Judges

Chapter 1

1 यहोशू के मरने के बाद इस्राएलियों ने यहोवा से पूछा, “कनानियों के विरुद्ध लड़ने को हमारी ओर से पहले कौन चढ़ाई करेगा?” 2 यहोवा ने उत्तर दिया*, “यहूदा चढ़ाई करेगा; सुनो, मैंने इस देश को उसके हाथ में दे दिया है।” 3 तब यहूदा ने अपने भाई शिमोन से कहा, “मेरे संग मेरे भाग में आ, कि हम कनानियों से लड़ें; और मैं भी तेरे भाग में जाऊँगा।” अतः शिमोन उसके संग चला। 4 और यहूदा ने चढ़ाई की, और यहोवा ने कनानियों और परिज्जियों को उसके हाथ में कर दिया; तब उन्होंने बेजेक में उनमें से दस हजार पुरुष मार डाले। 5 और बेजेक में अदोनीबेजेक को पाकर वे उससे लड़े, और कनानियों और परिज्जियों को मार डाला। 6 परन्तु अदोनीबेजेक भागा; तब उन्होंने उसका पीछा करके उसे पकड़ लिया, और उसके हाथ पाँव के अँगूठे काट डाले। 7 तब अदोनीबेजेक ने कहा, “हाथ पाँव के अँगूठे काटे हुए सत्तर राजा मेरी मेज के नीचे टुकड़े बीनते थे; जैसा मैंने किया था, वैसा ही बदला परमेश्‍वर ने मुझे दिया है।” तब वे उसे यरूशलेम को ले गए और वहाँ वह मर गया। 8 यहूदियों ने यरूशलेम से लड़कर उसे ले लिया, और तलवार से उसके निवासियों को मार डाला, और नगर को फूँक दिया। 9 और तब यहूदी पहाड़ी देश और दक्षिण देश, और नीचे के देश में रहनेवाले कनानियों से लड़ने को गए। 10 और यहूदा ने उन कनानियों पर चढ़ाई की जो हेब्रोन में रहते थे (हेब्रोन का नाम तो पूर्वकाल में किर्यतअर्बा था); और उन्होंने शेशै, अहीमन, और तल्मै को मार डाला। 11 वहाँ से उसने जाकर दबीर के निवासियों पर चढ़ाई की। दबीर का नाम तो पूर्वकाल में किर्यत्सेपेर था।

12 तब कालेब ने कहा, “जो किर्यत्सेपेर को मारके ले ले उससे मैं अपनी बेटी अकसा का विवाह कर दूँगा।” 13 इस पर कालेब के छोटे भाई कनजी ओत्नीएल ने उसे ले लिया; और उसने उससे अपनी बेटी अकसा का विवाह कर दिया। 14 और जब वह ओत्नीएल के पास आई, तब उसने उसको अपने पिता से कुछ भूमि माँगने को उभारा; फिर वह अपने गदहे पर से उतरी, तब कालेब ने उससे पूछा, “तू क्या चाहती है?” 15 वह उससे बोली, “मुझे आशीर्वाद दे; तूने मुझे दक्षिण देश तो दिया है, तो जल के सोते भी दे।” इस प्रकार कालेब ने उसको ऊपर और नीचे के दोनों सोते दे दिए। 16 मूसा के साले, एक केनी मनुष्य की सन्तान, यहूदी के संग खजूरवाले नगर से यहूदा के जंगल में गए जो अराद के दक्षिण की ओर है, और जाकर इस्राएली लोगों के साथ रहने लगे। 17 फिर यहूदा ने अपने भाई शिमोन के संग जाकर सपत में रहनेवाले कनानियों को मार लिया, और उस नगर का सत्यानाश कर डाला। इसलिए उस नगर का नाम होर्मा* पड़ा। 18 और यहूदा ने चारों ओर की भूमि समेत गाज़ा, अश्कलोन, और एक्रोन को ले लिया। 19 यहोवा यहूदा के साथ रहा, इसलिए उसने पहाड़ी देश के निवासियों को निकाल दिया; परन्तु तराई के निवासियों के पास लोहे के रथ थे, इसलिए वह उन्हें न निकाल सका। 20 और उन्होंने मूसा के कहने के अनुसार हेब्रोन कालेब को दे दिया: और उसने वहाँ से अनाक के तीनों पुत्रों को निकाल दिया। 21 और यरूशलेम में रहनेवाले यबूसियों को बिन्यामीनियों ने न निकाला; इसलिए यबूसी आज के दिन तक यरूशलेम में बिन्यामीनियों के संग रहते हैं। 22 फिर यूसुफ के घराने ने बेतेल* पर चढ़ाई की; और यहोवा उनके संग था। 23 और यूसुफ के घराने ने बेतेल का भेद लेने को लोग भेजे। और उस नगर का नाम पूर्वकाल में लूज था। 24 और भेदियों ने एक मनुष्य को उस नगर से निकलते हुए देखा, और उससे कहा, “नगर में जाने का मार्ग हमें दिखा, और हम तुझ पर दया करेंगे।” 25 जब उसने उन्हें नगर में जाने का मार्ग दिखाया, तब उन्होंने नगर को तो तलवार से मारा, परन्तु उस मनुष्य को सारे घराने समेत छोड़ दिया। 26 उस मनुष्य ने हित्तियों के देश में जाकर एक नगर बसाया, और उसका नाम लूज रखा; और आज के दिन तक उसका नाम वही है। 27 मनश्शे ने अपने-अपने गाँवों समेत बेतशान, तानाक, दोर, यिबलाम, और मगिद्दो के निवासियों को न निकाला; इस प्रकार कनानी उस देश में बसे ही रहे। 28 परन्तु जब इस्राएली सामर्थी हुए, तब उन्होंने कनानियों से बेगारी ली, परन्तु उन्हें पूरी रीति से न निकाला। 29 एप्रैम ने गेजेर में रहनेवाले कनानियों को न निकाला; इसलिए कनानी गेजेर में उनके बीच में बसे रहे। 30 जबूलून ने कित्रोन और नहलोल के निवासियों को न निकाला; इसलिए कनानी उनके बीच में बसे रहे, और उनके वश में हो गए। 31 आशेर ने अक्को, सीदोन, अहलाब, अकजीब, हेलबा, अपीक, और रहोब के निवासियों को न निकाला था; 32 इसलिए आशेरी लोग देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए; क्योंकि उन्होंने उनको न निकाला था। 33 नप्ताली ने बेतशेमेश और बेतनात के निवासियों को न निकाला, परन्तु देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए; तो भी बेतशेमेश और बेतनात के लोग उनके वश में हो गए।। 34 एमोरियों ने दानियों को पहाड़ी देश में भगा दिया, और तराई में आने न दिया; 35 इसलिए एमोरी हेरेस नामक पहाड़, अय्यालोन और शाल्बीम में बसे ही रहे, तो भी यूसुफ का घराना यहाँ तक प्रबल हो गया कि वे उनके वश में हो गए। 36 और एमोरियों के देश की सीमा अक्रब्बीम नामक पर्वत की चढ़ाई से आरम्भ करके ऊपर की ओर थी।


Judges 1:1

जोडने वाला वाक्य:

न्यायियों की पुस्तक की कहानी लगातार यहोशू के मरने के बाद एक नई कहानी को बताती है।

यहोवा

यह परमेश्‍वर का नाम है जो उसने पुराने नियम मे अपने लोगो के लिए प्रकाशित किया है।

कनानियों के विरुद्ध लड़ने को

यहाँ शब्द “हम” इस्राएल के लोगो को दर्शाता है।

यहूदा चढ़ाई करेगा

यहाँ यहूदा पुरुष यहूदा के गोत्र को दर्शाता है यहोवा ने यहूदा के पुरुषों को सबसे पहले मारने की आज्ञा दी थी।

सुनो

“देखो”।

देश

यह कनानियो का देश हे जहाँ पर वह रहते थे।

अपने भाई

“अपने इस्राएली भाई”।

मेरे संग मेरे भाग में आ

यहूदा और शिमोन के गोत्रो के लोग इस्राएलियो डेरा डाले हुए थे और यहूदा की दी गई पर्वत की घाटियो मे भी थे और उन्होने कहा हमारे साथ आओ।

मैं भी तेरे भाग में जाऊँगा… उसके संग चला

“यह सपष्ट रूप में कहा जा सकता है कि यहोवा ने कहा मै तेरे भाग मे जाऊगा…और यहोवा उसके संग चलेगा”।

मेरे संग मेरे भाग में आ

“हमे भी तुम्हारे साथ जाना होगा”।

Judges 1:4

और यहूदा ने चढ़ाई की

इसका अर्थ यह है कि शिमोन के आदमियो ने यहूदा के आदमियों के साथ हमला किया।

उनमें से दस हजार पुरुष मार डाले

“उसने 10,000 को मारा”।

उसके

कनानियों और परिज्जियों की सेना दुश्‍मन है।

बेजेक

यह कनान की पर्वतों का इलाका है।

अदोनीबेजेक

यह आदमी कनानियों और परिज्जियों की सेना का हाकिम था।

वे उससे लड़े

यहाँ “वे” शब्द अदोनीबेजेक और उसकी सेना को दर्शाता है। कि वे उसके और उसकी सेना के खिलाफ लड़े।

Judges 1:6

उसका पीछा करके

"उसका पीछा किया”।

सत्तर राजा

“७० रजा”।

हाथ पाँव के अँगूठे काटे हुए

यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि जिसके पैर की बड़ी ऊँगलिया हमने काँट दी थी।

मेरी मेज के नीचे टुकड़े बीनते थे

अदोनीबेजेक ने राजाओ को अपमानित करते हुए कहा कि मेरी मेज़ के नीचे जो टुकड़े पड़े उनको खाने के लिए कहा।

Judges 1:8

यरूशलेम से लड़कर उसे ले लिया

यहाँ “शहर” लोगो को दर्शाता है।कि जो लोग येरुशलम मे रहते थे उनसे लड़े।

उनको मार ड़ाला

यहाँ शब्द यह शहर मे रहने वाले लोगो को दर्शाता है। कि उसने शहर के लोगो पर हमला किया।

तलवार से उसके निवासियों को मार डाला

यहाँ “तलवार” और लड़ाई मे उस से लड़ने वाले हथियारो को दर्शाता है कि उन्होने “अपनी तलवारो से मार ड़ाला”।

यहूदा ने उन पर चढ़ाई की

यहाँ नीचे शब्द येरूश्‍लम की यात्रा करने वाले लोगो को दर्शाता है कि वह यहूदा के पुरषो से लड़ने के लिए चले गये।

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पहाड़ी

पहाड़ी की सीमा।

हेब्रोन का नाम तो पूर्वकाल में किर्यतअर्बा था

यह एक पुरानी जानकारी है। जिन लोगो ने सबसे पहले इस पुस्तक को पड़ा था शायद किर्यतअर्बा के बारे मे सुना था पर यह नही जानते थे की यह वही शहर है जीसकॊ वह हेब्रोन के नाम से जानते थे।

शेशै, अहीमन, और तल्मै

यह हेब्रोन और कनानियो के तीनो हाकिमों के नाम है।शेशै, अहीमन, और तल्मै और उनके दुश्‍मन।

Judges 1:11

दबीर का नाम तो पूर्वकाल में किर्यत्सेपेर था

दबीर के नगर को किर्यत्सेपेर कहा जाता है।

पूर्वकाल

जो समय बीत चुका है।

जो किर्यत्सेपेर को मारके ले ले

यहाँ “किर्यत्सेपेर“ लोगो को दर्शाता है कि जो भी किर्यत्सेपेर लोगो को हरा कर उसके शहर ले लेता है।

अकसा

यह कालेब की बेटी का नाम है।

ओत्नीएल, कनजी का पुत्र

यह पुरषो के नाम है।

Judges 1:14

माँगने को उभारा

असका ने ओत्नीएल के आगे आग्रह किया।

भूमि माँगने को उभारा...फिर वह अपने गदहे पर से उतरी, तब कालेब ने उससे पूछा

इसका अर्थ यह है कि कबेल ने उसे मैदान दिया था जब उसने इसके लिए आयत १४ मे पूछा था आयत १५ मे अब उस खेत के पानी के बिना झरने की माँग की है।

मुझे आशीर्वाद दे

“यह मेरे लिए करो”।

मुझे आशीर्वाद दे; तूने मुझे दक्षिण देश तो दिया है

कालेब ने ओत्नीएल से शादी करने के लिए असाह को दिया इस लिए वह शहर मे ओत्नीएल के सअथ

Judges 1:16

मूसा के साले

मूसा की पत्नी के पिता।

केनी मनुष्य की सन्तान,

ससुर जो केन लोगो मे से एक था ऊपर चला गया।

खजूरवाले नगर के संग … जंगल में गए

“वह खजूरवाले नगर से निकल कर … जंगल मे चले गये।

खजूरवाले नगर

इस शहर का दूसरा नाम यरीहो है।

अराद

यह कनान के शहर का नाम है।

अपने भाई शिमोन के संग

यहाँ “भाई” जो इस्राएल के किसी दूसरे गोत्र के थे।

सपत

यह कनान के शहर का नाम है।

इसलिए उस नगर का नाम होर्मा* पड़ा

इस्राएलियो ने सपत को नाश करके उस देश का नाम हमोर रख दिया जिसका अर्थ है पूरा किया।

Judges 1:18

यहोवा यहूदा के साथ रहा,

यहाँ “साथ रहा” का अर्थ है कि यहोवा ने यहूदा के लोगो की मदद की।

रथ

यह एक बहुत बड़ी जमीन है जिस पर पेड़ नही है।

Judges 1:20

हेब्रोन कालेब को दे दिया(मूसा के कहने के अनुसार)

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता हे कि मूसा ने काबेल को हेब्रोन को दिया।

अनाक के तीनों पुत्रों

वो जो तीनो समूहो के नेता थे वे अनाक के पुत्र थे।

अनाक

यह एक पुरष का नाम है। अनाक का वंश बहुत लंबा होने के कारण बहुत प्रसिद्ध थे।

आज के दिन

यह उस समय को दर्शाता है जिस समय न्यायियो की किताब लिखी गयी थी।

Judges 1:22

यूसुफ के घराने

यहाँ “घर” उनके वंशजो को दर्शाता है मनश्‍शे और एप्रेम युशुफ के पुत्र और यह युशुफ के घराने को दर्शाते है ।

बेतेल का भेद

यहाँ “बेतेल” बेतेल मे रहने वाले लोगो को दर्शाता है।

भेद

गुप्त मे जानकारी प्राप्त करना।

उस नगर का नाम पूर्वकाल में लूज था

यह एक पुष्ठभूमि की जानकारी है कि जिन व्यक्तियो ने इस पुस्तक को सबसे पहले पड़ा पहले इस शहर का नाम बेतेल था फिर यता नही कैसे लूज पड गया।

भेदियों

यह वे लोग है जो गुप्त मे जानकारी प्राप्त करते है।

Judges 1:25

उन्हें नगर में जाने का मार्ग दिखाया

यहाँ “शहर” लोगो को दर्शाता है कि उन्होने शहर पर हमला किया।

तलवार से मारा

यहाँ “तलवार” और लड़ाई मे इस्तेमाल किये जाने वाले हथियारो को दर्शाया गया है कि उन्होने “अपनी तलवारो से मार ड़ाला”।

छोड़ दिया

यह एक मुहावरा है चले जाना।

लूज

यह एक नये शहर हित्तियों से शुरु होता है क्योकि बेथेल के बाद लूज का नाम नियुक्त किया गया था।

आज के दिन तक उसका नाम वही है

जब न्यायीयो की पुस्तक लिखी गयी आज तक वह इसी नाम से पर्शाता जाता है।

Judges 1:27

बेतशान…तानाक…दोर…यिबलाम…मगिद्दो

यह नगरो के नाम है।

इस प्रकार कनानी उस देश में बसे ही रहे

क्योकि कनानियों ने दंड़ता से उसे छोड़ने का फैसला ना किया।

परन्तु जब इस्राएली सामर्थी हुए

यहाँ “इस्राएल” लोगो को दर्शाता है कि इस्राएल के लोग किस प्रकार मजबूत बने।

तब उन्होंने कनानियों से बेगारी ली, परन्तु उन्हें पूरी रीति से न निकाला

उन्होने कनानियो को कड़ी मेहनत करने के लिऐ मजबूर किया।

Judges 1:29

एप्रैम ने न निकाला

यहाँ “एप्रैम” के पुरुषों को दर्शाता है।

गेजेर

यह एक एप्रैम के इलाके के शहर का नाम है

Judges 1:30

जबूलून ने न निकाला

यहाँ “जबूलून” जबूलून के गोत्रो की सेना को दर्शाता है।

कित्रोन…नहलोल

यह उन नगरो के नाम है जो कनान देश मे थे।

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Judges 1:31

आशेर ने न निकाला था

यहाँ "आशेर" के पुरुषों या आशेर की जनजाति के सैनिकों को दर्शाया जाता है।

अक्को…सीदोन…अहलाब, अकजीब, हेलबा, अपीक…रहोब

यह कनान के शहरो के नाम है।

Judges 1:33

बेतशेमेश…बेतनात

यह नगरो के नाम है।

नप्ताली ने बेतशेमेश और बेतनात के निवासियों को न निकाला, परन्तु देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए

यह सपष्ट रूप से कहा जा सकता हे कि नप्ताली के लोगो ने बेतशेमेश और बेतनात के लोगो को कड़ी मेहनत करणे के लिए मजबूर किया।

Judges 1:34

तराई में आने न दिया

“उन्हे आने से रोक दिया”।

हेरेस नामक पहाड़,

यह एक ऊँची पहाड़ी का नाम है जहां अय्यालोन शहर बनाया गया ।

अय्यालोन…शाल्बीम

यह नगरो के नाम है।

तो भी यूसुफ का घराना यहाँ तक प्रबल हो गया कि वे उनके वश में हो गए

यूशूफ के गोत्र के वंश के लोगो की बहुत बड़ी सेना है।

यूसुफ का घराना

यहाँ “घर” उनके वंशजो को दर्शाता है मनश्‍शे और एप्रेम युशुफ के पुत्र और यह युशुफ के घराने को दर्शाते है ।

अक्रब्बीम नामक पर्वत

यह सागर दक्षिण-पश्चिम के पास है। इसे बिच्छू दर्रा भी कहा जाता है।

सेला

यह एक नगर का नम है।


Translation Questions

Judges 1:1

कनानियों से युद्ध करने में इस्राएलियों की अगुवाई कौन करेगा?

कनानियों से युद्ध करने में यहूदा उनकी अगुवाई करेगा।

Judges 1:4

यहूदावंशी किससे लड़े थे?

यहूदावंशियों ने अदोनीबेजेक से युद्ध किया था।

Judges 1:5

अदोनीबेजेक की मेज के नीचे से अपना खाना किसने इकट्ठा किया?

अदोनीबेजेक के भोजन तख्त के नीचे सत्तर राजा जिनके हाथ और पांव के अंगूठे काट दिए गए थे, टुकड़े बीनते थे।

Judges 1:10

वह भवन गिराकर शिमशोन ने कितने लोगों को मार डाला था?

उसने अपने जीवन में जितने लोगों को मारा था उनसे अधिक लोगों को उसने मरते-मरते मार डाला।

Judges 1:12

कालेब ने ओत्नीएल को क्या दिया?

उसने अपनी बेटी अकसा का विवाह ओत्नीएल से कर दिया।

Judges 1:13

जब स्वर्गदूत ने कहा कि वह कनानियों को वहां से नहीं निकालेगा तब उन्होंने क्या किया?

जब स्वर्गदूत ने कहा कि वह कनानियों को वहां से नहीं निकालेगा तब वे चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगे।

Judges 1:15

अकसा नेगेव में थी इसलिए उसने अपने पिता से क्या मांगा?

उसने अपने पिता से जल के सोते मांगे।

Judges 1:16

बिन्यामीनी अपने-अपने नगर से निकलकर गिबा में एकत्र क्यों हुए?

वे सब इस्राएलियों से युद्ध करने के लिए गिबा के नगरों से निकलकर एकत्र हुए।

Judges 1:19

यहूदावंशी मैदान में वास करने वालों को क्यों नहीं निकाल पाए थे?

यहूदावंशी मैदान में वास करने वालों को इसलिए नहीं निकाल पाए थे क्योंकि उनके पास लोहे के रथ थे।

Judges 1:21

यबूसी बिन्यामीनियों के साथ यरूशलेम में क्यों बसे रहे?

उनके वहां निवास करने का कारण था कि बिन्यामीनियों ने उन्हें निकाला नहीं था।

Judges 1:25

उस व्यक्ति के साथ क्या हुआ जिसने जासूसों को यूसुफ के घर से दिखाया कि बेतेल में कैसे पहुंचे?

जासूसों ने उस व्यक्ति और उसके परिवार को जाने दिया और वह व्यक्ति हित्तियों की भूमि पर गया और एक शहर बनाया और इसे लुज़ कहा।

Judges 1:26

उस व्यक्ति के साथ क्या हुआ जिसने जासूसों को यूसुफ के घर से दिखाया कि बेतेल में कैसे पहुंचे?

जासूसों ने उस व्यक्ति और उसके परिवार को जाने दिया और वह व्यक्ति हित्तियों की भूमि पर गया और एक शहर बनाया और इसे लुज़ कहा।

Judges 1:28

इस्राएल जब शक्तिशाली देश हो गया तब उन्होंने कनानियों के साथ क्या किया?

उन्होंने उन्हें बन्धुआ दास बना लिया परन्तु उन्हें पूर्णतः देश से बाहर नहीं किया था।

Judges 1:32

आशेरवंशी कनानियों के मध्य क्यों थे?

आशेरवंशियों ने कनानियों को पूर्णतः देश से नहीं निकाला था।

Judges 1:34

अय्यलोन और शालबीम में हेरेस नामक पहाड़ पर एमोरियों को किसने पराजित किया था?

यूसुफवंशियों ने उन्हें पराजित किया था।

Judges 1:35

अय्यलोन और शालबीम में हेरेस नामक पहाड़ पर एमोरियों को किसने पराजित किया था?

यूसुफवंशियों ने उन्हें पराजित किया था।


Chapter 2

1 यहोवा का दूत गिलगाल से बोकीम को जाकर कहने लगा, “मैंने तुम को मिस्र से ले आकर इस देश में पहुँचाया है, जिसके विषय में मैंने तुम्हारे पुरखाओं से शपथ खाई थी। और मैंने कहा था, ‘जो वाचा मैंने तुम से बाँधी है, उसे मैं कभी न तोड़ूँगा; 2 इसलिए तुम इस देश के निवासियों से वाचा न बाँधना; तुम उनकी वेदियों को ढा देना।’ परन्तु तुम ने मेरी बात नहीं मानी। तुम ने ऐसा क्यों किया है? 3 इसलिए मैं कहता हूँ, ‘मैं उन लोगों को तुम्हारे सामने से न निकालूँगा; और वे तुम्हारे पाँजर में काँटे*, और उनके देवता तुम्हारे लिये फंदा ठहरेंगे’।” 4 जब यहोवा के दूत ने सारे इस्राएलियों से ये बातें कहीं, तब वे लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे। 5 और उन्होंने उस स्थान का नाम बोकीम रखा। और वहाँ उन्होंने यहोवा के लिये बलि चढ़ाई। 6 जब यहोशू ने लोगों को विदा किया था, तब इस्राएली देश को अपने अधिकार में कर लेने के लिये अपने-अपने निज भाग पर गए।

7 और यहोशू के जीवन भर, और उन वृद्ध लोगों के जीवन भर जो यहोशू के मरने के बाद जीवित रहे और देख चुके थे कि यहोवा ने इस्राएल के लिये कैसे-कैसे बड़े काम किए हैं, इस्राएली लोग यहोवा की सेवा करते रहे। 8 तब यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया। 9 और उसको तिम्नथेरेस में जो एप्रैम के पहाड़ी देश में गाश नामक पहाड़ के उत्तरी ओर है, उसी के भाग में मिट्टी दी गई। 10 और उस पीढ़ी के सब लोग भी अपने-अपने पितरों में मिल गए; तब उसके बाद जो दूसरी पीढ़ी हुई उसके लोग न तो यहोवा को जानते थे और न उस काम को जो उसने इस्राएल के लिये किया था। (प्रेरि. 13:36)

11 इसलिए इस्राएली वह करने लगे जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, और बाल नामक देवताओं की उपासना करने लगे; 12 वे अपने पूर्वजों के परमेश्‍वर यहोवा को, जो उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया था, त्याग कर पराये देवताओं की उपासना करने लगे, और उन्हें दण्डवत् किया; और यहोवा को रिस दिलाई*। 13 वे यहोवा को त्याग कर बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों की उपासना करने लगे। 14 इसलिए यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा, और उसने उनको लुटेरों के हाथ में कर दिया जो उन्हें लूटने लगे; और उसने उनको चारों ओर के शत्रुओं के अधीन कर दिया; और वे फिर अपने शत्रुओं के सामने ठहर न सके। 15 जहाँ कहीं वे बाहर जाते वहाँ यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था, जैसे यहोवा ने उनसे कहा था, वरन् यहोवा ने शपथ खाई थी; इस प्रकार वे बड़े संकट में पड़ गए। 16 तो भी यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था जो उन्हें लूटनेवाले के हाथ से छुड़ाते थे। (प्रेरि. 13:20) 17 परन्तु वे अपने न्यायियों की भी नहीं मानते थे; वरन् व्यभिचारिण के समान पराये देवताओं के पीछे चलते और उन्हें दण्डवत् करते थे; उनके पूर्वज जो यहोवा की आज्ञाएँ मानते थे, उनकी उस लीक को उन्होंने शीघ्र ही छोड़ दिया, और उनके अनुसार न किया। 18 जब-जब यहोवा उनके लिये न्यायी को ठहराता तब-तब वह उस न्यायी के संग रहकर उसके जीवन भर उन्हें शत्रुओं के हाथ से छुड़ाता था; क्योंकि यहोवा उनका कराहना जो अंधेर और उपद्रव करनेवालों के कारण होता था सुनकर दुःखी था*। 19 परन्तु जब न्यायी मर जाता, तब वे फिर पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करते, और उन्हें दण्डवत् करके अपने पुरखाओं से अधिक बिगड़ जाते थे; और अपने बुरे कामों और हठीली चाल को नहीं छोड़ते थे। 20 इसलिए यहोवा का कोप इस्राएल पर भड़क उठा; और उसने कहा, “इस जाति ने उस वाचा को जो मैंने उनके पूर्वजों से बाँधी थी तोड़ दिया, और मेरी बात नहीं मानी, 21 इस कारण जिन जातियों को यहोशू मरते समय छोड़ गया है उनमें से मैं अब किसी को उनके सामने से न निकालूँगा; 22 जिससे उनके द्वारा मैं इस्राएलियों की परीक्षा करूँ, कि जैसे उनके पूर्वज मेरे मार्ग पर चलते थे वैसे ही ये भी चलेंगे कि नहीं।” 23 इसलिए यहोवा ने उन जातियों को एकाएक न निकाला, वरन् रहने दिया, और उसने उन्हें यहोशू के हाथ में भी उनको न सौंपा था।


Judges 2:1

यहोवा का दूत

इसका अर्थ यह है कि १) “यहोवा का संदेश देने वाले दूत को दर्शाता है“।

गिलगाल से बोकीम को जाकर कहने लगा

“गिलगाल को छोड़ कर बोकीम को जाना”।

बोकीम

यह इस्राएलियो के देश का नाम है। यहाँ पर वह लोग रोते है दूत के जाने के बाद “बोकीम” का अर्थ है “रोना”।

कहने लगा

इस से यह समझा जा सकता है कि यहोवा के दूत इस्राएल के लोगो से बात कर रहे है और उन्होने उनसे कहा।

मैंने तुम को मिस्र से ले आकर

“मिस्र से आपका नेतृत्व किया”।

तुम्हारे पुरखाओं

“तुम्हारे बुजुर्ग“।

उसे मैं कभी न तोड़ूँगा

यह एक मुहावरा है कि मैने जो तुम्हे करने के लिए कहा तुम उसे करने मे नाकाम हुए।

परन्तु तुम ने मेरी बात नहीं मानी

यहाँ “आवाज” यहोवा ने जो कहा उसे दर्शाती है कि “तुमने मेरी आज्ञाओ को नही माना”।

तुम ने ऐसा क्यों किया है?

यहाँ यहोवा की आज्ञा की उल्गना करने के लिए और उसकी आज्ञा ना मानने से और इसका भुगतान किया जाता है कि तुमने एक भयानक काम किया है।

Judges 2:3

सामानय जानकारी:

यहोवा का दूत लगातार इस्राएल के लोगो के बारे में बात कर रहा है।

इसलिए मैं कहता हूँ, ‘मैं ना निकलूगा…तुम्हारे लिये फंदा ठहरेंगे’।

"तो अब मैं तुमसे कहता हूँ कि मैं नहीं... तुम्हारे लिए जाल नही फेकूगाँ।

और वे तुम्हारे पाँजर में काँटे

इस्राएलियो को परेशान करने वाले कनानियो के पास काँटो से इस्राएलियो को परेशान किया।

काँटे

यह सात सैंटीमीटर लंबे लकड़ी से बाहर निकले ड़डे होते है।

उनके देवता तुम्हारे लिये फंदा ठहरेंगे

यहाँ जो इस्राएली लोग कनानियो के देवता की पूजा करते थे उनके देवता एक शिकारी के जाल के समान थे जो किसी जानवर को पकड़ लेता और नुकसान पहुंचाता है।

चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे

“बहुत आंसूओ के साथ रोए”।

Judges 2:6

जब यहोशू ने

यहाँ “अब” मुख्य कहानी कि शूरुआत होती है कि यहा यह ब्यान किया गया है कि यहोशू के मरने बाद इस्राएलियो की पीढीयो ने देवताओ की पूजा की कि यहोवा ने ढंड़ित कर दिया। लेकिन फिर उन्हे बचाने के लिए याजको भेज दिया।

जब यहोशू…यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया।

यहोशू के मरने के बाद 1:1-2:5 की घटनाए घटित हुई।यह सारी घटनाए यहोशू की पुस्तक मे अंत तक लिखी गई है।

निज भाग पर गए

इस वाक्य को स्पष्ट रूप मे कहा जा सकता है कि “वह जगह जो यहोवा ने उन्हे दी थी“।

जीवन भर

इसका मतलब उस समय से है जब कोई रहता था।

उन वृद्ध

इसका अर्थ यह है कि यह वह लोग है जिन्होंने इस्राएल का नेतृत्व करने, समाजिक न्याय के मामलो मे भाग लेने और मूसा की व्यवस्था बनाए रखने जैसे धार्मिक मामलों में मदद की।

मरने के बाद जीवित रहे

इसका अर्थ यह हे कि वह बहुत लम्बे समय तक जीवित रहा।

नून

यह एक पुरुष का नाम है।

Judges 2:9

उसे दी गई

यहाँ सपष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “परमेश्‍वर ने उन्हे दी”।

तिम्नथेरेस

यह देश के श्रेत्र का नाम है।

गाश नामक पहाड़

यह एक पर्वत का नाम है।

उस पीढ़ी के सब लोग भी अपने-अपने पितरों में मिल गए

इन वाक्यो में “जो उसने अपने पिता के लिए इकट्ठा किया” का अर्थ है कि उस पीढी के लोग मर गये और उनके पूर्वजों की आतमा वही है इसको बहुत ही विन्रम तरीके से कहा गया है कि वह मर गये।

पितरो

इसका अर्थ है कि गोत्रो के समूह।

दूसरी पीढ़ी हुई

“पुरानी पीढ़ी के बाद”।

न तो यहोवा को जानते थे

यहाँ “पता नही था“ का अर्थ यह है कि उन्हें यहोवा का अनुभव नहीं था यां उनकी शक्ति जिस तरह से पिछली पीढ़ी की थी।।

Judges 2:11

वह करने लगे जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है

यहाँ “जो यहोवा की दृष्टि में“ किसी बात के बारे मे दर्शाता है। कि “उन्होने वो किया जो यहोवा को बुरा लगा“।

बाल

यहाँ बाल एक झूठे देवताओ का नाम था। यह शब्द कई अन्य देवताओ की पूजा करने के साथ जोड़कर बाल की पूजा करने के लिए इस्ते‍माल किया गया है।

वे परमेश्‍वर यहोवा को

इस्राएलियो ने अब यहोवा की आज्ञा नही मानी और उन्होने शारीरिक रुप से उसे छोड दिया हो।

पूर्वजों

“गोत्रो”।

पराये देवताओं की उपासना करने लगे

इस्राएलियो ने झूठे देवताओ की पूजा करनी शूरु कर दी और वह सब इस्राएली उस झूठे देवते के सामने घुमते थे।

उन्हें दण्डवत् किया

यह आराधना और किसी को सम्मान देने का काम है।

वे यहोवा को त्याग कर

वे यहोवा के प्रती गुस्सा करने का कारण है।

अश्तोरेत

अश्तोरेत एक देवी है जिसकी पूजा बहुत सारी देवियो के नाम से की जाती है।

Judges 2:14

यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा

यहोवा का क्रोध आग की तरह भड़क उठाफिर यहोवा इस्राएल के लोगो पर बहुत क्रोधित हुआ।

उसने उनको लुटेरों के हाथ में कर दिया जो उन्हें लूटने लगे

वह हमला करने वाले उनकी संपत्ति चोरी करते थे।

उसने उनको चारों ओर के शत्रुओं के अधीन कर दिया; और वे फिर अपने शत्रुओं के सामने ठहर न सके

यहाँ स्पष्ट रुप से कहा जा सकता है कि उन्होने अपने दुश्‍मनो पर जीत प्राप्त की और उसने अपने शक्तिशाली दुश्‍मनो को ठहरने ना दिया“।

यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था,

यहाँ “हाथ” यहोवा की शक्ति को दर्शाता है। कि यहोवा उन्को दुश्‍मनो को मारने के लिए उनकी मदद करता था”।

इस प्रकार वे बड़े संकट में पड़ गए

“वह दुख मे पड़ गये“।

Judges 2:16

यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था

यहोवा यहाँ व्यक्तियो को उठाने की बात कर रहा है।

उन्हें लूटनेवाले के हाथ से छुड़ाते थे

यहाँ “हाथ” दुश्‍मनो की शक्ति को दर्शाता है।

वे अपने न्यायियों की भी नहीं मानते थे

वे अपने न्यायीयो की आज्ञाओ को नही मानते थे।

व्यभिचारिण के समान पराये देवताओं के पीछे चलते

उन लोगो ने झूठे देवताओ की पूजा करके यहोआ को धोखा दिया

उनकी उस लीक को उन्होंने शीघ्र ही छोड़ दिया

उन लोगो ने गोत्रो के वंशजो की बात ना मानी और अपने वंशजो के कहने पर भी यहोवा को नही माना।

पूर्वज

“उनके पूर्वजों”।

Judges 2:18

यहोवा उनके लिये न्यायी को ठहराता

यहोवा यहा व्यक्तियो को उठाने की बात कर रहा है।

उस न्यायी के संग…छुड़ाता था

शब्द “वे” इस्राएलियो को दर्शाता है।

उन्हें शत्रुओं के हाथ

यहाँ हाथ दुश्‍मनो कि शक्ति को दर्शाता है।

उस न्यायी के संग रहकर

"जब तक वह न्ययायदीश के साथ रहे”।

दुःखी

किसी व्यक्ति के प्रति करुणा या दया रखना।

करनेवालों के कारण

वह व्यक्ति जो पीड़ित हो जब इस्आएली दु;ख से गुजर रहे थे।कि वह रोने की आवाज को कराहना जकहा जाता था।

वे फिर पराये देवताओं के पीछे चलकर

उन लोगो ने यहोवा की आज्ञा को लम्बे समय तक नही माना और शारीरिक रुप से यहोवा को छोड़ दिया।

अपने पुरखाओं

“अपने पूर्वजों“।

वे फिर पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करते

इस्राएलियो ने दूसरे देवताओ की सेवा की मानो वह दूसरे देवताओ के दास हो और वह उनकी सेवा ओर अन्य देवताओ की पूजा करेगे।

अपने बुरे कामों और हठीली चाल को नहीं छोड़ते थे

उन्होने बुरी बाते बंद करने और जिद्धी स्भाव को जारी रखा।

Judges 2:20

यहोवा का कोप इस्राएल पर भड़क उठा

यहोवा का क्रोध आग की तरह भड़क उठा फिर यहोवा इस्राएल के लोगो पर बहुत क्रोधित हुआ।

उस वाचा को जो मैंने उनके पूर्वजों से बाँधी थी तोड़ दिया

यहाँ “देश” लोगो को दर्शाता है।कि इस्राएली टूट गए है।

पूर्वजों

यहाँ यह एक निश्चित व्यक्ति या लोगों के समूह के पूर्वजों को दर्शाता है।

मेरी बात नहीं मानी

यहाँ “आवाज” यहोवा ने कया कहाँ को दर्शाती है कि "क्या मैंने उन की आज्ञा का पालन नहीं किया है"।

जिन जातियों को

यहाँ “जाति” उन लोगो के समुह को दर्शाती है जो इस्राएल से पहले कनान मे रहते थे।

यहोवा ने उन जातियों को एकाएक न निकाला

कैसे उनको यहोवा की आज्ञा का पालन करना चाहिए यह यहोवा ने उन्हे बताया था। किसी भी व्यक्ति ने वहाँ यहोवा की आज्ञाओं का पालन नहीं किया।

N/A

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यहोशू के हाथ में भी उनको न सौंपा

यहोशू और उसकी सेना को अनुमति नहीं दी ।


Translation Questions

Judges 2:1

यहोवा का स्वर्गदूत इस्राएलियों को कहां लाया?

यहोवा का स्वर्गदूत उन्हें वहां ले आया जिसकी प्रतिज्ञा उसने उनके पूर्वजों से की थी।

Judges 2:4

जब स्वर्गदूत ने कहा कि वह कनानियों को वहां से नहीं निकालेगा तब उन्होंने क्या किया?

जब स्वर्गदूत ने कहा कि वह कनानियों को वहां से नहीं निकालेगा तब वे चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगे।

Judges 2:7

उन्होंने कितने समय यहोवा की सेवा की?

इस्राएलियों ने केवल यहोशू के जीवनकाल में और उसके समकालीन वृद्धजनों के जीवनकाल में यहोवा की सेवा की।

Judges 2:12

इस्राएलियों ने कौन से देवताओं की उपासना की?

उन्होंने अपने परिवेश के देवताओं की उपासना की।

Judges 2:15

यहोवा ने इस्राएल से क्या शपथ खाई थी?

यहोवा ने शपथ खाई कि वे जब भी युद्ध करेंगे उसका हाथ उनके विरूद्ध होगा।

Judges 2:16

न्यायियों ने क्या किया?

न्यायी इस्राएल के लोगों को सम्पदा चुराने वालों से बचाते थे।

Judges 2:19

न्यायियों के मर जाने पर क्या होता था?

न्यायियों के मर जाने पर, इस्राएल के लोग फिरकर अपने पूर्वजों से भी अधिक बुरे काम करते थे।

Judges 2:21

यहोशू के मरते समय जो जातियां वहां रह गई थीं, उन्हें यहोवा ने क्यों नहीं निकाला?

यहोशू के मरते समय जो जातियां रह गई थीं, उन्हें यहोवा ने नहीं निकाला क्योंकि यहोवा इस्राएल को परखना चाहता था कि वे अपने पितरों के सदृश्य यहोवा के मार्गों में चलेंगे या नहीं।

Judges 2:22

यहोशू के मरते समय जो जातियां वहां रह गई थीं, उन्हें यहोवा ने क्यों नहीं निकाला?

यहोशू के मरते समय जो जातियां रह गई थीं, उन्हें यहोवा ने नहीं निकाला क्योंकि यहोवा इस्राएल को परखना चाहता था कि वे अपने पितरों के सदृश्य यहोवा के मार्गों में चलेंगे या नहीं।


Chapter 3

1 इस्राएलियों में से जितने कनान में की लड़ाइयों में भागी न हुए थे, उन्हें परखने के लिये यहोवा ने इन जातियों को देश में इसलिए रहने दिया; 2 कि पीढ़ी-पीढ़ी के इस्राएलियों में से जो लड़ाई को पहले न जानते थे वे सीखें, और जान लें, 3 अर्थात् पाँचों सरदारों समेत पलिश्तियों, और सब कनानियों, और सीदोनियों, और बालहेर्मोन नामक पहाड़ से लेकर हमात की तराई तक लबानोन पर्वत में रहनेवाले हिव्वियों को। 4 ये इसलिए रहने पाए कि इनके द्वारा इस्राएलियों की बात में परीक्षा हो, कि जो आज्ञाएँ यहोवा ने मूसा के द्वारा उनके पूर्वजों को दी थीं, उन्हें वे मानेंगे या नहीं। 5 इसलिए इस्राएली कनानियों, हित्तियों, एमोरियों, परिज्जियों, हिव्वियों, और यबूसियों के बीच में बस गए; (भज. 106:35) 6 तब वे उनकी बेटियाँ विवाह में लेने लगे, और अपनी बेटियाँ उनके बेटों को विवाह में देने लगे; और उनके देवताओं की भी उपासना करने लगे।

7 इस प्रकार इस्राएलियों ने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया, और अपने परमेश्‍वर यहोवा को भूलकर बाल नामक देवताओं और अशेरा नामक देवियों की उपासना करने लग गए। 8 तब यहोवा का क्रोध इस्राएलियों पर भड़का, और उसने उनको अरम्नहरैम के राजा कूशन रिश्आतइम के अधीन कर दिया; सो इस्राएली आठ वर्ष तक कूशन रिश्आतइम के अधीन में रहे। 9 तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी, और उसने इस्राएलियों के छुटकारे के लिये कालेब के छोटे भाई ओत्नीएल नामक कनजी के पुत्र को ठहराया, और उसने उनको छुड़ाया। 10 उसमें यहोवा का आत्मा समाया*, और वह इस्राएलियों का न्यायी बन गया, और लड़ने को निकला, और यहोवा ने अराम के राजा कूशन रिश्आतइम को उसके हाथ में कर दिया; और वह कूशन रिश्आतइम पर जयवन्त हुआ। (गिन. 27:18) 11 तब चालीस वर्ष तक देश में शान्ति बनी रही। तब कनजी का पुत्र ओत्नीएल मर गया।

12 तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया; और यहोवा ने मोआब के राजा एग्लोन को इस्राएल पर प्रबल किया, क्योंकि उन्होंने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया था। 13 इसलिए उसने अम्मोनियों और अमालेकियों को अपने पास इकट्ठा किया, और जाकर इस्राएल को मार लिया; और खजूरवाले नगर को अपने वश में कर लिया। 14 तब इस्राएली अठारह वर्ष तक मोआब के राजा एग्लोन के अधीन में रहे। 15 फिर इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी, और उसने गेरा के पुत्र एहूद नामक एक बिन्यामीनी को उनका छुड़ानेवाला ठहराया; वह बयंहत्था था। इस्राएलियों ने उसी के हाथ से मोआब के राजा एग्लोन के पास कुछ भेंट भेजी। (भज. 78:34) 16 एहूद ने हाथ भर लम्बी एक दोधारी तलवार बनवाई थी, और उसको अपने वस्त्र के नीचे दाहिनी जाँघ पर लटका लिया*। 17 तब वह उस भेंट को मोआब के राजा एग्लोन के पास जो बड़ा मोटा पुरुष था ले गया। 18 जब वह भेंट को दे चुका, तब भेंट के लानेवाले को विदा किया। 19 परन्तु वह आप गिलगाल के निकट की खुदी हुई मूरतों के पास लौट गया, और एग्लोन के पास कहला भेजा, “हे राजा, मुझे तुझ से एक भेद की बात कहनी है।” तब राजा ने कहा, “थोड़ी देर के लिये बाहर जाओ।” तब जितने लोग उसके पास उपस्थित थे वे सब बाहर चले गए। 20 तब एहूद उसके पास गया; वह तो अपनी एक हवादार अटारी में अकेला बैठा था। एहूद ने कहा, “परमेश्‍वर की ओर से मुझे तुझ से एक बात कहनी है।” तब वह गद्दी पर से उठ खड़ा हुआ। (भज. 29:1, मीका 6:9) 21 इतने में एहूद ने अपना बायाँ हाथ बढ़ाकर अपनी दाहिनी जाँघ पर से तलवार खींचकर उसकी तोंद में घुसेड़ दी; 22 और फल के पीछे मूठ भी पैठ गई, और फल चर्बी में धंसा रहा, क्योंकि उसने तलवार को उसकी तोंद में से न निकाला; वरन् वह उसके आर-पार निकल गई। 23 तब एहूद छज्जे से निकलकर बाहर गया, और अटारी के किवाड़ खींचकर उसको बन्द करके ताला लगा दिया। 24 उसके निकलकर जाते ही राजा के दास आए, तो क्या देखते हैं, कि अटारी के किवाड़ों में ताला लगा है; इस कारण वे बोले, “निश्चय वह हवादार कोठरी में लघुशंका करता होगा।” 25 वे बाट जोहते-जोहते थक गए; तब यह देखकर कि वह अटारी के किवाड़ नहीं खोलता, उन्होंने कुंजी लेकर किवाड़ खोले तो क्या देखा, कि उनका स्वामी भूमि पर मरा पड़ा है। 26 जब तक वे सोच विचार कर ही रहे थे तब तक एहूद भाग निकला, और खुदी हुई मूरतों की परली ओर होकर सेइरे में जाकर शरण ली। 27 वहाँ पहुँचकर उसने एप्रैम के पहाड़ी देश में नरसिंगा फूँका; तब इस्राएली उसके संग होकर पहाड़ी देश से उसके पीछे-पीछे नीचे गए। 28 और उसने उनसे कहा, “मेरे पीछे-पीछे चले आओ; क्योंकि यहोवा ने तुम्हारे मोआबी शत्रुओं को तुम्हारे हाथ में कर दिया है।” तब उन्होंने उसके पीछे-पीछे जा के यरदन के घाटों को जो मोआब देश की ओर हैं ले लिया, और किसी को उतरने न दिया। 29 उस समय उन्होंने लगभग दस हजार मोआबियों को मार डाला; वे सब के सब हष्ट-पुष्ट और शूरवीर थे, परन्तु उनमें से एक भी न बचा। 30 इस प्रकार उस समय मोआब इस्राएल के हाथ के तले दब गया। तब अस्सी वर्ष तक देश में शान्ति बनी रही। (न्या. 3:11) 31 उसके बाद अनात का पुत्र शमगर हुआ, उसने छः सौ पलिश्ती पुरुषों को बैल के पैने से मार डाला; इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ानेवाला हुआ। (न्या. 15:15, न्या. 10:17, 1 शमू. 4:1)


Judges 3:1

अब यहोवा

यहाँ “अब” नई कहानी को शुरु किया जाता है।

इन जातियों

यह लोगो के समूहो को दर्शाति है जो कि लेखक ने ३.३ की घटना मे लिखी है।

इन जातियों को देश में इसलिए रहने दिया

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जाता है कि जिन्होने कनान मे किसी भी युद्ध को नही लड़ा था।

कि पीढ़ी-पीढ़ी के इस्राएलियों में से जो लड़ाई को पहले न जानते थे वे सीखें, और जान लें

यहाँ से मुख्य कहानी शुरु होती है कि यहोवा ने इस्राएलियो और उनके देश को छोड़ दिया था और युवाओ को लड़ाई के लिए तैयार किया।

पाँचों सरदारों

यह पाँच राजा और उनके लोगो ।

बालहेर्मोन नामक पहाड़

यह इस्राएल का सबसे ऊँचा पहाड़ है।

हमात की तराई

यह कनान के उत्तरी सीमा पर स्थित एक क्षेत्र का नाम है।

Judges 3:4

ये इसलिए रहने पाए

यह स्पष्ट रूप से कहा जाता है कि यहोवा ने ईन देशो को कनान में छोड़ दिया“।

वे मानेंगे या नहीं

“एक तरह से”।

इनके द्वारा परीक्षा हो …उनके पूर्वजों को दी थीं

ये शब्द “वे” और “अपने” इस्राएल के लोगो को दर्शाते है।

जो आज्ञाएँ दी थीं,

“यहोवा ने जो आज्ञा दी थी”।

Judges 3:7

यहोवा की दृष्टि में बुरा किया

यहाँ “यहोवा की दृष्टि में“ यहोवा किसी चीज़ के बारे में क्या सोचता है।

परमेश्‍वर यहोवा को भूलकर

यहाँ “भूल गया” मुहावरे का अर्थ है कि उन्होनो ने आज्ञा को मानन बंद कर दिया।

यहोवा का क्रोध इस्राएलियों पर भड़का

यहोवा का क्रोद्ध आग की तरह भड़क उठाफिर यहोवा इस्राएल के लोगो पर बहुत क्रोधित हुआ।

उसने उनको अरम्नहरैम के राजा कूशन रिश्आतइम के अधीन कर दिया

इस्राएल के लोगो को विजय प्राप्त करने की अनुमति दी गई है कि यहोवा ने उन्हे कूशन रिश्आतइम के अधीन कर दिया।

कूशन रिश्आतइम के अधीन में रहे

यहाँ “हाथ” शक्ति के नियंत्रण को दर्शाता है कि यह कूशन रिश्आतइम की सेना को दर्शाता है।

अरम्नहरैम

यह एक देश का नाम है।

Judges 3:9

यहोवा का आत्मा समाया

यहोवा ने किसी को अपने लिए एक विशेष कार्य करने के लिए नियुक्त किया है का भाव है यहोवा ने उस व्यक्ति ऊंचा उठाया है।

कालेब…ओत्नीएल

यह पुरषो के नाम है।

ठहराया

इस वाक्य मे यहोवा ने ओत्नीएल को एक अच्छा नेता बनाने के लिए चुना।

वह इस्राएलियों का न्यायी बन गया

यहाँ “न्यायी “ का अर्थ है जीसने इस्राएल के लोगों का नेतृत्व किया।

और लड़ने को निकला

यहाँ “वह” ओत्नीएल इस्राएली सेना को दर्शाता है। कि ओत्नीएल और इस्राएली सेना कूशन रिश्आतइम की सेना से लड़ने के लिए चली गई।

यहोवा ने अराम के राजा कूशन रिश्आतइम को उसके हाथ में कर दिया

यहाँ “कूशन रिश्आतइम“ सेना को दर्शाता है कि यहोवा ने इस्राएल की मदद की कूशन रिश्आतइम के राजा आराम को हराने के लिए।

ओत्नीएल नामक

यहाँ “हाथ“ शब्द ओत्नीएल की सेना को दर्शाता है।

देश में शान्ति बनी रही

“यह देश के लोग वहा पर शांति से रहे”।

चालीस वर्ष

“४० साल”।

Judges 3:12

यहोवा की दृष्टि में बुरा किया;

यहाँ “जो यहोवा की दृष्टि में“ किसी बात के बारे मे दर्शाता है। कि “उन्होने वो किया जो यहोवा को बुरा लगा“।(2:11)

यहोवा ने मोआब के राजा एग्लोन को इस्राएल पर प्रबल किया

यहोवा ने एलगोन के राजा की सेना को ताकतवर बनाया था।

राजा एग्लोन को इस्राएल पर प्रबल किया

यहाँ “एलगोन मोआब का राजा” सेना को दर्शाता है।कि एलगोन के राजा ने मोआब की सेना ने इस्राएल की सेना पर हमला किया”,

एग्लोन

यह राजा का नाम है।

खजूरवाले नगर

यह यरीहो नगर का दूसरा नाम है।

अठारह वर्ष

“१८ साल”

Judges 3:15

यहोवा की दुहाई दी

यहाँ इसका अर्थ यह है कि लोगो कराह कर परमेश्‍वर को पुकारना शुरु कर दिया।

छुड़ानेवाला ठहराया

यहोवा ने उसके दुश्‍मन को छुड़ाने वाला ठहराया।

एहूद…गेरा

यह पुरषो के नाम है।

वह बयंहत्था था

हाथ अपने बांय हाथ से तलवार पकड़ सकता है।

Judges 3:16

एक दोधारी

"46 सेंटीमीटर" या "लगभग आधा मीटर"।

उसको अपने वस्त्र के नीचे दाहिनी जाँघ पर लटका लिया

"वह अपने कपड़ों के नीचे अपने दाहिने जांघ से बंधा हुआ है"।

जाँघ

“ऊँपरी टाँग”।

एग्लोन के पास जो बड़ा मोटा पुरुष था ले गया

यहाँ “अब” शब्द का प्रयोग कहानी को शुरु करने के लिए किया जाता है। यहा लेखक एग्‍लोन की पृष्ठभूमि की जानकारी देता है।

Judges 3:19

आप गिलगाल के निकट की खुदी हुई मूरतों के पास लौट गया

यह स्प‍ष्ट रुप से कहा जा सकता है कि वह गिलाद के पास उस जगह पर पहुँचे जहां लोगो ने खुदाई वाली तसवीरे बनाई थी।

अपनी एक हवादार अटारी में अकेला बैठा था

यह निचले स्तर है जो कि आराम के लिए इस्तेमाल किया जाता था और दिन के गर्म भाग के दौरान शांत रहने के ऊपर एक कमरा है।

वह गद्दी पर से उठ खड़ा हुआ

यह खडे होकर परमेश्‍वर की अराधना करने का संदेश था।

Judges 3:21

उसने तलवार को उसकी तोंद में से न निकाला

तलवार की तेज नोक उसकी पीठ से बाहर आ गयी।

अटारी

यह एक कमरा जो कि छत से ढ़का हुआ जिसकी दीवारे बहुत छोटी थी।

Judges 3:24

निश्चय वह हवादार कोठरी में लघुशंका

यह एक पेशाब करने जा रहे व्यक्ति के बारे बहुत ही विन्रम तरीके से बताता है।

वे बाट जोहते-जोहते थक गए

वे इंतजार कर रहे थे कि कुछ गलत हो रहा था और वह चिंता कर रहे थे उनके राजा का कमरा खोलना उनका निंजी काम था।

उन्होंने कुंजी लेकर किवाड़ खोले

“उन्होने कुंजी को लिया और दरवाजे खोल दिए”।

Judges 3:26

जब तक वे सोच विचार कर ही रहे थे…एहूद भाग निकला

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि दासदास अभी भी ऊपर वाले कमरे में इंतजार कर रहे है। … कि ऐहूद बच गया है।

सेइरे

यह एक शहर का नाम है।

वहाँ पहुँचकर उसने

यह सपष्ट किया गया है कि “जब वह सिरहा के पास पहुँचे”।

Judges 3:28

सामानय जानकारी:

अहोद इस्राएल के लोगो के बारे मे एप्रैम के लोगो से बात कर रहा था।

यहोवा ने तुम्हारे मोआबी शत्रुओं को तुम्हारे हाथ में कर दिया है

यहोवा ने इस्राएल के दुश्‍मनो को हराने के लिए उनकी मदद कि जैसे कि यहोवा एक योद्धा हो जो लड़ने के लिए उनकी मदद करता है।

घाटों को जो ले लिया

“घांटो पर नियंत्रण प्राप्त किया“।

घाटों

यह नदी का एक क्षेत्र है जहाँ दूसरी तरफ चलने के लिए एक आसान जगह है।

किसी को उतरने न दिया

“किसी को भी पार नही होने दिया था”।

दस हजार मोआबियों

“१०,००० पुरष”।

हष्ट-पुष्ट और शूरवीर थे

“वह पुरष जो अच्छी तरह लड़ने के लिए तेयार हो”।

मोआब इस्राएल के हाथ के तले दब गया

यह स्प‍ष्ट रुप से कहा जा सकता है कि “इस्राएलियो की सेना ने मोआबियो की सेना को मार दिया।

इस्राएल के हाथ के तले दब गया

यहाँ “सामर्थ्य” इस्राएली सेना को दर्शाति है।

देश में शान्ति बनी रही

यहाँ “देश” लोगो को दर्शाता है। कि

अस्सी वर्ष

“८० साल”।

Judges 3:31

न्यायियाँ

परमेश्‍वर ने वायदा किया कि राजाओ का देश मे प्रवेश करने से पहले वह न्यायियों को ठहराएगा और न्यायियों ने ही इस्राएलियो की मदद की।

शमगर

यह पुरुष का नाम है।

अनात

यह पुरुष का नाम है।

छुड़ानेवाला

“प्रत्यक्ष”।

इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ानेवाला हुआ

यह शब्द “खतरा” इस्राएल को नुकसान पहुँचाने वाले दुश्‍मनो को दर्शाता है। कि उसने अपने दुश्‍मनो को भी इस्राएल को दे दिया।


Translation Questions

Judges 3:1

यहोवा ने इस्राएल को परखने के लिए उन जातियों को क्यों छोड़ दिया था?

