साफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

बाइबल कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

बदला, बदले, बदला देना, बदला दिया, बदला देने बाला

ता’अर्रुफ़:

“बदला” लफ़्ज़ का मतलब है कि किसी आदमी का अच्छा या बुरा किया हुआ काम के लिए जो कुछ उसको मिलता है उसको जानकारी करता है। “बदला” या’नी किसी को उसकी क़ाबिलियत के लिए कुछ देना।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: सज़ा देना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बरअब्बा

ता'अर्रुफ़:

जब 'ईसा को क़ैदी बनाया गया उस वक़्त बरअब्बा यरूशलीम में एक क़ैदी था।

(तर्जुमा की सलाह नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: पिलातुस, रोम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बरकत, मुबारक, बरकत देना

ता'अर्रुफ़:

किसी को “बरकत” देना या किसी शख्स या चीज़ के लिए अच्छी और फ़ायदे मन्द बात होने की तमन्ना करना।

तर्जुमें की सलाह:

“ख़ुदावन्द ने बहुत बरकत दी” का तर्जुमा हो सकता है, “ख़ुदा ने बहुत अच्छी चीज़ें दी” या “ख़ुदा उसे समझ फ़राहम करेगा”।

(यह भी देखें: हम्द)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

शब्दकोश:

बरस, साल , उम्र

ता'अर्रुफ़:

उम्र ,या'नी इन्सान की ज़िन्दगी के साल जो इंसान जीता है इसका इस्ते'माल आम तौर पर वक़्त की मुद्दत के बारे में

तर्जुमा की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बर्बाद , हलाक , हलाक हो गया, हलाक कर, उजाड़, वीरानों

ता’अर्रुफ़:

किसी चीज़ को गवांना या’नी उसे लापरवाही से फेंक देना या उसका बद अक़ली से इस्ते’माल करना। कुछ ऐसा जो "उजाड़" या "बर्बाद " है, वह ज़मीन या एक शहर का हवाला देता है जिसे बर्बाद कर दिया गया है कि इसमें कुछ भी नहीं रह सके।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बर्बाद, बर्बाद करता, बर्बाद किया, बर्बाद करनेवाला, बर्बाद करने वाले, बर्बाद करना

ता’अर्रुफ़

कुछ बर्बाद करना मतलब है उसको पूरी तरह से ख़त्म, लिहाज़ा यह अब मौजूद नहीं|

(यह भी देखें: फ़रिश्ता, मिस्र, पहलौठे, फ़सह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बहन, बहनों

ता’अर्रुफ़:

बहन माँ या बाप के रिश्ते से किसी की 'औरत रिश्तेदार होती है। उसे कहा जाता है कि दूसरे शख़्स की बहन या उस शख़्स की बहन ।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: भाई मसीह में, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बाँधे, बांधा हुआ

ता’अर्रुफ़:

“बाँधे” या'नी किसी चीज़ पर कुछ बान्धना। इसका मतलब हमेशा बाग़ा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपनी जगह पर रहे।

(यह भी देखें: कमर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बाँसुरी, बाँसुरी, बाँसुरी, सीटी बजाने का सामान

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस के ज़माने में, बाँसुरी हड्डियों या लकड़ी के खोखले बजाने वाले सामान- थे जिनसे आवाज़ निकलती थी। बाँसुरी एक क़िस्म की नली थी।

(यह भी देखें: , चरवाहे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बादशाह, बादशाहों, सल्तनत, सल्तनतों, बादशाही, बादशाहत

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ "बादशाह" एक ऐसे इन्सान के बारे में बताता है जो शहर, बादशाही या मुल्क का सबसे बड़ा हाकिम है।

(यह भी देखें: \ इख़्तियार, \ हेरोदेस अन्तिपास, \ हुकूमत](../other/kingdom.md), \ ख़ुदा की बादशाही)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-एमुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

शब्दकोश:

बादशाही, बादशाहियाँ

ता’अर्रुफ़:

बादशाही लोगों की क़ौम होती है जिसपर बादशाह के ज़रिए’ हुकूमत की जाती है | इसका हवाला एक मुल्क या सियासी इलाक़े से भी हो सकता है। जिस पर एक बादशाह या हाकिम का क़ाबू और इख़्तियार होता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: : इख़्तियार, बादशाह, ख़ुदा की बादशाही, इस्राईल की बादशाही, यहूदा, यहूदाह, काहिन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

शब्दकोश:

बाबुल, बाबुल, बाबुल, बाबुल

सच्चाई:

बाबुल शहर, पुराने बाबुल सल्तनत की दारुल हुकूमत थी । यह भी बाबुल के हाकिम का ही हिस्सा था।

(यह भी देखें: बाबुल, कसदी, यहूदाह, नबूकदनज़र)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :

किताब-एमुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

शब्दकोश:

बाबुल

सच्चाई:

बाबुल मेसोपोटामिया 'इलाक़े के दक्षिण में शिन'आर मुल्क का एक अहम शहर था। शिन'आर आगे चलकर बाबुल कहलाया था।

इस मीनार की ता'मीर करने वालों ने ज़मीन पर फैल जाने के ख़ुदावन्द के हुक्म का इनकार कर दिया था, इसलिए ख़ुदा ने उनकी ज़बानों को अलग-अलग कर दिया जिससे कि वह एक दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इस वजह से वह मजबूर होकर एक दूसरे से अलग हो गए और ज़मीन के मुख्तलिफ़ जगहों में जाकर बस गए।

(यह भी देखें: बाबुल, हाम, मसोपतामिया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बीज, नुत्फ़ा

ता'अर्रुफ़:

दरख़्त का बीज वह हिस्सा है जिसे ज़मीन में डालने पर उसी नसल का दरख़्त पैदा होता है। इसके कई 'अलामती मतलब भी हैं।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: नसल, नसल

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बीमारी

ता'अर्रुफ़:

“बीमारी” या'नी सख्त दर्द या मुसीबत ।

किताब-ए-मुक़द्दस : के बारे में

शब्दकोश:

बुराई, बदकार, बदकारी

ता'अर्रुफ़:

“बुरा और बदकार” दोनों का हवाला उन बातों से है जो ख़ुदावन्द की ख़ुसूसियात और मर्ज़ी के ख़िलाफ़ है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें:नाफ़रमानी करना, गुनाह, अच्छा, रास्तबाज़, बदरूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें :

शब्दकोश:

बुराई, बे’इज़्ज़ती, बुराई, बुराई, बदनामी

ता’अर्रुफ़:

किसी की बुराई करने का मतलब है तनक़ीद करना किरदार या आदत को क़ुबूल नहीं करना। बुराई करना इन्सान के लिए मनफ़ी तनक़ीद करना है।

(यह भी देखें: इल्ज़ाम लगाना, झिड़कना, बे‘इज़्ज़त)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बुज़ुर्ग, बुज़ुर्गों, बाप, बापों, बाप बना, निगरानी करना, बुज़ुर्ग, बुज़ुर्गों, दादा

ता’अर्रुफ़:

जब लफ़्जी तौर पर इस्ते’माल किया जाता है, तब “बाप” लफ़्ज़ किसी शख़्स के वालिदैन के बारे में बताता है| इस लफ़्ज़ के बहुत से ‘अलामती इस्ते’माल भी हैं।

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: ख़ुदावन्द बाप, बेटे, ख़ुदावन्द का बेटा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बेकार, पाजी

ता’अर्रुफ़:

“बेकार ” लफ़्ज़ किसी निकम्मी बात या बे मक़सद बात को ज़ाहिर करता है। बेकार बातें बे मा’नी और निकम्मी होती हैं।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़ुदा, लायक़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बेटे, बेटों

ता’अर्रुफ़:

एक आदमी और एक 'औरत का बेटा उसके पूरी ज़िन्दगी के लिए उनका "बेटा" कहलाता है उसे उस आदमी का बेटा और उस 'औरत का एक बेटा भी कहा जाता है एक "गोद लिया बेटा" एक आदमी है जिसे क़ानूनी शक्ल से एक बेटे के'उहदे में रखा गया है।।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: 'अजरियाह, नसल, बुज़ुर्ग, पहलौठे, ख़ुदावन्द का बेटा, ख़ुदा के बेटे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

बैतलहम, इपफ़्रात

सच्चाई:

बैतलहम इस्राईल में एक छोटा सा शहर था जो यरूशलीम के सामने वाक़े' था। यह नाम “इपफ़्रात ” के तौर पर जाना जाता था, जो इसका असल नाम था|

(यह भी देखें: कालिब, दाऊद, मीकाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस कि कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

बोझ, बोझ, बोझ से दबे, भारी

ता'अर्रुफ़:

बोझ उठाने के लिए कोई भारी चीज़ हो सकती है। यह किसी जानवर के ज़रिए' उठाया जानेवाला भारी सामान भी होता है। "बोझ" लफ़्ज़ के कई 'अलामती लफ़्ज़ भी हैं।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बोसा, बोसे, बोसा दिया, बोसा देना

ता’अर्रुफ़:

बोसा एक ऐसा काम है जिसमें एक इन्सान अपने होंठ किसी और इन्सान के होंठ या चेहरे पर रखता है| इस लफ़्ज़ का इस्ते’माल तम्सीली तौर भी किया जा सकता है|

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

बड़ा , जिन्नात

ता’अर्रुफ़:

“दानव” उस इन्सान को कहते हैं जो क़द और ताक़त में 'आम तौर से बड़ा हो।

(यह भी देखें: कना’न, गोलियत, फ़िलिस्तियों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

भरोसा, भरोसा करना, यक़ीन के साथ

ता’अर्रुफ़:

“भरोसा” (हियाव) यक़ीनी होना कि कोई बात सच है या उसका होना यक़ीनी है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: यक़ीन, यक़ीन. \हिम्मत](../other/bold.md),ईमानदार, उम्मीद, ऐ’तिमाद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

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शब्दकोश:

भाई, भाइयों

ता'अर्रुफ़:

“भाई” लफ़्ज़ हमेशा उस मर्द के बारे में होता है जिसके माँ/बाप किसी और के भी माँ/बाप हों ।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें:रसूल, ख़ुदावन्द बाप, बहन, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

भूसी

ता’रीफ़:

भूसी गेहूँ का हिफ़ाज़ती छिलका होता है जिसे सूखे गेहूँ से अलग किया जाता है | भूसी खाने लायक़ नहीं होती है इसलिए उसे सूखे गेहूँ से अलग करके फेंक दिया जाता है |

(यह भी देखें: अनाज, गेहूँ, फटकना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मत्ती, लावी

सच्चाई:

मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें 'ईसा ने शागिर्द होने के लिए बुलाया था। वह हलफ़ई का बेटा लावी नाम से भी जाना जाता था।

(यह भी देखें: रसूल, लावी, जज़िया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मनस्सी

सच्चाई:

मनस्सी नाम के पाँच आदमी पुराने 'अहद नामे में हुए हैं।

(यह भी देखें: , दान, इफ़्राईम, ‘अज़्रा, ख़ुदा, इस्राईल, यहूदा, ग़ैर क़ौम, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मय, दाखरस, मशक़, मशक़ो, नई दाखरस

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में, "मय" लफ़्ज़ एक तरह का शीरा पीने का जो एक फल के रस से बनता है जिसे अंगूर कहते हैं। मय मशक़ों में रखा जाता था। मशक़ जानवरों की खाल से बनी थैली होती थी।

(यह भी देखें: अँगूर, दाख़लता, दाख़ की बारी, मय के हौज़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

बर्बाद करना

शब्दकोश:

मरना, मरता, मर गया, मरे हुए, जान लेवा, मुर्दा, मौत, मौतें

सच्चाई:

यह लफ़्ज़ जिस्मानी और रूहानी मौत दोनों का हवाला देता है| जिस्मानी तौर पर, इसका हवाला देता है जब किसी शख़्स का जिस्म का जीना ख़त्म जाता है| रूहानी तौर पर, यह गुनाहगारों को उनका गुनाहों की वजह से मुक़द्दस ख़ुदा से अलग हो जाना.

1. जिस्मानी मौत

2 रूहानी मौत

तर्जुमे की सलाह

बहुत सी ज़बानों में मौत की तफ़सील के लिए ‘अलामती इज़हार का इस्ते’माल किया जाता है, मिसाल के तौर पर अंग्रेज़ी में “गुज़र जाना” ताहम, किताब-ए-मुक़द्दस में यह सबसे बेहतर है कि रोज़ाना की ज़बान में मौत के लिए सीधे लफ़्ज़ का इस्ते’माल करें| किताब-ए-मुक़द्दस में जिस्मानी ज़िन्दगी और मौत अमूमन रूहानी ज़िन्दगी और मौत के मुक़ाबिल में होती हैं| तर्जुमे में जिस्मानी मौत और रूहानी मौत दोनों के लिए एक ही लफ़्ज़ या जुमले का इस्ते’माल ज़रूरी है|

(यह भी देखें: यक़ीन, ईमान, ज़िन्दगी, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस कीं कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

मरियम, 'ईसा की माँ

सच्चाई:

मरियम एक जवान 'औरत थी जो नासरत में रहती थी। उसकी मंगनी यूसुफ़ से हुई थी। ख़ुदा ने मरियम को चुना कि वह ख़ुदा के बेटे 'ईसा मसीहा की माँ बने,।

(यह भी देखें: क़ाना, मिस्र, हेरोदेस बड़ा, 'ईसा, यूसुफ़ (नया ‘अहद नामा), ख़ुदावन्द का बेटा, कुँवारी)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

मरियम मगदलीनी

सच्चाई:

मरियम मगदलीनी उन सब 'औरतों में से एक थी जो 'ईसा में ईमान करती थी और उसकी ख़िदमत में उसके साथ रहती थी। वह 'ईसा के ज़रिए' सात बदरूहों से आज़ादी पाने के लिए मशहूर थी।

(यह भी देखें: बदरूह, बदरूहों से मुब्तिला)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मरी, बलाएँ

ता’अर्रुफ़:

बलाएँ ऐसे हादसे होते है जिनकी वजह से बड़ी ता’दाद में आदमियों पर दुःख आते हैं या आदमी मरने लगते हैं। बलाओं में महामारी का मर्ज़ भी होता है जिसकी वजह से इलाज से पहले ही बड़ी ता’दाद में लोग मर जाते हैं।

(यह भी देखें: ओला, इस्राईल. मूसा, फ़िर’औन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मलिका, रानियाँ

ता’अर्रुफ़:

मलिका या’नी बादशाह की बीवी या किसी मुल्क की हाकिम

(यह भी देखें: अखसूयरस, अतलियाह, आस्तर, बादशाह. फ़ारस, हाकिम, शीबा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मशहूर, मशहूर हुआ

ता’अर्रुफ़:

“मशहूर” लफ़्ज़ का मतलब अच्छी तरह से पता होने के साथ जुड़ी बड़ाई को ज़ाहिर है और ता’रीफ़ की इज़्ज़त हासिल करना है। कुछ या कोई "मशहूर हुआ" है अगर वह मशहूर है

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ‘इज़्ज़त)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मसीह ,मसीहा

सच्चाई:

“मसीह” या “खिरिस्त”का मा’नी है ,”मसह पाए -लोग” और ख़ुदा के बेटे ‘ईसा के बारे में

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़ुदावन्द का बेटा,दाऊद, 'ईसा,मसह करना

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

मिन्नत, गुज़ारिश की, मिन्नत करना, भिखारी

ता'अर्रुफ़:

“गुज़ारिश” या किसी से किसी चीज़ के लिए बहुत ज़्यादा दरख्वास्त करना। अक्सर इसका हवाला पैसा मांगने से है, लेकिन इसका मतलब किसी बात की दरख्वास्त करने से भी है।

(यह भी देखें: गुजारिश)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

मिस्र, मिस्री, मिस्रियों

ता'रीफ़:

मिस्र अफ्रीक़ा के उत्तर पहले से कना'न के दख्खिन पश्चिम तक एक मुल्क है। मिस्री लोग मिस्र मुल्क का रहने वाला है।

(यह भी देखें: हेरोदेस बड़ा, यूसुफ़ (नया 'अहद नामा), नील नदी, बुज़ुर्ग ख़ानदान)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

मुँह, मुँह, के सामने, के सामने, चेहरे, मुँह के बल गिरे

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “मुँह ” का लफ़्ज़ी मतलब इन्सान के सिर का सामने का हिस्सा। इस लफ़्ज़ के कई ‘अलामती मतलब होते हैं।

तर्जुमे की सलाह:

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मुहब्बत, मुहब्बत करता है, अज़ीज़, मुहब्बत की

ता’अर्रुफ़:

किसी इन्सान से मुहब्बत करने का मतलब है, उस इन्सान की ख़बर लेना और उसे फ़ायदा पहुंचाने के काम करना। “मुहब्बत” के मुख़तलिफ़ मतलब होते हैं जिनके लिए मुख़तलिफ़ ज़बानों में मुख़तलिफ़ लफ़्ज़ होते हैं।

  1. ख़ुदा की मुहब्बत इन्सान की भलाई पर मुनहस्सिर होती है चाहे उसमें ख़ुद का फ़ायदा न हो। ऐसी मुहब्बत जो इन्सानों की परवाह करती है चाहे वे कुछ भी करते हों। ख़ुदा ख़ुद मुहब्बत है और सच्ची मुहब्बत का ज़रिया’ है।

  2. ‘ईसा ने इस मुहब्बत का मुज़ाहरा किया कि है कि गुनाह और मौत से बचाने के लिए अपने आपको क़ुर्बानी पेश कर दिया। उसने अपने पैरोकारों को सिखाया कि नज़राने की मुहब्बत करें।

  3. जब लोग इस तरह की मुहब्बत से दूसरों को मुहब्बत करते हैं, तो वे उन तरीक़ों से काम करते हैं जो वे यह सोचते हैं कि दूसरों की तरक़्क़ी के लिए क्या वजह होगी। ऐसी मुहब्बत ख़ास करके दूसरों को मु’आफ़ करती है।
  4. यू.एल.बी. में “मुहब्बत” लफ़्ज़ ऐसा ही ख़ुद सुपुर्दगी या मुहब्बत है जब तक कि तर्जुमा का हाशिया अलग मतलब का ज़िक्र न करे।

  5. नये ‘अहदनामे में लफ़्ज़ का एक और हवाला है, भाईचारे की मुहब्बत या “दोस्त की मुहब्बत या ख़ानदानी फ़र्द की मुहब्बत”

  6. यह लफ़्ज़ दोस्तों और घर के अफ़राद की क़ुदरती मुहब्बत का हवाला देता है।

  7. इस का इस्ते’माल ऐसे मज़मूनों में भी हो सकता है जैसे वे दा’वत में ख़ास मक़मों में बैठने की ख़्वाहिश रखते हैं। या’नी उन्हें ऐसा करने की “बहुत ज़्यादा ख़्वाहिश” या “ गहरी चाहत”

  8. ‏‘‏’अलामती तौर पर इज़हार, “मैंने या’क़ूब से मुहब्बत की है और ‘ऐसौ को नफ़रती जाना है।” यहां “मुहब्बत” लफ़्ज़ का मतलब है कि ख़ुदा ने या’क़ूब को चुना कि ख़ुदा के साथ कलाम के बारे में रहे। इसका तर्जुमा “चुना” भी हो सकता है। ताहम ‘ऐसौ को भी ख़ुदा ने बरकतें दी थी, उसे कलाम के मुता’अल्लिक़ इम्तियाज़ हासिल नहीं थे। “नफ़रती” लफ़्ज़ का ‘अलामती इस्ते’माल किया गया है जिसका मतलब है “छोड़ा हुआ” या “नहीं चुना।”

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें:’अहद, मरना, क़ुर्बानी करना, बचाना, गुनाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

मुहर, मुहर, मुहर लगाना, खुली

ता'अर्रुफ़:

मुहर लगाने का मतलब है कि मुहरबन्द चीज़ मुहर तोड़े बिना खोली नहीं जा सकती है।

(यह भी देखें: पाक रूह, क़ब्र)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मूसा

सच्चाई:

मूसा एक नबी और इस्राईलियों का रहनुमा था, उसने 40 साल उनकी रहनुमाई की थी।

(यह भी देखें: मरयम, वा’दे का मुल्क, दस हुक्म)

किताब-ए-मुकद्दस के बारे में:

किताब-ए-मुकद्दस की कहानियों से मिसालें:

\

शब्दकोश:

मेहनत, मेहनत करे, मेहनत की, मज़दूर, मज़दूरों

ता’अर्रुफ़:

मेहनत या’नी किसी भी तरह का कठिन काम करना।

अंग्रेजी ज़बान में “मेहनत” (लेबर) का मतलब बच्चे को पैदा करने के काम से भी होता है। और ज़बानों में इसके लिए पूरी तरह से एक अलग लफ़्ज़ होता है।

(यह भी देखें: शख़्त, पैदा करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

मैदान

सच्चाई:

पुराने 'अहद नामे का लफ्ज़ “मैदान” बड़ा रेगिस्तान या'नी यरदन नदी के मैदानी 'इलाक़े के बारे में है और लाल समन्दर के उत्तरी किनारे तक जाता है।

(तर्जुमा की सलाह: नामों का तर्जुमा

(यह भी देखें: रेगिस्तान, नड़ समन्दर, यरदन नदी, कना’न, खारा तालाब, मिस्र)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यरदन नदी, यरदन

सच्चाई:

यरदन नदी उत्तर से दक्खिन की तरफ़ बहती है और कन'आन मुल्क की पूरबी सरहद बनाती है।

कलाम में यरदन नदी का बयान “यरदन ” से है।

(यह भी देखें: कना’न, खारा तालाब, ग़लील समन्दर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

यरमियाह

सच्चाई:

यरमियाह यहूदा मुल्क में ख़ुदावन्द का नबी था। पुराने 'अहद नामे में यरमियाह नाम की किताब में उसकी नबूव्वतें हैं।

दूसरे नबियों की तरह यरमियाह ने भी इस्राईलियों को ख़बरदार किया था कि ख़ुदा उनके गुनाहों की सज़ा देगा।

यरमियाह ने लिखा कि वह चाहता था कि उसकी आंखें “आंसुओं का चश्मा” बन जाएं कि वह अपने लोगों के बग़ावत और दर्द पर गहरा ग़म बयान कर पाए।

(यह भी देखें: बाबुल, यहूदाह, नबी, बग़ावत, दुःख उठाए, हौज़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

यरीहू

सच्चाई:

यरीहू कन'आन मुल्क में एक ताक़तवर शहर था। वह यरदन के पश्चिम में और मुर्दा समन्दर के उत्तर में था।

जब यसू'अ ने यरीहू के ख़िलाफ़ इस्राईलियों की रहनुमाई की तब यरीहू को शिकस्त करने में ख़ुदावन्द ने अजीब मो'जिज़ा किया था।

(यह भी देखें: कना’न, यरदन नदी, यशू'अ, मो'जिज़ा, खारा तालाब)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

यरूशलीम

सच्चाई:

यरूशलीम हक़ीक़त में एक पुराना कन'आनी शहर था जो बा'द में इस्राईल का एक ख़ास शहर बन गया था। यह शहर खारे तालाब के पश्चिम में 34 किलोमीटर दूर और बैतलहम के उत्तर में क़ायम है। यह शहर आज भी इस्राईल की दारुल सल्तनत है।

(यह भी देखें:बाबुल, मसीह, दाऊद, यबूस, 'ईसा, सुलैमान, हैकल, सिय्योन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

यसा'याह

सच्चाई:

यसा'याह ख़ुदा का नबी था जिसने यहूदा में चार बादशाहों की बादशाहत में ख़िदमत की थी। उज़्ज़ियाह, यूताम, आख़ज़ और हिज़क़ियाह

(यह भी देखें: आख़ज़, असूर, मसीह, हिज़क़ियाह, यूताम, यहूदाह, नबी, उज़्ज़ियाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

यस्सी

सच्चाई:

यस्सी बादशाह दाऊद का बाप और रूत और बो'अज़ का पोता था।

(यह भी देखें: बैतलहम, बो'आज़, नसल, फल, 'ईसा, बादशाह, नबी, रूत, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यहूदा

सच्चाई:

यहूदा या'क़ूब के बारह बेटों में से एक था। उसकी माँ का नाम लिआ: था। उसकी नसल “यहूदा का क़बीला” कहलाते थे।

(यह भी देखें: इस्राईल, यहूदी, यहूदाह, यहूदिया, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यहूदाह, यहूदाह की बादशाही

सच्चाई:

यहूदाह का क़बीला इस्राईल के बारह क़बीलों में सबसे बड़ा था। यहूदाह की बादशाही यहूदाह और बिनयामीन के क़बीलों से थी

(यह भी देखें: यहूदा, खारा तालाब)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाले:

शब्दकोश:

यहूदिया

सच्चाई:

“यहूदिया” पुराना इस्राईल के एक दरमियानी हिस्से को कहा जाता था। यह कभी कभी तंग मतलब में तो कभी बहुतायत मतलब में इस्ते'माल किया गया है

(यह भी देखें: गलील, अदोम, यहूदा, यहूदाह, सामरिया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यहूदियों, यहूदी

सच्चाई:

“यहूदी रहनुमा ” या “यहूदियों के हाकिम” या'नी मज़हबी रहनुमा जैसे इमाम और ख़ुदा के कलाम का उस्ताद । उन्हें मज़हब के 'अलावह दूसरे मज़्मूनों के बारे में भी फ़ैसला देने का इख़्तियार था।

(यह भी देखें: यहूदी, हाकिम काहिनो, ’अदालत, सरदार काहिन, फ़रीसी, काहिन, सदूक़ी, मुहर्रिर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

याफ़त

सच्चाई:

याफ़त नूह के तीन बेटों में से एक था।

(यह भी देखें: जहाज़, बाढ़, हाम, नूह, शेम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यूताम

ता’अर्रुफ़:

पुराने 'अहद नामे में यूताम नाम के तीन आदमी हुए हैं।

(यह भी देखें: अबिमलिक, आख़ज़, जिब'ऊन, उज़्ज़ियाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यूनाह

ता’अर्रुफ़:

यूनाह पुराने 'अहद नामे का एक 'इब्रानी नबी था।

(यह भी देखें:नाफ़रमानी करना, नीनवे, मुड़ना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यूराम

सच्चाई:

यूराम, जो आहब का बेटा, इस्राईल का बादशाह था। वह यहूराम के नाम से भी जाना जाता है।

(यह भी देखें: अहाब, दाऊद, एलिय्याह, हामात, यहूराम, इस्राईल की बादशाही, यहूदाह, ‘अबदियाह, नबी)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यूसियाह

सच्चाई:

यूसियाह एक ख़ुदा परस्त बादशाह था जिसने 31 साल यहूदा पर बादशाहत की थी। उसने यहूदा के रहने वालों के मन फिराकर यहोवा की 'इबादत करने के लिए रहनुमाई की थी।

(यह भी देखें: ख़ुदा, यहूदा, क़ानून, फ़सह, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

यक़ीन, यक़ीन करे, यक़ीन किया, ईमानदार, ईमान, बे-ईमान, बे-ईमानों , बे-ईमान,

ता'अर्रुफ़:

“यक़ीन” और “ में यक़ीन करना” क़रीबी रिश्ते में हैं लेकिन इसके मा'ने में फ़र्क बहुत कम है।

1.ईमान

2. यक़ीन करना

किताब-ए-मुक़द्दस में "जो शख्स ईमान लाता है और 'ईसा मसीह पे नजात दहिन्दा के तौर पर अनह्सार करती है उस से मुराद है "

" बे 'ऐतक़ाद "किसी चीज़ या किसी को यक़ीन नही करता, |

तर्जुमा की सलाह :

"जो शख्स 'ईसा में यक़ीन नहीं करता " या"किसी ऐसे शख्स को जो नजात दहिन्दा के तौर पर 'ईसा में 'एतमाद नही है " पर तर्जुमा किया जा सकता है |

‏(‏यह भी देखें: \ यक़ीन, \ रसूल, \ मसीही, \ शागिर्द, \ ईमान, \ ऐ’तिमाद‏)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:

‏_‎* 46:09_यरूशलीम में ज़ूल्म व सितम से भागने वाले कुछ __ईमानदार अन्ताकिया शहर में चले गए और 'ईसा के बारे में तबलीग़ की। यह अन्ताकिया कि 'ईसा में ईमान लाने वालों को पहले "मसीही" कहा गया।

शब्दकोश:

रब्बी

ता’अर्रुफ़:

“रब्बी” लफ़्ज़ का सही मतलब है “मेरा मालिक” या “मेरा उस्ताद”

तर्जुमे की सलाह:

देखें: नामा’लूम अलफ़ाज़ का तर्जुमा कैसे करें)

(यह भी देखें: उस्ताद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

रसूल, रसूलों, रिसालत

ता’अर्रुफ़:

“रसूलों”, ईसा के ज़रिए' भेजे गए आदमी जो ख़ुदा और उसकी बादशाही के नबी थे। “रसूलियत” या'नी रसूल होने के लिए चुने गए आदमियों का 'उहदा और इख्तियार ।

तर्जुमा की सलाह:

इस बात का भी ध्यान रखें कि इस लफ़्ज़ का तर्जुमा मक़ामी या क़ौमी ज़बान के कलाम तर्जुमा में कैसा है।

(यह भी देखें: इख़्तियार, शागिर्द, या'क़ूब (जब्दी का बेटा), पौलुस, बारहों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :

शब्दकोश:

रहन, वा’दा करना , ‘अहद

ता’अर्रुफ़:

“रहन” रस्मी तौर से और ईमानदारी से की बात को करने या किसी चीज़ को देने का ‘अहद करना।

(यह भी देखें: वा’दा, ‘अहद, मन्नत

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

रहम, रहमदिल

ता’अर्रुफ़:

“रहम” और “रहमदिल” लफ़्ज़ों का मतलब है ज़रूरत मन्द लोगों की मदद करना ख़ास करके जब वह कमज़ोर और लाचार हों।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: तरस, मु’आफ़ करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुकद्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

राख, राख, धूल

सच्चाई:

“राख” लफ़्ज़ उस काले पावडर के बारे में काम में लिया जाता है जो लकड़ी के जलने के बा'द रह जाता है। कभी-कभी इस लफ़्ज़ का इस्ते'माल किसी बेकार और निकम्मी चीज़ के लिए भी किया जाता है।

(यह भी देखें: आग, टाट)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

राहब

सच्चाई:

राहब यरीहू की रहने वाली ‘औरत थी जब इस्राईल ने यरीहू पर हमला किया था। वह एक तवायफ़ थी।

(यह भी देखें: इस्राईल, यरीहू, फ़ाहेशा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

राज़, भेदों, भेद, पोशीदा

ता’अर्रुफ़:

कलाम में “राज़” लफ़्ज़ का बयान किसी अंजान या समझने में ला 'इल्म बात से है जिसे ख़ुदा अब ज़ाहिर कर रहा है।

(यह भी देखें: मसीह, ग़ैर क़ौम, अच्छी ख़बर, यहूदी, सच्चा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

रिवायत , रिवायतें

ता’अर्रुफ़:

रिवायत, तहज़ीब और मश्क़ थे जो बहुत ज़माने से इस्तेमाल में रहे और आनेवाली नसलों को दिए गए।

(यह भी देखें: रसूल, यक़ीन, मसीही, बुज़ुर्ग, नसल, यहूदी, शरी’अत, मूसा)

किताब-ए-मुक़द्दस सन्दर्भ:

शब्दकोश:

रूत

सच्चाई:

रूत एक मोआबी ‘औरत थी, जो इस्राईल में क़ुज़ात के ज़माने में थी। उसने एक इस्राईली से विवाह मोआब में किया था, जब वह अकाल की वजह से अपने ख़ानदान के साथ वहां चले गए थे जब मुन्सिफ़ इस्राईल में थे।

(यह भी देखें: बैतलहम, बो'आज़, दाऊद, मुंसिफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

रूह , रूहें , रूहानी

त'अर्रुफ़:

“रूह ” इन्सान का वह ग़ैर जिस्मानी हिस्सा है जो दिखाई नहीं देता है। मरने के वक़्त रूह शरीर को छोड़ देती है। “रूह” लफ़्ज़ रवय्या या जज़्बात हालत को भी दिखता है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: फ़रिश्ता, बदरूह, पाक रूह, जान)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

रोटी

ता'अर्रुफ़:

रोटी, आटे में पानी और तेल मिलाकर बनाई जाती है। आटे को बेलकर रोटी की शक्ल देकर सेंका जाता है।

(यह भी देखें: फ़सह, ख़ेमा, हैकल, बेख़मीरी रोटी, ख़मीर)

किताब-ए-मुक़द्दस:

शब्दकोश:

रोशनी, रोशनियाँ, रोशनी होना, बिजलियाँ, दिन की रोशनी, सूरज की रोशनी, शाम, रोशन, रोशन हुआ

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “रोशनी” लफ़्ज़ के कई ‘अलामती इस्ते’माल किए गए हैं। इसका इस्ते’माल ज़्यादातर रास्तबाज़ी, पाकीज़गी और सच की मिसालों के ज़रिए’ किया जाता है। (देखें: मिसाल

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: तारीकी, पाक, रास्तबाज़, सच्चा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

रोज़ा, रोज़े, रोज़ा रखा, रोज़ा, रोज़ा रखना

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “रोज़ा” का मतलब है कुछ वक़्त के लिए खाना नहीं खाना जैसे एक दिन या ज़्यादा वक़्त। कभी-कभी इसमें पानी भी नहीं पिया जाता है।

(यह भी देखें: यहूदियों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

लाठी, छड़ें

ता’अर्रुफ़:

“लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी

(यह भी देखें:छड़ी, भेड़, चरवाहे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

लायक़, क़ीमती, नालायक़ , निकम्मा

ता’अर्रुफ़:

“लायक़ ” लफ़्ज़ किसी ऐसे इन्सान या चीज़ का बयान करता है जो बड़ाई या इज़्ज़त के लायक़ है। “क़ीमत ” या’नी क़ीमती या ख़ास होना “निकम्मा” या’नी किसी काम का नहीं

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: ‘इज़्ज़त

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

लिखा गया

ता’अर्रुफ़:

“जैसा लिखा है” या “जो लिखा है” नये ‘अहद नामे में यह जुमला बार-बार आता है जो इब्रानी किताब-ए-मुक़द्दस के हुक्मों और नबूव्वतों के बारे में है।

(यह भी देखें: हुक्म, शरी’अत, नबी, ख़ुदा का कलाम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

लियाह

सच्चाई:

लियाह या’क़ूब की बीवियों में से एक थी। वह या’क़ूब के दस बेटों की माँ थी जिनकी नसल इस्राईल के बारह क़बीलों में से थे।

या’क़ूब लियाह से उतनी मुहब्बत नहीं करता था जितनी वह राख़िल से मुहब्बत करता था। लेकिन ख़ुदा ने लियाह को ज़्यादा औलाद देकर बाबरकत किया था। लियाह के बेटों में से एक यहूदाह, बादशाह दाऊद और ‘ईसा का बुज़ुर्ग था।

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: इस्राईल, यहूदा, लाबन, राख़िल, रिब्क़ा, इस्राईल के बारह क़बीले)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

वारिस, वारिसों

ता’अर्रुफ़:

“वारिस” वह इन्सान है जो मुर्दे की जायदाद या दौलत को कानूनी तौर से हासिल करता है।

(यह भी देखें: पहलौठे,मीरास होना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

वक़्त , वक़्त के मुताबिक़ , वक़्त, ख़ास

सच्चाई:

किताब-ए-मुक़द्दस में "वक़्त " लफ़्ज़ का इस्ते’माल तमसीली शक्ल में ख़ास मौसम या वक़्त की वक़्तों के बारे में में किया गया है जब कुछ हादसे हुए थे इसका मतलब “ज़माने ” या “मुद्दत ” या “मौसम ” की तरह है।

(यह भी देखें: बरस, सताव

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

शमा'ऊन

सच्चाई:

पुराने 'अहद नामे में शमा'ऊन नाम के कई आदमी थे।

(यह भी देखें: कना’न, मसीह, सुपुर्द करे, इस्राईल, यहूदा, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

शहद, शहद का छत्ता

ता’अर्रुफ़:

“शहद” खानेवाला एक चिपचिपी मीठी चीज़ होती है जो शहद की मक्खियाँ फूलों के रस से तैयार करती हैं। छत्ता मोम का बना हुआ साँचा है, जिसमें शहद की मक्खियाँ शहद जमा’ करती हैं।

यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), यूनातन, फ़िलिस्तियों, समसून

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

शागिर्द, शागिर्दों

ता’अर्रुफ़:

“शागिर्द” लफ़्ज़ उस इन्सान के बारे में है जो उस्ताद के साथ बहुत वक़्त गुज़ारता है और उस्ताद के किरदार और ता’लीमों से सीखता है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: रसूल, यक़ीन, 'ईसा, युहन्ना (बपतिस्मा देने वाला), बारहों)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-इ-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

शान

ता'अर्रुफ़ :

लफ़्ज़ "शान" का मतलब इन्तिहाई ख़ूबसूरती और लालित्य है जो अक्सर माल और एक शानदार शक्ल से जुड़ा होता है ।

(यह भी देखें: जलाल, बादशाह जाहो जलाल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

शाही, बादशाही शान

ता’अर्रुफ़:

“शाही” लफ़्ज़ बादशाह या मलिका से मुता’अल्लिक़ चीज़ों और इन्सानों का इशारा देता है।

(यह भी देखें: बादशाह. महल, काहिन, अर्ग़वानी, मलिका, चोगा)

किताब-ए-मुक़द्दस के के बारे में:

शब्दकोश:

शिफ़ा, शिफ़ा किया, शिफ़ा करना, शिफ़ा हो गया, शिफ़ा करने, शिफ़ा करनेवाला, सेहतियाब, बीमार

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “शिफ़ा करना” मतलब बीमार, अंधे या अपाहिज को शिफ़ा ‘अता करना।

(यह भी देखें: मो'जिज़ा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

शैतान, शैतान, बुरा

सच्चाई :

शैतान ख़ुदावन्द के ज़रिए' पैदा की हुई एक रूहानी रूह है, लेकिन ख़ुदावन्द से बग़ावत करके वह उसका दुश्मन हो गया। शैतान को " बुरा" भी कहा गया है।

शैतान लफ़्ज़ का मतलब है, "बैरी" या "दुश्मन ।"

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: बदरूह, बुराई, \ ख़ुदा की बादशाही](../kt/kingdomofgod.md), आज़माइश करने)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

सच्चा, सच्चाई, हक़ीक़त

ता’अर्रुफ़:

“सच्चा” और “सच्चाई” हक़ीक़त के ख़्याल से मुन्सलिक़ हैं, वारदात जो हक़ीक़त मेंहुए , और जो बातें हक़ीक़त में कही गई। ऐसी सोंच को "सच्चा" कहते है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें :यक़ीन, ईमानदार, पूरा कर, हुक्म मानना, नबी, समझना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों सेमिसालें:

शब्दकोश:

सज्दा, सज्दे, सज्दा किया, झुकने, सज्दा करना, सज्दा करे, सज्दा किया, सज्दा करते रहे

ता'अर्रुफ़:

“सज्दा” करने का मतलब है किसी को 'इज्ज़त अदा करने के लिए हलीमी से झुकना। “सज्दा करना” का मतलब है बहुत ज़्यादा झुकना या घुटनों पर गिरना जिसमें मुंह और हाथ ज़मीन की तरफ़ हों।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: हलीम, \ ‘इबादत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सताएँ, सताए जाते, सताता, सताव , तक्लीफ देना , सतानेवाला, पीछा करनेवाले

ता’अर्रुफ़:

“सताएँ” और “सताव ” या’नी किसी आदमी को को या झुण्ड के साथ सख़्त मिजाज़ी करना कि जिससे उन्हें नुक़सान पहुंचे।

(यह भी देखें: मसीही, कलीसिया, ज़ुल्म करना, रोम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :

शब्दकोश:

सदूम

ता’अर्रुफ़:

सदूम कन'आन के दक्खिनी हिस्से में एक शहर था, जहाँ इब्राहीम के भतीजे लूत अपने ख़ानदान के साथ रहने गया था।

(यह भी देखें: कना’न, अमूरा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सबत

ता'अर्रुफ़:

"सबत" लफ़्ज़ का मतलब है हफ़्ते का सातवां दिन, जिसके लिए ख़ुदावन्द ने इस्राईल को हुक्म दिया था कि उस दिन, आराम करें, कोई काम न करें।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: आराम करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :

शब्दकोश:

समझ, समझा, समझना, समझदार

ता’अर्रुफ़:

लफ़्ज़ “समझ” का मतलब किसी बात को समझ लेना, ख़ास करके समझाना कि कोई बात सही है या ग़लत।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: मुंसिफ़, ’अक़्लमंद)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सरदार काहिन

ता’अर्रुफ़:

“सरदार काहिन” वह काहिन था जो सब इस्राईली काहिनों का रहनुमा मुक़र्रर किया जाता था जिसकी ख़िदमत का ‘अरसा एक साल था।

तर्जुमें की सलाह:

(यह भी देखें: हन्ना, काइफ़ा, हाकिम काहिनो, काहिन, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

सलीब

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस के ज़माने में सलीब एक लकड़ी का खंभा होता था जिसे ज़मीन में गाड़ कर खड़ा किया जाता था, उसके ऊपरी हिस्से में एक तिरछा खंभा जोड़ा जाता था।

तर्जुमें की सलाह:

(यह भी देखे: सलीब पर चढ़ा, रोम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

सहन , ‘सहनो , ‘अदालत , आँगनों

ता’रीफ़:

“सहन ” और “’अदालत ” या’नी दीवारों से घिरी खुली जगह अंग्रेजी का लफ़्ज़ “कोर्ट” ‘अदालत को भी कहते हैं

तर्जुमे की सलाह:

“सहन ” का तर्जुमा “मिली हुई जगह ” या “दीवारों से घिरी जगह ”, या “हैकल का मैदान” या “हैकल जगह ”

(यह भी देखें: ग़ैर क़ौम, मुंसिफ़, बादशाह, ख़ेमा, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

साँप, साँपों, साँप, साँप, साँप, साँपों

सच्चाई:

यह सब लफ़्ज़ एक ऐसे रेंगनेवाले जानदार के बारे में हैं जिसका जिस्म लम्बा और निकले हुए दांत होते हैं वह ज़मीन पर टेढ़ी मेढ़ी चाल से रेंगता है। “सांप” (सांप) लफ़्ज़ एक बड़े सांप के बारे में है और “नाँग ” ज़हरीला साँप होता है जो अपने शिकार को मारने के लिए ज़हर को काम में लेता है।

(यह भी देखें: ला’नत, धोखा, नाफ़रमानी करना, 'अदन, बुराई, नसल, शिकार, शैतान, गुनाह, आज़माइश करने

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

साथी, शरीक़, हम ख़िदमत ,हम ख़िदमत

सच्चाई:

“साथी” का मा’नी है किसी के साथ रहनेवाला इन्सान या किसी से जुड़ा हुआ इन्सान जैसे दोस्ती या शादी में। “साथी”का मा’नी एक साथ काम करने वाला शख़्स|

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

साया, साये, सायादार, सायादार

ता’अर्रुफ़:

“साया” का मतलब है रौशनी को रोकने वाली चीज़ का साया है। इसके कई 'अलामती मतलब भी हैं।

(यह भी देखें: तारीकी, रोशनी)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सारा, सारय

सच्चाई:

(यह भी देखें: इब्राहीम, इस्हाक़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

साल , सालों

ता'र्रुफ़:

कलाम में “साल ” का ह्क़ीक़ी मतलब था 354 दिनों का वक़्त । यह साल चाँद कैलेण्डर के मुताबिक़ था जब चाँद ज़मीन के एक चक्कर कर लेता है।

(यह भी देखें:महीना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

साफ़,साफ़ सुथरा,साफ़ किया ,साफ़ करना ,साफ़ होना ,धुलना ,धुलाई ,धोया ,गन्दा

ता’अर्रुफ़:

“साफ़” के मा’नी हैं मैल या दाग न होना | कलाम में इसका इस्ते’माल अक्सर ‘अलामती शक्ल में किया जाता है कि इसके मा’नी “साफ़” या “पाक” या”बे गुनाह “हो |

पुराने ‘अहद नामे में ख़ुदा ने इस्राईल को बताया था कि उसने कौन कौन से जानवरों को “साफ़”और कौन कौन से जानवरों को “गन्दा”मुक़र्रर किया है | केवल साफ़ जानवर ही खाने और क़ुर्बानी पेश करने के लिए काम में लिए जा सकते हैं | इस बारे में "साफ़" लफ़्ज़ के मा’नी है कि जानवर क़ुर्बानी पेश करने में ख़ुदा को क़ुबूल के लायक़ है।

किताब-ए-मुक़द्दस की ज़बान में “गन्दा” लफ़्ज़ किसी ख़ास चीज़ तरफ़ इशारा है जिसको ख़ुदा ने ज़ाहिर कर दिया है की न उसे छूना,खाना,न क़ुर्बानी पेश करना |

लोग जो जिल्दी बीमारी मे है बताया गया है की वह नापाक होंगे जब तक उनको शिफ़ा न मिल जाये | अगर इस्राईल कोई ऐसी “नापाक” चीज़ छूता है तो वह भी कुछ वक़्त के लिए नापाक हो जायेंगे |

तर्जुमे की सलाह :

“गन्दा” के मा’नी हैं इस का तर्जुमा ऐसे करें “नापाक”या “जो ख़ुदा की निगाह में मुनासिब नहीं””जिस्मानी नापाकी” या ऐब दार “ जो बताता है बदरूह या एक गंदी रूह “गन्दी” इसका तर्जुमा हो सकता है “बुरा “ऐब दार “ ये तर्जुमा ज़ाहिर करता है रूहानी नापाकी | यह किसी भी चीज़ को ज़ाहिर करता है जो खुदा ने बता दिया है जो ना मुनासिब हो छूने ,खाने ,और क़ुर्बानी पेश करने में

(यह भी देखें: आलूदा,बदरूह, पाक, क़ुर्बानी करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

साफ़ , पाक करना , सफ़ाई

ता’अर्रुफ़:

“साफ़ ” या’नी बे‘ऐब या “ऐसी कोई चीज़ मिली न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी चीज़ को साफ़ करना या’नी उसे किसी भी नापाक या गन्दगी करनेवाली से चीज़ आज़ाद करना, साफ़ बनाना।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: कफ़्फ़ारा, साफ़, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सिपाही , सिपाहियों, शमशीर ज़न मर्द , बहादुरों

सच्चाई:

“सिपाही ” और “सैनिक” दोनों लफ़्ज़ सेना में जंग करनेवाले इन्सानों के बारे में हैं। लेकिन इनमें कुछ फ़र्क़ है।

(यह भी देखें: हिम्मत, सलीब पर चढ़ा, रोम, क़ब्र)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सिय्यून की बेटी

ता’अर्रुफ़

“सिय्यून की बेटी” इस्राईल के लोगों का ज़िक्र करने करने के लिए एक मा’क़ूल तरीक़ा है| इसका इस्ते’माल अमूमन नबूव्वतों में किया जाता है |

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: यरूशलीम, नबी, सिय्योन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सिर, सिरों, माथा, माथों, चन्दुए, टोपियाँ, पेशानी, गुलूबंद, सिर कटवा दिया

ता’अर्रुफ़:

किताब-ए-मुक़द्दस में “सिर” लफ़्ज़ को मुख़तलिफ़ ‘अलामती शक्लों में काम में लिया गया है।

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: अनाज

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सिर

ता’अर्रुफ़:

“सिर”, शख़्स या जानवर के सिर का हड्डी का ढाँचा।

(यह भी देखें: सलीब पर चढ़ा, गुलगता)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सुलैमान

सच्चाई:

सुलैमान दाऊद के बेटों में से एक था। उसकी माँ नाम बतशबा था ।

सुलैमान यरूशलीम के शानदार हैकल को बनाने के लिए भी मशहूर है।

(यह भी देखें: बतशबा', दाऊद, इस्राईल, यहूदाह, इस्राईल की बादशाही, हैकल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

सूअर, सूअरों, सूअर का गोश्त , सुअर

ता’अर्रुफ़:

सूअर एक चौपाया है जिसे गोश्त वाले खाने के लिए पाला जाता है। उसका गोश्त “पोर्क” कहलाता है। "सूअर" लफ़्ज़ अक्सर सुअर की पूरी नसल के लिए काम लिया जाता है।

बड़े सूअरों को “शूकर” कहा जाता है।

(यह भी देखें: अनजान लफ़्ज़ों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: साफ़

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सूबेदार ,सूबेदारों

ता’रीफ़:

सूबेदार रोमी फ़ौज का हाकिम था जिसके मातहत सौ सिपाही होते थे |

(यह भी देखें :रोम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सूर, सूर के लोग

सच्चाई:

सूर शहर कना’न का एक पुराना शहर था समन्दर से दूर के किनारे पर जो आज लबानोन का एक हिस्सा है। इस शहर के लोगों को "सूर के लोग" कहा जाता था।

(यह भी देखें :कना’न, देवदारों, इस्राईल, समन्दर, फ़ीनीके, सैदा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सैदा, सैदानियों

सच्चाई:

सैदा कन'आन का पहलौठ बेटा था। सैदा नाम का कन'आन में एक शहर भी था, शायद कन'आन के बेटे के नाम पर।

(यह भी देखें: कना’न, नूह, फ़ीनीके, समन्दर, सूर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सोता, सोते, चश्मा, चश्मे, उमड़ता

ता’अर्रुफ़:

अलफ़ाज़ “सोता” और “चश्मा” का अक्सर मतलब होता है बहुत ज़्यादा पानी की ता’दाद जो क़ुदरती तरीक़े से ज़मीन से बहता है|

(यह भी देखें: बाढ़

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

सोना, सोने

ता’अर्रुफ़:

सोना पीले रंग की अच्छी धातु है जिससे ज़ेवरात और मज़हबी चीज़ें बनाई जाती हैं। पुराने ज़माने में यह सबसे ज़्यादा क़ीमती धातु थी।

(यह भी देखें: , ‘अहद का सन्दूक़, ख़ुदा, चाँदी, ख़ेमा, हैकल)

किताब-ए-मुकद्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हन्ना

सच्च्चाई:

हन्ना नबी शमूएल की माँ थी। वह एल्क़ाना की दो बीवियों में से एक थी।

(यह भी देखें: हामिला, शमूएल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हन्ना

सच्चाई:

हन्ना दस साल तक यरूशलीम में सरदार काहिन रहा था तक़रीबन सन् 6-15 तक। उसके बा'द रोमी सरकार ने उसे हटा दिया था लेकिन वह यहूदियों का एक बाअसर रहनुमा बना रहा।

(यह भी देखें: सरदार काहिन, काहिन)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हम्द , हम्द , बड़ाई की,बड़ाई करते, बड़ाई की बात

ता’अर्रुफ़:

किसी की ता’रीफ़ करना या’नी उस इन्सान की पसंदीदगी और उसकी इज़्ज़त करना।

(यह भी देखें: ‘इबादत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

हरामकारी ,हरामकार बदकार, हराम्कारियाँ ,हराम्कारियों ,हरामकारनी

ता'अर्रुफ़:

"हरामकार" ,यहाँ तक कि शादी शुदा आदमी के ज़रिये शादी की हदों से बाहर जिस्मानी रिश्ता बनाने का गुनाह दोनों ही हरामकारी के मुजरिम हैं हरामकारी ,ऐसा सुलूक या ऐसा गुनाह करने वाला आदमी

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखे: \ हवाले करना, [’अहद](#ur-deva-’अहद), [ज़िनाकारी](#ur-deva-ज़िनाकारी), \ के साथ रिश्ते थे, \ ईमानदार)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

कलाम की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

हल, हल चलाना, हल चलाया, हल जोतने, हलवाहों, जोतनेवाला, किसान, हल की फाल, अजोत

ता’अर्रुफ़:

“हल” खेत में ज़मीन जोतने का औज़ार होता है।

(यह भी देखें: पीतल, गाय)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हलाक हो, हलाक हुए, हलाक हो रहे, हलाकत

ता’अरुफ़:

“हलाक होना” का मतलब है मरना या बर्बाद होना, अक्सर तशद्दुद के ज़रिये’या ग़ज़ब के ज़रिये’ किताब-ए-मुक़द्दस में इसका मतलब है दोज़ख़ में हमेशा के लिए सज़ा पाना |

तर्जुमे की सलाह :

(यह भी देखें: मरना, अबदियत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हलीम, हलीम, हलीम बनाया, हलीमी

ता’अर्रुफ़:

“हलीम” लफ़्ज़ उस इन्सान के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको औरों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न मग़रूर है। हलीमी हलीम होने की खुसीसियतहै।

“हलीम बनो” का तर्जुमा, “मग़रूर न होना” हो सकता है।

(यह भी देखें: घमण्ड

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

हलीम, हलीमी

ता’अर्रुफ़:

“हलीम” लफ़्ज़ उस शख़्स को बताता है जो मूतमइन, नर्म, और ना इंसाफ़ी का सहनेवाला है। हलीमी ख़ाकसारी की क़ूव्वत है जब सख्ती और ताक़त का इस्ते'माल किया जाए।

(यह भी देखें: हलीम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हाकिम ,हाकिमों

ता’अर्रुफ़:

“हाकिम”लफ़्ज़ किसी क़ौम के सबसे ख़ास रहनुमा का इल्म कराता है |

इस्म की शक्ल में इस लफ़्ज़ का तर्जुमा “पेशवा” या “बादशाह “ किया जा सकता है जैसे “पेशवा बजाने वाला “ या “ओहदे दार काहिन “|

(यह भी देखें: हाकिम काहिनो, काहिन, जज़िया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हाकिम, क़ानून, क़ानूनी, हाकिम, हाकिमों, फैसलों, फैसलों, नामंजूर कर दिया

ता’अर्रुफ़:

“हाकिम” ‘आमतौर पर एक आदमी जो दीगर लोगों पर इख़्तियार रखता है, जैसे किसी मुल्क, बादशाही, या मज़हबी क़बीले का रहनुमा| एक हाकिम वह है जो "‘अहदनामे" और उसका इख़्तियार उसका "क़ानून" है।

पुराने ‘अहदनामे में बादशाह को भी हाकिम कहा जाता था जैसे इस जुमले में है, “इस्राईल पर हाकिम ठहराया” ख़ुदा को सबसे बड़ा बादशाह कहा गया है जो बादशाहों का बादशाह है। नये ‘अहदनामे में ‘इबादतख़ाने के रहनुमा को सरदार कहा गया है। नये ‘अहदनामे में एक और हाकिम था जिसे हाकिम कहा गया है। मज़मून पर मुनहस्सिर “हाकिम” लफ़्ज़ का तर्जुमा “रहनुमा” या “इख़्तियार रखनेवाला इन्सान” किया जा सकता है। “हुकूमत करने” के काम का मतलब है, “रहनुमाई करना” या “किसी पर इख़्तियार रखना”। इसका मतलब वही है जैसे “बादशाही करना” जब बादशाह के बारे में होता है।

(यह भी देखें: इख़्तियार, हुकूमत करना, बादशाह, 'इबादतख़ाना)

किताब-ए-मुक़द्दस के के बारे में:

शब्दकोश:

हाथ, हाथों, हाथ किया, सौपना, के ज़रिए’, पर हाथ रखना, पर हाथ लगाता, दाहिना हाथ, दाहिने हाथ, के हाथ से

ता’अर्रुफ़:

“हाथ” को किताब-ए-मुक़द्दस में मुख़तलिफ़ तरीक़ों से ‘अलामती इस्ते’माल किया गया है|

तर्जुमे की सलाह

(यह भी देखें: मुखालिफ़, बरकत, क़ैदी बनाना, ‘इज़्ज़त, क़ुव्वत

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हाबिल

सच्चाई:

हाबिल आदम और हव्वा का दूसरा बेटा था | काइन का छोटा भाई था |

(तर्जुमा का तरीक़ा --नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: क़ाइन क़ुर्बानी करना चरवाहे)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में

शब्दकोश:

हाम

सच्चाई:

हाम नूह के तीन बेटों में से दूसरा था।

(तर्जुमे की सलाह: \ नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: जहाज़, कना’न, नक़दरी, नूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हामिला , हमल, हामिला , हमला होना

ता’अर्रुफ़:

“हामिला” या “हामिला होना” के मा’नी हैं “औलाद को हमल में रखना” यह लफ़्ज़ जानवरों के लिए भी काम में लिया जा सकता है।

इसका बयान किसी बात का करना या ख़्याल करना जैसे बनाना ,मंसूबा या काम से भी हो सकता है | इसके तर्जुमे की शक्लें हो सकती हैं, “ख़्याल करना ” या “मंसूबा बनाना” या “बनाना ” जो मज़मून के जैसा हो।

(यह भी देखें: पैदा करना, रिहम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हिदायत, हिदायत देता , हिदायत दिए, हिदायत देते रहना, , हुक्म, हुक्म देने वाला

सच्चाई:

"हुक्म" और "हिदायत" लफ़्ज़ों के बारे किसी काम को करने के पुख़्ता हुक्म है।

(यह भी देखें: हुक्म, फ़ैसला, सिखाना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हुक्म,हुक्मों ,हुक्म दिया,हुक्म,ख़ुदा का हुक्म

ता’अर्रुफ़:

“हुक्म देना”या’नी किसी को कुछ करने का हुक्म देना | “हुक्म” इन्सान को दिया गया हुक्म है|

अगरचे इन लफ़्ज़ों के बुनियादी तौर पर एक ही मा’नी हैं ,”हुक्म” अक्सर ख़ुदा के कुछ ज़रूरी हुक्मों को बताता है जो ज़्यादा सख़्त और मुस्तहकम हैं,जैसे “दस हुक्म’|

तर्जुमे की सलाह:

(देखें: फ़ैसला, तरीक़ा, क़ानून, दस हुक्म)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हेरोदियास

सच्चाई:

हेरोदियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के वक़्त में यहूदिया के हेरोदेस अन्तिपास की बीवी थी।

तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें)

(यह भी देखें: हेरोदेस अन्तिपास, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))

किताब-इ-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

हैकल

सच्चाई:

हैकल पर कोटे से घिरा हुआ एक मकान था जहां इस्राईली दुआ करने और क़ुर्बानी पेश करने आते थे। यह हैकल मोरिय्याह पहाड़ पर यरूशलीम शहर में था।

तर्जुमे की सलाह :

(यह भी देखें: क़ुर्बानी करना, सुलैमान, बाबुल, पाक रूह, ख़ेमा, सहन, सिय्योन, घर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

होशियार , ललकारना , बेचैन होना

सच्चाई:

होशियार , का मतलब है किसी ख़तरनाक नुक़सान के बारे में होशियार करना “घबरा जाना” किसी खतरनाक या डरावनी बात से हैरान और खौफ़ज़दः होना।

तर्जुमा की सलाह:

किसी को बेचेनकर देना” या'नी “किसी को हैरान करना” या “किसी को परेशानी में डाल देना”।

(यह भी देखें: यहूसफ़त, मोआब)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

क़ुसूर, क़ुसूरों, धोका किया

ता’अर्रुफ़:

“क़ुसूर” का मतलब है कानूनों की ख़िलाफ़ वर्ज़ी करना या किसी इन्सान के इख्तियारों पर क़ब्ज़ा करना। “क़ुसूर” करने के काम को "क़ब्ज़ा " कहते है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: [ नाफ़रमानी करना, ग़लती, गुनाह, तजावुज़ करना)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

क़ुसूर , जुर्मों, बदकार , ख़ताकार लोग

ता’अर्रुफ़:

“क़ुसूर” हमेशा गुनाह का बयान देता है जिसमें मुल्क का क़ानून तोड़ना भी होता है। “बदकार ” या’नी ख़ता करनेवाला।

(यह भी देखें: चोर)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

क़ौम, लोगों, लोग, एक ‘अवाम

ता’अर्रुफ़:

“लोगों” या “क़ौम” या’नी एक ही ज़बान और तहज़ीब के लोग। * “लोग” लफ़्ज़ अक्सर किसी जगह में या किसी ख़ास वारदात पर आदमियों का इकठ्ठा होना।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें : नसल, क़ौम, क़बीला, दुनिया

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

शब्दकोश:

क़ौम, क़ौमें

ता’अर्रुफ़:

क़ौम एक बड़ी इन्सानी जमा’अत है जो किसी तरह की सरकार के ताबे’ रहती है। एक क़ौम के लोगों के बुज़ुर्ग अक्सर एक ही होते हैं और एक ‘आम क़ौमियत रखते हैं|

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें:असूर, बाबुल, कना’न, ग़ैर क़ौम, यूनानी, क़ौम, फ़िलिस्तियों, रोम)

‏## ‏ किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:‏##

शब्दकोश:

ख़ुद, क़ाबू , ख़ुद को क़ाबू किया , ख़ुद पे क़ाबू

ता'अर्रुफ़:

“ख़ुद” गुनाह से बचने के लिए अपने सुलूक को अपने क़ब्ज़े में रखना।

(यह भी देखें: फल, पाक रूह

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ख़ुदा, ख़ुदाई, बुरा, ख़ुदा की राह , ना क़ाबिल-ए-एतमाद , ख़ुदा परस्ती

ता'अर्रुफ़: ##‏

“रास्तबाज़ी” लफ़्ज़ उस शख़्स को बयान करता है जो इस तरह के काम करता है जिनसे ख़ुदा का जलाल ज़ाहिर होता है और ज़ाहिर होता है कि ख़ुदा कैसा है। "’इबादत" ख़ुदा की मर्ज़ी पूरी करके ख़ुदा की 'इज़्ज़त करने का किरदार है।

"बुरा " और "बे बुनियाद " लफ़्ज़ उन लोगों का बयान करते हैं जो ख़ुदा के मुख़ालिफ़ हैं । बुरे रास्ते में रहते हैं ,बिना ख़ुदा के , ग़ैर जानदार , या बे बुनियाद , कहा जाता है |

इन लफ़्ज़ों का मतलब बहुत 'आम है। हालांकि, "ख़ुदा परस्ती" और "बे बुनियाद" एक बहुत गहराई से बयान कर सकते है जिसमें लोग या क़ौम ख़ुदा को क़ुबूल करने या उनके हुकूमत करने का इख्तियार भी क़ुबूल नहीं करते हैं

तर्जुमा‏ ‏की‏ ‏सलाह‏ ‏:

(यह‏ ‏भी‏ ‏देखें: बुराई, ‘इज़्ज़त, हुक्म मानना, रास्तबाज़, रास्तबाज़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ख़ुदा, झूठे ख़ुदा, बहुत से ख़ुदा, देवी, बुत, बुतों, बुतपरस्त, बुतपरस्तों, बुतपरस्ती, बुतपरस्ती

ता’अर्रुफ़:

एक झूठा ख़ुदा वह है जिसकी ‘इबादत लोग एक सच्चे ख़ुदा को छोड़ कर करते हैं। लफ़्ज़ “देवी” मतलब होता है ख़ास तौर एक ‘औरत की शक्ल में झूठी मा’बूदा है।

लोग बुत बनाते थे, कि उसकी ‘इबादत कर सकें| कुछ चीज़ों का "बुतपरस्त" के तौर पर ज़िक्र किया गया है अगर इसमें एक सच्चे ख़ुदा के अलावा किसी और चीज़ की ‘इज़्ज़त करना शामिल है।

तर्जुमे की सलाह:

(यह भी देखें: ख़ुदावन्द, आशर, बा’ल, मोलक, बदरूह, तस्वीर, बादशाही, ‘इबादत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

ख़ुदावन्द

सच्चाई:

कलाम में “ख़ुदावन्द” के बारे में हमेशा की ज़िन्दगी से है जिसने जाहान को इब्तिदा से बनाया है। ख़ुदावन्द का ज़हूर बाप ,बेटा और पाक रूह में है। ख़ुदावन्द का नाम यहोवा है।

ख़ुदावन्द हमेशा से है, जब कुछ भी नहीं था तब ख़ुदावन्द था और वह हमेशा तक रहेगा।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: पैदा करना, ख़ुदा, ख़ुदावन्द बाप, पाक रूह, ख़ुदा, ख़ुदावन्द का बेटा, यहोवा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों के मिसालें:

शब्दकोश:

ख़ुदावन्द, ख़ुदावन्दओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय

ता’अर्रुफ़:

“ख़ुदावन्द” लफ़्ज़ का मतलब है और लोगों पर मिलक़ियत या इख़्तियार रखना।

जब अंग्रेज़ी मे “Lord” बड़े हर्फ़ से है, यह एक उनवान है जो ख़ुदा की तरफ इशारा करता है| (ध्यान दें, हालाँकि, जब इस किसी को मुख़ातिब करने के तौर पर इस्ते’माल किया जाता है या यह जुमले की शुरू’आत में होता है तो इसे दर्ज किया जा सकता है और इसका मतलब “जनाब” या “मालिक” है|

यू एल बी और यू डी बी में, “lord” उनवान का इस्ते’माल सिर्फ़ इब्रानी और ग्रीक अलफ़ाज़ का तर्जुमा करने के लिए किया जाता है जिसका मतलब है “ख़ुदा” यह कभी भी ख़ुदा के नाम (यहोवा) के तर्जुमे के तौर पर इस्ते’माल नहीं किया जा सकता है जैसा कि कई तर्जुमों में किया जाता है|

तर्जुमे की सलाह:

जब ख़ुदा बाप का ज़िक्र करते हैं, तो इस लफ़्ज़ को अंग्रेज़ी में “ख़ुदा” (असल) के तौर पर लिखा जाने वाला उनवान माना जाता है|

(यह भी देखे: ख़ुदावन्द, 'ईसा, हाकिम, यहोवा)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

शब्दकोश:

ख़ून

ता'अर्रुफ़:

“ख़ून” लफ्ज़ का मतलब है, आदमी के जिस्म में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाली लाल रंग का पानी जैसा होता है। ख़ून इंसानों के जिस्म में ज़िन्दगी देने वाली गिज़ा लाता है।

तर्जुमें की सलाह:

(यह भी देखें: गोश्त)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों कि मिसाल:

शब्दकोश:

ख़ौफ़, ख़ौफ़नाक

ता'अर्रुफ़:

“ख़ौफ़” लफ़्ज़ किसी बड़े , ताक़तवर और डरावनी बात को देखकर हैरान और बड़ी 'इज़्ज़त के जज़्बात के बारे में है।

हिज़कीएल नबी ने ख़ुदा के जलाल का ख़्वाब देखा जो “ख़ौफ़नाक” या “डरावना ख़ौफ़” का था।

(यह भी देखें: डर, जलाल)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ख़ौफ़, ख़ौफ़, ख़ौफ़ज़दा, डरते हुए, डरा हुआ, ख़ौफ़नाक

ता’अर्रुफ़:

“ख़ौफ़” का हवाला डरावना और डर के अहसास से है। जिस इन्सान को डर से कंपकंपी हो रही हो उसे डरा हुआ कहते हैं।

“ख़ौफ़” सिर्फ़ डर से ज़्यादा ज़ोरदार होता है।

(यह भी देखें: डर, ख़ौफ़)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

ज़बान, ज़बानों

ता’अर्रुफ़:

“ज़बान ” के किताब-ए-मुक़द्दस में तमसीली इस्तेमाल भी हैं।

तर्जुमें की सलाह:

(यह भी देखें: जिज़्या, पाक रूह, ख़ुशी, हम्द, ख़ुशी, रूह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे:

शब्दकोश:

ज़मीन, ज़मीन का, ज़मीन

ता'अर्रुफ़:

लफ़्ज़“ज़मीन” इस बात को ज़ाहिर करता है कि वह दुनिया जिसमें इंसान और सब मख़लुक़ात एक साथ रहते हैं ।

इस लफ्ज़ का 'अलामती इस्ते'माल हमेशा ज़मीन के रहने वालों को दिखाता है।

तर्जुमा की सलाह:

(यह भी देखें: रूह, दुनिया)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश: