1आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। (इब्रा. 1:10, इब्रा. 11:3)2पृथ्वी बेडौल और सुनसान पड़ी थी, और गहरे जल के ऊपर अंधियारा था; तथा परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मण्डराता था। (2 कुरि. 4:6)
बहुत लंबे समय पहले परमेश्वर के आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की
यह संसार और इसकी सब वस्तुओं की शुरूआत की बात है।
आकाश, पृथ्वी और वो सब जो इन में मौजूद है
यह यहाँ आसमान की बात करता है।
परमेश्वर ने अभी संसार में कोई क्रम नहीं बनाया था
गहरा पानी
पानी की सतह
परमेश्वर ने आदेश दिया रोशनी हो जाए और रोशनी हो गई
परमेश्वर रोशनी को देखकर खुश हुए और उसे अच्छा कहा, यहाँ अच्छे का अर्थ उचित और मनभावन है
परमेश्वर ने रोशनी को दिन और अंधेरे को रात कहकर अलग किया।
परमेश्वर ने ये काम ब्रम्हांड के अस्तित्व के पहले दिन किये
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने पूरे दिन को ऐसे बताया जैसे इसके दो हिस्से हों।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है।
परमेश्वर ने आदेश दिया और पानी दो हिस्सों में बँट गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
“बहुत बड़ी खाली जगह“ ।यहुदी लोगों के अनुसार,ऐसी खाली जगह जो एक कटोरे को उल्टा करने के जैसे होती है।
पानी के मध्य (बीच) में
इस तरह परमेश्वर ने पानी के बीच खाली जगह बना कर उसे दो भागों में बाँट दिया।जैसा परमेश्वर ने कहा वैसा ही हो गया।यह वाक्य दर्शाता है कि परमेश्वर जब कहते हैं तो क्या कर सकते हैं।
“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने पूरे दिन को ऐसे बताया जैसे इसके दो हिस्से हों।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है।
यह सृष्टि का दूसरा दिन था।
परमेश्वर के आदेश अनुसार सारा पानी इकट्ठा हो गया।
परमेश्वर के आदेश अनुसार सूखी धरती अर्थात पानी के बिना धरती दिखाई देने लग पड़ी।
ऐसी धरती जो पानी से ढकी हुई नहीं है।इसका अर्थ यह नहीं कि वहाँ खेती न की जा सके।
“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।
धरती या ज़मीन
परमेश्वर ने धरती और समुद्र को देखकर उन्हें अच्छा कहा।
यह एक आज्ञा है। परमेश्वर ने आज्ञा दी कि पृथ्वी से हरी घास उगे।
वनस्पति, हर पौदा जो बीज उत्पन करते हैं। फलदाई - हर पेड़ जो फल उत्पन करते हैं।
वह वृक्ष और पौदे जिनके तने कठोर नहीं बल्कि मुलायम होते हैं।
वह फलदाई पेड़ जिनके फलो के बीच मे ही उनके बीज भी होते हैं।
अपने जैसे पेड़ पौदों की किस्म को उत्पन्न करते हैं
अत: “यह वाक्यांश यह दर्शाता है कि जो कुछ परमेश्वर ने होने को आदेश दिया और वैसा ही पृथ्वी पर हो गया।
यह उन पेड़ पौदों को दर्शाता है जिन्हे परमेश्वर ने अपने एक शब्द से ही उत्पन किया और वह उन्हे देख कर खुश हुआ।
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने पूरे दिन को ऐसे बताया जैसे इसके दो हिस्से हों।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है।
यह ब्रम्हांड के अस्तित्व का तीसरा दिन था
आकाश में रोशनियाँ चमके और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
ऐसी चीजें जो आकाश में रोशनी में चमकती हैं।यहाँ ज्योतियाँ सूरज,चाँद और तारों को दर्शाती हैं।
आकाश की बहुत बड़ी खाली जगह में।
दिन को रात से अलग करने के लिए। जब सूरज हो तो मतलब ये दिन है और चाँद तारों का मतलब रात
यहाँ इसका अर्थ उन बातों से है जो किसी बात को दर्शाती हैं
अर्थात जो किसी बात की तरफ संकेत(इशारा) करता है।
ऐसे समय जो लोगों ने त्योहारों और अन्य कामों के लिए अलग किए हैं।
सूरज,चाँद और तारे समय के बीतने को दिखाते हैं। इस से हमें पता चलता है कि दिनों, महीनों और वर्षों में आने वाले वृत्तांत कब होंगे।
परमेश्वर ने आदेश दिया कि ये रोशनियाँ धरती पर चमकें और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
ताकि धरती पर रोशनी चमके क्योंकि धरती की अपनी रोशनी नहीं होती परन्तु वह
“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।
इस तरह परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं जो ये दर्शाता है कि जब परमेश्वर ने कहा उसने किया।
दो बड़ी रोशनियाँ सूरज और चाँद को दर्शाती हैं।
दिन का निर्देश करने के लिए जैसे कोई हाकिम लोगों के एक समूह के साथ करता है।
यह केवल दिन की रोशनी का समय को दर्शाता है।
कम चमकने वाली रोशनी
आकाश के अंतरिक्ष में
एक समय को प्रकाशमय और दूसरे को अंधियारा बनाकर
यहाँ परमेश्वर सूरज ,चाँद और तारे देखकर खुश हुआ।
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने पूरे दिन को ऐसे बताया जैसे इसके दो हिस्से हों।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है।
यह सृष्टि का चौथा दिन था।
परमेश्वर ने आदेश दिया कि पानी हर प्रकार की मछलियों और समुद्री जीवों से भर जाऐ और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
परमेश्वर ने आदेश दिया कि पक्षी आकाश में उड़ें और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
आकाश में उड़ने वाले जीव
आकाश की बहुत बड़ी खाली जगह में।
परमेश्वर ने इस प्रकार रचना की
समुद्र में रहने वाले विशाल जानवर
जीवित प्राणी, जो अपनी ही किस्म की जाति से पैदा हो सकते हैं।
हर एक उड़ने वाला जीव जिसके पंख हों।
परमेश्वर उड़ने वाले पक्षियों और समुद्री जीव -जन्तुओं (मछलियों) को देखकर खुश हुऐ।
परमेश्वर ने जिन जीव जन्तुओं को बनाया था उन्हें आशिषित किया।
परमेश्वर ने समुद्री जीवों को अपने ही समान जीवों को पैदा करने के लिए आशिषित किया ताकि वे समुद्र को अपनी प्रजातियों से भर दें।
गिनती में कई गुणा बढ़ जाना।
परमेश्वर ने आदेश दिया कि पक्षी गिनती में कई गुणा बढ़ जाऐं और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
हर एक उड़ने वाला जीव जिसके पंख होते हैं
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने पूरे दिन को ऐसे बताया जैसे इसके दो हिस्से हों।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है।
यह सृष्टि का पाँचवाँ दिन था।
परमेश्वर ने आदेश दिया कि धरती कई प्रकार के जीवित प्राणियों को पैदा करे और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।
ताकि हर एक जीव अपने जैसे अन्य जीवों को पैदा कर सके
परमेश्वर ने हर प्रकार के घरों में रखने वाले,धरती पर रेंगनेवाले,और जंगलों में रहने वाले जानवरों को उत्पन्न किया।
ऐसे जानवर जिनकी देखभाल लोग करते हैं।
बहुत छोटे जीव जो धरती पर रेंगते हैं।
“जंगली जानवर“
“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।
इस तरह परमेश्वर ने जंगली जानवरों की सृष्टि की।
परमेश्वर धरती पर जीवित रहने वाले जानवरों को देखकर खुश हुआ।
यहाँ पर “हम“ शब्द बहुवचन को दर्शाता है। इसके कुछ संभव कारण ये हो सकते हैं 1) परमेश्वर स्वर्ग में रहने वाले स्वर्गदूतों से बातचीत कर रहा था। २) या नये नियम के अनुसार परमेश्वर त्रिएकत्व (पिता,पुत्र,पवित्र आत्मा) के रुप में बात कर रहे हैं।
"मानव जाति" या “लोग”
इन दो वाक्यों का एक ही मतलब है। यह पद हमें ये नहीं बताता कि परमेश्वर ने मानव को किस रीति में अपने जैसा बनाया। यहाँ इसका यह अर्थ नहीं है कि जैसे परमेश्वर खुद हैं वैसा, क्योंकि परमेश्वर का कोई शरीर नहीं होता
“शासन करें” या “उन पर अधिकार रखें”
यह दोनो वाक्य एक ही बात दर्शाते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने जैसा बनाया।
परमेश्वर ने मनुष्य की रचना दूसरी सब चीजों को बनाने के समान नहीं की। परमेश्वर ने जैसे सारी सृष्टि की रचना बोलकर की थी,वैसे मानव की रचना नहीं की,
परमेश्वर ने जिस आदमी और औरत को बनाया था, उन्हें आशिषित किया।
परमेश्वर ने आदमी और औरत को अपने ही समान लोगों को पैदा करने के लिए कहा ताकि वे गिनती में बहुत अधिक बढ़ जाऐं।यहाँ“ बढ़ जाओ“ का अर्थ है गिनती में अधिक बढ़ जाओ।
धरती को लोगों से भर दो।
परमेश्वर बोलना जारी रखता है।
आकाश में उड़ने वाले सभी पक्षी
इन जीवों में पौधों से अलग तरह का जीवन था।पौधे जीवों के समान साँस नहीं लेते तथा जीव पौधों को खाने के रुप में प्रयोग करते हैं अर्थात् ऐसा जीवन जो शारिरिक रुप में ही संभव है।
“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।
परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की रचना करने के बाद देखा
परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की रचना करने के बाद देखा कि सब बहुत ही अच्छा है और खुश हुऐ।
यह पूरे दिन को दर्शाता है।लेखक ने इसे पूरा दिन कहा जबकि यह दो हिस्से हैं।यहूदियों की रीति के अनुसार,सूरज के छिपते ही अगला दिन शुरु हो जाता है
यह सृष्टि का छठवाँ दिन था।
1इस तरह आकाश और पृथ्वी और उनकी सारी सेना का बनाना समाप्त हो गया।2और परमेश्वर ने अपना काम जिसे वह करता था सातवें दिन समाप्त किया, और उसने अपने किए हुए सारे काम से सातवें दिन विश्राम किया।* (इब्रा. 4:4)3और परमेश्वर ने सातवें दिन को आशीष दी और पवित्र ठहराया; क्योंकि उसमें उसने सृष्टि की रचना के अपने सारे काम से विश्राम लिया।4आकाश और पृथ्वी की उत्पत्ति का वृत्तान्त यह है कि जब वे उत्पन्न हुए अर्थात् जिस दिन यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी और आकाश को बनाया।5तब मैदान का कोई पौधा भूमि पर न था, और न मैदान का कोई छोटा पेड़ उगा था, क्योंकि यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी पर जल नहीं बरसाया था, और भूमि पर खेती करने के लिये मनुष्य भी नहीं था।6लेकिन कुहरा पृथ्वी से उठता था जिससे सारी भूमि सिंच जाती थी।
आसमान।
हर एक जीवित प्राणी जो पृथ्वी पर है।
इस प्रकार परमेशवर ने हर जीवित प्राणी की रचना करना समाप्त कर दिया।
परमेशवर ने सातवें दिन सारे काम समाप्त किये।
सारी रचनाऐ समाप्त की।
इस दिन परमेश्वर ने कोई काम नहीं किया।
परमेश्वर ने सातवें दिन को अच्छा कहा।
उसे अलग किया और अपना कहा।
इस दिन परमेश्वर ने कोई काम नहीं किया।
उत्पत्ति 2 में लोगों को बताते है कि कैसे परमेश्वर ने छठे दिन लोगों को बनाया।
यह आकाश और पृथ्वी का विस्तार करता है।
यहोवा ने उन्हे बनाया अध्याय 1 मे लेखक परमेश्वर को बोलता है लेकिन अध्याय 2 मे वह परमेश्वर से कहता है।
यहोवा परमेशवर ने दिन क निमार्ण किया ना कि एक विशेष दिन का।
यह नाम परमेश्वर ने पुराने नियम के लोगो पर प्रक्ट किया।
तब कोई जंगली झाडिया नही थी जो जानवर खा सके।
तब कोई सब्जियों या कोई पतेदार पौधा नही था जो मनुष्ये खा सकते।
वह सब करने कि जरूरत थी ताकी पौधो की वृध्दि अच्छे से हो सके।
(1)घास पर पानी की बूंदे ,2)भूमि के नीचे से निकलने वाली पानी की धारा।
पृथ्वी के नीचे।
बनाना
एक आदमी है।
उसकी नाक।
श्वास जो हर चीज मे जान डाल दे।
इस बाग मे सभी प्रकार के पेड थे।
पूर्व मे।
वह पेड़ जो लोगो को जीवन देता है।
यहाँ इसका अर्थ यह है कि जीवन का अंत नही होता।
यह वृक्ष यह समझा देता है कि क्या भला और बुरा है।
हर एक चीज जो भले और बुरे के बीच मे आता है यह उसको दर्शाता है।
बाग के बीच मे दो वृक्ष थे।
अदन बाग से निकली नदी बाग को पानी देती थी।
यह केवल एक ही बार है जब इस नदी ज़िक्र बाईबल में आता है।
यह हवीला नाम का देश है यह अरबी रेगिस्तान मे कहीं था।
हवीला में सोना पाया जाता है।
ये वही स्थान है यहाँ पर मोती और सुलैमानी पत्थर भी पाऐ जाते है।
यह एक पेड़ से निकलता है और इस कि खुशबूअच्छी होती है। यह चिपचिपा होता हैऔर ये जल भी सकता है।
यह पत्थर सुंदर पत्थर का एक निच्क्षित किस्म है।
बाईबल में इस नदी का एक ही बार ज़िक्र आता है।
नदी पूरे देश में नहीं थी लेकिन ये देश के कई क्षेत्रों से होकर जाती थी।
पूरे देश को कूश कहा जाता है।
यह नदी अश्शूर देश मे उत्तर से अश्शूर की ओर बहती है।
वो बाग जो अदन में था।
खेती करना, इसका मतलब यह है कि पौधों अच्छे से विकसित करने के लिए मेहनत करना।
इसे कुछ भी बुरा होने से बचाना।
बाग के हर वृक्ष को फल लगे हुऐ थे।
तू , यहाँ पर आदम को दर्शाता है।
कुछ भाषाओं में यह स्वाभाविक है कि वो पहले अनुमति की चीजें को बताएं और फिर वो चीजें जिनकी अनुमति नहीं है।
प्रतिबंध के बिना खा सकता है।
वह पेड़ लोगो को भले और बुरे को समझने की क्षमता देता है।
मै तुमे खाने की अनुमति कभी नही दूँगा।
यहोवा परमेश्वर ने कहा कि मै आदम के लिऐ एक सहायक बनाऊँगा जो उस के उचित होगी।
हर प्रकार के जानवर और पक्षी
वह सब जानवर जिनकी देखभाल लोग करते हैं।
ऐसा कोई सहायक न मिला जो उसके लिए सही हो
गहरी नींद सोने का ऐसा समय है जिसमें एक व्यक्ति आसानी से परेशान और जागृत नही होता।
पसली से महिला को बनाया। पसली वो सामग्री है जिस से औरत को बनाया गया
मेरी हड्डिया ,और मेरे माँस का माँस “आखिरकार” यह एक हड्डी मेरी हड्डिया की तरह है, और उसका माँस मेरे माँस की तरह है। एक साथी के लिए जानवरों के बीच देखने के नहीं खोजने के बाद उसने आखिरकार आपने जैसे व्यक्ति को देखा जो उसके जैसा था और उसका साथी हो सकता है, आदमी इस से राहत और खुशी महसूस कर रहा था।
यह मास त्वचा और मांसपेशियाँ जैसे कोमल भागों को संदर्भित करता है।
इब्रानी भाषा के “औरत” शब्द का स्वर पुरूष के समान ही है
आगे लिखे शब्द पुरूष ने नहीं कहे, ये लेखक द्वारा लिखे गये हैं।
इसी कारण
एक आदमी अपने माता पिता के घर में रहना बन्द कर देगा “यह पुरूषों के बारे में कही सामान्य बात है। यहाँ किसी विशेष व्यक्ति या समय की बात नहीं की गई।
दो शरीर एक शरीर हो जाएंगे
वह दोनो नग्न थे शब्द परमेश्वर द्वारा बनाये पुरूष और स्त्री संर्दभित करते हैं
कपडे नहीं पहने थे।
नंगे होते हुऐ भी वह शर्मिदा नहीं थे।
1यहोवा परमेश्वर ने जितने जंगली पशु बनाए थे, उन सब में सर्प धूर्त था, और उसने स्त्री से कहा, “क्या सच है, कि परमेश्वर ने कहा, ‘तुम इस वाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना’?” (प्रका. 12:9, प्रका. 20:2)2स्त्री ने सर्प से कहा, “इस वाटिका के वृक्षों के फल हम खा सकते हैं;3पर जो वृक्ष वाटिका के बीच में है, उसके फल के विषय में परमेश्वर ने कहा है कि न तो तुम उसको खाना और न ही उसको छूना, नहीं तो मर जाओगे।”4तब सर्प ने स्त्री से कहा, “तुम निश्चय न मरोगे5वरन् परमेश्वर आप जानता है कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारी आँखें खुल जाएँगी, और तुम भले बुरे का ज्ञान पाकर परमेश्वर के तुल्य हो जाओगे।”6अतः जब स्त्री ने देखा* कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उसमें से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, जो उसके साथ था और उसने भी खाया। (1 तीमु. 2:14)7तब उन दोनों की आँखें खुल गईं, और उनको मालूम हुआ कि वे नंगे हैं; इसलिए उन्होंने अंजीर के पत्ते जोड़-जोड़कर लंगोट बना लिये।
लेखक कहानी के नये हिस्से को शुरू करता है।
“बहुत चालाक”, वह जो चाहता था वो उसे झूठ बोलकर ले लेता था।
“मैं हैरान हूँ कि परमेश्वर ने यह कहा, ‘तुम… बाग”।
यह “तुम” शब्द बहुवचन है और ये मनुष्य और स्त्री को दर्शाता है।
हव्वा ने साँप को यह बताया कि पहले परमेश्वर ने उन्हें क्या करने की अनुमति दी और फिर उन्होनें उन्हें क्या नहीं करने के लिए कहा।
“हमें यह खाने की अनुमति दी“।
यह “तुम” शब्द पुरुष और स्त्री को दर्शाता है।
“तुम इसे मत खाना”।
“तुम इसे स्पर्ष न करना”।
यह शब्द स्त्री और पुरुष को दर्शाते है।
“तुम्हारी आँखे खुल जाएगी”। यह एक मुहावरा है कि “तुम्हे चीजों के बारे में पता चल जाएगा”। इसका अर्थ स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “यह होगा जैसे तुम्हारी आँखे खुल जाएँगी”।
सब कुछ जान लेना जिस में भलाऔर बुरा शामिल है।
वह वृक्ष देखने मे बहुत सुन्दर और लुभावना था।
और वह फल खाना चाहती थी ताकि उसे परमेश्वर के समान भले बुरे का ज्ञान हो जाए
फिर उनकी आँखें खुल गई या वो जाकरूक हो गये।
एक साथ जोड़ दिए ।
“अंजीर के बड़े-बड़े पत्ते”।
उन्होने उन्हे पहन लिया क्योंकि वे शर्मिंंदा थे।
दिन के समय जब ठंडी हवा चलती है।
ताकि यहोवा परमेश्वर उन्हे देख न पाए
परमेश्वर ने कहा तुम मुझसे छिपने की कोशिश क्यों कर रहे हो? परमेश्वर जानता था कि आदमी कहाँ था।जब आदमी ने जवाब दिया तो उसने यह नही कहा कि वह कहाँ था लेकिन उसने ये बताया कि वह क्यों छुप रहा था।
वचन 9 और 11, में परमेश्वर पुरुष के साथ बात कर रहे है। यहाँ तेरा एक वचन है।
“मैंने उस ध्वनि को सुना जो आप से आ रही थी“।
परमेश्वर उनके उत्तर को जानते थे। पर फिर भी आदम से पूछा ताकि वो आदम को यह अंगीकार करवाने के लिए विवश कर सके कि उसने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया है।
एक बार फिर से परमेश्वर जानता था कि क्या हुआ है, इस स्वाल से यह पता चलता है कि परमेश्वर आदम पर आज्ञा न मानने को आरोप लगा रहा था। जैसे कि “तुमने ये अवश्य ही खाया होगा”।
परमेश्वर पहले ही जानता था कि हव्वा ने क्या किया था। जब परमेश्वर ने उस से यह प्रशन पूछा तो वो उसे मौका दे रहा था कि वो खुलकर बताए और वो इस पर अपना दुख जता रहा था। इसका अनुवाद ऐसे किया जा सकता है: "तूने बहुत भयानक काम किया है।”
”तुम अकेले श्रापित हो”। इब्रानी भाषा में यहाँ श्राप परमेश्वर की जानवरों पर आशिष और सांप पर श्राप के विपरीत होने पर ज़ोर देता है। श्राप कह कर, परमेश्वर ने ऐसा किया।
सारे जंगली जानवर और पालतू जानवर।
परमेश्वर ने साँप को श्राप दिया तुम मिट्टी में रहोगे । पेट के बल ही चला करोगे यह बाकी सब जानवरों के टागों पर चलने के विपरीत था। पर तु मिट्टी चाटेगा और मिट्टी ही तेरा घर होगा । यह श्राप का हिस्सा था।
“तू मिट्टी खाएगा”। अर्थात वो ज़मीन का गन्दा खाना खाएगा। यह भी श्राप का ही हिस्सा था।
इसका मतलब यह है कि महिला और सांप दुश्मन बन जाएँगे।
“बीज” शब्द काअर्थ है ‘संतान‘ यह उस बीज को दर्शाता है जिस से औरत बच्चे को जन्म देती है जो कि पुरुष के द्वारा औरत में डाला जाता है। जैसे कि वंश का मतलब एक या उस से अधिक जन भी हो सकता है।
यहाँ पर “वह“ और “उसकी“ औरत की संतान को दर्शाता है।
“हमला करना“ या “मारना”
मै तुम्हारी पीडा को बहुत ज्यादा बढ़ाऊगा। या मैं तेरी पीड़ा को बहुत तीव्र कर दूँगा।
“बच्चों को पैदा करने में“ ।
तेरी इच्छा हमेशा अपने पति ओर होगी या तू अपने पति पर नियंत्रण रखने की इच्छा रखेगी
“वो तेरा स्वामी होगा” या वो तुझ पर नियंत्रण रखेगा।
इब्रानी भाषा में आदम और पुरूष के लिए एक ही शब्द है।
तुने वो किया जो तेरी पत्नी ने कहा।
तूने उस पेड़ के फल को खाया है
इस फल को मत खाना।
परमेश्वर ने जमीन को श्राप दिया जो पहले अच्छी थी।
बहुत मेहनत का काम करके।
तू वो खाएगा जो इस से उपजेगा
दो संभव मतलब 1) वो पौधे जिनकी तुम खेतों में देखभाल करोगे या 2) “वो जंगली पौधे जो खुले मैदानों में उगते हैं”
सख्त मेहनत करके पसीना बहाना।
यहा “रोटी” शब्द भोजन के लिए है।
मनुष्य की मेहनत तब तक खत्म नही होती जब तक वह मर नहीं जाता। कई जातियो में उन्होने ऐसे शवो को रखा है जिनकी मर्त्यु मैदान में हुई।
परमेश्वर ने कहा मैने तुझे मिट्टी से बनाया तू फिर मिट्टी मे मिल जाएगा।
कुछ अनुवादक कहते हैं (आदम)।
अपनी पत्नी को हव्वा कह कर पुकारा।
इब्रानी भाषा में हव्वा शब्द “जीवन“ प्रतीत होता है।
यह शब्द “जीवन” लोगों को दर्शाता है। कि “सब लोग”।
“जानवरो की खाल से कपडे बनाए गये वस्त्र“।
इसके संभव अर्थ है 1) परमेश्वर एक मनुष्य, आदमी की बात कर रहा था या 2) परमेश्वर सामान्य रूप से मानवजाति की बात कर रहा था, इस लिए इसका अर्थ आदमी और उसकी पत्नी है। भले ही एक आदमी से बात कर रहा था लेकिन जो कहा गया वो दोनों पर लागू होता है।
हमारे जैसा, यहाँ पर हम बहुवचन है
यहाँ “भला बुरा” एक तरह की अलंकारिक भाषा है जो दोनों के चर्म सीमायों और उनके बीच के सब कुछ को दर्शाती है। “भला बुरे समेत सब कुछ जान लेना।”
मैं उसे अनुमति नहीं दूँगा।
वह पेड जो लोगो को जीवन देता है।
“धूल क्योंकि वह धूल से निकाला गया था “ ये किसी विशेष स्थान की बात नहीं है।
परमेश्वर ने आदम को वाटिका से बाहर जाने के लिए विवश किया।
इसका मतलब है पौधों की देखभाल करके उनको बड़ा करना।
लोगों को जीवन के पेड़ के पास आने से रोकना।
इसके संभव मतलब ये हैं 1) एक ऐसी तलवार जिसमें से आग निकलती थी या 2) ऐसी आग जो तलवार की तरह थी।
1जब आदम अपनी पत्नी हव्वा के पास गया तब उसने गर्भवती होकर कैन को जन्म दिया और कहा, “मैंने यहोवा की सहायता से एक पुत्र को जन्म दिया है।”2फिर वह उसके भाई हाबिल को भी जन्मी, हाबिल तो भेड़-बकरियों का चरवाहा बन गया, परन्तु कैन भूमि की खेती करनेवाला किसान बना।3कुछ दिनों के पश्चात् कैन यहोवा के पास भूमि की उपज में से कुछ भेंट ले आया। (यहू. 1:11)4और हाबिल भी अपनी भेड़-बकरियों के कई एक पहलौठे बच्चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई;* तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया, (इब्रा. 11:4)5परन्तु कैन और उसकी भेंट को उसने ग्रहण न किया। तब कैन अति क्रोधित हुआ, और उसके मुँह पर उदासी छा गई।6तब यहोवा ने कैन से कहा, “तू क्यों क्रोधित हुआ? और तेरे मुँह पर उदासी क्यों छा गई है?7यदि तू भला करे, तो क्या तेरी भेंट ग्रहण न की जाएगी? और यदि तू भला न करे, तो पाप द्वार पर छिपा रहता है, और उसकी लालसा तेरी ओर होगी, और तुझे उस पर प्रभुता करनी है।”8तब कैन ने अपने भाई हाबिल से कुछ कहा; और जब वे मैदान में थे, तब कैन ने अपने भाई हाबिल पर चढ़कर उसकी हत्या कर दी।9तब यहोवा ने कैन से पूछा, “तेरा भाई हाबिल कहाँ है?” उसने कहा, “मालूम नहीं; क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ?”10उसने कहा, “तूने क्या किया है? तेरे भाई का लहू भूमि में से मेरी ओर चिल्लाकर मेरी दुहाई दे रहा है! (इब्रा. 12:24)11इसलिए अब भूमि जिसने तेरे भाई का लहू तेरे हाथ से पीने के लिये अपना मुँह खोला है, उसकी ओर से तू श्रापित* है।12चाहे तू भूमि पर खेती करे, तो भी उसकी पूरी उपज फिर तुझे न मिलेगी, और तू पृथ्वी पर भटकने वाला और भगोड़ा होगा।”13तब कैन ने यहोवा से कहा, “मेरा दण्ड असहनीय है।14देख, तूने आज के दिन मुझे भूमि पर से निकाला है और मैं तेरी दृष्टि की आड़ में रहूँगा और पृथ्वी पर भटकने वाला और भगोड़ा रहूँगा; और जो कोई मुझे पाएगा, मेरी हत्या करेगा।”15इस कारण यहोवा ने उससे कहा, “जो कोई कैन की हत्या करेगा उससे सात गुणा बदला लिया जाएगा।” और यहोवा ने कैन के लिये एक चिन्ह ठहराया ऐसा न हो कि कोई उसे पाकर मार डाले।
“मनुष्य“ या “आदम”
कुछ पुरानी लिखतों में इसे जानना भी कहा गया है इसकाअर्थ संभोग करना है।
यहाँ इसे पुरूष भी कहा गया है जिसका अर्थ पुत्र है
कैन का इब्रानी भाषा का अर्थ “उत्पन्न करना” है “हवा ने कैन को नाम दिया क्योंकि उसने उसे जन्म किया।“
हम यह नहीं जानते कि कैन और हाबिल के जन्म में कितने समय काअन्तराल था।शायद वो जुड़वा थे, या हव्वा बाद मे फिर गभवती हुई और उसने हाबिल को जन्म दिया
इस शब्द का अर्थ है कि उसने सब कुछ किया उसको जिसकी अवशकता होती है जिस से पौधो का विकास भी अच्छा होता था।
यह वाक्य हमें कहानी के नऐ हिस्से की शुरूआत को दर्शाता है।
कुछ समय के बाद या ठीक समय पर।
ये उन खेतों से आया था जिनकी देखभाल उसने की थी। “फसल” या “कटाई”
यह जानवर के चर्बी वाले माँस की बात है, यह माँस का सब से उत्तम हिस्सा था।
इस से खुश हुआ।
वह क्रोध से भड़क उठा
तब उसके मुँह पर उदासी छा गई और वह क्रोध या जलन से भर गया।
यहोवा ने कैन से कहा तुम्हारा क्रोधित और उदास होना ठीक नहीं है, कैन तू मान ले की यह गलत था।
तुम जानते हो कि यदि तुम इसको सही रीति से करते हो तो मैं इसे ग्रहण कर लूँगा
यहोवा ने पाप के बारे में ऐसे बात की जैसे वो एक मनुष्य हो यदि तू भला न करे, तो तुमहे पाप की इच्छा और अधिक होगी। तुमे इसकी आज्ञाकारिता करनी बन्द करनी होगी
“तुम इतने क्रोधित हो जायोगे कि तुम पाप को रोक नहीं पाओगे”
पाप की इच्छा या “वह बुरी चीजें जो तुम करना चाहते हो“
तुझे इस पर नियंत्रण रखना है ताकि तुम पाप न करो
कुछ अनुवादों में ऐसे लिखा है “कैन ने अपने भाई से मैदान में जाने के विषय में कहा“ ।
हाबिल कैन का छोटा भाई था ।
हमला किया।
यहोवा जानता था कि कैन ने हाबिल की हत्या कर दी है, फिर भी उसने कैन से यह सवाल पूछा कैन को ही उसका उतर देना था ।
यह वाक्य दर्शता है कि “मैं अपने भाई का रखवाला नहीं हूँ“ और “मेरे भाई की रखवाली करना मेरा काम नहीं है।“
यह वाक्य यह दर्शता है, “कि जो कुछ तूने किया है वह बहुत भयानक है“
“तेरे भाई का लहू एक मनुष्य की तरह चिल्लाकर मेरी दुहाई दे रहा है, कि उसे सजा दो जिसने उसे मारा है।“
इसे कहा जा सकता है कि “मैं तुम्हें श्रापित करता हूँ ताकि तुम जमीन से भोजन नहीं उगा पाएगा।“
परमेश्वर पृथ्वी की बात करता है जैसे कि वह एक खून पीने वाला मनुष्य हो: “जो तेरे भाई हाबिल के खून से लथपथ है।“
“जब तुमने उसे मारा तो खून बिखर गया” और “ तुम से”
यह शब्द का अर्थ है सब जरूरी काम करो कि पौधो का विकास अच्धा हो।
“तूमे भूमि ज्यादा अनाज ना देगी ।“
एक बेघर भटकने वाला।
”मै तुम से बात कहने के योग्य नहीं रहूँगा।“
बेघर भटकने वाला ।
जितनी तीव्रता से मैं तुझे सजा दे रहा हुँ उस व्यक्ति को मैं इस से सात गुणा ज्यादा सजा दूँगा
ऐसा न कि कोई कैन को मार डाले।
भले ही यहोवा हर जगह मौजूद है यहाँ पर इसका अर्थ है कि “उस स्थान से चला गया जहां यहोवा ने उससे बात की थी।
नोद शबद का अर्थ है “भटकना ।“
अपनी पत्नी के साथ सोया था ।
कैन ने एक नगर बनाया ।
“हनोक ने एक स्त्री से ब्याह कर लिए और पुत्र के पिता बने जिसे ईराद नाम दिया गया” ।
महूयाएल ईराद का पुत्र था ।
स्त्रियों के नाम ।
स्त्रियों के नाम ।
वह पहले मनुष्य थे जो तम्बूओं में रहते थे या वो और उसकी संतान तम्बूओं में रहते थे।
लोग जो तम्बू मे रहते और जानवरो का पालन करते थे।
इसके संभव अर्थ 1) जो वीणा और बाँसुरी बजाने वाला पहला मनुष्य था। 2) वो और उसके वंशज वीणा और बाँसुरी बजाने वाले थे
तूबल-कैन पीतल और लोहे के औज़ार बनाने वाला व्यक्ति था।
“यह बहुत मजबूत धातू है जिसका प्रयोग हथियार, औज़ार और उपकरन को बनाने में किया जाता है ।“
स्त्रियों के नाम ।
लेमेक ने एक ही बात को जोर देने लिऐ दो बार कहा, “मेरी बात ध्यान से सुनें।“
लेमेक ने एक ही पुरुष को मारा था ।
कयोंकि उसने मुझे घायल कर दिया...कयोकि उसने मुझे चोट लगाई।
लेमेक जानता था कि योहवा कैन का बदला सात गुणा लेगा कयोंकि यहोवा किसी को भी जो कैन को मारता है पर सात बार सजा देगा, इसी लिए लेमेक का...।“
जो कोई मुझे मारता है यहोवा उसे सतहत्तर गुणा सजा देगा ।
77 गुणा
और आदम अपनी पत्नी के साथ सोया।
उसने उसका नाम यह कहकर शेत रखा कि “परमेश्वर ने मेरे लिये एक और पुत्र को दिया।“
इस इब्रानी शब्द का अर्थ है “दे दिया है” ।
शेत की पत्नी ने उसके एक पुत्र को जन्म दिया।
“यहोवा के नाम का प्रयोग करके उसकी अराधना करने लगे।“
1आदम की वंशावली यह है। जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया। (मत्ती 1:1, 1 कुरि. 11:7)2उसने नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की और उन्हें आशीष दी, और उनकी सृष्टि के दिन उनका नाम आदम रखा*। (मत्ती 19:4, मर. 10:6)3जब आदम एक सौ तीस वर्ष का हुआ, तब उसके द्वारा उसकी समानता में उस ही के स्वरूप के अनुसार एक पुत्र उत्पन्न हुआ। उसने उसका नाम शेत रखा।4और शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।5इस प्रकार आदम की कुल आयु नौ सौ तीस वर्ष की हुई, तत्पश्चात् वह मर गया।6जब शेत एक सौ पाँच वर्ष का हुआ, उससे एनोश उत्पन्न हुआ।7एनोश के जन्म के पश्चात् शेत आठ सौ सात वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।8इस प्रकार शेत की कुल आयु नौ सौ बारह वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।9जब एनोश नब्बे वर्ष का हुआ, तब उसने केनान को जन्म दिया।10केनान के जन्म के पश्चात् एनोश आठ सौ पन्द्रह वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।11इस प्रकार एनोश की कुल आयु नौ सौ पाँच वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।12जब केनान सत्तर वर्ष का हुआ, तब उसने महललेल को जन्म दिया।13महललेल के जन्म के पश्चात् केनान आठ सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।14इस प्रकार केनान की कुल आयु नौ सौ दस वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।15जब महललेल पैंसठ वर्ष का हुआ, तब उसने येरेद को जन्म दिया।16येरेद के जन्म के पश्चात् महललेल आठ सौ तीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।17इस प्रकार महललेल की कुल आयु आठ सौ पंचानबे वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।18जब येरेद एक सौ बासठ वर्ष का हुआ, जब उसने हनोक को जन्म दिया।19हनोक के जन्म के पश्चात् येरेद आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।20इस प्रकार येरेद की कुल आयु नौ सौ बासठ वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।21जब हनोक पैंसठ वर्ष का हुआ, तब उसने मतूशेलह को जन्म दिया।22मतूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्वर के साथ-साथ चलता रहा,* और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।23इस प्रकार हनोक की कुल आयु तीन सौ पैंसठ वर्ष की हुई।24हनोक परमेश्वर के साथ-साथ चलता था; फिर वह लोप हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया। (इब्रा. 11:5)25जब मतूशेलह एक सौ सत्तासी वर्ष का हुआ, तब उसने लेमेक को जन्म दिया।26लेमेक के जन्म के पश्चात् मतूशेलह सात सौ बयासी वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।27इस प्रकार मतूशेलह की कुल आयु नौ सौ उनहत्तर वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।28जब लेमेक एक सौ बयासी वर्ष का हुआ, तब उससे एक पुत्र का जन्म हुआ।29उसने यह कहकर उसका नाम नूह रखा, कि “यहोवा ने जो पृथ्वी को श्राप दिया है, उसके विषय यह लड़का हमारे काम में, और उस कठिन परिश्रम में जो हम करते हैं, हमें शान्ति देगा।”30नूह के जन्म के पश्चात् लेमेक पाँच सौ पंचानबे वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं।31इस प्रकार लेमेक की कुल आयु सात सौ सतहत्तर वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।32और नूह पाँच सौ वर्ष का हुआ; और नूह से शेम, और हाम और येपेत का जन्म हुआ।
यह आदम के वंशजों की शुरुआत है।
यह वाक्य हमें यह बताता हे कि परमेश्वर ने मनुष्यो कि रचना अपने ही स्वरूप [ समानता] में की, लेकिन यह हमें यह नहीं बताया कि परमेश्वर ने किस रीति में मनुष्यों को अपने जैसा बनाया। परमेश्वर का कोई शरीर नहीं इस लिए इस वाक्य का यह मतलब नहीं कि मनुष्य परमेश्वर जैसा दिखता है। “हमारे जैसा”
जब उसने उनकी रचना की।
130 वर्ष... 800 वर्ष
आदम के घर एक बेटे का जन्म हुआ।
यह दोनो वाक्यों में एक ही बात है और यह हमें यह भी याद दिलाते हैं कि परमेशवर ने मनुष्यो को अपने ही स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया है।
शेत आदम के पुत्र का नाम था।
वह और भी बेटे-बेटियों का पिता बना।
इस वाक्य में आदम की मृत्यु को बताया किया गया है।
पहले लोग काफी लंबे समय तक जीवित रहते थे आदम कुल नौ सौ तीस सालों तक जिन्दा रहा।
उससे [ शेत] के द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम एनोश रखा गया।
यह एक आदमी का नाम है।
उसके [ शेत] द्वारा और भी बेटे-बेटियौ का जन्म हुआ।
शेत कुल नौ सौ बारह वर्ष तक जिन्दा रहा।
यह वाक्य इस पुरे अध्धाय मे काफी बार उपयोग किया गया है जो किसी की मृत्यु को दर्शाता है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
उससे [ महललेल] से एक बेटा उत्पन्न हुआ।जिसका नाम येरेद रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है,अर्थाथ महललेल के बेटे का।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
उससे [ येरेद] से एक बेटा उत्पन्न हुआ।जिसका नाम हनोक रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है,अर्थाथ येरेद के बेटे का।
उसके [हनोक] द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम मतूशेलह रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है ।
यहाँ साथ चलना एक रूपक है किसी के साथ चलना हमे यह दर्शाता है कि उनका आपस में एक गहरा रिश्ता है।और यहाँ पे हनोक का परमेश्वर के साथ एक अच्छा रिश्ता था“ हनोक परमेश्वर की संगति में रहता था।
उसके [ हनोक] द्वारा और भी बेटे-बेटियौ का जन्म हुआ।
हनोक कुल तीन सौ पैंसठ वर्ष तक जीवित रहा।
“वह“ शब्द हनोक को दर्शाता है और यह पूरा वाक्य हनोक के धरती पर से चले जाने को भी बताता है।
यह वाक्य यह बात को दर्शाता है कि परमेश्वर ने हनोक को धरती पर से उठा लिया ताकि वह उसके के साथ रहे।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
यह लेमेक उस लेमेक से अलग है जिसके बारे मे हमने उत्पति 4:18 पढ़ा था।
उससे एक पुत्र का जन्म हुआ
इब्रानी भाषा के शब्द नूह का अर्थ “आराम” है
यहाँ पर लेमेक ने एक ही बात को दो बार कहा और इनके द्वारा उस बात पर ज़ोर डाला कि काम कितना कठिन था। “अपने हाथों से बहुत कठिन काम करते हैं।”
लेमेक कुल सात सौ सतहत्तर वर्ष [777] तक धरती पर जीवित रहा।
नूह से उसके बेटे उत्पन्न हुए। और यह वाक्य हमे यह नहीं बताता कि वह उसी दिन हुए या अलग सालों मे।
यह नूह के बेटों के नाम हैं जो उनकी जन्म तिथि के अनुसार नहीं लिखे गए। इस बात पर कई असहमति प्रगट करते हैं कि इन में से बड़ा कौन है।
1फिर जब मनुष्य भूमि के ऊपर बहुत बढ़ने लगे, और उनके बेटियाँ उत्पन्न हुईं,2तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा, कि वे सुन्दर हैं; और उन्होंने जिस-जिस को चाहा उनसे ब्याह कर लिया।3तब यहोवा ने कहा, “मेरा आत्मा मनुष्य में सदा के लिए निवास न करेगा, क्योंकि मनुष्य भी शरीर ही है; उसकी आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी।”4उन दिनों में पृथ्वी पर दानव रहते थे; और इसके पश्चात् जब परमेश्वर के पुत्र मनुष्य की पुत्रियों के पास गए तब उनके द्वारा जो सन्तान उत्पन्न हुए, वे पुत्र शूरवीर होते थे, जिनकी कीर्ति प्राचीनकाल से प्रचलित है।
यह वाक्य किसी कहानी के नये हिस्से की शुरूआत को दर्शाता है।
“महिलाओं ने बेटीयों को जन्म दिया।“
यहाँ पर यह स्पष्ट नहीं है कि ये स्वर्गीय प्राणी थे या मनुष्य। जो भी हो ये परमेश्वर ने रचे गये थे। कुछ लोग मानते हैं कि ये शब्द उन स्वर्गदूतों के बारे में है जिन्होने परमेश्वर के विरुध बगावत की अर्थात ये दुष्ट आत्मथ या राक्षस थे। कुछ दूसरे लोग मानते हैं कि के यह शक्तिशाली राजनीतिक हाकिम थे, कुछ औरों का कहना हे कि यह शेत के वंशज है।
यहाँ पर यहोवा अपने आप ओर अपनी आत्मा के बारे में बात कर रहा है जो परमेश्वर की आत्मा है।
इसका मतलब है कि उनके पास शरीर है ओर जो एक दिन मर जाएगा है।
वे केवल 120 साल जीवित रहेंगे।
बहुत लम्बे ओर बडे मनुष्य।
दानव पैदा हुए, क्योंकि
यहाँ पर यह स्पष्ट नहीं है कि ये स्वर्गीय प्राणी थे या मनुष्य। जो भी हो ये परमेश्वर ने रचे गये थे। कुछ लोग मानते हैं कि ये शब्द उन स्वर्गदूतों के बारे में है जिन्होने परमेश्वर के विरुध बगावत की अर्थात ये दुष्ट आत्मथ या राक्षस थे। कुछ दूसरे लोग मानते हैं कि के यह शक्तिशाली राजनीतिक हाकिम थे, कुछ औरों का कहना हे कि यह शेत के वंशज है।
ये शूरवीर बलशाली पुरूष थे जो काफी समय पहले होते थे।
मनुष्य जो साहसी ओर युद् में विजयी हो
प्रसिद्ध पुरूष
“आद्त“
लेखक दिल के विषय में ऐसे बात करता है जैसे यह शरीर का वो हिस्सा जो सोचता है। ”उनके भीतरी गुप्त विचार”
लेखक दिल के विषय में ऐसे बात करता है जैसे यह शरीर का वह हिस्सा जो महसूस है। “ इस बारे में वह बहुत जयादा उदास था”
“मैं मानवता को मिटा दूँगा; और कोई भी लोग पृथ्वी पर नहींं बचेंगे।“
“मेनै मानवजाति की सृष्टि की और अब मैं उसे मिटा दूँगा।“
पुरी तरह से नाश कर दूँगा।
यहोवा नूह से खूश था, यहोवा ने नूह को दया दृष्टि से देखा
यहाँ “दृष्टि “ नजर या विचारों को दर्शाती है। “यहोवा के विचारों में”
यहाँ पर नूह की कहानी शूरु हो रही है जो पाठ 9 तक जा रही है।
“यह नूह का उल्लेख है।“
साथ चलना जज़दीकी रिश्ते का रूपक है। नूह परमेश्वर की संगति में रहता था।
नूह के तीन पुत्र थे।
“पुत्र उस क्रम में नहीं लिखे हैं जैसे वह पैदा हुए थे।“
धरती या वे लोग धरती पर रहते थे।
बुराई करने वाले लोगों को ऐसा कहा गया है मानो वे भोजन हो जो सड़ चुका हो।“ पूरी तरह से बुरा था”
यहोवा की उपस्थिति में या यहोवा की नजरों में
“सारी पृथ्वी बुरे लोगों से भर गयी थी जो एक दूसरे के साथ बुराई करते थे”
यहाँ ये शब्द हमें ध्यान लगाने के लिए संकेत करता है कि अनोखी जानकारी का पालन करे।
सारी मनुष्य जाति।
सब परमेश्वर के रास्ते से भटक चुके थे।
सारी मानव जाति।
पृथ्वी के सब लोग हिंसा से भर गये थे।
“इसलिए मैं सारी पृथ्वी और उस पर रहने वालों का नाश कर दूँगा।“
यह एक बहुत बड़े डिब्बे को दर्शाता है जो बहुत बुरे तूफान में भी पानी पर तैरता रहे। “एक बड़ी नौका” समुंद्री जहाज”
लोगों को ठीक से पता नहीं की ये किस तरह का पेड़ था।“ ऐसी लकड़ी जिसका इसतेमाल नौका बनाने के लिए किया जाता था”
“इसके ऊपर राल लगाना” उसे जल रोधक बनाने के लिए
“यह ऐक गाड़ा, चिपकने वाला, तेल के जैसा तरल है जिसे लोग नौका के बाहर पानी को रोकने के लिऐ लगाते थे, जो लकड़ी की दरारो से नौका के अंदर जाता है।
यह “हाथ” शब्द मापक को दर्शाता है। जो कि एक आधे मीटर लंबाई से थोड़ा छोटा होता है।
“ तीन सो हाथ लगभग 138 मीटर होता है”
“23 मीटर”
“14 मीटर”
इस का अर्थ यह है कि यह एक जहाज के बीच की बहुत बड़ी छत थी। जिसका मकसद जहाज को बारिश के पानी से बचाना था।
एक हाथ का मतलब इकाइयो का माप है आधे मिटर से थोड़ा कम।
निचला, मधय और ऊपर का खण्ड “अंदर तिन खण्ड“
स्तर, फरश
सुन, कि मैं क्या बोल रहा हूँ;।
मैं पानी की बाढ़ भेजने वाला हूँ।
यहां ''प्राणियों'' सभी शरीरों के दर्शाता है जिसमें मनुष्य और जानवर शामिल हैं।
यहाँ सांस जीवन का दर्शाती है। “जो जीवित हैं”
“मेरे और तेरे बीच एक वाचा बाँधता हूँ”
नूह के संग।
तुम जहाज में प्रवेश करोगे।
आपरो जहाज में हर तरह के दो प्राणियों को लाना पड़ेगा।
प्रमेशवर के रचे जानवर।
यहां ''प्राणियों'' सभी शरीरों के दर्शाता है जिसमे मनुष्य और जानवर शामिल थे।
प्रत्येक अलग अलग नसल का।
यह छोटे जानवरों के बारे में बताता है जो ज़मीन पर चलते हैं।
यह हर प्रकार दो पक्षी और जानवर
“इस लिए कि तू उन्हे जीवित रख सके।“
यह वाक्य नूह को दर्शाता है। और ये एकवचन हैं।
भोजन जो मनुष्य ओर जानवर खाते हैं।
“नूह ने वैसे ही किया जैसा परमेश्वर ने उसे करने को बोला था।“
1तब यहोवा ने नूह से कहा, “तू अपने सारे घराने समेत जहाज में जा; क्योंकि मैंने इस समय के लोगों में से केवल तुझी को अपनी दृष्टि में धर्मी पाया है।2सब जाति के शुद्ध पशुओं में से तो तू सात-सात जोड़े, अर्थात् नर और मादा लेना: पर जो पशु शुद्ध नहीं हैं, उनमें से दो-दो लेना, अर्थात् नर और मादा:3और आकाश के पक्षियों में से भी, सात-सात जोड़े, अर्थात् नर और मादा लेना, कि उनका वंश बचकर सारी पृथ्वी के ऊपर बना रहे।4क्योंकि अब सात दिन और बीतने पर मैं पृथ्वी पर चालीस दिन और चालीस रात तक जल बरसाता रहूँगा; और जितने प्राणी मैंने बनाये हैं उन सबको भूमि के ऊपर से मिटा दूँगा।”5यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार नूह ने किया।6नूह की आयु छः सौ वर्ष की थी, जब जल-प्रलय पृथ्वी पर आया।7नूह अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओं समेत, जल-प्रलय से बचने के लिये जहाज में गया।8शुद्ध, और अशुद्ध दोनों प्रकार के पशुओं में से, पक्षियों,9और भूमि पर रेंगनेवालों में से भी, दो-दो, अर्थात् नर और मादा, जहाज में नूह के पास गए, जिस प्रकार परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी थी।10सात दिन के उपरान्त प्रलय का जल पृथ्वी पर आने लगा।
इस अध्याय की घटनाएँ नूह के सन्दूक का निर्माण करने, भोजन एकत्र करने और उसे सन्दूक में रखने के बाद घटित होती हैं।
"दर्ज करें ... जहाज में ... ले।
आप" शब्द नूह को संदर्भित करता है और एकवचन है।
“तुम्हारा परिवार”
इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने नूह को धर्मी के रूप में देखा था।
यह उन सभी लोगों को संदर्भित करता है जो उस समय रह रहे थे। "उन सभी लोगों के बीच जो अब रह रहे हैं”
यह एक ऐसा जानवर था जिसे परमेश्वर ने अपने लोगों को खाने और बलिदान करने की अनुमति दी थी।
ये ऐसे जानवर थे जिन्हें परमेश्वर ने लोगों को खाने या बलिदान करने की अनुमति नहीं दी थी।
ताकि उनकी संतानें जीवित रहें "या" ताकि बाढ़ के बाद, जानवरों का जीना जारी रहे।
यह पूरे चालीस दिन के थे।। यह कुल अस्सी दिन नहीं थे। “चालीस दिन और रातें“
यह भौतिक जीवन को दर्शाता है।
पाठ 6-12 दूसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है।
पृथ्वी पर आया।
जल प्रलय के पानी से बचने के लिए" या आने वाली बाढ़ के कारण।
पाठ 6-12 दूसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है।
ये ऐसे जानवर थे जिन्हें परमेश्वर ने लोगों को खाने और उन्हें बलिदान के रूप में देने की अनुमति दी थी।
ये ऐसे जानवर थे जिन्हें परमेशवर ने लोगों को बलिदान के रूप में खाने या देने की अनुमति नहीं दी थी।
जानवरों ने एक नर और एक मादा के जोड़े में नाव में प्रवेश किया।
इस वाक्यांश का उपयोग यहाँ कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है: प्रलय की शुरुआत। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
सात दिनो के बाद।
अंतर्निहित जानकारी, "बारिश शुरू हो गई" को स्पष्ट बनाया जा सकता है। "बारिश होने लगी और पृथ्वी पर बाढ़ का पानी आ गया"
पाठ 6-12 दूसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है।
जब नूह 600 साल का था।
मूसा ने यह पुस्तक लिखी है, इसलिए संभव है कि वह इब्रानी कैलेंडर के दूसरे महीने का जिक्र कर रहा हो। लेकिन यह अनिश्चित है।
यह उस विशेष दिन को दर्शाता है जब बारिश शुरू हुई थी।
पृथ्वी के नीचे से पानी पृथ्वी की सतह तक पहुंचा निकला।
पाठ 13-18 तीसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है
"ठीक उसी दिन पर।" यह उस दिन को संदर्भित करता है जिस दिन बारिश शुरू हुई थी। 13-16 आयतें बताते हैं कि बारिश शुरू होने से तुरंत पहले नूह ने क्या किया।
यह जानवरों को संदर्भित करता है जो कृन्तकों, कीड़ों, छिपकलियों और सांपों की तरह जमीन पर रेंगते हैं।
इन चार समूहों को यह दिखाने के लिए सूचीबद्ध किया गया है कि हर तरह के जानवर को शामिल किया गया था। यदि आपकी भाषा में सभी जानवरों को समूहीकृत करने का एक और तरीका है, तो आप उसका उपयोग कर सकते हैं, या आप इन समूहों का उपयोग कर सकते हैं।
ताकि प्रत्येक प्रकार का जानवर अपनी तरह का अधिक उत्पादन करे।
पाठ 13-18 तीसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है।
यहां "जातियो '' जानवरों का दरशाता करता है।
यहां "प्राणियों" जीवन को दर्शाता है।
आना" शब्द का अनुवाद "गए" के रूप में किया जा सकता है।
यहां "जाति" जानवरों का प्रतिनिधित्व करता है। “हर तरह के जानवर“
जहाज में प्रवेश करने के बाद।
पाठ 13-18 तीसरी बार दोहराते हैं और इस बारे में अधिक विस्तार देते हैं कि नूह 7: 1 में अपने परिवार और जानवरों के साथ जहाज में कैसे गया। यह कोई नई घटना नहीं है।
यह चालीस दिनों के दौरान हुआ कि जब पानी आता रहा। "और पानी बहुत गहरा हो गया।
"और इससे जहाज तैरने लगा।
वह जहाज़ गहरे पानी के ऊपर तैरता है।
पृथ्वी पूरि तरह पानी से डूब गया।
''6'' मीटर”
घूमने वाले।
यह उन सभी जानवरों को संदर्भित करता है जो बड़े समूहों पृथ्वी पर घूमते हैं।
यहां शब्द "नथनो" सारे जानवर या मनुष्य को दर्शाता है। “हर कोई जो जीवित है”
शब्द "श्वास" और "जीवन" उस शक्ति को दर्शाते हैं जो लोगों और जानवरों को जीवित रखती है।
यह शारीरिक मृत्यु को दर्शाता है।
“तो बाढ़ ने हर जीवित चीज़ को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।“
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। “परमेश्वर ने उन सभी को नष्ट कर दिया“
इसलिए वे अब पृथ्वी पर नहीं रहे।
“और लोग और जानवर जो उसके साथ थे”
जिंदा रहे।
गहरे जल ने सारी पृथ्वी को ढँक दिया।
1परमेश्वर ने नूह और जितने जंगली पशु और घरेलू पशु उसके संग जहाज में थे, उन सभी की सुधि ली:* और परमेश्वर ने पृथ्वी पर पवन बहाई, और जल घटने लगा।2गहरे समुंद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और उससे जो वर्षा होती थी वह भी थम गई।3और एक सौ पचास दिन के पश्चात् जल पृथ्वी पर से लगातार घटने लगा।4सातवें महीने के सत्रहवें दिन को, जहाज अरारात नामक पहाड़ पर टिक गया।5और जल दसवें महीने तक घटता चला गया, और दसवें महीने के पहले दिन को, पहाड़ों की चोटियाँ दिखाई दीं।6फिर ऐसा हुआ कि चालीस दिन के पश्चात् नूह ने अपने बनाए हुए जहाज की खिड़की को खोलकर,7एक कौआ उड़ा दिया: जब तक जल पृथ्वी पर से सूख न गया, तब तक कौआ इधर-उधर फिरता रहा।8फिर उसने अपने पास से एक कबूतरी को भी उड़ा दिया कि देखे कि जल भूमि से घट गया कि नहीं।9उस कबूतरी को अपने पैर टेकने के लिये कोई आधार न मिला, तो वह उसके पास जहाज में लौट आई: क्योंकि सारी पृथ्वी के ऊपर जल ही जल छाया था तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे अपने पास जहाज में ले लिया।10तब और सात दिन तक ठहरकर, उसने उसी कबूतरी को जहाज में से फिर उड़ा दिया।11और कबूतरी सांझ के समय उसके पास आ गई, तो क्या देखा कि उसकी चोंच में जैतून का एक नया पत्ता है; इससे नूह ने जान लिया, कि जल पृथ्वी पर घट गया है।12फिर उसने सात दिन और ठहरकर उसी कबूतरी को उड़ा दिया; और वह उसके पास फिर कभी लौटकर न आई।13नूह की आयु के छः सौ एक वर्ष के पहले महीने के पहले दिन जल पृथ्वी पर से सूख गया। तब नूह ने जहाज की छत खोलकर क्या देखा कि धरती सूख गई है।14और दूसरे महीने के सताईसवें दिन को पृथ्वी पूरी रीति से सूख गई।
याद किया।
यह एक बहुत बडे जहाज को संदर्भित करता है जो बहुत खराब तूफान में भी पानी पर तैरने में सक्षम होगा। “एक बड़ा जहाज“
पृथ्वी से पानी निकलना बंद हो गया और बारिश भी बंद हो गई।“ इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। परमेश्वर ने स्वर्ग की खिड़कियों और गहरे पानी के सोते बंद कर दिए हैं।“
पृथ्वी के नीचे से जल
आकाश से जल बंद हो गया" या "आकाश में दरवाजे बंद हो गए।" देखें कि "स्वर्ग की खिड़कियां" का अनुवाद 7:11 में कैसे किया गया है।“आकाश के दरवाजे बन्द हो गये“
"उतरा" या "ठोस जमीन पर रुका।
क्योंकि मूसा ने यह पुस्तक लिखी है, इसलिए संभव है कि वह इब्रानी कैलेंडर के सातवें महीने और दसवें महीने का जिक्र कर रहा हो, लेकिन यह अनिश्चित है।
दसवें महीने के पहले दिन।
“पानी की सतह के ऊपर दिखाई दिया”
इस वाक्य का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग कर सकते हैं। “ऐसा हुआ कि“
वाक्य "जो उसने बनाया था" खिड़की के बारे में बताता है। कुछ भाषाओं को इस वाक्य को एक अलग वाक्य बनाने की आवश्यकता हो सकती है: "नूह ने नाव में एक खिड़की बनाई थी। यह चालीस दिनों के बाद आया कि उसने खिड़की खोली।
एक काला पक्षी जो मुख्य रूप से मृत जानवरों का मांस खाता है।
इसका मतलब है कि कौआ वापस नाव छोडकर लौट रहा था।
जब तक जल सूख नही जाता।
उतरने के लिए ’'या'' बसेरा करने के लिए। इसका मतलब है, उडान से आराम करने के लिए किसी सतह पर उतरना
"कबूतर" शब्द लेखक की भाषा में मादा है। आप इन वाक्य का उच्चारण "इसके ... यह ... यह" या "उसका ... वह ... उसे," के आधार पर कर सकते हैं कि आपकी भाषा एक कबूतर को कैसे संदर्भित करती है।
''नुह ने कबुतर को भेजा, नुह ने अपना हाथ आगे बड़ाया
ध्यान दें "या" यह महत्वपूर्ण है।
इक पत्ता जो उसने एक जैतून के पेड़ से तोड़ा थी।
उन्होने फिर से सात दिनो तक इंतजार किया।
वह उसके पास फिर से इस लिए नहीं लौटी क्योंकि उसे पृथ्वी पर जगह मिली।
इस वाक्य का उपयोग कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
जब नूह 601 साल का था।
मूसा ने यह पुस्तक लिखी है इसलिए यह संभव है कि वह इब्रानी कैलेंडर के पहले महीने का जिक्र कर रहा है लेकिन यह अनिश्चित है।
“हवा ने धरती की सतह से पानी को सुखा दिया था”
यह एक ढक्कन को संदर्भित करता है जिसने बारिश के पानी को जहाज में जाने से रोक रखा।
शब्द ''देखा'' हमे बताता है कि अगली आने वाली महत्वपूर्ण जानकारी पर ध्यान देना चाहिए।
महीने का सातवां दिन - "दूसरे महीने के सत्ताईसवें दिन।" यह इब्रानी कैलेंडर के दूसरे महीने को संदर्भित कर सकता है, लेकिन यह अनिश्चित है।
पृथ्वी पूरी तरह से सूखी थी।
निकल आ... ले लो।" कुछ अनुवाद पढ़ते है 'निकल आओ ... निकाल लाओ।
हर प्रकार के जीवित प्राणी।"
यह एक मुहावरा है। यह देखें कि इसका अनुवाद 1:28 में कैसे किया गया है। परमेश्वर चाहते थे कि मनुष्य और जानवर प्रजनन करें, ताकि उनकी संख्या बढ़ जाए
कुछ अनुवाद कहते हैं "नूह बाहर आया।"
"अपने प्रकार के समूहों में"।
"यहोवा को समर्पित एक वेदी बनाई" या "यहोवा की आराधना करने के लिए एक वेदी बनाई। उसने इसे पत्थरों से बनाया होगा।
यहां "स्वच्छ" का अर्थ है कि परमेश्वर ने इन जानवरों को बलिदान में उपयोग करने की अनुमति दी। कुछ जानवरों को बलिदान के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया था और उन्हें "अशुद्ध" कहा जाता था।
नूह ने जानवरों को मार डाला और फिर उन्हें पूरी तरह से परमेश्वर की भेंट के रूप में जला दिया। " यहोवा को भेट के रूप में जानवरों को जला दिया“
यह भुना हूवे मांस की अच्छी गंध को संदर्भित करता है।
यहाँ "हृदय" शब्द परमेश्वर के विचारों और भावनाओं को दर्शाता है।
पृथ्वी को बहुत गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं
इसे और अधिक स्पष्ट किया जा सकता है: “क्योंकि मानव जाति पापी है।
अपने शुरुआत वर्षों से वे बुरे काम करते हैं "या" जब वे युवा होते हैं, तो वे बुरी चीजें करना चाहते हैं
यहां "दिल" शब्द लोगों के विचारों, भावनाओं, इच्छाओं और इच्छा को दर्शाता है। "उनकी प्रवृत्ति" या "उनकी आदत“
यह एक बडे बच्चे को दरशाता है।
जब तक पृथ्वी मौजूद है।
लगाने का मौसम।
ये वाक्यांश वर्ष में दो प्रमुख मौसम स्थितियों का वर्नण करती हैं।
वर्ष का गर्म, सुखा समय।
वर्ष का ठंडा, गीला या बर्फीला समय।
अस्तित्व में नहीं रहेगा "या" घटित नहीं होगा। "इसे सकारात्मक तरीके से व्यक्त किया जा सकता है। “जारी रहेगा"
1फिर परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशीष दी* और उनसे कहा, “फूलो-फलो और बढ़ो और पृथ्वी में भर जाओ।2तुम्हारा डर और भय पृथ्वी के सब पशुओं, और आकाश के सब पक्षियों, और भूमि पर के सब रेंगनेवाले जन्तुओं, और समुद्र की सब मछलियों पर बना रहेगा वे सब तुम्हारे वश में कर दिए जाते हैं।3सब चलनेवाले जन्तु तुम्हारा आहार होंगे; जैसे तुम को हरे-हरे छोटे पेड़ दिए थे, वैसे ही तुम्हें सब कुछ देता हूँ। (उत्प. 1:29-30)4पर माँस को प्राण समेत अर्थात् लहू समेत तुम न खाना।* (व्य. 12:23)5और निश्चय मैं तुम्हारा लहू अर्थात् प्राण का बदला लूँगा: सब पशुओं, और मनुष्यों, दोनों से मैं उसे लूँगा; मनुष्य के प्राण का बदला मैं एक-एक के भाईबन्धु से लूँगा।6जो कोई मनुष्य का लहू बहाएगा उसका लहू मनुष्य ही से बहाया जाएगा क्योंकि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप के अनुसार बनाया है। (लैव्य. 24:17)7और तुम तो फूलो-फलो और बढ़ो और पृथ्वी पर बहुतायत से सन्तान उत्पन्न करके उसमें भर जाओ।”
यह परमेश्वर की आशीष है। उसने नूह और उसके परिवार से कहा कि वे अपने जैसे और मनुष्यों को पैदा करें,ताकि उनमे से कई होंगे।शब्द "गुणा" बताता है कि वे कैसे "फलदायी" हैं।
यहा डर और भय की बात हो रही है।जैसे कि वे भौतिक वस्तुएं हैं जो जानवरों पर हो सकती हैं। “हर जीवित पशुओं‘...और समुद्र की सभी मछलियां आपसे भयभीत होंगी।”
शब्द "डर" और "भय" का अर्थ मूल रूप से एक ही बात है और इस बात पर जोर देना कि जानवर मानव जाति से कितना डरेंगे। "आप का एक भयानक डर" या "आप का भयानक डर“
यह जानवरों की चार श्रेणियों में से पहला है जिसके बारे मे लिखा या रहा है, और बाकी जानवरों का सारांश नहीं है जिसका वह आगे उल्लेख करता है।
यह उड़ने वाली चीजों के लिए एक सामान्य शब्द है।
इसमें सभी प्रकार के छोटे जानवर शामिल हैं
हाथ नियंत्रण का एक पैमाना है जो हाथ में है। इसे सक्रिय बनाया जा सकता है। "मैंने उन्हें आपके नियंत्रण में रखा है“
परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों से बात करना जारी रखा।
लहू जीवन का प्रतीक है। परमेश्वर लोगो को माँस न खाने की आज्ञा दे रहे थे।जब तक लहू उसमे है। उनहे पहले लहू बाहर निकालना होगा।
परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों से बात करना जारी रखा।
यह जानवरों के लहू के साथ मनुष्य के लहू के विपरीत है।
यह निहित है कि लहू बहाया जाता है, या बाहर डाला जाता है, या बाहर गिरा दिया जाता है। "अगर कोई आपके खून को बहाने का कारण बनता है" या "अगर कोई आपके खून को बहाता है" या "अगर कोई आपको मारता है“
“यह शरीरक प्राणो को दर्शाता है”
यह भुगतान हत्यारे की मृत्यु को दर्शाता है, न कि पैसे को। "मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होगी जो आपको भुगतान करने के लिए मार डाले"
उस व्यक्ति से लूँगा
"मुझे किसी भी जानवर की आवश्यकता होगी जो भुगतान करने के लिए आपका जीवन लेता है।
मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होगी जो भुगतान करने के लिए किसी अन्य व्यक्ति की जान लेता है"।
यह वाक्य व्यक्ति को बहुत ही व्यक्तिगत तरीके से संदर्भित करता है। “उसी आदमी से“
यहां "भाईबन्धु" का उपयोग रिश्तेदारों के लिए एक सामान्य संदर्भ के रूप में किया जाता है, जैसे कि एक ही जनजाति, कबीले या लोगों के समूह के सदस्य होता है।
किसी को मारने के लिए खून का बहना एक लक्षणा है। इसका मतलब है कि अगर कोई व्यक्ति किसी की हत्या करता है, तो किसी और को हत्यारे को मारना चाहिए। हालांकि, इस मार्ग में "लहू" बहुत महत्वपूर्ण है और यदि संभव हो तो अनुवाद में उपयोग किया जाना चाहिए। ऐसे शब्दों के साथ "खून बहाता " का अनुवाद करें जो लहू के एक बड़े नुकसान का संकेत देता है जो मृत्यु का कारण बनता है।
"क्योंकि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने जैसा बनाया" या "क्योंकि मैंने मनुष्य को अपनी छवि में बनाया है।
परमेश्वर की कृपा है। उसने नूह और उसके परिवार से कहा कि वे अपने जैसे और मनुष्यों को पैदा करें, ताकि उनमें से कई होंगे। शब्द " बढ़ो" बताता है कि वे कैसे "फलदायी" हैं।
परमेश्वर उससे पहले ही बोल रहे थे।यह यह वाक्य उस बदलाव को संकेत करता है, जिसके बारे में परमेश्वर बोलने जा रहे थे। “परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों से बात करना जारी रखा" या "फिर परमेश्वर ने कहा"।
इस वाक्य का उपयोग अंग्रेजी में परमेश्वर से परिवर्तन को संकेत करने के लिए किया जाता है जो नूह और उसके पुत्रों के बारे में बात करते हैं कि परमेश्वर क्या करेगा।
तुम्हारे और मेरे बीच एक वाचा बाँधो।
परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों को बोलना जारी रखा।
"यह कहकर, मैं अपनी वाचा तुम्हारे साथ बनाता हूँ।
संभावित अर्थ 1 हैं) सभी मनुष्य या 2) सभी भौतिक प्राणी, जिनमें मनुष्य और जानवर शामिल हैं
"पृथ्वी को नाश करने वाली बाढ़ फिर कभी नहीं होगी।" बाढ़ आ जाएगी, लेकिन वे पूरी पृथ्वी को नाश नहीं करेगी।
इसका मतलब है कि उस चीज़ की याद दिलाने का वादा किया गया था।
यह वाचा नूह और उसके परिवार और उन सभी पीढ़ियों के लिए भी लागू होती है जो पालन करते हैं।
परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों से बात करनी जारी रखी।
"जब कभी।" यह कुछ ऐसा है जो कई बार होता है।
यह स्पष्ट नहीं है कि धनुष कौन देखेगा,लेकिन क्योंकि यह वाचा याह्वे और लोगों के बीच है अगर आपको यह कहने की आवश्यकता है कि यह कौन है जो धनुष को देखेगा। तो यहोवा और मनुष्य दोनो का नाम होगा। इसका सक्रिय रूप में अनुवाद किया जा सकता है। “मनुष्य और मैं धनुष को देखते है“
प्रकाश की रंगीन पट्टी जो बारिश में दिखाई देती है जब सूरज दर्शक के पीछे से चमकता है।
इसका मतलब यह नहीं है कि परमेश्वर पहले भूल जाएगा। "मैं अपनी वाचा के बारे में सोचूंगा"
आप" शब्द बहुवचन है। परमेश्वर नूह और नूह के पुत्रों से बात कर रहा था।
हर तरह का जीवन।
संभावित अर्थ 1 हैं) सभी मनुष्य या 2) सभी भौतिक प्राणी, जिनमें मनुष्य और जानवर शामिल हैं।
परमेश्वर ने नूह और उसके बेटों से बात करनी जारी रखी।
"ताकि मैं याद रखूंगा" या "ताकि मैं इसके बारे में सोचूंगा।
परमेश्वर यहां बोल रहे हैं। "मेरे और हर जीवित प्राणी के बीच।
हर तरह का जीवन।
परमेश्वर पहले से ही नूह से बात कर रहा था। यह वाक्य ईश्वर के कहे अनुसार अंतिम भाग को चिह्नित करता है। "परमेश्वर नूह से कहकर समाप्त हुआ" या "तो परमेश्वर ने नूह से कहा“
पाठ 13-19 मे नूह के तीन बेटो का परिचय दिया है जो आगली कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे।
हाम कनान का सच्चा पिता था।
भूमि पर किसानी करने वाला आदमी।
बहुत शराब पिया।
पाठ में यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि नूह का शरीर कितना नंगा था, क्योंकि वह नशे में था। उनके बेटों की प्रतिक्रियाएं हमें दिखाती हैं कि यह शर्मनाक था।
यह नूह को दर्शाता है।
पाठ 25 -27 में नूह ने हाम के बेटे पर एक श्राप दिया और हाम के भाइयो पर आशिष दी। नूह ने उसने बारे मे जो कहा , वह उनके वंशजों पर भी लागू होता है
इन छंदो में वैकल्पिक वाक्यांश यह दर्शाने के लिए दिए गए कि यह कविता है। यदि आप कर सकते है। तो इन छंदों को प्रारूपित करें क्योंकि वे आपके पाठकों को दिखाने के लिए यहां स्वरूपित हैं कि यह कविता है।
शांत हो गया।
यह हाम को संदर्भित करता है। “उनका सबसे छोटा बेटा हाम“
मे कनान को श्राप देता हूँ।
यह हाम के बेटो मे से था [हाम का बेटा कनान]
अपने भाइयो का सबसे छोटा सेवक ''या'' अपने भाइयो का सबसे कम महत्वपूर्ण सेवक।
यह या तो कनान के भाइयों या सामान्य रूप से उनके रिश्तेदारों को संदर्भित कर सकता है।
यदि आप कर सकते हैं, तो इन वचनों को प्रारूपित करें क्योंकि वे आपके पाठकों को दिखाने के लिए यहां स्वरूपित हैं कि यह कविता है।
"शेम के परमेश्वर यहोवा की स्तुति करो ''या'' शेम के परमेश्वर यहोवा स्तुति के योग्य है। ''या'' मैं शेम के परमेश्वर की स्तुति करता हूँ।
और कनान को शेम का सेवक होने दो। ‘इसमे कनान और शेम के वशज शामिल है।
संभावित अर्थ हैं। 1) परमेश्वर जापिथ के तम्बूओ को बड़ा बना सकता है। 2)परमेश्वर कई कारणो से जापिथ को पैदा कर सकता है।
और उसे शेम के साथ शांति से जाने दें।" इसमें जआपिथ और शेम के वंशज शामिल हैं।
कनान जापिथ का सेवक हो।" इसमें कनान और जापिथ के वंशज शामिल हैं।
“जल-प्रलय” शब्द वास्तव में बहुत ज्यादा पानी को दर्शाती है। जो पूरी तरह धरती को ढाप लेती है।
“नूह 4000 पहले जीने वाला मनुष्य था। उस समय जब परमेश्वर ने संसार में सभी बुरे लोगों का नाश करने के लिऐ जल-प्रलय भेजी थी। परमेश्वर ने नूह को एक विशाल नाव बनाने के लिऐ कहा जिसमें वह और उसका परिवार जल-प्रलय के दोरान जीवित रह सकें।
1नूह के पुत्र शेम, हाम और येपेत थे; उनके पुत्र जल-प्रलय के पश्चात् उत्पन्न हुए: उनकी वंशावली यह है।
"यह नूह के बेटों की वंशावली है।" यह वाक्य उत्पत्ति 10: 1-11: 9 में नूह के वंशजों का परिचय देता है।
यावान के बेटे और वंशज अलग हो गए और किनारो और द्वीपों में चले गए।
यह उन लोगों को संदर्भित करता है जो तटी इलाकों में और द्वीपों पर रहते थे।
यह उन लोगों को संदर्भित करता है जो "उनके घर" के साथ रहते थे। ये ऐसे स्थान हैं जहाँ लोग द्वीपों में चले गए और रहते थे।
"प्रत्येक व्यक्ति समूह ने अपनी भाषा बोली" या "जन समूहों ने अपनी भाषाओं के अनुसार खुद को विभाजित किया"
मिज़राईम "मिस्र" का इब्रानी नाम है।
संभावित अर्थ । 1) शूरवीर योद्धा 2)पराक्रमी आदमी।
संभावित अर्थ 1) हैं "यहोवा की दृष्टि में" या 2) "यहोवा की सहायता से"
यह एक कहावात का परिचय देता है।आपकी भाषा मे कहावते अलग तरह से पेश हो सकती है “ यही कारण है कि लोग कहते है।“
संभव अर्थ है। 1) पहले केंद्र उन्होने विकसित किए । 2) महत्वपूर्ण शहर।
निमरोड अश्शूर में चला गया।
यह नूह के वंशजो की सूची है।
मिजराम हाम के बेटो मे से एक था ।उसके वंशय मिस्र के लोग बने। मिजराम का इब्रानी में नाम मिस्र है।
ये नाम उन लोगों के बड़े समूहों को संदर्भित करते हैं जो कनान से आए थे।
उनके क्षेत्र की "सीमा" या "इलाका”।
यदि आवश्यक हो तो दिशा दक्षिण स्पष्ट रूप से बताई जा सकती है। “उत्तर में सदोम शहर से दक्षिण में गाजा शहर के रूप में, जो गरार के पास है “
यदी आवश्यक हो तो दिशा ''पूर्व'' या ''देशीय'' स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। “तब पूर्व मे सदोम, गमोरा, अदाम, और सबोयीम जो की लाशा की ओर है।“
शब्द "ये" उन लोगों और लोगों के समूहों को संदर्भित करता है जो छंद 10: 6 में सूचीबद्ध थे।
"अपनी विभिन्न भाषाओं के अनुसार अलग-अलग हो गए।
उनके घर में ।
शेम नूह के तीन बेटों में से एक था, जो उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णित दुनिया भर में बाढ़ के दौरान सन्दूक में उसके साथ गया था।
येपेत नूह के तीन पुत्रों में से एक था।
अर्पक्षद, शेम के पुत्रों में से एक था।
पेलेग नाम का अर्थ है ‘विभाजन।
पृथ्वी के लोग एक दूसरे से अलग हो गए" या "परमेश्वर ने पृथ्वी के लोगों को अलग कर दिया"।
योक्तान ओपीर के पुत्रों में से एक था।
"ये" यहाँ योक्तान के बेटों को दर्शाता है।
"जिस भूमि को उन्होंने नियंत्रित किया " या " वे जिस भूमि में रहते थे
शब्द "ये" शेम के वंशज (10:21) को दर्शाता है।
यह पीछे 10: 1 में सूचीबद्ध सभी लोगों को संदर्भित करता है।
"सूची के अनुसार।
"इन कुलों से राष्ट्र अलग हुए और पृथ्वी पर फैल गए" या "ये वंश एक दूसरे से अलग हुए और पृथ्वी के राष्ट्र बने"।
यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। “जल-प्रलय के बाद पृथ्वी नष्ट हो गई"
1सारी पृथ्वी पर एक ही भाषा, और एक ही बोली थी।2उस समय लोग पूर्व की ओर चलते-चलते शिनार देश में एक मैदान पाकर उसमें बस गए।3तब वे आपस में कहने लगे, “आओ, हम ईटें बना-बनाकर भली-भाँति आग में पकाएँ।” और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से, और मिट्टी के गारे के स्थान में चूने से काम लिया।4फिर उन्होंने कहा, “आओ, हम एक नगर और एक मीनार बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हमको सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।”5जब लोग नगर और गुम्मट बनाने लगे; तब उन्हें देखने के लिये यहोवा उतर आया।6और यहोवा ने कहा, “मैं क्या देखता हूँ, कि सब एक ही दल के हैं और भाषा भी उन सब की एक ही है, और उन्होंने ऐसा ही काम भी आरम्भ किया; और अब जो कुछ वे करने का यत्न करेंगे, उसमें से कुछ भी उनके लिये अनहोना न होगा।7इसलिए आओ, हम उतर कर उनकी भाषा में बड़ी गड़बड़ी डालें, कि वे एक दूसरे की बोली को न समझ सके।”8इस प्रकार यहोवा ने उनको वहाँ से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया*; और उन्होंने उस नगर का बनाना छोड़ दिया।9इस कारण उस नगर का नाम बाबेल पड़ा; क्योंकि सारी पृथ्वी की भाषा में जो गड़बड़ी है, वह यहोवा ने वहीं डाली, और वहीं से यहोवा ने मनुष्यों को सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया।
यह वाक्य उन सभी लोगो को दर्शाता है, जो पृथ्वी पर रहते थे।
यह दोनो वाक्यांशो का अर्थ एक ही है और यह एक ही बात पर जोर देते है कि उस समय सब जाति और देश के लोग एक ही भाषा बोलते थे।
एक स्थान से दुसरे स्थान जाना।
पूर्व की ओर का अर्थ यह है कि, वह पूर्व की कोई भी दिशा हो सकती है लेकिन विद्वान लोग यही विश्वास करते है कि नाव शिनार मे आ ठहरी जो पूर्व में पाया जाता हैं।
इसका अर्थ यह है कि नाव एक स्थान पर आकर ठहर गये।
आओ चलो।
लोग मिटी से ईंटे बना बनाकर उन्हे आग मे पकाते है, ताकि वह सख्त और मजबूत बन जाए।
एक मोटा चिपचिपा काला तरल जो जमीन से निकलता है।
यह मिट्टी या रेत और पानी से बना एक गाढ़ा पदार्थ है जिसका ईस्तेमाल पत्थरों या ईंटों को एक साथ रखने के लिए किया जाता है।
कि हम अपना नाम प्रसिद्ध और महान बनाए।
प्रसिध्दिता [ लोगो में मशहुर होना]।
अत: एक दुसरे से अलग होकर अलग स्थानों मे रहना।
आदम के वंशज।
इस वाक्य में परमेश्वर के सर्वग से उतरने का वर्णन किया गया है, लेकिन यह हमें यह नहीं बताता कि वह कैसे सर्वग से उतरा।
की वह ध्यान से देखे।
वह लोगो का एक बहुत बड़ा जुंड था जो एक सी भाषा बोलते थे।
इसके दो संभावित अर्थ हो सकते है। 1, यह कि उन्होने उस गुम्मट को बनाने कि शुरुआत कर ली थी, पर वे उसे पूरा नहीं बना पाए। 2, यह एक पहली चीज थी जो उनके द्वारा बनाई गई, इसका अर्थ यह है, कि वे भविष्य में इससे और भी बड़ी चीजे बना सकते थे।
अत: जो कुछ भी वे करना चाहें वह उनके लिए संभव होगा।
आओ चलो।
इस वाक्य में परमेश्वर खुद नीचे आने कि बात कर रहे है।
यहाँ पे परमेश्वर ने पृथ्वी के लोगो की भाषा मे गड़बड़ की ताकि वे एक जैसी भाषा ना बोलना पाए।
यह सब परमेश्वर ने इसलिए किया कि वे एक दुसरे की बात को ना समझ पाएं।
उस शहर से।
यहाँ पे “बाबेल“ शब्द “उलझन“ कि तरह प्रतीत होता है।
इसका अर्थ यह कि यहोवा ने सारी पृथ्वी के लोगो कि भाषा मे इसलिए गड़बड़ी डाली की वे एक सी भाषा ना बोलने पाएं।
इस अध्याय के बाकी हिस्से मे शेम की वंशावली की सूची की बात की गई है।
यह वाक्य शेम के वंश की सूची शुरु करता है।
यह नुह के समय का जल-प्रलय है जब लोग बहुत पापी हो गए थे कि यहोवा को पूरी पृथ्वी पर एक खतरनाक जल-प्रलय लाना पड़ा।
शेम एक पुत्र का पिता बना और उसका नाम अर्पक्षद रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
यहाँ पर शेम कि आयू का जिक्र किया गया है जो कि कुल 600 साल का था अत: 100+500=600। 100 साल का वह जल-प्रलय के 2 साल बाद हुआ था।
अर्पक्षद के द्वारा शेलह उत्पन्न हुआ।
यह एक पुरुष का नाम है।
शेलह द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम एबेर रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
एबेर द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम पेलेग रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
पेलेग द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम रू रखा गया।
रू द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम सरूग रखा गया।
सरूग द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम नाहोर रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है
नाहोर द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम तेरह रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है
यहाँ पर “तेरह“ के बेटों की जन्म के क्रम के बारे में स्पष्ट नहीं किया गया।
इस वाक्य मे तेरह कि कुल वंशजो का ज़िक्र किया गया है और उत्पति 11 अध्याय कि 27 आय्त और 25 अध्याय कि 11 पद में भी तेरह के वंशजो का ज़िक्र किया गया है खास तौर पे उसके बेटों का।
इसका मतलब यह है कि हरान का पिता [ तेरह] उस वक्त जिन्दा था और जब हरान की मृत्यु हुई वह उसके साथ था ।
शादी कि।
यह एक स्त्री [ महिला] का नाम है
इस शब्द का यह अर्थ है, कि वह स्त्री जो अपनी शारीरिक कमियों के कारण किसी बच्चे को जन्म नहीं दे सकती।
यहाँ पर अपना शब्द तेरह को दर्शा रहा है।
यहाँ पे सारै कि बात की जा रही है जो तेरह के बेटे अब्राम की पत्नी थी।
यह दोनो शब्द अलग है और यह यहुदी भाषा में बोलने में भी अलग सुनाई पड़ते है एक हारान किसी पुरुष को दर्शाता है वही दुसरा हरान एक शहर के नाम को दर्शाता है।
1यहोवा ने अब्राम से कहा*, “अपने देश, और अपनी जन्म-भूमि, और अपने पिता के घर को छोड़कर उस देश में चला जा जो मैं तुझे दिखाऊँगा। (प्रेरि. 7:3, इब्रा 11:8)2और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊँगा, और तुझे आशीष दूँगा, और तेरा नाम महान करूँगा, और तू आशीष का मूल होगा।3और जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा; और जो तुझे कोसे, उसे मैं श्राप दूँगा; और भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे।” (प्रेरि. 3:25, गला 3:8)4यहोवा के इस वचन के अनुसार अब्राम चला; और लूत भी उसके संग चला; और जब अब्राम हारान देश से निकला उस समय वह पचहत्तर वर्ष का था।5इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और अपने भतीजे लूत को, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किए थे, सबको लेकर कनान देश में जाने को निकल चला; और वे कनान देश में आ गए। (प्रेरि. 7:4)6उस देश के बीच से जाते हुए अब्राम शेकेम में, जहाँ मोरे का बांज वृक्ष है पहुँचा। उस समय उस देश में कनानी लोग रहते थे।7तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, “यह देश मैं तेरे वंश को दूँगा।” और उसने वहाँ यहोवा के लिये, जिसने उसे दर्शन दिया था, एक वेदी बनाई। (गला. 3:16)8फिर वहाँ से आगे बढ़कर, वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है; और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसके पश्चिम की ओर तो बेतेल, और पूर्व की ओर आई है; और वहाँ भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई: और यहोवा से प्रार्थना की।9और अब्राम आगे बढ़ करके दक्षिण देश की ओर चला गया।
अपने देश और अपने परिवार को छोड़कर चला जा।
यहाँ पे “तुझ‘ शब्द अब्राम को दर्शा रहा है और अब्राम अपनी पुरे वंश को दर्शा रहा है और परमेश्वर अब्राम और उसके वंश के द्वारा एक बड़ी जाति उत्पन्न करने की बात कर रहा है।
यहाँ पर परमेश्वर अब्राम को प्रसिद्ध करने को बोल रहे है।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि अब्राम दुसरे लोगो के लिए आशीष का कारण होगा।
जो कोई तुझसे शर्मनाक बरताव करेगा मै उसे श्राप दुंगा और जो कोई तूझे निक्कमा समझे मै उसे भी श्राप दुंगा।
मै धरती के सारे परिवारों को तेरे द्वारा बरकत दुगा।
तेरे ही कारण।
इस में हर तरह के जानवर और निर्जिवी [ अजिवित] चीज़ें शामिल है।
इस के दो मतलब हो सकते है। 1: वह दास जो उन्होने इकट्ठा किए थे। या 2: वह लोग जो उन्होने अपने साथ रहने के लिए इकट्ठा किए थे।
यहाँ पर केवल अब्राम के नाम का ही ज़िक्र किया गया है क्योंकि वह अपने परिवार का मुखिया था और परमेश्वर ने उसे आदेश दिया था कि वह अपने परिवार को वहाँ लेकर जाए। अत: तो अब्राम और उसका परीवार उस देश के बीच में से हो के चला।
कनान का देश।
मोरे शायद एक जगह का नाम था।
क्योंकि यहोवा ने उसे दर्शन दिया था।
अब्राम जब यात्रा करता था तो उसके साथ काफी लोग हुआ करते थे और जब वह एक जगह से दुसरी जगह सफर करते थे तो वह तम्बू खड़े करके उन्ही में रहा करते थे।
यहोवा के नाम में प्रार्थना की और उसकी आराधना की।
और फिर अब्राम ने अपने तम्बू उढाए और अपनी यात्रा जारी रखी।
दक्षिण या दक्षिण से रेगिस्तान की ओर।
उस मौसम वहाँ की फसलें अच्छी तरह से नहीं उग रही थी जिसके कारण वहाँ पे आकाल पड़ गया। अत: वहाँ पे खाने की कमी हो गई।
उस जगह मे जा उस स्थान मे जहा अब्राम रहता था।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि अब्राम कनान देश से होता हुआ पूर्व की ओर चला।
यॅंहा पे अब्राम मिस्री लोगो कि बात कर रहा है कि वे उसे तो मार डालेगे पर उसकी पत्नि सारे को जिन्दा रखेगे और उससे शादी कर लेंगे क्योकि वह सुन्दर थी।
कि तेरे कारण वे मुझे ना मारे।
तब ऐसा हुआ।
राजा फि़रौन के हाकिमों ने सारै को देखा।
इसका अर्थ यह है कि फि़रौन खुद या उसके सिपाही सारै को उसके महल मे लेकर आए।
सारै
इस वाक्य का यह अर्थ है “फि़रौन का परिवार,” उसकी पत्नी, “फि़रौन का घर,” और उसकी जगह।
सारै के कारण।
क्योंकि फ़िरौन का इरादा अब्राम की पत्नी को अपनी पत्नी बनाने का था।
फ़िरौन ने अब्राम को बुलाया, या फ़िरौन ने अब्राम को आज्ञा कि वह उसके पास आए।
फि़रौन ने अब्राम से गुस्से से कहा कि तुने मेरे साथ यह भयानक काम क्यों किया।
फिर फिरौन ने अब्राम के बारे में अपने अधिकारियों को निर्देश दिया।
फिर फ़िरोन के अधिकारियों ने अब्राम उसकी पत्नी और उसके सारे समान समेत उसे वॅंहा से दुर भेज दिया।
1तब अब्राम अपनी पत्नी, और अपनी सारी सम्पत्ति लेकर, लूत को भी संग लिये हुए, मिस्र को छोड़कर कनान के दक्षिण देश में आया।2अब्राम भेड़-बकरी, गाय-बैल, और सोने-चाँदी का बड़ा धनी था।3फिर वह दक्षिण देश से चलकर, बेतेल के पास उसी स्थान को पहुँचा, जहाँ पहले उसने अपना तम्बू खड़ा किया था, जो बेतेल और आई के बीच में है।4यह स्थान उस वेदी का है, जिसे उसने पहले बनाया था, और वहाँ अब्राम ने फिर यहोवा से प्रार्थना की।
मिस्र से निकला।
वह कनान देश से निकल कर रेगिस्तानी इलाको में वापिस गया।
अब्राम कॆ पास काफी जानवर, काफी चांदी, कौर काफी सोना था।
जीवित प्राणी और गाय-बैल।
अब्राम और उसका परिवार अपने सफर में काफी पढ़ावों से और अलग अलग जगहों से होकर गए। इसका सीधा मतलब यह है कि उन्होने अपनी यात्रा जारी रखी।
उसकी यात्रा का समय स्पष्ट किया गया था कि वह उसी जगह पर आए जहाँ पर उसने अपने तम्बू जाने से पहले खड़े किए थे।
यहोवा के नाम में प्रार्थना की और उसकी आराधना की।
वहाँ पर उन दोनों के जानवरो को चराने के लिए ना तो पर्याप्त जगह थी और ना ही पर्याप्त पानी था।
इसमें पशुधन [ गाय-बैल आदि] शामिल है, जिन्हें चरागाह [ चरने का सथान] और पानी की आवश्यकता होती है
वे इकट्ठा जी नहीं सकते थे।
यह एक और कारण है कि वह जगहा उन दोनो के लिए काफी नही थी।
हम झगड़ेंगे नहीं।
लड़ना।
और मै अपने चरवाहों को और तू अपने चरवाहों को एक दुसरे से झगड़ने से रोकेगे।
क्योंकि हम एक परिवार हैं।
["रिश्तेदारों.]" लूत अब्राहम का भतीजा था
यह बयान एक अच्छे अन्दाज में कहा गया है जैसे यह सारी भूमि तेरे ही करने के लिए है।
अब्राम लूत से प्यार से बात कर रहा था और उसे कुछ ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा था जिससे उन दोनों को मदद मिल सके।
इसका अर्थ यह है कि अगर वह,एक तरफ जाएगा तो दुसरा ,दुसरी तरफ जाएगा यौर अगर तुम उत्तर में जाएगा तो मैं दक्षिण
यह वाक्य यरदन नदी के समान्य क्षेत्र को दर्शा रहा है।
वहाँ पर काफी पानी था।
“यहोवा की वाटिका, और मिस्र देश,” यह दोनों दो अलग स्थान हैं।
यह अदन कि वाटिका का दूसरा नाम है।
यह एक पेड़ पौदों, हरी बरी घास और भिन्न-भिन्न फुलों से बड़ा हुआ एक बाग हो सकता है।
सदोम और गमोरा के नाश होने से पहले ही लूत ने वहा रहना शुरू कर दिया था।
यहाँ पर “वे ” शब्द लूत और अब्राम को दर्शा रहा है कि वे आपस में परिवार और भाईबन्दु थे।
बसे रहना या रुके रहना।
कनानियों का देश।
इसका यह अर्थ है कि उन्होने अपने तम्बू सदोम के निकट और सदोम कि ओर सीदा जाने वाले रासते पे लगाए।
लूत के अब्राम को छोड़ने के बाद।
पूरे देश में घूम-घूमकर चलना।
यह नाम उस आदमी का है जिसने अनजिर के पेड़ को खरीदा था
हेब्रोन एक जगह का नाम है।
एक वेदी यहोवा कि महिमा और आराधना के लिए बनाई।
1शिनार के राजा अम्रापेल, और एल्लासार के राजा अर्योक, और एलाम के राजा कदोर्लाओमेर, और गोयीम के राजा तिदाल के दिनों में ऐसा हुआ,2कि उन्होंने सदोम के राजा बेरा, और गमोरा के राजा बिर्शा, और अदमा के राजा शिनाब, और सबोयीम के राजा शेमेबेर, और बेला जो सोअर भी कहलाता है, इन राजाओं के विरुद्ध युद्ध किया।3इन पाँचों ने सिद्दीम नामक तराई में, जो खारे नदी के पास है, एका किया।4बारह वर्ष तक तो ये कदोर्लाओमेर के अधीन रहे; पर तेरहवें वर्ष में उसके विरुद्ध उठे।5चौदहवें वर्ष में कदोर्लाओमेर, और उसके संगी राजा आए, और अश्तारोत्कनम में रापाइयों को, और हाम में जूजियों को, और शावे-किर्यातैम में एमियों को,6और सेईर नामक पहाड़ में होरियों को, मारते-मारते उस एल्पारान तक जो जंगल के पास है, पहुँच गए।7वहाँ से वे लौटकर एन्मिशपात को आए, जो कादेश भी कहलाता है, और अमालेकियों के सारे देश को, और उन एमोरियों को भी जीत लिया, जो हसासोन्तामार में रहते थे।8तब सदोम, गमोरा, अदमा, सबोयीम, और बेला, जो सोअर भी कहलाता है, इनके राजा निकले, और सिद्दीम नाम तराई में, उनके साथ युद्ध के लिये पाँति बाँधी:9अर्थात् एलाम के राजा कदोर्लाओमेर, गोयीम के राजा तिदाल, शिनार के राजा अम्रापेल, और एल्लासार के राजा अर्योक, इन चारों के विरुद्ध उन पाँचों ने पाँति बाँधी।10सिद्दीम नामक तराई में जहाँ लसार मिट्टी के गड्ढे ही गड्ढे थे; सदोम और गमोरा के राजा भागते-भागते उनमें गिर पड़े, और जो बचे वे पहाड़ पर भाग गए।11तब वे सदोम और गमोरा के सारे धन और भोजनवस्तुओं को लूट-लाट कर चले गए।12और अब्राम का भतीजा लूत, जो सदोम में रहता था; उसको भी धन समेत वे लेकर चले गए।13तब एक जन जो भागकर बच निकला था उसने जाकर इब्री अब्राम को समाचार दिया; अब्राम तो एमोरी मम्रे, जो एशकोल और आनेर का भाई था, उसके बांज वृक्षों के बीच में रहता था; और ये लोग अब्राम के संग वाचा बाँधे हुए थे।
जिन जगाहों का नाम उत्पति 14 अध्याय उसकी 1 पद में लिखा गया है वह सब अजाद [ स्वतंत्र] हैं।
यह वाक्य इस कहानी कि नई शुरुआत को दर्शा रहा है।
उसके समय में।
इसका मतलब यह हो सकता है। 1: वह युध्द करने गए। 2: उन्होने युध्द की शुरुआत की। 3: उन्होने युध्द कि तैयारी की।
यह वाक्य इस बात को स्पष्ट करता है कि इन पाचों राजाओं में और उनकी सेनाओं में एकता हो गई थी।
जो घटनाए पद 4 से 7 में घटी वह पद 3 से पहले की है।
वह पूरी तरह कदोर्लाओमेर के नियंत्रण में थे। या शाज्द उसके कर का भुगतान करते या उसकी सेना में सेवा किया करते थे।
उन्होने उसकि अधीनता में रहना छोड़ दिया और उन्होने उसके अधीन रहना बन्द कर दिया।
उन्होने ऐसा इसलिए किया क्योंकि दुसरे राजाओ ने उनका विद्रोह किया।
वे लोगो के समूहो के नाम हैं।
ये स्थानों के नाम हैं।
इस वाक्य से हमें पता चलता है कि एल्पारान कहा था अत: एल्पारान रेगिस्तान के पास हैं।
जो कुछ अध्याय 14 कि 3 पद में लिखा था वही पद 8 और 9 में भी जारी है कि पाँचो राजाओं के युध्द के लिए इकट्ठा होने के बाद क्या हुआ।
वे शब्द यहाँ पर उन चार विदेशी राजाओं को दर्शा रहा है जिन्होंने कनान देश पर हमला किया था। और उनके नाम यह है अम्रापेल, अर्योक, कदोर्लाओमेर, तिदाल,। अत: वे घुमे और चल दिए।
यह वाक्य हमें उन एमोरियों के बारे में बता रहा है जो हार चुके थे,और वॅंहा ओर भी एमोरि लोग थे जो अन्य जगाहों पर रहते थे।
बेला शहर को उसके ऐक ओर नाम सोआर से भी जाना जाता था।
लड़ाई में शामिल हुए या युद्ध की रेखाऍं खिची, कुच्छ अनुवादक ईसे ऐसा भी लिखना पसंद करते है कि सेनाए लड़ी।
चुकीं पांच राजाओ को पहले ही सुचीबन्ध किया गया था हसलिए कुछ भाषाएं ईसे चार राजाओ कि बजाऍं ईसे पांच के रूप में लिखना पसंद करती है।
वहाँ पे बहुत मिट्टी के गड्ढे थे,वह भूमी में छेद थे जिनमे गार बड़ी हुई थी।
एक मोटा चिपचिपा काला तरल जो जमीन से निकलता है। ईसे अनूवाद हम उत्पति 11अध्याय कि 3 आयत में भी देख सकते है।
यह वाक्य राजा सदोम और गमोरा और उनकी सेनाओ को भी दर्शाता है।
इस वाक्य का यह अर्थ है, उनके कुछ सैनिक उन मिट्टी के गड्ढो में गिर गए होंगे।
वह जो लड़ाई में मारे ना गए और ना ही गड्ढो में गिड़े।
यह शब्द राजा वकदोर्लाओमेर को और बाकी राजा और सारी सेना को जिन्होने सदोम और गमोरा पर हमला किया था उन सब को दर्षाता है।
“ सदोम“ और “गमोरा“ के लोगो क धन और “ सदोम“ और “गमोरा“ के लोगो की संपत्ति।
खाने और पीने का सामान।
वह वहाँ से निकल गए।
वे लूत को भी उनकी सारी संपत्ति समेत ले गए। लूत अब्राम के भाई का बेटा था और वह उस समय सदोम में रहता था।
"एक आदमी लड़ाई से बच गया और आया"
अब्राम रहता था,यह वाक्य हमे पिछली जानकारी देता है।
वह अब्राम के संधि - साथी थे,और अब्राम के साथ शांति समझोता बनाए हुए थे।
यह वाक्य अब्राम के भतीजे लूत को दर्शाता है।
वह आदमी जो लड़ने के लिए तैयार किए गए थे।
वह पुरुष जो अब्राम के घर में ही पैदा हुए थे और वे उसके सेवको के बच्चे थे।
वह उनका पिछा करने लगा।
यह कनान के उत्तर में एक शहर है जो अब्राम के तम्बु से बहुत दूर पड़ता था।
यह वाक्य असल में एक युध्द कि रणनीति को दर्शाता है। अब्राम ने अपने आदमियों को अलग अलग दलो में और उन्होने अपने दुशमनों पर अलग अलग दिशाओ से हमला किया।
वह चीजे जीनको अब्राम के दुशमनो ने सदोम और गमोरा के शहरो से चुराया था।
और लूत की संपत्ति जो उनके दुशमनो ने चुराई थी।
ओर उन स्त्रियों को और उन लोगो को जिनको उन चार राजाओ ने कैद कर लिया था।
वह जहां रह रहा था वहॉं लोट आया।
यह पहली बार है कि जब मलिकिसिदक राजा का ज़िक्र किया गया।
उस समय ज्यादातर लोग रोटी और दाखमधू ही खाया पिया करते थे।
मलिकिसिदक राजा ने अब्राम को आशीर्वाद दिया।
इसका अर्थ यह है कि परमेश्वर जो सबसे उत्तम, जो स्वर्ग और पृथ्वी का निर्माता है, अब्राम को आशीर्वाद दै।
यह उस स्थान को दर्शाता है जहॉं परमेश्वर रहते हैं ।
यह वाक्य क अर्थ है कि परमप्रधान परमेश्वर जिसने सब कुछ दिया और वह परमेश्वर के बारे में और भी बहुत बताता है।
यह परमेश्वर की स्तुति करने का एक तरीका है।
तेरे नियंत्रण में" या ["तेरी शक्ति में]"।
यहॉं पे “प्राणियों“ उन सदोम के लोगो को दर्षा रहा है जीनको दुश्मनो ने कैद कर लिया था,और अब्राम ने लूत के साथ साथ उन्हे भी बचाया था।
इसका मतलब यह है कि मैं एक कसम खाता हूँ। या मैं एक वादा करता हूँ।
यहाँ पे अब्राम ने बस वो चीजें रखी जो उसके सैनिकों ने सदोम को आते समय खाई थी,और इन वस्तुओं को छोड़ अब्राम ने अपने लिए कुछ भी न मांगा।
इसका अर्थ यह है कि जो इस बरामद की गई संपत्ति का हिस्सा इन आदमियों का है जिनकी मदद से वह इसे वापिस ला सका।
वे अब्राम के सहयोगी थे। [ देखें 14:13] क्योंकि वे अब्राम के सहयोगी थे और उन्होने अब्राम के साथ लड़ाई को लड़ा था।और इस पूरे कथन का यह अर्थ निकलता है कि मेरे सहयोगी आनेर, एशकोल, और मम्रे ।
1इन बातों के पश्चात् यहोवा का यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुँचा “हे अब्राम, मत डर; मैं तेरी ढाल और तेरा अत्यन्त बड़ा प्रतिफल हूँ।”2अब्राम ने कहा, “हे प्रभु यहोवा, मैं तो सन्तानहीन* हूँ, और मेरे घर का वारिस यह दमिश्कवासी एलीएजेर होगा, अतः तू मुझे क्या देगा?”3और अब्राम ने कहा, “मुझे तो तूने वंश नहीं दिया, और क्या देखता हूँ, कि मेरे घर में उत्पन्न हुआ एक जन मेरा वारिस होगा।”4तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा, “यह तेरा वारिस न होगा, तेरा जो निज पुत्र होगा, वही तेरा वारिस होगा।”5और उसने उसको बाहर ले जाकर कहा, “आकाश की ओर दृष्टि करके तारागण को गिन, क्या तू उनको गिन सकता है?” फिर उसने उससे कहा, “तेरा वंश ऐसा ही होगा।” (रोम. 4:18)6उसने यहोवा पर विश्वास किया;* और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धार्मिकता गिना। (रोम. 4:3)7और उसने उससे कहा, “मैं वही यहोवा हूँ जो तुझे कसदियों के ऊर नगर से बाहर ले आया, कि तुझको इस देश का अधिकार दूँ।”8उसने कहा, “हे प्रभु यहोवा मैं कैसे जानूँ कि मैं इसका अधिकारी हूँगा?”9यहोवा ने उससे कहा, “मेरे लिये तीन वर्ष की एक बछिया, और तीन वर्ष की एक बकरी, और तीन वर्ष का एक मेढ़ा, और एक पिंडुक और कबूतर का एक बच्चा ले।”10और इन सभी को लेकर, उसने बीच से दो टुकड़े कर दिया और टुकड़ों को आमने-सामने रखा पर चिड़ियों को उसने टुकड़े नहीं किए।11जब माँसाहारी पक्षी लोथों पर झपटे, तब अब्राम ने उन्हें उड़ा दिया।12जब सूर्य अस्त होने लगा, तब अब्राम को भारी नींद आई; और देखो, अत्यन्त भय और महा अंधकार ने उसे छा लिया।13तब यहोवा ने अब्राम से कहा, “यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, और उस देश के लोगों के दास हो जाएँगे; और वे उनको चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे;14फिर जिस देश के वे दास होंगे उसको मैं दण्ड दूँगा: और उसके पश्चात् वे बड़ा धन वहाँ से लेकर निकल आएँगे। (निर्ग. 12:36)15तू तो अपने पितरों में कुशल के साथ मिल जाएगा; तुझे पूरे बुढ़ापे में मिट्टी दी जाएगी।16पर वे चौथी पीढ़ी में यहाँ फिर आएँगे: क्योंकि अब तक एमोरियों का अधर्म पूरा नहीं हुआ हैं।”17और ऐसा हुआ कि जब सूर्य अस्त हो गया* और घोर अंधकार छा गया, तब एक अँगीठी जिसमें से धुआँ उठता था और एक जलती हुई मशाल दिखाई दी जो उन टुकड़ों के बीच में से होकर निकल गई।18उसी दिन यहोवा ने अब्राम के साथ यह वाचा बाँधी, “मिस्र के महानद से लेकर फरात नामक बड़े नद तक जितना देश है,19अर्थात्, केनियों, कनिज्जियों, कदमोनियों,20हित्तियों, परिज्जियों, रापाइयों,21एमोरियों, कनानियों, गिर्गाशियों और यबूसियों का देश, मैंने तेरे वंश को दिया है।”
इस वाक्य का अर्थ है कि जब राजाओ में युद्ध हुआ तो अब्राम ने लूत को बचाया।
इस मूहावरे का मतलब है की यहोवा बोला। अत: यहोवा ने अपना संदेश दिया।
यहॉं पे वचन शब्द यहोवा के संदेश को दर्शाता है, अत: यहोवा का संदेश।
परमेश्वर ने इन दो शब्दो का इस्तेमाल अब्राम को अपने चरित्र और अब्राम के साथ उसके रिश्ते के बारे में बताने के लिए किया।
यहाँ पे यहोवा अब्राम को यह कह रहा है कि मै तुझे एक ढाल की तरह बचाऊँगा और मै तेरी ढाल बनकर तुझे बचाऊँगा।
भुगतान यह शब्द एक आदमी के भुगतान को दर्शाता है जिसको वह प्राप्त करता है। इसके यह दो मतलब हो सकते है 1: मै वो हूँ जिसकी तुझे जरुरत है। 2: मै तुझे वो सब दुँगा जिसकी तुझे जरुरत है।
अब्राम बोलना जारी रखता है कि क्योंकि तूने नहीं दिया
यहोवा का वचन फिर से अब्राम के पास आया
इस मुहावरे का मतलब है की यहोवा बोला। यहोवा ने अपना संदेश बोला।
यहॉं पर वचन शब्द यहोवा के संदेश को दर्शा रहा है, अर्थात यहोवा का संदेश।
यह दमिश्क के एलीजर को दर्शाता है।
एक तो यह कि तु पिता बनेगा और तेरा इकलौता बेटा।अब्राम का अपना बेटा उसका वारिस बन जाएगा
सितारों की संख्या।
जिस तरह अब्राम सभी तारों की गिनती नहीं कर पाया, उसी तरह वह अपने सभी वंशजों की गिनती नहीं कर पाएगा क्योंकि वहाँ बहुत-से लोग होंगे
इसका मतलब यह है की जो कुछ यहीवा ने उससे कहा उसको उसने स्वीकार किया और उस पर भरोसा किया की वह सही है।
यहोवा ने अब्राम के विश्वास को धार्मिकता जाना और यहोवा ने अब्राम को धर्मी जाना क्योकि वह यहोवा पर विश्वास करता था।
यहोवा ने अब्राम को याद दिलाया कि उसने अब्राम के लिए क्या कुछ किया है ताकि वह जान सके कि जो कुछ उसने अब्राम से वादा किया है वह उसे पुरा करने कि ताकत रखता है।
इसे प्राप्त करने के लिए" या "ताकि तुम इसके अधिकारी हो जाओ"।
अब्राम परमेश्वर से सबूत माँग रहा था कि सचमुच उसे देश देने जा रहा था
"जानवरों और पक्षियों के मरे हुए शरीर"।
अब्राम ने पक्षियों को वहॉं से भगा दिया, और यह पक्का किया की पक्षी उन लोथों को ना खा सकें।
यह एक मुहावरा है। अब्राम गहरी नींद में सोया।
एक बहुत काला अधेंरा जिस से वह डर गया।
उसे चारों ओर से घेर लिय।
विदेशी।
इसे हम सीदे शब्दों में ऐसे लिख सकते है की उस जगह का मालिक तेरे वंशजों को अपना कैदी बनाएगा और उन्हें दुख देगा।
यहोवा अब्राम से लगातार बाते कर रहा था, जब वह नीद में था।
यहॉं पर दण्ड शब्द का अर्थ है कि परमेश्वर के निर्णय के बाद क्या होगा,, या मैं उन्हे दण्ड दूँगा।
इस कथन का पूरा अर्थ स्पष्ट है कि तेरे वंशज उनकी सेवा करेगे।
यह एक शब्दार्थ है, बहुत संपत्ति या बड़ी अमीरी।
यह कहने का एक विनम्र तरीका है कि"तुम मर जाओगे
शब्द "पिता" सभी पूर्वजों के लिए एक पर्याय है। "पूर्वजों" या "पूर्वजों पिता"।
तुम काफी बुढ़े होंगे जब तुम मरोगे और तुम्हारा परिवार तुम्हें मिटि देगा।
यहां एक पीढ़ी 100 साल के जीवनकाल को दर्शा रही है। "चार सौ साल बाद"।
“तेरे वंशज यहॉं पे फिर वापिस आएगे”, अब्राम के वंशज उस जमीन पर फिर वापिस आएगे यहॉं पे अब्राम रहा करता था, वह जगहा जिसको परमेश्वर ने अब्राम को देने का वादा किया था।
अभी पूरा नहीं हुआ है "या" मेरे सज़ा देने से पहले और भी बुरा हो जाएगा।
यहां “ऐसा हुआ" शब्द हमें उस आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए सचेत करता है जो इस प्रकार है।
परमेश्वर ने ऐसा इसलिए किया कि वह अब्राम को दिखाए की उसने उसके साथ एक वाचा बांधी थी।
जानवरो के टुकड़ो की दो पंक्तियों के बीच से होकर गुजरना।
इस वाचा में परमेश्वर अब्राम को आशीर्वाद देने का वादा करता है, और जब तक अब्राम उसके अनुसार चलता रहेगा, वह उसे आशीर्वाद देता रहेगा।
ऐसा कहकर परमेश्वर ने अब्राम के वंशजों को भूमि दि थी। ओर परमेश्वर तब ऐसा किया, लेकिन वंशज कई वर्षों बाद तक भूमि में नहीं गए।
“एक बहुत बड़ी नदी, फरात।” यह दो तरीके है एक ही नदी को दर्शाने के।
वह उन लोगो के समूहों के नाम है जो उस देश में रहते थे, और परमेश्वर ने अब्राम के वंशजों को आदेश दिया कि वे उन्हे हराए और उन की जमीन ले लें।
1अब्राम की पत्नी सारै के कोई सन्तान न थी: और उसके हागार नाम की एक मिस्री दासी थी। (गला. 4:22)2सारै ने अब्राम से कहा, “देख, यहोवा ने तो मेरी कोख बन्द कर रखी है* इसलिए मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी के पास जा; सम्भव है कि मेरा घर उसके द्वारा बस जाए।” सारै की यह बात अब्राम ने मान ली।3इसलिए जब अब्राम को कनान देश में रहते दस वर्ष बीत चुके तब उसकी स्त्री सारै ने अपनी मिस्री दासी हागार को लेकर अपने पति अब्राम को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो।4वह हागार के पास गया, और वह गर्भवती हुई; जब उसने जाना कि वह गर्भवती है, तब वह अपनी स्वामिनी को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगी।5तब सारै ने अब्राम से कहा, “जो मुझ पर उपद्रव हुआ वह तेरे ही सिर पर हो। मैंने तो अपनी दासी को तेरी पत्नी कर दिया; पर जब उसने जाना कि वह गर्भवती है, तब वह मुझे तुच्छ समझने लगी, इसलिए यहोवा मेरे और तेरे बीच में न्याय करे।”6अब्राम ने सारै से कहा, “देख तेरी दासी तेरे वश में है; जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर।” तब सारै उसको दुःख देने लगी और वह उसके सामने से भाग गई।7तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा,8“हे सारै की दासी हागार, तू कहाँ से आती और कहाँ को जाती है?” उसने कहा, “मैं अपनी स्वामिनी सारै के सामने से भाग आई हूँ।”9यहोवा के दूत ने उससे कहा, “अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह।”10और यहोवा के दूत ने उससे कहा, “मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊँगा,* यहाँ तक कि बहुतायत के कारण उसकी गिनती न हो सकेगी।”11और यहोवा के दूत ने उससे कहा, “देख तू गर्भवती है, और पुत्र जनेगी; तू उसका नाम इश्माएल रखना; क्योंकि यहोवा ने तेरे दुःख का हाल सुन लिया है।12और वह मनुष्य जंगली गदहे के समान होगा, उसका हाथ सबके विरुद्ध उठेगा, और सबके हाथ उसके विरुद्ध उठेंगे; और वह अपने सब भाई-बन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा।”13तब उसने यहोवा का नाम जिसने उससे बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा, “क्या मैं यहाँ भी उसको जाते हुए देखने पाई और देखने के बाद भी जीवित रही?”14इस कारण उस कुएँ का नाम बएर-लहई-रोई कुआँ पड़ा; वह तो कादेश और बेरेद के बीच में है।15हागार को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ; और अब्राम ने अपने पुत्र का नाम, जिसे हागार ने जन्म दिया था, इश्माएल रखा।16जब हागार ने अब्राम के द्वारा इश्माएल को जन्म दिया उस समय अब्राम छियासी वर्ष का था।
सारै के जीवन की पिछली जानकारी बताने के बाद
ऐसी दासी जो घर की मालकिन की सेवा करती है।
बच्चों को जन्म देने से
मुझे उससे बच्चे मिल जाऐं ताकि मेरा परिवार बस जाऐ।
अब्राम ने वही किया जो सारै ने कहा
वह अपने आप को अपनी मालकिन से अधिक महत्वपूर्ण समझने लगी।
हागार दासी की मालकिन “सारै“
जो मेरे साथ अन्याय हुआ
यह तुम्हारा दोष है
सारै ने कहा,मैने अपनी दासी को तुम्हारे साथ सोने दिया।
वह मुझसे नफरत करने लगी और अपने आप को मुझसे अधिक महत्वपूर्ण समझने लगी।
सारै ने कहा,मैं चाहती हूँ कि यहोवा ही इंसाफ करे कि यह मेरा दोष है या तुम्हारा
मेरी बात सुनो
तुम्हारे अधिकार में
सारै हागार के साथ बहुत बुरा व्यवहार करने लगी
और हागार सारै के घर से भाग गई।
संभवित अर्थ हैं 1)यहोवा ने अपने आप को स्वर्गदूत के समान बनाया 2)यह एक यहोवा का स्वर्गदूत था 3)यह परमेश्वर की ओर से एक विशेष संदेशवाहक था(कुछ लोग सोचते हैं कि वह यीशु था)
यहाँ पर वह मार्ग जिस पर हागार गई वह रेगिस्तान को दर्शाता है
यह एक स्थान का नाम है जो कनान के दक्षिण और मिस्र के पूर्व में है।
हागार की मालकिन सारै ।
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से कहा
संभवित अर्थ हैं 1)यहोवा ने अपने आप को स्वर्गदूत के समान बनाया 2)यह एक यहोवा का स्वर्गदूत था 3)यह परमेश्वर की ओर से एक विशेष संदेशवाहक था(कुछ लोग सोचते हैं कि वह यीशु था)
हागार की मालकिन सारै ।
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से कहा।यहाँ पर “मैं” यहोवा को दर्शाता है।
यहोवा ने हागार से कहा, मैं तेरी पीढ़ी को गिनती मे बहुत अधिक कर दूँगा।
संख्या में इतना अधिक जिसको कोई गिन न पाए
संभवित अर्थ हैं 1)यहोवा ने अपने आप को स्वर्गदूत के समान बनाया 2)यह एक यहोवा का स्वर्गदूत था 3)यह परमेश्वर की ओर से एक विशेष संदेशवाहक था(कुछ लोग सोचते हैं कि वह यीशु था)
“ध्यान दो“ या “सुनो“
एक पुत्र को जन्म देगी
तू उसका नाम रखोगे, यहाँ तू शब्द हागार के बारे में है
इश्माएल काअर्थ है परमेश्वर ने सुन लिया है।
वो दुख और लाचारी की मारी हुई थी
यह उसे शर्मिंदा करने के लिए नहीं था। इसका अर्थ है कि वो स्वतंत्र और मजबूत होगा।
वो सब मनुष्यों का शत्रु होगा।
हर कोई उसका शत्रु होगा
वो उनके साथ शत्रुता से रहेगा
रिश्तेदारों
यहोवा, क्योंकि उसने उस से बात की
मैं हैरान हुँ कि मैं अब भी जीवित हुँ
बएर-लहई-रोई कुँए काअर्थ है, “उस जीवित व्यक्तिव का कुँआ, जो मुझे देखता है।
यह सच में, वह कादेश और बेरेद के बीच में है।
हागार वापिस गई और पुत्र जो जन्म दिया
उस पुत्र का नाम रखा जिसे हागार ने जन्म दिया
यहाँ अब्राम की आयु बता कर पृष्ठभूमि की जानकारी दी गई है
यहाँ पर ज्यादा ध्यान इस बात पर दिया गया है कि अब्राम को पुत्र मिला।
1जब अब्राम निन्यानवे वर्ष का हो गया, तब यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा, “मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा।2मैं तेरे साथ वाचा बाँधूँगा, और तेरे वंश को अत्यन्त ही बढ़ाऊँगा।”3तब अब्राम मुँह के बल गिरा* और परमेश्वर उससे यह बातें करता गया,4“देख, मेरी वाचा तेरे साथ बंधी रहेगी, इसलिए तू जातियों के समूह का मूलपिता हो जाएगा।5इसलिए अब से तेरा नाम अब्राम न रहेगा परन्तु तेरा नाम अब्राहम होगा; क्योंकि मैंने तुझे जातियों के समूह का मूलपिता ठहरा दिया है।6मैं तुझे अत्यन्त फलवन्त करूँगा, और तुझको जाति-जाति का मूल बना दूँगा, और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे।7और मैं तेरे साथ, और तेरे पश्चात् पीढ़ी-पीढ़ी तक तेरे वंश के साथ भी इस आशय की युग-युग की वाचा बाँधता हूँ, कि मैं तेरा और तेरे पश्चात् तेरे वंश का भी परमेश्वर रहूँगा।8और मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश, जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, इस रीति दूँगा कि वह युग-युग उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा।”9फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, “तू भी मेरे साथ बाँधी हुई वाचा का पालन करना; तू और तेरे पश्चात् तेरा वंश भी अपनी-अपनी पीढ़ी में उसका पालन करे।10मेरे साथ बाँधी हुई वाचा, जिसका पालन तुझे और तेरे पश्चात् तेरे वंश को करना पड़ेगा, वह यह है: तुम में से एक-एक पुरुष का खतना हो।11तुम अपनी-अपनी खलड़ी का खतना करा लेना: जो वाचा मेरे और तुम्हारे बीच में है, उसका यही चिन्ह होगा।12पीढ़ी-पीढ़ी में केवल तेरे वंश ही के लोग नहीं पर जो तेरे घर में उत्पन्न हुआ हों, अथवा परदेशियों को रूपा देकर मोल लिया जाए, ऐसे सब पुरुष भी जब आठ दिन* के हों जाएँ, तब उनका खतना किया जाए।13जो तेरे घर में उत्पन्न हो, अथवा तेरे रूपे से मोल लिया जाए, उसका खतना अवश्य ही किया जाए; इस प्रकार मेरी वाचा जिसका चिन्ह तुम्हारी देह में होगा वह युग-युग रहेगी।14जो पुरुष खतनारहित रहे, अर्थात् जिसकी खलड़ी का खतना न हो, वह प्राणी अपने लोगों में से नाश किया जाए, क्योंकि उसने मेरे साथ बाँधी हुई वाचा को तोड़ दिया।”
यहाँ कहानी के नये मोड़ की शुरूआत होती है
वो परमेश्वर जिस में सब शक्तियाँ हैं
“मेरी आज्ञाकारिता में चल“ या “मेरी आज्ञाकारिता कर“
यदि तु ये करेगा तो फिर मैं करूँगा
मैं अपनी वाचा दूँगा
इस वाचा में परमेश्वर अब्राम को आशीर्वाद देने की प्रतिज्ञा की लेकिन इसके लिए अब्राम को परमेश्वर की आज्ञा का पालण करना था
मैं तेरे वंशजों की संख्या को बहुत बढ़ाऊँगा
उसने ऐसा यह दिखाने के लिए किया कि वह परमेश्वर का सम्मान करता है और वो उसकी आज्ञाकारिता करेगा।
परमेश्वर ने इस से यह बताया कि वो वाचा का अपना हिस्सा अब्राम के लिए करेगा
मेरी वाचा निस्संदेह तेरे साथ है
तू ऐसा होगा जिस के नाम से बहुत सी जातियाँ होंगी
अब्राम का अर्थ था “ऊंचा पिता“ जबकि अब्राहम काअर्थ है जातियोँ का पिता” या बहुतों का पिता
तेरे बहुत से वंशज होंगे
मैं तेरे वंशजों को जातियाँ बनाऊँगा
तेरे वंश के कुछ लोग राजा होंगे
परमेश्वर अब्राहम से बात करनी जारी रखता है
हर पीढ़ी के लिए
ऐसी वाचा जो सदा के लिए होगी
तेरा और तेरी संतान का परमेश्वर हुँगा
कनान सदा के लिए उनका देश होगा
परमेश्वर अब्राहम को को जानकारी देता है कि वाचा में उसका हिस्सा क्या है।
“मेरी वाचा का सम्मान करना“, या “मेरी वाचा की आज्ञाकारिता करना“
यह मेरी वाचा की माँगें हैं
तुम में से हर पुरूष का खतना करना
यह इंनसानी पुरूषों को दर्शाता है।
तुम्हारे मध्य के प्रत्येक पुरूष का खतना करना
यह चिन्ह इस बात को दर्शाता है कि वाचा अस्तित्व में है
यहाँ चिन्ह उस बात को दर्शाता है जिसकी परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की है।
परमेश्वर अब्राहम से बात करनी जारी रखता है।
हर इंसानी नर
हर एक पीढ़ी में
हर कोई पुरूष जिसे तुम खरीदते हो
तुम्हारे शरीर में मेरी वाचा का चिन्ह होगा।
सदा बनी रहने वाली वाचा
वह पुरूष जिसका तूने खतना नहीं किया
मैं उस खतनारहित पुरूष को अपने लोगों में से नाश करूँगा
“मारा जाएगा” या समाज से बाहर निकाल दिया जाएगा
उसने मेरी वाचा के नियमों का पालण नहीं किया
यहाँ परमेश्वर अगले व्यक्ति से बात करनी शुरू करता है
मैं उसके द्वारा तुझे एक पुत्र दूँगा
उसके वंशजों में से बहुत सी जातियाँ निकलेंगी
उसके वंशजों में से कुछ लोग राजा होंगे
“खामोशी से स्वयं को कहा” या “अपने मन में विचार किया“
अब्राहम ने यह सवाल इस लिए किया क्योंकि वह परमेश्वर की बात पर विश्वास नहीं कर सका। “निश्चित रूप से एक सौ साल का पुरूष पुत्र का पिता नहीं बन सकता।”
सारा नब्बे वर्ष की हो जाने के कारण पुत्र को जन्म नहीं दे सकती।
कृप्या जो वाचा तूने मेरे साथ बाँधी है उसे इश्माएल के द्वारा पूरा कर।
परमेश्वर अब्राहम के विश्वास का सुधार करना चाहता था
यहाँ तू शब्द अब्राहम के लिए है
परमेश्वर अब पैदा होने बच्चे से हटकर इश्माएल के बारे में बात करनी शुरू करता है।
मैं उसे बहुत सी संतान दूँगा
मैं उसे बहुत से वंशज दूँगा
“प्रधान“ या “हाकिम”। यह प्रधान याकूब के बारह पुत्रों या नाती पोतों के बारे में नहीं हैं जिन्होने इस्राएल के बारह गोत्रों को अगुवाई करना था।
परमेश्वर कहता है कि वो अपनी वाचा इश्माएल के साथ नहीं बलकि इसहाक के साथ बाँधूगा।
जब परमेश्वर ने अब्राहम से बात करनी बन्द कर दी
परमेश्वर अब्राहम के पास से चला गया
यह हर उमर के पुरूषों के लिए था, बच्चे, लड़के, आदमी सब के लिए।
इसमें वो लोग शामिल थे जो उसके घर में पैदा हुए और जिन को उसने परदेशीयों से खरीदा था।
ये दासों या गुलामों के बारे में है
जिनको उसने खरीदा था।
1अब्राहम मम्रे के बांज वृक्षों के बीच कड़ी धूप के समय तम्बू के द्वार पर बैठा हुआ था, तब यहोवा ने उसे दर्शन दिया*:2उसने आँख उठाकर दृष्टि की तो क्या देखा, कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं। जब उसने उन्हें देखा तब वह उनसे भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा, और भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और कहने लगा,3“हे प्रभु, यदि मुझ पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि है तो मैं विनती करता हूँ, कि अपने दास के पास से चले न जाना।4मैं थोड़ा सा जल लाता हूँ और आप अपने पाँव धोकर इस वृक्ष के तले विश्राम करें।5फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊँ, और उससे आप अपने-अपने जीव को तृप्त करें; तब उसके पश्चात् आगे बढ़ें क्योंकि आप अपने दास के पास इसलिए पधारे हैं।” उन्होंने कहा, “जैसा तू कहता है वैसा ही कर।”6तब अब्राहम तुरन्त तम्बू में सारा के पास गया और कहा, “तीन सआ मैदा जल्दी से गूँध, और फुलके बना।”7फिर अब्राहम गाय-बैल के झुण्ड में दौड़ा, और एक कोमल और अच्छा बछड़ा लेकर अपने सेवक को दिया, और उसने जल्दी से उसको पकाया।8तब उसने दही, और दूध, और बछड़े का माँस, जो उसने पकवाया था, लेकर उनके आगे परोस दिया; और आप वृक्ष के तले उनके पास खड़ा रहा, और वे खाने लगे। (इब्रा. 13:2)
ये बलूत के पेड़ों के मालिक का नाम था।
तम्बू के प्रवेश द्वार पर
दिन के सब से गरम समय
उसने उपर की ओर देखा कि उसके सामने वहाँ तीन पुरूष खड़े थे
अचानक, जिस से अब्राहम हैरान हो गया
उसके पास, वो उसके पास थे पर उनके बीच में इतनी दूरी थी कि वो उन की ओर भाग कर जा सकता था
उसने उनका आदर सम्मान करने के लिए दण्डवत् किया
संभव अर्थ 1) अब्राहम को पता था कि इन पुरूषों में से एक परमेश्वर है या 2) अब्राहम जानता था कि ये पुरूष परमेश्वर की ओर से आए हैं
अब्राहम उन में से एक के साथ बात कर रहा था
कृप्या आगे मत जाना
अब्राहम अतिथि को सम्मान देने के लिए ऐसा कहता है
मैं थोड़ा पानी लाता हूँ या “मेरा दास कुछ पानी लाता है”
कुछ पानी...कुछ रोटी
इस रीति से थके हुए महिमान अपनी लम्बी यात्रा की थकान के राहत महसूस करते थे।
अब्राहम तीनों से बात कर रहा था इस लिए वो यहाँ बहुवचन का उपयोग करता है।
लगभग 22 लीटर
रोटी गरम पत्थर पर जल्दी से बनाई गई थी, यह समतल या गोल आकार की होंगी
सेवक ने जल्दी से यह किया
उसे काटा और भूना
यह दूध का ठोस रूप है यह दही या पनीर होगा
भूना हुआ बछड़ा
तीन महिमानों के सामने
फिर उन्होंने अब्राहम से पूछा
यहाँ उसने शब्द उस पुरूष के लिए है जिसे अब्राहम ने प्रभु कहा
अगले साल इसी मौसम में
तम्बू के प्रवेश द्वार पर
मैं इस बात पर विश्वास नहीं कर सकती कि मैं औलाद के सुख का अनुभव करूँगी, मेरा स्वामी भी बूढ़ा है।
मेरा पति भी बूढ़ा है
सारा ने अब्राहम को आदर देने के लिए उसे स्वामी कहा
सारा हसने में और यह कहने में ग़लत थी कि मैं तो बहुत बूढ़ी हूँ मैं कैसे बच्चा पैदा कर सकती हूँ
ऐसा कोई काम नहीं है जिसे यहोवा नहीं कर सकता
जिस समय को मैंने नियुक्त किया है, जो वसन्त ऋतु में होगा
सारा कहकर इस बात से मुकर गई
यहोवा ने जवाब दिया
नहीं ये सत्य नहीं है, तूम जरूर हँसी हो
उन्हे अलविदा कहने के लिए। उस समय महिमानों के जाते समय कुछ दूर उनके साथ जाना आदर का चिन्ह था।
जो मैं करने जा रहा हूँ मैं उसे अब्राहम से नहीं छिपाऊँगा, मैं उसे बता दूँगा
यह जो मैं करता हूँ...उस से
मैं अब्राहम के द्वारा पृथ्वी की सारी जातियों को आशीष दूँगा
“वो अब्राहम के कारण आशीष पाएँगे“। या “वो इस लिए आशीष पाएँगे क्योंकि मैंने अब्राहम को आशीष दी है।”
वो उनकी अगुवाई करेगा
कि वो यहोवा की आज्ञाओं का पालण करें
यहोवा की आज्ञाओं का पालण करें
धार्मिकता और न्याय के काम करने से। इस से पता चलता है यहोवा के मार्ग में अटल कैसे बना जाता है
ताकि यहोवा अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार अब्राहम को आशीष दे।
बहुत सारे लोग सदोम और गमोरा के लोगों को उनकी दुष्टता के कारण कोस रहे हैं
उन्होंने बहुत सा पाप किया है
मैं सदोम और गमोरा में उतरूँगा
मैं वहाँ जाकर देखूँगा और फैसला लूँगा
मैं देखूँगा कि क्या वो उतने दुष्ट हैं जितना उन पर दोष है
यदि वो उतने दुष्ट नहीं हैं जितना कहा जा रहा है
अब्राहम के तम्बू से बाहर चले गये
अब्राहम और यहोवा एक साथ रहे
यहोवा के और पास जाकर
यहाँ अब्राहम नाश करने के लिए ऐसे शब्द का उपयोग करता है जैसे कोई झाड़ू से गन्दगी साफ करता है।
दुष्ट लोगों के साथ धर्मी लोगों भी
अब्राहम परमेश्वर के बात करनी जारी रखता है
मान लो कि उस नगर में
मैं मानता हूँ कि तू उस स्थान का नाश नहीं करेगा, तुम सचमुच उन पचास धर्मीयों के कारण उस स्थान को छोड़ देगा
वहाँ पर रहने वाले लोगों का नाश करेगा
मैं उन पचास धर्मियों के कारण उस स्थान को छोड़ दूँगा
लोगों को जीने देगा
आप में ऐसा करने की इच्छा नहीं होनी चाहिए
किसी को मारने जैसा काम
आप धर्मी और दुष्ट दोनों के साथ एक जैसा व्यवहार करोगे?
क्योंकि आप सारी पृथ्वी के न्यायी हैं, मुझे पक्का पता है कि आप वही करोगे जो सही होगा
परमेश्वर को अकसर न्यायी कहा गया है क्योंकि वो ऐसा संपूर्ण न्यायी है जो सही और ग़लत के बारे में अंतिम निर्णय लेता है
मुझे आप के साथ बात करने के लिए क्षमा कीजिए
हे मेरे प्रभु
“मैं तो नाशवान मनुष्य हूँ“ या “मैं तो मिट्टी और राख के समान महत्वहीन हूँ“
यदि केवल पैंतालीस धर्मी हों
यदि पाँच धर्मी कम हों
मैं सदोम को नाश नहीं करूँगा
अब्राहम ने यहोवा से बात की
यदि सदोम और गमोरा तुमे चालीस धर्मी लोग मिलें
यहोवा ने उत्तर दिया
यदि मुझे वहाँ चालीस धर्मी लोग मिलें तो उनके कारण मैं नगर को नाश नहीं करूँगा
तीस धर्मी लोग
मुझे आप से बात करने की साहस के लिए क्षमा करें
बीस धर्मी लोग
शायद आपको वहाँ दस धर्मी जन मिलें
दस धर्मी जन
और यहोवा ने उत्तर दिया
यदि मुझे वहाँ दस धर्मी जन मिलें
यहोवा वहाँ से चला गया
1सांझ को वे दो दूत* सदोम के पास आए; और लूत सदोम के फाटक के पास बैठा था। उनको देखकर वह उनसे भेंट करने के लिये उठा; और मुँह के बल झुककर दण्डवत् कर कहा;2“हे मेरे प्रभुओं, अपने दास के घर में पधारिए, और रात भर विश्राम कीजिए, और अपने पाँव धोइये, फिर भोर को उठकर अपने मार्ग पर जाइए।” उन्होंने कहा, “नहीं; हम चौक ही में रात बिताएँगे।”3और उसने उनसे बहुत विनती करके उन्हें मनाया; इसलिए वे उसके साथ चलकर उसके घर में आए; और उसने उनके लिये भोजन तैयार किया, और बिना ख़मीर की रोटियाँ बनाकर उनको खिलाईं।4उनके सो जाने के पहले, सदोम नगर के पुरुषों ने, जवानों से लेकर बूढ़ों तक, वरन् चारों ओर के सब लोगों ने आकर उस घर को घेर लिया;5और लूत को पुकारकर कहने लगे, “जो पुरुष आज रात को तेरे पास आए हैं वे कहाँ हैं? उनको हमारे पास बाहर ले आ, कि हम उनसे भोग करें।”6तब लूत उनके पास द्वार के बाहर गया, और किवाड़ को अपने पीछे बन्द करके कहा,7“हे मेरे भाइयों, ऐसी बुराई न करो।8सुनो, मेरी दो बेटियाँ हैं जिन्होंने अब तक पुरुष का मुँह नहीं देखा, इच्छा हो तो मैं उन्हें तुम्हारे पास बाहर ले आऊँ, और तुम को जैसा अच्छा लगे वैसा व्यवहार उनसे करो: पर इन पुरुषों से कुछ न करो; क्योंकि ये मेरी छत के तले आए हैं।”9उन्होंने कहा, “हट जा!” फिर वे कहने लगे, “तू एक परदेशी होकर यहाँ रहने के लिये आया पर अब न्यायी भी बन बैठा है; इसलिए अब हम उनसे भी अधिक तेरे साथ बुराई करेंगे।” और वे उस पुरुष लूत को बहुत दबाने लगे, और किवाड़ तोड़ने के लिये निकट आए।10तब उन अतिथियों ने हाथ बढ़ाकर लूत को अपने पास घर में खींच लिया, और किवाड़ को बन्द कर दिया।11और उन्होंने क्या छोटे, क्या बड़े, सब पुरुषों को जो घर के द्वार पर थे अंधा कर दिया, अतः वे द्वार को टटोलते-टटोलते थक गए।
उत्पत्ति 18 कहता है कि सदोम में दो पूरूष गये, यहाँ हमें पता चलता है कि वो वास्तव में स्वर्गदूत थे। (18:22 देखें)
नगर के चारों ओर दिवार होती थी और यह नगर में प्रवेश करने का फाटक था। यह किसी नगर का महत्वपूर्ण स्थान था। वहाँ महत्वपूर्ण लोग अपना समय बिताते थे। “सदोम का प्रवेश द्वार”
उसने अपने घुटने ज़मीन पर टिका कर अपने माथे और नाक को जमीन पर लगाया
लूत ने स्वर्गदूतों को आदर देने के लिए ऐसा कहा
कृप्या आकर अपने दास के घर ठहिरें
लूत ने स्वर्गदूतों को आदर देने के लिए ऐसा कहा
लोग यात्रा के बाद अपने पाँव धोना पसन्द करते थे।
सुबह जल्दी उठ जाना
उन दोनों ने चौक में ही रात बिताने की योजना बना रखी थी। यहाँ हम का अर्थ दोनों दूतों से है
यह शहर का सार्वजनिक बाहरी स्थान था
वे मुड़े और उसके साथ गये।
इस से पहले कि लूत के घर में मौजूद लोग सोने के लिए लेटते
सदोस के निवासी पुरूष
लूत के घर
इसका अर्थ है हर आयु के लोग
जो आज तुम्हारे घर गये थे
ताकि हम उनके साथ संभोग करें
बाहर निकलने के बाद
हे मेरे भाइयों मैं तुम से विनती करता हूँ
लूत ने शहर के लोगों से मित्रतापूर्ण बात की ताकि वो उसकी विनती को समझ सकें। “मेरे दोसतो”
ऐसी दुष्टता का काम मत करो
“ध्यान दो“ या “इधर देखो“
अब तक किसी से संभोग नहीं किया
“जो तुम्हारी इच्छा हो“ या जो कुछ तुम लोगों को सही लगे
वो मेरे घर आए हैं और परमेश्वर चाहता है कि मैं उनकी रक्षा करूँ
“पीछे हट जा“ या “रास्ते से पीछे हट जा“
यह परदेशी यहाँ रहने आया था
“लूत” ये बातें वो लोग कर रहे थे
अब यह आदमी समझता है कि इसे हमें ये बताने का हक है कि क्या सही है और क्या ग़लत।
इसके पास ऐसा करने का कोई कारण नहीं है
हम तुम्हारे साथ इन पुरूषों से भी अधिक दुष्टता करेंगे।
संभव मतलब 1) “वो पास आते गये जब वो इतना नजदीक आ गये कि वो दरवाजा तोड़ सकते थे या 2) उन्होंने लूत को दिवार या दरवाजे तक धकेला और वो दरवाजा तोड़ने वाले थे
यह दो तरीकों से लूत को कहा गया है।
तब उन दो स्वर्गदूतों ने
उन्होने दरवाजे को इतना खोल दिया कि वो हाथ बाहर निकाल कर लूत को अन्दर खींच सकते थे, उसे खीणचने के बाद फिर उन्होने दरवाजा बन्द कर दिया
लूत के महिमानों ने पुरूषों को अंधा कर दिया
हर उमर के लोगों को
फिर उन दो स्वर्गदूतों ने कहा
क्या शहर में तेरे परिवार के कोई और लोग हैं
क्या शहर में तेरे परिवार के कोई और लोग हैं
यहाँ हम शब्द का अर्थ दोनों स्वर्गदूतों से है
बहुत से लोग यहोवा से इन लोगों के पापों के बारे में पुकार रहे हैं।
लूत घर से बाहर आया
वो पुरूष जो उसकी बेटीयों से शादी करने वाले थे, या “उसकी बेटीयों के मंगेतर”
सूर्य उदय होने से कुछ समय पहले
अब जाओ
ताकि यहोवा इन लोगों के साथ तुमे भी नष्ट न कर दे।
परमेश्वर का वहाँ के लोगों को सजा देना ऐसे बताया गया है जैसे कोई झाड़ू से सफाई करता है।
यहाँ नगर का अर्थ लोग हैं।
“लेकिन लूत हिचकिचा रहा था” या वह अभी तक नहीं निकला था।
इसलिए स्वर्गदूतों ने उनके हाथ पकड़े
यहोवा को दयालू बताया गया है क्योंकि उसने लूत और उसके परिवार को नाश होने से बचा लिया था।
जब उन दो पुरूषों ने लूत के परिवार को बाहर कर दिया
भाग कर अपने जीवन बचा लो
“पीछे शहर की तरफ मत देखना” या “पीछे सदोम की तरफ मत देखना“
यह यरदन नदी के आम इलाके की बात है अर्थात यरदन नदी की तराई
नहीं तो परमेश्वर तुझे भी शहर के लोगों के साथ नाश कर देगा
परमेश्वर का वहाँ के लोगों को सजा देना ऐसे बताया गया है जैसे कोई झाड़ू से सफाई करता है।
तुम मेरे साथ प्रसन्न हुए हो
मैंने, आपके दास ने
आप ने मेरी जान बचा कर बहुत दयालता दिखाई है।
जब परमेश्वर सदोम का नाश करेगा तो मैं और मेरा परिवार भी मर जाएँगे, क्योंकि पहाड़ हम से बहुत दूर हैं कि हम वहाँ तक सुरक्षित पहुँच सकें।
हमारे प्राण…पर हम पहाड़ पर भाग नहीं सकते…कोई विपत्ति हम पर आ पड़े, और हम मर जाएँ
मुझे वहीं भाग जाने दे, आप देख सकते हैं कि वो छोटा नगर है, तो यदि आप मुझे वहाँ जाने दें तो मेरी जान बच सकती है।
उस नगर का नाश करने के बजाय, मुझे वहाँ भाग जाने दो।
ताकि हम जीवित रह सकें
जो तूने माँगा है मैं वो करूँगा
बाकी के नगरों को नाश नहीं कर सकता
इब्रानी शब्द सोअर का अर्थ है “छोटा”। लूत ने उत्पत्ति 19:20 में इसे छोटा नगर कहा
जब सूरज धरती पर चमकने लगा
जब लूत और उसका परिवार सोअर पहुँचे।
यहोवा ने सदोम और गमोरा पर गन्धक और आग बरसाई
“जलती हुई गन्धक“ या आग की बारिश
यह सदोम और गमोरा के विषय में है
उन नगरों में रहने वाले लोगों पर
“उसका शरीर नमक के लंबे पत्थर के समान बन गया“ या “वो नमक की मूर्ती के समान बन गई।“ क्योंकि उसने स्वर्गदूत की आज्ञा का पालण नहीं किया जिसने उसे कहा था कि पीछे मुड़कर मत देखना। इस लिए परमेश्वर ने उसे नमकीन चट्टान की मूर्ती जैसा बना दिया।
यह शब्द विचित्र जानकारी की ओर ध्यान खींचता है।
ऐसा धुआँ जो बहुत बड़ी आग से निकलता है।
पद 29 इस अध्याय का सारांश है
परमेश्वर ने अब्राहम के बारे में सोचा ओर उस पर दया की
लूत को खतरे से दूर किया
लूत उपर पहाड़ पर चला गया
लूत की बड़ी बेटी
“छोटी बेटी“ या “उसकी छोटी बहन”
यहाँ संसार काअर्थ है लोग। “जैसे लोग हर जगह करते हैं”
तब तक दाखमधु मिलाना जब तक वो मतवाला न हो जाए
ताकि हम अपने पिता का वंश आगे बढ़ाने के लिए बच्चे पैदा करें।
उसे इस बात का पता नहीं चला कि वो उसके साथ सोई
तब तक दाखमधु मिलाना जब तक वो मतवाला न हो जाए
तब तक दाखमधु मिलाना जब तक वो मतवाला न हो जाए
ताकि हम बच्चों को पैदा करें जो हमारे पिता के वंशज होंगे।
उसे इस बात का पता नहीं चला कि वो उसके साथ सोई
अपने पिता से गर्भ धारन किया
वह है
मोआब के लोग जो अब भी जीवित हैं
यहाँ “आज तक“ का अर्थ उस समय से है जब उत्पत्ति का लेखक जीवित था। लेखक ने इस किताब को लूत और उसके परिवार के मर जाने के काफी समय बाद लिखा था।
यह एक पुरूष का नाम है
अम्मोन के लोग
1फिर अब्राहम वहाँ से निकलकर दक्षिण देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा, और गरार में रहने लगा।2और अब्राहम अपनी पत्नी सारा के विषय में कहने लगा, “वह मेरी बहन है,” इसलिए गरार के राजा अबीमेलेक ने दूत भेजकर सारा को बुलवा लिया।3रात को परमेश्वर ने स्वप्न में अबीमेलेक के पास आकर कहा, “सुन, जिस स्त्री को तूने रख लिया है, उसके कारण तू मर जाएगा, क्योंकि वह सुहागिन है।”4परन्तु अबीमेलेक उसके पास न गया था; इसलिए उसने कहा, “हे प्रभु, क्या तू निर्दोष जाति का भी घात करेगा?5क्या उसी ने स्वयं मुझसे नहीं कहा, ‘वह मेरी बहन है?’ और उस स्त्री ने भी आप कहा, ‘वह मेरा भाई है,’ मैंने तो अपने मन की खराई और अपने व्यवहार की सच्चाई से यह काम किया।”6परमेश्वर ने उससे स्वप्न में कहा, “हाँ, मैं भी जानता हूँ कि अपने मन की खराई से तूने यह काम किया है और मैंने तुझे रोक भी रखा कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे; इसी कारण मैंने तुझको उसे छूने नहीं दिया।7इसलिए अब उस पुरुष की पत्नी को उसे लौटाए; क्योंकि वह नबी है*, और तेरे लिये प्रार्थना करेगा, और तू जीता रहेगा पर यदि तू उसको न लौटा दे तो जान रख, कि तू, और तेरे जितने लोग हैं, सब निश्चय मर जाएँगे।”8सवेरे अबीमेलेक ने तड़के उठकर अपने सब कर्मचारियों को बुलवाकर ये सब बातें सुनाईं; और वे लोग बहुत डर गए।9तब अबीमेलेक ने अब्राहम को बुलवाकर कहा, “तूने हम से यह क्या किया है? और मैंने तेरा क्या बिगाड़ा था कि तूने मेरे और मेरे राज्य के ऊपर ऐसा बड़ा पाप डाल दिया है? तूने मेरे साथ वह काम किया है जो उचित न था।”10फिर अबीमेलेक ने अब्राहम से पूछा, “तूने क्या समझकर ऐसा काम किया?”11अब्राहम ने कहा, “मैंने यह सोचा था कि इस स्थान में परमेश्वर का कुछ भी भय न होगा; इसलिए ये लोग मेरी पत्नी के कारण मेरा घात करेंगे।12इसके अतिरिक्त सचमुच वह मेरी बहन है, वह मेरे पिता की बेटी तो है पर मेरी माता की बेटी नहीं; फिर वह मेरी पत्नी हो गई।13और ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्ञा दी, तब मैंने उससे कहा, ‘इतनी कृपा तुझे मुझ पर करनी होगी कि हम दोनों जहाँ-जहाँ जाएँ वहाँ-वहाँ तू मेरे विषय में कहना कि यह मेरा भाई है’।”14तब अबीमेलेक ने भेड़-बकरी, गाय-बैल, और दास-दासियाँ लेकर अब्राहम को दीं, और उसकी पत्नी सारा को भी उसे लौटा दिया।15और अबीमेलेक ने कहा, “देख, मेरा देश तेरे सामने है; जहाँ तुझे भाए वहाँ रह।”16और सारा से उसने कहा, “देख, मैंने तेरे भाई को रूपे के एक हजार टुकड़े दिए हैं। देख, तेरे सारे संगियों के सामने वही तेरी आँखों का परदा बनेगा, और सभी के सामने तू ठीक होगी।”17तब अब्राहम ने यहोवा से प्रार्थना की*, और यहोवा ने अबीमेलेक, और उसकी पत्नी, और दासियों को चंगा किया और वे जनने लगीं।18क्योंकि यहोवा ने अब्राहम की पत्नी सारा के कारण अबीमेलेक के घर की सब स्त्रियों की कोखों को पूरी रीति से बन्द कर दिया था।
यह मिस्र की उत्तरी सीमा का निर्जन स्थान था
उसने अपने मनुष्यों को भेजा कि वो सारा को उसके पास लेकर आएँ।
परमेश्वर अबीमेलेक के सामने प्रकट हुआ
ध्यान से सुन
मैं तुझे मार दूँगा
वह विवाहित औरत है
यहाँ कहानी अबीमेलेक की ओर मुड़ती है।
अबीमेलेक उसके साथ सोया नहीं था।
यहाँ जाति का अर्थ लोग हैं। “निर्दोष लोगों को भी”
क्या उसी ने स्वयं मुझसे नहीं कहा, ‘वह मेरी बहन है?’ और उस स्त्री ने भी आप कहा, ‘वह मेरा भाई है
अब्राहम ने स्वयं मुझे कहा कि वो उसकी बहन है।
यहाँ “उसी ने सवयं“ और “आप“ शब्दों का उपयोग अब्राहम और सारा पर दोष लगाने के लिए किया गया है।
मैंने यह काम किसी दुष्टता की सोच के साथ नहीं किया।
परमेश्वर ने अबीमेलेक कहा
तूने यह काम बिना किसी दुष्ट विचार के किया है।
उसके साथ सोने नहीं दिया
अब्राहम की पत्नी
मैं तुझे जीवित छोड़ दूँगा
तेरे सब लोग
उसने उनको वो सब बातें बताई जो परमेश्वर ने उस से कही थी।
“तूने हमारे साथ बहुत बुरा किया है” या “तूने हमारे साथ यह क्या किया है”
यहाँ इस शब्द में अब्राहम और सारा नहीं आते
मैनें तुम्हारे साथ कुछ ग़लत नहीं किया है कि तू मेरे साथ ऐसा करे।
तूने मुझे और मेरे राज्य को ऐसे पाप का दोषी बना दिया है
मेरे राज्य के लोगों के ऊपर
तुझे मेरे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था।
तुमने मुझ से यह क्यों कहा कि सारा तुम्हारी बहन है।
मैंने सोचा कि क्योंकि यहाँ कोई परमेश्वर का भय नहीं मानता, शायद कोई मुझे मार डाले और इसे ले जाए
यहाँ गरार में कोई परमेश्वर का भय नहीं मानता
इसका अर्थ कि कोई भी गहराई से परमेश्वर का भय उसकी आज्ञाओं को मान कर नहीं दिखाता
और यह भी सच है कि सारा मेरी बहन है
हमारा पिता एक ही है पर हमारी माताएँ अलग हैं।
पद 13 अब्राहम के अबीमेलेक को दिये उत्तर का हिस्सा है।
मेरे पिता के घराने
मैंने सारा से कहा कि मैं चाहता हूँ वो मेरे साथ अपनी वफादारी दूसरों को यह कहकर बताए कि मैं उसका भाई हूँ।
अबीमेलेक लाया
अबीमेलेक ने अब्राहम से कहा
यहाँ “देख“ शब्द के बाद बात शुरू होती है
मैं अपना सारा देश तुझे उपलब्ध करवा दिया है।
यहाँ तुझे सही लगे वहीं रह
1000
मैं उसे दे रहा हूँ ताकि जो लोग तेरे साथ हैं जान लें कि तूने कुछ ग़लत नहीं किया
यहाँ आँखों का मतलब किसी व्यक्ति के विचारों से है
सब जान लेंगे कि तू निर्दोष है
बच्चे को जन्म देने की क्षमता बिल्कुल खत्म कर दी थी
क्योंकि अब्राहम ने अबीमेलेक की पत्नी सारा को ले लिया था।
1यहोवा ने जैसा कहा था वैसा ही सारा की सुधि लेकर उसके साथ अपने वचन के अनुसार किया*।2सारा अब्राहम से गर्भवती होकर उसके बुढ़ापे में उसी नियुक्त समय पर जो परमेश्वर ने उससे ठहराया था, एक पुत्र उत्पन्न हुआ।3अब्राहम ने अपने पुत्र का नाम जो सारा से उत्पन्न हुआ था इसहाक रखा। (मत्ती 1:2, लूका 3:34)4और जब उसका पुत्र इसहाक आठ दिन का हुआ, तब उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार उसका खतना किया। (प्रेरि. 7:8)5जब अब्राहम का पुत्र इसहाक उत्पन्न हुआ तब वह एक सौ वर्ष का था।6और सारा ने कहा, “परमेश्वर ने मुझे प्रफुल्लित किया है; इसलिए सब सुननेवाले भी मेरे साथ प्रफुल्लित होंगे।”7फिर उसने यह भी कहा, “क्या कोई कभी अब्राहम से कह सकता था, कि सारा लड़कों को दूध पिलाएगी? पर देखो, मुझसे उसके बुढ़ापे में एक पुत्र उत्पन्न हुआ।”8और वह लड़का बढ़ा और उसका दूध छुड़ाया गया; और इसहाक के दूध छुड़ाने के दिन अब्राहम ने बड़ा भोज किया। (गला. 4:22, इब्रा 11:11)
इस वाक्य से ये पता चलता है कि यहोवा ने सारा की मदद की।
अब्राहम से एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
जब अब्राहम बहुत बूढ़ा हो गया था।
ठीक उसी समय पर जब यहोवा ने उसे बताया था कि यह होगा।
अब्राहम ने अपने नवजात बेटे का नाम इसहाक रखा।
जब उसका बेटा इसहाक आठ दिन का था, इब्राहीम ने उसका खतना किया
8 दिन।
परमेश्वर ने अब्राहम को ऐसा करने की आज्ञा दी थी।
100 वर्ष ।
सारा हस रही थी क्योंकि वह हैरान और खुश थी. इसे स्पष्ट किया जा सकता है। पर परमेश्वर ने मुझे खुशी से हँसने के लिए कारण दिया है।
क्या लोगों को सुना होगा स्पष्ट रूप से कहा जा सकता हर कोए जो परमेश्वर से मेरे बारे मे सूनता है प्रफुल्लित होंगे,।
"कोई भी कभी इब्राहीम से कह सकता था कि सारा बच्चों की देखभाल करेगी।
एक बच्चे को अपना दूध पिलाएगी।
जब इसहाक बढ़ा हो गया तब उसे अपनी माँ के दूध की जरूरत नहीं थी । अब्राहीम के पास एक बड़ी दावत थी
हागार के बेटे का नाम स्पष्ट रूप से कहा जा सकता इश्माएल हागार मिस्री और इब्राहीम का बेटा था।
यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि वह मजाक कर रहा था या इसहाक पर हँस रहा था।
सारा ने अब्राहम से कहा।
दूर भेज दे।
यह वाक्य हागार ओर इश्माएल संदर्भित करता है। सारा शायद उन्हें नाम से उल्लेख नहीं करती थी क्योंकि वह उन लोगों के साथ गुस्सा थी।
मेरे बेटे इसहाक के साथ।
सारा की बात से अब्राहम बहुत दुखी था।
क्योंकि यह अपने बेटे के बारे में थी।
उस लड़के और अपनी दासी के बारे मे परेशान मत हो।
उसे मान जे सारा तुझ से करने को बेल रही है।
इस वाक्य का नाम'' होगा"का अर्थ है कि इसहाक के माध्यम से पैदा हुए लोगो को परमेश्वर उन वंशजों के रूप में मानता है जो उसने अब्राहम से वादा किया था। यह सक्रिय रूप में कहा जा सकता है।
मैं दासी और उसके बेटे को भी एक महान जाति का पिता बना देगा।
संभव अर्थ हैं 1) यह सामान्य रूप से भोजन को संदर्भित करता है या 2) यह विशेष रूप से रोटी को संदर्भित करता
'पानी का एक बैग; पानी का पात्र पशु कि खाल से बना होता था।
जब पानी की थैली खाली थी। ओर जब उन्हे ने सारा पानी पी लिया था।
यह दूरी है कि एक व्यक्ति एक धनुष के साथ एक तीर को संदर्भित करता है. यह लगभग 100 मीटर की दूरी पर है
"मैं लड़के को मरता देखना नहीं चाहती।
वह ज़ोर से रोयी।
यह आवाज इश्माएल की थी।
परमेश्वर ने एक स्वर्ग दूत को भेजा।
यहाँ ["स्वर्ग]" का अर्थ है वह स्थान जहाँ परमेश्वर रहता है।
तुम क्यों रो रही है।
लड़के की आवाज सुन ली गयी है।
लड़के की खड़े होने में मदद करें।
एक महान ऊधम में बनाने के लिए परमेश्वर उसे कई जाति जो एक महान ऊधम बन जाएगी दे देंगे. पर: "मैं अपनी जाति को एक महान ऊधम बना कर देग।
परमेश्वर ने हागार को अच्छी तरह से पता करने के बारे में बात की है के रूप में अगर वह सचमुच उसकी आँखें खोली।
चमड़े से बना पात्र " या ["बैग]"।
इश्माएल।
यहाँ वाक्य ["के साथ था] एक मुहावरा है कि परमेश्वर ने मदद की या लड़के को आशीर्वाद दिया है.
वह धनुष और तीर का उपयोग करने में बहुत कुशल बन गया।
एक पत्नी मिल गई
यह वाक्य कहानी के एक नए भाग की शुरुआत के निशान दरशाता है।यदि आपकी भाषा ऐसा करने के लिए एक तरीका है, तो आप इसे यहाँ का उपयोग करने पर विचार कर सकते है।
यह एक मनुष्य का नाम है।
सेना का सेनापति।
वह शब्द ["उसने]" अबीमेलेक को संदर्भित करता है।
यहाँ वाक्य [ तेरे संग रहता है] एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि परमेश्वर मदद करता है या अब्राहम को आशीर्वाद देता है।
शब्द ["अब] "इस समय का मतलब यह नहीं है," लेकिन इस प्रकार महत्वपूर्ण बिंदु की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
मुझे अपनी गवाही के रूप में परमेश्वर के साथ वादा कर।
"कि तुम मुझसे झूठ नहीं बोलेगा।
मेरे और मेरे वंशजों के साथ ईमानदारी से सौदा रहेगा।
दोनों ने एक-दूसरे से करार किया था। मेरे प्रति और भूमि के प्रति वफादार रहें।
देश के लोगों के लिए"
मैं कसम खाता हूँ के रूप में आप और आपके लोगों के लिए वफादार हो अगर ये मेरे लिए किया गया है
संभावित अंक हैं 1) इब्राहीम क्या हुआ या 2) के बारे में शिकायत कर रहा था।
क्योंकि अबीमेलेक के सेवकों ने अब्राहम के एक कुओं ले लिया था ।
अब्राहम से लिया गया
यह पहली बार मैं इसके बारे में सुना है।
यह दोस्ती की निशानी है और अब्राहम अबीमेलेक के साथ वाचा बाँधने के लिए तैयार था
अब्राहम ने झुंड से सात मादा मेम्नों को अलग कर दिया।
''7''
तुम ने झुंड में से इन सात भेड़ के बच्चे को अलग क्यों कर दिया है
आप ले जाएगा"
अब्राहम के लिए उपयोग लिये गये हैं
शब्द "साक्षी" सात मेमनों के उपहार को संदर्भित करता है।
हर किसी को साबित करने के लिए।
अब्राहम ने उस स्थान का नाम रखा
बेर्शेबा का अर्थ है वाचा का कुँआ
अब्राहम ओर अबीमेलेक।
यह एक पुरुष का नाम है।
"पलिश्तियों के देश में वापस चला गया।
यह एक सदाबहार पेड़ है जो रेगिस्तान में बढ़ सकता है।
परमेश्वर जो हमेशा के लिए रहता है।
यह समय की एक लंबी अवधि के लिए खड़ा है
1इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की*, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।” (इब्रा. 11:17)2उसने कहा, “अपने पुत्र को अर्थात् अपने एकलौते पुत्र इसहाक को, जिससे तू प्रेम रखता है, संग लेकर मोरिय्याह देश में चला जा, और वहाँ उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊँगा होमबलि करके चढ़ा।”3अतः अब्राहम सवेरे तड़के उठा और अपने गदहे पर काठी कसकर अपने दो सेवक, और अपने पुत्र इसहाक को संग लिया, और होमबलि के लिये लकड़ी चीर ली; तब निकलकर उस स्थान की ओर चला, जिसकी चर्चा परमेश्वर ने उससे की थी।4तीसरे दिन अब्राहम ने आँखें उठाकर उस स्थान को दूर से देखा।5और उसने अपने सेवकों से कहा, “गदहे के पास यहीं ठहरे रहो; यह लड़का और मैं वहाँ तक जाकर, और दण्डवत् करके, फिर तुम्हारे पास लौट आएँगे।”6तब अब्राहम ने होमबलि की लकड़ी ले अपने पुत्र इसहाक पर लादी, और आग और छुरी को अपने हाथ में लिया; और वे दोनों एक साथ चल पड़े।7इसहाक ने अपने पिता अब्राहम से कहा, “हे मेरे पिता,” उसने कहा, “हे मेरे पुत्र, क्या बात है?” उसने कहा, “देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिये भेड़ कहाँ है?”8अब्राहम ने कहा, “हे मेरे पुत्र, परमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपाय आप ही करेगा।” और वे दोनों संग-संग आगे चलते गए।9जब वे उस स्थान को जिसे परमेश्वर ने उसको बताया था पहुँचे; तब अब्राहम ने वहाँ वेदी बनाकर लकड़ी को चुन-चुनकर रखा, और अपने पुत्र इसहाक को बाँध कर वेदी पर रखी लड़कियों के ऊपर रख दिया। (याकू. 2:21)10फिर अब्राहम ने हाथ बढ़ाकर छुरी को ले लिया कि अपने पुत्र को बलि करे।11तब यहोवा के दूत ने स्वर्ग से उसको पुकारकर कहा, “हे अब्राहम, हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।”12उसने कहा, “उस लड़के पर हाथ मत बढ़ा, और न उसे कुछ कर; क्योंकि तूने जो मुझसे अपने पुत्र, वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा; इससे मैं अब जान गया कि तू परमेश्वर का भय मानता है।”13तब अब्राहम ने आँखें उठाई, और क्या देखा, कि उसके पीछे एक मेढ़ा अपने सींगों से एक झाड़ी में फँसा हुआ है; अतः अब्राहम ने जाकर उस मेढ़े को लिया, और अपने पुत्र के स्थान पर होमबलि करके चढ़ाया।14अब्राहम ने उस स्थान का नाम यहोवा यिरे रखा, इसके अनुसार आज तक भी कहा जाता है, “यहोवा के पहाड़ पर प्रदान किया जाएगा।”15फिर यहोवा के दूत ने दूसरी बार स्वर्ग से अब्राहम को पुकारकर कहा,16“यहोवा की यह वाणी है, कि मैं अपनी ही यह शपथ खाता हूँ कि तूने जो यह काम किया है कि अपने पुत्र, वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा; (लूका 1:73,74)17इस कारण मैं निश्चय तुझे आशीष दूँगा; और निश्चय तेरे वंश को आकाश के तारागण, और समुद्र तट के रेतकणों के समान अनगिनत करूँगा, और तेरा वंश अपने शत्रुओं के नगरों का अधिकारी होगा; (इब्रा. 6:13,14)18और पृथ्वी की सारी जातियाँ अपने को तेरे वंश के कारण धन्य मानेंगी: क्योंकि तूने मेरी बात मानी है।”19तब अब्राहम अपने सेवकों के पास लौट आया, और वे सब बेर्शेबा को संग-संग गए; और अब्राहम बेर्शेबा में रहने लगा।
यह वाक्य यहाँ प्रयोग किया जाता है कहानी के एक नए भाग की शुरुआत के निशान. यदि आपकी भाषा ऐसा करने के लिए एक तरीका है, तो आप इसे यहाँ का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
यह वाक्य अध्याय 21 में हुई घटनाओं का उल्लेख करता है।
"परमेशवर ने अब्राहाम की वफादारी की परख की”
हाँ, मैं सुन रहा हूँ।
परमेश्वर जानता था कि अब्राहाम का एक और बेटा इश्माएल है. इस बात पर ज़ोर दिया गया कि इसहाक वह बेटा है जिसने परमेश्वर ने अब्राहम को देने का वादा किया था। इस बयान का पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है। “तेरा एकलौता पुत्र जिसकी मैंने प्रतिज्ञा की है।
यह अपने बेटे इसहाक के लिए अब्राहाम के प्यार पर जोर देती है
मोरिया नामक भूमि।
उसने जरूरत की चीजें अपने गधे पर लाद लीं
''2'' सेवक।
अपनी यात्रा शुरू कर दी।
"तीन दिनों की यात्रा करने के बाद
उस जगह को बहुत दूर से देखा, जहाँ परमेश्वर ने बोला था।
सेवकों।
यह शब्द ["हम] केवल अब्राहाम और इसहाक को दर्शाता है
आप के पास वापिस जा जाएँगे
अपने बेटे इसहाक ये चीजें उठाने के लिए दीं।
अब्राहाम ने स्वयं यह लिया
आग जलाने के लिए कुछ सामान
दोनों एक साथ चले गये
यह एक बेटे का अपने पिता से प्रेमपूर्वक बात करने का तरीका था।
हाँ, मैं सुन रहा हूँ।
यह एक पिता का अपने बेटे से प्रेमपूर्वक बात करने का तरीका था।
यहाँ आग का मतलब वो मशाल या दिया है जिसका उपयोग आग रखने के लिए लिया जाता था।
भेड़ का बच्चा है जिसको आप होमबलि के रूप में दे देंगे
परमेश्वर भेड़ का बच्चा स्वयं देगा।
हमें देगा
जब अब्राहम और इसहाक उस जगह पर पहुंचे।
उसने उसे बाँधा
उन लकड़ीयों पर जो वेदी के ऊपर रखी हुई थी
चाकू को उठाया।
संभव अर्थ हैं। 1) यहोवा के दूत के रूप में था या 2) यह परमेश्वर का एक दूत था 3) यह यहोवा का विशेष दूत था (कुछ विद्वानों को लगता है कि यह यीशु था).
यह उस स्थान को संदर्भित करता है जहां परमेश्वर रहता है।
हाँ, मैं सुन रहा हूँ।
वाक्य "पर अपना हाथ मत बढ़ा'' यह कहने का एक तरीका है कि "हानि मत करो। " परमेश्वर ने मूल रूप से एक ही बात पर दो बार जोर दिया कि अब्राहम को इसहाक को चोट नहीं पहुँचानी चाहिए।
मैं" और "मुझे" शब्द यहोवा का उल्लेख करते हैं।
इसका मतलब है, परमेश्वर का गहरा आदर करना और उसकी आज्ञा मानने से उसका आदर करना।
क्योंकि मैं देख रहा हूँ कि।
तुम अपने बेटे को ... मुझे देने के लिए तैयार थे।
इसका मतलब यह है कि परमेश्वर जानता है कि अब्राहम का एक और बेटा इश्माएल है। इस बात पर ज़ोर दिया गया कि इसहाक वह बेटा है जिसे परमेश्वर ने अब्राहम को देने का वादा किया था।
यहाँ देखा शब्द ध्यान खींचने के लिए है
यह सक्रिय रूप में कहा जा सकता है." एक मेढ़ा जिसके सींग झाड़ियों में फंस गए था " या मेढ़ा झाड़ियों में फंस गया था।
अब्राहम मेढ़े के पास गया और उसे ले गया।
परमेश्वर देगा
आज तक मतलब जब लेखक इसे लिख रहा था उस समय
यह सक्रिय रूप में कहा जा सकता है. कि"वो प्रदान करेगा।
संभव अर्थ हैं। 1) यहोवा के दूत के रूप में था या 2) यह परमेश्वर का एक दूत था 3) यह यहोवा का विशेष दूत था (कुछ विद्वानों को लगता है कि यह यीशु था)।
यह “दोबारा“ के लिए उपयोग किए जाने वाला आम शब्द है
"वह जगह है जहाँ परमेश्वर रहता है।
यहोवा की यह वाणी है कि यहोवा की और से यह वचन आई है।
यहोवा के लिए और अधिक शक्तिशाली कुछ भी नहीं है कि खुद से शपथ खाता हूँ.
तुमने मेरी आज्ञा मानी।
अपने बेटे को वापस नहीं रखा है।
निश्चित रूप से आशीष दूँगा।
मैं तुम्हारे वंशजों को बहुत-बहुत बड़ाऊँगा।
परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों की तुलना तारों और रेत से की। जिस तरह लोग बड़ी संख्या में तारों या रेत के दानों की गिनती नहीं कर सकते, उसी तरह अब्राहम के इतने वंशज होंगे कि लोग उनकी गिनती नहीं कर पाएंगे।
यहाँ शब्द आकाश सब जो हम पृथ्वी के ऊपर देखने के लिए संदर्भित करता है, सूर्य, चंद्रमा, और सितारों सहित।.
यहाँ [" वंश]" पूरे शहर का प्रतिनिधित्व करता है. "अपने दुश्मनों के गेट के अधिकारी" का अर्थ है उनके शत्रुओं को नष्ट करना।
यहोवा का स्वर्गदूत अब्राहम से बात करनी जारी रखता है।
यह सक्रिय रूप में कहा जा सकता है. पर: ,परमेश्वर , हर जगह रहने वाले सभी लोगों को आशीर्वाद देगा।
यहाँ [जातियाँ "] “लोगों“ को दर्शाता है।
तुमने मेरी बात का पालन किया है या "तुमने मेरी आज्ञा का पालन किया है।
केवल अब्राहम का नाम इसलिए लिया गया क्योंकि वह पिता था, लेकिन यह निहित था कि उसका बेटा उसके साथ चला गया। इस बयान का पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है।
सेवकों
उन्होंने उस स्थान को छोड़ दिया।
सिर्फ अब्राहम का ज़िक्र इसलिए किया गया क्योंकि वह अपने परिवार और नौकरों का नेता था, मगर यह था कि वे उसके साथ थे।
इन घटनाओं के बाद." वाक्यांश ["इन बातों]" उत्पत्ति की घटनाओं को संदर्भित करता है 22:1-19।
किसी ने अब्राहम को बताया
मिल्का ने पुत्र को जन्म दिया है
यह एक महिला का नाम है।
उसके पहले जन्म का नाम उज़ था और उसके बाकी बच्चों के नाम बुज़ था जो उसके भाई थे।
ये सभी पुरुषों के नाम हैं।
बाद में बेथेल रिबका का पिता बना।
ये थे मिलका और नाहोर के आठ बच्चे,यो अब्राहीम के भाई थे।
8
“नाहोर की रखैल”
यह एक महिला का नाम है।
रखैल ने भी जन्म दिया।
ये सभी पुरुषों के नाम हैं।
1सारा तो एक सौ सताईस वर्ष की आयु को पहुँची; और जब सारा की इतनी आयु हुई;2तब वह किर्यतअर्बा में मर गई। यह तो कनान देश में है, और हेब्रोन भी कहलाता है। इसलिए अब्राहम सारा के लिये रोने-पीटने को वहाँ गया।3तब अब्राहम शव के पास से उठकर हित्तियों से कहने लगा,4“मैं तुम्हारे बीच अतिथि और परदेशी हूँ; मुझे अपने मध्य में कब्रिस्तान के लिये ऐसी भूमि दो जो मेरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपनी आँख से दूर करूँ।”5हित्तियों ने अब्राहम से कहा,6“हे हमारे प्रभु, हमारी सुन; तू तो हमारे बीच में बड़ा प्रधान है। हमारी कब्रों में से जिसको तू चाहे उसमें अपने मृतक को गाड़; हम में से कोई तुझे अपनी कब्र के लेने से न रोकेगा, कि तू अपने मृतक को उसमें गाड़ने न पाए।”7तब अब्राहम उठकर खड़ा हुआ, और हित्तियों के सामने, जो उस देश के निवासी थे, दण्डवत् करके कहने लगा,8“यदि तुम्हारी यह इच्छा हो कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपनी आँख से दूर करूँ, तो मेरी प्रार्थना है, कि सोहर के पुत्र एप्रोन* से मेरे लिये विनती करो,9कि वह अपनी मकपेलावाली गुफा, जो उसकी भूमि की सीमा पर है; उसका पूरा दाम लेकर मुझे दे दे, कि वह तुम्हारे बीच कब्रिस्तान के लिये मेरी निज भूमि हो जाए।”10एप्रोन तो हित्तियों के बीच वहाँ बैठा हुआ था, इसलिए जितने हित्ती उसके नगर के फाटक से होकर भीतर जाते थे, उन सभी के सामने उसने अब्राहम को उत्तर दिया,11“हे मेरे प्रभु, ऐसा नहीं, मेरी सुन; वह भूमि मैं तुझे देता हूँ, और उसमें जो गुफा है, वह भी मैं तुझे देता हूँ; अपने जाति भाइयों के सम्मुख मैं उसे तुझको दिए देता हूँ; अतः अपने मृतक को कब्र में रख।”12तब अब्राहम ने उस देश के निवासियों के सामने दण्डवत् किया।13और उनके सुनते हुए एप्रोन से कहा, “यदि तू ऐसा चाहे, तो मेरी सुन उस भूमि का जो दाम हो, वह मैं देना चाहता हूँ; उसे मुझसे ले ले, तब मैं अपने मुर्दे को वहाँ गाड़ूँगा।”14एप्रोन ने अब्राहम को यह उत्तर दिया,15“हे मेरे प्रभु, मेरी बात सुन; उस भूमि का दाम तो चार सौ शेकेल रूपा है; पर मेरे और तेरे बीच में यह क्या है? अपने मुर्दे को कब्र में रख।”16अब्राहम ने एप्रोन की मानकर उसको उतना रूपा तौल दिया, जितना उसने हित्तियों के सुनते हुए कहा था, अर्थात् चार सौ ऐसे शेकेल जो व्यापारियों में चलते थे।17इस प्रकार एप्रोन की भूमि, जो मम्रे के सम्मुख की मकपेला में थी, वह गुफा समेत, और उन सब वृक्षों समेत भी जो उसमें और उसके चारों ओर सीमा पर थे,18जितने हित्ती उसके नगर के फाटक से होकर भीतर जाते थे, उन सभी के सामने अब्राहम के अधिकार में पक्की रीति से आ गई।19इसके पश्चात् अब्राहम ने अपनी पत्नी सारा को उस मकपेलावाली भूमि की गुफा में जो मम्रे के अर्थात् हेब्रोन के सामने कनान देश में है, मिट्टी दी।20इस प्रकार वह भूमि गुफा समेत, जो उसमें थी, हित्तियों की ओर से कब्रिस्तान के लिये अब्राहम के अधिकार में पूरी रीति से आ गई।
सात साल* * - “सारा 127 साल रहते थे।“
कुछ अनुवादों में यह वाक्य शामिल नहीं है।
यह एक शहर का नाम है।
अब्राहीम बहुत उदास था और रोया क्योंकि सारा मर गयी थी।
उठ गया और अपनी पत्नी का शव छोड़ दिया।
"हेठ के वंशज"।
यह विचार स्थान के रूप में व्यक्त किया जा सकता है. अत;"तुमहारे देश में।“
मुझे कुछ भूमि बेचें।
अत: "मेरी मृत पत्नी" या "मेरी पत्नी जो मर गयी है।
हेठ के वंशज।
इस वाक्य का उपयोग अब्राहम के प्रति आदर दिखाने के लिए किया जाता है।
"एक शक्तिशाली आदमी।
अत; "तुम्हारी पत्नी जो मर गया है या "अपनी पत्नी।
हमारे कब्र का सबसे अच्छा।
तुम से उसकी दफन करने कि जगह वापस ले ली।
इसका अर्थ है किसी के प्रति सम्मान और आदर व्यक्त करना बहुत कम झुकना या घुटने टेकना।
क्षेत्र में रहने वाले हित्तियों के पुत्र थे।
हेथ की संतान
अत; मेरी पत्नी जो मर गई है "या" मेरी पत्नी ।
ये पुरुषों के नाम हैं।
मकपेलावाली में अपने क्षेत्र के अंत में उसकी गुफा है ।
मचपेला एक क्षेत्र या क्षेत्र का नाम था।
यह गुफा के बारे में कुछ बताता है. गुफा एफ्रोन के स्वामित्व में है।
यह भी गुफा के बारे में कुछ बताता है. गुफा एफ्रोन क्षेत्र के अंत में था।
यह सभी के सामने मुझे बेच
भूमि का एक टुकड़ा है जो मेरा हो और मैं उसे उपयोग कर सकूँ।
यहाँ "अब“ एफ्रोन के बारे में पृष्ठभूमि जानकारी के लिए कहानी से एक परिवर्तन को चिह्नित करने के लिए यहाँ प्रयोग किया जाता है.
यह एक आदमी का नाम है।
हित्तियों के वंशज।
अमूर्त संज्ञा ["सुनवाई]" के रूप में कहा जा सकता है ["सुनो] या " सुन।
जो अपने शहर के गेट पर इकट्ठे हुए थे।
शहर मे गेट था, जहां शहर के नेताओं को महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए बैठक होगी।
वह शहर जहां वह रहता था।
इस वाक्य का उपयोग अब्राहम के प्रति आदर दिखाने के लिए किया जाता है।
यहाँ उपस्थिति गवाह के रूप में सेवारत लोगों के लिए खड़ा है।
इसका मतलब यह है ["मेरे साथी देशवासियों]।
मेरे लोगों को इस वाक्यांश से पता चलता है कि एफ्रोन लोगों के उस समूह का हिस्सा था. इसका मतलब यह नहीं है कि वह उनके नेता थे
मैं इसे आपको देता हूँ। अपने मुर्दे दफन करने के लिए।
तेरी पत्नी जो मर गई है।
इसका मतलब है किसी के प्रति विनम्रतापूर्वक सम्मान और सम्मान व्यक्त करने के लिए बहुत नीचे घुटने टेकना।
जो लोग उस क्षेत्र में रहते थे।
ताकि इस क्षेत्र में रहने वाले लोग सुन सकें " या "जबकि क्षेत्र में रहने वाले लोग सुन रहे थे।
नहीं, लेकिन अगर आप तैयार हैं "" या "नहीं, लेकिन अगर आप इस के साथ सहमत हूँ
मैं तुम्हें क्षेत्र के लिए पैसे दे देंगे।
मेरी पत्नी जो मर गयी है[ या]"मेरी पत्नी
यह एक आदमी का नाम है।
मेरे मालिक, मेरी बात सुनो।
इस वाक्य का उपयोग अब्राहम के आदर दिखाने के लिए किया ।
भूमि का टुकड़ा चांदी के केवल चार सौ शेकेल के लायक है। यह मेरे और आपके लिए भी नहीं है।
यह लगभग 4.5 किलोग्राम चाँदी है।
अपनी मरी हुई पत्नी को दफना दे।
400।
अब्राहीम ने चाँदी तौली और एफ्रोन को रकम दे दी।
चाँदी का जितना तोल एप्रोन ने कहा था।
ताकि हेथ के सभी बेटे उसे सुन सकें।
हेत के वंशज
वह चाँदी उसी तरह तौला जैसे व्यापारी वजन करते थे।
मकपेला एक क्षेत्र का नाम है।
यह हेब्रोन शहर के लिए एक और नाम था। शायद इसका नाम मम्रे अब्राहम के मित्र से रखा गया हो जो वहाँ रहता था।
यह केवल खेत ही नहीं बल्कि, गुफा और वृक्षों समेत
खरीदने के बाद ये अब्राहम की सम्पति हो गई
जब हित्ती लोग वहाँ गवाह के रूप में मौजूद थे।
हेथ के वंशज
ये उन हित्तीयों के बारे में है जिन्होने अब्राहम को सम्पति खरीदते देखा था।
शहर का गेट था, जहां शहर के नेताओं की महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए बैठक होती थी
“वो शहर यहाँ वो रहता था”
खेत खरीदने के बाद
गुफा जो खेत में थी।
मकपेलावाली में मौजूद खेत।
संभव अर्थ हैं 1) मम्रे हेब्रोन के लिए एक और नाम था 2) हेब्रोन को पूर्व में मम्रे कहा जाता था 3) मम्रे हेब्रोन के बड़े शहर के बहुत पास था, इसलिए लोगों इसे आम तौर पर यह हेब्रोन कहते है।
एक दफन भूमि अब्राहीम की संपत्ति बन गया जब उसने , हित्तियों के बेटों से खरीदी थी।
यहाँ [बेटा"]" जो हेथ से उतर के लिए खड़ा है।
1अब्राहम अब वृद्ध हो गया था और उसकी आयु बहुत थी और यहोवा ने सब बातों में उसको आशीष दी थी।2अब्राहम ने अपने उस दास से, जो उसके घर में पुरनिया और उसकी सारी सम्पत्ति पर अधिकारी था*, कहा, “अपना हाथ मेरी जाँघ के नीचे रख;3और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा*, कि तू मेरे पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से, जिनके बीच मैं रहता हूँ, किसी को न ले आएगा।4परन्तु तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा।”5दास ने उससे कहा, “कदाचित् वह स्त्री इस देश में मेरे साथ आना न चाहे; तो क्या मुझे तेरे पुत्र को उस देश में जहाँ से तू आया है ले जाना पड़ेगा?”6अब्राहम ने उससे कहा, “चौकस रह, मेरे पुत्र को वहाँ कभी न ले जाना।”7स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा, जिसने मुझे मेरे पिता के घर से और मेरी जन्म-भूमि से ले आकर मुझसे शपथ खाकर कहा, की “मैं यह देश तेरे वंश को दूँगा; वही अपना दूत तेरे आगे-आगे भेजेगा, कि तू मेरे पुत्र के लिये वहाँ से एक स्त्री ले आए।8और यदि वह स्त्री तेरे साथ आना न चाहे तब तो तू मेरी इस शपथ से छूट जाएगा; पर मेरे पुत्र को वहाँ न ले जाना।”9तब उस दास ने अपने स्वामी अब्राहम की जाँघ के नीचे अपना हाथ रखकर उससे इस विषय की शपथ खाई।10तब वह दास अपने स्वामी के ऊँटों में से दस ऊँट छाँटकर उसके सब उत्तम-उत्तम पदार्थों में से कुछ-कुछ लेकर चला; और अरम्नहरैम में नाहोर के नगर के पास पहुँचा।11और उसने ऊँटों को नगर के बाहर एक कुएँ के पास बैठाया। वह संध्या का समय था, जिस समय स्त्रियाँ जल भरने के लिये निकलती हैं।12वह कहने लगा, “हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर।13देख, मैं जल के इस सोते के पास खड़ा हूँ; और नगरवासियों की बेटियाँ जल भरने के लिये निकली आती हैं14इसलिए ऐसा होने दे कि जिस कन्या से मैं कहूँ, ‘अपना घड़ा मेरी ओर झुका, कि मैं पीऊँ,’ और वह कहे, ‘ले, पी ले, बाद में मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी,’ यह वही हो जिसे तूने अपने दास इसहाक के लिये ठहराया हो; इसी रीति मैं जान लूँगा कि तूने मेरे स्वामी पर करुणा की है।”15और ऐसा हुआ कि जब वह कह ही रहा था कि रिबका, जो अब्राहम के भाई नाहोर के जन्माये मिल्का के पुत्र, बतूएल की बेटी थी, वह कंधे पर घड़ा लिये हुए आई।16वह अति सुन्दर, और कुमारी थी, और किसी पुरुष का मुँह न देखा था। वह कुएँ में सोते के पास उतर गई, और अपना घड़ा भर कर फिर ऊपर आई।17तब वह दास उससे भेंट करने को दौड़ा, और कहा, “अपने घड़े में से थोड़ा पानी मुझे पिला दे।”18उसने कहा, “हे मेरे प्रभु, ले, पी ले,” और उसने फुर्ती से घड़ा उतारकर हाथ में लिये-लिये उसको पानी पिला दिया।19जब वह उसको पिला चुकी, तक कहा, “मैं तेरे ऊँटों के लिये भी तब तक पानी भर-भर लाऊँगी, जब तक वे पी न चुकें।”20तब वह फुर्ती से अपने घड़े का जल हौदे में उण्डेलकर फिर कुएँ पर भरने को दौड़ गई; और उसके सब ऊँटों के लिये पानी भर दिया।21और वह पुरुष उसकी ओर चुपचाप अचम्भे के साथ ताकता हुआ यह सोचता था कि यहोवा ने मेरी यात्रा को सफल किया है कि नहीं।22जब ऊँट पी चुके, तब उस पुरुष ने आधा तोला सोने का एक नत्थ निकालकर उसको दिया, और दस तोले सोने के कंगन उसके हाथों में पहना दिए;23और पूछा, “तू किस की बेटी है? यह मुझ को बता। क्या तेरे पिता के घर में हमारे टिकने के लिये स्थान है?”24उसने उत्तर दिया, “मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी हूँ।”25फिर उसने उससे कहा, “हमारे यहाँ पुआल और चारा बहुत है, और टिकने के लिये स्थान भी है।”26तब उस पुरुष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा*,27“धन्य है मेरे स्वामी अब्राहम का परमेश्वर यहोवा, जिसने अपनी करुणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से हटा नहीं लिया: यहोवा ने मुझ को ठीक मार्ग पर चलाकर मेरे स्वामी के भाई-बन्धुओं के घर पर पहुँचा दिया है।”28तब उस कन्या ने दौड़कर अपनी माता को इस घटना का सारा हाल बता दिया।29तब लाबान जो रिबका का भाई था, बाहर कुएँ के निकट उस पुरुष के पास दौड़ा गया।30और ऐसा हुआ कि जब उसने वह नत्थ और अपनी बहन रिबका के हाथों में वे कंगन भी देखे, और उसकी यह बात भी सुनी कि उस पुरुष ने मुझसे ऐसी बातें कहीं; तब वह उस पुरुष के पास गया; और क्या देखा, कि वह सोते के निकट ऊँटों के पास खड़ा है।31उसने कहा, “हे यहोवा की ओर से धन्य पुरुष भीतर आ तू क्यों बाहर खड़ा है? मैंने घर को, और ऊँटों के लिये भी स्थान तैयार किया है।”32इस पर वह पुरुष घर में गया; और लाबान ने ऊँटों की काठियाँ खोलकर पुआल और चारा दिया; और उसके और उसके साथियों के पाँव धोने को जल दिया।33तब अब्राहम के दास के आगे जलपान के लिये कुछ रखा गया; पर उसने कहा “मैं जब तक अपना प्रयोजन न कह दूँ, तब तक कुछ न खाऊँगा।” लाबान ने कहा, “कह दे।”34तब उसने कहा, “मैं तो अब्राहम का दास हूँ।35यहोवा ने मेरे स्वामी को बड़ी आशीष दी है; इसलिए वह महान पुरुष हो गया है; और उसने उसको भेड़-बकरी, गाय-बैल, सोना-रूपा, दास-दासियाँ, ऊँट और गदहे दिए हैं।36और मेरे स्वामी की पत्नी सारा के बुढ़ापे में उससे एक पुत्र उत्पन्न हुआ है; और उस पुत्र को अब्राहम ने अपना सब कुछ दे दिया है।37मेरे स्वामी ने मुझे यह शपथ खिलाई है, कि ‘मैं उसके पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिनके देश में वह रहता है, कोई स्त्री न ले आऊँगा।38मैं उसके पिता के घर, और कुल के लोगों के पास जाकर उसके पुत्र के लिये एक स्त्री ले आऊँगा।’39तब मैंने अपने स्वामी से कहा, ‘कदाचित् वह स्त्री मेरे पीछे न आए।’40तब उसने मुझसे कहा, ‘यहोवा, जिसके सामने मैं चलता आया हूँ, वह तेरे संग अपने दूत को भेजकर तेरी यात्रा को सफल करेगा; और तू मेरे कुल, और मेरे पिता के घराने में से मेरे पुत्र के लिये एक स्त्री ले आ सकेगा।41तू तब ही मेरी इस शपथ से छूटेगा, जब तू मेरे कुल के लोगों के पास पहुँचेगा; और यदि वे तुझे कोई स्त्री न दें, तो तू मेरी शपथ से छूटेगा।’42इसलिए मैं आज उस कुएँ के निकट आकर कहने लगा, ‘हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा, यदि तू मेरी इस यात्रा को सफल करता हो;43तो देख मैं जल के इस कुएँ के निकट खड़ा हूँ; और ऐसा हो, कि जो कुमारी जल भरने के लिये आए, और मैं उससे कहूँ, “अपने घड़े में से मुझे थोड़ा पानी पिला,”44और वह मुझसे कहे, “पी ले, और मैं तेरे ऊँटों के पीने के लिये भी पानी भर दूँगी,” वह वही स्त्री हो जिसको तूने मेरे स्वामी के पुत्र के लिये ठहराया है।’45मैं मन ही मन यह कह ही रहा था, कि देख रिबका कंधे पर घड़ा लिये हुए निकल आई; फिर वह सोते के पास उतरकर भरने लगी। मैंने उससे कहा, ‘मुझे पानी पिला दे।’46और उसने जल्दी से अपने घड़े को कंधे पर से उतार के कहा, ‘ले, पी ले, पीछे मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी,’ इस प्रकार मैंने पी लिया, और उसने ऊँटों को भी पिला दिया।47तब मैंने उससे पूछा, ‘तू किस की बेटी है?’ और उसने कहा, ‘मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी हूँ,’ तब मैंने उसकी नाक में वह नत्थ, और उसके हाथों में वे कंगन पहना दिए।48फिर मैंने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् किया, और अपने स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा, क्योंकि उसने मुझे ठीक मार्ग से पहुँचाया कि मैं अपने स्वामी के पुत्र के लिये उसके कुटुम्बी की पुत्री को ले जाऊँ।49इसलिए अब, यदि तुम मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो, तो मुझसे कहो; और यदि नहीं चाहते हो; तो भी मुझसे कह दो; ताकि मैं दाहिनी ओर, या बाईं ओर फिर जाऊँ।”50तब लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया, “यह बात यहोवा की ओर से हुई है; इसलिए हम लोग तुझ से न तो भला कह सकते हैं न बुरा।51देख, रिबका तेरे सामने है, उसको ले जा, और वह यहोवा के वचन के अनुसार, तेरे स्वामी के पुत्र की पत्नी हो जाए।”52उनकी यह बात सुनकर, अब्राहम के दास ने भूमि पर गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया।53फिर उस दास ने सोने और रूपे के गहने, और वस्त्र निकालकर रिबका को दिए; और उसके भाई और माता को भी उसने अनमोल-अनमोल वस्तुएँ दीं।54तब उसने अपने संगी जनों समेत भोजन किया, और रात वहीं बिताई। उसने तड़के उठकर कहा, “मुझ को अपने स्वामी के पास जाने के लिये विदा करो।”55रिबका के भाई और माता ने कहा, “कन्या को हमारे पास कुछ दिन, अर्थात् कम से कम दस दिन रहने दे; फिर उसके पश्चात् वह चली जाएगी।”56उसने उनसे कहा, “यहोवा ने जो मेरी यात्रा को सफल किया है; इसलिए तुम मुझे मत रोको अब मुझे विदा कर दो, कि मैं अपने स्वामी के पास जाऊँ।”57उन्होंने कहा, “हम कन्या को बुलाकर पूछते हैं, और देखेंगे, कि वह क्या कहती है।”58और उन्होंने रिबका को बुलाकर उससे पूछा, “क्या तू इस मनुष्य के संग जाएगी?” उसने कहा, “हाँ मैं जाऊँगी।”59तब उन्होंने अपनी बहन रिबका, और उसकी दाई और अब्राहम के दास, और उसके साथी सभी को विदा किया।60और उन्होंने रिबका को आशीर्वाद देकर कहा, “हे हमारी बहन, तू हजारों लाखों की आदिमाता हो, और तेरा वंश अपने बैरियों के नगरों का अधिकारी हो।”61तब रिबका अपनी सहेलियों समेत चली; और ऊँट पर चढ़कर उस पुरुष के पीछे हो ली। इस प्रकार वह दास रिबका को साथ लेकर चल दिया।62इसहाक जो दक्षिण देश में रहता था, लहैरोई नामक कुएँ से होकर चला आता था।63सांझ के समय वह मैदान में ध्यान करने के लिये निकला था; और उसने आँखें उठाकर क्या देखा, कि ऊँट चले आ रहे हैं।64रिबका ने भी आँखें उठाकर इसहाक को देखा, और देखते ही ऊँट पर से उतर पड़ी।65तब उसने दास से पूछा, “जो पुरुष मैदान पर हम से मिलने को चला आता है, वह कौन है?” दास ने कहा, “वह तो मेरा स्वामी है।” तब रिबका ने घूँघट लेकर अपने मुँह को ढाँप लिया।66दास ने इसहाक से अपने साथ हुई घटना का वर्णन किया।67तब इसहाक रिबका को अपनी माता सारा के तम्बू में ले आया, और उसको ब्याह कर उससे प्रेम किया। इस प्रकार इसहाक को माता की मृत्यु के पश्चात् शान्ति प्राप्त हुई।
इस शब्द का प्रयोग मुख्य कहानी में विराम लगाने के लिए किया जाता है। यहाँ लेखक कहानी का एक नया हिस्सा बताने के लिए शुरू करता है।
अब्राहम नौकर से कुछ करने की कसम खाता था। अब्राहम की जाँघ के नीचे हाथ रखते हुए दिखा है कि वह निश्चित रूप से करने की कसम खाई
शब्द "द्वारा शपथ लेना" का अर्थ है किसी वस्तु या व्यक्ति के नाम का उपयोग उस आधार या शक्ति के रूप में करना जिस पर शपथ ली जाती है। "मुझे अपने गवाह के रूप में यहोवा के साथ वादा कर।
यो स्वर्ग और पृथ्वी में है वह सब परमेश्वर ने बनाया है।
यह उस स्थान को संदर्भित करता है जहां परमेश्वर रहता है
कनानी महिलाओं से " या ["केनियों से.]" यह कनानी महिलाओं को संदर्भित करता है।
जिनके बीच हम रहते हैं।
कसम खायो के तुम जयोगे।
मेरा परिवार।
मुझे क्या करना चाहिए अगर।
मेरे साथ वापस आने के लिए मना कर दिया।
क्या मुझे तेरे पुत्र को उस देश में रहने के लिए ले जाना चाहिए जहाँ से तू आया था।
आपको निश्चित रूप से मेरे बेटे को वहाँ नहीं ले जाना चाहिए।
जो मुझे मेरे पिता और मेरे बाकी परिवार से ले आया था।
मेरे साथ एक शपथ ले।
“यह कहते हुए कि यह भूमि वह मेरे वंश को दे देगा।“
शब्द ["वह]" और ["उसके]" यहोवा को दर्श है।
पद 8 अब्राहम ने अपने सेवक को दिए गए निर्देशों की निरंतरता है।
लेकिन अगर स्त्री तुम्हारे साथ आने से इंनकार करती है.' इब्राहीम 24:5 से नौकर के सवाल का जवाब दे रहा था।
“तुमने मुझसे जो शपथ खाई थी, उससे तुम्हें रिहा कर दिया जाएगा“ शपथ को पूरा न करने के लिए ऐसा कहा जाता है मानो वह व्यक्ति किसी वस्तु से मुक्त हो, जिस के लिए वह बाध्य था।
यह दिखाने के लिए कि वह निश्चित रूप से करेगा जो उसने करने के लिए शपथ ग्रहण की थी।
उसे शपथ दिलाई।
कि वह वही करेगा जो अब्राहम ने कहा था
वाक्य के साथ शुरू ["उसने भी लिया]" नौकर ने यात्रा में अपने साथ क्या ले लिया के बारे में अतिरिक्त जानकारी देता है. जाने से पहले उन्हें इकट्ठा किया।
इसका मतलब यह है कि वह कई अच्छी चीजें हैं जो अपने मालिक ओर स्त्री के परिवार को देना चाहता था ले लिया।
वह छोड़ दिया और चला गया।
वह शहर जहां नाहर रहता था।
ऊंट लंबे पैर के साथ लंबा जानवर हैं। उसने उन्हें अपने पैरों को मोड़ा और अपने शरीर को जमीन पर उतारा। "उसने ऊंटों को लेटा दिया
पानी का कूवाँ।
पानी निकालना
तब दास ने कहा.
आप इसे जोड़ने वाले शब्द के साथ बता सकते हैं [द्वारा]" यह स्पष्ट करता है कि “आज मुझे सफलता देकर मेरे सवामी को वाचा की करुना दिखाई है”
"मेरे काम को सफल करो”.सेवक अब्राहम के बेटे के लिए एक अच्छी पत्नी खोजना चाहता था. अमूर्त संज्ञा ["सफलता]" एक क्रिया के रूप में कहा जा सकता है "मुझे सफल होने में मदद करें।”
यह उस वाचा के कारण वफादारी है जिसे परमेश्वर ने अब्राहम के साथ बनाया था। " मेरे सवामी अब्राहम से अपनी वाचा के अनुसार वफादार रहना।“
यहाँ शब्द ["देखो]" क्या इस प्रकार के लिए जोर कहते हैं ।
पानी का सोता
शहर की युवा महिलाएं।
इसे इस तरह से होने दें।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है. यह एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के साथ व्यक्त किया जा सकता है.“मैने एक की युवा महिला से कहा कि अपने घडे से मुझे पानी पिला।“
महिलाएँ अपने कंधे पर घड़े ले जाती थीं। उसने आदमी को पानी देने के लिऐ घड़ा झुकाया होगा”
मिट्टी से बना एक मध्यम आकार का घड़ा जिसका उपयोग तरल पदार्थ रखने और डालने के लिए किया जाता है।
कि तुम अपने करुणा की वजह से मेरे स्वामी के प्रति वफादार रहा हैं।
जहाँ से काम शुरू होता है उसे दर्शाने के लिए यहाँ इस वाक्यांश का इस्तेमाल किया गया है।
“यह वाक्यांश हमें ध्यान देने के लिऐ स्तरक करता है”
मिट्टी से बना एक मध्यम आकार का घड़ा जिसका उपयोग तरल पदार्थ रखने और डालने के लिए किया जाता है।
रिबका के पिता बेतूल थे। बेतूल के माता-पिता मिलका और नाहोर थे। नाहर इब्राहीम का भाई था
बतूएल रिबका का पिता था।
यह एक पुरुष का नाम है।
मिलका नाहर की पत्नी और बतूएल की माँ थी.
सोता ऊंचाईयों के बीच था, जहां सेवक खड़ा था।
जवान युवती से मिलने के लिए।
थोड़ा सा पानी।
यह एक मध्यम आकार का जार है जो मिट्टी से बना होता है जिसका उपयोग तरल पदार्थ रखने और डालने के लिए किया जाता है।
यहाँ औरत सम्मान के लिऐ इस शब्द का उपयोग करती है आदमी का उल्लेख है, हालांकि वह अपकी गुलाम नहीं है।
उसने जल्दी से अपना घड़ा नीचे कर दिया.' वह अपने कंधे पर घड़ा ले जा रही थी सेवक को पानी देने के लिए उसे घड़ा उतारना पडा।
मैं पानी लाकर दूँगी
तब उसने जल्दी से अपना घड़े को खाली कर दिया।
जानवरों के लिऐ पानी का हौदे। हौदे जानवरों के पानी पीने के किये एक लंबा पानी जमा करने वाला बरतन है।
सेवक
रिबका को देखा।
निर्धारित करना।
"वह स्त्री जो इसहाक की पत्नी होगी उसको दिखा रहा था।
अपनी यात्रा को समृद्ध नहीं किया
एक महंगी सोने की नत्थ उसे दी।
आपके पिता कौन है।
उसकी बाहों के लिए दो सोने के कंगन जिनका वजन 110 ग्राम था।" वजन उनके आकार और मूल्य को दर्शाता है
आपके पिता के घर में जगह है।
यहाँ "हम" सेवक और उसके साथ यात्रा करने वालों को संदर्भित करता है।
आज रात रुकने के लिऐ।
रिबका ने कहा
सेवक से।
बेथुएल मेरे पिता हैं, और उनके माता-पिता मिल्का और नाहोर हैं।
हमारे पास ऊंटों के लिए पुआल और चारा है।
जहाँ आप रात के लिए रुक सकते हैं।
यहाँ "आप" सेवक और उसके साथ यात्रा करने वालों को संदर्भित करता है।
सेवक।
यह परमेश्वर के सामने नम्रता का प्रतीक है।
“मेरे स्वामी के साथ उसकी वाचा के कारण विश्वासयोग्य और विश्वसनीय बना रहा है।
इसे सकारात्मक रूप में कहा जा सकता है। "दिखाना जारी रखा है“
परिवार।
यहाँ "गृहस्थी" का मतलब उसकी माँ के घर में रहने वाले सभी लोगों से है।“वह भाग कर घर की और गयी और अपनी माता से कहा और सारे वहा था”
सब कुछ जो अभी हुआ था।
मुख्य कथानक में विराम को चिह्नित करने के लिए इस शब्द का उपयोग यहाँ किया जाता है। यहाँ लेखक रिबका के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी बताता है। लेखक कहानी में अपने भाई, लाबान का परिचय देता है।
आदमी की और बाहर भाग जाने से पहले ये बातें हुईं। यह बताता है कि लाबान आदमी के पास क्यों भाग गिया।
इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "जब उसने अपनी बहन रिबका की बात सुनी थी कि आदमी ने उससे क्या कहा था"।
वास्तव में "शब्द" देखा "यहाँ क्या कहते हैं पर जोर देता है।
भीतर जा जाएँ
तुम जिसे यहोवा ने आशीर्वाद दिया है.
यहाँ "तू" शब्द अब्राहम के सेवक को संदर्भित करता है।
लाबान ने इस प्रश्न का उपयोग अब्राहम के सेवक को अपने घर में आमंत्रित करने के लिए किया। इस प्रश्न का अनुवाद कथन के रूप में किया जा सकता है। "आपको बाहर रहने की आवश्यकता नहीं है।
"आया" शब्द का अनुवाद "गया" के रूप में किया जा सकता है।
यह स्पष्ट नहीं है कि यह काम किसने किया। इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। एटी: "लाबान के नौकरों ने ऊंटों की काठियाँ खोलकर उसे उतार दिया।
लाबान के सेवकों ने ऊंटों को पुआल और चारा दिया, और जल भी दिया।
अब्राहम के सेवक और उन लोगों के लिए जो अपने पैर धोने के लिए उसके साथ थे जल दिया।
सेवको को खाना दिया।
आपको बताया कि मैं यहाँ क्यों हूँ।
कहा कि मुझे क्या कहना है' ''शब्द "वह" अब्राहीम को संदर्भित करता है।
अमीर बन गया
शब्द ["वह]"यहोवा को संदर्भित करता है।.
अब्राहम का सेवक रिबका के परिवार से बात करनी जारी रखता है।
उसने एक बेटे को जन्म दिया।
मेरे स्वामी ने अपने बेटे को दिया है।
मेरे मालिक ने मुझे शपथ खिलाई है कि मैं वही करूँगा जो उसने मुझे करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि
यह व्यक्या कनानी लड़कियों को संदर्भित करता है
जिनके बीच मैं रहता हूँ." यहाँ, ["मैं] अब्राहम और उसके परिवार और नौकरों के सभी के लिए खड़ा था।
मेरे अपनी गोत्र के लोग।
अब्राहम का सेवक रिबका के परिवार से बात कर रहा है।
यह कुछ ऐसा है जो संभवतः हो सकता है। पर: "क्या होगा अगर स्त्री मेरे साथ वापस नहीं आ जाएगी. या "मुझे क्या करना चाहिए अगर स्त्री मेरे साथ वापस न आएगी।
यहोवा की सेवा के बारे में कहा जाता है कि जैसे अब्राहीम यहोवा की उपस्थिति में चल रहा था।“जिसकी मैं सेवा करता हूँ।
वह अपकी यात्रा को सफल बना देगा।
परिवार।
कविता 40 पर निर्माण, "यदि आप मेरे पिता के परिवार के पास जाओ और एक लड़की के लिए पूछना, तुम कहना मैंने तुम्हें करने के लिए कहा था. अगर वे उसे तुम्हें नहीं देंगे, तो ते तूम शपथ से मुक्त हो जाएगा।
तुमने मुझे जो शपथ दी थी, उससे तु रिहा कर दिया जाएगा.' शपथ को पूरा न करने के लिए ऐसा कहा जाता है मानो वह व्यक्ति किसी वस्तु से मुक्त हो, जिस के लिए वह बाध्य था। “जो कसम तुमने मूझसे ली है उसके लिऐ तुमहे कुछ नही मरना“
भाषाएँ शब्दों का उपयोग आते हैं और अलग तरह से चलते है। किअगर तुम मेरे रिश्तेदार के पास जाओ।
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात कर रहा है।
कुएँ।
सेवक यहाँ खड़ा था उसके द्वारा उसने परमेश्वर का ध्यान लगाते हुए अपने शब्दों को बाधित किया।
नौकर उसका अनुरोध बताते हुए वापस चला गया, और उसके पास औरत के विषय में तीन बातें कहने को है वह आशा व्यक्त है कि वह आऐगी।
पानी पाने के लिए।
यह मिट्टी से बना एक मध्यम आकार का जार है जिसका उपयोग तरल पदार्थ रखने और डालने के लिए किया जाता है।
सेवक ने उसका अनुरोध समाप्त कर दिया।
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात करता रहता था।
किसी का दिमाग में चुपचाप प्रार्थना करना जैसे कि वह अपने दिल में बोल रहे थे की बात की है. शब्द "दिल“ उसके विचारों और उसके मन को संदर्भित करता है। “खामोशी में प्रार्थना करनी“
वास्तव में" या [अचानक]" शब्द ["देखो] यहाँ हमें चेतावनी के लिए आश्चर्य की बात जानकारी है कि इस प्रकार पर ध्यान देना।.
यह मिट्टी से बना एक मध्यम आकार का जार है जिसका उपयोग तरल पदार्थ रखने और डालने के लिए किया जाता है।
वाक्य "नीचे चला गया" प्रयोग किया जाता है क्योंकि सोता निचले स्थान में था यहा सेवक यहा खड़ा था।
कुंआ।
ऊंटों को पानी पिलाया।
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात करनी जारी रखता है
"मेरे पिता बतूएल हैं। उनके माता-पिता नाहोर और मिल्का हैं।
इस कहानी में, इन सभी वस्तुओं को सोने से बनाया गया है।
“यह प्रमेशवर के सामने नमर्ता का संकेत है।
मुझे यहाँ लाया गया।
“क्योकि यहोवा ने मेरा मार्ग दर्शन किया”
“यह बधुऐल को दर्शाता है, अनराहाम के भाई नाहर का बेटा।
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात करता रहता था।
यहां" अब "का अर्थ" इस समय "नहीं है, लेकिन इसका उपयोग महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है।
मुझे बताएं कि क्या आप रिबका को मेरे स्वामी के बेटे की पत्नी होने के नाते मेरे स्वामी के प्रति वफादार और विश्वसनीय रहेगे,
तुम" शब्द लाबान और बतूएल को संदर्भित करता है।
इन अमूर्त संज्ञाओं को "वफादार और भरोसेमंद" कहा जा सकता है।
यह परिवार के सदस्यों के लिए ईमानदारी है।
लेकिन अगर आप मेरे मालिक के साथ पारिवारिक विश्वास और भरोसे के साथ पेश आने के लिए तैयार नहीं हैं
सेवक जानना चाहता है कि क्या उसे कहीं और यात्रा करने की आवश्यकता है। "ताकि मैं अपनी यात्रा जारी रख सकूं।
यह लाबान और रिबका का पिता था।
यहोवा यह सब होने का कारण बना है"
वे कह रहे हैं कि उनके पास यह तय करने का अधिकार नहीं है कि परमेश्वर ने जो किया है वह अच्छा है या बुरा।: "हम परखने की हिम्मत नहीं करते जो यहोवा कर रहा है।"
शब्द "देख" यहाँ जोर देता है जो निम्नानुसार है।
रिबका यहाँ है
"जो लाबान और बतूएल ने कहा।
परमेश्वर के सामने दण्डवत् उनके लिए पूजा की अभिव्यक्ति है
चांदी और सोने की वस्तुएं "या" चांदी और सोने से बनी चीजें।
महंगे उपहार।
अब्राहम का सेवक और उसके संगी।
उस रात वहीं सोया था।
अगली सुबह उठ कर।
मुझे छोड़ दो और वापस चले जाऐ।
कम से कम दस दिन और।
10
फिर।
के सेवक ने कहा।
"रिबका के भाई और माँ।
"मुझे इन्तजार मत करवाना।
यहां "रास्ता" एक यात्रा के लिए खड़ा है। "याहवे ने मुझे अपनी यात्रा के उद्देश्य में सफल होने के लिए प्रेरित किया है।
मुझे जाने की अनुमति दें ।
“तो परिवार ने रिबका को विदा किया”
“रिबका लाबान की बहन थी”
“रिबका की दाई जिसने उसको बच्पन में पाला था और अब भी उसकी सेवा करती है”
“हमारी प्यारी रिबका”
”परमेश्वर तुझे लाखों लोगो की आदिमाता होने की आशीश दे”
“इसका मतलब एक बहुत बड़ी गिनती“
”तेरा वंश अपने विरोधीयो का नाश करे”
तब रिबका और उसकी सेवक लड़कियाँ ऊंटों पर चढ़ गईं।
इस तरह से इब्राहीम का सेवक रिबका को अपने साथ ले गया और वहाँ से लौट आया जहाँ से वह आया था।
यह शब्द कहानी में बदलाव का प्रतीक है। यह सेवक को एक पत्नी को खोजने के बारे में बता रहा था, और अब यह इसहाक के बारे में बताएगा।
यह नेगेव में एक पानी के कुएं का नाम है।
एक शाम इसहाक सोचने के लिए मैदान से बाहर चला गया। "नौकर और रिबका के घर छोड़ने के बाद उन्हें एक लंबी दूरी तय करनी पड़ी, यह एक लंबा समय रहा होगा।
यहां "निहारना" शब्द हमें उस आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए सचेत करता है जो इस प्रकार है। "जब उसने ऊपर देखा तो वह ऊंटों को देखकर हैरान था
रिबका ने देखा
वह जल्दी से ऊँट से उतर गई।
इसलिए उसने अपने चेहरे को अपने घूंघट से ढंक लिया। "यह उस व्यक्ति के प्रति सम्मान और विनम्रता का प्रतीक है जिससे वह शादी करेगी।
कपड़े का एक टुकड़ा एक व्यक्ति के सिर, कंधे और चेहरे को ढाँप करता था।
इन दोनों वाक्यांशों का मतलब है कि इसहाक ने रिबका से शादी की। “और उसने उसको अपनी पतनी बना लिया”
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। एटी: "तो रिबका ने इसहाक को शान्ति दी।
1तब अब्राहम ने एक पत्नी ब्याह ली जिसका नाम कतूरा था।2उससे जिम्रान, योक्षान, मदना, मिद्यान, यिशबाक, और शूह उत्पन्न हुए।3योक्षान से शेबा और ददान उत्पन्न हुए; और ददान के वंश में अश्शूरी, लतूशी, और लुम्मी लोग हुए।4मिद्यान के पुत्र एपा, एपेर, हनोक, अबीदा, और एल्दा हुए, ये सब कतूरा की सन्तान हुए।5इसहाक को तो अब्राहम ने अपना सब कुछ दिया*।6पर अपनी रखेलियों के पुत्रों को, कुछ-कुछ देकर अपने जीते जी अपने पुत्र इसहाक के पास से पूर्व देश में भेज दिया।
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात करना जारी रखता है
यह पद , 2-4 में नामित लोगों को संदर्भित करता है।
“इसहाक को वह सब कुछ विरासत में मिला, जो अब्राहम के पास था।" पिता के लिए अपनी संपत्ति का बंटवारा सामान्य था जब वह बूढ़ा हो गया था और मरने के बाद दूसरों के लिए ऐसा नहीं करना चाहता था।
अब्राहम 175 साल जीवित रहे।
अब्राहम ने अपनी अंतिम सांस ली और मर गया। "वाक्यां ने" अपनी आखिरी सांस ली "और" मर गया "का अर्थ मूल रूप से एक ही बात है
यह कहने का एक विनम्र तरीका है कि एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई
इन दोनों वाक्य का मूल रूप से एक ही बात है और इस बात पर जोर देना है कि अब्राहम बहुत लंबे समय तक जीवित रहे।
लंबे जीवन जीने की बात की जाती है जैसे कि जीवन एक बरतन था जो पूरा भर गया है।
इसका मतलब यह है कि अब्राहम के मरने के बाद, उसकी आत्मा अपने रिश्तेदारों के रूप में उसी स्थान पर गई जो उससे पहले मर गया था। इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है
एफ्रॉन के पास मकपेला में एक खेत था और वह गुफा जो उस क्षेत्र में थी। अब्राहम ने एफ्रोन से खेत खरीदा
मकपेला एक क्षेत्र या क्षेत्र का नाम था।
ये पुरुषों के नाम हैं
मकपेला मम्रे के पास था।
यह हेब्रोन शहर का दूसरा नाम था। इसका नाम शायद इब्राहम के मित्र मम्रे के नाम पर रखा गया था
अब्राहम ने यह भूमि खरीदा था।
“ हेत के वंशज।
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। एटी: "उन्होंने अब्राहम को मिट्टी दी गई।
अब्राहम का पुत्र।
इस नाम का अर्थ है "जीवित प्राणी का कुआँ जो मुझे देखता है।
इस शब्द का उपयोग अंग्रेजी में कहानी के नए भाग और इश्माएल के बारे में जानकारी देने के लिए किया जाता है
अब्राहम का नौकर रिबका के परिवार से बात करना जारी रखता है
इसे दो वाक्यों के रूप में कहा जा सकता है। "ये इश्माएल के बारह बेटों के नाम थे। उन्होंने उन जनजातियों का नेतृत्व किया जो उनके नाम पर थे, और उनमें से प्रत्येक के अपने गांव और शिविर थे।
12।
यहाँ "प्रधान" शब्द का अर्थ है कि पुरुष कबीलों के नेता या नियम थे; इसका मतलब यह नहीं है कि वे एक राजा के बेटी थी।
"इश्माएल 137 साल जीवित रहा
“मर गया”
इसका मतलब यह है कि इश्माएल के मरने के बाद, उसकी आत्मा अपने रिश्तेदारों के पास उसी स्थान पर गई जो उससे पहले मर गया था। इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है
उसके वंशज बसे हुवे थे।
हवीला अरब के रेगिस्तान में कहीं स्थित था।
की दिशा में।
वे एक साथ शांति से नहीं रहते थे।
यह वाक्य उत्पत्ति 25: 19-35: 29 में इसहाक के वंशजों के खाते का परिचय देता है। एटी: "यह इब्राहम के पुत्र इसहाक के वंशजों का खाता है
40 वर्ष।
जब उसने रिबका से शादी की।
बतूएल रिबका के पिता थे।
यह मेसोपोटामिया के क्षेत्र का एक और नाम था, आधुनिक इराक वही स्थान है।
वह गर्भवती नहीं हो पा रही थी।
यह स्पष्ट किया जा सकता है कि रिबका एक ही समय में दो बच्चों के साथ गर्भवती थी: "रिबका, उसकी पत्नी, जुड़वा बच्चो से गर्भवती हो गई थी।
उसके अंदर के बच्चे एक-दूसरे के खिलाफ टकराते रहे" या "शिशुओं ने उसके भीतर एक-दूसरे के खिलाफ धक्का दिया
रिबका जुड़वां बच्चों से गर्भवती थी।
उसने जाकर याहवे से इस बारे में पूछा। "यह स्पष्ट नहीं है कि वह कहाँ गई थी। वह प्रार्थना करने के लिए कहीं निजी गई होगी, या वह बलिदान देने के लिए कहीं चली गई होगी
रिबका से कहा।
उनकी काव्य भाषा है।
यहां "दो राष्ट्र" दो बच्चों को कहा गया है। प्रत्येक बच्चा एक राष्ट्र का पिता होगा।
“और जब तुम इन दो बच्चों को जन्म दोगे तो वे प्रतिद्वंद्वी होंगे।
“बड़ा बेटा छोटे बेटे की सेवा करेगा।
शब्द "निहारना" यहां पर जोर देता है जो निम्नानुसार है। "वास्तव में
उस की त्वचा लाल थी और उसके शरीर पर काफी बाल थे
"एसाव नाम 'बालों वाली' शब्द की तरह लगता है.
एसाव के पैर का पिछला हिस्सा पकड़े
अनुवादक एक फुटनोट भी जोड़ सकते हैं जो कहता है "नाम याकूब का अर्थ है 'वह एड़ी पकड़ता है।
60 साल की उम्र
भोजन के लिए जानवरों का शिकार करना और उनकी हत्या करने में अच्छा हो गया
"एक शांतिपूर्ण आदमी।
यह समय के बारे में बोलता है जैसे कि यह एक कमोडिटी थी जिसे कोई खर्च कर सकता था
यहां "प्यार" शब्द का अर्थ "पसंदीदा" या "पसंदीदा" है।
"क्योंकि उसने उन जानवरों को खा लिया है जो एसाव ने शिकार किए थे" या "क्योंकि उसने उस जंगली जानवर के मांस को खाने का आनंद लिया था जिसे एसाव ने पकड़ा था
यह एक बार हुई किसी चीज़ के बारे में एक कहानी की शुरुआत है, कुछ अनुवादको के समान तरीके से "एक दिन, याकूब ने कुछ पकाया" जैसे वाक्यांश के साथ इसे शुरू कर सकते हैं।
कुछ भोजन उबाला "या" कुछ सूप पकाया । "यह खिचड़ी उबली हुई दाल से बनाई थी।
वह कमजोर था क्योंकि वह बहुत भूखा था
मैं बहुत भूखा हूँ।
" एदोम नाम का अर्थ है 'लाल।'
पहलौठे पिता की ज्यादातर संपत्ति के वारिस होता था
एसाव इस बात पर ज़ोर देने के लिए बढ़ा-चढ़ाकर कह रहा था कि वह कितना भूखा है।
मेरी विरासत मेरे लिए अच्छा नहीं है अगर मैं भूख से मर जाता हूँ।
याकूब एसाव को जो शपथ लेना चाहता था, वह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है।
ये सेम की तरह हैं, लेकिन उनके बीज बहुत छोटे हैं, गोल, और कुछ हद तक स्पाट होते हैं।
एसाव से पता चला कि उसने अपने पहलौठे के अधिकार को तुच्छ समझता है।
1उस देश में अकाल पड़ा, वह उस पहले अकाल से अलग था जो अब्राहम के दिनों में पड़ा था। इसलिए इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया।2वहाँ यहोवा ने उसको दर्शन देकर* कहा, “मिस्र में मत जा; जो देश मैं तुझे बताऊँ उसी में रह।3तू इसी देश में रह, और मैं तेरे संग रहूँगा, और तुझे आशीष दूँगा; और ये सब देश मैं तुझको, और तेरे वंश को दूँगा; और जो शपथ मैंने तेरे पिता अब्राहम से खाई थी, उसे मैं पूरी करूँगा।4और मैं तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान करूँगा; और मैं तेरे वंश को ये सब देश दूँगा, और पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे वंश के कारण अपने को धन्य मानेंगी। (उत्प. 15:5)5क्योंकि अब्राहम ने मेरी मानी, और जो मैंने उसे सौंपा था उसको और मेरी आज्ञाओं, विधियों और व्यवस्था का पालन किया।”6इसलिए इसहाक गरार में रह गया।
यह शब्द नई कहानी को शुरू करने लिऐ प्रयोग किया जाता है।
वहाँ आकाल पड़ हुआ था।
यह उस भूमि को स्पष्ट करता जिस भूमि पर एसहाक और उसका परिवार रहते थे।
यह मुहावरा अब्राहम के उन दिनो को जीवन को दर्शाता है।
यहोवा ने एसहाक को बोला।
एसहाक को दर्शन दिऐ।
उस ने इस भूमि को ना छोडने का वादा किया।
मै तुझे और तेरे वंश को इस देश मे सब कुछ दुंगा।
मै वही करूँगा जो मैंने तुम्हारे पिता अब्राहाम से प्रतिज्ञा की थी कि मैं करूँगा।
यहोवा इसहाक को बोलना जारी रखता है।
मै आपके बहुत सारे वंशज पैदा करूंगा।
यह इसहाक के वंश के बारे मे बताता है कि उसके वंश कि संख्या सितोरो के सामान होगी(22:15)
ये सब हम पृथ्वी मे देखते है जिसमे सूरज,चाँद और सितारे सब शामिल है।
विशेष रूप मे कहा जा सकता है कि मै पृथ्वी के सभी देशो को आशीर्वाद दूंगा।
वाक्य मे कहा है कि अब्राहम ने मेरी आवाज पालन किया और मेरए आदेशौ और निर्देशो कआ पालन किया। अब्राहम ने उस आज्ञा का पालन किया।
यहाँ मेरी आज्ञा का पालन करने के लिऐ आवाज उठाई जाती है।
इस मे इसहाक के बारे मे बताया है कयोंकि केवल एसहाक और उसका परिवार ही गरार में रह गया था।
वह अप्रिय हो गया उसे लगा कि अब लोग उसे नुकसान पुहचाऐगे।
रिबका के लिए
निहारना शब्द यह दर्शाता है कि कैसे एंबीलेम्च ने उसे चौका दिया और वह इसहाक को देखकर हैरान रह गया।
उसने उसे ऐसे स्पर्श किया जैसे एक पति आपनी पत्नी को करता है।
अबीमेलेक ने इसहाक को आपने पास बुलाया।किसी को इसहाक को यह बताने को कहा कि वह उसे देखना चाहता है अबीमेलेक ने किसी को उस कै पास भेजने को कहा।
तुमने ऐसा क्यों कहा कि वो तुम्हारी बहन है।
वो उसे ले सकता है।
अबीमेलेक ने इस सवाल का जवाब इसहाक को डाटने के लिऐ कियआ कि तुमहे हमारे साथ ऐस नही करना चाहिऐ था।
यह बात किसी का दोषी होना बताती है जैसे पाप कोई वस्तु हौ जिसे किसी पर रखा गया हौआपने हमे एक आदमी की पत्नी लेने का दोषी माना हो।
यहाँ अबीमेलेक “हमे“ और उन लोगो को संर्दभित करत है।
यहाँ छुने का मतलब हानिकारक है यहाँ कोई आदमि को नुकसान पहुँचा सकता है।
मै अपने लोगो को उसे मारने का आदेश दूंगा।
इस कहानी मे एक बदलाव आऐ है जिसमे यह इसहाक के बारे मे बताने को शुरू होता है कि इसहाक रिबिका को बहन कहा
गरार देश में।
इसका यह है कि एक सौ गुना जितना उसने लगाया इसका अनुवाद बहुत ब़डी फसल के रूप मे भी किया जा सकता है।
"इसहाक अमीर हो गया"
वह अधिक से अधिक प्रापत करता गया और अमीर बनता गया।
ये बकरियों मे शामिल कर सकते है।
यहाँ घर मे कई नौकर रहते
पलिश्ती उससे जलन करने लगे थे
इस शब्यद का अर्थ यह नहीं कि उस समय क्या हुआ। यह कहानी की नई शुरूआत को दर्शाता है (26:12)
वाक्यांष मे जब अब्राहम का पिता था वह हर व्यक्ति कि जीवनकाल मे खड़ा रहता था।
अबीमेलेक ने यह इस लिऐ कहा कयोंकि उसने देखा कि उसके लोग इसहाक के प्रति शत्रूतापुर्ण और ईष्या पुर्ण तरिके से कार्य कर रहे थे।
हम ज्यादा मजबूत हैं।
इस मे केवल इसहाक के बारे मे बात की गई है कयोंकि वह उसका परिवार और उसके नौकर वह देश छोड़ कर चले जाते है।
इसहाक ने यहाँ खुदवाया, यहाँ इसहाक का अर्थ उसने और उसके सेवकों ने।
अब्राहम के नौकरो ने खोदा।
इस वाक्यांश मे इन दिनो मे अब्राहम का पिता एक व्यक्ति के जीवनकाल मे खड़ा है, जब अब्राहम था।
यही कारण था कि इसहाक खोदा था, इसे संभावित करने के तरीके इस प्रकार है,यह वाक्य इसहाक से शुरू हो सकत है पलिश्तियों ने उन्हें रोक दिया था।
उन्हें धरती से भर दिया था।
इस वाक्यांश मे प्राकृतिक वंसत मे एक नया कआँ खोदा जिस से ताजा पीने के पानी का निरंतर प्रवाह होता है।
वो पुरूष जो झुंड की देखभाल करते हैं।
यहाँ चारवाहों को संर्दभित करता है।
एसेक का मतलब ‘झगड़ा‘ या “विवाद“ है बताया है।
इसहाक के सेवको ने खोदा।
गरर के चारवाहो ने इसहाक के चारवाहको से वाद-विवाद किया।
इसहाक ने उसे दे दिया।
सित्ना नाम का अर्थ है 'विरोध' या 'दोष'।
अनुवादक एक फुटनोट जोड़ सकते हैं जो कहता है कि "रहोबोत नाम का अर्थ है 'के लिए जगह बनाने' या 'खाली जगह'"।
इसहाक अपने घर के बारे में बात कर रहा था।
“इसहाक उस स्थान को छोड़कर वहाँ से बेर्शेबा चला गया"।
मैं तेरी वंश को बहुत बढ़ाऊँगा
आपने सेवक अब्राहम के लिए। मैनें अपने दास अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि मैं ऐसा करूँगा।
आप यह बता सकते है कि इसहाक ने वेदी कयो बनाई: “इसहाक ने यह वेदी यहोवा के लिए बलिदान करने के लिए बनाई।
बुलाना का अर्थ है कि प्रार्थना करना।
इसहाक के पास गया
यह एक आदमी का नाम है।
अबीमेलेक के सलाहकार।
यह एक आदमी का नाम है(21:22)।
यह अबीमेलेक,अहुज्जत और पीकोल को दर्शाता है। उनमें से एक ने बात की और अन्य दो ने जो कहा उससे सहमत हुए। इसका मतलब यह नहीं है कि वे सब एक ही समय में बात की थी कि "उनमें से एक ने कहा"।
हम जानते है।
तो हम एक वाचा बनाते है।
यह एक नए वाक्य की शुरुआत के रूप में अनुवाद किया जा सकता है. "हम केवल आपके लिए अच्छा किया है।
यह कह सकते है कि “यहोवा ने आपको आशीर्वाद दिया है”।
एक साथ खाना खाने से एक दूसरे के साथ वाचा बाँधने का हिस्सा था।
यहाँ पर अबीमेलेक,अहुज्जत, और पीकोल संदर्भित करता है।
यह इसहाक,अबीमेलेक,अहुज्जत,और पीकोल को संदर्भित करते है।
सभी सुबह जल्दी उठ गऐ।
"तो वह अच्छी तरह से शिबा कहा जाता है शिबा शब्द का अर्थ बताता है ‘शपथ’ का मतलब है की तरह लगता है।
बेर्शेबा नाम का अर्थ "शपथ का कुयाँ" या "सात का कुयाँ“।
यह उत्पत्ति 26 के इसहाक के बारे में था. ये आयतें उनके बड़े बेटे एसाव के बारे में हैं।
"40"
“उसने शादी कर ली“ आप स्पष्ट रुप मे कह सकते सकते हैं कि उसने दो महिलाओ से शादी की
यह एसाव की पत्नियो के नाम थे।
यह आदमियो के नाम थे।
हित्ती का वंश।
यहा यहूदीत और बासमत को दर्शाता है किसी को दुखी करने के लिऐ इस तरह की बात करना है जैसे कि "क्षमा" एक वस्तु है जो किसी भी व्यक्ति को दी जा सकती है, इसहाक और रिबिका इस कारण दुखी थे।
1जब इसहाक बूढ़ा हो गया, और उसकी आँखें ऐसी धुंधली पड़ गईं कि उसको सूझता न था, तब उसने अपने जेठे पुत्र एसाव को बुलाकर कहा, “हे मेरे पुत्र,” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”2उसने कहा, “सुन, मैं तो बूढ़ा हो गया हूँ, और नहीं जानता कि मेरी मृत्यु का दिन कब होगा3इसलिए अब तू अपना तरकश और धनुष आदि हथियार लेकर मैदान में जा, और मेरे लिये अहेर कर ले आ।4तब मेरी रूचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आना, कि मैं उसे खाकर मरने से पहले तुझे जी भर कर आशीर्वाद दूँ।”5तब एसाव अहेर करने को मैदान में गया। जब इसहाक एसाव से यह बात कह रहा था, तब रिबका* सुन रही थी।
वह आँधा होने के बारे मे बोलता है कि आँखे एक दीपक थी और प्रकाश लगभग बाहर निकल गया था, जैसे कि ”वह लगभग आँधा हो गया था।
और एसाव ने जवाब दिया।
“मै सुन रहा हूं।“(22:1)
“इसहाक ने कहा।”
वाकयांश मे “यहाँ देखे” इसलिऐ कहा है कि सभी “ध्यान से देखे”।
यहाँ इसहाक जानता है कि वह जल्द ही मर जाएगा। जैसे कि ”मैं किसी दिन भी मर सकता हूं”।
यह शरीरक मृत्यु को दर्शाता है।
इसहाक अपने बड़े बेटे इसहाक को निर्देश देना जारी रखता है।
"अपने शिकार करने वाले उपकरण“।
एक तरकश तीर धारण करने के लिए है। जैसे कि “तीर के अपने तरकश"।
"मेरे लिए एक जंगली जानवर का शिकार कर”।
“बहुत अच्छा" शब्द किसी स्वाद को दर्शाता है, जैसे कि "मेरे लिए स्वादिष्ट खाना और मास बनाना जिसे मैं प्यार करता हूँ“।
बाइबल के समय एक पिता आपने बच्चो को औपचारिक आशीष सुनाता है।
शब्द "अब“ रिबिका और याकूब के परिवर्तनों को दिखाता है।
जब इसहाक आपने बेटे एसाव से बात कर रहा था तब रिबिका सुन रही थी।
“तो जब” शब्द रिबिका को दिखाने के लिऐ जोड़ जा सकता है कयोकि वह सुनती है जब इसहाक अपने बेटे से बात करता है जैसे कि “जब एसाव चला गया… तो इसे वापस लाना”।
एसाव और याकूब दोनों इसहाक रिबिका के पुत्र थे।
इस वाक्य मे “यहाँ देखे” इस पर जोर देता है,“ध्यान से सुनो”
उसने एसाव से कहा कि वह जंगली जानवर का शिकार करे और वह स्वादिष्ट मांस बना दे जिसे वह प्यार करता है। फिर उसकी मौत से पहले, इसहाक याहवे की उपस्थिति में एसाव को आशीष देगा।
“एक जंगली जानवर का शिकार करो और उसे मार लाओ”।
“मेरे लिऐ स्वादिष्ट खाना बनाओ,मुझे स्वादिष्ट खाना बहुत प्यारा है”।(27:3)
“यहोवा से पहले आशीर्वाद दूँ”।
“इस से पहले कि मैं मर जाओं”।
रिबिका आपने छोटे बेटे याकूब से बात करती जारी रखती है।
इसका मतलब यह है कि “इस समय” नहीं लेकिन महत्वपूर्ण बिंदु है, यह इस की और ध्यान अकर्षित करने के लिऐ प्रयोग किया जता है।
मेरी बात मानों और वह करों जो मैं तुम से कहता हूँ।
“बहुत अच्छा" शब्द किसी स्वाद को दर्शाता है, जैसे कि "मेरे लिए स्वादिष्ट खाना और मास बनाना जिसे मैं प्यार करता हूँ“।(27:3)
यह आपने पिता के पास ले जाना।
“और उसके खाने के बाद, वह तुम्हें आशीष दे“।
“आशीर्वाद” शब्द एक पिता अपने बच्चों केलिए औपचारिक आशीर्वाद को दर्शाता है।
इस से पहले कि वह मर जाऐ।
मैं बालों वाला नहीं हूँ। मेरी त्वचा चिकनी है।
उन्हें पता चल जाएगा कि मैं उसे धोखा दे रहा हूँ।
श्रापित और धन्य होने की बात की जाती है जैसे के श्राप और आशीर्वाद दोने एक जैसी वस्तु है जिसे किसे व्यक्ति पर रखा जा सकता है जैसे कि “इस वजह से वह मुझे श्राप देगा मुझे आशीर्वाद नहीं देगा।
“हे मेरे पुत्र तुम्हारे पिता तेरे बदले मुझे श्राप दे”।
रिबिका ने कहां वह कया कर रही है उसका उल्लेख करने के लिऐ “मेरी आवाज सुन“ और मै जो कहती हूँ उसका पालन कर।
मेरे पास छोटी बकरियों को ले आओ।
“बहुत अच्छा" शब्द किसी स्वाद को दर्शाता है, जैसे कि "मेरे लिए स्वादिष्ट खाना और मास बनाना जिसे मैं प्यार करता हूँ“।(27:3)
बकरी की खाल पर अभी भी बाल थे।
उसने वह स्वादिष्ट भोजन और रोटी बनाकर आपने बेटे याकुब को दे दी।
“और उसके पिता ने जवाब दिया”। इसहाक ने उत्तर दिया
हाँ, मै सुन रहा हूँ।
“मैंने वही किया है जो तुमने मुझे करने के लिऐ कहा था“
"मेरे लिए एक जंगली जानवर का शिकार कर”।(27:3)
“याकूब ने जावाब दिया“।
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि परमेश्वर ने ऐसे होने का कारण बनाया है,"मुझे शिकार करते समय सफल होने में मदद की“
यदि एसव तू वास्तव में मेरा बेटा है।
“याकूब ने आपने पिता इसहाक से संर्पक किया“।
“तुम्हारी आवाज याकूब जैसी लग रही है”
“लेकिन तुम्हारे हाथ एसाव के हाथ की तरह लग रहे हैं“।
इसहाक आपने बेटे को आशीर्वाद देने से पहले सवाल पूछता है।
“एक जंगली जानवर का शिकार करो और उसे मार लाओ”।(27:5)
और इसहाक ने पिया।
उसने अपने कपड़ों की गंध महसूस की और उस से एसाव के कपड़ों की तरह गंध आ रही थी, इसलिए इसहाक ने उसे आशीष दी।
और इसहाक की गंध।
गंध।
“और उसे आशीर्वाद दिया“। यह एक पिता के अपने अच्चों के लिए औपचारिक आशीर्वाद को दर्शाता है।
वास्तव में मेरे बेटे की गंध है।
“कि यहोवा ने उसके बहुत धनी होने का कारण बना है“।
यह इसहाक का आशीर्वाद है। उसने सोचा कि वह एसाव से बात कर रहा है, लेकिन वह याकूब से बात कर रहा था।
यहाँ "तुम“ और याकूब को दर्शाता है। लेकिन यह आशीष याकूब के वंशजों पर भी लागू होगी।
“ओस” रात के दौरान पौधों पर पानी की बूँदें के रूप में होती है। यह अनुवाद में स्पष्ट किया जा सकता है। कि “तुम्हारी फसलों कको पानी देने के लिए स्वर्ग से रात की धुंध”।
उपजाऊ भूमि होने के बारे में ऐसा कहा जाता है मानो पृथ्वी मोटी या समृद्ध हो "फसलों के उत्पादन के लिए अच्छी मिट्टी“।
यदि "अनाज" और "शराब" अज्ञात हैं, तो इसे सामान्य रूप से अधिक कहा जा सकता है, जैसे कि "भोजन और पेय की बहुतात“।
यह सर्वनाम याकूब का उल्लेख करते है लेकिन यह आशीष उसके वंशजो पर भी लागू होती है।
यह सभी “जाति“ के लोगों को दर्शाता है जैसे कि “सभी देशों के लोग तेरे आगे झुके”।
इसका अर्थ है किसी के प्रति नम्रता से आदर और सम्मान व्यक्त करने के लिए झुकना।
"तुम्हारे भाइयों पर एक स्वामी बनें"।
इसहाक याकूब को यह आशीष देता है, लेकिन यह याकूब के वंशजों पर भी लागू होता है जो एसाव के वंशजों और याकूब के किसी भी भाई के वंशजों पर शासन करेगा जो उसके पास हो सकता है।
और तेरी माता के पुत्र भी तेरे आगे झुकेगे।
यह स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है “परमेश्वर सबको श्राप दे सकता है”।
यह स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि ”परमेश्वर हर किसी को आशिर्वाद देता है”।
उसने अपने पिता इसहाक के तम्बू को छोड़ा ही था
“मेरे लिऐ स्वादिष्ट खाना बनाओ,मुझे स्वादिष्ट खाना बहुत प्यारा है”।(27:3)
यहाँ "आपके बेटे का" एसाव को दरशाने एक विनम्र तरीका था, जिसमें उसके खुद के बनाए भोजन का जिक्र है।
यहाँ “आपने बेटे“ एसाव के द्वारा किऐ गऐ भोजन का जिक्र का एक विन्रम तरीका है।
यह एक पिता का अपने बच्चों के लिए औपचारिक आशीर्वाद को दर्शाया जाता है।
एसाव से कहा।
“इसहाक ने हिलना शुरु कर दिया”।
अहेर करने का अर्थ किसी जंगली जानवर का शिकार करना और मारना है।
एसाव की पीड़ा कुछ कड़वे स्वाद के समान थी,जैसे कि "वह जोर से रोया“।
यह बात करने का एक तरीका है कि जो एसाव का था उसे याकूब ने ले लिया
एसाव एक सवाल का प्रयोग करता है कि वह याकूब अपने गुस्से पर ज़ोर दे, जैसे कि "याकूब निश्चित रूप से मेरे भाई के लिए सही नाम है“।
याकूब के नाम का अर्थ है कि वह “एड़ी को पकड़ता है“। “याकूब“ का नाम भी 'वह धोखा देता है' के शब्द की तरह लगता है“।
यह एक जन्मसिद्ध अधिकार के बारे में बोलता है जैसे कि यह एक वस्तु है और ये एक व्यक्ति को दूर ले जा सकता था, "वह मुझे उसे दोगुना विरासत मे है कि मैं पहलौठे बेटे के रुप में धोखा दिया है।
यह एक आशीर्वाद के बारे में बोलते है और उसके रूप में अगर यह एक वस्तु है जो व्यक्ति को दूर ले जा सकता था,"अब वह मेरे बदले उसे आशीर्वाद में धोखा दिया है“।
एसाव जानता है कि उसके पिता उसे उन्हीं चीज़ों के साथ आशीर्वाद नहीं दे सकते हैं जो उसने याकूब को दी थीं। एसाव पूछ रहा है कि क्या उसके पास कहने के लिए कुछ बचा है जो इसहाक ने याकूब को आशीर्वाद देते समय नहीं कहा था।
इसहाक सवाल का इस्तेमाल करता है कि वह कूछ नहीं करता है, कि “मैं तुम्हारे लिऐ कया कर सकता हुँ कयोंकि वहाँ पर कुछ नही है“।
“मेरे पिता कया मेरे लिए एक और आशीर्वाद है।
“एसाव को कहा”।
यह इसहाक को आगे देने के लिऐ कहता है कि “ध्यान देना मैं तुम्हे बता रहा हूं कि मैं आगे कया करूँगा”।
"दूर तक उपजाऊ मिट्टी“।
ये घोषनाएं एकवचन में हैं और ये एसाव के लिए हैं लेकिन इसहाक जो कहता है वह एसाव के वंशजों पर भी लागू होने को एसाव दर्शाता है।
“ओस” पानी की वो बूँदे हैं जो रात को पौधों पर पड़ती है।
यहाँ “तलवार” हिंसा को दर्शाती है, जैसे कि “तुम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों की लूट-मार करोगे
यह एक गुरु होने के रूप में यदि व्यक्ति पर गुरु का नियंत्रण एक जुए की तरह है और व्यक्ति को ले जाना था, "आप अपने आप को अपने नियंत्रण से मुक्त हो जाएगा“।
यहाँ “दिल” खुद एसाव को दर्शाता है, जैसे कि“एसाव ने खुद से कहा“।
यह एक व्यक्ति के शोक में कई दिनों को दर्शाता है जब एक परिवार के किसी सदस्य की मृत्यृ हो जाती है।
यहाँ “शब्द“ वो दर्शाते हैं जो एसाव ने कहा। जैसे कि “एसाव की योजना के बारे मे किसी ने रिबिका को बता दिया था”।
“ध्यान देना”।
"खुद को बेहतर महसूस करा रहा है"
इसका अर्थ यह नहीं है कि “यह समय” है पर यह उस समय ओर ध्यान दिलाता है।
“यहाँ से जल्दी भाग जा और लाबान के पास जा“।
“कुछ समय के लिए”।
“जब तक तेरा भाई शांत हो जाता है“।
क्रोध का होना इस बात को दर्शाता है कि तुम आपना ध्यान आपने भाई की और से हटा कर दूसरी दिशा में कर लो, जैसे कि “जब तक वह तुम्हारे साथ गुस्सा नहीं है”।
रिबिका चिंता करते हुए एक स्वाल का इस्तेमाल करती है कि ”मै एक दिन तुम दोनो को नहीं खोना चाहती”।
यह निहित है कि अगर एसाव याकूब को मारता है, तो वे एसाव को एक कातिल के रूप में मार डालेंगे।
यह उसके बेटों के मरने को दर्शाने का विनम्र तरीका है।
रिबका इस बात को दर्शाती है कि एसाव हित्ती औरतों से कितनी परेशान है जिनसे एसाव ने शादी की है ”मैं बहुत परेशान हूँ"।
“हित्ती का वंशज” “इन हित्ती औरतों के कारण।
इस वाक्यांश मे "भूमि की बेटियों" को स्थानीय लड़कीयाँ होने का अर्थ बताया है, कि "इन महिलाओं की तरह जो इस देश में रहती थी”।
रिबका एक सवाल करती है कि यदि याकूब एक हित्ती महिला से शादी करता है तो वह कितनी परेशान होगी। कि “मेरा जीवन भयानक हो जाएगा”।
1तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्ञा दी, “तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना।2पद्दनराम में अपने नाना बतूएल के घर जाकर वहाँ अपने मामा लाबान की एक बेटी को ब्याह लेना।3सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशीष दे, और फलवन्त कर के बढ़ाए, और तू राज्य-राज्य की मण्डली का मूल हो।4वह तुझे और तेरे वंश को भी अब्राहम की सी आशीष दे, कि तू यह देश जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, और जिसे परमेश्वर ने अब्राहम को दिया था, उसका अधिकारी हो जाए।”5तब इसहाक ने याकूब को विदा किया, और वह पद्दनराम को अरामी बतूएल के पुत्र लाबान के पास चला, जो याकूब और एसाव की माता रिबका का भाई था।
“नहीं लेना चाहिए“।
“अभी चले जाओ”
यह मोसोपोतामीयां के क्षेत्र का दूसरा नाम है, जो आधुनिक इराक के एक स्थान में है
यह एक व्यक्ति के वंशज को या उसके रिश्तेदारों को दर्शाता है जैसे कि “परिवार”।
बतूएल रिबिका के पिता थे।(22:20)
“तुम्हारी माता के पिता”।
“बेटियों में से”।
“तुम्हारी माता का भाई“।
इसहाक याकूब से बात करनी जारी रखता है।
यह शब्द “बढ़ाएगा” बताता है कैसे परमेश्वर याकूब को “फलवन्त” करेगा। जैसे कि ”तेरे बहुत सारे बच्चे और वंशज होगें”।
यह किसी को आशीर्वाद के बारे में बोलता है जैसे कि आशीर्वाद एक वस्तु है जो एक व्यक्ति दे सकता है। जैसे कि “परमेश्वर तुझे और तेरे वंशज को वो आशीष देगा जिसकी प्रतिज्ञा उसने अब्राहम से की है“।
याकूब और उसके वंशजों को कनान की भूमि देने वाला परमेश्वर इस तरह बात करता है मानो कोई बच्चा अपने पिता से संपत्ति प्राप्त कर रहा हो।
“वह देश जहां तुम रहते हे“।
“जो वादा परमेश्वर ने अब्राहम से किया था"।
यह मोसोपोतामीयां के क्षेत्र का दूसरा नाम है, जो आधुनिक इराक के एक स्थान में है।
बतूएल रिबिक के पिता थे।(22:20)
कहानी याकूब से एसाव की ओर बदलती है
इस शब्द का उपयोग यहाँ एसाव के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी के लिए और कहानी मे परिवर्तन को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
यह मोसोपोतामीयां के क्षेत्र का दूसरा नाम है, जो आधुनिक इराक के एक स्थान में है।
“अपने लिए एक पत्नी लाए”।
"एसाव ने देखा कि इसहाक ने याकूब को आशीष दी थी"।
“ना लेना“।
“कनान की महिलाएं”।
इस में एसाव की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी जारी रखता है”।
“एसव को एहसास हुआ”।
"उसके पिता इसहाक को कनान की महिलाओं की मंजूरी नहीं दी"।
“कनान की महिलाएं”।
“उसके कारण”।
पहली पत्नियों के इलावा अन्य पत्नियाँ
यह इश्माएल की बेटी का नाम है।
यह इश्माएल के बेटे का नाम है।
कहानी याकूब पर वापस लौटती है।
"वह एक निश्चित स्थान पर आया था और, क्योंकि सूरज अस्त हो चूका था, तो उसने रात रहने का फैसला किया।
“याकूब ने एक स्वप्न देखा”।
“वह जमीन को नीचे से छूती है“।
यह उस स्थान को दर्शाता है यहाँ परमेश्वर रहता है।
यह शब्द “देखो“ हमारे सामने आने वाली आश्चर्यजनक सूचनाओं पर ध्यान देने के लिऐ हमे सचेत करता है।
“कि यहोवा याकूब के बगल मे खड़ा था”।
यहाँ पिता का अर्थ है, पूर्वजों आपके पूर्वजों के आब्राहम के पूर्वज।
परमेश्वर एक स्वप्न याकूब से बात करते है।
परमेश्वर याकूब के वंशजों की तुलना धरती की धूल से करता है ताकि उनकी बड़ी संख्या पर ज़ोर दिया जा सके। कि "तुम जितना गिन सकते हो उससे अधिक तुम्हारा वंश होगा“।
यह याकूब को कहा गया है कि तेरा वंश पश्चिम में फैलता जाएगा।
इसका मतलब यह है कि लोग अपनी जमीन की सीमाओं का विस्तार करेंगे और अधिक क्षेत्र पर कब्जा करेंगे।
इस वाक्यांश का उपयोग एक साथ अर्थ निकलने के लिऐ किया जाता है जैसे कि ”सभी दिशाओं मे”।
यहाँ स्पष्ट रूप मे कहा जा सकता है, कि ”मै तुझे और तेरे वंशजों के माध्यम से पृथ्वी पर सभी परिवारों को आशीष दूँगा”।
मैं तुम्हे बताने जा रहा हूँ कि मैं आगे कया कर रहा हूं “ध्यान देना“।
“मै तब तक तुझे छोड़कर नही जाओगा जब तक मेरा कहा पूरा नही होता“।
"मैं तेरी रक्षा करूँगा“।
“मै तुमे इस देश मे वापस लाओगा“।
“वह नींद से उठ गया”।
इस वाक्यांश मे यह बताते है कि ”परमेश्वर का घर” उस जगह “स्वर्ग के द्वार” के लिऐ प्रवेश द्वार है।
यह उस जगह के प्रवेश द्वार के बारे में बोलता है जहां परमेश्वर रहता है जैसे कि यह एक राज्य था जिसमें एक द्वार था जिसे लोगों को अंदर जाने के लिए खोलना पड़ता है।
यह एक स्मारक स्तंभ है, अर्थात, इसके अंत मे स्थापित एक बड़ा पत्थर है।
यह कार्रवाई इस बात का प्रतीक है कि याकूब इस स्तंभ को परमेश्वर को समर्पित कर रहा है। इस कथन को स्पष्ट रुप मे यह सकता है कि "इसके ऊपर तेल ड़ाला ताकि यह खंभे वह परमेश्वर को समर्पित कर सके”।
बेतेल नाम का अर्थ है कि “परमेश्वर का घर”।
यह एक शहर का नाम है।
“गंभीर रुप मे भगवान से वादा किया”।
याकूब ने परमेश्वर को कहा कि यहोवा मैं तेरी ही उपासना करूँगा।
यह याकूब की पत्नी को खोजने के लिए और घर लौटने के लिए याकूब की यात्रा को दर्शाता है कि “इस यात्रा पर“।
यहाँ “रोटी“ सामान्य रुप मे भोजन के लिये है।
यह “घर” याकूब के परिवार के लिऐ खड़ा है कि “मेरे पिता और मेरे परिवार के लिये आराम वाला है”।
इसका अर्थ यह है कि पत्थर उस जगह को चिन्ह करेगा जहां परमेश्वर ने उसे प्रकट किया था और यह एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग परमेश्वर की उपासना कर सकते हैं। जैसे कि "परमेश्वर का घर"।
1फिर याकूब ने अपना मार्ग लिया, और पूर्वियों के देश में आया।2और उसने दृष्टि करके क्या देखा, कि मैदान में एक कुआँ है, और उसके पास भेड़-बकरियों के तीन झुण्ड बैठे हुए हैं; क्योंकि जो पत्थर उस कुएँ के मुँह पर धरा रहता था, जिसमें से झुण्डों को जल पिलाया जाता था, वह भारी था।3और जब सब झुण्ड वहाँ इकट्ठे हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर से लुढ़काकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते, और फिर पत्थर को कुएँ के मुँह पर ज्यों का त्यों रख देते थे।4अतः याकूब ने चरवाहों से पूछा, “हे मेरे भाइयों, तुम कहाँ के हो?” उन्होंने कहा, “हम हारान के हैं।”5तब उसने उनसे पूछा, “क्या तुम नाहोर के पोते लाबान को जानते हो?” उन्होंने कहा, “हाँ, हम उसे जानते हैं।”6फिर उसने उनसे पूछा, “क्या वह कुशल से है?” उन्होंने कहा, “हाँ, कुशल से है और वह देख, उसकी बेटी राहेल भेड़-बकरियों को लिये हुए चली आती है।”7उसने कहा, “देखो, अभी तो दिन बहुत है, पशुओं के इकट्ठे होने का समय नहीं; इसलिए भेड़-बकरियों को जल पिलाकर फिर ले जाकर चराओ।”8उन्होंने कहा, “हम अभी ऐसा नहीं कर सकते, जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएँ के मुँह से लुढ़काया जाता है, और तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाते हैं।”9उनकी यह बातचीत हो रही थी, कि राहेल जो पशु चराया करती थी, अपने पिता की भेड़-बकरियों को लिये हुए आ गई।10अपने मामा लाबान की बेटी राहेल को, और उसकी भेड़-बकरियों को भी देखकर याकूब ने निकट जाकर कुएँ के मुँह पर से पत्थर को लुढ़काकर अपने मामा लाबान की भेड़-बकरियों को पानी पिलाया।11तब याकूब ने राहेल को चूमा, और ऊँचे स्वर से रोया।12और याकूब ने राहेल को बता दिया, कि मैं तेरा फुफेरा भाई हूँ, अर्थात् रिबका का पुत्र हूँ। तब उसने दौड़कर अपने पिता से कह दिया।13अपने भांजे याकूब का समाचार पाते ही लाबान उससे भेंट करने को दौड़ा, और उसको गले लगाकर चूमा, फिर अपने घर ले आया। और याकूब ने लाबान से अपना सब वृत्तान्त वर्णन किया।14तब लाबान ने याकूब से कहा, “तू तो सचमुच मेरी हड्डी और माँस है।” और याकूब एक महीना भर उसके साथ रहा।15तब लाबान ने याकूब से कहा, “भाई-बन्धु होने के कारण तुझ से मुफ़्त सेवा कराना मेरे लिए उचित नहीं है; इसलिए कह मैं तुझे सेवा के बदले क्या दूँ?”16लाबान की दो बेटियाँ थी, जिनमें से बड़ी का नाम लिआ और छोटी का राहेल था।17लिआ के तो धुन्धली आँखें थीं, पर राहेल रूपवती और सुन्दर थी।
पद्दनराम का अर्थ है एक भूमि जो कनान की भूमि के पूर्व मे है।
यह शब्द “देखना” एक बड़ी कहानी की शुरुआत का निशान दिखाती है। आपनी भाषआ मे एसे करने का तरीका कह सकते है।
“उस कुएँ से” यह वाक्य कहानी से पृष्ठभूमि की जानकारी में जाने वाला मोड़ है कि चरवाहों ने कैसे झुंड को पानी पिलाया।
“चारवाहे पानी पिलाऐंगे“।
यहाँ “मुँह” खोलने और बात करने को दर्शाता है कि “कुएँ को खोलना”।
“याकूब ने चारवाहों से पूछा”।
यह एक अजनबी को प्रणाम करने का विनम्र तरीका है।
यहाँ “बेटा” एक पुरुष वंशज को दर्शाता है कि इसका सामान्य अर्थ है “लाबान के पोते नाहोर“।
उसने “अब देखा! कि राहेल की बेटी भेड़ के साथ आ रही है”।
“सूरज अभी भी चमक रहा है”।
यहाँ स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि “तूम्हारे लिऐ झुण्ड इकट्ठे करने का समय हो गया है”।
यहाँ स्पष्ट रुप मे यह कहा जा सकता है कि उन्हें एक बाड़ के अंदर एक साथ इकट्ठा करने के लिए उन्हें रात के लिए इकट्ठा कर लिया।
“उन्हें खेत में घास खाने दो”।
“उन्हें पानी के लिऐ इंतजार करना होगा“ यह समय के साथ होता है अनुमति से नही
स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि”जब तक सभी चारवाहे अपने झुंडों को इकट्ठे नहीं करते”।
यहाँ “मुँह” खोलने और बात करने को दर्शाता है कि “कुएँ का मुँह खुला हुआ था”।
“तब हम भेडों को पानी पिलाऐंगे”।
“उसकी माँ का भाई”।
यहाँ “मुँह” खोलने और बात करने को दर्शाता है कि “कुएँ को खोलना”।
पुराने समय में रिश्तेदार चूम कर अभिवादन करते थे।
याकूब इस लिए रोया क्योंकि वह बहुत प्रसन्न था
“पिता का रिश्तेदार”।
“बहन का बेटा”।
“उसे गले लगा लिया”।
प्राचीन पूर्व में, यह एक चुंबन के साथ एक रिश्तेदार का स्वागत करना सामान्य बात थी। हालांकि, यह साधारन रूप में से पुरुषों के बीच किया जाता है।
“याकूब और लाबान ने वह सब कुछ राहेल से कहा”।
इस वाक्यांश का अर्थ सीधा संबंध है कि “मेरे रिश्तेदार“ या मेरे “परिवार के सदस्य”।
यहाँ लाबान कहता है कि याकूब को काम करने के लिए पैसे देने चाहिए। इसे स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “यह निश्चित रूप से सही है कि भले ही आप मेरे रिश्तेदार हैं मैं मुझे तुम्हारे काम के लिए भुगतान करना चाहिए, “।
यहाँ “अब“ शब्द का प्रयोग इसलिऐ किया जाता है के कहानी से एक परिवर्तन आता है जिस मे लाबान और उसकी बेटियों के बारे में और उनकी पृष्ठभूमि जानकारी के चिन्ह है।
इसका सामानय अर्थ है कि“लिआ की आँखे सुन्दर थी”।
यहाँ "प्यार" शब्द एक आदमी और एक औरत के बीच एक प्रेम और आकर्षण को दर्शाता है।
“उसे किसी दूसरे आदमी को देने बजाए”।
“लेकिन उसे कुछ दिनो का समय लग रहा था”।
“ जितना प्रेम वो उसे करता था उस आधार पर”।
यहाँ “समय” एक लम्बे समय को दर्शाता है, कि “मुझे राहेल दे दो ताकि मैं उससे शादी कर-कर लू मैंने तुम्हारे लिए सात साल काम किया है“।
“शादी की दावत तैयार की” सबसे अधिक संभावना है कि लाबान ने दूसरों दावत तैयार करवाई थी। अन्य लोगो ने शादी की तैयारी की थी।
इस कथन का पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है कि याकूब नहीं जानता था कि वह लिआ के साथ था क्योंकि अंधेरा था और वह देख नहीं सकता था।
इस में लेखक ने ऐतिहासिक जानकारी दी है कि लाबान ने शादी से पहले जिल्पा दासी लिआ को दे दी।
यह एक याकुब की दासी का नाम है।
“याकुब ने देखा कि उसके साथ बिस्तर में लिआ थी यह देखकर वह हैरान था, यहाँ ये पता चलता है कि याकूब ने जो देखा उस से वो हैरान रह गया।
याकूब अपने गुस्से और आश्चर्य व्यक्त करने के लिए एक सवाल का प्रयोग करता हैकि “मैं विश्वास नहीं कर सकता तुम मेरे साथ यह कर सकती हो“।
याकूब इन सवालों का इस्तेमाल करके अपनी तकलीफ ज़ाहिर करता है कि लाबान ने उसे धोखा दिया था। इस बयानबाजी सवाल का एक बयान के रूप में अनुवाद किया जा सकता है कि “मैं सात साल के लिए तुम्हारी सेवा राहेल से शादी करने के लिए की“।
“हमारे परिवार मे ऐसा नहीं होता”।
“ लिआ का दुल्हन का सप्ताह समाप्त कर ”।
यहाँ पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है कि “अगले हफते हम राहेल भी दे देगे”।
“और याकूब ने लाबान से पूछा था और लिआ दुल्हन सप्ताह का जशन मनाना समाप्त हो गया“।
राहेल की दासी का नाम बिल्हा था।
यह कहने का एक विनम्र तरीका है कि उनके वैवाहिक संबंध थे। कि “याकूब ने राहेल से शादी की”।
यह एक आदमी और एक औरत के बीच प्रेम प्रसंगयुक्त प्यार को दर्शाता है।
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “याकूब ने उस से प्यार नहीं किया“।
याकूब राहेल को लिआ से ज़्यादा प्यार करता था। जैसे " उसे राहेल से कम प्यार करता था”
लिआ को गर्भवती होने का कारण परमेश्वर है जैसे परमेश्वर ने उसका गर्भ खोल दिया”।
“वह गर्भवती नहीं हो पा रही थी”।
“लिआ गर्भवती हुई और उसने एक बेटे को जन्म दिया”।
रुबेन के नाम का अर्थ है “देखो, एक बेटा” ।
लिआ को बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि याकूब ने उसे ठुकरा दिया था।यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “यहोवा ने देखा कि मैं पीडित हूँ”।
“तब लिआ गर्भवती हो गई“।
“उसने एक बेटे को जन्म दिया”।
यहाँ स्पष्ट रुप मे यह कहा जा सकता है “कि यहोवा ने सुना कि मेरा पति मुझे प्यार नहीं करता”।
शिमोन के नाम का अर्थ “सुन लिया”।
"मेरा पति मुझे गले लगा लेगा“।
"मैंने उसके लिए तीन बेटों को जन्म दिया है“।
लेवी नाम का अर्थ है “जुड़ा हुआ“।
"लिआ फिर से गर्भवती हो गई"।
"एक बेटे को जन्म दिया“।
"यहूदा नाम का अर्थ 'प्रशंसा' है।
1जब राहेल ने देखा कि याकूब के लिये मुझसे कोई सन्तान नहीं होती, तब वह अपनी बहन से डाह करने लगी और याकूब से कहा, “मुझे भी सन्तान दे, नहीं तो मर जाऊँगी।”2तब याकूब ने राहेल से क्रोधित होकर कहा, “क्या मैं परमेश्वर हूँ? तेरी कोख तो उसी ने बन्द कर रखी है।”3राहेल ने कहा, “अच्छा, मेरी दासी बिल्हा हाजिर है; उसी के पास जा, वह मेरे घुटनों पर जनेगी, और उसके द्वारा मेरा भी घर बसेगा।”4तब उसने उसे अपनी दासी बिल्हा को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो; और याकूब उसके पास गया।5और बिल्हा गर्भवती हुई और याकूब से उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ।6तब राहेल ने कहा, “परमेश्वर ने मेरा न्याय चुकाया और मेरी सुनकर मुझे एक पुत्र दिया।” इसलिए उसने उसका नाम दान रखा।7राहेल की दासी बिल्हा फिर गर्भवती हुई और याकूब से एक पुत्र और उत्पन्न हुआ।8तब राहेल ने कहा, “मैंने अपनी बहन के साथ बड़े बल से लिपटकर मल्लयुद्ध किया और अब जीत गई।” अतः उसने उसका नाम नप्ताली रखा।9जब लिआ ने देखा कि मैं जनने से रहित हो गई हूँ, तब उसने अपनी दासी जिल्पा को लेकर याकूब की पत्नी होने के लिये दे दिया।10और लिआ की दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ।11तब लिआ ने कहा, “अहो भाग्य!” इसलिए उसने उसका नाम गाद रखा।12फिर लिआ की दासी जिल्पा के याकूब से एक और पुत्र उत्पन्न हुआ।13तब लिआ ने कहा, “मैं धन्य हूँ; निश्चय स्त्रियाँ मुझे धन्य कहेंगी।” इसलिए उसने उसका नाम आशेर रखा।14गेहूँ की कटनी के दिनों में रूबेन को मैदान में दूदाफल मिले, और वह उनको अपनी माता लिआ के पास ले गया, तब राहेल ने लिआ से कहा, “अपने पुत्र के दूदाफलों में से कुछ मुझे दे।”15उसने उससे कहा, “तूने जो मेरे पति को ले लिया है क्या छोटी बात है? अब क्या तू मेरे पुत्र के दूदाफल भी लेना चाहती है?” राहेल ने कहा, “अच्छा, तेरे पुत्र के दूदाफलों के बदले वह आज रात को तेरे संग सोएगा।”16सांझ को जब याकूब मैदान से आ रहा था, तब लिआ उससे भेंट करने को निकली, और कहा, “तुझे मेरे ही पास आना होगा, क्योंकि मैंने अपने पुत्र के दूदाफल देकर तुझे सचमुच मोल लिया।” तब वह उस रात को उसी के संग सोया।17तब परमेश्वर ने लिआ की सुनी, और वह गर्भवती हुई और याकूब से उसके पाँचवाँ पुत्र उत्पन्न हुआ।18तब लिआ ने कहा, “मैंने जो अपने पति को अपनी दासी दी, इसलिए परमेश्वर ने मुझे मेरी मजदूरी दी है।” इसलिए उसने उसका नाम इस्साकार रखा।19लिआ फिर गर्भवती हुई और याकूब से उसके छठवाँ पुत्र उत्पन्न हुआ।20तब लिआ ने कहा, “परमेश्वर ने मुझे अच्छा दान दिया है; अब की बार मेरा पति मेरे संग बना रहेगा, क्योंकि मेरे उससे छः पुत्र उत्पन्न हो चुके हैं।” इसलिए उसने उसका नाम जबूलून रखा।21तत्पश्चात् उसके एक बेटी भी हुई, और उसने उसका नाम दीना रखा।22परमेश्वर ने राहेल की भी सुधि ली,* और उसकी सुनकर उसकी कोख खोली।23इसलिए वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; तब उसने कहा, “परमेश्वर ने मेरी नामधराई को दूर कर दिया है।”24इसलिए उसने यह कहकर उसका नाम यूसुफ रखा, “परमेश्वर मुझे एक पुत्र और भी देगा।”
“जब राहेल को एहसास हुआ कि वह गर्भवती बनने में असमर्थ थी“।
मैं पूरी तरह से बेकार महसूस करती हुँ।
"मुझे गर्भवती कर“।
“याकूब राहेल के साथ बहुत गुस्सा हुआ” वह इतना क्रोधित हुआ जैसे आग हो।
याकूब राहेल को डाँटने के लिए कहता है कि “मैं परमेश्वर नहीं हूँ! ये मैं नहीं हुँ जिसने तुझे बच्चे पैदा करने से रोक रखा है”
“राहेल ने कहा”।
“सुनो‘
स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि उस समय, यह एक बंजर औरत के लिए एक स्वीकार्य तरीका था कि उसके बच्चे कानूनी तौर पर उसके होंगे।
यह राहेल की दासी का नाम बिल्हा है।(29:28) मे इसका अनुवाद किया है।
यह कहने का अर्थ यह है कि बिल्हा जिस बच्चे को जन्म देगी,वह राहेल का होगा।“मेरे लिए”।
“इस लिए वह मुझे बच्चा देने का कारण बनेगी”।
राहेल की दासी का नाम बिल्हा है।
“उसने याकूब के एक बेटे को जन्म दिया”।
“राहेल ने उसका नाम रखा”।
“दान नाम का अर्थ “उसने न्याय किया”
“बिल्हा…… दुबारा फिर से गर्भवती हो गई“।
“और उसने याकूब के दूसरे बेटे को जन्म दिया”।
"मुझे अपनी बड़ी बहन, लिआ जैसे बच्चों के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा है"
“मैं सफल हुई हुँ”।
“ नप्ताली नाम का अर्थ “मेरा संघर्ष” है।
“जब लिआ को पता चल गया”।
“उसने जिल्पा एक दासी को पत्नी के रूप मे याकूब को दिया”।
यह लिआ की दासी का नाम जिल्पा है।
“याकुब के एक बेटा हुआ”।
"कितनी अच्छी किस्मत"।
” गाद नाम का अर्थ 'भाग्यशाली' है।
यह लिआ की दासी का नाम जिल्पा है।
“याकूब के दूसरे बेटे का जन्म हुआ”।
“मैं कितनी खुश हूँ”।
“महिलाओं”।
”आशेर नाम का अर्थ “खुश” है।
“रूबेन वहाँ से चल गया”।
यहाँ वाक्यांश गेहूँ “के दिनों में“ एक मौसम है जो वर्ष के उस समय को दर्शाता है जब “गेहूं की फसल के काटी जाती है“।
यह एक फल है कि प्रजनन क्षमता और एक प्रेमी के साथ सोने की इच्छा को बढ़ाने का गुण था। कि “प्रेम फल“।
क्या तुम परवाह नहीं करती…मेरा पति, यह एक आलंकारिक सवाल है “यह काफी बुरा है कि तूने मेरे पति को ले लिया है।
यह एक बयानबाजी का सवाल है, राहेल ने इसे डाँटना के लिए इस्तेमाल किया। इस प्रश्न का एक वक्तव्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। पर:"अब आप चाहते हैं ... भी“
"तो मैं याकूब को सोने दूँगी“।
“मेरे बेटे के दुदाफल की कीमत के लिए“।
"वह गर्भवती हुई“।
"और याकूब के लिऐ पांचवें बेटे को जन्म दिया"।
लिआ को पुरस्कृत करने वाला परमेश्वर इस बारे में बात करता है मानो वह एक मालिक है जो उसके लिए काम करने वाले को मजदूरी देता है। पर:"परमेश्वर ने मुझे प्रतिफल दिया है”।
"इस्साचर नाम का अर्थ है 'एक इनाम है"
‘लिआ फिर से गर्भवती हो गई“।
“और याकूब के लिऐ छठे बेटे को जन्म दिया"।
"ज़ेबुलन नाम का अर्थ है ‘सम्मान‘“।
यह लिआ की बेटी का नाम है।
वाकयांश मे “सुधि ली” का अर्थ “याद करना” है। इसका मतलब यह नहीं कि परमेश्वर ने राहेल को भुला दिया है, इसका मतलब यह है कि वह उसके अनुरोध पर विचार कर रहा है। कि ”परमेश्वटर ने राहेल पर विचार किया और उसे वह दिया जो वह चाहती थी”।
परमेश्वर ने राहेल को अब शर्मिंदा महसूस नहीं होने दिया जैसे कि "शर्म" एक ऐसा वस्तु है जिसे व्यक्ति से दूर ले जा सकते है। अमूर्त संज्ञा "शर्म" के रूप में कहा जा सकता है,कि "परमेश्वर ने मुझे अब शर्मिदा महसूस नहीं होने दिया”।
“यूसुफ नाम का अर्थ है ‘वह जोड़ सकते है“।
राहेल के पहले बेटे उसकी दासी बिल्ह से थे।
“बाद मे राहेल ने यूसुफ को जन्म दिया”।
“तो मै जा सकता हूँ”।
याकूब लाबान को आपनी अनुबंध की याद दिला।
“लाबान ने याकूब से कहा”
यदि तू मेरे साथ प्रसन्न है
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि किसी और के द्वारा मंजूरी दे दी है।
“कृपया करके, कयोंकि”।
‘मैने आपनी आध्यत्मिक जादुई प्रथाओं द्वारा खोजा है”।
“कयोंकि मै तेरे को“।
इसे और अधिक स्पष्ट किया जा सकता है, “मुझे बताओ कि मैं तुमहे यहाँ रखने के लिऐ कया भुगतान करो“।
“याकूब ने लाबान से कहा”।
"कैसे अच्छी तरह से अपने पशुओं के बाद मैं उनकी देखभाल शुरू कर दिया है“।
“कि मै तुम्हारे लिऐ काम करता आपने झुंड छोटे थे“।
“लेकिन अब आपना धन बहुत बढ़ गया है”।
अब जब मैं अपने परिवार का ख्याल रखना होगा? याकूब एक सवाल का उपयोग करता है वह अपने परिवार के लिए उपलब्ध कराने शुरू करना चाहता है। इस प्रश्न का एक वक्तव्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "अब मैं अपने परिवार का ख्याल रखना चाहते हैं!“।
“मैं तुम्हे कया दे सकता हूँ”। यह स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि” यहाँ पर काम करने के लिऐ मैं तुम्हे कया दे सकता हूँ”।
यह शब्द “लेकिन” जोड़ने से यह पता चलता है कि यहा एक बात याकूब चाहता था ”लेकिन यह काम तुम्हें मेरे लिऐ करना होगा”
“चारे और आपनी झुंड का ख्याल रखना”।
“और हर भेड़ धब्बे वाली भेड़, हर काली भेड़, और हर बकरी को यहाँ से हटा दे”।
“यह मुझे रखने की लागत होगी”।
यह शब्द "धर्म" का अर्थ है “ईमानदारी“ यह अखंडता के बारे में बोलता है जैसे कि यह एक ऐसे व्यक्ति थे जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए या उसके खिलाफ गवाही दे सकता था। “और बाद में अगर आप के साथ ईमानदार है या नहीं पता चल जाएगा"
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “यदि आप किसी भी भेड़ को काले नहीं कर रहे हैं के बिना किसी भी बकरियों को खोजने के लिए, आप उन्हें चोरी पर विचार कर सकते है“।
यहाँ "शब्द“ कुछ कहा के लिए खड़ा है कि यह हो जाएगा के रूप में आप कहते हैं या "हम क्या तुमने कहा है“।
“उनके धारियों और धब्बे थे"।
“उनके धब्बे थे”।
सभी बकरीओ से है कि यह में कुछ सफेद था भी है”।
"और सभी काली भेड़ थी”।
यहाँ नियंत्रण या देखभाल के लिऐ हाथ खडे़ है,“उनके बेटो ने उनकी देखभाल की”।
यह सभी सफेद लकड़ी के पेड़ है।
“और छाल के टुकड़ो को छील दिया ताकि उनके नीचे की सफेदी दिखने लगे”।
जनवरो के लिऐ पीने का पानी रखने के लिऐ लम्बे समय तक कटौरे खोले गऐ।
“झुड़ के जनवरो की कलपना की”।
“धारियों और धब्बे वाले बच्चों को जन्म दिया"।
यह स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है कि “कई वर्षों के बाद के दौरान, याकूब अलग-अलग किया”।
“आगे वाले हिस्से”।
“उसने आपने झुंड को अलग कर दिया”।
ताकि झुंड उसको देख सके।
“छड़ी के सामने”।
“कमजोर जानवर”
यहाँ आप स्पष्ट कर सकते है कि कमजोर वंश के जानवर लाबान के थे, जबकि मजबूत वंश याकूब के थे। “तो कमजोर वंश के जानवरो के धारियों या धब्बे नहीं था और इसलिए लाबान के थे, जबकि मजबूत वंश धारियों या धब्बे थे और इसलिए वह याकूब के थे“।
“याकूब”
“बहुत अमीर बन गया”।
1फिर लाबान के पुत्रों* की ये बातें याकूब के सुनने में आईं, “याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है।”2और याकूब ने लाबान के चेहरे पर दृष्टि की और ताड़ लिया, कि वह उसके प्रति पहले के समान नहीं है।3तब यहोवा ने याकूब से कहा, “अपने पितरों के देश और अपनी जन्म-भूमि को लौट जा, और मैं तेरे संग रहूँगा।”4तब याकूब ने राहेल और लिआ को, मैदान में अपनी भेड़-बकरियों के पास बुलवाकर कहा,5“तुम्हारे पिता के चेहरे से मुझे समझ पड़ता है, कि वह तो मुझे पहले के सामान अब नहीं देखता; पर मेरे पिता का परमेश्वर मेरे संग है।6और तुम भी जानती हो, कि मैंने तुम्हारे पिता की सेवा शक्ति भर की है।7फिर भी तुम्हारे पिता ने मुझसे छल करके मेरी मजदूरी को दस बार बदल दिया; परन्तु परमेश्वर ने उसको मेरी हानि करने नहीं दिया।8जब उसने कहा, ‘चित्तीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,’ तब सब भेड़-बकरियाँ चित्तीवाले ही जनने लगीं, और जब उसने कहा, ‘धारीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,’ तब सब भेड़-बकरियाँ धारीवाले जनने लगीं।9इस रीति से परमेश्वर ने तुम्हारे पिता के पशु लेकर मुझ को दे दिए।10भेड़-बकरियों के गाभिन होने के समय मैंने स्वप्न में क्या देखा, कि जो बकरे बकरियों पर चढ़ रहे हैं, वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं।11तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, ‘हे याकूब,’ मैंने कहा, ‘क्या आज्ञा।’12उसने कहा, ‘आँखें उठाकर उन सब बकरों को जो बकरियों पर चढ़ रहे हैं, देख, कि वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं; क्योंकि जो कुछ लाबान तुझ से करता है, वह मैंने देखा है।13मैं उस बेतेल का परमेश्वर हूँ, जहाँ तूने एक खम्भे पर तेल डाल दिया था और मेरी मन्नत मानी थी। अब चल, इस देश से निकलकर अपनी जन्म-भूमि को लौट जा’।”14तब राहेल और लिआ* ने उससे कहा, “क्या हमारे पिता के घर में अब भी हमारा कुछ भाग या अंश बचा है?15क्या हम उसकी दृष्टि में पराये न ठहरीं? देख, उसने हमको तो बेच डाला, और हमारे रूपे को खा बैठा है।16इसलिए परमेश्वर ने हमारे पिता का जितना धन ले लिया है, वह हमारा, और हमारे बच्चों का है; अब जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है, वही कर।”17तब याकूब ने अपने बच्चों और स्त्रियों को ऊँटों पर चढ़ाया;18और जितने पशुओं को वह पद्दनराम में इकट्ठा करके धनाढ्य हो गया था, सबको कनान में अपने पिता इसहाक के पास जाने की मनसा से, साथ ले गया।19लाबान तो अपनी भेड़ों का ऊन कतरने के लिये चला गया था, और राहेल अपने पिता के गृहदेवताओं को चुरा ले गई।20अतः याकूब लाबान अरामी के पास से चोरी से चला गया, उसको न बताया कि मैं भागा जाता हूँ।21वह अपना सब कुछ लेकर भागा, और महानद के पार उतरकर अपना मुँह गिलाद के पहाड़ी देश की ओर किया।
यहाँ लेखक कहानी के नये अध्याय को शुरु करता है,
याकुब ने सुना कि यह लबान के बेटे कहे रहे थे।
लाबान के बेटे ने गुस्से से कहा कि याकुब ने हमारे पिता से सब कुछ लिया है।
इन वाक्यो में याकुब ने लाबान के चेहरे को देखा जो कि उस से खुश नही था।
तुम्हारे पिता इसहाक और तुम्हारे दादा अब्राम है।
याकूब ने जब राहेल को बुलाया तो उसने मैदान मे छलाग मार दी।
“उनके झुंड को उसने कहा”।
"मुझे पता है कि अब तुम्हारे पिता मुझसे खुश नही है“।
तुम खुद जानते हो कि मैने तुम्हारे पिता की सेवा पूरी हिम्मत से की है।
मुझसे झूठ बोला।
उसने कहा कि वह मेरा भुगतान करेगा।
इसका सही मतलब यह है कि याकुब को पीडित करने के लिए।
धब्बेदार जानवर।
“झुंड पैदा करना”।
जानवरो के धब्बे थे।
किस तरह परमेश्वर ने मेरे पिता को पशु दिए।
याकूब लिया और अपनी पत्नी के साथ कहानी शुरू करता है।
जन्म देने का समय।
यहाँ “झुंड” बकरियों को दर्शाता है कि “झुंड की मादा बकरियों के साथ संम्भोग किया”।
“लकीरों वाले , छोटे धब्बे वाले, और बडे धब्बे वाले“।
इसका सामान्य अर्थ यह है कि “परमेश्वर का सेवक जो हमें सूचना देता है“।
“और मैंने उतर दिया“।
“हाँ मै तुम्हारी आवाज सुन रहा हूँ”।
परमेश्वर का दूत याकूब से बात करना जारी रखता है।
यह कहा कि “ऊपर देख”।
यहा झुंड मादा बकरियों के लिय खडे होते हैं।
धारीयाँ और धब्बे होते हैं।
याकुब ने खंभे पर तेल डालकर उसे परमेश्वर को संमर्पित किया।
“वो देश जहां पर तुम पैदा हुए थे”।
इसका अर्थ यह नही है वे एक ही समय पर बात करते थे।वह एक दूसरे से सहमत थे।
राहेल और लिआ अपने पिता से कहती है कि “हमे अपनी पिता की विरासत मे पाने के लिए कुछ भी नहीं मिला!“।
वे अपने गुस्से को दिखाने के लिए एक स्वाल का इस्तेमाल करते है कि उनके पिता उनके साथ कैसा व्वहार करते है।
यहाँ स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “वो अपने लाभ के लिय हमे बेच सकता है“।
लाबान पूरी तरह से हमारे पैसे खा गया जो लाबान ने अपनी बेटियो को पैसा देना चाहिए था उसका पूरी तरह से प्रयोग कर लिया,वो पैसे ऐसे खा गया जैसे वो जंगली जानवर हो।
“यह सब कूछ हमारा और हमारे बच्चे का है“।
यहा ‘जानते’ का मतलब ‘इस समय’ नही है। पर यह कहानी के महत्तवपुर्ण भाग है।
“वह सब कुछ करो जो परमेश्वर ने तुम्हे बताया है“।
याकुब ने अपने सारे बच्चों को लिया क्योंकि वह उसके लिए बहुत जरुरी थे।
यहाँ उसने अपने सभी जानवरो को निकाल दिया जो झुंड में थे।
“और वहा पर सभी पालतु जानवरो को धनाढ्य मे इकट्ठा किया”।
वह कनान देश की ओर गये जहाँ पर उनके पिता इसहाक रहते थे।
लाबान भेड़ों की ऊन निकालने के लिय चला गया था।
यह यूफरेटेस नदी को दर्शाता है।
“दूसरी ओर जाना“।
“गिलाद के पहाड“।
उनके जाने के दो दिन बाद
यहाँ स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “किसी ने लाबान को संदेश दिया”।
केवल याकूब का उल्लेक इसलिए किया जाता है क्योंकि वह परिवार का नेता है कि “याकूब अपनी पत्नी और बच्चो के साथ भाग गया था”।
“तो लाबान को लिया”।
“और याकूब के बाद उसका पीछा किया“।
लबान ने सात दिन चल कर याकूब को पकडा।
“उसने उसको पकड़ लिया“।
यह शब्द “अब” का प्रयोग माबान की पुष्टभूमी की जानकारी के लिए किया गया है कि “उस रात को लबन के सपने मे परमेश्वर आए“।
याकूब को जाने से रोकने की कोशिश न कर।
यह शब्द "अब” याकुब और लाबान की कहानी को दिखाता है।जिस प्रकार गिलाद के पहाड़ से लाबान ने याकूब को पकड़ा।
लाबान याकूब से बोलता है कि किस प्रकार मेरी बेटियों को वापस कनान ले आया, जैसे कि उन्होने कोई अपराध किया हो और वह गुस्सा था।
“बिना बताए चोरी भाग आए
“खुशी के साथ“।
यह उपकरन संगीत के लिए है। “और साज़ के साथ”।
यह संगीती उपकरन है इसका सर डोल की तरह जिसे लोहे की राट से बजाते है तब यह डफली हिल जाती है।
यहा ‘पोते‘ को चूमने के लिए यहा सभी पोते पोतीया आ जाएगे।
तुमने बेवकूफी की है।
यह शब्द का मतलब‘इसी समय नही है पर शब्प किसी खास मकसद के लिए है।
आप सभी को नुकसान पहुचाने के लिए मेरे पास बहुत लोग है।
तुम सब याकूब को कुछ मत कहना।
यह शब्द आप याकूब को दर्शाता है।
तू अपने पिता के घर आराम कर।
“मेरी मूर्तीयाँ”।
मैं गुप्त रूप में इसलिए भागा क्योंकि मुझे डर था कि आप अपनी बेटी मुझसे छीन लोगे
यह आपके सही रुप से शुरु किया जा सकता है।
सब रिशतेदार यह देखेगे कि सब कुछ सही और ईमानदारी से हो रहा है।
देखो ओर ले लो।
यह बदलव याकुब की कहानी को बताते है।
यह जिलपा और बिल्हा दर्शाता है।
“उसे उसकी मूर्तीयाँ नहीं मिली“।
यह शब्द राहेल की कहानी को शुरु करता है।
एक जानवर की पीठ पर काठी रखी जाए ताकि उस पर स्वारी की जाए।
किसी को मेरा गुरु कहना उनके आदर का एक तरीका है।
क्योकि मै आपकी उपस्थिति मे खड़ी होने के योग्य नहीं हूँ।
यह उस महीने के समय को दर्शाता है जब एक महिला के गर्भ से खून बहता है।
“याकूब ने लाबान से कहा“।
इन वाक्यो में “मेरा अपराध क्या है” “मेरा पाप क्या है” याकुब ने कहा लाबान तुम बोलो मैं कहा पर गलत हू।
लाबान ने बहुत गर्म तरीके से लाबान का पीछा किया।
तुमने क्या पाया जो तुम्हारा है।
यहा यह शब्द “हमारा” याकुब और लाबान के रिश्तेदारो को दशार्ता है।
यहाँ “हम मे से दो” शब्द याकुब और लाबान को दर्शाते हैं। इन वाक्यो मे वह दोनो हमारे बीच न्याय कर सकते है।
याकुब लाबान से बात करनी जारी रखता है।
“20 वर्ष“।
मादा भेड़।
इसका अर्थ यह है कि बच्चे जन्म लेने के बाद मर गए।
यहाँ स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “जब एक जंगली जानवर ने आपके जानवरो मे से एक को मार दिया तो मै इसे आपके पास नही लाया“।
याकूब लाबान को झुड़ के मरने की वजह से परेशान हो रहे है और उसे नुकसान के रूप मे गिन रहा है।
मैं तेरे झुंड के साथ दिन के सबसे गर्म समय और रात के सब से ठंडे समय में भी रहता था।
याकुब लगातार लाबान से बात करनी जारी रखता है।
“पिछले बीस वर्ष”।
“14 वर्ष”।
“जो मजदूरी देने को तूने मुझसे कहा था तुने उसे दस बार बदल दिया “।
याकूब यह तीनों नाम सामान्य रूप से परमेश्वर को दर्शाता है कि “हे परमेश्वर अब्राहम और इसहाक और मेरे पिता भी मेरी ओर नही है“।
यह शब्द ”पिता” इसहाक के परमेश्वर को दर्शाता है।
यहा यह शब्द “डर” भाव “यहोवा के प्रति डर“ को दर्शाता है इसका मतलब कि वह यहोवा कि बहुत इज्जत करता है।
यह कुछ न होने के लिए खडा है।
परमेश्वर ने देखा कि मैने कितना मुछकिल का काम किया
लेकिन, मैं अपनी बेटियों और नाती-पोतों को अपने साथ वापस लाने के लिए कुछ भी नहीं कर सकता।
यहा यह शब्द साक्षी ठहरे कि किस प्रकार याकुब और लाबान के बीच वाचा हुई।
इसका मतलब यह है कि एक बडा पत्थर जिसके ऊपर अंत तक निशान लगाया हो वह जगह बहुत महत्वपूर्ण है।
एक दूसरे के ऊपर उन्हे ढेर कर दिया।
फिर उन्होने एक साथ वहा वाचा के भोजन के ढेर को खाया।
लाबान के अनुसार “साक्षी का ढेर“ है।
गिलियाद नाम का याकुब की भाषा मेंअर्थ है “साक्षी का ढेर।”
यह पत्थर हमारे ओर तुम्हारे बीच याद दिलाने का प्रतीक होगा।
गिलियाद नाम का अर्थ है याकुब की भाषा में “साक्षी का ढेर”।
मिस्पा का अर्थ “पहरे की मिनार“ है।
जब हम एक दूसरे के साथ नही रह रहे है।
यहा “ हमे” शब्द लाबान और याकुब को दर्शाता है।
याद रखे कि यह आगे क्या कहने पर जोर देते हैं।
पत्थरो के यह ढेर याकुब ओर लाबान के लिए एक याद और समझौते की एक सीमा का मार्ग था।
इब्राहीम याकूब का दादा है। नाहर लाबान के दादा हैं।इब्राहीम और नाहर के पिता ने उन सब की पूजा की।
यहाँ शब्द "डर" यहोवा को दर्शाता है, जैसे इसहाक परमेश्वर की आज्ञा का पालन करता है उससे पता चलता है कि वे उसका सम्मान करता है।
एक साथ खाना खाने से एक-दूसरे के साथ वाचा बनाने का हिस्सा था।
पद 55 अध्याय में 32 की पहला पद है, लेकिन यह सबसे आधुनिक बाइबलों में अध्याय 31 का आखिरी पद है।
इसका अर्थ है किसी के साथ होने के लिए सकारात्मक और लाभकारी चीजों की इच्छा व्यक्त करना।
1याकूब ने भी अपना मार्ग लिया और परमेश्वर के दूत उसे आ मिले।2उनको देखते ही याकूब ने कहा, “यह तो परमेश्वर का दल है।” इसलिए उसने उस स्थान का नाम महनैम रखा।3तब याकूब ने सेईर देश में, अर्थात् एदोम देश में, अपने भाई एसाव के पास अपने आगे दूत भेज दिए।4और उसने उन्हें यह आज्ञा दी, “मेरे प्रभु एसाव से यह कहना; कि तेरा दास* याकूब तुझ से यह कहता है, कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा;5और मेरे पास गाय-बैल, गदहे, भेड़-बकरियाँ, और दास-दासियाँ हैं और मैंने अपने प्रभु के पास इसलिए सन्देश भेजा है कि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो।”6वे दूत याकूब के पास लौटकर कहने लगे, “हम तेरे भाई एसाव के पास गए थे, और वह भी तुझ से भेंट करने को चार सौ पुरुष संग लिये हुए चला आता है।”7तब याकूब बहुत डर गया, और संकट में पड़ा: और यह सोचकर, अपने साथियों के, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों, और ऊँटों के भी अलग-अलग दो दल कर लिये,8कि यदि एसाव आकर पहले दल को मारने लगे, तो दूसरा दल भागकर बच जाएगा।9फिर याकूब ने कहा, “हे यहोवा, हे मेरे दादा अब्राहम के परमेश्वर, हे मेरे पिता इसहाक के परमेश्वर, तूने तो मुझसे कहा था कि अपने देश और जन्म-भूमि में लौट जा, और मैं तेरी भलाई करूँगा:10तूने जो-जो काम अपनी करुणा और सच्चाई से अपने दास के साथ किए हैं, कि मैं जो अपनी छड़ी ही लेकर इस यरदन नदी के पार उतर आया, और अब मेरे दो दल हो गए हैं, तेरे ऐसे-ऐसे कामों में से मैं एक के भी योग्य तो नहीं हूँ।11मेरी विनती सुनकर मुझे मेरे भाई एसाव के हाथ से बचा मैं तो उससे डरता हूँ, कहीं ऐसा न हो कि वह आकर मुझे और माँ समेत लड़कों को भी मार डाले।12तूने तो कहा है, कि मैं निश्चय तेरी भलाई करूँगा, और तेरे वंश को समुद्र के रेतकणों के समान बहुत करूँगा, जो बहुतायत के मारे गिने नहीं जा सकते।”13उसने उस दिन की रात वहीं बिताई; और जो कुछ उसके पास था उसमें से अपने भाई एसाव की भेंट के लिये छाँट-छाँटकर निकाला;14अर्थात् दो सौ बकरियाँ, और बीस बकरे, और दो सौ भेड़ें, और बीस मेढ़े,15और बच्चों समेत दूध देनेवाली तीस ऊँटनियाँ, और चालीस गायें, और दस बैल, और बीस गदहियाँ और उनके दस बच्चे।16इनको उसने झुण्ड-झुण्ड करके, अपने दासों को सौंपकर उनसे कहा, “मेरे आगे बढ़ जाओ; और झुण्डों के बीच-बीच में अन्तर रखो।”17फिर उसने अगले झुण्ड के रखवाले को यह आज्ञा दी, “जब मेरा भाई एसाव तुझे मिले, और पूछने लगे, ‘तू किस का दास है, और कहाँ जाता है, और ये जो तेरे आगे-आगे हैं, वे किस के हैं?’18तब कहना, ‘यह तेरे दास याकूब के हैं। हे मेरे प्रभु एसाव, ये भेंट के लिये तेरे पास भेजे गए हैं, और वह आप भी हमारे पीछे-पीछे आ रहा है’।”19और उसने दूसरे और तीसरे रखवालों को भी, वरन् उन सभी को जो झुण्डों के पीछे-पीछे थे ऐसी ही आज्ञा दी कि जब एसाव तुम को मिले तब इसी प्रकार उससे कहना।20और यह भी कहना, “तेरा दास याकूब हमारे पीछे-पीछे आ रहा है।” क्योंकि उसने यह सोचा कि यह भेंट जो मेरे आगे-आगे जाती है, इसके द्वारा मैं उसके क्रोध को शान्त करके तब उसका दर्शन करूँगा; हो सकता है वह मुझसे प्रसन्न हो जाए।21इसलिए वह भेंट याकूब से पहले पार उतर गई, और वह आप उस रात को छावनी में रहा।
महानैम का अर्थ है "दो शिविर”।
यह एदोम के क्षेत्र में एक पहाड़ी क्षेत्र है।
मैं अपने स्वामी एसाव से ये कहना चाहता हूँ, उसे कहना कि मैं उसकी नजर में हूँ।
यहा याकूब विनम्र भाषा का प्रयोग करके अपने भाई को “मेरा स्वामी” कहकर दर्शाता है।
यहा याकूब विनम्र भाषा का प्रयोग करता है और खुद को “तेरा दास” दर्शाता है।
कि तुम मुझे स्वीकार कर सकते हो।
“400 आदमी”
यह शब्द यह दर्शाता है कि जब खुद को या दूसरों को नुकसान का खतरा होता है।
"दबाव“
यहा “लोगों” को दर्शाता है।एक छावनी में लोगों पर हमला करने के लिए, तो दूसरे छावनी में लोगों से बच जाए।
यह विभिन्न देवताओं को नहीं दर्शाता, लेकिन एक परमेश्वर की उपासना करता है जैसे कि “यहोवा, जो मेरे दादा अब्रहाम और मेरे पिता इसहाक के पिता थे”।
यहोवा, तुम ने कहा था कि मैं अपने देश वापस चला जाऊँ और मैं दयालु और कि तुम मुझ से समृद्ध होगे।
और तुम्हारा परिवर।
"मैं तुम्हें अच्छी तरह से चंन्गा करुगा।
मैं तुम्हारे लिए इस योग्य नहीं हूँ कि तुम्हारी वाचा के प्रति वफादार रहूं।
यह कहने का एक विनम्र तरीका है "मुझे“।
यहाँ "मैं बन गए हैं“ वह अब क्या है के लिए खड़ा है।
मुझे बचाओ।
यहाँ शब्द "हाथ" शक्ति को दर्शाता है। दोनो शब्दो का मतलब है कि मेरे भाई इसाव की शक्ति है।
"मुझे डर है कि कहीं वह"
यह एक उद्धरण है कि मै निश्च्य ही तुम्हे समृद्ध करुगा।
"आप के लिए अच्छा करूँगा“।
यह याकूब के वंशजों की बहुत बड़ी संख्या के बारे में बात की जाती है जैसे कि उनकी संख्या समुद्र तट पर रेत के अनाज की तरह होगी।
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “जो कोई भी उनकी संख्या के कारण नहीं गिन सकता”।
“२००”
“२०…३०…४०… १०…”
“और उनके जवान"।
"वह उन्हें छोटे झुंड में बाँटना चाहते है, और अपने सेवकों में से प्रत्येक एक झुंड पर धयान दे रहे है"।
"हर झुंड दूसरे झुंड से एक दूरी पर यात्रा करते है“।
“उन्होंने निर्देश दिए“।
तुम्हें पुछता है कि तुम्हारा मालिक कौन है, तुम कहाँ जा रहे हो, और जो तेरे आगे है वो इन जानवरों का मालिक है।
“तुम्हारा स्वामी कौन है?”
जो तुम्हारे सामने जानवर हैं इन का मालिक कौन है?
फिर मैं चाहता हूँ कि तुम उसे बताना कि ये सब बातें याकूब, सेवक की हैं, और वह उन्हें अपने गुरु एसाव को दे रहा है। और उसे बताएं कि याकूब उससे मिलने के रास्ते पर है।
याकूब खुद को एसाव का नौकर दर्शाता है।
याकूब का एसाव को स्वामी कहना एक विनम्र तरीके को दर्शाता है।
यहाँ “हमे" नौकर बोल रहा है दूसरे नौकरों को एसाव के लिए झुंड लाने को दर्शाते है।
"दूसरे समूह को आदेश दिया"
इसका सामानय अर्थ है कि “आप यह भी कहेगे कि याकूब आपका नोकर है”।
“मैं उसे शांत कर दूँगा”।
“वह मेरा स्वागत करेगा”।
यहाँ “उपहार” लेने के लिए नौकर खड़े है।
यहाँ “अपने आप” याकूब नोकरों के साथ नहीं गया”।
"इसका मतलब है जिल्पा और बिल्हा।
नदी में एक उथली जगह जिसे पार करना आसान है।
यह एक नदी का नाम है।
“ वो सब जो उसके पास था”।
"सुबह होने तक"।
"यह वह जगह है जहां ऊपरी पैर की हड्डी कूल्हे से जुड़ती है“।
"आदमी ने याकूब के कूल्हे को घायल कर दिया क्योंकि उसने उसके साथ कुश्ती की थी"।
"सूरज जल्द ही निलने वाला है”।
यहा आशीर्वाद का अर्थ है किसी भी व्यक्ति के लिय अच्छी चीजे पैदा करना।
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि "बिल्कुल नहीं! तुम्हें मुझे पहले आशीर्वाद देना चाहिए, तो मैं तुम्हें जाने दूँगी"।
"इस्रायल के नाम का अर्थ है कि ‘वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है“।
यहाँ सामान्य शब्दो में “मनुष्यों“ का अर्थ है ”लोग“।
"उसने कहा, तुम मेरे नाम के बारे में क्यों पूछते हो? " मुझसे मेरा नाम के लिए मत पूछो!
"पेनियल नाम का अर्थ है। “परमेश्वर का चेहरा।”
“आमने-सामने“ का अर्थ है कि दो लोगों को व्यक्ति में एक दूसरे को देख रहे हैं, बहुत करीब से देखना।
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “अभी तक वह मेरी जिन्दगी को बख्श दी”।
यह कहानी से इसराइल के वंशजों के बारे में पृष्ठभूमि जानकारी के लिए एक परिवर्तन के निशान है।
इसका मतलब है। कि यह करने के लिए लेखक लिख रहा था।
यह मांसपेशियों को दर्शाता है जो जांघ की हड्डी को जांघ से जोड़ता है।
कमर का जोड़।
"मारते समय"।
1और याकूब ने आँखें उठाकर यह देखा, कि एसाव चार सौ पुरुष संग लिये हुए चला आता है। तब उसने बच्चों को अलग-अलग बाँटकर लिआ और राहेल और दोनों दासियों को सौंप दिया।2और उसने सबके आगे लड़कों समेत दासियों को उसके पीछे लड़कों समेत लिआ को, और सबके पीछे राहेल और यूसुफ को रखा,3और आप उन सबके आगे बढ़ा और सात बार भूमि पर गिरकर दण्डवत् की,* और अपने भाई के पास पहुँचा।4तब एसाव उससे भेंट करने को दौड़ा, और उसको हृदय से लगाकर, गले से लिपटकर चूमा; फिर वे दोनों रो पड़े।5तब उसने आँखें उठाकर स्त्रियों और बच्चों को देखा; और पूछा, “ये जो तेरे साथ हैं वे कौन हैं?” उसने कहा, “ये तेरे दास के लड़के हैं, जिन्हें परमेश्वर ने अनुग्रह करके मुझ को दिया है।”6तब लड़कों समेत दासियों ने निकट आकर दण्डवत् किया।7फिर लड़कों समेत लिआ निकट आई, और उन्होंने भी दण्डवत् किया; अन्त में यूसुफ और राहेल ने भी निकट आकर दण्डवत् किया।8तब उसने पूछा, “तेरा यह बड़ा दल जो मुझ को मिला, उसका क्या प्रयोजन है?” उसने कहा, “यह कि मेरे प्रभु की अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो।”9एसाव ने कहा, “हे मेरे भाई, मेरे पास तो बहुत है; जो कुछ तेरा है वह तेरा ही रहे।”10याकूब ने कहा, “नहीं-नहीं, यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो, तो मेरी भेंट ग्रहण कर: क्योंकि मैंने तेरा दर्शन पाकर, मानो परमेश्वर का दर्शन पाया है, और तू मुझसे प्रसन्न हुआ है।11इसलिए यह भेंट, जो तुझे भेजी गई है, ग्रहण कर; क्योंकि परमेश्वर ने मुझ पर अनुग्रह किया है, और मेरे पास बहुत है।” जब उसने उससे बहुत आग्रह किया, तब उसने भेंट को ग्रहण किया।12फिर एसाव ने कहा, “आ, हम बढ़ चलें: और मैं तेरे आगे-आगे चलूँगा।”13याकूब ने कहा, “हे मेरे प्रभु, तू जानता ही है कि मेरे साथ सुकुमार लड़के, और दूध देनेहारी भेड़-बकरियाँ और गायें है; यदि ऐसे पशु एक दिन भी अधिक हाँके जाएँ, तो सबके सब मर जाएँगे।14इसलिए मेरा प्रभु अपने दास के आगे बढ़ जाए, और मैं इन पशुओं की गति के अनुसार, जो मेरे आगे है, और बच्चों की गति के अनुसार धीरे-धीरे चलकर सेईर में अपने प्रभु के पास पहुँचूँगा।”15एसाव ने कहा, “तो अपने साथियों में से मैं कई एक तेरे साथ छोड़ जाऊँ।” उसने कहा, “यह क्यों? इतना ही बहुत है, कि मेरे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे।”16तब एसाव ने उसी दिन सेईर जाने को अपना मार्ग लिया।17परन्तु याकूब वहाँ से निकलकर सुक्कोत* को गया, और वहाँ अपने लिये एक घर, और पशुओं के लिये झोंपड़े बनाए। इसी कारण उस स्थान का नाम सुक्कोत पड़ा।
यहा शब्द "देखो" हमें कहानी का एक नया औरआश्चर्य हिस्सा ध्यान देने के लिए सुचित करता है।
४०० आदमी।
इसका मतलब यह नहीं है कि याकूब ने बच्चों को समान रूप से अलग किया ताकि हर महिला के पास उसके साथ समान मात्रा में बच्चे थे। याकूब ने बच्चों को इस तरह अलग किया ताकि हर कोई अपनी माँ के साथ चला जाए।
यह शब्द बिल्हा और जिल्पा।
यहा "खुद” इस बात पर जोर देता है कि याकूब दूसरों के सामने अकेला चला गया
यहा “प्रणाम“ शब्द का अर्थ है किसी के सामने सम्मान के साथ झुक कर प्रणाम करना।
“याकूब से मिला”।
यह एक नया वाक्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है कि "एसाव याकूब के चारों ओर अपने हाथ डाल दिए, उसे गले लगाया, और उसे चूमा"।
तब एसाव और याकूब रोए क्योंकि वह खुश थे और फिर से एक दूसरे को देखना चाहते थे।
"उसने महिलाओं और बच्चों को जो याकूब के साथ थे उन्हे देखा“।
यह शब्द याकूब खुद को दर्शाता है ये बच्चे परमेश्वर ने अपना नौकर समझ कर अपनी कृपया से मुझे दिये है।
यह बिल्हा और जिल्पा को दर्शाते है।
यह किसी अन्य व्यक्ति के सामने विनम्रता और सम्मान की निशानी है।
यह वाक्यांश "इन सभी समूहों" नौकरों के समूहों को दर्शाता है कि याकूब ने एसाव को उपहार देने के लिए भेजा। जैसे कि “तुमने मुझे मिलने के लिए उन सभी अलग- अलग समूहों को कयों भेजा“।
यहा “देखना” शब्द किसी व्यकित के विचारो को खडा करता है। तो तुम, मेरे गुरु हो मै तुम्हारे साथ खुश हूँ।
यहाँ यह वाक्यांश "मेरे स्वामी" एसाव की बात को दर्शाने का एक विनम्र तरीका है।
यहा शब्द “पशु” और "संपत्ति" समझा गया है। कि “मेरे पास पर्याप्त (संपत्ति) जानवर है”।
"यदि तू मेरे साथ खुश हैं“।
यहाँ "हाथ“ याकूब को दर्शाते है कि "यह उपहार है कि मैं तुम्हें दे रहा हूँ।
लेखक यहाँ एक नये वाक्य के रूप में अनुवाद कर सकता है कि "मेरे हाथ हमेशा तुम्हारे लिए है“।
(1) याकूब खुश है कि एसाव ने उसे माफ कर दिया है जैसे परमेश्वर ने उसे माफ कर दिया है।
यहाँ दर्शन एसाव को देखना दर्शाता है।
“मेरे सेवको कों आप के लिय लाया।
“परमेश्वर ने मुझे बहुत आशीर्वाद दिया है"
यह पहले एक उपहार से इनकार करने के लिए प्रथागत था, लेकिन फिर परमेश्वर नाराज था इसलिये पहले उपहार स्वीकार नहीं किया।
यह एसाव का जिक्र करने का एक विनम्र तरीका है। कि “मेरे स्वामी ,तुम जानते हो”।
बच्चे बहुत छोटे हैं वो तेजी से यात्रा नहीं कर सकते।
"यदि हम उन्हें एक दिन के लिए भी तेजी से जाने के लिए मजबूर करते हैं"
यह याकूब का विनम्र और तरीका है। कि"हे प्रभु, मैं तुम्हारा नौकर हूँ कृपया मुझे आगे बढ़ाओ"
मैं जानवरो को देख रहा हूँ कि बाद मे वह तेजी से जा सकते है।
यह एदोम के क्षेत्र में एक पहाड़ी क्षेत्र है।
याकूब इस बात पर ज़ोर देने के लिए एक सवाल का इस्तेमाल करता है कि एसाव को आदमियों को छोड़ने की ज़रूरत नहीं है।
हे मेरे स्वामी, यह एसाम से बात करने का विनम्र तरीका है।
लेखक बताता है कि सुक्कोत नाम का अर्थ है “शरणस्थान”।
यह निहित है कि घर भी अपने परिवार के लिए है।
बाद में जानवरों की देखभाल के लिये।
यहाँ कहानी का एक नया हिस्सा शुरू होता है. लेखक बताता है कि याकूब ने सुक्कोत में आराम करने के बाद क्या किया।
“याकुब के जाने के बाद पद्दनराम छोड दिया।
यह केवल याकूब का उल्लेख है क्योंकि वह परिवार का हाकिम है। यह सही है कि उसका परिवार उसके साथ था।
“यह नगर के पास तम्बू खडा करने लगे।
भूमि का टुकड़ा।
यह एक आदमी का नाम है।
शेकेम एक शहर का नाम और एक आदमी का नाम है।
“100"।
एल-एलोहे-इस्राएल का मतलब है कि परमेश्वर इस्राएल के परमेश्वर है।
1एक दिन लिआ की बेटी दीना, जो याकूब से उत्पन्न हुई थी, उस देश की लड़कियों से भेंट करने को निकली।2तब उस देश के प्रधान हिव्वी हमोर के पुत्र शेकेम ने उसे देखा, और उसे ले जाकर उसके साथ कुकर्म करके उसको भ्रष्ट कर डाला।3तब उसका मन याकूब की बेटी दीना से लग गया, और उसने उस कन्या से प्रेम की बातें की, और उससे प्रेम करने लगा।4अतः शेकेम ने अपने पिता हमोर से कहा, “मुझे इस लड़की को मेरी पत्नी होने के लिये दिला दे।”5और याकूब ने सुना कि शेकेम ने मेरी बेटी दीना को अशुद्ध कर डाला है, पर उसके पुत्र उस समय पशुओं के संग मैदान में थे, इसलिए वह उनके आने तक चुप रहा।6तब शेकेम का पिता हमोर निकलकर याकूब से बातचीत करने के लिये उसके पास गया।7याकूब के पुत्र यह सुनते ही मैदान से बहुत उदास और क्रोधित होकर आए; क्योंकि शेकेम ने याकूब की बेटी के साथ कुकर्म करके इस्राएल के घराने से मूर्खता का ऐसा काम किया था, जिसका करना अनुचित था।8हमोर ने उन सबसे कहा, “मेरे पुत्र शेकेम का मन तुम्हारी बेटी पर बहुत लगा है, इसलिए उसे उसकी पत्नी होने के लिये उसको दे दो।9और हमारे साथ ब्याह किया करो; अपनी बेटियाँ हमको दिया करो, और हमारी बेटियों को आप लिया करो।10और हमारे संग बसे रहो; और यह देश तुम्हारे सामने पड़ा है; इसमें रहकर लेन-देन करो, और इसकी भूमि को अपने लिये ले लो।”11और शेकेम ने भी दीना के पिता और भाइयों से कहा, “यदि मुझ पर तुम लोगों की अनुग्रह की दृष्टि हो, तो जो कुछ तुम मुझसे कहो, वह मैं दूँगा।12तुम मुझसे कितना ही मूल्य या बदला क्यों न माँगो, तो भी मैं तुम्हारे कहे के अनुसार दूँगा; परन्तु उस कन्या को पत्नी होने के लिये मुझे दो।”13तब यह सोचकर कि शेकेम ने हमारी बहन दीना को अशुद्ध किया है, याकूब के पुत्रों ने शेकेम और उसके पिता हमोर को छल के साथ यह उत्तर दिया,*14“हम ऐसा काम नहीं कर सकते कि किसी खतनारहित पुरुष को अपनी बहन दें; क्योंकि इससे हमारी नामधराई होगी।15इस बात पर तो हम तुम्हारी मान लेंगे कि हमारे समान तुम में से हर एक पुरुष का खतना किया जाए।16तब हम अपनी बेटियाँ तुम्हें ब्याह देंगे, और तुम्हारी बेटियाँ ब्याह लेंगे, और तुम्हारे संग बसे भी रहेंगे, और हम दोनों एक ही समुदाय के मनुष्य हो जाएँगे।17पर यदि तुम हमारी बात न मानकर अपना खतना न कराओगे, तो हम अपनी लड़की को लेकर यहाँ से चले जाएँगे।”18उसकी इस बात पर हमोर और उसका पुत्र शेकेम प्रसन्न हुए।19और वह जवान जो याकूब की बेटी को बहुत चाहता था, इस काम को करने में उसने विलम्ब न किया। वह तो अपने पिता के सारे घराने में अधिक प्रतिष्ठित था।20इसलिए हमोर और उसका पुत्र शेकेम अपने नगर के फाटक के निकट जाकर नगरवासियों को यह समझाने लगे;21“वे मनुष्य तो हमारे संग मेल से रहना चाहते हैं; अतः उन्हें इस देश में रहकर लेन-देन करने दो; देखो, यह देश उनके लिये भी बहुत है; फिर हम लोग उनकी बेटियों को ब्याह लें, और अपनी बेटियों को उन्हें दिया करें।22वे लोग केवल इस बात पर हमारे संग रहने और एक ही समुदाय के मनुष्य हो जाने को प्रसन्न हैं कि उनके समान हमारे सब पुरुषों का भी खतना किया जाए।23क्या उनकी भेड़-बकरियाँ, और गाय-बैल वरन् उनके सारे पशु और धन सम्पत्ति हमारी न हो जाएगी? इतना ही करें कि हम लोग उनकी बात मान लें, तो वे हमारे संग रहेंगे।”24इसलिए जितने उस नगर के फाटक से निकलते थे, उन सभी ने हमोर की और उसके पुत्र शेकेम की बात मानी; और हर एक पुरुष का खतना किया गया, जितने उस नगर के फाटक से निकलते थे।25तीसरे दिन, जब वे लोग पीड़ित पड़े थे, तब ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नाम याकूब के दो पुत्रों ने, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुसकर सब पुरुषों को घात किया।26हमोर और उसके पुत्र शेकेम को उन्होंने तलवार से मार डाला, और दीना को शेकेम के घर से निकाल ले गए।27याकूब के पुत्रों ने घात कर डालने पर भी चढ़कर नगर को इसलिए लूट लिया कि उसमें उनकी बहन अशुद्ध की गई थी।28उन्होंने भेड़-बकरी, और गाय-बैल, और गदहे, और नगर और मैदान में जितना धन था ले लिया।29उस सबको, और उनके बाल-बच्चों, और स्त्रियों को भी हर ले गए, वरन् घर-घर में जो कुछ था, उसको भी उन्होंने लूट लिया।30तब याकूब ने शिमोन और लेवी से कहा, “तुमने जो इस देश के निवासी कनानियों और परिज्जियों के मन में मेरे प्रति घृणा उत्पन्न कराई है, इससे तुमने मुझे संकट में डाला है,* क्योंकि मेरे साथ तो थोड़े ही लोग हैं, इसलिए अब वे इकट्ठे होकर मुझ पर चढ़ेंगे, और मुझे मार डालेंगे, तो मैं अपने घराने समेत सत्यानाश हो जाऊँगा।”31उन्होंने कहा, “क्या वह हमारी बहन के साथ वेश्या के समान बर्ताव करे?”
यहाँ इस शब्द को कहानी के शुरु करने के समय लिया जाता है।
यह लिआ की बेटी का नाम है।
यह एक जन समूह का नाम है।
यह हमोर नहीं शेम दर्शाता है। इसके अलावा, "राजकुमार“ यहाँ एक राजा के बेटे का इसका अर्थ है कि हमोर उस देस के लोगों का हाकिम था।
शेकेम ने दीना के साथ बलात्कार किया।
“वह देखने मे बहुत सुंदर थी” यह शेकेम दीना से प्यार करता था वह बहुत जलद दीना को हासिल करना चाहता था।
इसका मतलब यह हे कि नह उस से प्यार करता था और उसे जानने के लिए उस से बात करना चाहता था।
“अब” कहानी में यह शब्द यहाँ याकूब के बारे में जानकारी देता है।
यह शब्द "वह" शेकेम को दर्शाता है।
इसका मतलब यह है कि शेकेम ने दीना का बहुत अपमान किया था और उसे अपने साथ सोने के लिए मजबूर किया था।
यह कहने का एक तरीका है कि याकूब ने इस मामले के बारे में न तो कुछ कहा और न ही कुछ किया।
हमोर ... याकूब से मिलने गया था"
"पुरुषों को नाराज कर रहे थे
यह स्पष्ट रू में कहा जा सकता है कि यह याकूब के बेटे द्वारा बोले गए।
उसने इसराइल के परिवार को अपमानित किया था ।
"याकूब की बेटी पर हमला किया”।
“क्योंकि उसे ऐसा भयानक काम नहीं करना चाहिए था“।
“हमोर ने याकूब और उसके बेटों के साथ बात की"
यहाँ शब्द "प्यार" एक आदमी और एक औरत के बीच के प्यार को दर्शाता है।
कुछ संस्कृतियों में, माता-पिता तय करते हैं कि उनके बच्चे किससे शादी करेंगे।
अन्यजातियो में ब्याह करने के लिए एक अलग नस्लीय, सामाजिक, धार्मिक या आदिवासी समूह के एक सदस्य से शादी करने के लिए है।
"भूमि आप के लिए उपलब्ध हो जाएगा“
“शेकेम ने दीना के पिता याकूब से कहा"।
यहाँ "आंखें“ एक व्यक्ति के विचारों के लिए है कि यदि तू मुझे स्वीकार करेंगा, तो मैं तुम्हें जो कुछ भी तुम माँगोगे दे दूगा"।
कुछ संस्कृतियों में, एक आदमी के लिए जरुरी है पैसे, संपत्ति, पशु, और शादी के समय दुल्हन के परिवार के लिए अन्य उपहार ले के आना।
"लेकिन याकूब के बेटों शेकेम और हमोर से झूठ बोलता है जब वे उन्हें जवाब देता है”।
इसका मतलब यह है कि शेकेम ने दीना का बहुत अपमान किया था और उसे अपने साथ सोने के लिए मजबूर किया था।
"याकूब के बेटों ने शेकेम और हमोर से कहा"।
"हम दीना की शादी देने के लिए सहमत नहीं है”।
“यहाँ उसके लिय यह शर्म की बात होगी“ यहाँ “हम” शब्द याकुब के बेटो और इसराइल के सभी लोगों को दर्शाते है”।
इसका मतलब यह है कि वे याकूब के परिवार के एक व्यक्ति को हमोर के देश में रहने वाले व्यक्ति से शादी करने की अनुमति देंगे।
यहाँ "शब्द क्या कहा गया था के लिए है, "हमोर और उसके बेटे शेमेक क्या याकूब के बेटों ने कहा के मैं सहमत हूँ।
खतना हो जाना
"याकुब की बेटी दीना"
यह एक नये वाक्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है कि इससे यह स्पष्ट किया जा सकता है कि शेकेम जानता था कि अन्य पुरुषों को खतना करने के लिए सहमत होंगे क्योंकि वे उसका सम्मान करते थे।
अधिकारियो के न्याय करने के लिय फाटक पर बैठक करना एक आम बात थी।
याकूब, उसके बेटे और इस्राएल के लोग"
यहाँ शब्द “हमारे” हमोर और उसके बेटे और सभी लोगों को वे शहर के गेट पर शामिल है उनके साथ बात भी की।
वह देश मे रहते है और व्यपार करते है।
शेकेम इन शब्दो को बोलता है कि “'सच में” उपयोग करता है क्योकि वासत्व मे उनके लिय बहुत जमीन है।
यह एक समुह की महिलाओं और दूसरे समुह के पुरुषों के बीच विवाह को दर्शाता है।
हमोर और शेकेम अपने बेटे को शहर के बजुरगों से बात करना जारी रखता है
"केवल अगर हमारे बीच हर आदमी खतना किया जाता है इस के रूप में इसराइल के पुरुषों खतना कर रहे हैं, वे हमारे बीच रहते हैं और लोगों में हमारे साथ एकजुट करने के लिए सहमत होंगे"।
शेकेम एक सवाल पर जोर देता है कि याकूब के पशुओं और संपत्ति शेकेम के लोगों के लिए है।
तो हमोर और शेकेम ने सभी पुरुषों का खतना किया।
“तीन” के लिय यह आम आदमी की गिनती है।दो दिनो के बाद।
"जब शहर के लोग अभी भी दर्द में थे"
उनकी तलवारो को ले लिया।
यहाँ “शहर” शब्द लोगो के लिए है।
यह एक नये वाक्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "सुरक्षा शिमोन और लेवी ने शहर के सभी आदमियों को मार डाला"
यह “तलवार” शब्द तेज तलवार से सबको मार डाला।
हमोर शेकेम ओर वो सारे पुरुष जो मर गय थे।
शहर मे वो जो सब कूछ कीमती था सब कुछ चुरा लिया।
शेकेम ने अकेली दीना को ही दूषित कर दिया था, लेकिन याकूब के बेटों ने शेकेम के पूरे परिवार और शहर में हर किसी को इस कृत्य के लिए जिम्मेदार माना।
इसका मतलब यह है कि शेकेम ने दीना का बहुत अपमान किया था और उसे अपने साथ सोने के लिए मजबूर करके अपमानित किया था।
"याकूब के बेटों ने लोगों के झुंड को ले लिया"
"उनकी सभी संपत्ति और पैसे"
उन्होने सभी बच्चों और पत्नियों पर कब्जा कर लिया
मेरे लिऐ बड़ी समस्याओं को खड़ा किया है
याकूब से नफरत करने के लिए आस-पास के इलाकों के लोगों को इस तरह बताया जाता है मानो याकूब के बेटों ने उसे शारीरिक रूप से बुरा महसूस किया गया हो ।
याकुब यहा कहता हे कि “मुझे” से बाद का नेता वही होगा। याकुब खुद को वहा का नेता मानता था।
वह एक सेना के रूप मे मुझ पर हमला करेगें।
वो मुझे मार डालेगे।
“शेकेम को हमारी बहन के साथ एक वेश्या के समान बर्ताव नहीं करना चाहिए था।
1तब परमेश्वर ने याकूब से कहा, “यहाँ से निकलकर बेतेल को जा, और वहीं रह; और वहाँ परमेश्वर के लिये वेदी बना, जिसने तुझे उस समय दर्शन दिया, जब तू अपने भाई एसाव के डर से भागा जाता था।”2तब याकूब ने अपने घराने से, और उन सबसे भी जो उसके संग थे, कहा, “तुम्हारे बीच में जो पराए देवता* हैं, उन्हें निकाल फेंको; और अपने-अपने को शुद्ध करो, और अपने वस्त्र बदल डालो;3और आओ, हम यहाँ से निकलकर बेतेल को जाएँ; वहाँ मैं परमेश्वर के लिये एक वेदी बनाऊँगा,* जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली, और जिस मार्ग से मैं चलता था, उसमें मेरे संग रहा।”4इसलिए जितने पराए देवता उनके पास थे, और जितने कुण्डल उनके कानों में थे, उन सभी को उन्होंने याकूब को दिया; और उसने उनको उस बांज वृक्ष के नीचे, जो शेकेम के पास है, गाड़ दिया।5तब उन्होंने कूच किया; और उनके चारों ओर के नगर निवासियों के मन में परमेश्वर की ओर से ऐसा भय समा गया, कि उन्होंने याकूब के पुत्रों का पीछा न किया।6याकूब उन सब समेत, जो उसके संग थे, कनान देश के लूज नगर को आया। वह नगर बेतेल भी कहलाता है।7वहाँ उसने एक वेदी बनाई, और उस स्थान का नाम एलबेतेल रखा; क्योंकि जब वह अपने भाई के डर से भागा जाता था तब परमेश्वर उस पर वहीं प्रगट हुआ था।8और रिबका की दूध पिलानेहारी दाई दबोरा मर गई, और बेतेल के बांज वृक्ष के तले उसको मिट्टी दी गई, और उस बांज वृक्ष का नाम अल्लोनबक्कूत रखा गया।9फिर याकूब के पद्दनराम से आने के पश्चात् परमेश्वर ने दूसरी बार उसको दर्शन देकर आशीष दी।10और परमेश्वर ने उससे कहा, “अब तक तो तेरा नाम याकूब रहा है; पर आगे को तेरा नाम याकूब न रहेगा, तू इस्राएल कहलाएगा।”* इस प्रकार उसने उसका नाम इस्राएल रखा।11फिर परमेश्वर ने उससे कहा, “मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ। तू फूले-फले और बढ़े; और तुझ से एक जाति वरन् जातियों की एक मण्डली भी उत्पन्न होगी, और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे।12और जो देश मैंने अब्राहम और इसहाक को दिया है, वही देश तुझे देता हूँ, और तेरे पीछे तेरे वंश को भी दूँगा।”13तब परमेश्वर उस स्थान में, जहाँ उसने याकूब से बातें की, उनके पास से ऊपर चढ़ गया।14और जिस स्थान में परमेश्वर ने याकूब से बातें की, वहाँ याकूब ने पत्थर का एक खम्भा खड़ा किया, और उस पर अर्घ देकर तेल डाल दिया।15जहाँ परमेश्वर ने याकूब से बातें की, उस स्थान का नाम उसने बेतेल रखा।
इन वाक्यो मे “ जाना” का प्रयोग किया जाता है कि शेकेम की तुलना में मे बेतेल की ऊचाई बहुत थी।
परमेश्वर ने कहा मेरे ओर तुम्हारे बीच कोई तीसरा नही आना चाहिए।
“अपने परिवार को कहा”।
दूसरे देवताओं को निकाल दे।
परमेश्वर की उपासना करने से पहले खुद को बाहर से ओर अंदर से साफ रखना यह एक धर्म है।
परमेश्वर की उपासना करने से पहले खुद को बाहर से ओर अंदर से साफ रखना यह एक धर्म है।
(2) जब याकुब मुसीबत में था।
याकूब के परिवार के सारे लोगों और सेवकों ने दिए।
शेकेम ने उन देवताओ के कानो की सोने की बालियाँ उठा ली और सभी पर हमला कर दिया वह कानो की बालियाँ पाप को दर्शाती है।
“परमेश्वर ने आस- पास के शहरों के लोगों को याकूब और उसके साथ से डरने के लिए बनाया”।
यह वह शहर है यहाँ पर लोग रहते थे।
याकूब का घराना या उसका परिवार
यह एक शहर का नाम है।
एलबेतेल का मतलब यह है कि “परमेश्वर का घर”।
वहाँ परमेश्वर ने आपने आप को याकूब पर प्रकट किया।
यह एक महिला का नाम है।
रिबका एक दाई थी जो कि बच्चों की देखभाल करती थी। वह बहुत ही महत्तवपूर्ण थी।
उसे बेतेल के नीचे दफन कर दिया।
इस वाक्या में “नीचे" शब्द का प्रयोग किया जाता है क्योंकि वे उसे एक जगह है कि बेथेल से ऊंचाई में कम था उसे वहा में दफन कर दिया।
इसका अर्थ है बलूत का पेड़ जहां रोना है
यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि वह अभी बेतेल में है।
यहाँ "आशीर्वाद" का अर्थ है किसी व्यक्ति पर एक औपचारिक आशीर्वाद का उच्चारण करना और उस व्यक्ति के लिए अच्छी चीजें पैदा करना।
अब तुम्हारा नाम याकुब नहीं रहेगा।
परमेश्वर ने याकुब से कहा।
परमेश्वर ने याकूब से कहा कि वह बच्चों को पैदा करे ताकि उनमें से बहुत-से बच्चे पैदा हो सकें। शब्द "बहुगुणा" बताता है कि वह कैसे होगे "फलदार"।
यहाँ "देश" और "देश” याकूब के वंशजों जो इन देशों की स्थापना करेगा।
यहा “ऊपर जाना” का मतलब है कि परमेश्वर वहा से चले गये।
यह एक स्मारक खम्भा है जो बस एक बडा पत्थर है।
इसका यह संकेत है कि यह परमेश्वर को दर्शाता है।
बेतेल नाम का अर्थ है “परमेश्वर का घर”
यह बेतेलहम का दूसरा नाम है।
यह समय बच्चे को जन्म देने के लिय बहुत की कठिन समय था।
तब उसको बहुत सारी दर्द होती थी।
एक व्यक्ति जो एक महिला की मदद करता है जब वह एक बच्चे को जन्म दे रही थी।
"मरते हुए सांस" यह एक व्यक्ति की अंतिम सांस है इससे पहले कि वह मर जाता है।
बेनोनी नाम का अर्थ यह है कि 'मेरे दु:ख का बेटा'
बिन्यामीन नाम का अर्थ यह है कि मेरा “दाया हाथ”।
“और उसे दफनाया गया था”
जाते समय
वह उसी दिन राहेल की क्रब पर गये।
उसी समय।
इसका अर्थ है कि इस्राएल के सारा परिवार और नौकर उसके साथ है।
यह राहेल की नौकरानी थी।
यह वाक्य एक नया अध्याय शुरु करता है जो कि इन आयतों में जारी है।
"12 बेटे”
यह राहेल की महिला नौकर का नाम है।
जिलपा लिहा की सेविका थी।
यह निहित है कि इसमें बिन्यामीन शामिल नहीं है जो बेतलेहेम के पास कनान देश में पैदा हुआ था।
यहा “आना” शब्द को कहा जा सकता है “जाना”।
यह हेब्रोन शहर का एक नाम हो सकता है कि इसका नाम मैमरे के नाम पर रखा गया हो, जो इब्राहीम के दोस्त थे जो वहाँ रहते थे।
यह एक शहर का नाम है।
"180 साल"
"इसहाक ने आखिरी साँस ली और मर गया।
बहुत ही आसानी से वह मर गया।
इसका अर्थ यह है कि इसहाक की मौत के बाद, उसकी आत्मा अपने रिश्तेदारों के पास चली गी जो मर गये थे।
इस वाक्यांश में “बूडा आदमी” और “पूरे दिन” का अर्थ है कि इसहाक बहुत लंबे समय तक रहा।
1एसाव जो एदोम भी कहलाता है, उसकी यह वंशावली है।2एसाव ने तो कनानी लड़कियाँ ब्याह लीं; अर्थात् हित्ती एलोन की बेटी आदा को, और ओहोलीबामा को जो अना की बेटी, और हिव्वी सिबोन की नातिन थी।3फिर उसने इश्माएल की बेटी बासमत को भी, जो नबायोत की बहन थी, ब्याह लिया।4आदा ने तो एसाव के द्वारा एलीपज को, और बासमत ने रूएल को जन्म दिया।5और ओहोलीबामा ने यूश, और यालाम, और कोरह को उत्पन्न किया, एसाव के ये ही पुत्र कनान देश में उत्पन्न हुए।6एसाव अपनी पत्नियों, और बेटे-बेटियों, और घर के सब प्राणियों, और अपनी भेड़-बकरी, और गाय-बैल आदि सब पशुओं, निदान अपनी सारी सम्पत्ति को, जो उसने कनान देश में संचय किया था, लेकर अपने भाई याकूब के पास से दूसरे देश को चला गया।7क्योंकि उनकी सम्पत्ति इतनी हो गई थी,* कि वे इकट्ठे न रह सके; और पशुओं की बहुतायत के कारण उस देश में, जहाँ वे परदेशी होकर रहते थे, वे समा न सके।8एसाव जो एदोम भी कहलाता है, सेईर नामक पहाड़ी देश में रहने लगा।9सेईर नामक पहाड़ी देश में रहनेवाले एदोमियों के मूल पुरुष एसाव की वंशावली यह है10एसाव के पुत्रों के नाम ये हैं; अर्थात् एसाव की पत्नी आदा का पुत्र एलीपज, और उसी एसाव की पत्नी बासमत का पुत्र रूएल।11और एलीपज के ये पुत्र हुए; अर्थात् तेमान, ओमार, सपो, गाताम, और कनज।12एसाव के पुत्र एलीपज के तिम्ना नामक एक रखैल थी, जिसने एलीपज के द्वारा अमालेक को जन्म दिया: एसाव की पत्नी आदा के वंश में ये ही हुए।13रूएल के ये पुत्र हुए; अर्थात् नहत, जेरह, शम्मा, और मिज्जा एसाव की पत्नी बासमत के वंश में ये ही हुए।14ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी, और सिबोन की नातिन और अना की बेटी थी, उसके ये पुत्र हुए: अर्थात् उसने एसाव के द्वारा यूश, यालाम और कोरह को जन्म दिया।
यह एसाव की वंशावली है।
यह एसाव की पत्नीयो के नाम है।
एलोन एक पुरुष का नाम है जो हेत के वंशज से था।
यह पुरुषो के नाम है।
हिव्वी एक जाति का नाम है ।
यह एसाव की एक पत्नी का नाम है।
यह इश्माएल के एक पुत्र का नाम है ।
यह एसाव कि पत्नीयो के नाम है।
यह एसाव के पुत्रों के नाम हैं।
वह कनान देश में रहते हुए जन्मा हुआ था।
इसका अर्थ है कि दूसरी जगह चले जाना और वहां रहना। “दूसरे देश में रहने के लिऐ चला गया”
एसाव और याकूब की सम्पत्ति।
उनके पशुओं के लिऐ बहुत बड़ा नहीं था।
"बसे" शब्द का अर्थ कहीं और स्थानांतरित करना और वहां रहना है। “यहाँ वह चले गये हैं।”
यह वाक्य में एसाव के वंशजों के बारे दर्शाता है।
इसका अर्थ है कि वह पहाड़ी देश सेईर में रहते थे।
यह एसाव के पुत्रों के नाम है।
ये एसाव की पत्नीयों के नाम थे ।
यह एलीपज के पुत्रों के नाम थे ।
यह एलीपज की रखैल का नाम है ।
यह एसाव के पुत्रों के नाम थे ।
यह रूएल के पुत्रों के नाम थे ।
यह पुरुषों के नाम थे ।
यह एसाव की पत्नीयों का नाम थे ।
यह एसाव के एक पुत्र का नाम है।
यह एलीपज के पुत्रों के नाम थे ।
यह एसाव की पत्नीयो में से एक पत्नि आदा था ।
यह एसाव के पुत्रों के नाम थे ।
यह रूएल के पुत्रों के नाम थे ।
इसका मतलब है कि वे एदोम देश में रहते थे।
यह एसाव की पत्नीयो के नाम थे ।
यह एक पुरुष का नाम है ।
सेईर एक आदमी और देश का नाम है ।
यह एक जाति का नाम है।
यह वह लोग थे जो पहले से सेईर में रहते थे, सेईर एदोम भी कहलाता है।
यह पुरुषों के नाम है।
यह एक महिला का नाम है ।
यह पुरुषों के नाम हैं।
यह पुरुषों के नाम है।
यह पुरुषों के नाम हैं ।
यह एक औरत का नाम है।
यह पुरुषों के नाम है ।
यह एक जाति का नाम है।
यह पुरुषों के नाम है ।
यह उन लोगों को दर्शता है जो सेईर देश में रहते थे।
यह पुरुषों के नाम है ।
वह देश जहां वह रहते थे।
यह स्थानों के नाम हैं।
यह एक पुरुष का नाम है ।
यह पुरुषों का नाम है।
हूशाम जो तेमानियों देश मे रहता था ।
यह स्थानों के नाम है ।
यह तमान वंशज का है ।
वह देश जहां वह रहते थे।
"सम्ला जो मस्रेकावासी थी।
यह एक पुरुष का नाम है।
शाऊल रहोबोत में रहता था। जो के फरात नदी के साथ में है”
यह पुरुषों के नाम है।
यह सथानों के नाम है ।
वह एक सथान का नाम है जहां वह रहता था।
मेज़ाहाब मत्रेद की बेटी थी, और मे ज़हाब की पोती थी।
यह एक महिला का नाम है ।
यह जाति के अगुएं है।
यह उनके कुलों और जिन क्षेत्रों मे वह रहते थे उनके नाम पर रखे गए थे। । यह उनके नाम है।
यह जातियो के नाम थे ।
यह स्थान जहां वह रहते थे ।
यह सूची एसाव के वशंज की है ।
1याकूब तो कनान देश में रहता था, जहाँ उसका पिता परदेशी होकर रहा था।2और याकूब के वंश का वृत्तान्त यह है: यूसुफ सत्रह वर्ष का होकर अपने भाइयों के संग भेड़-बकरियों को चराता था; और वह लड़का अपने पिता की पत्नी बिल्हा, और जिल्पा के पुत्रों के संग रहा करता था; और उनकी बुराइयों का समाचार अपने पिता के पास पहुँचाया करता था।3और इस्राएल अपने सब पुत्रों से बढ़कर यूसुफ से प्रीति रखता था, क्योंकि वह उसके बुढ़ापे का पुत्र था : और उसने उसके लिये रंग-बिरंगा अंगरखा बनवाया।4परन्तु जब उसके भाइयों ने देखा, कि हमारा पिता हम सब भाइयों से अधिक उसी से प्रीति रखता है, तब वे उससे बैर करने लगे और उसके साथ ठीक से बात भी नहीं करते थे।
कनान देश में जहां उसका पिता भी रहा था।
"यह याकूब की वंशवाली है“
"17 वर्ष का"
यह राहेल की महिला नौकर का नाम था ।
यह लेह की महिला नौकर का नाम था ।
यह महिलाएँ बच्चे पैदा करने के लिए याकूब और राहेल को दी गयी थी।
यह उसके अपने भाई के प्रति बुरा समाचार।
यह शब्द का इसतेमाल ईस्राऐल और यूसफ के विषय में कहानी से बदल कर पिछली जानकारी को बताने के लिऐ किया गया है।
दोस्तों या रिश्तेदारों के बीच स्वाभाविक मानवीय प्रेम को दर्शाता है।
इस शब्द का अर्थ है कि यूसुफ का जन्म तब हुआ था जब इस्रायल (याकुब) बहुत बूढ़ा था।
इस्राएल ने यूसुफ के लिऐ बनवाया।
"एक सुन्दर पोशाक"
वह उससे ठीक ढंग से बात नहीं करता था।
यह उन घटनाओं का स्खेप है जो 37: 6-11 में घटित होंगी।
यूसुफ के भाई पहले से भी ज्यादा यूसफ से नफरत करते लगे।
कृपया जो स्वप्न मैने देखा है उसे सुनो,
यूसुफ अपने भाइयों को अपने सपने के बारे में बताता है।
यहां शब्द हमें आगे आने वाली जानकारी को ध्यान देने के लिए कहता है।
यहाँ “हम लोग“ यूसुफ और उसके सभी भाइयों को दर्शाता है।
जब अनाज को काटने के बाद बंडलों में बांध दिया जाता है और उसके बाद भूसे से अनाज को अलग किय जाता है।
यहाँ " देखता" शब्द का अर्थ है कि यूसुफ ने जो देखा उससे वह आश्चर्यचकित हुआ।
यहाँ पर अनाज के पूले खड़े है और झुक रहे है जेसै के वह लोग है। यह पूले यूसफ और उसके भाईयों को प्रकट करते है।
तुम कभी भी हमारे राजा नहीं होंगे, और हम कभी भी तुम्हारे सामने नहीं झुकेंगे।
शब्द यूसुफ के भाइयों के बारे बताता है लेकिन यूसुफ के प्रति नहीं।
उसके सपनों के कारण और जो उसने क्हा।
यूसुफ ने एक और स्वप्न देखा।
11 तारे।
इस्राएल (याकूब) ने उसे डांटते हुए कहा।
यूकब ने यूसफ से कहा कि तेरा सपना वास्तविक नहीं है तेरी माँ, भाई और मैं तुम्हारे सामने नहीं झुकूँगे।
इस शब्द का अर्थ यह है की किसी और की सफलता से जलन रखना।
इस सपने का क्या मतलब हो सकता है, इस बारे में सोचता रहा।
इस्राएल (यूकब) इस बात को पकका करने के लिए पुच्छता है की “तेरे भाई तो शेकेम ही में भेड़-बकरी चरा रहे होंगे।“
"तैयार हो जाओ“
“ मैं जाने के लिऐ तैयार हूँ“।
इस्राएल(यूसफ) ने यूसुफ से कहा।
इस्राएल चाहता है कि यूसुफ वापस आकर और उसे बताए और उसके भाई के प्रति खबर दे।
घाटी से।
एक मनुष्य ने यूसुफ को मैदान में इधर-उधर भटकते हुए पआ।
यह कहानी में दूसरी घटना की सुरूआत का संकेत है। हो सकता है की पहली घटना से अलग लोग शामिल हो। हो सकता है कि तुमहारी भाषा में ऐसा करने का कोई रास्ता हो
तुम किस चीज की खोज में हो।
"कृपा कर मुझे बता कि कहाँ"
अपने झुंड की रखवाली।
यह एक जगह का नाम है जो शेकेम से 22 किलोमीटर दूर है ।
यूसुफ के भाइयों ने उसे तब देखा जब वह बहुत दूर था।
उन्होंने उसे मारने की योजना बनाई।
“जो बहुत सपने देखता था, वो आ रहा है“
“खतरनाक जानवर“
बहुत जलद उसे नष्ट कर दिया।
इस तरह हम उसके स्वप्नों को पूरा नहीं होने देंगे
उनकी बातें सुनकर
उनकी योजनाओं से।
हम यूसुफ को न मारें।
उसको मत मारो।
उसको दुख न पहुंचाओ।
रूबेन ने यह इस लिऐ कहा कि वह यूसफ को छुड़ा सके।
उसकी योजनाओं में।
और उसको वापस ले आऐ।
यह वाक्यांश का उपयोग यहाँ कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना के लिए है।
उन्होंने उसके सुंदर पोशक को उतार लिया ।
सुन्दर पोशक।
यूसफ के भाई खाना खाने के लिऐ नीचे बैठे।
उन्होंने अचानक सामने देखा कि एक दल।
ले जा रहे।
मसाले
त्वचा को ठीक करने और सुरक्षा के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मीठी गंध वाला एक तैलीय पदार्थऔर दवा।
उन्हें बेचने के लिए मिस्र लाने के लिए।
हम अपने भाई को मारकर और अपना खून बहाकर लाभ नहीं कमाते हैं।
उसका खून छिपाओ।
यह वह लोग जो इश्माएल के वंशज के हैं।
उसे दुख मत दो।
वह हमारा खून का रिश्तेदार है।
यहूदा के भाई उससे सहमत थे।
यह नाम यूसुफ के भाइयों से मिलते हैं।
चांदी के 20 टुकड़ों की कीमत में।
यूसुफ को मिस्र ले गए।
रूबेन यह देखकर हैरान था कि यूसुफ वहां पर नहीं था।
रूबेन इतना दुखी था कि उसने अपने कपड़े फाड़ दिए।
रूबेन ने अपने भाइयों से कहा यूसुफ वहाँ से चला गया है! मैं अब घर वापस नहीं जा सकता!
यह उस खूबसूरत पोशाक को दर्शाता है जो उसके पिता ने उसके लिए बनाया था।
बकरे का लहू।
वह कपड़ा लेकर आए।
उसने उसको खा लिया।
यूकब को लगता है कि एक जंगली जानवर ने यूसुफ के शरीर को अलग कर दिया है अर्थात् यूसुफ को टुकड़े टुकड़े कर दिया है।
याकूब इतना दुखी था कि उसने अपने वस्त्र फाड़ दिए।
इस वाक्य का अर्थ शरीर या कमर के मध्य भाग से है उसने कमर पर टाट रख दिया।
यहाँ उनके पिता के आने वाले बच्चों के बारे में कहा जाता है कि वे बड़े हो रहे हैं उनको मेरे पास ले आओ।
पर वह उन्हें आराम नहीं करने देगे।
इसका अर्थ है कि जब वह मरता है तब से अब तक वह शोक मनाता है अर्थात् वास्तव में जब मैं मर जाऊंगा और शील के पास जाऊंगा तब भी मैं शोक मनाता रहूंगा।
मिद्यानियों ने यूसुफ को बेच दिया।
राजा की रक्षा करने वाले सैनिकों के अंगरक्षकों।
1उन्हीं दिनों में ऐसा हुआ कि यहूदा अपने भाइयों के पास से चला गया, और हीरा नामक एक अदुल्लामवासी पुरुष के पास डेरा किया।2वहाँ यहूदा ने शूआ नामक एक कनानी पुरुष की बेटी को देखा; और उससे विवाह करके उसके पास गया।3वह गर्भवती हुई, और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; और यहूदा ने उसका नाम एर रखा।4और वह फिर गर्भवती हुई, और उसके एक पुत्र और उत्पन्न हुआ; और उसका नाम ओनान रखा गया।5फिर उसके एक पुत्र और उत्पन्न हुआ, और उसका नाम शेला रखा गया; और जिस समय इसका जन्म हुआ उस समय यहूदा कजीब में रहता था।6और यहूदा ने तामार नामक एक स्त्री से अपने जेठे एर का विवाह कर दिया।7परन्तु यहूदा का वह जेठा एर यहोवा के लेखे में दुष्ट था, इसलिए यहोवा ने उसको मार डाला।8तब यहूदा ने ओनान से कहा, “अपनी भौजाई के पास जा, और उसके साथ देवर का धर्म पूरा करके अपने भाई के लिये सन्तान उत्पन्न कर।”9ओनान तो जानता था कि सन्तान मेरी न ठहरेगी; इसलिए ऐसा हुआ कि जब वह अपनी भौजाई के पास गया, तब उसने भूमि पर वीर्य गिराकर नाश किया, जिससे ऐसा न हो कि उसके भाई के नाम से वंश चले।10यह काम जो उसने किया उससे यहोवा अप्रसन्न हुआ और उसने उसको भी मार डाला।11तब यहूदा ने इस डर के मारे कि कहीं ऐसा न हो कि अपने भाइयों के समान शेला भी मरे, अपनी बहू तामार से कहा, “जब तक मेरा पुत्र शेला सयाना न हो जाए तब तक अपने पिता के घर में विधवा ही बैठी रह।” इसलिए तामार अपने पिता के घर में जाकर रहने लगी।12बहुत समय के बीतने पर यहूदा की पत्नी जो शूआ की बेटी थी, वह मर गई; फिर यहूदा शोक के दिन बीतने पर अपने मित्र हीरा अदुल्लामवासी समेत अपनी भेड़-बकरियों का ऊन कतरनेवालों के पास तिम्नाह को गया।13और तामार को यह समाचार मिला, “तेरा ससुर अपनी भेड़-बकरियों का ऊन कतराने के लिये तिम्नाह को जा रहा है।”14तब उसने यह सोचकर कि शेला सयाना तो हो गया पर मैं उसकी स्त्री नहीं होने पाई; अपना विधवापन का पहरावा उतारा और घूँघट डालकर अपने को ढाँप लिया, और एनैम नगर के फाटक के पास, जो तिम्नाह के मार्ग में है, जा बैठी।15जब यहूदा ने उसको देखा, उसने उसको वेश्या समझा; क्योंकि वह अपना मुँह ढाँपे हुए थी।16वह मार्ग से उसकी ओर फिरा, और उससे कहने लगा, “मुझे अपने पास आने दे,” (क्योंकि उसे यह मालूम न था कि वह उसकी बहू है।) और वह कहने लगी, “यदि मैं तुझे अपने पास आने दूँ, तो तू मुझे क्या देगा?”17उसने कहा, “मैं अपनी बकरियों में से बकरी का एक बच्चा तेरे पास भेज दूँगा।” तब उसने कहा, “भला उसके भेजने तक क्या तू हमारे पास कुछ रेहन रख जाएगा?”18उसने पूछा, “मैं तेरे पास क्या रेहन रख जाऊँ?” उसने कहा, “अपनी मुहर, और बाजूबन्द, और अपने हाथ की छड़ी।” तब उसने उसको वे वस्तुएँ दे दीं, और उसके पास गया, और वह उससे गर्भवती हुई।19तब वह उठकर चली गई, और अपना घूँघट उतारकर अपना विधवापन का पहरावा फिर पहन लिया।20तब यहूदा ने बकरी का बच्चा अपने मित्र उस अदुल्लामवासी के हाथ भेज दिया कि वह रेहन रखी हुई वस्तुएँ उस स्त्री के हाथ से छुड़ा ले आए; पर वह स्त्री उसको न मिली।21तब उसने वहाँ के लोगों से पूछा, “वह देवदासी जो एनैम में मार्ग की एक ओर बैठी थी, कहाँ है?” उन्होंने कहा, “यहाँ तो कोई देवदासी न थी।”22इसलिए उसने यहूदा के पास लौटकर कहा, “मुझे वह नहीं मिली; और उस स्थान के लोगों ने कहा, ‘यहाँ तो कोई देवदासी न थी’।”23तब यहूदा ने कहा, “अच्छा, वह बन्धक उसी के पास रहने दे, नहीं तो हम लोग तुच्छ गिने जाएँगे; देख, मैंने बकरी का यह बच्चा भेज दिया था, पर वह तुझे नहीं मिली।”24लगभग तीन महीने के बाद यहूदा को यह समाचार मिला, “तेरी बहू तामार ने व्यभिचार किया है; वरन् वह व्यभिचार से गर्भवती भी हो गई है।” तब यहूदा ने कहा, “उसको बाहर ले आओ कि वह जलाई जाए।”25जब उसे बाहर निकाला जा रहा था, तब उसने, अपने ससुर के पास यह कहला भेजा, “जिस पुरुष की ये वस्तुएँ हैं, उसी से मैं गर्भवती हूँ,” फिर उसने यह भी कहलाया, “पहचान तो सही कि यह मुहर, और बाजूबन्द, और छड़ी किसकी हैं।”26यहूदा ने उन्हें पहचानकर कहा, “वह तो मुझसे कम दोषी है;* क्योंकि मैंने उसका अपने पुत्र शेला से विवाह न किया।” और उसने उससे फिर कभी प्रसंग न किया।27जब उसके जनने का समय आया, तब यह जान पड़ा कि उसके गर्भ में जुड़वे बच्चे हैं।28और जब वह जनने लगी तब एक बालक का हाथ बाहर आया, और दाई ने लाल सूत लेकर उसके हाथ में यह कहते हुए बाँध दिया, “पहले यही उत्पन्न हुआ।”29जब उसने हाथ समेट लिया, तब उसका भाई उत्पन्न हो गया। तब उस दाई ने कहा, “तू क्यों बरबस निकल आया है?” इसलिए उसका नाम पेरेस रखा गया।30पीछे उसका भाई जिसके हाथ में लाल सूत बन्धा था उत्पन्न हुआ, और उसका नाम जेरह रखा गया।
यह कहानी के एक नया हिस्से को पेश करता है जो कि यहूदा पर केंद्रित है।
हीरा एक मनुष्य का नाम है जो अदुल्लम में रहता था और अदुल्लामवासी उनकी राष्ट्रीयता है।
शुआ एक कनानी स्त्री है जिसने यहूदा से शादी की थी।
यहूदा की पत्नी गर्भवती हुई।
उसके पिता ने उसे एर नाम दिया।
यह यहूदा के पुत्रों के नाम है।
उसका नाम।
यह एक स्थान का नाम है ।
यह यहूदा के एक पुत्र का नाम है।
यहोवा ने देखा की यह दुष्ट है।
यहोवा ने उसको मार डाला क्योंकि वह दुष्ट था इस लिए यहोवा ने उसको मार डाला ।
यह यहूदा के एक पुत्र का नाम है।
उसका ससुराल *उसके और उसकी पत्नी के एक बेटे के मरने से पहले सबसे बड़े भाई की मृत्यु हो जाती है, तो अगला सबसे पुराना भाई शादी करेगा और विधवा के साथ यौन संबंध रखेगा और जब विधवा ने पहले बेटे को जन्म दिया, तो उस बेटे को सबसे बड़े भाई का बेटा माना गया और उसे सबसे बड़े भाई की विरासत प्राप्त होगी।
यहोवा ने देखा कि यह बुराई थी।
यहोवा ने उसे मार डाला क्योंकि उसने जो किया वह बुरा था इसलिए याहवा ने उसे भी मार डाला।
उनके सबसे पुराने बेटे की पत्नी।
वह अपने पिता के घर में रहती है।
यहूदा ने शेमर से शादी करने के लिए तामार के लिए इरादा किया जब शेला, मेरा बेटा बड़ा हो जाएगा, तो वह तुमसे शादी कर सकता है।
यह यहूदा के एक पुत्र का नाम है ।
यहूदा को डर था कि अगर शेला तामार से शादी करता है तो वह भी उसी तरह मर जाएगा जैसे उसके भाइयों ने किया था।
यह एक पुरुष का नाम है ।
जब यहूदा दुखी नहीं तो वह।
तिम्नाह जहाँ उसके पुरुष भेड़ें के बाल काट रहे थे।
यह एक स्थान के नाम हैं।
उसका मित्र हिराम, अदुलम से, उसके साथ गया।
हीरा एक पुरुष का नाम है और "अदुल्लम" गाँव का नाम है जहाँ वह रहता था।
किसी ने तामार को बताया।
यहाँ "देखो" शब्द का उपयोग तमार का ध्यान पाने के लिए किया गया है।
तेरे पति के पिता
जो विधवाएँ पहनती हैं।
एक बहुत पतली सामग्री का कपड़ा है जिसका इस्तेमाल एक स्त्री सिर और चेहरे को ढंकने के लिए करती है।
उसने खुद को कपड़ों में लपेट लिया ताकि लोग उसे पहचान न सकें।
रास्ते में।
यहूदा ने एक पत्नी के रूप में उसे शेला को नहीं दिया था।
क्योंकि उसने अपना सिर ढँक लिया था और वहाँ बैठ गई जहाँ वेश्या अक्सर बैठती थी।
वह सड़क से जहां वह बैठी थी, वहां गया।
मेरे साथ आओ।
जब यहूदा ने तामार को देखा।
उसके बेटे की पत्नी।
मैं अपनी बकरियों में से तेरे पास भेज दूँगा।
एक मुहर एक सिक्के के समान है, जिस पर एक डिजाइन उकेरा गया है, जिसका उपयोग पिघले हुए मोम को छापने के लिए किया जाता है।
वह उसके गर्भवती होने का कारण बना.
एक बहुत पतली सामग्री थी जिसका उपयोग एक स्त्री के सिर और चेहरे को ढंकने के लिए किया जाता था।
कपड़े जो विधवाएँ पहनती हैं।
उसके झुंड से
अदुल्लम एक गाँव का नाम है जहाँ हीराम रहता था।
प्रतिज्ञा वापस लो
स्त्री से
अदुल्लम एक गाँव का नाम है, जहाँ हीराम रहता था।
“आदमीयो में से कुछ जो वहा रहते थे”
देवदासी जो मंदिर में सेवा करती।
यह एक सथान का नाम है।
वरना लोग यह जानकर हम पर हँसेंगे कि क्या हुआ था।
इस वाक्यांश का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
इस वाक्य में कहा जा सकता है कि किसी ने यहूदा से कहा।
तामार आपके सबसे बड़े बेटे की पत्नी।
उसने उसे गर्भवती बना दिया है।
उसे बाहर लाओ
“हम उसे जलाकर मार डालेंगे”
“जब वह उसे बाहर ले आऐ”
उसके पति का पिता।
एक मुहर एक सिक्के के समान है, जिस पर डिजाइन उकेरा गया है, जिसका उपयोग पिघले हुए मोम में एक छाप बनाने के लिए किया जाता है।
यह यहूदा के एक पुत्र का नाम है ।
इस वाक्यांश का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से आरम्भ।
यह वाक्य इस ओर ध्यान लगाता है कि तामार गर्भ में जुड़वाँ बच्चे थे।
यह वाक्या कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना से है।
“एक बच्चे ने अपना हाथ बाहर निकाला“
यह एक स्त्री की मदद करती है जब वह एक बच्चे को जन रही थी।
चमकदार लाल धागा
उसकी कलाई के आसपास।
इस वाक्यांश का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से आरम्भ से है।
यहां "देखना" शब्द हमें उस आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए सचेत करता है जो इस प्रकार है।
यह दूसरे बच्चे को पहले बाहर आते देख दाई को आश्चर्य होता है“ या “तूँ तेजी से पहले बाहर आ गया”
उसने उसका नाम रखा।
यह एक लड़के का नाम है और पेरेस नाम का अर्थ है 'बाहर तोड़ना"
यह एक लड़के का नाम है।
1जब यूसुफ मिस्र में पहुँचाया गया, तब पोतीपर नामक एक मिस्री ने, जो फ़िरौन का हाकिम, और अंगरक्षकों का प्रधान था, उसको इश्माएलियों के हाथ से जो उसे वहाँ ले गए थे, मोल लिया।2यूसुफ अपने मिस्री स्वामी के घर में रहता था, और यहोवा उसके संग था; इसलिए वह भाग्यवान पुरुष हो गया।* (प्रेरि. 7:9)3और यूसुफ के स्वामी ने देखा, कि यहोवा उसके संग रहता है, और जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता है। (प्रेरि. 7:9)4तब उसकी अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई, और वह उसकी सेवा टहल करने के लिये नियुक्त किया गया; फिर उसने उसको अपने घर का अधिकारी बनाकर अपना सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया।5जब से उसने उसको अपने घर का और अपनी सारी सम्पत्ति का अधिकारी बनाया, तब से यहोवा यूसुफ के कारण उस मिस्री के घर पर आशीष देने लगा; और क्या घर में, क्या मैदान में, उसका जो कुछ था, सब पर यहोवा की आशीष होने लगी।6इसलिए उसने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में यहाँ तक छोड़ दिया कि अपने खाने की रोटी को छोड़, वह अपनी सम्पत्ति का हाल कुछ न जानता था। यूसुफ सुन्दर और रूपवान था।7इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ, कि उसके स्वामी की पत्नी ने यूसुफ की ओर आँख लगाई और कहा, “मेरे साथ सो।”8पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, “सुन, जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है; उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता, और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौंप दिया है।9इस घर में मुझसे बड़ा कोई नहीं; और उसने तुझे छोड़, जो उसकी पत्नी है; मुझसे कुछ नहीं रख छोड़ा; इसलिए भला, मैं ऐसी बड़ी दुष्टता करके परमेश्वर का अपराधी क्यों बनूँ?”10और ऐसा हुआ कि वह प्रतिदिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी कि उसके पास लेटे या उसके संग रहे।11एक दिन क्या हुआ कि यूसुफ अपना काम-काज करने के लिये घर में गया, और घर के सेवकों में से कोई भी घर के अन्दर न था।12तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा, “मेरे साथ सो,” पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया।13यह देखकर कि वह अपना वस्त्र मेरे हाथ में छोड़कर बाहर भाग गया,14उस स्त्री ने अपने घर के सेवकों को बुलाकर कहा, “देखो, वह एक इब्री मनुष्य को हमारा तिरस्कार करने के लिये हमारे पास ले आया है।* वह तो मेरे साथ सोने के मतलब से मेरे पास अन्दर आया था और मैं ऊँचे स्वर से चिल्ला उठी।15और मेरी बड़ी चिल्लाहट सुनकर वह अपना वस्त्र मेरे पास छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया।”16और वह उसका वस्त्र उसके स्वामी के घर आने तक अपने पास रखे रही।17तब उसने उससे इस प्रकार की बातें कहीं, “वह इब्री दास जिसको तू हमारे पास ले आया है, वह मुझसे हँसी करने के लिये मेरे पास आया था;18और जब मैं ऊँचे स्वर से चिल्ला उठी, तब वह अपना वस्त्र मेरे पास छोड़कर बाहर भाग गया।”19अपनी पत्नी की ये बातें सुनकर कि तेरे दास ने मुझसे ऐसा-ऐसा काम किया, यूसुफ के स्वामी का कोप भड़का।
“ईश्माऐली यूसफ को मिस्र ले गये”
इसका अर्थ यह है कि यहोवा ने यूसुफ की मदद की और हमेशा उसके साथ रहा।
यहाँ लेखक स्वामी के घर में काम करने की बात करता है जैसे कि वह स्वामी के घर में रह रहा हो। केवल सबसे भरोसेमंद सेवकों को अपने स्वामी के घर में काम करने की अनुमति थी।“वह घर में काम करता था”
यूसुफ अब पोतीपर का दास था।
इसका अर्थ यह है कि स्वामी ने देखा कि कैसे यहोवा यूसुफ की मदद कर रहा था।
“यूसुफ जो करता यहोवा उसे सफल कर देता”
१).यहोवा यूसुफ से खुश था“ या “पोतीपर यूसुफ से प्रसन्न था”
इसका अर्थ है कि वह पोतीपर का निजी सेवक था।
पोतीपर ने अपने घर और सब कुछ जो पोतीपर का था यूसुफ के हाथो में दे दिया।
इसका अर्थ है कि व्यक्ति इसकी देखभाल और सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार है।
इस वाक्यांश का उपयोग यहाँ कहानी के अगले भाग की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
पोतीपर ने यूसुफ को अपने घर और उसकी हर चीज़ के बारे में बताया।
यहाँ यह शब्द का अर्थ उस व्यक्ति या वस्तु के साथ होने वाली अच्छी और लाभकारी चीज़ों से है जो धन्य हो रही है।
यहाँ लेखक उस आशीष की बात करता है जो यहोवा ने दी थी।
पोतीपर का घर और उसकी सभी फसलें और पशुधन
इसका अर्थ है कि व्यक्ति इसकी देखभाल और सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार है।
पोतीपर को केवल यह सोचना था कि वह क्या खाना चाहता है और उसे अपने घर में किसी और चीज के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
लेखक यूसुफ के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी देता है।
दोंनो शब्दो का अर्थ एक है कि वह देखने में सुन्दर और हिम्तवाला था ।
यह वाक्य का प्रयोग यहाँ कहानी में नई घटना बताने के लिये किया गया है ।
यूसुफ ने इन शब्दो का प्रयोग पोतीफर की पत्नी को स्तरक करने के लिऐ किया।
इसका अर्थ है कि व्यक्ति इसकी देखभाल और सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार है।“मेरा स्वामी मुझपर भरोसा रखता है अपने घर की देखभाल के लिऐ”
“जो कुछ उसका है बह कुछ उसने मेरे हाथो में सोंप दिया है“
“मुझे इस घर में किसी और की तुलना में अधिक अधिकार है।“
उसने मुझे तुम्हारे सिवाय सब कुछ दिया है।
यहा यूसुफ एक प्रश्न का उपयोग करता मैं निश्चित रूप से परमेश्वर के खिलाफ ऐसी दुष्ट और पाप नहीं कर सकता।
इसका अर्थ है कि वह यूसुफ से उसके साथ सोने के लिए कहती रही।
उसके पास होने के लिए
यह वाक्य का प्रयोग यहाँ कहानी में नई घटना बताने के लिये किया गया है ।
घर में काम करने वाले सेवकों में से कोई भी घर में नहीं था।
और जलदी घर के बाहर भागा।
यह वाक्यांश का उपयोग कहानी में अगले घटना को चिह्नित करने के लिए यहां किया गया है।
और जल्दी घर के बाहर भागा ।
उसके घर में काम करने वाले पुरुष।
पोतीपर कि पत्नी ने इन शब्दो का प्रयोग सेवको के ध्यान में खींचने के लिये किया।
इधर पोतीपर की पत्नी यूसुफ पर आरोप लगा रही है कि वह उसे पकड़ने और उसके साथ सोने की कोशिश कर रहा था।
“जब उसने मेरा चिल्लाना सुना, वह” वाक्य का उपयोग कहानी में अगले घटना को चिह्नित करने के लिए यहां किया गया है।
यूसुफ का स्वामी( यहाँ यह वाक्य पोतीपर को दर्शाता है।)
उसने इस प्रकार बताया”।
"हम" शब्द पोतीफर ,उनकी पत्नी को दर्शाता है और घर के बाकी हिस्सों को भी शामिल करता है।
“मुझे मूर्ख बनाने के लिए आया था“, “ जहां मैं थी वहां आ गया और मुझे उसके साथ सोने के लिए मजबूर करने की कोशिश की।“
पोतीफर की पत्नी इस वाक्यांश का उपयोग उस खाते की अगली घटना को चिह्नित करने के लिए करती है, जो वह उसे यूसुफ के साथ सोने की कोशिश के बारे में बता रही है।
जलदी घर के बाहर भाग गया।
यह वाक्य का प्रयोग जहा पर कहानी की नई घटना में है।
यूसुफ का स्वामी। “यूसुफ का स्वामी पोतीफर”
अपनी पत्नी की बातें सुन कर उसको।
पोतीपर बहुत क्रोधित हुआ।
वह स्थान जहाँ राजा ने अपने कैदियों को रखा था।
यूसुफ वहीं रहा।
यहोवा यूसुफ के प्रति दयालु था और यहोवा ने यूसुफ की देखभाल की।
इसका अर्थ यह है कि यहोवा ने बन्दीगृह अंगरक्षकों को यूसुफ से प्रसन्न होने का कारण बनाया।
बन्दीगृह का दरोगा।
यहां "हाथ" यूसुफ की शक्ति या विश्वास को दर्शाता है।
यूसुफ ने वहां जो कुछ भी किया,सब उसके हाथो में था।
यह वाक्य दर्शाता कि “यहोवा ने यूसुफ का मार्गदर्शन किया।“
“यूसुफ जो कुछ करता यहोवा उसे सफल करता “
1इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ, कि मिस्र के राजा के पिलानेहारे और पकानेहारे ने अपने स्वामी के विरुद्ध कुछ अपराध किया।2तब फ़िरौन ने अपने उन दोनों हाकिमों, अर्थात् पिलानेहारों के प्रधान, और पकानेहारों के प्रधान पर क्रोधित होकर3उन्हें कैद कराके, अंगरक्षकों के प्रधान के घर के उसी बन्दीगृह में, जहाँ यूसुफ बन्दी था, डलवा दिया।4तब अंगरक्षकों के प्रधान ने उनको यूसुफ के हाथ सौंपा, और वह उनकी सेवा-टहल करने लगा; अतः वे कुछ दिन तक बन्दीगृह में रहे।5मिस्र के राजा का पिलानेहारा और पकानेहारा, जो बन्दीगृह में बन्द थे, उन दोनों ने एक ही रात में, अपने-अपने होनहार के अनुसार, स्वप्न देखा।*6सवेरे जब यूसुफ उनके पास अन्दर गया, तब उन पर उसने जो दृष्टि की, तो क्या देखता है, कि वे उदास हैं।7इसलिए उसने फ़िरौन के उन हाकिमों से, जो उसके साथ उसके स्वामी के घर के बन्दीगृह में थे, पूछा, “आज तुम्हारे मुँह क्यों उदास हैं?”8उन्होंने उससे कहा, “हम दोनों ने स्वप्न देखा है, और उनके फल का बतानेवाला कोई भी नहीं।” यूसुफ ने उनसे कहा, “क्या स्वप्नों का फल कहना परमेश्वर का काम नहीं है? मुझे अपना-अपना स्वप्न बताओ।”9तब पिलानेहारों का प्रधान अपना स्वप्न यूसुफ को यह बताने लगा: “मैंने स्वप्न में देखा, कि मेरे सामने एक दाखलता है;10और उस दाखलता में तीन डालियाँ हैं; और उसमें मानो कलियाँ लगीं हैं, और वे फूलीं और उसके गुच्छों में दाख लगकर पक गई।11और फ़िरौन का कटोरा मेरे हाथ में था; और मैंने उन दाखों को लेकर फ़िरौन के कटोरे में निचोड़ा और कटोरे को फ़िरौन के हाथ में दिया।”12यूसुफ ने उससे कहा, “इसका फल यह है: तीन डालियों का अर्थ तीन दिन हैं13इसलिए अब से तीन दिन के भीतर फ़िरौन तेरा सिर ऊँचा करेगा, और फिर से तेरे पद पर तुझे नियुक्त करेगा, और तू पहले के समान फ़िरौन का पिलानेहारा होकर उसका कटोरा उसके हाथ में फिर दिया करेगा।14अतः जब तेरा भला हो जाए तब मुझे स्मरण करना, और मुझ पर कृपा करके फ़िरौन से मेरी चर्चा चलाना, और इस घर से मुझे छुड़वा देना।15क्योंकि सचमुच इब्रानियों के देश से मुझे चुरा कर लाया गया हैं, और यहाँ भी मैंने कोई ऐसा काम नहीं किया, जिसके कारण मैं इस कारागार में डाला जाऊँ।”16यह देखकर कि उसके स्वप्न का फल अच्छा निकला, पकानेहारों के प्रधान ने यूसुफ से कहा, “मैंने भी स्वप्न देखा है, वह यह है: मैंने देखा कि मेरे सिर पर सफेद रोटी की तीन टोकरियाँ है17और ऊपर की टोकरी में फ़िरौन के लिये सब प्रकार की पकी पकाई वस्तुएँ हैं; और पक्षी मेरे सिर पर की टोकरी में से उन वस्तुओं को खा रहे हैं।”18यूसुफ ने कहा, “इसका फल यह है: तीन टोकरियों का अर्थ तीन दिन है।19अब से तीन दिन के भीतर फ़िरौन तेरा सिर कटवाकर तुझे एक वृक्ष पर टंगवा देगा, और पक्षी तेरे माँस को नोच-नोच कर खाएँगे।”20और तीसरे दिन फ़िरौन का जन्मदिन था, उसने अपने सब कर्मचारियों को भोज दिया, और उनमें से पिलानेहारों के प्रधान, और पकानेहारों के प्रधान दोनों को बन्दीगृह से निकलवाया।21पिलानेहारों के प्रधान को तो पिलानेहारे के पद पर फिर से नियुक्त किया, और वह फ़िरौन के हाथ में कटोरा देने लगा।22पर पकानेहारों के प्रधान को उसने टंगवा दिया, जैसा कि यूसुफ ने उनके स्वप्नों का फल उनसे कहा था।23फिर भी पिलानेहारों के प्रधान ने यूसुफ को स्मरण न रखा; परन्तु उसे भूल गया।*
यह वाक्य का प्रयोग यहाँ कहानी की नई घटना बताने के लिये किया गया है।
यह वह व्यक्ति है जो राजा के पीने को लाया था।
यह एक ऐसा व्यक्ति है जो राजे के लिऐ भोजन बनाता है ।
अपने स्वामी को दुखी।
“पिलानेहारों और पकानेहारों के प्रधान।“
उसने उन्हें उस बन्दीगृह में डाल दिया, जो उस घर में था जो अंगरक्षकों के बन्दीगृह की देखरेख करता था।
राजा ने उन्हें बन्दीगृह में नहीं डाला, बल्कि उन्हें कैद में रखने की आज्ञा दी।
यह वह बन्दीगृह थी जँहा यूसुफ था और जँहा पोतीपर ने यूसुफ को डलवा दिया था
वह लंबे समय तक बन्दीगृह में रहा।
यूसुफ साक़ी के और रोटी बनाने वाले के पास गया ।
वह आश्चर्यचकित था कि वो लोग उदास थे।
यह साक़ी के और रोटी बनाने वाले के बारे में है।
उसके मालिक का घर बन्दीगृह में है।
परमेश्वर है जो सपनों का अर्थ बता सकता है।
यूसुफ ने उसे पूछा उसे अपना स्वप्न बताओ ।
यह सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जो राजा के लिए पीने को लाता है।
मेरे सपने में, मैंने अपने सामने एक बेल देखी थी यहां "देखा" शब्द का उपयोग यह दिखाने के लिए कि उसने अपने सपने में जो कुछ देखा उससे वह आश्चर्यचकित था और यूसुफ को ध्यान देने के लिए सचेत किया।
मैंने अपने सपने में सामने एक बेल देखी थी।
इसका अर्थ है कि उसने उनमें से रस निचोड़ लिया।
यहाँ सपने का अर्थ क्या है।
तीन डालियों तीन दिनों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
तीन से ज्यादा दिन में।
यहाँ यूसुफ ने फिरौन को बन्दीगृह से पिलानेहारा को रिहा करने की बात कही और फिरौन उसे सिर उठाने के लिए प्रेरित कर रहा था और कहा आपको बन्दीगृह से रिहा कर देंगे।
तुझे तेरा काम वापस दिया जाऐगा।
ठीक वैसे ही तुम पहले के समान किया।
और कृपया मुझ पर मेहरबान रहें।
यूसुफ का अर्थ है कि पिलानेहारों के लिए “फिरौन को मेरे बारे में बताना ताकि फिरौन बन्दीगृह से निकलने में मेरी मदद करो"
वास्तव में इश्माएलियों ने मुझे लिया।
वह भूमि जहाँ इब्रानियों लोग रहते हैं।
यहाँ भी मैंने कुछ नहीं किया है कि वे मुझे इस कालकोठरी में डाल दें।
यह उस पुरुष को दर्शाता है जिसने राजा के लिए भोजन बनाता था।
“मैंने भी स्वप्न देखा है और मेरे स्वप्न में "
यहां यह दिखाने के लिए किया कि वह अपने सपने में जो कुछ देखा उससे हैरान था और यूसुफ को ध्यान देने के लिए सचेत किया।“यहा रोटी की तीन टोकरीया मेरे सर पे थी”
फिरौन के लिए भोजन था।
सपने का अर्थ ये है।
तीन टोकरीयाँ तीन दिनों को दर्शाती हैं।
अपनी गर्दन के चारों और एक रस्सी डालने के लिए अपना सिर ऊपर उठाएंगे और इसे काटने के लिए अपना सिर ऊपर उठाएंगे।
यहां "नोच " का शाब्दिक अर्थ है किसी व्यक्ति के शरीर का मांस ।
यहा वाक्यांश का उपयोग यहां कहानी में एक नई घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
उनके पास एक दावत थी।
यह वह अग्रणी पुरुष था जिसने राजा को पेय तैयार किया और परोसा।
यह वह अग्रणी पुरुष था जो राजा के लिऐ भोजन बनता था।
उन्होंने पिलानेहारों के प्रधान को अपनी पद वापस दे दी।
“लेकिन उसने पकानेहारों के प्रधान को फांसी देने की आज्ञा दी।“
“जैसा यूसुफ के कहा था कि होगा, जब उसने दो पुरषो के सपनो का अनुवाद किया”
1पूरे दो वर्ष के बीतने पर फ़िरौन ने यह स्वप्न देखा कि वह नील नदी के किनारे खड़ा है।2और उस नदी में से सात सुन्दर और मोटी-मोटी गायें निकलकर कछार की घास चरने लगीं।3और, क्या देखा कि उनके पीछे और सात गायें, जो कुरूप और दुर्बल हैं, नदी से निकलीं; और दूसरी गायों के निकट नदी के तट पर जा खड़ी हुईं।4तब ये कुरूप और दुर्बल गायें उन सात सुन्दर और मोटी-मोटी गायों को खा गईं। तब फ़िरौन जाग उठा।5और वह फिर सो गया और दूसरा स्वप्न देखा कि एक डंठल में से सात मोटी और अच्छी-अच्छी बालें निकलीं।6और, क्या देखा कि उनके पीछे सात बालें पतली और पुरवाई से मुरझाई हुई निकलीं।7और इन पतली बालों ने उन सातों मोटी और अन्न से भरी हुई बालों को निगल लिया। तब फ़िरौन जागा, और उसे मालूम हुआ कि यह स्वप्न ही था।8भोर को फ़िरौन का मन व्याकुल हुआ;* और उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों, और पंडितों को बुलवा भेजा; और उनको अपने स्वप्न बताए; पर उनमें से कोई भी उनका फल फ़िरौन को न बता सका।
यह वाक्य यहाँ प्रयोग किया जाता है कहानी के एक नए भाग की शुरुआत के निशान. यदि आपकी भाषा ऐसा करने के लिए एक तरीका है, तो आप इसे यहाँ का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
दो वर्ष बीत गए जब यूसुफ ने फिरौन के साक़ी और भोजन बनाने वालों के सपनों की सही व्याख्या की, जो यूसुफ के साथ जेल में थे।
शब्द ["देखो]" यहाँ बड़ी कहानी में एक और घटना की शुरुआत के निशान है ओर आपकी भाषा में ऐसा करने का एक तरीका हो सकता है।
फिरौन खड़ा था।
अचानक." शब्द ["देखो] यहाँ से पता चलता है कि फिरौन वहा क्या देख के हैरान था।
स्वस्थ और मोटा
नदी के किनारे घास खा रहे थी।
लंबे, पतले घास जो गीले क्षेत्रों में उगते हैं।
यहाँ "देखा" शब्द से पता चलता है कि फिरौन ने जो देखा उससे वह फिर से आश्चर्यचकित हो गया।
बीमार और पतला
“नदी के किनारे।
कमजोर और पतला
स्वस्थ और सेहतमंद।
जागृत
शब्द "दूसरा" एक क्रमिक संख्या है।
यहाँ "देखा" शब्द से पता चलता है कि फिरौन ने जो देखा उससे वह आश्चर्यचकित था।
मकई सिर के पौधे के हिस्से हैं जिन पर यह बीज उगते हैं।
"एक तने पर बड़ा हुआ।" डंठल किसी पौधे का मोटा या लंबा हिस्सा होता है।
एक स्टॉक स्वस्थ और सुंदर बाले निकली।
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। की "पूर्व से गर्म हवा के कारण पतले और जल हुई निकली थी।
पूर्व की ओर से हवा रेगिस्तान से उडी। पूर्वी हवा की गर्मी अक्सर बहुत विनाशकारी होती थी।
विकसित।
शब्द "अनाज" को समझा जाता है। एटी: "अनाज के पतले सिर।
"निगल।" फिरौन का सपना है कि अस्वास्थ्यकर मकई स्वस्थ मकई खा सकता है जैसे कोई व्यक्ति भोजन करता है।
स्वस्थ और अच्छे सिर।
जागा।
यहाँ "मालूम" शब्द से पता चलता है कि फिरौन ने जो कुछ देखा था, उससे हैरान था।
"वह सपने देख रहा था।
इस वाक्या का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं
यहाँ शब्द ["मन] अपने भीतर जा रहा है या उसकी भावनाओं को संदर्भित करता है. पर: "वह अपके भीतर जा रहा है "वह परेशान था।
उसने अपने सेवकों को बुलाने के लिए भेजा।।
प्राचीन राजाओं और शासकों सलाहकार के रूप में ज्योतिषियों, और पंडितों का बुलावा भेजा।
सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जो राजा को पेय देता था
"आज" शब्द का उपयोग जोर देने के लिए किया जाता है। उसके "अपराध" यह है कि उसे फिरौन यह सब पहले बताना चाहिए था लेकिन उसने नहीं बताया।
पिलानेहार फिरौन को किसी तीसरे व्यक्ति के रूप में सम्भोदित कर रहा था, यह किसी बड़े व्यक्ति से बात करने का सामान्य तरीका था।
यहाँ "उसका" फिरौन को संदर्भित करता है। यहां "सेवक" कपकपाती और मुख्य रेटीवाले को संदर्भित करता है।
पकानेहारों और मुझे उस जेल में रखो जहां अंगरक्षकों के प्रधान था। "यहां" घर "जेल को संदर्भित करता है।
शाही पहरेदारों के सिपाही।
बसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जिसने राजा के लिए भोजन बनाया।
एक रात हम दोनों के सपने देखे।
मुख्य पिलानेहार फिरौन से बात करना जारी रखता है
"जेल में मुख्य पकानेहार मेरे साथ था।
पहरेदारों का सिपाही।
हमने उसे अपने सपने बताए और उसने हमें उनके अर्थ समझाए।
”उन्होंने समझाया कि हम दोनों के साथ क्या होने वाला था,
इस वाक्यांश का उपयोग यहाँ कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
उसने सपनों के बारे में जो बताया वह बाद में हुआ भी।
आपने मुझे मेरे पद पर फिर लौटने की अनुमति दी।
भोजन बनाने वालों का मुखिया
आपने अपने सैनिकों को फांसी देने का आदेश दिया।
"फिरौन ने यूसुफ को बूलाने के लिए अपने सेवक को भेजा।“
“जेल से बाहर।“
फिरौन से सामने जाने की तैयारी करते समय चेहरे और सिर के बालों को शेव करना आम बात थी।
"फिरौन से सामने गया था“
कोई भी इसका अर्थ नहीं समझा सकता है
“तू इसका अर्थ बता सकता है”
“मैं वो नहीं हूँ जो अर्थ समझा सकता हूं।
परमेश्वर फिरौन के कृपापूर्वक उत्तर देगा।
फिरौन यूसुफ को आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए "किनारे" शब्द का उपयोग करता है।
यह नील नदी के किनारे का ऊंचा मैदान है।
फिरौन यूसुफ को आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए " देखा" शब्द का उपयोग करता है।
“अच्छी तरह से खिलाई हुई और स्वस्थ थी“
नदी के किनारे घास खा रहे थी।
फिरौन यूसुफ को आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए "देखा" शब्द का उपयोग करता है।
कमजोर, और पतली।
ऐसी बदसूरत गायें "या" ऐसी बेकार दिखने वाली गायें।
जिनहे अच्छी तरह से खिलाया गया है।
“कोई भी यह बताने में सक्षम नहीं होगा कि पतली गायों ने मोटी गायों को खाया था।
फिरौन ने यूसुफ को अपने सपनों को बताना जारी रखा।
यह फिरौन का अगला सपना शुरू होता है जब वह जाग गया और सोने के लिए वापस चला गया। तब: "फिर मैंने फिर से सपना देखा।“
फिरौन यूसुफ को आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए "देखता" शब्द का उपयोग करता है।
अनाज के सात बालें है।
एक तने पर बड़ा हुआ।" डंठल किसी पौधे का मोटा या लंबा हिस्सा होता है।
फिरौन यूसुफ को आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए "देखता" शब्द का उपयोग करता है।
"जो पूर्व की ओर से गर्म हवा के कारण मुरझाए हुए, पतले और झुलसे हुए थी।
“सड़ी हुई”
“ऊजाड़ से बहती हुई पुरवी हवा।पूरवी हवा की गर्मी फसलो के लिऐ अकसर खतरनाक होती है”
"बड़ा हुआ
"अनाज के पतले बालें।
निगल।" फिरौन का सपना है कि अस्वास्थ्य मकई स्वस्थ मकई खा सकता है जैसे कोई व्यक्ति भोजन करता है
एक भी ऐसा नहीं था जो "या" उनमें से कोई भी नहीं कर सकता था।
दोनों सपनों का मतलब एक ही है
यूसुफ फ़राओ में तीसरे व्यक्ति से बात करता है। यह सम्मान दिखाने का एक तरीका है। यह दूसरे व्यक्ति में कहा जा सकता है। “परमेशवर आप को दिखा रहा है जो वह जलद ही करने वाला है”
शब्द "अनाज" को समझा जाता है। "अनाज के सात अच्छे बालें है।“
यूसुफ ने फिरौन के सपनों की अपनी व्याख्या जारी रखी।
पतली और कमजोर गायें।
पूर्व की ओर से गर्म हवा के कारण अनाज के सात पतले बालें झुलस गए।
“जैसा मैने बताया वैसा ही होगा… तुझको मैंने बताया फिरोन”
“उसने उसको बताया”
“जो मैं कह रहा हू उस पर ध्यान दो”
“मिस्र की धरती पे सात साल बहुतायत से आनाज होगा”
यूसुफ ने फिरौन के सपनों की अपनी व्याख्या जारी रखी।
यह सात साल के अकाल के बारे में बात करता है जैसे कि वे कुछ हैं जो यात्रा करते हैं और एक जगह पर आते हैं “सात साल ऐसे होंगे जिनमें बहुत कम आनाज होगा”
जोसेफ अपने महत्व पर जोर देने के लिए दो तरीकों से एक विचार व्यक्त करता है।
"मिस्र के लोग उन वर्षों के बारे में भूल जाएंगे जिनमें बहुत भोजन था।
यहां "देश" मिट्टी, लोगों और पूरे देश को संदर्भित करता है।
“अकाल के समय के कारण जो बाद में होगा।“
भगवान ने आपको यह दिखाने के लिए दो सपने दिए कि वह निश्चित रूप से इन चीजों को होने देगा।
यूसुफ ने फिरौन की सलाह जारी रखी।
इसका मतलब "इस समय," नहीं है लेकिन इसका उपयोग महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है
यूसुफ फ़िरौन से तीसरे व्यक्ति में बात करता है। यह सम्मान दिखाने का एक तरीका है। यह दूसरे व्यक्ति में कहा जा सकता है। “तुमहे, फिरोन, ध्यान देना चाहीऐ”
उसे मिस्र राज्य पर प्रधानमंत्री ठहराए।
यहां "भूमि" सभी लोगों और मिस्र में सब कुछ के लिए है।
"पंचम" शब्द एक अंश है। "उन्हें मिस्र की फसलों को पांच बराबर भागों में विभाजित किया फिर उन हिस्सों में से एक को लें लिया।
सात वर्षों के दौरान जिसमें भरपूर भोजन था।
यूसुफ ने फिरौन की सलाह जारी रखी।
भोजनवस्तु को इकट्ठा करे।
यह वर्षों की बात करता है जैसे कि कुछ हैं जो यात्रा करते हैं और एक जगह पर आते हैं। पर "अच्छे वर्षों के दौरान जो जल्द ही होगा“
वाक्या "फिरौन के अधिकार के तहत" का अर्थ है फिरौन उन्हें अधिकार देता है। एटी: "अनाज को स्टोर करने के लिए फिरौन के अधिकार का उपयोग करें।“
भोजनवस्तु की रक्षा के लिए सैनिकों को वहां छोड़ देना चाहिए
यहां "देश" लोगों को संदर्भित करती है। कि: "यह भोजन लोगो के लिए होगा।
इस तरह लोग अकाल के दौरान भूखे नहीं रहेंगे।
फिरौन और उसके कर्मचारियों ने सोचा कि यह एक अच्छी योजना है।
इसका मतलब है फिरौन के अधिकारी।
यहां यूसुफ की बात की गई है
जिस में परमेश्वर का आत्मा रहता है।
कोई और निर्णय लेने में उतना सक्षम नहीं है
आप मेरे महल में सभी के अधिकारी होंगा।
"आप मेरे लोगों पर शासन करेंगे और वे वही करेंगे जो आप उने करने को कहेगे।“
यहाँ "राजगद्दी" राजा के रूप में फिरौन के शासन के लिए खड़ा है।
"सुन, मैंने तुम्हें अधिकारी ठहराया है।
वह वाक्य “तुमको अधिकारी ठहराया" अधिकार देने का मतलब है। यहां "भूमि" लोगों को संदर्भित करती है।
इन सभी कार्यों का प्रतीक है कि फिरौन यूसुफ को वह सब कुछ करने का अधिकार दे रहा है जो कि यूसुफ ने योजना बनाई थी।
इस अंगूठी में फिरौन की मुहर लगी हुई थी। इससे यूसुफ को अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक अधिकार और धन मिल गया
"लिनन" नीले-फूल वाले सन प्लांट से बना एक चिकना, मजबूत कपड़ा है।
यह वाक्य लोगों को स्पष्ट करता है कि यूसुफ फिरौन के बाद दूसरे स्थान पर है।
"झुक कर यूसुफ का सम्मान करो।" घुटने मोड़ना और झुकना सम्मान का संकेत था।
मैंने आपको मिस्र में सभी पर प्रधानमंत्री ठहराया है।
फिरौन अपने अधिकार पर जोर दे रहा है.
मिस्र में कोई भी व्यक्ति आपकी अनुमति के बिना कुछ नहीं करेगा "या" मिस्र के प्रत्येक व्यक्ति को कुछ भी करने से पहले आपकी अनुमति लेनी होगी।
यहां "पुरुष" सामान्य रूप से किसी भी व्यक्ति को संदर्भित करता है, चाहे वह पुरुष हो या महिला।
ज़ेफनाथ पनाह नाम का अर्थ है "रहस्यों का खुलासा करनेवाला।
मिस्र में याजक पोतीपेरा और सबसे विशेषाधिकार प्राप्त जाति थे। यह विवाह यूसुफ के सम्मान और विशेषाधिकार का स्थान दर्शाता है।
आसना एक महिला का नाम है। फिरौन ने यूसुफ को अपनी पत्नी के रूप में दिया
पोतीपेरा ”असनात के पिता था।
एक शहर है, जिसे हेलियोपोलिस भी कहा जाता है, जो "सूर्य का शहर" था और सूर्य देव रा की पूजा का केंद्र था
यूसुफ ने आने वाले सूखे की तैयारियों की निगरानी के लिए भूमि पर यात्रा की।
30 साल का था।
"जब उसने फिरौन की सेवा करना शुरू किया।
यूसुफ देश का निरीक्षण कर रहा है क्योंकि वह अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए तैयार है।
सात अच्छे वर्षों के दौरान।
भूमि ने बड़ी फसल का उत्पादन किया।
यूसुफ ने अपने सेवकों को इकट्ठा करने का आदेश दिया ... उन्होंने आदेश दिया।
यूसुफ ने जो अनाज जमा किया था वह समुद्र के किनारे की रेत की तरह भरपूर था।
यहां "यूसुफ" और "वह" यूसुफ के सेवकों के लिए खड़े हैं।
अकाल शुरू होने के सात साल पहले
आसनत ”उस स्त्री का नाम है जिसे फिरौन ने यूसुफ को अपनी पत्नी के रूप में दिया था
पोतीपेरा" आसनत के पिता हैं
एक शहर है, जिसे हेलियोपोलिस भी कहा जाता है, जो "सूर्य का शहर" था और सूर्य देव रा की पूजा का केंद्र था।
'मनश्शे' नाम का अर्थ है 'भूलने का कारण।
यह यूसुफ के पिता यकूब और उनके परिवार को संदर्भित करता है।
'एप्रैम' नाम का अर्थ 'फलदायी' या 'बच्चे पैदा करना' है।
यहाँ "फलदायी" का अर्थ है सफल होना या बच्चे पैदा करना।
"इस भूमि में जहाँ मुझे नुकसान हुआ है।
कनान की भूमि सहित मिस्र से परे सभी देशों में।
यह निहित है कि सात अच्छे वर्षों के दौरान यूसुफ ने अपने लोगों को भोजन का भंडारण करने की आज्ञा के कारण अन्न दिया था
“जब सारे मिस्रवासी भूख से मर रहे थे।
अकाल पूरे देश में फैल गया था
“यूसुफ के पास उसके नौकर थे जो सभी भण्डार खोलते थे और मिस्रियों को अनाज बेचते थे“
लोग सभी आसपास के क्षेत्रों से मिस्र आ रहे थे।
पूरे देश में।" यह संभावना है कि सूखे से प्रभावित मिस्र के व्यापारिक मार्गों के हिस्से वाले सभी अलग-अलग व्यापारिक भागीदार और राष्ट्र मिस्र से अनाज के लिए आए थे।
1जब याकूब ने सुना कि मिस्र में अन्न है, तब उसने अपने पुत्रों से कहा, “तुम एक दूसरे का मुँह क्यों देख रहे हो।”2फिर उसने कहा, “मैंने सुना है कि मिस्र में अन्न है; इसलिए तुम लोग वहाँ जाकर हमारे लिये अन्न मोल ले आओ, जिससे हम न मरें, वरन् जीवित रहें।” (प्रेरि. 7:12)3अतः यूसुफ के दस भाई अन्न मोल लेने के लिये मिस्र को गए।4पर यूसुफ के भाई बिन्यामीन को याकूब ने यह सोचकर भाइयों के साथ न भेजा* कि कहीं ऐसा न हो कि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े।5इस प्रकार जो लोग अन्न मोल लेने आए उनके साथ इस्राएल के पुत्र भी आए; क्योंकि कनान देश में भी भारी अकाल था। (प्रेरि. 7:11)6यूसुफ तो मिस्र देश का अधिकारी था, और उस देश के सब लोगों के हाथ वही अन्न बेचता था; इसलिए जब यूसुफ के भाई आए तब भूमि पर मुँह के बल गिरकर उसको दण्डवत् किया।7उनको देखकर यूसुफ ने पहचान तो लिया, परन्तु उनके सामने भोला बनकर कठोरता के साथ उनसे पूछा, “तुम कहाँ से आते हो?” उन्होंने कहा, “हम तो कनान देश से अन्न मोल लेने के लिये आए हैं।”8यूसुफ ने अपने भाइयों को पहचान लिया, परन्तु उन्होंने उसको न पहचाना।9तब यूसुफ अपने उन स्वप्नों को स्मरण करके जो उसने उनके विषय में देखे थे, उनसे कहने लगा, “तुम भेदिये हो; इस देश की दुर्दशा को देखने के लिये आए हो।”10उन्होंने उससे कहा, “नहीं, नहीं, हे प्रभु, तेरे दास भोजनवस्तु मोल लेने के लिये आए हैं।11हम सब एक ही पिता के पुत्र हैं, हम सीधे मनुष्य हैं, तेरे दास भेदिये नहीं।”12उसने उनसे कहा, “नहीं नहीं, तुम इस देश की दुर्दशा देखने ही को आए हो।”13उन्होंने कहा, “हम तेरे दास बारह भाई हैं, और कनान देशवासी एक ही पुरुष के पुत्र हैं, और छोटा इस समय हमारे पिता के पास है, और एक जाता रहा।”14तब यूसुफ ने उनसे कहा, “मैंने तो तुम से कह दिया, कि तुम भेदिये हो;15अतः इसी रीति से तुम परखे जाओगे, फ़िरौन के जीवन की शपथ, जब तक तुम्हारा छोटा भाई यहाँ न आए तब तक तुम यहाँ से न निकलने पाओगे।16इसलिए अपने में से एक को भेज दो कि वह तुम्हारे भाई को ले आए, और तुम लोग बन्दी रहोगे; इस प्रकार तुम्हारी बातें परखी जाएँगी कि तुम में सच्चाई है कि नहीं। यदि सच्चे न ठहरे तब तो फ़िरौन के जीवन की शपथ तुम निश्चय ही भेदिये समझे जाओगे।”17तब उसने उनको तीन दिन तक बन्दीगृह में रखा।18तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा, “एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ;*19यदि तुम सीधे मनुष्य हो, तो तुम सब भाइयों में से एक जन इस बन्दीगृह में बँधुआ रहे; और तुम अपने घरवालों की भूख मिटाने के लिये अन्न ले जाओ।20और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ; इस प्रकार तुम्हारी बातें सच्ची ठहरेंगी, और तुम मार डाले न जाओगे।” तब उन्होंने वैसा ही किया।21उन्होंने आपस में कहा, “निःसन्देह हम अपने भाई के विषय में दोषी हैं, क्योंकि जब उसने हम से गिड़गिड़ाकर विनती की, तब भी हमने यह देखकर, कि उसका जीवन कैसे संकट में पड़ा है, उसकी न सुनी; इसी कारण हम भी अब इस संकट में पड़े हैं।”22रूबेन ने उनसे कहा, “क्या मैंने तुम से न कहा था कि लड़के के अपराधी मत बनो? परन्तु तुमने न सुना। देखो, अब उसके लहू का बदला लिया जाता है।”23यूसुफ की और उनकी बातचीत जो एक दुभाषिया के द्वारा होती थी; इससे उनको मालूम न हुआ कि वह उनकी बोली समझता है।24तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा; फिर उनके पास लौटकर और उनसे बातचीत करके उनमें से शिमोन को छाँट निकाला और उसके सामने बन्दी बना लिया।
शब्द "जब" कहानी का एक नया हिस्सा है।
याकूब अनाज के बारे में कुछ नहीं करने के लिए अपने बेटों को डांटने के लिए एक सवाल का उपयोग करता है। : "बस यहाँ मत बैठो।
कनान से मिस्र जाने के बारे में बात करना आम था, क्योंकि "नीचे" जा रहा था।
"मिस्र में अनाज बेचने वालों से
बिन्यामीन और यूसुफ के पिता और माता एक ही थे। याकूब राहेल के आखिरी बेटे को भेजने का जोखिम नहीं उठाना चाहता था।
इस्राएल के पुत्र अन्य लोगों के साथ अनाज लेकर मिस्र चले गए।
अब "यूसुफ के बारे में जानकारी की पृष्ठभूमि से कहानी में परिवर्तन होता है।
यहां "भूमि" मिस्र को संदर्भित करती है।
अनाज खरीदने के लिए आए सभी देशों के सभी लोग।
यहां "आया" का अनुवाद "गया" के रूप में किया जा सकता है
यह सम्मान दिखाने का एक तरीका था।
जब यूसुफ ने अपने भाइयों को देखा, तो उसने उन्हें पहचान लिया।
उसने अभिनय किया जैसे वह उनका भाई नहीं था "या" उसने उन्हें यह पता नहीं चलने दिया कि वह उनका भाई है ।
यूसुफ का जवाब जानने के बावजूद यह कोई बयानबाजी नहीं थी। अपने भाइयों से अपनी पहचान बनाए रखना उनकी पसंद का हिस्सा था
जासूस वे लोग होते हैं जो गुप्त रूप से एक देश के बारे में दूसरे देश की मदद करने के लिए जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
कहां पता चला कि हम अपनी जमीन की रखवाली नहीं कर रहे हैं ताकि आप हम पर हमला कर सकें
यह उन्हें सम्मानित करने के लिए किसी को संदर्भित करने का एक तरीका है।
हम, आपके सेवक, "या" दास हैं।
यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा।
नहीं, आप यह पता लगाने आए हैं कि हम कहाँ अपनी जमीन की रखवाली नहीं कर रहे हैं ताकि आप हम पर हमला कर सकें।
12 भाई।
हमारी बात सुनो, हमारा,छोटा भाई।
अभी हमारा सबसे छोटा भाई हमारे पिता के साथ है।
“जैसे मैंने पहले ही कहा था, तुम जासूस हो।
इस प्रकार मैं तुम्हारी परीक्षा लूंगा।
मैं फिरौन के जीवन की कसम खाता हूँ।
अपने भाई को पाने के लिए आप में से किसी एक को चुनें कि वे उसे ले आए।
बाकी तुम जेल में रहोगे।
ताकि मुझे पता चल सके कि क्या तुम सच कह रहे हो।
जेल में।
दूसरे दिन के बाद।
अगर तुम वही करोगे जो मैं कहता हूँ, तो मैं तुम्हें जीने दूँगा।
लेकिन बाकी तुम जाओ।
अपने एक भाई को यहाँ जेल में छोड़ दो।
लेकिन बाकी तुम जाओ।
इस अकाल के दौरान अपने परिवार की मदद करने के लिए अनाज घर ले जाएं।
इसलिए मैं जानता हूं कि तुम जो कहते हो वह सच है।
इसका तात्पर्य यह है कि जोसेफ ने अपने सैनिकों को भाइयों को मार डाला होता अगर उन्हें पता चलता कि वे जासूस हैं।
क्योंकि हमने देखा कि यूसुफ कितना व्यथित था।
इसी कारण अब हम इस तरह से पीड़ित हैं।
मैंने तुमसे कहा था कि लड़के को चोट मत पहुंचाओ, लेकिन तुम नहीं सुनी।
मैंने आपको लड़के को नुकसान ना पहुंचाने के लिए कहा।
यहां "अब" का अर्थ "इस समय" नहीं है, लेकिन "अब" और ""देखो का उपयोग उस महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है जो इस प्रकार है।
हम उसकी मौत के लायक हो रहे हैं।
यह मुख्य कथान से लेकर पृष्ठभूमि की जानकारी तक है, जो बताता है कि भाइयों ने सोचा कि यूसुफ उन्हें क्यों नहीं समझ सकता।
यह निहित है कि यूसुफ रोया था क्योंकि वह यह सुनकर भावुक हो गया था कि उसके भाइयों ने क्या कहा था।
यूसुफ अभी भी एक अलग भाषा बोल रहा था और अपने भाइयों से बात करने के लिए दुभाषिया का उपयोग कर रहा
उसे देखा से बन्दी बना लिया।
उनहे वे सब दिया जिनकी उन्हें आवश्यकता थी।
सेवक ने उनके लिए वह सब कुछ किया जो यूसुफ ने करने की आज्ञा दी थी।
जब वे रात के लिए एक स्थान पर रुक गए, तो भाइयों में से एक ने अपने गधे के लिए भोजन प्राप्त करने के लिए अपनी बोरी खोली। बोरी में उसने अपना पैसा देखा।
यहां "देखो; शब्द हमें उस आश्चर्यजनक जानकारी पर ध्यान देने के लिए सचेत करता है जो इस प्रकार है।
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है।कि किसी ने मेरे पैसे वापस कर दिए हैं।
मेरी बोरी में देखो।
यहा डरने की बात की जाती है जैसे कि उनका दिल डूब गया हो। या वे बहुत भयभीत हो गए।
मिस्र का स्वामी
कठोरता से बोला।
जासूस वे लोग होते हैं जो गुप्त रूप से एक देश के बारे में दूसरे देश की मदद करने के लिए जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "हमने उनसे कहा कि हम ईमानदार आदमी हैं और जासूस नहीं हैं। हमने कहा कि हम बारह भाई हैं, हमारे पिता के बेटे हैं, और एक भाई अब जीवित नहीं है ... कनान देश
"भाई" शब्द समझा जाता है। कि: "एक भाई अब जीवित नहीं है
यहा ''भाई'' शब्द एस बात को दरशाता ।कि : "सबसे छोटा भाई अभी हमारे पिता के साथ है।
मिस्र का स्वामी।
यहां "घरवालो" का अर्थ "परिवार" है। कि: "अकाल के दौरान अपने घरवालों की मदद करने के लिए अनाज लें याओ।
घर जाओ।
और मैं तुमहे इस देश को मे लेन-देन करने कीअनुमति दूंगा।
इस वाक्य का उपयोग यहाँ कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
उनके आश्चर्य के लिए। "यहाँ"देखा "शब्द से पता चलता है कि भाइयों ने जो देखा उससे वे आश्चर्यचकित थे।
तुमने मुझे मेरे बच्चों से वंचित किया है।
“इन सब बातों ने मुझे चोट दी है।
यह रूबेन के लिए एक अनुरोध है कि वह यूसुफ को अपने साथ ले जाए और यात्रा पर उसकी देखभाल करे।
वाक्यांश का उपयोग करना आम था "नीचे जाना" कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय। कि;मेरा बेटा, बिन्यामीन आपके साथ मिस्र नहीं जाएगा।
यहाँ "तूम्हारे" बहुवचन है और याकूब के बड़े बेटों को संदर्भित करता है।
पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है। कि: "मेरी पत्नी, राहेल के , केवल दो बच्चे थे। यूसुफ मर चुका है और बेंजामिन ही बचा है
जब आप मिस्र को वापस यात्रा करते हैं।
"नीचे लाने के लिए ... शोक के लिए" यह कहने का तरीका है कि वे उसे मरने और शोक में जाने का कारण बनेंगे। वह "नीचे" शब्द का उपयोग करता है क्योंकि यह आमतौर पर माना जाता था कि शोर कहीं भूमिगत है। कि: "तो तुम मुझे, एक बूढ़े आदमी को दुःख के कारण मरोगे।"
यह यकुब के लिए लि है और उसके बुढ़ापे पर जोर देता है।
1कनान देश में अकाल और भी भयंकर होता गया।2जब वह अन्न जो वे मिस्र से ले आए थे, समाप्त हो गया तब उनके पिता ने उनसे कहा, “फिर जाकर हमारे लिये थोड़ी सी भोजनवस्तु मोल ले आओ।”3तब यहूदा ने उससे कहा, “उस पुरुष ने हमको चेतावनी देकर कहा, ‘यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न आए, तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे।’4इसलिए यदि तू हमारे भाई को हमारे संग भेजे, तब तो हम जाकर तेरे लिये भोजनवस्तु मोल ले आएँगे;5परन्तु यदि तू उसको न भेजे, तो हम न जाएँगे, क्योंकि उस पुरुष ने हम से कहा, ‘यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न हो, तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे’।”6तब इस्राएल ने कहा, “तुम ने उस पुरुष को यह बताकर कि हमारा एक और भाई है, क्यों मुझसे बुरा बर्ताव किया?”7उन्होंने कहा, “जब उस पुरुष ने हमारी और हमारे कुटुम्बियों की स्थिति के विषय में इस रीति पूछा, ‘क्या तुम्हारा पिता अब तक जीवित है? क्या तुम्हारे कोई और भाई भी है?’ तब हमने इन प्रश्नों के अनुसार उससे वर्णन किया; फिर हम क्या जानते थे कि वह कहेगा, ‘अपने भाई को यहाँ ले आओ’।”8फिर यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “उस लड़के को मेरे संग भेज दे, कि हम चले जाएँ; इससे हम, और तू, और हमारे बाल-बच्चे मरने न पाएँगे, वरन् जीवित रहेंगे।9मैं उसका जामिन होता हूँ; मेरे ही हाथ से तू उसको वापस लेना। यदि मैं उसको तेरे पास पहुँचाकर सामने न खड़ा कर दूँ, तब तो मैं सदा के लिये तेरा अपराधी ठहरूँगा।10यदि हम लोग विलम्ब न करते, तो अब तक दूसरी बार लौट आते।”11तब उनके पिता इस्राएल ने उनसे कहा, “यदि सचमुच ऐसी ही बात है, तो यह करो; इस देश की उत्तम-उत्तम वस्तुओं में से कुछ-कुछ अपने बोरों में उस पुरुष के लिये भेंट ले जाओ: जैसे थोड़ा सा बलसान, और थोड़ा सा मधु, और कुछ सुगन्ध-द्रव्य, और गन्धरस, पिस्ते, और बादाम।12फिर अपने-अपने साथ दूना रुपया ले जाओ; और जो रुपया तुम्हारे बोरों के मुँह पर रखकर लौटा दिया गया था, उसको भी लेते जाओ; कदाचित् यह भूल से हुआ हो।13अपने भाई को भी संग लेकर उस पुरुष के पास फिर जाओ,14और सर्वशक्तिमान परमेश्वर उस पुरुष को तुम पर दया करेगा, जिससे कि वह तुम्हारे दूसरे भाई को और बिन्यामीन को भी आने दे: और यदि मैं निर्वंश हुआ तो होने दो।”15तब उन मनुष्यों ने वह भेंट, और दूना रुपया, और बिन्यामीन को भी संग लिया, और चल दिए और मिस्र में पहुँचकर यूसुफ के सामने खड़े हुए।
शब्द "कनान" यह दर्शाता है। कि यह जानकारी स्पष्ट की जा सकती है।कि: "कनान देश में अकाल गंभीर था।“
यह वाक्य का उपयोग यहाँ कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
जब याकूब और उसके परिवार ने भोजन किया था।
याकूब का बड़ा बेटा लेकर आया था।
यहाँ "हमारे" याकूब, उसके बेटों और परिवार के बाकी लोगों को संदर्भित करता है
यहूदा ने अपने पिता याकूब से कहा।
यह वाक्य यूसुफ को संदर्भित करता है, लेकिन भाइयों को नहीं पता था। कि यह यूसुफ है। उन्होंने उसे 42:29 के रूप में "भूमि का स्वामी" या "भूमि का स्वामी" कहा।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "हमें चेतावनी दी कि जब तक हम अपने सबसे छोटे भाई को हमारे साथ नहीं लाते, हम उसका चेहरा नहीं देखेंगे।
जब उसने हमें चेतावनी दी, तब वह बहुत गंभीर था
यहूदा अपने पिता पर जोर देने के लिए 43: 3-5 में दो बार इस वाक्य का उपयोग करता है कि वे बेंजामिन के बिना मिस्र नहीं लौट सकता। यह वाक्या "मेरा चेहरा" उस आदमी को संदर्भित करता है, जो कि जोसेफ है।
“यहूदा बिन्यामीन का जिक्र कर रहा है, राहेल का सबसे छोटा बेटा उसके मरने से पहले।“
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "नीचे जाना" यह वाक्य का उपयोग करना आम था।
तुमने मुझे इतना परेशान क्यों किया।
उस आदमी ने कई सवाल पूछे।
यहां शब्द ’'हमारे'' उन भाइयों को संदर्भित करता है जो मिस्र गए थे।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "उसने हमसे सीधे पूछा कि क्या हमारे पिता अभी भी जीवित है और हमारा कोइ और भी भाई है।
हमने उनसे पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
बेटे एक सवाल का इस्तेमाल करते हैं, इस बात पर ज़ोर देते हैं कि पता नहीं था कि वह उन्हें क्या करने के लिए कहेगा।
वह हमें अपने भाई को मिस्र लाने के लिए कहेगा।
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "नीचे" शब्द का उपयोग करना आम था।
यहूदा इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि हम अब मिस्र जाएंगे और अनाज प्राप्त करेंगे ताकि हमारा पूरा परिवार जीवित रहे।
यहां "हम" उन भाइयों को संदर्भित करता है जो मिस्र की यात्रा करेगे।
यहाँ "हम" भाइयों, इस्राएल और पूरे परिवार को कर रहा है।
यहाँ "हम" शब्द भाईयों को संदर्भित कर रहा है।
यहाँ "तू" एकवचन है और इस्राएल को संदर्भित कर रहअ है।
यहाँ शब्द "हमारे" भाइयों को संदर्भित करता है। यह उन छोटे बच्चों को संदर्भित करता है जिन्हेने अकाल के दौरान मृत्यु होने की सबसे अधिक संभावना थी।
“मैं उसे वापस लाने का वादा करूंगा।
आप मुझे इस बारे में जवाब देंगे कि बेंजामिन के साथ क्या होगा।
आप मुझे दोष दे सकते हैं
यहूदा कुछ ऐसा वर्णन कर रहा है जो अतीत में हो सकता था, लेकिन नहीं हुआ।
”हम दूसरी बार आपिस आ गये होते”
अगर यह हमारी एकमात्र पसंद है, तो इसे करें
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "निचे" शब्द का उपयोग करना आम था।
बलसान एक मीठी गंध के साथ एक तैलीय पदार्थ जो त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जाता है और त्वचा की रक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक मीठा गंध है।
मसाला।
एक छोटा, हरे पेड़ के अखरोट।
यह त्वचा को ठीक करने और सुरक्षा के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मीठी गंध वाला एक तैलीय पदार्थ है।
फिर अपने साथ दोगुना पैसा ले जाओ।
जो आपके बोरों में किसी ने रखा है उसे मिस्र को वापस ले जाएं।
बिन्यामीन को भी लीजिए।
वापसी।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर होने के कारण मनुष्य आपके प्रति दयालु हो।
''शिमोन''
अगर मैं अपने बच्चों को खोता हूं, तो मैं अपने बच्चों को खो देता हूं। "इसका मतलब यह है कि याकूब जानता है कि उसे अपने बेटों के साथ जो भी होना चाहिए, उसे स्वीकार करना चाहिए।
यह वाक्यांश पूरे व्याकित को दर्शाता है “वह संग ले आये”
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "निचे" शब्द का उपयोग करना आम था।
बिन्यामीन यूसुफ के बडे भाइयों के साथ।
यूसुफ के घर की गतिविधियों के प्रबंध के लिए अधिकारी जिम्मेदार था।
“यह वाक्यांश “मनुष्यो को ले जाया गया” को दर्शाता है”
यहाँ "लाया" का अनुवाद ";ले गया" के रूप में किया जा सकता है।
यूसुफ के भाई डरते थे।
वे युसुफ के घर में जा रहे थे।
पैसे की वजह से जो भण्डारी हमें घर में ला रहे है क्योंकि किसी ने हमारे बोरों में वापस डाल दिया था।
वह हम पर आरोप लगाने के मौके का इंतजार कर रहा है, ताकि वह हमें गिरफ्तार कर सके।
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "निचे" शब्द का उपयोग करना आम था।
भाई घर के अधिकारी से बात करना जारी रखते हैं।
इस वाक्य का उपयोग यहाँ कहानी में एक महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं।
जब हम उस स्थान पर आए, यहा हम रात के लिए रुकने वाले थे।
यहां "देखा" शब्द से पता चलता है कि भाइयों ने जो कुछ देखा, उससे वे आश्चर्यचकित थे।
“हम में से हर एक को उसकी बोरी में उसके पूरे पैसे को पाया”
हम अपने साथ पैसे वापस लाए हैं।
हम खरीदने के लिए और पैसे भी लाए हैं।
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "निचे" शब्द का उपयोग करना आम था।
खुद को शांत करें।
आपका परमेश्वर, आपके पिता जिस परमेश्वर की पूजा करते हैं
इस रिवाज ने लंबी दूरी चलने के बाद थके हुए यात्रियों को खुद को ताज़ा करने में मदद की। इस कथन का पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है
''चारा'' सूखा भोजन है जिसे जानवरों के लिए अलग रखा जाता है।
भाई अपने साथ भेंट को ले आए।
यह सम्मान ओर सत्कार दिखाने का एक तरीका है
हमारे पिता जो आपकी सेवा करते हैं।
यह सम्मान ओर सत्कार दिखाने का एक तरीका है।
इसका मतलब है “उसने ऊपर देखा।
“उसकी माँ के पुत्र। यूसुफ ने कहा।
तो यह तुम्हारा सबसे छोटा भाई है ... मुझे।
यह एक मित्रापूर्ण तरीका है जो एक आदमी निचले रैंक के दूसरे व्यक्ति से बोलता है। “नोजवान”
जलद कमरे से बाहर निकल गया।
उसके पास अपने भाई के लिए स्नेह की मजबूत भावनाएँ थीं।
यह स्पष्ट किया जा सकता है कि यूसुफ किससे बात कर रहा है। यहा: यूसुफ ने अपने सेवको से कहा।
इसका मतलब भोजन वितरित करना है ताकि लोग खा सकें।
सेवको ने यूसुफ को स्वयं के द्वारा और भाइयों ने स्वयं की सेवा की। वहाँ के मिस्रियों ने उसके साथ स्वयं भोजन किया। इसका अर्थ है कि यूसुफ, भाई और अन्य मिस्रवासी एक ही कमरे में तीन अलग-अलग स्थानों पर भोजन कर रहे हैं।
ये शायद मिस्र के अन्य अधिकारी थे जो जोसेफ के साथ खाना खाते थे, लेकिन वे फिर भी उनसे और हिब्रू भाइयों से अलग बैठे थे।
इसे एक नए वाक्य के रूप में अनुवाद किया जा सकता है: "उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मिस्रियों ने सोचा कि इब्रानियों के साथ भोजन करना शर्मनाक है।
यहां "रोटी" सामान्य रूप से भोजन के लिए है।
यह निहित है कि यूसुफ ने व्यवस्था की थी कि प्रत्येक भाई कहाँ बैठेगे।
"जेठा" और "सबसे युवा" का उपयोग एक साथ किया जाता है, जिसका अर्थ है कि सभी भाई अपनी उम्र के अनुसार बैठे थे
जब उन्हें यह एहसास हुआ तो बहुत वह आश्चर्यचकित थे।
लेकिन बेंजामिन को एक हिस्सा मिला जो उनके भाइयों की तुलना में बहुत बड़ा था।
1तब उसने अपने घर के अधिकारी को आज्ञा दी, “इन मनुष्यों के बोरों में जितनी भोजनवस्तु समा सके उतनी भर दे, और एक-एक जन के रुपये को उसके बोरे के मुँह पर रख दे।2और मेरा चाँदी का कटोरा छोटे भाई के बोरे के मुँह पर उसके अन्न के रुपये के साथ रख दे।” यूसुफ की इस आज्ञा के अनुसार उसने किया।3सवेरे भोर होते ही वे मनुष्य अपने गदहों समेत विदा किए गए।4वे नगर से निकले ही थे, और दूर न जाने पाए थे कि यूसुफ ने अपने घर के अधिकारी से कहा, “उन मनुष्यों का पीछा कर, और उनको पाकर उनसे कह, ‘तुमने भलाई के बदले बुराई क्यों की है?5क्या यह वह वस्तु नहीं जिसमें मेरा स्वामी पीता है, और जिससे वह शकुन भी विचारा करता है? तुम ने यह जो किया है सो बुरा किया’।”6तब उसने उन्हें जा पकड़ा, और ऐसी ही बातें उनसे कहीं।7उन्होंने उससे कहा, “हे हमारे प्रभु, तू ऐसी बातें क्यों कहता है? ऐसा काम करना तेरे दासों से दूर रहे।8देख जो रुपया हमारे बोरों के मुँह पर निकला था, जब हमने उसको कनान देश से ले आकर तुझे लौटा दिया, तब भला, तेरे स्वामी के घर में से हम कोई चाँदी या सोने की वस्तु कैसे चुरा सकते हैं?9तेरे दासों में से जिस किसी के पास वह निकले, वह मार डाला जाए, और हम भी अपने उस प्रभु के दास हो जाएँ।”10उसने कहा, “तुम्हारा ही कहना सही, जिसके पास वह निकले वह मेरा दास होगा; और तुम लोग निर्दोषी ठहरोगे।”11इस पर वे जल्दी से अपने-अपने बोरे को उतार भूमि पर रखकर उन्हें खोलने लगे।12तब वह ढूँढ़ने लगा, और बडे़ के बोरे से लेकर छोटे के बोरे तक खोज की: और कटोरा बिन्यामीन के बोरे में मिला।13तब उन्होंने अपने-अपने वस्त्र फाड़े,* और अपना-अपना गदहा लादकर नगर को लौट गए।14जब यहूदा और उसके भाई यूसुफ के घर पर पहुँचे, और यूसुफ वहीं था, तब वे उसके सामने भूमि पर गिरे।15यूसुफ ने उनसे कहा, “तुम लोगों ने यह कैसा काम किया है? क्या तुम न जानते थे कि मुझ सा मनुष्य शकुन विचार सकता है?”16यहूदा ने कहा, “हम लोग अपने प्रभु से क्या कहें? हम क्या कहकर अपने को निर्दोषी ठहराएँ? परमेश्वर ने तेरे दासों के अधर्म को पकड़ लिया है। हम, और जिसके पास कटोरा निकला वह भी, हम सबके सब अपने प्रभु के दास ही हैं।”17उसने कहा, “ऐसा करना मुझसे दूर रहे, जिस जन के पास कटोरा निकला है, वही मेरा दास होगा; और तुम लोग अपने पिता के पास कुशल क्षेम से चले जाओ।”
इससे कहानी में एक नई घटना शुरू होती है। सबसे अधिक संभावना यह पर्व के बाद अगली सुबह है।
''अधिकारी'' यूसुफ की घरेलू गतिविधियों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था।
उनके रुपये एक छोटे से बैग में सबसे अधिक संभावना वाले चांदी के सिक्के थे।
उसकी बोरी में।
चाँदी का कटोरा रखो।
सबसे छोटे भाई की बोरी में।
सुबह का उजाला दिखा।
उन्होंने अपने गधों के साथ लोगों को दूर भेज दिया।
इस सवाल का इस्तेमाल भाइयों को डांटने के लिए किया जाता है। कि: "हमने आपके साथ अच्छा व्यवहार किया, उसके बाद आपने हमारे साथ बुरा व्यवहार किया।
"तुम यह पहले ही जानते थे कि यह वही कटोरा है जिसमें मेरा सवामो पीता है और भाग्य के बारे में सोचता है”
तुमने जो किया है, वह बहुत बुरा है।
यूसुफ ने उसको जो बोलने को कहा, बोला।
यहां "शब्द" का अर्थ है जो कहा गया था। भाइयों ने अधिकारी को "मेरे प्रभु" के रूप में संदर्भित किया। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है।“ आप ऐसा क्यो कह रहे हो मेरे स्वामी?”
“हम ऐसा कभी नहीं करेंगे।“
यह एक ऐसी वस्तु थी जिसे व्यक्ति खुद से बहुत दूर रखना चाहता है
इससे भाइयों के आगे कहने पर जोर पड़ता है।
आप हमारे बोरों में पाए गए धन के बारे मे जानते है।
हम आपके लिए कनान से वापस लाए हैं।
हम कभी भी आपके स्वामी के घर से कुछ नहीं लेंगे।
इन शब्दों का एक साथ उपयोग करने का मतलब है कि वे किसी भी मूल्य की चोरी नहीं करेंगे।
यदि आप पाते हैं कि हम में से किसी ने कुछ चुराया है
वाक्य "मेरे प्रभु" का अर्थअधिकारी से है। यह दूसरे व्यक्ति में कहा जा सकता है। कि: "आप हमें अपने दास के रूप में ले सकते हैं।“
बहुत अच्छी तरह से। मैं वही करूंगा जो आपने कहा था।
अगर मुझे आपकी एक बोरी में जयपात्र मिल जाए, तो वह व्यक्ति मेरा दास होगा।
उसका बोरा नीचे कर दिया
सबसे पुराना भाई ... सबसे छोटा भाई"
शब्द "उन्होने" भाइयों को संदर्भित करता है। कपड़े फाड़ना बड़े संकट और दुःख का संकेत था।
सबसे छोटे। अधिकारी ने बेंजामिन की बोरी में कटोरा पाया।
और वे लौट गए।
यूसुफ अभी भी वहीं था।
"वे उसके सामने गिर गए।" यह उन भाइयों की निशानी है, जो चाहते हैं कि परमेश्वर उन पर दया करें।
यूसुफ अपने भाइयों को डांटने के लिए एक सवाल का इस्तेमाल करता है। कि: "निश्चित रूप से आप जानते हैं कि मेरे जैसा आदमी जादू से चीजें सीख सकता है।
हमें कुछ नहीं कहना है, मेरे परमेश्वर। हम मूल्य का कुछ भी नहीं बोल सकते। हम खुद को सही नहीं ठहरा सकते।
हम आपको क्या कह सकते हैं ... हम आपके दास।है।
यहां "पता चला" का मतलब यह नहीं है कि परमेश्वर ने यह पता लगाया कि भाइयों ने क्या किया। इसका मतलब है कि परमेश्वर ने अब उन्हें उनके लिए दंडित किया है जो उन्होंने किया। "परमेश्वर हमें हमारे पिछले पापों के लिए दंडित कर रहा है।
भाई खुद को "आपके सेवक" के रूप में संदर्भित करते हैं। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है। यह पहले व्यक्ति में कहा जा सकता है। “हमारी अधर्मता“
और जिसके पास आपके कटोरा था।
ऐसा कुछ करना मेरे लिए नहीं है।
वह आदमी जिसके पास मेरा कटोरा था।
निकट आना।
यहूदा स्वयं को "आपका सेवक" कहता है। किसी अधिक अधिकारी के साथ किसी से बात करने का यह एक तरीका है। यह पहले व्यक्ति में कहा जा सकता है। कि: "मुझे, अपना सेवक होने दो।“
“मेरे स्वामी आप से कहूँ”
यहाँ "मेरे प्रभु युसूफ को संदर्भित करते हैं। किसी अधिक अधिकारी के साथ किसी से बात करने का यह एक तरीका है। यह दूसरे व्यक्ति में कहा जा सकता है। "आप को“
कृपया मेरे साथ, अपने सेवक से नाराज़ न हों।
यहूदा ने मालिक की तुलना फिरौन से करने के लिए उस महान शक्ति पर जोर दिया जो प्रभु के पास है। वह यह भी कह रहा है कि वह चाहता है कि स्वामी क्रोधित हो जाए और उसे मार डाले।
"मेरे प्रभु ने हमसे पूछा कि क्या तुम्हारे पिता या भाई है।
आप, मेरे प्रभु, हमसे, आपके सेवको से" या "आपने हमसे पूछा।"
यहूदा ने यूसुफ के सामने बोलना जारी रखा।
और हमने अपने प्रभु से कहा कि हमारे पास एक पिता है ... उसके पिता उससे प्यार करते हैं।
यहूदा ने यूसुफ को “मेरा प्रभु” कहा है। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है।: "मेरे प्रभु'' हमने आपसे कहा“
यह एक दोस्त या परिवार के सदस्य के लिए प्यार को संदर्भित करता है।
और आपने सेवक से कहा कि हमें अपने सबसे छोटे भाई को तुम्हारे पास लाना चाहिए ताकि तुम उसे देख सको।
यहूदा खुद को और अपने भाइयों को "आपके सेवक" के रूप में संदर्भित करता है। फिर आपने हमसे कहा,आपके सेवको से।
उसे मेरे पास लाओ।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "जवाब में मैंने अपने प्रभु से कहा कि लड़का नहीं कर सकता ... पिता मर जाएगा“
यह निहित है कि उनके पिता दुःख से मरेंगे।
यहूदा ने यूसुफ को अपनी कहानी बतानी जारी रखी।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "फिर आपने अपने सेवक से कहा कि जब तक हमारा सबसे छोटा भाई हमारे साथ नहीं आएगा, हम आपको फिर से नहीं देखेंगे।“
यहूदा खुद को और अपने भाइयों को "आपके सेवक" के रूप में संदर्भित करता है। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है। “फिर आपने अपने सेवकों से कहा“
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "नीचे" शब्द का उपयोग करना आम था
आप मुझे फिर से नहीं देखेंगे।
इस वाक्य का उपयोग यहां कहानी के एक नए हिस्से की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। यदि आपकी भाषा के पास ऐसा करने का कोई तरीका है, तो आप यहाँ इसका उपयोग करने पर विचार कर सकते है।
वाक्य का उपयोग करना आम था। "ऊपर चला गया'' मिस्र से कनान की यात्रा की बात करते समय।
यहूदा ने यूसुफ को “मेरा प्रभु” कहा है। इसके अलावा, "शब्द" जो कहा गया था, उसके लिए खड़ा है। एटी: "मेरे प्रभु हमने उससे कहा कि तुमने क्या कहा।“
हमारे पिता ने हमें और हमारे परिवारों के लिए भोजन खरीदने के लिए मिस्र जाने के लिए फिर से कहा।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। कि: "फिर हमने उनसे कहा कि हम मिस्र नहीं जा सकते। हमने उनसे कहा कि अगर हमारा सबसे छोटा भाई हमारे साथ है ... हमारे साथ है
आदमी को देखने के लिए।
यहूदा ने यूसुफ को अपनी कहानी बतानी जारी रखी।
"हमसे कहा कि हम जानते हैं कि उसकी पत्नी, राहेल, ने उसे केवल दो बेटों को उत्पन्न किया था, और उनमें से एक बाहर चला गया और एक जानवर ने उसे टुकड़े टुकड़े कर दिया, और उसने उसे नहीं देखा। तब उसने कहा कि अगर हम उसे ले जाएं। दूसरे बेटे और उसके साथ कुछ बुरा होता है, तो हम उसे दुःख के कारण मार देते हैं।
यहाँ "हम" में यूसुफ शामिल नहीं है
यहाँ तुम" बहुवचन है और भाइयों को संदर्भित करता है।
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। कि: "एक जंगली जानवर ने उसे टुकड़ों में फाड़ दिया है
किसी व्यक्ति के साथ कुछ बुरा होने की बात की जाती है जैसे कि "विपत्ति" कुछ ऐसा था जो किसी व्यक्ति यात्रा करता है और आती है।
नीचे लाने के लिए ... शोक के लिए" यह कहने का तरीका है कि वे उसे मरने और शोक में जाने का कारण बनेंगे। वह "नीचे" शब्द का उपयोग करता है क्योंकि यह आमतौर पर माना जाता था कि शोक कहीं भूमिगत है। "तो तुम मुझसे, एक बूढ़े आदमी को, दुःख के कारण मरवाओगे”
यह युकूब को दर्शाता और उसके बुढ़ापे पर जोर देता है। "मुझ, एक बूढ़ा आदमी“
इसका मतलब यह नहीं है "इस समय," लेकिन इसका उपयोग महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है।।
यहूदा यूसुफ को एक वास्तववादी लेकिन काल्पनिक मामले का वर्णन कर रहा है जो वह उम्मीद करेगा कि वह युकूब से क्या उम्मीद करेगा जब वह बेंजामिन के बिना वापस आ जाएगा।
यहां "आना" का अनुवाद "चले" या "वापसी" के रूप में किया जा सकता है।
"लड़का हमारे साथ नहीं है।
पिता का कहना था कि अगर उनके बेटे की मृत्यु हो जाती है तो उनकी मृत्यु हो जाती है, जैसे कि उनके दो जीवन शारीरिक रूप से एक साथ बंधे थे। "जब से उसने कहा कि अगर वह लड़का वापस नहीं आया तो वह मर जाएगा
यहूदा भविष्य में एक काल्पनिक मामले के बारे में बोल रहा है जैसे कि यह निश्चित रूप से होगा।
और हम हमारे बूढ़े पिता को दुःख के कारण मार दिया।
यहूदा खुद को और अपने भाइयों को "आपके सेवक" के रूप में संदर्भित करता है। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है। कि: "और हम, आपके सेवक“
यहाँ "बुढ़ापे" याकूब के लिए खड़ा है और उसके बुढ़ापे पर जोर देता है। "हमारे बूढ़े पिता"
"क्योंकि मैंने लड़के के विषय में अपने पिता से वादा किया था।“
“मैं आपका सेवक।“
माना जाता है कि दोषी के रूप में बात की जाती है जैसे कि "अपराध" कुछ ऐसा था जो एक व्यक्ति करता है। "तो मेरे पिता मुझे दोषी ठहरा सकते हैं“
इसका मतलब यह नहीं है "इस समय," लेकिन इसका उपयोग महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है।
यहूदा स्वयं को "आपका सेवक" कहता है। यह अधिक अधिकार वाले किसी व्यक्ति से बात करने का एक तरीका है। "मुझे, आपका सेवक होने दो"
यहूदा ने यूसुफ को “मेरा प्रभु” कहा है। "मेरे स्वामी आपको को“
यह मिस्र से कनान की यात्रा के बारे में बोलते हुए "चलो ऊपर" का उपयोग करने जा रहा था।
यहूदा एक सवाल का इस्तेमाल करता है कि अगर बेंजामिन घर नहीं लौटा, तो उसके दुःख पर ज़ोर देना होगा। "मैं अपने पिता के पास वापस नही जा सकता यदि लड़का मेरे साथ नही है”
बुरी तरह पीड़ित व्यक्ति की बात की जाती है जैसे कि "बुराई" एक ऐसी चीज थी जो किसी व्यक्ति पर आती है। "मुझे यह सोचकर डर लगता है कि मेरे पिता को कितना दूख होगा।“
1तब यूसुफ उन सबके सामने, जो उसके आस-पास खड़े थे, अपने को और रोक न सका; और पुकारकर कहा, “मेरे आस-पास से सब लोगों को बाहर कर दो।” भाइयों के सामने अपने को प्रगट करने के समय* यूसुफ के संग और कोई न रहा।2तब वह चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगा; और मिस्रियों ने सुना, और फ़िरौन के घर के लोगों को भी इसका समाचार मिला।3तब यूसुफ अपने भाइयों से कहने लगा, “मैं यूसुफ हूँ, क्या मेरा पिता अब तक जीवित है?” इसका उत्तर उसके भाई न दे सके; क्योंकि वे उसके सामने घबरा गए थे।4फिर यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा, “मेरे निकट आओ।” यह सुनकर वे निकट गए। फिर उसने कहा, “मैं तुम्हारा भाई यूसुफ हूँ, जिसको तुम ने मिस्र आनेवालों के हाथ बेच डाला था। (प्रेरि. 7:9)5अब तुम लोग मत पछताओ, और तुम ने जो मुझे यहाँ बेच डाला, इससे उदास मत हो; क्योंकि परमेश्वर ने तुम्हारे प्राणों को बचाने के लिये मुझे तुम्हारे आगे भेज दिया है।* (प्रेरि. 7:15)6क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है; और अब पाँच वर्ष और ऐसे ही होंगे कि उनमें न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा। (प्रेरि. 7:15)7इसलिए परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे आगे इसलिए भेजा कि तुम पृथ्वी पर जीवित रहो, और तुम्हारे प्राणों के बचने से तुम्हारा वंश बढ़े।8इस रीति अब मुझ को यहाँ पर भेजनेवाले तुम नहीं, परमेश्वर ही ठहरा; और उसी ने मुझे फ़िरौन का पिता सा, और उसके सारे घर का स्वामी, और सारे मिस्र देश का प्रभु ठहरा दिया है।9अतः शीघ्र मेरे पिता के पास जाकर कहो, ‘तेरा पुत्र यूसुफ इस प्रकार कहता है, कि परमेश्वर ने मुझे सारे मिस्र का स्वामी ठहराया है; इसलिए तू मेरे पास बिना विलम्ब किए चला आ। (प्रेरि. 7:14)10और तेरा निवास गोशेन देश में होगा, और तू, बेटे, पोतों, भेड़-बकरियों, गाय-बैलों, और अपने सब कुछ समेत मेरे निकट रहेगा।11और अकाल के जो पाँच वर्ष और होंगे, उनमें मैं वहीं तेरा पालन-पोषण करूँगा; ऐसा न हो कि तू, और तेरा घराना, वरन् जितने तेरे हैं, वे भूखे मरें।’ (प्रेरि. 7:14)12और तुम अपनी आँखों से देखते हो, और मेरा भाई बिन्यामीन भी अपनी आँखों से देखता है कि जो हम से बातें कर रहा है वह यूसुफ है।13तुम मेरे सब वैभव का, जो मिस्र में है और जो कुछ तुम ने देखा है, उस सब का मेरे पिता से वर्णन करना; और तुरन्त मेरे पिता को यहाँ ले आना।”14और वह अपने भाई बिन्यामीन के गले से लिपटकर रोया; और बिन्यामीन भी उसके गले से लिपटकर रोया।15वह अपने सब भाइयों को चूमकर रोया और इसके पश्चात् उसके भाई उससे बातें करने लगे।16इस बात का समाचार कि यूसुफ के भाई आए हैं, फ़िरौन के भवन तक पहुँच गया, और इससे फ़िरौन और उसके कर्मचारी प्रसन्न हुए। (प्रेरि. 7:13)17इसलिए फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “अपने भाइयों से कह कि एक काम करो: अपने पशुओं को लादकर कनान देश में चले जाओ।18और अपने पिता और अपने-अपने घर के लोगों को लेकर मेरे पास आओ; और मिस्र देश में जो कुछ अच्छे से अच्छा है वह मैं तुम्हें दूँगा, और तुम्हें देश के उत्तम से उत्तम पदार्थ खाने को मिलेंगे। (प्रेरि. 7:14)19और तुझे आज्ञा मिली है, ‘तुम एक काम करो कि मिस्र देश से अपने बाल-बच्चों और स्त्रियों के लिये गाड़ियाँ ले जाओ, और अपने पिता को ले आओ। (प्रेरि. 7:14)20और अपनी सामग्री की चिन्ता न करना; क्योंकि सारे मिस्र देश में जो कुछ अच्छे से अच्छा है वह तुम्हारा है’।”21इस्राएल के पुत्रों ने वैसा ही किया; और यूसुफ ने फ़िरौन की आज्ञा के अनुसार उन्हें गाड़ियाँ दी, और मार्ग के लिये भोजन-सामग्री भी दी।22उनमें से एक-एक जन को तो उसने एक-एक जोड़ा वस्त्र भी दिया; और बिन्यामीन को तीन सौ रूपे के टुकड़े और पाँच जोड़े वस्त्र दिए।23अपने पिता के पास उसने जो भेजा वह यह है, अर्थात् मिस्र की अच्छी वस्तुओं से लदे हुए दस गदहे, और अन्न और रोटी और उसके पिता के मार्ग के लिये भोजनवस्तु से लदी हुई दस गदहियाँ।24तब उसने अपने भाइयों को विदा किया, और वे चल दिए; और उसने उनसे कहा, “मार्ग में कहीं झगड़ा न करना।”25मिस्र से चलकर वे कनान देश में अपने पिता याकूब के पास पहुँचे।26और उससे यह वर्णन किया, “यूसुफ अब तक जीवित है, और सारे मिस्र देश पर प्रभुता वही करता है।” पर उसने उन पर विश्वास न किया, और वह अपने आपे में न रहा।*27तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कहीं थीं, कह दीं; जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया।28और इस्राएल ने कहा, “बस, मेरा पुत्र यूसुफ अब तक जीवित है; मैं अपनी मृत्यु से पहले जाकर उसको देखूँगा।”
इसका मतलब है कि वह अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सके।“रोना सुरु कर दिया”
उसके पास
यहाँ "घर" फिरौन के महल में लोगों के लिए है।“हर कोई जो फिरोन के महल में था”
उससे भयभीत।
अर्थ अधिक स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। "जिसे आप ने व्यापारी के गुलाम के रूप में बेचते थे वो मुझे मिस्र ले आया था।“
परेशान मत हो।
अर्थ अधिक स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। "कि आपने मुझे एक दास के रूप में बेच दिया और मुझे यहां मिस्र भेज दिया“
यहां "जीवन" उन लोगों के लिए खड़ा है जो यूसुफ ने अकाल के दौरान मरने से बचाए थे। "तो मैं कई लोगों की जान बचा सकता था“
अकाल पांच साल तक चलेगा।
ताकि आप और आपके परिवार पूरी तरह से पृथ्वी से नष्ट न हों।
आपको शक्तिशाली तरीके से बचाकर आपको जीवित रखने के लिए।
यूसुफ ने फिरौन को सलाह देने और उसकी मदद करने की बात कही है जैसे कि यूसुफ फिरौन के पिता थे। "उसने मुझे फिरौन के लिए एक मार्गदर्शक बनाया है" या "उसने मुझे फिरौन का मुख्य सलाहकार बनाया है“
यहां "घर" उनके महल में रहने वाले लोगों के लिए है।
यहां "देश" लोगों के लिए है। "मिस्र के सभी लोगों पर प्रभु ठहरा दिया“
यहाँ यूसुफ का अर्थ है कि वह मिस्र के राजा फिरौन के लिए दूसरे स्थान पर शासक है।
मिस्र से कनान जाने के बारे में बोलते समय "ऊपर जाना" वाक्य का उपयोग करना आम था। "मेरे पिता के पास वापस जाओ"
उसे बताएं कि यह मैंने क्या कहा है: परमेश्वर के पास ... वह सब जो आपके पास है।
कनान से मिस्र जाने के बारे में बोलते समय "नीचे आना" वाक्या का उपयोग करना आम था। "यहाँ मेरे पास आओ“
यह "भूख" के बारे में बोलता है जैसे कि यह एक भाग्य था। "भूखा“
आप और बिन्यामीन सभी देख सकते हैं।
कि मैं, जोसेफ, तुमसे बात कर रहा हूं।
मिस्र के लोग मुझे बहुत सम्मान देते हैं।
कनान से मिस्र की यात्रा की बात करते समय "नीचे" शब्द का उपयोग करना आम था। "मेरे पिता मेरे यहाँ मेरे पास है"
"यूसुफ ने अपने भाई बेंजामिन को गले लगाया, और वे दोनों रोए।
प्राचीन निकट पूर्व में, एक रिश्तेदार को चुंबन के साथ बधाई देना आम है। यदि आपकी भाषा में किसी रिश्तेदार के लिए स्नेही अभिवादन है, तो उसका उपयोग करें। यदि नहीं, तो जो उपयुक्त है उसका उपयोग करें।
इसका मतलब है कि यूसुफ रो रहा था जब उसने उन्हें चूमा था।
उसके बाद उसके भाइयों ने उसके साथ स्वतंत्र रूप से बात की थी।
फिरौन के महल में सभी ने सुना कि यूसुफ के भाई आए है।
यह फिरौन के महल की बात कर रहा है।
अपने भाइयों को अपने जानवरों को लादकरअपने पिता और परिवारों को प्राप्त करने के लिए कनान जाने के लिए कहें। उन्हें यहां आने के लिए कहें, और मैं उन्हें मिस्र में सबसे अच्छी भूमि और सबसे अच्छा भोजन दे दूंगा।
मैं आपको मिस्र देश में सबसे अच्छी भूमि दूंगा।
"आप देश में सबसे अच्छा खाना खाएंगे।
फिरौन ने यूसुफ को बताना जारी रखा कि उसके भाइयों को क्या बताना है।
इसका मतलब यह नहीं है "इस समय," लेकिन इसका उपयोग महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है।
"वह अपने बच्चों और पत्नियों के लिए मिस्र की भूमि से गाड़ियाँ निकालने और अपने पिता को लाने और यहाँ आने के लिए भी कहो। वे अपनी संपत्ति लाने के बारे में चिंता न करें, क्योंकि मैं उन्हें मिस्र की सबसे अच्छी चीजें दूंगा।
मैं तूमहे उन्हें बताने के लिए भी आज्ञा देता हूं।
गाड़ियाँ" दो या चार पहियों के साथ हैं। जानवर गाड़ियां खींचते हैं
उन्हें मार्ग के लिए जो चाहिए वो भी दिया।
प्रत्येक व्यक्ति को एक एक जोडी वस्त्र मिले।
300 रूपे।
गधे को उपहार के हिस्से के रूप में शामिल किया गया था।
बहस मत करो।
मिस्र से कनान तक यात्रा करते समय "उपर" शब्द का उपयोग करना आम था।
वह मिस्र के सभी लोगों पर शासन करता है।
और वह हैरान था" या "वह बहुत हैरान था
उन्होंने स्वीकार नहीं किया कि उन्होंने जो कहा वह सच था।
उन्होंने युकूब को बताया।
यूसुफ ने जो कुछ भी उनसे कहा था।
याकूब उनके पिता से बहुत उत्साहित हो गए।
1तब इस्राएल अपना सब कुछ लेकर बेर्शेबा को गया, और वहाँ अपने पिता इसहाक के परमेश्वर को बलिदान चढ़ाया।2तब परमेश्वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, “हे याकूब हे याकूब।” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”3उसने कहा, “मैं परमेश्वर तेरे पिता का परमेश्वर हूँ, तू मिस्र में जाने से मत डर;* क्योंकि मैं तुझ से वहाँ एक बड़ी जाति बनाऊँगा।4मैं तेरे संग-संग मिस्र को चलता हूँ; और मैं तुझे वहाँ से फिर निश्चय ले आऊँगा; और यूसुफ अपने हाथ से तेरी आँखों को बन्द करेगा।”5तब याकूब बेर्शेबा से चला; और इस्राएल के पुत्र अपने पिता याकूब, और अपने बाल-बच्चों, और स्त्रियों को उन गाड़ियों पर, जो फ़िरौन ने उनके ले आने को भेजी थीं, चढ़ाकर चल पड़े।6वे अपनी भेड़-बकरी, गाय-बैल, और कनान देश में अपने इकट्ठा किए हुए सारे धन को लेकर मिस्र में आए।7और याकूब अपने बेटे-बेटियों, पोते-पोतियों, अर्थात् अपने वंश भर को अपने संग मिस्र में ले आया।
बेर्शेबा को आया।
हाँ, मै सुन रहा हुँ।
उस समय “में जाने से“ शब्द मिस्र देश से कनान देश कि यात्रा कि बात के दोरान आम-तोर पे ईस्तेमाल किया जाता था।
यहाँ पे “तुझ“ शब्द एक वाक्य है, और वह जाकूब और इस्राएल के वंशजो को जो एक बड़ी जाती बन्ने वाले थे उन सब को भ रहा है।
मिस्र कि और।
यह वादा जकूब के साथ किया गया था, लेकिन यह वादा इस्राएल के सारॆ वंशजो के साथ पूरा किया।मैं निश्चय ही तेरे वंशजो कौ एक बार फिर मिस्र से बार ले आऊगा।
यह वाक्य “अपने हाथ से तेरी आँखों को बन्द करेगा” कहने का तरिका है कि यूसुफ वहाँ पे मोजुद होगा जब इस्राएल कि मोत होगी और वह यूसुफ होगा जौ,याकुब कि आखों को बन्द करेगा जब उसकि मौत होगी।,, “और यूसुफ उस समय भी तेरे साथ होगा जब तेरी मृत्यु होगी।
जब एक व्यक्ति कि मौत खुली आँखों में ही हो जाती तो उसकी आँखों को बन्द करना एक रिवाज था। इस वाक्य का पुरा मतलब स्पष्ट हैं।
वहाँ से चला।
“गाड़ियों“ वह घोड़ा गाड़िया है जो दो या चार पहियों पर चलती है और इन्हे जानवर खींचते है। इसका अनुवाद 45:19 में देखें।
"उन्होंने संप्राप्त किया" या "उन्होंने प्राप्त किया था"
याकूब अपने साथ ले आया।
याकूब के पोते।
याकूब की पोतियाँ।
यह उन लोगों के नामों का हवाला देता है जिन्हें लेखक सूचीबद्ध करने को है
इस्राएल के परिवार के सदस्य।
यह सब आदमियों के नाम हैं।
यह यहूदा के बेटे है जो उसकी पत्नी शुआ के द्वारा हुए थे। देखे इसका अनुवाद 38:3 में कैसे किया गया है।
यह यहुदा के बेटे थे जो उसकी बहू { तमार } के द्वारा उत्पन्न हुए। देखे इसका अनुवाद 38:29 में कैसे किया गया है।
यह सब पुरषों के नाम है।
यह लिआ कि बेटी का नाम है। देखे इस नाम अनुवाद 30:19 में कैसे किया गया है।
तीन - यहां "बेटे" और "बेटियां" याकूब के बेटों, बेटियों और पोते-पोतियों से संबंधित हैं। सब मिलाकर उसके कुल 33 बेटे-बेटिया और पोते-पोतिया थी।
यह सब पुरषों के नाम है।
यह एक सत्री का नाम है।
यह नाम एक महिला का है जो कि लिआ कि सेविका थी। देखे इस नाम अनुवाद 29:23 में कैसे किया गया है।
यह 16 बच्चों को अर्थात पोते-पोतियों को और परपोते॒ परपोतियों को दर्षाता है, जो कि जिल्पा के साथ स्मबन्धित थे।
आसनत एक औरत का नाम है जिसे फि़रोन ने यूसुफ को उसकी पत्नी होने को दिया। देखे इसका अनुवाद 41:44 में कैसे किया गया है।
पोतीपेरा आसनत का पिता था। देखे इसका अनुवाद 41:44 में कैसे किया गया है।
ओन एक शहर है, जिसे हेलियोपोलिस भी कहा जाता है, जो "सूर्य का शहर" और सूर्य देव “रा“ की पूजा का केंद्र था। देखे इसका अनुवाद 41:44 में कैसे किया गया है।
यह पुरषों के नाम है।
यह कुल 14 बेटों और पोतों को दर्षाता है जो राहेल स्मबन्धित थे।
यह पुरषों के नाम है।
यह एक सत्री का नाम है जो राहेल कि सेविका थी। देखे इस नाम का अनुवाद 29:28 में कैसे किया गया है।
यह 7 बच्चो को और पोतो को दर्षाता है जो बिल्हा से स्मबन्धित थे।
66
70
कि उनको गोशेन का रसता दिखाए।
यहाँ पे यूसुफ नाम उसके सेवको को दर्षा रहा है,अत: यूसुफ के सेवको ने उसका रथ जुतवाया और यूसुफ चल दिया
यहाँ पे “को गया” शब्द ईसलिए इस्तेमाल किया गया है,क्योकि यूसुफ एक उच्चे स्थान से अपने पिता को मिलने को जा रहा था।
"अपने पिता के चारों ओर उपने हाथ लिपेट कर लिपट गया, और लंबे समय तक रोया"
अब मैं मरने के लिए तैयार हुँ ।और अब मैं खुशी खुशी मर सकता हुँ।
यहाँ पे मुँह शब्द एक पुरे ईन्सान के लिए इस्तेमाल किया गया है, यकुब अपने पिता को देखकर अपनी खुशी जाहिर कर रहा था। अत: कि अब मेने फीर एक बार तुजे जिन्दा पाया हैं।
यहाँ पर “घराना“ शब्द उसके परिवार को दर्शा रहा हैं। अत: “उसके परिवार के लोग“ या “उसके पिता का घर“
जब किसी व्यक्ति को किसी उचे अधिकारी के साथ बात करने जाना होता था, तो "मैं जाकर" शब्द का उपयोग करना आम बात थी। अत: "मैं फिरौन को बताऊंगा"।
यह एक उद्धरण के भीतर एक उद्धरण है। इसे एक अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में कहा जा सकता है। अत: "फिरौन से कहो कि मेरे भाई ... उनके पास जो कुछ भी है"
इस वाक्यांश का उपयोग यहां एक महत्वपूर्ण घटना को चिह्नित करने के लिए किया जाता है जो कहानी में होने वाली है।
यह एक भाव के भीतर एक भाव हैं। इसे एक अप्रत्यक्ष भाव के रूप में कहा जा सकता है। अत: और अगर तुमसे पुछे कि तुम क्या काम करते हो, तो तुम यह कहना।
यह एक भाव के भीतर एक भाव हैं। इसे एक अप्रत्यक्ष भाव के रूप में कहा जा सकता है। अत: तुम यह कहना कि तुम्हारे पास... तेरे दोनो और तुम्हारे पुरखे।
यूसुफ का परिवार के लोग फ़िरोन के साथ उसके दासो कि तरह बात कर रहे थे, जो कि किसी उच्च-पद वाले मनुष्य से बात करने का आदरणीय तरिका था।
मिस्री लोग के लिए सभी चरवाहे घिनौने थे।
1तब यूसुफ ने फ़िरौन के पास जाकर यह समाचार दिया, “मेरा पिता और मेरे भाई, और उनकी भेड़-बकरियाँ, गाय-बैल और जो कुछ उनका है, सब कनान देश से आ गया है; और अभी तो वे गोशेन देश में हैं।”2फिर उसने अपने भाइयों में से पाँच जन लेकर फ़िरौन के सामने खड़े कर दिए।3फ़िरौन ने उसके भाइयों से पूछा, “तुम्हारा उद्यम क्या है?” उन्होंने फ़िरौन से कहा, “तेरे दास चरवाहे हैं, और हमारे पुरखा भी ऐसे ही रहे।”4फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा, “हम इस देश में परदेशी की भाँति रहने के लिये आए हैं; क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़-बकरियों के लिये चारा न रहा; इसलिए अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्ञा दे।”5तब फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “तेरा पिता और तेरे भाई तेरे पास आ गए हैं,6और मिस्र देश तेरे सामने पड़ा है; इस देश का जो सबसे अच्छा भाग हो, उसमें अपने पिता और भाइयों को बसा दे; अर्थात् वे गोशेन देश में ही रहें; और यदि तू जानता हो, कि उनमें से परिश्रमी पुरुष हैं, तो उन्हें मेरे पशुओं के अधिकारी ठहरा दे।”7तब यूसुफ ने अपने पिता याकूब को ले आकर फ़िरौन के सम्मुख खड़ा किया; और याकूब ने फ़िरौन को आशीर्वाद दिया।8तब फ़िरौन ने याकूब से पूछा, “तेरी आयु कितने दिन की हुई है?”9याकूब ने फ़िरौन से कहा, “मैं तो एक सौ तीस वर्ष परदेशी होकर अपना जीवन बिता चुका हूँ; मेरे जीवन के दिन थोड़े और दुःख से भरे हुए भी थे, और मेरे बापदादे परदेशी होकर जितने दिन तक जीवित रहे उतने दिन का मैं अभी नहीं हुआ।”10और याकूब फ़िरौन को आशीर्वाद देकर उसके सम्मुख से चला गया।11तब यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों को बसा दिया, और फ़िरौन की आज्ञा के अनुसार मिस्र देश के अच्छे से अच्छे भाग में, अर्थात् रामसेस नामक प्रदेश में, भूमि देकर उनको सौंप दिया।12और यूसुफ अपने पिता का, और अपने भाइयों का, और पिता के सारे घराने का, एक-एक के बाल-बच्चों की गिनती के अनुसार, भोजन दिला-दिलाकर उनका पालन-पोषण करने लगा।
यूसुफ ने अपने भाइयों में से पाँच जन लेकर
तेरे सेवक झुंड की रखवाली करते हैं।
यूसुफ के भाई अपने आप को फ़िरौन के दास बता रहे है।
हम और हमारे पूर्वज।
हम कुछ समय के लिए ही मिस्र में रहने आए हैं।
वहाँ पे उनके जानवरो के खाने को कुच्छ घास न थी।
यह एक बात पर ध्यान लगाने के लिए था
इसका अर्थ यह है कि मिस्र का सारा देश तेरे लिए खुला है।
अपने पिता और भाइयों को गोशेन देश में बसा जो की सबसे बड़िया इलाका है।
फ़िरोन यूसुफ से पुश रहा था की इनमें से कोई परिश्रमी पुरुष हैं जो मेरे जानवरो कि देख-बाल कर सके।
याकूब ने फ़िरोन के घराने को और उसके कामो को आशीश।
तुम्हारी आयु कितनी है।
इसका अर्थ यह है की उसने अपनी 130 साल कि उमर में काफी जगाहो पर सफर किया।
याकूब यहाँ पे यह कहना चाह रहा है कि उसकी आयु अब्राम और ईजहाक के मुकाबले काफी शोटी है।
याकूब ने अपने जिवन में काफी दुख और परेशनियों का अनुभव किया।
तब यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों का अच्छा पालन पोषण किया और उन्हे वहाँ बसाने में मदद की।
यह गोशेन देश का दूसरा नाम है।
उनके बाल बच्चों कि गिनती के अनुसार।
मिस्र देश के लोग और कनान देश के लोग।
वे पतले और कमजोर हो गए।
मिस्र और कनान देश के लोगों ने अपना सारा पैसा यूसुफ से अन्न लेने में खर्च दिया।
यूसुफ ने अपने दासों को धन इकट्ठा करने और उसे महल में लाने का हुकम किया।
जब मिस्र और कनान देश के लोगो ने अपने सारे धन का उप्योग कर लिया।
मिस्र के देश से और कनान के देश से।
इसका यह अर्थ है कि मस्रियों ने ओर कनानियों ने अपना सारा धन खत्म कर दिया था और वे भुख से मरना नहीं चाहते थे इसलिए वे यूसुफ से खाने के लिए विनती कर रहे थे।
इसका का अर्थ यह है की यूसुफ ने उनको भोजन दिया।
वे लोग यूसुफ के पास आए।
यहाँ पर प्रभु शब्द यूसुफ को दर्शा रहा है,और लोग उससे कह रहे है कि वे उससे कुछ ना छिपाए रखेंगे।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि मिस्रियों और कनानियों के पास यूसुफ को देने को ओर कुछ ना बचा था।
यहाँ पर वे लौग यूसुफ को कह रहे है की वे उन्हें मरने ना दे और उनकी भुमी कौ उजड़ने से बचा।
क्योकि उनके पास बोने को कोई बीज ना था जिससे उनकी भूमि खराब हो गई, और उजड़ गई।
तो वे फ़िरोन कि भूमि हो गई।
लेकिन उसने याजकों कि भूमि ना खरिदी।
इसका अर्थ यह है की फ़ीरोन रोजना याजकों बोजन वस्तुए बेजा करता था।
वे जो कुच्छ फ़िरोन बेजता वे उसमें से खाया करते थे।
ताकि तुम बोओ।
इसका यह अर्थ है कि वे अपनी उपज के पांच हिस्से करे जिसमें से वह एक फ़िरोन को अपने भूगतान के रूप में दे और बाकी का चोधा हिसा वे खुद रख ले।
कि बाकी का चार अंश उपने लिए अपने घराने के लीए और अपने बच्चो के लिए रख ले।
इसका अर्थ यह है कि यूसुफ उन मयस्रियों और कनानियों के साथ दयालू बना रहे।
दया कि दृष्टि।
मिस्र की समस्त भूमि में।
इसका मतलब यह है कि आज के इस समय तक।
इसका यह अर्थ है कि वे अपनी उपज के पांच हिस्से करे जिसमें से वह एक फ़िरौन को अपने भूगतान के रूप में दे और बाकी का चौधा हिस्सा वे खुद रख लें।
वे बहुत बढे़ और उनके बहुत बच्चे हुए।
इसका यह अर्थ है कि वे सफल हुए या उनके बच्चे हूए।
17 साल
याकूब 147 साल जिन्दा रहा।
यह वाक्य इस्राएल के अनतिम समय को दर्षा रहा है।
यदि मेने तुज्हे प्रसन्न किया हो।
दया कि दृष्टि।
यह चिन्ह एक अटुट वादे को दर्शा रहा है।
मेरे साथ एक सच्चाई वाला और विश्वास योग्य ब्रताव कर।
यहाँ पर इस्राएल यूसुफ से बिनती कर रहा है।
इसका यह अर्थ यह है कि इस्राएल अपने मरने के बाद उसके बाप-दादे जो उससे पहले मर चुंके थे उनके साथ मिलने कि बात कर रहा है।
मुझसे वादा कर।
उसने उससे वादा किया।
1इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, “सुन, तेरा पिता बीमार है।” तब वह मनश्शे और एप्रैम नामक अपने दोनों पुत्रों को संग लेकर उसके पास चला।2किसी ने याकूब को बता दिया, “तेरा पुत्र यूसुफ तेरे पास आ रहा है,” तब इस्राएल अपने को सम्भालकर खाट पर बैठ गया।3और याकूब ने यूसुफ से कहा, “सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने कनान देश के लूज नगर के पास मुझे दर्शन देकर आशीष दी,4और कहा, ‘सुन, मैं तुझे फलवन्त करके बढ़ाऊँगा, और तुझे राज्य-राज्य की मण्डली का मूल बनाऊँगा, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को यह देश दूँगा, जिससे कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे।’5और अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र में मेरे आने से पहले उत्पन्न हुए हैं, वे मेरे ही ठहरेंगे; अर्थात् जिस रीति से रूबेन और शिमोन मेरे हैं, उसी रीति से एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ठहरेंगे।6और उनके पश्चात् तेरे जो सन्तान उत्पन्न हो, वह तेरे तो ठहरेंगे; परन्तु बँटवारे के समय वे अपने भाइयों ही के वंश में गिने जाएँगे।7जब मैं पद्दान से आता था, तब एप्राता पहुँचने से थोड़ी ही दूर पहले राहेल कनान देश में, मार्ग में, मेरे सामने मर गई; और मैंने उसे वहीं, अर्थात् एप्राता जो बैतलहम भी कहलाता है, उसी के मार्ग में मिट्टी दी।”8तब इस्राएल को यूसुफ के पुत्र देख पड़े, और उसने पूछा, “ये कौन हैं?”9यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहाँ दिए हैं।” उसने कहा, “उनको मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूँ।”10इस्राएल की आँखें बुढ़ापे के कारण धुन्धली हो गई थीं, यहाँ तक कि उसे कम सूझता था। तब यूसुफ उन्हें उनके पास ले गया; और उसने उन्हें चूमकर गले लगा लिया।11तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “मुझे आशा न थी, कि मैं तेरा मुख फिर देखने पाऊँगा: परन्तु देख, परमेश्वर ने मुझे तेरा वंश भी दिखाया है।”12तब यूसुफ ने उन्हें अपने पिता के घुटनों के बीच से हटाकर और अपने मुँह के बल भूमि पर गिरकर दण्डवत् की।13तब यूसुफ ने उन दोनों को लेकर, अर्थात् एप्रैम को अपने दाहिने हाथ से, कि वह इस्राएल के बाएँ हाथ पड़े, और मनश्शे को अपने बाएँ हाथ से, कि इस्राएल के दाहिने हाथ पड़े, उन्हें उसके पास ले गया।14तब इस्राएल ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर एप्रैम के सिर पर जो छोटा था, और अपना बायाँ हाथ बढ़ाकर मनश्शे के सिर पर रख दिया; उसने तो जान-बूझकर ऐसा किया; नहीं तो जेठा मनश्शे ही था।15फिर उसने यूसुफ को आशीर्वाद देकर कहा, “परमेश्वर जिसके सम्मुख मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक चलते थे वही परमेश्वर मेरे जन्म से लेकर आज के दिन तक मेरा चरवाहा बना है; (इब्रा. 11:21)16और वही दूत मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है, वही अब इन लड़कों को आशीष दे; और ये मेरे और मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक के कहलाएँ; और पृथ्वी में बहुतायत से बढ़ें।” (इब्रा. 11:21)17जब यूसुफ ने देखा कि मेरे पिता ने अपना दाहिना हाथ एप्रैम के सिर पर रखा है, तब यह बात उसको बुरी लगी; इसलिए उसने अपने पिता का हाथ इस मनसा से पकड़ लिया, कि एप्रैम के सिर पर से उठाकर मनश्शे के सिर पर रख दे।18और यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “हे पिता, ऐसा नहीं; क्योंकि जेठा यही है; अपना दाहिना हाथ इसके सिर पर रख।”19उसके पिता ने कहा, “नहीं, सुन, हे मेरे पुत्र, मैं इस बात को भली भाँति जानता हूँ यद्यपि इससे भी मनुष्यों की एक मण्डली उत्पन्न होगी, और यह भी महान हो जाएगा, तो भी इसका छोटा भाई इससे अधिक महान हो जाएगा, और उसके वंश से बहुत सी जातियाँ निकलेंगी।”20फिर उसने उसी दिन यह कहकर उनको आशीर्वाद दिया, “इस्राएली लोग तेरा नाम ले लेकर ऐसा आशीर्वाद दिया करेंगे, ‘परमेश्वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे,’ ” और उसने मनश्शे से पहले एप्रैम का नाम लिया।21तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “देख, मैं तो मरने पर हूँ परन्तु परमेश्वर तुम लोगों के संग रहेगा, और तुम को तुम्हारे पितरों के देश में फिर पहुँचा देगा।22और मैं तुझको तेरे भाइयों से अधिक भूमि का एक भाग देता हूँ,* जिसको मैंने एमोरियों के हाथ से अपनी तलवार और धनुष के बल से ले लिया है।” (यूह. 4:5)
यह वाक्य इस कहानी कि नई शुरुआत को दर्शा रहा है।
किसी ने यूसुफ को बताया।
देख तेरा पिता।
यूसुफ अपने दोनो पुत्रो को संग लेकर गया।
जब किसी ने याकूब को बताया।
तेरा पुत्र यूसुफ तुझे देखने तेरे पास आ रहा है।
इस्राएल पुरी कोशिश करके खाट पर बैठ गया।
यह एक शेहर का नाम है।
याकूब ने यूसुफ से कहा कि कनान देश में परमेश्वर ने उसे आशीष दी और उससे कहा।
यह परमेश्वर द्वारा किसी पे दया करना है।
यहाँ पे परमेश्वर ने याकूब को फलवन्त करने की,उसके वंश को बढ़ाने कि और उसे बिन बिन राज्यों क मूल बनाने की और उनको वे देश देने कि आशिष दि जो सदा तक उनका बना रहेगा।
यह शब्द यहाँ पे इसलिए इस्तेमाल हुआ की याकूब परमेश्वर कि बाते ध्यान से सुने।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि परमेश्वर ने याकूब को बहुत सारे वंशज देने की आशिष दी।
मैं बहूत राज्यों में तेरे वंशज बनाऊगा।
सदा का अधिकार।
इस शब्द का प्रयोग उन जरुरी बातों पर ध्यान देने के लिए किया गया है जो आगे है।
एप्रैम और मनश्शे दोनो ने भूमी का एक एक हिस्सा लिया हुआ था जैसा कि यूसुफ के भाइ ने किया था।
यहाँ इस वाक्य के दो अर्थ हो सकते है 1) युसफ की सन्तान
यह बैतलहम के शहर का ही दुसरा नाम था।
बैतलहम को एप्राता नाम से भी जाना जाता है।
यह बेटे किसके हैं।
एक पिता आमतौर पर अपने बच्चों को और उनके बच्चों को आशीष देता है।
अब इस समय तक इस्राएल काफी बुढ़ा हो गया था जिसके कारण उसकी आखें धुंदला गई जिसके कारन उसे कम दिखाई देता था।
इस्राएल ने उनको चुमा।
यहाँ पे मुख एक पुरे इनसान को दर्शा रहा है,अत: कि तुम्हे फिर देखने पाया।
जब यूसुफ ने अपने बेटों को इस्राएल के घुटनों के बीच बेठाया यह,यह दर्षाता है कि इस्राएल ने उन्हे अपनाया,यह याकूब से उन बच्चों को एक खास शिक्षा मिली।
यूसुफ ने अपने घुटनो पे आकर अपने पिता को आदर दिया।
यूसुफ ने मनश्शे को इस्राएल के दाहिने हाथ इसलिए रखा क्योकि वह बड़ा था और इसलिए भी कि वह बड़ी आशिष पाए।
इसका यह अर्थ है कि एप्रैम ने इस्राएल द्वारा बड़ी आशिष पाई।
इस्राएल ने यूसुफ को और उसके बेटों को आशिर्वाद दिया।
वह परमेश्वर जिसकी मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक ने सेवा की।
परमेश्वर ने इस्राएल कि देखबाल वैसे कि जैसे एक चरवाहा अपनी बेढ़ो कि करता है।
यह वह दूत हे जिसे परमेश्वर ने इस्राएल की रकशा के लिए बेजा था।
मुझे बचा लिया।
इस वाक्य का यह अर्थ है की इस्राएल ने चाहा कि परमेश्वर करे कि एप्रैम और मनश्शे द्वारा उसे और उसके बापदादे अब्राहम और इसहाक को जाद किया जाँए।
यहाँ पे एप्रैम को और मनश्शे को आशिष दी जा रही है की वे बहूत से वंशज पाए जो पुरी पृथ्वी पर बहुतायत से बड़े।
दाहिना हाथ बड़ी बरकत का प्रतिक है जिसके हकदार बड़े बेटे ही होते है।
तेरे बड़े बेटे के भी बहुत वंशज होंगे और वे महान लोगो कि एक बड़ी मंडली होगी।
उस दिन इस्राएल ने कहा।
इस्राएली लोग तुम्हारा नाम लेकर दुसरों को आशीर्वाद देंगे।
तुम्हारा नाम लेकर ,परमेश्वर को कहेंगे कि वह दुसरो को भी एप्रैम और मनश्शे के समान बनाए।
इस्राएल ने एप्रैम का नाम पेहले लिया क्योकि वह जानता था की वह मनश्शे से बहुत महान होगा।
इस्राएल ने एप्रैम को बहुतायत से अशिष दि और एप्रैम को मनश्शे से यादा महत्वपुर्ण जाना।
यहाँ पे इस्राएल के सभी लोगो की बात कि जा रही है।
परमेश्वर तुम्हारी मदद करेगा ओर तुम्हें आशिष देगा।
तुमको ले जाएगा।
तुम्हारे पुर्वजो के देश में।
मैं तुझको तेरे भाइयों से अधिक एक पहाड़ कि चौटी देता हुँ।
यहाँ पर यूसुफ की बात की जा रही है।
वह पहाड़ कि चोटी मैने एमोरियों से युध्द करके जीती है।
1फिर याकूब ने अपने पुत्रों को यह कहकर बुलाया, “इकट्ठे हो जाओ, मैं तुम को बताऊँगा, कि अन्त के दिनों में तुम पर क्या-क्या बीतेगा।2हे याकूब के पुत्रों, इकट्ठे होकर सुनो, अपने पिता इस्राएल की ओर कान लगाओ।3“हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल, और मेरे पौरूष का पहला फल है;
यहाँ से आगे याकूब ने अपने बेटों को आखरी आशिषें दी।
आओं और अपने पिता को ध्यान से सुनों।
यहाँ पे याकूब अपने बेटो को भुला रहा है कि हे मेरे पुत्रों मेरे पास आओं और मेरी सुनो।
इस पूरे वाक्य का यह अर्थ है कि याकूब बच्चों को जन्म देने में योग्य था,अत: याकूब के मर्द बनने के बाद रूबेन उसका जेठा अर्थ उसके पहला पुत्र हुआ।
तू सम्मान और शक्ति में सबसे उत्तम होगा और सम्मान और शक्ति में तेरे से आगे कोई ना जा सकेगा।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि याकूब अपने गुस्से को काभू में नहीं रख सकता और वह स्धिर नही है।
तू अपने भाईयों से पहले न होगा ।
इसका यह अर्थ है कि वह याकूब कि रखैल के साथ सोया जिससे उसने याकूब को शर्मिंदा किया।
इसका अर्थ यह है कि याकूब का जेठा पुत्र उसकी रखैल के साथ सोया।
यह दोनो जन्म से तो भाई ना थे पर याकुब ने इस बात पे जौर डाला कि दोनो ने साथ मिलकर शकैम के लोगो को मारा।
उन्होने ने अपनी तलवारो का इस्तेमाल लोगो को दुख पँहुचाने को और उन्हे मारने के लिए किया।
इन दानो शब्दो का एक हि अर्थ है और यहाँ पे याकूब यह कहना चाह रहा है कि परमेश्वर ने स्वय उसको इतना आदर दिया है कि वह उन दुष्टो के कामो मे शामिल नही होना चाहता था।
यहाँ पे याकूब यह कहना चाह रहा था कि वह उनके इन दुष्ट कामों में उनका सहभागी नही बनना चाहता था।
इस वाक्य हमे यह दर्शाता है की शिमोन और लेवी ने अपने आन्नद के लिए उन बैलों को विकलांग बना दिया।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि किसी जानवर के पेर के रेशेदार ऊतक को काट देना ताकि वह चल ना सके।
यहाँ पर परमेश्वर कह रहा है कि मैं शिमोन और लेवी को उनके कोप जो प्रचण्ड था और उनके रोष के लिए जो निर्दय था, उनको शाप दुंगा।
यहाँ पे परमेश्वर और एक नबी के रीशते को दर्षाया गुया हैं।
और मैं उनके रोष के कारण जो निर्दय था उन्हें शाप दुगा।
यहाँ पे परमेश्वर कह रहे है कि वह शिमोन और लेवी के वशंजो को अलग अलग कर देगा और उन्हे इस्राएल में तितर-बितर कर दूँगा।
इन दोनो वाक्यों क एक ही मतलब है,कि उसके भाई उसका आदर मान करेंगे।
तेरे कामों के कारण तेरी प्रशंसा करेंगे।
इसका यह अर्थ है कि वह अपने दुशमनों पे विज्य प्राप्त करेगा।
इसका यह अर्थ है कि अपने घुटनो के बल जुक्कर किसी को आदर और सम्मान देना।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि याहूदा एक शेर के सम्मान शक्तिशाली है।
तू मेरे पुत्र अपने शिकार को खाकर वापिस आ गया।
जिस तरह एक सिंहनी वह एक दरजे की शिकरी होती है और उपने बच्चो कि रक्षा भी अच्छे से करती है।उसी सम्मान याकूब भी यहूदा को मानता है।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि यहूदा दुसरो के लिए एक ऐसा भय योग्य इनसान है जिसको कोई भी उसको जगाने हिम्मत नही करता।
इस वाक्य का यह अर्थ है की शासन करने की शक्ति हमेशा यहूदअ के वशंजो के साथ रहेगी।
शीलोह का अर्थ है "श्रद्धांजलि।" अत: जब तक राष्ट्र उसे मानते हैं और उसे श्रद्धांजलि देते हैं
इसका यह अर्थ है कि राज्य-राज्य के लोग उसे मानेंगे।
वे दाखलताँए अंगुरो से इतनी भड़ी हूई थी कि अगर उसमें से कुच्छ गदहे भी खाले तो उसके स्वामी को कोई फर्क नही पड़ता।
यह दोनो शब्द यहूदा के वंशजो को दर्षा रहे है।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि वहाँ इतने अंगुर थे की वे अपने कपड़ो को भी उसके रस में धोते थे।
यह वाक्य भविष्य में पुरी हुई भविष्यवानी को दर्षाता है कि जैसे काम होना था वैसे ही हुआ।
इस वाक्य का अर्थ है वे अंगुरो क रस जो खुन के सम्मान था।
इस वाक्य का यह अर्थ हो सकता है कि लोगो कि आँखे ज्यादा दाखमधु पीने से लाल हो गई थी।
यह वाक्य हमेको यह स्पष्ट करता है की वहाँ पे बहुत गाय बैल थे जिससे उनके पास पीने को बहुत दुध हुआ करता था।
यह वाक्यु जबूलुन के वंशजो को दर्षा रहा है।
यहाँ पे उन बन्दरगाहो कि बात कि जा रही है जो जबूलुन के लोगो ने बनाईं थी और वह शहर के जहाजों को पनाह प्रदान करते थे।
यह एक समुन्दर का ही हिस्सा है जो जमिन के बिलकुल पास होता है और वह जगहा जहाजों के लिए बहुत सुरक्शित होती है।
इसका अर्थ यह है कि वे बहुत मेहनत वाले काम करेगे। अत: “इस्साकार के वंशज एक बलवन्त गधे की तरह होंगे।
अक्सर भविष्यवानियों कि घटनाओं में जो भविष्य मे होने वाली हो, उन्में कुछ ऐसा बताया जाता है जो पहले से हि घटी हो। जैसे कि यहाँ पे लेखक ने यहाँ पे बताया है कि इस्साकार एक बड़ा और बलवन्त गदहा है।
यहाँ पे इस्साकार के वशंजो कि बात कि जा रही है,अत: इस्साकार के वशंज... वे देखेंगे... वे करेंगे।
यहाँ पे याकूब इस्साकार के वशंजो कि बात कर रहा है की वह गदहो कि तरह कढ़िण काम करने वाले और फिर दबाकर आराम करने वाले है।
एक विश्रामस्थान जो अच्छा हो और एक स्थान जो सुहावना हो।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि वह कढ़िण काम करते थे कि वह भाड़ी बीझ उढ़ा सके।
वे दुसरो का काम उनके दासों कि तरह करते थे।
यहाँ पे दान अपने वंशजो को दर्षा रहा है,अत: दान के वंशज अपने लोगो का न्याय करेंगे।
इसका यह अर्थ हो सकता है की दान के लोग या इस्राएल के लोग।
याकूब यहाँ पे दान के वंशजो को एक साप के सम्मान बता रहा हे कि जिस तरहा एक छोटा सांप घोड़े की नली को डसकर उसके सवार को पछाड़ खिलवाकर गिरा सकता है वैसे ही दान के वंशज भी थोड़े होंगे पर वे अपने दुश्मनो के लिए उतने ही खतरनाक भी होंगे। अत: दान के वंशज भी एक सांप के सम्मान होगे जो सड़क किनारे होता है।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि यहोवा मैं तेरी बाट जोहता हुँ की तु मुझे आकर बच्चा ले।
यहाँ पे याकूब अपने बाट जोहने कि बात कर रहा है।
यह यहाँ पे अपने अपने वंश को दर्षा रहे है।
यहाँ पे उस दल कि बात कि जा रही है जो गाद के वंशजो से दूर बाग निकली।
यहाँ पे उत्तम शब्द का अर्थ है स्वादिष्ट ।
यहाँ पे याकूब नप्तालियों के वंशजो कि बात कर रहा है कि यदी वे एक हिरनी के सम्मान होते तो जो भागने में स्वतंत्र है तो वह तेज संदेशवाहक होते।अत: नप्तालियों के वंशज एक हिरनी के सम्मान होंगे जो चलने में स्वतंत्र होंगे।
इसका यह अर्थ है की वे सुन्दर शब्द ओर सुन्दर बाते किया करते थे।
यहाँ पर याकूब यूसुफ के वंशजो कि बात कर रहा है कि जैसे एक पेड़ कि शाखा काफी फलवन्त होती है
एक पेड़ की एक मुख्य शाखा।
वे डालियाँ जो दीवार पे बढ़ रहीं थी और फैलती जा रही थी वे ऐसे लग रही थी जैसे चड़ाई कर रही हो।
याकूब ने यूसुफ और उसके वंशज को आशिर्वाद देना जारी रखा।
उसने अपना धनुष बड़ी मजबुती से पकड़े रखा कि वे अपने दुशमनो को घात करे।
यहाँ पर “उसका“ शब्द यूसुफ को दर्शाता है जो अपने वंशजो को दर्शा रहा है। अत: उनके धनुष... उनके हाथ।
इसका अर्थ यह है की उसकी बाहों में इतनी ताकत थी उसने अपने धनुष को स्थिर् रखा।
यहाँ पर परमेश्वर के हाथों की ताकत का जिक्र किया गया है।
यहाँ पर नाम एक पुरे पुरुष को दर्शा रहा है।अत: चरवाहे के कारण।
यहाँ पर यकूब यहोवा को चरवाहा कह रहा है क्योंकि वह उसको सहीं राह दिखाएगा और उनको बचाएगा भी।
यहाँ पर याकूब कह रहा है कि यदि यहोवा एक चट्टान हो तो उसके लोग उसपे चड़कर अपने दुशमनो से भच सकते है,वह इस बात पे जोर देता है कि यहोवा उसके लोगो कि रक्षा करेगा।
याकूब ने यूसुफ और उसके वंशज को आशिर्वाद देना जारी रखा।
इसका यह अर्वथ है की यहोवा यूसुफ के वंश की सहायता करेगा और उनको आशीषें देगा।
आकाश में की आशीषें, का अर्थ है कि यहोवा आकाश से बारिश करके उनकी फसलों को बड़ाएगा।
वह उस गहरे जल कि बात कर रहा है जिसका जल नदियों और कुऔं में आता है।
यहाँ पे “स्तनों, और गर्भ“ उनकी सत्रियों के माँ बनने को और उनके बच्चो को दुध पिलाने कि आशीष को दर्षाता है।
याकूब ने यूसुफ और उसके वंशज को आशिर्वाद देना जारी रखा।
इसका अर्थ सनातन पहाड़ियों शब्द कि जगहा उनके पुर्वज भी हो सकते है।
यहाँ पे वे शब्द यूसुफ के पिता द्वारा दि गई आशिषों को दर्षा रहा है।
याकूब कि यह चाह थी कि वे सब आशिषें उन पर भी हो जो उसके वंशजो में सबसे महत्वपुर्ण है अत: सबसै महत्वपुर्ण यूसुफ के वंश के सिर पर।
अपने भाईयों में सबसे उत्तम।
यहाँ पे बिन्यामीन उसके वंशज को दर्षा रहा है। और यहाँ याकूब यह कहना चाह रहा है उसके वंशज भी उसके जैसे फाड़नेवाला भेड़िया है।
इस वाक्य में याकूब के पुत्रों को दर्षाया गया है,ओर वह अपने अपने गोत्र पर प्रदान डहरे।
यह वाक्य उनको दि गई आशिषों को दर्षाता हैं।
उसने एक एक कि योग्यता के अनुसार उन्हें आशिष दी।
उसने उनको हुकम किया।
यह एक विनम्र तरिका है यह कहने का कि वह मरने पर हैं।अत: वह मरने पर था।
यहाँ पर याकूब उसके मरने के बाद उसकी आत्मा के उसके बाप-दादे अर्थ अब्राम ओर इज्हाक के साथ ज मिलने कि बात कह रहा है
यह एक पुरुष का नाम है, हित्ती अर्थात उसके वंशज।
मकपेला एक स्थान का नाम है।
यह हेब्रोन शहर का दुसरा नाम है, यह अब्राम के मित्र के नाम पर पड़ा था जो वहाँ रहा करता था।
याकूब अपने बेटों से बात करनी जारी रखता है।
वह भूमि अब्राम के द्वारा मोल ली गई थी
हित्त के लोगो से।
उसने अपने बेटों को आदेश देना बन्द किया।
वह अपनी खाट पर ही बेठा था ओर अब उसने अपने पाँव अपनी खाट पर किए कि वह खाट पर लेट सके।
यह एक विनम्र तरीका है यह कहने का कि वह मर गया।
यकूब के मरने के बाद उसकी आत्मा उसके उन रिशतेदारो से जा मिली जो उससे पहले मर चुके थे।
1तब यूसुफ अपने पिता के मुँह पर गिरकर रोया और उसे चूमा।2और यूसुफ ने उन वैद्यों को, जो उसके सेवक थे, आज्ञा दी कि उसके पिता के शव में सुगन्ध-द्रव्य भरे; तब वैद्यों ने इस्राएल के शव में सुगन्ध-द्रव्य भर दिए।3और उसके चालीस दिन पूरे हुए, क्योंकि जिनके शव में सुगन्ध-द्रव्य भरे जाते हैं, उनको इतने ही दिन पूरे लगते है; और मिस्री लोग उसके लिये सत्तर दिन तक विलाप करते रहे।4जब उसके विलाप के दिन बीत गए, तब यूसुफ फ़िरौन के घराने के लोगों से कहने लगा, “यदि तुम्हारे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो मेरी यह विनती फ़िरौन को सुनाओ,5मेरे पिता ने यह कहकर, ‘देख मैं मरने पर हूँ,’ मुझे यह शपथ खिलाई, ‘जो कब्र मैंने अपने लिये कनान देश में खुदवाई है उसी में तू मुझे मिट्टी देगा।’ इसलिए अब मुझे वहाँ जाकर अपने पिता को मिट्टी देने की आज्ञा दे, तत्पश्चात् मैं लौट आऊँगा।”6तब फ़िरौन ने कहा, “जाकर अपने पिता की खिलाई हुई शपथ के अनुसार उनको मिट्टी दे।”7इसलिए यूसुफ अपने पिता को मिट्टी देने के लिये चला, और फ़िरौन के सब कर्मचारी, अर्थात् उसके भवन के पुरनिये, और मिस्र देश के सब पुरनिये उसके संग चले।8और यूसुफ के घर के सब लोग, और उसके भाई, और उसके पिता के घर के सब लोग भी संग गए; पर वे अपने बाल-बच्चों, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों को गोशेन देश में छोड़ गए।9और उसके संग रथ और सवार गए, इस प्रकार भीड़ बहुत भारी हो गई।10जब वे आताद के खलिहान तक, जो यरदन नदी के पार है, पहुँचे, तब वहाँ अत्यन्त भारी विलाप किया, और यूसुफ ने अपने पिता के लिये सात दिन का विलाप कराया।11आताद के खलिहान में के विलाप को देखकर उस देश के निवासी कनानियों ने कहा, “यह तो मिस्रियों का कोई भारी विलाप होगा।” इसी कारण उस स्थान का नाम आबेलमिस्रैम पड़ा, और वह यरदन के पार है।
शब्द "वह गिर गया" दूर होने के लिए एक मुहावरा है। कि वह दुख में अपने पिता के मुह पर गिर पड़ा।
उसके सेवक“ जिन्होंने शवों की देखभाल की ।”
सुगन्ध-द्रव्य "शव" को दफनाने से पहले शव को संरक्षित करने का एक विशेष तरीका है उसके पिता को दफनाने के लिए त्यार करे।
उन्होनें 40 दिन लिए।
70 दिन।
उसके शोक के दिन" या "उसके लिए रोने के दिन"।
यहाँ "घराने के लोगों " उन अधिकारियों के लिए है जो फ़िरौन के शाही दरबार का निर्माण करते हैं। "यूसुफ ने फिरौन के अधिकारियों से बात की"
यह वाक्य “तुम्हारी दृष्टि“ एक शब्दार्थ है जो यूसुफ के विचारो को और उसकी राय को दर्षाता है, "अगर मैंने आपके साथ अनुग्रह पाया है" या "यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं।"
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति किसी और के द्वारा मंजूर है।
इसे हम आसान शब्दों में ऐसे लिख सकते है कि कृप्या फिंरोन से कहो की मेरे पिता ने मुझे शपथ खिलाई थी कि मैं उन्के मरने के बाद उन्हे उस कबर में मिटी दु जो उन्होने अपने लिए कनान देश में खुदवाई थी, कृप्या उसे बोलो कि वह मुझे जाने दे कि मे अपने पिता को मिटी देदूं फिर मैं लोट आऊगा।
देख मैं मर रहा हूँ।
इस वाक्य का प्रयोग करना आम था कि” मुझे जाने दे”, जब मिस्र से कनान कि यात्रा हो रही हो।
इसका मतलब यह है कि फिंरोन के उच अधिकारियों ने फिंरोन से बात की थी और अब फिंरोन यूसुफ को जवाब दे हा है।
वैसे हि जेसे तुने अपने पिता से शपथ खाई थी।
इस वाक्य का प्रयोग करना आम था कि” मुझे जाने दे”, जब मिस्र से कनान कि यात्रा हो रही हो।
फिरौन के सभी महत्वपूर्ण नेता दफन जुलूस में शामिल हुए।
यह व्यक्ति एक शाही सलाहकार था।
यहाँ "भवन के पुरनिये" का अर्थ फिरौन के शाही दरबार से है।
इसे एक नए वाक्य के रूप में लिखा जा सकता है: "मिस्र की भूमि। जोसेफ के घराने के लोग, उसके भाई और उसके पिता के घराने भी उसके पास गया"
यहॉं पे “घर के” शब्द उनके परिवारो को दर्षा रहा है।
यहाँ यह शब्द रथों में सवार पुरुषों के लिए है।
वह एक बहुत बड़ी सभा थी।
यहॉं पर “वे“ शब्द उन लोगो को दर्शाता है जिन्होने मिटी देने कि परमप्रा में हिस्सा लिया था।
इसके सम्मभव मतलब यह हो सकते है 1: आताद शब्द का अर्थ है कांटे, और वह उस स्थान को दर्षाता है जहॉं भारी मातरा में कांटे उगते हो। 2: यह उस व्यक्ति का नाम हो सकता है जो उन खलिहानो का मालिक था।
वह अत्यन्त दुखी थे, और उन्होंने बहुत विलाप किया।
7 दिन।
आताद के ताड़े हुए खलिहान में।
मिस्रियों का विलाप बहूत बड़ा था।
यहॉं पे अनुवादक ने एक पद-चिन जोड़ा है जो केहता है कि नाम आबेलमिस्रैम अर्थ है मिस्रियों का विलाप।
जाकूब के पुत्रों ने।
जैसा की उसने उन्हें निर्देशित किया था
उसके बेटो ने उसके शव को उढ़ाया।
मकपेला एक जगहा और कसबे का नाम था। देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 23:7 में किया था।
यह हब्रोन शहर का एक और नाम था और यह शायद मम्रे के बाद ही पड़ा था, अब्राम का एक मित्र भी वहाँ रहता था।देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 13:16 में किया था।
यह एक पुरुष का नाम है, हित्ती का मतलब हैत के वंशज। देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 23:7 में किया था।
यूसुफ मिस्र में वापिस आ गया।
वो सब लोग जो उसके साथ आए थे।
यहाँ क्रोध की बात की जा रही है जैसे कि यह कुछ भौतिक था जिसे यूसुफ ने अपने हाथों में पकड़ हुआ था।, क्या होता अगर यूसुफ हमसे अभी तक सच में नराज रहता।
किसी को नुकसान पहुंचाने वाले के खिलाफ बदला लेने की बात की जाती है, जैसे कि वह व्यक्ति उन दुसरे व्यक्तियों का भुगतान कर रहा था, जिस पर उनका बकाया है। उस बुरे काम का बदला लेना चाहता है जो हमने उससे किया था।
तेरे पिता ने अपने मरने से पहले हमे यह आदेश दिया कि हम तुजे यह बताए कि हमने तेरे साथ जो भी बुड़े काम किए है तु हमें हमारे उन कामो के लिए माफ कर।
जकुब उन सभी भाईयों का पिता था, यहाँ पर वे तेरे पिता पर इस लिए जोर दे रहे है कि जूसुफ ,जो उसके पिता ने कहा है उन बातो पर ध्यान दें॥ हमारे पिता ने मरने से पहले यह कहा।
उन सभी दुष्ट कामो के लिए जो उन्होने तेरे साथ किए।
इस शब्द का मतलब “ईस समय“ नहीं, पर वह इसलिए इसतेमाल हुआ है की हमारा उन जरुरी सुचनाओ पर ध्यान दिलाए जो आगे हैं।
यहाँ पे उसके भाई अपने आप को उसके पिता के परमेश्वर के सेवक बता रहे है, यह पहले व्यक्ति में कहा जा सकता है, “कृप्या हमे माफ कर”, हमारे पिता के परमेश्वर के सेवक।
यूसुफ यह समाचार सुनकर रोने लगा।
वे अपने सीरो को जमीन कि तरफ जुकाकर उसके सामने जुक गए। वह यूसुफ के लिए एक मानवता और आदर का संकेत था।
यूसुफ यह सवाल का ईस्तेमाल अपने भाईयों ले आराम के लिए पुछता है; मैं परमेश्वर कि जगह पे नही हुँ यां मैं परमेश्वर नही हुँ
"तुमने मेरे खिलाफ बुराई करने का इरादा रखा था।
परमेश्वर ने यह इरादा अच्छे के लिए रखा।
इसलिए मुझसे मत डरो।
"मैं हमेशा ध्यान रखुँगा कि तुम्हारे और तुम्हारे बच्चों के खाने के लिए पर्याप्त बोजन हो।
उसने उन पर दया करके उन्हें दिलासा दिया।
110 वर्ष।
एप्रैम के बच्चे और उसके परपोतें।
यह युसुफ के पोते का नाम था।
इस का मतलब है कि यूसुफ ने माकीर के इन बच्चों को अपने बच्चों के रूप में अपनाया। इसका मतलब यह है कि उनके पास जोसेफ के विशेष उत्तराधिकार होंगे।
50:24 में “तुम्हारी“ शब्द यूसुफ के भाईयों
उस समय “पहुँचा देगा“ शब्द मिस्र देश से कनान देश कि यात्रा कि बात के दौरान आम-तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। “तुम्हें इस देश से बाहर निकालकर उस देश में पहुँचाएगा”।
सुगन्ध-द्रव्य शव के मिट्टी में दबाए जाने से पहले उसे सभाले रखने का बहुत ही खास तरिका है। देखिए कैसे आपने सुगन्ध-द्रव्य का अनुवाद 50:1 में किया है ।
इसे हम सरल शब्दों में ऐसे लिख सकते है, कि उन्होने उसे रखा।
“एक छाती में“ या “ एक सन्दुक में”। यह एक ढ़िब्बा है जिसमे एक मृत व्यक्ति के शव को रखा जाता है।