यहोवा ने इस्राएल को परखने के लिए उन जातियों को छोड़ दिया ताकि इस्राएलियों की आने वाली पीढ़ियां जो युद्ध कला जो पहले नहीं जानती थी, वे सीखें।

Judges 3:4

अटारी के द्वार पर ताला देखकर राजा के सेवकों ने क्या सोचा?

अटारी के द्वार पर ताला देखकर राजा के सेवकों सोचा कि अटारी की ठंडक में राजा लघुशंका कर रहा था।

Judges 3:7

इस्राएलियों ने किसकी उपासना की?

उन्होंने बाल और अशेरा की पूजा की।

Judges 3:9

यहोवा ने इस्राएल की सहायता हेतु सबसे पहले किसको खड़ा किया था?

यहोवा ने सबसे पहले कालेब के छोटे भाई ओलीएल नामक कनजी के पुत्र को इस्राएल का रक्षक ठहराया था।

Judges 3:12

मोआब के राजा एग्लोन को किसने प्रबल किया था?

यहोवा ने मोआब के राजा एग्लोन को प्रबल किया था।

Judges 3:15

यहोवा ने इस्राएलियों की सहायता हेतु एहूद को कब खड़ा किया था?

इस्राएलियों ने जब यहोवा को पुकारा तो उसने एहूद को खड़ा किया।

Judges 3:16

एहूद ने अपने हाथ से बनाई हुई तलवार कहां छिपाई थी?

उसने वह तलवार अपनी दाहिनी जांघ पर लटकाई थी।

Judges 3:19

जब एहूद ने राजा को भेंट दी तब उसके साथ कौन था?

एहूद और राजा के अतिरिक्त वहां कोई नहीं था।

Judges 3:20

जब एहूद ने राजा को भेंट दी तब उसके साथ कौन था?

एहूद और राजा के अतिरिक्त वहां कोई नहीं था।

Judges 3:22

एहूद की तलवार राजा की चर्बी में क्यों छिप गई थी?

तलवार चर्बी में छिप गई क्योंकि, एहूद ने राजा की देह से तलवार नहीं निकाली थी।

Judges 3:26

एहूद कब भाग निकला?

जब राजा के सेवक सोच-विचार कर रहे थे तब एहूद वहां से भाग निकला।

Judges 3:28

इस्राएलियों ने मोआबियों को नदी पार करने से कैसे रोका?

इस्राएलियों ने मोआब के सामने वाली यरदन की पुलिया को अपने अधिकार में ले लिया था।

Judges 3:31

शमगर ने 600 पलिश्तियों को कैसे मारा था?

शमगर ने बैल के पैने से 600 पलिश्ती मार गिराए थे।


Chapter 4

1 जब एहूद मर गया तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया। 2 इसलिए यहोवा ने उनको हासोर में विराजनेवाले कनान के राजा याबीन के अधीन कर दिया, जिसका सेनापति सीसरा था, जो अन्यजातियों के हरोशेत का निवासी था। 3 तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी; क्योंकि सीसरा के पास लोहे के नौ सौ रथ थे, और वह इस्राएलियों पर बीस वर्ष तक बड़ा अंधेर करता रहा। 4 उस समय लप्पीदोत की स्त्री दबोरा जो नबिया थी* इस्राएलियों का न्याय करती थी। 5 वह एप्रैम के पहाड़ी देश में रामाह और बेतेल के बीच में दबोरा के खजूर के तले बैठा करती थी, और इस्राएली उसके पास न्याय के लिये जाया करते थे। 6 उसने अबीनोअम के पुत्र बाराक* को केदेश नप्ताली में से बुलाकर कहा, “क्या इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा ने यह आज्ञा नहीं दी, कि तू जाकर ताबोर पहाड़ पर चढ़, और नप्तालियों और जबूलूनियों में के दस हजार पुरुषों को संग ले जा? 7 तब मैं याबीन के सेनापति सीसरा को रथों और भीड़भाड़ समेत कीशोन नदी तक तेरी ओर खींच ले आऊँगा; और उसको तेरे हाथ में कर दूँगा।” 8 बाराक ने उससे कहा, “यदि तू मेरे संग चलेगी तो मैं जाऊँगा, नहीं तो न जाऊँगा।” 9 उसने कहा, “निःसन्देह मैं तेरे संग चलूँगी; तो भी इस यात्रा से तेरी कुछ बढ़ाई न होगी, क्योंकि यहोवा सीसरा को एक स्त्री के अधीन कर देगा।” तब दबोरा उठकर बाराक के संग केदेश को गई। 10 तब बाराक ने जबूलून और नप्ताली के लोगों को केदेश में बुलवा लिया; और उसके पीछे दस हजार पुरुष चढ़ गए; और दबोरा उसके संग चढ़ गई। 11 हेबेर नामक केनी ने उन केनियों में से, जो मूसा के साले होबाब के वंश के थे, अपने को अलग करके केदेश के पास के सानन्‍नीम के बांज वृक्ष तक जाकर अपना डेरा वहीं डाला था। 12 जब सीसरा को यह समाचार मिला कि अबीनोअम का पुत्र बाराक ताबोर पहाड़ पर चढ़ गया है, 13 तब सीसरा ने अपने सब रथ, जो लोहे के नौ सौ रथ थे, और अपने संग की सारी सेना को अन्यजातियों के हरोशेत से कीशोन नदी पर बुलवाया। (न्या. 4:7) 14 तब दबोरा ने बाराक से कहा, “उठ! क्योंकि आज वह दिन है जिसमें यहोवा सीसरा को तेरे हाथ में कर देगा। क्या यहोवा तेरे आगे नहीं निकला है?” इस पर बाराक और उसके पीछे-पीछे दस हजार पुरुष ताबोर पहाड़ से उतर पड़े। 15 तब यहोवा ने सारे रथों वरन् सारी सेना समेत सीसरा को तलवार से बाराक के सामने घबरा दिया; और सीसरा रथ पर से उतरके पाँव-पाँव भाग चला। (भज. 83:9-10) 16 और बाराक ने अन्यजातियों के हरोशेत तक रथों और सेना का पीछा किया, और तलवार से सीसरा की सारी सेना नष्ट की गई; और एक भी मनुष्य न बचा। (रोम. 2:12) 17 परन्तु सीसरा पाँव-पाँव हेबेर केनी की स्त्री याएल के डेरे को भाग गया; क्योंकि हासोर के राजा याबीन और हेबेर केनी में मेल था। 18 तब याएल सीसरा की भेंट के लिये निकलकर उससे कहने लगी, “हे मेरे प्रभु, आ, मेरे पास आ, और न डर।” तब वह उसके पास डेरे में गया, और उसने उसके ऊपर कम्बल डाल दिया। 19 तब सीसरा ने उससे कहा, “मुझे प्यास लगी है, मुझे थोड़ा पानी पिला।” तब उसने दूध की कुप्पी खोलकर उसे दूध पिलाया, और उसको ओढ़ा दिया। (न्या. 5:25-26, उत्प. 24:43) 20 तब उसने उससे कहा, “डेरे के द्वार पर खड़ी रह, और यदि कोई आकर तुझ से पूछे, ‘यहाँ कोई पुरुष है?’ तब कहना, ‘कोई भी नहीं’।” 21 इसके बाद हेबेर की स्त्री याएल ने डेरे की एक खूँटी ली, और अपने हाथ में एक हथौड़ा भी लिया, और दबे पाँव उसके पास जाकर खूँटी को उसकी कनपटी में ऐसा ठोक दिया कि खूँटी पार होकर भूमि में धँस गई; वह तो थका था ही इसलिए गहरी नींद में सो रहा था। अतः वह मर गया। 22 जब बाराक सीसरा का पीछा करता हुआ आया, तब याएल उससे भेंट करने के लिये निकली, और कहा, “इधर आ, जिसका तू खोजी है उसको मैं तुझे दिखाऊँगी।” तब उसने उसके साथ जाकर क्या देखा; कि सीसरा मरा पड़ा है, और वह खूँटी उसकी कनपटी में गड़ी है। 23 इस प्रकार परमेश्‍वर ने उस दिन कनान के राजा याबीन को इस्राएलियों के सामने नीचा दिखाया। (भज. 18:47) 24 और इस्राएली कनान के राजा याबीन पर प्रबल होते गए, यहाँ तक कि उन्होंने कनान के राजा याबीन को नष्ट कर डाला।।


Judges 4:1

एहूद

यह पुरुष का नाम है।

यहोवा की दृष्टि में बुरा किया

यहाँ “जो यहोवा की दृष्टि में“ किसी बात के बारे मे दर्शाता है। कि “उन्होने वो किया जो यहोवा को बुरा लगा“।

यहोवा ने उनको याबीन के अधीन कर दिया

यहाँ “हाथ” इस्राएल पर याबीन की शक्ति को दर्शाता है। कि यहोवा ने उनहे याबीन के राजा को कनान कि शक्ति को पराजित करने के लिए कहा।

याबीन…सीसरा

यह पुरुषो के नाम है।

हासोर…हरोशेत

यह नगरो के स्थानो के नाम है।

लोहे के नौ सौ रथ थे

“९०० लीहे के रथ”।

बीस वर्ष

“२० साल”।

Judges 4:4

अब

यह शब्द कहानी के नये हिस्से को शुरु करता है। यहाँ लेखक दबोरा की पृष्ठभूमि के बारे मे जानकारी देता है।

दबोरा

यह एक औरत का नाम है।

लप्पीदोत

यह पुरुष का नाम है।

न्यायी

परमेश्‍वर ने न्यायियों को ठहराएगा की वह मुसीबत के समय में इस्राएलियों का नेतृत्व करें। अक्सर न्यायियों ने उन्हें अपने दुश्मनों से बचाया।

दबोरा जो नबिया

यह एक पेड़ का नाम हे जो दबोरा के नाम पऱ रखा गया।

Judges 4:6

सामानय जानकारी:

न्यायियो का लेखक पुरुषो को संदर्भित करता है, एक शहर, एक पहाड़, और उनके नाम से एक नदी को दर्शाता है।

बाराक…अबीनोअम

यह पुरुषो के नाम है।

ताबोर पहाड़

यह एक पहाड़ का नाम है।

दस हजार पुरुषों

“१०,००० आदमी”।

मैं खींच ले आऊँगा

यहाँ “मैं” परमेश्‍वर को दर्शाता है।

सीसरा को खीच ले आऊँगा

यहाँ “सीसरा” सेना को दर्शाति है। कि सीसरा और उसकी सेना को खीच कर ले आऊँगा।

खींच ले आऊँगा

यह लोगो को दूर एक सही स्थान पर लाने का एक कारण है।

सीसरा…याबीन

यह पुरुषो के नाम है।

कीशोन

यह एक नदी का नाम है।

Judges 4:8

सामानय जानकारी:

बाराक दबोरा के साथ चर्चा कर रहा है।

बाराक

यह पुरुष का नाम है।

तेरे संग चलूँगी; तो भी इस यात्रा से तेरी कुछ बढ़ाई न होगी

बाराक यहाँ यह बताना चाहता है कि वह यात्रा करने के लिए चुन रहे थे।आप जो करेंगे उसके लिए कोई आपको सम्मानित नहीं करेगा

यहोवा सीसरा को एक स्त्री के अधीन कर देगा

यहाँ “हाथ” शक्ति से मारने को दर्शाता है। कि सीसरा ने यहोवा के लिए एक औरत को हराने का कारण है।

सीसरा

यह एक पुरुष का नाम है।

दबोरा

यह एक औरत का नाम है।

Judges 4:10

दस हजार पुरुष

“१०,००० आदमी”।

Judges 4:11

अब

मुख्य कहानी में विराम को चिह्नित करने के लिए इस शब्द का उपयोग यहाँ किया गया है। यहाँ कथाकार हेबर द केनाइट के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी बताता है

हेबेर…होबाब

यह पुरुशो के नाम है।

केनियों

यह कऱनियो के एक व्यक्ति का नाम है।

मूसा के साले

“मूसा की पत्‍नी के पिता”।

सानन्‍नीम

यह एक नगर का नाम है।

Judges 4:12

जब सीसरा को यह समाचार मिला

“जब किसी ने सीसरा से कहा”।

सीसरा

यह पुरुष का नाम है।

बाराक…अबीनोअम…ताबोर पहाड़

बाराक और अबीनोअम पुरुषो के नाम है और ताबोर एक पर्वत का नाम है।

सीसरा ने अपने सब रथो को बुलाया

यहाँ “रथो” को जो सेनिक भगाते है उन्हे दर्शाया गया है।

लोहे के नौ सौ रथ

“९०० लोहे के रथ“।

हरोशेत

यह एक नगर के स्थान का नाम है।

कीशोन नदी

यह एक नदी का नाम है।

Judges 4:14

यहोवा तेरे हाथ मे कर देगा

"याहोवा आपको जीत दिलाएगा"

क्या यहोवा तेरे आगे नहीं निकला है?

दबोरा ने बाराक को याद दिलाते हुए कहा कि यहोवा ने तुम्हे जिताया है कि यहोवा के आधेसो को याद करो।

पीछे दस हजार

“उसके साथ १०,०००”।

Judges 4:15

तब यहोवा ने सारी सेना समेत सीसरा के सामने घबरा दिया

“यहोवा ने सीसरा की सेना को दुखी किया“।

सारे रथों

यहाँ “रथो” को जो सैनिक भगाते है उन्हे दर्शाया गया है।

बाराक ने पीछा किया

बाराक और उसके सैनिको ने पीछा किया।

हरोशेत

यह नगर के स्थान का नाम है।

तलवार से सीसरा की सारी सेना नष्ट की गई; और एक भी मनुष्य न बचा

यहाँ “तलवार” और तलवार जैसे बने हथियारो को सैनिक सेना में इस्तेमाल करते है को दर्शाया गया है। स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “बाराक और उसके सैनिको ने अपनी तलवार के साथ सिरसा और उसकी सारी सेना को मार डाला।

Judges 4:17

सीसरा…याबीन…हासोर

यह पुरुषो के नाम है।

पाँव के साथ भाग गया

यह मुहावरे का अर्थ है कि वह घोड़े की सवारी करने या रथ चलाने के बजाय चल रहा था।

याएल

यह एक औरत का नाम है।

हेबेर

यह एक पुरुष का नाम है।

केनी

यह एक पुरुष का नाम है।

हेबेर केनी में मेल था

यहा “घर” परिवार को दर्शाता है। कि “हेबेर केनी के परिवार से मिला”।

मेरे पास आ

मेरे पास आ

कम्बल

जब सोते समय ऊपर लिया जाने वाला गरम कपड़ा है जो कि पशु की खाल से बनता है।

Judges 4:19

उससे कहा

“सीसरा ने याएल से कहा”।

Judges 4:21

खूँटी ली

यह लकड़ी का एक नुकीला टुकड़ा है जिसे जमीन में धस जाता है तम्बू के किनारो को पकड़ने के लिए।

हथौड़ा

यह लकड़ी का बना एक भारी उपकरण है जिस के कीलो को जमीन मे ठोकने का प्रयोग किया जाता है।

गहरी नींद

गहरी नीद बहुत कठिन काम करने के बाद आती है।

पार होकर

“वह छेद बनाया”।

बाराक पीछा करता

“बाराक ने उसका पीछा करने के बाद”।

Judges 4:23

परमेश्‍वर ने उस दिन कनान के राजा याबीन को इस्राएलियों के सामने नीचा दिखाया

परमेश्‍वर ने याबीन की सेना को खुद इस्राएल के लिए हराया था जेसा कि इस्राएल के लोगो ने देखा था।

प्रबल होते

“सैनिको की शक्ति”।

नष्ट कर डाला।

“उसने याबीन की सेना को नष्ट कर ड़ाला”।


Translation Questions

Judges 4:3

इस्राएलियों ने यहोवा कि सहायता के लिए क्यों पुकारा था?

इस्राएलियों ने यहोवा कि सहायता के लिए पुकारा क्योंकि सीसरा ने बीस वर्ष इस्राएलियों पर अत्याचार किया, उसके पास 900 लोहे के रथ थे उसके अत्याचार से दुखी होकर उन्होंने यहोवा को पुकारा।

Judges 4:4

गाजावासीयों शिमशोन को कब मार डालना चाहते थे?

वे भोर होते ही शिमशोन को घात करना चाहते थे।

Judges 4:7

यहोवा सीसरा को बाराक से मुठभेड़ करने के लिए कहां लाया था?

यहोवा सीसरा को बाराक से मुठभेड़ करने के लिए कीशोन नदी तक लाया।

Judges 4:8

यहोवा सीसरा को एक स्त्री के अधीन क्यों करना चाहता था?

बाराक दबोरा के बिना युद्ध में नहीं जाना चाहता था इसलिए यहोवा ने सीसरा को एक स्त्री के अधीन कर दिया।

Judges 4:9

यहोवा सीसरा को एक स्त्री के अधीन क्यों करना चाहता था?

बाराक दबोरा के बिना युद्ध में नहीं जाना चाहता था इसलिए यहोवा ने सीसरा को एक स्त्री के अधीन कर दिया।

Judges 4:11

केनी किसके वंशज थे?

केनी मूसा के साले होबाब के वंशज थे।

Judges 4:16

सीसरा की सेना में से कितने लोग बचे थे?

सीसरा की सेना में से एक भी जन नहीं बचा।

Judges 4:17

सीसरा याएल के डेरे में क्यों गया था?

हासोर के राजा याबीन और हेबेर (याएल का पति) के घराने में मेल था इसलिए सीसरा याएल के डेरे में चला गया।

Judges 4:19

सीसरा ने पानी मांगा तो याएल ने उसे क्या दिया?

याएल ने उसे पानी के स्थान में दूध दिया।

Judges 4:21

याएल ने सीसरा को कैसे मारा था?

याएल ने डेरे के एक खूंटी लेकर उसकी कनपटी में ऐसे ठोंक दी कि खूंटी पार होकर भूमि में धंस गई।


Chapter 5

1 उसी दिन दबोरा और अबीनोअम के पुत्र बाराक ने यह गीत गाया:

    2 “इस्राएल के अगुओं ने जो अगुआई की और प्रजा जो अपनी ही इच्छा से भरती हुई,

     इसके लिये यहोवा को धन्य कहो!

    3 “हे राजाओं, सुनो; हे अधिपतियों कान लगाओ,

     मैं आप यहोवा के लिये गीत गाऊँगी;

     इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा का मैं भजन करूँगी।

    4 हे यहोवा, जब तू सेईर से निकल चला,

     जब तूने एदोम के देश से प्रस्थान किया,

     तब पृथ्वी डोल उठी, और आकाश टूट पड़ा,

     बादल से भी जल बरसने लगा। (इब्रा. 12:26)

    5 यहोवा के प्रताप से पहाड़,

     इस्राएल के परमेश्‍वर

     यहोवा के प्रताप से वह सीनै पिघलकर बहने लगा।

    6 “अनात के पुत्र शमगर के दिनों में,

     और याएल के दिनों में सड़कें सूनी पड़ी थीं,

     और बटोही पगडण्डियों से चलते थे।

    7 जब तक मैं दबोरा न उठी,

     जब तक मैं इस्राएल में माता होकर न उठी,

     तब तक गाँव सूने पड़े थे। (2 शमू. 20:19)

    8 नये-नये देवता माने गए,

     उस समय फाटकों में लड़ाई होती थी।

     क्या चालीस हजार इस्राएलियों में भी ढाल

     या बर्छी कहीं देखने में आती थी?

    9 मेरा मन इस्राएल के हाकिमों की ओर लगा है,

     जो प्रजा के बीच में अपनी ही इच्छा से भरती हुए।

     यहोवा को धन्य कहो।

    10 “हे उजली गदहियों पर चढ़ने‍वालों,

     हे फर्शों पर विराजनेवालो,

     हे मार्ग पर पैदल चलनेवालों ध्यान रखो।

    11 पनघटों के आस-पास धनुर्धारियों की बात के कारण,

     वहाँ वे यहोवा के धर्ममय कामों का,

     इस्राएल के लिये उसके धर्ममय कामों का वर्णन करेंगे।

     उस समय यहोवा की प्रजा के लोग फाटकों के पास गए।

    12 “जाग, जाग, हे दबोरा!

     जाग, जाग, गीत सुना! हे बाराक, उठ,

     हे अबीनोअम के पुत्र,

     अपने बन्दियों को बँधुआई में ले चल।

    13 उस समय थोड़े से रईस प्रजा समेत उतर पड़े;

     यहोवा शूरवीरों के विरुद्ध मेरे हित में उतर आया। (रोम. 8:37, भज. 75:7)

    14 एप्रैम में से वे आए जिसकी जड़ अमालेक में है;

     हे बिन्यामीन, तेरे पीछे तेरे दलों में,

     माकीर में से हाकिम, और जबूलून में से सेनापति का दण्ड लिए हुए उतरे; (न्या. 2:15)

    15 और इस्साकार के हाकिम दबोरा के संग हुए,

     जैसा इस्साकार वैसा ही बाराक भी था;

     उसके पीछे लगे हुए वे तराई में झपटकर गए।

     रूबेन की नदियों के पास बड़े-बड़े काम मन में ठाने गए।

    16 तू चरवाहों का सीटी बजाना सुनने को भेड़शालों के बीच क्यों बैठा रहा?

     रूबेन की नदियों के पास बड़े-बड़े काम सोचे गए*।

    17 गिलाद यरदन पार रह गया; और दान क्यों जहाजों में रह गया?

     आशेर समुद्र तट पर बैठा रहा,

     और उसकी खाड़ियों के पास रह गया।

    18 जबूलून अपने प्राण पर खेलनेवाले लोग ठहरे;

     नप्ताली भी देश के ऊँचे-ऊँचे स्थानों पर वैसा ही ठहरा।

    19 “राजा आकर लड़े,

     उस समय कनान के राजा

     मगिद्दो के सोतों के पास तानाक में लड़े;

     पर रुपयों का कुछ लाभ न पाया*। (प्रका. 16:16)

    20 आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई;

     वरन् तारों ने अपने-अपने मण्डल से सीसरा से लड़ाई की।

    21 कीशोन नदी ने उनको बहा दिया,

     अर्थात् वही प्राचीन नदी जो कीशोन नदी है।

     हे मन, हियाव बाँधे आगे बढ़।

    22 “उस समय घोड़े के खुरों से टाप का शब्द होने लगा,

     उनके बलिष्ठ घोड़ों के कूदने से यह हुआ।

    23 “यहोवा का दूत कहता है,

     कि मेरोज को श्राप दो*, उसके निवासियों को भारी श्राप दो,

     क्योंकि वे यहोवा की सहायता करने को,

     शूरवीरों के विरुद्ध यहोवा की सहायता करने को न आए।।

    24 “सब स्त्रियों में से केनी हेबेर की स्त्री याएल धन्य ठहरेगी;

     डेरों में रहनेवाली सब स्त्रियों में से वह धन्य ठहरेगी। (लूका 1:42)

    25 सीसरा ने पानी माँगा, उसने दूध दिया,

     रईसों के योग्य बर्तन में वह मक्खन ले आई।

    26 उसने अपना हाथ खूँटी की ओर,

     अपना दाहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया;

     और हथौड़े से सीसरा को मारा, उसके सिर को फोड़ डाला, और उसकी कनपटी को आर-पार छेद दिया।

    27 उस स्त्री के पाँवों पर वह झुका, वह गिरा, वह पड़ा रहा;

     उस स्त्री के पाँवों पर वह झुका, वह गिरा;

     जहाँ झुका, वहीं मरा पड़ा रहा।

    28 “खिड़की में से एक स्त्री झाँककर चिल्लाई,

     सीसरा की माता ने झिलमिली की ओट से पुकारा, ‘उसके रथ के आने में इतनी देर क्यों लगी?

     उसके रथों के पहियों को देर क्यों हुई है?’

    29 उसकी बुद्धिमान प्रतिष्ठित स्त्रियों ने उसे उत्तर दिया,

     वरन् उसने अपने आप को इस प्रकार उत्तर दिया,

    30 ‘क्या उन्होंने लूट पाकर बाँट नहीं ली?

     क्या एक-एक पुरुष को एक-एक वरन् दो-दो कुँवारियाँ;

     और सीसरा को रंगीले वस्त्र की लूट,

     वरन् बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र की लूट,

     और लूटे हुओं के गले में दोनों ओर बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र नहीं मिले?’

    31 “हे यहोवा, “तेरे सब शत्रु ऐसे ही नाश हो जाएँ!

     परन्तु उसके प्रेमी लोग प्रताप के साथ उदय होते हुए सूर्य के समान तेजोमय हों।”

     फिर देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही। (प्रका. 1:16)


Judges 5:1

उसी दिन

“उसी दिन इस्राएलियो ने याबीन की सेना को हरा दिया”।

दबोरा

यह औरत का नाम है।

बाराक...अबीनोअम

यह पुरुषो के नाम है।

और प्रजा जो अपनी ही इच्छा से भरती हुई

“ओर वह आदमी लड़ाई करने के लिए मान गये।

Judges 5:3

सामानय जानकारी:

दबोरा और बाराक ने कविता के गीत को गाना जारी रखा।

हे राजाओं, सुनो; हे अधिपतियों कान लगाओ

दबोरा और बाराक राजाओ और नेताओ से बात करते है और वह भी गीत सुन रहे है।

हे राजाओं...हे अधिपतियों

यह सामानय रूप से राजाओ और नेताओ को दर्शाता है कि जो विशेष रूप से राजाओ और नेताओ के लिए नही है।

जब तू सेईर से निकल चला, जब तूने एदोम के देश से प्रस्थान किया,

यह वह समय है जब इस्राएलियों ने एदोम को छोड़ दिया था और कनान में लोगों को जीतना शुरू किया था। याहवे ने अपने लोगों को कनान के लोगों को हराने के लिए शक्तिशाली बनाने की बात की है जैसे कि वह इस्राएली सेना का नेतृत्व करने वाले योद्धा थे।

सेईर

सेईर एदोम और इस्राएल की भूमि के बीच एक पहाड़ है।

तब पृथ्वी डोल उठी, और आकाश टूट पड़ा, बादल से भी जल बरसने लगा

इसका अर्थ यह है कि कनान के लोग डरे हुए थे क्योंकि इस्राएली उन पर हमला करने वाले थे, जैसे मानो धरती और आकाश हिल रहे हो।

Judges 5:5

सामानय जानकारी:

दबोरा और बाराक ने कविता के गीत को गाना जारी रखा।

सीनै पिघलकर बहने लगा

यहाँ यह दर्शाया गया है कि यहोवा के भय से पहाड़ भी कांपने लगते है कि वह पहाड़ भी डर के मारे पिघलने लगा।

यहोवा के प्रताप से

“यहोवा की उपस्थिति में”।

सीनै पिघलकर बहने लगा

जब मूसा और इस्राएल सीनै पर्वत पर थे, तो यह भूकंप आया।

दिनों में

यहाँ “दिन” एक लम्बे समय को दर्शाता है कि जीवन काल के दौरान”।

अनात…शमगर…याएल

यह लोगो के नाम है।

अनात के पुत्र

शमगर के पिता का उल्लेख शमगर की मदद करने के लिए किया जाता है जहा वह रहते थे।

सड़कें सूनी पड़ी थीं

स्प‍ष्ट रूप मे कहा जा सकता है कि “लोगो को मुख्य सड़को का प्रयोग करने के लिए बंद किया गया क्योकि वह इस्राएल के दुश्‍मनो से ड़रते थे।

बटोही पगडण्डियों से चलते थे

यह उन छोटी सड़कों को संदर्भित करता है जिन पर कम लोग यात्रा करते थे ।

Judges 5:7

मैं इस्राएल में माता होकर न उठी

यह दबोरा की नेत्तव की बात करता है कि वो इस्राएलीयो की माँ थी।

नये-नये देवता माने गए

इस वाक्य का समपुर्ण अर्थ यह है कि “इस्राएल के लोगो ने नये देवताओ की पूजा की“।

उस समय फाटकों में लड़ाई होती थी

"दुश्मनों ने इस्राएल के शहरों में लोगों पर हमला किया"

उस समय फाटकों में लड़ाई होती थी

यहाँ “फाटक” पूरे शहर को दर्शाते है।इस से यह सपष्ट होता है कि दुश्‍मनो ने इस्५राएल के शहरो पर हमला कर दिया“।

क्या चालीस हजार इस्राएलियों में भी ढाल या बर्छी कहीं देखने में आती थी

यहाँ स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “लड़ाई के लिए "युद्ध के लिए कुछ हथियार इस्राएल के लिए बने थे।

चालीस हजार इस्राएलियों

“४०,००० इस्राएली”।

Judges 5:9

मेरा मन इस्राएल के हाकिमों की ओर लगा है

शब्द “दिल” व्यक्ति की भावनाओ को दर्शाता है। इस वाक्य मे दबोरा इस्राएल के सैनिको की सराहना करती है।

हे उजली गदहियों पर चढ़ने‍वालों… हे मार्ग पर पैदल चलनेवालों ध्यान रखो

इस वाक्य मे अमीर और गरीब लोगो के बारे मे दर्शाया गया है कि “तुम अमीर लोग सफेद गदो पर सवारी करते हो…जो गरीब लोग सड़क पर पैदल चलते है।

हे फर्शों पर विराजनेवालो

उन आसनो को गधे की पीठ को और आरामदायक तरीके से बैठने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

Judges 5:11

सामानय जानकारी:

दबोरा और बाराक ने कविता के गीत को गाना जारी रखा।

आस-पास धनुर्धारियों की बात के कारण

यहाँ “आवाजे” लोगो के गीत गाने को दर्शाती है कि “उन लोगो को सुनो”।

प्रजा के लोग फाटकों के पास गए

यहाँ “फाटक” पूरे नगर को दर्शाते है कि “शहरो की ओर वापस जाना”।

Judges 5:12

सामानय जानकारी:

दबोरा और बाराक ने कविता के गीत को गाना जारी रखा।

जाग, जाग

१) वह लोग इस्राएल के है।

दबोरा

यह एक स्त्री का नाम है।

बाराक…अबीनोअम

यह पुरुषो के नाम है।

शूरवीरों के विरुद्ध मेरे हित में

शब्द “मैं” दबोरा को दर्शाता है।

Judges 5:14

एप्रैम में जिसकी जड़ अमालेक में है

एप्रैम वह देश है जहाँ अमालोक के लोग एक बार रहते थे।

तेरे पीछे

यहाँ “तेरे” एप्रैम के लोगो को दर्शाता है कि “उसके पीछे”।

माकीर

यह वह जगह है जहां माकीर के वंशज रहते हैं। यहा माकीर मनश्शे का पुत्र और यूसुफ का पोता था।

और जबूलून में से सेनापति का दण्ड लिए हुए उतरे

“जबूलून की सेना के न्यायी”।

Judges 5:15

इस्साकार के हाकिम दबोरा के संग हुए

यहाँ “मेरे” दबोरा को दर्शाते है और स्पष्ट रूप से कहा जा सकता हे कि मेरे राजा इस्साकार मेरे साथ है।

दबोरा

यह एक औरत का नाम है।

जैसा इस्साकार वैसा ही बाराक

यहाँ “इस्साकार” का गोत्र बाराक के साथ था ।

बाराक

यह एक पुरुष का नाम है।

उसके पीछे लगे हुए वे तराई में झपटकर गए

"उसकी आज्ञा का पालन करना और घाटी में उसके पिछे भागना "

पीछे लगे

“पीछा करना”।

बड़े-बड़े काम मन में ठाने गए

यहाँ “दिल” मन के विचारो को दर्शाता है। वहा वह क्या कहना चाहते थे और वहा क्या कहना चाहिए उसे दर्शाया गया है।

Judges 5:16

तू चरवाहों का सीटी बजाना सुनने को भेड़शालों के बीच क्यों बैठा रहा?

इस प्रश्‍न का यह अर्थ है कि घर पर रहने और चरवाहों को सुनने और अपने झुंड के साथ खेलने की बजाय आपको हमें लड़ने में मदद करनी चाहिए,

भेड़शालों के बीच

यहाँ भेड़ो को रखा जाता है।

बड़े-बड़े काम सोचे गए

यहाँ “दिल” विचारो को दर्शाता है। यहाँ लोग जो विचार करते है

Judges 5:17

गिलाद रह गया

गिलाद के लोग ठहरे रहे

यरदन पार रह गया

यह नदी के पूर्व दिशा की ओर दर्शाता है।

दान क्यों जहाजों में रह गया?

यह सवाल गुस्से को व्यक्त करता है क्योंकि दान के गोत्र के लोग इस्राएल के लिए नहीं लड़ेंगे

दान क्यों

यहाँ “दान” दान के पुरुषो को दर्शाता है जो लड़ाई में लड़ने के लिए गये थे

क्यों जहाजों में रह गया

दान का गोत्र भूमध्य सागर के पास स्थित था। वे व्यापार और मछली पकड़ने के माध्यम से पैसा बनाने के लिए समुद्र पर रवाना हुऐ

आशेर समुद्र तट पर बैठा रहा, और उसकी खाड़ियों के पास रह गया

इसका संपुर्ण अर्थ को इस तरह स्प‍ष्ट किया जा सकता है कि आशेर के लोग भी हमारी मदद करने में असफल रहे वे बस अपने बंदरगाह के पास तट पर बने रहे।

आशेररह गया।

यहाँ “आशेर” लड़ाई करने जाने वाले पुरुषो को दर्शाता है कि आशेर के आदमी पीछे ही रह गये”।

खाड़ियों

गहरे पानी के समुद्री तटो पर जहाँ जहाजो को रखा जाता है।

नप्ताली भी

इस जानकारी को समझने के लिए स्प‍ष्ट किया जाता है कि नप्ताली एक गोत्र के लोग हे जो कि अपनी जान जोखिम मे ढालते है।

Judges 5:19

राजा आकर लड़े… कनान के राजा लड़े

राजाओं और उनकी सेनाओं ने आकर युद्ध किया ... कनान के राजा और उनकी सेनाएँ लड़ीं

वह लड़े…लड़े

शब्द “हमे” समझा जाता है कि “वे लड़ा… हमसे लड़ा”।

तानाक…मगिद्दो

यह नगरो के नाम है।

रुपयों का कुछ लाभ न पाया

यहाँ “रुपयों” किसी सामानय रुप मे खजाने को दर्शाता है कि “रुपये नही मिले”।

लाभ न पाया

बल द्वारा ली गई चीजें, आमतौर पर लड़ाई में या चोरों द्वारा

आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई, वरन् तारों ने अपने-अपने मण्डल से सीसरा से लड़ाई की

यहोवा ने इस्राएलियो की मदद की सीसरा की सेना को हराने के लिए इस बात को कहा जाता है कि सितारो ने खुद सीसरा को हराने की बात कही। यहोवा ने प्राकृतिक त्तवो से जेसे कि बारिश, तूफान का प्रयोग करके सीसरा की सेना को हराया।

सीसरा से लड़ाई

यहाँ “सीसरा” पूरी सेना को दर्शाता है।

सीसरा

यह एक पुरुष का नाम है।

Judges 5:21

कीशोन नदी ने उनको बहा दिया

क्योकि भारी बारिश होने के वाद नदी के पानी मे सारेरथ बह गये और सारे सेनिक मिट्टी मे धस गये। कि कीशोन नदी मे बाढ़ आ गयी और सीसरा के सारे सैनिक बह गये।

कीशोन

यह एक नदी का नाम है।

हे मन, हियाव बाँधे आगे बढ़

यहाँ “आत्‍मा पूरै व्यक्ति को दर्शाति है। और “मेरा” दबोरा को दर्शाति है।

उस समय घोड़े के खुरों से टाप का शब्द होने लगा–उनके बलिष्ठ घोड़ों के कूदने से यह हुआ

फिर मैंने घोड़ों की आवाज़ सुनी जो दूर भाग रही थी। सिसरा के पराक्रमी घोड़े भाग रहे थे।

बलिष्ठ

बहुत तेज दोड़ना।

Judges 5:23

मेरोज को श्राप

यहाँ “मेरोज” वहाँ रह रहे लोगो को दर्शाता है कि मेरोज के लोगो को श्राप दिया गया।

मेरोज

यह एक नगर का नाम है।

निवासियों

जिस स्थान पर वह लोग रहते थे।

Judges 5:24

याएल

यह एक औरत का नाम है।

हेबेर

यह पुरुषो के नाम है।

कनाई

यह कऱनियो का एक व्यक्ति है जो कि ऊपर गया था।

वह मक्खन ले आई

"उसके लिये दही लाया"

रईसों के योग्य बर्तन

इस वाक्यांश का अर्थ है कि सबसे अच्छी गुनव्ता वाली वस्तु जिसे राजा लोग इस्तेमाल करते थे।

Judges 5:26

अपना हाथ खूँटी की ओर

योएल ने अपने दाहिने हाथ से तम्बू के किनारे को पकड़ा।

हथौड़े की ओर

यह लकड़ी का बना एक भारी उपकरण है जिसे के कीलो को जमीन मे ठोकने का प्रयोग किया जाता है।

अपना दाहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया

स्पष्ट रुप से कहा जा सकता है कि और उसने अपने दाहिने हाथ से हथोड़े को पकड़ा।

हथोड़ा

यह लकड़ी का बना एक भारी उपकरण है जिसे के कीलो को जमीन मे ठोकने का प्रयोग किया जाता है।

सीसरा

यह एक पुरुष का नाम है।

झुका

“बिना शक्ति के”।

वहीं मरा पड़ा रहा

सपष्ट रुप सॆ कहा जा सकता है कि “उसने मार दिया”।

Judges 5:28

ओट

यह खिड़की का लकड़ी से बना तखता है।

उसके रथ के आने में इतनी देर क्यों लगी? उसके रथों के पहियों को देर क्यों हुई है?

इन दोनो वाक्यो का समान अर्थ है कि क्या सीसरा को इतना वक्त लगा घर आने के लिए।

उसके रथ के आने में…सके रथों के पहियों को देर क्यों हुई है

यह सीसरा को दर्शाता है कि उसने सीरसा…उसके साथ ही।

Judges 5:29

प्रतिष्ठित स्त्रियों

एक “राजकुमारी” राजा की पुत्री होती है, पर “राजकुमारी का अर्थ है राजा के परिवार को सलाह देने वाली औरत जैसे कि “बुद्धिमान महिलाए”।

उसने अपने आप को इस प्रकार उत्तर दिया

उसने अपने आप को उसी प्रकार कहाँ।

‘क्या उन्होंने लूट पाकर बाँट नहीं ली?

“उनके पास इतनी लूट थी की इसे विभाजित करने में एक लंबा समय लग रहा है।।

एक-एक पुरुष को एक-एक वरन् दो-दो कुँवारियाँ

एक-एक पुरुष को एक-एक कुँवारी लड़किया मिली।

रंगीले वस्त्र

“रंगीन कपड़े”।

काढ़े हुए रंगीले वस्त्र

“गले तक कढ़ाई वाले।

गले में दोनों ओर बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र नहीं मिले

यहाँ “गला” सीसरा के सेनिको को दर्शाता है कि उसके सैनिको ने गले तक कढाई वाले कपड़े पहने थे।

Judges 5:31

परन्तु उसके प्रेमी लोग प्रताप के साथ उदय होते हुए

"जो लोग यहोवा को प्यार करते हैं"

सूर्य के समान तेजोमय हों।

इस्राएल के लोग सूर्य की तरह चमक रहे थे क्योकि इस्राएल की सेना जीत की वजह से सूर्य की तरह चमक रही थी।

फिर देश में शान्ति रही

यहाँ “देश” इस्राएल के लोगो को दर्शाता है और जिस देश मे इस्राएली लोग शांति से रह रहे थे।

चालीस वर्ष

“ ४० साल के लीये”।


Translation Questions

Judges 5:4

पृथ्वी कब डोल गई थी?

पृथ्वी तब डोल गई जब यहोवा सेईर से निकल कर, एदोम देश से प्रस्थान किया था।

Judges 5:6

बटोही कैसे आवागमन करते थे?

बटोही पगडंडियों से चलते थे।

Judges 5:8

चालीस हजार इस्राएलियों में क्या कभी देखने को नहीं मिलता था?

ढाल या बर्छी उनमें कभी देखने को नहीं मिलती थी।

Judges 5:10

उजली गदहियों पर क्या रखा जाता था?

उजली गदहियों पर दरियां रखी जाती थीं।

Judges 5:13

यहोवा के लोग किसके पास आए?

यहोवा के लोग यूखीरों के विरूद्ध दबोरा के पास आए।

Judges 5:15

इस्साकार बाराक के साथ क्या कर रहा था?

उसकी आज्ञा में इस्साकार बाराक के पीछे तराई में भाग रहा था।

Judges 5:18

जबूलून किस बात का जोखिम उठा रहा था?

जबूलून जान की जोखिम उठा रहा था।

Judges 5:20

आकाश मंडल से किसने सीसरा के विरूद्ध लड़ाई की थी?

आकाश से तारों ने अपने-अपने मंडल से सीसरा के विरूद्ध लड़ाई की थी।

Judges 5:24

यहोवा के स्वर्गदूत ने मेरोज को शाप क्यों दिया?

यहोवा के स्वर्गदूत ने मेरोज को शाप दिया क्योंकि वे यहोवा के लोगों की सहायता करने नहीं आए थे।

Judges 5:26

याएल ने अपने हाथ में क्या लिया था?

उसने अपने एक हाथ में डेरे की खूंटी ली और दाहिने हाथ में बढ़ई का हथैड़ा लिया।

Judges 5:28

सीसरा की माता ने कहां से देखा?

सीसरा की माता ने झिलमिली की ओट से देखा।

Judges 5:31

यहोवा से प्रेम रखने वालों को कैसा होना चाहिए?

यहोवा के प्रेमियों को प्रताप के साथ उदय होते हुए सूर्य के समान तेजोमय होना चाहिये।


Chapter 6

1 तब इस्राएलियों ने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया, इसलिए यहोवा ने उन्हें मिद्यानियों के वश में सात वर्ष कर रखा। 2 और मिद्यानी इस्राएलियों पर प्रबल हो गए। मिद्यानियों के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ों के गहरे खड्डों, और गुफाओं, और किलों को अपने निवास बना लिए। 3 और जब-जब इस्राएली बीज बोते तब-तब मिद्यानी और अमालेकी और पूर्वी लोग उनके विरुद्ध चढ़ाई करके 4 गाज़ा तक छावनी डाल डालकर भूमि की उपज नाश कर डालते थे, और इस्राएलियों के लिये न तो कुछ भोजनवस्तु, और न भेड़-बकरी, और न गाय-बैल, और न गदहा छोड़ते थे। 5 क्योंकि वे अपने पशुओं और डेरों को लिए हुए चढ़ाई करते, और टिड्डियों के दल के समान बहुत आते थे; और उनके ऊँट भी अनगिनत होते थे; और वे देश को उजाड़ने के लिये उसमें आया करते थे। 6 और मिद्यानियों के कारण इस्राएली बड़ी दुर्दशा में पड़ गए; तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी। 7 जब इस्राएलियों ने मिद्यानियों के कारण यहोवा की दुहाई दी, 8 तब यहोवा ने इस्राएलियों के पास एक नबी को भेजा, जिस ने उनसे कहा, “इस्राएल का परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है: मैं तुम को मिस्र में से ले आया, और दासत्व के घर से निकाल ले आया; 9 और मैंने तुम को मिस्रियों के हाथ से, वरन् जितने तुम पर अंधेर करते थे उन सभी के हाथ से छुड़ाया, और उनको तुम्हारे सामने से बरबस निकालकर उनका देश तुम्हें दे दिया; 10 और मैंने तुम से कहा, ‘मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ; एमोरी लोग जिनके देश में तुम रहते हो उनके देवताओं का भय न मानना।’ परन्तु तुम ने मेरा कहना नहीं माना।” 11 फिर यहोवा का दूत आकर उस बांज वृक्ष के तले बैठ गया, जो ओप्रा में अबीएजेरी योआश का था, और उसका पुत्र गिदोन एक दाखरस के कुण्ड में गेहूँ इसलिए झाड़ रहा था कि उसे मिद्यानियों से छिपा रखे। 12 उसको यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, “हे शूरवीर सूरमा*, यहोवा तेरे संग है।” 13 गिदोन ने उससे कहा, “हे मेरे प्रभु, विनती सुन, यदि यहोवा हमारे संग होता, तो हम पर यह सब विपत्ति क्यों पड़ती? और जितने आश्चर्यकर्मों का वर्णन हमारे पुरखा यह कहकर करते थे, ‘क्या यहोवा हमको मिस्र से छुड़ा नहीं लाया,’ वे कहाँ रहे? अब तो यहोवा ने हमको त्याग दिया, और मिद्यानियों के हाथ कर दिया है।” 14 तब यहोवा ने उस पर दृष्टि करके कहा, “अपनी इसी शक्ति पर जा और तू इस्राएलियों को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाएगा; क्या मैंने तुझे नहीं भेजा?” 15 उसने कहा, “हे मेरे प्रभु, विनती सुन, मैं इस्राएल को कैसे छुड़ाऊँ? देख, मेरा कुल मनश्शे में सबसे कंगाल है, फिर मैं अपने पिता के घराने में सबसे छोटा हूँ*।” 16 यहोवा ने उससे कहा, “निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा; सो तू मिद्यानियों को ऐसा मार लेगा जैसा एक मनुष्य को।” 17 गिदोन ने उससे कहा, “यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो, तो मुझे इसका कोई चिन्ह दिखा कि तू ही मुझसे बातें कर रहा है। 18 जब तक मैं तेरे पास फिर आकर अपनी भेंट निकालकर तेरे सामने न रखूँ, तब तक तू यहाँ से न जा।” उसने कहा, “मैं तेरे लौटने तक ठहरा रहूँगा।” 19 तब गिदोन ने जाकर बकरी का एक बच्चा और एक एपा मैदे की अख़मीरी रोटियाँ तैयार कीं; तब माँस को टोकरी में, और रसा को तसले में रखकर बांज वृक्ष के तले उसके पास ले जाकर दिया। 20 परमेश्‍वर के दूत ने उससे कहा, “माँस और अख़मीरी रोटियों को लेकर इस चट्टान पर रख दे, और रसा को उण्डेल दे।” उसने ऐसा ही किया। 21 तब यहोवा के दूत ने अपने हाथ की लाठी को बढ़ाकर माँस और अख़मीरी रोटियों को छुआ; और चट्टान से आग निकली जिससे माँस और अख़मीरी रोटियाँ भस्म हो गईं; तब यहोवा का दूत उसकी दृष्टि से ओझल हो गया। 22 जब गिदोन ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था, तब गिदोन कहने लगा, “हाय, प्रभु यहोवा! मैंने तो यहोवा के दूत को साक्षात् देखा है।” 23 यहोवा ने उससे कहा, “तुझे शान्ति मिले; मत डर, तू न मरेगा।” 24 तब गिदोन ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनाकर उसका नाम, ‘यहोवा शालोम रखा।’ वह आज के दिन तक अबीएजेरियों के ओप्रा में बनी है। 25 फिर उसी रात को यहोवा ने गिदोन से कहा, “अपने पिता का जवान बैल, अर्थात् दूसरा सात वर्ष का बैल ले, और बाल की जो वेदी तेरे पिता की है उसे गिरा दे, और जो अशेरा देवी उसके पास है उसे काट डाल; 26 और उस दृढ़ स्थान की चोटी पर ठहराई हुई रीति से अपने परमेश्‍वर यहोवा की एक वेदी बना; तब उस दूसरे बैल को ले, और उस अशेरा की लकड़ी जो तू काट डालेगा जलाकर होमबलि चढ़ा।” 27 तब गिदोन ने अपने संग दस दासों को लेकर यहोवा के वचन के अनुसार किया; परन्तु अपने पिता के घराने और नगर के लोगों के डर के मारे वह काम दिन को न कर सका, इसलिए रात में किया। 28 नगर के लोग सवेरे उठकर क्या देखते हैं, कि बाल की वेदी गिरी पड़ी है, और उसके पास की अशेरा कटी पड़ी है, और दूसरा बैल बनाई हुई वेदी पर चढ़ाया हुआ है। 29 तब वे आपस में कहने लगे, “यह काम किस ने किया?” और पूछपाछ और ढूँढ़-ढाँढ़ करके वे कहने लगे, “यह योआश के पुत्र गिदोन का काम है।” 30 तब नगर के मनुष्यों ने योआश से कहा, “अपने पुत्र को बाहर ले आ, कि मार डाला जाए, क्योंकि उसने बाल की वेदी को गिरा दिया है, और उसके पास की अशेरा को भी काट डाला है।” 31 योआश ने उन सभी से जो उसके सामने खड़े हुए थे कहा, “क्या तुम बाल के लिये वाद विवाद करोगे? क्या तुम उसे बचाओगे? जो कोई उसके लिये वाद विवाद करे वह मार डाला जाएगा। सवेरे तक ठहरे रहो; तब तक यदि वह परमेश्‍वर हो, तो जिस ने उसकी वेदी गिराई है उससे वह आप ही अपना वाद विवाद करे।” 32 इसलिए उस दिन गिदोन का नाम यह कहकर यरूब्बाल रखा गया*, कि इसने जो बाल की वेदी गिराई है तो इस पर बाल आप वाद विवाद कर ले। 33 इसके बाद सब मिद्यानी और अमालेकी और पूर्वी इकट्ठे हुए, और पार आकर यिज्रेल की तराई में डेरे डाले। 34 तब यहोवा का आत्मा गिदोन में समाया; और उसने नरसिंगा फूँका, तब अबीएजेरी उसकी सुनने के लिये इकट्ठे हुए। 35 फिर उसने समस्त मनश्शे के पास अपने दूत भेजे; और वे भी उसके समीप इकट्ठे हुए। और उसने आशेर, जबूलून, और नप्ताली के पास भी दूत भेजे; तब वे भी उससे मिलने को चले आए। 36 तब गिदोन ने परमेश्‍वर से कहा, “यदि तू अपने वचन के अनुसार इस्राएल को मेरे द्वारा छुड़ाएगा, 37 तो सुन, मैं एक भेड़ी की ऊन खलिहान में रखूँगा, और यदि ओस केवल उस ऊन पर पड़े, और उसे छोड़ सारी भूमि सूखी रह जाए, तो मैं जान लूँगा कि तू अपने वचन के अनुसार इस्राएल को मेरे द्वारा छुड़ाएगा।” 38 और ऐसा ही हुआ। इसलिए जब उसने सवेरे उठकर उस ऊन को दबाकर उसमें से ओस निचोड़ी, तब एक कटोरा भर गया। 39 फिर गिदोन ने परमेश्‍वर से कहा, “यदि मैं एक बार फिर कहूँ, तो तेरा क्रोध मुझ पर न भड़के; मैं इस ऊन से एक बार और भी तेरी परीक्षा करूँ, अर्थात् केवल ऊन ही सूखी रहे, और सारी भूमि पर ओस पड़े” 40 उस रात को परमेश्‍वर ने ऐसा ही किया; अर्थात् केवल ऊन ही सूखी रह गई, और सारी भूमि पर ओस पड़ी।


Judges 6:1

यहोवा की दृष्टि में बुरा किया

यहाँ “यहोवा की दृष्टि में“ कि यहोवा उनके बारे मे क्या सोचते है और क्या समझते है।

मिद्यानियों के वश में

यहाँ “मिद्यान“ मिद्यान के लोगो को दर्शाता है। मिद्यान के लोगो पर नियंत्रण।

मिद्यानी इस्राएलियों पर प्रबल हो गए

मिद्यानी लोग अधिक शक्तिशाली थे इज़राइल के लोगों की तुलना में और उन्होंने उन पर अत्याचार किया

खड्डों

पथरीली चट्टानों में ऐसी जगहें जो आश्रय प्रदान करती हैं

Judges 6:3

गाज़ा तक छावनी डाल डालकर भूमि

वे अपनी सेना केलिए तम्बुओ की स्थापना कर रहे थे।

Judges 6:5

क्योंकि वे अपने पशुओं और डेरों को लिए हुए चढ़ाई करते

मिद्यान देश लाल सागर के सागर के पास इस्राएल के पास देश के दक्षिण में था। यहा मिद्यान की यात्रा के बारे मे बात की थी। “जब भी मिद्यानियों ने इस्राएल देश के पशुओ को अपने तम्बू मे लाया।

टिड्डियों के दल के समान बहुत आते थे

मिद्यानियों की तुलना टिड्डियों के झुंड से की गई है क्योंकि वे बड़ी संख्या में लोगों के साथ आए थे और उनके पशुधन ने सब कुछ खा लिया था।

अनगिनत होते थे

यह एक अतिशयोक्ति है,

मिद्यानियों के कारण

यह मिद्यान के लोगो को दर्शाता है।

यहोवा की दुहाई दी

इस मुहावरे का अर्थ है कि उन्होने यहोवा के आगे दुवा की।

Judges 6:7

यहोवा की दुहाई दी

इस मुहावरे का अर्थ यह है कि उन्होने यहोवा के आगे मदद के किए दुवा की।

मिद्यानियों के कारण

यह मिद्यान के लोगो को दर्शाता है कि “परन्तु वह मिद्यानियों के कारण“।

मैं तुम को मिस्र में से ले आया

मैं तुम्हे मिस्र से बाहर निकाल कर ले आया।

दासत्व के घर से

मूसा ने उनको गुलामो के घर से बाहर निकाल कर लाया कि जिस स्थान पर वह वह गुलामी कर रहे थे।

Judges 6:9

हाथ से

इस वाक्यांश में “हाथ” शक्ति को दर्शाता है।

मेरा कहना नहीं माना

यहाँ “मेरा कहना” यहोवा की आज्ञा को दर्शाता है कि मेरी आज्ञा को नही माना”।

Judges 6:11

अब

इस शब्द का प्रयोग नयी कहानी को शुरु करने के लिए किया जाता है।

यहोवा का दूत

यहोवा, जो एक स्वर्गदूत के रूप में दिखाई दिए, "

ओप्रा

यह एक गाँव का नाम है।

अबीएजेरी

यह अबीएजेरी के गोत्रो के जन समूहो के नाम है।

एक दाखरस के कुण्ड में गेहूँ इसलिए झाड़ रहा था

यह एक प्रक्रिया है जिसे गेहूँ को पीटने के लिए इसतेमाल किउआ जाता है।

उसको दर्शन देकर

उसके पास गया "।

Judges 6:13

मेरे प्रभु

गिदोन “मालिक“ शब्द का प्रयोग एक अजनबी को नमस्कार करने के लिए विनम्र तरीके के रूप में करता है। उसे एहसास नहीं है कि वह यहोवा से देवदूत या पुरुष के रूप में बात कर रहा है ।

जितने आश्चर्यकर्मों का वर्णन हमारे पुरखा यह कहकर करते थे, ‘क्या यहोवा हमको मिस्र से छुड़ा नहीं लाया,’ वे कहाँ रहे?

“हमने कोई अद्भुत कर्म नहीं देखा है जैसे हमारे पिता ने हमें बताया यहोवा के बारे में जब वह उन्हें मिस्र से लाया। "

मिद्यानियों के हाथ कर दिया है

"मिद्यानियों को हमें हराने की अनुमति दी"

हाथ कर दिया

यहाँ “हाथ” शक्ति को दर्शाता है।

मिद्यानियों के

यह मिद्यान के लोगो को दर्शाता है कि " मिद्यानियों के”।

Judges 6:14

यहोवा ने उस पर दृष्टि करके

“यहोवा ने गिदोन को देखा”।

हाथ से

यहाँ “हाथ” शक्ति या नियंत्रण को दर्शाता है।

मिद्यानियों के

यह मिद्यान के लोगो को दर्शाता है कि " मिद्यानियों के”।

क्या मैंने तुझे नहीं भेजा?

यहाँ यहोवा गिदोन की सेना को एक संदेश भेज रहा है कि “मे यहोवा तुम्हे भेज रहा हूँ”।

हे मेरे प्रभु

गिदोन अब उस व्यक्ति को "मेरे गुरु" के बजाय “हे प्रभु” ।

मैं इस्राएल को कैसे छुड़ाऊँ?

यहाँ गिदोन सोचता है कि मै इस्राएल को कैसे बचाऊँगा कि मै इस्राएल को नही बचा सका”।

देख

"कृपया समझें"।

मनश्शे में

“मनश्‍शे के गोत्रो में”।

अपने पिता के घराने में

यहाँ “घर” परिवार को दर्शाता है। कि “मेरे पिता के परिवार मे”।

Judges 6:16

मैं तेरे संग रहूँगा

यहाँ “मै तेरे संग“ एक मुहावरा है जिसका अर्थ यहोवा ने गिदोन की सहायता की और उसे आशीश दी।

जैसा एक मनुष्य को

यहा स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि आप केवल एक पुरुष से लड़ रहे थे।

तेरे सामने न रखूँ

“इसे आपके सामने रखें"।

Judges 6:19

एक एपा मैदे

यदि यह एक आधुनिक माप का उपयोग करने का एक तरीका है जैसे “22 लीटर आटा के साथ“।

रसा

पानी जिसमें खाना पड़ा हो, जैसे मांस, उसमें पकाया जाता है

उससे कहा

“परमेश्‍वर के दूत ने उस से कहा”।

परमेश्‍वर के दूत

परमेश्‍वर, जो एक स्वर्गदूत के रूप में था।

Judges 6:21

यहोवा का दूत

परमेश्‍वर, जो एक स्वर्गदूत के रूप में था।

ओझल हो गया

“गायब हो गया“।

Judges 6:22

यहोवा का दूत

परमेश्‍वर, जो एक स्वर्गदूत के रूप में था।

हाय, प्रभु यहोवा!

यहाँ शब्द “हाय” से पता चलता है कि गिदोन बहुत डर गया था।

तो यहोवा के दूत को साक्षात् देखा है

यह वाक्यांश दो लोगों को एक दूसरे के करीब होने का उल्लेख किया गया है।कि “उसने सच मे यहोव के दूत देखा“।

यहोवा ने उससे कहा

“यहोवा ने स्वर्ग से गिदोन से बात की”।

आज के दिन

इसका अर्थ उस समय से होता है जब न्यायाधीशों की पुस्तक लिखी जाती थी।

ओप्रा

यह एक गाँव का नाम है

अबीएजेरियों

“अबीएजेरियों के गोत्रो मे से”।

Judges 6:25

दूसरे बैल को ले

“एक और बैल”।

उसके पास है

"जो बाल की वेदी के बगल में है"।

उस दृढ़ स्थान की चोटी पर ठहराई हुई रीति से

औप्राह शहर एक पहाड़ी की चोटी पर था। इस्राएली वहाँ मिद्यानवासियों की शरण लेने के लिए भाग गए।

एक वेदी बना

“और इसे ठीक से बनाएँ“।

Judges 6:27

यहोवा के वचन के अनुसार किया

यह यहोवा की आज्ञा को दर्शाता है।

Judges 6:28

उठकर

“अपने बिसतर से उठकर”।

वेदी गिरी पड़ी है, और उसके पास की अशेरा कटी पड़ी है, और दूसरा बैल बनाई हुई वेदी पर चढ़ाया हुआ है

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “उन्होंने देखा कि किसी ने बाल की वेदी को तोड़ दिया था, उसके बगल में आशेरा को काट दिया, और एक वेदी को बनाया और उस पर दूसरा बैल बलिदान किया गया“।

Judges 6:30

कि मार डाला जाए

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “हम उसे सजा के रूप में मार सकते हैं“।

Judges 6:31

क्या तुम बाल के लिये वाद विवाद करोगे?

यहोशू ने कहा कि हम इस बात पर ज़ोर दे सकें कि इंसान को किसी इंसान की रक्षा नहीं करनी चाहिए। कि “आप बाल की रक्षा के लिए नहीं होना चाहिए थे“

वाद विवाद करोगे

"बचाव करना”।

क्या तुम उसे बचाओगे?

यहोशू यहा इस सवाल का इसतेमाल करता हुआ कहता है कि "आपको बाल को बचाना नहीं चाहिए।"।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

इसलिए यह कहकर

“इसलिए योआश ने कहा”।

Judges 6:33

अब

यह शब्द नई कहानी को शुरु करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इकट्ठे हुए

इसका अर्थ यह है कि "एक सेना के रूप में एक साथ इकट्ठे हुए"।

Judges 6:34

गिदोन में समाया

इस मुहावरे का अर्थ है “गिदोन का नियंत्रण ले लिया“।

अबीएजेरी

यह अबीएजेरी के गोत्रो के जन समूहो के नाम है।

फिर उसने दूत भेजे

"इसलिए वे युद्ध के लिए उसका अनुसरण कर सकते हैं"।

और वे भी उसके समीप इकट्ठे हुए

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता हे कि “उन्हे बुलाकर उनका पालन करे”।

आशेर, जबूलून, और नप्ताली

यह आशेर, जबूलून, और नप्ताली के गोत्रो को दर्शाता है।

Judges 6:36

ऊन खलिहान

भेड का ऊनी कोट।

पड़े

यह रात के समय पोधे पर बनता हुआ पानी है।

तो मैं जान लूँगा कि तू अपने

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “"यह आप से एक संकेत होगा, और फिर मुझे पता चल जाएगा कि तुम“।

Judges 6:38

गिदोन ओस

"गिदोन बिस्तर से बाहर निकल गया"

निचोड़ी

पानी को निकालने के लिए उसे मोड़कर निचोड़ा।

Judges 6:39

गिदोन

गिदोन एक इस्राएली आदमी था, जिसने इस्राएलियों को अपने दुश्मनों से छुड़ाने के लिए परमेश्‍वर की आज्ञा मानी थी। उस समय गिदोन जहाँ रहता था, जब मिदानियो नाम का एक समूह इस्राएलियों पर हमला करता रहा और उनकी फसलों को नष्ट करता रहा। हालाँकि गिदोन डर गया था, फिर भी परमेश्‍वर ने उसका इस्तेमाल किया ताकि वह इसराएलियों को मिद्यानियो के खिलाफ लड़ने और उन्हें हराने के लिए ले जा सके। गिदोन ने भी दूसरे देवताओ की पूजा करके परमेश्‍वर की आज्ञा का पालण ना किया। उसने सिर्फ लोगो को हराने और अपने दुश्‍मनो को हराने के लिए नही प्रेरित किया बल्कि उन्हे सच्चे परमेश्‍वर यहोवा की आज्ञा मानने और उसकी उपासना करने के लिए भी बड़ावा दिया।

परमेश्‍वर

बाइबल मे शब्द “परमेश्‍वर” उसे दर्शाता है जिसने पुरे ब्रह्मांड को बनाया है। जो कि परमेश्‍वर पिता, पुत्र और पवित्र-आत्मा के रूप मे विद्यामान है। परमेश्‍वर का नाम “यहोवा“ है। परमेश्‍वर हमेशा अस्तित्व में रहा है, और वह हमेशा के लिए अस्तित्व में रहेगा। वह एक सच्चा परमेश्‍वर है और ब्रह्मांड मे सब कुछ उसके अधिकार मे है। परमेश्‍वर पूरी तरह से धर्मी है, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्याय, दयालु, और प्यार करता है। वह एक वाचा रखने वाला परमेश्‍वर है जो अपने वायदे को हमेशा पूरा करता है। लोगो को परमेश्‍वर की आराध्‍ना करने के लिए बनाया गया है और उन्हे केवल परमेश्‍वर की ही आराधना करनी चाहिए। परमेश्‍वर ने अपना नाम यहोवा के रुप मे प्रकट किया जिसका अर्थ यह है कि “मै हूँ”। बाइल उन झूठी देवियो के बारे मे यह सिखाती है जो कि निर्जीव मूर्तियों है जिनकी लोग गलत तरीके से पूजा करते है।

क्रोध, क्रोध

“गुस्सा होना” का अर्थ है कि किसी के खिलाफ परेशान होना है। जब लोग क्रोध मे आते है तो वह पापी और स्वार्थी हो जाते है लेकिन कभी अत्याचार और धर्म के प्रति भी क्रोध होता है। परमेश्‍वर का क्रोध पाप के बारे मे बहुत कड़ी नाराजगी व्यक्त करता है। इस वाक्यांश का अर्थ यह है कि “किसी कारण से गुस्सा होना”।

परीक्षा

यह शब्द “परीक्षा” एक मुशकिल या दर्दनाक घटना है जिस से व्यक्ति की कमजोरियो का पता चल जाता है। परमेश्‍वर लोगो की परिक्षा करता है लेकिन उन्हे लुभाता नही है पर शैतान लोगो को पाप करने के लिए लुभाता है। जेसे सोने का परीक्षण करने के लिए उसे आग मे तपाया जाता है कि वह शुद्ध और मजबूत है उसी प्रकार परमेश्‍वर लोगो को मुसीबत मे ड़ालकर उनकी परीक्षा लेता है। मुसीबत मे डालकर वह लोगो को तरीक्षा करने की चुनोती देता है। यीशु ने शैतान से कहा कि तूने परमेश्‍वर की परीक्षा लेकर गलत किया है। कि वह तो यह परमेश्‍वर है जो सब के लिए सब कुछ कर सकता है।


Translation Questions

Judges 6:2

मिद्यानियों के कारण इस्राएलियों ने क्या किया?

मिद्यानियों के डर से इस्राएलियों ने पहाड़ों के गहरे खड्डों और गुफाओं और किलों को अपने निवास बना लिए।।

Judges 6:3

इस्राएली जब-जब फसल उगाते तब-तब क्या होता था?

इस्राएली जब-जब फसल उगाते तब मिद्यानी और अमालेकी तथा पूर्वी लोग उन पर इस्राएलियों पर आक्रमण कर देते थे।

Judges 6:5

ये मिद्यानी और अमालेकी संख्या में कितने थे?

उनकी गिनती करना संभव नहीं था।

Judges 6:10

इस्राएली किसके देश में थे?

इस्राएली एमोरियों के देश में थे।

Judges 6:11

गिदोन दाखरस के कुण्ड में गेहूं क्यों झाड़ रहा था?

गिदोन दाखरस के कुण्ड में गेहूं झाड़ रहा था क्योंकि वह मिद्यानियों से अपना गेहूं छिपा रहा था।

Judges 6:13

गिदोन के विचार में यहोवा ने इस्राएल के साथ कैसा व्यवहार किया था?

गिदोन के विचार में यहोवा इस्राएलियों को त्यागकर मिद्यानियों के अधीन कर दिया था।

Judges 6:15

गिदोन क्यों सोचता था कि वह इस्राएल को छुटकारा नहीं दिला सकता है?

गिदोन सोचता था कि वह इस्राएल को छुटकारा नहीं दिला सकता है क्योंकि उसका परिवार मनश्शे में सबसे कंगाल था और वह अपने कुल में सबसे छोटा था।

Judges 6:18

यहोवा गिदोन के लिए प्रतीक्षा में क्यों था?

यहोवा उसकी भेंट की प्रतीक्षा कर रहा था।

Judges 6:20

यहोवा के स्वर्गदूत ने मांस और अखमीरी रोटी कहां रखने के लिए गिदोन से कहा?

यहोवा के स्वर्गदूत ने गिदोन से कहा कि वह मांस और अखमीरी रोटी एक चट्टान पर रख दें।

Judges 6:21

यहोवा के स्वर्गदूत ने जब अपने हाथ की लाठी को बढ़ाकर मांस और अखमीरी रोटी का स्पर्श किया तब क्या हुआ?

यहोवा के स्वर्गदूत ने जब अपने हाथ की लाठी को बढ़ाकर मांस और अखमीरी रोटी का स्पर्श किया तब लाठी के स्पर्श से अग्नि उत्पन्न हुई और मांस और रोटी भस्म हो गई।

Judges 6:22

गिदोन को जब यहोवा के स्वर्गदूत का बोध हुआ तब वह क्यों डर गया?

गिदोन को जब यहोवा के स्वर्गदूत का बोध हुआ तब वह डर गया कि वह मर न जाए।

Judges 6:23

गिदोन को जब यहोवा के स्वर्गदूत का बोध हुआ तब वह क्यों डर गया?

गिदोन को जब यहोवा के स्वर्गदूत का बोध हुआ तब वह डर गया कि वह मर न जाए।

Judges 6:26

यहोवा ने गिदोन को शरण के स्थान पर चढ़ने के लिए क्या कहा?

यहोवा ने वहां उसके लिए एक वेदी बनाने की आज्ञा उसे दी।

Judges 6:27

यहोवा ने गिदोन से जो कहा उसने उसे रात के समय क्यों किया?

गिदोन से यहोवा ने जो करने के लिए कहा था वह रात के समय किया क्योंकि वह दिन में उस काम को करने अपने पिता के परिवार और नगर के लोगों से बहुत डरता था।

Judges 6:30

नगरवासी गिदोन को क्यों मार डालना चाहते थे?

नगरवासी गिदोन को मार डालना चाहते थे क्योंकि उसने बाल की वेदी गिरा दी थी और आशेर की लाट काट दी थी।

Judges 6:32

गिदोन को यरूब्बाल नाम क्यों दिया गया था?

उसे यरूब्बाल नाम इसलिए दिया गया कि उसने कहा था, "यदि वह परमेश्वर हो तो जिसने उसकी वेदी गिराई है उससे वह आप ही अपना वाद-विवाद करे।"

Judges 6:36

यह जानने के लिए कि यहोवा ने उसको इस्राएल को छुड़ाने के लिए चुना है, उसने क्या किया?

गिदोन ने भेड़ी का ऊन खलिहान में रखा और यहोवा से कहा कि ओस केवल उस ऊन पर गिरे और भूमि सूखी रहे। तब वह मान लेगा कि यहोवा ही ने उसे चुना है कि इस्राएल को छुड़ाए।

Judges 6:37

यह जानने के लिए कि यहोवा ने उसको इस्राएल को छुड़ाने के लिए चुना है, उसने क्या किया?

गिदोन ने भेड़ी का ऊन खलिहान में रखा और यहोवा से कहा कि ओस केवल उस ऊन पर गिरे और भूमि सूखी रहे। तब वह मान लेगा कि यहोवा ही ने उसे चुना है कि इस्राएल को छुड़ाए।

Judges 6:38

जब गिदोन ने ऊन निचोड़ा तो उसमें से कितना पानी निकला?

जब गिदोन ने ऊन निचोड़ा तो उसमें से एक कटोरा पानी निकला।

Judges 6:39

गिदोन ने दूसरी बार यहोवा की क्या परीक्षा ली?

गिदोन ने दूसरी बार यहोवा की परीक्षा ली, उसने कहा कि इस बार सब जगह ओस गिरे और ऊन सूखा रहे।


Chapter 7

1 तब गिदोन जो यरूब्बाल भी कहलाता है और सब लोग जो उसके संग थे सवेरे उठे, और हरोद* नामक सोते के पास अपने डेरे खड़े किए; और मिद्यानियों की छावनी उनके उत्तरी ओर मोरे नामक पहाड़ी के पास तराई में पड़ी थी।। 2 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, “जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता, नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगेंगे, कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं। 3 इसलिए तू जाकर लोगों में यह प्रचार करके सुना दे, ‘जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए’।” तब बाईस हजार लोग लौट गए, और केवल दस हजार रह गए। 4 फिर यहोवा ने गिदोन से कहा, “अब भी लोग अधिक हैं; उन्हें सोते के पास नीचे ले चल, वहाँ मैं उन्हें तेरे लिये परखूँगा; और जिस जिसके विषय में मैं तुझ से कहूँ, ‘यह तेरे संग चले,’ वह तो तेरे संग चले; और जिस जिसके विषय में मैं कहूँ, ‘यह तेरे संग न जाए,’ वह न जाए।” 5 तब वह उनको सोते के पास नीचे ले गया; वहाँ यहोवा ने गिदोन से कहा, “जितने कुत्ते की समान जीभ से पानी चपड़-चपड़ करके पीएँ उनको अलग रख; और वैसा ही उन्हें भी जो घुटने टेककर पीएँ।” 6 जिन्होंने मुँह में हाथ लगाकर चपड़-चपड़ करके पानी पिया उनकी तो गिनती तीन सौ ठहरी; और बाकी सब लोगों ने घुटने टेककर पानी पिया। 7 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, “इन तीन सौ चपड़-चपड़ करके पीनेवालों के द्वारा मैं तुम को छुड़ाऊँगा, और मिद्यानियों को तेरे हाथ में कर दूँगा; और अन्य लोग अपने-अपने स्थान को लौट जाए।” 8 तब उन तीन सौ लोगों ने अपने साथ भोजन सामग्री ली और अपने-अपने नरसिंगे लिए; और उसने इस्राएल के अन्य सब पुरुषों को अपने-अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरुषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी। 9 उसी रात को यहोवा ने उससे कहा, “उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूँ। 10 परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर छावनी के पास जाकर सुन, 11 कि वे क्या कह रहे हैं; उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का हियाव होगा।” तब वह अपने सेवक फूरा को संग ले उन हथियार-बन्दों के पास जो छावनी के छोर पर थे उतर गया। 12 मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे; और उनके ऊँट समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे। 13 जब गिदोन वहाँ आया, तब एक जन अपने किसी संगी को अपना स्वप्न बता रहा था, “सुन, मैंने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी* लुढ़कते-लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसी टक्कर मारी कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया, कि डेरा गिरा पड़ा रहा।” 14 उसके संगी ने उत्तर दिया, “यह योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है; उसी के हाथ में परमेश्‍वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है।” 15 उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत् किया; और इस्राएल की छावनी में लौटकर कहा, “उठो, यहोवा ने मिद्यानी सेना को तुम्हारे वश में कर दिया है।” 16 तब उसने उन तीन सौ पुरुषों के तीन झुण्ड किए, और एक-एक पुरुष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया, और घड़ों के भीतर एक मशाल थी। 17 फिर उसने उनसे कहा, “मुझे देखो, और वैसा ही करो; सुनो, जब मैं उस छावनी की छोर पर पहुँचूँ, तब जैसा मैं करूँ वैसा ही तुम भी करना। 18 अर्थात् जब मैं और मेरे सब संगी नरसिंगा फूँकें तब तुम भी छावनी के चारों ओर नरसिंगे फूँकना, और ललकारना, ‘यहोवा की और गिदोन की तलवार।’” 19 बीचवाले पहर के आरम्भ में जैसे ही पहरुओं की बदली हो गई थी वैसे ही गिदोन अपने संग के सौ पुरुषों समेत छावनी के छोर पर गया; और नरसिंगे को फूँक दिया और अपने हाथ के घड़ों को तोड़ डाला। 20 तब तीनों झुण्डों ने नरसिंगों को फूँका और घड़ों को तोड़ डाला; और अपने-अपने बाएँ हाथ में मशाल और दाहिने हाथ में फूँकने को नरसिंगा लिए हुए चिल्ला उठे, ‘यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार।’ 21 तब वे छावनी के चारों ओर अपने-अपने स्थान पर खड़े रहे, और सब सेना के लोग दौड़ने लगे; और उन्होंने चिल्ला चिल्लाकर उन्हें भगा दिया। 22 और उन्होंने तीन सौ नरसिंगों को फूँका, और यहोवा ने एक-एक पुरुष की तलवार उसके संगी पर और सब सेना पर चलवाई; तो सेना के लोग सरेरा की ओर बेतशित्ता तक और तब्बात के पास के आबेल-महोला तक भाग गए। 23 तब इस्राएली पुरुष नप्ताली और आशेर और मनश्शे के सारे देश से इकट्ठे होकर मिद्यानियों के पीछे पड़े। 24 और गिदोन ने एप्रैम के सब पहाड़ी देश में यह कहने को दूत भेज दिए, “मिद्यानियों से मुठभेड़ करने को चले आओ, और यरदन नदी के घाटों को बेतबारा तक उनसे पहले अपने वश में कर लो।” तब सब एप्रैमी पुरुषों ने इकट्ठे होकर यरदन नदी को बेतबारा तक अपने वश में कर लिया। 25 और उन्होंने ओरेब और जेब नाम मिद्यान के दो हाकिमों को पकड़ा; और ओरेब को ओरेब नामक चट्टान पर, और जेब को जेब नामक दाखरस के कुण्ड पर घात किया; और वे मिद्यानियों के पीछे पड़े; और ओरेब और जेब के सिर यरदन के पार गिदोन के पास ले गए।


Judges 7:1

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल अपने आप का बचाव करता है“।

उसके संग

“उन्होने अपने शिविर की स्थापना की”।

सवेरे उठे हरोद…मोरे नामक पहाड़ी

यह स्थानो के नाम है।

मिद्यानियों की छावनी उनके उत्तरी ओर

यहाँ “मिद्यान” मिद्यानियों के लोगो को दर्शाता है कि मिद्यानियों की सेना ने इस्राएल की उत्तर की ओर तम्बुओ की स्थापना की।

Judges 7:2

वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता

"मेरे लिए आपको मिद्यानियों को हराने की अनुमति देने के लिए"।

हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं

यहाँ “शक्ति” स्वयं लोगो को दर्शाति है कि “हमने परमेश्‍वर की सहायता के बिना खुद को बचाया है”।

अब

इसका अर्थ यह नही उसी समय परन्तु यह एक मुख्य भाग को दर्शाता है।

लोगों में यह प्रचार करके सुना दे

यहाँ “सुना“ एक व्यक्ति को दर्शाता है कि “लोगो को प्रचार सुना“।

जो कोई डर के मारे थरथराता हो

इन दोनो वाक्यो का एक ही अर्थ है।

थरथराता

इस शब्द का अर्थ है कि जो व्यक्ति “डर के मारे थरथरा रहा हो“।

लौटकर चला जाए

तुम जहां से चले जाओ कि “तुम अपने घर चले जाओ”।

गिलाद पहाड़

यह गिलाद के क्षेत्र के गिलाद पर्वत का नाम है।

बाईस हजार

दो हजार - “२२,०००”।

दस हजार रह गए

“१०,००० लोग रह गये”।

दस हजार

“१०,०००”।

Judges 7:4

और जिस जिसके विषय में मैं तुझ से कहूँ

यहाँ “संख्या” सेना को दर्शाती है। कि “और वहाँ मै तुम्हे दिखाता हूँ कि जो घर भेजने के लिए सेना के कम पुरुष होगे”।

Judges 7:5

गिदोन से कहा

शब्द "लाया" का अनुवाद "लिया" या "नेतृत्व" के रूप में किया जा सकता है।

अलग रख

जीभ के साथ चाट कर पीना।

तीन सौ पुरुष

“३०० पुरुष”।

Judges 7:7

तीन सौ पुरुष

“३०० पुरुष”।

तेरे हाथ में कर दूँगा

यहाँ “आप” गिदोन और इस्राएल को दर्शाता है।

उन तीन सौ लोगों ने अपने साथ

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा गया है कि “तो जिसे यहोवा ने चुना“।

सामग्री ली और अपने-अपने नरसिंगे लिए

यहाँ “उन्हे” इस्राएल के सैनिको ने सेना को छोड़ा था उसे दर्शाता है।

अब

यह शब्द नई कहानी को शुरु करता है।

Judges 7:9

उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूँ

यहाँ “छावनी” मिद्यानी की सेना को दर्शाति है कि “उसने मिद्यानियों की सेना पर हमला किया और उसकी सेना को मारने के लिए गया।

चढ़ाई करते डरता हो

आप यह जानकारी से स्प‍ष्ट समझ सकते है कि “हमले के लिए नीचे जाने के लिए डर लगता है“।

उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का हियाव होगा

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जाता है कि और आपको प्रोसाकित करने के लिए दर्शाया गया है।

हथियार-बन्दों

यह आस-पास के स्थनो का एक क्षेत्र है जहाँ सैनिक दुश्‍मनो की सेना को देखने के लिए खड़े रहते है।

Judges 7:12

तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई

यहाँ “बादल” का अर्थ एक झुड़ हे। लेखक एक सेना की बात करते है जेसे कि वह टिड्डियों के झुड़ से हो।

उनके ऊँट…समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे

लेखक बहुत सारे व्यक्तियो और बहुत सारे ऊँटो को दर्शाता है।

उनके ऊँट समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उनके ऊँट बहुत सारे थे जिनकी कोई भी संख्या नही थी।

Judges 7:13

गिदोन की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है

"अपने सपने में जौ की रोटी का आटा गिदोन की सेना होना चाहिए"

परमेश्‍वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है

परमेश्‍वर सच मे इस्राएलियो और मिद्यानीयो को हराने की सहायता करेगा।

Judges 7:15

तीन सौ पुरुषों

“३०० पुरुष”।

Judges 7:17

यहोवा की और गिदोन की तलवार

इन शब्दो मे कहा गया है कि हम गिदोन और यहोवा के लिए लड़ते है।

Judges 7:19

सौ पुरुष

“१०० पुरुष”।

आरम्भ में जैसे ही पहरुओं की बदली हो गई थी

मध्य घड़ी की शुरुआत रात से लगभग दस बजे होगी।

Judges 7:20

यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार

यहाँ “तलवार” लड़ाई को दर्शाति है कि हम यहोवा और गिदोन के लिए लड़ते है।

Judges 7:22

तीन सौ नरसिंगों को फूँका

“३०० नरसिंगे”।

यहोवा ने एक-एक पुरुष की तलवार उसके संगी पर और सब सेना पर चलवाई

यहाँ “तलवार“ हमला करने को दर्शाती है कि यहोवा ने हर मिद्यानी आदमी को लड़ने के लिए कहा।

बेतशित्ता…आशेर…आबेल-महोला…तब्बात

यह गाँव ओर शहरो के नाम है।

तब इस्राएली पुरुष नप्ताली और आशेर और मनश्शे के सारे देश से इकट्ठे होकर

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि गिदोन ने नप्ताली, आशेर और सारे मनश्‍शो और इस्राएल के सारे गोत्रो को बुलाया।

Judges 7:24

बेतबारा

यह एक गाँव का नाम है।

और यरदन नदी के घाटों को बेतबारा तक उनसे पहले अपने वश में कर लो

बेतबारा ने यरदन नदी के दक्षिण दिशा मे यरदन नदी पर नियंत्रण किया।

ओरेब नामक चट्टान पर… जेब नामक दाखरस

इन स्थानो पर यह नाम उस समय दिए गये थे जब इस्राएल ने आरेब और जेब को मार डाला था।

ओरेब…जेब

यह पुरुषो के नाम है।


Translation Questions

Judges 7:2

यहोवा ने डरने वाले लोगों को क्यों लौटा दिया?

यहोवा ने उन्हें लौटा दिया कि इस्राएली यह न कहें कि वे अपने ही भुजबल द्वारा बचे हैं।

Judges 7:3

यहोवा ने डरने वाले लोगों को क्यों लौटा दिया?

यहोवा ने उन्हें लौटा दिया कि इस्राएली यह न कहें कि वे अपने ही भुजबल द्वारा बचे हैं।

Judges 7:4

यहोवा ने गिदोन को सैनिकों को पानी में लेने के लिए क्यों कहा?

यहोवा गिदोन को बताकर सैनिकों की संख्या को छोटा बनाना चाहता था, जो उसके साथ जाएंगे।

Judges 7:5

यहोवा ने सैनिकों को अलग करने के लिए गिदोन को कैसे बताया?

यहोवा ने गिदोन को कुत्ते के समान जीभ से पानी चपड़-चपड़ करके पीनेवालों को अलग करने के लिए कहा।

Judges 7:7

गिदोन ने कितने सैनिकों को रखा?

गिदोन ने तीन सौ सैनिकों को रखा और बाकीयों को घर भेज दिया।

Judges 7:8

गिदोन ने कितने सैनिकों को रखा?

गिदोन ने तीन सौ सैनिकों को रखा और बाकीयों को घर भेज दिया।

Judges 7:10

यदि गिदोन भयभीत हो तो उसका साहस कैसे बढ़ेगा?

यदि गिदोन भयभीत हो, तो वह छावनी के पास जाकर उनकी बातें सुने तो उसका साहस बढ़ जाएगा।

Judges 7:11

यदि गिदोन भयभीत हो तो उसका साहस कैसे बढ़ेगा?

यदि गिदोन भयभीत हो, तो वह छावनी के पास जाकर उनकी बातें सुने तो उसका साहस बढ़ जाएगा।

Judges 7:13

वहां एक पुरूष अपने साथी को स्वप्न सुना रहा था तब उसके साथी ने वह स्वप्न किसके बारे में सुझाया?

वहां एक पुरूष अपने साथी को स्वप्न सुना रहा था तब उसके साथी ने वह स्वप्न गिदोन के बारे में देखा। परमेश्वर ने उसे मिद्यानियों की सेना पर विजयी बना दिया है।

Judges 7:14

वहां एक पुरूष अपने साथी को स्वप्न सुना रहा था तब उसके साथी ने वह स्वप्न किसके बारे में सुझाया?

वहां एक पुरूष अपने साथी को स्वप्न सुना रहा था तब उसके साथी ने वह स्वप्न गिदोन के बारे में देखा। परमेश्वर ने उसे मिद्यानियों की सेना पर विजयी बना दिया है।

Judges 7:16

गिदोन ने अपने तीन सौ सैनिकों को क्या दिया?

गिदोन ने उनमें से हर एक को एक नरसिंगा, और खाली घड़ा दिया, घड़ों के भीतर एक-एक मशाल थी।

Judges 7:19

गिदोन के सैनिकों ने कब नरसिंगे फूंके और अपना-अपना घड़ा फोड़ दिया?

बीच वाले पहर के आरंभ में जब पहरूओं की बदली हो रही थी तब गिदोन अपने सौ सैनिकों के साथ छावनी के छोर पर गया और नरसिंगे को फूंक दिया और अपने हाथ के घड़ों को फोड़ दिया।

Judges 7:22

जब उन्होंने तीन सौ नरसिंगे फूंके तब यहोवा ने क्या किया?

जब उन्होंने तीन सौ नरसिंगे फूंके तब यहोवा ने प्रत्येक मिद्यानी सैनिक को उसके साथी के विरूद्ध कर दिया और उनकी संपूर्ण सेना एक दूसरे के विरूद्ध हो गई।

Judges 7:24

एप्रैमवंशियों ने संगठित होकर कहां तक पानी पर अधिकार किया?

एप्रैमी पुरूषों ने इकट्ठे होकर यरदन नदी को बेतबारा तक अपने वश में कर लिया।


Chapter 8

1 तब एप्रैमी पुरुषों ने गिदोन से कहा, “तूने हमारे साथ ऐसा बर्ताव क्यों किया है, कि जब तू मिद्यान से लड़ने को चला तब हमको नहीं बुलवाया*?” अतः उन्होंने उससे बड़ा झगड़ा किया।

2 उसने उनसे कहा, “मैंने तुम्हारे समान भला अब किया ही क्या है? क्या एप्रैम की छोड़ी हुई दाख भी अबीएजेर की सब फसल से अच्छी नहीं है? 3 तुम्हारे ही हाथों में परमेश्‍वर ने ओरेब और जेब नामक मिद्यान के हाकिमों को कर दिया; तब तुम्हारे बराबर मैं कर ही क्या सका?” जब उसने यह बात कही, तब उनका जी उसकी ओर से ठण्डा हो गया। 4 तब गिदोन और उसके संग तीन सौ पुरुष, जो थके-मान्दे थे तो भी खदेड़ते ही रहे थे, यरदन के किनारे आकर पार हो गए। 5 तब उसने सुक्कोत के लोगों से कहा, “मेरे पीछे इन आनेवालों को रोटियाँ दो, क्योंकि ये थके-मान्दे हैं; और मैं मिद्यान के जेबह और सल्मुन्ना नामक राजाओं का पीछा कर रहा हूँ।” 6 सुक्कोत के हाकिमों ने उत्तर दिया, “क्या जेबह और सल्मुन्ना तेरे हाथ में पड़ चुके हैं, कि हम तेरी सेना को रोटी दें?” 7 गिदोन ने कहा, “जब यहोवा जेबह और सल्मुन्ना को मेरे हाथ में कर देगा, तब मैं इस बात के कारण तुम को जंगल के कटीले और बिच्छू पेड़ों से नुचवाऊँगा।” 8 वहाँ से वह पनूएल को गया, और वहाँ के लोगों** से ऐसी ही बात कही; और पनूएल के लोगों ने सुक्कोत के लोगों का सा उत्तर दिया। 9 उसने पनूएल के लोगों से कहा, “जब मैं कुशल से लौट आऊँगा, तब इस गुम्मट को ढा दूँगा।” 10 जेबह और सल्मुन्ना तो कर्कोर में थे, और उनके साथ कोई पन्द्रह हजार पुरुषों की सेना थी, क्योंकि पूर्वियों की सारी सेना में से उतने ही रह गए थे; और जो मारे गए थे वे एक लाख बीस हजार हथियारबंद थे। 11 तब गिदोन ने नोबह और योगबहा के पूर्व की ओर डेरों में रहनेवालों के मार्ग में चढ़कर उस सेना को जो निडर पड़ी थी मार लिया। 12 और जब जेबह और सल्मुन्ना भागे, तब उसने उनका पीछा करके मिद्यानियों के उन दोनों राजाओं अर्थात् जेबह और सल्मुन्ना को पकड़ लिया, और सारी सेना को भगा दिया। 13 और योआश का पुत्र गिदोन हेरेस नामक चढ़ाई पर से लड़ाई से लौटा। 14 और सुक्कोत के एक जवान पुरुष को पकड़कर उससे पूछा, और उसने सुक्कोत के सतहत्तरों हाकिमों और वृद्ध लोगों के पते लिखवाये। 15 तब वह सुक्कोत के मनुष्यों के पास जाकर कहने लगा, “जेबह और सल्मुन्ना को देखो, जिनके विषय में तुम ने यह कहकर मुझे चिढ़ाया था, कि क्या जेबह और सल्मुन्ना अभी तेरे हाथ में हैं, कि हम तेरे थके-मान्दे जनों को रोटी दें?” 16 तब उसने उस नगर के वृद्ध लोगों को पकड़ा, और जंगल के कटीले और बिच्छू पेड़ लेकर सुक्कोत के पुरुषों को कुछ सिखाया। 17 और उसने पनूएल के गुम्मट को ढा दिया, और उस नगर के मनुष्यों को घात किया। 18 फिर उसने जेबह और सल्मुन्ना से पूछा, “जो मनुष्य तुम ने ताबोर पर घात किए थे वे कैसे थे?” उन्होंने उत्तर दिया, “जैसा तू वैसे ही वे भी थे, अर्थात् एक-एक का रूप राजकुमार का सा था।” 19 उसने कहा, “वे तो मेरे भाई, वरन् मेरे सहोदर भाई थे; यहोवा के जीवन की शपथ, यदि तुम ने उनको जीवित छोड़ा होता, तो मैं तुम को घात न करता।” 20 तब उसने अपने जेठे पुत्र यतेरे से कहा, “उठकर इन्हें घात कर।” परन्तु जवान ने अपनी तलवार न खींची, क्योंकि वह उस समय तक लड़का ही था, इसलिए वह डर गया। 21 तब जेबह और सल्मुन्ना ने कहा, “तू उठकर हम पर प्रहार कर; क्योंकि जैसा पुरुष हो, वैसा ही उसका पौरुष भी होगा।” तब गिदोन ने उठकर जेबह और सल्मुन्ना को घात किया; और उनके ऊँटों के गलों के चन्द्रहारों को ले लिया। 22 तब इस्राएल के पुरुषों ने गिदोन से कहा, “तू हमारे ऊपर प्रभुता कर, तू और तेरा पुत्र और पोता भी प्रभुता करे; क्योंकि तूने हमको मिद्यान के हाथ से छुड़ाया है।” 23 गिदोन ने उनसे कहा, “मैं तुम्हारे ऊपर प्रभुता न करूँगा, और न मेरा पुत्र तुम्हारे ऊपर प्रभुता करेगा; यहोवा ही तुम पर प्रभुता करेगा।” 24 फिर गिदोन ने उनसे कहा, “मैं तुम से कुछ माँगता हूँ; अर्थात् तुम मुझ को अपनी-अपनी लूट में की बालियाँ* दो। (वे तो इश्माएली थे, इस कारण उनकी बालियाँ सोने की थीं।)” 25 उन्होंने कहा, “निश्चय हम देंगे।” तब उन्होंने कपड़ा बिछाकर उसमें अपनी-अपनी लूट में से निकालकर बालियाँ डाल दीं। 26 जो सोने की बालियाँ उसने माँग लीं उनका तौल एक हजार सात सौ शेकेल हुआ; और उनको छोड़ चन्द्रहार, झुमके, और बैंगनी रंग के वस्त्र जो मिद्यानियों के राजा पहने थे, और उनके ऊँटों के गलों की जंजीर। 27 उनका गिदोन ने एक एपोद बनवाकर अपने ओप्रा नामक नगर में रखा; और सारा इस्राएल वहाँ व्यभिचारिणी के समान उसके पीछे हो लिया, और वह गिदोन और उसके घराने के लिये फंदा ठहरा। 28 इस प्रकार मिद्यान इस्राएलियों से दब गया, और फिर सिर न उठाया। और गिदोन के जीवन भर अर्थात् चालीस वर्ष तक देश चैन से रहा। 29 योआश का पुत्र यरूब्बाल जाकर अपने घर में रहने लगा। 30 और गिदोन के सत्तर बेटे उत्‍पन्‍न हुए, क्योंकि उसकी बहुत स्त्रियाँ थीं। 31 और उसकी जो एक रखैल शेकेम में रहती थी उसको एक पुत्र उत्‍पन्‍न हुआ, और गिदोन ने उसका नाम अबीमेलेक रखा। 32 योआश का पुत्र गिदोन पूरे बुढ़ापे में मर गया, और अबीएजेरियों के ओप्रा नामक गाँव में उसके पिता योआश की कब्र में उसको मिट्टी दी गई।। 33 गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए, और व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए, और बाल-बरीत को अपना देवता मान लिया। 34 और इस्राएलियों ने अपने परमेश्‍वर यहोवा को, जिस ने उनको चारों ओर के सब शत्रुओं के हाथ से छुड़ाया था, स्मरण न रखा; 35 और न उन्होंने यरूब्बाल अर्थात् गिदोन की उस सारी भलाई के अनुसार जो उसने इस्राएलियों के साथ की थी उसके घराने को प्रीति दिखाई।


Judges 8:1

तब हमको नहीं बुलवाया?

"आपने हमारे साथ उचित व्यवहार नहीं किया है।"

मिद्यान से लड़ने

यहाँ “मिद्यान“ मिद्यानीयो की सेना को दर्शाता है।

अतः उन्होंने उससे बड़ा झगड़ा किया

“उन्होने उसे बुरी तरह से डाटा।

Judges 8:2

सामानय जानकारी:

गिदोन एप्रैम के पुरुषो को जवाब देता है।

मैंने तुम्हारे समान भला अब किया ही क्या है?

गिदोन एप्रैम के लोगो को समान रखने के लिए इस सवाल का इस्तेमाल करता है कि “तुमने जो किया है, उसकी तुलना में मैंने बहुत कम किया है”।

क्या एप्रैम की छोड़ी हुई दाख भी अबीएजेर की सब फसल से अच्छी नहीं है?

एप्रैम के लोगों ने युद्ध के अंत में जो किया, वह इस बात से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है जितना कि हम अबीएजेर के वंशजों ने शुरू में किया था।

क्या एप्रैम की छोड़ी हुई दाख भी अबीएजेर की सब फसल से अच्छी नहीं है?

एप्रैम के लोगों ने युद्ध के अंत में जो किया, वह इस बात से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है जितना कि हम अबीएजेर के वंशजों ने शुरू में किया था।

अबीएजेर

यह नाम गिदोन के गौत्रो का है कि गिदोन अपने नाम का इस्तेमाल अबीएजेर और उनके देश के नाम से करता है।

ओरेब और जेब

यह पुरुषो के नाम है।

तब तुम्हारे बराबर मैं कर ही क्या सका?

गिदोन इस सवाल का इस्तेमाल एप्रैम के लोगो के डर को दूर करने के लिए करता है कि “तुमने और मैंने क्या किया उसकी तुलना मे महत्वपूर्ण है।

ठण्डा हो गया

“कम हो गया”।

Judges 8:4

तीन सौ पुरुष

“३०० पुरुष”।

किनारे आकर पार हो गए

यह शब्द “पीछा” करने का अर्थ है कि “दुश्‍मनो ने लगातार उसका पीछा किया।

जेबह और सल्मुन्ना

यह पुरुषो के नाम है।

Judges 8:6

जेबह और सल्मुन्ना तेरे हाथ में पड़ चुके हैं?

यह हाकिम इस्राएल के लोगो से स्वाल पूछते हे कि “आपने अभी तक जेबह और सल्मुन्ना पर कब्जा नही किया।

जेबह और सल्मुन्ना तेरे हाथ में पड़ चुके हैं

यहाँ “हाथ” पूरे शारीर को दर्शाते है।

मेरे हाथ में कर

यहाँ “हाथ” शक्ति को दर्शाता है।

कि हम तेरी सेना को रोटी दें?

"हम आपकी सेना को रोटी देने का कोई कारण नहीं देखते हैं।"

मैं इस बात के कारण तुम को जंगल के कटीले और बिच्छू पेड़ों से नुचवाऊँगा

इस वाक्य का स्प‍ष्ट अर्थ यह है कि यह रेगीस्तान को कटीले और बिच्छू को काटो से एक कोड़ा बनाया जाता है जिस से उसे कटोती करने के लिए मारा जाता है।

कटीले और बिच्छू

यह पेड़ के तेज, नुकीले टुकड़े है जो बाहर चिपके रहते हैं और लोगों और जानवरों को काट सकते हैं।

Judges 8:8

वहाँ से वह गया

यहाँ “वह” गिदोन को दर्शाता है और गिदोन सैनिको का पीछा करने को कहता है कि “वे वहाँ से चला गया”।

पनूएल

यह एक स्थान का नाम है।

और वहाँ के लोगों से ऐसी ही बात कही

तुम्हारी जानकारी की समझ से यह स्प‍ष्ट होता है कि “और वहा भी उन्हे भोजन के लिए कहा“।

जब मैं कुशल से लौट आऊँगा

“बाद मे मे मिद्यान सेना को पूरी तरह से हरा दूँगा।

तब इस गुम्मट को ढा दूँगा

यहाँ “मैं” गिदोन के आदमियो को दर्शाता है। “मेरे आदमी और मे उस पुल से नीचे जाऊँगा”।

Judges 8:10

अब

यह शब्द नयी कहानी को शुरु करता है।

जेबह और सल्मुन्ना

यह पुरुषो के नाम है।

कर्कोर

यह शहर का नाम है।

पन्द्रह हजार पुरुषों

“१५,००० पुरुष”।

सारी सेना

यह वह लोग है जो लड़ाई मे मारे गये थे या “मर गये”।

जो मारे गए थे हजार हथियारबंद थे

यह सैनिको को दर्शाता है कि “सैनिको”।

हथियारबंद थे

यहाँ “हथियार” जो सैनिक लड़ाई मे इसतेमाल करते है उनको दर्शाया गया है।

Judges 8:11

तब गिदोन

यहाँ “गिदोन“ सारे सैनिको को दर्शाता है।कि “गिदोन और उसके सैनिक उठे“।

उस को मार दिया

यहाँ “वह” गिदोन के सारे सैनिको को दर्शाता है कि गिदोन और उसके सैनिको को मारा देता है।

जेबह और सल्मुन्ना

यह गाँव के नाम है।

भगा दिया

बहुत डर।

Judges 8:13

हेरेस नामक चढ़ाई

यह दो पर्वत के बीच एक सड़क का नाम है।

एक जवान पुरुष को पकड़कर

इस मुहावरे का अर्थ है कि “उस युवा पुरुष से मिल”।

पकड़कर उससे पूछा,

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उसने उनसे शहर के सभी हाकिमों की पहचान करने के लिए कहा।

सतहत्तरों पुरुष

सात पुरुष - “७७ पुरुष”।

Judges 8:15

जेबह और सल्मुन्ना

यह पुरुषो के नाम है।

क्या जेबह और सल्मुन्ना अभी तेरे हाथ में हैं, कि हम तेरे थके-मान्दे जनों को रोटी दें?

तुमने अभी भी जेबह और सल्मुन्ना पर विजय प्राप्त नही की।

तब उसने उस नगर के वृद्ध

"गिदोन और उसके सैनिक ले गए ... उन्होंने दंडित किया ... उन्होंने खींच लिया"

कटीले और बिच्छू

यह पेड़ के तेज, नुकीले टुकड़े है जो बाहर चिपके रहते हैं और लोगों और जानवरों को काट सकते हैं।

पनूएल

यह एक स्थान का नाम है।

Judges 8:18

जेबह और सल्मुन्ना

यह पुरुषो के नाम है।

ताबोर

यह एक पर्वत का नाम है।

जैसा तू वैसे ही वे भी थे

“वे सिर्फ तेरी ही तरह थे”।

यहोवा के जीवन

यहोवा ने उनसे कहा “मै तुमसे वादा करता हूँ”।

Judges 8:20

यतेरे

यह गिदोन के बेटे का नाम है।

क्योंकि जैसा पुरुष हो, वैसा ही उसका पौरुष भी होगा।

यह एक पुरुष के काम करने के लिए एक मुहावरा है।

चन्द्रहारों

यह दो बिंदुओ के साथ एक घुमावदार गोला होता है। यह तब होता हे जब चन्द्रमा ज्यादा छाया मे होता है।

गलों के हारो

“सजावट”।

Judges 8:22

तू और तेरा पुत्र और पोता

इसका अर्थ यह है कि गिदोन के वंशजो उस पर शासन करने के बाद वह मर जाते है जैसे कि "आप और आपके वंशज आपके मरने के बाद"।

मिद्यान के हाथ से छुड़ाया

यहाँ “हाथ” मिद्यान के ऊपर अपनी शक्ति को दर्शाता है कि मिद्यान की शक्ति से।

मिद्यान के

यहाँ “ मिद्यान“ मिद्यानियो के लोगो को दर्शाता है।

Judges 8:24

गिदोन ने उनसे कहा

“गिदोन ने इस्राएल के पुरुषो से कहा”।

बालियाँ

कान पर पहना हुआ गहना।

लूट में

युद्ध में मारे गए लोगों से छीनी गई चीजें।

वे तो मिद्यानी थे, इस कारण उनकी बालियाँ सोने की थीं

लेखक यहा मिद्यानियो की पुष्ठभूमि की जानकारी दिलाता है।

कपड़ा बिछाकर

यह कपड़े का एक बहुत बड़ा टुकड़ा है जिसे कंधो पर पहना गया था।

Judges 8:26

सोने की एक हजार सात सौ शेकेल

“१८.७ किलोगराम सोना “।

चन्द्रहार, झुमके

यह दो बिंदुओ के साथ एक घुमावदार गोला होता है। यह तब होता हे जब चन्द्रमा ज्यादा छाया मे होता है। जेसे कि सजावट का समान”।

गलों की जंजीर

हार की डोरी।

जो मिद्यानियों के राजा पहने थे,

यह स्प‍ष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “जो मिद्यान के राजा ने पहन था”।

Judges 8:27

गिदोन ने एक एपोद बनवाकर

“गिदोन ने एपोद के लिए बालियाँ बनाने के लिये सोने का उपयोग किया“।

ओप्रा

यह एक नगर का नाम है।

सारा इस्राएल वहाँ व्यभिचारिणी के समान उसके पीछे हो लिया

इस्राएलियो ने एपोद की पूजा के द्वारा यहोवा के विरुद्ध पाप किया।

सारा इस्राएल

इजरायल में बहुत से लोग परिधान की पूजा करते हैं "

वह गिदोन और उसके घराने के लिये फंदा ठहरा।

"यह गिदोन और उसके परिवार के लिए एक प्रलोभन बन गया"

उसके घराने के लिये

उसके परिवार के लिये

मिद्यान इस्राएलियों से दब गया,

"इसलिए याहोवा ने इस्राएल के लोगों के सामने मिद्यानियों को अपने अधीन कर लिया"

और फिर सिर न उठाया

उन्होंने इजरायल पर फिर से हमला नहीं किया "

देश चैन से रहा।

"इसलिए इस्राएली शांति से रहे"

चालीस वर्ष

चालीस वर्ष

गिदोन के जीवन

"गिदोन के जीवन के दौरान"

Judges 8:29

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है।

सत्तर बेटे

“७० बेटे”।

Judges 8:32

पूरे बुढ़ापे में

"जब वह बहुत बूढ़ा हो गया था”।

मिट्टी दी

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उसे दफनाया गया”।

ओप्रा

यह एक गाँव का नाम है।

अबीएजेरियों के

यह अबीएजेरी के गोत्रो के जन समूहो के नाम है।

फिर गए

यह नई कहानी के शुरु होने को दर्शाता है।

पीछे हो

“उन्होने यहोवा की अराधना करनी बंध कर दी”।

व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए

वह पाप के भागीदार है क्योकि उन्होने यहोवा को छोड़ कर झूठे देवताओ की पूजा की।

बाल-बरीत

यह झूठे देवताओ के नाम है।

Judges 8:34

सब शत्रुओं के हाथ से छुड़ाया था

यहाँ “हाथ” शक्ति को दर्शाता है कि “सारे दुश्‍मनो की शक्ति”।

उनको चारों ओर के

“जिन्होने उसे घेर लिया”।

यरूब्बाल घराने को प्रीति

यहाँ “घर” व्यक्ति के परिवार को दर्शाता है कि जेसै “यरूब्बाल का परिवार”।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।


Translation Questions

Judges 8:1

एप्रैमियों के पुरुषों ने गिदोन से क्यों विवाद किया था?

एप्रैमियों के पुरुषों ने गिदोन से विवाद किया क्योंकि गिदोन ने मिद्यानियों से युद्ध करने में उन्हें साथ नहीं लिया था।

Judges 8:5

गिदोन ने सुक्कोत के लोगों से क्या निवेदन किया था?

गिदोन ने सुक्कोत के लोगों से उसके पीछे आने वाले लोगों के लिए रोटी मांगी थी।

Judges 8:6

गिदोन ने पनुएल के लोगों को क्यों बताया कि वह टावर को नीचे खींच देगा?

गिदोन ने पनुएल के लोगों से कहा कि वह टावर को नीचे खींच देगा क्योंकि वे अपनी सेना की रोटी नहीं देंगे, जैसे सुकोथ के लोगों ने इनकार कर दिया था।

Judges 8:8

गिदोन ने पनुएल के लोगों को क्यों बताया कि वह टावर को नीचे खींच देगा?

गिदोन ने पनुएल के लोगों से कहा कि वह टावर को नीचे खींच देगा क्योंकि वे अपनी सेना की रोटी नहीं देंगे, जैसे सुकोथ के लोगों ने इनकार कर दिया था।

Judges 8:9

गिदोन ने पनुएल के लोगों को क्यों बताया कि वह टावर को नीचे खींच देगा?

गिदोन ने पनुएल के लोगों से कहा कि वह टावर को नीचे खींच देगा क्योंकि वे अपनी सेना की रोटी नहीं देंगे, जैसे सुकोथ के लोगों ने इनकार कर दिया था।

Judges 8:11

गिदोन ने नोबा और जोगबीह के पीछे दुश्मन सेना को क्यों पराजित किया?

गिदोन ने दुश्मन सेना को हरा दिया, क्योंकि वे हमले की उम्मीद नहीं कर रहे थे।

Judges 8:15

गिदोन ने सुक्कोत के लोगों को दंडित करने से पहले किसने दिखाया?

गिदोन ने जेबह और सलमुन्ना को सुकोथ के लोगों को दंडित करने से पहले दिखाया।

Judges 8:16

गिदोन ने सुक्कोत के लोगों को दंडित करने से पहले किसने दिखाया?

गिदोन ने जेबह और सलमुन्ना को सुकोथ के लोगों को दंडित करने से पहले दिखाया।

Judges 8:18

जेबह और सलमुन्ना ने किस तरह के लोगों को ताबोर में मारा?

जेबह और सलमुन्ना ने गिदोन के भाइयों को मार डाला।

Judges 8:19

जेबह और सलमुन्ना किस तरह के लोगों को ताबोर में मारा?

जेबह और सलमुन्ना ने गिदोन के भाइयों को मार डाला।

Judges 8:20

यतेरे ने अपनी तलवार क्यों नहीं खींची?

यतेरे ने अपनी तलवार नहीं खींची क्योंकि वह डर गया था, क्योंकि वह अभी भी एक छोटा लड़का था।

Judges 8:23

गिदोन ने इस्राएल के लोगों पर शासन कब किया?

गिदोन ने कहा कि यहोवा इस्राएल के लोगों पर शासन करेगा।

Judges 8:24

गिदोन ने सुक्कोत के लोगों से क्या निवेदन किया था?

गिदोन ने उन्हें अपनी लूट की बालियों के लिए कहा।

Judges 8:27

गिदोन ने बालियों से क्या किया?

गिदोन ने कान की बाली से एक एपोद बनाया।

इस्राएल ने स्वर्ण एपोद के साथ क्या किया?

इस्राएल ने इसे पूजा करके खुद को वेश्या बना दिया।

Judges 8:33

गिदोन मरने के तुरंत बाद क्या हुआ?

जैसे ही गिदोन मर गया, इस्राएल के लोग फिर से बदल गए और बालों की पूजा करके खुद को वेश्या बना दिया।


Chapter 9

1 यरूब्बाल का पुत्र अबीमेलेक शेकेम को अपने मामाओं के पास जाकर उनसे और अपने नाना के सब घराने से यह कहने लगा, 2 “शेकेम के सब मनुष्यों से यह पूछो, ‘तुम्हारे लिये क्या भला है? क्या यह कि यरूब्बाल के सत्तर पुत्र तुम पर प्रभुता करें?’ या कि एक ही पुरुष तुम पर प्रभुता करे? और यह भी स्मरण रखो कि मैं तुम्हारा हाड़ माँस हूँ।” 3 तब उसके मामाओं ने शेकेम के सब मनुष्यों से ऐसी ही बातें कहीं; और उन्होंने यह सोचकर कि अबीमेलेक तो हमारा भाई है अपना मन उसके पीछे लगा दिया। 4 तब उन्होंने बाल-बरीत के मन्दिर में से सत्तर टुकड़े रूपे उसको दिए, और उन्हें लगाकर अबीमेलेक ने नीच और लुच्चे जन रख लिए, जो उसके पीछे हो लिए। 5 तब उसने ओप्रा में अपने पिता के घर जा के अपने भाइयों को जो यरूब्बाल के सत्तर पुत्र थे एक ही पत्थर पर घात किया; परन्तु यरूब्बाल का योताम नामक लहुरा पुत्र छिपकर बच गया। 6 तब शेकेम के सब मनुष्यों और बेतमिल्लो के सब लोगों ने इकट्ठे होकर शेकेम के खम्भे के पासवाले बांज वृक्ष के पास अबीमेलेक को राजा बनाया।

7 इसका समाचार सुनकर योताम गिरिज्जीम पहाड़* की चोटी पर जाकर खड़ा हुआ, और ऊँचे स्वर से पुकार के कहने लगा, “हे शेकेम के मनुष्यों, मेरी सुनो, इसलिए कि परमेश्‍वर तुम्हारी सुने। 8 किसी युग में वृक्ष किसी का अभिषेक करके अपने ऊपर राजा ठहराने को चले; तब उन्होंने जैतून के वृक्ष से कहा, ‘तू हम पर राज्य कर।’ 9 तब जैतून के वृक्ष ने कहा, ‘क्या मैं अपनी उस चिकनाहट को छोड़कर, जिससे लोग परमेश्‍वर और मनुष्य दोनों का आदरमान करते हैं, वृक्षों का अधिकारी होकर इधर-उधर डोलने को चलूँ?’ 10 तब वृक्षों ने अंजीर के वृक्ष से कहा, ‘तू आकर हम पर राज्य कर।’ 11 अंजीर के वृक्ष ने उनसे कहा, ‘क्या मैं अपने मीठेपन और अपने अच्छे-अच्छे फलों को छोड़ वृक्षों का अधिकारी होकर इधर-उधर डोलने को चलूँ?’ 12 फिर वृक्षों ने दाखलता से कहा, ‘तू आकर हम पर राज्य कर।’ 13 दाखलता ने उनसे कहा, ‘क्या मैं अपने नये मधु को छोड़, जिससे परमेश्‍वर और मनुष्य दोनों को आनन्द होता है, वृक्षों की अधिकारिणी होकर इधर-उधर डोलने को चलूँ?’ 14 तब सब वृक्षों ने झड़बेरी से कहा, ‘तू आकर हम पर राज्य कर।’ 15 झड़बेरी ने उन वृक्षों से कहा, ‘यदि तुम अपने ऊपर राजा होने को मेरा अभिषेक सच्चाई से करते हो, तो आकर मेरी छाया में शरण लो; और नहीं तो, झड़बेरी से आग निकलेगी जिससे लबानोन के देवदार भी भस्म हो जाएँगे।’

16 “इसलिए अब यदि तुम ने सच्चाई और खराई से अबीमेलेक को राजा बनाया है, और यरूब्बाल और उसके घराने से भलाई की, और उससे उसके काम के योग्य बर्ताव किया हो, तो भला। 17 (मेरा पिता तो तुम्हारे निमित्त लड़ा, और अपने प्राण पर खेलकर तुम को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाया; 18 परन्तु तुम ने आज मेरे पिता के घराने के विरुद्ध उठकर बलवा किया, और उसके सत्तर पुत्र एक ही पत्थर पर घात किए, और उसकी रखैल के पुत्र अबीमेलेक को इसलिए शेकेम के मनुष्यों के ऊपर राजा बनाया है कि वह तुम्हारा भाई है); 19 इसलिए यदि तुम लोगों ने आज के दिन यरूब्बाल और उसके घराने से सच्चाई और खराई से बर्ताव किया हो, तो अबीमेलेक के कारण आनन्द करो, और वह भी तुम्हारे कारण आनन्द करे; 20 और नहीं, तो अबीमेलेक से ऐसी आग निकले जिससे शेकेम के मनुष्य और बेतमिल्लो भस्म हो जाएँ: और शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए।” 21 तब योताम भागा, और अपने भाई अबीमेलेक के डर के मारे बेर को जाकर वहीं रहने लगा।

22 अबीमेलेक इस्राएल के ऊपर तीन वर्ष हाकिम रहा। 23 तब परमेश्‍वर ने अबीमेलेक और शेकेम के मनुष्यों के बीच एक बुरी आत्मा भेज दी; सो शेकेम के मनुष्य अबीमेलेक से विश्वासघात करने लगे; 24 जिससे यरूब्बाल के सत्तर पुत्रों पर किए हुए उपद्रव का फल भोगा जाए, और उनका खून उनके घात करनेवाले उनके भाई अबीमेलेक के सिर पर, और उसके अपने भाइयों के घात करने में उसकी सहायता करनेवाले शेकेम के मनुष्यों के सिर पर भी हो। 25 तब शेकेम के मनुष्यों ने पहाड़ों की चोटियों पर उसके लिये घातकों को बैठाया, जो उस मार्ग से सब आने जानेवालों को लूटते थे; और इसका समाचार अबीमेलेक को मिला।

26 तब एबेद का पुत्र गाल अपने भाइयों समेत शेकेम में आया; और शेकेम के मनुष्यों ने उसका भरोसा किया। 27 और उन्होंने मैदान में जाकर अपनी-अपनी दाख की बारियों के फल तोड़े और उनका रस रौंदा, और स्तुति का बलिदान कर अपने देवता के मन्दिर में जाकर खाने-पीने और अबीमेलेक को कोसने लगे। 28 तब एबेद के पुत्र गाल ने कहा, “अबीमेलेक कौन है? शेकेम कौन है कि हम उसके अधीन रहें? क्या वह यरूब्बाल का पुत्र नहीं? क्या जबूल उसका सेनानायक नहीं? शेकेम के पिता हमोर के लोगों के तो अधीन हो, परन्तु हम उसके अधीन क्यों रहें? 29 और यह प्रजा मेरे वश में होती तो क्या ही भला होता! तब तो मैं अबीमेलेक को दूर करता।” फिर उसने अबीमेलेक से कहा, “अपनी सेना की गिनती बढ़ाकर निकल आ।”

30 एबेद के पुत्र गाल की वे बातें सुनकर नगर के हाकिम जबूल का क्रोध भड़क उठा। 31 और उसने अबीमेलेक के पास छिपके* दूतों से कहला भेजा, “एबेद का पुत्र गाल और उसके भाई शेकेम में आ के नगरवालों को तेरा विरोध करने को भड़का रहे हैं। 32 इसलिए तू अपने संगवालों समेत रात को उठकर मैदान में घात लगा। 33 और सवेरे सूर्य के निकलते ही उठकर इस नगर पर चढ़ाई करना; और जब वह अपने संगवालों समेत तेरा सामना करने को निकले तब जो तुझ से बन पड़े वही उससे करना।”

34 तब अबीमेलेक और उसके संग के सब लोग रात को उठ चार दल बाँधकर शेकेम के विरुद्ध घात में बैठ गए। 35 और एबेद का पुत्र गाल बाहर जाकर नगर के फाटक में खड़ा हुआ; तब अबीमेलेक और उसके संगी घात छोड़कर उठ खड़े हुए। 36 उन लोगों को देखकर गाल जबूल से कहने लगा, “देख, पहाड़ों की चोटियों पर से लोग उतरे आते हैं!” जबूल ने उससे कहा, “वह तो पहाड़ों की छाया है जो तुझे मनुष्यों के समान दिखाई देती है।” 37 गाल ने फिर कहा, “देख, लोग देश के बीचोंबीच होकर उतरे आते हैं, और एक दल मोननीम नामक बांज वृक्ष के मार्ग से चला आता है।” 38 जबूल ने उससे कहा, “तेरी यह बात कहाँ रही, कि अबीमेलेक कौन है कि हम उसके अधीन रहें? ये तो वे ही लोग हैं जिनको तूने निकम्मा जाना था; इसलिए अब निकलकर उनसे लड़।” 39 तब गाल शेकेम के पुरुषों का अगुआ हो बाहर निकलकर अबीमेलेक से लड़ा। 40 और अबीमेलेक ने उसको खदेड़ा, और वह अबीमेलेक के सामने से भागा; और नगर के फाटक तक पहुँचते-पहुँचते बहुत से घायल होकर गिर पड़े। 41 तब अबीमेलेक अरूमा में रहने लगा; और जबूल ने गाल और उसके भाइयों को निकाल दिया, और शेकेम में रहने न दिया। 42 दूसरे दिन लोग मैदान में निकल गए; और यह अबीमेलेक को बताया गया। 43 और उसने अपनी सेना के तीन दल बाँधकर मैदान में घात लगाई; और जब देखा कि लोग नगर से निकले आते हैं तब उन पर चढ़ाई करके उन्हें मार लिया। 44 अबीमेलेक अपने संग के दलों समेत आगे दौड़कर नगर के फाटक पर खड़ा हो गया, और दो दलों ने उन सब लोगों पर धावा करके जो मैदान में थे उन्हें मार डाला। 45 उसी दिन अबीमेलेक ने नगर से दिन भर लड़कर उसको ले लिया, और उसके लोगों को घात करके नगर को ढा दिया, और उस पर नमक छिड़कवा दिया*।

46 यह सुनकर शेकेम के गुम्मट के सब रहनेवाले एलबरीत के मन्दिर के गढ़ में जा घुसे। 47 जब अबीमेलेक को यह समाचार मिला कि शेकेम के गुम्मट के सब प्रधान लोग इकट्ठे हुए हैं, 48 तब वह अपने सब संगियों समेत सल्मोन नामक पहाड़ पर चढ़ गया; और हाथ में कुल्हाड़ी ले पेड़ों में से एक डाली काटी, और उसे उठाकर अपने कंधे पर रख ली। और अपने संगवालों से कहा, “जैसा तुम ने मुझे करते देखा वैसा ही तुम भी झटपट करो।” 49 तब उन सब लोगों ने भी एक-एक डाली काट ली, और अबीमेलेक के पीछे हो उनको गढ़ पर डालकर गढ़* में आग लगाई; तब शेकेम के गुम्मट के सब स्त्री पुरुष जो लगभग एक हजार थे मर गए।

50 तब अबीमेलेक ने तेबेस को जाकर उसके सामने डेरे खड़े करके उसको ले लिया। 51 परन्तु उस नगर के बीच एक दृढ़ गुम्मट था, सो क्या स्त्री पुरुष, नगर के सब लोग भागकर उसमें घुसे; और उसे बन्द करके गुम्मट की छत पर चढ़ गए। 52 तब अबीमेलेक गुम्मट के निकट जाकर उसके विरुद्ध लड़ने लगा, और गुम्मट के द्वार तक गया कि उसमें आग लगाए। 53 तब किसी स्त्री ने चक्की के ऊपर का पाट अबीमेलेक के सिर पर डाल दिया, और उसकी खोपड़ी फट गई। 54 तब उसने झट अपने हथियारों के ढोनेवाले जवान को बुलाकर कहा, “अपनी तलवार खींचकर मुझे मार डाल, ऐसा न हो कि लोग मेरे विषय में कहने पाएँ, ‘उसको एक स्त्री ने घात किया’।” तब उसके जवान ने तलवार भोंक दी, और वह मर गया। 55 यह देखकर कि अबीमेलेक मर गया है इस्राएली अपने-अपने स्थान को चले गए। 56 इस प्रकार जो दुष्ट काम अबीमेलेक ने अपने सत्तर भाइयों को घात करके अपने पिता के साथ किया था, उसको परमेश्‍वर ने उसके सिर पर लौटा दिया; 57 और शेकेम के पुरुषों के भी सब दुष्ट काम परमेश्‍वर ने उनके सिर पर लौटा दिए, और यरूब्बाल के पुत्र योताम का श्राप उन पर घट गया।


Judges 9:1

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

शेकेम के सब मनुष्यों से यह पूछो, ‘तुम्हारे लिये क्या भला है? क्या यह कि यरूब्बाल के सत्तर पुत्र तुम पर प्रभुता करें?’ या कि एक ही पुरुष तुम पर प्रभुता करे?

“कृपया शेकेम के लोगो से पूछो कि क्या उन पर जेरूब्बा‍ल शासन के सभी सत्तर बेटे के वे उन पर उनके बेटों में से सिर्फ एक होंगे।

सत्तर

“७०”।

मैं तुम्हारा हाड़ माँस हूँ

यहाँ “अपनी हड्डी और अपना मास” अपने परिवार को दर्शाता है कि “मै तुम्हारे परिवसर का सदस्य हूँ”।

Judges 9:3

उसके मामाओं ने शेकेम के सब मनुष्यों से ऐसी ही बातें कहीं

इसका अर्थ है कि अबीमेलेक की माँ के रिश्तेदारों ने हाकिमों से बात की, सुझाव है कि वे अबीमेलेक को राजा बनाते हैं।

अबीमेलेक अपना मन उसके पीछे लगा दिया

वे अबिमेलेक के हाकिम बनने पर सहमत हुए।

मन्दिर

यहाँ “घर” मन्दिर को दर्शाता है।

सत्तर टुकड़े रूपे

इसका अर्थ है सोने के सत्तर शेकेल। एक शेकेल ११ ग्राम का है। यह “लगभग एक किलो सोना है”।

सत्तर

“७०”।

नीच और लुच्चे

"हिंसक और मूर्ख"।

Judges 9:5

ओप्रा

यह एक गाँव का नाम है।

एक ही पत्थर

“१ पत्थर”।

सत्तर

“७०”।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

बेतमिल्लो

यह एक स्थान का नाम है।

Judges 9:7

सामानय जानकारी:

योताम पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

इसका समाचार सुनकर योताम

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “जब योताम ने यह सुना कि अबिमेलेक ने अपने भाईयो की हत्या कर दी”।

गिरिज्जीम पहाड़

यह एक पर्वत है।

किसी युग में वृक्ष किसी का अभिषेक करके अपने ऊपर राजा ठहराने को चले;

यहाँ योताम ने पेड़ की बाते करते हुए मनुष्य का वर्णन किया।

अभिषेक करके अपने ऊपर राजा ठहराने को चले

यहाँ, तेल के साथ अभिषेक करने के लिए एक प्रतीकात्मक कार्रवाई है कि एक व्यक्ति को राजा होने की नियुक्ति दर्शाता है जैसे कि "उन सभी पर शासन करने के लिए एक राजा की नियुक्ति की गई”।

हम पर राज्य कर

“हमारे राजा बनना”।

Judges 9:9

सामानय जानकारी:

योताम पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

जैतून के वृक्ष ने कहा…अंजीर के वृक्ष से कहा

योताम पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

क्या मैं अपनी उस चिकनाहट को छोड़कर...इधर-उधर डोलने को चलूँ?

जैतून का पेड़ राजा होने से इनकार करने के लिए यह सवाल पूछ रहा है कि “मैं अपना तेल अन्य पेड़ो पर नहीं दूँगा”।

उनसे कहा

यहाँ पर बोलना" का अर्थ है हवा में बाते करना। यहाँ वृक्ष इस वाक्यांश का उपयोग करने के लिए “नियम पर” है।

क्या मैं अपनी उस चिकनाहट को छोड़कर…फलों को छोड़ वृक्षों ?

अंजीर का पेड़ राजा होने से इनकार करने के लिए यह सवाल पूछ रहा है कि "मैं अपनी मिठास अन्य पेड़ों पर नहीं छोड़ोगा”।

मैं अपने मीठेपन और अपने अच्छे-अच्छे फलों को

यहाँ “मीठा” शब्द स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि यह पेड़ के बढ़ने को दर्शाता है कि “मेरा अच्छा और मीठा फल”।

Judges 9:12

सामानय जानकारी:

योताम पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

फिर वृक्षों ने दाखलता से कहा

योताम पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

‘क्या मैं अपने नये मधु को छोड़…इधर-उधर डोलने को चलूँ?

इस वाक्य मे शाराब के बारे मे बताया गया है कि “मै अपनी नई शाराब नही छोडूगा दूसरे पेड़ो की शाराब नही पियूगा”।

झड़बेरी

यह काँटो जैसी तेज झड़बेरी है यह झाड़ी अपनी शाखा के साथ कई तेज काँटे ऊँगाती है।

Judges 9:15

सामानय जानकारी:

योताम लगातार पेड़ो और बहुत सारे जन समूहो के बारे मे बोलता है।

झड़बेरी ने उन वृक्षों से कहा

योताम लगातार पेड़ो और लोगो कै जन समूहो के बारे मे बोलता है।

राजा होने को मेरा अभिषेक सच्चाई से करते हो

“मुझे तुम्हारे राजा के रूप में नियुक्त करने के लिए”।

मेरी छाया

“सुरक्षा” हो।

आग निकलेगी जिससे लबानोन के देवदार भी भस्म हो जाएँगे

इसका अर्थ यह है कि काँटो की झाड़ी को इतना जला दिया कि वहा पर दीवारे भी जल गई।

अब

इसका अर्थ यह नही है कि “उसी समय” पर यह कहानी के खास हिस्से को दर्शाता है।

यदि तुम ने सच्चाई और खराई से अबीमेलेक को राजा बनाया है, और यरूब्बाल और उसके घराने से भलाई की, और उससे उसके काम के योग्य बर्ताव किया हो, तो भला।

यदि तुमने वह किया है जो सही है और यरूब्बाल तुम्हारे सारे पुत्रों को मारने के लिए योग्य है।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

उसके घराने

यहाँ “घर” गिदोन के परिवार को दर्शाता है।

Judges 9:17

सामानय जानकारी:

योतेम उस समय उस जगह पर स्थिति के लिए आवेदन करता है।

और अपने प्राण पर खेलकर तुम को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाया…मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाया

यहाँ योताम व्यक्त करता है कि वह विश्वास नहीं कर सकता कितनी बुरी तरह से शेम के लोगों को गिदोन और उसके परिवार के बाद भी गिदोन के साथ व्यवहार किया है शेम के लोगों को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी।

मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाया

यहाँ “हाथ” शब्द यह मिद्यानीयो की शक्ति को दर्शाता है।

ऊपर राजा बनाया है कि वह तुम्हारा भाई है

इस मूहावरे का अर्थ यह है कि “उसके खिलाफ”।

पिता के घराने

यहाँ “घर” परिवार को दर्शाता है कि जैसे “मेरे पिता का परिवार”।

सत्‍तर

"70“

एक ही पत्थर पर

“एक पत्थर”।

उसकी रखैल

यहाँ “उसका” गिदोन को दर्शाता है।

Judges 9:19

इसलिए यदि तुम लोगों ने आज के दिन यरूब्बाल और उसके घराने से सच्चाई और खराई से बर्ताव किया हो

योताम की संभावना है कि उसे क्या अच्छा लगता है लेकिन यह यरूब्बाल और उसके परिवार को दर्शाता है।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

उसके घराने

यहाँ “घर” परिवार को दर्शाता है कि “उसका परिवार”।

और नहीं, तो

परन्तु अगर तुमने विपरीत यरूब्बाल और उसके परिवार के साथ ऐसा व्यवहार किया जो करने के योग्य नहीं है।

शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए

योताम एक श्राप बोल रहा है। वह अबीमेलेक की बात करता है शेकेम के लोगों को नष्ट करने के लिए यदि वह उन्हें आग से जला देता है।

और शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए

योतेम शेकेम के लोगो से बेतमिल्लो के स्थान पर मिला और अबिमेलेक को आग मे जला दिया।

बेतमिल्लो

यह एक स्थान का नाम है।

बेर

यह एक शहर का नाम है।

Judges 9:22

तीन

"3"।

परमेश्‍वर ने अबीमेलेक और शेकेम के मनुष्यों के बीच एक बुरी आत्मा भेज दी

इसका अर्थ यह है कि परमेश्‍वर ने योताम को श्राप दिया था क्योकि वह बुरी आतमाओ के पास गया था ।

सत्‍तर

“७०”।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

Judges 9:25

पहाड़ों की चोटियों पर उसके लिये घातकों को बैठाया

जो "पुरुषों को पर्वतों की चोटियों पर छिपे थे और अबीमेलेक उन पर हमला करने के लिए प्रतीक्षा कर रहा था।

इसका समाचार अबीमेलेक को मिला

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि किसी ने अबिमेल पर हमला करने वाले लोगो का इंतजार कर रहे लोगों के बारे मे बताया।

Judges 9:26

गाल…एबेद

यह पुरुषो के नाम है।

उसका भरोसा किया

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उस पर भरोसा किया।

उन्होंने मैदान में जाकर

यहाँ "वे“ गाल और उसके रिश्तेदारों और शेकेम के पुरुषों को दर्शाता है।

उनका रस रौंदा

वे इसके साथ शराब बनाने के लिए अंगूर का रस बाहर निचोड़ने के लिए ऐसा किया गया।

मन्दिर में

यहाँ “घर“ मंदिर को दर्शाता है।

Judges 9:28

गाल…एबेद

यह पुरुषो के नाम है।

अबीमेलेक कौन है, शेकेम कौन है कि हम उसके अधीन रहें?

गाल शेकेम के लोगो से यह सवाल करता है कि “हमे अबिमेलेक की सेवा नही करनी चाहिए”।

अबीमेलेक कौन है, शेकेम कौन है कि हम उसके अधीन रहें?

इन दोनो वाक्यो का एक हि अर्थ है कि यह शेकेम और अबिमेलेक को दर्शाता है कि यहा शेकेम ने कहा कि हमे अबिमेलेक की सेवा नही करनी चाहिए।

क्या वह यरूब्बाल का पुत्र नहीं? क्या जबूल उसका सेनानायक नहीं?

गाल शेकेम के लोगो से यह सवाल करता है कि हमे अबिमेलेक की सेवा नही करनी चाहिए क्योकि वह केवल यरूब्बाल का बेटा है, और जबूल उनका अधिकारी है।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है जिसका अर्थ है कि “बाल से अपने आप का बचाव करता है“।

जबूल

यह एक पुरुष का नाम है।

शेकेम के पिता हमोर के लोगों के तो अधीन हो

गाल का अर्थ है कि शेकेम के लोगों को उन लोगों की सेवा करनी चाहिए जो हमोर के वंश के है, जो वास्तव में कनानियो के किसी व्यक्ति की सेवा नहीं करते हैं जिनके पिता इस्राएली थे।

परन्तु हम अबिमेलेक अधीन क्यों रहें?

गाल एक सवाल का प्रयोग करता है कि शेकेम के लोगो को “अबिमेलेक की सेवा नही करनी चाहिए“।

यह प्रजा मेरे वश में होती तो क्या ही भला होता!

“मै चाहता हूँ कि शेकेम के लोगो पर शासन करुँ“।

Judges 9:30

जबूल

यह एक पुरुष का नाम है।

एबेद के पुत्र गाल की वे बातें सुनकर

यह “शब्द” कहने को दर्शाते है कि “एबेद ने गाल के बेटे से कहा”।

गाल…एबेद

यह पुरुषो के नाम है।

क्रोध भड़क उठा

गुस्से मे होने की बात ऐसे की गई है जैसे कि आग लगी हो कि “वह बहुत गुस्सा हो गया”।

छिपके से कहला भेजा

जबूल ने छिपा कर गाल और शेकेम के सैनिको को भेजा जैसे कि “चुपके से”।

तेरा विरोध करने को भड़का रहे हैं

“वे शहर के खिलाफ तुम्हारा विरोध करने के लिए लोगो को उत्साहित कर रहे है“।

नगरवालों को

यहाँ “शहर” शहर के लोगो को दर्शाता है।

Judges 9:32

सामानय जानकारी:

जबूल के दूत अबिमेलेक से बात करते है।

अब

इसका यह अर्थ नही है कि “उसी समय” यह एक महत्तवपूर्ण बात की ओर ध्यान आक्रशित करने के लिये प्रयोग किया जाता है।

घात लगा

“चुपके से अचानक हमला करना”।

जो तुझ से बन पड़े वही उससे करना

इसका अर्थ यह है कि वे वही कर सकते है कि जो गाल को कत्म करने के लिए किया जा सके।

Judges 9:34

और उसके संग के सब लोग उठ गये

“और सभी आदमी अबिमेलेक से लड़ने लगे”।

शेकेम के विरुद्ध घात में बैठ गए

यहाँ “शेकेम” शेकेम के लोगो को दर्शाता है कि “वे सच मे शेकेम के लोगो पर हमला करने के लिए उन्हे छुपा दिया”।

चार दल बाँधकर

“4 समूहो मे बाँटां गया”।

गाल…एबेद

यह पुरुषो के नाम है।

Judges 9:36

गाल

यह एक पुरुष का नाम है।

जबूल

यह एक पुरुष का नाम है।

वह तो पहाड़ों की छाया है जो तुझे मनुष्यों के समान दिखाई देती है

जबूल गाल के लोगो को लड़ाई भरमाने के लिए “उनका पीछा करता है कि वह तो पर्वतों की छाया थी जो उसे लोग दिखाई दे रहे थे”।

एक दल

"1 समूह”।

Judges 9:38

जबूल

यह एक पुरुष का नाम है।

तेरी यह बात कहाँ रही?

इस वाक्य मे जबूल गाल को डाँटता हुआ कहता है कि तुम गर्व से नही बोल रहे है।

तेरी यह बात कहाँ रही, कि अबीमेलेक कौन है कि हम उसके अधीन रहें?

यह स्पष्ट रूप से जबूल गाल को डांटता हुआ कह रहा है कि आपने कहा कि हमे शबिमेलेक की सेवा नही करनी चाहिए।

ये तो वे ही लोग हैं जिनको तूने निकम्मा जाना था?

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि जबूल ने उसे चुनोती दी कि “यहाँ इतने पुरुष है कि आप निकम्मे हो”।

निकम्मा

“नापसंद”।

गाल

यह एक पुरुष का नाम है।

बहुत से घायल होकर गिर पड़े

इस मुहावरे का अर्थ यह है कि “बहुत सारे पुरुष घायल होकर घिरे हुए थे”।

Judges 9:41

अरूमा

यह एक नगर का नाम है।

जबूल

यह एक पुरुष का नाम है।

गाल

यह एक पुरुष का नाम है।

यह अबीमेलेक को बताया गया

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “किसी ने अबिमेलेक को बता दिया”।

तीन दल बाँधकर

“3 समूहो मे बाँट दिया”।

मैदान में घात लगाई

“वे खेतो मे चुपके से उन लोगो पर हमला कर दिया”।

चढ़ाई करके

यहाँ “यह” अबिमेलेक के सारे सैनिको को दर्शाता है कि “वे हमला करेगे”।

Judges 9:44

दलों

“सेनिको का समुह”।

और दो

“और 2“।

अबीमेलेक ने लड़कर…उसने ढा दिया

यहाँ “अबिमेलेक” सेनिको को दर्शाता है कि अबिमेलेक ने सेनिको से लड़कर … उन्हे नीचे गिरा दिया“।

नगर से लड़कर

यहाँ “नगर” लोगो को दर्शाता है कि “शेकेम के लोगो के खिलाफ लड़कर”।

ढा दिया

“तबाह करना”।

उस पर नमक छिड़कवा दिया

“देश पर नमक छिड़कवा दिया“ भूमि पर नमक छिड़कने से कुछ भी बढ़ता नही है।

Judges 9:46

मन्दिर

यह घर को दर्शाता है।

एलबरीत

शब्द “एल” का अर्थ “परमेश्‍वर“ है। यह एक झूठी भावना से परमेश्‍वर का रुप है “बाल बरीत”।

अबीमेलेक को यह समाचार मिला

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “किसी ने अबिमेलेक को बताया”।

Judges 9:48

सल्मोन पहाड़

यह एक पर्वत का नाम है।

गढ़

इसका अर्थ यह है कि यह एक बड़े ढे़र की शाखाओ के हिस्से है।

सब पुरुष जो लगभग एक हजार थे

“लगभग १,०००”।

Judges 9:50

तेबेस

यह एक शहर का नाम है।

तेबेस को जाकर उसके सामने

“तेबेस के शहर के बाहर तम्बू लगे हुए थे”।

Judges 9:52

उसके विरुद्ध लड़ने

“हमला किया”।

ऊपर का पाट

यह दो बड़े, समतल, गोल पत्थर है जिनका इस्तेमाल गेहुँ पीसने के लिया किया जाता है। और ऊपरी का सिलब्टा है जो अनाज को पीसने के लिए जिसका इस्तेमाल किया जाता है।

हथियारों के ढोनेवाले

ढोनेवाला - यह वह व्यक्ति है जो अबिमेलेक के हथियारो को ऊठाता है।

तलवार भोंक दी

इसका अर्थ यह है कि उस जवान आदमी ने तलवार ऊठाई और अबिमेलेक के शरीर मे भोंक दी।

Judges 9:55

सत्तर

"70"।

शेकेम के पुरुषों के भी सब दुष्ट काम परमेश्‍वर ने उनके सिर पर लौटा दिए

इस मुहावरे से यह स्पष्ट होता है कि “जो बुराई शेकेम के पुरुषों ने की उसे ढंड़ित कया गया“।

यरूब्बाल के पुत्र योताम का श्राप उन पर घट गया

“यरूब्बाल के पुत्र योताम का श्राप उन पर था”।

यरूब्बाल

यह गिदोन का दूसरा नाम है।


Translation Questions

Judges 9:1

अबीमेलेक का पिता कौन था?

अबीमेलेक का पिता यरूब बाल था।

Judges 9:3

अबीमेलेक की मां के रिश्तेदार उसके पीछे क्यों चलने लगे?

वे अबीमेलेक का पालन करने के लिए सहमत हुए, क्योंकि उन्होंने कहा, “वह हमारा भाई है।”

Judges 9:4

अबीमेलेक ने चांदी के सत्तर टुकड़ों का क्या इस्तेमाल किया?

अबीमेलेक ने सत्तर टुकड़ों का इस्तेमाल किया ताकि वे निर्दोष और लापरवाह चरित्र के लोगों को भर्ती कर सकें।

Judges 9:5

योताम की हत्या क्यों नहीं हुई थी?

योताम की हत्या नहीं हुई थी, क्योंकि उसने खुद को छुपाया था।

Judges 9:7

योताम ने शेकेम के अगुवों को किस दिन संबोधित किया?

योताम ने उन्हें उसी दिन संबोधित किया जब वे अपने पिता के घर के खिलाफ उठ गए थे और एक पत्थर पर अपने बेटों, सत्तर व्यक्तियों को मार डाला था।

Judges 9:18

योताम ने शेकेम के अगुवों को किस दिन संबोधित किया?

योताम ने उन्हें उसी दिन संबोधित किया जब वे अपने पिता के घर के खिलाफ उठ गए थे और एक पत्थर पर अपने बेटों, सत्तर व्यक्तियों को मार डाला था।

Judges 9:20

अगर लोग यरूब बाल और उसके घर के साथ ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से काम करते हैं, तो क्या होना चाहिए?

यदि लोगों ने यरूब बाल और उसके घर के साथ ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से काम किया, तो अबीमेलेक से आग निकलनी चाहिए और शेकेम के लोगों और मिलो के घर को जला देना चाहिए। अबीमेलेक को जलाने के लिए शेकेम और बेथ मिलो के लोगों से आग निकलनी चाहिए।

योताम का अभिशाप क्या था?

योताम का अभिशाप था कि अबीमेलेक से ऐसी आग निकले जिससे शेकेम के मनुष्य और मिल्लो भस्म हो जाएँ: और शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए।

Judges 9:23

अबीमेलेक और शेकेम के अगुवों के बीच परमेश्वर ने एक दुष्ट आत्मा क्यों भेजी?

परमेश्वर ने अबीमेलेक और शकेम के अगुवों के बीच एक दुष्ट आत्मा भेजी, ताकि यरूब बाल के सत्तर पुत्रों को हुई हिंसा का बदला लिया जा सके।

Judges 9:24

अबीमेलेक और शेकेम के अगुवों के बीच परमेश्वर ने एक दुष्ट आत्मा क्यों भेजी?

परमेश्वर ने अबीमेलेक और शेकेम के अगुवों के बीच एक दुष्ट आत्मा भेजी, ताकि यरूब बाल के सत्तर पुत्रों को हुई हिंसा का बदला लिया जा सके।

Judges 9:25

शेकेम के अगुवों ने किस पर हमला किया?

शेकेम के अगुवों ने अबीमेलेक पर हमला करने की उम्मीद की।

Judges 9:28

कौन लोगों को आदेश देने की इच्छा रखता था?

गाल लोगों को आदेश देना चाहता था।

Judges 9:29

कौन लोगों को आदेश देने की इच्छा रखता था?

गाल लोगों को आदेश देना चाहता था।

Judges 9:30

जबूल का क्रोध क्यों भड़क उठा था?

जब जबूल ने गाल (एबेद के पुत्र) के शब्दों को सुना, तो उसका गुस्सा जल गया।

Judges 9:31

जबूल ने अबीमेलेक को दूत क्यों भेजे?

उसने उसे धोखा देने के लिए अबीमेलेक के पास दूत भेजे।

Judges 9:36

जबूल ने पहाड़ियों पर पुरुषों का वर्णन कैसे किया?

जबूल ने कहा कि वे पहाड़ियों पर छाया थे।

Judges 9:38

जबूल ने गाल को क्या करने के लिए कहा?

जबूल ने गाल को बाहर जाने और अबीमेलेक के विरुद्ध लड़ने को कहा।

Judges 9:40

क्या हुआ जब गाल अबीमेलेक से लड़े?

अबीमेलेक ने गाल और गैल का पीछा किया अबीमेलेक से पहले भाग गया और कई लोग शहर के द्वार के प्रवेश द्वार से पहले घातक घावों से गिर गए।

Judges 9:45

अबीमेलेक ने शहर पर कब्जा करने के बाद क्या किया?

अबीमेलेक ने शहर की दीवारों को तोड़ दिया और उस पर नमक फैलाया।

Judges 9:46

शेकेम के गुम्मट के अगुवों ने कहाँ प्रवेश किया?

शकेम के गुम्मट के अगुवों ने एल बेरीथ के घर की गढ़ में प्रवेश किया।

Judges 9:48

अबीमेलेक ने शकेम के गुम्मट में सभी अगुवों और लोगों को कैसे मार डाला?

अबीमेलेक ज़लमोन पर्वत पर चढ़ गया, भूमिगत कक्ष के ऊपर ढेर शाखाएं, और इसे ऊपर से आग लगा दी।

Judges 9:49

अबीमेलेक ने शकेम के गुम्मट में सभी अगुवों और लोगों को कैसे मार डाला?

अबीमेलेक ज़लमोन पर्वत पर चढ़ गया, भूमिगत कक्ष के ऊपर ढेर शाखाएं, और इसे ऊपर से आग लगा दी।

Judges 9:52

जब अबीमेलेक थेबेज़ के गुम्मट के द्वार के पास आया, तो उसके साथ क्या हुआ?

जब अबीमेलेक थेबेज़ के गुम्मट के द्वार के पास आया, तो एक औरत ने अपने सिर पर ऊपरी चक्की गिरा दी और उसने अपनी खोपड़ी तोड़ दी।

Judges 9:53

जब अबीमेलेक थेबेज़ के गुम्मट के द्वार के पास आया, तो उसके साथ क्या हुआ?

जब अबीमेलेक थेबेज़ के गुम्मट के द्वार के पास आया, तो एक औरत ने अपने सिर पर ऊपरी चक्की गिरा दी और उसने अपनी खोपड़ी तोड़ दी।

Judges 9:54

अबीमेलेक ने अपनी तलवार खींचने और उसे मारने के लिए अपने हथियारों के ढोनेवाले जवान को क्यों बताया?

अबीमेलेक ने अपने हथियारों के ढोनेवाले जवान को अपनी तलवार खींचने और उसे मारने के लिए कहा, इसलिए कोई भी नहीं कहता कि एक महिला अबीमेलेक को मार डाला।

Judges 9:57

योताम का अभिशाप क्या था?

योताम का अभिशाप था कि अबीमेलेक से ऐसी आग निकले जिससे शेकेम के मनुष्य और मिल्लो भस्म हो जाएँ: और शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए।


Chapter 10

1 अबीमेलेक के बाद इस्राएल को छुड़ाने के लिये तोला नामक एक इस्साकारी उठा, वह दोदो का पोता और पूआ* का पुत्र था; और एप्रैम के पहाड़ी देश के शामीर नगर में रहता था। 2 वह तेईस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। तब मर गया, और उसको शामीर में मिट्टी दी गई। 3 उसके बाद गिलादी याईर उठा, वह बाईस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। 4 और उसके तीस पुत्र थे जो गदहियों के तीस बच्चों पर सवार हुआ करते थे; और उनके तीस नगर भी थे जो गिलाद देश में हैं, और आज तक हब्बोत्याईर कहलाते हैं। 5 और याईर मर गया, और उसको कामोन में मिट्टी दी गई। 6 तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया, अर्थात् बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों और अराम, सीदोन, मोआब, अम्मोनियों, और पलिश्तियों के देवताओं की उपासना करने लगे; और यहोवा को त्याग दिया, और उसकी उपासना न की। (भज. 106:36, न्या. 4:1) 7 तब यहोवा का क्रोध इस्राएल पर भड़का, और उसने उन्हें पलिश्तियों और अम्मोनियों के अधीन कर दिया, 8 और उस वर्ष* ये इस्राएलियों को सताते और पीसते रहे। वरन् यरदन पार एमोरियों के देश गिलाद में रहनेवाले सब इस्राएलियों पर अठारह वर्ष तक अंधेर करते रहे। 9 अम्मोनी यहूदा और बिन्यामीन से और एप्रैम के घराने से लड़ने को यरदन पार जाते थे, यहाँ तक कि इस्राएल बड़े संकट में पड़ गया। 10 तब इस्राएलियों ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी, “हमने जो अपने परमेश्‍वर को त्याग कर बाल देवताओं की उपासना की है, यह हमने तेरे विरुद्ध महापाप किया है।” 11 यहोवा ने इस्राएलियों से कहा, “क्या मैंने तुम को मिस्रियों, एमोरियों, अम्मोनियों, और पलिश्तियों के हाथ से न छुड़ाया था? 12 फिर जब सीदोनी, और अमालेकी, और माओनी लोगों ने तुम पर अंधेर किया; और तुम ने मेरी दुहाई दी, तब मैंने तुम को उनके हाथ से भी न छुड़ाया? (भज. 106:42-43) 13 तो भी तुम ने मुझे त्याग कर पराये देवताओं की उपासना की है; इसलिए मैं फिर तुम को न छुड़ाऊँगा। 14 जाओ, अपने माने हुए देवताओं की दुहाई दो; तुम्हारे संकट के समय वे ही तुम्हें छुड़ाएँ।” (यिर्म. 2:28, यशा. 10:3) 15 इस्राएलियों ने यहोवा से कहा, “हमने पाप किया है; इसलिए जो कुछ तेरी दृष्टि में भला हो वही हम से कर; परन्तु अभी हमें छुड़ा।” 16 तब वे पराए देवताओं को अपने मध्य में से दूर करके यहोवा की उपासना करने लगे; और वह इस्राएलियों के कष्ट के कारण खेदित हुआ। 17 तब अम्मोनियों ने इकट्ठे होकर गिलाद में अपने डेरे डाले; और इस्राएलियों ने भी इकट्ठे होकर *मिस्पा में अपने डेरे डाले। 18 तब गिलाद के हाकिम एक दूसरे से कहने लगे, “कौन पुरुष अम्मोनियों से संग्राम आरम्भ करेगा? वही गिलाद के सब निवासियों का प्रधान ठहरेगा।”


Judges 10:1

तोला…पूआ…दोदो

यह पुरुषो के नाम है।

शामीर

यह एक स्थान का नाम है।

इस्राएल को छुड़ाने के लिये

“इस्राएल और दोनो के लिए आया था”।

इस्राएल को छुड़ाने

यहाँ “इस्राएल” इस्राएल के लोगो को दर्शाता है।

वह इस्राएल का न्याय

यहाँ “न्याय” का अर्थ है इस्राएल के लोगो का नेतृत्व करना।

तेईस वर्ष

तीन साल - “23 साल”।

और उसको मिट्टी दी

यह स्पष्ट रूपप से कहा जा सकता है कि “और उसने उसे मिट्टी दी”।

Judges 10:3

उसके बाद गिलादी याईर उठा

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “याईर गिलादी टोला के बाद नेता हुआ।

याईर

यह एक पुरुष का नाम है।

गिलादी

याईर गिलाद के गोत्र से था।

इस्राएल का न्याय

यहाँ “न्याय” का अर्थ है इस्राएल के लोगो का नेतृत्व करना।

इस्राएल

यहाँ “इस्राएल” इस्राएल के लोगो को दर्शाता है।

बाईस वर्ष

दो साल - “22 साल”।

तीस

"30"

हब्बोत्याईर

यह एक क्षेत्र है, जो एक आदमी के नाम पर है।

आज तक

इसका अर्थ उस समय होता है जब न्यायाधीशों की पुस्तक लिखी जा रही थी।

मिट्टी दी

यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “वे मिट्टी मे गाढ़ा”।

कामोन

यह एक स्थान का नाम है।

Judges 10:6

फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया

यहा एक व्यक्ति बुराई के बारे मे बात कर रहा है कि यहोवा ने इस बुराई के बारे मे कहा था”।

यहोवा की दृष्टि में

यहाँ “यहोवा की दृष्टि में“ यहोवा को मानने को दर्शाता है। कि “यहोवा के अनुसार”।

अश्तोरेत

यह “अश्तोरेत“ देवी की पूजा अलग-अलग रुपो से की जाती है।

यहोवा को त्याग दिया, और उसकी उपासना न की

लेखक मूल रुप से जोर देने के लिए एक ही बात कहता है कि “उन्होने पूरी तरह से यहोवा की अराधना करनी बंद कर दी”।

यहोवा को त्याग दिया

यहाँ यहोवा की अराधना की बात की गयी है कि उन्होने यहोवा की आज्ञा का पालण करना भी छोड़ दिया और कही दूर चले गये।

यहोवा का क्रोध इस्राएल पर भड़का

यहोवा का क्रोध इस प्रकार आया कि जैसे कि आग निकल रही हो कि “यहोवा इस्राएल पर बहुत क्रोधित हुआ”।

उसने उन्हें पलिश्तियों और अम्मोनियों के अधीन कर दिया

याहवे ने पलिश्तियों और अम्मोनियो को इस्राएलियों को हराने की इजाज़त दी, क्योकि उसने इस्राएलियों को बेच दिया था।

अधीन कर दिया

यहाँ “हाथ” शक्ति को दर्शाता है।

Judges 10:8

सताते और पीसते रहे

यह दोनो शब्दो का एक ही अर्थ है कि इस्राएलियो को कितना नुकसान उठाना पड़ा कि “बहुत अत्याचार”।

अठारह वर्ष

"18 साल”।

वरन् यरदन पार करते रहे

इसका अर्थ है कि यरदन नदी की पुर्व दिशा की ओर।

गिलाद में रहनेवाले

“इस क्षेत्र को गिलाद भी कहा जाता है“।

यहूदा और बिन्यामीन

“यहूदा“ और “बिन्यामीन“ के गोत्रो के लोगो को दर्शाता है। कि “यहूदा के गोत्र के लोग… बिन्यामीन के गोत्र के लोग”।

एप्रैम के घराने

यहाँ “घर” एप्रैम के गोत्र के लोगो को दर्शाता है। कि एप्रैम के वंश के लोग”।

यहाँ तक कि इस्राएल बड़े संकट में पड़ गया

“इस्राएल” इस्राएल के लोगो को दर्शाता है। “ताकि इस्राएल के लोगो को बहुत नुकसान उठाना पड़ा”।

Judges 10:10

तब इस्राएलियों ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी

इसका अर्थ यह है कि इस्राएल के लोगो ने यहोवा को सहायता के लिए पुकारा।

हमने जो अपने परमेश्‍वर को त्याग

उन्होने परमेश्‍वर की आज्ञा का पालन करना भी छोड़ दिया और कही दूर चले गये।

परमेश्‍वर को त्याग कर

यहाँ लोग यहोवा को पुकारते हुए दर्शाय जा रहे है यह स्पष्ट रूप से दूसरे व्यक्ति के बारे मे दर्शाया गया है।कि “आपने हमारे परमेश्‍वर को छोड़ दिया”।

क्या मैंने तुम को…सीदोनी?

यहाँ परमेश्‍वर इस्राएल के लोगो कि अराधना करने को दर्शाते हुए यह स्पष्ट रूप से कहते है कि “मैं अकेला तुम्हे छुड़ाने वाला हुँ…सीदोनी”।

माओनी

यह मोआन के कुल के लोग है।

हाथ से भी छुड़ाया

यहाँ “शक्ति” अमालेकी और माओनी को दर्शाति है कि “उन में से”।

Judges 10:13

तुम ने मुझे त्याग कर

उन लोगो ने यहोवा की आज्ञा का पालन करना बंद कर दिया और यहोवा को छोड़ कर वह बहुत दूर चले गये।

मुझे त्याग कर पराये देवताओं की उपासना की है; इसलिए मैं फिर तुम को न छुड़ाऊँगा

इस वाक्य मे “समय को जोड़ना” यहोवा ने जो कहा उसे दर्शाता है कि “मै तुम्हे यकीन दिलाता हूँ तुम्हे देना बंद कर दूँगा”।

Judges 10:15

वे पराए देवताओं को अपने

इस वाक्य से यह स्पष्ट होता है कि “वे पराये देवते जिनके पास वह छड़ियाँ थी“।

वह इस्राएलियों के कष्ट के कारण खेदित हुआ

यहाँ इस्राएल के लोगो को दर्शाया गया है। कि “और यहोवा ने इस्राएलियों को और कष्ट मे ना रहने दिया।

Judges 10:17

कौन पुरुष अम्मोनियों से संग्राम आरम्भ करेगा?

“अम्मोनियों के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी सेना का नेतृत्व कौन करेगा?


Translation Questions

Judges 10:1

शामीर कहाँ था?

शामीर एप्रैम के पहाड़ी देश में था।

Judges 10:6

यहोवा ने इस्राएल के लोगों के प्रति क्रोध से क्यों जलाया?

इस्राएलियों ने यहोवा को त्याग दिया और अब उसकी पूजा नहीं की, इसलिए उसने इस्राएल के प्रति क्रोध से जला दिया।

Judges 10:7

यहोवा ने इस्राएल के लोगों के प्रति क्रोध से क्यों जलाया?

इस्राएलियों ने यहोवा को त्याग दिया और अब उसकी पूजा नहीं की, इसलिए उसने इस्राएल के प्रति क्रोध से जला दिया।

Judges 10:9

इस्राएल बहुत परेशान क्यों था?

अम्मोनियों ने यरदन पार किया, यहूदा के विरुद्ध, बिन्यामीन के विरुद्ध और एप्रैम के घराने के विरुद्ध लड़ने के लिए, ताकि इस्राएल बहुत परेशान हो।

Judges 10:14

यहोवा ने किसके लिए इस्राएल के लोगों को मदद के लिए बुलाया था?

यहोवा ने लोगों को उन देवताओं से बुलावा देने के लिए कहा जिन्हें उन्होंने पूजा की थी।

Judges 10:16

यहोवा इस्राएल के दुखों पर अधीर क्यों बन गया?

इज़राइल अपने स्वामित्व वाले विदेशी देवताओं से दूर हो गया और उन्होंने यहोवा की पूजा की, इसलिए वह दुःख पर अधीर हो गया।


Chapter 11

1 यिप्तह नामक गिलादी बड़ा शूरवीर था, और वह वेश्या का बेटा था; और गिलाद से यिप्तह उत्‍पन्‍न हुआ था। 2 गिलाद की स्त्री के भी बेटे उत्‍पन्‍न हुए; और जब वे बड़े हो गए तब यिप्तह को यह कहकर निकाल दिया, “तू तो पराई स्त्री का बेटा है; इस कारण हमारे पिता के घराने में कोई भाग न पाएगा।” 3 तब यिप्तह अपने भाइयों के पास से भागकर तोब देश* में रहने लगा; और यिप्तह के पास लुच्चे मनुष्य इकट्ठे हो गए; और उसके संग फिरने लगे। 4 और कुछ दिनों के बाद अम्मोनी इस्राएल से लड़ने लगे। 5 जब अम्मोनी इस्राएल से लड़ते थे, तब गिलाद के वृद्ध लोग यिप्तह को तोब देश से ले आने को गए; 6 और यिप्तह से कहा, “चलकर हमारा प्रधान हो जा, कि हम अम्मोनियों से लड़ सके।” 7 यिप्तह ने गिलाद के वृद्ध लोगों से कहा, “क्या तुम ने मुझसे बैर करके मुझे मेरे पिता के घर से निकाल न दिया था? फिर अब संकट में पड़कर मेरे पास क्यों आए हो?” 8 गिलाद के वृद्ध लोगों ने यिप्तह से कहा, “इस कारण हम अब तेरी ओर फिरे हैं, कि तू हमारे संग चलकर अम्मोनियों से लड़े; तब तू हमारी ओर से गिलाद के सब निवासियों का प्रधान ठहरेगा।” 9 यिप्तह ने गिलाद के वृद्ध लोगों से पूछा, “यदि तुम मुझे अम्मोनियों से लड़ने को फिर मेरे घर ले चलो, और यहोवा उन्हें मेरे हाथ कर दे, तो क्या मैं तुम्हारा प्रधान ठहरूँगा?” 10 गिलाद के वृद्ध लोगों ने यिप्तह से कहा, “निश्चय हम तेरी इस बात के अनुसार करेंगे; यहोवा हमारे और तेरे बीच में इन वचनों का सुननेवाला है।” 11 तब यिप्तह गिलाद के वृद्ध लोगों के संग चला, और लोगों ने उसको अपने ऊपर मुखिया और प्रधान ठहराया; और यिप्तह ने अपनी सब बातें मिस्पा में यहोवा के सम्मुख कह सुनाईं*। 12 तब यिप्तह ने अम्मोनियों के राजा के पास दूतों से यह कहला भेजा, “तुझे मुझसे क्या काम, कि तू मेरे देश में लड़ने को आया है?” 13 अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह के दूतों से कहा, “कारण यह है, कि जब इस्राएली मिस्र से आए, तब अर्नोन से यब्बोक और यरदन तक जो मेरा देश था उसको उन्होंने छीन लिया; इसलिए अब उसको बिना झगड़ा किए लौटा दे।” 14 तब यिप्तह ने फिर अम्मोनियों के राजा के पास यह कहने को दूत भेजे, 15 “यिप्तह तुझ से यह कहता है, कि इस्राएल ने न तो मोआब का देश ले लिया और न अम्मोनियों का, 16 वरन् जब वे मिस्र से निकले, और इस्राएली जंगल में होते हुए लाल समुद्र तक चले, और कादेश को आए, 17 तब इस्राएल ने एदोम के राजा के पास दूतों से यह कहला भेजा, ‘मुझे अपने देश में से होकर जाने दे;’ और एदोम के राजा ने उनकी न मानी। इसी रीति उसने मोआब के राजा से भी कहला भेजा, और उसने भी न माना। इसलिए इस्राएल कादेश में रह गया। 18 तब उसने जंगल में चलते-चलते एदोम और मोआब दोनों देशों के बाहर-बाहर घूमकर मोआब देश की पूर्व की ओर से आकर अर्नोन के इसी पार अपने डेरे डाले; और मोआब की सीमा के भीतर न गया, क्योंकि मोआब की सीमा अर्नोन थी। 19 फिर इस्राएल ने एमोरियों के राजा सीहोन के पास जो हेशबोन का राजा था दूतों से यह कहला भेजा, ‘हमें अपने देश में से होकर हमारे स्थान को जाने दे।’ 20 परन्तु सीहोन ने इस्राएल का इतना विश्वास न किया कि उसे अपने देश में से होकर जाने देता; वरन् अपनी सारी प्रजा को इकट्ठी कर अपने डेरे यहस में खड़े करके इस्राएल से लड़ा। 21 और इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा ने सीहोन को सारी प्रजा समेत इस्राएल के हाथ में कर दिया, और उन्होंने उनको मार लिया; इसलिए इस्राएल उस देश के निवासी एमोरियों के सारे देश का अधिकारी हो गया। 22 अर्थात् वह अर्नोन से यब्बोक तक और जंगल से ले यरदन तक एमोरियों के सारे देश का अधिकारी हो गया। 23 इसलिए अब इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा ने अपनी इस्राएली प्रजा के सामने से एमोरियों को उनके देश से निकाल दिया है; फिर क्या तू उसका अधिकारी होने पाएगा? 24 क्या तू उसका अधिकारी न होगा, जिसका तेरा कमोश* देवता तुझे अधिकारी कर दे? इसी प्रकार से जिन लोगों को हमारा परमेश्‍वर यहोवा हमारे सामने से निकाले, उनके देश के अधिकारी हम होंगे। 25 फिर क्या तू मोआब के राजा सिप्पोर के पुत्र बालाक से कुछ अच्छा है? क्या उसने कभी इस्राएलियों से कुछ भी झगड़ा किया? क्या वह उनसे कभी लड़ा? 26 जब कि इस्राएल हेशबोन और उसके गाँवों में, और अरोएर और उसके गाँवों में, और अर्नोन के किनारे के सब नगरों में तीन सौ वर्ष से बसा है, तो इतने दिनों में तुम लोगों ने उसको क्यों नहीं छुड़ा लिया? 27 मैंने तेरा अपराध नहीं किया; तू ही मुझसे युद्ध छेड़कर बुरा व्यवहार करता है; इसलिए यहोवा जो न्यायी है, वह इस्राएलियों और अम्मोनियों के बीच में आज न्याय करे।” 28 तो भी अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह की ये बातें न मानीं जिनको उसने कहला भेजा था। 29 तब यहोवा का आत्मा यिप्तह में समा गया, और वह गिलाद और मनश्शे से होकर गिलाद के मिस्पे में आया, और गिलाद के मिस्पे से होकर अम्मोनियों की ओर चला। 30 और यिप्तह ने यह कहकर यहोवा की मन्नत मानी, “यदि तू निःसन्देह अम्मोनियों को मेरे हाथ में कर दे, 31 तो जब मैं कुशल के साथ अम्मोनियों के पास से लौट आऊँ तब जो कोई मेरे भेंट के लिये मेरे घर के द्वार से निकले वह यहोवा का ठहरेगा, और मैं उसे होमबलि करके चढ़ाऊँगा।” 32 तब यिप्तह अम्मोनियों से लड़ने को उनकी ओर गया; और यहोवा ने उनको उसके हाथ में कर दिया। 33 और वह अरोएर से ले मिन्नीत तक, जो बीस नगर हैं, वरन् आबेलकरामीम तक जीतते-जीतते उन्हें बहुत बड़ी मार से मारता गया। और अम्मोनी इस्राएलियों से हार गए। (इब्रा. 11:32) 34 जब यिप्तह मिस्पा को अपने घर आया, तब उसकी बेटी डफ बजाती और नाचती हुई उससे भेंट करने के लिये निकल आई; वह उसकी एकलौती थी; उसको छोड़ उसके न तो कोई बेटा था और न कोई बेटी। 35 उसको देखते ही उसने अपने कपड़े फाड़कर कहा, “हाय, मेरी बेटी! तूने कमर तोड़ दी, और तू भी मेरे कष्ट देनेवालों में हो गई है; क्योंकि मैंने यहोवा को वचन दिया है, और उसे टाल नहीं सकता।” 36 उसने उससे कहा, “हे मेरे पिता, तूने जो यहोवा को वचन दिया है, तो जो बात तेरे मुँह से निकली है उसी के अनुसार मुझसे बर्ताव कर, क्योंकि यहोवा ने तेरे अम्मोनी शत्रुओं से तेरा बदला लिया है।” 37 फिर उसने अपने पिता से कहा, “मेरे लिये यह किया जाए, कि दो महीने तक मुझे छोड़े रह, कि मैं अपनी सहेलियों सहित जाकर पहाड़ों पर फिरती हुई अपने कुँवारेपन* पर रोती रहूँ।” 38 उसने कहा, “जा।” तब उसने उसे दो महीने की छुट्टी दी; इसलिए वह अपनी सहेलियों सहित चली गई, और पहाड़ों पर अपने कुँवारेपन पर रोती रही। 39 दो महीने के बीतने पर वह अपने पिता के पास लौट आई, और उसने उसके विषय में अपनी मानी हुई मन्नत को पूरा किया। और उस कन्या ने पुरुष का मुँह कभी न देखा था। इसलिए इस्राएलियों में यह रीति चली 40 कि इस्राएली स्त्रियाँ प्रति वर्ष यिप्तह गिलादी की बेटी का यश गाने को वर्ष में चार दिन तक जाया करती थीं।


Chapter 12

1 तब एप्रैमी पुरुष इकट्ठे होकर सापोन को जाकर यिप्तह से कहने लगे, “जब तू अम्मोनियों से लड़ने को गया तब हमें संग चलने को क्यों नहीं बुलवाया? हम तेरा घर तुझ समेत जला देंगे*।” 2 यिप्तह ने उनसे कहा, “मेरा और मेरे लोगों का अम्मोनियों से बड़ा झगड़ा हुआ था; और जब मैंने तुम से सहायता माँगी, तब तुम ने मुझे उनके हाथ से नहीं बचाया। 3 तब यह देखकर कि तुम मुझे नहीं बचाते मैं अपने प्राणों को हथेली पर रखकर* अम्मोनियों के विरुद्ध चला, और यहोवा ने उनको मेरे हाथ में कर दिया; फिर तुम अब मुझसे लड़ने को क्यों चढ़ आए हो?” 4 तब यिप्तह गिलाद के सब पुरुषों को इकट्ठा करके एप्रैम से लड़ा, एप्रैम जो कहता था, “हे गिलाद‍ियों, तुम तो एप्रैम और मनश्शे के बीच रहनेवाले एप्रैमियों के भगोड़े हो,” और गिलादियों ने उनको मार लिया। 5 और गिलादियों ने यरदन का घाट उनसे पहले अपने वश में कर लिया। और जब कोई एप्रैमी भगोड़ा कहता, “मुझे पार जाने दो,” तब गिलाद के पुरुष उससे पूछते थे, “क्या तू एप्रैमी है?” और यदि वह कहता, “नहीं,” 6 तो वे उससे कहते, “अच्छा, शिब्बोलेत कह,” और वह कहता, “सिब्बोलेत,” क्योंकि उससे वह ठीक से बोला नहीं जाता था; तब वे उसको पकड़कर यरदन के घाट पर मार डालते थे। इस प्रकार उस समय बयालीस हजार एप्रैमी मारे गए। 7 यिप्तह छः वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। तब यिप्तह गिलादी मर गया, और उसको गिलाद के किसी नगर में मिट्टी दी गई। 8 उसके बाद बैतलहम का निवासी इबसान इस्राएल का न्याय करने लगा। 9 और उसके तीस बेटे हुए; और उसने अपनी तीस बेटियाँ बाहर विवाह दीं, और बाहर से अपने बेटों का विवाह करके तीस बहू ले आया। और वह इस्राएल का न्याय सात वर्ष तक करता रहा। 10 तब इबसान मर गया, और उसको बैतलहम में मिट्टी दी गई। 11 उसके बाद जबूलूनी एलोन इस्राएल का न्याय करने लगा; और वह इस्राएल का न्याय दस वर्ष तक करता रहा। 12 तब एलोन जबूलूनी मर गया, और उसको जबूलून के देश के अय्यालोन में मिट्टी दी गई। 13 उसके बाद पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन इस्राएल का न्याय करने लगा। 14 और उसके चालीस बेटे और तीस पोते हुए, जो गदहियों के सत्तर बच्चों पर सवार हुआ करते थे। वह आठ वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। 15 तब पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन मर गया, और उसको एप्रैम के देश के पिरातोन में, जो अमालेकियों के पहाड़ी देश में है, मिट्टी दी गई।


Chapter 13

1 इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया; इसलिए यहोवा ने उनको पलिश्तियों के वश में चालीस वर्ष* के लिये रखा। 2 दान के कुल का सोरावासी मानोह नामक एक पुरुष था, जिसकी पत्‍नी के बाँझ होने के कारण कोई पुत्र न था। 3 इस स्त्री को यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, “सुन, बाँझ होने के कारण तेरे बच्चा नहीं; परन्तु अब तू गर्भवती होगी और तेरे बेटा होगा। (लूका 1:31) 4 इसलिए अब सावधान रह, कि न तो तू दाखमधु या और किसी भाँति की मदिरा पीए, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए, (लूका 1:15) 5 क्योंकि तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा उत्‍पन्‍न होगा। और उसके सिर पर छुरा न फिरे, क्योंकि वह जन्म ही से परमेश्‍वर का नाज़ीर रहेगा; और इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाने में वही हाथ लगाएगा।” 6 उस स्त्री ने अपने पति के पास जाकर कहा, “परमेश्‍वर का एक जन मेरे पास आया था जिसका रूप परमेश्‍वर के दूत का सा अति भययोग्य था; और मैंने उससे न पूछा कि तू कहाँ का है? और न उसने मुझे अपना नाम बताया; 7 परन्तु उसने मुझसे कहा, ‘सुन तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा होगा; इसलिए अब न तो दाखमधु या और न किसी भाँति की मदिरा पीना, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाना, क्योंकि वह लड़का जन्म से मरण के दिन तक परमेश्‍वर का नाज़ीर रहेगा’।” (मत्ती 2:23) 8 तब मानोह ने यहोवा से यह विनती की, “हे प्रभु, विनती सुन, परमेश्‍वर का वह जन जिसे तूने भेजा था फिर हमारे पास आए, और हमें सिखाए कि जो बालक उत्‍पन्‍न होनेवाला है उससे हम क्या-क्या करें।” 9 मानोह की यह बात परमेश्‍वर ने सुन ली, इसलिए जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी, और उसका पति मानोह उसके संग न था, तब परमेश्‍वर का वही दूत उसके पास आया। 10 तब उस स्त्री ने झट दौड़कर अपने पति को यह समाचार दिया, “जो पुरुष उस दिन मेरे पास आया था उसी ने मुझे दर्शन दिया है।” 11 यह सुनते ही मानोह उठकर अपनी पत्‍नी के पीछे चला, और उस पुरुष के पास आकर पूछा, “क्या तू वही पुरुष है जिसने इस स्त्री से बातें की थीं?” उसने कहा, “मैं वही हूँ।” 12 मानोह ने कहा, “जब तेरे वचन पूरे हो जाएँ तो, उस बालक का कैसा ढंग और उसका क्या काम होगा?” 13 यहोवा के दूत ने मानोह से कहा, “जितनी वस्तुओं की चर्चा मैंने इस स्त्री से की थी उन सबसे यह परे रहे। 14 यह कोई वस्तु जो दाखलता से उत्‍पन्‍न होती है न खाए, और न दाखमधु या और किसी भाँति की मदिरा पीए, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए; और जो आज्ञा मैंने इसको दी थी उसी को यह माने।” 15 मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, “हम तुझको रोक लें, कि तेरे लिये बकरी का एक बच्चा पकाकर तैयार करें*।” 16 यहोवा के दूत ने मानोह से कहा, “चाहे तू मुझे रोक रखे, परन्तु मैं तेरे भोजन में से कुछ न खाऊँगा; और यदि तू होमबलि करना चाहे तो यहोवा ही के लिये कर।” (मानोह तो न जानता था, कि यह यहोवा का दूत है।) 17 मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, “अपना नाम बता, इसलिए कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सके।” 18 यहोवा के दूत ने उससे कहा, “मेरा नाम तो अद्भुत है, इसलिए तू उसे क्यों पूछता है?” 19 तब मानोह ने अन्नबलि समेत बकरी का एक बच्चा लेकर चट्टान पर यहोवा के लिये चढ़ाया तब उस दूत ने मानोह और उसकी पत्‍नी के देखते-देखते एक अद्भुत काम किया। 20 अर्थात् जब लौ उस वेदी पर से आकाश की ओर उठ रही थी, तब यहोवा का दूत उस वेदी की लौ में होकर मानोह और उसकी पत्‍नी के देखते-देखते चढ़ गया; तब वे भूमि पर मुँह के बल गिरे। 21 परन्तु यहोवा के दूत ने मानोह और उसकी पत्‍नी को फिर कभी दर्शन न दिया। तब मानोह ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था। 22 तब मानोह ने अपनी पत्‍नी से कहा, “हम निश्चय मर जाएँगे, क्योंकि हमने परमेश्‍वर का दर्शन पाया है।” 23 उसकी पत्‍नी ने उससे कहा, “यदि यहोवा हमें मार डालना चाहता, तो हमारे हाथ से होमबलि और अन्नबलि ग्रहण न करता, और न वह ऐसी सब बातें हमको दिखाता, और न वह इस समय हमें ऐसी बातें सुनाता।” 24 और उस स्त्री के एक बेटा उत्‍पन्‍न हुआ, और उसका नाम शिमशोन रखा; और वह बालक बढ़ता गया, और यहोवा उसको आशीष देता रहा। 25 और यहोवा का आत्मा सोरा और एश्‍ताओल के बीच महनेदान में उसको उभारने लगा।


Chapter 14

1 शिमशोन तिम्‍नाह को गया, और तिम्‍नाह में एक पलिश्ती स्त्री को देखा। 2 तब उसने जाकर अपने माता पिता से कहा, “तिम्‍नाह में मैंने एक पलिश्ती स्त्री को देखा है, सो अब तुम उससे मेरा विवाह करा दो*।” 3 उसके माता पिता ने उससे कहा, “क्या तेरे भाइयों की बेटियों में, या हमारे सब लोगों में कोई स्त्री नहीं है, कि तू खतनारहित पलिश्तियों में की स्त्री से विवाह करना चाहता है?” शिमशोन ने अपने पिता से कहा, “उसी से मेरा विवाह करा दे; क्योंकि मुझे वही अच्छी लगती है।” 4 उसके माता पिता न जानते थे कि यह बात यहोवा की ओर से है*, कि वह पलिश्तियों के विरुद्ध दाँव ढूँढ़ता है। उस समय तो पलिश्ती इस्राएल पर प्रभुता करते थे। 5 तब शिमशोन अपने माता पिता को संग लेकर तिम्‍नाह को चलकर तिम्‍नाह की दाख की बारी के पास पहुँचा, वहाँ उसके सामने एक जवान सिंह गरजने लगा। 6 तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा, और यद्यपि उसके हाथ में कुछ न था, तो भी उसने उसको ऐसा फाड़ डाला जैसा कोई बकरी का बच्चा फाड़े। अपना यह काम उसने अपने पिता या माता को न बताया। 7 तब उसने जाकर उस स्त्री से बातचीत की; और वह शिमशोन को अच्छी लगी। (इब्रा. 11:33) 8 कुछ दिनों के बीतने पर वह उसे लाने को लौट चला; और उस सिंह की लोथ देखने के लिये मार्ग से मुड़ गया, तो क्या देखा कि सिंह की लोथ में मधुमक्खियों का एक झुण्ड और मधु भी है। 9 तब वह उसमें से कुछ हाथ में लेकर खाते-खाते अपने माता पिता के पास गया, और उनको यह बिना बताए, कि मैंने इसको सिंह की लोथ में से निकाला है, कुछ दिया, और उन्होंने भी उसे खाया। 10 तब उसका पिता उस स्त्री के यहाँ गया, और शिमशोन ने जवानों की रीति के अनुसार वहाँ भोज दिया। 11 उसको देखकर वे उसके संग रहने के लिये तीस संगियों को ले आए। 12 शिमशोन ने उनसे कहा, “मैं तुम से एक पहेली कहता हूँ; यदि तुम इस भोज के सातों दिनों के भीतर उसे समझकर अर्थ बता दो, तो मैं तुम को तीस कुर्ते और तीस जोड़े कपड़े दूँगा; 13 और यदि तुम उसे न बता सको, तो तुम को मुझे तीस कुर्ते और तीस जोड़े कपड़े देने पड़ेंगे।” उन्होंने उनसे कहा, “अपनी पहेली कह, कि हम उसे सुनें।” 14 उसने उनसे कहा, “खानेवाले में से खाना, और बलवन्त में से मीठी वस्तु निकली।” इस पहेली का अर्थ वे तीन दिन के भीतर न बता सके। 15 सातवें दिन उन्होंने शिमशोन की पत्‍नी से कहा, “अपने पति को फुसला कि वह हमें पहेली का अर्थ बताए, नहीं तो हम तुझे तेरे पिता के घर समेत आग में जलाएँगे। क्या तुम लोगों ने हमारा धन लेने के लिये हमें नेवता दिया है? क्या यही बात नहीं है?” 16 तब शिमशोन की पत्‍नी यह कहकर उसके सामने रोने लगी, “तू तो मुझसे प्रेम नहीं, बैर ही रखता है; कि तूने एक पहेली मेरी जाति के लोगों से तो कही है, परन्तु मुझ को उसका अर्थ भी नहीं बताया।” उसने कहा, “मैंने उसे अपनी माता या पिता को भी नहीं बताया, फिर क्या मैं तुझको बता दूँ?” 17 भोज के सातों दिनों में वह स्त्री उसके सामने रोती रही; और सातवें दिन जब उसने उसको बहुत तंग किया; तब उसने उसको पहेली का अर्थ बता दिया। तब उसने उसे अपनी जाति के लोगों को बता दिया। 18 तब सातवें दिन सूर्य डूबने न पाया कि उस नगर के मनुष्यों ने शिमशोन से कहा, “मधु से अधिक क्या मीठा? और सिंह से अधिक क्या बलवन्त है?” उसने उनसे कहा, “यदि तुम मेरी बछिया को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली को कभी न समझते” 19 तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा, और उसने अश्कलोन को जाकर वहाँ के तीस पुरुषों को मार डाला, और उनका धन लूटकर तीस जोड़े कपड़ों को पहेली के बतानेवालों को दे दिया। तब उसका क्रोध भड़का, और वह अपने पिता के घर गया। 20 और शिमशोन की पत्‍नी का उसके एक संगी के साथ जिससे उसने मित्र का सा बर्ताव किया था विवाह कर दिया गया।


Chapter 15

1 परन्तु कुछ दिनों बाद, गेहूँ की कटनी के दिनों में, शिमशोन बकरी का एक बच्चा लेकर अपनी ससुराल में जाकर कहा, “मैं अपनी पत्‍नी के पास कोठरी में जाऊँगा।” परन्तु उसके ससुर ने उसे भीतर जाने से रोका। 2 और उसके ससुर ने कहा, “मैं सचमुच यह जानता था कि तू उससे बैर ही रखता है, इसलिए मैंने उसका तेरे साथी से विवाह कर दिया*। क्या उसकी छोटी बहन उससे सुन्दर नहीं है? उसके बदले उसी से विवाह कर ले।” 3 शिमशोन ने उन लोगों से कहा, “अब चाहे मैं पलिश्तियों की हानि भी करूँ, तो भी उनके विषय में निर्दोष ही ठहरूँगा।” 4 तब शिमशोन ने जाकर तीन सौ लोमड़ियाँ पकड़ीं, और मशाल लेकर दो-दो लोमड़ियों की पूँछ एक साथ बाँधी, और उनके बीच एक-एक मशाल बाँधी। 5 तब मशालों में आग लगाकर उसने लोमड़ियों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया; और पूलियों के ढेर वरन् खड़े खेत और जैतून की बारियाँ भी जल गईं। 6 तब पलिश्ती पूछने लगे, “यह किसने किया है?” लोगों ने कहा, “उसके तिम्‍नाह के दामाद शिमशोन ने यह इसलिए किया, कि उसके ससुर ने उसकी पत्‍नी का उसके साथी से विवाह कर दिया।” तब पलिश्तियों ने जाकर उस पत्‍नी और उसके पिता दोनों को आग में जला दिया। 7 शिमशोन ने उनसे कहा, “तुम जो ऐसा काम करते हो, इसलिए मैं तुम से बदला लेकर ही रहूँगा।” 8 तब उसने उनको अति निष्ठुरता के साथ* बड़ी मार से मार डाला; तब जाकर एताम नामक चट्टान की एक दरार में रहने लगा। 9 तब पलिश्तियों ने चढ़ाई करके यहूदा देश में डेरे खड़े किए, और लही में फैल गए। 10 तब यहूदी मनुष्यों ने उनसे पूछा, “तुम हम पर क्यों चढ़ाई करते हो?” उन्होंने उत्तर दिया, “शिमशोन को बाँधने के लिये चढ़ाई करते हैं, कि जैसे उसने हम से किया वैसे ही हम भी उससे करें।” 11 तब तीन हजार यहूदी पुरुष एताम नामक चट्टान की दरार में जाकर शिमशोन से कहने लगे, “क्या तू नहीं जानता कि पलिश्ती हम पर प्रभुता करते हैं? फिर तूने हम से ऐसा क्यों किया है?” उसने उनसे कहा, “जैसा उन्होंने मुझसे किया था, वैसा ही मैंने भी उनसे किया है।” 12 उन्होंने उससे कहा, “हम तुझे बाँधकर पलिश्तियों के हाथ में कर देने के लिये आए हैं।” शिमशोन ने उनसे कहा, “मुझसे यह शपथ खाओ कि तुम मुझ पर प्रहार न करोगे।” 13 उन्होंने कहा, “ऐसा न होगा; हम तुझे बाँधकर उनके हाथ में कर देंगे; परन्तु तुझे किसी रीति मार न डालेंगे।” तब वे उसको दो नई रस्सियों से बाँधकर उस चट्टान में से ले गए। 14 वह लही तक आ गया पलिश्ती उसको देखकर ललकारने लगे; तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा, और उसकी बांहों की रस्सियाँ आग में जले हुए सन के समान हो गईं, और उसके हाथों के बन्धन मानो गलकर टूट पड़े। 15 तब उसको गदहे के जबड़े की एक नई हड्डी मिली, और उसने हाथ बढ़ा कर उसे ले लिया और उससे एक हजार पुरुषों को मार डाला। 16 तब शिमशोन ने कहा,

     “गदहे के जबड़े की हड्डी से ढेर के ढेर लग गए, गदहे के जबड़े की हड्डी ही से मैंने हजार पुरुषों को मार डाला।”

17 “जब वह ऐसा कह चुका, तब उसने जबड़े की हड्डी फेंक दी और उस स्थान का नाम रामत-लही* रखा गया। 18 तब उसको बड़ी प्यास लगी, और उसने यहोवा को पुकार के कहा, “तूने अपने दास से यह बड़ा छुटकारा कराया है; फिर क्या मैं अब प्यासा मर के उन खतनाहीन लोगों के हाथ में पड़ूँ?” 19 तब परमेश्‍वर ने लही में ओखली सा गड्ढा कर दिया, और उसमें से पानी निकलने लगा; जब शिमशोन ने पीया, तब उसके जी में जी आया, और वह फिर ताजा दम हो गया। इस कारण उस सोते का नाम एनहक्कोरे रखा गया, वह आज के दिन तक लही में है। 20 शिमशोन तो पलिश्तियों के दिनों में बीस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा।


Chapter 16

1 तब शिमशोन गाज़ा* को गया, और वहाँ एक वेश्या को देखकर उसके पास गया। 2 जब गाज़ावासियों को इसका समाचार मिला कि शिमशोन यहाँ आया है, तब उन्होंने उसको घेर लिया, और रात भर नगर के फाटक पर उसकी घात में लगे रहे; और यह कहकर रात भर चुपचाप रहे, कि भोर होते ही हम उसको घात करेंगे। 3 परन्तु शिमशोन आधी रात तक पड़ा रहा, और आधी रात को उठकर, उसने नगर के फाटक के दोनों पल्लों और दोनों बाजुओं को पकड़कर बेंड़ों समेत* उखाड़ लिया, और अपने कंधों पर रखकर उन्हें उस पहाड़ की चोटी पर ले गया, जो हेब्रोन के सामने है। 4 इसके बाद वह सोरेक नामक घाटी में रहनेवाली दलीला नामक एक स्त्री से प्रीति करने लगा। 5 तब पलिश्तियों के सरदारों ने उस स्त्री के पास जा के कहा, “तू उसको फुसलाकर पूछ कि उसके महाबल का भेद क्या है, और कौन सा उपाय करके हम उस पर ऐसे प्रबल हों, कि उसे बाँधकर दबा रखें; तब हम तुझे ग्यारह-ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी देंगे।” 6 तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “मुझे बता दे कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है, और किस रीति से कोई तुझे बाँधकर रख सकता है।” 7 शिमशोन ने उससे कहा, “यदि मैं सात ऐसी नई-नई ताँतों से बाँधा जाऊँ जो सुखाई न गई हों, तो मेरा बल घट जाएगा, और मैं साधारण मनुष्य सा हो जाऊँगा।” 8 तब पलिश्तियों के सरदार दलीला के पास ऐसी नई-नई सात ताँतें ले गए जो सुखाई न गई थीं, और उनसे उसने शिमशोन को बाँधा। 9 उसके पास तो कुछ मनुष्य कोठरी में घात लगाए बैठे थे। तब उसने उससे कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब उसने ताँतों को ऐसा तोड़ा जैसा सन का सूत आग से छूते ही टूट जाता है। और उसके बल का भेद न खुला। 10 तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “सुन, तूने तो मुझसे छल किया, और झूठ कहा है; अब मुझे बता दे कि तू किस वस्तु से बन्ध सकता है।” 11 उसने उससे कहा, “यदि मैं ऐसी नई-नई रस्सियों से जो किसी काम में न आईं हों कसकर बाँधा जाऊँ, तो मेरा बल घट जाएगा, और मैं साधारण मनुष्य के समान हो जाऊँगा।” 12 तब दलीला ने नई-नई रस्सियाँ लेकर और उसको बाँधकर कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” कितने मनुष्य उस कोठरी में घात लगाए हुए थे। तब उसने उनको सूत के समान अपनी भुजाओं पर से तोड़ डाला। 13 तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “अब तक तू मुझसे छल करता, और झूठ बोलता आया है; अब मुझे बता दे कि तू किस से बन्ध सकता है?” उसने कहा, “यदि तू मेरे सिर की सातों लटें ताने में बुने तो बन्ध सकूँगा।” 14 अतः उसने उसे खूँटी से जकड़ा। तब उससे कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब वह नींद से चौंक उठा, और खूँटी को धरन में से उखाड़कर उसे ताने समेत ले गया।

15 तब दलीला ने उससे कहा, “तेरा मन तो मुझसे नहीं लगा, फिर तू क्यों कहता है, कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूँ? तूने ये तीनों बार मुझसे छल किया, और मुझे नहीं बताया कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है।” 16 इस प्रकार जब उसने हर दिन बातें करते-करते उसको तंग किया, और यहाँ तक हठ किया, कि उसकी नाकों में दम आ गया, 17 तब उसने अपने मन का सारा भेद खोलकर उससे कहा, “मेरे सिर पर छुरा कभी नहीं फिरा, क्योंकि मैं माँ के पेट ही से परमेश्‍वर का नाज़ीर हूँ, यदि मैं मूड़ा जाऊँ, तो मेरा बल इतना घट जाएगा, कि मैं साधारण मनुष्य सा हो जाऊँगा।” 18 यह देखकर, कि उसने अपने मन का सारा भेद मुझसे कह दिया है, दलीला ने पलिश्तियों के सरदारों के पास कहला भेजा, “अब की बार फिर आओ, क्योंकि उसने अपने मन का सब भेद मुझे बता दिया है।” तब पलिश्तियों के सरदार हाथ में रुपया लिए हुए उसके पास गए। 19 तब उसने उसको अपने घुटनों पर सुला रखा; और एक मनुष्य बुलवाकर उसके सिर की सातों लटें मुण्डवा डाली। और वह उसको दबाने लगी, और वह निर्बल हो गया। 20 तब उसने कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब वह चौंककर सोचने लगा, “मैं पहले के समान बाहर जाकर झटकूँगा।” वह तो न जानता था, कि यहोवा उसके पास से चला गया है। 21 तब पलिश्तियों ने उसको पकड़कर उसकी आँखें फोड़ डालीं*, और उसे गाज़ा को ले जा के पीतल की बेड़ियों से जकड़ दिया; और वह बन्दीगृह में चक्की पीसने लगा। 22 उसके सिर के बाल मुण्ड जाने के बाद फिर बढ़ने लगे। 23 तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नामक देवता के लिये बड़ा यज्ञ, और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है।” 24 और जब लोगों ने उसे देखा, तब यह कहकर अपने देवता की स्तुति की, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु और हमारे देश का नाश करनेवाले को, जिसने हम में से बहुतों को मार भी डाला, हमारे हाथ में कर दिया है।” 25 जब उनका मन मगन हो गया, तब उन्होंने कहा, “शिमशोन को बुलवा लो, कि वह हमारे लिये तमाशा करे।” इसलिए शिमशोन बन्दीगृह में से बुलवाया गया, और उनके लिये तमाशा करने लगा, और खम्भों के बीच खड़ा कर दिया गया। 26 तब शिमशोन ने उस लड़के से जो उसका हाथ पकड़े था कहा, “मुझे उन खम्भों को, जिनसे घर सम्भला हुआ है छूने दे, कि मैं उस पर टेक लगाऊँ।” 27 वह घर तो स्त्री पुरुषों से भरा हुआ था; पलिश्तियों के सब सरदार भी वहाँ थे, और छत पर कोई तीन हजार स्त्री और पुरुष थे, जो शिमशोन को तमाशा करते हुए देख रहे थे। 28 तब शिमशोन ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी, “हे प्रभु यहोवा, मेरी सुधि ले; हे परमेश्‍वर, अब की बार मुझे बल दे, कि मैं पलिश्तियों से अपनी दोनों आँखों का एक ही बदला लूँ।” 29 तब शिमशोन ने उन दोनों बीचवाले खम्भों को जिनसे घर सम्भला हुआ था, पकड़कर एक पर तो दाहिने हाथ से और दूसरे पर बाएँ हाथ से बल लगा दिया। 30 और शिमशोन ने कहा, “पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए।” और वह अपना सारा बल लगाकर झुका; तब वह घर सब सरदारों और उसमें के सारे लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार जिनको उसने मरते समय मार डाला वे उनसे भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था। (इब्रा. 11:32) 31 तब उसके भाई और उसके पिता के सारे घराने के लोग आए, और उसे उठाकर ले गए, और सोरा और एश्‍ताओल के मध्य उसके पिता मानोह की कब्र में मिट्टी दी। उसने इस्राएल का न्याय बीस वर्ष तक किया था।


Chapter 17

1 एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका नामक एक पुरुष था। 2 उसने अपनी माता से कहा, “जो ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी तुझ से ले लिए गए थे, जिनके विषय में तूने मेरे सुनते भी श्राप दिया था, वे मेरे पास हैं; मैंने ही उनको ले लिया था।” उसकी माता ने कहा, “मेरे बेटे पर यहोवा की ओर से आशीष हो।” 3 जब उसने वे ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी अपनी माता को वापस दिए; तब माता ने कहा, “मैं अपनी ओर से अपने बेटे के लिये यह रुपया यहोवा को निश्चय अर्पण करती हूँ ताकि उससे एक मूरत खोदकर, और दूसरी ढालकर बनाई जाए, इसलिए अब मैं उसे तुझको वापस देती हूँ।” 4 जब उसने वह रुपया अपनी माता को वापस दिया, तब माता ने दो सौ टुकड़े ढलवैये को दिया, और उसने उनसे एक मूर्ति खोदकर, और दूसरी ढालकर बनाई; और वे मीका के घर में रहीं। 5 मीका के पास एक देवस्थान था, तब उसने एक एपोद, और कई एक गृहदेवता बनवाए; और अपने एक बेटे का संस्कार करके उसे अपना पुरोहित ठहरा लिया 6 उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था; जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था। 7 यहूदा के कुल का एक जवान लेवीय यहूदा के बैतलहम में परदेशी होकर रहता था। 8 वह यहूदा के बैतलहम नगर से इसलिए निकला, कि जहाँ कहीं स्थान मिले वहाँ जा रहे। चलते-चलते वह एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर पर आ निकला। 9 मीका ने उससे पूछा, “तू कहाँ से आता है?” उसने कहा, “मैं तो यहूदा के बैतलहम से आया हुआ एक लेवीय हूँ, और इसलिए चला जाता हूँ, कि जहाँ कहीं ठिकाना मुझे मिले वहीं रहूँ।” 10 मीका ने उससे कहा, “मेरे संग रहकर मेरे लिये पिता और पुरोहित बन, और मैं तुझे प्रति वर्ष दस टुकड़े रूपे, और एक जोड़ा कपड़ा, और भोजनवस्तु दिया करूँगा,” तब वह लेवीय भीतर गया। 11 और वह लेवीय उस पुरुष के संग रहने से प्रसन्‍न हुआ; और वह जवान उसके साथ बेटा सा बना रहा। 12 तब मीका ने उस लेवीय का संस्कार किया, और वह जवान उसका पुरोहित होकर मीका के घर में रहने लगा। 13 और मीका सोचता था, कि अब मैं जानता हूँ कि यहोवा मेरा भला करेगा, क्योंकि मैंने एक लेवीय को अपना पुरोहित रखा है*।


Chapter 18

1 उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था। और उन्हीं दिनों में दानियों के गोत्र के लोग रहने के लिये कोई भाग ढूँढ़ रहे थे; क्योंकि इस्राएली गोत्रों के बीच उनका भाग उस समय तक न मिला था। 2 तब दानियों ने अपने समस्त कुल में से पाँच शूरवीरों को सोरा और एश्‍ताओल से देश का भेद लेने और उसमें छानबीन करने के लिये यह कहकर भेज दिया, “जाकर देश में छानबीन करो।” इसलिए वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जाकर वहाँ टिक गए। 3 जब वे मीका के घर के पास आए, तब उस जवान लेवीय का बोल पहचाना; इसलिए वहाँ मुड़कर उससे पूछा, “तुझे यहाँ कौन ले आया? और तू यहाँ क्या करता है? और यहाँ तेरे पास क्या है?” 4 उसने उनसे कहा, “मीका ने मुझसे ऐसा-ऐसा व्यवहार किया है, और मुझे नौकर रखा है, और मैं उसका पुरोहित हो गया हूँ।” 5 उन्होंने उससे कहा, “परमेश्‍वर से सलाह ले, कि हम जान लें कि जो यात्रा हम करते हैं वह सफल होगी या नहीं।” 6 पुरोहित ने उनसे कहा, “कुशल से चले जाओ। जो यात्रा तुम करते हो उस पर यहोवा की कृपा-दृष्टि है।” 7 तब वे पाँच मनुष्य चल निकले, और लैश* को जाकर वहाँ के लोगों को देखा कि सीदोनियों के समान निडर, बेखटके, और शान्ति से रहते हैं; और इस देश का कोई अधिकारी नहीं है, जो उन्हें किसी काम में रोके, और ये सीदोनियों से दूर रहते हैं, और दूसरे मनुष्यों से कोई व्यवहार नहीं रखते। 8 तब वे सोरा और एश्‍ताओल को अपने भाइयों के पास गए, और उनके भाइयों ने उनसे पूछा, “तुम क्या समाचार ले आए हो?” 9 उन्होंने कहा, “आओ, हम उन लोगों पर चढ़ाई करें; क्योंकि हमने उस देश को देखा कि वह बहुत अच्छा है। तुम क्यों चुपचाप रहते हो? वहाँ चलकर उस देश को अपने वश में कर लेने में आलस न करो। 10 वहाँ पहुँचकर तुम निडर रहते हुए लोगों को, और लम्बा चौड़ा देश पाओगे; और परमेश्‍वर ने उसे तुम्हारे हाथ में दे दिया है। वह ऐसा स्थान है जिसमें पृथ्वी भर के किसी पदार्थ की घटी नहीं है।” 11 तब वहाँ से अर्थात् सोरा और एश्‍ताओल से दानियों के कुल के छः सौ पुरुषों ने युद्ध के हथियार बाँधकर प्रस्थान किया। 12 उन्होंने जाकर यहूदा देश के किर्यत्यारीम नगर में डेरे खड़े किए। इस कारण उस स्थान का नाम महनेदान* आज तक पड़ा है, वह तो किर्य्यत्यारीम के पश्चिम की ओर है। 13 वहाँ से वे आगे बढ़कर एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर के पास आए। 14 तब जो पाँच मनुष्य लैश के देश का भेद लेने गए थे, वे अपने भाइयों से कहने लगे, “क्या तुम जानते हो कि इन घरों में एक एपोद, कई एक गृहदेवता, एक खुदी और एक ढली हुई मूरत है? इसलिए अब सोचो, कि क्या करना चाहिये।” 15 वे उधर मुड़कर उस जवान लेवीय के घर गए, जो मीका का घर था, और उसका कुशल क्षेम पूछा। 16 और वे छः सौ दानी पुरुष फाटक में हथियार बाँधे हुए खड़े रहे। 17 और जो पाँच मनुष्य देश का भेद लेने गए थे, उन्होंने वहाँ घुसकर उस खुदी हुई मूरत, और एपोद, और गृहदेवताओं, और ढली हुई मूरत को ले लिया, और वह पुरोहित फाटक में उन हथियार बाँधे हुए छः सौ पुरुषों के संग खड़ा था। 18 जब वे पाँच मनुष्य मीका के घर में घुसकर खुदी हुई मूरत, एपोद, गृहदेवता, और ढली हुई मूरत को ले आए थे, तब पुरोहित ने उनसे पूछा, “यह तुम क्या करते हो?” 19 उन्होंने उससे कहा, “चुप रह, अपने मुँह को हाथ से बन्दकर, और हम लोगों के संग चलकर, हमारे लिये पिता और पुरोहित बन। तेरे लिये क्या अच्छा है? यह, कि एक ही मनुष्य के घराने का पुरोहित हो, या यह, कि इस्राएलियों के एक गोत्र और कुल का पुरोहित हो?” 20 तब पुरोहित प्रसन्‍न हुआ, इसलिए वह एपोद, गृहदेवता, और खुदी हुई मूरत को लेकर उन लोगों के संग चला गया। 21 तब वे मुड़ें, और बाल-बच्चों, पशुओं, और सामान को अपने आगे करके चल दिए। 22 जब वे मीका के घर से दूर निकल गए थे, तब जो मनुष्य मीका के घर के पासवाले घरों में रहते थे उन्होंने इकट्ठे होकर दानियों को जा लिया। 23 और दानियों को पुकारा, तब उन्होंने मुँह फेर के मीका से कहा, “तुझे क्या हुआ कि तू इतना बड़ा दल लिए आता है?” 24 उसने कहा, “तुम तो मेरे बनवाए हुए देवताओं और पुरोहित को ले चले हो; फिर मेरे पास क्या रह गया? तो तुम मुझसे क्यों पूछते हो कि तुझे क्या हुआ है?” (उत्प. 31:30) 25 दानियों ने उससे कहा, “तेरा बोल हम लोगों में सुनाई न दे, कहीं ऐसा न हो कि क्रोधी जन तुम लोगों पर प्रहार करें और तू अपना और अपने घर के लोगों के भी प्राण को खो दे।” 26 तब दानियों ने अपना मार्ग लिया; और मीका यह देखकर कि वे मुझसे अधिक बलवन्त हैं फिरके अपने घर लौट गया। 27 तब वे मीका के बनवाए हुए पदार्थों और उसके पुरोहित को साथ ले लैश के पास आए, जिसके लोग शान्ति से और बिना खटके रहते थे, और उन्होंने उनको तलवार से मार डाला, और नगर को आग लगाकर फूँक दिया। 28 और कोई बचानेवाला न था, क्योंकि वह सीदोन से दूर था, और वे और मनुष्यों से कोई व्यवहार न रखते थे। और वह बेत्रहोब की तराई में था। तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया, और उसमें रहने लगे। 29 और उन्होंने उस नगर का नाम इस्राएल के एक पुत्र अपने मूलपुरुष दान के नाम पर दान रखा; परन्तु पहले तो उस नगर का नाम लैश था। 30 तब दानियों ने उस खुदी हुई मूरत को खड़ा कर लिया; और देश की बँधुआई के समय वह योनातान* जो गेर्शोम का पुत्र और मूसा का पोता था, वह और उसके वंश के लोग दान गोत्र के पुरोहित बने रहे। (2 राजा. 15:29) 31 और जब तक परमेश्‍वर का भवन शीलो में बना रहा, तब तक वे मीका की खुदवाई हुई मूरत को स्थापित किए रहे। (व्य. 12:1-32)


Chapter 19

1 उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था, तब एक लेवीय पुरुष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी होकर रहता था, जिसने यहूदा के बैतलहम में की एक रखैल* रख ली थी। 2 उसकी रखैल व्यभिचार करके यहूदा के बैतलहम को अपने पिता के घर चली गई, और चार महीने वहीं रही। 3 तब उसका पति अपने साथ एक सेवक और दो गदहे लेकर चला, और उसके यहाँ गया, कि उसे समझा बुझाकर ले आए। वह उसे अपने पिता के घर ले गई, और उस जवान स्त्री का पिता उसे देखकर उसकी भेंट से आनन्दित हुआ। 4 तब उसके ससुर अर्थात् उस स्त्री के पिता ने विनती करके उसे रोक लिया, और वह तीन दिन तक उसके पास रहा; इसलिए वे वहाँ खाते पीते टिके रहे। 5 चौथे दिन जब वे भोर को सवेरे उठे, और वह चलने को हुआ; तब स्त्री के पिता ने अपने दामाद से कहा, “एक टुकड़ा रोटी खाकर अपना जी ठण्डा कर, तब तुम लोग चले जाना।” 6 तब उन दोनों ने बैठकर संग-संग खाया पिया; फिर स्त्री के पिता ने उस पुरुष से कहा, “और एक रात टिके रहने को प्रसन्‍न हो और आनन्द कर।” 7 वह पुरुष विदा होने को उठा, परन्तु उसके ससुर ने विनती करके उसे दबाया, इसलिए उसने फिर उसके यहाँ रात बिताई। 8 पाँचवें दिन भोर को वह तो विदा होने को सवेरे उठा; परन्तु स्त्री के पिता ने कहा, “अपना जी ठण्डा कर, और तुम दोनों दिन ढलने तक रुके रहो।” तब उन दोनों ने रोटी खाई। 9 जब वह पुरुष अपनी रखैल और सेवक समेत विदा होने को उठा, तब उसके ससुर अर्थात् स्त्री के पिता ने उससे कहा, “देख दिन तो ढल चला है, और सांझ होने पर है; इसलिए तुम लोग रात भर टिके रहो। देख, दिन तो डूबने पर है; इसलिए यहीं आनन्द करता हुआ रात बिता, और सवेरे को उठकर अपना मार्ग लेना, और अपने डेरे को चले जाना।” 10 परन्तु उस पुरुष ने उस रात को टिकना न चाहा, इसलिए वह उठकर विदा हुआ, और काठी बाँधे हुए दो गदहे और अपनी रखैल संग लिए हुए यबूस के सामने तक (जो यरूशलेम कहलाता है) पहुँचा। 11 वे यबूस के पास थे, और दिन बहुत ढल गया था, कि सेवक ने अपने स्वामी से कहा, “आ, हम यबूसियों के इस नगर में मुड़कर टिकें।” 12 उसके स्वामी ने उससे कहा, “हम पराए नगर में जहाँ कोई इस्राएली नहीं रहता, न उतरेंगे; गिबा तक बढ़ जाएँगे।” 13 फिर उसने अपने सेवक से कहा, “आ, हम उधर के स्थानों में से किसी के पास जाएँ, हम गिबा या रामाह में रात बिताएँ।” 14 और वे आगे की ओर चले; और उनके बिन्यामीन के गिबा के निकट पहुँचते-पहुँचते सूर्य अस्त हो गया, 15 इसलिए वे गिबा में टिकने के लिये उसकी ओर मुड़ गए। और वह भीतर जाकर उस नगर के चौक में बैठ गया, क्योंकि किसी ने उनको अपने घर में न टिकाया। 16 तब एक बूढ़ा अपने खेत के काम को निपटाकर सांझ को चला आया; वह तो एप्रैम के पहाड़ी देश का था, और गिबा में परदेशी होकर रहता था; परन्तु उस स्थान के लोग बिन्यामीनी थे। 17 उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?” 18 उसने उससे कहा, “हम लोग तो यहूदा के बैतलहम* से आकर एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर जाते हैं, मैं तो वहीं का हूँ; और यहूदा के बैतलहम तक गया था, और अब यहोवा के भवन को जाता हूँ, परन्तु कोई मुझे अपने घर में नहीं टिकाता। 19 हमारे पास तो गदहों के लिये पुआल और चारा भी है, और मेरे और तेरी इस दासी और इस जवान के लिये भी जो तेरे दासों के संग है रोटी और दाखमधु भी है; हमें किसी वस्तु की घटी नहीं है।” 20 बूढ़े ने कहा, “तेरा कल्याण हो; तेरे प्रयोजन की सब वस्तुएँ मेरे सिर हों; परन्तु रात को चौक में न बिता।” 21 तब वह उसको अपने घर ले चला, और गदहों को चारा दिया; तब वे पाँव धोकर खाने-पीने लगे। 22 वे आनन्द कर रहे थे, कि नगर के लुच्चों ने घर को घेर लिया, और द्वार को खटखटा-खटखटाकर घर के उस बूढ़े स्वामी से कहने लगे, “जो पुरुष तेरे घर में आया, उसे बाहर ले आ, कि हम उससे भोग करें।” 23 घर का स्वामी उनके पास बाहर जाकर उनसे कहने लगा, “नहीं, नहीं, हे मेरे भाइयों, ऐसी बुराई न करो; यह पुरुष जो मेरे घर पर आया है*, इससे ऐसी मूर्खता का काम मत करो। 24 देखो, यहाँ मेरी कुँवारी बेटी है, और उस पुरुष की रखैल भी है; उनको मैं बाहर ले आऊँगा। और उनका पत-पानी लो तो लो, और उनसे तो जो चाहो सो करो; परन्तु इस पुरुष से ऐसी मूर्खता का काम मत करो।” 25 परन्तु उन मनुष्यों ने उसकी न मानी। तब उस पुरुष ने अपनी रखैल को पकड़कर उनके पास बाहर कर दिया; और उन्होंने उससे कुकर्म किया, और रात भर क्या भोर तक उससे लीलाक्रीड़ा करते रहे। और पौ फटते ही उसे छोड़ दिया। 26 तब वह स्त्री पौ फटते ही जा के उस मनुष्य के घर के द्वार पर जिसमें उसका पति था गिर गई, और उजियाले के होने तक वहीं पड़ी रही। 27 सवेरे जब उसका पति उठ, घर का द्वार खोल, अपना मार्ग लेने को बाहर गया, तो क्या देखा, कि उसकी रखैल घर के द्वार के पास डेवढ़ी पर हाथ फैलाए हुए पड़ी है। 28 उसने उससे कहा, “उठ हम चलें।” जब कोई उत्तर न मिला, तब वह उसको गदहे पर लादकर अपने स्थान को गया। 29 जब वह अपने घर पहुँचा, तब छूरी ले रखैल को अंग-अंग करके काटा; और उसे बारह टुकड़े करके इस्राएल के देश में भेज दिया। 30 जितनों ने उसे देखा, वे सब आपस में कहने लगे, “इस्राएलियों के मिस्र देश से चले आने के समय से लेकर आज के दिन तक ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ, और न देखा गया; अतः इस पर सोचकर सम्मति करो, और बताओ।”


Chapter 20

1 तब दान से लेकर बेर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद के लोग भी निकले, और उनकी मण्डली एकमत होकर मिस्पा में* यहोवा के पास इकट्ठी हुई। 2 और सारी प्रजा के प्रधान लोग, वरन् सब इस्राएली गोत्रों के लोग जो चार लाख तलवार चलाने वाले प्यादे थे, परमेश्‍वर की प्रजा की सभा में उपस्थित हुए। 3 (बिन्यामीनियों ने तो सुना कि इस्राएली मिस्पा को आए हैं।) और इस्राएली पूछने लगे, “हम से कहो, यह बुराई कैसे हुई?” 4 उस मार डाली हुई स्त्री के लेवीय पति ने उत्तर दिया, “मैं अपनी रखैल समेत बिन्यामीन के गिबा में टिकने को गया था। 5 तब गिबा के पुरुषों ने मुझ पर चढ़ाई की, और रात के समय घर को घेर के मुझे घात करना चाहा; और मेरी रखैल से इतना कुकर्म किया कि वह मर गई। 6 तब मैंने अपनी रखैल को लेकर टुकड़े-टुकड़े किया, और इस्राएलियों के भाग के सारे देश में भेज दिया, उन्होंने तो इस्राएल में महापाप और मूर्खता का काम किया है। 7 सुनो, हे इस्राएलियों, सब के सब देखो, और यहीं अपनी सम्मति दो।” 8 तब सब लोग एक मन हो, उठकर कहने लगे, “न तो हम में से कोई अपने डेरे जाएगा, और न कोई अपने घर की ओर मुड़ेगा। 9 परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे, अर्थात् हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे, 10 और हम सब इस्राएली गोत्रों में सौ पुरुषों में से दस, और हजार पुरुषों में से एक सौ, और दस हजार में से एक हजार पुरुषों को ठहराएँ, कि वे सेना के लिये भोजनवस्तु पहुँचाए; इसलिए कि हम बिन्यामीन के गिबा में पहुँचकर उसको उस मूर्खता का पूरा फल भुगता सके जो उन्होंने इस्राएल में की है।” 11 तब सब इस्राएली पुरुष उस नगर के विरुद्ध एक पुरुष की समान संगठित होकर इकट्ठे हो गए।। 12 और इस्राएली गोत्रियों ने बिन्यामीन के सारे गोत्रियों में कितने मनुष्य यह, पूछने को भेजे, “यह क्या बुराई है जो तुम लोगों में की गई है? 13 अब उन गिबावासी लुच्चों को हमारे हाथ कर दो, कि हम उनको जान से मार के इस्राएल में से बुराई का नाश करें।” परन्तु बिन्यामीनियों ने अपने भाई इस्राएलियों की मानने से इन्कार किया। 14 और बिन्यामीनी अपने-अपने नगर में से आकर गिबा में इसलिए इकट्ठे हुए, कि इस्राएलियों से लड़ने को निकलें। 15 और उसी दिन गिबावासी पुरुषों को छोड़, जिनकी गिनती सात सौ चुने हुए पुरुष ठहरी, और नगरों से आए हुए तलवार चलानेवाले बिन्यामीनियों की गिनती छब्बीस हजार पुरुष ठहरी। 16 इन सब लोगों में से सात सौ बयंहत्थे चुने हुए पुरुष थे, जो सब के सब ऐसे थे कि गोफन से पत्थर मारने में बाल भर भी न चूकते थे। 17 और बिन्यामीनियों को छोड़ इस्राएली पुरुष चार लाख तलवार चलानेवाले थे; ये सब के सब योद्धा थे। 18 सब इस्राएली उठकर बेतेल को गए, और यह कहकर परमेश्‍वर से सलाह ली, और इस्राएलियों ने पूछा, “हम में से कौन बिन्यामीनियों से लड़ने को पहले चढ़ाई करे?” यहोवा ने कहा, “यहूदा पहले चढ़ाई करे।” 19 तब इस्राएलियों ने सवेरे को उठकर गिबा के सामने डेरे डाले। 20 और इस्राएली पुरुष बिन्यामीनियों से लड़ने को निकल गए; और इस्राएली पुरुषों ने उससे लड़ने को गिबा के विरुद्ध पाँति बाँधी 21 तब बिन्यामीनियों ने गिबा से निकल उसी दिन बाईस हजार इस्राएली पुरुषों को मारके मिट्टी में मिला दिया। 22 तो भी इस्राएली पुरुषों ने हियाव बाँधकर के उसी स्थान में जहाँ उन्होंने पहले दिन पाँति बाँधी थी, फिर पाँति बाँधी 23 और इस्राएली जाकर सांझ तक यहोवा के सामने रोते रहे; और यह कहकर यहोवा से पूछा, “क्या हम अपने भाई बिन्यामीनियों से लड़ने को फिर पास जाएँ?” यहोवा ने कहा, “हाँ, उन पर चढ़ाई करो।” 24 तब दूसरे दिन इस्राएली बिन्यामीनियों के निकट पहुँचे। 25 तब बिन्यामीनियों ने दूसरे दिन उनका सामना करने को गिबा से निकलकर फिर अठारह हजार इस्राएली पुरुषों को मारके, जो सब के सब तलवार चलानेवाले थे, मिट्टी में मिला दिया। 26 तब सब इस्राएली, वरन् सब लोग बेतेल को गए; और रोते हुए यहोवा के सामने बैठे रहे, और उस दिन सांझ तक उपवास किया*, और यहोवा को होमबलि और मेलबलि चढ़ाए। 27 और इस्राएलियों ने यहोवा से सलाह ली (उस समय परमेश्‍वर का वाचा का सन्दूक वहीं था, 28 और पीनहास, जो हारून का पोता, और एलीआजर का पुत्र था उन दिनों में उसके सामने हाजिर रहा करता था।) उन्होंने पूछा, “क्या हम एक और बार अपने भाई बिन्यामीनियों से लड़ने को निकलें, या उनको छोड़ दें?” यहोवा ने कहा, “चढ़ाई कर; क्योंकि कल मैं उनको तेरे हाथ में कर दूँगा।” 29 तब इस्राएलियों ने गिबा के चारों ओर लोगों को घात में बैठाया।। 30 तीसरे दिन इस्राएलियों ने बिन्यामीनियों पर फिर चढ़ाई की, और पहले के समान गिबा के विरुद्ध पाँति बाँधी 31 तब बिन्यामीनी उन लोगों का सामना करने को निकले, और नगर के पास से खींचे गए; और जो दो सड़क, एक बेतेल को और दूसरी गिबा को गई है, उनमें लोगों को पहले के समान मारने लगे, और मैदान में कोई तीस इस्राएली मारे गए। 32 बिन्यामीनी कहने लगे, “वे पहले के समान हम से मारे जाते हैं।” परन्तु इस्राएलियों ने कहा, “हम भागकर उनको नगर में से सड़कों में खींच ले आएँ।” 33 तब सब इस्राएली पुरुषों ने अपने स्थान से उठकर बालतामार में पाँति बाँधी; और घात में बैठे हुए इस्राएली अपने स्थान से, अर्थात् मारेगेवा से अचानक निकले। 34 तब सब इस्राएलियों में से छाँटे हुए दस हजार पुरुष गिबा के सामने आए, और घोर लड़ाई होने लगी; परन्तु वे न जानते थे कि हम पर विपत्ति अभी पड़ना चाहती है। 35 तब यहोवा ने बिन्यामीनियों को इस्राएल से हरवा दिया, और उस दिन इस्राएलियों ने पच्चीस हजार एक सौ बिन्यामीनी पुरुषों को नाश किया, जो सब के सब तलवार चलानेवाले थे। 36 तब बिन्यामीनियों ने देखा कि हम हार गए। और इस्राएली पुरुष उन घातकों का भरोसा करके जिन्हें उन्होंने गिबा के पास बैठाया था बिन्यामीनियों के सामने से चले गए। 37 परन्तु घातक लोग फुर्ती करके गिबा पर झपट गए; और घातकों ने आगे बढ़कर सारे नगर को तलवार से मारा। 38 इस्राएली पुरुषों और घातकों के बीच तो यह चिन्ह ठहराया गया था, कि वे नगर में से बहुत बड़ा धुएँ का खम्भा उठाए। 39 इस्राएली पुरुष तो लड़ाई में हटने लगे, और बिन्यामीनियों ने यह कहकर कि निश्चय वे पहली लड़ाई के समान हम से हारे जाते हैं, इस्राएलियों को मार डालने लगे, और तीस एक पुरुषों को घात किया। 40 परन्तु जब वह धुएँ का खम्भा नगर में से उठने लगा, तब बिन्यामीनियों ने अपने पीछे जो दृष्टि की तो क्या देखा, कि नगर का नगर धुआँ होकर आकाश की ओर उड़ रहा है। 41 तब इस्राएली पुरुष घूमे, और बिन्यामीनी पुरुष यह देखकर घबरा गए, कि हम पर विपत्ति आ पड़ी है। 42 इसलिए उन्होंने इस्राएली पुरुषों को पीठ दिखाकर जंगल का मार्ग* लिया; परन्तु लड़ाई उनसे होती ही रही, और जो अन्य नगरों में से आए थे उनको इस्राएली रास्ते में नाश करते गए। 43 उन्होंने बिन्यामीनियों को घेर लिया, और उन्हें खदेड़ा, वे मनुहा में वरन् गिबा के पूर्व की ओर तक उन्हें लताड़ते गए। 44 और बिन्यामीनियों में से अठारह हजार पुरुष जो सब के सब शूरवीर थे मारे गए। 45 तब वे घूमकर जंगल में की रिम्मोन नामक चट्टान की ओर तो भाग गए; परन्तु इस्राएलियों ने उनमें से पाँच हजार को चुन-चुनकर सड़कों में मार डाला; फिर गिदोम तक उनके पीछे पड़के उनमें से दो हजार पुरुष मार डाले। 46 तब बिन्यामीनियों में से जो उस दिन मारे गए वे पच्चीस हजार तलवार चलानेवाले पुरुष थे, और ये सब शूरवीर थे। 47 परन्तु छः सौ पुरुष घूमकर जंगल की ओर भागे, और रिम्मोन नामक चट्टान में पहुँच गए, और चार महीने वहीं रहे। 48 तब इस्राएली पुरुष लौटकर बिन्यामीनियों पर लपके और नगरों में क्या मनुष्य, क्या पशु, जो कुछ मिला, सब को तलवार से नाश कर डाला। और जितने नगर उन्हें मिले उन सभी को आग लगाकर फूँक दिया।


Judges 20:1

लोग भी निकले

एक व्यक्ति के रुप मे यह समूह को दर्शाता है कि जो लोग एक हि तरीके सब कुछ उसके साथ कर रहे थे। कि “यदि वह एक ही रुप मे होता“।

तब दान से लेकर बेर्शेबा

यह सारी भूमि को दर्शाता है। कि “सभी गयाराह जनजतियाँ मे से”।

परमेश्‍वर—चार लाख तलवार चलाने वाले

“परमेश्‍वर ने ४००,००० सैनिको को लगातार भेजा”।

तलवार चलाने

“युद्ध मे जाने के लिए तैयार” कि वे एक दूसरे से लड़ने के लिए नही जा रहे”।

Judges 20:3

अब

इस शब्द का प्रयोग मुख्य कहानी के लिए किया जाता है। यहाँ पुस्तक के लेखक क्या बिन्यामीन के लोगों की पृष्ठभूमि जानकारी के नारे मे बताता है।

मिस्पा को आए हैं

मिस्पा पहाड़ो की उच्च स्थान मे है।

टिकने को गया था

“एक रात के लिए”।

Judges 20:5

महापाप और मूर्खता

यह शब्द “महापाप” और “मूर्खता“ का व्विरण करता है कि “महापाप और मूर्खता“।

अब

इन शब्दो का इस्तेमाल लेवी के भाषण का परिचय देने के लिए किया जाता है।

यहीं अपनी सम्मति दो

शब्द “सलाह“ और “परिषद” एक बात का उल्लेख करने की ओर जोर देता है कि “हमे इस बात के बारे मे कोई फैसला लेना चाहिए”।

Judges 20:8

तब एक

यह सिमिल एक ही व्यक्ति के रूप में अभिनय के रूप में समूह की बात करता है। वे सब बिल्कुल उसी तरह एक साथ काम किया है। कि यह स्पष्ट रूप में यदि वे एक ही आदमी थे।

न तो हम में से कोई अपने डेरे जाएगा… न कोई अपने घर की ओर मुड़ेगा

यहाँ इन वाक्यो मे यह दर्शाया गया है कि स्पष्ट रुप से “वह यही रहेगे”।

परन्तु अब

इन बातो मे लोग नयी बातो का परिचय देते है।

उस पर चढ़ाई करेंगे

परमेश्‍वर चाहते है कि वह छोटे पत्थर उठा कर उस पर फेकने लगे।

Judges 20:10

दस हजार पुरुषों में…एक सौ हजार…एक हजार दस हजार

“१०० मे से १० आदमी…१,०००मे से १००…१०,००० मे से १,०००”।

भोजनवस्तु

“भोजन”।

नगर के विरुद्ध

“शहर पर हमला करने के लिए एक साथ आये”।

Judges 20:12

उनको जान से मार

“मार ड़ाला”।

अपने भाई

यहाँ “आवाज” संदेश को दर्शाति है कि उसके भाई ने क्या कहा”।

Judges 20:15

छब्बीस हजार

छे हजार - “२६,०००”।

सात सौ

“७००”।

बयंहत्थे

हाथ - यह वह व्यक्ति होता है जो अपने बाएं हाथ से अपने दाहिने हाथ की तुलना में ज्यादा काम करता है।

पत्थर मारने में बाल भर भी न चूकते थे

सपष्ट रुप से कहा जा सकता है कि “उसके सर पर पत्थरो से मारा”।

Judges 20:17

छोड़

“शामिल ना करना”।

यह कहकर परमेश्‍वर से सलाह ली

“परमेश्‍वर से पूछा कि क्या करना है“।

Judges 20:19

गिबा के सामने डेरे डाले

यहाँ यह हो सकता है कि वह गिबा के सामने डेरे लगा कर बैटा हो कि इसका अर्थ यह है कि वह गिबा से लड़ाई करने के लिय तैयार हो।

बाईस हजार

“२२,०००”।

Judges 20:22

हियाव बाँधकर

यहाँ "सशक्त“ अर्थ है कि वे एक दूसरे से प्रसंन्न थे।

हियाव बाँधकर के उसी स्थान में

इसका अर्थ यह है कि इस्राएलियों ने अगले दिन की लड़ाई के लिए कि “वे अगले दिन लड़ने के लिए तैयार हो गया“।

यह कहकर यहोवा से पूछा

उसने उस विधी का प्रयोग नही किया “कि पुजारी ने परमेश्‍वर की इच्छा का निर्धारण करने के लिए बहुत कुछ किया हो“।

Judges 20:24

अठारह हजार

“१८,०००”।

Judges 20:26

यहोवा के सामने

“यहोवा की उपस्थिति मे”।

Judges 20:27

“उस समय परमेश्‍वर का वाचा का सन्दक…उसके सामने हाजिर रहा करता था

जब यहोवा ने यह स्वाल उनसे पूछा और लेखक यहाँ पाठको के समझ मे आने वाली बाते कर रहा था।

उन दिनों में उसके सामने

“वह उन दिनो मे बेथेल मे ही था”।

हाजिर रहा करता था

इसका अर्थ यह है कि “याजक उनके सामने वेदी को पेश कर रहा था।

चढ़ाई

यह स्पष्ट रुप से इसका अर्थ यह है कि “बिन्यामीनियों की सेना पर हमलअ कर”।

Judges 20:29

इस्राएलियों ने बैठाया

यहाँ “इस्राएल” इस्राएली लोगो को दर्शाता है कि “इस्राएलियो”।

घात में

“घात मे”।

Judges 20:31

उन लोगों का सामना करने

इस वाक्य का पूरा अर्थ यह है कि “इस्राएल के लोगो के खिलाफ लड़ाई लड़ी”।

नगर के पास से खींचे गए

स्पष्ट रुप से कहा जा सकता है कि “इस्राएली लोग नगर के साथ ही चले गये”।

उनमें लोगों को पहले के समान मारने लगे

इस वाक्य का सम्पुर्ण अर्थ यह है कि “बिन्यामीन के कुछ लोगो ने इस्राएल के लोगो को मारना शुरु किया”।

Judges 20:32

वे पहले के समान

“पहले रुप के समान”।

बालतामार

यह एक शहर का नाम है।

मारेगेवा

यह एक स्थान का नाम है। “गिबा के क्षेत्र”।

Judges 20:34

दस हजार

“१०,०००”।

छाँटे हुए पुरुष

यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ अच्छे सैनिक है जैसे कि “प्रशिक्षित सैनिक”।

हम पर विपत्ति अभी पड़ना चाहती है

“वे जलदी ही पूरी तरह से हरा दिए जाएगे”।

Judges 20:36

इस्राएली पुरुष बिन्यामीनियों के सामने से चले गएपरन्तु घातक लोग फुर्ती करके…गिबा पर झपट गए

इस वायांशो मे ४१ के अंत तक पुष्ठभूमि की जानकारी है कि लेखक पाठको को बिन्यामीन के लोगो के बारे मे बताता है कि किस तरह उन्हे हराया गया।

बिन्यामीनियों के सामने से चले गए

इसका अर्थ यह है कि “बिन्यामीन को आगे बढ़ने की अनुमति दी गयी थी”।

उन घातकों का भरोसा करके

“यह एक मुहावरा है कि उन्होने पुरुषो पर भरोसा किया”।

Judges 20:39

सामानय जानकारी:

यह एक पुष्ठभूमि की जानकारी है लेखक पाठको को समझाने के लिए कि बिन्यामीन के लोगो ने घात लगाकर कराए जाने को दर्शाता है।

तो लड़ाई में हटने लगे

“लड़ाई से पीछे हटना होगा”।

वे पहली लड़ाई के समान हम से हारे जाते हैं

स्पष्ट रुप से कहा जा सकता है कि “हमने उन्हे हरा दिया है”।

Judges 20:40

सामान्य जानकारी:

यह एक पुष्ठभूमि की जानकारी है लेखक पाठको को समझाने के लिए कि बिन्यामीन के लोगो ने घात लगाकर कराए जाने को दर्शाता है।

घबरा

“बहुत बड़ा दुख”।

आ पड़ी है

इसका अर्थ यह है कि “यह उनके साथ हुआ”।

Judges 20:42

परन्तु लड़ाई उनसे होती ही रही

वह व्यक्ति इस्राएल के लोगो से लड़ाई करते रहे और वहाँ से चले गये पर “इस्राएल के सैनिको ने उन्हे पकड़ लिया”।

Judges 20:43

मनुहा

यह एक स्थान का नाम है।

और उन्हें खदेड़ा

बिन्यामीन के सारा विनाश हो गया और उनके शव भी जल गये “उन्होने उनका सब कुछ खत्म कर दिया”।

अठारह हजार

“१८,०००”।

सब शूरवीर थे मारे गए।

“वह लड़ाई मे बहादुरी से लड़े”।

Judges 20:45

वे घूमकर जंगल में गये

“जो बिन्यामीन बच गया वह जंगल मे भाग गया”।

पाँच हजार…दो हजार

“५,०००…२,०००”

गिदोम

यह एक स्थान का नाम है।

पच्चीस हजार

पाँच हजार - “२५,०००”।

Judges 20:47

छः सौ

“६००”।

लौटकर बिन्यामीनियों पर लपके और नगरों में

बिन्यामीन के लोग ये वो सेनिक नही है जो रिमोन की चट्टान पर भाग गये थे लेकिन वह आभी भी शहर मे ही थे।

नगरों में जो कुछ मिला

यहाँ “एक…शहर” के लोगो को दर्शाता है “शहर मे जो सब कुछ था”।

जितने नगर उन्हें

यह मुहावरा शहर मे आने वाले लोगो को दर्शाता है कि वे आ गये”।


Translation Questions

Judges 20:1

मिस्पा में यहोवा के समक्ष कौन एकत्र हुए?

दान से लेकर बर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलोद के लोग भी मिस्पा में यहोवा के समक्ष एकत्र हुए।

Judges 20:5

उनके गिबा के संबंधियों के बारे में लेवी ने क्या बताया?

लेवी ने उन्हें बताया कि गिबा में रहने वाले उनके संबंधियों ने उस पर चढ़ाई करके उसे मारने का प्रयास किया।

Judges 20:9

वे सब गिबा पर आक्रमण कैसे करेंगे?

वे चिट्ठी डालकर उसके अनुसार उन पर आक्रमण करेंगे।

Judges 20:13

इस्राएली गोत्रों ने बिन्यामीनियों से उन लुच्चों की मांग क्यों की?

उन्होंने बिन्यामीनियों से उन दुष्ट लोगों को दे देने की मांग की कि उन्हें मार डालें जिससे कि इस्राएल में से ऐसी बुराई दूर हो जाए।

Judges 20:16

उन सात सौं चुने हुए पुरूषों की विशेषता क्या थी?

सात सौ चुने हुए पुरुष बयंहत्थे थे; उनमें से गोफन से पत्थर मारने में बाल भर भी न चूकते थे।

Judges 20:18

यहूदा ने क्यों बिन्यामीन पर पहले आक्रमण किया?

उन्होंने यहोवा से मार्गदर्शन खोजा और यहोवा ने उत्तर दिया, "यहूदा पहले चढ़ाई करे।"

Judges 20:26

बिन्यामीनियों के हाथ अनेक इस्राएलियों की हत्या हो जाने के बाद इस्राएल के सैनिकों ने क्या किया?

बिन्यामीनियों के हाथ अनेक इस्राएलियों की हत्या हो जाने के बाद इस्राएल के सैनिक यहोवा के समक्ष सांझ तक रोते रहे। उन्होंने यहोवा के सामने होमबलि और मेलबलि चढाई।

Judges 20:27

इस्राएलियों ने यहोवा से कैसे पूछा?

इस्राएलियों ने यहोवा से वाचा के सन्दूक द्वारा पूछा जो उन दिनों वही था।

Judges 20:32

जब इस्राएली सैनिक नगर से मार्ग पर आ गए तब बिन्यामीनियों ने क्या सोचा?

जब इस्राएली सैनिक नगर से मार्ग पर आ गए तब बिन्यामीनियों ने सोचा कि वे डर कर भाग रहे हैं।

Judges 20:36

इस्राएली बिन्यामीनियों के सामने से क्यों चले गए?

इस्राएली बिन्यामीनियों के सामने से चले गए क्योंकि वे गिबा के बाहर घात लगाए हुए बैठे इस्राएलियों पर भरोसा किए हुए थे।

Judges 20:38

इस्राएली पुरुषों और घात लगाने वालों के मध्य कैसा चिन्ह ठहराया गया था?

इस्राएली पुरुषों और घातकों के बीच तो यह चिन्ह ठहराया गया था, कि वे नगर में से बहुत बड़ा धुएँ का खम्भा उठाए।

Judges 20:42

बिन्यामीनी क्यों नहीं बच पाए?

बिन्यामीनी इस्राएली सैनिकों से बचकर जंगल में भागे परन्तु लड़ाई होती रही।

Judges 20:47

बिन्यामीनियों के कितने सैनिक जंगल में भागे थे?

छः सौ बिन्यामीनी जंगल की ओर भागे थे।


Chapter 21

1 इस्राएली पुरुषों ने मिस्पा में शपथ खाकर कहा था, “हम में कोई अपनी बेटी का किसी बिन्यामीनी से विवाह नहीं करेगा।”

2 वे बेतेल को जाकर सांझ तक परमेश्‍वर के सामने बैठे रहे, और फूट फूटकर बहुत रोते रहे। 3 और कहते थे, “हे इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा, इस्राएल में ऐसा क्यों होने पाया, कि आज इस्राएल में एक गोत्र की घटी हुई है?” 4 फिर दूसरे दिन उन्होंने सवेरे उठ वहाँ वेदी बनाकर होमबलि और मेलबलि चढ़ाए। 5 तब इस्राएली पूछने लगे, “इस्राएल के सारे गोत्रों में से कौन है जो यहोवा के पास सभा में नहीं आया था?” उन्होंने तो भारी शपथ खाकर कहा था, “जो कोई मिस्पा को यहोवा के पास न आए वह निश्चय मार डाला जाएगा।” 6 तब इस्राएली अपने भाई बिन्यामीन के विषय में यह कहकर पछताने लगे, “आज इस्राएल में से एक गोत्र कट गया है। 7 हमने जो यहोवा की शपथ खाकर कहा है, कि हम उनसे अपनी किसी बेटी का विवाह नहीं करेंगे, इसलिए बचे हुओं को स्त्रियाँ मिलने के लिये क्या करें?” 8 जब उन्होंने यह पूछा, “इस्राएल के गोत्रों में से कौन है जो मिस्पा को यहोवा के पास न आया था?” तब यह मालूम हुआ, कि गिलादी याबेश से कोई छावनी में सभा को न आया था। 9 अर्थात् जब लोगों की गिनती की गई, तब यह जाना गया कि गिलादी याबेश के निवासियों में से कोई यहाँ नहीं है। 10 इसलिए मण्डली ने बारह हजार शूरवीरों* को वहाँ यह आज्ञा देकर भेज दिया, “तुम जाकर स्त्रियों और बाल-बच्चों समेत गिलादी याबेश को तलवार से नाश करो। 11 और तुम्हें जो करना होगा वह यह है, कि सब पुरुषों को और जितनी स्त्रियों ने पुरुष का मुँह देखा हो उनका सत्यानाश कर डालना।” 12 और उन्हें गिलादी याबेश के निवासियों में से चार सौ जवान कुमारियाँ मिलीं जिन्होंने पुरुष का मुँह नहीं देखा था; और उन्हें वे शीलो को जो कनान देश में है छावनी में ले आए। 13 तब सारी मण्डली ने उन बिन्यामीनियों के पास जो रिम्मोन नामक चट्टान पर थे कहला भेजा, और उनसे संधि की घोषणा की। 14 तब बिन्यामीन उसी समय लौट गए; और उनको वे स्त्रियाँ दी गईं जो गिलादी याबेश की स्त्रियों में से जीवित छोड़ी गईं थीं; तो भी वे उनके लिये थोड़ी थीं। 15 तब लोग बिन्यामीन के विषय फिर यह कहके पछताये, कि यहोवा ने इस्राएल के गोत्रों में घटी की है। 16 तब मण्डली के वृद्ध लोगों ने कहा, “बिन्यामीनी स्त्रियाँ नाश हुई हैं, तो बचे हुए पुरुषों के लिये स्त्री पाने का हम क्या उपाय करें?” 17 फिर उन्होंने कहा, “बचे हुए बिन्यामीनियों के लिये कोई भाग चाहिये, ऐसा न हो कि इस्राएल में से एक गोत्र मिट जाए। 18 परन्तु हम तो अपनी किसी बेटी का उनसे विवाह नहीं कर सकते, क्योंकि इस्राएलियों ने यह कहकर शपथ खाई है कि श्रापित हो वह जो किसी बिन्यामीनी से अपनी लड़की का विवाह करें।” 19 फिर उन्होंने कहा, “सुनो, शीलो जो बेतेल के उत्तर की ओर, और उस सड़क के पूर्व की ओर है जो बेतेल से शेकेम को चली गई है, और लबोना के दक्षिण की ओर है, उसमें प्रति वर्ष यहोवा का एक पर्व* माना जाता है।” 20 इसलिए उन्होंने बिन्यामीनियों को यह आज्ञा दी, “तुम जाकर दाख की बारियों के बीच घात लगाए बैठे रहो, 21 और देखते रहो; और यदि शीलो की लड़कियाँ नाचने को निकलें, तो तुम दाख की बारियों से निकलकर शीलो की लड़कियों में से अपनी-अपनी स्त्री को पकड़कर बिन्यामीन के क्षेत्र को चले जाना। 22 और जब उनके पिता या भाई हमारे पास झगड़ने को आएँगे, तब हम उनसे कहेंगे, ‘अनुग्रह करके उनको हमें दे दो, क्योंकि लड़ाई के समय हमने उनमें से एक-एक के लिये स्त्री नहीं बचाई;* और तुम लोगों ने तो उनका विवाह नहीं किया, नहीं तो तुम अब दोषी ठहरते।’” 23 तब बिन्यामीनियों ने ऐसा ही किया, अर्थात् उन्होंने अपनी गिनती के अनुसार उन नाचनेवालियों में से पकड़कर स्त्रियाँ ले लीं; तब अपने भाग को लौट गए, और नगरों को बसाकर उनमें रहने लगे। 24 उसी समय इस्राएली भी वहाँ से चलकर अपने-अपने गोत्र और अपने-अपने घराने को गए, और वहाँ से वे अपने-अपने निज भाग को गए। 25 उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था*; जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था।


अंग, अंगों

परिभाषा:

“अंग” अर्थात एक जटिल शरीर या समूह का एक हिस्सा।

(यह भी देखें: देह, फरीसी, महासभा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अंजीर, अंजीरों

परिभाषा:

“अंजीर” एक छोटा मीठा फल होता है जो पेड़ में उगता है। पक जाने पर इस फल के विभिन्न रंग होते हैं, भूरा, पीला या बैंगनी।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अच्छा, सही, भलाई, प्रसन्न, उत्तम, सबसे अच्छा

परिभाषा:

“अच्छा” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। अनेक भाषाओं में इन भिन्न-भिन्न अर्थों का अनुवाद करने के लिए भिन्न-भिन्न शब्द होंगे।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बुराई, पवित्र, लाभ, धर्मी)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

अधिकारी, अधिकारियों

परिभाषा:

“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव एवं नियंत्रण की शक्ति को दर्शता है।

अनुवाद के सुझाव:

“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है

(यह भी देखें: निवासी, आज्ञा, आज्ञा मानना, सामर्थ्य, शासन

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अधीन, अधीनता, अधीन था, अधीन थे

तथ्यों:

एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का "अधीन" होता है, यदि दूसरा व्यक्ति पहले पर शासन करता है। “अधीन रहो” वाक्य एक "आज्ञा" है जिसका अर्थ है, “आज्ञा मानों” या “किसी के अधिकार के अधीन रहो”

(यह भी देखें: अधीन होना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात

परिभाषा:

“अनुग्रह” अर्थात चुनना। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का पक्ष लेता है, वह उस व्यक्ति को सकारात्मक रूप में देखता है और उस व्यक्ति को अन्यों के अपेक्षा ज्यादा लाभ देता है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अनुग्रह, अनुग्रहकारी

परिभाषा:

“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” इस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अन्न, किनकों, खेतों

परिभाषा:

“अन्न” अर्थात गेहूं, जौ, मक्का, दाल, चावल जैसे खाद्य संयंत्र के बीज को संदर्भित करता है। इसका अभिप्राय संपूर्ण पौधे से भी हो सकता है।

(यह भी देखें: सिर, गेहूँ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अन्नबलि, अन्नबलियों

परिभाषा:

अन्नबलि परमेश्वर को चढ़ाई जानेवाली गेहूं या जौ के आटे की भेंट थी जो होमबलि के बाद चढ़ाई जाती थी।

(यह भी देखें: होमबलि, दोषबलि, बलिदान करना, पापबलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अन्नबलि

परिभाषा:

“अन्नबलि” परमेश्वर के लिए अन्न या आटे की रोटी के रूप में बलि थी।

(यह भी देखें: होमबलि, अन्न, बलिदान करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अन्यजाति

तथ्य:

"अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे।

(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल, यहूदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अन्यजाति, अन्यजातियां

परिभाषा:

बाइबल में “अन्यजाति” शब्द उन लोगों के लिए काम में लिया गया है जो यहोवा की अपेक्षा देवी-देवताओं की पूजा करते थे।

(यह भी देखें: वेदी, देवता, बलिदान करना, दंडवत करना, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अपराध, अपराधों, विश्वासघात किया

परिभाषा:

“अपराध” का अर्थ है नियम का उल्लंघन करना या किसी मनुष्य के अधिकारों पर अतिक्रमण करना। “अपराध” करने की कार्य को "अतिक्रमण" कहते है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अवज्ञा, अधर्म, पाप, उल्लंघन करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अबीमेलेक

तथ्य:

अबीमेलेक गरार नगर का एक पलिश्ती राजा था, जब अब्राहम और इसहाक कनान देश में रह रहे थे।

(यह भी देखें: बेर्शेबा, गरार, गिदोन, योताम, पलिश्तियों)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अमालेक, अमालेकी, अमालेकियों

तथ्य:

अमालेकियों यायावर जाति थे, वे संपूर्ण दक्षिणी कनान में भ्रमण करते रहते थे, नेगेब रेगिस्तान से अरब देश तक। ये लोग एसाव के पोते अमालेक के वंशज थे।

(यह भी देखें: अरब, दाऊद, एसाव, दक्षिण देश, शाऊल (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अम्मोन, अम्मोनी, अम्मोनियों

तथ्य:

“अम्मोनवासी” या “अम्मोनी” कनान का एक समुदाय है। वे बेनम्मी के वंशज थे जो लूत द्वारा उसकी छोटी पुत्री का पुत्र था।

(यह भी देखें: श्राप, यरदन नदी, लूत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अराम, अरामी, अरामियों, अरामी भाषा

परिभाषा:

पुराने नियम में अराम नामक दो पुरूष हुए हैं। यह कनान के उत्तर-पूर्व में एक क्षेत्र का नाम था जहां आज का सीरिया है।

पुराने नियम में कभी-कभी “अराम” और “पदन अराम” एक ही स्थान के सूचक हैं।

(यह भी देखें: मेसोपोटामिया, पद्दनराम, रिबका, शेम, सीरिया)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अशुद्ध

परिभाषा:

बाइबल में “अशुद्ध” शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन बातों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों के स्पर्श, भोजन तथा बलि के लिए अछूत ठहराया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: शुद्ध, अशुद्ध, दुष्टात्मा, पवित्र, बलिदान करना, अपवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अशुद्ध, अशुद्ध, अशुद्ध कर डाला, अपवित्र करने, अपवित्र किए, अशुद्ध हुई, अशुद्ध हो गया, अशुद्ध हो गए

परिभाषा:

“अशुद्ध करना” और “अशुद्ध होना” का संदर्भ दूषित या मैला से है। कोई वस्तु भौतिक, नैतिक या सांसारिक रूप से अशुद्ध हो सकती है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अशुद्ध, शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अशुद्ध, बिगड़कर, नाश होती है, बिगड़ गए, भ्रष्ट, सड़ाहट, बिगड़ गए

परिभाषा:

“बिगड़कर” या “सड़ाहट” का संदर्भ ऐसी स्थिति से है जिसमें मनुष्य नाश हो जाता है, अनैतिक या बेईमान हो जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बुराई)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अशेर

तथ्य:

अशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “अशेर” था।

(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अशेरा, अशेरा के लिए मूरत, अशेरा नामक मूर्तियों, अश्तोरेत

परिभाषा:

अशेरा कनानियों की देवी का नाम था, पुराने नियम में। "अश्तोरेत" अशेरा का ही दूसरा नाम हो सकता है या यह अन्य देवी थी जो वैसी ही थी।

(यह भी देखें: मूर्ति, बाल, गिदोन, मूरत, सुलैमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

अश्कलोन

तथ्य:

बाइबल के युग में अश्केलोन एक प्रमुख पलिश्ती नगर था जो भूमध्यसागर के तट पर स्थित था। यह नगर आज भी इस्राएल में है।

(यह भी देखें: अश्दोद, कनान, एक्रोन, गत, गाज़ा, पलिश्तियों, समुद्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आई

तथ्य:

पुराने नियम में एक कनानी नगर था, जो बेतेल के निकट दक्षिण में था और यरीहो से उत्तर पश्चिम में 8 कि.मी. दूर था।

(यह भी देखें: बेतेल, यरीहो)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आग, आग, लुकटियों, करछों, चिमनियों, भट्ठा, अंगीठियाँ

परिभाषा:

आग, किसी वस्तु के जलने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ।

(यह भी देखें: शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आज्ञा, आज्ञाएँ, आज्ञा दी

परिभाषा:

“आज्ञा देना” अर्थात किसी को कुछ करने की आज्ञा देना। “आज्ञा” मनुष्य को दिया गया आदेश है।

अनुवाद सुझाव:

??

(देखें आज्ञा, विधि, व्यवस्था, दस आज्ञाएँएँ)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

आज्ञा, आज्ञाओं, आदेश दी

परिभाषा:

आज्ञा एक नियम या घोषणा है। "आज्ञा" शब्द का अर्थ आदेश देना है जिसका पालन करना चाहिए। आदेश को स्वयं "आज्ञा" भी कहा जा सकता है।

(यह भी देखें: आज्ञा, वर्णन, व्यवस्था, प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आत्मा, हवा, सांस

परिभाषा:

“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग जो दिखाई नहीं देता है। मरने का समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दुष्टात्मा, पवित्र आत्मा, प्राण)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल के कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

आदर, आदर करना

परिभाषा:

“आदर” और “आदर करना” का अर्थ है किसी का सम्मान करना, प्रतिष्ठित करना या श्रद्धा अर्पित करना

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: निरादर, महिमा, महिमा करे, स्तुति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आनन्द, प्रसन्‍न, सुखी

परिभाषा:

“प्रसन्न होना” अर्थात बहुत आनन्दित होना या अति हर्षित होना।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आनन्द, आनन्दित, आनन्द करे, प्रसन्न

परिभाषा:

आनन्द

आनंद परमेश्वर से प्राप्त प्रसन्नता की अनुभूति या गहरा सन्तोष। सम्बन्धित शब्द “आनंदित” एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो अत्यधिक प्रसन्न और गहरे आनंद से पूर्ण है।

आनंदित होना

शब्द "आनन्द" का अर्थ खुशी और खुशी से भरा होना है।

*

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आनन्द)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

आनन्द, आनन्द मनाना, आनन्दित हुआ, आनन्द करें

परिभाषा:

शब्द "आनन्द" का मतलब है खुशी और हर्ष से भरा होना।

(यह भी देखें: आनन्द

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

आशीष, धन्य, आशीर्वाद

परिभाषा:

किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात होने की कामना करना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: स्तुति)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

इश्माएल, इश्माएली, इश्माएलियों

तथ्य:

इश्माएल अब्राहम और मिस्री दासी हाजिरा का पुत्र था। पुराने नियम में इश्माएल नामक अनेक पुरुष भी हुए हैं।

(यह भी देखें: अब्राहम, बेबीलोन, वाचा, जंगल, मिस्र, हाजिरा, इसहाक, नबूकदनेस्सर, पारान, सारा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

इस्राएल, इस्राएली

तथ्य:

“इस्राएल” परमेश्वर द्वारा याकूब को दिया गया नाम था। इसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है”

(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल के राज्य, यहूदा, जाति, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

इस्राएल, इस्राएली, इस्राएलियों, याकूब

तथ्य:

याकूब इसहाक और रिबका के जुड़वा लड़कों में छोटा था।

(यह भी देखें: कनान, धोखा, एसाव, इसहाक, इस्राएल, रिबका, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

इस्साकार

तथ्य:

इस्साकार याकूब का पांचवां पुत्र था। उसकी माता का नाम लीआ:

(यह भी देखें: गाद, मनश्शे, नप्ताली, इस्राएल के बारह गोत्र, जबूलून)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

उजाड़

परिभाषा:

“उजाड़” अर्थात अनुपजाऊ या निष्फल।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

उत्‍पन्‍न, सर्जन करना, सृष्टि, सृजनहार

परिभाषा:

“उत्‍पन्‍न” अर्थात रचना करना या किसी को अस्तित्व में लाना। जो कुछ सृजा गया उसे सृष्टि कहते हैं। परमेश्वर को “सृजनहार” कहते हैं क्योंकि उसने सम्पूर्ण जगत को अस्तित्ववान किया।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: परमेश्‍वर, शुभ समाचार, संसार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

उपज, फसल, लवनी, कटनी, लवनेवाला

परिभाषा:

“उपज” शब्द का अर्थ है पेड़-पौधों से पके फल या सब्जियाँ एकत्र करना। “काटना" शब्द का अर्थ फसलों की कटाई करना है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: पहली उपज, पर्व, पर्व)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

उपवास, उपवास करना

परिभाषा:

उपवास करना अर्थात कुछ समय भोजन नहीं करना जैसे एक दिन या अधिक समय। कभी-कभी उपवास में पानी भी नहीं पिया जाता है।

(यह भी देखें: यहूदियों)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

ऊँचे स्थान, ऊँचे स्थानों

परिभाषा:

“ऊंचे स्थान” का संदर्भ वेदियों और पवित्र स्थानों से है जहाँ मूर्ति पूजा की जाती थी। वे ऊँचे स्थानों पर बनाई जाती थी जैसे पहाड़ो पर या पर्वत की चोटियों पर।

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: वेदी, मूर्ति, दंडवत करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

ऊँट, ऊँटों

परिभाषा:

ऊँट एक बड़ा चौपाया पशु होता है जिसकी पीठ पर एक या दो उभार होते हैं।

(यह भी देखें: बोझ, अशुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

एक्रोन, एक्रोनी

तथ्य:

एक्रोन पलिश्तियों का एक प्रमुख नगर था, भूमध्य सागर से नौ मील भीतर भूमि पर।

(यह भी देखें: अहज्याह, वाचा का सन्दूक, अश्दोद, बालजबूल(शैतान), देवता, गत, पलिश्तियों)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

एदोम, एदोमी, एदोमियों, इदूमिया

तथ्य:

एदोम एसाव का दूसरा नाम था। जिस स्थान में वह बस गया उस स्थान का नाम “एदोम” पड़ गया जो आगे चल कर “इदूमिया” हो गया। “एदोमियों” उसके वंशज थे।

(यह भी देखें: विरोधी, पहिलौठे का अधिकार, एसाव, ओबद्याह, भविष्यद्वक्ता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

एपोद

परिभाषा:

“एपोद” एक प्रकार का परिधान होता था जिसे इस्राएलियों के याजक धारण करते थे। इसके दो भाग थे, आगे का और पीछे का, कंधों पर जुड़ा और कमर पर कपड़े के पटुका से बांधा जाता था।

(यह भी देखें: याजक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

एप्रैम, एप्रैमी, एप्रैमियों

तथ्य:

एप्रैम यूसुफ का दूसरा पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक हुए।

(यह भी देखें: इस्राएल के राज्य, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

एमोरी, एमोरियों

तथ्य:

एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो नूह के पोते कनान की वंशज थी।

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

कटीले, झड़बेरी, झाड़ियों, काँटों, झाड़ी, ऊँटकटारे

तथ्य:

कटीले झाड़ियां या ऊंटकटार वे पौधे होते हैं जिनकी शाखाओं में कांटे या फूल होते हैं। इन पौधों में फल या काम की कोई वस्तु नहीं उगती है।

(यह भी देखें: मुकुट, फल, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कनान, कनानी, कनानियों

तथ्य:

कनान हाम का पुत्र था और हाम नूह का पुत्र था। कनानी लोग कनान के निवासी थे।

(यह भी देखें: हाम, प्रतिज्ञा का देश)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

कब्र, मिट्टी देनेवाले, कब्रें, कब्र, कब्रों, कब्रिस्तान

परिभाषा:

(यह भी देखें: मिट्टी देना, मर जाए)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

कमर

परिभाषा:

“कमर” शरीर का वह भाग है जो पसलियों और नितम्बों के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है।

(यह भी देखें: उतरेगा, बाँधे, वंश)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कर, अनुदान, भुगतान

परिभाषा:

“कर”, एक राजा द्वारा दूसरे राजा को दी जानेवाली भेंट जिसका उद्देश्य होता था, सुरक्षा एवं दोनों देशों के अच्छे संबन्ध।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: सोना, राजा, शासन, कर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कर, करों, कर लगाया, कर लगाना, करदाताओं

परिभाषा:

“कर” और “करों” अर्थात सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना।

(यह भी देखें: बैतलहम, नाम लिखाई, निवासी, रोम, चुंगी लेनेवाला)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा

परिभाषा:

“समर्पण करना” और “समर्पण” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने की प्रतिज्ञा करने से है.

(यह भी देखें: व्यभिचार, विश्वासयोग्य, प्रतिज्ञा, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कादेश, कादेशबर्ने, कादेश के मरीबोत

तथ्य:

कादेश, कादेशबर्ने और मरीबा का देश आदि सब नाम इस्राएल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नगर के नाम हैं। जो इस्राएल के दक्षिण में स्थित था, एदोम के निकट।

(यह भी देखें: जंगल, एदोम, पवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

काना

परिभाषा:

काना गलील क्षेत्र में एक गांव या नगर था जो नासरत से लगभग नौ मील उत्तर में बसा हुआ था।

(यह भी देखें: कफरनहूम, गलील, बारहों)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

काम, कर्म, कार्य, कृत्य

परिभाषा:

बाइबल में “काम”, “कर्म”, “कृत्य” परमेश्वर या मनुष्यों के द्वारा किए गये कार्यों के संदर्भ में उपयोग किए गए शब्द हैं।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: फल, पवित्र आत्मा, चमत्कार)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

कालेब

तथ्य:

कालेब उन बारह इस्राएली भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने कनान की जानकारी लेने के लिए भेजा था।

उसने और यहोशू ने इस्राएलियों को प्रोत्साहित किया था कि वे परमेश्वर पर भरोसा रखें वह उन्हें कनान पर विजय दिलाएगा।

(यह भी देखें: हेब्रोन, यहोशू)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

ताकि वे उस देश में शांति से जी सकें।

शब्द तथ्य:

कुँवारी, कुमारियों, कौमार्य

परिभाषा:

कुँवारी, वह स्त्री होती है जिसने किसी पुरुष के साथ शारीरिक संबन्ध नहीं बनाए हैं।

(यह भी देखें: मसीह, यशायाह, यीशु, मरियम)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

कुल, कुलों

परिभाषा:

“कुल” एक ही पूर्वज के वंशजों का विस्तृत परिवार होता है।

कुल शब्द का अनुवाद “पारिवारिक समूह” या “विस्तृत परिवार” या “परिजन” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: परिवार, यित्रो, गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कूश, कूशी

तथ्य:

कूश अफ्रीका का एक देश है जो मिस्र के ठीक दक्षिण में है जिसके पश्चिम में नील नदी और पूर्व में लाल सागर है। कूश का निवासी “कूशी” कहलाता है।

(यह भी देखें: कूश, मिस्र, खोजे, फिलिप्पुस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

कूश

तथ्य:

कूश नहू के पुत्र, हाम का बड़ा पुत्र था। वह निम्रोद का पूर्वज था। उसके दो भाइयों के नाम मिस्र और कनान थे।

(यह भी देखें: अरब, कनान, मिस्र, कूश)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

के समान, एक मन, सदृश करना, समानता, समता, वैसे ही, इसी प्रकार, बराबर, से अलग

परिभाषा:

“के समान” या “समानता” का अर्थ है कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु के स्वरूप हो।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: पशु, माँस, परमेश्‍वर का प्रतिरूप, मूरत, नाश होना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

केदेश

तथ्य:

केदेश एक कनानी नगर था जिसे कनान प्रवेश के समय इस्राएलियों ने जीत लिया था।

(यह भी देखें: कनान, हेब्रोन, लेवी, नप्ताली, याजक, शरण, शेकेम, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

क्रोध, रोष

परिभाषा:

प्रकोप एक प्रबल क्रोधावस्था है जो कभी-कभी दीर्घकालीन होता है। यह विशेष करके परमेश्वर से विद्रोह करने वालों के पाप के लिए परमेश्वर के धर्मनिष्ठ न्याय और दण्ड के संदर्भ में आता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: न्यायी, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

क्रोध, क्रोधित हुआ, क्रोधित

परिभाषा:

“क्रोधित होना” या “क्रोध में आना” अर्थात किसी बात के बारे में किसी पर अत्यधिक अप्रसन्न होना, खीजना या नाराज़ होना।

(यह भी देखें: क्रोध)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

क्रोध, क्रोधित, भड़का, क्रोध भड़काता +

तथ्य:

“क्रोध” अर्थात नियंत्रण से परे प्रकोप करना। यह शब्द किसी कुपित मनुष्य का सन्दर्भ देता है जो किसी प्रकार नियंत्रण से परे है।

(यह भी देखें: क्रोध, संयम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

खजूर, हथेलियों

परिभाषा:

“खजूर”, लम्बा वृक्ष जिसके पत्ते और डालियां तन्मयशील होती हैं और पंखे के सदृश्य दिखाई देती हैं।

(यह भी देखें: गदहा, यरूशलेम, शान्ति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

खतनारहित, खतनाहीन

परिभाषा:

“खतनारहित” और “खतनाहीन” पुरुषों के संदर्भ में है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इन शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक भी है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अब्राहम, खतना करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

खराई

परिभाषा:

“मन की खराई” का संदर्भ सत्यनिष्ठा और दृढ़ नैतिक सिद्धान्तों एवं आचरण से है।

अनुवाद सुझाव

(यह भी देखें: दानिय्येल, यूसुफ (पुराना नियम))

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

खुर, खुरों, टापों

तथ्य:

ये शब्द कुछ पशुओं के पाँवों के नीचे की कठोर सतह के बारे में हैं जैसे ऊँट, मवेशी, हिरण, घोड़ा, गधा, सूअर, बैल, भेड़ और बकरी।

(यह भी देखें: ऊँट, गाय, गदहा, बकरा, गाय, सूअर, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गड्ढा, गड्ढे, फंदों

परिभाषा:

गड्ढा भूमि में खोदा गया गड्ढा होता है।

(यह भी देखें: अथाह कुण्ड, नरक, बन्दीगृह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गत, गतवासी, गती

तथ्य:

गत पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। उसकी भौगोलिक स्थिति एक्रोन के उत्तर में और अश्दोद एवं अश्कलोन के पूर्व में थी।

(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गाज़ा, गोलियत, पलिश्तियों)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गदहा, खच्चर

परिभाषा:

गदहा एक घोड़े जैसा चौपाया है जिसका कद घोड़े से कम होता है और कान अधिक लंबे होते हैं।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गर्भ

परिभाषा:

“गर्भ” अर्थात स्त्री के शरीर में भ्रूण विकास का अंग।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गाय, बैल, बछड़ा, पशुओं, बछिया, बैल

परिभाषा:

"गाय," "बैल," कोलोर," और “पशुओं” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं.

(यह भी देखें: जूआ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गाज़ा

तथ्य:

बाइबल के युग में गाज़ा एक समृद्ध पलिश्ती नगर था, भूमध्य-सागर के तट पर, अश्दोद से लगभग 38 किलोमीटर दक्षिण में। यह नगर पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था।

(यह भी देखें: अश्दोद, फिलिप्पुस, पलिश्तियों, कूश, गत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गिदोन

तथ्य:

गिदोन एक इस्राएली पुरुष था, परमेश्वर ने उसे इस्राएल के शत्रुओं से बचाने के लिए खड़ा किया था।

(यह भी देखें: बाल, अशेरा, छुड़ाना, मिद्यान, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

गिबा

तथ्य:

गिबा यरूशलेम के उत्तर में और बेतेल के दक्षिण में एक नगर का नाम था।

(यह भी देखें: बिन्यामीन, बेतेल, यरूशलेम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गिलगाल

तथ्य:

गिलगाल यरीहो के उत्तर में एक नगर था जहां इस्राएलियों ने यरदन नदी पार करने के बाद सबसे पहली छावनी डाली थी, कनान में।

(यह भी देखें: एलिय्याह, , एलीशा, यरीहो, यरदन नदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गिलाद, गिलादी, गिलादियों

परिभाषा:

(यह भी देखें: गाद, यिप्तह, मनश्शे, रूबेन, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गुम्मट, पहरे की मिनारों, गुम्मट

परिभाषा:

“गुम्मट” एक ऊँची रचना जहाँ से सुरक्षाकर्मी किसी आने वाले संकट पर दृष्टि रख सकते थे। ये गुम्मट पत्थरों के बने होते थे।

(यह भी देखें: विरोधी, चौकस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गेहूँ

परिभाषा:

गेहूँ एक प्रकार का अन्न है जो मनुष्य भोजन के लिए उगाते है। जब बाइबल "अनाज" या "बीज" का उल्लेख करती है, तो यह अक्सर गेहूँ के अनाज या बीज के बारे में बात करती है।

(यह भी देखें: जौ, भूसी, अन्न, बीज, दाँवना, फटकना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

गोत्र, गोत्रों, गोत्रों, भाइयों

परिभाषा:

गोत्र मनुष्यों का वह समूह है जो एक ही पूर्वज से उत्पन्न हुआ है।

(यह भी देखें: कुल, जाति, जाति, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

घर, घरों, छत के ऊपर, छतों, भण्डार, भण्डारों, घर का कारबार करनेवाले

परिभाषा:

शब्द "घर" एक छोटा सा भवन, आश्रय या तम्बू को संदर्भित करता है, आमतौर पर वह स्थान जहां एक परिवार सोता है। “घर” शब्द का उपयोग बाइबल में प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है।" आदि जैसी विभिन्न अवधारणाओं का अर्थ करने के लिए किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: दाऊद, उतरेगा, परमेश्‍वर के भवन, कुटुम्ब, इस्राएल के राज्य, निवासस्थान, मन्दिर, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

घात करना, घात किए गए

परिभाषा:

“घात करना” अर्थात किसी पशु या मनुष्य की हत्या करना इसका अभिप्राय है, बलपूर्वक या निर्दयता से मार डालना। अगर किसी व्यक्ति ने एक जानवर को मार डाला है तो उसने "घात किया"

(यह भी देखें: वध करना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

घेर, घेर लेना, घेर लिया, घेर करनेवाला, घेर लेना, मोर्चा बांधना

परिभाषा:

“घेराव” शत्रु की सेना द्वारा नगर को घेर कर भोजन-पानी का आना रोक देना। किसी शहर को "घेर" करने या इसे "घेराबंदी के नीचे" रखने के लिए इसका अर्थ है घेराबंदी के माध्यम से हमला करना।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

चला, चलता

परिभाषा:

प्रतिकात्मक रूप में “चलने" का उपयोग "आचरण" का बोध करवाता है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, आदर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

चाँदी

परिभाषा:

चाँदी एक चमकीली सफेद रंग की धातु होती है जिससे सिक्के, आभूषण, पात्र और साज सज्जा का सामान बनाया जाता है।

(यह भी देखें: निवासस्थान, मन्दिर)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

चिन्ह, प्रमाण, स्मरण कराने वाली बात

परिभाषा:

चिन्ह वह वस्तु, घटना या कार्य है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है।

(अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: चमत्कार, प्रेरित, मसीह, वाचा, खतना करना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

छाया, छाया, आच्छादन, आच्छादन

परिभाषा:

“छाया” का अर्थ है प्रकाश को रोकने वाली वस्तु का प्रतिबिम्ब हैं। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं।

(यह भी देखें: अंधियारा, उजियाला)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

छुटकारे के लिये, छुड़ा लिया

परिभाषा:

“छुटकारे के लिये” अर्थात् बन्दी की मुक्ति के लिए मांगी गई धन-राशि या अन्य कोई भुगतान।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: प्रायश्चित, छुटकारा दिलानेवाला

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जंगल, छोड़कर , सुनसान, छोड़ देना, जंगल, जंगलों

परिभाषा:

रेगिस्तान या जंगल, सूखी बंजर भूमि का स्थान होता है जहां बहुत ही कम पेड़ पौधे उगते हैं।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जबूलून

तथ्य:

जबूलून याकूब और लिआ: का आखरी पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक गोत्र का नाम था।

(यह भी देखें: इस्राएल, लिआ:, खारा ताल, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जाति, लोगों, लोग, प्रजा

परिभाषा:

“लोगों” या “जाति” अर्थात एक ही भाषा और संस्कृति के लोग। “लोग” शब्द प्रायः किसी स्थान में या किसी विशेष घटना पर मनुष्यों का एकत्र होना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: उतरेगा, जाति, गोत्र, संसार)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

जाति, जातियों

परिभाषा:

जाति एक विशाल जनसमूह है जो किसी प्रकार की सरकार के शासनाधीन रहती है। किसी जाति के लोगों के पूर्वज उनके अपने ही होते हैं और उन सब की सजातीयता एक ही होती है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अश्शूर, बेबीलोन, कनान, अन्यजाति, यूनानी, जाति, पलिश्तियों, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जीभ, जीभों

परिभाषा:

“जीभ” शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के मुंह के भीतर के उस अंग से है जो शब्दोच्चारण के काम में आता है। यह शब्द "भाषा" या "बोलने" के लिए प्रायः लाक्षणिक रूप में काम में लिया जाता है। इसके अन्य अनेक लाक्षणिक अर्थ भी हैं।

अनुवाद सुझाव

(यह भी देखें: दान, पवित्र आत्मा, आनन्द, स्तुति, आनन्द, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जीवन, जीना, रहते थे, जीवन,जीवते, जीवित

परिभाषा:

इन सब शब्दों का अर्थ है जीवित रहना, मरना नहीं इनका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिकता में जीवित रहने के लिए भी किया जाता है। निम्नलिखित से व्यक्त किया जाता है कि, “शारीरिक जीवन” और “आत्मिक जीवन” का क्या अभिप्राय है

1. शारीरिक जीवन

2. आत्मिक जीवन

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: मर जाए, सनातन)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

जैतून

परिभाषा:

जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है, यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था।

(यह भी देखें: दीपक, समुद्र, जैतून के पहाड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

जौ

परिभाषा:

"जौ" एक प्रकार का अन्न होता है जिससे वे रोटी बनाते थे।

(यह भी देखें: अन्न, दाँवना, गेहूँ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

झिलम, झिलमें, चपरास

परिभाषा:

"झिलम" हथियारों का एक भाग होता था जो छाती पर बांधा जाता था कि युद्ध में सैनिक की रक्षा करे। शब्द "चपरास" का अर्थ कपड़े के एक विशेष टुकड़े को दर्शाता है जो इस्राएली महायाजक अपनी छाती के सामने के हिस्से पर पहनते थे।

(यह भी देखें: हथियार, महायाजक, छेदना, याजक, मन्दिर, सैनिक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

टोकरी, टोकरियाँ, टोकरियाँ भरकर

परिभाषा:

“टोकरी” सरकंड़ों से बना एक पात्र होता है।

(यह भी देखें: जहाज़, मूसा, नील नदी, नूह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

ठहराया, नियुक्त, दशा, पहले से ठहराया

परिभाषा:

मनुष्यों के साथ भविष्य में जो होगा उसे “ठहराया जाना” (नियति) कहते हैं। यदि किसी को भविष्य के लिए “ठहराया” गया है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्य भविष्य में क्या करेगा, परमेश्वर की ओर से निर्धारित किया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

“क्रोध के लिए ठहराएगा” का अनुवाद “तुम्हारा दण्ड निश्चित है” या “निर्णय लिया जा चुका है कि तुम मेरे क्रोध के भागी होगे”।

(यह भी देखें: बन्दी बनाना, सनातन, स्वर्ग, नरक, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मन फिराकर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

डर, भय, भयभीत, डरना

परिभाषा:

"भय" शब्द का अर्थ उस अप्रिय भावना से है जिसे व्यक्ति अपनी सुरक्षा या कल्याण के लिए संभावित खतरे का अनुभव करते हुए महसूस करता है। बाइबल में, हालांकि, "भय" शब्द का अर्थ किसी अन्य व्यक्ति के प्रति पूजा, सम्मान, विस्मय, या आज्ञाकारिता का दृष्टिकोण भी हो सकता है, आमतौर पर कोई शक्तिशाली जैसे परमेश्वर या कोई राजा। शब्द "डर" अत्यधिक या गहन भय को संदर्भित करता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: चकितयहोवा, प्रभु, चमत्कार, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

डर, डराएँगे, दहशत, भयंकर, डराएँ, घबरा गए, भयानक

परिभाषा:

(यह भी देखें: विरोधी, डर, न्यायी, मरी, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

डेवढ़ी, डेवढ़ियों

परिभाषा:

"डेवढी" का सन्दर्भ द्वार के निचले भाग से है या “डेवढ़ी” भवन का वह भाग भी होता है जो प्रवेश द्वार के भीतर का भाग है।

(यह भी देखें: फाटक, तम्बू)

बाइबल सन्दर्भ

शब्द तथ्य:

ढाल, ढाल, ढाल

परिभाषा:

ढाल, सैनिक द्वारा हाथ में पकड़ने का अस्त्र जिससे वह शत्रु के वार से बचता है। “किसी की ढाल होना” अर्थात उसे हानि से बचाना।

(यह भी देखें: विश्वास, आज्ञा मानना, शैतान, आत्मा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

तलवार, तलवारें, तलवार रखनेवाले

परिभाषा:

एक तलवार सपाट ब्लेड, धातु का एक हथियार होता है जो काटने या घोंपने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक बहुत तेज काटने वाले किनारे के साथ एक लम्बा धार ब्लेड और एक कुंदा होता है ।

प्राचीन युग में तलवार के ब्लेड की लंबाई लगभग 60 से 91 सेंटीमीटर थी। कुछ तलवारों में दोनों ओर धार लगी होती है जिन्हें दोधारी तलवार कहते हैं।

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला और प्रेरित याकूब दोनों का सिर तलवार से काटा गया था।

अनुवाद के सुझाव

एक तलवार परमेश्वर के शब्द के लिए एक रूपक के रूप में प्रयोग किया जाता है । बाइबिल में परमेश्वर की शिक्षाओं ने लोगों के अंदरूनी विचारों को उजागर किया और उन्हें अपने पापों के दोषी ठहराया। इसी प्रकार एक तलवार गहराई से कटती है, पीड़ा उत्पन्न करता है।

तलवार का अनुवाद “धारवाला हथियार” या “लम्बी छुरी” भी किया जा सकता है। कुछ अनुवादों में तलवार का चित्र देना भी उचित हो सकता है।

(यह भी देखें: याकूब (यीशु का भाई), युहन्ना (बपतिस्मा देनेबाला), जीभ, परमेश्‍वर के वचन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

तामार

तथ्य:

तामार पुराने नियम में अनेक स्त्रियों का नाम हुआ है। यह पुराने नियम में कई शहरों या स्थानों का भी नाम था।

(यह भी देखें: अबशालोम, मूलपिता, अम्नोन, दाऊद, मूलपिता, यहूदा, खारा ताल)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

तेल

परिभाषा:

तेल एक मोटा तरल पदार्थ है जो पौधों से निकाला जाता है। बाइबल के युग में जैतून का तेल अधिकतर काम में लिया जाता था।

(यह भी देखें: जैतून, बलिदान करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

त्याग, त्यागना, छोड़ना

Definition:

"त्याग" शब्द का अर्थ किसी को त्यागना या छोड़ देना है। किसी को "त्याग दिया गया" किसी के द्वारा छोड़ दिया गया है या छोड़ दिया गया है।

Translation Suggestions:

Bible References:

Word Data:

दक्षिण देश

तथ्य:

दक्षिण देश इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिण में था।

(यह भी देखें: अब्राहम, बेर्शेबा, इस्राएल, यहूदा, कादेश, खारा ताल, शमौन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दण्ड

परिभाषा:

“दण्ड ” शब्द का संदर्भ दण्ड के न्याय से है जिसमें योजना या बचने की संभावना कदापि नहीं होती है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दण्डवत्, झुक गया, दण्डवत् किया, झुकने, दण्डवत् करना, दण्डवत् करे, दण्डवत् किया, दण्डवत् करते रहे

परिभाषा:

“दण्डवत्” करने का अर्थ है किसी को सम्मान या श्रद्धा अर्पित करने के लिए दीनता पूर्वक झुकना। “दण्डवत् करना” का अर्थ है बहुत अधिक झुकना या घुटनों पर गिरना जिसमें मुख और हाथ भूमि की ओर हों।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: दीन, दंडवत करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दया, दयालु

परिभाषा:

“दया” और “दयालु” शब्दों का अर्थ है आवश्यकताग्रस्त मनुष्यों की सहायता करना विशेष करके जब वे दीन-दरिद्र हों।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: तरस, क्षमा कर)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

दर्शन, दर्शनों, दर्शन

तथ्य:

“दर्शन” का अर्थ है, मनुष्य द्वारा कुछ देखना। इसका सन्दर्भ विशेष रूप से असामान्य या अलौकिक कृत्य से है जो परमेश्वर अपने सन्देश के लिए मनुष्यों को दिखाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: स्वप्न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दलीला

तथ्य:

दलीला एक पलिश्ती स्त्री थी जिससे शिमशोन प्रेम करने लगा था परन्तु वह उसकी पत्नी नहीं थी।

(यह भी देखें: घूस, पलिश्तियों, शिमशोन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दाख की बारी, दाख की बारियों

परिभाषा:

दाख की बारी एक बड़ा बगीचा क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगते हैं और अंगूर की खेती होती है।

(यह भी देखें: अंगूर, इस्राएल, दाखलता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दाखमधु, दाखमधु

परिभाषा:

“दाखमधु” मदिरा के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है जिसमैं में शराब है। मदिरा अन्न या फलों से बनाई जाती है जिसका किण्वन किया जाता है।

(यह भी देखें: अंगूर, नाज़ीर, मन्नत, दाखरस)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दाखरस, कुण्ड, कुण्डों, दाखरस, मशक, मशकों, नई दाखरस

परिभाषा:

बाइबल में, "दाखरस" शब्द एक प्रकार का किण्वत पीने का जो एक फल के रस से बनता है जिसे अंगूर कहते हैं। दाखमधु मशकों में रखा जाता था। मशक पशु की खाल से बनी थैली होती थी।

(यह भी देखें: अंगूर, दाखलता, दाख की बारी, दाखरस के कुण्ड)

बाइबल संदर्भ:

नष्ट करना

शब्द तथ्य:

दाखरस के कुण्ड

परिभाषा:

बाइबल में दाखरस के कुण्ड वह स्थान था जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए।

यह शब्द प्रतीकात्मक रूप बाइबल में दुष्ट लोगों पर का परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने का संदर्भ भी देता हे।

(यह भी देखें: अंगूर, क्रोध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दाखलता, दाखलताओं

परिभाषा:

शब्द "बेल" एक पौधे को संदर्भित करता है जो जमीन के साथ पिछड़े हुए या पेड़ों और अन्य संरचनाओं पर चढ़ने से बढ़ता है। बाइबल में “दाखलता” शब्द केवल फल लानेवाली लता के लिए काम में लिया गया है और अधिकतर दाखलता के लिए काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: अंगूर, दाख की बारी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दान, भेंटों

परिभाषा:

“दान” अर्थात किसी को दी गई या चढ़ाई गई वस्तु। दान देने में बदले में किसी बात के लिए जाने की या किसी वस्तु के दिए जाने की आशा नहीं की जाती है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आत्मा, पवित्र आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दान

तथ्य:

दान याकूब का पांचवां पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक था। कनान के उत्तरी भाग में जहां यह गोत्र बस गया था उस स्थान का नाम भी दान पड़ गया था।

(यह भी देखें: कनान, यरूशलेम, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दान

परिभाषा:

“दान” अर्थात गरीबों की सहायता के लिए पैसा, भोजन तथा अन्य वस्तुएं देना।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दाहिना हाथ

परिभाषा:

“दाहिना हाथ” प्रतीकात्मक रूप में किसी शासक के दाहिनी या किसी महत्वपूर्ण मनुष्य के दाहिने हाथ की ओर सम्मान या सामर्थ्य का स्थान है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: दोष, बुराई, आदर, सामर्थ्य, दण्ड देना, बलवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दिन, दिनों

परिभाषा:

“दिन” वास्तव में 24 घन्टे का समय होता है जिसका आरंभ सूर्यास्त से होता था। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता था। जो आकाश में प्रकाश और अंधेरे की बारीक अवधि के लिए लगने वाले समय को संदर्भित करता है। हालाँकि, बाइबल में एक ही शब्द का उपयोग अक्सर छोटी अवधि (जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का समय) या एक लंबी अवधि के लिए किया जाता है, जो अक्सर निर्दिष्ट नहीं होती है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: दण्ड के दिन, आखरी दिन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, सतानेवाले, उपद्रवी

परिभाषा:

“दुःख” जीवन की कठिनाइयों एवं निराशाओं का अनुभव। * “क्लेश” अर्थात् किसी को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: दुःखित, सताएँ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दूत, दूतों

तथ्य:

“दूत” अर्थात किसी तक सन्देश पहुंचानेवाला।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, प्रेरित, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दूत, प्रतिनिधि, राजदूत

परिभाषा:

राजदूत वह व्यक्ति है जिसे अधिकार के साथ चुना गया कि विदेशों के साथ संबन्ध रखे। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जिसका अधिक सामान्य अनुवाद “प्रतिनिधि” होता है।

(यह भी देखें: दूत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा

परिभाषा:

झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप।

एक मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं ताकि वे इसकी पूजा कर सकें। कुछ को "मूर्तिपूजक" के रूप में वर्णित किया जाता है यदि इसमें एक सच्चे परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को सम्मान देना शामिल है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: परमेश्‍वर, अशेरा, बाल, मोलेक, मूर्ति, दुष्टात्मा, मूरत,मूरत, मूरत)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

देह, शरीरों

परिभाषा:

“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु का शरीर से है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: सिर, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दोष, दोषी ठहरा

परिभाषा:

“दोष” का अर्थ है पाप करने तथा अपराध करने का सत्य।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: निर्दोष, अधर्म, दण्ड देना, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

दोष, अपराधों, कुकर्मी, कुटिल जन

परिभाषा:

“दोष” प्रायः पाप का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना भी होता है। “कुकर्मी” अर्थात अपराध करनेवाला।

(यह भी देखें: चोर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दोष, दोष, निर्दोष

तथ्य:

“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है।

(यह भी देखें: विश्वासी, शुद्ध, बलिदान करना, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

दोष, दोष लगाना, दोष लगा रहे है, आरोप लगाने वाला, आरोप

परिभाषा:

“दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

ध्यान, ध्यान करता, ध्यान

परिभाषा:

“बिचवई” अर्थात किसी बात पर सावधानी-पूर्वक और गहन चिन्तन करना।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

नप्ताली

तथ्य:

नप्ताली याकूब का छठवां पुत्र था। उसके वंशज नप्ताली के गोत्र कहलाए जो इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक था।

(यह भी देखें: अशेर, दान, इस्राएल, गलील सागर, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

नाज़ीर, नाज़ीरों, नाज़ीर शपथ

तथ्य:

“नाज़ीर” वह मनुष्य था जो नाज़ीर होने की शपथ लेता था। अधिकतर पुरुष यह शपथ लेते थे परन्तु स्त्रियां भी इस शपथ को लेती थी।

जब समय पूरा हो जाता था और शपथ पूरी हो जाती थी तब नाज़ीर याजक के पास जाकर बलि चढ़ाता था। इसमें उसके बालों को काटकर जलाया जाता था। और अन्य सब वर्जित बातों का अन्त हो जाता था।

(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), बलिदान करना, शिमशोन, मन्नत, जकर्याह (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

नातान

तथ्य:

नातान परमेश्वर का एक विश्वासयोग्य भविष्यद्वक्ता था, और दाऊद के राज्यकाल में सेवा कर रहा था।

(यह भी देखें: दाऊद, विश्वासयोग्य, भविष्यद्वक्ता, ऊरिय्याह)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

नाम

परिभाषा:

"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या चीज को बुलाया जाता है। हालाँकि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बुलाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

नाश किया, नाश करे, काटकर

परिभाषा:

“काटा जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

निडर, निडर होकर, साहस, साहसी

परिभाषा:

इन शब्दों का संदर्भ कठिन एवं जोखिम भरी स्थिति में सत्य बोलने और उचित काम करने में साहस और आत्मविश्वास से है।

(यह भी देखें: भरोसा, शुभ समाचार, छुड़ा ले)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

निर्दोष

परिभाषा:

“निर्दोष” शब्द का अर्थ है, अपराध या अनुचित कार्य का दोषी न होना। इसका संदर्भ सामान्यतः उन मनुष्यों से है जो बुरे कामों में नहीं हैं।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: दोष)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

निर्दोष

परिभाषा:

“निर्दोष शब्द” का शाब्दिक अर्थ है, “बिना किसी दोष के”। यह उस मनुष्य के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो पूर्ण मन से परमेश्वर की आज्ञाएं मानता है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह निष्पाप है।

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बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता

परिभाषा:

"निर्दोष ठहराना" अर्थात् किसी को नियम विरोधी का अनैतिकता के दोष से मुक्त करना।

(यह भी देखें: क्षमा कर, दोष, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

निवासी, निवासियों

परिभाषा:

निवासी उस व्यक्ति को कहते हैं जो किसी नगर, देश या राज्य में रहता है। अर्थात जो उस स्थान का अधिकृत निवासी माना जाता है।

(देखें: राज्य, पौलुस, प्रांत, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

नींद, सो जाना, सो गए थे, सोना, सोना, “उसे नींद आ गई”, सोना, सोना, नींद ना आना, नींद

परिभाषा:

इन शब्दों के प्रतीकात्मक अर्थ हैं मृत्यु।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

न्यायी, न्याय

परिभाषा:

“न्यायी” और “न्याय” का संदर्भ किसी नैतिक या अनैतिक काम के इस बारे में निर्णय लेने का उल्लेख करते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आज्ञा, न्यायी, दण्ड के दिन, सच्चा, व्यवस्था, व्यवस्था)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

न्यायी, न्याय

परिभाषा:

न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके व्यवस्था संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो।

(यह भी देखें: शासन करना, न्यायी, व्यवस्था)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पत्थर, पत्थर, पत्थर

परिभाषा:

पत्थर एक छोटी चट्टान का टुकड़ा होता है। "पत्थर" करने के लिए किसी ने उसे मारने के इरादे से उस व्यक्ति पर पत्थर और बड़ी चट्टानें फेंकना है एक "पत्थरवाह" एक घटना है जिसमें किसी को पत्थरवाह किया गया था।

(यह भी देखें: व्यभिचार, करना, दोष, मर जाए, लुस्त्रा, गवाही)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

परदेशी, फूट करा, अलग किए, पराई

परिभाषा:

“परदेशी” अर्थात किसी अन्य देश में रहनेवाला। “परदेशी” का दूसरा शब्द है, विदेशी।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

परमेश्‍वर

तथ्य:

बाइबल में “परमेश्‍वर” का संदर्भ शाश्वत जीव से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्‍वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्‍वर का नाम यहोवा है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: उत्‍पन्‍न, देवता, परमेश्वर पिता, पवित्र आत्मा, मूर्ति, परमेश्वर का पुत्र, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा

परिभाषा:

“परमेश्वर की प्रजा” अर्थात परमेश्वर ने संसार में से जिन लोगों को बुलाकर अलग कर लिया कि उसके साथ विशेष संबन्ध में रहें।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: इस्राएल, जाति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

परीक्षा, परीक्षण, परीक्षण

परिभाषा:

“परीक्षा” का संदर्भ कठिन या दुःखदायी अनुभव से है जो मनुष्य की इच्छाशक्ति या दुर्बलता को दर्शाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: परीक्षा करने)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

परीक्षा, दुःख

परिभाषा:

“परीक्षा” का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखना” या “जांचना”।

(यह भी देखें: परीक्षा करने, परीक्षा, निर्दोष, दोष)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पर्व, पर्व

परिभाषा:

सामान्य अर्थ में पर्व किसी जन समुदाय द्वारा उत्सव मनाना होता है।

(यह भी देखें: पर्व)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पर्व, पर्वों, भोज

परिभाषा:

“पर्व” शब्द का अर्थ अति सामान्य है, जिसका सन्दर्भ ऐसे कार्यक्रम से है जिसमें जनसमूह उत्सव मनाने के उद्देश्य से एक वृहत भोज में सहभागी होता है। बैबले के युग में भोज कई दिन वरन अधिक समय तक चलता था।

(यह भी देखें: पर्व)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पलिश्तियों

तथ्य:

पलिश्ती एक जाति थी जो भूमध्य सागर के तट पर पलिश्तीन देश में वास करती थी। इस नाम का अर्थ है, “समुद्री लोग”

(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, दाऊद, एक्रोन, गत, गाज़ा, गोलियत, खारा ताल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पशु

तथ्य:

“पशु” उन पशुओं को कहते हैं जो भोजन एवं अन्य उपयोगी उत्पाद उत्पन्न करते हैं। कुछ पशुओं को काम के लिए पाला जाता है

(यह भी देखें: गाय, गदहा, बकरा, घोड़ा, गाय, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पशु, पशुओं, जानवर

तथ्य:

बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” को कहने के लिए दूसरा शब्द है।

(यह भी देखें: अधिकारी, दानिय्येल, पशु, जाति, सामर्थ्य, प्रकट करना, बालजबूल(शैतान))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पहचान, जान सकता, समझदार, विवेक-शक्ति

परिभाषा:

“पहचान” (समझने की शक्ति) अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहण करना विशेष करके समझाना कि कोई बात सही है या गलत।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: न्यायी, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पहर, घंटे

परिभाषा:

“पहर” बाइबल में प्रायः दिन के किस समय कोई घटना घटी। इसका प्रतीकात्मक उपयोग “समय” या “पल” के लिए भी किया जाता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पानी, जल, पानी पिलाया, पानी देना

परिभाषा:

“पानी” का मूल अर्थ के अतिरिक्त अर्थ जलाशयों से भी है जैसे समुद्र, सागर, झील या नदी भी है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: जीवन, आत्मा, पवित्र आत्मा, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना

परिभाषा:

“पाप” कार्य, विचार तथा जो शब्द परमेश्वर विरोधी हैं। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अवज्ञा, बुराई, माँस, चुंगी लेनेवाला)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

पीढ़ी

परिभाषा:

“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जन्में हों। वे सभी एक ही सामान्य समय अवधि में पैदा हुए हैं और इसलिए समान उम्र के बारे में हैं।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: उतरेगा, बुराई, मूलपिता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पीतल

परिभाषा:

“पीतल” (कांसा) एक धातु है जिसे तांबा और टिन के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्की लालिमा लिए भूरा होता है।

(यह भी देखें: हथियार, निवासस्थान, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पीनहास

तथ्य:

पुराने नियम में पीनहास नामक दो पुरुष हुए हैं।

(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, यरदन नदी, मिद्यान, पलिश्तियों, शमूएल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पुकार, चिल्लाहट, पुकारकर, रोना, दोहाई, दोहाई,

परिभाषा:

“पुकार” या “दोहाई” प्रायः किसी बात को उच्च स्वर में कहना और आवश्यकता व्यक्त करना। कोई “दोहाई” पीड़ा या निराशा या क्रोध में भी पुकार सकता है।

(यह भी देखें: बुलाना, गिड़गिड़ाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पुत्र, पुत्रों

परिभाषा:

एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाता है उसे उस आदमी का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है एक "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अजर्याह, उतरेगा, मूलपिता, पहलौठे, परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर की सन्तान)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

पृथ्वी, मिट्टी का, पार्थिव

परिभाषा:

“पृथ्वी” अर्थात् वह संसार जिसमें मनुष्य अन्य सब प्राणियों के साथ रहते हैं। बाइबल में, इस शब्द का कभी-कभी "भूमि" के रूप में अनुवाद किया जाता है, जब इसका उपयोग सामान्य तरीके से जमीन या मिट्टी को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, या जब किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, आमतौर पर किसी देश या राष्ट्र का उल्लेख करने के लिए एक विशिष्ट तरीके से उपयोग किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आत्मा, संसार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

पोर, पोर पर्वत, बालपोर

परिभाषा:

"पोर" और "पोर पर्वत" शब्द का सन्दर्भ मोआब क्षेत्र के खारे ताल के उत्तरी-पूर्व में स्थित पर्वत से है।

(यह भी देखें: बाल, देवता, मोआब, खारा ताल, दंडवत करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रकार, भांति-भांति, करुणा, उपकार

परिभाषा:

“प्रकार” और “भांति-भांति” एक ही गुणों की वस्तुओं के समूह या वर्गीकरण का संदर्भ देते हैं।

अनुवाद के सुझाव

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रतिष्ठित, रईसों, धनी मनुष्य, प्रधान लोग

परिभाषा:

“प्रतिष्ठित” अर्थात श्रेष्ठ और उच्च गुण की वस्तु। “रईस” उच्च राजनीतिक या सामाजिक स्तर का मनुष्य। एक व्यक्ति "कुलीन जन्म का" व्यक्ति वह है जो जन्म से ही एक कुलीन व्यक्ति है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रधान, प्रधानों

परिभाषा:

“प्रधान” शब्द किसी जाति के सबसे महत्वपूर्ण अगुवे का बोध कराता है।

(यह भी देखें: प्रधान याजकों, याजक, चुंगी लेनेवाला)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रभु

तथ्य:

“प्रभु” शब्द का संदर्भ उस मनुष्य से होता है जिसे मनुष्यों पर अधिकार एवं स्वामीत्व प्राप्त होता है। यह परमेश्वर का भी पदनाम होता है। (ध्यान दें कि जब किसी को संबोधित करने के लिए काम में लिया जाए या वाक्य के आरंभ में बड़े अक्षरों में लिखा जाए तो इसका अर्थ “श्रीमान” या “स्वामी” होता है।)

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: परमेश्‍वर, यीशु, प्रभु, शासन, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रभु, प्रभुओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय

परिभाषा:

“प्रभु” शब्द का अर्थ है अन्य लोगों पर स्वामीत्व या अधिकार रखना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: प्रभु)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

प्रभु यहोवा, यहोवा परमेश्‍वर

तथ्य:

पुराने नियम में इस शब्द का अर्थ है एकमात्र सच्चा परमेश्वर।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: परमेश्‍वर, प्रभु, प्रभु, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रभुता

परिभाषा:

“प्रभुता” शब्द का अर्थ है मनुष्यों, पशुओं और भूमि पर अधिकार, नियंत्रण या सत्ता।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अधिकारी, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्राचीन, प्राचीनों, अगुवों, बूढ़े

परिभाषा:

"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, आमतौर पर पुरुष) जो वृद्ध हो चुके हैं जो एक समुदाय के भीतर परिपक्व वयस्क और अगुएं बन गए हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के भूरे बाल हो सकते हैं, वयस्क बच्चे हो सकते हैं, या शायद नाते - पोते भी हो सकते हैं।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

प्राण, स्वयं

परिभाषा:

“प्राण” शब्द या तो आम तौर पर किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के रूप में खुद के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आत्मा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया

परिभाषा:

किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं।

परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।

नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम”

“प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम।

प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।”

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: वाचा, मर जाए, बलिदान करना, बचाना, पाप)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

प्रेमी, यारों

परिभाषा:

“प्रेमी” अर्थात् “प्रेम करने वाला व्यक्ति।” यह शब्द प्रायः उन मनुष्यों के लिए है जिनके यौन संबन्ध होते हैं।

(यह भी देखें: व्यभिचार, देवता, मूर्ति, प्रेम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

फंदा, फंदे, फंसाना, फंसा, फँसना, जाल

परिभाषा:

"जाल" और "फंदा" ये ऐसे साधन होते थे जिनसे पशु -पक्षी पकड़े जाते थे और वे बचकर भाग नहीं सकते थे। "जाल में फँसाने" का अर्थ है, जाल बिछाकर पकड़ना और फंदे में फंसाना या फंसाने का अर्थ है, फंदे से पकड़ना। बाइबल में इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है कि पाप और परीक्षा छिपे हुए फंदे हैं जो मनुष्य फंसा कर उसकी हानि करते हैं ।

(यह भी देखें: स्वतंत्र, , आहेर, शैतान, परीक्षा करने)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

फल, फलों, फलवन्त, निष्फल

परिभाषा:

“फल” अर्थात वृक्ष का खानेवाला भाग। “फलवन्त” अर्थात बहुत फल उगना। बाइबल में इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: उतरेगा, अन्न, अंगूर, पवित्र आत्मा, दाखलता, गर्भ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

फाटक, फाटकों, बेंड़ों, द्वारपाल, चौकीदारों, द्वार के खम्भे, द्वार

परिभाषा:

“फाटक” किसी बाढ़े में या दीवार में जो नगर या घर के चारों ओर से उसमें चूल पर लगी एक बाधा होती है। “बेड़ों” फाटक को बन्द करने के लिए लकड़ी या धातु की सांकल।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बँधुआई, बन्धुओं, बन्दी करके

परिभाषा:

“बन्धुआई” शब्द का अर्थ है कि मनुष्यों को स्वदेश से बाहर कहीं दूर बसाया जाना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बेबीलोन, यहूदा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बचे हुए

परिभाषा:

शब्द “बचे हुए लोग” वास्तव में बचे हुए लोगों या वस्तुओं के संदर्भ में है। इसका अर्थ बड़ी मात्रा में से छोड़ी गई वस्तु भी है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बन्दीगृह, बन्दी, बन्दी, बन्दीगृह, कैद में, कैद में, बन्दी बनाना, बन्दी बनना, बन्दी बनना

परिभाषा:

“बन्दीगृह” वह स्थान है जहाँ अपराधियों को उनके अपराध का दण्ड देने के लिए रखा जाता है। “बन्दी” वह व्यक्ति जो बन्दीगृह में रखा गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बन्दी बनाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बल, बलवन्त करना, दृढ़ किया, मजबूत, हियाव बाँधा

तथ्यों:

“बल” अर्थात शारीरिक, मानसिक या आत्मिक शक्ति। “बलवन्त करना” (स्थिर होना, दढ़ होना) अर्थात किसी को अधिक शक्तिशाली बनाना।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: विश्वासयोग्य, धीरज धरना, दाहिना हाथ, उद्धार)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बलवा , बलवा, बलवा किया, विद्रोह, विद्रोही, बलवाई, विद्रोह शीलता

परिभाषा:

“बलवा” शब्द का अर्थ है किसी के अधिकार के अधीन होने से इन्कार करना। “बलवा करने वाला” आज्ञा नहीं मानता है और बुरा काम करता है। ऐसा मनुष्य “बलवाई” कहलाता है

(यह भी देखें: अधिकारी, शासन करना)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

बहन, बहनों

परिभाषा:

बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता याकिसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: भाई, मसीह में, आत्मा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बाँधे, बांधा हुआ

परिभाषा:

“बाँधे” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे।

(यह भी देखें: कमर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बांज वृक्ष, बांज वृक्षों

परिभाषा:

बांज, या बांज वृक्ष मोटे तने और फैली हुई शाखाओं का एक लम्बा पेड़ होता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: पवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बाल

तथ्य:

“बाल” का अर्थ है, “प्रभु” या “स्वामी”, और पहले के झूठे देवता का नाम था जिनकी उपासना कनानी करते थे।

(यह भी देखें: आहाब, अशेरा, एलिय्याह, देवता, वैश्या, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

बिन्यामीन, बिन्यामीनी, बिन्यामीनियों

तथ्य:

बिन्यामीन याकूब और उसकी पत्नी राहेल का सबसे छोटा पुत्र था। उसके नाम का अर्थ है, “मेरे दाहिने हाथ का पुत्र”

बिन्यामीन और उसका बड़ा भाई यूसुफ राहेल के दो ही पुत्र थे, राहेल बिन्यामीन के जन्म के बाद मर गई थी।

(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल, यूसुफ (पुराना नियम), पौलुस, राहेल, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बीज, वीर्य

परिभाषा:

बीज पौधे का वह भाग है जिसे भूमि में डालने पर उसी जाति का पौधा अंकुरित होता है।तथापि बाइबल में "बीज" शब्द का उपयोग लाक्षणिक रूप में भी किया गया है जिसके अनेक भिन्न-भिन्न अर्थ हैं।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: उतरेगा, वंश

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बुद्धिमान, बुद्धि

परिभाषा:

“बुद्धिमान” वह मनुष्य है जो समझता है कि करने के लिए क्या उचित एवं नैतिक है और उसे करता है। “बुद्धि” जो सच एवं नैतिकता में उचित है उसे समझना और उसका अभ्यास करना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आज्ञा मानना, फल)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

बुरा, गलत करना, बुरा किया, गलत तरीके से, बुरा करनेवाले, दुर्व्यवहार, सताया हुआ, चोट पहुँचाना, कष्टदायक

परिभाषा:

“बुरा” करने का अर्थ है किसी के साथ अन्याय करना या अनिष्ठ व्यवहार करना।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

बुराई, दुष्ट, दुष्टता

परिभाषा:

“बुरा और दुष्ट” दोनों का संदर्भ उन बातों से है जो परमेश्वर के गुण एवं इच्छा के विरूद्ध है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अवज्ञा, पाप, अच्छा, धर्मी, दुष्टात्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

बेतशेमेश

तथ्य:

बेतशेमेश एक कनानी नगर का नाम था, जो यरूशलेम के लगभग 30 कि.मी. पश्चिम में था।

(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, कनान, यरूशलेम, यहोशू, लेवी, पलिश्तियों)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बेतेल

तथ्य:

“बेतेल” कनान देश में यरूशलेम के उत्तर में एक नगर था। इसका पूर्व का नाम "लूज" था।

(यह भी देखें: अब्राहम, वेदी, इस्राएल, यरूशलेम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बेर्शेबा

तथ्य:

पुराने नियम के युग में बेर्शेबा नगर यरूशलेम से लगभग 45 मील दक्षिण पश्चिम में रेगिस्तान में बसा था जिसे अब नेगेव (दक्षिण देश) कहते हैं।

(यह भी देखें: अबीमेलेक, अब्राहम, हाजिरा, इश्माएल, यरूशलेम, शपथ)

===== बाइबल सन्दर्भ: =====

शब्द तथ्य:

बैंगनी

तथ्य:

“बैंगनी” शब्द एक रंग का नाम है जिसमें नीले और लाल रंग को मिश्रित किया जाता है।

(यह भी देखें: एपोद, फिलिप्पी, राजकीय, निवासस्थान, मन्दिर

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

बैतलहम, एप्रात

तथ्य:

बैतलहम इस्राएल में एक छोटा सा नगर था जो यरूशलेम के निकट स्थित था। इसका नाम “एप्रात” भी था, संभवतः उसका मूल नाम।

(यह भी देखें: कालेब, दाऊद, मीका)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

भजन

परिभाषा:

“भजन” शब्द एक पवित्र गीत का संदर्भ देता है जो कविता रूप में लिखा गया है कि गाया जाए।

(यह भी देखें: दाऊद, विश्वास, आनन्द, मूसा, पवित्र)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भय, भययोग्य

परिभाषा:

“भय” शब्द किसी महान, सामर्थी एवं भव्य बात को देखकर विस्मय और अगाध सम्मान की भावना के संदर्भ में है।

भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा का दर्शन देखा जो “भययोग्य” या “विस्मयकारी भय” का था।

(यह भी देखें: डर, महिमा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भय, चकित, बुरे, बुरी तरह से, भयातुर, भयानक

परिभाषा:

“भय” का संदर्भ आंतक और भय की अनुभूति से है। जिस मनुष्य को भय से कंपकंपी हो रही हो उसे भयातुर कहते हैं।

“भय” मात्र डर से अधिक प्रबल होती है।

(यह भी देखें: डर, डर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भरोसा, भरोसा करना, आत्मविश्वास से

परिभाषा:

“भरोसा” (हियाव) निश्चय होना कि कोई बात सच है या उसका होना निश्चित है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासी, निडर, विश्वासयोग्य, आशा, विश्वास)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भाई

परिभाषा:

“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में होता है जिसकी माता/पिता किसी और की भी माता/पिता हो।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: प्रेरित, परमेश्वर पिता, बहन, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भेद, भेदों, भेद, भेदों

परिभाषा:

बाइबल में “भेद” शब्द का संदर्भ किसी अज्ञात या समझने में दुर्बोध बात से है जिसे परमेश्वर अब प्रकट कर रहा है।

(यह भी देखें: मसीह, अन्यजाति, शुभ समाचार, यहूदी, सच्चा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

भोज

परिभाषा

“भोज” एक बड़ा औपचारिक भोजन है जिसमें अनेक व्यंजन होते थे।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मण्डली, सभा, इकट्ठा होना, सभा,

परिभाषा:

“मण्डली” का संदर्भ मनुष्यों के एक समूह से है जो किसी कारण, प्रायः समस्या पर विचार करने के लिए, राय देने के लिए, या निर्णय लेने के लिए एकत्र होता है। सभा मनुष्यों का एक ऐसा समूह हो सकता है जो अधिकृत और एक प्रकार से स्थाई रूप में संगठित किया गया है या वह मनुष्यों का एक समूह हो सकता है जो किसी विशेष उद्देश्य या अवसर के निमित्त अस्थाई रूप से एकत्र होता है।

पुराना नियम

नया नियम

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: महासभा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मत्ती, लेवी

तथ्य:

मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था।

(यह भी देखें: प्रेरित, लेवी, चुंगी लेनेवाला)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मधु, मधु का छत्ता

परिभाषा:

“मधु” खानेवाला एक चिपचिपा मीठा पदार्थ होता है जो मधु मक्खियाँ फूलों के रस से तैयार करती हैं। छत्ता मोम का बनाया मधु संग्रह का एक साधन है, जिसमें मधु मक्खियाँ मधु एकत्र करती हैं।

(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), योनातान, पलिश्तियों, शिमशोन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मन, मनों, मन में लेना, सुधि लेना, सुधि दिला, याद दिलाता है, स्मरण किए गए, स्मरण, स्मरण दिलाने वाला, स्मरण दिलाना, एक मन

परिभाषा:

“मन” मनुष्य का वह भाग है जो सोचता और निर्णय लेता है।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: विश्वास, हृदय, प्राण)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मनश्शे

तथ्य:

मनश्शे नामक पाँच पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।

(यह भी देखें: वेदी, दान, एप्रैम, एज्रा, मूर्ति, इस्राएल, यहूदा, अन्यजाति, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मन्दिर, भवन, परमेश्वर का भवन

तथ्य:

मन्दिर पर कोटे से घिरा हुआ एक भवन था जहां इस्राएली प्रार्थना करने और बलि चढ़ाने आते थे। यह मन्दिर मोरिय्याह पर्वत पर यरूशलेम नगर में था।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बलिदान करना, सुलैमान, बेबीलोन, पवित्र आत्मा, निवासस्थान, आँगन, सिय्योन, घर)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

मन्नत, शपथ खाई

परिभाषा:

मन्नत एक शपथ है जो मनुष्य परमेश्वर के सम्मुख करता है।

(यह भी देखें: प्रतिज्ञा, शपथ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मर जाए, मर गया, मरे हुओं, प्राणनाशक, मृत्यु,

परिभाषा:

यह शब्द शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है। शारीरिक रूप में जब देह का जीना समाप्त हो जाता है आत्मिक रूप में जब पापी मनुष्य पाप के कारण पवित्र परमेश्वर से अलग हो जाते हैं।

1. शारीरिक मृत्यु

2. आत्मिक मृत्यु

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, विश्वास, जीवन, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

महीने, महीनों, महीने के

परिभाषा:

“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य का कैलेण्डर काम में लिया जाता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

माँस

परिभाषा:

बाइबल में “माँस” मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों का संदर्भ देता है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया

तथ्य:

“पहचानना” (मानना) अर्थात किसी मनुष्य को या वस्तु को यथा उचित मान देना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आज्ञा मानना, महिमा, उद्धार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मिद्यान, मिद्यानी, मिद्यानियों

तथ्य:

मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह एक जाति और स्थान का भी नाम पड़ गया जो कनान के दक्षिण में अरब के रेगिस्तान के उत्तर में था। इस जाति के लोग मिद्यानी थे।

वर्षों बाद मिद्यानियों ने कनान देश में इस्राएलियों पर आक्रमण करके उन्हें लूटा था। गिदोन ने इस्राएलियों को लेकर उन्हें हराया था।

(देखें अरब, मिस्र, भेड़-बकरियों, गिदोन, यित्रो, मूसा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

मिला, नींव डाली, प्रतिष्ठापक, नींव, नीवें

परिभाषा:

क्रिया शब्द “मिला” का अर्थ निर्माण, बनाना या उसके लिए आधार रखना। वाक्यांश “पर स्थापित”का अर्थ है समर्थित या उसके आधार पर। “नींव” वह आधार है जिस पर निर्माण किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: कोने का पत्थर, उत्‍पन्‍न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मिस्पा

तथ्य:

मिस्पा पुराने नियम में अनेक नगरों के नाम थे। इसका अर्थ है, “निगरानी का स्थान” या “चौकसी का गुम्मट”।

(यह भी देखें: दाऊद, यहूदा, इस्राएल के राज्य, मोआब, शाऊल (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मिस्र, मिस्री, मिस्रियों

तथ्य:

मिस्र अफ्रीका के उत्तर पूर्व से कनान के दक्षिण पश्चिम तक एक देश है। मिस्री जन मिस्र देश का निवासी है।

(यह भी देखें: हेरोदेस महान, यूसुफ (नया नियम), नील नदी, कुलपति)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

मीका

तथ्य:

मीका, मसीह से 700 वर्ष पूर्व यहूदा में यशायाह के सेवाकाल के समय यहूदा ही में एक भविष्यद्वक्ता था। मीका नामक एक और पुरुष था जो न्यायियों के युग में था।

(यह भी देखें: अश्शूर, दान, एप्रैम, मूर्ति, यशायाह, यहूदा, न्यायी, लेवी, याजक, भविष्यद्वक्ता, सामरिया, चाँदी)

बाइबल सन्दर्भ:

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शब्द तथ्य:

मुँह, मुँह के सामने, सामने, चेहरे, मुँह के बल गिरे

परिभाषा:

“मुँह ” अर्थात मनुष्य का चेहरा। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ होते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मूरत, मूरतों, मूर्ति खोदकर, खोदी हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, मूरतों, खुदी हुई मूरत, खुदी हुई मूर्तियों, धातु की खुदी हुई मूरत, ढली हुई मूर्तियाँ

परिभाषा:

यह सब शब्द मिथ्या देवताओं की आराधना में मूर्तों के संदर्भ में हैं। मूर्तिपूजा के संबन्ध में मूरत का अर्थ था, तराशी हुई मूर्तियां।

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: देवता, परमेश्‍वर, मूर्ति, परमेश्‍वर का प्रतिरूप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मूर्ख, मुर्ख लोग, मूर्खता

परिभाषा:

“मूढ़” अर्थात अनुचित चुनाव करनेवाला विशेष करके अवज्ञा का चुनाव करनेवाला। “मूर्ख” शब्द निर्बुद्धि मनुष्य या व्यवहार का वर्णन करता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मूर्ति, मूरतें, मूर्तिपूजक, मूर्तिपूजकों, मूर्ति-पूजक, मूर्ति पूजा

परिभाषा:

मूर्ति मनुष्यों द्वारा हाथ से बनायी गई एक प्रतिभा होती है जिसकी वे पूजा करते हैं। एक सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान देना मूर्ति-पूजा कहलाती है।

(यह भी देखें: देवता, मूरत, राज्य, दंडवत करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

मूसा

तथ्य:

मूसा एक भविष्यद्वक्ता और इस्राएलियों का अगुआ था, उसने 40 वर्ष उनकी अगुआई की थी।

(यह भी देखें: मिर्याम, प्रतिज्ञा का देश, दस आज्ञाएँ)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

मेलबलि, मेलबलियों

तथ्य:

पुराने नियम में “मेलबलि” एक ऐसा बलिदान था जो अनेक कारणों से चढ़ाया जाता था जैसे परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिए या मन्नत पूरी करने के लिए।

(यह भी देखें: होमबलि, पूरा कर, अन्नबलि, दोषबलि, मेलबलि, याजक, बलिदान करना, अख़मीरी रोटी, मन्नत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मेलबलि, मेलबलियों

तथ्य:

“मेलबलि” परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार इस्राएल में जो बलियां चढ़ती थी उनमें से एक यह भी थी। * इसे कभी-कभी “धन्यवाद की बलि” या “सहभागिता की बलि” भी कहा गया है।

(यह भी देखें: होमबलि, सहभागिता, मेलबलि, अन्नबलि, याजक, बलिदान करना, अख़मीरी रोटी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

मोआब, मोआबी

तथ्य:

"मोआब" शब्द एक ऐसे समूह को संदर्भित करता है जो खारे सागर के पूर्व में रहता था। उत्पत्ति की पुस्तक इस व्यक्ति समूह को "मोआब" नामक एक व्यक्ति के वंशज के रूप में वर्णित करती है, जो लूत की बड़ी पुत्री का पुत्र था।

(यह भी देखें: बैतलहम, यहूदिया, लूत, रूत, खारा ताल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

यबूस, यबूसी, यबूसियों

तथ्य:

यबूसी कनान देश में रहनेवाली एक जाति थी। वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे।

(यह भी देखें: कनान, हाम, यरूशलेम, मेलिकिसिदक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

यरदन नदी, यरदन

तथ्य:

यरदन नदी उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है और कनान देश की पूर्वी सीमा बनाती है।

(यह भी देखें: कनान, खारा ताल, गलील सागर)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यरूशलेम

तथ्य:

यरूशलेम वास्तव में एक प्राचीन कनानी नगर था जो बाद में इस्राएल का एक प्रमुख नगर बन गया था। यह नगर खारे ताल के पश्चिम में 34 किलोमीटर दूर और बैतलहम के ठीक उत्तर में स्थित है। यह नगर आज भी इस्राएल की राजधानी है।

(यह भी देखें: बेबीलोन, मसीह, दाऊद, यबूस, यीशु, सुलैमान, मन्दिर, सिय्योन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यहूदा

तथ्य:

यहूदा याकूब के बड़े बेटों में से एक था। उनकी मां लिआ थी। उनके वंशजों को "यहूदा का गोत्र" कहा जाता था। जब भूमि के एक क्षेत्र के नाम के रूप में उपयोग किया जाता है, तो "यहूदा" शब्द यहूदा के जनजाति को दी गई भूमि को संदर्भित करता है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्र यरूशलेम के दक्षिण में स्थित है।

(यह भी देखें: इस्राएल, यहूदी, यहूदा, यहूदिया, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

यहूदा, यहूदा का राज्य

तथ्य:

यहूदा का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में सबसे बड़ा था। यहूदा राज्य यहूदा और बिन्यामीन गोत्रों से था।

(यह भी देखें: यहूदा, खारा ताल)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यहूदियों, यहूदी

तथ्य:

“यहूदी अगुवे” या “यहूदियों के हाकिम” अर्थात धर्म के अगुवे जैसे पुरोहित और परमेश्वर के वचन के शिक्षक। उन्हें धर्म की अपेक्षा अन्य विषयों के संबन्ध में भी निर्णय देने का अधिकार था।

(यह भी देखें: यहूदी, प्रधान याजकों, महासभा, महायाजक, फरीसी, याजक, सदूकी, शास्त्री)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यहूदी, यहूदियों का, यहूदियों

तथ्य:

यहूदी वे लोग है जो अब्राहम के पोते याकूब के वंशज थे। “यहूदी” शब्द “यहूदा” से आया था।

लोग इस्राएलियों को यहूदी तब कहने लगे जब वे बेबीलोन से यहूदा देश लौट आएँ थे।

(यह भी देखें: अब्राहम, इस्राएल, इस्राएल, बेबीलोन, यहूदियों)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यहोवा

तथ्य:

“यहोवा” परमेश्वर का नाम है, उसने उस जलती हुई झाड़ी पर मूसा को यह नाम बताया था

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: परमेश्‍वर, प्रभु, प्रभु, मूसा, प्रकट करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यहोशू

तथ्य:

बाइबल में यहोशू नाम के अनेक इस्राएली पुरुष हुए हैं। सबसे अधिक प्रसिद्ध नून का पुत्र यहोशू है, वह मूसा का सहायक था और परमेश्वर की प्रजा का एक महत्वपूर्ण अगुआ हुआ था।

(यह भी देखें: कनान, हाग्गै, यरीहो, मूसा, प्रतिज्ञा का देश, जकर्याह (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

यिप्तह

तथ्य:

यिप्तह गिलाद का एक योद्धा था, वह इस्राएल का न्यायी था।

(यह भी देखें: अम्मोन, छुड़ाना, एप्रैम, न्यायी, मन्नत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

योआश

तथ्य:

योआश नामक अनेक पुरुष बाइबल में हुए हैं।

(यह भी देखें: अहज्याह, वेदी, बिन्यामीन, देवता, गिदोन, ऊँचे स्थान, मूर्ति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

योग्य, मूल्यवान, अयोग्य, निकम्मा

परिभाषा:

“योग्य” शब्द किसी ऐसे व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करता है जो सम्मान या आदर के योग्य है। “मूल्य” अर्थात कीमती या महत्वपूर्ण होना “निकम्मा” अर्थात किसी काम का नहीं

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: आदर)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

योताम

परिभाषा:

पुराने नियम में योताम नाम के तीन पुरुष हुए हैं।

(यह भी देखें: अबीमेलेक, अहाज, गिदोन, उज्जियाह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

योना

परिभाषा:

योना पुराने नियम का एक इब्रानी भविष्यद्वक्ता था।

(यह भी देखें: अवज्ञा, नीनवे, मुड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

योनातान

तथ्य:

पुराने नियम में लगभग दस पुरुषों का नाम योनातान हुआ है। इस नाम का अर्थ है, “यहोवा ने दिया है”।

(यह भी देखें: एब्यातार, दाऊद, मूसा, यिर्मयाह, याजक, शाऊल (पुराना नियम), शास्त्री)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रखैल, रखैलियों

परिभाषा:

“रखैल” किसी विवाहित पुरुष की दूसरी पत्नी होती है। रखैल प्रायः विधिवत विवाह की हुई पत्नी नहीं होती है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रथ, रथों, रथियों

परिभाषा:

प्राचीन युग में रथ घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाली दो पहियों की गाड़ियां होती थी।

युद्ध में जिस सेना के पास रथ थे वह सामने वाली सेना जिसके पास रथ नहीं थे, उससे अधिक गति एवं परिवहन क्षमता रखती थी। प्राचीन युग में मिस्र और रोमी रथों के उपयोग के लिए जाने जाते थे

(यह भी देखें: मिस्र, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

रब्बी

परिभाषा:

“रब्बी” शब्द का वास्तविक अर्थ है “मेरा स्वामी” या “मेरा गुरू”

अनुवाद के सुझाव:

देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: गुरु)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

राजकुमार, राजकुमारी, राजकुमारी, राजकुमारियां

परिभाषा:

“राजकुमार” राजा का पुत्र होता है। “राजकुमारी” राजा की पुत्री होती है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, अधिकारी, मसीह, दुष्टात्मा, प्रभु, सामर्थ्य, शासन, शैतान, उद्धारकर्ता, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

राजा, राज्य, राजसी

परिभाषा:

बाइबल में, "राजा" शब्द से अभिप्राय उस व्यक्ति से है जो लोगों के किसी विशेष समूह अर्थात नगर, राज्य या देश (या दोनों) का सर्वोच्च शासक है।

(यह भी देखें: अधिकारी, हेरोदेस अन्तिपास, राज्य, परमेश्‍वर का राज्य)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

राज्य, राज्यों

परिभाषा:

राज्य अर्थात राजा द्वारा शासित एक प्रजा। इसका संदर्भ एक देश या राजनीतिक क्षेत्र से भी हो सकता है जिस पर एक राजा या शासक का नियंत्रण एवं अधिकार होता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अधिकारी, राजा, परमेश्‍वर का राज्य, इस्राएल के राज्य, यहूदा, यहूदा, याजक)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

रामाह

तथ्य:

रामाह यरूशलेम से आठ कि.मी. दूर एक प्राचीन इस्राएली नगर था। यह नगर बिन्यामीन गोत्र के प्रदेश में था जहाँ वे रहते थे।

(यह भी देखें: बिन्यामीन, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रिम्मोन

तथ्य:

रिम्मोन बाइबल में एक पुरुष का और अनेक स्थानों का नाम था। एक झूठे देवता का भी यही नाम था।

(यह भी देखें: बिन्यामीन, यहूदिया, नामान, सीरिया, जबूलून)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रूबेन

तथ्य:

रूबेन याकूब का पहिलौठा था। उसकी माता का नाम लिआ था।

(यह भी देखें: इस्राएल, यूसुफ (पुराना नियम), लिआ:, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रोटी

परिभाषा:

रोटी, आटे में पानी और तेल मिलाकर बनाई जाती है। आटे को बेलकर रोटी का आकार देकर सेंका जाता है।

(यह भी देखें: फसह, निवासस्थान, मन्दिर, अख़मीरी रोटी, ख़मीर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

रोम, रोमी

तथ्यों:

नये नियम के युग में रोम नगर रोमी साम्राज्य की राजधानी था। आज वह इटली देश की राजधानी है।

(यह भी देखें: शुभ समाचार, समुद्र, पिलातुस, पौलुस)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल के कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

लबानोन

तथ्य:

लबानोन एक अति सुंदर पर्वतीय प्रदेश है जो इस्राएल के उत्तर में भूमध्यसागर के तट पर है। बाइबल के युग में यह स्थान सनोवर के देवदारू और सरू के वृक्षों से घिरा हुआ था।

(यह भी देखें: देवदारू, सनौबर, सनौबर, फीनीके)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

लाठी, छड़ें

परिभाषा:

“लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी

(यह भी देखें: लाठी, भेड़, चरवाहे)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

लाठी, लाठी

परिभाषा:

लाठी एक लम्बी लकड़ी होती थी जिसका उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए किया जाता था।

याकूब अपनी वृद्धावस्था में चलने के लिए लाठी का सहारा लेता था। परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट करने के लिए मूसा की लाठी को सांप बना दिया था। चरवाहे भी लाठी का उपयोग करके भेड़ों को चलाते थे या वे गिर जाएं या भटक जाएं तो उनका बचाव करते थे। लाठी के सिरे पर एक कांटा होता था परन्तु वह चरवाहे की लाठी से भिन्न होती थी क्योंकि चरवाहे की लाठी सीधी होती थी और भेड़ों पर आक्रमण करने वाले वन पशुओं को मारने के लिए काम में ली जाती थी।

(यह भी देखें: फ़िरौन, सामर्थ्य, भेड़, चरवाहे)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

लाभ, कमाई, निष्फल, लाभदायक

परिभाषा:

सामान्य तौर पर, "लाभ" और "लाभदायक" शब्द कुछ कार्य या व्यवहार करने के माध्यम से कुछ अच्छा पाने के लिए कहते हैं

कोई चीज़ किसी के लिए “लाभदायक” होन अर्थात किसी को अच्छी वस्तुएँ प्राप्त कराता है या किसी को अच्छी वस्तु प्राप्त करने में मददकारी है।

"निष्फल" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है।

(यह भी देखें: योग्य)

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

लूका

तथ्य:

लूका नये नियम की दो पुस्तकों का लेखक था, लूका रचित सुसमाचार और प्रेरितों के काम की पुस्तक।

(यह भी देखें: अन्ताकिया, पौलुस, सीरिया)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

लेवी, लेवीय, लेवियों, लेवीय

परिभाषा:

लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। “लेवीय” अर्थात इस्राएल के लेवी गोत्र जिसका कुलपति लेवी था, उसका सदस्य।

(यह भी देखें: मत्ती, याजक, बलिदान करना, मन्दिर, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

वंश

परिभाषा:

“वंश” शब्द मनुष्य या पशु की सांसारिक सन्तति के लिए काम में लिया जाता है।

(यह भी देखें: उतरेगा, बीज)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

वचन, शब्द

परिभाषा:

“वचन” शब्द का अर्थ है किसी के द्वारा कही गई बात।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: परमेश्‍वर के वचन)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

वर्णन, ठहराया, कहता है, घोषणा

परिभाषा:

“वर्णन” और “वाणी” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। “वाणी” में कही जाने वाली बात के महत्व पर ही बल नहीं दिया जाता है परन्तु इसमें घोषणा करने वाले की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

वर्ष, वर्षों

परिभाषा:

बाइबल में “वर्ष” का वास्तविक अर्थ था 354 दिनों का समय। यह वर्ष चंद्र कैलेण्डर के अनुसार था जब चांद पृथ्वी की एक परिक्रमा कर लेता है।

(यह भी देखें: महीने)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

वाचा, वाचाओं

परिभाषा:

बाइबल में, "वाचा" शब्द दो पक्षों के बीच एक औपचारिक, वाचा एक विधिवत बन्धक समझौता है जिसे दोनों पक्षों को निभाना होता है।

शब्द "नई वाचा" परमेश्वर, अपने पुत्र, यीशु के बलिदान के माध्यम से अपने लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धता या समझौते को दर्शाता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: नई वाचा, प्रतिज्ञा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

वाचा का सन्दूक, यहोवा का सन्दूक

परिभाषा:

ये शब्द एक विशेष लकड़ी के सन्दूक के लिए है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई हुई थी। उसमें दस आज्ञाओं की पत्थर की दो पट्टियां थी। उसमें हारून की लाठी और मन्ना का मर्तबान भी था।

(यह भी देखें: जहाज़, वाचा, प्रायश्चित, पवित्रस्‍थान, गवाही, साक्षी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

विनती, विनती की, विनती की, कंगाल

परिभाषा:

“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।

प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”

(यह भी देखें: गिड़गिड़ाना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

विश्वास, भरोसा, विश्वसनीय, भरोसेमंद, विश्वसनीयता

परिभाषा:

किसी वस्तु या व्यक्ति पर “भरोसा” करने से तात्पर्य उस वस्तु या व्यक्ति को सच्चा एवं भरोसेमंद मानने से है। उस विश्वास को "भरोसा" भी कहा जाता है। “विश्वासयोग्य” मनुष्य पर भरोसा किया जा सकता है कि वह सही और सत्य को कहे और करे, और इसलिए जिसकी "विश्वसनीयता" की गुणवत्ता है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, भरोसा, विश्वास, विश्वासयोग्य, सच्चा)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

विश्वास, विश्वासी, अविश्वास, अविश्वासी

परिभाषा:

“विश्वास” और “विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर बहुत कम है।

1. विश्वास

2. विश्वास करने

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, प्रेरित, मसीह, शिष्य, विश्वासी, भरोसा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

विश्वास

परिभाषा:

सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

शब्द तथ्य:

वेदी, वेदियों

परिभाषा:

वेदी एक पत्थर निमित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि करते थे।

(यह भी देखें: धूप की वेदी, देवता, अन्नबलि, बलिदान करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारी,व्यभिचारिणियों

परिभाषा:

“व्यभिचार” अर्थात विवाहित मनुष्य द्वारा विवाह की सीमा के बाहर यौन सम्बन्ध बनाने का पाप। दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” ऐसा व्याहार या ऐसा पाप करने वाला मनुष्य।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: करना, वाचा, व्यभिचार, के साथ संबंध थे, विश्वासघाती)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

व्यभिचार, व्यभिचार, अनैतिक, परस्त्रीगमन

परिभाषा:

“व्यभिचार” स्त्री या पुरुष के विवाह से अलग यौनाचार। यह परमेश्वर की योजना के विरूद्ध है पुरानी अंग्रेजी बाइबलों में इसे फोर्निकेशन (परस्त्रीगमन) कहा गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: व्यभिचार, देवता, वैश्या, विश्वासघाती)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शपथ, शपथ, शपथ खा, शपथ खाए, शपथ खाकर, शपथ खाके, की शपथ खाता है

परिभाषा:

बाइबल में “शपथ” का अर्थ है किसी काम को करने की औपचारिक प्रतिज्ञा। शपथ मानने वाले के लिए आवश्यक है कि वह उस प्रतिज्ञा को पूरा करे। शपथ में विश्वासयोग्य एवं सच्चा होने का समर्पण होता है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अबीमेलेक, वाचा, मन्नत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शब्द, स्वर

परिभाषा:

“शब्द” का उपयोग प्रायः बोलने या विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए किया गया है।

कभी कभी "शब्द" का प्रयोग ऐसी वस्तुओं के लिए भी किया गया है जो बोल नहीं सकती, जैसे दाऊद लिखता है कि परमेश्वर की अद्भुत सृष्टि उसके कामों का वर्णन करती है, अर्थात् उनके शब्द उनकी महानता की घोषणा करती है। इसका अनुवाद हो सकता हैः "उनकी गरिमा परमेश्वर की महिमा का वर्णन कर रही है।"

(यह भी देखें: बुलाना, प्रचार करना, वैभव)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शरण, शरणार्थी, शरणार्थियों, मण्डप, आड़, आड़ देना

परिभाषा:

“शरण” अर्थात सुरक्षा और रक्षा की स्थिति या स्थान “शरणस्थल” एक ऐसा स्थान जो मौसम और खतरों से सुरक्षित रखता है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शान्ति, शान्ति दी, शान्तिदाता, शान्ति नहीं मिली

परिभाषा:

“शान्ति” और “शान्ति देनेवाला” का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जो शारीरिक या भावनात्मक दर्द से पीड़ित की सहायता का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: समझा, पवित्र आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शान्ति,शान्त, शांतिपूर्ण, शांतिपूर्वक, शंतियोग्य, शांति बनाने वाले

परिभाषा:

“शान्ति” शब्द वह परिस्थिति है जब किसी भी प्रकार का झगड़ा या चिन्ता या भय न हो। “शांतिपूर्ण” मनुष्य नीरवता का अनुभव करता है और उसे सुरक्षा का विश्वास होता है।

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

शिमशोन

तथ्य:

शिमशोन न्यायियों में से एक था, और इस्राएल का मुक्तिदाता था। वह दान के गोत्र का था।

(यह भी देखें: छुड़ाना, पलिश्तियों, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शीलो

तथ्यों:

शीलो शहरपनाह का एक कनानी नगर था जिसे इस्राएल ने यहोशू की अगुआई में जीत लिया था।

शीलो नगर यरदन नदी के पश्चिम में और बेतेल के उत्तर-पूर्व में था। इस्त्राएल में यहोशू की अगुआई के समय शीलो नगर इस्त्राएलियों के लिए समागम स्थल था। इस्त्राएल के 12 गोत्र शीलों में उपस्थित होकर यहोशू की घोषणा सुनते थे कि कनान का कौन सा भाग किस गोत्र को दिया गया है। यरूशलेम के मन्दिर निर्माण से पूर्व इस्त्राएली शीलो में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने आते थे। बालक शमूएल को उसकी माता ने शीलो में रखा था कि याजक एली से यहोवा की सेवा करना सीखे।

(यह भी देखें: बेतेल, समर्पण करे, हन्ना, यरूशलेम, यरदन नदी, याजक, बलिदान करना, शमूएल, मन्दिर)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शुद्ध, शुद्ध करेगा, शुद्ध किया, शुद्ध करना, शुद्ध, शुद्ध होने, धुलाई, धुलाई, धोया, धोया

परिभाषा:

“शुद्ध” का अर्थ है मैल या दाग न होना। बाइबल में इसका उपयोग प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है कि उसका अर्थ “शुद्ध” “पवित्र”, या “पापरहित” हो।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: अपवित्र, दुष्टात्मा, अशुद्ध, बलिदान करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण

परिभाषा:

“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिलि न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना, निर्मल बनाना।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: प्रायश्चित, शुद्ध, आत्मा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

शेकेम

तथ्यों:

शेकेम कनान में एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर में 40 मील दूर स्थित था। शेकेम पुराने नियम में एक पुरुष का भी नाम था।

(अनुवाद के सुझाव: हामोर

(यह भी देखें: कनान, एसाव, हामोर, हिव्वी, इस्राएल)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शेत

तथ्य:

उत्पत्ति की पुस्तक में, शेत आदम और हव्वा का तीसरा पुत्र था।

(यह भी देखें: हाबिल, कैन, बुलाना, उतरेगा, मूलपिता, जल-प्रलय, नूह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

शेम

तथ्यों:

शेम नूह के तीन पुत्रों में से एक था, उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णित विश्वव्यापी जल-प्रलय के समय वह नूह के साथ उसके जहाज में था।

(यह भी देखें: अब्राहम, अरब, जहाज़, जल-प्रलय, नूह)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

श्राप, श्रापित, श्राप दे, कोसता है

परिभाषा:

यह शब्द “श्राप” का अर्थ है कि नकारात्मक चीज़े किसी व्यक्ति या चीज़ के साथ हो जिसे श्राप दिया जा रहा है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: आशीष)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

सच्चा, न्याय, न्याय से, अन्याय, औचित्य

परिभाषा:

इन शब्दों का अभिप्राय है परमेश्वर के नियमानुसार, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना। मानवीय नियम जो मनुष्यों के साथ उचित व्यवहार के परमेश्वर निर्धारित मानकों को दर्शाते हैं वे भी न्यायसम्मत हैं।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: न्यायी, धर्मी, सीधे,क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

सच्चा, सच्चाई, सत्य

परिभाषा:

“सच्चा” और “सच्चाई” तथ्यों के विचार से संबन्धित हैं, घटनाएं जो वास्तव में घटीं, और जो बातें वास्तव में कही गई। ऐसी अवधारणाओं को "सच्चा" कहते है।

अनुवाद के सुझाव:

(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य, पूरा कर, आज्ञा मानना, भविष्यद्वक्ता, समझना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

सत्यानाश, नाश, नाश हो गया, नाश कर, उजाड़, खण्डहरों

परिभाषा:

किसी वस्तु को गवांना अर्थात उसे लापरवाही से फेंक देना या उसका निर्बुद्धि उपयोग करना। कुछ ऐसा जो "उजाड़" या "सत्यानाश" है, वह भूमि या एक शहर को संदर्भित करता है जिसे नष्ट कर दिया गया है कि इसमें कुछ भी नहीं रह सके।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

समझा, उपदेश

परिभाषा:

“समझा” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रोत्साहित करना और आग्रह करना। ऐसा प्रोत्साहन “उपदेश” कहलाता है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

समय, समयानुकूल, समय, असाधारण

तथ्य:

बाइबल में "समय" शब्द का प्रयोग आलंकारिक रूप से विशिष्ट मौसम या समय की अवधि के संदर्भ में किया गया है जब कुछ घटनाएं हुईं थीं। इसका अर्थ “युग” या “काल” या “ऋतु” के समान है।

(यह भी देखें: आयु, क्लेश)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

समाचार, समाचारों, समाचार दिया

परिभाषा:

“समाचार सुनाना” अर्थात घटनाओं की सूचना देना, या अधिकतर ब्योरा प्रस्तुत करना। समाचार वह है जो बताया जाता है और लिखित या उच्चारित हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

समुद्र, महासमुद्र, पश्चिम के समुद्र, भूमध्य सागर

तथ्य:

बाइबल में “महानद” या “पश्चिमी सागर” आज के भूमध्य सागर के संदर्भ में है। यह बाइबल के युग के लोगों के लिए सबसे बड़ा समुद्र था।

(यह भी देखें: इस्राएल, जाति, समृद्ध होना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सम्मति, मंत्री, सम्मति देनेवालों, युक्ति , युक्ति करनेवाला, मंत्रियों, सम्मति दी

परिभाषा:

“सम्मति” या “युक्ति” के अर्थ एक ही है जिसमें किसी को किसी परिस्थिति में काम करने के लिए बुद्धिमानी का निर्णय लेने में सहायता दी जाती है। बुद्धिमान “युक्ति करनेवाला” या “मंत्री”, वह व्यक्ति जो किसी को सही निर्णय लेने में सहायता करता है।

(यह भी देखें: समझा, पवित्र आत्मा, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सवार, सवारों

परिभाषा:

बाइबल के युग में “सवारों” का अर्थ था युद्ध में घोड़े की सवारी करनेवाला।

(यह भी देखें: रथ, घोड़ा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

साथी, संगी, मित्र

तथ्य:

“साथी” का अर्थ है किसी के साथ रहनेवाला व्यक्ति या किसी से जुड़ा हुआ व्यक्ति, जैसे मित्रता या विवाह में। "संगी" शब्द किसी अन्य व्यक्ति के साथ काम करने वाले व्यक्ति को संदर्भित करता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सारा, सारै

तथ्य:

(यह भी देखें: अब्राहम, इसहाक)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

सिर, माथे, चन्दुए, टोपियाँ, गुलूबंद

परिभाषा:

शब्द "सिर" एक मानव शरीर के ऊपरी भाग को संदर्भित करता है, गर्दन के ऊपर। इस शब्द का प्रयोग अक्सर "शीर्ष", "पहले," "शुरुआत," "स्रोत," और अन्य अवधारणाओं सहित कई अलग-अलग चीजों का अर्थ करने के लिए किया जाता है।

बाइबल में “सिर” शब्द को विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: अन्न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सीदोन, सीदोनियों

तथ्यों:

सीदोन कनान का सबसे बड़ा पुत्र था। कनानियों के एक नगर का नाम भी सीदोन था, संभवतः कनान के पुत्र के नाम पर।

(यह भी देखें: कनान, नूह, फीनीके, समुद्र, सोर)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सीनै, सीनै पर्वत

तथ्यों:

सीनै पर्वत संभवतः एक पर्वत था जो आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है। यह "होरेब पर्वत" के रूप में भी जाना जाता था।

(यह भी देखें: जंगल, मिस्र, होरेब, प्रतिज्ञा का देश, दस आज्ञाएँ)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल के कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

सुक्कोत

परिभाषा:

सुक्कोत पुराने नियम में दो नगरों का नाम था। सुक्कोत शब्द का अर्थ है “शरण स्थान”

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सेनापति, सरदारों

परिभाषा:

“सेनापति” शब्द सेना के अगुवे को संदर्भित करता है, जो सैनिकों के दल का नेतृत्व करने के लिए जिम्मेदार होता है।

सेनापति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अगुआ” या “कप्तान” या “अधिकारी”

(यह भी देखें: आज्ञा, शासन, सूबेदार)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

सेवक, सेवकों

परिभाषा:

सेवक स्थानीय कलीसिया का परिचारक होता था, उनकी व्यवहारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता था जैसे भोजन और आर्थिक व्यवस्था.

(यह भी देखें: सेवा करना, सेवा करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

सोर, सोर के लोग

तथ्य:

सोर नगर कनान का एक प्राचीन नगर था भूमध्यसागर के तट जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था।

(यह भी देखें: कनान, देवदारू, इस्राएल, समुद्र, फीनीके, सीदोन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

स्तुति, भजन, स्तुति की, स्तुति करते, बड़ाई की बात

परिभाषा:

किसी की प्रशंसा करना अर्थात उस व्यक्ति की सराहना तथा उसको सम्मानित करना।

(यह भी देखें: दंडवत करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

स्वप्न

परिभाषा:

स्वप्न मनुष्यों के सोते समय मस्तिष्क में उभरता है।

(यह भी देखें: दर्शन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

हथियार, शस्त्रों का घर

परिभाषा:

“हथियार” अर्थात सैनिक द्वारा युद्ध में काम में आने वाले अस्त्र-शस्त्र तथा शत्रु के वार से बचाने वाला कवच। इसका उपयोग प्रतीकात्मक स्वरूप आत्मिक हथियारों के लिए भी काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: विश्वास, पवित्र आत्मा, शान्ति, उद्धार, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

हल, हल चलाना, हल चलाया, हल जोतने, हलवाहों, जोतनेवाला, किसान, हल की फाल, अजोत

परिभाषा:

“हल” खेत में भूमि जोतने का यन्त्र होता है।

(यह भी देखें: पीतल, गाय

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

हाथ, हाथों, हाथ, सौपना, के द्वारा, पर हाथ रखना, पर हाथ लगाता, दाहिना हाथ, दाहिने हाथ, के हाथ से

परिभाषा:

“हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है, यह शब्द अक्सर किसी व्यक्ति की शक्ति, नियंत्रण, या कार्रवाई का उल्लेख करने के लिए आलंकारिक रूप से उपयोग किया जाता है, चाहे वह परमेश्वर का संदर्भ में हो या किसी व्यक्ति के संदर्भ में हो।

"हाथ" शब्द के विभिन्न उपयोगों में निम्नलिखित शामिल हैं:

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: विरोधी, आशीष, बन्दी बनाना, आदर, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

हाय

परिभाषा:

“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को घोर कष्टों की चेतावनी भी दी जाती है।

अनुवाद के सुझाव:

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

हारून

तथ्य:

हारून मूसा का बड़ा भाई था। परमेश्वर ने हारून को इस्राएल का प्रथम महायाजक होने के लिए चुना था।

(यह भी देखें: याजक, मूसा, इस्राएल)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

शब्द तथ्य:

हियाव, हियाव बांधे, प्रोत्साहित, प्रोत्साहन, उत्साहित, प्रेरित, ढाढ़स बाँधो, उदास, निरुत्साहित, उदास करना

तथ्य:

“हियाव” का अर्थ है निडर होकर सामना करना या कठिन, भयानक और संकट का काम करना।

“प्रोत्साहन देना” और “प्रोत्साहन” ऐसे शब्द हैं जिनके द्वारा मनुष्यों में ढांढ़स, आशा, विश्वास तथा साहस उत्पन्न किया जाता है।

"उदास" शब्द का सन्दर्भ ऐसा कुछ कहना या करना जिससे लोगों की आशा, आत्मविश्वास और साहस खो जाए और जिस कार्य में वे जानते है उन्हें अधिक परिश्रम करना चाहिए उन्हें उसे करने की इच्छा घट जाती है।

अनुवाद के सुझाव

(यह भी देखें: भरोसा, समझा, डर, बल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

हेब्रोन

तथ्य:

हेब्रौन यरूशलेम के दक्षिण में लगभग 20 मील दूर ऊंचे चट्टानी पहाड़ों में बसा था।

(यह भी देखें: अबशालोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

होमबलि, हवन, अग्निदान

परिभाषा:

“होमबलि” परमेश्वर के समक्ष वेदी पर जलाई जाने वाली बलि। यह बलि मनुष्यों के पाप के प्रायश्चित के लिए थी। इसे “अग्निदान” भी कहते थे।

(यह भी देखें: वेदी, प्रायश्चित, गाय, याजक, बलिदान करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य: