1अब्राहमको लौड़ा ,दाउदको लौड़ा येशू ख्रीष्टको वंशावली। 2अब्राहम इसाहकको पिता रहए, और इसाहक याकूबके पिता रहए, और याकूब यहुदा और बिनको ददा भैयनको पिता रहए। 3यहूदा फारेस और जाहेरको पिता रहए, बिनकि अइया तामार रहए। फारेस हेस्रोनको पिता, और हेस्रोन आरामको पिता रहए।4आराम अम्मिनादाबको पिता, अम्मीनादाब नहसोनको पिता और नहशोन सल्मोनको पिता रहए, 5सल्मोन राहाबसे बोआजको पिता ।बोअजस रुथसे ओबेदको पिता, ओबेद यिशैको पिता रहए, 6यिशै दाऊद राजाको पिता रहए। दाऊद सोलोमनको पिता रहए। बाकि अइया उरियाहकि बैयर रहए।7सोलोमन रहबामको पिता,रहबाम अबियाको पिता , अबिया आसाको पिता रहए। 8आसा यहोशापातको पिता,यहोशापात यहोरामको पिता, और यहोराम उज्जियाहको पिता रहए ।9उज्जियाह योतामको पिता,योताम आहाजको पिता, आहाज हिजकियाको पिता रहए ।, 10हिजकिया मनश्शेको पिता, मनश्शे अमोनको पिता,अमोन योशियाहको पिता रहए ।, 11बेबिलोनमे बन्दि बनाएके लैजान समयमे योशियाह यकोनियास और बिनके ददाभाइययनके पिता भए।12बेबिलोनमे बन्दी बनाएके पिच्छुःयकोनियास शालतिएलको पिता भओ, शालतिएल यरुबाबेलको पुर्खा रहए ।, 13यरुबाबेल अबिउदको पिता, अबिउद एल्याकीमको पिता,और एल्याकीम आजोरको पिता,रहए। 14आजोर सादोकको पिता, सादोक आखिमको पिता, और आखिम एलिउदको पिता रहए ।15एलिउद एलाजारको पिता,एलाजार मत्तानको पिता, और मत्तान याकूबको पिता रहए। 16याकूब बहे मरियमको लोगा योसेफको पिता रहए,जौनसे येशूको जनम भव,जो ख्रिष्ट कहलाइगो। 17अब्राहामसे दाऊद तक चौध पुस्ता, दाऊदके समयसे बेबिलोनसे बन्दी बनान समयतक चौध पुस्ता,और बेबिलोनसे बन्दी बनानसे ख्रिष्टको समयतक चौध पुस्ता भए ।18येशू ख्रिष्टको जनम जा प्रकारसे भओ । बाकी अइया मरियमकी योसेफके संग विहाके ताहिँ मगनी भव रहए, पर बिनको एक-दुस्रेसे सम्बन्ध होनसे अग्गु मरियम पवित्र आत्मासे गर्भवति हुइगइ करके पता चलो। 19पर बकलोगा योसेफ धर्मी अदमि रहए और बा बक शर्ममे ना होन देनके चाहत रहए । जहे मारे बाके चुप्पेसे छोडनको इच्छा करी।20पर जब बा जे बातनके सोंचत रहए,सपनेमै परमप्रभुको दुत दिखाएदै,और बासे जा कहि,’’योसेफ,दाऊदको लौड़ा, मरियामके अपनि बैयरके रुपमेअपनानके तांहि मत डराबै, काहेकि जौन बाके गर्भमे हैं, बा पवित्र आत्मासे हैं। 21बा एक लौड़ा जनमा बैगि और तुम बाको नाउ येशू धरैगे, काहेकि बा अपने अदमिनके बिनके पापसे बचाबैगो।22अगमवक्तासे परमप्रभुक कहो भव वचन पुरो होनताहि जा सब भवः 23”देखओ कन्या गर्भवति होबैगि, और एक लौड़ा जनमा बैगि और बाको नांउ इम्मानुएल धरोजाएगो,”जौनको अर्थ होत है,”परमेश्वर हम सबैके संग।24योसेफ निद से उठो, और परमप्रभुको दूत जो कहि बहे तरिकासे करी और बा मरियमके अपनि बैयरके रुपमे स्विकार करी। 25पर बाको लौड़ा ना जन्मन तक बाके संग सहबास नाकरी । योसेफ बाको नाउँ येशू धरी।
१अब्राहमको लौड़ा ,दाउदको लौड़ा येशू ख्रिष्टको वंशावलीः २ अब्राहम इसाहकको पिता रहए। इसाहक याकूबके पिता रहए, याकूब यहुदा और बिनको ददा भैयनको पिता रहए, ३ यहूदा फारेस और जाहेरको पिता रहए। बिनकि अइया तामार रहए। फारेस हेस्रोनको पिता , हेस्रोन आरामको पिता 4हेरोद सबौ मुखिय पुजारी और जनताके शास्त्रिनके जमा करि और “ख्रिष्टको जलम काहं होबैगो ? कहेके पुछपाछ करी। 5बे बासे कहि यहुदियाको बेतलेहेम मै काहेकि अगमवक्तासे ऐसिए लिखि हैः 6और यहुदाको देशमे ,ए बेथलेहम , यहुदाको शासकनके बिचमे कोइसे फिर निच(तुच्छ) नाहए,कहेकि तोसे एक शासक निकरके अबैगो जैन मिर आदमि इस्राएलको रेखदेख करैगो’।“7तब हेरोद बे ज्योतिषिनके चुप्पेसे बुलाएके तारा कौन समयमे देखानो है,सो बिनसे पता लगान बुलाई। 8बा बिनके अइसो कहिके बेथलेहेममै पठाइ “जाओ, और अच्छेसे बा बच्चाके ढुणिओ। बाके पाएके मोके खबर करिओ, और मै फिर बाके ढोक करङ्गो।9“बे राजाको बात सुनके बे अपने ढगर चलेगै जौन तारा अगारमे देखि रहैं, बा तारा उनके अग्गु-अग्गु गओ, और बच्चाभै जगाहामै पुगके बा तारा हुंए रुक्गऔ। 10जब बे बा तारा देखि , तब बे गजब आनन्दित हुइके खुशी भैं।11और बे घर भितर घुसके और बे छोटो बच्चाके बाकि अइया मरियमके संग देखि और घुँटो टेकके बाके ढोक लागीं और फिर बे बाकी आराधना करीं ।बे अपनि बहु मुल्या चीज निकारके बाके सोनो, सुगन्धीत धुप और मुर्रकी भेटी चणाई। 12और हेरोदके झैने घुमके नाजान ताहिं परमेश्वरसे सपनामे चेताबनि पएके बे दुसरी डगर हुइके अपने देशमे चलेगैं।13बे जाएके पच्छु ,सपनेमै परमप्रभुको एक दुत योसेफ ठिन दिखानोऔर बासे अइसो कहि “उठ छोटोसनो बच्चा और बाकि अइयाके संगै लैके मिस्र दोशमे भाजके जा,और मै तुमसे नाकहान तक हुंअए रहिइयो, काहेकि हेरोद छोटोसनो बच्चाके मारनताहिं ढुणरहो है। 14बा रात उठे और छोटोसनो बच्चाके और बाकि अइयाके संगै लैके औ मिस्र देशमे गइभए। 15हेरोद नामरन तक हुंए बैठे रहए। अगमवक्तासे परमप्रभुको कहोभै बचनअइसो पुरो भै,”मै अपन लैणाके मिस्रदोशसे बुलाओ हौ ।16तब ज्योतिषि बाके छक्काइ है कहेके हेरोद पतापाइ,और बा दिक्कसे चूर हुइगै ।बे ज्योतीषिसे पता पावओ भै समयमे बेथलेहम और बा ठांवओ भितरके दुइ वर्ष और बासे तरेके और बेथलेहेम मे सबै बच्चनके मारन लगाई।17तब यरमिया अगमवक्ताको कहोभै बचन पुरो भव 18, रामामे एक शब्द सुनाइदै, दाहार छोण-छोणके रोइभए और विलखावभै बणो अबाज,राहेल अपन बच्चनके ताहि रोइ रहीहै,और सान्त्वना बा इनकार करि,काहेकि बिनके बच्चा अब ना रहे।“19तव हेरोद मरो देखौ,परमप्रभुको एक दुत सपनेमे योसोफके झैने मिस्रमे दिखानो और अइसो कहि 21, उठ बच्चा और बाकि अइयाके संगमे लैके इस्राएल दोशमे जा,काहेकि बच्चाके ज्यान लेन बारो मरगै है । 20“बा उठो बच्चा और बाकि अइयाके लैके इस्राएल देशमे लौट गओ।22पर यहुदियामे अपन दैउव हेरोदके सट्टामे आर्खिलाउस राज करन डटो हए कहेके सुनि बा उतया जान डराएगव । परमप्रभुसे सपनेमे चेतउनि पाएके बा गालीलके प्रदेश घेन गव। 23और जाएके नासरथ कहन बारो नगरमे बैठो। ऐसिए अगमवक्ताको कहोभैव बचन पुरो भव,”बासे नासरि काहामंगे।“
1बहए समय वाप्तिमा देन बारो युहन्ना यहुदियाको उजाड स्थान मे आओ, और अइसो काहतय प्रचार करन लागो,” 2पश्चाताप करऔ,काहेकि स्वर्गको राज्य जौने आएगव हए।“ 3काहेकि जा बहए हए, जौन के बारेमे यशैया अगमवक्ता अइसो कहि रहए।“ खण्डहर जगाहमे एक जनिको चिल्लानकी अवाज ,परमप्रभुकी डगर तयार करऔ, बाकि डगर शुधो बनाऔ ।"4यहुन्ना उटको बारको कपण लगात रहए और कंरह्यंओमे चमड़ाको फेटा बंधत् रहए।बा सलह और जङ्गली भैरको साहत खात रहए। 5यरुशलेम और सबए ,यहुदिया और यर्अदन नदियाके वरपारके सबै घेनके आदमि बाके जौने आए,। 6औरअपने पापके मानतय यर्दन नदियामे बा से वप्तीस्मा लई।7पर फरिसी और सदुकि मैसे बहुत जनी वप्तिस्मा लेन आत देखके बा उनसे कही,”ए संपके बच्चा, आन बारो क्रोद से भाजन कैन तुमके चेतावनि दई ? 8पश्चातओ औेर सुहान बारो फल फरावओ ! 9और अब्राहम हमरो पिता हए कहेके आपसमे मत काहाबओ।काहेकि मै तुमसे काहात हओं,परमेशवर जे पत्थरनसे फिर अब्राहमके ताहि सन्तान उत्पन्न कर सकत हए।10० अभए रुखाके जर मै कुणाहरी पणगइ हए।जा कारनसे अच्छो फल ना फरान बारो सबए रुखा काट्के गिराए जैहंए ,और आगि मै फेक देहंए। 11”मै ता तुमके पश्चतापके ताहि पानीसे वप्तिस्मा देत हव, पर मिर पिच्छु आनबारो मोसे बहुत शक्ति-शालि हए,जैनको जुता बोकनको योग्य मै ना हओ।बा तुमके पवित्र आत्मा और आगिसे बप्तिस्मा देबएगो। 12बा को सुपो बहेके हात मै हए,और बा अपने आगनके पुरो सफा करएगो और अपनो गेहुं बखारी मै जमा करएगो,पर भुसाके त नाबुझनबारी आगीमे पजार देहए ।13तव येशु गालीलमे युहन्ना जौने बासे वप्तिस्मा लेन यर्दनमे आओ। 14पर युहन्ना एइसो कहिके बाके रोकन चाहत रहए,”पर मोके त तुमसे वप्तिस्मा लेन जरुरि हए,और का तुम मेरे जौने आए? 15पर येशु बासे कही”अभे अइसियए होन देओ काहेकि अइसियए हमके सबए धर्मीक्ता पुरो करन पणत हए। तव यहुन्ना राजी हुइगओ।16और येशु वप्तिस्मा लइके तुरन्तए पानी से बाहेर निकरो और स्वर्ग खुल्गओ ,और बा परमेश्वरको आत्माके कबुतरके जैसो तरे आत भव और अपने ऊपर आत भओ देखी । 17तब स्वर्गसे जा बाणी आइ, “जा मेरो प्यारो पुत्र हए, जासे मए गजब खुशी हओ।“
1जब दियाबलससे (शैतान)परिक्षा करनके ताहि पवित्र आत्मासे येशु उजाड स्थानमे लइगओ। 2बा चालिस दीन और चालीस रात तक उपवास (ब्रत) बैठनके पिछु गजब भुकाए गओ। 3तब परिक्षा करन बारो बाके जौनेआएके कही,”तुम परमेश्वरके लौणा हव तव जा पत्थरसे रोटि होवए कहिके आज्ञा देवओ।“ 4पर येशु जवाफ दई,”लिखो हए,”आदमि रोटिसे इकल्लो नाए पर परमेश्वरके मुहसे निकरो भव हरेक वचनसे जिन्दा राहत हए।“5तब दियाबलस बा के पवित्र नगरमे लैजाएके मान्दिर कि छतमे धरि । 6और बा कहि “तुम परमेश्वरके लौणा हओ तव,हिना से तरे कुद जाओ,काहेकि अइसो लिखो हए,बा अपने दुतनके जिम्मामे तुमके देबएगो और वे तुमके अपने हातए-हात थामङ्गे नित तुमरो टाङ पतथरमे ठुकएगो।, ठणबा7“येशु बासे कही ,”लिखो हए,’तए अपनो परमपभु अपने परमेश्वरकी परिक्षा मत कर।, 8फिर दियाबलस बाके एक उचो पर्वतमे लैजाएके संसारको सबै वैभब बा के राज्याके दिखाइ 9, और बा से कहि “तय घुप्टा पणके मोके ढोक लगएगो तव,जे सबै चीज मै तुमके देमङ्गो।10तब येशु बा से कहि,”शैतान दुर हुइजा! काहेकी लिखो हए,तए परमप्रभु अपने परमेश्वेरके ढोक लग,और वहेकि इकल्लो सेवा कर।“ 11तब दियबलस बा के छोडके चलोगओ और स्वर्गदुत आएके बाकी सेबा टाहल करी।12युहन्ना झेलमे पणगओ हए कहेके येशु सुनी गलील घेन जान लागो 13,और नासरत छोडके कफर्नर हुम मे जाएके हुंआ वैठन लागो। जा सहर जबुलुन और नप्तलिके क्षेत्रमे ,गालील समुन्द्रके किनारे पणत् हए।14यशैया अगमवक्तासे कहो भव वचन अइसो पुरो भवः 15”जचुलुनको मुलुक और नप्तालिको मुलुक यर्दन पार ,समुन्द्र घैन अन्य जातिनको गालिल, 16अन्धकारमे वैठन बारे आदमि एक बणो ज्योति देखी हए मृत्युकि छायाको देशमे बैठन बारेनके उपर एक ज्योति दिखाइ हए।17“ बा समयसे प्रचार करतए येशु कहीन लागो ,”पश्चताप करओ , काहेकि स्वर्गको राज्य जौने आए गओ हए।18गालिल देशमे समुन्द्रके कीनारे नेगतए बा पत्रुस कहिन बारो सिमोन और बाको भैया अन्द्रियास, दोनो भइयाके समुन्द्रमे जार डारत देखी। बे मछुवारे रहए। 19येशू बिनसे कहि,”मिर पिच्छु लागओ, और मै तुम के आदमी को मछुवारो बनामङ्गो।“ 20तब बहे समयमे जार छोणके बे बाके पिच्छु लागे।21जब येशू हुवा से जातै-जात बा दुइ भइयानके देखी,। ,जबदियाको लौणा याकुब और बक भइया युहन्ना बिनको दउव जबदिया संग नैंयामे अप्नो जार बिनत रहए । , और बा बिन्के बुलाइ, 22तब बहे समय नैंया और अपने दउवाके छोणके बे बा के पिच्छु लग्गए।23और येशु बिनके सभाघर मे सिकातए,राज्य को सु-समाचार प्रचार करतए, और आदमिनमे बे सबए प्रकारके रोग और शरिरकी कमजोरी अच्छो करतय सबए गालील भर घुमी। 24बा को काम सबै सिरीया भर फैल गओ,और बिमारि और तमान प्रकारके रोग और दुःखसे सताय भए,भुत लागे, और मिर्गि लागे भए और अपङ्ग(पक्षघाति)भए सबए आदमि बक जौने लाई। बा बिनके अच्छो करी। 25और गालील,डेकापोलिस, यरुश्लेम, यहुदिया और यर्दन पारसे बहुत बणि भीण बाके पिच्छु लागी।
1जब येशु भिड़ के देखके बा उचो डंगामे चड़गओ,और बा बैठनसे पिच्छु ,चेला बाके जौनेआए। 2वा मुंहु खोलि और शिक्षा देन लागो। 3”धन्य आत्मामे दीन होनबारे, काहेकि स्वर्गको राज्य बिनही को हए। 4धन्य शोक करन बारे, काहेकी बे सानत्वना पामङ्गे।5धन्य नम्र होनबारे, काहेकी बे पृथ्वीको राज्य पमङ्गे। 6६ धन्य धार्मीक्ताके ताही भुके और प्यासे, काहेकी बे तृप्त होमङ्गे। 7धन्य दया दीखान बारे, काहेकी बे दया पामङ्गे । 8धन्य शुद्ध हृदय होनबारे, काहेकी बे परमेश्वरके देखङ्गे।9धन्य मेलमिलाप करानबारे ,काहेकि बे परमेश्रके लऊड़ा कहेलामङ्गे। 10धन्य धार्मिक्ताके ताहि सताएभए ,काहेकी स्वर्गको राज्य बिनहीको हए।11धन्य हव तुम, जब आदमी मिर्ताही तुमरि बदनाम करऐ और सतामए और झुट बोलके तुमर बिरुद्धमे सबै तरिकाको खराब बात काहामए। 12तव रमाबओ और खुशि होबओ,काहेकि स्वर्गमे तुमरो बहुत बणो इनाम हए। काहेकि ऐसिए तुमसे अग्गु आएभए अगम बक्तानके बे सताइ रहऐ।13”तुम पृथवीके नुन हओ,पर नुनको स्वद चलो जाएगो तओ बा कासे नुनान होबएगो ? बा त बाहेर फेकन और अदमिनके टाङसे रौउदन बाहेक और कछु काम को ना राहाबइगो। 14”तुम संसारकि ज्योति हओ। डंगामे बैठो भओ सहर कबहु ना लुक सकत् हए।15आदमी दिआ पजारके छपरियसे नातोपत हए, पर सामदानि मे धरत हए, ताकि घरमे होन बारे सबै के ताहिं ऊज्यारो देबै। 16ऐसिए तुमर ज्योति आदमीनके अग्गु चम्कए, और बे तुमरो अच्छो काम देखऐं और तुमरो स्वर्ग मे होनबारो पिताकि महिमा करऐं।17”व्यावस्ता औ आगमवक्तकनके मै रद्द करन आओ हओ ,करके मत सम्जै।मै रद्द करन नाए, पर पुरो करन आओ हओ। 18काहेकि मै सचमुच तुमसे काहात हओ,जब तक स्वर्ग और पृथ्वी खतम नाहुइ हए तबतक सब बात पुरि नाहोनतक,कोइ किसमको एक बिन्दु फिर नाहटैगो।19जहए कारनसे जैन जे आज्ञानके सबसे छोटोके उलङघन करहए,और आदमीनके ऐसिए सीकाबैगो,स्वर्गके राज्य मे बा सबसे छोटो कहेलाबैगो।पर जे आज्ञनके पालन करन सीकावैगो,स्वर्गके राज्य मे बा सबसे बड़ो कहलावैगो। 20काहेकि मै तुमसे काहात हओ, तुमरो धार्मीक्ता शास्त्री और फरिसीसे बड़ो नाहोबैगो तओ तु कोइभी तरिकासे परमेश्वरके राज्यमे प्रवेस ना कर पाबैगे।21तुम सुनेरओ, प्राचीन समयके अदमीनसे ऐसो काहि रहए ‘तुम हत्या मतकरिओ ‘और जो हत्या करएगो बा दण्डके योग्या होबैगो’। 22’ पर मै तुम से अऐसो काहात हओ ,जैन कोइ अपने भाइया से क्रोध करइगो बा दण्ड के योग्या हएऔर जैन कोइ अपने भइया को अपमान करइगो, बा माहा शभा मै जवाफ देही होबइगो। पर जो अपने भइयाके ‘तए मुर्ख’ हए काहाबइगो ,बा नर्कके आगीमे पड़नके खतरामे होबएगो।23जहए करन से तुम बेदी मे अपनी भेटी चणान जानसे पहीले ,तुमरे भइया के बिरुद्धमे कछु हए तओ,तुमके याद हुइगओ हए तव, 24अपनी भेटीके हुंए बेदी के अग्गु छोणके ,और जा । पहीले अपने भइया से मेलमीलाप कर ,और बाकेबाद आएके अपनि भेटी चढा।25”अपने बिपक्ष संग अदालत मे जात डगरएमै मिलाप करले,नत बादी (बिपक्ष) तुमके न्यायाधीश के हातमे संउप देहए और न्यायाधीश हाकीम के हातमे संउप देहए ,और तुम झेलमे पणजैहओ। 26न्याहत्ए ,मए तुमसे काहत हओ तुम एक-एक पइसा ना तीरन तक ,तुम हुंआसे छुट्ना पइहओ।27”तुम ऐसो काहात सुने हओ,”तुम व्याभिचार मत करओ,। 28पर मै तुमसे काहात हओ ,जो कोइ दुसरी स्त्रिरीके कूइच्छासे देखइगो ,बा पहीलेसे अपने हृदय मे व्याभिचार कर लईहए।29काहेकि तुमरी दहिनी आंखी तुमके पाप करन लगात हए तव बाके निकार के फेक देबओ,काहेकी तुमरो सबै शरीर नर्कमे फेकनसे अच्छो त तुमर शरीरको एक अंग गुमानो अच्छो होबईगो। 30तुमरो दहीना हात तुमके पाप करन लगात हए,त बा के काट् के फेक देओ।काहेकी तुमर सबए शरीर नर्क मे जानसे त शरीरको एक अंग गुमानो अच्छो हुईहए।31३१”ऐइसो फिर काहात हए,की जउन कोई अपनी बईयर के छोणन चाहत हए,बा बाके त्याग पत्र लीख्देबए “। 32पर मै तुमसे काहात हओ ,जउन कोई अपनी बइयरके व्याभिचारके करनसे बाहेक औरकोइ कारनसे छोणएगो ,बा बाके व्याभिचारी बना बईगो ,और जो कोई अइसी छुटी भई बइयरनसे विहा करएगो बा व्याभिचार करइगो।33”फिर तुम जहओ सुने हओ,की प्रचीन समयके अदमी से कही रहए,”तया झुटी कसम मत खाबए,पर परमप्रभुके ताहि खाइ भइ कसम तए पुरि कर । 34“ पर मै तुम से काहात हओ, कसम मत खाबओ। स्वर्ग के नाउँ मे कसम मत खा बओ,काहेकी बा परमेस्वरको सींहासन हए, 35ना पृथ्वीको ,काहेकी बा परमेस्वरको पाउँ दान हए,ना यरुशलेमको काहेकी , बा माहाराजाको शहेर हए।36अपने मुणकी कसम मत खाओ, काहेकी तुम अपने बारके कारो की सेतो ना बना सकत् हओ। 37तुमरो कहो भओ बचन’ हं त हं ‘,ना त ना ‘इकल्लो होबए।जासे अलाबा दुस्ट से अत हए।38तुमसब सुने हओ,अइसो कहि रहए,’अंखी को बदला अंखी, दंत को बदला दंत”। 39पर मै तुमसे काहत हओ,दुष्टको मुकाबला मत करओ।जउन तुमरे दहीना गलउवा मे मारत हए बाके ताही दुस्रो गलउवा रोक देबओ।40जउन आदमी तुमर उपर मुद्दा चलाएके कपड़ा लेन दाबी करत हए तओ बा केअपने पिछउण फिर दइ देबओ। 41यदी कोइ तुमके एक कीलो मिटर दुर लइजान मजबुर करत हए ,बा के संग दुई किलो मिटर जाएदेओ। 42तुम से मागन बारे के देओ और तुम से कर्जा लेन बारेके मिनाहा मत करओ।43”तुम अइसो काहात सुने हओ, तुमरे पणोसी से प्रेम करओ, और दुस्मनसे घृरणा करओ,। 44‘पर मै तुमसे काहात हओ, तुमरे सत्रुसे प्रेम करओ, और तुमके सतान बारेनके तांही प्रार्थना करओ ,तुमके सरापन बारेनके आशीष देओ 45और तुम स्वर्गमे होन बारो अपने पिताके लउड़ा होबओ गे। बा खराब अच्छे दोनेन्के दीनको घामु देत हए,और धार्मी और पापी दोनेन्के बर्खा देत हए।46काहेकी तुम प्रेम करन बारेनसे इकल्लो प्रेम करत हओ तव तुमके का इनाम हए? काहेकी महसुल उठान बारे फिर त अइसीए ना करत हए ? 47तुम अपने ददा भइयनके इकल्लो अभीवादन करत हओ तव औरन से जद्धा का करे?का अन्य जातिफिर अइसो नाकरत हए का? 48जहे कारन से जैसो तुमरो स्वर्गमे होन बारो पिता सिद्ध हए, उइसिए तुम फिर सिद्ध हो बओ।“
1“ तुम अदमीनके दिखान तांही धर्म के काम मत करओ। नित स्वर्गमे होन बारो पिता से तुम कछु इनाम ना पाबइगे। 2”जहे कारन से तुम दान देत हओ, तव अपने अग्गु तुरही मत बजाओ। जइसेकी पाखण्डी सभाघरमे और सडकमे आदमीसे प्रशंसा पान तांही करत हए। सचमुच मए तुम से कहत हओ की बे अपनो इनाम पाएडारी हए।3पर जब तुम दान देत हओ ,तव तुमरो दाहीना हात का करत हए,जा बात डीबरा हात पता न पाबए । 4तुमरो दान गुप्तमे होबए ,और गुप्पमे देखन बारो तुमरो पिता तुमके इनाम देबएगो।5”जब तुम प्रार्थना करत हओ तव पखण्डीन के जइसो मत होबओ, काहेकी बे सभाघरमे और सणकके कुनइठेमे आदमी देखऐ कहीके प्रार्थना करन मन पणात हए। सचसच मए तुम से काहत बे अपनो इनाम पए लइ हऐ। 6पर जब तुम प्रार्थना करत हओ तव अपने भितरके कोने मए जाइके और फाटक बन्द करके गुप्त मए देन बारो तुमरो पिता से प्रार्थना करओ,और गुप्त मए देखन बारो तुमरो पिता तुमके इनाम देबइगो। 7और प्रार्थना करत अन्या जातिनके जइसे मत बरबराओ। काहेकी गजब शब्द मए बोलङ्गे तव हमरी सुनवाइ होबएगी कहीके बे बिचार करत हए।8जाकमारे बिनके जइसे मत होबओ ।काहेकी तुमके मागन से पहीले तुमके का-का चीजकी अबस्सेक्ता हए ,जा सब तुमरो पिता जानत हए। 9”पर तुम जा परकार से प्रार्थना करओःहे हमरो पिता ,तए जे स्वर्ग मे हए,तेरो नवउ पवित्र होबए, 10तेरो राज्य आबए,तेरि इच्छा स्वर्ग मए जइसे पुरि होत हऐ।बइसेइ जा पृथ्वी मए पुरि होबऐ11हम के आज हमरी दीन भरकी रोटी दे,। 12हमरे अपराद के क्षमा कर,जइसे की हम अपने अपराधीन के क्षमा करे हए। 13हमके परीक्षा मए पणन मत दे,और दुष्ट से बचा।काहेकी राज्य ,पराक्रम और महीमासदासर्वदा तेरी होबए।14काहेकी तुम आदमीन के अपराध क्षमा करइगे तव तुमर स्वर्गमे होन बारो पिता तुमके क्षमा करएगो। 15पर तुम आदमीनको अपराध के क्षमा ना करइगे तव तुमर पिता तुमर अपराध क्षमा ना करइगो।16“जब तुम उपवास बइठत हओ ,तव पखण्डीन के जइसे उदासी चेहेरा मत दीखाओ। काहेकी आदमीन के अग्गु उपवास उदास बइठो हओ दीखान तांही वे अपनो मोहोके अँध्यारो बनात हए। सचमुच मए तुम से काहात हओ ,वे अपनो इनाम पएलइ हए। 17पर तुम उपवास बइठे हओ ,तव अपने मुणमे तेल लगाओ,और अपने मुहुके धोबओ। 18और तुमरो उपवास आदमी ना पर गुप्त मे बइठन बारो तुमरो पिता देखऐ,और गुप्तमए बइठन बारो तुमरो पिता तुम के इनाम देबएगो19‘अपने ताही पृथ्वीमे धन सम्पति मत इघट्टा करओ, जहँ कीरा और काई लागके खतम होत हए और जहँ चुट्टा घर काट के बा चुरात हए। 20पर अपने ताहँ स्वर्ग मए धन ,सम्पति धरओ ,जाहँ किरा और काई खतम ना करत हए ,और चुट्टा फिर ना चुरात हए। 21काहेकी जाहँ तुमरो धन होबइगो, हुँवा तुमरो मन होबइगो।22“अँखी शरीरकी बत्ति हए।अगर तुमरी अँखी स्वस्थ्या हए कहेसे ,तुमरी सबए शरीर उज्यारो मे हए। 23पर तुमरी अँखी खराब हऐ ,कहेसे तुमर सबए शरीर अँध्यारोमै हऐ। अगर तुमर भीतरको उज्यारो अँध्यारो हुइजए हऐ कहेसे ,बा अँध्यारो कितनो घोर हुइहए। 24“कोइ भी दुई मालीकको सेवा ना कर पए हए।काहेकी बा एक के खराब मानएगो, और दुसरे के प्रेम करइगो। अथवा बा एकके भक्तीदीखा बइगो,और दुसरेके तुच्छ मानएगो। तुम परमेश्वर और धनकी सेवा ना कर पाबइगे।25“जहे कारन से मए तुमसे काहात हओ, का खामङ्गे, का पिमङ्गे कहीके अपने प्राणके ताही और का लगामङ्गे’ कहीके अपने शरीरके ताही चिन्ता मत करओ। का जीवन खानबारी चिज से और शरीर लत्ताकपणा से उत्तम नाहए? 26अकाशके चिरइ चुरगनीन के देखओ। बे नत बिज बोत हऐ,नात अन्न कटनी करत हऐ, ना भकारी मए धरत हए,पर स्वर्गको पिता बिनके खबात हए। का तुम बिनसे बहुत मुल्याबान नाहओ ?27तुम मैसे कौन फिक्री करके अपन आयुमे एक घणी फिर थप सकत हए का? 28"और लत्त कपडा के ताहिँ तुम काहे फिक्री करत् हौ? मैदानके लिली फुलाके देखौ, बे कैसे बढत् हए| बे ना परिश्रम करत् हए, ना डोरा बटत् हए| " 29पर मए तुमसे कहत् हौ, सोलोमन राजा फिर अपने साबै गौरबमे इनहीके जैसो एक सम्पन्न रहए30आज होनबारो और कल आगीमे फ्याकन बारो घाँसके परमेश्वर अइसे पैधात् हए तव, ए अल्पबिस्वासी हो, का तुमके औरजद्धा बा ना पैधाबैए गो? 31जहेमारे का खाएहौ?' कि 'का पिहौ?' करके चिन्ता मतकरौ|32काहेकि जे सब बात अन्याजाती ढुणत हए और जे बात तुमके जरुरत हए कहेन बारि बात तुमर स्वर्गिया पिता जानत हए | 33पर पहिले बाको दार्मिक्ता और बाको राज्यके डुणओ औ जे सब चिज तुमके दौजाएगो । 34जहेक मारे कलके ताहि चिन्ता मत करओ,काहेकिकल्लकि चीन्ता बा अपनए करएगो ।प्रतेक दिनको अपनिए बहुत चीन्ता हए।
1औरनके दोषी मत ठहरओ, और तुम फिर दोषीनए ठहरैगे, 2कहेकी जैसी तुम औरके दोषीबनात हओ ,उइसिए , तुमके फिर दोषी बने जएहओ | जौन नापसे तुम नापत हओ, बाहे नापसे क तुमर ताही फिर नपेजए हए ।3और कहे तुम अपन भैयाके आँखीमे भव पैराको कुराके देखतहौ, पर तुम अपनी आँखीमे भव बुँटा फिर पत्ता ना पातहौ ? 4तुमर अपनी आँखीमे बुँटा हए ,तव कैसे तुम अपन भैयासे कहए, 'मोके तुमर आँखीसे कुरा निकारन् देओ|' 5ए ढोगी, पहिले अपने आँखीमे भव बुँटाके निकर, और तुम अपन भैयाके आँखीमे भव कुराके निकारन ताही तुम सफासे देख पैहौ|6"जो पवित्र हए बा कुत्तानके मत देओ| अपन मोती सोराके अग्गु मतफेकौ, नत बे अपन टाँगसे बाके कुचलडारङ्गे और घुमके तुमके अफत करेहए|"7" 7 "मागौ और तुमके दव जाएगो, ढुणओ और तुम पाबएगे, ढकढक्बओ और तुमरे ताहिँ फाटक खुलोजाबइगो | " 8कहेकी मागन बारे सबए, पामङ्गे ।, और ढुणन बारे सबए पए हए । और खटखटान बारेनके ताहिँ खुलोजाबएगो । 9"तुमर मैसे कौन यैसो आदमी हए, जौनको लौणा रोटी माग्तहए औ बाके पत्थर देहए? " 10कि मछ्री मगइगो तव बा सँप देहए ?11जकमारे तुम दुष्ट हुइके फिरअपन लौणा-लौणीयाके अच्छो चिज देन जानत् हौ कहिसे स्वर्गमे होनबारो तुमर पिता बासे मागन बारेनके कितो जद्धा करके अच्छि चीज ना देहए का ? 12जा कारनसेआदमी तुमरसंग जैसी व्यबहार करत् हए, तुम फिर बिनके संग उइसी व्यवहार करओ,। कहेकी जहे व्यवस्था और अगमवक्ताको शिक्षा हए ।13"पतरो फाटकसे भितर कुचओ, कहेकी बिनासमे पुगन बारो फाटक सहज होतहए और बासे भितर घुसन बारे बहुत होतहए|" 14कहेकी जीवनमे पुगानबारो फाटक पतरो होतहए और डगर कठिन होतहए, , और बा पानबारे थोडी होतहए|15“झुठो अगमवक्तासे होशियार बैठीओ, जो तुमरे ठिन भेडाके भेषमे अतहए, और भितर डरलागन् बारो गुल्हा कता होतहए| 16बिनके फरासे तुम बिनके चिनइगे| का आदमी काँटोके पेणसे अंगुर औ सिउँडसे गुलर तोरत हए का? 17ऐइसीए करके हरेक अच्छो रुखा अच्छो फरा फलाबैगो| और खराब रुखा खराब फरा फलए हए|18अच्छो रुखा खराब फरा नए फर सकत हए, न ता खराब रुखा अच्छो फरा फारए सकत हए। 19अच्छो फरा ना फरानबारो हरेक रुखा काटके उजाणो जएहए, और आगीमे फेको जएहए । 20अइसीय बिनके फरासे हि तुम बिनके चिनैगे|21"मोके 'प्रभु, प्रभु' कहान बारे सब स्वर्गके राजमे प्रवेश नएकर पए ह ।| स्वर्गमे होनबारो मिर पिताको इच्छा पालन करन् बारे आदमी इकल्लो स्वर्गके राजमे प्रवेश करन पए हए । " 22बा दिन बहुत आदमी मोसे कए हए, 'हे प्रभु, हे प्रभु, का हम तुमरे नाउँमे अगमवाणी बोले ना हए का ? तुमरे नाउँमे भुत भजए ना हए का ? और तुमरे नाउँमे अनेक शाक्तिशाली काम करे ना हए का ?” 23और मए बिनसे सफासे काहमङ्गो, मए तुमके कब्हु ना चिनत हओ| ए खराब काम करन् बारे मोसे दुर हुइजाओ ।24"जहेमारे कि जौन मिर जा बचन सुन्तहए और पालन करत् हए, मए एक बुध्दिमान आदमीसे बाको तुलना करत् हौ, जौन अपन घर चट्टान उपर बनाइ । " 25और पानी पणो, और बैहिया अई, और आँधी चली और बा घर उपर ठुको, ताहु फिर बा घर ना उज्णो| कहेकी बा चट्टान के ऊपर बनाइँ रहए ।26पर जौन मिर जा वचन सुनके फिर पालन ना करत हए, बाको तुलना एक मुर्ख आदमीसे करत् हओ, जौन अपन घर रेता उपर बनाई । 27पानी पणो, और बहिया अई, और आँधी चली और बा घर उपर ठुकी, और बा घर उजाड गओ, और बाको बणो बिनास भव।”28” जब येशु जा बचन कहे डारी पिछु भीड बाकि शिक्षा सुनके बहुत अचम्मो पणिगए । 29कहेकी बा बिनके शास्त्रीन के जइसो ना कि, बल्कि अधिकार पाव भव आदमी जैसो सिकत रहए ।
1जब येशु बा डाँगासे उतरके पिछु बणी भीड बाके पिछु लाग् गई । 2एक कोढी बाके ठिन अओ, और बाके अग्गु घुँटो टेकके कही, “हे प्रभु, तुमर इच्छा हए कहेसे मोके अच्छो करसक्त हौओ”। 3बा अपन हात पसारके बाके छूई और कहि, “मए इच्छा करत् हौ, तुम अच्छे हुइजाओ|” तुरन्त बाको कोढरोग अच्छो हुइगओ।4तव येशू बासे कहि, “कोइके मत बताबए ।तए जा और अपनएके पुजाहाके ठिन दिखा, और मोशा आज्ञा करी जैसो भेटी चढा, और आदमीके तही गबाही होबए ।”5” जब येशू कफर्नहुमके घुसत एक जनी कप्तान बाके ठिन आएके बिन्ती करन् लागो बा कही , 6"हे प्रभु, मिर नोकर पक्षाघातसे बहुत दु:ख पाएके घरमे पणो हए ।” " 7येशु बिनसे कहि, “मए आएके बाके अच्छो करंगो ।”108तव कप्तान कहि, “हे प्रभु, तुमके मेरे घरमे स्वागत करन् को योग्य मए ना हओ ।| बल्कि तुम वचन इकल्लो बोलदेओ, और मेरो नोकर अच्छो हुइजए हए । 9कहेकी मए फिर अधिकारीके अधिनमे हौ, और मिर अधिनमे सिपाही हए । मए एक जनीसे 'जा' कहतहौ, तव बा जातहए, और दुसरे से कहतहौ 'अएजा' तव बा आतहए । मेरो कमैयासे 'अइसो कर' कहतहौ, तव उइसी करत् ह ।|” 10 बिनको बात सुनके येशू अचम्मो मानि, और बाके पिछु आन बारेंनसे कहि, “नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौ, इस्राएलमे फिर इतनो भारी बिश्वास मए ना पाओ हओ ।11मए तुम कहतहौ,बहुत जनी पुर्व और पश्चिमसेअमङ्गो, और अब्राहाम, इसहाक और याकुबके संग स्वर्गके राज्यको भोजमे वैठंङ्गे । 12पर राज्यके सन्तान बाहिर अन्धकारमे फेकेजए हए| हुवाँ आदमी रोमंङ्गे और दाँत किटकिटए हए ।” 13तव येशू कप्तानसे कही, “जाओ जैसो तुम बिश्वास करेहौ, उइसी तुमके होबए ।” तव बाको नोकर बहे घणी अच्छो हुइगओ|14जब येशु पत्रुसके घरमे अओ बा पत्रुसकी सास बुखारसे खटीयमे पणी देखी । 15येशु बिनको हात छूई, और बुखार बिनके छोडदै। और बे उठके उनकी सेवा करन लगी ।16जब संन्झा भओ , अदमी भुत लागे बहुत जनी बिमारीनके येशु ठिन लाइ | और बा वचनसे भुतनके बाहेर निकारी, और जित्तो बिमार रहए, सबके अच्छो करी । 17"यशैया अगमवक्ताक बोलो भव ऐसो बचन पुरो भव , “बा ""अपनए हमर बिमारके लैइ, और हमर रोग उठाएके लैगओ ।”19" जब येशू अपन आसपिस बणी भारी भीड देखि, बा गालील समुद्रके बापार जानके आज्ञा दै । 18एक जनि शास्त्री बाके ठिन अओ, और बासे कहि, “गुरुज्यु, तुम जहाँ-जहाँ जातहौ, मए तुमर पिछु आमङ्गो” 20येशू बासे कहि, “सेराके भार और आकाशके चिरैचुरंगिनके घुरघुसला होतहए, पर आदमी पुत्रके ताहिँ ता मुण धरन ठाउँ फिर ना हए ।”21चेला मैसे एक जनि कहि, “प्रभु, पहिले मोके मिर दौवाके गणन देओ ।” 22तव येशू कहि, “मिर पिछु आ, मुर्दाके बिनको आपनो मुर्दा गाणन छोणदे ।”23जब येशु नैयामे चढो तव बाके चेला फिर बाके पिछु लागे| 24आचानक समुद्रमे बणी भारी आँधी आएगै, और लाणुरासे नैयाँ तुपन् लागी । येशू सोत् रहए । 25चेला आएके अइसे कहत जगई, “बाचाओ प्रभु! हम नष्ट होन लागे ।”26” येशू बिनसे कहि, “अल्पबिश्वासी आदमी, तुम कहे डरात् हौ?” तव उठके आँधी और समुन्द्रके डँटी । और बा हुँव बिलकुल सन्त हुइगओ । 27"जा त कैसो आदमी हए, कहेकी आँधी और समुन्द्र फिर जाकि कहिना मन्तहए"" कहिके बे आदमी छक्क पणीगए ।28जब येशु बापारसे गदरिनीके मुलुकमे आए रहए , तव भुत लागे दुई आदमी गड्डासे निकारके बाके भेटि| बे इत्तो डरौने रहए, कि कोइ फिर हुँवासे आन-जान ना कर पात रहए । 29देखओ बे अइसे कहत चिल्लाई, हे परमेश्वरको पुत्र, तुमसे हमर का मतलब हए ?का कहोभओ समयसे पहीले हि तुम हमर ठिन दुःख देन आए हओ ?30बिनसे कुछ दुर सोराको एक बगाल चुगत् रहए । 31भुत बोसे बिन्ती करी, “अगर तुम हमके निकारत् हौ कहेसे , हमके बा सोराके बगालमे पठए देओ ।” 32"और बा बिनसे कहि, “जाओ"" तव बे निकारके सोराके भितर घुसिगए, और सोराको जाम्मए बगाल समुन्द्र घेन हुरतएगए, और पानीमे डूबके मरिगए ।33" सोरा चुगान बारे अदमी बा हुँवसे भाजेके सहेरमे गए ,बे सब बात औरखास करके बे भुत लगेन् के का भव सो सुनाएदैं । 34तव जम्मए सहेरके येशूके भेट करनके आए ।, और बाके देखके आदमी बिनको इलाकासे छोणके चलो जाए करके बासे बिन्ती करीँ ।
1येशु एक नैयामे चढके बापार गओ, और बा अपनो सहेरमे अओ| 2आदमी खटियामे पणो एक जनी पक्षाघातीके बाके ठिन लाइ । येशू बिनको बिश्वास देखके पक्षाघातीसे कहि, “लौणा, साहस कर| तेरो पाप क्षमा हुइगए हए ।”3” देखओ शास्त्री मैसे कित्तो आपसमे कहन लागे, “जा परमेश्वरके निन्दा करत् हए ।” 4येशू उनको बिचार जानके कहि, “तुम कहे अपन हृदयमे दुष्ट बिचार करत् हौ ? 5का कहन सजिलो हए, तुम्रो पाप क्षमा भव' कि 'उठा और नेग' काहन ? 6पर आदमीक पुत्रके पृथ्बीमे पाप क्षमा करनको अधिकार हए कहिके तुम जान सकओ ।” तव बा पक्षाघातीसे कहि, “उठ, अपनी खटिया बोक, और घरए जा ।”7तव बा आदमी उठो, और अपने घरघेन गव| । 8जब भीड जा देखि बे अचम्मो मानी आदमीनके ऐसो अदिकार देनबारो परमेश्वरको प्रशंसा करी । 9येशू हुवाँसे जातपेती मत्ती कहन बारो एक आदमीके कर उठन बारो अड्डामे बैठो देखि, और बिनसे कहि, “मिर पिछु लाग ।” तव बा उठो और बाके पिछु लागो ।10जब खानु खान बैठो देखओ, बहुत जनी कर उठनबारे और पापी आए येशू और बाके चेलासंग खान बैठे| 11जब फरिसी जा देखी, तव बाके चेलानसे कहिँ, “कहे तुमरो गुरु कर उठानबारे और पापीसंग खातहए ?”12जब येशु जा सुनी बा कहि, “निरोगीँके बैदाको जरुरत ना होतहए, पर रोगीनके होतहए । 13तव जाएके जाको अर्थ का हए तुम सिकौ: मए बलिदान नए, दया चाहतहौ ।” कहेकी मए धार्मिनके नए, पर पापीनके बुलान अओ ।”14” तव बप्तिस्मादेन बारो यूहन्नाके चेला बाके ठिन आए, और बासे पुछी, “काहे हम और फरिसी उपवास बैठतहए, और तुमरे चेला उपवास नए बैठतहए ?” 15येशू बिनसे कहि, “जब दुलहा संग अएभए बरैतियासंग शोक मनातहए ? पर बे दिन आमंगे जब दुलहा बिनसे अलग होबएगो । और बे उपवास बैठंगे ,16"कोइ फिर पुरानो लत्तामे नयाँ कपणाको थिग्रा नए लगात हए । कहेकी नयाँ थिग्रा पुरानो लत्ताके फारदेतहए, लत्ता और जाद्धा फटजातहए । "17" कोइ पुरानो खालको मशकमे नयाँ दाखमध ना ,धरतहए नित मशक फुटजाबैगो, और दाखमध गिरजएहए, और मशक नष्ट हुइजएहए । कहेकी नयाँ दाखमध नयाँ खालको मशकमे धरत हए और दोनो बच जएहए ।”18जब येशु बिनसे जा बात कहत रहए, देखओ त एक जनी शासक अओ, और येशुके दण्डवत करके कहि, मिर लौणीया भर्खर मरीहए, और आएके बाके मुण उपर तुम हात धरदेओ, और बा जीन्दा हुइजएहए ।” 19येशू उठो और अपन बिनके पिछु लागो चेलानके फिर बिनके पिछु गए ।20देखओ बाहृ वर्षासे बहुत रगत बहनबारी एक बैयए येशुके पिछुसे आएके बाको कुर्ताको कुन्छ छुई । 21कहेकी बा मनए मन सोचिरहए, “मए बाको कुर्ताक् कुन्छ छुइहओ खिनक् मए अच्छो हुइजएहओ ।” 22पर येशु घुमक देखके बा बैयरके देखी, और कहि, “लौणीया, सहास कर, तेरो बिश्वाससे तोके अच्छो करी हए ।” बा बैयर बहे घणी अच्छी हुइगइ23जब येशू शासकके घरमे अएपुगो, बा बसुली बजानबारे और भीडसे खैलाबैला मचोदेखी, । 24बा बिनसे कहि, “बाहिर जाओ, कहेकी लौणीया मरी ना हए, लेकिन सोतहए|” बे बाको खिल्ली ऊणाइ ।25जब भीड के बाहिर निकरके बा घर भितर घुसो, और बा लौणीयाको हात पकणी, और बा लौणीया उठगइ । 26जा बातके बारेमे मुलुक भर हल्ला उणिगओ|27"येशू हुवाँसे जातपेती दुई जनि अन्धा ""हे दाउदको पुत्र ह्मरे उपर दया कर ""कर्के चिल्लात बाके पिछुपिछु लागे । " 28बा घरमे कुचो तव अन्धा आदमी बाके ठिन आए । येशू बिनसे कहि, “मए जा कर सकङ्गो कहिके तुम बिश्वास करत् हौ ?” बे बासे कहि, “हँ प्रभु ।”29” तव बा बिनको आँखी छुइके कहि, “तुमरो बिश्वासके जैसो तुमके होबए ।” 30और उनकी आँखी खुलिगई| येशू अइसे करके बिनके मिनाहा करी, “जा बात कोइके पता ना होबए|” 31तव बे गए, और बा इलाका भर बाको चर्चा फइलाए दई ।32जब बे दुइ जनी आदमी निकरके जात रहए, तव भुत लागो एक जनि गुँगा आदमी बाके ठिन ल्याई । 33जब "भुत निकरके गओ बा गुँगा बोली । और ""इस्राएलमे कबहू अइसो ना देखे रहए, कहत भीड अडम्मो पणीगए । " 34और फरिसी ऐसो कहन लागे, “भुतके मालिकसे जा भुत निकरत् हए ।”35येशू सबए सहेर और गाउँघेन बिनको सभाघरमे शिक्षा देत और हरेक किसिमके रोग और कमजोरनके अच्छो करत् जान लागो| 36पर भीडके देखके बाको हृदय बिनके ताहिँ दयासे भरगओ । कहेकी बे बक्रेहेरा बिनके भेडा जैसे हैरान और बेसहराके रहए ।37तव बा अपन चेलनसे कहि, “फसल त बहुत हए, पर खितहारा थोरी हए । 38जहेमारे फसलके प्रभुसे प्रार्थना कराओ,की बे अपनो फसलके ताही खितहारानके पठाएदेबए ।”
1येशू अपन बाहृ चेलान् के बुलाएके अशुध्द आत्मा निकारन् और हर प्रकारके रोग और दुर्बलता अच्छो करन् अधिकार बिनके दै।2बाह्र प्रेरितके नाउँ जेही हए,पहिलोको पत्रुस कहन बारो सिमोन और बिनको भैया अन्द्रियास, जब्दियाक लौणा याकुब और बिनको भैया यूहन्ना, 3फिलिप और बारथोलोमाइ, थोमा और कर उठानबारो मत्ती, अल्फयसको लौणा याकुब और थेदियस, 4सिमोन कनानी और यहूदा इस्करियोत, जौन येशूके पक्णए दैरहए।5येशू जे बाह्र चेलनके अइसो आज्ञा दैके पठाई, “अन्यजातिंनके बीचमे मत जाओ, और सामरीनके सहेरमे मत घुसओ। 6पर इस्राएल जातिके हराए भए भेणाके ठिन जाओ। 7"स्वर्गको राज जौने आएपुगो हए,' कहतय प्रचार करओ।8" बेमर के अच्छो करओ, मरेन्के जिन्दा करओ, कोढीनके शुध्द करऔ, भुतन्के निकारओ। तुम सेंतएमे पाएहौ, सेंतएमे देओ। 9तुम अपन फेंटामे सोनो चाँदी और तामाके लोटा मत बोकओ, 10यात्राके ताहिँ झोला, दुई जोण कुर्ता, जुता, लकणी मतलेओ। काहेकी खितहाराके बाको खानु पानपणात् हए।11"जौन सहेर कि वा गाउँमे तुम घुसेहौ, हुँवा जानोमानो कौन हए बोके ढुणओ, और हुँवासे बिदा न होन तक हुवाँए बैठओ। " 12तव घर भितर कुचके अभिबादन करीओ। 13बा घरमे जानन् बुझन बारे हएँ तव, तुमर शान्ति बा घरमे अबैगो। जौन बा घरमे जानन् बुझन बारे नैयाँ तव, तुमर शान्ति तुमरी संग घुमके आएजाए हए।14अगर कोइ तुमके ग्रहण न करी और तुमरो बचन न सुनी तव बा घरसे निकरतय अपन टाँगको भुवा झारदिओ। 15नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, न्यायके दिनमे बा सहेरको दशा सदोम और गमोराको हालतसे फिर जद्धा हुइहए।16"देखओ, मए तुमके गुलहाके बीचमे भेणा कता पठएहौ, जहेमारे तुम साँप कता चलाक और कबुतर कता निर्दोष होबओ। " 17पर आदमीनसे होशियार हुइयो, कहेकी बे तुमके अदालतमे सौपदेहँए, और बे सभाघरमे तुमके कोणा लगए हँए। 18तुम मेरे खातिर हाकिम और शासकके जौने ठाडे जएहऔ, तव बे और अन्य जातिनके ताहिँ साक्षी हुइहऔ।19पर जब बे तुमके पकणए देहएँ, तव कैसे का बोलंगो कहिके चिन्ता मतकरऔ काहेकी तुम का मसकङ्गो, बहे घडी तुमके बताओ जएहए। 20काहेकी बोलन् बारे तुम अपनए न हुइहौ। पर तुमर पिताको आत्मा तुमसे बोलैगो।21"भैया भैयाके मरनके ताहि पकणए देहएँ, और दौवा लौणा-लौणियाके, और लौणा-लौणिया अइया- दौवाके बिरुध्दमे उठंगे और बिनके मारन लगाएहएँ। " 22मिर नाउँके खातिर सबसे तुम घृणित हुइहौ पर जो अन्त तक स्थिर रयहए, बाको उध्दार हुइहए। 23जब बे तुमके एक सहेरमे सताएहएँ तव दुसरेमे भजिओ। काहेकी नेहत्य मए तुमसे कहतहौं, आदमीको पुत्र आनसे अग्गु तुम कोइ रीतिसे इस्राएलके सब सहेर घुम न पएहऔ।24"चेला अपन गुरुसे और कमैया अपन मालिकसे बणो न होत् हए। " 25चेला अपन गुरु और अपन मालिक जैसो होनो बकताहीं काफी हय।यदि बे घरके मालिक से भुत काहिं तव बे बाके घारानेके और जद्धा बदनामी करङ्गे।26"जहेमारे बिनसे मत डराओ। काहेकी तोपके प्रघट न होनबारो और लुकाएके पत्ता होनबारो कोइ नैयाँ। " 27जो मए अन्धकारमे कहत् हौ, बा तुम उजियारेमे कहिदेओ और जो तुम कानसे सुनतहौ, बा घरकी चुरीसे प्रचार करओ।28बिनसे मतडरओ जो शरीरके मारत हएँ, पर आत्माके न मारपात हएँ। पर, आत्मा और शरीर दोनाएके नरकमे नाश करन् बारेसे डरओ। 29का एक पैसामे दुई गरगौटा न बिकत हएँ ? बे मैसे एक फिर तुमर पिताके इच्छाबिना भिमे न गिर हयँ। 30तुमर मुणके बार फिर सब गिन्ती भए हएँ। 31जहेमारे तुम मतडरओ, तुम बहुत गरगौटासे मुल्यवान हौं।32"जहेमारे जौन आदमीके अग्गु मोके स्वीकार करेहए, मए फिर बोके स्वर्गमे होनबारो मिर पिताके अग्गु स्वीकार करेहऔं। " 33पर जौन मोके आदमीके सामने इन्कार करेहए, मए फिर बाके स्वर्गमे होनबारो मिर पिताके सामने इन्कार करेहऔं।34"मए पृथ्बीमे शान्ति लान अओ हौं करके मतसमझौ। शान्ति लान न अओ हौं, बल्कुन तरवार चलान मए अओ हऔं।" 35काहेकी मए आदमीके बक दौवाके बिरुध्द,और लौणियानके बिनकी अइयाके बिरुध्द और बहुके बिनकी सासके बिरुध्द करन अओ हऔं। 36आदमीनको दुस्मन बाको परिवार भितरको हुइ हएँ।37"जौन मोसे जद्धा अपन दौवा और अइयाके प्रेम करेहए, बा मेरो योग्यको नए हुइहए। जौन मोसे जद्धा अपन लौणा और लौणियाके प्रेम करेहए, बा मिर योग्यको नए हुइ हए। " 38जौन अपन क्रुस उठाएके मिर पिछु नए लगेहए, बा मिर योग्यको न हुइहए। 39जौन अपन प्राण बचाए हए, बा बाके खोबैगो, और जोअपन प्राण मिर ताहिं खोबैगो बा जीवन पाबैगो।40"तुमके ग्रहण करन् बारो मोके ग्रहण करत् हए, और मोके ग्रहण करन् बारो मोके पठान बारेके ग्रहण करत् हए। " 41अगमवक्ताके अगमवक्ताए मानके ग्रहण करन् बारो अगमवक्ताको इनाम पएहए।धर्मी जनके धर्मी जन मानके ग्रहण करन् बारो धर्मी जनको इनाम पएहए।42जौन जे छोटे मैसे एकके मिर चेला मानके एक गिलास पानी पिन देहए, नेहत्य मए तुमसे कहत् हऔं, बो अपन इनाम कबहु न खोबैगो।”
1अपन बाह्र चेलनके आदेश दैके पिछु येशू हुवाँसे बिनके सहेरमे सिखान और सुसमाचार प्रचार करन गओ। 2यूहन्ना ख्रीष्टक कामको चर्चा जेलमे सुनी, और अपन चेलनके बाके ठिन जा बात पुछ्न पठाई, 3"आनबारे त, तुमही हौ, कि हम और कोइकी प्रतिक्षा करयें ?”4येशू बिनसे कहि, “तुम सुने और देखीबात यूहन्नासे कहेदेओ, 5अन्धा देखत हएँ, और लँगणा नेगत हएँ। कोढी रोगबारे शुध्द होतहएँ। बहिरा सुनत हएँ। मरे जिन्दा हुइके उठेहएँ, और दरिद्रनके सुसमाचार प्रचार हुइरहो हए। 6धन्य हए बा, जौनके मोसे बाधा न होतहए।7और बे गाएके पिछु येशू यूहन्नाके बारेमे भिडसे कहन लागो, “तुम उजाड-स्थानमे का देखान निकरे रहौ ? का हलनबरो कटीलाके ? 8तव तुम काहे निकरे ? का नरम कुर्ता लगान बारे आदमीके देखन ? नरम कुर्ता लगान बारे ता राजाके भवनमे बैठतहएँ ।9तुम काहे निकरे तव ? का अगमवक्ताके देखन ? हाँ, मए तुमसे कहत् हऔं, अगमवक्तासे फिर महान आदमीके। 10"बा बहे हय जौनके बारेके धर्मशास्त्रमे लिखो हए, "देखओ, मए अपन दुत तुमरे अग्गुअग्गु पठामङ्गो, जौन तुमरे अग्गु तुमर ताहीं डगर तयार करैगो । "11"नेहत्य, मए तुमसे कहत् हऔं, बैयरसे जन्मो मैसे बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्नासे महान और कोइ नैयाँ। ताहुँ फिर स्वर्गके राजमे जो सबसे छोटो हए, बा इनसे महान हए। " 12बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्नाके समयसे हबए तक स्वर्गको राज जोडसे अग्गु बढरहो हए, और शाक्तिशाली आदमी जबरजस्तिसे जाके पाक्णत् हएँ।13काहेकी यूहन्नाके समय तक सबय अगमवक्ता व्यवस्थासे अगमवाणी करिरहएँ। 14तुम ग्रहण करन् राजी हुइहौ तव, आन बारे एलिया जेही हएँ। 15जौनको सुनन कान हए, बा सुनए।16"अब जा पुस्ताको तुलना मए कासे करौं ? जा ता बजारमे खेलन बारे छोटे-छोटे लौणा-लौणिया हानि हएँ, जौन अपन संगीनके बुलातहए और कहतहए, " 17"हम तुमरे ताहिं बसुली बजाए, तव तुम न नाचे। हम बिलाप करे, और तुम न रोए ।'18काहेकि यूहन्ना खात और पित न आओ, और बे बोके भुत लागोहए कहिके कहत् हएँ । 19आदमीक पुत्र खात और पित अओ, और बे कहत् हए, “देखओ, घिचुवा, दारोहा, कर उठानबारे, और पापीनको संगी !'पर बुध्दि त ठीक हए तव बाके कामसे प्रमाणित हुइहए।"20तव येशू जौन-जौन सहेरमे बहुत शाक्तिशाली काम करिरहए, बा बिनके डाँटन लागो, काहेकी बे पश्चाताप न करीँ रहयँ। 21"धिक्कार तोके, ए खोराजीन ! धिक्कार तोके, ए बेथसेदा ! काहेकी तुमरे मे करेभओ शाक्तिशाली काम टुरोस और सीदोनमे करेभओ होते बे पहिलीए से बोरा लगाएके और भुवा लगाएके पश्चाताप कर डरते । " 22पर मए तुमसे कहत् हऔं, न्यायके दिनमे तुमसे जद्धा ता टुरोस और सीदोनको हालत तुमसे बहुत सहरानो हुइहए ।23ए कफर्नहुम, का तए बादरसे उचोहुइहए का ? तय पातालमे गिरैइगो । कहेकी तिरमे करेभए शाक्तिशाली काम सदोममे करेहोते तव बे आजके दिन तक रही रहतो । 24पर मए तुमसे कहत् हौ, न्यायके दिनमे तोसे ता सदोम मुलुकके सहाज हुइहए ।25ब बेरा येशू कहि, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्बीक प्रभु, मए तुमके धन्यबाद चणत् हौ, कहेकी तुम जा बात बुध्दीमान और समझदारसे गुप्तमे धरे, पर बालकके बे प्रगट करे । 26हे, पिता, कहेकी तुमके जहे अच्छो लगो । 27"मिर पिता सब चिज मोके सौप दै हए । पिता बाहेक पुत्रके कोइ चिनत नाहए, और पुत्र बाहेक पिताके कोइ चिनत नाहए, और बे फिर चिनत हए जौनके पुत्र पिता प्रकट करन् इच्छा करत् हए ।28"हे सब थके भए और बोझसे दबे भए, मिर ठिन अओ, मए तुमके बिश्राम देहऔं " 29मिर जुवा अपने उपर लेओ, और मोसे सिखओ, कहेकी मए नम्र और कोमल ह्रदयको हऔं, और तुम अपन आत्मामे बिश्राम पाबैगे। 30कहेकी मिर जुवा सहज हए, और मिर बोझ हलुको हए।”
1बा समय येशू शाबाथमे* अन्नके खेत हुइके जात रहए। बाके चेला भुखाने रहएँ और अन्नके बाली तोरके खान लागे। 2पर जब फरिसी जा देखके बासे कहिं, देखओ, तुमरे चेला शबाथमे जो करन् उचित न हए, बहे करत् हएँ।”3तव बा बिनसे कहि, “दाउद, और उनके संग होनबारे भुखाने रहएँ तव बे करी रहएँ, का तुम पढे नैयाँ ? 4कैसे बे परमेश्वर भवनमे घुसके चढाओ भव रोटी खाई रहएँ, जौन बा और उनके सँग रहनबारेनके खान त न रहय, पर बा पुजाहारीनके ताहीं इकल्लो उचित रहए।5और का तुम व्यवस्था पढे नैयाँ, कैसे शबाथमे पुजारी मन्दिरमे शबाथके अपवित्र बनात हएँ, और फिर निर्दोष ठहिरत् हँए ? 6पर मए तुमसे कहत् हऔं, मन्दिरसे महान एक जनी हिँया हए।7पर मए बलिदान नए, दया चाहत् हौ' जाको अर्थ का हए सो तुम जनते तव तुम निर्दोषके दोष न लगइते। 8काहेकी आदमीको पुत्र शबाथको प्रभु हए।”9हुँवासे निकरके बा बिनको सभाघरमे गओ। 10देखऔ हुँवा पर एक हात सुखो भव आदमी रहए। बे येशूके दोष लगान ताहिँ बोसे पुछीं, “का शबाथमे कोइके अच्छो करनके ठीक हए ?”11येशू उनसे कहि, “तुम मैसे कोइको एक भेडा हए, और शबाथमे बो गड्डामे घुसिगव तव, का तुम बोके पकणके बाहिर न निकारैगे ? 12भेडासे आदमी कित्तो मुल्यवान हए ? जहेमारे शबाथमे भलो करन् ठीक हए।”13तव येशू बा आदमीसे कहि, “तय अपनो हात बढा” बा हात पसारी, और बा हात दुसरो हातहानी अच्छो हुइगओ। 14पर फरिसी बाहिर जाएके बाके कैसे नाश करएँ करके बाके बिरुध्दमे सल्लाह करन् लागे।15तव बा जा बात पता पाएके येशू हुँवासे गइभव, और बहुत जनी बाके पिछु लागे, और बा उनके सबनके अच्छो करी, 16और बा कौन हए सो कोइके न बतानके चेताउनी बिनके दै। 17यशैया अगमवक्तासे कहो बचन पुरा होनके ताहिं जा भव रहए,18"मिर दास जौनके मए चुनो हौ, मिर प्रिय जौनसंग मए प्रसन्न हौ, मए मेरो आत्मा बिनमे धरदेहऔं, और बे जाति जातिनके न्यायको घोषणा करङ्गे। "19" बे न त झगडा करेहएँ, न त बहुत जोडसे चिल्लाय हएँ, न त कोइ उनको सोर गल्लीमे सुनेहए। 20बे कोई फुटो बेत न तोरङ्गे, न्यायके बिजयमे नपुगान तक बा कोई फिर धिपधिप होत दियाके बे न बुतामंगे, 21और बहेक नाउँमे जाति-जातिके विश्वास करङ्गे।"22तव बाके ठिन भुत लागो एक अन्धा और गुँगा आदमीके लाईं। येशू बाके अच्छो करी, यहाँ तक, गुँगो आदमी बोलन और देखन लागो। 23और सब भिड देखके अचम्मो मानके कहिं, “का जा दाउद पुत्र हुइ सकत हए ?”24तव जा सुनके फरिसी कहिँ, “जा आदमी भुतको मालिक बालजिबुलसे भुत भजात हए।” 25तव बो बिनको बिचार पता पाएके बिनसे कहि, “आपसमे फुट भव हरेक राज्य उजाड हुइ जय हए, और अपनय मे बटो भऔ हरेक सहेर औ परिवार न टिक पएहए।26अगर शैतान शैतानके निकरेहए तव, बा अपनाए बिध्दमे विभाजन हुइ जाएहए, तव अइसी बक राज्य कैसे टिकैगो ? 27अगर मए भुत के मालिकसे भुत भजात् हौं कहेसे तुमरे लौणा कासे बे निकारत हएँ त ? जहेमारे बे तुमर न्यायकर्ता हुइहयँ।28अगर मए परमेश्वारको आत्मासे भुत भजात् हौं तव परमेश्वर राज तुमैमे आइगव हय। 29"पहिले बलि आदमीके न बाँधके बक घर भितरको धन सम्पति कैसे लैजए पएँहएँ ? बा बलि आदमीके बाँधके बक घर लुट पएँहएँ। " 30"जौन मिर संग नैयाँ, बा मिर बिरुध्दमे हए, और जौन मिरसंग बटोरत नैयाँ, बा बिग्दाबैगो। "31बहेमारे मए तुमसे कहत् हौं आदमीनके करो पाप और ईश्वरको-निन्दा क्षमा हुइहए, पर पवित्र आत्माके बिरुध्दमे करो निन्दा क्षमा ना हुइहए। 32और कोइ परमेश्वरको पुत्रके बिरुध्दमे कुछ कहि तव बो क्षमा हुइहए, पर कोइ पवित्र आत्माके बिरुध्दमे बोलैगो तव बोके ना जा युगमे और आनबारो युगमे फिर क्षमा ना हुइहए।33"कि रुखाके अच्छो बनाओ, और बाको फरा अच्छो हुइहए। कि रुखाके खराब बनाओ और बाको फरा फिर खराब हुइहए। काहेकी फरासे रुखा चिनत हँए। " 34ए साँपके बच्चाओ ! तुम अपनए दुष्ट हौ, अच्छी बात कैसे बोल पैहौ ? काहेकी ह्रदयमे जो भरी बात बहि मुँहुसे निकरत हए। 35अच्छो आदमी अपन भितर भरी अच्छो चिजसे अच्छो चिज निकरत् हए, दुष्ट आदमी अपन ह्रदयमे रहो भौ दुष्ट बातसे दुष्टए बात बाहिर निकारत् हए।36औ मए तुमसे कहत् हौं, सबए व्यर्थकी बात जो आदमी बोलतहएँ, न्यायके दिनमे बिनको बो लेखा देन पणैगो।' 37काहेकी तुमर वचनसे तुमर न्याय हुइ हए,औ तुमरी बचनसे तुम दोषी ठहीरैगे।”38तव शास्त्री और फरिसी मैसे कोइ-कोइ बोसे कहिँ, “गुरुज्यु, हम तुमसे एक चिन्ह देखन चाहतहँए |” 39बो बिनके जबाफ दै, “दुष्ट और व्यभिचारी पुस्ता चिन्ह ढुणत् हए। पर जा पुस्ताके योना अगमवक्ताक चिन्ह बाहेक और कोइ चिन्ह ना देहए। 40काहेकी जैसी योना बहुत बणी मछ्रीके पेट भितर तीन दिन और तीन रात रहो, उइसी ना आदमीको पुत्र फिर पृथ्बीके गर्भमे तीन दिन और तीन रात रएहए।41निनबेके आदमी न्यायके दिनमे जा पुस्ता संग ठाडहएँ।, और जाके दोषी ठहेरयहएँ, काहेकी बे योनाके प्रचार सुनके बे परमेश्वर करीरहँए, पर देखओ, योनासे महान कोइ हियाँ हए।42दक्खिनकी महारानी न्यायके दिनमे जा पुस्ताके संग ठाडैगी, काहेकी बे पृथ्वीके छोरसे सोलोमनकी बुध्दीक् बात सुनन् आई पर देखौ, सोलोमनसे महान कोई हिंयाँ हए।43जब कोइ दुष्ट आत्मा आदमीसे निकरके जात् हए, बा विश्राम ढुणत् सुखो ठाउँ घेन घुमत् हए, पर कहु ना पात हए। 44तव बा कहतहए, 'जहाँसे मए निकरके अओ हौं, हुवाँए अपन घरमे मए घुमके जएहौं।' घुमके आतपेति बा घर खालि, सफा करो, और सजो पात् हए। 45तव बा जात् हए और अपनसे जद्धा दुष्ट और सात भुतात्मा ल्यातहए, और भितर घुसके बे हुवाँ बैठतहए, और बा आदमीको पिछुको दशा अग्गुसे और खराब होतहए। जा दुष्ट पुस्ताके फिर अईसी हुइहए।”46जब येशू भिडसंग बोलत रहए बहेबेरा बक अइया और भैया बाहिर ठाणे रहँए, और बोसे बात करन् चाहत रहँए। 47"तव एक जनै येशूसे कहि, ""देखओ, तुमरी अइया और तुमर भैया बाहिर ठाणे हँए, तुमसे बात करन् चाहतहएँ।”48" पर बासे बोलन बारेसे येशू कहि, “मिर अइया कौन हए ? मिर भैया कौन हए ?” 49और बा अपन हातसे चेलनके दिखत कहि, “देखओ मिर अइया और मिर भैया जेहीँ हँए | 50काहेकी जौन स्वर्गमे होनबारो मिर पिताको इच्छा पालन करत् हए, बेहि मिर भैया, और मिर बहिनिया, और मिर अइया हँए।”
1बहे दिन येशू घरसे निकरके समुन्द्रके किनारे बैठो। 2और बहुत भारी भिड बाके ठिन इक्कठा भव, कि बा नैयाँमे बैठो, और सब आदमी ढाहो किनारे ठाडे रहे।3तव येशू काहनीयमे बिनसे बहुत बात कहि | बा अइसे कहि, “ देखाओ एक जनी बिज बोन बारो बिज बोन निकरो। 4और बोत पेति कोइ बिज डगर घेन पणे, और चिरैचुरंगी आएके बे खाए डरीँ। 5कोइ बिज पत्थर बारी जमिनमे पणे, जहाँ बहुत मट्टी नाए रहए, और गहीरो मट्टी नाए हुइके बे हल्दी जमे। 6तव घामु लागो बे अईलियाय गए, और जर न हुईके बे सुखिगए।7और त काँटोके बीचमे पणे, तव काँटो बढे और बिनके दबएदैँ। 8और बिज अच्छी जमिनमे पणे, और कोइ सौव गुण, साठ गुण, कोइ तीस गुण फरा दैँ। 9जौनक कान हए, बा सुनए।”10और चेला आएके बासे कहिँ, “तुम बिनसे काहे कहानीमे बोलत् हौ ?” 11येशू बिनसे जबाफ दैके कहि, तुमके ता स्वर्ग-राजको रहस्यको ज्ञान दओ गव हए, पर बिनके ना दै हए। 12काहेकी जौन के संग हए, बिनके और दओ जए हए, और बाकेसंग बहुत हुइहए। पर जौनसंग नैयाँ, बाकेसंग भव फिर बासे छिनजए हए।13जहेमारे मए बिनसे कहानीमे बोलत् हौं: काहेकी बे देखन त् देखत् हँए, पर देख ना पातहँए, सुनन् ता सुन्तहँए, तव सुनके समझ ना पातहएँ। 14बिनके ताँहि यशैया अगमवक्ताको अगमवाणी बिनमे पुरा हुइ हए: 'सुनन् त बे सुन्तहए, पर कबहू समझत नैयाँ, देखन त देखतहए, पर कबहू देख न पातहएँ।15काहेकी जे आदमीके ह्रदय कमजोर हुइगव हए, और बिनके कान बहिरा हुइगए हँए,और बे अपनी आँखी बन्द करेहँए, नत बे दिखते, और कानसे सुनते, ह्रदयसे समझते, और घुमते, और बे अच्छे हुइते।”16पर तुमरी आँखी धन्य हंए, काहेकी बे देखतहँए। तुमरे कान धन्य हए, कहेकी बे सुन्तहँए। 17नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, तुम देखिबात बहुत अगमवक्ता और धर्मी जनी देखन उत्कट इच्छा करत् रहएँ, पर देखना पँई, और बे सुनि बात सुनन् उत्कट इच्छा करत् रहँए, पर सुन ना पँई।18"बिज बोनकी कहानी सुनओ। " 19जब कोइ राज्यको बचन सुन्तहए, और सो समझत नैयाँ, तव दुष्ट अतहए और बक ह्रदयमे जो बुओ रहए सो छिनके लैजातहए। डगर घेन बुए बीज त बेहि हएँ।20पत्थरबारी जमिनमे बुए ता बेहि हँए, जौन बचन सुनके तुरन्त खुशीसे हल्दी बा स्वीकार करलेत हएँ। 21पर बाको अपन जर नाहुइके बा थोरी देर तक टिकत् हए, और बचनके करण कष्ट और सतावट हुइके तुरन्त बा पिछु हट्जतहए।22काँटोमे बुए भए ता बेहि हँए, जौन बचन सुनत् हएँ, पर जा संसारको चिन्ता और धन-सम्पतिको कपट वचनके दाबय देतहए, और बा फरा ना देत हए। 23पर अच्छी जमिनमे बुए ता बेहि हँए, जौन वचन सुनत् हँए, और समझत हँए, और सितमओके फरा फरात् हँए। बे बुए भए बीजसे सौव गुणा, साठ गुणा, और तीस गुणा, फरा फरात् हँए।”24येशू फिर बिनके दुसrI कहानी सुनाई: “स्वर्गक राज एक आदमी जैसो हए, जौन अपन खेतमे अच्छो बीज बोइ। 25तव बा आदमी सोत बेरा बाको शत्रु अओ, और गेहुँके बीच-बीचमे उवाजव बोएके गैभव। 26जब पेण निकरो तव बामे दाना लागे, तव उवाजव फिर दिखानो।27बा जगहाकी मालिकसे कमैया आएके बासे कहिँ, 'मालिक, का तुम अपन खेतमे अच्छी बीज ना बोए रहओ का ? हुवाँ उवाजव कहाँसे अईगव ?' " 28"घरको मालिक बिनसे कहि, 'कोइ दुश्मन अइसो करी हुइहए।” कमैया बासे कहिँ, 'का हम जाएके छाटएँ ?29" तव बा जमिनको मालिक कहि, 'अइसे मत करओ, नत तुम उवाजव नोचत पेति गेहुँसमेत नोचैगे। " 30फसलके समयतक दोनएके संगएसंग बढन देओ। फसलके समयमे मए काटन बारेनसे कएहौं, 'पहिले उवाजव नोचओ जलानके ताहीँ पुरा बाँधौ, और गेहुँ ता मिर बक्खारीमे धरओ।”31जाके पिच्छु येशू बिनसे दुसरी कहानी कहि, “स्वर्गको राज भादीक् दाना जैसो हए, जो एक आदमी लैजाएके अपन बारीमे लगाई। 32बा सब बीजमे सबसे छोटो हए, पर जब बढत् हए, तव बा सब सागसे बणो होतहए । बा एक रुखा हुइजातहए। आकाशके चिरैचुरगूनी आएके बाके हाँगामे ठाँठ बनात् हँए।”33येशू बिनके दुसरी कहानी कहि, “स्वर्गको राज सोडा जैसो हए, जो एक बैयर पच्चीस किलोग्राम चुनमे मिलाइ, और बा जम्मा सोडासे फुलके ठीक ना होन तक बाके एक ठाउँमे धरेरही।”34येशू जा सब बात आदमीनके कहानीमे कहि। बिना कहानीसे बिनके कुछ फिर ना कहि। 35अगमवक्तासे आइसे कहो भव बचन पुरा भव: “मए अपनो मुहूँ कहानीमे खुलेहौँ, संसारक उत्पतिसे लुकीधरी बात मए जाहेर करंगो।”36जब येशू भीडके छोडके घरमे गव, और बाके चेला बाके ठिन आएके कहिँ, “खेतके उवाजवके बारेमे हमके काहनीमे बतए देओ।” 37येशू बिनसे कहि, “ जौन बारीमे अच्छी बीज बोन बारो आदमीको पुत्र हए। 38बारी ता संसार हए; औ अच्छो बीज राज्यको सन्तान हए। और उवाजव ता दुष्टके लौणा हँए। 39उवाजव लगान बारो शत्रु त दियाबलस हए। फसलको समय ता युगको अन्त हए। खितहारा स्वर्गदुत हँए।40"जैसी उवाजव नोचके आगीमे भस्म करत् हए, युगके अन्तमे फिर उइसी हुइहए, " 41आदमीको पुत्र अपन दुत पठाबैगो, और पाप करन् लगान बारेन् प्रत्येक चिज और दुष्ट काम करन् बारेक सबके बे बाको राजसे बटोरंगे, 42और बे आगीकी भट्टीमे फेंकदेहए। हुवाँ आदमी रोमंगे और दाँत किटकिटंगे। 43तव धर्मी जन अपन पिताके राजमे दिनकत्ता चहाकिले हुइहएँ। जौनक कान हए, बा सुनए।44"स्वर्गको राज कोइ जमिनमे लुकाव भौ धन जैसो हए। जो एक आदमी पाएके लुकाए रहातहए, और आनन्दित हुइके बा जात् हए और अपने ठिन भव सब बेचतहए और बा खेत किनत् हए।" 45"फिर स्वर्गको राज अच्छो मोती ढुणन बारो एक जनी व्यापारी जैसो हए।" 46बा एक बहुमुल्य मोती पाएके अपनसंग भव सब बेचके बा मोतो किनी।47"स्वर्गको राज समुन्द्रमे एक जार जैसो फिर हए, जोमे हरेक किसिमके मछ्री पणत् हएँ। " 48और जार भरजात हए तव माछेरहा बाके किनारे तानके निकारत् हएँ, और बैठके अच्छेनके लौकामे जम्मा करत् हँए और खराबनके बाहिर फेकदेतहँए।49फिर युगके अन्तमे अइसीया हुइहए, स्वर्गदुत आएके दुष्टनके धर्मीनके बीचसे अलग करेहँए 50और उनके आगीकी भट्टीमे फेकदेहँए। हुवाँ आदमी रोइहँए और दाँत किटकिटएहँए।”51, “का तुम सब बात समझत् हौ ?” चेला बाके जवाफ दैके कहिँ, “समझत हँए।” 52और बा बिनसे कहि, “जहेमारे स्वर्गको राज्यको शिक्षा पाव भव हरेक शास्त्री एक घरको मालिक जैसो हए, जौन अपन बक्खारीसे नयाँ और पुरानो मुल्यवान सामान बाहिर निकारत् हएँ” 53जा कहानी बताएके पिच्छु येशू हुवाँसे गैभव।54तव येशू अपन सहेरमे अइगव बा उनके सभाघरमे बिनके अइसो शिक्षा दै, कि छक्क पणके बे कहिं, “इनके जा बुध्दी और अचम्मो काम करन् शाक्ति कहाँ से पाई हँए? 55का बा मिस्तरिक लौणा का नैयाँ ? का इनकी अइयाको नाउँ मरियम, और यिनको भैया याकुब, योसेफ, सिमोन और यहूदा का नैयाँ ? 56जक बहिनीया सब हमर संगसंगए नैयाँ का ? तव जा जे सब बात कहाँसे पात हए ?”57और बे बासे चिरक पणे, “ पर येशू बिनसे कहि अगमवक्ता को आदर ना होनबारो ठाऊँ काहोको अपनी परिवार और अपनी देशमे ईकल्लो हए । ” 58और बिनको अविश्वासके कारन बा हुवाँ शाक्तिके बहुत काम ना करी।
1बा बेरा गालील प्रदेशक शासक हेरोद येशूको चर्चा सुनी। 2बा अपन कर्मचारिनसे कहि, “बा बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्ना हए। बा मरके जिन्दा भव हए। जहेमारे शाक्तिमे जा काम उनसे हुइरहो हए।”3काहेकी हेरोद अपन भैया, फिलिपकी बैयर हेरोदियासके कारण यूहन्नाके पकडके बाँधके कारागारमे डारदै रहए। 4यूहन्ना हेरोदसे अइसे करके कहिरहए, “तुमए बिनके बैयरके रुपमे धरन उचित नैयाँ।” 5जहेमारे हेरोद उनके मारनके इच्छा करीरहए, पर जनतासे बा डरात् रहए, काहेकी बे उनके अगमवक्ता बतात् रहएँ।6तव जब हेरोदको जन्म दिन अओ, तव हेरोदियासकी लौणीया बिनके बीचमे नाचके हेरोदके खुशी करीरहए। 7बहेमारे बिनसे कहि तए जो मागैगो बहे देन कसम खाएके प्रतिज्ञा करीरहए।8"पर बाकी अइया सिखाई रहए, ऊइसी कहि, ""बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्नाको मुण मोके जहे थारियामे देओ।" 9तव राजा शोकीत् भव ताहुँ फिर अपन कसम और पहुँननके कारण हुवाँ हुकुम दै,10और बा कारागारमे यूहन्नाको मुण कटान लगाई। 11और उनको मुण थरियामे ल्याएके बा लौणियाके दै। तव बा अपन अइयाके ठिन ल्याई। 12तव पिछु यूहन्नाके चेला आएके उनको मरी शरीर लैजाएके गाणीँ। और बे जाएके येशूके खबर दैं।13जब येशू जा बात सुनी बा नैयाँमे चढ्के हुवाँसे अलग एकान्त ठाउँमे गव। जा सुनके पिछु भीड सहेरसे पैदर बाके पिछु गए। 14किनारे पुगे तव भारी भीड देखके बा बिनके दया करी, और बा बिमारीनके अच्छो करी।15सन्झा हुइगव तव चेला अइसे कहत बाके ठिन आए, “जा निर्जल ठाउँ हए, और दिन ढरकगव। भीडके बिदा देओ, और जे गाउँ-गाउँमे जाएके अपन तही खानबारी चिज किनए।”16तव येशू बिनसे कहि, “बिनके जानके जरुरी नैयाँ। तुम बिनके खानके देओ।” 17बे बासे कहिँ, “हियाँ हमरसंग पाँच रोटी और दुई मछ्री इकल्लो हए।” 18तव येशू बिनसे कहि, “बे मिर ठिन ल्याओ।”19येशू भीडके चौरमे बैठनके आज्ञा दै, और बे पाँच रोटी और दुई मछ्री लैके स्वर्ग घेन देखके परमेश्वरके धन्यवाद दै, और रोटी तोरके चेलनके दै, और चेला आदमीनके दईं। 20बे सब खाएके अघाइ गए, और उब्रे खुद्रा बे बाह्र डालैया भरके उठाइँ। 21बैयर और लौणा लौणिया बाहेक लागभाग: पाँच हजार लोग रहँए।22बा भीडके बिदा देतपेति चेला नैयाँमे चढके बासे पहिले बोपार जान लागे। 23भीडके बिदा करके पिछु बा इकल्लो प्रार्थना करन् डाँगामे चढो। सन्झा हुइगव बा इक्ल्लो हुवाँ रहए। 24तव नैयाँ हुवाँसे बा समय किनारेसे समुन्द्रसे बहुत दुर पुगीगै रहए। और हबा उल्टा चलत रहए बहेमारे नैयाँ लणुराके चपेटमे पणिरहए।25सुबेरे तीन बजेघेन बा समुन्द्रके उपर नेगत बिनके ठिन अओ। 26जब चेला बाके समुन्द्रके उपर नेगत् देखिँ, तव डराएके बे कहिँ, “जा त भुत हए !” और बे जोणसे चिल्लाने। 27तव येशू झट बिनसे अइसे कहि, “साहस करओ, मए हौं, मतडराबौ।”28पत्रुस बा के जवाफ दै औ कहि '" प्रभु तुमहिँ हौ ,कहेसे मोके पानीमे आनके आज्ञा देबाओ ” 29"येशू कहि, “आएजा" पत्रुस नैयाँसे उत्रो येशूके ठिन जानके ताहिँ पानी उपर नेगन लागो। " 30तव आँधी जोणसे चली देखके बा डराएगओ, और जब डुबनलागो तव बा चिल्लाएके कहि, “हे प्रभु, मोके बचाएले।”31तव येशू झट हात पसारके बिनके पकणलै, और उनसे कहि, “ए अल्पबिश्वासी काहे संखा करो ?” 32जब येशू औ पत्रुस नैयाँमे गए तव आँधी थमिगै। 33नैयाँमे होनबारे बाके दण्डवत् करीं, और कहिँ, “नेहत्य तुम परमेश्वरके पुत्र हौ ।”34बापार पुगके पिछु बा गनेसरेतको इलाकामे आएपुगो। 35जब बा ठाउँके आदमी बाके चिनी तव बिनके इलाकामे खबर पठाइँ, और आदमी रोगीनके सब बाके ठिन ल्याइँ। 36बे बाको कुर्ताको कुन्छ इकल्लो छुन पमाएँ करके बासे बिन्ती करीँ, और जित्तो छुईं बे अच्छे भए।
1यरुशलेमसे आए भए फरिसी और शास्त्री येशू ठिन आए, और कहिँ, 2"तुमरे चेला पुर्खानको परम्परा काहे भङ्ग करतहँए ? काहेकी बे खानसे अग्गु अपन हात ना धोत हँए।” " 3बा बिनसे कहि, “तुम फिर काहे पराम्पराके खातिर परमेश्वरको आज्ञा भङ्ग करत् हौ ?4काहेकी परमेश्वर कहि हए, 'अपन दौवा और अइयाके आदर करओ, और दौवा और अइयाके बिरुध्दमे दुष्ट बात बोलैगो, बा पक्कए मरैगो | 5तव तुम कहत् हौ, जौन अपन दौवा और अइयाके जो जितनो सहयोग , 'तुम मोसे पाएरहौ , बा त परमेश्वरके ताँहि उपहार हए कहिके कहात हँए कहेसे ' बा आदमी अपन दौवाकी आदर ना करन पणैगो। 6अइसी तुम अपन परम्पराके ताँहि परमेश्वरको बचनके बिना कामको बनाए हौ |7ढोगीओ, यशैया तुमरे बारेमे ठीक अगमवाणी बोलिहए, 8जा जाति मोके ओठसे इक्ल्लो आदर करत् हए, पर बिनको ह्रदय मोसे दुर हए, 9बे व्यर्थमे मिर आराधना करत् हँए, काहेकि बे अपन सिद्धान्तनके आदमीनके आज्ञा करी अनुसार सिखात हँएं ।”10बा आदमीनके अपने ठिन बुलाई और बिनसे कहि, “सुनओ और समझओ। 11जो मुहुँसे भितर कुचत् हए, बा आदमीके अशुध्द ना करत् हए। पर जो मुहुँसे बाहिर निकरत् हए, बा आदमीके अशुध्द करत् हए।”12” तव पिछु आएके चेला बासे कहिँ, “का तुमके पता हए, फरिसी तुमरी बात सुनके दिक्काने हँए ?” 13तव बा कहि, “स्वर्गमे होनबारो मिर पिता ना लगओ हरेक पेण नोचैगो। 14बिनके छोडदेओ, बे अन्धा अगुवा हँएँ। अन्धा अन्धाके डुर्यबैगो तव, बे दोनए गड्डामे गिरेहँए।”15पत्रुस उत्तर दै औ येशूसे कहि, “हमके जा कहानीको अर्थ बताए देओ।” 16बा कहि, “का तुम फिर हबए अबुझ हौ ? 17का तुमके पता नैयाँ, जो मुहुँसे भितर घुसत हए बा पेटमे चलोजात हए, और बाहिर निकर जातहए ?18पर जो बात मुहुसे बाहिर अतहए, बे ह्रदयसे निकरत् हए, और बेहि आदमीनके अशुध्द करत् हएँ। 19काहेकी ह्रदयसे खराब विचार, हत्या, परस्त्रीगमन, व्यभिचार, चोरी, झुटो गवाही, और निन्दा बाहिर निकरत् हए। 20जे बात त आदमीनके अशुध्द करत् हए। पर हात ना धोएके खानेसे बाके अशुध्द ना करत् हए।”21तव येशू हुवाँसे निकरगौ, और टुरोस और सीदोनके इलाका घेन गव। 22बा इलाकासे एक बैयर आएके चिल्लात कहान लागी, 'हे प्रभु, दाउदको पुत्र, मिर उपर दया कर। मिर लौणियाके बहुत भुत सताए हए।” 23येशू बाके कुछु जबाफ नादै। बाके चेला आएके बासे बिन्ती करीँ, “जाके बिदा करदे, काहेकी बा चिल्लात हमर पिछु लागिहए।”24बा कही, “मए इस्राएल जातिके हराने भेडाके ताहिँ इकल्लो पठाओ भव हौं।” 25तव बा बैयर आएके बाके अग्गु घुप्टा पणके और कहि, “हे प्रभु, मोके सहायता करओ।” 26बा कहि, “बच्चाकी रोटी लैके कुत्ताके अग्गु फेकदेनो ठीक नैयाँ।”27बा बैयर कहि, “हे प्रभु, तव कुत्ता फिर ता अपन मालिकके टेबुलसे झरे डुठो खतहँए।” 28तव येशू बासे कहि, “ए नारी, तेरो बिश्वास बणो हए। तिर इच्छा करो अनुसार तिरताहीं होबए।” और बाकि लौणिया बहे बेरा अच्छी हुइगै।29येशू हुवाँसे निकरके गालील समुन्द्रके किनारे हुइके गव, 30तव बहुत भारी-भारी भीड बाके ठिन आईं, और बिनके संगमे लंगडा, लुला, अन्धरा, गुँगा और बहुतनके बाके चरणमे ल्याइँ, और बा बिनके सबके अच्छो करी, 31हियाँ तक्की, गुँगा बोलिँ, लुला अच्छे भए, लंगडा नेगीँ, और अन्धनकी आँखी खुली देखके आदमी अचम्मो मानी, और बे इस्राएलको परमेश्वरको महिमा करीँ।32तव येशू अपन चेलनके अपने घेन बुलाएके कहि, “मए जा भीडके देखके डहा लागत हए, काहेकी जे मिरसंग रहे आज तीन दिन हुइगव, और यिनके संग खानबारो चिज कुछु नैयाँ। जिनके भुखो पठान मए ना चाहत् हौं। नत जे डगरमे अएपन् हुइजएहएँ।” 33चेला बासे कहिँ, “यित्तो भारी भीडके जा निर्जल ठाउँमे खानु खबान हम कहाँसे यित्तो रोटी पैहएँ ? 3434 येशू बिनसे कहि, “तुमरे ठिन कए रोटी हँए ?” बे कहिँ, “सात रोटी और कुछ छोटी-छोटी मछ्री हँए |” 35बा भीडके भुइँमे बैठनके आज्ञा दै।36बा बे सात रोटी और मछ्री लैके धन्यवाद चढाएके तोरी और चेलनके दै। और चेला आदमीनके दैं। 37बे सब खाई और अघाए गए। और उबरे खुद्रा बे सात डलैया उठाइँ। 38बैयर और लौणा लौणिया बाहेक खानबारे चार हजार लोग रहँए। 39तव भीडके बिदा करके पिछु बा नैयाँमे चढो, और मगादानको इलाका घेन गओ।
1फरिसी और सदुकी आए, और बाको जाँच करन् स्वर्गके एक चिन्ह दिखाएदे करके बासे माग धरीँ । 2तव बा बिनसे जबाफ दै, “सन्झा होतहए तुम कहत् हौ, 'कल दिन अच्छो होनबारो हए, काहेकी बादर लाल हए।”3और सुबेरे कहत् हौ, 'बादर लाल और तोपे हए, आज आँधी आनबारी हए।” तुम बादरको अवस्था देखके दिन कैसो हुइहए अर्थ लगान जानत् हौ, तव समयको चिन्हको अर्थ खोलन ना जानत् हौ,। 4दुष्ट और व्यभिचारी पुस्ता चिनह मागत् हए, पर योनाको चिन्ह बाहेक और चिन्ह बिनके ना दओ जाबएगो” और बिनके छोडके बा दुर चलो गओ ।5चेला बापार जाएके बे अपने संग रोटी लान भुलगए । 6येशू बिनसे कहि, “ध्यान देबओ, “फरिसी और सदुकीको खमीर से होसियार रहिओ ।” 7चेला एक दुसरेसे बात करतय अइसो काहान लागे, “हम रोटी ना लानके कारन बा अइसो कहत हए ।” 8येशू जा बात पता पाएके कहि, “ए अविश्वासीऔ ! तुमरे संग रोटी ना हए काहेके आपसमे बहस काहे करत् हऔ ?9का तुम ह्बाए ना समझे हओ? पाँच हजारके तहीँ पाँच रोटीकी बात तुमके ह्बाए याद ना हए ? तुम कित्नो डलैया बटोरे रहऔ ? 10और चार हजारके तहीँ सात रोटी रहए तव कित्तो डलैया तुम बटोरे रहऔ ?11मए तुमके रोटीके बारेमे कहो नैयाँ करके तुम काहे ना सम्झत हऔ ?” ध्यान देओ फरिसी और सदुकीनके खमिरसे होसियार रहिओ ।” 12तव बे सम्झी, कि बे रोटीको खमिरसे नए पर फरिसी और सदुकीको शिक्षासे होसियार रहान् कहिहए ।13येशू कैसरिया फिलिप्पीके मुलुकमे अओ, बा अपन चेलनसे पुछी, “आदमी आदमीक पुत्रसे कौन हए करके कहत् हए ?” 14बे जबाफ दै, “कोइ बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्ना, कोइ एलिया, और कोइ यर्मिया अथबा और कोइ अगमवक्ता मैसे कोइ एक हए कहिके कहत हए ।” 15बा बिनसे पुछी, “तुम मोसे का कहत् हौ मए कौन हौँ ?” 16सिमोन पत्रुस जबाफ दै, तुम ख्रीष्ट हऔ, जीवित परमेश्वरके पुत्र ।”17येशू बिनसे कहि, “योनाको लौड़ा सिमोन, तुम धन्य हऔ । कहेकी आदमीसे तुमके जा प्रघट नए भव हए, पर स्वर्गमे होनबारो मिर पितासे प्रघट भव हए । 18मए तुमसे कहत् हौ, कि तुम पत्रुस हऔ । मए मिर मण्डली जा चट्टान उपर स्थापित करेहऔ, और नरकके फट्क बा उपर बिजय ना हुइहए ।19मए तुमके स्वर्गको राजको चाभी देमँगो । जो तुम पृथ्बीमे बाँधैगे, सो स्वर्गमे बाँधजएगो, और जो तुम पृथ्बीमे खोलैगे, सो स्वर्गमे खुलजए हए ।” 20बा ख्रीष्ट हए करके कोइके मत कहिओ करके येशू चेलनके आज्ञा दै ।21बा कैसे यरुशलेममे जान पणैगो, और धर्म-गुरु और मुखिया पुजारी और शास्त्रीसे बहुत कष्ट भोगन पणैगो, मरन् पणैगो और तीन दिनमे जिन्दा होबैगो करके बा समयसे अपन चेलनके बतान लागो । 22पत्रुस बाके एक घेन लैजाएके ह्पकान लागो, “परमेश्वर अइसे ना करए, प्रभु, तुमर उपर अइसो कबहु नए हुइहए ।” 23तव घुमके बा पत्रुससे कहि, “ए शैतान, मिर समनेसे हटीजा तए मिर तही बाधा होतहए, काहेकि तए परमेश्वरकि बातमे ध्यान ना देत हए पर आदमीक बातमे ध्यान देत् हए ।”24तव येशू अपन चेलनसे कहि, “कोइ मिर पिछु आनके इच्छा करत् हए तव, बा अपने के इन्कार करए और अपन क्रुस उठाएके मिर पिच्छु लागए । 25काहेकी जौन अपन प्राण बचान चाहत हए, बा बाके गुमाबैगो, और जौन अपन प्राण मिर तही गुमाबैगो, बा बाके पाबैगो । 26काहेकी सारा जगत् प्राप्त करके फिर अपन प्राण गुमाबैगो तव, आदमीके का फाईदा हुइहए ? अथबा आदमी अपन प्राणके सट्टामे का दएपए हए ?27कहेकी आदमीक पुत्र अपन पिताके महिमामे अपन स्वर्गदुतसंग अएहए, और बा बेरा बा हरेक आदमीनके बाके काम अनुसार प्रतिफल देबैगो । 28नेहत्व, मए तुमसे कहत् हऔ, हियाँ ठाडे भए मैसे कित्तो आदमी पुत्रके अपन राजमे आत नादेखनतक मृत्यु ना चाखंगे ।”
1जाको छय दिन पिछु येशू पत्रुस, याकुब और बिनको भैया यूहन्नाके अपने संग एक उचे पहाड उपर अलग लै गओं। 2बिनके अग्गु बाको रुप बदलिगव। बाको चेहेरा दिन हानी चम्किलो भव, और बाको कुरता ज्योति कता उजियारो भव।3देखऔ मोशा और एलिया बाके संग बातचित करत् दिखाने। 4पत्रुस येशूसे कहि, “हे प्रभु, हम हियाँ रहन अच्छो हए। तुमर इच्छा हुइहए तव हियाँ तीन वासस्थान बनामंगे, एक तुमरे ताहीँ, एक मोशाके ताहीँ और एक एलियाके ताहिँ।”5बा मस्कतपेति, चम्किलो बादर बिनके तोपदै, और बादरसे एक आवाज आओ, “ जा मिर प्रिय पुत्र हए, जासे मए बहुत खुशी हौ, जिन्की बात सुनौ।” 6जब चेला जा सुनी, तव बे बहुत डराएके घुप्टा पणिगए। 7तव येशू आएके बिनके छुएके कहि, “उठओ, मतडराओ।” 8जब बे अपनी आँखी उठाएके, येशू बाहेक बे और कोइके न देखिं।9जब बा पहाडसे उतरत् रहए, येशू बिनसे कहि, जब तक आदमीको पुत्र मरके जिन्दा हुइके न उठेहए, तव तक जा दर्शनकी बात कोइके मतबतैओ।” 10और चेला बासे अइसे करके पुछीं, “तव काहे शास्त्री पहिले एलिया आन पडैगो करके कहत् हएँ ?”11येशू बिनसे कहि, “एलिया नेहत्य आबैगो, और सब बातके फिर सच्याए हए। 12पर मए तुमसे कहत् हौं, 'एलिया अग्गुए अईगव हए, और आदमी बाके न चिनी, तव बाके बे मनमानी करीं। उइसीए आदमीको पुत्र फिर बिनके हातसे कष्ट भोगैगो।” 13तव बे बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्नाके बारेमे बा कहि हए करके चेला समझीं।14तव बा भीणके ठाउँमे आओ एक आदमी बाके अग्गु आएके घुँटो टेकके कहि, 15"प्रभु, मिर लौणाके उपर दया करओ, काहेकी बाके मिर्गीरोग लागो हए, और बहुत कष्ट भोग रहोहए। बा कबहु आगीमे पणत् हए, कबहु पानीमे घुसतहए। " 16मए तुमरे चेलाके ठिन लाओ, पर बे बाके अच्छो न करपाइँ।”17तव येशू कहि, “ए अविश्बासी और भ्रष्ट पुस्ता, कहाँ तक मए तुमरे संग रएँहौं ? कहाँ तक मए तुमके सहामौ ? बाके मेरे ठिन लाओ।” 18येशू बाके डाँटी, और भुतात्मा बासे निकरिगव। बा लौणा बहे समय अच्छो हुइगव।19तव चेला येशूके ठिन चुप्पय से आएके कहिँ, “हम बाके काहे न निकार पाए ?” 20येशू बिनसे कहि, “तुमरो कमजोर विश्वास के कारण । नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, कि तुमर एक भादिको दाना बरोबार बिश्वास हए तव जा पहाड 'हियाँसे हटीजा' कएहौ तव बा हटीजाए हए। और तुमरे ताहि कोइ असम्भव नए हुइहए। 21पर जा किसिमको भुत त प्रार्थना और उपवास बिना न निकरत् हए।”22बा गालीलमे इकठ्ठा होत येशू बिनसे कहि, “आदमीको पुत्र आदमीनके हातमे सौंपो जएहए। 23और बे बाके मारंगे, और बा तिसरे दिनमे जिन्दा हुइ हुईजएहए। और चेला गजब दु:खित भए।24, जब बा कफर्नहममे आओ, मन्दिरको कर उठान बारे पत्रुसके ठिन आएके कहिं, “का तुमर गुरु कर न तिरत् हए ?” 25बे कहिँ, “हाँ तिरत् हए।” पत्रुस घर भितर गव, येशू बासे पहिले कहि, “सिमोन, तुमर बिचार का हए ? पृथ्बीके राजा महसुल और कर कासे उठातहएँ ? अपन प्रजन से कि परदेशिनसे ?”26"परदेशीनसे,” कहिके पत्रुस जबाफ दै। येशू बिनसे कहि, “तव त प्रजा कर तिरनसे छुट पइँ हए। " 27पर बे हमसे न दिक्कामए करके समुन्द्रमे जाएके बन्सी लगाबओ, और पहिली पडी मछ्री लाओ। बाको मुहू खुलेहौ तुम एक चाँदीक सिक्का रुपैया पएहौ। बा लैजाएके तुमर और मिर ताहिं कर उठान बारेनके देओ।"
1बहे समय चेला येशूके ठिन आएके पुछीं, “स्वर्गके राजमे सबसे महान कौन हए ?” 2बा एक बालकाके नजिक बुलाएके बिनके बीचमे ठणबाइ, 3और कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, मन बदलके तुम छोटो बालका कता न हुइहौ तव कबहू स्वर्गके राजमे न जान पएहऔ ।4जौन जा छोटो बालक जैसो अपनाएके नम्र बनाए हए, बहे स्वर्ग राजमे सबसे महान हुइहए। 5जौन मिर नाउँमे एक अइसी बालकाके ग्रहण करेहए, बा मोके ग्रहण करेहए। 6तव जौन मिर उपर बिश्वास करेहए जा छोटे मैसे एक जनैके पाप करन् लगए हए, बासेत् बाके घेंटमे बणो चकियाको पटा बाँधके बाके गहिरो समुन्द्रमे डुबाए देनो अच्छो हुइहए ।7" "पाप करन् लगान बारो परीक्षाके ताहिँ जा संसारके धिक्कार ! पाप करबान बारो परीक्षा त आतहए, पर धिक्कार, बा आदमीके जौनसे पाप करबान बारो परीक्षा आतहए ! " 8तुमरो हात और टाँग तुमके पाप करन् लगातहए तव बाके काटके फेंक देओ। दोनाए हात और टाँगके संग आगीमे पणनेसे त बलुक लुलो और लंगणा हुइके जीवनमे घुसनो तुमरे ताहिँ अच्छो हुइहए ।9तुमरी आँखी तुमके पाप करबातहए तव बाके निकारके फेकदेओ। दोनाए आँखी हुइके नरककी आगीमे फेकनेसे त बरु काना हुइ के जीवनमे घुसन तुमरे ताहिँ अच्छो हुइहए।10होसियार रहौ, तुम जे छोटे मैसे एक जनीके फिर हेला मत करौ। काहेकी मए तुमसे कहत् हौं, स्वर्गमे बिनके दुत स्वर्गमे मिर पिताके दर्शन सब दिन करत् रहत हएँ " 11काहेकी आदमीको पुत्र हराए भएनके बचान आओ हौ।12"तुमका बिचार करत् हौ ? कोइ आदमीके सव भेणा मैसे एक हराएगव तव, बा उनान्सयके छोडके डाँगा हुइके गव तव हरानो भवके ढुडनके न जाए का ? " 13अगर बा बाके पाइगव तव, नेहत्य मए तुमसे कहत् हौं, बे हरानो भव पाएके उनान्सयसे बा एकके ताहिँ बहुत खुशी होतहए। 14अइसीए स्वर्गमे होनबारो तुमरे पिताकी इच्छा हए, कि बे छोटे मैसे एक जनी फिर नष्ट न होबए कहिके स्वर्गमे होनबारो तुमर पिता ईच्छा करत हय।15"तुमर भैया तुमर बिरुध्दमे अपराध करैगो तव, जाएके तुम ईकल्ले मिल्के बाको दोष दिखाए देओ। बा तुमर बात सुनी तव, तुमरो भैया अपनो भव। " 16पर बा तुमर बात न सुनेहए तव अपन संग एक दुई जनैके लैजाओ और दुई औ तीन साँचीके बोलीसे सबय बात सच्ची ठहरै।17अगर बा बिनकी बात फिर सुनन इन्कार करी तव, मण्डलीसे कहओ । बा मण्डलीको बात फिर सुनन इन्कार करेहए तव, बो तुमरे ताहीँ गैर यहूदी और कर उठानबारो कता होबए ।18"नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौ, तुम पृथ्बीमे जो बँधेहऔ, बा स्वर्गमे फिर बँधैगो । और तुम पृथ्बीमे जो खुलेहौ बा स्वर्गमे खुलजए हए । " 19"फिर मए तुमसे कहत् हऔ, पृथ्बीमे तुमर मैसे दुई जनै कोई बातमे सहमत हुइके कुछ मगैगे तव, बा स्वर्गको पितासे तुमरे ताहिँ हुइजए हए । " 20कहेकी जहाँ दुई कि तीन जनै मिर नाउँमे इकठ्ठा हुइहौ, हुवाँ मए बिनके बीचमे हुइहऔ ।”21तव बाके ठिन आएके पत्रुस कहि, “प्रभु, मिर भैया कित्तो दावँ मिर बिरुध्दमे अपराध करेहए तव मए बाके क्षमा करऔ ? का सात दावँ तक ?” 22येशू बिनसे कहि, “मए तुमसे कहत् हऔ, सात दावँ नए, बल्कि सत्तरी गुणा सात दावँ ।23"जहेमारे स्वर्गको राज एक राजासंग दाजन सकत हए, जौन अपन नोकरसे हिसाब लेनके इच्छा करी । " 24जब बिनसे हिसाब लेन लागो, एक नोकर बिनके ठिन ल्याई जौन बिनके दश हजार सुनको सिक्का तिरन रहए । 25तव बा आदमी तिर नए पाई तव मालिक बासे बाकी बैयर और लौड़ा-लौड़िया और बाको सब चिज बेचके ॠण चुकानके हुकम दै ।26"तव बा नोकर घुटो टेकके बिनके पाउ पडके कहान लागो, 'मालिक, मिर उपर धिरज करओ, मए तुमरो सब ॠण चुकामंगो ।” " 27तव बाको नोकरको मालिक डाहासे भरके बाके छोडके, और बाको ॠण माफ करदै ।28"तव बा नोकर निकरके जातपेति अपन संगी-नोकर मैसे एक जनैके पाई, जो बाको एक सय चाँदीक सिक्काको ॠणी रहए । बा गला पकाडके बासे कहि, “तेरी ॠण तिर डार ।” " 29"तव बाको संगी-नोकर घुप्टा पडके बासे बिन्ती करी, 'मिर उपर धिरज कर, मए तुमर सब तिरदेहऔ ।'30" तव बा ना मानि, और ॠण नएतिरन तक बाके जेलमे डारदै । 31बाको संगी नोकर जा सब देखके बहुत दु:खित हुइगव । बे जाएके सब घटना अपन मालिकके बताएदैँ ।32"तव मालिक बा नोकरके अपन ठिन बुलाएके कहि, “ए दुष्ट नोकर, तए मोसे बिन्ती करो, और मए तिर ॠण माफी करदऔ । " 33मए तिर उपर दया करो कता तए फिर तेरी संगी-नोकरके उपर दया करनके ना रहए ?'34तव बाको मालिक दिक्काएके सब ॠण नए तिरन् तक दण्ड देन बारेनके हातमे सौपदै । 35तुम अपने भैयाके ह्रदयसे क्षमा ना करेहऔ तव,स्वर्गमे होनबारो मिर पिता फिर तुमरेसंग उइसीए करैगो ।”
1जा बात कहिके येशू गालीलसे यर्दन पार यहूदाके मुलुक घेन गव । 2बहुत भारि भीड बाके पिछु लागगै और बा बे आदमीनके अच्छो करी ।3फरिसी बाके ठिन आए बाकी जाँच करन् के ताहीँ बासे पुँछी, “ कोइ लोग कुछ कारनसे अपनी बैयरके छोडन का अच्छो हए ?” 4तव येशू कहि, “का तुम पढे नैयाँ कि सृष्टिकर्ता बिनके सुरुसे हि नर और नारी बनाई हए, ?"5और कहि, 'जहेमारे आदमी अपन दौवा और अइया छोड्के अपनी बैयरसंग मिले रहत हएँ, और बे दुई जनी एक शरीर होमंगे ।” 6बे अब दुई न हयँ पर एक शरीर हएँ। जहेमारे परमेश्वर जौनके एकसंग जोडी हए, बिनके कोइ फिर अलग न करए ।”7बे बासे कहिं, “मोशा काहे छुटपत्रुर दैके बैयरके छोडनके आज्ञा दै ?” 8बा बिनसे कहि, “तुमर ह्रदयको कठोरताके कारन मोशा बैयरके छोडनके हुकम तुमके दै पर सुरुसे अइसो न रहए । 9मए तुमसे कहत् हौं, जौन व्यभिचारके कारन बाहेक अपनी बैयर छोडके दुसरे संग विहा करैगो, बा व्यभिचार करत् हए, और जौन छुटिभइके विहा करेहए, बा फिर व्यभिचार करत् हए ।”10चेला येशू से कहिं, “लोगा-बैयरको अइसो सम्बंध हए तव त विहा न करनो ठीक हुइहए ।” 11येशू बिनके जवाफ दैके कहि, “सब आदमी जा शिक्षा ग्रहण न करपए हँए, केवल बेहि इकल्ले करपए हँए जौनके जा दओ हए । 12काहेकी कोइ जनमतए नपुंसक होतहएँ, कित्तो ता आदमीसे बनाए भए होत् हएँ । कित्तो ता अपनेआपके स्वर्गराजके ताहीँ नपूंसक बन्त हँए । जौन जा ग्रहण करपए हए बहे जा ग्रहण करए ।”13येशू बालकनके उपर हात धरके प्रार्थना करदेहए करके आदमी बाके ठिन लाईं । पर चेला बे आदमीनके डाँटी । 14तव येशू कहि, “बालकनके मिर ठिन आन देओ, बिनके मत रोकौ । काहेकी स्वर्गको राज बिनहीको हए ।” 15और बालकनके उपर हात धरके बा हुवाँसे गव ।16बाके ठिन आएके एक जनी कहि, “हे गुरु, मए अनन्त जीवन पानके ताहिँ का अच्छो काम करन् पणैगो ?” 17बा बिनसे कहि, “अच्छो का हए बाके बारेमे तुम मोसे काहे पुछत् हौ ? अच्छो ता एकय हए। पर तुम जीवनमे कुचन इच्छा करत् हौ तव, आज्ञा पालन करओ।”18"बे बासे कहिँ "कौन आज्ञा ?” येशू कहि, “तए हत्या मत करीए, तए व्यभिचार मत करीए, तए चोरी मतकरीए, तए झुटो गवाही मतदिए ।" 19अपन अइया-दौवाक आदर करीए, और अपन परोसीके अपनए कता प्रेम करीए।”20बा जवान आदमी बासे कहि, “जा सब त मए पालन करोहौं अब मोए मे का कमी हए ?” 21येशू बिनसे कहि, “तुम सिध्द होनके चाँहत् हौ तव, जाएके सब बेचके गरिबनके देओ, और तुम स्वर्गमे धन पाय हौ, और आएके मिर पिच्छु लागओ।” 22जब बा जवान जा बात सुनी, बा दु:खित हुइके गैभओ, काहेकी बाकेठिन बहुत धन-सम्पति रहए।23और येशू अपन चेलनसे कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, स्वर्गके राजमे धनी आदमीके कुचन कर्रो पणैगो। 24फिर मए तुमसे कहत् हौं, धनी आदमीके परमेश्वरके राज भितर कुचनसे त बलुक ऊँटके सुइके भारमे छिरन् सजिलो हुइहए।25जा सुनके चेला गजब अचम्मो मानके पुँछी, “तव कौन उध्दार पएहए ?” 26येशू बिनके उपर नजर लगाएके कहि, “आदमीक ताहिँ जो असम्भव हए, तव परमेश्वर ताहिँ सब बात सम्भव हए।” 27तव पत्रुस बासे कहि, “देखौ त हम सब चीज छोड्के तुमर पिच्छु लागे हएँ। तव हम का पए हएँ ?”28येशू बिनसे कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, तुम जो मिर पिच्छु लागेहौ, नयाँ सृष्टिमे जब आदमीको पुत्र अपन महिमाके सिंहासनमे बैठैगो, तव तुम फिर बाह्र सिंहासनमे बैठैगे, और इस्राएलके बाह्र कुल उपर न्याय करेहौ।29हरेक जौन मिर नाउँके कारनसे घर, ददा- भैया और दिदी-बहिनिया औ दौवा और अइया और लौणा-लौणिया और जग्गा जमिन छुणेहए, बा सव गुना पएहए, और अनन्त जीवनको अधिकार पाबैगो। 30तव बहुत जनी जो शुरुके हयँ, बे पिछु हुई जयहयँ, और बहुत जनी जो पिछु होनबारे बे अग्गु हुइ जयहएँ।
1“स्वर्गको राज जमिनको एक मालिक जैसो हए, जो भुकभुको सुबेरे अपन दाखबारीमे खितहरानके देहणीमे काम लगान बाहिर निकरो। 2खितहरानके एक दिनमे पानबारो देहाणी तोकके बा अपन दाखबारीमे पठाई।3"जब बा नौ बजे घेन बाहिर निकरो, बा और कामदारनके बजारमे खालिमुली ठाढे देखी, " 4और बा उनसे कहि, 'तुम फिर दाखबारीमे जाओ, और जो ठीक हए बा मए तुमके देमंगो।' तव बे काम करन गय।5तव बे गए। “फिर बे बाह्र बजे और तीन बजेघेन बाहिर निकरके उइसी करीँ| 6बा पाँच बजेघेन बाहिर निकरके औरनके ठाढो पाई, और बिनसे कहि, 'तुम काहे बिना कामके ठाढेहौ ?” 7"बे बासे कहिं, 'कोइफिर हमके देहणीमे न लगाईं हयँ। “बा बिनसे कहि, “तुम फिर दाखबारीमे जाओ।”8"जब संझा हुइगव, तव दाखबारीको मालिका अपन कर्मचारीनसे कहि, 'खितहरानके बुलाएके पच्छु आनबारेनसे लैके अग्गु आनबारेनके सबके बिनकी देहणी देओ।" 9"पाँच बजेा काममे लागन बारे आए, और बे सबय पुरा दिनको देहणी पाईं। " 10जब पहिलिसे देहणीमे लागनबारे आए, तव बे जद्धा पाएहएँ करके सोचीं, पर बे सबय फिर एक दिनकी बारबर देहाणी पाईं।11देहणी पाएके पिछु जमिनको मालिकके विरुध्दमे बे बरबरान लागे। 12बे कहन लागे, जे पिच्छु बारे एक घण्टा काम करीं, पर हम दिन भर काम करे, पर तुम ऊनके हमरी कता बनाय हओ, हम त सारा दिन काम करके घामु मरे।'13"तव बा बिन मैसे एक जनीके जबाफ दै, “संगी, मए तुमरे उपर कुछु अन्याय न करोहौं। का तुम मिरसंग पुरा एक दिनकी देाहणीमे काम करेहौ करके कबुल न करे रहौ ? " 14तुमरी पानबारी देहाणी लैकेजाओ। जे पिच्छु आनबारेनके फिर तुमके दओ बरोबार देन चाँहत् हौं।15का अपन सम्पत्तिके मए चाहो जैसो न करपए हौ ? मिर उदारतामे तुमरी आँखी काहे जरत हए ? 16"अइसीय पिच्छु बारे अग्गु हुइहँए और अग्गु बारे पिच्छु हुइहँए। बुलाय भय बेढम हयँ पर चुने भय कमय हयँ।”17जब येशू यरुशलेम घेन जात रहए बा बाह्र चेलनके अलग लैजाएके डगरमे बिनसे कहि, 18"हम यरुशलेम घेन जात हँएँ अब आदमीक पुत्र मुखिया पुजारीनके हातमे सौपो जएहए, और बे बाके मृत्युदण्डको दोषी ठहेरयँहएँ|" 19बाके गिल्ला करेहए, कोर्रा लगाएँहएँ, और क्रुसमे टाँगनके ताहीं बे अन्यजातिनके हातमे सौपंगे, और तीन दिनमे बा जिन्दा हुइके उठजएहए।”20तव जब्दियाक लौणाकी अइया अपन दुई लौणाक संगमे लैके येशूके जौने आएके घुँटो टेक्के बासे बिन्ती करी। 21बा बिनसे पुँछी, “तुम का चहत् हौ ?” बे बासे कहिँ, “आज्ञा करओ और तुमरे राजमे मिर जे दुई लौणा मैसे एक जनी तुमरे दहिना हातघेन, और दुसरो तुमरे दिबरा हातघेन बैठन पामएँ।”22तव येशू बिनसे कहि, “तुम का मगत् हौ सो न जानत् हओ, जौन कटोरा मए पिनलागो हौ, का बा तुम पि पएहौ।” 23बा कहि, “मिर कटोरा तुम पिहौ, पर मिर दहिना और दिबरा बैठन देनबारी बात मिर हातमे नैयाँ। जा ठाउँ बिनके ताहीँ हए, जौनके ताहीँ मिर पिता तयार करडरी हए।” 24जा सुनके दसओं जनी बे दुई भैयासे दिक्काए गए।25तव येशू बिनके अपने ठिन बुलाएके कहि, “तुमके पता हए, कि अन्यजातिके शासक बिनके अधीनमे रखातहएँ, और बणेबणे बिनके उपर अधिकार जमाएहँए। 26तुमरे बीचमे अइसो नएहुइहए, पर जौन तुमर बीचमे बणो होनके इच्छा करत् हए, बा तुमरो सेवक होनपणैगो। 27जौन तुमर मैसे पहिलो होन इच्छा करत् हए, बा तुमरो कमैया होनपणैगो, 28जैसी आदमीक पुत्र फिर सेवा पानके नाए पर सेवा करन् और बहुतनको छुटकाराको मोल स्वरूप अपन प्राण देन अओ।”29बा यरिहोसे जातपेती, एक बहुत भारी भीड बोके पिछु लागी। 30डगरके किनारे दुई जनी अन्धरा बैठें रहयँ। येशू बा डगरसे जात बे जा बात सुनके अइसे करके चिल्लान लागे, “हे प्रभु, दाउदको पुत्र, हमरे उपर दया करओ।” 31भीड बिनके चुप लागएँ करके डाटीं, तव बे अइसे करके और जोणके चिल्लाइँ, “हे प्रभु, दाउदको पुत्र, हमरे उपर दया करओ।32तव येशू रुकिगव और बिनके बुलाएके कहि, “तुम का चाँहत् हौ ? मए तुमरे तहीँ का करदेओं ?” 33बे बासे कहिँ, “हे प्रभु, हमर आँखी खोलदेओ ?” 3434 येशू डहा करके बिनकी आँखी छुइदै और तुरन्त बे देखन लागे और बे बाके पिच्छु लाग गय।
11 जब येशू और बाके चेला यरुशलेमके ढिंगई जैतुन डाँगाको बेथफागेमे आए पुगे, तव येशू दुई चेलनके अइसे करके पठाई, 2"तुम ढिंगईके गाउँमे जाओ। हुवाँ पुगतए तुम एक गद्हा और बाके बच्छ्रा बाँधो पएहौ। बाके खोलके मिर ठिन लाओ। " 3कोइ तुमसे कुछ कएहए तव, “प्रभुके जाकि जरुरत हए' कहिओ और बा तुरुन्त तुमरसंग बाके पठाएदेहए।”4अगमवक्ता बोलो बचन पुरो होबए करके जा भव रहए, 5सियोनकी लौणिया कहओ, देखओ, तुमर राजा तुमरे ठिन अए रहोहए, बिनम्र हुइके गदहक उपर सबार हुइके, गद्हाक बच्चा औ एक बछ्ररा उपर।”6तव चेला गए, और येशू बिनसे कही अनुसार करीँ। 7बे गद्हा और बच्चा लाई., और बाके उपर अपन लत्ता कपणा बिछाई, और बा बाके उपर बैठो। 8भीड बहुत अपन लत्ता डगरमे बिछाइँ, और रुखाको हाँगा काटके डगरमे बिछाएदैं।9बाके अग्गु और पिच्छु लागि भीड अइसे करके चिल्लात रहए, “दाउदको पुत्र होसन्ना ! धन्य हए बो, जो परमप्रभुके नाउँमे आओहए ! परमधाममे होसन्ना !” 10जब बा यरुशलेममे घुसो सारा सहेरमे हलचल मचिगव। आदमी पुछन लागे, “जा कौन हँए ?” 11भीडके आदमी जबाफ दैं, “जे गालीलके नासरतसे अओ भव अगमवक्ता, येशू हँए।”12येशू मन्दिरमे घुसो। और बा मन्दिरमे किनबेच करन् बारेक सबके भजाएदै, और पैसा बद्लन बारेक टेबुल, और परेबा बेचन बारेक आसन पल्टाएदै। 13बा बिनसे कहि, “अइसो लिखोहए, 'मिर घर प्रार्थनाको घर होबैगो।' पर तुम जाके डाँकुको अड्डा बनाएहौ।' 14अन्धरा और लंगणा मन्दिरमे बाके ठिन आए, और बा बिनके अच्छो करी।15"तव जब मुखिया पुजारी और शास्त्री बाको अचम्मो काम देखीँ और लौणा लौणिया मन्दिरमे ""दाउदको पुत्र होसन्ना"" करत् चिल्लात सुनी, तव बे क्रोधित भए," 16और बे बासे कहिँ, “सुन्तहौ, जा का कहेरहो हए ?” तव येशू बिनसे कहि, “हाँ, सुन्तहौं, का तुम पढे नैयाँ, शिशु और दुध-खानबारेनके ओठसे बा पुरा प्रशंसा लई हय' ?” 17तव बिनके छोणके बा सहेरसे निकरके बेथानियामे गओ हुवाँ बास बैठो।18सुवेरे सहेरसे घुमत पेती बा भुखानो रहए । 19"डगर किनारे बा एक अन्जीरको पेडके देखी । बा बो पेडके ढिगै अओ, तव बामे पत्तासे अलावा और कुछु नएपाई । तव बा बासे कहि, “अब तोए मे कबहू फरा नए फराए" तव बा अन्जीरको रुखा तुरन्त सुखगओ|20" जा देखके चेला अचम्मो मानके कहि, “जा अन्जीरको रुखा कैसे तुरन्त सुखिगओ?” 21येशू जबाफ दैके बिनसे कहि, “नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौं, तुमरेमे विश्वास हए और कबहू शंका न करेहौ तव, अन्जीरको रुखा जो करो यित्कए इकल्लो न हय, पर जा डाँगा फिर उखणके समुन्द्रमे गिर' कएहौ बहे हुइजए हए । 22विश्वास करके प्रार्थनामे जो मगेहौ बा तुम पाबैगे ।”23बा मन्दिरमे घुसो, और बा शिक्षा देतपेती मुखिया पुजारी और जनताके धर्म-गुरु बाके ठिन आए, और कहिँ, “कौन अधिकारसे तुम जा काम कर रहेहौ, और कौन तुमके जा अधिकार दओ ?” 24येशू बिनके जबाफ दैके कहि, “मए फिर तुमसे एक प्रश्न पुछ्तहौं । मोके बाको उत्तर देहौ तव, मए कौन अधिकारसे जा काम करत् हौ, सो तुमके बातएहौं ।25यूहन्नाको बाप्तिस्मा कहाँ से भव? स्वर्गसे कि आदमीसे?” बे आपसमे अइसो कहत बहास करन् लागे, “स्वर्गसे कएहँए तव, बे कएहँए तुम उनके काहे विश्वास न करे ?' कए हँए। 26तव आदमीसे कएहँए तव, हमके आदमीसे डर हए । काहेकी सब यूहन्नाके अगमवक्ता हए करके कहतहएँ । 27जहेमारे बे येशूके जबाफ दै, “हमके पत्ता न हयँ ।” बा बिनसे कहि, “मए फिर कौन अधिकारसे जा काम करत् हौं, सो तुमके ना बतएहौं ।”28""तुम क बिचार करत् हौ ? एक आदमीके दुई लौणा रहएँ बा पहिलो लौणासे कहि, 'लौणा, जाएके आज दाखबारीमे काम कर।' " 29बा जबाफ दै, 'मए ना जए हौं।' तव पिच्छु पछताएके गओ।, 30दुसरो लौणा ठिन जाएके बासे बहे बात कहि, बा जबाफ दै, 'मए जामंगो।' पर न गओ।31"अब जे दुईमे कौन तव दौवाको इच्छाके पालन करीँ ?” बे जबाफ दैं, “ शुरुबारो”। येशू बिनसे कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, कर उठानबारे और वेश्या तुमसे अग्गु परमेश्वरके राजमे प्रवेस करेहएँ। " 32काहेकी यूहन्ना तुमरे ठिन धार्मिकताको डगर दिखानके आओ, पर तुम बाके उपर विश्वास न करे। पर कर उठानबारे और वेश्या बाके उपर विश्वास करीँ। तुम जा देखके फिर पश्चात्ताप न करे, और उनके उपर विश्वास न करे।”33"दुसरो कहानी सुनओ। कोइ एक जनी घरबारो रहए, जौन एक दाखबारी लगाई, और बाके आसपास बेढा लगाएके हुवाँ दाख पेरानके एक कोलु धरीँ, और एक मचान बनाई औेर किसाननके ठेंका दैके बा परदेश गव। " 34जब फसलको समय आओ, बा किसाननके ठिन अपन हिस्सा मागन नोकरनके पठाई।35"तव किसान बाके नोकरके पकणके एकके पिटीँ, दुसरेक मारडारीं, और तीसरेक पत्थरसे मारीँ " 36फिरके बा अग्गुसे जद्धि नोकर पठाई, और बे यिनके संग फिर उइसीय व्यवहार करीँ 37मिर लौणाके त बे आदर करेहएँ करके सोचके अन्तमे बा अपन लौणाके बिनके ठिन पठाई|38"तव किसान लौणाके देखके आपसमे कहिँ, जा त उत्तरधिकारी हए। आओ, बाके मराएँ, और बाको उत्तरधिकारके लेमै।' " 39तव बे बाके पकणके दाखबारीसे बाहिर लैजाएके और बाके मारडारीं।40अगर जब दाखबारीक मालिक आएहए, तव बा बे किसानके का करेहए ?” 41बे बासे कहिँ, “ बे दुष्टनके सर्वनाश करेहए, और दाखबारी दुसरे किसानके ठेकामे देहए, जौन बाके फलको हिस्सा समयमे बुझाए हएँँ।”42जौन पथराके भवन बनान बारे रद्द करि रहयँ बहे कुनैठोको मुलपत्थर बनो, जा परमप्रभुसे भव हए, और हमरे नजरमे जा अचम्मो हए। येशू बिनसे कहि, “का तुम कबहु धर्मशास्त्रमे पढे न हओ ?'43"जहेमारे मए तुमसे कहत् हौं, परमेश्वरको राज तुमसे छिनो जएहए, और एक अइसो जातिके दओ जएहए, जौन बाको फरा फराबैगो। " 44जा पत्थर उपर गिरनबारो खुद्रा-खुद्रा हुइजएहए, पर जौन उपर बा पत्थर गिरैगो, बा बासे चिबदजयहय।”45जब मुखिया पुजारी और फरिसी बाकी कहानी सुनी, तव बे जा हमर बारेमे कहि हय करके समझीं। 46बे बाके पकणन ढुँडी, तव बे भीडसे डराईगए, काहेकी आदमी बाके एक अगमवक्ता हए करके मानत् रहएँ।
1येशू फिर बिनसे कहानीमे कहि, 2"स्वर्गको राज एक आईसो राजा कता हए, जौन अपनो लौंड़ाको विहा-पाटी तयार करी" 3और पाटीमे निऊताहारनके बुलान अपन नोकरके पठाई, पर बे आन मन ना करीँ ।4"फिर बा और नोकरनके अइसे कहिके पठाई, “निऊताहारनके आईसे कहिओ, देखओ, “मए मिर भोज तयार करो हौं, मिर मोटो पशु मारोहौं, और सब चीज तयार हएँ। विहा-पाटीमे आबओ ।”5" तव बे मतलबै न करके एक अपनो खेतघेन, दुसरो व्यापारघेन लागो । 6बाँकी त बिनके नोकरके पकडीं और खराब व्यहार करीं और बिनके मारीँ । 7तव राजा दिक्काय गव, और अपन फौज पठाएके बे हत्यारेनके नाश करीँ, और बिनके सहेर जराएदैं ।8"तव बे अपन नोकरसे कहिँ, विहा-पाटी तयार हए, तव जौनके निऊतो दए बे न आय ।" 9जहेमारे तुम अब डगरमे जाओ, और जित्तोनके पाबओ बिनके विहा-पाटीमे निउतो देओ।' 10तव बे नोकर डगरमे गए पाएभए सबके अच्छे और खराब दोनोनके जम्मा करीँ, और विहा-घर पहुनासे भरिगओ।11"तव जब राजा पहुननके देखन करके भितरसे आओ, तव विहाको कुर्ता नलागय एक आदमीके देखी । " 12बासे बा पुँछी, “संगी, बेहाको कुर्ता न पैंधके तुम कैसे हियाँ भितर आइगए ?' बा आदमी कछु न मसक पाई ।13"तव राजा नोकरसे कहिँ, ' हात-टाँग बाँधके बाके बाहिर अन्धकारमे फेंकदेओ, जहाँ आदमी रुइँ हँए और दाँत किटकिटए हँए ।' 14काहेकी बुलाए भए बहुत हँए, पर चुने भए कमए हँए ।”15तव फरिसी गए बाकी बातमे बाके कैसे फसामए करके सल्लाह करन् लागे । 16अपन चेला हेरोदी दलके आदमीन संग बाके ठिन पठाई । बे कहिँ, “गुरुजी, हम जानत् हए, तुम सत्य हौ, और परमेश्वरको डगर सच्चो करके तुम सिखात हऔ, और तुम कुइसे न डारत हौ, काहेकी तुम आदमीके मुहुँ देखके काम न करत् हऔ । 17जहेमारे हमके बताओ, कैसरके कर तिरन ठीक हए कि न हय ?”18तव येशू बिनको चतुराई पता पाएके कहि, “पाखण्डीओ तुम मोके काहे जाँचत् हौ ? 19कर तिरन बारो सिक्का मोके दिखाओ ।” और बे बाके ठिन एक सिक्का लाईं ।20बा बिनसे कहि, “जा चित्रमे कौनको छाप, और कौनको नाउँ लिखोहए ?” 21बे बासे कहिँ, “कैसरको ।” तव बा बिनसे कहि, “जहेमारे जो कैसरको हए, बा कैसरके देओ, और जो परमेश्वरको हए बा परमेश्वरके देओ ।” 22जा सुनके बे अचम्मो मानि, और बाके छोड्के गईभए ।23मरके जिन्दा न होत हँए करके सदुकी बहे दिन बाके ठिन आए, और बे बासे जा प्रश्न करीँ, 24" गुरुज्यू, मोशा त कहि रहय, कोइ आदमी निसन्तान मरो तव बाको भैया ता ददाकी बैयरके विहा करके ददाक सन्तान खडा करन् पडत् हए । "25हमर बीचमे सात ददाभैया रहँए । जेठो विहा करके बा मरीगव, और कोई फिर सन्तान न भव तव अपन भैयाके ताहिँ बैयर छोडके गव । 26अइसी करके मझला ओर सँझला फिर और सातओ आइसी करीँ । 27बे सब मरके पिछु बा बैयर फिर मरीगै 28अगर मरके जिन्दा हुइके बे सात जनी मैसे बा बैयर कौनकी बैयर हुइहए ? काहेकी बे सबय बासे बिहा कर डारी रहएँ ।”29येशू बिनके जबाफ दैके कहि, “तुम भ्रममे पणेहौ, काहेकी तुम धर्मशास्त्र और परमेश्वरको शक्ति न जन्तहौ। 30काहेकी मरके जिन्दाहुइके आदमीनको विहा न होत हय। न विहा करत् हँए, पर बे स्वर्गमे स्वर्गदूत जैसे होतहएँ।31तव मरके जिन्दा होतहए बाके बारेमे परमेश्वर तुमसे कहि हए, बा तुम न पढे हव ? 32'मए अब्राहामको परमेश्वर, इसहाकको परमेश्वर और याकुबको परमेश्वर हौं।' परमेश्वर मरेनको परमेश्वर न हय, पर जिन्दनको परमेश्वर हए।” 33जा सुनके भीड बाको शिक्षामे अचम्मो मानी।34बा सदुकीनके चुप लगाएके जब फरिसी सुनी तब बे इकट्ठा भय। 35बिन मैसे एक जनी व्यवस्थाक गुरु बाकी परीक्षा करन् के बिचारसे बासे पुँछी, 36"गुरुजी, व्यवस्थामे बणो आज्ञा कौन सो हए ?”37येशू बिनसे कहि, “तुम परमप्रभु अपन परमेश्वरके अपन सारे ह्रदयसे, और अपन सारे प्राणसे, और अपन सारे समझसे प्रेम करीओ। 38महान और पहिलो आज्ञा जहे हए।39दुसरो आज्ञा फिर उइसी हए, तुम अपन पणोसीके अपनए जैसो प्रेम करीयो। 40सबय व्यवस्था और अगमवक्ताक शिक्षाको आधार जे दुई आज्ञा हएँ।”41जब फरिसी इकट्ठा भए रहएँ, तव येशू बिनसे एक प्रश्न पुछीं, 42"ख्रीष्टके बारेमे तुम का काहत हौ ? बा कौनको पुत्र हए ?” बे बासे कहिँ, “दाउदको पुत्र।”43येशू बिनसे कही, “कैसे दाउद आत्मामे प्रेरणा पाएके बाके प्रभु करके कैसे पुकारी ? बे कहत हएँ, 44"परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, “तुम मिर दहिना हातघेन बैठओ जबतक मए तुमरे शत्रुनके तुमरे टाँगके पाउँ तरे न धरेहौं"|' बा कैसे बिनको पुत्र हुइहए तव ?”45अगर दाऊद बासे प्रभु कहत हए तव, बा कैसे बिनको पुत्र हुइहए त ?” 46और कोइ फिर जवाफमे एक बचन न बोल पाई। बा दिनसे कोइ बासे प्रश्न पुछ्नके हिम्मत न करीं।
1तव येशू भीडसे और अपन चेलनसे अइसो कहि: 2"शास्त्री और फरिसी मोशाके आसनमे बैठत् हएँ " 3जहेमारे बे कहिँ बात करओ और मानओ, पर बिनके जैसो मत करीओ, काहेकी बे शिक्षा त देतहएँ, पर बा अनुसार बे न करत् हयँ।4बे बहुत भारि बोझ और न सिकनबारो बोझ बाँधके आदमीके कँधामे लाद देतहँए। पर बे अपना त बा उठानके एक उङगरीसे फिर न छुत हयँ। 5" ""तव बे अपन सबय काम आदमीनके दिखानके करत् हँए। काहेकी बे अपन माथेमे व्यवस्थाक पत्री बडी बनात हएँ, और अपन कुर्तामे झुम्का लगातहएँ।6पाटीमे बे सम्मानको ठाउँ और सभाघरमे प्रमुख आसन मन पणातहएँ, 7बजारमे अभिवादन ढुणतहएँ और आदमीनसे गुरु कहावान चाँहत हयँ।8"पर तुमसे कोइ 'गुरुजी' न कहामए, काहेकी तुमरो शिक्षक एकए हए, और तुम सब ददाभैया हौ। " 9तुम पृथ्बीमे कोइके अपन पिता मत कहिओ, काहेकी स्वर्गमे तुमरो एकए पिता हए। 10तुम कोइसे 'मालिक' मतकहिओ, काहेकी तुमरो एकय मालिक ख्रीष्ट इकल्लो हए।11तुमैमे जो सबसे बडो हए, बा तुमरो सेवक हुइहए। 12जौन अपनएके बडो बनए हए, बा छोटो हुइहए, और जौन अपनैके छोटो बनएहए, बा बडो बनओ जयहए।13"धिक्कार, तुमके, शास्त्री और फरिसी, तुम पखण्डी ! काहेकी तुम आदमीनके जौने स्वर्गक राजको फाटक बन्द करत् हौ। तुम न त अपनाए घुसतहौ, न घुसन चाहन बारेक घुसन देतहौ। " 14“धिक्कार तुमके शास्त्री और फरिसी तुम, पखण्डी! काहेकी तुम विधवनके घर खाएदेतहौ, और लम्मो-लम्मो प्रार्थना करन् के मन पणातहौ। जहेमारे औरसे तुम जद्धा दण्ड पएहौ। 15धिक्कार तुमके, शास्त्री और फरिसी तुम, पखण्डी ! काहेकी तुम एक जनीके अपने मतमे लान समुन्द्र और जमिन देखत हौ, और बा तुमरे मतमे आएजत हए बाके अपनेसे दोबर नरकके लौणा बनात् हौ।16"धिक्कार तुमके, अन्धरा अगुवा तुम, कहात् हौ, 'कोइ मन्दिरको कसम खात कुछ न होत हय, पर मन्दिरको सोनोको कसम खात बा कसमसे बाँधिजात हए।'" 17मुरख और अन्धरा तुम, कौन तव बणो हए ? सोनो कि सोनोके पवित्र बनान बारो मन्दिर ?18कोइ बेदीको कसम खात कुछ न होतहए, पर बा उपर धरो भेटीको कसम खात बा बाँधिजात हए।' 19ए अन्धरा तुम, कौन तव बडो हए ? भेटी कि पवित्र करन् बारो बेदी ?20जहेमारे बेदीको कसम खानबारो बेदी और बेदीके उपर सब चीजको कसम खातहए। 21मन्दिरको कसम खानबारो मन्दिर और बा भितर बैठन बारेको कसम खातहए। 22स्वर्गको कसम खानबारो परमेश्वरको सिंहासनको और बा उपर बिराजमान होनबारेको कसम खातहए।23"धिक्कार तुमके, शास्त्री और फरिसी तुम, पखण्डी ! काहेकी तुम पुदिना और सोंप और जीराको दशांश देत् हौ, पर व्यवस्थाक गहिरो बिषयके बारेमे, औ न्याय, दया और विश्वासके वास्ता न करेहौ। तुमके दशांश देनबारो काम करन् रहए, और बे गहकिले बिषयको खिलवाड न करन रहए। " 24अन्धरा अगुवाओ, तुम भुसनाके छानत् हौ, पर ऊँटके त घिंचडारत् हौ।25"धिक्कार तुमके, शास्त्री और फरिसी तुम पाखण्डी ! काहेकी तुम कटोरा और थरियाके बाहिर इकल्लो मजातहौ, पर भितर घेन त बे लोभ और लालचसे भरे होतहएँ। " 26अन्धरा फरिसी तुम, पहिले कटोरा और थरियाके भितर सफा करओ, तव बिनके बाहिर घेन फिर सफा होबए।27"धिक्कार तुमके, शास्त्री और फरिसी तुम, पखण्डी ! काहेकी तुम चुना लगाए भए सरकेगड्डा( चिहान ) कता हौ,जो बाहिर सुन्दर दिखात हए, पर भितर घेन मरे आदमीनके हड्डा और सब अशुध्दसे भरेहोतहँए। " 28अइसी तुम फिर बाहिर आदमीनके अग्गु धर्मी दिखात् हौ, पर भितर कपट और दुष्टतासे भरेहौ।29"धिक्कार तुमके, शास्त्री और फरिसी तुम, ढोंगी ! काहेकी तुम अगमवक्तानके सरकोगड्डा बनातहौ, और धर्मीनके सरके समारत हौ," 30और कहत् हौ, हम अपन पुर्खानके समयमे होते तव हम अगमवक्तानको रगत बहानमे उनके संग सहभागी न होते।” 31अइसी तुम अगमवक्तानके हत्या करन् बारेनके सन्तान हौ करके प्रमाण तुम अपनाए देतहौ।32तुमरे पुर्खानको करो काम पुरा करत हओ। 33ए "साँप और साँपके बच्चाओ, तुम नरकके दण्डसे कैसे बचैगे ?"34जेहेमारे मए तुमरे ठिन अगमवक्ता, और बुध्दीमान आदमी और शास्त्रीनके पठात् हौं। बिनमैसे कित्तो जनीके तुम मारेहौ और क्रुसमे टाँगे, और कित्तो जनीके अपन सभाघरमे कोर्रा लगएहौ, और सहेर-सहेरमे जाएके सताएहौ। 35पृथ्बीमे बहाओ भव सब धर्मी जनको रगत-निर्दोष हाबिलको रगतसे लैके बेरेक्याहको लौणा जकरियाको रगततक, जौनके तुम पवित्रस्थान और बेदीक बीचमे हत्या करे सो तुमरे मुणमे पणैगो। 36नेहत्य, मए तुमसे कहात् हौं, जा सब बात जहे पुस्ताके उपर आएपडैगो।37"ए यरुशलेम, तए जौन अगमवक्तानके मारन् और तेरे ठिन पठाएभएके पत्थरसे मारे ! जैसी मुर्गी अपन चिगनाके डख्मा तरे बटोरत् हए, उइसी मए बहुत चोटी तिर बालकनके बटोरनके इच्छा करो, पर तए न मानो।" 38देखओ, तुमरो घर उजणो पडोहए। 39काहेकी मए तुमसे कहत् हौ, 'परमप्रभुके नाउँमे आनबारे धन्यके हँए' न कहन तक् तुम मोके न दिखेहौ ।”
1तव पिछु येशू मन्दिरसे निकरके जात पेती बाके चेला मन्दिरको भवन दिखानके ताहिँ बाके ठिन आए । 2तव बा बिनसे कहि, 'तुम जा सब देखत् हौ, कि नए ? नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, 'एक पत्थरके उपर दुसरो पत्थर न रयहए, सब उजाडके फिको जएहए ।”3येशू जैतुन डाँगामे बैठो चेला एकघेन बाके ठिन आएके पुँछी, “हमके बता, जा बात कब हुइहए,और तुमरो आगमन और जा युगको चिन्ह का हुइहए ?” 4तव येशू बिनके जबाफ दै, “होशियार रहिओ, कोइ तुमके न भर्माबय। 5काहेकी बहुत जनी मिर नाउँमे मए ख्रीष्ट हौं काहत् अमंगे, और बहुतनके बहकामंगे।6तुम युध्द और युध्दके हल्ला सुनैगे। मतघबणैओ, काहेकी जा सब बात होनके आवशयक हए, पर अन्त त बहे समयमे न हुइहए। 7काहेकी जातिके बिरुध्दमे जाति, और राज्यके बिरुध्दमे राज्य उठेहएँ, और ठाउँ-ठाउँमे अनिकाल और हालाचाला आबइगो। 8पर जा सब दुखकि सुरुवात इक्ल्लो हुइहए।9"तव बे तुमके संकटके ताँहि सौंपदेहएँ, और तुमके मरेहएँ, और मिर नाउँके खातिर सब जाति तुमके घिणना करेहएँ। " 10तव बहुत जनी भटक जएहँए, और ठेस खामंगे, और एक दुसरेके विश्वासघात करके सौंपदेहएँ और हेला करेहएँ 11बहुत झुटे अगमवक्ता ठाणे हुइहएँ, और बहुतनके बहकएहएँ।12दुष्टता बढे हए और बहुतनको प्रेम सिलाएके जएहए। 13पर आखिरीतक स्थिर रहानबारो बचाओ जएहए। 14और राज्यको जा सुसमाचार सारा संसारमे सब जातिके ताहिँ गवाहीके ताहिँ प्रचार करो जएहए, तव पिछु अन्त अबैगो।15जहेमारे जब तुमके दानिएल अगमवक्तासे बोलो बिनासकरी घृणित चीज पवित्रस्थानमे ठाणो दिखेहौ{पाठ पढान बारो बुझाए}" 16तव यहूदीयामे होनबारे पहाडघेन भाजएँ। 17घरकेछानी ऊपर रहनबारे अपन घरमे भव समान निकारनके तरे न उत्राएँ। 18खेतमे काम करन् बारे अपन कम्मर लेन न घुमएँ।19हाय ! गर्भवती और दुध खबानबारी बे दिनमे। 20तव जाडो ( हिउँद ) समयमे और शबाथमे तुमके भाजन न पणए करके प्रार्थना करओ। 21काहेकी बा समयमे अइसो महासंकट हुइहए, जो जगत् को सुरुसे हबए तक न भवहए, न त कबहू हुइहए। 22बे दिन न घटनतक कोइ आदमी न बच्पईते, पर चुनेभएनके ताहिँ बे दिन घटेहँए।23तव तुमसे कोइ कएहएँ 'देखौ, ख्रीष्ट हिँया हए, कि हुवाँ हए' कहिके विश्वास मत करिओ। 24काहेकी झुठे ख्रीष्ट, और झुठे अगमवक्ता ठाणे हुइहएं, और हुइसक्त चुने भएनके फिर भड्कानके ताहिँ बणे-बणे चिन्ह और अचम्मो काम दिखाएहएँ। 25याद करओ, मए तुमसे अग्गुसे कहेरहो हौं।26"अगर बे तुमके 'देखौ, बा उजाड-स्थानमे हए' कहिके कएहएँ तव बाहिर निकरके मतजाओ। और 'देखओ, बा कोनेमे हए' कएहएँ फिर विश्वास मतकरिओ। " 27काहेकी जैसी बिजुली अगारसे चमकत हए पछार तक उजियारो होतहए, उइसीय आदमीको पुत्रको आगमन हुइहए। 28जहाँ डोगर हुइहएँ हुवाँ गिद्धा फिर इकट्ठा होतहएँ।29"बे संकटके दिनके पिछु, दिन अँध्यारो हुइहए, और जोन्ही अपनो चमक न देहए, और तारा बादरसे गिरंगे, और स्वर्गकी शाक्ति डगमगाबाइगी।30तव आदमीको पुत्रको चिन्ह बादरमे दिखए हए, और पृथ्बीके सब जाति बिलाप करेहएँ, और बे आदमीके पुत्रके आकाशको बादरमे शक्ति और बणो महिमासाथ आत देखंगे। 31बा अपन स्वर्गदुत तुरहीको बणो आबाजके साथ पठाबैगो, और बादरको एक किनारेसे लैके दुस्रो किनारेतक जम्मएके चारौ दिशासे बाके चुने भएनके इकट्ठा करेहएँ।32"पर अञ्जीरको रुखासे एक शिक्षा लेओ: जब बाको हाँगा कलिलो होतहए और रुखामे नयाँ पत्ता आत हएँ, तव ग्रीष्म ॠतु आतहए करके तुम पता पातहौ। " 33उइसीय, तुम फिर जब जा सब बात भव देखत् हौ, तव बा ढिगै औ फाटकमे हए करके जानओ।34नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, कि जा सब पुरा न होनतक जा पुस्ता खतम न हुइहए। 35स्वर्ग और पृथ्बी खतम हुइजएहए, पर मिर वचन खतम न न हुइहए।36पर बा दिन और बा घडीके बारेमे कोइ न जानत् हए, न त स्वर्गके दुत, न पुत्र।37आदमीको पुत्रको आगमन नोआको दिन जैसो हुइहए। 38काहेकी जैसी जलप्रलयसे अग्गु नोआ जहाज भितर घुसनके दिनतक, आदमी खात, पितरहएँ और विहाबारी करत् रहएँ, 39और जलप्रलय आएके बिनके सबके सट्टै पुहायके न लएजानतक बे पता न पाई। आदमीको पुत्रको आगमन फिर उइसी हुइहए।40बा बेरा दुई जनी खेतमे हुइहएँ, एक जनी चलो जएहए, दुस्रो छुटजएहए। 41दुई बैयर चकिया पिसत हुुईहएँ, एक चलीजएहए, दुस्री छुटजएहए। 42"जहेमारे जगे रहओ, काहेकी कौन दिन तुमरो प्रभु आएहए, सो तुम न जानत् हौ।43पर जा जानौ, कि घरको मालिक चोर रातके कौन पहरमे आएहए करके जन्तो तव बा जगो रहतो, और अपन घर फोरन न दित्तो। 44जहेमारे तुम फिर तयार रहिओ, काहेकी आदमीको पुत्र तुम नचिताएके समयमे अबैगो।45"विश्वासी और बुध्दीमान नोकर कौन हए, जौनके बाको मालिक अपन परिवारको चाकरके ठीक-ठीक समयमे खान देबाए करके खटाए होतहए ? " 46बा नोकर धन्य हए, जौनको मालिक आत उइसी करत् पएहए। 47नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, मालिक बाके अपनो सारा सम्पतिके उपर जिम्मेबार नियुक्त करेहए।48पर अगर बा दुष्ट नोकर 'मिर मालिक सुबेरे आएहए करके मनमे सोचाइगो, 49अपनसंग काम करन् बारे नोकरके पिटन और मतवाला ( नशिले ) संग खान और पिन लागो तव, 50बा नोकरको मालिक बा नए चिताओ दिन और न जानो समयमे आए पुगेहए। 51और मालिक बाके कठोर दण्ड देहए और बाके ढोंगीनके बीचमे फेंकदेहए, जहाँ आदमी रुइँहए और दाँत किटकिटए हँए।”
1तव स्वर्गको राज दश कन्यानकेसंग तुलन करन सिकत् हँए। बे अपन दिया लैके दुलाहके भेटन निकरीं। " 2बे मैसे पाँच जनी मूर्ख और पाँच बुध्दीमान रहएँ। 3काहेकी जब मूर्ख कन्या अपन दिया लैगैं, तव बे संगमे तेल त नए लैगैं। 4पर बुध्दीमान कन्या त अपन दियाके संग संगए कटोरामे तेल फिर लैगैं रहएँ।5दुल्हा आसरा करत् बे सब निंद से और निधाए गइँ। 6"तव आधिरातमे 'देखओ दुलहा ! बाहिर जाओ और बाके भेटओ', करके आवाज आओ।7"तव बे सब कन्या जगिँ, और अ-अपन दियाके ठीकठाक करी।" 8निर्बुध्दी कन्या बुध्दीमानसे कहिँ, “तुमरो तेलसे हमके थोरी देबओ, काहेकी हमर दिया त बुतन लागी।” 9"तव बुध्दीमान अइसे करके जबाफ दैं, 'हमर और तुमरे दोनाएके पुगनके ताहिं इत्तो तेल न हुईहए, बलुक दुकान बारे ठिन जाओ और अपन ताहीं किनओ।'10"बे किनन गइँ तव दुलहा आएपुगो, और तयार होनबारे उनके संग विहाके पाटीमे भितर घुसे और फाटक बन्द हुइगव। " 11"पिछुसे बे और कन्या आएपुगिँ और अइसो कहान लागिँ, प्रभु, प्रभु हमर ताहिं खोलदेओ ! " 12""तव बा जबाफ दैके कहि, नेहत्य मए तुमसे कहातहऔं, मए तुमके न चिन्त हओं। " 13"जहेमारे जगे रहाओ, कहेाकी बा दिन और बा घडी तुम पता न पएहौ।"14"काहेकी जा परदेश जानबारो आदमी जैसो हए, जौन परदेश जात पेती अपन नोकरके बुलाएके अपन धन-सम्पत्ति बिनके जुम्मा दै। " 15बा सबयके बिनके अपन क्षमता अनुसार एकके पाँच सोनोको सिक्का, दुसरेके दुई और फिर दुसरेके एक दैके गैभव। 16तव पाँच सोनोको सिक्का पानबारो तुरन्तए जाएके बा व्यापारमे लागएके और पाँच सिक्का कमाईं।17उइसीय दुई सिक्का पानबारो फिर और दुई सिक्का कमाइ। 18पर एक सिक्का पानबारो त जाएके भिमे खोदके अपन मालिकको धन लुकाएरहो।19"बहुत दिन पिछु बा नोकरको मालिक आओ, और बा बिनसे हिसाब मागी। " 20तव पाँच सोनोको सिक्का पानबारो नोकर और पाँच सिक्का लायके अग्गु आएके अइसे कहि, 'हजुर, तुम मोके पाँच सिक्काको जुम्मा दए रहओ, देखौ मए और पाँच सिक्का कमओ हौं। 21"मालिक बासे कहि, 'स्याबास, अच्छो और विश्वासी नोकर! तए थोरी बातमे ईमान्दार भव, अब मए तोके बहुत बातको जुम्मा देहौं। तए अपन मालिकको खुशीमे सहभागी हो।22"दुई सिक्का पानबारो फिर आएके कहि, 'हजुर, तुम मोके दुई सिक्का दएरहओ। देखओ, मए और दुई सिक्का कमओ हौं।' " 23बा मालिक बासे कहि, 'स्याबास, अच्छो और विश्वासी नोकर, तए थोरी बातमे ईमान्दार रहो, अब मए तोके बहुत बातको जुम्मा देहौं। तए अपन मालिकको खुशीमे सहभागी हो।'24"एक सोनोक सिक्का पानबारो फिर आएके कहि, 'हजुर, न लगाओ जग्गासे कटात हओ और न बोन बारो ठाउँसे बटोर लेतहौ, तुम कठोर आदमी हौ करके मोके पता रहए।" 25बहे मारे मोके डर लागो, और जाएके तुमरो सिक्का मए मट्टीमे गाडके लुकाओ रहओं। देखओ, जा तुमरो सिक्का लेओ।'26"बाको मालिक बाके जबाफ दै, “ए दुष्ट, अल्छी नोकर, न लागाओ ठाउँमे कटात् हए, और न बोनबारो ठाउँसे बटोरत् हए करके तए जनत रहए तव, " 27तए मिर पैसाके साहुके ठिन धरन् रहए, और आएके मए मेरो पैसा व्याज समेत फिर्ता पातो।28जहेमारे बासे जा सिक्का छिनलेओ, और जौनके संग दश सिक्का हए बाके देओ। 29काहेकी जौनके संग हए बाके और मिलैगो, और बाके संग गजब हुइहए। पर जौनके संग न हय बाके संग भव फिर बासे छिनोजएहए। 30बा बेकामको नोकरके बाहिर अन्धकारमे फेकदेओ, जहाँ आदमी रुइहएँ और दाँत किटकिटए हएँ।'31'जब आदमीको पुत्र सबय स्वर्गदुतकेसंग अपन महिमामे अबैगो, तव बा अपन महिमामय सिँहासनमे बैठैगो।" 32और बाके अग्गु सब जाति इकठ्ठा हुइहएँ, और जैसी बकरेहेरा भेडा और बकरीयाके छुटेयात् हए, उइसीय बा बिनके एक दुसरेसे अलग करेहए। 33बा भेडाके अपन दाहिनाघेन, और बकरीयानके दिब्राघेन धरैगो।34"तव राजा अपन दाहिनघेनबारेनसे कएहए, 'आओ, मेरे पिताके तुम धन्यके हौ ! संसारको उत्पतिसे तुमरे ताहीँ तयार करो राज्यमे अधिकार करओ। " 35काहेकी मए भुखानो रहौं, तुम मोके खानके दय। मए प्यासो रहौं, तुम मोके पिन दय, मए परदेशी रहौं, तुम मोके बैठन दय। 36मय नङ्गो रहौं, तुम मोके लत्ता पैंधन दय, मय बिमार रहौं, तुम मोके ख्याल करे, मय जेलमे रहौं, तुम मेरे ठिन आए।'37"तव धर्मीजन उनके जबाफ देहएँ, 'हे प्रभु, कब हम तुमके भुखो देखे, और खानके दय, औ कब प्यासो देखे, और पिनके दय ? " 38कब हम तुमके परदेशी देखे, और तुमके बैठन दय ? औ नङ्गो देखे और लत्ता पैंधन दय ? 39और कब हम तुमके बिमार और जेलमे देखे, और तुमरे ठिन आए ?' 40तव राजा बिनके जबाफ दैके कयहय, 'नेहत्य, मए तुमसे कहत हऔं, तुम जा मिर भैयन मैसे सबसे छोटेक् एक जनीके जो जित्तो करे, बा तुम मिर ताहीं करे।41तव पिछु बा दिब्राघेनके आदमीनसे कहि, 'ए श्रापित आदमीओ ! मोसे दुर हुइजाओ, और दियाबलस और बाके दूतके ताहीँ तयार करो अनन्तकी आगीमे जाओ " 42काहेकी मए भुखानो रहौं, तुम मोके खान न दय, मय प्यासो रहौं, तुम मोके पिन न दय। 43मए परदेशी रहौं, तुम मोके बैठन न दय। नङ्गो रहौं, और तुम मोके लत्ता न पैंधाय। बिमार और जेलमे रहौं, और तुम मोके खयाल न करे।'44बे फिर अइसे करके जबाफ देहएँ, 'प्रभु, कब हम तुमके भुखों और प्यासो देखे, परदेशी और नङ्गो और बिमार देखे, और जेलमे देखे, और तुमरो सेवा न करे ?' 45"तव बा बिनके जबाफ देहए, 'नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौं, जा सबसे छोटे मैसे एक जनीके जो जित्तो न करे, बा तुम मेरे तहीँ न करे।" 46"तव बे अनन्त दण्डके भागी हुइहएँ, पर धर्मी त अनन्त जीवनमे घुसहँए।"
1येशू जा सब बात करके अपन चेलनसे कही, 2"तुमके पता न हय, कि दुई दिन पिछु निस्तार-तेवहर आतहए, और आदमीको पुत्र क्रूसमे टाँगनके ताहीँ पकणो जाएहए।"3तव कैयाफा नाउँको प्रधान पुजारीक दरबारमे मुखिया पुजारी और जनताके धर्मगुरु इकठ्ठा भए। 4और बे येशूके कैसे पकणाए और मराएँ करके सल्लाह करन् लागे। 5तव बे कहीँ, “तेवहरमे नए। नत आदमीमे हलचल हुइजएहए।”6येशू बेथानियामे सिमोन कोढीके घरमे रहए, 7एक बैयर सिङ्गर मरमरको एक शीशीमे किमती अत्तर लैके बाके ठीन आई, और बा खान बैठो रहए तव बाके मुणमे अखनाएदै। 8जा देखके चेला दिक्काए गए, और बे कहिँ, “काके ताँही जा इत्तो नोक्सान करीहए ? 9काहेकी जा अत्तर बहुत दाममे बेचके बा पैसा गरीबके दैसकत रहए।”10तव येशू जा बात पत्ता पाएके बिनसे कहि, “तुम जा बैयरके काहे दु:ख देतहौ? बा त मिर ताहीँ एक अच्छो काम करीहए। 11काहेकी गरीब तुमरे संग सब दिन हुइहएँ। पर मए तुमरे संग सब दिन न हुइहौं।12बा जा अत्तर मिर शरीरमे अखनाएके दफनके ताहीँ मोके तयार करीहए। 13नेहत्य, मए तुमसे कहतहौं, सारा संसारमे जहाँ जा सुसमाचार प्रचार हुइहए, जा बैयर जो करीहए बाको चर्चा बिनके सम्झनाके ताहीँ करेहएँ।”14"तव बाह्र मैसे एक जनी यहूदा इस्करियोत कहन बारो त मुखिया पुजारी ठिन गव, " 15और कहि, “अगर मए बाके तुमरे हातमे सौप देहौं तव, मोके का देहौ ?” बे बाके चाँदीके तीस सिक्का दैं। 16बहे बेरासे यहूदा बाके पकणानके मौका ढुँडन लागो।17जब अखमिरी रोटीको तेवहरको पहिलो दिन चेला येशू ठिन आएके कहिँ, “तुमर ताहीँ निस्तार-तेवहरको पाटीमे खानको प्रबन्ध हम कहाँ कराएँ ?” 18बा कहि, “सहेरमे एक आदमी ठिन जाओ, और बिनसे कहओ, 'गुरुजी कहिहए, मिर समय ढिंगई आए गओ हए। मए अपन चेलासंग तुमरे घरमे निस्तार-तेवहर मनएहौं।” 19तव येशूको आदेश अनुसार चेला करीं और बे निस्तार-तेवहरको प्रबन्ध मिलाईं।20सांझ भव बा बाह्रओ चेला संग बैठो। 21बा खातपेती कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौं, तुम मैसे एक जनी मोके पकणए देहए।” 22तव बे बहुत दु:खित हुइके सब बासे पुछ्न लागे, “प्रभु, का बा मए हौं ?”23और बा कहि, “जौन मिर थरियामे रोटी बोरैगो , बा मोके पकणाए देहए। 24आदमीको पुत्रके त बाके बारेम धर्मशास्त्रमे लिखो अनुसार हुइहए। पर धिक्कार बा आदमीके जौनसे आदमीक पुत्र पकणो जएहए। बा आदमीके त न जल्मनो बाके ताँही अच्छो हुईतो।” 25"तव बाके पकणाए देनबारो यहूदा पुछी, “गुरुजी, का बा मए हौं?” बा बासे कहि, "तै अपनाए बा काहो हय।”26बे खानु खातपेती येशू रोटी लै और आशिर्बाद दैके पिछु बो तोरी और चेलनके दैके कहि, “लेओ, खाओ, जा मिर शारीर हए।”27तव कटोरा फिर लैके धन्याबाद दैके बा बिनसे अइसे करके दै, “तुम सब जा मैसे पिबओ। 28काहेकी जा नयाँ करारको मेरो रगत हए, जा बहुतनके ताहीं पापको प्रायश्चितके ताहीं बहो हए। 29पर मए तुमसे कहत् हौं, कि दाखको जा फरासे मए जब तक न पिहौं, जब तक अपन पिताको राज्यमे तुमरे संग नयाँ करके न पिहौं।”30एक भजन गाएके पिछु बा जैतुन डाँगाघेन निकरके गओ। 31तव येशू बिनसे कहि, “आज मिर करनसे तुम पिछु हटेहौ। काहेकी अइसो लिखो हए, 'मए बकरेहेराके मारंगो, और बगालके भेडा तितरबितर हुइके छरपष्ट हुइजएहए।' 32पर मए मरके जिन्दा हुइके तुमसे अग्गु गालीलमे जाएहौं।”33पत्रुस बासे जबाफ दैके कहि,“तुमरे कारन सब जनी पिछु हटेहएँ फिर मए कबहू पिछु न हटंगो।” 34येशू बिनसे कहि, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हौं, आज रातके मुर्गा बास्नेस अग्गु तए मोके तीन चोटी इन्कार करेहय।” 35पत्रुस बासे कहि, “मोए तुमरे संग मरन पणेहए तहुँ फिर मए तुमके इन्कार नकरंगो।” और सब चेला अइसिय कहिँ।36तव येशू गेतसममी कहन बारो ठाउँमे बिनके संग गव, और चेलनसे कहि, “तुम हियाँ बैठओ, मए त थुर दुर जाएके प्रार्थना करेहौं।” 37और अपने संग पत्रुस और जब्दियाक दुई लौणनके लैके बा शोकित और व्याकुल होन लागो। 38तव बा बिनसे कहि, “मिर प्राण गहिरो शोकमे मए अध्मरा कता हुइगव हौं। तुम हियाँ बैठीओ, और मिर संग जगे रहिओ।”39और बा थुर दुर जाएके लम्पसार पणके प्रार्थना करी, “हे मिर पिता, हुइसक्तहए तव, जा कटोरा मोसे हटए देओ। तहुँ फिर मए इच्छा करेअनुसार न, पर तुमरी इच्छा करे अनुसार होबाए।” 40तव बा चेला ठिन आओ बिनके सोत पाई, और पत्रुससे कहि, “का तुम मिरसंग एक घण्टा फिर जगे बैठ न पाए? 41जगे रहओ, प्रार्थना करओ और परीक्षामे मतपणाओ। आत्मा त नेहत्य तयार हए, पर शरीर दुर्बल हए।”42फिर दुस्रो चोटी बा प्रार्थना करन् गव, “हे मिर पिता, यदि मए न पिनसे न हुइहए कहेसे तुमरी इच्छा पुरा होबए।” 43बा फिर आएके उनके सोत पाई, काहेकी बे बहुत निधाने रहएँ। 44जहेमारे बा फिर बिनके छोडके गव, और जाएके बेही बात दोहोरयाएके तिस्रो चोटी प्रार्थना करी।45तव बा चेलाके ठिन आएके बिनसे कहि, “तुम हबाएतक सोए रहेहौ और अराम कर रहेहौ ? देखओ, समय नजिक अइगव हए। आदमीको पुत्र पापीनके हातमे पणन लागो हए। 46उठ, जाओ , देखओ, पकणन देनबारो ढिंगै हए।”47बा मसक्तय बहे मैसे एक जनी यहूदा आओ। बाके संग मुखिया पुजारी और जनताके धर्मगुरु पठाई भै एक बणी भीड तलवार और लठु लैके आए। 48बाके पकणबानके बा एक संकेत दैरहए, “जौन आदमीके मए चुमेहौ, बहे हुईहए, बहेके पकणीओ।”49तुरन्त येशू ठिन जाएके बा कहि, “हे गुरु प्रणाम! और बा बाके चुमी। 50येशू बासे कहि, “संगी, तुम जो करन् आए हौ, बा करीडारओ।” तव बे अग्गु आएके येशूके गिफ्तार करीं।51येशूके संगमे होनबारो मैसे एक हात बढाएक अपनो तरवार निकारके, मुखिया पुजारीको कमैयाके बा कान काटके अलग करदै। 52तव येशू बिनसे कहि, “तुमरो तरवार खोलमे डार, काहेकी तरवार लेनबारे सब तरवारसे नष्ट हुइहएँ | 53तुम का बिचार करत हौ, का मए अपन पिताके बिन्ती कर न पएहौं, और बा तुरन्त स्वर्गदूतके बाह्र पल्टनसे जद्धा मिर ताहीं पठाए का न देहए?” 54पर जा बात अइसी होनाएके हए करके धर्मशास्त्रमे लिखि बात कैसे पुरी हुइहए?”55बा समय येशू भीणसे कहि, “डाँकुके पकणान कता मोके पकणान तरवार और लठु लैके तुम काहे आए? मए सब दिन मन्दिरमे शिक्षा देत बैठो रहौं, तव तुम मोके न पकणे। 56पर अगमवक्ताक धर्मशास्त्र पुरा होन ताहीं जा सब होन आओ हए।” तव सब चेला बाके छोडके भाजे।57येशूके पकणके बाके प्रधान पुजारी कैयाफाके ठिन लैगए। हुवाँ शास्त्री और धर्मगुरु इक्ठ्ठा भए रहएँ। 58तव पत्रुस दुरसे प्रधान पुजारीक भवनके आँगन तक बाके पिछुपिछु गव, और अन्तमे का हुईहए, सो देखनके ताहीं भितर घुसके चौकीदार संग बैठो।59अब मुखिया पुजारी और जम्मए महासभाके येशूके दण्ड देनके बाके बिरुध्दमे झुठी गवाही ढुणन लागे। 60बहुत झुठी गवाही देनबारे आए, और बे कोइ प्रमाण न पाईं। आखिरमे दुई जनी अग्गु आए, 61और कहिँ, “जा आदमी 'मए परमेश्वरके मन्दिरके उजाडके तीन दिनमे जा बनाए देहौं करके कही हए।”62तव प्रधान पुजारी उठके कही, “का तए कुछ जवाफ ना देहए? जा आदमी तेरे बिरुध्दमे दओ गवाही का हए?” 63तव येशू चुप रहो। प्रधान पुजारी बासे कही, “जीवित परमेश्वरको नाउँमे कसम खाएके कहो, हमके बता, का तए परमेश्वरको पुत्र ख्रीष्ट हए?” 64येशू बिनसे कही, “तुम्ही कहेरहेहौ। तहुँ फिर मए तुमसे कहत् हौं, अब पर तुम आदमीको पुत्रके सर्वशक्तिमानके दाहिना हातघेन बैठो देखेहौ।”65व प्रधान पुजारी अपन कुर्ता फारी और कही, “जा त ईश्वर-निन्दा करके बोलि। हमके अब और साक्षीको का जरुरत पणिहए? तुम हबाए जा बोलि ईश्वर-निन्दा सुनलएहौ। 66तुमर का बिचार हए?” बे जवाफ दैं, “जा प्राणदण्डको योग्य हए।”67तव बे बाके मुहुमे थुक्के मुक्का लगाइँ, और कोइ-कोइ अइसे कहत थप्पण लगाइँ, 68"हे ख्रीष्ट अगमवाणी कहो! तोके मारन बारो कौन हए?”69पत्रुस बाहिर आँगनमे बैठो रहए। एक नोकर्नी बाके ठिन आएके कहि, “तुम फिर गालीलके निवासी येशूसंग रहौ।” 70पर बा उनके सबके अग्गु इन्कार करके कही, “तए का कहत हए, मए न जन्तहौ।”71बा बाहिर दलानमे निकरके पिछु दुस्री दासी बाके देखी, और हुवाँ बैठन बाले कहीं, “जा आदमी फिर येशू नासरीसंग रहए” 72बा फिर कसम खाएके कही, “मए बा आदमीके नए चिनत्हौ।”73थोरी देरमे हुवाँ भए आदमी फिर पत्रुससे कहीं, “नेहत्व, तुम फिर बिनमैसे एक हौ, काहेकी तुमर बोलि न तुमके जाहेर करत् हए।” 74" तव पत्रुस अपनाएके सरापत् कसम खान लागो "मए बा आदमीके चिन्तए नैयाँ।” और तुरन्त मुर्गा बासदै। " 75तव पत्रुससे येशू कही जा बात याद हुइगओ, “मुर्गा बास्नेस अग्गु तए मोके तीन चोटी इन्कार करेहए।” तव बा बाहिर जाएके धरधरहुँसे रोइ।
1भुक्भुको सुबेरे, सब मुखिया पुजारी और जनताके धर्मगुरु येशूके मृत्युदण्ड देन करके बाके बिरुद्ध योजना बनाई। 2और बे बाके बाँधके लैगए, और हाकिम पिलातस ठीन सौपदैं।3तव बाके पकणन बारो यहूदा बाके उपर दण्डदेत देखके पछताइ, और मुखिया पुजारी और धर्मगुरुके चाँदीके तीस सिक्का घुमानके आओ, 4और कही, “मए निर्दोष आदमीके धोखा दैके पाप करोहौं।” तव बे कहीं, “हमके का मतलब? तए अपनाए जान्।” 5तव चाँदीके बे सिक्का मन्दिरमे फेंकके बा गओ, और फाँसि लगायके आत्महत्या करी।6तव मुखिया पुजारी चाँदीक सिक्का लैके कही, “ढुकुटीमे जा धरनके ठीक न हय, काहेकी जा रगतको मोल हए।” 7बे आपसमे सल्लाह करके बा पैसासे परदेशीनके दफनके ताहीं कुम्णाक जमिन किनी। 8जहेमारे बा जमिनसे आज तक फिर रगतको जमिन कहत हएँ।9तव यर्मिया अगमवक्ता कहीबात पुरी भै, बे चाँदीक तीस सिक्का लैके, बा मोलके रुपमे, जौन इस्राएलको लौणके बे तोकी रहएँ, 10और परमप्रभु मोके आदेश दओअनुसार कुम्णाक जमिनके ताहीं बे दैं।”11येशू हाकिमके जौने ठाणो, और बे येशूसे पुछीं, “का तए यहूदीक् राजा है?” येशू बिनसे कही, “तुम्ही त अइसो कहत् हौ” 12तव मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु बाके उपर दोष लगाईं, तव बा कोइ जवाफ नदै। 13तव पिलातस बासे कही, “तुमरे विरुध्दमे अनेक बातको गवाही देतहएँ, का तुम सुन्त नैयाँ?” 14पर बा बिनके एकु बातक फिर जवाफ नदै | हाकिम फिर जा बातमे गजब छक्क पणिगव।15निस्तार-तेवहारमे भीड चाहो बमोजिम हाकिमके एक जनि कैदी छोणनके रिति रहए। 16बा समय बारब्बा नाउँको एक प्रख्यात कैदी रहए।17जब आदमी इक्ठ्ठा भए, पिलातस बिनसे पुछी, “तुम का चाहत हौ? मए तुमरे ताहीं कौनके छोणदेओं? बारब्बा कि ख्रीष्ट कहन बारो येशूके?” 18काहेकी बे येशूके गुस्सा से सौंपी रहएँ करके बिनके पता रहए। 19जब बे न्याय-आसनमे बैठेरहएँ बहे समयमे बिनकी बैयर अइसे करके खबर पठाइँ, “बा निर्दोष आदमीके कुछु मतकरीओ, काहेकी आज सपनामे बाके कारन मए बहुत दु:ख भोगो हौं।”20तव मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु बारब्बाके छोणदेन और येशूके मृत्युदण्ड देनके माग करन् आदमीके फुल्साई। 21हाकिम फिर बिनसे पुछी, “दुई मैसे कौनके त मए तुमरे ताहीं मुक्त करदेऊँ करके तुम चाहत् हौ?” बे कहिं, “बारब्बाके।” 22पिलातस बिनसे कहि, “तव ख्रीष्ट कहन बारो येशूके मए का करओं?” बे बासे जवाफ दैके कहिँ, “बाके क्रुसमे टाँगओ।”23बा कहि, “काहे? बा का अपराध करी हए?” तव बे और जोणसे चिल्लाइँ, “बाके क्रुसमे टाँगओ।” 24तव कोइ सीप न लागो देखके, और हलचल मचि जएहए करके डारएके पिलातस पानी लैके भीणके अग्गु अपन हात धोएके कहि, “तुम अपनाए जानओ, मए जा आदमीको रगतसे निर्दोष हौं।”25सब आदमी जबाफ दैं, “ बाको रगत हमके और हमर सन्तानके उपर पणए।” 26तव बा बिनके ताहीँ बारब्बाके छोणदै, और येशूके कोर्रा लागएके क्रुसमे टाँगन के सौपदै।27तव हाकिमके सिपाही येशूके महलमे लैगए, और जम्मए पल्टान बाके जौने इक्ठ्ठा हुइगए। 28बे बाको कुर्ता खोलके बाके लाल कुर्ता लगाएदैं। 29बे काँटोको मुकुट गुहिके बाके मुणमे लगाएदैं, और बाके दहिना हातमे डन्डा दैं, और बाके अग्गु घुँटो टेकके बासे अइसे कहिके बाको गिल्ला करीं, “हे यहूदियाको राजा, प्रणाम।”30तव बे बाके थुकीं, और बा डन्डा लैके बाको मुणमे मारीं। 31बाके गिल्ला करके पिछु बे बाको कुर्ता खोलदैं और बाके अपनो कुर्ता पैंधाएके बाके क्रुसमे लटकानके ताहीं लैगए।32जातैजात बे सिमोन नाउँको कुरेनीके एक आदमीके पाइँ, और बे बाके बाको क्रुस बोकन कर लगाइँ। 33जब बे गलगथा कहन बारो ठाउँमे आएपुगे, जौनके खोपणीको ठाउँ कहत हएँ, 34तव बे बाके पित मिलो भौ दाखमध पिनके दै, तव बा चाखके बा न पिई।35बे बाके क्रुसमे टाँगके पिछु, चिट्टा डारके बाको कुर्ता आपसमे बाँटीँ। 36तव हुवाँ बैठके बे बाके पहरा देन लागे। 37"येशू,यहूदीको राजा "करके बाके विरुध्दमे दोष-पत्र बे बाके मुणके उपर टाँगदै।38" बाके संग दुई जनी डाँकु क्रुसमे टाल्गे रहएं, एक बाके दहिना घेन और दुस्रो दिब्रा घेन 39हुवाँसे आनबारे जानबारे अपन मुण हलाएके बाको गिल्ला करीँ, 40और कहिँ, “ए मन्दिर उजाणनबारो और तीन दिनमे निर्माण करनबारो, अपनाएके बचा, और परमेश्वरको पुत्र हए तव, क्रुससे उतरके तरे आएजा।”41मुखिया पुजारी फिर शास्त्री और धर्म-गुरु संगए मिल्के बाको गिल्ला करत् कहिँ, 42"जा औरनके त बचाई, अपनाएके त बचाए न पाई। जा इस्राएलको राजा हए । हबए क्रुससे तरे उतरके आएजा, तव हम विश्वास करेहएँ।"43जा परमेश्वरमे भरोसा करत् रहए। परमेश्वर बाके चाहत रहए तव बहे बाके बचाबय, काहेकी जा त 'मए परमेश्वरको पुत्र हौं,' करके कहत रहए।” 44और बाके संग क्रुसमे टँगे बे डाँकु फिर बहे किसिमसे बाको अपमान करीँ।45अब दुपहर से लैके तीन बजे तक सारे देशमे अन्धकार हुइगव। 46तीन बजे घेन येशू अइसे करके बणो जोणसे चिल्लाई, “इलोई, इलोई, लामा सबखथनी?” जौनको अर्थ हय, “हे मिर परमेश्वर, हे मिर परमेश्वर, तुम मोके काहे त्यागे दय हौ?” 47हुवाँ ठाढेभए मैसे कित्तो जनी जा सुनके कहिँ, “जा आदमी एलियाके बुलातहए।”48बिनमैसे एक जनी झट् दौरके गव एक स्पन्ज लैके सिर्कामे डुबाएके डन्डामे धरके बाके पिनदै। 49तव बाँकी कहिँ, “देखओ, कहुँ एलिया यिनके बचान आत हए कि?” 50तव येशू फिर बणो जोणसे चिल्लाई और अपन आत्मा त्यागदै।51तव बा समयमे मन्दिरको पर्दा चुटियासे लैके जरसे दुई खुद्रा हुइगव और जमिन काँपन लागी और चट्टान फुटे। 52सरके ढक्कन खुलिगय, और मरेभए बहुत सन्तानके मृत शरीर जिन्दा हुइके उठे, 53और बे गड्डासे निकारके, और मरके येशूके पुनरुत्थानमे बे पवित्र सहेरमे प्रबेश करीँ और बहुत ठिन दिखाने।54जब कप्तान और बिनके संग येशूके देखन बारे हालाचाला और हुवाँ भव घटना देखीं, तव बहुत झस्के बे अइसे कहिँ, “नेहत्य, जा परमेश्वरको पुत्र रहए।” 55हुवाँ गालीलसे आए भए बहुत बैयर फिर रहएँ, बे दुरसे सब जा देखत रहएँ। बे बाको सेवा-सत्कर करत गालीलसे येशूके पिछुपिछु आईरहएँ। 56बे मैसे मरियम मग्दलिनी, और याकूब और योसुफकी अइया मरियम, और जब्दियाक लौणाकी अइया रहएँ।57संझा हुइगव अरिमाथियाक योसुफ नाउँ भव एक जनी धनी आदमी अओ। बा स्वयम् येशूके चेला रहए। 58बे पिलातसके ठिन जाएके येशूक मृत शरीर मागीँ, और पिलातस सो बिनके देनके हुकम करी।59योसेफ मृत शरीर लैजाएके सफा मलमलको लत्तामे लबेटी, 60और बे चट्टानमे खोदके बनाए अपनो नयाँ गड्डामे बाके धरीँ, और गड्डाके मुहुँमे एक बहुत भारी पत्थर लुणकाएदैं, और बे हुँवा से गए। 61गड्डाके जौने मरियम मग्दलिनी और दुस्री मरियम फिर बैठी रहए।62कल औ तयारीक दिन मुखिया पुजारी और फरिसी पिलातसके ठिन इकट्ठा भए, 63और कहिँ, “हजुर, हमके याद हए, कि बा ठगहा जिन्दा रहए, तबही 'तीन दिन पिछु मए फिर जिन्दा उठंगो' कही रहए। 64बहेमारे तिस्रो दिनतक बा गड्डामे सुरक्षित रहनके हुकुम करी, नत बाके चेला आएके बाके चुराएके लैजामंगे, और 'बा मरो भव जिन्दा हुइके उठाईगो' कहिके आदमी कहामंगे, और बा पिछुको धोखासे पहिलो और खराब हुइहए।”65" पिलातस बिनसे कहि, ""तुमरो अपनो पहरा हैइए हए। जाओ, तुम बाके सकभर सुरक्षित रखौ।” 66तव बे गए और पत्थरमे मोहर लगाईं, और पहरेदार खटाए भए गड्डा सुरक्षित रखाइँ।
1शबाथपिछु, हप्ताको पहिलो दिन भुक्भुको उजियारो होत मरियम मग्दलिनी और दुस्री मरियम सरमे देखन आइँ। 2बहुत भारि हालाचाला गओ। काहेकी परमप्रभुक एक दूत स्वर्गसे तरे उतरके, पत्थर हटाएके बहे उपर बैठो।3बाको रुप बिजुली जैसो और कुर्ता बरफ जैसो सेतो रहए। 4बाके डरके मारे बे पहरेदार थरथर काँपी, और अधमरा जैसे हुइगए।5तव स्वर्गदूत बे बैयरनसे कहिँ, “तुम मतडराओ, काहेकी मोके पता हए, तुम क्रुसमे टँगो येशूके ढुणत् हौ। 6बा हियाँ न हय , काहेकी बा कही अनुसार बा जिन्दा हुइके उठिगओ हए। आओ, बाके धरो ठाउँ देखौ। 7और जल्दी जाएके बाके चेलनके खबर देओ, कि बा मरके जिन्दा हुइके उठीगओ हए, और बा तुमसे अग्गु गालीलमे जातहए। तुम हुवाँ बाके देखैगे। मए तुमसे कहिदौ हौं।”8और बे डर और बहुत आनन्दसे झट सरको गड्डासे निकरके गए, और बाके चेलनके खबर देन दौरे। 9अचानक येशू बिनके भेटके कहि, “शान्ति!” बे ढिंगै आएके बाको पाउ पकणके बाके दण्डवत करीं। 10तव येशू बिनसे कहि, “मतडरओ, जाएके मिर भैयनसे गालीलमे जान कहीदेओ, और हुवाँ बे मोके देखंगे।”11जब बे बैयर डगरमे रहएँ, कोइ-कोइ पहरेदार सहेरमे जाएके मुखिया पुजारीनके हुवाँभव घटनाके बारेमे खबर दैं। 12जब मुखिया पुजारी धर्म-गुरुन से भेटी और बिनसे सल्लाह करीं, और बे सिपाइनके अइसे करके बहुत पैसा दैं, 13" "तुम कहिओ, कि 'हम सोत समयमे बाके चेला आएके बाके चुराएके लैगए हएँ।'14" अगर हाकिमके कानमे जा बात पुगीगई तव, हम बाके मनाएके तुमके बचाय देहएँ।” 15तव बे सो पैसा लैं, और सिखाए अनुसार करीँ, और यहूदीमे आजके दिनतक जहे बात फैलीहए।16बे एघार जनी चेला गालीलके बा डँगामे गए, जहाँ येशू बिनके जानके आदेश दै रहए। 17बे बाके देखके दण्डवत् करीँ, तव कितनो त शँका करीँ।18तव येशू बिनके ठिन आएके कहि, “स्वर्ग और पृथ्वीमे सबय अधिकार मोके दौ हए। 19जहेमारे जाओ, और सब देशके जातिनके चेला बनाओ, पिता और पुत्र और पवित्र आत्माके नाउँमे बिनके बप्तिस्मा देओ।20मए तुमके आज्ञा करो सब बात पालन करन् बिनके सिखाओ। देखौ, मए युगको अन्त तक सब दिन तुमरे सँगमे हौं।”
1हमर बीचमे घटके पुरो भए घटनको विवरण सँग्रह करनको काम बहुत जनी अपने हातमे लै हएँ । 2बे जो सुरुसे बचनको प्रत्यक्ष गवाहा और सेवक रहएँ, बे जा बात हमके सुप्दैहए । 3माननीय थियोफिलस, मए सुरुसे सावधनीसे सब बातके ढुड़ो हँओ, और तुमके ताहीँ लैनसे लैन मिलाएके घटे भए घटना मोके लिखान अच्छो लागो,। 4ताकी तुमके सिकाओ भाव बिषयको सत्य तुमके पता होबाए।5यहूदीयको राजा, हेरोदके पालामे,अबियाको कुलको जकरिया नाउँ भव एक जनी पूजारी रहए । बाकी बैयर हारुन-वंशकी रहए । बाको नाउँ एलीशिबा रहए । 6बे दोनो परमेश्वरके अग्गु धर्मी रहाए, और परमप्रभुको सबै आज्ञा और धार्मिक-विधानमे निर्दोष हुइके नेगतरहए । 7पर बिनको कोइ सन्तान ना रहए, कहेकी एलिशिबा बाँझी रहए, और बे दोनेनको उमेर ढल् गवरहए ।8जब जकरिया परमेश्वरके अग्गु अपन दलके पालामे पूजारीको काम करत् रहए,। 9तव बाहँवाको रितिके जैसो चिठ्ठासे पूजारीक सेवाके ताहँ मन्दीर भितर धुप पजारन ताहँ छानत रहए । ,और बा चिट्टा डरत पेती परमप्रभुके मन्दिरभितर घुस्के धूप पजारनको काम जकरियाके पड़ो । 10धूप पजारन बेरा आदमीको सबै भीड़ बाहेर प्रार्थना करत रहाए ।11ठिक बहे समय परमप्रभुक एक जनी स्वर्गदूत धूप-वेदीके दाहिनाघेन ठणो देखि । 12जकरिया बा स्वर्गदुतके देखके घब्रीयए गौ, और डराए गौ । 13पर दूत बासे कही, “मतडराए जकरिया,कहेकी तिर प्रार्थनाकी सुनाई हुइगै हए। अब तिर बैयर एलीशिबा तिरतही एक लौड़ा जन्माबैगी, और ताए बाको नाउँ यूहन्ना धारीए।14तोके खुशी और आनन्द होबैगो, और बेढब जनी बा के जन्ममे रमांमङ्गे। 15कहेकी बा परमप्रभुके अग्गु महान होबैगो । बा दाखमध और कुछु फिर मध कबहू नापिबैगो, और अपनी आइयाके गर्भसे बा पवित्र आत्मासे भरोभौ होबैगो ।16बा इस्राएलके सन्तानमे बहुतनके बिनके परमप्रभु परमेश्वरघेन घुमाबैगो । 17दौवाको मन लौड़ा-लौड़ीयघेन और अनाज्ञाकारीके धर्मीकी बुध्दीघेन लैटान और प्रभुक तही योग्य बनाएके एक जाति तयार करन बाके अग्गु बा एलियाको आत्मा और शक्तिमे जाबैगो ।”18तव जकरिया दूतसे कहि, ''जा मैए कईसे जानङ्गो्? मैए बूड्ढों हुईगव और मेरी बैएरकी उमेर फिर ढलकगइ हए ।” 19स्वर्गदूत बासे कही, ''मैए गब्रिएल हौँ, मैए परमेश्वरके अग्गु ठड़ोरहत हौं। तोसे बात करन और जा ख़ुशीकी समाचार सुनान मोके पठाईहए। 20जैन दिन तक जे बात पूरो नहुइहए, तब तक तैए गूँगो होबैगो और मसक न पाएहए,कहेकी ताए मीर वचनउपर विश्वास नकरो, जउन वचन अपने समयमे पूरो होबैगो| ।”21आदमी जकरियाके आसियतरहए और मन्दिरमे देर हुईगव तव घब्रीयाएगए । 22बा बाहिर निकरके आतै बिनसे मस्कनै नापाई और बा मन्दिरमे दर्शन देखि हए कहिके बे बुझी| बा बिनके इशारा करन लगो,तव बा गूँगो हिइगौ। 23बाको सेवाको दिन पुरो हुइके पिछु बा अपन घर गईभव।24ऐसीए बाकी बैयर एलीशिबा गर्भवती भई, और पाँच महीनातक लुक्के बैइठी और आइसो कही ।, 25"आदमीक बिचमे मीर कलङक हटानतही अब परमप्रभु मिरउपर आईसी कृपा करिहैए।26" छैटौँ महीनामे परमेश्वर गब्रिएल स्वर्गदूतके गालीलको नासरत नाउँको सहेरमे पठाईरहए। 27बा एक कन्य- लौड़ीयठीन गव बाकी मगनी दाऊदके घरानाको योसेफ कहनबारो एक आदमीसे भव रहए| बा कन्यको नाउँ मरियम रहए। 28स्वर्गदूत बाकेठिन जाएके कही, “हे कृपा -पात्र तोके अभिवादन! परमप्रभु तीरसँग हए।” 29पर बा जा बातसे गजम चिनचित हुइगई, और जा कईसो किसमको अभिवादन हए कहिके मनमे सोचन् लागी।30स्वर्गदूत बासे कही, “मतडराबए,मरियम, कहेकी ताए परमेश्वरसे कृपा पाओ हए। 31अब देख तेरो गर्भधारण होबैगो, और एक लौड़ा जन्माबैगो, और ताए बक नाउँ येशू धरैगो। 32बा माहान होबैगो और परमप्रधानको पुत्र कहेलाबैगो और परमप्रभु परमेश्वर बाको बक् पुर्खा दाउदको सिंहासन देबैगो। 33बा याकूबके वंशउपर सदासर्वद राज्य करैगो, और बाको राज्यको अन्त कबहुनाए होबैगो।”34मरियम स्वर्गदूतसे कही, “जा कईसे होबैगो, कहेकी मए एक कन्या हौ ।” 35स्वर्गदूत बाके जवाफ दैइके कही, “पवित्र आत्मा तिरमे अबैगो, और सर्वोच्चक शक्तिको छांइ तीरउपर पणौगी । बहेमरे जो जन्मैगो, बा पवित्र,अर्थात् परमेश्वरको पुत्र कहेलाबैगो।36देख, तीर नातेदार एलीशिबा फिर बुड़ेवस्थामे लौड़ा गर्भधारण करिहए, और जो बाँझी कहेलात रहए, बा अभए छैटौँ महीनामे हए । 37कहेकी परमेश्वरके ताहिँ कछु बात असम्मभ नाहए ।” 38तव मरियम कही, “देख,मए परमप्रभुकी दासी,मोके तुमर वचनअनुसार होबए । तव स्वर्गदूत बाकेठीनसे बिदा हुइगै ।39बे दिनमे मरियम जलदीसे पहाड़घेन यहूदियाक एक गाउँमे गई,। 40और जकरियाको घरमे घुस्के एलीशिबाके अभिवादन करी। 41जब एलीशिबा मरियमकी अभिवादन सुनी तब बाको गर्भको बालक कुदपड़ो, और एलीशिबा पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण भई,।42और एलीशिबा जोड़से कही, “बैयर मैइसे ताए धन्यकी हए, और तीर गर्भक फल धन्यको होबै। 43मीरउपर कैसे अइसो कृपा भव कि मेरी प्रभुकी आइय मीरठीन आइ? 44कहेकी देख, तीर अभिवादन मीर कानमे पड़तएखिनक् बालक मीर गर्भमे आनन्दसे कुदो। 45बे धन्यकी हए, जो परमप्रभु बिनसे कहीभई बात पूरो होबैगो कहिके विश्वास करी।”46तव मरियम कही, “मीर प्राण परमप्रभुको गुणगान करत हए,। 47और मीर आत्मा मीर मुक्तिदाता परमेश्वरमे रमाहट करतहए।48कहेकी बा अपनी दासीकी दिनतामे कृपा-दृष्टि करीरहए,। देख अब से सबै पुस्ताके मोके धन्यकी कहमङ्गे। 49कहेकी बा, जो शक्तिशाली हए, बा मीर तही महान काम करीहए| बाकी नाउँ पवित्र हए।50बाको डरमानन् बारेक् उपर बाकी कृपा पुस्तासे पुस्तातक रहबैगो। 51बा अपनी बाहुलीको सामर्थ्य प्रकट करीहए। बा मनभितरको कल्पनामे घमण्ड करनबारोक् छरपष्ट करहए।52बा शक्तिशालीनके बिनकी सिंहसनसे हटाईहए,। और दीनन्के उठाइहए। 53भुखनेके बा अच्छी चीजसे तृप्त करीहए, और धनीके बा रितो हात पठाईहए।54बा अपनो कृपा स्मरण करके अपनो सेवक इस्राएलके सहायता दैईहए,। 55और हमर पुर्खाके कहोभवहानी, अब्राहाम और बाकी भावी सन्तानके सदाकालके ताहिँ दया देखाईहए।”56मरियम बाकेसँग लगभग: तीन महीना बैठके अपने घर घुमी। 57अब एलीशिबाको लरकौरी होन बेरा आयो, और बा एक लौड़ा जन्माई। 58परमप्रभु बाकउपर बाके बाड़ो अनुग्रह दिखाइरहए कहिके सुनी बाकी परोसी और नातेदार बोकसंग रमाई।59आठौँ दिनमे बे बालके खतना करन आए। और बाको नाउँ बाको दौवाको नाउँजैसो जकरिया धरन लगेरहए,। 60पर बाकी आईया कही, “नाए, जक नाउँ यूहन्ना होबैगो।” 61बा बिनसे कही, “तिर नातेदारमे आईसो नाउँ भौ कोई नाहए।”62तव बे बाको दौवासे इशारा करके पुछि ताए जाको नाउँ का धरन चाँहतहए? 63बा एक लिखनबारो मगाई ""जाको नाउँ यूहन्ना हए'' कहिके लिखदाई| बे सब छक्क पड़ीगए।64तुरन्ताए बाको मुह खुलीगव और बाक् बोली खुलिगई और बा परमेश्वरको प्रशंसा करन लगो। 65बाक पड़ोसीमे डर छैगौ। यहूदियाको जम्माए पहाड़ी मुलकभर जा घटनाको चर्चा फैलगव। 66जा बात सुनके सबए जा बालक पछु कइसो होबैगो कहिके अपन मनमे गुनी। कहेकी परमप्रभुको बाहुली बाके उपर रहए।67बाको दौवा जकरिया आत्मासे भरके अगमवाणी बोलन लागो, 68" इस्राएलको परमप्रभु, परमेश्वरको प्रशंसा होबए, कहेकी बा आओ हए, और अपन आदमीके उध्दार दैईह।69बा हमर ताहिँ आपन दास दाऊदकी वंशमे एक शक्तिशाली मुत्तिदाता खड़ा करदैईहए,। 70जैसी बा प्राचीन कालसे आपन पवित्र अगमवक्ताके मुहुसे बोलिरहए,। 71कि हमर दुस्मनसे और हमके घृणा करनबारेक सबैक हातसे हम उध्दार पामए।72बा हमर पुर्खानके कृपा दिखन ताहिँ, और अपनो पवित्र करार स्मरण करन ताहिँ,। 73जैन शपथ बा हमर पुर्खा अब्राहामसँग खाईरहए,। 74की हम हमर शत्रुके हातसे मुक्त होमए, और बिना डरके 75हमर सबैए जीवनभर पवित्रता और धार्मिकतामे बाके अग्गु बाको सेवा करनताहि योग्यको बनान कहिके कसम खाइ।76हे बालक, ताए सर्वोच्चको अगमवक्ता कहलाबैगो, कहेकी ताए प्रभुके अग्गु अग्गु बाको डगर तयार करत जाबैगो,। 77बाको जातिके पाप-क्षामासे मुक्तिको ज्ञान देन ताहिँ।78हमर परमेश्वरको कोमल कृपाके कारणसे, स्वर्गसे सबेरेको जोत हमरउपर पड़ैगो । 79और अन्धकार और मृत्युकी छाँईमे बैठनबारेको जोत मिलैगो । और हमर पाँव शान्तिक डगरघेन डूर्यमङ्गे।”80तव बालक यूहन्ना बढ़ताए और आत्मामे ताग्तीलो होतएगव, और इस्राएलीठीन खुला रुपमे देखा ना पड़न तक बा उजाड-स्थानमे बैठो।
1बे दिनमे कैसर अगस्टस बिनको सबै साम्राज्य मे जनगणना लेन हुकम जारी करी। 2कुरेनियस सिरियाको हाकिम होनसमय जा पहिलो पटकको जनगणना रहए। 3सबए जनी नाउँ दर्ता करन अपनो-अपनो सहेरमे गए।4योसेफ फिर गालीलको नासरतसे यहूदियाको बेथलेहम कहनबारो दाऊदको सहरमे गए, कहेकी बे दाऊदके कुटुम्ब और वंशके रहए। 5नाउँ दर्ता करन बा अपनसँग मगनी भई मरियमके लैके गव र मरियम गर्भवती रहए।6बे बाहुनैए रहँए, मरियमके बालक जन्मान बेर भव। 7बा आपनो जेठो लौड़ा जन्माई और बाके लत्तासे लपेटके डोणमे धरदैई, कहेकी बिनके ताहिँ घरमे ठाउँ नारहए।8बाहे इलाकामे गंयारो रहए, बे चउरमे बैठे रातके आपन बगालकी लख्बारी करतरहए। 9प्रभुक एक जनी स्वर्गदूत बिनकेठीन देखा पड़ो, और प्रभुक तेज बिनके असपस चम्को, तव बे बेढम डराएगए।10तव स्वर्गदूत बिनसे कही, “मतडराबओ, कहेकी देखौ, आज मैए तुमे बड़ो आनन्दक सुसमाचार सुनामङ्गो, जो सबए आदमीक ताहिँ होबैगो। 11आज दाऊदके सहेरमे तुमके ताहिँ एक जनी मुक्तिदाताको जन्म भवहए,जो ख्रीष्ट प्रभु हए। 12तुमके चिहीना जा होबैगै: तुम एक बालकके लत्तासे लपेटो भौ और डोंणमे लेटोभौ पाबैगे।”13तव इकदम बे स्वर्गदूतसँग स्वर्गीके सेनको एक दल देखाने|बे अइसो काहत परमेश्वरको स्तुति करत रहए, । 14"सर्वोच्चमे परमेश्वरकी महिमा, और पृथ्वीमे जैन आदमीसँग बा खुशी हए, बिनके शान्ति।"15जब स्वर्गदूत बिनसे बिदा हुइके स्वर्गमे गए, तव गंयारो आपसमे कही, “आओ, हम बेथलेहेमतक जाए, और हुँआ घटोभव जा घटना और परमप्रभु हमके बताईभैइ बात जाएके देखैँ।” 16बे एकदमसे गए, और मरियम और योसेफ दोनैके, और बालकके डोंणामे सोतभौपाई।17जब बे जा देखि, तव जा बालकके बारेमे जे बात बिनसे कहीं रहए बे बिनके बताएदैंइ। 18गयारोसे बताईभइ बात सुनन् बारे सब अचम्मो मानी। 19पर मरियम जे सब बात समखत्ए मनमे धरी। 20जैइसी बिनसे कहीं रहए उइसीए सबए बात सुनी और देखि रहए, परमेश्वरकी महिमा और स्तुति करतए गयारो लैटे।21आठौँ दिनमे बालकको खतना होत बाको नाउँ येशू धरी, जौन नाउँ गर्भमे आनसे अग्गु स्वर्गदूत दैइरहए।22मोशाक् व्यवस्था जैसो बिनके शुध्द होनको समय पूरो होतए बे बाके परमप्रभुके अग्गु सौपन यरूशलेममे लाइ। 23जैसो प्ररमप्रभुके व्यवस्थमे लिखोहए, “पहिलो जनमनबारो हरेक जेठो परमप्रभुक् ताहिँ पवित्र कहेलाबैगो।” 24तव एक जोड़ा ढुकुर(धौंरीया) की कबुतरके दुई बाच्चाकहीके परमप्रभुके व्यवस्थामे कही जैइसो बे बलिदान चढ़ान आए।25यरूशलेममे सिमियोन नाउँ भौ एकआदमी रहए । बा इस्राएलको सान्त्वनाके आशा करनबालो धर्मी और भक्तजन रहए। और पवित्र आत्मा बाके उपर रहए। 26परमप्रभुक ख्रीष्टके नादेखेन तक् बा नामरैगो कहो प्रकाश बा पवित्र आत्मासे पाईरहए।27एक दिन बा पवित्र आत्माके प्रेरणामे मन्दिरभितर आव। जब आइया- दौवा बालक येशूके बाके ताहिँ व्यवस्थाक् जैसो विधि करन ताहिँ मन्दिरभितर लांई। 28तव बा बाके अपन गोदीम् लैइ, और परमेश्वरके धन्यवाद दैइके कही, 29"अब हे परमप्रभु, अपनो वचनके जैसो तुम अपनो दासके शान्तिसे बिदा देबाओ।30कहेकी मीर आँखी तुम्हरो उध्दार देखिहए| 31जो तुम सबै आदमीके अग्गु तयार करेहौ। 32तुमर जन इस्राएलीक और अन्यजातिके ताहि प्रकाश देन बारि ज्योति हए ।"33औ बाके दौवा और आइया बाके बारेमे बोलीभइ बातमे अचम्मो मानी। 34सिमियोन बिनके आशीर्वाद दैइ, और बाकी अइया मरियमसे कही, “देख, जा बालक इस्राएलमे बेढ़मके पतन और उत्थानके ताहिँ और बहुतनसे विरोधमे बोलन ताहिँ एक चिन्हके ताहिँ नियुक्त करिहए। 35ताकी बहुत हृदयके विचार प्रकट होमए, ताकी तरवारसे बिनको अपनो हृदय फिर छिदैगो।”36आशेरके कुलमे फनुएलकी लौणीय हन्ना नाउँकी एक वृध्दा अगमवादिनी रहए ।, जो कुमारी अवस्थामे विहा करके सातै वर्ष तक् लोगासँग बैठी रहए। 37औ विधुवा रहिके बाको चौरासी वर्ष पुगोरहए। बा मन्दिर नाछोड़त् रहए, पर उपवास और प्रार्थनाकेसँग रातदिन उपासना करतरहए। 38बाहे समय बा आएके परमेश्वरके धन्यवाद दैई ।, और यरूशलेमको उध्दारको प्रतीक्षा करन बारे सबैके बालकके विषयमे बताई ।39जब बे परमप्रभु व्यवस्थाके जैसो सबै काम करके निभटाई, तव बा गालीलको अपनो सहेर नासरतमे घुमगए। 40बालक बुध्दिसे भरिपूर्ण हुईके बढ़तए और तागत् वर होथएगव, और परमेश्वरको अनुग्रह बाकेउपर रहए।41बाकी अईया-दौवा निस्तार-चाडमे हरेकवर्षमे यरूशलेममे जातरहए। 42जब येशू बाह्र वर्षको भौ, तव बे तिउहारको रीतिरीबाज जैसे यरूशलेममे गए। 43तिउहारको दिन निभटतए पीछु बे लौटत बालक येशू यरूशलेम मे रहीगौ जा बात बाके अईया-दौवा पता नापाई। 44बा यात्रीनके दलमे हए कहिके बे एक दिनकी डगर गए । बाके बे नातेदार और चिनजानके बिचमे ढुणी।45पर नापाएके बे बाके ढुणन फिरके यरूशलेममे लौटे। 46तीन दिनपच्छु बे बाके मन्दिरमे शिक्षकनके बीचमे बैठके बिनकी बात सुनत बिनसे प्रश्न करत पाई। 47सुनन् बारे सबै बाकी समझशक्तिमे और बाके उत्तरमे अचम्मो पणतरहए।48बाके देखके बाकी अईया-दौवा चकित भए। और बाकी अईया कही, “लौड़ा, तए हमके जा का करो? देख !तीर दौवा और मए तोके ढुणाके हैरन हुईगाए|” 49बा बिनसे कही, “तुम मोके कहे ढुणतहौ? का मए अपन पिताके घरमे हौ कहिके तुमके पात ना रहए?” 50पर बा बिनसे कहीभई बात बे ना सम्झी।51तव बा बिनकेसँग नासरतमे गईभौ, और बिनको आज्ञाकारी हुइके बैठो । बाकी अईया जे सब बात अपने मनमे धरलैई । 52तव येशू बुध्दिमे, कदममे और परमेश्वर और आदमीके अनुग्रहमे बढ्ताएगव ।
1कैसर तिबेरिअसके शासनकालमे पन्धौँ वर्षमे पन्तियस पिलातस यहूदियाक हाकिम रहए । बाहे समय हेरोद गालीलको शासक रहए, और बाको भैईया फिलिप इतुरिया और त्राखोनितिसको शासक रहए,तव लुसानियास अबिलेनेको शासक रहए । 2हन्नस और कैयाफाक प्रधान पूजारीगिरीको समयमे परमेश्वरको वचन उजाड-स्थानमे जकरियाक लौड़ा यूहन्नाठीन आओ ।3बा पाप-क्षमाके ताहिँ पश्चात्तापको बप्तिस्मा प्रचार करतै यर्दन नदीयके आसपासके सब इलाका हुइके आओ ।4यशैया अगमवक्ताको वचनके पुस्तामे अइसो लिखोहए, “उजाड-स्थानमे एक जनीक् चिल्लनबारोको आवाज, परमप्रभुक मार्ग तयार करौ, बाक डगर सुध बनाओ ।5सबै गड्डा भरेजामै, और सब पहाड और सब उची जगह बरोबर बनेजामङ्गे| और टेणेबेणेहे सुध होमङ्गे, और अगठ्यरो डगर बराबर होमङ्गे, 6और सबए आदमी परमेश्वरको मुक्ति देखङ्गे ।"7बहेमारे बक़ठीन बप्तिस्मा लेन अनबारे भीडसे बा कही,''ए साँपके बच्चा, आनबारो क्रोधसे भाजन तुमके कउन चुतौनी दै ?8जकमारे पश्चाताप सुहनबारो फल फलाबौ, और तुम अपनै 'हमरो पिता अब्राहम हए' काहान् पिच्छु मतलागै, कहेकी मै तुमसे कहतहौ, परमेश्वर जे पत्थरसे अब्राहमके ताहिँ सन्तान उत्पन्न करसकत् हए |9अभै कुणहारी रूखक् जरमे पणगौ हए, बहेमारे अच्छे फल नादेनबारे सब रुखा उदरे जाङ्गे, और आगीमे फेको जै हए ।"10आदमी यूहन्नासे पुछी, “तव हम काकरए ?” 11बा बिनसे कही,'' जौन ठीन दुई जोण कठीया हए, बा ना होनबारेके एक दैदेबए, और जौनठीन खानबारो हए, बा फिर अइसी करए ।"12कर उठानबाले फिर बप्तिस्मा लेनआए, तव बासे पुछी, “गुरुजी हम काकरए ?” 13बा बिनसे कही,''तुमके कहोसे जाधा मतलेबौ ।”14सिपैय फिर पुछी,''हम काकरए ?” बा बिनसे कही, “कोइक उपर अत्याचार करके, और झूठो दोष लगाएके मतलुटौ । अपन तनखामे सन्तुष्ट रहो ।”15तब आदमी प्रतीक्षा करत रहए, और सब अपन मनमे यूहन्नाके बारेमे शायद जाहेत ख्रीष्ट नाहएकी कहिके विचार करत रहाए । 16तव यूहन्ना बे सबके जवाफ दैइ, “मै तुमके पानीसे बप्तिस्मा देतहौं, पर एक जनी मोसे शक्तिशाली आएरहोहए, जैनके जुताकी तनी खोलनको लएकको मए नाहौ । बा तुमके पवित्र आत्मा और आगिसे बप्तिस्मा देबैगो ।17फटकन बारो सुपो बाके हातमे हए, जौनसे बा अपनो अगन अछेसे सफा करैगो । और गेहूँ अपनो बक्खारीमे जम्मा करैगो,पर भुसा बा ना बुतन् बारी आगिमे जलबैगो ।18अइसी और बहुत अर्तिसे शिक्षा दैके यूहन्ना आदमीनके सुसमाचार प्रचार करी । 19पर शासक हेरोद अपनी भैयाकी बैइर हेरोदियासके धरनके कारण और बा करोभौ सबै दुष्कर्मके ताहिँ यूहन्ना बिनके ढाँटी रहए । 20यूहन्नाके झयालखानमे डारके बा सबसे दुष्कर्मउपर और एक दुष्कर्म बढाइ ।21जब सबै आदमी बप्तिस्मा लैई, तव येशू फिर बप्तिस्मा लैके प्रार्थना करत रहए, तव स्वर्ग खुलगौ । 22और पवित्र आत्मा शारीरके रुपमे ढुक्कुर जैसो बाके उपर उतरके आओ । तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज आओ, “तए मिर प्यारो पुत्र हए तोसे मए बेढम खुशी हौँ ।”23येशू अपनो सेवाको काम शुरू करत बा करीब तीस वर्षक् रहए । आदमी बाके योसेफको लौड़ा हए कहिके कहतरहए । योसेफ एलीक लौड़ा रहए । 24एली मत्ततको लौड़ा,मत्तत लेवीको लौड़ा, लेवी मल्कीक लौड़ा,मल्कीक यान्नाको लौड़ा,यान्ना योसेफको लौड़ा,25योसेफ मत्ताथियासको लौड़ा, मत्ताथियास आमोसको लौड़ा, आमोस नहूमको लौणा, नहूम इसलीको लौणा, इसली नग्गैको लौणा, 26नग्गै माथको लौणा, माथ मत्ताथियासको लौणा, मत्ताथियास सेमैनको लौणा, सेमैन योसेखको लौणा,योसेख योदाको लौणा रहए,27योदा योआननको लौणा, योआनन रेसाको लौणा, रेसा यरुबाबेलको लौणा, यरूबाबेल शाल्तिएलको लौणा, शालतिएल नेरीको लौणा, 28मल्कीको लौणा नेरी , अद्दीको लौणा मल्की, अद्दी कोसामको लौणा, कोसाम एलमादमको लौणा, एलमादम एर् को लौणा, 29एर् यहोशूको लौणा, यहोशू एलीएजरको लौणा,एलीएजर योरीमको लौणा, योरीम मत्तातको लौणा, मत्तात लेवीको लौणा रहए,30लेवी शिमियोनको लौणा, शिमियो यहूदाको लौणा, यहूदा योसेफको लौणा, योसेफ योनानको लौणा, योनान एल्याकीमको लौणा, 31एल्याकीम मलेआको लौणा, मलेआ मिन्नाको लौणा, मिन्ना मत्ताथाको लौणा, मत्ताथा नातानको लौणा, नातान दाऊदको लौणा, 32दाऊद यिशैको लौणा, यिशै ओबेदको लौणा, ओबेद बोअजको लौणा, बोअज सल्मोनको लौणा, सल्मोन नहशोनको लौणा,33नहशोन अम्मीनादाबको लौणा, अम्मीनादाब आरामको लौणा, आराम हेस्रोनको लौणा, हेस्रोन फारेसको लौणा, फारेस यहूदाको लौणा, 34यहूदा याकूबको लौणा,याकूब इसहाकको लौणा, इसहाक अब्राहामको लौणा, अब्राहाम तेरहको लौणा, तेरह नाहोरको लौणा, 35नाहोर सरुगको लौणा,सरुग रऊको लौणा, रऊ पेलेगको लौणा, पेलेग एबेरको लौणा, एबेर शेलहको लौणा,36शेलह केनानको लौणा, केनान अर्पक्षदको लौणा, अर्पक्षद शेमको लौणा, शेम नोआको लौणा, नोआ लेमेखको लौणा, 37लेमेख मतूशेलहको लौणा, मतूशेलह हनोकको लौणा, हनोक येरेदको लौणा, येरेद मह्लालेलको लौणा, मह्लालेल केनानको लौणा, 38केनान एनोशको लौणा, एनोश शेतको लौणा, शेत आदमको लौणा, आदम परमेश्वरको लौणा रहए ।
1येशू पवित्र आत्मासे परिपूर्ण हुइके यर्दनसे- लौटो, और आत्मा बाके उजाड-जगहामे लैगौ । 2और चालीस दिन तक उजाड-जगहामे दियाबलससे* बा परीक्षित भव। बे दिनमे बा कछु ना खाई रहय, और बा समय के पिछु बा भुकानो रहए ।3तव दियाबलस बासे कही, “ताए परमेश्वरको पुत्र हए कहेसे जा पत्थरके आज्ञा कर, और बा रोटी बनए ।" 4येशू बासे कही , “लिखोहए, आदमी रोटीसे इकल्लो जीवित ना रहत हए ।”5बा बाके एक उँचो जगहामे लैजाएके एकै चोटी जगत् के सब राज्यन दिखाई । 6दियाबलस बासे कही, “मए जा सबै अधिकार और जा गौरव तोके देमङ्गो । कहेकी जे सब मोके सुम्पि हए, और मै जउनके इच्छा करतहौ , बाहेके देतहौ । 7तए मोके दण्डवत करैगो कहेसे ,जा सब तिर होबैगो ।"8पर येशू बासे कही, “लिखोहाए, तए परमप्रभु अपन परमेश्वरके इकल्लो दण्डवत करीए, और बाकी इकल्लो सेवा कर' ।”9” तव बा बाके यरूशलेममे लैगौ मन्दिरकी चुटियामे धरी, और बा कही, “तए परमेश्वरको पुत्र हए कहेसे बाहुनसे कुद । 10कहेकी लिखोहए, 'बा तिर रक्षा करन अपन स्वर्गदूतके आज्ञा करैगो ।' 11और 'बे तोके हातै-हात रोकङ्गे, नत तिर टाङ्ग पत्थरमे ठुकैगे' ।”12येशू बासे कही, “आइसो कहोगओहए, 'तए परमप्रभु अपन परमेश्वरको परीक्षा मतकरीए'|” 13दियाबलस बाके सबै परीक्षा करकेपिच्छु दुस्रो समय ना आनतक बाके छोडके गव ।14येशू पवित्र आत्माकी शक्तिमे गालीलमे लौटो, और बाक विषयकी बात आसपसके सबै जगहामे फैलगव । 15बा सभाघरमे शिक्षा देन लगो, और सब बाकी प्रशंसा करत रहए ।16एक दिन येशू नासरतमे अओ, जहाँ बा लौटो रहए । बा अपनो आदत जैसे शबाथ-दिनमे सभाघरमे गव और धर्म शास्त्र पढन ठाड़ो । 17बाके यशैया अगमवक्ताकी किताब दैइ। बा किताब खोली, और जा बात लिखीभइ खण्ड निकरी।18"परमप्रभुक आत्मा मिरउपर हए, कहेकी गरीबके सुसमाचार सुनानतही बा मोके अभिषेक करिहए । कैदीनके छुटकाराको घोषणा करन, और अन्धारनके दृष्टि देन, अन्यायमे परेभएनके स्वतन्त्र करन ताहिँ, 19और परमप्रभुक खुशिको वर्ष घोषणा करन ताहिँ बा मोके पठाईहए ।”20बा किताब बन्द करी, और एक जनी सेवकके दैके बा बैठो । सभाघरमे भए सबकी नजर बाके उपर पणी । 21तव बे बासे कही, “आज धर्मशास्त्रको जा वचन तुमके सुनतएसुनत पूरो हुइगव हए ।” 22सब बाके सराहना करी, और बाके मुहसे निकरीभैइ कृपापूर्ण वचनमे अचम्मो मानी । और बे कही, “जा योसेफको लौड़ा ना हए का?”23बा बिनसे कही, “निहात्या, तुम मोसे जा काहाबत कहबैगे, ए वैध, अपनएके आच्छो कर। कफर्नहुममे ताए जो जित्तो करो कहीके हम सुनेरहव, बे हियाँ अपने सहेरमे फिर कर'| ।” 24तव बा कही, “निहात्या मए तुमसे कहतहौ," कोई फिर अगमवक्ताके बिनको अपने जगहमे स्वगत ना होतहए ।25पर वास्तवमे मए तुमसे काहातहौ, इस्राएलमे एलियाके समयमे बेढम विधुवा रहए, बाहे समय जब साढ़े तीन वर्ष वृष्टि रुको, यितोतके सबए देशमे बाड़ो अनिकाल पणोंरहए । 26पर एलिया सिदोन देशके सारपतमे भैई एक विधुवाठीन इकल्लो पठाओगओ, और कोइकेठीन ना पठाइ। 27एलिया अगमवक्ताके समयमे इस्राएलमे बेढम कोड़रोग भए रहए,पर सेफिर सिरियाली नामान इकल्लो अच्छो भव, और कोई अच्छो नाभए ।28जा बात सुनके सभाघरमे भए सब जनी दिक्कके मरे चूर हुइगए। 29बे उठे और बाके सहेरसे बाहिर निकरके जौन पहाडमे बिनको सहेर बनोरहए, बाहेकी चुटियामे लैजएके बाके तरे ढकेलन सोँची। 30पर बा बिनके बीचसे निकरके चलोगव ।31बा गालीलको एक सहेर कफर्नहुममे गओ । शबाद-दिनमे बा बिनके सभाघरमे शिक्षा देतरहए । 32बे बाकी शिक्षा मे अचम्मो पणे, कहेकी बा अधिकारसे बोलत रहए ।33सभाघरमे अशुध्द भूतात्मा लगोभए एक आदमी रहए,और बा बेढम जोणसे किकीयाअनो, 34"हे येशू नासरी, तिर हमसे का काम ? का तए हमके नष्ट करन आओहए ? मोके पाता हए । तए परमेश्वरको पवित्र जन हए ।”35" तव येशू बाके डँटके कही, “चूप लाग, और बासे निकरकेजा ।”बा आदमीके बिचमे फतफतबाएके बाके कछु हानि नाकरके बा भूतात्मा बासे निकरके गव । 36तव बे सब अचम्मो परे, और एकदुसरेसे आइसो कही लागे, “जा कैसो वचन हए ?जा त अधिकार और शक्तिसे अशुध्द आत्माके आज्ञा करतए, और बे निकरजात हए ।” 37बाकी चर्चा असपस मुलुकमे हरेक जगहामे फैलगइ ।38सभाघरसे निकरके बा सिमोनके घरमे घुसो।सिमोनकी सासके बहुत बुखार आत रहए, और बे बक ताँही बासे बिन्ती करी । 39बाके ठिन ठाणके बा बुखारके डाँटके कही, और बुखार बाके छोणदई, और तुरनताए उठके बा बाक् सेवा करन लागि ।40तव दिन डूबन समय बहुत किसिमके रोग लागेभए बेमारी सबएके बे येसूके ठीन लाई । बा बिनके हरेक के उपर अपन हात धरके बीनके अच्छो करी । 41बेढम आदमीनसे फिरभुत किकीयअत और अइसो कहत निकरे, “तए परमेश्वरको पुत्र हए ।” पर बा बिनके जोणसे बोलन नादैई, कहेकी बे बाके ख्रीष्ट हए कहिके चिनत रहए ।42सबेरे उजियारो भव ,बा निकरके एकान्त जगाहामे गव । भीण बाके ढुणत बाकेठीन पुगे और हमके छोड़के मतजवौ, कहीके बाके रोकन कोसीस करी । 43पर बा बिनसे कही, “मोके परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार और सहेरमे फिर सुनान्ए पणैगो, कहेके मए जहेके ताहिँ पठाओगओ हौ।" 44तव बा यहूदियाक सभाघरमे प्रचार करन लगो ।
1आदमी परमेश्वरको वचन सुनन् बाके चारैघेन ढकेलीढकेला करत रहए, और बा गनेसरेत तालके किनारे ठणो रहए । 2बा तालके किनारेमे दुई नैया देखी । पर मछुहारे त नैयाके बाहिर बैठे अपन जार धोत रहए । 3बे दुई मैसे एक नैया त सिमोनकी रहए । बामे चढके बा नैयाके किनारेसे थुरदुर लैजानके कहि । बा नैयामे वैठके भीड़के शिक्षा देन लागो|4मसक्के पिछु, बा सिमोनसे कहि, “गहिरो घेन लैजाएके मच्छी फसन तँहीअपनो जार डार ।” 5पर सिमोन कहि, 'गुरुजी, हम रात भार मेहेनत करके फिर कछु नापए । तहु फीर तुमर कहेसे मए जार डारत हओ।” 6तव जब अइसो करी, तव एक ढेरी मच्छी फसइँ, और बिनको जार फटन लागो । 7बे दुस्री नैयामे भए मछुहारेनके आएके सहेता करन इशारा करी । और आएके बे दोने नैया मच्छीसे भरी, हिनातकि नैया डुबन् लगी ।8तव जा देखके येशूक पाउमे घुबटा पड़के सिमोन पत्रुस कहि, “हे प्रभु, मिरठीनसे चलोजा, कहेकी मै पापी आदमी हौ ।” 9यित्तो माछरी मरके देखके बे और बाके सँग रहन बारे सब अचम्मो मानी । 10"ऐसीए करके जब्दियाक लौड़ा याकूब और यूहन्ना फिर अचम्मो पणे। बे सिमोनसे साझेदार रहए । येशू सिमोनसे कहि, "मतडरए, अब अग्गुके ताए आदमीके पकणैगो ।” 11तव बे आपन नैया कीनारे लाई, बे सब चीज त्यग्के, और बाके पीच्छू लागे ।12जब बा कोई एक सहेरमे रहए, तव कोण रोग भरो एक आदमी येशूके देखके बाके पँवमे घुबटा पणके बिन्ती करी, “हे प्रभु, तुम्हरी इच्छा हए कहेसे मोके आच्छो कर सकत हओ ।” 13बा अपन हात फैलाके और कही "मै इच्छा करतहौ तए अच्छो हुईजा" कहिके बाके छुई, और तुरन्तए बाको कोणरोग बासे हटीगव ।14बा बिनके आदेश दैई, “ जा कोइके मतबतैए । पर जएके पूजारीठीन अपनेके दिखा, और मोशाके व्यावस्थाहानी आज्ञा करी भइ अपने आपके पुजारीनके दिखा ।आदमीनके तए आच्छो भव प्रमाणके ताहि भेटी चढाइ।”15पर बाको चर्चा और जाद्धा जेहेनतेहेंन फैलगओ, और बेढम भरी भीण बाकी बात सुनन् और अपन-अपन रोगसे अच्छो होन जमा होत रहए । 16पर येशू त सुनसान जगहामे जाएके प्रार्थना करतरहए ।17एक दिन बा शिक्षा देतरहए, गालीलमे और यहूदियामे हरेक गाउँ और यरूशलेमसे आए फरिसी और शास्त्री बाके ठीन बैठेरहए । परमप्रभुकी अच्छो करन बारी शक्ति बाकेसंग रहए ।18कुछ आदमी एक पक्षाघाती आदमीके खटियामे लाई, और बे बाके भीतर लान और बाके अगु धरन चाहीँ । 19पर भीणके करनसे बाके भितर लैजन कोई डगर नपाएके बे छनीउपर चढ़ी, और बे छनिउत्कारके बाके खाटीयासमेत येशूके अगु धरी ।20तव बा बिनको विश्वास देखके कही, “ए आदमी, तिर पाप क्षमा हुईगव ।” 21तव शास्त्री और फरिसी पुछन लागे, “ईश्वर-निन्दा करन बारो जा कौन हए ? पाप त परमेश्वर बाहेक और कौन क्षमा करसकत हाए ?”22पर येशू बिनकी प्रश्न प़ता पएके बिनके जवाफ दैके कहि, “तुम अपन हृदयमे काहे प्रश्न करहव ? 23तुमर पाप क्षमा भव' कहीनो कि औ उठके नेग' कहीनो, कौन सहज हए ? 24और आदमीको पुत्र पृथ्वीमे पाप क्षमा करन अधिकार हए कहीके तुम जानजाबओ ।” तव बा पक्षाघातीसे कहि, “मए तोसे कहतहओ, उठ और अपन खाटीया उठाएके घरे जा ।”25तव बा तुरनताए बिनके अगु उठो, और जौन खाटीयामे बा पणो रहाए बा उठके परमेश्वरकी महिमा करतै बा अपन घरघेन गओ । 26तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे परमेश्वरकी महिमा करी, और भयभीत हुइके आइसो कही, “आज हम अचम्मो बात देखे।”27तव जे बातपच्छु बा द्वारे गैभओ और लेवी नाउँ भव एक जनी कर उठानबालो कर अड्डामे बैठोभौ देखी और बासे कही मिर पिच्छु लाग ।. 2828 तव बा सब चीज छोडके, और उठके बाके पाछु लागो।29लेवी अपनो घरमे बाके तही बाणो भोजकी योजना करी । बाहुना कर उठानबारे और बाणो संख्यामे बाकेसँग बैठेरहए । 30फरिसी और बिनके शास्त्री बाके चेलनके विरुध्दमे आइसो कहिके गनगनान् लगे, “तुम कर उठानबारे और पापीसँग कहे खानपिन करत हओ ?” 31पर येशू बिनसे कही, “निरोगीनके वैधकी जरुरत् नपणथए, पर रोगीनके इकल्लो । 32मै धर्मीनके ताहि नए, तर पापीनके पश्चतापके तही बुलान आओं हओ ।”33बे बासे कही, “यूहन्नाके चेला बारम्बार उपबास बैठतहए और प्रार्थना करत रहए । फरिसीके चेला उइसी करत हए, पर तुम्हर चेला खात हए और पीत हए ।” 34येशू बिनसे कही, “का दुल्हासँग रहनतक बरैतीयनके उपवास बैठन लगात हओ ? 35पर आइसो दिन आमङ्गे जब दुल्हा बिनसे अलग होबैगो । तव बे बा दिनमे उपवास बैठङ्गे ।”36बा बिनसे एक कहनी फिर कही: “कोई आदमी नयाँ लत्ता पुरानो लत्तामे नथिगरतहए, नत बा नयाँके फरदेहए, और नयाँ थिगरा पुरानोसे मिलत फिर ना हाए ।37कोई आदमी नयाँ दाखमध पुरानो छालाकी मशकमे नडरतहए, नत नयाँ दाखमधसे छाला फुटहए, और दाखमध गीरजएहए, और मशक फिर खराब हुईजएहए । 38नयाँ दाखमध नयाँ छालाके मशकमे धरन पणतहए । 39कोई आदमी पुरानो दाखमध पिके नयाँके चाहा नकरतहए, कहेकी बा कहतहए "पुरानो अच्छो हए ।”
1शबाथ दिनमे बा अन्नके खेतघेनसे जातरहए, और बाके चेला बाली तोणके हातमे मिजलके खान लगे । 2पर फरिसीमैसे कोई-कोई बिनसे कही, “शबाथ-दिनमे जे करन ठिक ना हए बा तुम कहे करत हओ ?”3येशू बिनके जवाफ दैके कही, “ का तुम जा फिर ना पढे हओ, दाऊद जब बा अपनए और बाके सँग रहन बारे भुखाने रहए, तव का करी ? 4कईसे परमेश्वरके घरमे घुस्के चढाइ भइ रोटी निकरके बे खाई, और बिनके सँग होनबारेनके फिर दैइ, जो पूजाहारी बाहेक औरके खान मनही रहए ।” 5तव बा बिनसे कही, “आदमीको पुत्र शबाथको प्रभु हए ।”6दुसरो शबाथमे सभघरभित्र घुसके बा शिक्षा दैई । बा हुवँ एक जनी आदमी रहए बाको दाहिना हात सुखोरहाए । 7बा शबाथमे अच्छो करनो काम करैगो कहिसे बाके दोष लगन नियतसे शास्त्री और फरिसी बाके चुबकेसे सुनत रहए । 8पर बा बिनकी नियत पाता पाएगव रहाए, और सुखो हात भव आदमीसे कही, “हीन आ और ठाण ।” तव बा उठो, और ठाड़ो ।9तव येशू बिनसे कही, “मए तुमसे पुच्छ्तहव, शबाथमे अच्छो करन या खरब करन, प्राण बचान या नाशा करन का अच्छो हए ?” 10तव बा चारौघेन देखके बा आदमीसे कही, “ताए हात फैला ।” औ बा उइसी करी, और बाको हात सुध हुइगव । 11पर बे दिक्कके मरे चूर हुइगए, और येशूके का करए कहिके आपनए सल्हा करन लगे ।12बे दिनमे बा पहाडघेन प्रार्थना करन गव, और परमेश्वरके सँग प्रार्थना करके पूरी रात बिताई| 13सबेरो भव बा अपन चेलानके अपनठीन बुलाएके बिनमैसे बाह्र जनीके छानी, और बा बीनके प्रेरित नाउँ दैइ रहए ।14प्रेरितके नाउँ रहएः सिमोन, जैनके बा पत्रुस नाउँ फिर दैई, और बाको भैया अन्द्रियास,याकूब और यूहन्ना, फिलिप और बारथोलोमाइ, 15मत्ती और थोमा, अल्फयसकी लौण याकूब, और सिमोन, जो उग्रपन्थी कहतरहए, 16याकूबको लौण यहूदा, और यहूदा इस्करियोत, जो विश्वासघाती भव ।17बा बिनके सँग तरे उतरके एक बराबर जग्गामे ठण बाइ । बाके चेलानको एक बणी भीण, और सबै यहूदिया और यरूशलेम, और समुन्द्र तटवर्ती टुरोस और सिदोनको इलाकासे बणी भीण 18बाकी वचन सुनन् तही और आ-अपन रोगसे अच्छो होन आए रहए । भुत आत्मासे सताए भए फिर अच्छो भए । 19सबै भीण बाके छुन ढुणत रहए, कहेकी शक्ति बासे निकरत रहए, और बिनके सबके अच्छो करत रहए ।20तव बा अपन चेलनके उपर नजर करके कहि: “धन्य तुम जो दीन होनबारे, कहेकी परमेश्वरको राज्य तुम्हरीए हए । 21धन्य तुम, अभेए भुखाँनबारे, कहेकी तुम तृप्त होबैगे । धन्य तुम रोनबरे, कहेकी तुम हाँसैगे ।22धन्य तुम, जब आदमी तुमके आदमीको पुत्रके ताही घृणा करङगे, और बहिष्कार करङगे, और खिसबाङ्गे, और दुष्ट कहमँगे तुम्हर नाउँके अपमान करङगे । 23"बा दिनमे रमाबओ,और ख़ुशीसे कुदओ, कहेकी स्वर्गमे तुम्हर इनाम बणो हए । कहेकी तुम्हर पुर्खा अगमवक्ताके अइसी करतरहए ।24पर धिक्कार, तुमे धनीके ! कहेकी तुम अपनो सुख-चैन पाईगए हव । 25धिक्कार, तुम अभेए तृप्ता भए ! कहेकी तुम भुखाबैगे । धिक्कार, तुमे अभे हाँसन बारे ! कहेकी तुम शोक करैगे और रोबैगे ।26धिक्कार, तुमे, जब सब आदमी तुम्हरी प्रशंसा करंगे ! कहेकी अइसीए बिनके पुर्खा झूठो अगमवक्ताके फिर अइसीए करीरहए ।27पर तुम सुनन् बारेसे माए कहाथावो, आपन शत्रुसे प्रेम करोअ, और घृणा करनबारेके भलाइ कराओ । 28सरापन बारेके आशीर्वाद देबओ और दुर्व्यवहार करनबारेनके ताही प्रार्थना कराओ ।29तुम्हर एक गालौवामे चट्कनबारेके दुसरो फिर दै दोओ, और तुमाहर पिछावुरा लेनबारेके तुम धोती फिर लैजान दाव । 30तुमसे मागन बारे सबके देओ, और तुमसे समान लेनबारेनसे फिर मतमागाओ ।31जाउन आदमी तुमके जैसो करात चाँहत हओ ,तुम फिर बिनसे अइसी कराओं । 32तुम से प्रेम करनबालोसे प्रेम करत हओ कहेसे, तुम्हे का फाइदा भाओ ?कहेकी पापी फरी आपनके प्रेम करनबालेसे प्रेम करतहए । " 33तुमर भलाई करनबालेके भलाई करतओ कहेसे, तुमे का फाइदा भओ ? कहेकी पापी फिर अइसीए करत हए । 34यदि फिर्ता पान आशा करके कोइके ऋण देतओ कहेसे, तुमके का फाइदा भओ ? कहेकी फिर उत्कए पन आशा करके पापी पापीके ऋण देतहए ।35पर अपने दुश्मनके प्रेम करओ,और बिनके भलाई करओ। फिर पान आसरा ना करके ऋण देओ, और तुमर इनाम बणो हुइहै, और तुम सर्बोच्चके सन्तान हुईहओ, काहेकी बा घमन्डी और स्वार्थी उपर कृपालु हाए । 36तुमर पिता जैसो कृपालु हए तुम फिर कृपालु होबओ।37दुसरेके न्याय मत करओ और तुमर फिर न्याय नहुइहे । दुसरेके दोषी मतबनओ, और तुम दोषी ना ठहरैगे। क्षमा करओ, और तुमके फिर क्षमा करो जै है ।38देबैगो, और तुमके फिर दै जाबैगो। आदमीके बहुत परिमाणमे खाँद-खाँदके डटके हलाएके, उफानत तुमर कुठियामे धारदेहाए । कहेकी जैन नापसे तुम देहओ, बहे नापमे तुम फिर फिर्ता पएहओ।”39तव बा बिनसे एक कहानी फिर कही: “ का अन्धार अन्धारके डोरियलेहए ? का बे दुने गड्डामे नपणंगे ? 40चेला आपन गुरुसेबणकर ना होत हए, पर पुरो सिक्के बा आपने गुरुजैसो होबैगो।41अपन भैयाके आँखीमे भव कुरा तुम कहेदेखत हओ, पर आपन आँखीमे भव लठ्ठा पता ना पतहओ ? 42तुम आपन आँखिमे लठ्ठा नदेख्तहव कहेसे, आपनो भैयाके ,ए भैया, तिर आँखीमे पणो कुरा मोके निकरन देए , कहिके तुम कैइसे कहे सकत है ? ए कपटी, पहिले आपन आँखीसे लठ्ठा निकर, तव तए आपन भैयाक आँखीमे भव कुरा निकरन तही अच्छेसे देखैगे।43कोई अच्छो रुखा खराब फरा ना फरातहए, न त खराब रुखा अच्छो फरातहए , " 44हरेक रुखा बाके फरासे चिनतहए। कहेकी काँटोके झाँगसे कोई गुलर ना बटोरतहए, नत झाडीसे अंगूर बटोरत हए।45अच्छो आदमी आपनो हृदयसे अच्छो भण्डारसे अच्छो चिज निकरत हए, और खराब आदमी आपनो हृदयसे खराब भण्डारसे खराबए चिज निकरत हए। कहेकी जौन बातसे हृदय भरोहोत हए, आदमीक मुहसे बही निकरत हए ।46मिर कही बात ना करत हओ तव कहे मोके "प्रभु, प्रभु" कहत हओ ? 47जौन मिरठीन आत हए, मिर वचन सुनतहए और बाहे जैसो करत हए, बा कैसो आदमी हए, मै तुमके बतामंगो । 48बा आदमी घर बनान् बालो आदमी जैसो हैए, जौन गहिरो खोदके चट्टान उपर जग डारी ।जल प्रलय भओ, तव जब बाहण आओ, और बा घरमे ठुक गओ, तव बा घरके हला ना पाई, काहेकी बा पक्को बनो रहए।49पर जौन सुनत हए और फिर बा जैसो ना करत हए, बा एक जनी आइसो आदमी हाए, जौन जमिन उपर बिनाजगको घर बनाई । जब बा घर उपर बाहण आइके ठोकी, तव बा घर तुरन्त गिर गओ, और बा घरको बणो सत्यानाश भाओ ।
1अपनी सबै बात आदमीनके सुनाईके बा कफर्नरहुममे घुसो।2कोई एक आदमी कप्तानको एक जनी अच्छो कमैया रहए, जौन बीमार हुइके मरन बारो रहए। 3जब येशूके बारेमे बे सुनी, तव बाको कमैयाँके अच्छो करदेबै कहिके बा यहूदीन के धर्म गुरुसे बिन्ती करन पठाई। 4बे येशू ठिन आएके आइसे कहिके बा से नम्रहुइके बिन्ती करी,''बे तुमर जा कृपा पानके योग्यके हैए । 5काहेकी बे हमर जातिनके प्रेम करत हए,और बेहि हमर सभाघर बनाई रहए।''6येशु बिनके संग गओ । कप्तानके घरके जैने बा होतए, ,कप्तान बिनके सङ्गिनके बाके ठिन एइसो कहेके पठाई ,”हे प्रभु दुःख मत उठाबै काहेकि तुमके मिर घरमे घुसबानके योग्यको मै ना हओ । 7मै अपनै फिर तुम्हरठीन अनको योग्य ना रहओ । पर वचन कहि देओ, और मेरो चाकर अच्छो हुईजैहै । 8कहेकी मै फिर अख्तियारतरे बैठन बारो आदमी हओ, तव मेरे अधीनमे सिपैय है । मै एकके 'जा' कहत हओ, तव बे जात हए, और दुसरे से 'आ' कहतहओ, तव बे आत हए । मै कमैयासे 'जा' कर' कहतहओ, तव बा करत हए।”9जा बात येशू सुनके बासे अच्मो मनी, और घुमके आपनपिछु आनबारे भीणसे कही, “ मए तुमसे कहतहओ, मै इस्राएलमे फिर यित्तो बाणो विश्वास नदेखो रहओ ।” 10जब पठाएके आदमी घरे घुमके गैए,बे बा कमैयाके अच्छो भव भेटाईं ।11बा के कुछ समय पिछु येशू नाइन नाउँके शहेरमे गओ । और बाके चेला और एक बाणी भीण बाके सँग गई । 12जब बा बजरके मोखेके ढिङगै पुगो, एक विधुवको एक लौणको लाह्स लैजात रहए । शहेरकी बहुत बणी भीण बिनके सँग रहए । 13जब प्रभु बिनके देखि, बा बहुत दयासे भरगओ तव बिनसे कही, “मतरोबौ।” 14तव ढिङगै जएके बा खटिया छुई और बोकन बाले चुप्प ठाणगए। बा कही, “ए जबान, मै तोसे कहत हओ, 'उठ'।” 15तव मरो आदमी उठके बैठ गओ, और मस्कन लगो। येशू बाके आईयके जिम्मा लगाई।16"तव सब अच्मो मानी । और परमेश्वरकी महिमा करी, और कही, “एक जनी महान अगमवक्ता हमर बिचमे प्रकट भव हए,”और परमेश्वर अपन प्रजा उपर कृपा करीहए ।” 17बाके विषयकी जा चर्चा सारे यहूदिया और किनारेकिनारेके सब जिल्लामे फैलगओ ।18यूहन्नाके चेला जा सब बातकी समाचार बिनसे कहिदै । 19अपने चेलाबहेक दुई जनीके यूहन्ना प्रभुठीन जा पुछन पठाई, “ जौन आन बारोहए, का बा तुमही हओ ? का हम और कोईके आसरा करैए ?” 20जब बे आदमी येशूठीन आए, तव बे कही, “बप्तिस्मा देनबारो यूहन्ना हमके जा पुछन तुमर ठिन पठाई हए, 'ज़ौनआन बारो हैए, का तैए बहे हैए? की हम दुसरेक आसरा करए ?”21बहे समयमे येशू बहुत रोग, ब्यथा और भुतआत्मासे छुटाई, और बेढब अन्धानके दृष्टि दई । 22तव बा बिनसे कही, “ जाओ, और जो तुम देखे और सुने, जएके यूहन्नासे कहेदेओ । औ अन्धारा देखत हए, लङ्गड़ा नेगत हए, कोणहरोगी अच्छो होत हए, बहिरा सुनत हए, मरोभव जिन्दा हुइके उठय हए, गरीबके सुसमाचार सुनाइ हए । 23बा धन्यको हए, जो मिरमे बाधाको कारन ना पए है।24यूहन्नासे पठाएभए चेला चले जानके पिछु बे यूहन्नाके बारेमे भीणसे कहन लागो , “तुम उजाड- स्थानमे का देखेन गए ? का हबासे हलाएरहो निगालीके ? 25तव तुम का देखन निकरे ? का अच्छो लत्ता लगवभव आदमीके देखन ? देखै चमकन बारो लत्ता पैधन बारो और सुख बिलासमे बैठन बारे त राजदरबारमें होत हए । 26तव तुम का देखन निकरे ? का अगमवक्ताके ? हाँ ,मै कहत हंओ, तुम अगमवक्तासे फिर माहान हियँ हए ।27जा बहे है,जौनके बारेमे लिखो है, 'देख, मैए मेरो दूतके तुमार अग्गु- अग्गु पठामङ्गो, जौन तुमार ताहि डगर तयार करैगो ।' 28मै तुमसे कहताहाओ, 'स्त्रीनसे जन्मो भव युहन्नासे महान कोई ना हए, तव बा फिर जो परमेश्वरके राज्यमे छोटो से छोटो हए, बा बिनसे और महान हए'।”29ताओ सब आदमी और कर उठानबरे जा सुनके परमेश्वरकी सत्यताके स्वीकार करी, काहेकी बे यूहन्नासे बप्तिस्मा लई रहए। 30तव फरिसी और ब्यबस्थके पण्डित यूहन्नासे बप्तिस्मा ना लेनके कारन, परमेश्वरको कामके आपने ताहि अस्वीकार करी।31येशू कही,''जा पुस्तके आदमीके मै कौनसे तुलाना करौ ? बे कौन जैसे है ? 32बेता बजारम बैठन बारो बच्चाकता हैए, जौन एक दुसरेके आइसे कहिके डँतट हैए, 'हम तुमर तही बसुली बजाए और तुम ना नाचे। हम बिलैनाकरे, और तुम ना रोय।“33बप्तिस्मा देनबरो यूहन्ना आओ, तव बा ना रोटी ख़त रहए ना दाखमध पित रहए। तुम 'बाके भुत लागो हए, कहत हव। 34आदमीक लौणा खात और पित, आओ तव तुम कहत हव, "देख, एक घिचुवा और पियक्कड़, कर उठानबरो और पापीनको सँगी ।" 35बुध्दि ठीक हैए कही बात बुध्दि जैसो नेगन बारो ही प्रमाणित करैगो।"36फरिसीमैसे एकजनी बाके खानु खान नृतो दैइ, और बा बे फरिसीके घरमे जाएके खान बैठो । 37बा बाजरमे एक पापी स्त्री रहए । येशु फरिसीके घरमे खान बैठोरहए कहिके सुनी, और एक सिङगमरमरकी शीशीमे अत्तर लैके बा हूना आई ।, 38पिच्छुघेनसे बाके पाउँ ठीन ठाणके, रोत बाकी पाउँ आँसुसे भिजान लागी, और अपन मुणके बारसे पोछत बाके पाउँके चुमी, और बा अत्तर लगान लागी ।39बाके निउतो देनबारो फरिसी जा देखके मनैमनमे अइसो कहन लगो, “जा अगमवक्ता हुईतो ता जाके छुन बारी कैन और कैसी स्त्री हए कहिके जा जान जातो, कहेकी जा त पापीन ह।” 40येशू बा फरिसीसे कही, “ए सिमोन मोके तोसे कुछ कहन हए ।”बा कही, “गुरुजी काहा बौ।41येशू बासे कही "कोई सौहुकेरकी दुई कर्जिदार हए, एक जनी पाँच सय रुपैयाँ और दुसरो पचास रुपैयाँ कर्जा लैरहए। 42पर बिनकेठीन तिरन कुछु नारहए बा बिनके माफी दैइ। बताबओ त, जे दुईमैसे कौन बाके जाधा प्रेम करैगो ?” 43सिमोन कही, “मए कहतहओ, जौन जधा क्षमा पाओ । बा बिनसे कही, “तुम ठीक विचर करेहओ ।"44तव बा स्त्रीघेन घुमके बा सिमोनसे कही, “बा स्त्रीके देखत हओ ? मै तिर घरभित्र आओ, पर तए मोके पाउँ धोन पानी नादओ, और जा मीर पाउँ आँसुसे भिजाई, और अपन बारसे पोछी । 45तए मोके चुम्न नकरो, पर जा त, मै हियँ जबसे आओ, मिर पाउ चुम्न करन नछोड़ी हए।46तए मिर मुणमे तेल ना लगा दाओ, पर जा मिर टाङ्गमे अत्तर घिसी हए । 47जहेमरे मै तुमसे काहत हओ, जाके पाप, जो बेढब रहए, क्षमा हुइ गए, कहेकी जा स्त्री जाधा प्रेम दिखाई । पर जौनके थोरी क्षमा करतहए, बा थोरी प्रेम कतहए।”48तव बे बा स्त्रीसे कही, “तिर पाप क्षमा हुईगए ह।” 49खान बैठनबारे अपने अपनेमे काहन लागे, “पाप क्षमा करनबारो जा कौन हए ?” 50बा स्त्रीसे कही, “तिर विश्वास तोके बचाई हए, शान्तिसे जा ।”
1बासे पिछु बा बाजर- बाजर और गाउँ-गाउँ होत प्रचार करत और परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार सुनात घुमन लागो। बाक़े सँग बाह्रा जनी चेला रह । 2कित्तो स्त्री फिर बाके सँगमे रहए, जो दुष्टआत्मा और रोगसे अच्छो भए रहए । जे रहए: मग्दलिनी कहेन बारि मरीयम, जोसे सात भूत निकारी रहए । 3हेरोदको कारिन्दा खुजासकी बैयर योअन्ना, और सुसन्ना । जे और बेऔरनके अपन सम्पतिसे बाकी सेवा करत रहैए ।4जब बडी भीण जमा भाई और बाजार-बाजार से आदमी बक ठीन आए, बे बिनसे एक कहानी कही । 5"एक जनी बिज बोन निकरो, और बोत-बोत कुछ डगर के किनारेमे पणो, और बे आदमीके टङगसे चिबाद गए, और चिरैयाँ आएके खाए दैँ । 6और बिज पत्थर बारी जमिनमे पणो, और बे जमो खिंनक सुकगाए, कहेकी बा जमिन बिना आदकी रहए।7कोई बिज काँटोके बिचमे पणो, और बिनके सँग काँटो फिर बढ्तए गओ, और बिनके बणन नए दै । 8कित्तो अछी जमिनमे पणो, और जमे सय गुणा फल फलाई।” यीतकए कहत बा जोणसे चिल्लाएके कही,” जौनके सुनन् कान हए बा सुनए ।”9बिनके चेला जा कहानीको अर्थ काहए बासे पुछी । 10तव बा कही, “तुमके त परमेश्वरको राज्यको भेद जानन् ज्ञान दैइहए, पर औरकेसँग मै कहानीमे बतात हओ, की ' तुम देखके फिर नदेखो, और सुनके फिर ना सझौ ।'11अब कहानीको अर्थ जा हएकी: बिज परमेश्वरकी वचन हए । 12डगरकी किनरे गिरो बिज बेहे हए, जैन सुनत हए, तव बे वचन सुनके विश्वास ना करैए और ना बाचए कहिके दियाबलस अयके बिनकी हृदयसे वचन लैचालोजतहए। 13पत्थरबरी जमिनमे पणनबरी बेहे हए, जैन वचन सुनके ख़ुशीसे ग्रहण करत हए । पर बाको जर ना होनके कारनसे, और बे थोरी समयके तही बे विश्वास करतहए, पर परीक्षाके अग्गु बे अलोप हुइजात हए।14कांटोके बिचमे पणन बारी बेही हए, जैन सुनतए, पर पीछु जा जीवनकी चिन्ता, धान, सुखचैनमे पणके बणन ना पातए, और बिनको फल पक ना पत हए । 15पर अछी जमिनमे पणन बारे बेहि हए, जैन वचन सुनके अच्छो मन और भलो हृदयमे बाके जुगाए रहत हए, और असरा करके फल फलात हए।16कोई दिया पजारके बर्तनसे ना तोपत हए, की खटिया तरे ना धरत हए पर भित्र अनबारेके उजयारो होबै कहिके अरोमे धरत हए । 17कोई बातके लुकाएके ना धर सकत हए ,जो उजागर ना होत है, और कोई बात लुकि ना राहत है, जो ना दीखई देबै औ उज्यारेमे ना आत हए । 18जहेमरे हौसीयर होबओ, तुम कैसे सुनत हओ, कहेकी जौनसँग हए, बाके और दैजाबैगो, और जौनसँग नाहए, बाकेसँग जो हए कहिके बा समझत हए, बा फिर बासे छिनो जाबैग ।”19बाकि आइया और भैया बके जौणे आए, पर भीडके मारे बक जौणे आए ना पाई । 20बासे कोई कही,'' तुमार आइया और भैया भेट करन तही बाहिर ठणेहए ।” 21और बा बिनसे कही, “मिर आइया और मिर भैया बेहि हए, जौन परमेश्वरकी वचन सुनत हए, और बा पालन करत ह।”22एक दिन बा अपन चेलासँग नैयाँमे चणेरहए, और बा बिनसे कही, “हम तालके बापार जमए।” और बे नैयाँमे चढ़के गय। 23नैयाँमे जताएजात बा निधाए गव । तालमे आँधीबियर चलन लगि । नैयाँ पानी से भरन लगी, और बे आफतमे पणीगए।24तव बे ढिगई आइके बाके आइसे कहत जगाई,” गुरु,गुरु, हम डूबन लगे ।” बा उठके आँधी और पानीकी लहर के डँटी, और बा रुकगाओ औ सब शान्त हुइगओ । 25बा बिनसे कही,” तुमार विश्वास कहागाओ ?” बे डराए गए, ताव आचम्मो मानी और एक ठीन कहनलगे,” जा कौन हैए ? जौन आँधी और पानीके आज्ञा देत हैए, ताव बे जक आज्ञा मानत हैए ?”26बा गेरासेनके देशमे आइगाओ, जौन गालीलके दूसरे पारमे पणत् हए । 27जब बा पखासे उतरो ताव बो बजारकी एक जानै आदमीसे भेटी, जौनकेभूत लागोरहए |28बा येशूके देखी, और जोणसे बुलाई बाके जौणे घुपटा हुईके बाणो जोणसे कही, “हे सर्वोच्चो परमेश्वरको पुत्र येशू, तीर मोसे का काम ? बिन्ती करतहव, मोके मतसताबए ।” 29कहेकी खरब आत्मा बा आदमीसे निकरके जान तँही आज्ञा दैइरह । बाके बेढब चोटी भूत पक्णी रह। बा पहरामे धरो रहए । बा सँकरसे खुँटामे बाधोराहात रहए, पर बा बे बन्धान तेण देत रहए। तव भूत बाके मरुभूमि घेनसे लैजातरह।30येशू बासे पुछी,'' तीर नाउँ का हए ?” बा कही, “फौज ।” कहेकी गजब भूत बामे फसेपणे हए । 31बिनके अतल कुण्डमे मतपठावै कहिके बिनसे बा बिन्ती करी ।32ढिगैको डँगामे सोराकी एक बाणी बगाल चुगतरहए। तव बे सोराकी भितर घुसनदे कहिके बे बिन्ती करी, और बा मन्जूर भव । 33तव भूत बा आदमीसे निकरके बे सोराकी भितर घुसगए, और बा बगाल खल्लासे समुन्द्रघेन हुरट गए और डुबके मरिगाए।34तव जो भव रहए बा देखके सोरा चुगानबारे भज गाए, और जएके बजार और गाउँ होत जा बात बताईदैइ । 35तव जो भव रहए बा देखन तही आदमी येशूकी ठीन आए, और जैन आदमीसे भूत निकरोरहए, बाके लत्ता लगाएके सफा मनको हुके येशूक चरणमे बैठोपाईरहाए, और बे अचम्मो मानी और डराय गै ।36तव जो घटना घटो भओ रहए, बे आदमी देखी रहए औ कैसे दुष्ट आत्माके काबुसे बा आदमी बचाओ गओ, जा बातके दुसरेनके बताइ । 37गेरासेनसकी आसपासके गाउँके आदमी येशूके बिनके गाउँसे चलोजा कहिके बिन्ती करी, कहेकी बे गजब डरायगै रहै।38तव जैन आदमीसे भूत निकरो रहए, बा बाकेसँग जन पाँव , कहिके बा बिन्ती करन लगो । तव येशू बाके आइसो कहिके बिदा दैई, 39"तए अपनो घर चलोजा, और परमेश्वर तिरतही कित्तो बाणो काम करीहए, बा माहान कामके याद कर ।”40येशू लैटके आओ भीण बाके स्वागत करी, कहेकी बे सब बाके आसर देखत रहए । 41याइरस नाउँको एक जनी सभाघरको शासक आएके येशूक पाउमे पणो, और बाके घरमे अबौ कहिके बीनके बिन्ती करी । 42कहेकी बाह्रा वर्षकी पुगी बाकी एक लौणीया रहए, बा मरन लगी रहए । येशू जातपेति आदमी बाके ढक्का मुक्की लगात रहए ।43बाह्रा वर्षसे रगतबहनबारी दुखिया एक स्त्री ,बा अपन सबए पैसा डाक्टरके दबाइमे खर्चा कर डारी रहए ,पर बाके कोइ फीर अच्छो ना करपाइ रहए । 44बा पच्छुसे आएके बाको लत्ताको एक कुन्छ छुई, और तुरन्त बाको रगत बहन बन्द हुईगव ।45"येशू कहि, "मोके कौन छुओ हए ?” जब सब इन्कार करी,” , तव पत्रुस और बिनकेसँग होनबारे कही, “गुरुजी भीण तुमके घेरके धकेलरहेहए।” 46तव येशू कही, “कोई मोके छुओ हए, कहेकी शाक्ति मोसे निकरके गईहए मै पाता पाओहव।”47” तव अपना लुकन ना सकन बारि बात पता पाएके बा स्त्री काँप्ताए आई और बाके अगु घुप्टा पण गई, और कैसे बा बाके छुई, बे सब आदमीके अग्गु बताइ। 48बा बासे कही, “लौणीय, तिर विश्वाससे तए अच्छो भव हए, शान्तिसे जाअ।”49बा मस्कत रहए, सभाघरके शासकके घरसे एक जनी आदमी आए पुगो और कही, “तुमर लौणीया मर गई । अब गुरुके कष्ट मत देए ।” 50तव येशू जा बात सुनके याइरससे कही, “मतडरबए, विश्वास इकल्लो कर, और बा अच्छी होबैगी।”51जब बा घरमे पुगो तव बा पत्रुस, याकूब, यूहन्ना और बाच्चाके दौव और आइयाबाहेक और कोईके बाकेसँग भितर आन ना दाई । 52सब जनी रोतरहएँ और बिलखात रहएँ, तव बा कही, “मतरोबओ, बा मरी ना है, पर सोतहए ।” 53बा मरी गई हैए जनके, फिर बे बाकी खील्ली उडान लगे ।54पर बालौणीयाके हातमे पकडके आइसे कहत बुलन लगो,'' ललो, उठ।” 55औ बाकी प्राण घुमके आएगओ, और बा तुरून्त उठी, और बा बके कछु खनके देनके ताही कही । 56बाकी आइया और दौव अचामो मनी, पर जो भवरहए बा कोईसे मत कहीएओ कहीके बा आदेश बिनके दाई |
1तव बा बाह्रा चेलानके एकसँग बुलाईरहए, और बिनके सबके भूतके निकारन और रोग अच्छो करन बारो शक्ति और अधिकार दैइरहए । 2बा बिनके परमेश्वरको राज्यको प्रचार करन और बेमारनके अच्छो करन पठाई ।3बा बिनसे कही, “तुम अपन यात्रामे अपनसँग कछु मतलेव- न लट्ठी, न झोला, न रोटी, न पैसा, न दुई जोण लत्तालेओ । 4जैन घरमे तुम घुस्तहव हुँअ बैठव, और बा हूँए से ही बिदा होबौ।5जहाँ तुमर स्वागत ना होत हए तुम बा शहेरसे निकरत अपननी टङग की धुधर बिनके बिरोधमे गवाहीक तही झरदेओ ।” 6तव बे बिदा भए, और सुसमाचार प्रचर करत और सबघेन रोगीनके अच्छो करत गाउँ- गाउँ गए ।7जे सब घटनाके बारेमे सुनके शासक हेरोद घब्राणीय गव, कहेकी यूहन्ना मरके जिन्दा उठोओं रहए कहिके कोई- कोई कहत रहए । 8और कोई कहत रहए, “एलिया दिखानो हए,” तव औ र कहत रहए, “पहिलेक अगमवक्ता मैसे एक जनी उठो हए ।” 9तव हेरोद कही, “यूहन्नाको मुण मै कटन लगाओ, तव जा कौन हए जौनक बारेमे मै आईसी बात सुनत हओ ?” तव बे बा कौन हए, भेट्न इच्छा करी।10तव प्रेरित घुम्के बे करी भई सबै बात बाके बताई। बा बिनके सँगए लैके बेथसेदा कहनबारो शहेरसे अलगै गव । 11तव जा पता पाइके भीण बाके पच्छु लागी । बा बिनके स्वागत करी, और परमेश्वरके राज्यकेे बारेमे सुनाई, और जौन -जौनके अच्छो होन जरुरी रहए बिनके अच्छो करी ।12जब दिन बूणन लागो, और बाह्रा जनि आईके बासे कही, “भिडके बिदा देओ, और बे जाइके आस पासके बस्ती और गाउँ मे बास बैठन और भोजनकी व्यवस्था करैए, काहेकी हियाँ हम सुनसान ठाउँमे हैए ।” 13तव बा बिनसे कही, “तुमही बिनके खानु देओ ।” तव बे कही ,''हमरसंग पाँच रोटी और दुई मछरी इकल्लो कछु ना हए, आदमीको जा इत्तो बणो भिणके जाएके खानु मोल लेन और कछु उपाय ना हए । 14बे ज़म्मा: पाँच हजार लोग रहैए । तव बा अपन चेलासे कही, “बिनके पचास पचासकी लाईनमे बैठान लगाओ।”15बे फिर आईसी करी, और सबके बैठाई । 16तव बा पाँच रोटी और दुई मछरी लैके स्वर्ग घेन देखके आशिर्वाद दै, और तोडके आदमीके बाटओ कहिके चेलानके दै । 17और सब खाईके अघाए गए, और चेला उबरो भओ टूक्रा बाह् डाला उठाई।18एक चोटी येशू इकल्लो प्रार्थना करत रहए, चेला बाके सँग रहए, और बा बिनसे पूछी, “आदमी मोसे कौन है कहत हए?” 19बे कही, “कोई बप्तिस्मा देनबालो यूहन्ना कहतहए, कोई यलिया और कोई कहतहए, अग्गुक अगमवक्ता मैसे एक जनी फिर उठो है।”20बा बिनसे कही, “तव तुम का कहत हव ? मए कौन हव ?” तव पत्रुस कही, “परमेश्वरको ख्रीष्ट !” 21तव बा बिनके आज्ञा दैरहए, और सँगए चितौनी दैरहए, काहेकी बे जा बात कोइके ना बतामए । 22तव बा कही, “आदमीको लौणके बेढम दु:ख उठान पणैगो, और बो धर्म-गुरुसे, मुख्य पुजारी और शास्त्रीसे तुच्छ समझो जैहए, बे मारंगे और तिस्रो दिनमे मरोसे जिन्दा हुइके उठैगो।23तव बा सबसे कही, “कोई मीरपच्छु आन इच्छा करैगो कहेसे बा अपनएके इन्कार करए, और रोजदिन अपन क्रुस बोकके मिर पच्छु लगाए। 24कहेकी जैन अपन प्रण बचान इच्छा करत हए, बा बाके गुमाबैगो। तव जौन मिर तही अपन प्रण गुमाबैगो, बा बके बचैहए। 25कहेकी सारा जगत पाएके अपनैके नाश करौगो औ गुमाबैगो कहेसे, आदमीके का फाइदा होबैगो ?26पर कोई मोसे और मिर वचनसे शर्माबैगो कहेसे आदमीको लौण फिर अपनो महिमामे, और पिताकी और पवित्र दूतगणकी महिमामे आत बाके सँग शर्माबैगो । 27तव निह्त्य मए तुमसे कहतहौ, हिया ठाणनबारे कोई-कोई हए, जो परमेश्वरके राज्य ना देखनसे अग्गु मरनको स्वाद ना पमङ्गे ।28जा बातके प्राय: आठ दिनपिच्छु पत्रुस, यूहन्ना और याकूबके अपनेसँग लैके प्रार्थना करन जात बा जा बात कही । 29बा प्रार्थना करत रहए बिनको मुहको रूप बदल गौ, और बिनकी झुला सेतो हुइके चम्को उज्यारो भव।30तव बासे दुई जनी बातचित करत रहए, बे मोशा और एलिया रहए । 31बे महिमित रुपमे दिखने और बे येशूसे उठाएके लैजानके बारेमे बातचित करत रहए । जा बात बिनके यरूशलेममे जाएके पूरो करन रहए ।32तव पत्रुस और बकसँग होनबारे निधाए गए रहए । तव बे उठेके पिच्छु बे बाके सँग ठणेभए दुई जनी आदमीके और बक महीमा देखिँ । 33तव बे दुई आदमी बाके सँग बिदा हुइके जानलगे पत्रुस येशूसे कही, “गुरुजी हमके हिनाऐ बैठन अच्छो हए । हम तिन रहन बारो बना मै- एक तुम्हर तही, एक मोशाक तही और एक एलियाके तही ।” बे काके बारेमे काहात रहए बिनके पता ना रहए।34बा जा बत बेलतए बेलत एक बादर आएके बाके तोपदैई, बा बादर भितर घुसन लगो बे अच्मो मनगाए। 35"तव बादर से आइसे कहिके एक आवाज निकरो, "" जा मीर पुत्र हए, जौनके मए छनो हओ । जाको वचन सुनौ।” " 36जा शब्द आएके पिच्छु येशू बहुवा इकल्लो रहए। बे चूपचाप रहए, और बे देखिभैई बात बे दिनमे कोइसे फिर ना कहि ,37दुस्रे दिन जब येशू और बे चेला पहाड़से उतरे,एक बाणी भीण बासे भेटन आयो । 38भीणसे एक जनी आदमी चिल्लाएके कही,''गुरुजी मै तुमसे बिन्ती करत हौ, मीर लौण के उपर कृपा-दृष्टी करओ । काहेकी बा मीर इकलो लौण हए । 39देखाओ, एक दुष्टआत्मा बाके पक्णत है, और बा अचनक किकियत है, और बा ऐईठतहए और बाके फुपना निकरन लगत है। बाके छ्त्पत्बाएके लद्द बद्द छोणत हए। 40बा दुष्टात्माके निकार देओ कहिके मै तुमर चेला से बिन्ति करे, पर बे ना कारपाई ।41” तव येशु जावफ दै,” अविश्वासी और हाठी पुस्ता, मै कब तक तुमर संग रहङ्गो, और तुमके कब तक सह मओ ? तुमर लौड़ाके हीना लाओ ।” 42पर बक आतै आत भुतात्मा बा के जमिनमे गिराए दै और ऐठन लागो । पर येशु बा आदमीके डँटी, और बा बालकाके अच्छो बनाएके बाको दौवाके सौँप दै ।43परमेश्वर को महानता देखके बे सब हक्का चक्का पडे । येशुको करो भओ प्रतेक काममे सब आदमी छक्क परके देखि, बा अपन चेलानसे कहि, 44जा बात तुमर कानको गहिराइ पुगए कहिके आदमी को लउणा पक्राओ पणन लागो है ।” 45पर बे जा बातके ना समझ पाइ और जा ना समझ पामै कहिके गुप्तमे धारे हैँ । बे जा बारेमे बा से पुछन डरात हए ।46बा समय बेमैसे बडो कौन है जा बारेमे अपसमे बादविवाद चलो । 47पर येशु बिनको मानके विचार पता पाईके एक बालक के लैके अपन किनारे धरि, 48और बिनसे कहि, “ जौन मिर नाउँमे जा बालक के ग्रहण करैगो, बा मोके ग्रहण करैगो, और जोन मोके ग्रहन करैगो ,बा मिर पठान बारोके ग्रहण करैगो । कहेकी तुम सबै मैसे जोन सबसे छोटो है, बाहे बडो होत् है ।”49तव यहुन्ना कहि, “गुरुजी, एक आदमी तुमर नाउँमे भुत निकारत हम देखे, और हम बासे मनाही करे । काहेकि बा हमर संग तुमर अनुसरण ना करत हैं ।” 50तव येशु उनसे कहि,” उनके मनाही मात करौ, कहेकि जौंन तुमर बिरुद्द नाहै, बा तुमर पक्ष मे है ।”51बाको स्वर्गारोहणको दिन जौने आइगओ रहए, बा यरुशलेमघेन जान निर्णय करी । 52तव बा समाचार लानबारे आदमीके पहिलेसे पठाई हरए | बे गए, और बाक ताहि सबै बात तयार करन सामरीको एक गाउँमे घुसो । 53पर यरुशलेमघेन जान बाको दृढ़ विचार पता पाएके बे बाके स्वागत ना करी।54तव जा देखके बाक चेला याकूब और यूहन्ना कही, “प्रभुजी, का तुम चाहतहौ कि स्वर्गसे आगी बर्साएके जे भस्म होमाए कहिके हम आज्ञा करौ ?” 55पर घुमके बा बिनके ढँटके कही । 56तव बे दुसरो गाउँघेन गए ।57बा डगरमे जातपेती, एक जनी आदमी बासे कही, “हे प्रभु, तए जहाँ जए है मै तिर पिच्छु लाङ्गो।” 58तव येशू बासे कहिँ, “सेराके भार होत हए, और आकाशके चिरैयँनके घुस्ला, पर आदमिक लौणाके ता मुण धरन ठाउँ फिर ना है।”59बा दुस्रेसे कहि, “मिर पच्छु लाग ।” पर बा कहिँ, “पहिले मिर दौवाके गाडन जान दे ।” 60बा बासे कहिँ, “मुर्दनके अपने मुर्दा शरीर गाड्न देओ, तव तुम जएके परमेश्वरके राज्यको सुसमाचार प्रचार कर ।”61दुस्रो फिर कहिँ, “प्रभु, मै तुमर पच्छु लाङ्गो, पर पहिले अपन घर बारेन्से बिदा लेनदे ओ।” 62तव येशू बासे कहिँ, “अपन हात हरमे लगाईके पच्छु देखन बारो कोइ फिर परमेश्वरके राज्यको योग्यको ना होत हए ।”
1जाके मारे प्रभु और सत्तरी जनीनके नियुक्त करी, और जाहँ बा अपनएजान चाहत रहए सहर और गाउँमे अपनेसे अग्गु बिनके दुई-दुई जनी करके पठाई । 2बा बिनसे कहि, “फसल त प्रसस्त हए, पर खेतहरा थोरी हए । जहेक मारे फसलके प्रभुसे प्रार्थना करओ, और बा अपन फसलमे खेतहराके पठाए देवए ।3जाओ, देखओ, मए तुमके गुलहाके बिचमे भेडक बच्चा कता पठात हौ । 4४ न त पैसकी थैली, नत झोली, ना जुता बोकओ, न डगरमे कोइसे अभिवादन करओ ।5"जौन घरमे घुसव पहिले कहव, जा घरमे शान्ति होबए !' " 6अगर हुवा प्रिय आदमी हए तव तुमरी शान्ति बाके सँग रहबैगे, पर यदी ना हए कहेसे बा शान्ति तुमर ठीन घुमके अएहए। 7"बिनके दओ चिज खाए पिके बा घरमे बै ठओ। काहेकी खेतहर अपनो ज्यालाको योग्य होत हए । एक घरसे दुसरे घरमे मत घुसओ । "8"जब तुम कोइ शहेरमे घुसौ, और बे तुमके स्वागत करए कहेसे हए, तुमर अग्गु धरो भोजन खाओ, " 9हुवाँ भए रोगीनके अच्छो करौ, और बिनसे काहा बौ, 'परमेश्वरको राज्य तुमर ठीन आएपुगो हए ।'10' पर जब तुम कोइ शहेरमे घुसै गे, और बे तुमके स्वागत ना कङ्गे कहेसे, तव निकरके बा शहेरके सडकमे जाओ, और कहओ, 11"हमर टांगमे चिम्टो तुमर शहेरको भुवा समेत हम तुमर विरुध्दमे झार देतहए । तव फिर जा जानौ, कि परमेश्वरको राज्य ढिङगै आइगौओ है ।" 12मै तुमसे कहतहौँ, बा दिन बा शहेरसे सदोमको हालत सहरान बारो हुइहए ।13"धिक्कार तोके खोराजीन ! धिक्कार तोके, बेथसेदा ! कहेकी तुमरमे भव समर्थ्यको काम टुरोस और सिदोनमे करोभव देखते तव बे अग्गुसे भाङ्ग्रा लागएके भुवामे बैठके पश्चात्ताप करते । " 14पर न्यायके दिनमे तुमसे त टुरोस और सीदोनको हालत सहन बारो हुइहए । 15और तै, कफर्नहुम ! का तए आकाशमे उचो होबैगो का ? तए पातालमे गिरैगो ।16जौन तुमर बात सुनहए, बा मेरो बात सुनतहए| जौन तुमके अस्वीकार करहए, बा मोके अस्वीकार करहए, और जौन मोके अस्वीकार करहए, बा मोके पठानबारोके अस्वीकार करहए।17बे सत्तरी जनी आनन्दसे घुमके आएके अइसो कही, “प्रभु जी, तुमर नाउँमे भूत फिर हमर बशमे आतहए ।” 18बा बिनसे कही, “मए शैतानके स्वर्गसे बिजुलीकत गिरत देखो। 19मै तुमके साँप और बिछी कुचलनके और शत्रुको सबै शक्ति उपर अधिकार दओ हौ, और कोइ बातसे तुमके नुकसान ना हुइहए। 20तहुफिर दुष्टात्मा तुमरे वंशमे हए करके खुसी मत होबओ, पर तुमर नाँउ स्वर्गमे लिखो हए कहेके खुसी होबओ।"21बा बेरा येशू पवित्र आत्मामे उत्साहित भव, और कहि, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्बीको परमप्रभु, मै तुमके धन्यवाद चढात हौ, काहेकी तुम जा बात बुद्धीमान और समझदारसे लुकाएके धरे बालकनके प्रकट करे । काहेकी, पिता तुमके जहे अच्छो लागो।22मिर पिता सब चिज मोके सुम्पदै हए। पुत्र का हए कहिके पिता बाहेक कोइ ना जानत हए, पिता कौन हए कहिके पुत्र बाहेक, और पुत्र बाके जौन कहाँ प्रकट करन इच्छा करत हए, बा बाहेक और कोइ ना जानत हए ।”23चेला घेन घुमके बा बिनसे चुपकेसे कहिँ, “धन्य हए बे आँखी, जौन तुमरी देखिभै जा बात देखत हौ । 24काहेकी मै तुमसे कहत हौ, बहुत अगमवक्ता और राजनके तुम देखत हौ, वे देखन इच्छा करी रहए, पर देख ना पाई और बे सुनन इच्छा करी, पर सुन ना पाई।”25” व्यवस्थाको एक जनी पण्डित बाके परीक्षा करन ठाणो रहए और जा प्रश्न करी, “गुरुजी, अनन्त जीवन पान ताँही मोके का करन पणैइगो ?” 26बा बिनसे कहि, व्यवस्थामे का लिखो हए ? तुमका पढत हौँ ?” 27बा कहि, “तए परमप्रभु, अपन परमेश्वरके अपन सारे हृदयसे, आपने सारे प्राणसे, अपन सारे समझसे और आपने सारे मनसे प्रेम कर, और आपनो पणोसिके अपन कता प्रेम कर।” 28बा बिनसे कहिँ, '' तुम ठिक ज़वाफ दए । अइसए कर, और तुम जिबैगे।"29तव बा अपनएके धर्मी दिखानके इच्छा करके येशूसे कहि, " मेरो पणोसी कौन हए तव ?” 30येशू ज़वाफ दैके कहि,'' एक जानी आदमी यरुशलेमसे यरीहोघेन जात रहए । बा डाँकुनके फेला पणीगओ। बे बाके नङ्गो करके पिटी, और अधमरो करके छोडदै ।31ठीक एक जनी पुजाहरी बहे डगर हुइके जात रहए, और बा अधमरा आदमिके देखके दुसरो घेन घुमके गओ । 32उइसी करके एक जनी लेवी फिर बहे ठाउँमे आएके बाके देखी बा फिर दुसरो घेन घुमके गओ।33पर एक जनी सामरी बा यात्रमे जात रहए बा आदमिक भव ठाउँमे आए पुगो, और बाके देखके बाको मन दयासे भर गओ । 34और बाके ठिन जाएके तेल और दाखमध लगएके बाके घाउमे पट्टि वाँध दै, और अपन गदहा उपर चढाएके बाके एक धर्मेशालामे लाइ, बाके रेखदेख करी। 35दुस्रे दिन बा चाँदीके दुई सिक्का धर्मशालाके मालिकके दैके कहि, “इनको रेखदेख करीओ और जाधा खर्च लागैइगो मै घुमके आइके तुमके तिर देहौ ।”36येशू पुछके कहि, “तुमर विचारमे जे तिन जनी मैसे डाँकुके हातमे पणो आदमिक पणोसी कौन ठहरो ?” 37बा कहि, “बाके उपर दया दिखान बारो आदमी क ?” तव येशू बिनसे कहिँ, "जाऔ और तुम फिर आइसीए करओ।”38बा जातै जात बा कोइ गाउँमे घुसो, और मार्था नाउँ भैइ एक बैयर बा अपनो घरमे स्वागत करी । 39मरियम नाउँ भै बिनकी एक बहिनियाँ रहए। बे येशूके पाउँ ठीन बैठके बाको वचन सुनत रहए ।40पर मार्था सेवा- सत्कारको बहुत काममे इरझी राहात रहए बा येशू ठिन आएके कहिँ, ''प्रभुजी मिर बहिनियाँ सेवा-सत्कारको काममे मोके इकल्लो करे पणे हए, तुम के पता नए हौ ? बासे कहे देओ, और बा मोके साहेता करए।” 41तव येशू जवाफ दैके बिनसे कहि, “मार्था, मार्था तुम बहुत बातके बारेमे चिन्ता करत हौ, और घबणात हौ। 42पर आवश्यकता त एक बातकि हए, बहे अच्छी बातके मरियम छाने हए, जो बिनसे ना छिनएगो ।"
1बा कोई एक ठाउँमे प्रार्थना करत रहए । बा जब प्रार्थना कर डारी, तव चेलन मैसे एक चेला कहि, “हे प्रभु ,युहन्ना अपन चेलनके सिखाओ जैसो प्रार्थना करन हमके फिर सिखा ।“2“ येशू उनसे कहि, "जब तुम प्रार्थना करत हओ तव अइसे कहीयो' हे पिता, तुमर नाउँ पबित्र होबए । ,तुमर राज्य आबै ।3हमर दिन भरको रोटी हमके रोज दिन दिए । 4हमर पाप क्षमा करिए, काहेकी हम फिर हमर बिरुद्धमे अपराध करन बालेन के क्षमा करत हए। हमके परिक्षामे पड़न मत दिओ’ ।5और बा उनसे कहि,मानौ ;तुम मैसे कोइक एक सङ्गि हए बे आधि रातके बाके ठिन जाइके कहत हए। सङ्गि मोके तिन रोटी बैना सापट देओ । 6काहेकी मिर एक जनि सङ्गि यात्रासे मिर ठिन आव हए, और बाके खान देन मिर ठिन कछु ना हए ।' 7बा भितर से जवाफ देत हए,मोके मत झोझियाए । फाटक हब बन्द हुईगओ हए,और मिर लौडा लौडिया मिर सँग सितरीमे हए । मए उठके तोके कछु ना दए पए हौ ।“ 8मए तुमसे कहत हौ, बा उठके उनके बा कछु ना दे हए ,तुम बा के सँगी होनके कारणसे फिर लगातार मागएगे बा ऊठके और तुमके जितनो जरुर हए उतनो जरुर रोटी देहए ।9मइ तुमसे कहत हौ,मगओ त तुमके मिलैगो । ढुणैगेता तुम पाबैगे ,ढकढका बैगेता तुमर ताहि खुलो जाबएगो । 10कहेकी सबए जौन मागत हए ,तौ बा पात हए । जौन ढुडत हए तौ बाके मिलत हए,और जौन खटखटात हए , बाके ताँहि खुलत हए।11तुम मैसे कौन अईसो दउव हुई हए,जौनको लाउडा रोटी मागत पत्थर देहए ,कि मछरी मागहए ता मछरीक बदला साँप देहए ? 12औ अण्डा मगहएता बाके बिछी देहए ? 13तुम दुष्ट हुईके अपन लौडा लौडियाके अच्छी चिज देन जनत हौ कहेसे , तुमर स्वर्गीय पिता बासे मागन बालेन के कित्तो जाधा पबित्र आत्मा ना दे बैगो का ?14बा एक भुत निकारत रहए,जो गुगो रहए,भुतात्मा निकरो तव बा गुगो आदमि मसकन लगो, जा देखकेआदमी अचम्मो मानगए । 15पर बे मैसे कोई त ,कहो, " भुतको मालिक बालजिबुल से भुतके निकारत हए ।"16।१६पर कितनो आदमी बाकी परिक्षा करन ताही स्वर्गसे एकम चिन्ह मागी। 17पर येशू बिनको बिचार पता पाईके बा उनसे कहि,जौन राज्यमे फुट होत हए, बा उजाड होत हए । जौन घरमे फुट होत हए, बा नष्ट हुइ जात हए।18शैतान के फिर अपने मे बेमिलाप नाहुई हए कहेसे ,उनको राज्य कैसे टिकैगो ? काहेकी तुम कहात हौ,कि मए,बालजिबु (भुतनको मालीक)से भुत भजात हौ । 19मए बालजिबुल से भुत निकारत हौ कहेसे तुमर लौडा लौडिया कौनसे, बिनके निकरात हए ? काहेकी बे तुमर न्याय करङ्गे । 20पर यदी मए परमेश्वरको नाउँसे भुत निकारत हओ कहेसे परमेश्वरको राज्य तुमर ठिन आईगौ हए ।21हतियार लैके तयार हुईके बलवान आदमि अपन घरको रक्षा करत हए कहेसे, बक माल समान सुरक्षित रएहए । 22अगर बासे फिर बलवान आदमी आईके बाके लणाई करके बाके जितैगो कहेसे, बे धरे भए बक जम्मए हतियार छिनाईके लैजात हए , और बक मालसमान लुटके लैजात हए । 23जौन मिर पक्षमे ना हए, बा मिर बिरुद्धमे हए,और जौन मिर सँग ना बटोरैगो,बा बिद्गए हए ।24जब अशुद्ध आत्मा आदमीसे निकरके जात हए कहेसे बाआराम जगह ढुणत हए , बा कोइ ठाउँ ना पाएके बा काहत हए मए अपन पुराने जगह मे जाहँसे मए आओ हओ बा हुँव लौटके चलोजामङ्गो । 25घुमके पिछु बा अपन घर सफा और अच्छो देखत हए । 26तव बा अपनेसे फिर जद्धा दुष्ट और सात आत्मा संगमे लात हए,और बा आदमीक पच्छु दशा पहिलेसे हद्धा खराब होत हए ।27बा जा बात कहतै कहत ,भिड मैसे एक स्त्री चिल्लाईके कहि”धन्य बा बैयर जौन तोके गर्भधारण करी और अपन दुध पिबाई ।" 28पर बा कहि, "बलकी बे धन्य है,जौन परमेश्वरको बचन सुनत हए,और पालन करत हए ।"29भिड जमा होतै जात बा कहि “जा पुस्ता दुष्ट पुस्ता हए ।जा चिन्ह ढुणत हए , पर योनाको चिन्ह बाहेक जाके और कोई चिन्ह नामिलैगे । 30काहेकी जौन तरिकासे (रितसे) योनानिनबेके आदमिक ताँहि चिन्ह भौ रहए। बहे तरिकासे (रितसे)आदमिक पुत्र फिर जा पुस्ताके ताँहि चिन्हा हुई हए।31३१ दख्खिन देशकी रानी आदमीके विरुध्दमे दोषी ठहारान तही उठएगी, काहेकी बा पृथ्बिक किनारेसे सोलोमानको बुद्धि सुनन तहि आईरहए । पर देखौ,हिया एक आदमी हए , जो सोलोमानसे महान हए ।32निनबेक आदमी न्यायमे जा पुस्ताकसँग ठाडके जाके दोष लगामङ्गे । कहेकी बे योनाको प्रचार मे पश्ताप करत रहए,और देखौ हिया एक आदमी हए,ज बा योनासे फिर महान हए ।33“कोई दिया पजारके गुप्त टाउँमे या ब्रतन तरे ना धरगें, पर भितार जानबारे सबैके उजियारो देवए करके आरोमे धरत हए । 34तुमर शरिरको दिया तमुर आँखी हए, तुमर आँखी ठिक हए त तुमर सारा शरिर उजियारो हुईहए, पर खराब हए कहेसे ,तुमर शरिर फिर अध्यारो हुई हए । 35तहि मारे साबधान रहौं, तुमरमे भव उजियारो अँध्यारो ना होबए। 36अगर तुमर शरिर उजियारोसे पुरा हए कहेसे ,औ कोई भाग अध्यारो नाहए कहेसे ,बा सब उजारो हुई हए ,अइसिए दियाके जैसो तुमर पुरी शरीर उजियारो हुइहए ।37जब बा बोल डारि रहए, फरिसी बाके अपनो घरमे खानके ताही बुलाइ । बाके पिछु येशू गओ और आड लैके बैठगओ । 38खानु खानसे पहिलेहात ना धोनको बजैसे फरिसी अचम्मो मानगए ।39पर प्रभु उनसे कही, तुम फारिसी कटोरा और गिलासके बहेर त माजत हौ, पर भितर त लुट और दुष्टतासे भरे हौ । 40हे मुर्ख आदमी तुमके जौन बहेरको भाग बनाई, बेहे फितरको फिर बनाई हए कि ना ? 41पर भितरको दान स्वरुप देबौ ,और तुमर ताहि सब चिज शुद्ध हुई जए हए ।42पर तुम फरिसिनके धिक्कार ! कहेकी तुम पुदिना,आरुद और हरेक जडिबुटीको दशांश देत हौ,पर परमेश्वरको प्रेमको धार्मिक्ताके बेवास्ता करत हौ । पर तुमके परमेश्वरको प्रेम और धार्मीक्ता तराहा काम करन रहए । बे काम करन तुम कमजोर मतहेओ ।43“तुम फरिसीके धिक्कार ! कहेकी तुम सभा घरमे मुख्य मुख्य आसन और बजारमे आभिवादन लेन तुमके अच्छो लगत हए” । 44“तुमके धिकार ! कहेकी तुम बा मरघटके गड्डा हानी हौ, जो ना दिखात हए,और चालै ना पाएके आदमिन बिनके उपर नेगत हए”।45“ब्यबस्थाको पण्डित मैसे एक आदमी बा से कहि, “ गुरु जी जा बात कहेके तुम ता हमर फिर बेज्जत करत हौ । 46बा कहि, “तुम ब्यबस्थाके पण्डितनके फिर धिक्कार ! बोकन ना सीकन बारो बोझ आदमिक उपर लादत हौ ,पर तुम अपनै एक उङगरिसे फिर बा बोझ ना छुईतहौ ।47“तुमके धिक्कार ! कहेकी तुमर पुर्खनके मारके अगमवक्तानके (मृत्युके गड्डा तुम बनात हौ) , पर बिनके मारन बारे बीनके पुर्खा रहए । 48आईसी तुम अपन पर्खाको साक्षी हौ,और उनकेसँग सहमत जनाए,कहेकी बे बा समयके अगम बक्तानके मारि रहए और जौनको मृत्युको गड्डाके तुम आज तकके यदगारके ताही बनाए हओ ।49जहेमारे परमेश्वरको बुद्धिसे फिर कहत हौ,‘मए उनके ठिन अगमवक्ताको और प्रेरितके पठामंगो और बे मैसे कोइके मरहए और कोइके सतामंगे। 50ससारको सुरुसे सब अगमवक्ताको रक्तपातको लेखा जा पुस्ताकेसँग लेमंगे ।“ 51हँ , मए तुमसे कहत हौ,हाबिलकि खुनसे लैके वेदी और मिन्दिरको पबित्रा स्तानको माझमे मरे भए जकरिया तक खुनको लेखा जा पुस्ताकेसँग लेमंगे ।52“ तुम ब्यबस्थाके पण्डितके धिक्कार ! कहेकी तुम ज्ञानको चाभी लेन त लए, पर तुम अपनै फिर भितर घुस ना पाए और घुसन बालेनके फिर रोकत हौ ।53जब बा हुवासे निकरो तब शास्त्री और फरिसी बाको घोर बिरोध करत , बहुत बिषयमे बासे पुछन लगो । 54और बाको मुहुसे निकरी भई बातमे बाके पकणन दाउमे बैठे ।
1जेहए समयमे जब हजारौकि भिण जम्मा भव , यित्तो तक्की एक दुसरेके चिबदान लागे , बा पहिले अपन चेलानसे कहन लागे, “ तुम फरिसीको खमिरसे होशियार बैठौ । बा खमिर बिनको कपट आचरण हए ।2तुपो अईसो कोइ बात नाहया, जो प्रकट नाहुईहए , छिपो कोई बात नाहया ,जो पता ना लगत हए । 3हजेमारे जो तुम अध्यारोमे कहे हौ, बा उजोयारोमे सुन हौवओ । गुप्त कोनोमे कहि बात घरको छानीसे प्रचार होबैगो ।4मेरे संगीयो, मए तुमसे कहत हौ,बिनसे मत डरावओ जोन शरिरमे मारत हए, पर बासे पच्छु और कुछ ना कर पएहए । 5पर कोनसे डरान पणत हए, मै तुमकए चेताउनी देहौओ । बहेसे डरान पणत हए, जौन शरिरके मारके पिच्छु नरकमे फेकदेनबारो अधिकार हए । मए तुमसे कहत हौ, बिनसे डराबौँ ।6का दुई पैसामे पाँच चिरइया ना बिकत है ? बे मैसे एक फिर परमेश्वर ना भुलतहए । 7पर तुमर त मुणक बारसमेत गिने हए । जहेमारे मत डराबौ ,तुम बेढम चिरइयासे जाद्धा मोलके हौ ।8मए तुमसे कहत हौ , सबए जो मोके आदमिक सामने स्वीकार कर हए, बाके आदमिक पुत्र फिर परमेश्वरके दुतके अग्गु स्वीकार करैगो । 9“पर जौन मोके आदमीक अग्गु आस्वीकार करहए , परमेश्वरके दुतके अग्गु आस्वीकारय होबैगो । 10हरेक जौन आदमीक पुत्रके बिरुद्धमे बोलैगो, बके क्षमा होबैगो , पर जौन पबित्र आत्माके बिरुद्धमे निन्दा करैगो ,बाके क्षमा ना हुईहए ।11जब माए तुमके सभा घर,शासक और अधिकारीक सामने लमङ्गे,तव तुम कैसे और का जवाफ दे हओ, औ का कहान पणैगो बा चिन्ता मत करियो । 12काहेकी बहे बेरा तुमके का कहन पणैगो पबित्र आत्मा तुमके सिखाबौगो ।13भिणसे एक जनि बासे कहि, “गुरु जी मिर ददासे कहि देओ,और बा अंशबण्डा कर देबए ।” 14“तव बा बासे कहि” , मित्र कौन मोके तुमर उपर न्याय करन, औ तुमर सम्पत्ति बाँटदेन बरो बनाओ ?" 15“बा बिनसे कहि”,होशियार रहबौ, सब तरह के लालच से बचके काम करौँ, काहेकी आदमिक जिन्दगी बके धन सम्पत्तिके प्रशस्ततामे ना रहात हए।"16बा बिनसे एक दृष्टान्त कहि, कोई एक जनि धनी आदमिको जमिनमे बहुत उब्जनी भव । 17बा मनएमनमे गुनन्न लगो,मेरो अन्न धरन ताहि बिच्चा मिर ठिन नाहया ,अब मए का करौ ? 18तव बा कहिं , 'मए अईसो करङगो अपन बाखारी फोणके और बणी बनामंगो,और मिर सब अनाज और मालसमान बहेमे धरङ्गो । 19तव मए अपन प्राणसे कहमङ्गो ' ए प्राण बेढम बर्ष तक् प्रशस्त सम्पत्ति तेरे ताहि जमा करो हौ । सुख-चैनमे बैठो ,खा,पी और मजा कर ।'20“तव परमेश्वर बासे कहि, ए मुर्ख आज रातके तेरो प्राण तोसे छिन लेहए है,और जो चिज तै अपन ताहि जम्मा करो हए, बा कौन को हुईहए ? 21अपन ताहिं धन-सम्पत्ति जम्मा करनबारो , पर परमेश्वरको दृष्टिमे धनी नाहोनबारो आदमीक अवस्था अईसी हुई हए ।”22बा अपन चेलासे कही ,“जहेमारे मए तुमसे कहत हौं , अपन प्राणके ताहिं का खामौ और शरीर के ताहिं का पैधओ कहिके चिन्ता मत करओ। 23कहेकी प्राण भोजन से ओर शरीर लत्तासे बाणो हए ।24कौवानके विचार करौं ; बे ना बोतहए , ना काटत हए , ना त कुठिया ,ना बखारी हए ,तव फिर परमेश्वर बिनके खबात हए । तुम चिरैयानसे बहुत मोलके हौं । 25तुमर मैसे कोई फिकर करके अपन आयुके एक घडी तक फिर थप सकत हए ? 26जहेमारे तुम यितका छोटो काम करन फिर ना सकतहौ कहेसे , औरबातक चिन्ता काहे करत हौं ?27लिली फुलाके विचार करौं , कैसे बे बढत हए, न त बे परिश्रम करतहए , ना त मेहनत करतहए , पर मए तुमसे कहत हौं, सोलोमन राजा फिर अपनो सारा गौरवमे जे मैसे एक विभुषित ना रहए 28पर आज होन बारो और कल आगींमे डारदेनो मेदानक घांसके परमेश्वर अइसी आभुषित करत हए कहेसे , ए अल्पविश्वासि , बा तुमके और कित्तो जाद्दा आभुषित कर हए ।29का खैहौं का पिहौं कहिके तुम ढुढत मत बैठो और चिन्तित फिर मतहोबौ । 30कहेकी संसारके सब आदमी जाबातके ढुणत रहतहए । तुमर पिता जानत हए कि तुमके जे बातके जरुरत हए ।31पर परमेश्वर राज्यको ढुणओ , और जे सब बात फिर तुमके देबैगो । 32छोटो बगाल, मतडरबओ । कहेकी तुमके राज्य देनताहिं तुमर पिता खुशि हए ।33तुम अपन सम्पत्ति बेचके दान देबौ । अपन ताहिं खराब ना होनबारी थैली बनाओ । स्वर्गमे कबहु नष्ट ना होन धन स्वर्गमे संचय करौ । हुना चुट्टा ना लगतहए और किरा फिर नलागत हए । 34कहेकी जहां तुमर धन हए , हुवा तुमरो मन फिर होतहए ।35तुम अपन करेहांवा कसओ और तमर दिया पजरी राहाबहए। 36तुम बे आदमीक जैसे होबओ , जो अपनो मालिक भोजसे घुमके आएके फाटक ढकढकय हए ,बे बक ताहिं फाटक जल्दी खोलदे हए ।37बे नोकर धन्यके हए , जौन मालिक घर आएके बिनके जगो पात हए । नेहत्तैए मए तुमसे कहातहौं , बे अपन फेटा कसके बिनके खान बैठात हए , और आएके बिनके सेवा करत हए । 38अगर बे आधीरातमे बासे और देरमे आएके फिर नोकरके जगो पातहए कहेसे बे धन्यक हए।39पर जा जानेकी , कि चुट्टा कौन बेरा आतहए कहिके घरके मालिक जानते त बे जगके बैठते और चुटटानके घर फोरन और घुसन ना देतो । 40तुम फिर तयार राहाबौ , कहेकी तुमके ना सोँचो समयमे आदमीको पुत्र आबैगो ।41पत्रुस कही ,”हे प्रभु का जा काहानी हमर ताहिं इकल्लो बताए हौ, कि और सबके ताहिं ?” 42प्रभु कहि,”बा विश्वासयोग्य और बुद्दिमानी भण्डारे कौन हए , जौन बक मालिक अपन परिवारके खास समयमे बिनके भागमे पणो खानु देनताहिं खटाबैगो ? 43बा दास धन्यक हए , जो बाक मालिक आतपेती अइसीए करत पाबैगो । 44निहत्तैए मए तुमसे कहात हौं , बे बक अपन सारा सम्पति उपर अधिकार देबैगो ।45तव बा दास अपन मनमे ,मिर मालिकके आन देर हुईहए कहेसे कमैया और टाहलुनके मारन लागो, और बा खात ,पित दाखमधसे मत्तात हए । 46बा आशा नाकरो दिन मे बक मालिक घुमकेअबैगो , जैन समय बक पता ना होबैगो ।और बाक दण्ड देबैगो , और बा अविश्वासीनके ताही तयार करोभओ जगहमे बाको नियुक्ति करैगो ।47अपने मालिकके इच्छा जानके तयर ना रहनबारो और बिनको इच्छाजैसो ना रहनबारो दास त जाद्दा पिटाई खाए हए । 48पर मालिकके इच्छा ना जानके पिटाई खान योग्यके काम करनबारो थोडी पिटाई खाबैगो । प्रत्येक जौनके बेढम दइ हए , बासे मागेगो , और हरेक जौनके बेढम सौपी रहए , बासे जद्दी लेबैगो ।49मए पृथ्वी उपर आगी वे्र्षान आओ हओ ,और मए जो चाहत रहओ बा हुइगओ हए । 50एक बप्तिस्मा हए ,जो मोके लेनैपणैगो । बा पुरा ना होन तक मके बेढम कष्ट भोगन पणैगो ।51का तुमके सम्झात हओ कि मए पृथ्वीमे शान्ति लान आओ हाओ ? ना , मए तुमसे कहत हौं , बरु मए अलग-अलग करन आओ हौं । 52कहेकी अब उइसो एक , परिवारमे पांच जनी एक दुसरेमे फुट हुईहए , तिन जनिके विरुद्दमे दुई और दुई जनीके विरुध्दमे तिन । 53बिनके बिचमे फुट हुईहए दौवाक विरुध्दमे लौणा और लौणाके विरुध्दमे दौवा , आइया लौणीया विरुध्दमे और लौणीया आइयाक विरुध्दमे सास बहुक विरुध्दमे और बहु सास के विरुध्दमे ।54येशू भीणसे फिर कहि, “तुम पछारघेन बादर उठत भओ, देखके जल्दी कहत हौ,“पानी पणैगो ,और उइसीए होत हए । 55जब दख्खिन को हवा चलत हए तव तुम कहत हौं ,धामो होबैगो, और उइसीए होतहए । 56ए कपटीओ , तुम आकाश और पृथ्वीक लक्षणके बतान जानत हौं , पर वर्तमान समयके बारेमेअर्थ लगान काहे ना जानत हौं ?57कौन बात ठीक हए कहिके तुम अपनै कहे निर्णय नकरत हौं ? 58“तुम उजुर करनवालेसंग हाकिम ठीन जानसे पहले , डगरमे बासे मिलाप करौं ,न त बा तुमके न्यायधिश ठीन तानके लैजाएहए ,और न्यायधिश तुमके अफसरके हातमे सैँप देहए , और अफसर तुमके जेलखानामे डार देहए । 59मए तुमसे काहतहौ, तुम एक-एक पैसा ना तिरनतक बाहुनासे ना छुटाबैगो ।”
1बही समय हुवा कित्तो उपस्थित रहए , जौन बे गालीलीके बारेमे बासे कही , जो पिलातस हत्या करके बिनको खुन बलि भव पशुको खुनकेसंग मिलाएदैइ रहए । 2तव येशु बिनके जवाफ दाईके कही ,“बे अइसो कष्ट भोगी कहेसे , का तुम मानतहौं , जे गालीलीनके और सब गालीलीसे जाध्दा पापी हए ? 3मए तुमसे कहतहौँ , अइसो नाहए , पर तुम पश्चात्ताप ना करहौ कहेसे तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।4औ का तुम मान्त हौं , बे अठार जनी , जो सिलोआममे धरहरा गिरके मरे रहए , कि बे सब यरुशलेमवासी मैसे जध्दा अपराधी रहए ? 5उइसो नाहए , पर मए तुमसे कहतहौँ , तुम पश्चात्ताप ना करहौं कहेसे , तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।6येशू जा काहानी कही ; “कोई आदमी अपनो दाखबारींमे एक दाखको लगाई रहए । बा पेणमे फल फरो कि कहिके बा आऔ, 7तव बा मालिसे कहि , तीन वर्ष हुइगओ , मए जा दाखको फल ठुणत हौ ,पर ना पाओ । जाके काटके गिराएदेओ , जा जमिन कहे अगोटे हए ?8पर माली कही , “हजुर , जाके और एक वर्ष रहन देओ । मए जाके आसपास खोदके मल डारंङ्गो, 9और तव फल फलहै कहेसे ठिकै हुईहए, ना फलहै कहेसे तुम जाके काटके गिरायदीओ ।"10येसू शबाथ-दिन कोई एक सभाघरमे बा शिक्षा देत रहए। 11हुवा एक बैयर रहए,जोके अठारा बर्षसे बाके कमजोर करन बालो भुत लगो रहए । बा ढुकी हुईगई रहए,और अपन पुरो रुपसे सुध ना हुई पात रहए।12येशु बाके देखी ,और बुलाएके कहि “ए नारी ,तए अपनो कमजोर से मुक्त भव ।" 13तव बा बक उपर अपनी हात धरी,और बा तुरन्तै सुध हुईगई और परमेश्वरको प्रशंसा करन लागि। 14सभाघरके शासक गुस्सा भए, कहेकी येशु शबाथ-दिनमे अच्छो करि रहए,और बे आदमीसे कहि , “काम करन छै दिन हए । जहेमारे जा छै दिन भितर आएके अच्छो होबौ,शबाथ- दिनमे ना ।"15पर प्रभु जवाफ दई, कपटी तुम ! तुमर मैसे कौन शबाथ दिनमे सार और तबेलासे अपन बर्धा कि गधा खोलके पानी पिबान ना लैजात हए ? 16अब्राहम कि जा लौडिया जो अठारा बर्ष तक शैतानके बन्धनमे रहए , शबाथ-दिनमे जा बन्धनसे ,बा मुक्त होन नाहया का ?"17जब बा जा बात कहि, बके बिरोधी सबए सर्म मे पणगए, पर बाको करोभव सब महिमा मए काममे आदमी आनन्दित भए ।18तव येशू कहि “परमेश्वरको राज्य का जईसो हए ? बाको तुलना मए कैसे करऔ ? 19बा रायाक बिजको एक दाना जईसो हए , जो एक आदमी लईके अपन बारिमे लगाई,और बा बढके एक रुखा हुईगओ और आकाशके चराचुराङ्गी (चिराईया)बाको हाँगामे घुरघुसला बनाई ।"20फिर बा कहि “परमेश्वरको राज्यके मए कौनसे तुलना करौ ? 21बा खमिर जैसो हए,जो एक स्त्री पच्चिस किलो चुनमे मिलाई,और पुरो चुन खमिर हुईगओ।"22अब शहर-शहर और गाउ-गाउ हुईके यात्रा करतए शिक्षा देत बा यरुशलेम घेन गओ। 23कोई एक जनि बासे पुछि, “प्रभु का उद्धार पान बारो थोरि ही हए ?" पर बा बिनसे कहि 24पतरो फाटकसे जान प्रयाहस करओ ,काहेकी मए तुमसे कहत हौ , गजब जनि घुसन ढुणङ्गे , पर ना जा पए हए ।25एक बार घरको मालिक उठके फाटक बन्द करके पिच्छु ,तुम बाहिर ठाणके अईसी कहात फाटक ढक ढकाबईगे , प्रभु हमर ताहि फाटक खोलदेओ , ताकि हम भितर अए सकै। , और बा जवाफ दैके तुम कहाबैगो “मए तुमके ना चिनत हौ औ तुम काहासे आए हओ ? 26तव तुम कहाबैगे हम तुमर सामने खाए और पिए ,और हमर गल्लीमे तुम शिक्षा दए रहौ ।' 27बा कही , 'मए तुमसे कहत हौ ,तुम कहाँसे आए हौ, मए तुमके ना जानत हौ । दुष्ट काम करनबारे, मोसे दुर होबौ ।'28“जब तुम अब्राहम इसहाक,याकुब और सब अगमबक्ताके परमेश्वरको राज्यभितर देखैगे, तव तुम अपनै बाहिर फेके जईहौ ,तव तुम बिलाप करै गे और दाँत किटकिटा बैगे । 29आदमी अगर पछार सिरे और दखिन्नसे आएके परमेश्वरको राज्यको भोजमेस बैठाङ्गे। 30देख,पच्छुबारो अग्गु और अग्गु बारो पिछु हुईहए ।31तुरन्तय कुछ फरिसी आएके बासे कहि, बहुनासे निकरके चले जाबऔ, कहेकी हेरोद तुमके मारन चहात हए । 32बा बिनसे कहि, “जाएके बा सेरा से कहा ,देख आज और कल मए भुतके भजामङ्गो और अच्छो करन बारो काम करङ्गो,तव तिस्रो दिन मेरो काम पुरो हुइहए । 33तव फिर आज कल और परसौ फिर मए लगातार देन जरुरी हए ,काहेकी येरुशलेमसे बाहिर कोई एकअगमबक्ताको मारन उचित ना हए ।34यरुशलेम ए यरुशलेम तए अगमबक्ताके मारत हए,और तिर ठिन पठाए भएके उपर पत्थर बर्सात हए ! जैसे मुर्गिया अपन बच्चनके पखमा तरे लुकात हए, उइसिए मए कित्तो चोटी तिर बालकके लेन इच्छा करो, पर तए ना मानो । 35देख , तेरो घर उजणो हए । मए तोसे कहत हौ,जब तक तए, "धन्य हओ प्रमप्रभुको नाउँमे आनबारो " ना कैहओ , तब तक मोके न देखैगे ।"
1एक शबाथ दिनमे-बा फरिसीके कोई एक जनि शासकको घरसे खान गओ ।फरिसी बाकी चेवामा बैठेरहए । 2जलग्रह रोगसे पिडित भव एक जनि आदमी बक सामने रहए । 3येशु व्यवस्थापक पण्डितसे और फरिसीसे पुच्छी “शबाथमे अच्छो करन उचित हए कि नाहए ?4पर बे चुप लागेरहए ।और बा रोगिके शरिरमे हात धरके अच्छो करि और बाके जान दै । 5तव बा बिनसे कहि, "तुमर मैसे अपन बर्धा औ गधा सबाथ-दिनमे कुईयामे गिर गओ कहेसे बाके तुम ना निकारए गे ?" 6तव बे जा बातकी जवाफ न दैपाई ।7तव भोजमे आए भए पहुना आदरको स्थान छानि देखके बा बिनके एक कहानी कहि । 8“बिहाको भोजमे आए भए पहुना आदरको निउतो पाएहौ कहेसे आदरको स्थानमे मत बैठौ ! तुमसे जाधा ईज्जत बारो आदमी बा हुवा निउतो पाई हुईहए । 9जब बुलाए भए दोनो जनीआमङ्गे बा तुमसे आएके काहाबैगो , जिनके बैठन ठउँ देबौ' और तुम त शर्मके मारे सबसे तरेको स्थानमे बैठन पणैगो ।10पर जब तुम निउतो पाएहओ , जाएके तरेके ठाउँमे बैठओ , और मेजमान आएके तुमसे कहबैगो ; ए मित्र उपर जाएके बैठौ । बा समय (बेरा) तुमरसंग खानु खान बैठन बारेक सामने तुमर इज्जत होबैगो । 11कहेकी हरेक जो अपनएके उचो बनातहए बा निचो होबैगो , और अपनएके निचो बनानबारो उचो बनैगो ।12तव बाके निउतो देनबारेसे फिर बा कही ; तुम सबेरे या साँझाके भोज लगातपेती, अपन मित्रके , अपन ददाभैयाके औ तुमर कुटुम्बके औ धनी पडोसीके निउतो मतदेबौ नत बे फिर सट्टामे तुमके निउतो दैके तुमर गुन चुकाएदेहए ।13पर जब तुम भोज लगातपेती , गरिब , लुला , लङडा , अन्धा के बुलाओ , 14और तुम अशिष पाबैगे , कहेकी बे तुमर गुण घुमाए ना पामङ्गे । पर मृत्यृसे धर्मीको पुनरुत्थान होत तुम जाको प्रतिफल पाबैगे ।“15बाकेसंग खान बैठन बारे मैसे एक जनी जे बात सुनके कही, "बा धन्य हए , जो परमेश्चरको राज्यमे भोज खाबैगो ।" 16पर बा बासे कही ; कोइ एक आदमी सांझक एक बणो भोज तयार करी ,और बेढमके निउतो दई । 17जब भोज तयर भओ बा अपन नोकरके भोजन खान समयमे निउतो पाए भएके आइसो बुलान पठाई ; सब चिझ तयर हए ।'18पर बे सब समान रुपमे एकैहानी बहाना बनानलागे । पहिलो बासे कही , मए एक खेत मोल लओ हौ, मोके बा देखन जान पणैगो , मए बिन्ती करत हओ, मोके माफ करौँ । 19फिर दुसरो कही ,मए पाँच गोई ब्रधा किनो हओ , मए बे देखन जएहौ । मए बिन्ती करत हओ , मोके माफ करौँ’ 20फिर एक और कही, मए बिहा करो हौ , जहेमारे मए नअए पएहौ ।'21तव नोकर आएके अपन मालिकके जा बात कहीदैइ तव बा दिक्काएके अपन नोकरसे कही , सहेरके डगरमे और गल्लीमे जल्दी जा और गरीब , लुला ,अन्धरा लङडाके हिया भितर लिया ‘ 22तव नोकर कही , हजुर तुमर आज्ञा करो भओ जैसो काम भव हए , फिरभि और ठाउ खाली हए।'23मालिक नोकरसे कही , मेन डगर और गल्लीमे हुईसे जाएके आदमीके भितर आन कर लगाओ , और मिर घर भरए । 24कहेकी मए तुमसे कहत हौ , निउतो पाएभएसे कोई फिर भोजको स्वाद चाखन ना पामङ्गे ।'25आदमीको बडो भीण बकसंग जातरहए , और बा घुमके बिनसे कही , 26अगर कोई मिरठीन आबैगो , और अपन दौवा अईया , बैयर , लौणा – लौडिया और ददाभैया , दिदीबहिनीयाके अपन प्राणके समेत तुच्छ नठानैगो कहेसे , बा मेरो चेला न हुईपए हए। 27जौन आदमी अपन क्रुस बोकके मेरे पिच्छु ना लगत हए कहेसे , बा मेरो चेला न हुईपए हए ।28तुम मैसे कौन हए, जौन कोई एक धरहरा बनान इच्छा करतहए कहेसे , बा धरहरा बनाएके खतम करन खर्च अपनठीन हए कि नहए कहिके का बा अग्गुसे हिसाब ना करहए का ? 29नत बा जग बैठाएके पिच्छु निभटाए नापाईहए कहेसे बाके ,देखके सबए बासे अइसो कहीके हँशी उणए हए और काहमङ्गे, 30’जा आदमी बनान त लागो पर निभटाए ना पाइ।'31औ कौन राजा हुइहए जो राजासँग लडई करन जात अपनसँग भव दश हजार बाके विरुद्धमे आनबारो बीस हजार सेनासे लडई करपएहौँ कि नकरपएहौ कहिके पहले बैठके सल्लाह न करहए का ? 32बा नकरपएहए कहेसे , बा दुसरो राजा दुर होत मिलापको शर्त पुछन राजदुत पठाबैगो । 33जहेमारे तुमर मैसे अपनसँग भव सब चिझ नछोणैगो कहेसे बा, मेरो चेला ना हईपए हए।34नुन अच्छो हए, और नुन खल्लो भव कहेसे , कासे बा नुनाईन हुइहए ? 35बा न त जमिनके ताहि , न खादके ताहि काम लागनबारो हुईहए । आदमी बाके मिलाएदेतहए । जौनके सुनन के कान हए , बे सुनए ।”
1अब सबए कर उठानबारे और पापी बाको वचन सुनन बाकेठीन आतरहए । 2" जा आदमी त पापीके ग्रहण करतहए , और बिमके संग खानपिन करत हए “ कहीके फरिसी और शाश्त्री गनगन करन लगे ।3तव येशू बिनके जा काहानी कही । 4" तुमर मैसे कोइ आदमी हुइहए , जौनको एक सौ भेडा रहए बिन मैसे एक हारत हए, उनानसौके वनमे छोडके हराओ भव भेडाके नपानतक्क बाके ढुणत राहत हए ? 5हराओ भव भेडा पाएके पिच्छु खुशी होत बाके अपनो कधांमे धरत हए ।6और घरमे आएके बा अपन मित्र और पडोसीनके बुलातहए , और बिनसे कहत हए , मिरसंग रमाओ कहेकी मए अपनो हरनो भेडा पाओ हओ । 7मए तुमसे कहत हौं, अइसी पश्चात्ताप न करन बारे उनानसौ धर्मी जन के तही पश्चात्ताप करन बारो एक जनी पापीके ताही स्वर्गमे गजब आनन्द हुइ हए ।8कौन बैयर हुई हए जौनके ठीन दश चांदीके सिक्का मैसे एक हराए गओ, तव दिया पजरके बा बाके ना पानतक घर बुढारके मेहंनतसे न ढुणहए तव ? 9हराओ भव सिक्का पाएके पिच्छु बा अपन संगी और पडोसीनके बुलाएके कहत हए , मिरसंग रमाओ , कहेकी मए मेरो सिक्का पाएगओ हओ । 10मए तुमसे कहत हौ , अइसी पश्चात्ताप करन बारे एक जनीके ताहि परमेश्वरके स्वर्गदुतके सामने आनन्द होत हए ।"11येशू बिनसे कहि ,“कोई आदमिक दुई लौणा रहए । 12छोटो त दौवासे कहि ,दौवा ,मेरो भागमे पणन बारो धन-सम्पत्तिको हिस्सा मोके देएओ ।' तव बा अपन सम्पत्ति बिनके बाटदैई ।13बहुत दिन नाहोतय सबए धन-सम्पत्ति बटेरके छोटो लौडा दुर देशंमे चलो गओ, और बा हुना मोजमजा करनमे अपन सम्पत्ति उडाए डारी । 14बा सबए रुपियांपैसा खर्च करडारी रहए । बहे समए बा देशमे बडो अनिकाल पडो रहए , और बाके घटीकमी होन लागो ।15बा गओ , और बा देशको एक जनी नागरीक ठिन काम मागी । बा अपन खेतमे सोरा चुगान पठाई । 16सोरा खान बारो चुगासे बा अपन पेट भरन चाहत रहए , तव कोई बाके कछु न देत रहए ।17जब बक होस खुली , तव कहि, मिर दौवाके गजब काम करनबारे लेबर चाकर पेट भरके खाएके , उबार जात हए , पर मए त भुकसे मर रहो हौं ! 18मए उठके अपन दौवाठीन जए हओ, और बासे कएहओ, 'दौवा,मए स्वर्गके विरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हौ । 19अब मए तुमर लौडा कहानको योग्य नाहओ । मोके तुम काम करन बारे लेवर चाकर मैसे एक बिनही कता बनाए लेबओ ।'20तव बा उठके अपन दौवा ठीन गओ । बा दुर होत बक दौवा बाके देखी , बा दयासे भरगओ ,और दौडके गओ बाके गलबइया डारके बाके चुम्बन करी । 21लौडा अपन दैँवासे काही ,“दौवा मए स्वर्गके बिरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हौ । मए फिर तुमर लौडा कहनको योग्या ना हओ ।'22पर,“दौवा त अपन कमान बारे लेवरसे कही , जल्दी सबसे अच्छो लत्ता लाएके बाके पहीदाए देव , बाके हातमे औँगुठी और जुत्ता लगाएदे ।' 23और तजानो भव पशुके मारओ, हम खाएके आन्नद बाना मए । , 24काहेकी जा मेरो लौडा मरो रहए , फिर जिन्दा भव हए ,हरानो रहए ,और मए पाए गओ हओ । तौबे आन्नद मनान लागे ।'25बा समय बाको बडो लौडा खेतमे रहए और बा घर ठीन पुगो तव नाचगानाको आवाज सुनि । 26बा चाकर मैसे एक जनिके अपनि ठिन बुलाई ; जा का होत हए कहेके पुछी । 27बा बासे कहि,तुमर भैया आईगओ हए,और तुमर दौवा पालो भव मोटो पशु मारी हए । काहेकी बा सहीसलामत घुमो हए ।28पर बा दिक्काई गओ, और भितर जान नामनी, और बाको दौवा बाहीर जाईके बाके मनान लगो । 29पर बा दौवासे कहि,देख ईत्तो साल मए तुमर सेवा करो,और तुमर अज्ञा कभी उल्लंगन ना करो, तहु भिर मए अपन सङ्गि सँग आन्नद मनानके तुम मोके एक बकरा फिर कभी ना दए। 30पर तुमर सम्पत्तिके बेश्यनके सँग उडान बारो तुमर लौडा आतए तुम पालो भव मोटो पशु बाके ताहि मारे ।'31तव बा बासे कहि, ' लौडा ताए त मिर सँब हर समय हए और मिर सबए सम्पत्ति तेरि हए । 32पर हमके आन्नद मनान और खुसी होन ठिक हए , काहेकी जा तेरो भैया मरगओ रहए ,फिर जिन्दा भव हए,हरानो रहे ,और पाएगए हौ ।"
1येशु अपन चेलासे कहि, “कोइ धनी आदमीक एक जनी व्यवस्थापक रहए । तभैमारे अपन मालिकको धन सम्पत्ति उडाई रहो हए जा आभियोग वक विरुद्धमे लागो रहए । 2तव मालिक बाके बुलाइके कहि, तिर विषयमे जा मए का सुन रहो जा का हैं ? व्यवस्थापकको कामको हिसाब मोके दे अब अग्गु तए व्यवस्थापक ना रहैगो ।'3तव व्यवस्थापक अपन मन मनै कहि, अब मए का करओ काहेकी मिर मालिक मोसे व्यवस्थापक को काम छिनाए रहो हए । जोतन खोदन मिर ताकत ना है, भिख मागन मोके शर्म लागत है । 4अब मोके का करन पणैगो मए सोच लौहौं । व्यवस्थापन को कामसे निकारके आदमी मोके अपन घरमे कैसे स्वागत करए कहीके मए अइसो करङ्गो ।'5तव बा मालिकको ऋणीनके एक-एक के बुलाई, और सुरु बालोसे कहि, तिर मालिकको ऋण कित्तो है ?' 6बा कहि, तिन हजार लिटर तेल । तव व्यवस्थापक बासे कहि , तिर तमसुक ला , और जल्दी बैठके पन्ध्रा सय लिटर लिख ।' 7फिर दुसरे से कहि , तिर कर्जा कित्तो हए ? बा कहि, तिन सय पचास कुन्टल गेहुँ ।' बा जासे कहि , तिर तमसुक ला और तिन सय कुन्टल लिख ।'8अब बाको मालिक बा अधर्मी व्यवस्थापकको तारीफ करी काहेकी बा चलाकीसे काम करी रहए । काहेकी जा संसारको आदमी अपनी पुस्ताके और आदमीसंग व्यवहार करत ज्योतिके सन्तानसे और जध्धा चलाक होत हए । 9मए तुमसे कहत हौ , अपनो तहि संसारको धनसे मित्र बनाबौ, और जब धन नास हुईहे , तव बे तुमके अनन्त वासस्थानमे स्वागत करए ।10जौन थोरी बातमे इमानदार होत है, बा जध्धामे फिर इमानदार होत है, और जो थोरी बातमे बेमान होत है, बा जध्धामे फिर बेमान हित है । 11जहेमारे तुम संसारिक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे , तुमके साँचो धनको जिम्मा कौन देहए ? 12अगर तुम दुसरेक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे , तुमर अपनो धन तुमके कौन देहए ?13कोई फिर सेवक दुई मालिकको सेवा ना करपए हए, काहेकी बा एकके घृणा करके दुसरेके प्रेम करत हए , औ एकके प्रती भक्ती दुसरेके तुच्छ मनहए तुम परमेश्वर और धन दोनेको सेवा ना कर सकत हओ । "14धनके लोभी फरिसी जा सब बात सुनके बाको हँशी करी । 15तव बा उनसे कहि , आदमीनके अग्गु अपनेके धर्मी ठहरानबारे तुम ही हौ । पर परमेश्वर तुमर हृदय जानत हए, काहेकी आदमीनके विचमे जो उच्च गिनोगओ हए , परमेश्वरके नजरमे बा तुच्छ ठहरैगो ।16युहन्ना आनसे अग्गु अगमवक्ता और व्यवस्था काम करत रहए । बे दिनसे परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार प्रचार करी हए, और सब आदमी बा राज्य भितर जवर जस्ती पृर्वक कोसिस करत है । 17पर व्यवस्थासे इकल्लो मिटनसे स्वर्ग और पृथ्बी टलन सजिलो हए ।18जौन अपनी बैयर छोडके दुसरीसे व्यहा करत है, बा व्यभिचार करत है, और लोगासे छोडी बैयर व्यहा करन बारे फिर व्यभिचार करत है ।19एक सेट आदमी रहए , जो वहुमुल्य लत्ता पतरो मलमल पैधंके रोजदिन मनोरन्जनमे रहत रहए । 20बाके फाटक ठीन लाजरस नाउँको एक आदमी गरिबके लाइके धरदेत रहए । 21बा सेट आदमिको टेबुल मैसे गीरो भव टुक्रा-टुक्री खाइके लाजरस अपन पेट भरन इच्छा करत रहए और कुत्ता फिर आईके बाको घाउ चांटत रहए ।22बा गरीब आदमी मरगओ , और स्वर्गदुत बाके लैजाइके अब्रहामके संगमे धरी, बा सेट आदमी फिर मरो और गाणोगौ । 23नरकमे कठोर कष्ट भोगत पेती बा अपन नजर उठाइके देखि और दुरसे अब्रहाम और बक छातीमे आड लओ भओ लाजरसके देखि ।24और बा जोडसे चिल्लाएके कहि , हे पिता अब्रहाम , मिर उपर दया करके लाजरसके पठाई दे , और बा अपन उंगरीको पोरा पानीमे डुबाईके मिर जिभके जुणो बनाए देबै, काहेकी मए जा ज्वालामे भयक्ङर दुःख पाए रहो हौ ।'25पर अब्रहाम कहि , तए याद कर , तय अपन जीवन कालमे अच्छि अच्छी बातके , भोगो करो और जा लाजरस दु;खए दु;ख भोगी , बा अब हिया अराममे है , और तए कष्टमे हए । 26जे सब बातसे औ , हिंयासे तिर ठिन , बा पार चाहन वारे ना जा पामए , और हुनासे हिंया हमर ठिन ना आ पामए , कहेके हमर और तुमर विचमे एक गजब गहिरो गड्डा है ।'27बा कहि , पिता जहेमारे मए तुमके विन्ती करत हौ, तुम बाके मिर दौवाके घारमे पठाए देओ , 28काहेकी मिर पांच भइया हए , और बिनके चेतावनी देबओ , नत बे फिर जा डरलगान बारो कष्टमे आन ना पणए ।'29पर अब्रहाम कहि , विनके संगमे मोशा और अगमवक्ताको किताब हए बे बा सुनए ।' 30पर बा कहि, नाए पिता आब्रहाम , मरे मैसे कोई एक आदमी विनके ठिन जैहै कहेसे , बे पश्चात्ताप करङ्गे ।' 31बा बासे कहि, मोशा और अगमवाक्ताको बात बे ना सुनङ्गे कहेसे , मृत्युसे कोई जिन्दा हुइहे काहाबएगो कहेसे ,बे विश्वास ना करङ्गे ।"
1येशु अपन चेलन से कहि, “ पाप करन लगान बारेके परिक्षा निहात्तय आतहए । पर धिक्कार बा आदमीके जौनके द्वाराबे आतहए । 2जौन आदमी जे छोटो मैसे एकके पाप करन लगात हए, बाके घँटीमे चकियाको पटा बाधके , बाके समुद्रमे फेक देनो बाके ताहि ठिक हुईहए ।3अपन बारेमे होशियार बैठओ । तुमर भईया अपराध करहे तव बाके डँटओ,और बा छमा मागत हए कहेसे, तव तुम बाके क्षमा करिओ 4अगर तुमर सँगमे दिनमे सात चोटी तुमर बिरुद्धमे अपराध करि,और सातओ चोटी तुमरे ठिन घुमके आएके मए पश्चात्ताप करत हौ ।करके कहेहए ,तव तुम बाके क्षमा करिओ ।5प्रेरित प्रभु से कहि “ हमर बिश्वास बढाई देव ।" 6प्रभु कहि ,"तुमरमे रायाको दाना जित्तो फिर विश्वास हुईहए तुम तुतको रुखाके ,तए उखडके समुद्रमे लग जा 'कएहो हओ , बा मानलेहए ।7तुमर मैसे कौनको नोकर खेत जोतके कि भेडा चुगाईके आएहए तव बा नोकरसे तुरन्त आएके खान बैठ कएहए का ? 8का बा बासे अईसे ना कएहए ? मिर ताहि खानू तयार कर फेटाकस ,और खान पिन ना करन तक मेरो सेवा सत्कार कर । तव फिर तए खान पिन कर ।9अपनै अढाए जैसो काम करहे का तव बा नोकरके धन्यवाद देहएका ? 10अईसि तुमके अढोओ काम पुरा करके पिच्छु तुम फिर अईसि कएहौ ! हम बिनालायकके दास हौ, हम त अपन कर्तवय ईकल्लो पालन करहए ।"11येशु यरुशलेम घेन जात रहए । जा यात्रामे बा समरिया और गालिलको सिमाना हुईके गओ । 12बा एक गाँउमे घुसत दश जनी कोढीसँग बाको भेट भओ । दुरसे ठाणके बे 13जोडसे चिल्लाएके कहि ,हे येशु गुरुजी , हमर उपर कृपा करओ ।"14बा बिनके देखके कहि “ जाओ जाएके पुजहारी ठिन अपनएके देखाओ । बे जातए जात अच्छे हुईगए । 15बिनमैसे एक जनि अपना अच्छे हुईके देखी ,और जोडसे परमेश्वरको महिमा करत घुमो । 16और येशुके धन्यवाद देत येशुके पाउमे घुपटा पडगओ । बा एक सामरी रहए ।17येशू कहि , "का अच्छे भए दश जनि नाहए का ? और नौ जनि कहाँ गए ? 18का जा बेदेशी बाहेक घुमके आनबारे ,परमेश्वरको प्रशंसा करन और कोई नाहए ? 19और बा बासे कहि “उठ और अपन डगर लाग । तुमर बिश्वास तुमके अच्छो करि हए ।"20परमेश्चरको राज्य कब अएहए करके फरिसिको प्रश्नको जवाफमे बा बिनसे कहि ,परमेश्वारको राज्य देखन जैसो ना आबैगो 21नाता आदमी कएहए , “देखओ हियाँ हए ! औ हुवाँ हए ! काहेकी देख्ओ, परमेश्वरको राज्य तुमर बिचमे हए ।"22बा चेलनसे कहि , “बे दिन आमंगे , जब तुम आदमीको पुत्रके कोई एक दिन देखन इच्छा करैगो ,तव तुम ना दिखहओ । 23आदमीनके तुम कएहओ , देखओ बा हुवा हए ! औ बा हिया हए !' पर तुम मत जैओ, और , बिनके पिछु मत लगिओ । 24काहेकी जैसी बिजली चमकत्त हए बादरको एक किनारे दुसरे किनारे तक उजियारो करत हए ,आदमीको पुत्र फिरअपनो आन दिनमे उईसी हुईहए ।25पर पहिले बा बहुत कष्ट शहन पणैगो । और जा पुस्तासे बहिस्कृत हुईहए । 26नोआको दिनमे जैसो भव रहए ,आदमीको पुत्रको दिनमे फिर उईसी हुईहए । 27नोआ जहाज भीतर ना घुसन तक बे खात पित और विहामे जात रहए औ जलप्रलय आओ और सबैके खतम करदै ।28लोतके दिनमे फिर उईसी भव रहए, आदमी खातरहए ,पित रहए , किनमोल करत रहए, लगात रहए ,तमान बातके बनात रहए । 29तव जौन दिन लोत सदोमसे निकरो, आकाशसे आगी और गन्धन बर्सो और सबके खतम करदै ।30आदमीको पुत्र प्रकट होन दिनमे अईसी हुईहए । 31बा दिन जो घरके उपर हए, बाको मालमत्ता घरभितर हए कहिके बे बिनके लेन तरे ना आमए । उईसी खेतमे होनबारे फिर घुमके ना आमाए ।32लोतकी बैयारके याद करओ । 33जौन अपन प्राण बचान ढुणैगो , सो बा गुमाबैगो और जौन अपनो प्राण गुमाबैगो, बाके बा बचाबैगो ।34मए तुमसे कहत हौ , रातके समयमे दुई जनि एक सँग हुईहए । एक जनि चलो जएहए और दुसरो छुटजए हए । 35दुई जनि बैयार एकसँग चकिया पिसत हुईहए । एक चली जएहए,दुसरी छुटजाए हए । 36(दुई जनि आदमी खेतमे हुईहए,एक जनि चलो जएहै, दुसरो छुटजए हए ।)37और बे बासे पुँछि, "कहाँ प्रभु ? "बा बिनसे कहि," जँहा डोमर होत हए, हुवा गिद्धा फिर ईकट्टा होतहए ।"
1बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कहि , 2बा बिनसे कहि, "कोई एक सहरमे परमेश्वारको डर ना माननबारो ,और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधिश रहए ।3बहे शहरमे एक बिध्वा रहए। बा बिनके ठिन आत रहए,और कहत रहए, 'मेरो वादिके अग्गु मेरो न्याय करदेओ ।' 4बा कुछ समय तक त ना मानी, और पिच्छुसे बा अपन मनसे कहि मए परमेश्वारको डर ना मानत हौ और आदमीको ख्याल फिर ना करत हौ । 5पर जा बिध्वा मोके हैरान करडारिहए । जहेमारे, मए जाको न्याय करत हौ, नत जा ईकल्ली आएके मोके दिक्क बनाबैगी ।"6प्रभु कहि, “सुन बा अधर्मी न्यायधिश का कहत हए । 7का परमेश्वर बके जो रात दिन पुकारान बारे अपने चुने भएके न्याय ना करैगो का ? का बा बिनके ताहि देर करहै का ? 8मए तुसे कहत हौ , बा जलदिए तुमरो न्याय करहै । तहु फिर आदमिक पुत्र आन पेती का बा पृथ्बिमे बिश्वास पएहै का ?"9अपन उपर भरोसा करन बारे और अपनैके धर्मी बनानबारे औरनके तुच्छ बनानबारे कोई कोईके बा जा काहानी सुनाई रहए । , 10" दुई आदमी प्रार्थना करन मन्दिरमे गए एक जनि फरिसी और दुसरो कर उठानबारो।11फरिसी ठाणके अइसे प्रार्थना करि , हे परमेश्वर मए तुमके धन्यवाद देत हौ,मए और आदमीक जैसे फाटहा, अन्यायी,व्यबिचारी औ जहे कर गठानबारो जैसो फिर नाहओ । 12मए हप्तामे दुई चोटी उपवास बैठत हौ । मए पाओ भओ सब चिजकोक दशांश देत हौ ।'13कर उठानबारो दुरसे ठाडके स्वार्गघेन आँखी ना उठाएके अईसे कहत अपन छाती पिटी कही, हे परमेश्वार मए पापिके उपर दया कर ।' 14मए तुमसे कहत हौ ,जा आदमी ता दुसरेसे धर्मी ठहरके अपन घरघेन गओ। कहेकी जौन अपनेके उचो बनाबैगो, बा छोटो होबैगो,पर जौन अपनैके छोटो बनाबैगो बा उचो होबैगो ।15येशु छुईदेए कहिके आदमी बच्चनके बक ठिन लाई । तव चेला जा देखके बिनके डाँटी हप्काई । 16येशु बिनके अपन ठिन बुलाइके कहि , " छोटे बालकनके मिर ठिन आनदेओ, बिनके मत रोकओ कहेकी परमेश्वारको राज्य उइसिनके ताहि है । 17निहात्तय मए तुमसे कहत हौ , जौन एक बालक जैसो परमेश्वारके ग्रहण ना करहै ,बा कोई रितिसे बा भितर प्रबेश ना करपए है ।"18कोई एक जनि शासक येशुसे अइसो कहिके पुछी " हे असल गुरु, अनन्त जिवन पान ताहि मोके का करन पणैगो ?" 19येशु बिनसे कहि, “ तए मोसे काहे असल काहत हए , एक परमेश्वार छोडके कोइ असल नाहए । 20तए आज्ञा त जानतै है - तै व्यबिचार मत कर ,हत्या मत कर ,ना चुरान ,झुटो गवाही मतदिओ, अपन दौवा और अइयाको आदर करियो । " 21बा कहि, जे सब त मै मेरी जवानीके समयसे पालन करो हौ।"22जा सुनके पिच्छु बासे कहि, तोके और एक बातको कमी हए । तिरसँग जो जित्तो हए बे सब बेचके गरिबके बाटदे,और तोके ताहि स्वार्गमे धन होबैगो, और आ मेरे पिच्छु लाग ।" 23पर जा बात सुनके, बा शासक बेढम उदाश भओ, काहेकी बा गजब धनी रहए ।24तव येशू बाके देःखके बहुत दुखित भओ और कहि, " धन समपत्ती होनबारेक परमेश्वरको राज्य भितर घुसन बेढम अगठो हए ! 25काहेकी धनी आदमीके स्वार्गके राजमे घुसनसे ता ऊटके सुईको भारसे छिरन सजिलो हए !"26तव सुनन बारे कहि तव कोनको उद्धार हुईपए हए ? 27बा कहि,आदमिके ताहि असम्बभ हए, बा परमेश्वरके ताहि सम्भब हए ।28तव पत्रुस कहि “देखव अपन घर छोड़के हम तुमर पच्छु लागे हए ।" 29तव बा बिनसे कहि,सच्ची मए तुमसे कहत हव,जौन घर औ बैयर औ अईया दौवा लौड़ा लौड़ीयाके परमेश्वरके राजके ताहि छोड़थहए । 30बा जहए समयमे बेढम जद्धा प्रतिफल पाबैगो और आन बरो युगमे आन्न जिवन हांसिल करैगो ।"31येशु बाह्रा जनीके अलग लैजाए के कहि, “देखऔ हम येरुसलेम घेन जात है और आदमिको पुत्रके बारेमे आगमबक्ता लिखो भव हरेक बात पुरो होबैगो । 32काहेकी बाके अन्यजातिनके हातमे सोंप देहए और बे बाके मजाक उडाए हए और बकसँग गलत व्याबाहर करङ्गे बक उपर थुकङ्गे । 33बे बक कोर्रा लगामङ्गे और मारङ्गे,तव तेस्रो दिनमे बा मरके जिन्दा हुईके उठाईगो ।"34तव चेला जा बातके एकओ फिर ना सम्झि । बिनके ताहि जा बात लुकाएके धरी रहए ,तव जा कहिभइ बात बिनके सम्झमे ना आव ।35बा एरिहो के ठिन पुगो बा हुना एक जनि अन्धा आदमी डगरके किनारेमे बैठके भिक मागत रहए । 36बा डगरसे एक भिड किनारेसे जात सुनि, “ जा का हए ?" काहेकी बा पुँछी । 37आदमि बासे कहि, “ नासरत को येशु इताएसे जाए रहोहए ।"38तब बा अईसे कहत चिल्लाई , “ हे येशु दाउदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।" 39अग्गु अग्गु नेगन बारे बासे कहि, चुप लाग कहीके डाँटी” तव बा और जोड़से जिल्लाई, “हे दाउदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।"40येशु रुक गव और बाके अपन ठिन लान आग्ज्ञा दई बा जौने आएके पिच्छु बा बासे पुच्छी, 41तए का जहात हए ? मए तिर ताहि का करऔ” ? बा कहि, प्रभु मए देखलेमओ ।"42तव येशु बासे कहि, तए देखन बारो हुईजा तिर बिश्वास तोके अच्छो करि हए । 43तव तुरन्तए देखन बारो भव और परमेश्वरको प्रशंसा करतए बाके पिच्छु लागो । जा देखके सब आदमि परमेश्वरको प्रशंसा करि ।
1येशु येरीहो हुईके हुनासे जात रहए । 2हुवाँ जखायस नाउँ भव एक जनि आदमी रहए बा कर उठान बारो मैसे मुख्य आदमि रहए, और धनि रहए ।3येशु कौन हए कहिके बा देखन चांहात रहए पर ठुम्को हुईके भिडके कारनसे देखना पाई । 4बा बाके देखन अग्गु अग्गु दैडके एक गुलरको रुखामे चढ़ो , काहेकी येशु बहे डगर हुईके जात रहए ।5जब येशु बा ठाउँमे आएपुगो, तव बा उपर देखके बासे कहि, “ ए जखायास” जल्ली उतरके आ , कहेकी आज मोके तिर घरमे बैठन हए । 6बा जल्लिसे उतरके आएगओ । और खुसीसे बाको सत्कार करि । 7जब आदमी जा देखी बे सबए अईसो कहत बरबरान लागे, “बा पापीके घरमे पहुना हुईके गव हए ।"8जखायास उठके प्रभु से कहि, “ देख प्रभु मए अपन समपत्तिको आधो भाग गरिबनके देहवँ, और कोईसे अन्नयाए करके कछु लओ हवँ कहेसे मए बाको चार गुणा फिर्ता करदेहओ” । 9तव येशु बासे कहि, “आज जा घरमे मुक्ति आओ हए काहेकी जा फिर आब्रहामको लौड़ हए । 10जहए मारे आदमीको लउड़ा हराओ भवके ढुडन और बचान आओ हए ।"11बे जा बात सुन्तए बा बिनसे एक कहानी कहन लागो , बे यरुसलेमके जौने रहए, और आदमिके परमेश्वरको राज्य तुरन्त प्रकट होन लागो कहेके समझि रहए । 12बा कहि , " एक जनि खानदनी आदमि एक राजके पाईके लौटन के आन कहिके और कोई दुरके देशमे गओ ।13बा अपन दश जनि नोकरके बुलाईके बिनके सोनोको सिक्का दईके कहि जब तक मए लौटके ना आए हौ, जाहेसे व्यपार करिओ । 14पर प्रजा बिनके अच्छो ना मनत रहए और बे बिनके पिच्छु पिच्छु अईसो कहेके दुतनके कहान पठाई”,बे हमर उपर राज ना करए कहेके हम चाहात हए । 15तव राज्य अधिकार पाईके लौटके पिच्छु अपन पैसा दएभए नोकरनके अपन ठिन बुलान हुकम दई, व्यपारसे बे कित्तो नफा करि कहेके बा जानन् जहात रहए ।16तव पहिले आन बारो अईसो कहि 'मालिक, तुमर सिक्कासे और दश सिक्का कमाओ हौ ।' 17बा बासे कहि, 'क्ष्याबास अच्छो नोकर, तए दश शहेरके उपर अधिकार पए हए ।'18दुसरो आईके अईसे कहि’ , मालिक तुमर सिक्कासे और पाँच सिक्का कमाओ हओ ।' 19“बा बासे कहि , 'तए फिर पाँच सहेरमे अधिकार करहए ।'20एक और आईके आईसे कहि, ‘ मालिक, देख,तुमर सिक्का हियाँ हए बा मए रुमालमे बाधके धरेहव । 21मए तुमसे डराए गओ, काहेकी तुम कठोर आदमी हौ । जो ना धरे हव, बा लेत हओ । जो ना बोत हओ हुवासे कटनी करत हौ ।'22“बा बासे कहि , तिर मुहु की बातसे मए तेरो न्याय करङ्गो ए दुष्ट नोकर जो धरो न हौ बा लेत हौ और जो बोओ नहओ बा कटत हओ , ' मए कठोर आदमी हओ कहेके तय जानत रहए । 23तव मिर सिक्का बैंकमे काहेना धरो ? मए अईके ब्याज समेत बा पातो ।'24“तव ढिगई ठणन बारेनसे बा कहि, हुवासे बा सिक्का लैके दश सिक्का होन बारेके दईदेबओ ।' 25बा बिनसे कहि, ‘ हजुर, बाके सँग त दश सिक्का हईएहए ।'26मए तुमसे कहत हव ,जौन सँग हए बाके और जद्धा देहए पर जौन सँग ना हए बाके सँग भओ फिर बासे छिनो जाएहए । 27पर मए बिनके उपर राज करन ना चाहान बारेन के मिरबे सत्रुनके हिया लाबौ और बिनके मिर अग्गु मारओ’ ।"28येशु जा बात कहेके येरुसलेम घेन गव ।29जब बा बेथाफागे और बेथानिया के जौने जैतुन कहान बारो डगामे पुगो रहए, बा अपन चेलामैसे दुई जनिके अईसो कहेके पठाई, 30अग्गुके गाउँमे जाबओ और भीतर जातए जात तुम गधाको एक बच्छरा बधो पाबैगे, जौनके उपर हभैतक कोई आदमी ना चढ़ी हए । बाके खोलके हिना लाबौ । 31कोई काहाबए जाके काहे खोलत हओ ?'कहेके तुमसे पुच्छए तव कहियो प्रभुके जाकी जरुरत हए।"32बे पठाए भए गए, और बा बिनसे जैसे कहि उईसियाए पाई । 33बे बच्छराके खोलन लागे तव बच्छरक मालिक बिनसे पुच्छि”, तुम जा बच्छराके काहे खोलत हओ ? " 34बे कहि, “ प्रभुके जाकी जरुरत हए ।" 35चेला बाके येशु ठिन लाई, और अपन लत्ता बच्छरा उपर धरके येशुके बक उपर बैठारी । 36बा जात पेती ,अपन लत्ता डगरमे बिछाई ।37बा जैतुन ड़ँगामे अईपुगो चेलाकी सबए भिड बाके देखके सबए शक्ति शाली कामके ताहि खुसी होत, परमेश्वरको प्रशंसा करत बडे जोरसे चिल्लान लागे । 38“परम प्रभुके नाउँमे आनबारो राजा धन्यको हए ! स्वार्गमे शान्ति प्रमधाममे महिमा ।"39औ भिडके कोई कोई फरिसि बासे कहि,” हे गुरु तुमर ,चेलनके डाँटव।" 40पर बा कहि, “मइए तुमसे कहत हवँ जे चुप लग हएँ तव पत्थर फिर चिल्लाए उठङ्गे ।"41जब येशु जउने आए पुगो और शहेरके देखी बा बाके ताहि रोई , “ 42शान्ति कौन बातसे लातहए कहेके तए आज फिर जानो होतो ! पर अभए जा बात तिर नजरसे लुको हए ।43काहेकी तिर उपर अईसे दिन अमङ्गे, जब तेरो सत्रु तेरो आस पाश जमा हुईके बाधँके घेरा लगामङ्गे , और सबए घेनसे पकडके तोके बँधङ्गे । 44बे तोके और तिर भितर बैठन बारे तिर सन्तानके जमिनमे उठाईके पटङ्गे और एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर फिर न हुईहए , काहेकी तेरो अपनो उपर भव परमेश्वरको कृपा दृष्टिके तय चीन न पाओ ।45तव बा मन्दिर भितर कुचो और किनबेच करन बारेनके निकारी, 46और बिनसे कहि, “ धर्मशास्त्रमे लिखो हए, 'मेरो घर प्रर्थाना को घर हुईहए, ' पर तुम ता जाके डाकुको अड्डा बनाए हव ।"47बा हरेक दिन मन्दिर मे शिक्षा देत रहए । पर मुख्य पुजारी शास्त्री और जन्तानके प्रमुख आदमी बाके मारन ढुडि । 48बे बाके मारन ताहि कोई उपय न पाई काहेकी सबए आदमी बाके बचनमे ध्यान दैके सुनत रहए ।
1येशू मन्दिरमे आदमीनके शिक्षा देत रहए। और बिनके सु-समाचार प्रचार करत रहए। धर्म गुरुके संग मुखिया पुजारि और सास्त्रि बाके ठिन आए। 2बासे पुछिं हमके बता कैन अधीकारसे तुम जा काम करत हौ,और तुमके अधीकार देन बारो कौन हए ?"3बा बिनके जबाफ दै, मए फिर तुमसे एक बात पुछत हौ, मोके उत्तर देओ। 4युहन्नासे दौवभौ बप्तीस्मा स्वर्गसे रहए कि आदमी से ?"5बे आपसमे बाहस करन लागे, "यदि स्वर्गसे काहमङ्गे कहेसे, तव बे कएहए,काहे बिस्वास नाकरत हौ ?' 6आदमीनसे काहामङ्गे तव, सब आदमी हमके पत्थर मरहए, काहेकी युहन्ना अगमवक्ता हए, कहीके विश्वास करत हए ।"7जहे मारे बे जवाफ दै, ”हम ना जानत हए कंहासे आओ हए ।" 8तव येशु बिनसे कही, ” महु फिर तुमके कौन अधीकारसे जा काम करत हौ, कहिके ना बताएहौ।"9बा आदमीनसे जा काहानी कही, ”एक आदमी दाखबारी लगाई और अदीया दैके, बहुत दिनके ताही परदेश गओ। 10फरा पकन समयमे बा अपन हिस्साको फरा लेन अपनो एक नोकरके दाखबारिको मालिक अपनो अधीया बारो ठीन पठाइ, तव अधिया बारो बाके पिटके खालि हात पठाए दै।11बा फिरके दुसरे नोकर के पठाइ, तव बे बाके फिर पिटी बेजत करके खाली पठाई दै। 12बा तिसरेके फिर पठाई बे बाके फिर घाएल बनाएके निकार दै।13और दाखबारीको मालीख क , ’अब मए का करओ ? मए अपन प्यारो लौणाके पठए हओ। शायद बाके बे आदर करङ्गे की। ' 14तव अधीय बारे बाके देख्के आपस मे बात करी , 'जा त हकबारो हए, हम जाके मारडारए और सम्पतीको हक हमर हुइहए ।'15और बे बाके दाखबारीके बाहिर लैजाएके मारी ।अब दाखबारीको मालीक बिनके का करहै ? 16बा आएके अधिया बारेनके मरहए, और दाखबारी औरेनके देहए ।“आदमी जा सुनके कही, अइसे कबहु ना होबए।“17तब बा बिनके देखके कहि, ”जा धर्म शास्त्राको कहिनको अर्थ का हए ”जौन पत्थरके भवन बनान बारे खारिच करिरह, बहे त कोनेको मुण पत्थर बनो। 18बा पत्थर उपर गिरन बारे हरेक चकनाचुर हुइजए है, तव जौन उपर बा गिरएगो बा बाके भुवा बनएदेहए।"19तव शास्त्री और मुखिया पुजहारी बहे बेरा बाके पकणन ढुणी । बिनके पता रहए, कि जा काहानी बिनके बिरुध्दमे कहि रहए, तव बे आदमिसे डरात रहए। 20बे मौका देखन लागे, और धर्मि हुइके चुपरन बारे जासुसके बे बिनके ठीन पठाई । येशुके कहि बातके गलत सावित बानाएके , बाहए बातमे बाके फसाएके अधिकारीनके और हाकिमके हातमे बाके सौपङ्गे करके बे दाओ देखत रहए ।21बे बासे पुछी” गुरुजी हम जानत हए तुम ठीक बोलत हौ और ठीक सिखात हौ, कोइको पक्षपात नकरत हौ, पर सत्यके सँग परमेश्वरको डगर सिखात हौ । 22हमे कैसरके कर तिरन ठीक हए कि ना ?”23येशू बिनको कपट समझके कहि, 24मोके एक सिक्का दिखाबओ, जामे कोनको चित्र और कौनको नाउँ लिखो हए, ? ”बे कहि, कैसरको।"25बा बिनसे कहि,”जहए मारे जो कैसरको हए बा कैसारके देबओ और जो परमेश्वरको हए बा परमेश्वरके देओ।" 26आदमीके अग्गुबे बाके बातमे फसाए ना पाई, और बाके बातमे बे अचम्मो मानके छक्क पणके कछु ना कहेपाइ।27तव पिच्छू बाके ठिन कोइ सदुकी आए । मरके पुनरुत्थान ना होत हए, कहिके बिनको बिचार रहए। बे बासे पुछी, 28”गुरुजी मोसा हमके लिखिरहए, कि कोई आदमीको विवाहित ददा बिना सन्तान मरतहए कहेसे, भईया बाके बैयरसे बिहा करके ददाको सन्तान खणा करन पणत रहए ।29सात भईया रहए जेठोसे एक बैयर लाई और बिना सन्तान मारगौ 30और मझलोसे, 31और सझलोसे बहए बिहा करी और उइसे करके बे सातओ जनि बिना सन्तान मरिगए 32पिच्छु बा बैयर फिर मर्गइ,’ 33जहए मारे मरके पुनुरुत्थान हुइहए, बा बैयर बिन मैसे कौन कि बैयर हुइहए ? काहेकि बा सातौ जनिकी बैयर भइरहए ।"34येशु बिनसे कहि जा युगमे, आदमी बिहा करतहए, और बिहा कर देत हए । 35पर बा युग तक पुगन योग्य ठहेरन बारे और मरके जिन्दा हुइके उठन योग्य होन बारे ना विहा करत हए, ना विहा कर देत हए। 36बे फिर मरत ना हए कहेकी बे स्वर्गदुतके सामान होत हए, और पुनरुत्थानके सन्तान होनके कारन बे परमेश्वरके सन्तान हए ।37पर मरन बारे जिन्दा हुइके उठङ्गे कहि बात मोसा फिर झुणाके विवरनमे परमप्रभुसके अब्राहमको परमेश्वर,इसाहकको परमेश्वर और याकुबको परमेश्वर कहेके दिखाइ दइ। 38बा मरन बारेन को परमेश्वर नाहए, पर जीन्दनको परमेश्वर हए, काहेकी सब बाके ताही जित हए ।"39और शास्त्रि मैसे कोइ कोइ कही गुरुजी तुम ठिकए कहे।" 40तब पिच्छु कोइ बासे प्रश्न पुछनको हिम्मत ना करी।41येशू बिनसे कही ,”ख्रीष्ट दाउदको पुत्र हए कहेके बे कैसे काहत हए ? 42काहेकी भजनके पुस्तकमे दाउद अपनए कहीहए,” परमप्रभु मिर प्रभुसे कही ,”तुम मिर दहिना हात घेन बैठओ। 43जब तक तुमर शत्रुनके तुमर पवदान ना बना मङ्गो।' 44अइसिए दाउद ख्रीष्टसे प्रभु कहत हए, फिर कैसे बा दाउद को पुत्र भओ ?"45और सब आदमी सुनत करत बा अपन चेलनसे कही, 46लम्बो कुर्ता पैधके इतए उतए नेगत,और बजारमे अभिबादन ढुणत,और सभाघरमे प्रमुख आसन और भोजमे आदरको स्थान रुचान बारे शास्त्रीनसे होसियार रहबओ। 47बे बिधवनको घर हणपत हए, और लम्बो देखावटी प्रार्थना करत हए ।जो जध्धा दण्ड पामङ्गे।
1बा धनीके देखि अपन-अपन भेटी दान पात्रमे धरत देखि। 2बा गरीब बिधवाके हुँवा दुई पैसा चढात फिर देखि। 3तब बा कही निहात्य मए तुमसे काहत हौ,जा गरीब विधवा औरनसे सबसे जाधा चढाइ है। 4काहेकी जे सब अपने प्रस्सता से भेटी चढाई हए ,पर जा गरीबी मैसे अपन सबै जिविका दै।"5अब कोइ-कोइ सुतरे -सुतरे पत्थर और दानमे प्राप्त भए समान सुसज्जित भए मन्दीरके बारेमे बात करन लागे, येशु कहान लागो। 6तुम जो देखे हौ, अइसो समय आबैगो जब एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर ना राहाबैगो ,बे सबए भसम हुइजएहए ।"7बे बासे पुछी, गुरुजी जे सब कब हुई हए ? और जे सब बात होत तव का चिन्ह हुइहए ? 8बा कहि, होसीयार रहो, तुमके कोइना बहकाबे ना । मिर नाउँमे तमान आदमी मए बहए हौ, और समय ढिगई आएगओ हए, कहिके काए हए । उनके पिछु तुम मत लागौ । 9तुम जब लणाई और खैलाबैला कि बात सुनएगे तओ तुम मत डराबौ, काहेकि पहिले जे घटना होनए पणैगो, पर अन्त्य तुरुन्तए ना होबएगो ।"10तव बा बिनसे कहि, “ राष्ट के बिरुध्दमे और राज्य राज्यके बिरुध्द मे उठँङ्गे । 11भैयङ्कर हालाचाला आमङ्गे तमान जघामे भुक्मरी और हैजा आमङ्गे,भैयङ्कर लडाई होमङ्गे, औ बादरमे बणे बणे चिनह होमङ्गे ।12पर जे सब बात होनसे अग्गु आदमी तुमके पकण्ङ्गे, और सतामङ्गे और तुमके सभा घरमे सौप देहए, और झेलमे डार देहए। तुमके मिर नाँउ के कारन राजा और हाकिमके अग्गु पुगएहै । 13पर तुमर ताहि जा एक गवाही देनको अवसर हुइहए ।14जहय मारे अपन बचावके ताहि का कहाङ्गो सो अग्गुसे मत सोचओ कहिके अपने मनमे पक्का करौ । 15काहेकि मैतुमके अइसो मसकनके ताही बचन और बुद्धी देहओ ।कि तुमर बिरोधि उत्तर ना दै पैहए, और खन्डन फिर ना कर पैहए ।16पर तुमर अइया- दउवा और दादा भैया, नातेदार और सँगी फिर तुमके पकणाए देहए, और तुम मैसे कोइ-कोइके बे मारङ्गे । 17मिर नाउँके ताही तुमके सब आदमी घृणा करङ्गे। 18पर तुमर शरीरके एक बार फिर नष्ट ना हुइहए। 19तुमर धैरिय द्वाराके अपनो प्राण पाबैगे औ बचाबएगे।20पर जाब तुम येरुसलेमके,सेनानसे घिरो देखैगे, तव बाको बिनास जैने आइगैहए कहिके जानै । 21तब यहुदियमे होनबारे पाहाण घेन भाजै । शहेर भितर होनबारे बाहिर भाजै, और बाहिर गाउँमे होनबारे शहेर भितर ना घुसए । 22काहेकि लिखो भौबात सब पुरो होन हए , बे बदला लेनके दिन हुइहए ।23बे दिन मे गर्बबति और दुध खबान बारी बैएरऐ ! काहेकि बा देशके उपर बणे- सङ्कट आबएगो,और बे आदमीके उपर क्रोध आए पणएगो । 24बे तरवारसे मारेजामङ्गे, और सब देशमे बे कैदी बनाएके लैजामङ्गे और गैर यहुदीयनको समय पुरो ना होन तक बे यरुसलेमके कैदी बनायके धरङ्गे ।25दिन, जोनि और तारामे चिहना दिखाइ देमङ्गे,और समुन्द्रको गरजन और छालसे ‘पृथ्वीके राष्ट शंकष्टमे पणके व्याकुल होमङगे 26संसारमे होनबारो घटनाको अशंकासे आदमी बेहोस होमङ्गे काहेकी बादरको शक्ती डगमगाबैगो ।27तव आदमीक लैणके शक्ती और मह महीमासंग बादरमे आत बे देखङ्गे। 28जब जे बात होमङ्गी,तव उठव और अपन मुणीयाके उपर उठएके देखओ, काहेकी तुमर उद्धार जौने हए।"29येशू उनसे एक काहानीमए कही हुलर रुखा और सबै रुखाके देखओ, 30बिनको पतझर देखके तुम अपनै पता पएहओ,कि, ग्रिष्म ऋरु ढिङ्गै हए। 31जहेमारे तुम फिर जब जा बात होत देखैगे, तव परमेश्वरको राज्य ढिगैहए कहिके पतापाबैगे।32निहात्या मै तुमसे काहत हओ, जे सब घटना पुरो ना होनतक जा पुस्ता ना बितैगो । 33आकास और पृथ्वी बित जैहए, पर मिर बचन ना बितैगो ।34पर तुम अपने बारे मे होशियार राहबओ । नित भोक बिलास सराबी पन और जिबानको चिन्तासे तुमर मन भरए, और तुमर उपर बा दिन इकबरीए फाँसि हानि आए जएहए। 35काहेकि अइसिए त सारे पृथ्वीभरमे बैठन बारे सबैके उपर फाँसी हानि आए पणैंगो ।36पर आनबारो जा सब बासे उम्कन ,और आदमीके पुत्रके अग्गु ठाणंन सामर्थ होन ताहि, सब समय प्राथना करत राहओ।"37येशु दिनमे मन्दीर मे शिक्षा देत रहए, और रातके जैतुन काहन बारो डंगा मे रात गुजारत रहए । 38बक बचन सुनन् ताहि सबै आदमी सबेरे से मन्दीर मे आत रहए ।
1अखमिरि रोटिको त्यूहार ढिगै आएगओ रहए । जासे निस्तार त्यूहार काहत हए । 2मुख पुजारि और शास्त्री बाके कइसे मारै कहिके सल्लाहा करत रहए, पर बेआदमीनसे डरात रहए ।3बाह्र जनी मैसे यहुदा इस्करियोत के भितर शैतान घुसगओ । 4येशूके बिनके हात मे कैसे पकणबामए कहिके मुख पुजारि और कप्तानके ठिन जाएके बा सल्लाहा करी ।5बे खुशी भैय, और बाके रुपैया देन कबुल करी । 6बा सहमत हुइगओ, और भिण ना भओ बेरामे बाके पकणन मौका ढुणन लागो ।7अखमिरी रोटीको त्युहारको दीन रहए जौनदीनसे निस्तारको थुमा (बकरा) बलीदान चणांन पणंत रहए । 8बा पत्रुस और युहन्नाके अइसे कहिके पठाइ, ”जाएके हमर ताहि निस्तार त्युहारको भोज (खानु) तयार करौ, 9बे बासे कही, ”हम जा भोज (खानु) कहाँ तयार करएँ ?10बा उनसे कहि, "सुनओ , जब तुम शहेर मे घुसओ, पानीको घल्ल बोकन बलो एक जनी आदमीसे मिलैगो । बा जौन घरमे घुसैगो हुँव तक बाके पिच्छु लगियो। 11तब तुम बा घरको आदमीसे कहियो, ’गुरु तुमसे पुछत है , मै अपन चेलन सँग निस्तार त्युहारको भोज खान बारो कोठा काहँ पर हए ?'12बा तुमके उपर तल्लामे सजोसजाओ भओ बणो कोठा दिखाबैगो, और हुँवए तयार करीओ । 13अइसिए बे गैए और बा कहो हानिपाइगए , और बे निस्तार त्युहार भोजको खानु तयारि करी ।14और जब समय आओ, बा प्रेरितनके सँग भोजन करन बैठो। 15बा उनसे कहि, "मै दुःख भोगनसे अग्गु जा निस्तार त्युहारको भोजन तुमर सँग खान बणो इच्छा करो रहओ । 16काहेकि मै तुमसे काहत हौ , परमेश्वरके राज्यमे जा पुरो ना होन तक मै जा भोज फिर ना खामङ्गो ।"17तव येशू कटोरा लैइ,और जब बा धन्या बाद चढाएके बा कही,”जा लेबओ ,और तुम आपस मे बँटओ । 18काहेकि मै तुमसे काहत हौ, परमेश्वरको राज नाआन तक अब मै अङ्गुरको रस ना पिमङ्गो।"19और बा रोटी लै, और धन्या बाद चढएके बाके तोडी और उनके अइसो कहिके दै , तुमर ताहि दौ भव जा मिर शरीर है ।मिर यादमै जा करीओ। 20अइसी कहिके खाएके बा कटोरा लईऔर कही, ”जा कटोरा तुमर ताहि बाहो भव मिर खुनमे भओ नयाँ करार हए ।21पर ध्यान देबओ । मोके धोका देन बारो जहे टेबुलमे हए । 22काहेकि आदमीको लौणात कहो भओ समयमे जान पणत हए । पर बा आदमीके धिक्कार हए जौनसे बाके विश्वासघात होबएगो ।" 23और बिन मैसे कौन अइसे करैगो बे अपनए प्रश्न करन लागे ।24अब बे मैसे सबसे बणों कौन हए कहिके बिनके बिचमे बाद बिवाद होन लागो । 25बा बिनसे कहि,अन्या जातिक राजा उनके उपर प्रभुत्व करत हए, और बिनके उपर अधिकार चलानबारेनसे आदरको अगुवा कहत हए ।26पर तुम मे अइसो ना होबौ । तुम मैसे जैन बणो है, बा सबसे छोटो बनए और सबसे जरुरि बात काहए कहेसे बा सेबा करन जैसो होबए । 27काहेकि बणो कैन है ? खानु खान बैठन बारो कि सेवा करन बारो ? का खनु खान बैठन बारो नाहए ? पर मै त तुमर बिचमे एक जनी सेवा करन बारो जैसो हव ।28पर मिर परिक्षामे मोके साथ देन बारे तुमहीं हौ । 29जैसे मिर पिता मोके एक राज्या दै हए ,मए फिर तुमके दे हौ । 30ताकि मिर राज्यामे तुम मिर टेबुलमे खाबैगे और पिबैगे, और इस्स्रयलके बाह्रए कुल मए न्याय करके सिंहासनमे बैठैगे ।31सिमोन, हे सिमोन देख शैतान तुमके गेहुं हानि निखारन बारो अनुमती मागी हए ताकि बा तुमके अपने हातमे करसकए । 32पर मै तिर विषवास ना डगमगाए कहिके तिर ताहि प्रार्थना करो, और तुम फिर घुमके तिर भैयान के स्थिर करीए ।33तव पत्रुस बा से कहि, "हे प्रभु मै तिर सँग झेल खानामे और मृत्यु तक जान तयार हौ ।" 34तव बा कहि , "पत्रुस, मै तोसे कहत हौ, तए मोके ना चिनत है, कहिके तिन चोटि अस्विकार ना करन तक, आज मुर्गा ना बासैगो ।"35येशु बिनसे कहि,जब मै तुमके थैलि और झोलि और जुता बिना पठाओ रहओ, का तुमके कोइ चिजको कमी भओ ? बे कहि ना भओ । 36बा हकि,पर अब जौनके थैलि हौ ,बा बाके बोकए, उइसी झोला फिर बोकए । और जौनक सँग तरवार ना हौ,और बा अपनो लत्ता कपडा बेचके तरवार लेबए ।37काहेकि मै तुमसे काहत हौ, बा अपराधी सँग गिनैगो, कहिके मिर बारेमे जो अगमवाणी लिखि हए बा पुरो होनए हए । हाँ मिर बारेमे लिखो बात पुरा हुइ रहो हौ। 38तब चेला कहीँ,’ हे प्रभु देख, हियं दुई तरवार हौ। "और बा कहि, इतका होएसे पुग जएहै ।"39बाहेर निकरके रोज दि हानि डंगामे गओ।और बके चेला फिर पच्छु-पच्छु लागे । 40बा ठाँउमे पुगके बा उनसे कहि , "तुम प्रार्थना करे राहबओ, और परिक्षामे मत पणौ ।"41बा बिनसे प्रायःतिस मिटर दुर जाएके घुटो टेकके प्रार्थना करि । 42"हे पिता, तिर इच्छा हए कहेसे, जा कटोरा मिर ठिनसे हटाए दे । पर मेरि इच्छा नाए, पर तिर इच्छा पुरि होबए ।"43तव स्वर्गसे एक दुत बाके बल देन बाके ठिन दिखाइ पणो । 44गजब सँकष्टमे पणके आग्रह पुर्वक बा प्रार्थना करन लागो, और बक पसिना खुनको बुदा बुदा हानी जमिनमे गिरत रहै।45जब बा प्रार्थनासे उठके चेला ठिन आतपेति, बा बिनके शोकके कारण निधानो देखि । 46और बा उनसे पुछी, तुम काहे निधाए रहेहौ ? उठौ और परिक्षामे ना पणन ताहि प्रार्थाना करौ ।"47देखओ बा मसकतय मसकत एक भिण हुंवा आएगइ । बाह्र चेला मैसे एक जनी यहुदा कहिन बारो अग्गु अग्गु आओ । बा येशूके चुमन, बाके ठिन आओ । 48पर येशु बासे कहि, यहुदा का तय आदमीक पुत्रके चुम्बनसे विशवा घात करन चाहत है ?"49तव बक झौने झौनेमे भए जो होत रहए ,ब देखि , बे कहि, "प्रभु का हम तरवरा चलामै ? " 50बे मैसे एक आदमि प्रधान पुजारिक नोकरके मारी,और बक दहिना कान काटदै । 51पर येशु कहि, " हुइगओ ,"अब अइसो मत करओ ।"और बक आदमिक कान छुइके, बा बाके अच्छो कर दै।52और बाके बिरुद्धमे आए भए मुख पुजारि, मन्दीरके कप्तान और धर्म गुरुसे बा कहि," का तुम डँकुके विरुद्धमे आए हानि तरवार और लठ्ठी लैके आए हौ ? 53मै रोज दिन मन्दीरमे तुमर सँग रहौ, तुम मिर बिरुद्धमे हात ना उठाए । पर अब तुमर समत है,और अन्धकारको शक्ति जहे है ।"54बे येशुके पकणके लैगै, और बाके प्रधान पुजारिके घरमे लाई । पर पत्रुस दुरसे बाके पिछु पिछु लागो । 55हंवा आगनके बिचमे आगि पजारके आदमी जमा हुइके बैठे रहै ।पत्रुस फिर उनके बिचमे बैठो ।56एक नेकर्नि आगिके उजियारेमे बाके बैठो देखके अच्छेसे देखी, और कहि, "जा आदमि फिर बिनके सँग रहै ।" 57पर पत्रुस अएसो कहिके इन्कार करी , ए नारि, मै बाके ना चिनत हौ ।" 58थोरि देर पिच्छु दुसरो बाके देख्के कहि ,तए फिर बेहि मैसे कोइ एक हौ । तव पत्रुस जवफ दै,”ए आदमी, मै ना हौ ।"59लगभग घण्टा पिच्छु और एक जनी जोर दैके अइसो कहि, "निहात्य जा आदमी बहेके सँग रहै, काहेकि जा फिर गालीलीए है ।" 60पर पत्रुस कहि, ए आदमी, तुम का काहतमै हौ ,मै ना जानत हौ ।" बा मस्कतै मस्कत मुर्गा बास्दै ।61और प्रभु घुमके पत्रुसके देखी । आज " मुर्गा बासनसे अग्गु तए मोके तीन चोटी इन्कार करहए । कहीके प्रभुको कहो भौ बचन याद भौ । " 62और बा बाहीर निकरके धर धरउटी रोन लागो ।63तव येशुके पक्रके आदमी बाके खिसबांइ और पिटिं । 64बाकी आंखीमे पट्टीसे लपेटके बासे पुछी, तोके मारन बारो कौन हए ? "ले अगमवाणी कहा ! 65बे बा के बिरुद्धमे घृनापूर्ण बात कही और बाके उपर ईश्वार -निन्दाको आरोप लगाइ ।66उज्यारो होतए जमा भए ,जनतनके धर्म गुरु, मुखीय पुजारी और शास्त्री दोने बाके अपन महासभामे लै गै। 67और कही,” तए ख्रीष्ट है कहेसे हमके बता ।" बा उनसे कही, मै बतै हौ कहेसे फिर तुम ना पतियए हौ । 68मै प्रश्न करङ्गो कहेसे, फिर तुम जवाफ ना देहौ ।69पर आदमीको पुत्र परमेश्वरको शक्तीको दहिना घेन बैठैगो । 70तव बे सब कही, तव का तै परमेश्वरको पुत्र हौ ?" बा बिनके उत्तर दै, तुमही काहत हौ । " 71बे कही," हमके अब और का शाक्षीको आबश्यक्ता है का ? कहेकी हम बहेके मुहसे सुन लै ।"
1बे सबए दलके उठे, और बाके पिलातस ठिन लैगए । 2बे बाके उपर अइसो कहिके दोष लगान लागे, जा आदमी हमर देशके बहकात हम पाइगए । जा कैसरके कर तिरनसे रोकत है, अपनेके मै ख्रिष्ट, एक राजा हौ कहिके काहत है ।"3पिलातस बासे पुछी,’ का तै यहुदिक राजा है ? "येशु “जबाफ दैके कहि, तुमही अइसो काहत हौ । 4तव पिलातस मुख्य पुजारि और भिडसे कहि, मै जा आदमीमे कुछु दोष ना पाओ । 5तव बे बणे जोर दैके कही ,जा सारा यहुदिया और गालीलीसे जा ठाउँ तक शिक्षा देत आदमीके भडकात है ।"6तव पिलातस जा सुनके, जा आदमी गालीलीको है कि, कहिके पुछी । 7तव बा हेरोदको इलाकाको आदमी है, कहिके पता पएके पिलातस येशूके हेरोद ठिन पठाइदै ।8जब येशुके देखके हेरोद बेढम खुशी भौ । काहेकि बा बाके बारेमे सुनी रहए, बेढम दिनसे बाके देखन इच्छा करत रहए, और बा कुछ अछम्मो काम करो भौ देखन आशा करत रह । 9हेरोद येशूसे बेढम प्रश्न पुछी, और येशू बाके कुछू जवाफ ना दै । 10मुख पुजारी और शास्त्री ठाणके येशूके जोणतोणसे दोष लगान लागे ।11हेरोद अपन सिपैया सँग मिलके बासे घृणापुर्ण व्यवहार करी, और बाको गिल्ला करी। पिच्छु बाके अच्छो कपडा पहिदायके पिलातसठीन घुमाएके पठाए दै। 12बहे दिन पिलातस और हेरोध दोनो आपसमे मित्र भए।काहेकि अग्गु बिनके बिचमे दुश्मनि रहै।13तव पिलातस मुख पुजारि शासक,और जनताके जमा करी। 14बा बिनसे कहि,तुम आदमीके भणकान मारे जाके मिर अग्गु लाए। तुमारी अग्गु मय शोद पुछ करो, तुम इनके उपर लगाय भौ दोष मय ना पाओ।15१५ हेरोद फिर दोष ना पाई, कहिके बे जाके हमर ठिन घुमाइ दै। अब देखौ जा मृत्यु दण्ड पानको योग्या कुछु काम ना करी है। 16जहेमारे मै जाके सजाए करके छोड देहौ। 17त्युहारको उपलक्षमे बिनके ताही पिलातस एक जनी कैदीके छोडदेनपडत रहै।18बे सब एकसँग अइसो कहिके चिल्लाई ”जाके हमरीबिचसे हटाए देओ, और हमर ताही बारब्बाके छोड देबौ ।" 19बारब्बा शहेरमे भव विद्रोह और हत्याको काण्डमे झेलमे थुनो भओ एक आदमी रहए ।20येशुके छोणन इच्छा करके पिलातस फिर उनके सम्झाइ । 21पर बे अइसो काहत चिल्लाइ बाके क्रुसमे टाँग देओ और बाके क्रुसमे टँगदेओ । " 22तव बा तिस्रो चोटी बिनसे कही, "काहे , जा आदमी का खराब करी हए ? मै त जाके मृत्यु दण्ड देन कोइ बजैए ना पाओ, जहेमारे मै जाके सजाय करके छोड देहौ ।"23तव बे बणो जोरसे चोल्लाई बाके क्रुसमे टँगन पणैगो, कहिके माग करन लागे ।बिनको चित्कार सफल भौ। 24तव पिलातस बिनको मंग पुरा करदेन फैसला करी । 25पिलातस बारब्बाके छोडदई,जो विद्रोह और हत्या काण्डमे झेलमे पणो रहै बहेके छोड देओ कहिके बे माग करी रहै ,पर येशुके त बे बिनके इच्छामे सौप दै।26बे बाके बाहुनासे लैजात पेती, गाँउसे आनबारो शिमोन नाउँको कुरेनि निबासीके पकणी, और क्रुस बोकके बाके पिच्छु पिच्छु जान लगाई।27आदमीको बणो भिण बाके पिच्छु लागो, बा मे बैयर फिर रहै जो , बिलखात रहए और रोत रहै । 28तव बिनके घेन घुमके येशु कही, यरुसलेमके लौणीय , मिर ताहीं मत रोबओ, पर तुम अपन ताही और अपन लौणा-लौणीयाके ताही रोबओ ।29काहेकि बे दिन आन बारे है, जब आदमी काहामङ्गे धन्या बाँझी और गर्भधारन ना करन बारी कोख और दुध ना खबान बारी बैयर । 30तव बे पाहडसे काहामङ्गी हमर उपर गिर और डँगासे काहामङ्गी हमके तोप ।' 31काहेकी बे ता, रुखा हरो होत जा काम करत है, तव सुक्खा होत का करङ्गे ?"32अब बे दुई अपराधीनके फिर बाके सँग मृत्यु दण्ड देन ताही लैगए रहए ।33जब बे खप्पेर कहिन बारो ठउँमे आए,तव हुँव बे बाके क्रुसमे टाँगी,और बे अपराधी मैसे एक आदमीके दहीना घेन और दुसरेके दिब्रा घेन क्रुसमे टाँगी । 34तव येशु कही, "हे पिता, यिनके क्षमा करीए, काहेकि जे का करत है सो ना जानत है ।" तव बे बाको कपणाको चिट्टा डारी ।35आदमी ठाणके देखत रहै , शासक बासे ठट्टा करत कहि, " जा परमेश्वरको ख्रिष्ट हए कहिसे जा औरनके बचाई औ अब अपनेके बचाबै ।"36सिपाहि फिर आएके बाके सीर्का देत अइसो कहिके अपमान करिइँ, 37तए यहुदिक राजा है कहेसेत अपने आपके बचा । 38जा यहुदिनको राजा है " करके दोष-पत्र बाके फिर उपर रहए ।39क्रुसमे टँगो अपराधि मैसे एक जनी अपराधि बाके अपमान करत कही, " का तुम ख्रीष्ट ना हौ, तुम अपनेके और हमके बचाओ ।" 40तव बा के ढाँटके दुसरो कहि , "तय फिर दण्डमे पणो है, तहु फिर परमेश्वरको डर ना मानत है ? 41हमर दण्ड त न्यायसे है, काहेकि हम त अपनो कामको ठिक फल भोग रहे है, पर जा आदमी ता कोइ गलत काम ना करि हए ।"42तव बा हकि , हे येशु तुम अपने राज्यमे आबौ तव मेके सम्झीयौ । 43बा बासे कहि सच्ची मै तुम से काहत हौ, आजै तुम मिर सँग स्वर्ग लोकमे हुइ हओ ।44लगभग दुपाहरको बाह्र बजे रहै, और तीन बजे तक सारे देशमे अन्धकारसे ढाग गओ । 45दिनको तेज कम हुइगौ, और मन्दीरको पर्दा बिचसे फटके दुई भाग हुइगौ ।46येशू बणो जोरसे चिल्लाइके कहि, “हे पिता मै मेरो आत्मा तुमारे हातमे सौपत हओ । यितकै कहिके बा अपने प्रान त्याग दै ।" 47जा सब देख के कप्तान अइसो काहत परमेश्वरको महिमा करी ,निहत्य जा धर्मी आदमी रहए ।"48जा ठाउँमे आएभए सबए भिड हुआपर भओ घटना देख्के बे अपनी छाती पिटतए घुमगए । 49तव बक चिनाजान और गालीलसे बाके पिच्छु आनबारे बैयरए दुरसे ठाणंके जा घटना देखी रहै ।50योसेफ नाउँ भव एक जनी अच्छो आदमी रहए ।बा माहा सभामको सदस्य फिर रहए । 51बा बिनके सल्लाह और कर्यमे सहमति ना दै रहए । बा यहुदीनको अरिमाथीया शहरको आदमी रहए । बा परमेश्वरको राज्यको डगर देखत रहए ।52जे आदमी पिलातस ठिन जाएके येशुको लास मागी । 53बा को लास तरे उतारके मलमलको कपडामे लपेटके,और चट्टानमे ढोडर बनाएके एक चौरामे धरी, जहँ कबहु कोइके ना धरि रहै ।54बा तयारीको दिन रहै, और शबाथ-दिन शुरु होन लागो रहए । 55गालीलसे बाके सँगमे आन बारि स्त्री पिच्छु पिच्छु गई , और बा मृत्युके गड्डामे येशूकोशरीरके कैसे धरिरहए,बाके देखिं । 56तव घुमके बे सुगन्धीत मलहिन और अत्तर तयार करके , तव व्यवस्थाके कहो जैसो शबाथमे बे विश्राम करी ।
11 हप्ताक पहिलो दिन सबेरे बे बैयर तयर करके सुगन्धीत मसला मरघटैयामे लैके आई । 2बे पत्थर गड्डासे हटो पाई । 3तव बे भितर घुस्के प्रभु येशुक शरीर ना पाई ।4जब बे जाके बारेमे अलमल्लमे पणीगए रहै, अचानकसे चमकन बारो लत्ता पैधे दुई लोग बिनके ठिन ठाणगए । 5बे डराए गइ और जमिन घेन मुण झुकाई,तव बे दुई लोग कही,” तुम जिन्दाके मरेनके बिचमे काहे ढुणत हओ ? "6बा हियँ नाहए , पर जिन्दा हुइके उठिगओ है ! गालीलमे होत बा तुमसे का कही रहए, बा याद करओ । 7कि आदमिक पुत्रके पापीआदमीके हातमे सौंपङ्गे और क्रुसमे टँगङ्गे, और तीस्रो दिनमे जिन्दा हुईके उठन जरुरि हए ।"8तब बे बैयर बाको बचन सम्झीं । 9और मरघटैयासे घुम्के बे जा सब बात एघार चेलनके और सबैके बताई दै । 10बे बैयर ,मरियम मग्दलिनी, योअन्ना और यकुब कि अईया मरियम रहैं । बिनके सँग और बैयर फिर जा बात प्रेरितके बताई ।11तव बे जा बातके बेकार हए कहिके ठानी और बे विश्वास ना करी । 12तव पत्रुस उठके मरघटैयामे दौणके गओ, और निहारके देखि, सुती लत्ताक पट्टी इकल्लो देखी । तब पत्रुस बा घटना देखके अचम्मो मानके बा गइभव ।13बहे दिन बाके चेला मैसे दुई जनी यरुशलेमसे प्रायः साठी किलोमिटर दुरको इम्माउस नाउँको एक गाउँ घेन गए रहए । 14घटे भए सब घटनक बारेम बे अपसमे बातचित करत रहै ।15बे अपसमे बातचित करत और बहस करत बेरा येशु अपनए बिनके ठिन आएके बिनके सँग गओ । 16पर बिनकि आँखी बाके ना चिनन् बारी बनाए दै रहै ।17येशू बिनसे कही ,” तुम नेगत आपसमे का बहस करत रहओ ? बे उदास हुईके ठौण रुकिगए । 18बे दुई मैसे क्लोपास बाके जवाफ दै, ”जे दिनमे यरुशलेममे भइ बातके पता ना पान बारे आदमी का तुम इकल्ले हओ ?"19बा बिनसे पुछी, का बात , बे जवाफ दैः येशु नासरिक बारेम बा एक अगम वक्ता रहए , और परमेश्वार और सब आदमीके सामने काम और बचन मे शक्तीशाली रहै । 20तव मुखीया पुजारि और हमर शासक बाके मृत्यु दण्डके ताही सौँपी, और बाके क्रुसमे टाँगी ।21इस्राएलको उद्धार करन बारो बहे हए, कहिके हम आसा करे रहै । जा सब बात छोडके जा घटना घटके आज तिस्रो दिन है ।22जाः बाहेक हम मैसे कोईकोई बैयर अचम्मो बताइ है । बे आज सबेरे चिहानमे गई रहै । 23और येशुक शरीर ना पाई, बे आएके हमके सुनाई, हम स्वर्गदुत देखे, बा येशु जिन्दा हुइगव है कहि । 24हम मैसे कोई-कोई मरघटैयामे गौ,और बे बैयर जो कही रहै, उइसी पाई, तव बाके ना देखी ।"25येशू बिनसे कही,” अबुझ आदमी तुमर ह्रदय यित्तो सुस्त काहे भव हए, का अगमवक्ता कही बातमे विश्वास ना करत हौ ? 26का ख्रिष्टके जा कष्ट भोगनो और अपनी महिमामे प्रवेश करन जरुरी ना हए का ?" 27तव मेशा और सब अगमवक्तासे सुरु करके बा धर्म शास्त्रमे अपने बारेमे लिखी बातको अर्थ बिनके खोल दै ।28बे जौन गाउँमे जात रहै, बाके ठीन पुगे। बा और दुर जानके चाहत रहए, जैसो करी । 29तव बे बाके अइसो करके कर लगाई, ”हमर सँग बैठओ, काहेकी साँझा होन लागो, और दिन बहुत ढल गओहै ।" और बा बिनके सँग बैठनके घर भितर घुसो ।30जब येशु बिनके सँग खान बैठो बा रोटी लैके आशिर्वाद दै, और तोडके बिनके देन लागो । 31तव बिनकि आँखी खुली, और बे बाके चिनी । और बा बिनके नजरसे अलोप हुइ गओ । 32बे आपसमे कही, बा हमर सँग डगरमे बात चित करत,और हमके धर्म शास्त्रको अर्थ ,खोल देन पेती का हमर हृदय भिरत प्रज्वलित ना भव रहए का ?"33बहे बेरा बे उठके और यरुशलेम घुमे । और एघार चेला और बिनके सँग जम्मा भएनके भेटी, 34और बिनसे अइसो कहि, ” प्रभु सँच मे जिवित हुइके उठिगओ और सिमोन ठिन दिखानो रहए । 35तुमर डगरमे भई बात और रोटि तोडत पेती कैसे प्रकट भओ ,सो बताए दै ।36बे जा बात काहत पेती येशु बिनके बिचमे प्रकट भव रहए, और बे डरके मारे घबणाए गए । और बिनसे कहि तुमके शान्ती होबए ।" 37बे झस्के, और डरके मारे घब णाए गए, और हम त प्रेत देखे रहए कहिके सम्झी ।38तव बा बिनसे कहि, " तुम काहे बिचलित होत हौ,और तुमर ह्रदयमे काहे प्रश्न उठात हओ ? 39मिर हत और मिर पाओं देखै, महि हौ, मोके छुएके देखै । काहेकि प्रेतनको मासु और हड्डी ना होत हए, तव तुम देखत हौ, मिर त हए । " 40अइसी कहिके पिच्छु बा बिनके अपन हात और पाओ दिखाई ।41तव खुशिसे पत्यान नासकन जैसो बे अचम्मो पणत बा बिनसे कहि, का तुमर ठिन हियाँ कुछ खान बारो चिज हए । 42बे बाके पकाओ भव एक मछरी दै । 43तव बा बाके लैके बिनके अग्गु खाई ।44बा बिनसे कहि,”तुमर सँग होत पेति मै तुमसे बोलो रहओ, कि मोसाको व्यावस्ता,अगमवक्ता और भजनके पुस्तकमे मिर विषयमे लिखो सब बात पुरा होन पणैगो ।"45तव धर्मशास्त्र समझन ताहि बिनको दिमाँकके खोल दै । 46बा बिनसे कहि ,अइसो लिखो हए की ख्रिष्ट दुःख भोगैगो और तिस्रो दिनमे मृत्युसे जिन्दा होन पणैगो । 47तव यरुशलेमसे सुरु करके सब जातिनके बाको नाउँमे पश्चाताप और पाप क्षमाको प्रचार होन पणैगो।48तुम जा बातके साक्षी हौ । 49देखओ, मै मिर पिताको प्रतिज्ञा तुमर ठिन पठात हौ, पर उपरसे शक्ती ना पान तक तुम हियाँ शहरमे बैठीओ ।"50तव पिच्छु बा बिनके बेथनियँ तक लैगओ,और अपन हात उठएके बिनके आर्शिवाद दै । 51बा बिनके आर्शिवाद देतए देत, बा बिनसे छुटिगओ और स्वर्गमे चले गओ ।52बे बाको उपासना करी,और बणो आन्नद साथ यरुशलेम लौटआए । 53और बे परमेश्वरको प्रशँसा करत मन्दिरमे रोज रहन लागे ।
1सुरुमे बचन रहए, बचन परमेश्वरसँग रहए, और बचनए परमेश्वर रहए | 2बा सुरुवएसे परमेश्वरसंग रहए | 3सब चिज बहेसे बनो, और बनो कोई चिज फिर बा बिना ना बनो ।4बामे जीवन रहए, और बो जीवन आदमीक ताँही ज्योति रहए | 5ज्योति अँधीयारोमे चमकत हए, और अँधीयारो बाके ना जित पाई ।6परमेश्वरसे पठाओ एक आदमी रहए, जौनको नाउँ यूहन्ना रहए | 7बासे सब विश्वास करएँ करके बा ज्योतिकी गवाही देनके ताँही साँची बनके अओ | 8यूहन्ना अपनाए ज्योति ना रहए, पर बा ज्योति के गवाही देन अओ।9बा सबए आदमीनके ज्योति देनबारो और संसारमे आनबारो सच्चो ज्योति रहए ।10बा संसारमे रहए, और संसार बहेसे बनो, तहुँ संसार बाके ना पहिचान पाईं । 11बा अपन आदमी ठिन अओ, तहुँ अपने आदमी बाके ग्रहण ना करीं ।12तव जित्नो बाके ग्रहण करीं और बाको नाउँमे विश्वास करीं, बा उनके परमेश्वरको सन्तान होनके अधिकार दै । 13बे ना रगतसे, ना शरीरकी इच्छासे, और ना आदमीके इच्छासे , पर बे परमेश्वरसे जन्मे रहएँ ।14और वचन देहेधारी भव, और हमर बिचमे बास करी । हम पितासे आओ भव एकए पुत्र जैसो और अनुग्रह और सत्यसे पुरो महिमा देखे । 15यूहन्ना बाके बारेमे गवाही देत जोडसे कहि, “मोसे पिच्छु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकी बा मोसे अग्गुको हए जौनके बारेमे मए कहो, बा बहे मनै हए।”16काहेकी बाको पूर्णतासे हम सब अनुग्रह उपर अनुग्रह पाए हएँ । 17काहेकी व्यवस्था परमेश्वर मोशासे दई, अनुग्रह और सत्यता येशू ख्रिष्टसे आओ । 18कोई फिर परमेश्वरके कबहु ना देखि हएँ । पिताको छातीमे अडास लागन बारो एकए परमेश्वर बाके चिनाई हए ।19"यहूदी यरुशलेमसे पुजारी और लेवीके "तुम कौन हौ ?” करके पुछ्न पठाईं, तव यूहन्नाकी गवाही जा हए । " 20"बा खुलके कही, और इन्कार ना करी, और "उत्तर दै "मए ख्रीष्ट न हौं । " 21"तव बे उनसे कही, “तव तुम कौन हऔ ? का तुम एलिया हौ ?” बा कही ,"मए न हौं ।” बे कहि का तुम अगमवक्ता हौ ?” बा कही, मए न हौं ।”22तव बे बिनके कही तुम कौन हऔ ताकि हमके पठान बारेके हम जबाफ दए पामए । तुम अपने वारेमे का कहत हौ ?” 23"बा कहि "मए उजाड-स्थानमे चिल्लान बारो एक आबाज हौ । "परमप्रभुके ताहीं डगर सुध करओ' जैसो यशैया अगमवक्ता कहि ।"24उनके पठाए भए फरिसीनसे रहएँ । 25" बे बासे पुँछी "और कहिं "तुम ना ख्रीष्ट , ना एलिया, ना अगमवक्ता हौ फिर तव, काहे बप्तिस्मा देतहौ ?”26" और यूहन्ना उनके यईसी जबाफ दै, “मए पानीसे बप्तिस्मा देतहौं,। तव तुमर बीचमे न चिनो कोई ठाडो हए, । 27मोसे पिच्छु आनबारो बहे हए । बाके जुताको तनी खोलन लायकको मए न हौं ।” 28यर्दन नदीया पार बेथानियामे जा बात भव रहए, जहाँ यूहन्ना बप्तिस्मा देत रहए ।29दुसरे दिन यहून्ना येशूके अपन घैन आत देखि और कहि, “देखओ, संसारको पाप उठान बारो परमेश्वरको थुमा ! 30मोसे पिछु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकि बा मोसे अग्गुसे हए कहिके मए कहो बहे हए।' 31मए अपनए बाके न चिनो, तव बा इस्राएलमे प्रघट होबए कहिके मए पानीसे बप्तिस्मा देत आओ ।”32यूहन्ना अइसे गवाही दै, “मए पवित्र आत्मा स्वर्गसे कबुतरके रुपमे उतरतै आत और बाके उपर बैठत देखो । 33मए बाके ना चिनो रहौं, पर पानीसे बप्तिस्मा देनके पठान बारो मोके कहि ,तुम जौनके उपर पवित्र आत्मा उतरत आए और बाके उपर बैठत देखए हए, पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा देन बारो बहे हए ।” 34मए देखो भव, और बहे परमेश्वरको पुत्र हए कहिके गवाही दओ हओं।"35फिर दुसरे दिन यूहन्ना आपनो दुई जनी चेलाके संग ठाडो रहए । 36बे येशूके बहे डगर हुईके जात देखीं और यूहन्ना कहि, “देखौ, परमेश्वरको मेम्ना !”37यूहन्ना अइसो कहात जे दुई चेला सुनी और बे येशूके पिच्छु लगगए । 38तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी , और बिनसे कही, “तुम का ढुड्त हऔ ?” बे बासे कहीं, “रब्बी {जौनको अर्थ हए गुरुजी} तुम कहाँ रहत हऔ ?” 39बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे ।” तव बे आए, और बाको बैठन बारो ठाऊँ देखिं । बे बहे दिन बाके संग बैठे, काहेकी लगभग चार बजिगव रहए ।40यूहन्नाको कहो सुननबारे और येशूक पच्छु लागनबारे बे दुई जनी मैसे एक जनी सिमोन पत्रुसको भईया अन्द्रीयास रहए । 41अन्द्रीयास अपन भईया सिमोनके पाईके कहि “हम मसिहके (जौनको अर्थ हए, ख्रीष्ट) के पाएगयँ हएँ ।” 42बा अपन भईयाके येशू ठिन लाई । और येशू बाके देखि और कहि, “तए यूहन्नाके लौंड़ा सिमोन हए, । तए केफास (जौनको अर्थ हए, पत्रुस) कहोजाइगो ।”43दुस्रो दिन येशू गालीलमे जान बा जगहके छोड्न चाँहत रहए । और फिलिपके पाएके येशू बासे कही, 'मिर पिच्छु लाग ।” 44अन्द्रियास और पत्रुस कता फिलिप फिर बेथसेदा सहेरके रहएँ, । 45फिलिप नथानेलके पाएके कहि, “जौनके बारेमे मोशा व्यवस्थामे और अगमवक्ता फिर लिखिरहँए, योसेफको पुत्र नासरतको येशूके हम पाएगएँ हए ।”46नथानेल उनसे कहि, “का नासरतसे कछु अच्छी बात अए सकत हए ?” फिलिप बासे कही,”आएके देखओ ।” 47येशू नथानेलके अपने घेन आत देखि और बा उनके बारेमे कहि, “एक जनी पक्को इस्राएलीके देखओ, जोमे कोई झुठ ना हए।” 48नथानेल पुँछी, “तुम मोके कैसे चिनलए ?” येशू बाके जवाफ दैके कही, “फिलिप तोके बुलानसे अग्गु, गुलरको रुखा तरे मए तोके देखो रहौं ।”49नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ ।” 50येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके गुलरके रुखा तरे देखनके कारनसे का तुम मोके विश्वास करत हऔ ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे ।” 51येशू कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्वरके स्वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे ।”
1तिसरे दिन गालीलके काना नगरमे एक विहा रहए । येशूकी अइया हुवाँ रहए । 2येशू और बाके चेलनके फिर विहाको निउतो दै रहयँ ।3दाखमध खतम हुइगओ तव, येशूकी अइया बासे कही, “बिनके संग दाखमध ना हए ।” 4येशू उनसे कही, “हे नारी, मोके का करन पडैगो बा मत कहाए । मिर बेरा ह्बाए ना आओ हए ।” 5बाकि अइया चाकरन से कहि, “ऊनको कहो जैसो तुम करओ ।”6अब यहूदीनको शुद्धकरन होन बारो चालचलनके ताहिं हुवाँ लगभग: सौ लिटर अपानबारे छ्य मौना रहँए । 7"येशू उनसे कहि, " "मौनाके पानीसे भरओ ।” बे मौनाके मोहोणो तक पानी भरीं ।" 8तव बा नोकरन से कही, “थोडी अखनाएके विहाको मुखियाके ठिन लइजाबओ ।” बे अइसिए करीं ।9विहाको मुखिया दाखमधसे बनो बा पानी चाखी, पर जा कहाँ से आओ हए सो बाके पता ना रहए, (पर पानी भरन बारो चाकरन के पता रहए )। तव विहाको मुखिया दुलहाके बुलाएके कही, 10और बासे कही "सब आदमी अग्गु अच्छो दाखमध देतहँए और आदमी बहुत पिलेतहएँ पिच्छु कमसल दाखमध बांट्त हएँ, पर तय ता अच्छो दाखमध ह्बाए तक धरे हए ।”11येशूक चिनह मैसे जा पहिलो चिन्ह येशू गालीलके कानामे करी रहए। अइसे बा अपन महिमा प्रगट करी, और बक चेला बाके उपर विश्वास करीं ।12पिच्छु येशू अपन अइया,बाकी भैयन और चेलन संग कफर्नहुममे गओ, और कुछ दिन हुवाँ बैठो।13यहूदीनको निस्तार-चाड जौने रहए, और येशू यारुशलेममे गओ । 14बा मन्दिरमे बर्धा, भेडा और कबुतर बेचन बारे पाईगओ और रुपैया साटन बारे फिर बहे ठाउँमे बैठे रहएँ ।15जहेमारे बा रस्सीकी एक पैना बनाएके भेडा और बर्धा सहित बे सबके, मन्दिरसे बाहिर निकारके रप्टाई दैं, और बा पैसा साटन बारेन कि टेबुल पलट दै । 16कबुतर बेचन बारेनसे बा कही, “हियाँसे जे सब चिज लैजाओ । मिर पिताके घरके बजार मत बनाऔ ।17बाके चेलनके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद आई, “तुमर घरकी जोस मोके जलात हए।” 18यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,“तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ ? 19येशू जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ, । और मए तीन दिनमे जाके ठडबाय देहौं ।”20तव यहूदी अधिकारी कहान लागे, “जा मन्दिर बनान् के छयालीस वरष लागो हए, और तुम जाके तीन दिनमे खडा करदे हऔ का ?” 21पर बा अपन शरीरकी मन्दिरके वारेमे बतात रहए । 22जब बा मरके जिन्दा भव, तव कि बा कही जा बात बाकी चेलनके याद भव और बे धर्मशास्त्र और येशूकी कहि भई बातके उपर विश्वास करीं ।23बा निस्तार- चाडकी बेरा यरुशलेममे रहए, बाके करेभए काम देखके बहुत जनी बाको नाउँमे विश्वास करीं । 24पर येशू बिनको भरोसा ना करी, काहेकी बा बिनके सबके चिनत रहए । 25काहेकी आदमीके बारे मे बाके कोईकि गवाहीकी जरुरत ना रहए । काहेकि आदमीकि हृदयमे का होथए, बा जान्त रहए ।
1अब हुँवा निकोदेमस नाउँको एक आदमी रहए बा यहुदी महासभाको एक अगुवा रहए । 2जा आदमी रातके येशू ठिन आओ, और बासे कही, “गुरुजी, हम जान्त हँएं तुम परमेश्वर आए भए एक शिक्षक हौ, काहेकि परमेश्वर संगमे ना हुइहए तव तुमर करेभए जे चिन्ह कोई ना कर पएँ हँएं ।”3येशू बाके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ नयाँ हुइके ना जन्मैगो तव बा परमेश्वरको राज ना देख पएहएँ ।” 4निकोदेमस बासे कही, “आदमी बुढो हुइ जएहए तव कैसे जलम हए ? का बा अपन अइयाके गरभ मे दुसरे दाँव घुसके जलम ले हए का ?”5येशू जवाफ दै ,“नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ पानी और आत्मासे ना जलमेहए तव परमेश्वरके राजमे ना घुस पएहए । 6शरीरसे जन्मो शरीर हए, और पवित्र आत्मासे जन्मो आत्मा हए ।7मए तुमके तुम फिर जलमन पडैगो कहात हौँ अचम्मो मत मानौ। 8हावा जितए चहात हए उतै बहत हए । तुम हावाकि अवाज त सुनत हौ, पर बा कहाँसे आत हए और कितए जात हए, सो ना जानत हौ । पवित्र आत्मासे जलमो सब उईसियए हुई हँए ।”9निकोदेमस जवाफ दै, और बासे कही, “जा बात कैसे हुइ पएहए ?” 10येशू बाके जबाफ दैके कही, “ का तय इस्राएलको गुरु हए तहुँ फिर जे बात ना समझत हय ? 11नेहत्य, मए तोसे कहात हौं, हम जो जानत हँए बहे कहात हँए, और हम जो देखे हँए, बहेकी गवाही देत हँए, पर तुम हमर गवाही स्वीकार ना करत हौ ।12मए तुमसे पृथ्वीको बात कहो, तहुँ फिर तुम विश्वास ना करे, तव तुमके स्वर्गकि बात बतए हौँ तव कैसे विश्वास कर हौ ? 13स्वर्गसे उतरके आन वालो आदमीको पुत्र बाहेक कोई फिर स्वर्गमे ना गव हए।14जैसी मोशा उजाड – ठाउँमे साँपके उठाई , उईसी आदमीको पुत्र उपर उठओ जयहए, 15और जौन बाके उपर विश्वास करहँए, सब अनन्त जीवन पाएँ हँए ।16"काहेकी परमेश्वर संसारसे अईसो प्रेम करी, कि बा अपन एकलौटा पुत्र दै, ताकि बाके उपर विश्वास करनवारे कोइ फिर नाश ना होबए, पर बा अनन्त जीवन पाबए । 17काहेकी परमेश्वर संसारके दण्ड देन नाए, पर संसारके बचान ताँही आपनो पुत्र दै । 18जौन बाके उपर विश्वास करहए, बा दोषी ना ठहरैगो, पर बामे विश्वास ना करन बारो अगुसे दोषी ठहिरगौ हए, काहेकि बा परमेश्वरको एकलौटा पुत्रके नाउँमे विश्वास ना करी हए ।19फैसलाको कारन जहे हए: ज्योति संसारमे आओ हए, और आदमी ज्योतिसे जद्धा अन्धियारोके मन पडाइँ , काहेकी बिनकी काम खराब रहए । 20काहेकी खराब काम करन बारो सब ज्योतिके नफरत करत हँएं । और ज्योतिमे ना आत हय, ताकि बाके काम प्रकट ना होबए । 21सत्यसे जिन बारो आदमी ज्योतिमे आतहए, और परमेश्वरमे करी भई बाको काम प्रकट होबए ।22तओ पिछु येशू और बाके चेला यहूदीयामे गए, और हुवाँ बा बिनके संग कुछ दिन बैठी, और बप्तिस्मा दै । 23यूहन्ना फिर सालीमके जौने एनोनमे बप्तिस्मा देत रहए, काहेकी हुवाँ बहुत पानी रहए । हुवाँ आदमी बाके ठिन आत रहँएं और बे बप्तिस्मा लेत रहँएं । 24काहेकि यूहन्ना बा बेरा जेलमे ना पडो रहए ।25हुँवा यूहन्नाके कुछ चेला और एक जनी यहूदीबिच सुध्दीकरणके वारेमे बिबाद हुइगओ । 26यूहन्नाके ठिन आएके बे बासे कहीँ, “गुरुजी, यर्दन नदीयाकि बा पार जो तुमरसंग रहए, जौनके वारेमे तुम गवाही दए रहौ, देखओ, बा बप्तिस्मा दएरहो हए, और सब बाके ठिन जाएरहे हँए ।”27यूहन्ना जबाफ दै, “आदमीके स्वर्गसे ना देन तक बा कोई चिज कर ना पएहए । 28मए ख्रीष्ट न हौं, पर मए बासे अग्गु पठाओ भव हौं' करके मिर गवाही तुम अपनए देत हौ ।29दुलहीन त दुलहाकि हए, । दुलहाके ठिन जो ठाणो होत हए, और बाको अवाज सुनन बारो सँगी दुलहाको आवाज सुनके गजब खुशी होत हए । तव मिर आनन्द अब पुरा होबैगो । 30बा बढैगो, और मोके घटन पड्हए ।31"उपरसे आन बारो सबसे उँचो हए । पृथ्वीसे होन बारो पृथ्वीको हए, और पृथ्वीकी बात बोल्त हए । स्वर्गसे आन बारो बा सबसे उँचो हए ।" 32बा जो देखत और सुनत हए, बाकी गवाही बा देत हए, पर बाकी गवाही कोई ग्रहण ना करत् हँए । 33जौन बाकि गवाही ग्रहण करी हए, परमेश्वर सत्य हए कहिके प्रमाण देत हए ।34काहेकी जौनके परमेश्वर पठात् हए, बा परमेश्वरको वाणी बोल्त हए, काहेकी परमेश्वर बिना नाप पवित्र आत्मा दै हए । 35पिता पुत्रके प्रेम करत हए, और सब चिज बाके हातमे दै हए । 36जौन पुत्रके उपर विश्वास करहए, बाके संग अनन्त जीवन हए । जौन पुत्रको आज्ञापालन ना करहए, बा जीवन ना देखैगो, और परमेश्वरको क्रोध बाके उपर पड्हए ।
1यूहन्नासे येशू बहुत चेला बनात हए और बप्तिस्मा फिर देन डटो हए कहिके फरिसी लोग सुनी हँए कहिके पता पाई । 2{ वास्तबमे येशू अपनाए बप्तिस्मा न देत रहए, पर बाके चेला फिर बप्तिस्मा देत रहएँ } 3बा यहूदिया छोड्के फिर गालीलमे लौट गओ।4पर बाके सामरिया हुइके जानके जरुरी रहए । 5और बा याकूब अपन लौड़ा योसेफके दइ भई जमिनको कछु हिस्सा जौने भौ सामरियाको सुखार कहाँन बारो सहेरमे आए पुगो ।6हुवाँ याकूबकी कुइयाँ रहए । येशू अपनी यात्रासे थक्गौ और कुइयाँ ठिन वैठो रहए । और दुपाहर भव रहए । 7एक सामरी बैयर पानी भरन हुवाँ आई । और येशू बासे कही, “मोके पानी पिन दे ।” 8बाके चेला सहेरमे खान बारी चिज किनन गए रहँए ।9जाकेपिच्छु सामरी बैयर बासे कही, “तुम यहूदी हुइके फिर मए एक सामरी बैयरकि हातसे कैसे पिन बारो चिज मागत हऔ ?” {यहूदी सामरी संग कुछु सम्बन्ध ना करत हएँ ।} 10येशू बासे कही, “तय परमेश्वर को वरदान चिन्तो और तोसे पानी मागन बारो आदमीके चिन्तो तओ तए बासे माँगतो, और बा तोके जिन्दा पानी दित्तो ।”11बैयर बासे कही, “महाराज, तुमर संग निकारन बारो भाँडा न हय और कुइयाँ फिर गहिरी हए । तव तुम कहाँसे बा जिन्दा पानी लए हऔ ? 12का तुम हमर पुर्खा याकूबसे बडे हऔ ? बा हमरे तांहि जा कुइयाँ बनाए दै, और बा अपना फिर पानी पिई और बाकी सन्तान और उनके गोइडंगर जहे कुइयाँके पानी पिई ।”13येशू बाके जवाफ दै, और कही, “जा पानी पिन बारेनके फिर्के प्यास लगहए, 14पर जौन-जौन मिर दओ पानी पिहए बा कबही प्यासो ना हुइहए । जौन पानी मए बाके दए हऔ, बा बाँकी अनन्त जीवनके ताँहीं निकरन बारो पानीको मूल बनजए हए !”15" बैयर बासे कही, “हजुर, मोके बहे पानी देबओ, और मए प्यासो नाहोमौ, और हियाँ पानी भरनके आन ना पडए । “ 16येशू बासे कही, “जा तए अपन लोगाके बोलएके लिआ ।”17बैयर बासे कही, “मिर लोगाए ना हए ।” येशू बासे कही, तिर लोगा ना हए करके तए ठिकए काहत हए, 18काहेकि तिर पाँच जनै लोगा हुइडारी हँएं, और जौन हबए तिर संग हए, बा तिर लोगा ना हए । जा तए ठीकए बताओ हए ।”19बैयर बासे कही, “हजुर, तुम अगमवक्ता हौ कहिके मए देखत हऔ । 20हमर पुर्खा जा डँगामे आराधना करत रहए, पर आदमीकी आराधना करन वालो ठाउँ यरुशलेम हए कहीके तुम काहत हऔ ।”21येशू बासे कही, “ए बैयर, मोके बिश्वास कर, बा बेरा आएरहो हए, तुम पिताके ना जा डँगामे ना यरुशलेममे आराधना करहौ । 22तुम जो ना जान्त हौ सो आराधना कर्त हौ । हम जो जानत हँएं बहेको आराधना कर्त हँएं , काहेकी उद्धार त यहूदीनसे आत हए ।23अव बेरा आए रहो हए, और बा बेरा हबै हए, जव सँच्चो आराधक पिताके आत्मा और सत्यतासे आराधना करहैँ । काहेकी अईसी आराधना करन बारो आराधकके पिता ढुँडत हए । 24परमेश्वर आत्मा हए और बक आराधना करन बारो आदमी बाकी आत्मा और सत्यतामे आराधना करन पडत हए ।”25बैयर बासे कही, “मए जानत हौँ, कि मसीह अबैगो {जोसे ख्रीष्ट कहात हए}, और जब बा अबैगो, तव बा हमके सब बात बताए देहए ।” 26येशू बासे कही, “तुमसे मस्कन बारो, मए बहे हऔ ।”27"उतिए खिन बाके चेला आएगए, और बा एक बैयरसे बात करत देखके,बे छक्क पडीँ “और तुम का चाहत हऔ ?” अथवा “तुम बा बैयरसे काहे बातचित करत हौ ?’’ कहिके कोई ना कहीँ ।28तव बा बैयर अपन घल्ला छोडके सहर घेन गई, और आदमीनसे कही, 29"आओ मिर करे भए सबए काम मोके बताए देन बारो आदमीक देखओ, । कहु बा ख्रीष्ट ता ना हाए ?” " 30तव बे सहरसे बाके ठिन आए ।31बहे बेरा चेला बासे अईसे बिन्ती करत रहए “रब्बी, खाए लेओ् । 32पर बा उन्से कही, “मिर झौन खानबारो चिज हए, जो तुम ना जानत हओ ।” 33तभै चेला एक आपसमे कहिं, “का कोई बाके ताहिं खानु नालाई हय, लायी है र ?”34येशू बिनसे कही, “जो मोके पठाइ हए, बहएको ईच्छा और बहएको काम पुरा कर्नोही मिर खानु हए । 35अभए फिर चार महिना हए और बाकेबाद कटनी करनकी समय अए हए कहिके का तुम ना काहत हओ? मए तुनसे काहि रहो हओ, खेतके देखओ, काहेकि कटनीके ताही बे अगुए पकगय हय। 36जौन कटनी कर्थए बहय मजदुरि पाथए, और अनन्त जीवनके ताहिं फल बटुल्थए, ताकी बोन बारे और कटनी करन बारे एक संग रमए सकए।37काहेकी 'एक जनै बोबैगो, और दुसरो कट्नी करैगो,' कहिके वचन जहेमे सच्चो हए । 38मए तुमके हुँवाँ कटनी करन पठाओ, जहाँ तुम मेहेनत ना करेहओ । औरे आदमी मेहेनत करिहए, और बिनको मेहेनत को फल तुम पाए हौ ।''39'मए जो करो बा मोके सबए बात कहिदै हए'' कहिके बा बैयर् कि गवाही के कारन बा नगर मैके सामरी मैसे गजब बाके उपर विश्वास करीं । 40जहेमारे जब् सामरी बाके ठिंन आए, तव बे बाके बिन्हिक संग बैठन बिन्ती करीं, और बा दुई दिन हुवाँ बैठो ।41और बाकी वचन के कारन और गजब बाके उपर विश्वास करीं । 42बे बा बैयर से कहीं, ''अब तुमर कहि बात से हम विश्वास नाए करे, पर हम अपनए सुननके कारनसे नेहत्य बा संसारको मुक्तिदाता हए कहिके हम जाने हैं ।43दुई दिन पिछु हुवाँसे निकरके बा गालीलमे गओ । 44काहेकी { येशू अपनए गवाही दइ, कि अपने ठाऊमे कोई अगमवक्ताके आदर ना होत हए ।} 45जब बा गालीलमे आओ, तव बा यरुशलेममे तेवहारको बेरा जो करी रहए, बे सब काम देखके गालिली बाके स्वागत करी, काहेकी बेहुं हुवाँ तेवहारमे आए रहएँ ।46तव पिछु बा फिर गालीलके काना नगरमे आओ, जहाँ बा पानीके दाखमध बनाई रहए । कफर्नहुममे एक जनै बडो अधिकारी रहए, बक लौड़ा बिमार रहए । 47येशू यहूदियासे गालीलमे आओ हए करके सुनके बा बाके ठिन गव, और मिर लौड़ाके आएके अच्छो करदे कहिके बिन्ती करी, काहेकी बाको लौड़ा मरनए लागो रहए ।48तव येशू उन्से कही, “तुम चिन्ह और अचम्मोक काम नदेखे तक कोई रितिसे विश्वास नाकरैगे ।” 49बा बडो अधिकारी बासे कही, “हजुर, मिर लौड़ा मरनसे अग्गुयए आए देव ।” 50येशू बासे कही, “जाओ, तुमर लौड़ा बचजाए हए ।” येशू बासे कही वचनमे बा आदमी विश्वास करि, और अपन डगर गओ ।51और बा जातए पेति बाको लौड़ा बचिगओ कहत बाके बतातए नोकर बासे भेट् करीं । 52कित्तो खिनसे बक अच्छो लागन लागो कहिके जब बा बिनसे पुछी तव बे कहिं, “कल दूपाहरसे एक बजे घेन जाडो बाके छोड दै ।”53येशू बासे “तुमर लौड़ा अच्छो हुइ जए हए” कही रहए बहय घडीसे अच्छो भव करके दौवा पता पाई । और बा औ बक सारा परिवार विश्वास करीं ।" 54येशू यहूदियासे गालीलमे आएके बासे करो जा दुस्रो चिन्ह रहए ।
1तव पिछु यहूदीनकी तेवहार रहए, और येशू यरुशलेम मे गओ रहए, 2यरुशलेममे भेडा-फाटक जौने एक ताल रहए छानी सहिंतको पाँच बडेरी हए । जौनसे हिब्रू भाषामे बेथस्दा कहात् हँए । 3बा हुवाँ अनेक रोगी, और अन्धरा, लंगडा, पक्षाघाती हुवाँ पडे रहए । [ बे पानी कित्तो बेरा छलके हए करके आसरा देखत रहएँ । 4काहेकी परमप्रभुक एक दुत समय समयमे जल कुण्डमे उतरके पानी हलाए देत रहए, और पानी छलको खिनक जो पहिले पानी भितर घुसत रहए, तव जैसो रोग होबए फिर, बा अच्छो हुइ जात रहए ।]5हुवाँ अठतीस वर्षसे बिमारी भाव एक आदमी रहए । 6जब येशू बाके हुवाँ लेटो देखि और लम्बो समयसे बा जा दसामे हए करके जानके येशू बासे कही, “का तए अच्छो होन चाहँत हए ?”7बा बिमारी आद्मी बासे कही, हजुर, जौन बेरा पानी छलकत हए मोके जल कुण्डमे डारन बारो मिर कोइ ना हए, मए जातए जात मोसे अग्गु दुस्रो आदमी पानीमे घुसिजात हए । 8येशू बासे कही, “ठाड, और अपन बिछ्ना उठा, और नेग ।”9तुरन्तए बा आदमी अच्छो हुइ गओ, और अपनी बिछ्ना बोकके बा नेगन लागो । बा दिन शबाथ –दिन रहए ।10तव अच्छो भव आदमीसे यहूदी कहीं, “जा ता शबाथ - दिन हए, तोए बिछ्ना बोकन ठिक ना हए ।” 11बा उनसे जबाफ दैके कही, “जौन मोके अच्छो करी बहे मोसे कही, 'अपन बिछ्ना बोकके नेग ।”12बे बासे पुछीँ, “तोसे बिछ्ना बोकके नेगन कहाँन बारो आदमी कौन हए ?” 13तव अच्छो भव आदमी बा कौन हए करके चिन ना पाई रहए, काहेकी बा ठाउँमे भिड रहए बहे मारे येशू हुवाँसे गओ रहए ।14तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भव हए । अब पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी ना आबए ।” 15बाके अच्छो करन बारो त येशू हए कहिके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दै ।”16तहिमारे यहूदी येशूके खेदो करन लागे, काहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए । 17तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।” 18जहेमारे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार करन लागे, काहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्वरके पिता कही रहए ।19येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौं, पुत्र अपनाए कछु करनाए पए हए, पर पिताके जो करत् देखेहए बहे करेहए, काहेकी पिता जो करेहए, पुत्र बहे करेहए । 20काहेकी पिता पुत्रके प्रेम करत् हए, और बा अपनो करी रहो सब काम पिताके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा पुत्र दिखए हए, और तुम अचम्मो मनेहौ ।21काहेकी जैसे पिता मरेनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी पुत्र फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए । 22काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम पुत्र के दै हए, 23ताकि सब पुत्रके आदर करो, जैसे बे पुत्रके आदर करङ्गे । जौन पुत्रके आदर ना करहए ताओ बाके पठान बालो पिताके फिर आदर ना करैगो ।24"नेहत्य, मए तुमसे कहत हौ, जौन मिर बचन सुने हए और मोके पठान बारेके उपर विश्वस करेहए, बाके संग अनन्त जीवन हए। बा न्यायमे ना पडैगो, और मृत्यु से बा जीवनमे प्रवेश करए हए ।"25"नेहत्य, मए तुमसे कहत हौँ, बा बेरा आईगव हए, और बा बेरा हबै हए, जब मरे भए परमेश्वरको पुत्रको अबाज सुनेहए, और सुनन बारे बचङ्गे । "26काहेकी जैसी पिता अपनए जीवन हए उईसी, बा पुत्रक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए । 27और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, कहेकी बा आदमीक पुत्र हए ।28जा बातमे अचम्मो मत मानओ, कहेकी बेरा आईगव हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनङ्गे , 29और बे गड्डामैसे बाहेर निकर अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुकरम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए ।30"मए अपनाए कछु ना करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करङ्गो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, कहेकी मए अपन इच्छा नाए ढुड्त हौ, पर मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ ।" 31"पर मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य ना हुइहए ।" 32मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।33"तुम यूहन्ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही दैहए् । " 34मए ग्रहण करो गवाही आदमीक ना हए, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ । 35यूहन्ना पजरत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए ।36"पर मिर संग जो गवाही हए, बासे फिर बडि हए । कहेकी जौन काम पुरा करन पिता मोके दैहए, बा काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए कहेकी पिता मोके पठाई हए ।" 37मोके पठान बारो पिता अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए । बा आबाज तुम कबहु नाए सुनेहौ, और बाको रुप कबहु नाए देखेहौ । 38बाको बचन तुमरमे ना रहत हए, काहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर विश्वास ना करत हौ ।39तुम धर्मशास्त्रमे ढुड्तहौ, कहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम कहतहौ । मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए, 40तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार करत हौ ।41"मए आदमीसे महिमा ग्रहण नाए करङ्गो ," 42पर परमेश्वरको प्रेम तुमरमे ना हए करके मए जानत हौ ।43मए अपने पिताके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण ना करत हौ । और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ । 44तुम कैसे विश्वस करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुड्त हौ, और बा सम्मान कि खोजी ना करतहौ, जो एकए परमेश्वरसे आतहए ।45"जा मत समझिओ कि मए पिताके अग्गु तुमके दोष लगएहौ । तुमके दोष लगान बारो त मोसा हए, जौनमे तुम अपन आशा धरेहौ ।" 46कहेकी तुम मोशाके विश्वास करते, तव मोहूके तुम विश्वास करते, काहेकी बा मिर बारेमे लिखिरहए । 47पर तुम बाकी लिखि बातमे विश्वास ना करे तव, मिर बातमे कैसे विश्वास करेहौ ?”
1जे बातके पिछु येशू गालील, औ तिबेरियास समुन्द्रके बा पार गओ । 2और एक बहुत भारी भिड बाके पिछु लाग गई, काहेकी बा रोगीनके उपर करो चिन्ह बे देखत रहए । 3येशू डाँगामे गओ, और अपन चेलनके संग बैठो ।4यहूदीन को अथबा निस्तार तेउहर ढिंगै रहए । 5तव येशू अपन चारै घेन देखि एक बडो भिड अपने घेन आत देखके फिलिपसे कही, “यिनके खबानके ताहिँ हम कहाँ से रोटी किनए ?” 6बा उनके जाँच करन ताहिँ कहीरहए, कहेकी बा जो करन लागो रहए, सो बाके पता रहए ।7फिलिप बाके जवाफ दै, “प्रत्येक थोडी थोडी पैहए ताहुफिर दुई सौ चाँदीके डलरको रोटीसे ना पुगए हए ।' 8बक चेला मैसे एक जनै सिमोन पत्रुसको भैयाँ अन्द्रियास कही, 9हियाँ एक लौड़ा हए, बक संग जौकी पाँच रोटी और दुई मछ्री हँए । पर उतकसे इतोन के का पुगेहए ?”10येशू कही, “आदमीके बैठन लगओ ।” हुवाँ बहुत घाँस भव बाँगर रहए । तव फिर पाँच हजार लोग हुँवा बैठे 11तव येशू रोटी लै, और परमेश्वरके धन्यबाद चढएके पिछु बैठन बारेके बाँट्दै । और फिर मछ्री बे इच्छा भरके खाइँ । 12जब आदमी पेटभरके खाइँ, बा अपन चेलन से कही, “उब्रेभए खुद्रा बटोरओ, और कोई खराब नाए होबए ।”13उब्रेभए जौके पाँच रोटीके खुद्रा बे बटोरके बाहृ डलैया भरिगए । 14बहेमारे बाको करो चिन्ह देखके बे आदमी कहन लागे, “संसारमे आनबारो अगमवक्ता नेहत्य जहे हए ।” 15बे आएके बाके जबरजस्तीसे लैजएके राजा बनान ढुड रहेहए करके पता पाएके येशू फिर इकल्लो डँगामे गओ ।16संझा हुइगव तव बाके चेला समुन्द्र घेन गए । 17और नैयाँमे चढके बे समुन्द्र पार कफर्नहुम घेन गए । तव बा बेरा अँध्यारो हुइगव रहए, और येशू हबए तक बिनके ठिन नाए अओ रहए । 18और बहुत भारी आँधी चलत रहए, समुन्द्र लडुरा लेत रहए ।19पाँच- छ किलोमिटर नैयाँ अग्गु चलाएके लैगए रहए, पिछु बे येशूके समुन्द्र उपर नेगत नैयाँ घेन आत देखि, और बे डरएगए । 20फिर बा उन्से कही, “मए हौ, मत डराबओ ।” 21बे बाके खुशीसे नैयाँमे बैठई, और बे जात रहए बा ठाँउमे नैयाँ तुरन्त पुग्गए ।22समुन्द्र पार रहे भिड बे कल हुवाँ एकए नैयाँ देखि । बिनके पता रहए, कि येशू अपन चेलन संग नैयाँमे नाए चडो हए, और बक चेला इकल्ले गए रहए । 23तव तिबेरियाससे और नैयाँ बिनके ठिन आए, जहाँ प्रभु धन्यबाद चढाएके उनके रोटी खबाई रहए ।24येशू और बाके चेला हुवाँ नाए हए करके पता पाएके बे आदमी येशूके ढुडत नैयाँमे चढके कफर्नहुममे गए । 25बे बाके समुन्द्रके बा पार पाएके बासे पुछी, “रब्बी, [गुरु तुमहियाँ कब अए ?”]26येशू उनके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम चिन्ह देखके नाए, पर तुम पेटभरके रोटी खाएके मारे मोके तुम ढुड्त हौ । 27नष्ट होन बारो भोजनके तही परिश्रम मत करौ, बल्कि अनन्त जीवन तक रहन बारो भोजनके तही परिश्रम करौ, जो आदमीक लौड़ा तुमके दएहए। कहेकी परमेश्वर पिता बाके उपर अपनो छाप लगाई हँए ।”28बे बासे कही, “परमेश्वर के चहान बारो काम करन हमके का करन पडैगो ?” 29येशू बिनसे कही, “परमेश्वरको काम जहे हँए जौनके बा पठाई हए बाके उपर बिश्वास करओ ।”30जहेमारे बे बासे कही, “तुम का चिन्ह देखए हौ, सो हम देखए, और तुमए बिश्वास करए ? तुम का कर्त हौ ? 31हम पिता-पर्खा उजाड-स्थानमे मन्न खाइँ, जैसी लिखो हए, 'बा बिनके खानके ताहिँ स्वर्गसे रोटी दै ।”32येशू उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, तुमके स्वर्गसे रोटी देन बारो मोशा ना हए, बल्कि स्वर्गसे तुमके खास रोटी देन बारो मिर पिता हँए । 33काहेकी परमेश्वरको रोटी बहे हँए, जो स्वर्गसे उतरके अतहए, और संसारके जीवन देतहए ।” 34बे बासे कही, “प्रभु जा रोटी हमके सब दिन दिए ।”35येशू बिनसे कही, “जीवनको रोटी मए हौ, मेरे जौणे आन बारे नाए भुखए हए, और मिर उपर बिश्वास करन बारे कबहु प्यासे नाए हुँइहँए । 36मए तुमसे कहो हौ, तुम मोके देखे हौ, और फिर बिश्वास नाए करत हौ । 37पिता मोके दएभए सब मेरे ठिन अए हँए, और मेरे ठिन आन बारेके कोई रितिसे मए नाए छुडेहौ ।38अपन इच्छा पुरो करन मए स्वर्गसे उतरके ना अओ, बल्कि मोके पठान बारेको इच्छा पुरो करनके अओ हौ । 39और मोके पठान बारेको इच्छा जहे हए, कि बा मोके बा मोके जो दै हए, बा मैसे कोईके फिर मए ना खोमाओ, बल्कि बिनके अन्तके दिनमे जिन्दा करौ । 40काहेकी मिर पिताको इच्छा जहे हए, कि पुत्रके देखनबारे और बाक उपर बिश्वास करनबारे, सबए अनन्त जीवन पामए और मए अन्तके दिनमे जिन्दा करङ्गो।”41यहूदी बाके बिरुदमे बर बारान लागे, कहेकी बा कही रहए, “स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी मही हौ ।” 42बे कही, “का जा योसेफको लौड़ा, येशू ना हँए ? जाके अइया और दौवाके का हम ना चिनत् हँए ? हभए जा कैसे कहत हए मए स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी हौँ कहत हए ?”43येशू बिनके जबाफ दैके कही, “तुम आपसमे मत बर बाराओ । 44मोके पठान बारो पिता ना खिचन तक कोई मिर ठिन आए ना पैहए है, और मए बाके अन्तके दिनमे जिन्दा करेहौ । 45और बे सब जनै परमेश्वरसे सिखे गए हए,' कहीके अगमवक्ताको किताबमे लिखो हए । प्रत्येक जौन पितासे सुनिहए और सिखे बे मेरे ठिन आमङ्गे ।46पिताके कोई आदमी ना देखिहँए, केवल बा इकल्लो देखिहए जो परमेश्वरसे अओ हए, बा पिताके देखिहए । 47नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, जौन बिश्वास करेहए बाके संग अनन्त जीवन हए ।48मए जीवनकी रोटी हौ । 49तुमर पिता पुर्खा उजाड स्थानमे मन्न खाई ताहु फिर बे मरके गए ।50स्वर्गसे उतरन बारो रोटी जहे हए, जौन जा खाए हए बा ना मरैगो । 51स्वर्गसे उतरन बारी जिन्दा रोटी मही हौ । कोई फिर जा रोटी खए हए ,बा सदिमान जिहए । और जौन रोटी मए संसारके जीवनके ताहिँ दओ हौ, बा त मिर देहे हए ।”52तव यहूदी आपसमे बहस करन लागे, “जा आदमी कैसे हमके अपनी देहे खान देहए ?” 53येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, तुम आदमीके पुत्रको देहे ना खान तक, और बाको खुन ना पिन तक, तुमरमे जीवन ना हुइहए ।54मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारे संग अनन्त जीवन हए, और अन्तके दिनमे मए बाके जिन्दा करेहौ । 55कहेकी मिर देहे नेहत्य खानबारी हए, और मिर खुन नेहत्य पिन बारो हए । 56मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारो त मिर मे रहमङ्गे, और मए बिनमे रहमङ्गो ।57जैसे जिवन देन बारो पितामोके पठाइ औेर उइसी मए पिताके कारनसे जित हओ, अइसिए मोके खान बारो फिर मिर कारन से जिबैगो । 58स्वर्गसे आन बारी जा रोटी अइसी ना हए, जो पिता पुर्खा खाइँ ताहु फिरमरगए । जा रोटी खान बारो सदिमान जिहए ।” 59बा जा बात कफर्नहुमके सभाघरमे शिक्षा देतपेती कही रहए ।60जा सुनके बाके चेला मैसे बहुत कही, जा वचन कठोर हए, कौन जा ग्रहण कर पैहए हए ?” 61तव बाके चेला जाके वारेमे बरबारात् हए करके जानके येशू बिनसे कही, “का जा बात तुमरे ताहिँ ठोकरके कारण हुइरहो हए ?”62तुम आदमीके पुत्रके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे रहओ का ? 63जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा ना हए । जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बा आत्मा और जीवन हए ।64पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्वास ना करत हए ।” कहेकी कौन कौन बिश्वास ना करत हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए कहिके येशूके सुरुसे पता रहए । 65और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे ना द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन ना आए पाएहए ।”66तव पिछु बक चेला मैसे बहुत जनि पिछु हटे, और बाके संग नेगन छोडी । 67येशू बाहृ जनि से कही, “का तुम फिर मोके छोडन चँहत हओ ? ” 68सिमोन पत्रुस जबाफ दैके कही, “हे प्रभु, हम कैन ठिन जाए ? तुमर संग त अनन्त जीवनको बचन हए् । 69और हम बिश्वास करे हँए, और जाने हँए, तुम परमेश्वरके पवित्र जन हौ ।”70येशू बिनके जबाफ दैके कही, “का मए अपनए तुमके बाहृओ जनिके ना छानो ? और तुमर मैसे एक जनि त धोखे बाज हए । 71जा बा सिमोन इस्करियोतको लौड़ा यहूदाके वारेमे कही रहए, कहेकी बा बाहृा मैसे एक जनि रहए ताहु फिर बा बाके धोखा देन तही तयार रहए ।”
1तव पिछु येशू गालीलमे घुमफिर करी, तव बा यहूदियामे जानके ना चाहि, कहेकी यहूदियाके बाके मारनके दाउमे रहए । 2और यहूदियनको छाप्रोबासको तिउहार जौने आए गओ रहए ।3बहेमारे येशूके भैया बासे कही, “जा ठाउँ छोडके यहूदियामे जा, और तुमर करे भए काम तुमरे चेला फिर देखँए । 4"जौन आदमी अपन नाउँ कमान चहतहए तव बा चुप्पयसे कोइ काम ना करत हए । तुम जा काम करत हौ तव अपनए के संसारमे प्रघट करओ ।"5कहेकी बाके भैया फिर बक उपर बिश्वास ना करत रहए । 6येशू बिनसे कही, “मिर समय ना अओ हए, पर तुमर ताहिँ तव सब समय अच्छो हए । 7संसार तुमके अच्छो मानत हए, पर मोके तव अच्छो ना मानए हए, कहेकी संसारके बारेमे और बक काम खराब हए् कहिके मए गवाही देतहौ ।8तुम जा तिउहरमे जाओ । मए जा तिउहरमे ना जौ हओ, कहेकी मिर समय हबए ना अओ हए ।” 9बिनके अइसी कहिके बा गालीलमे रहो ।10तव बाके भैया तिउहरमे गए, बाके पिछु बा फिर खुल्लम खुल्ला नाए, पर चुप्पेसे गओ । 11"तिउहरमे यहूदी बाके ढुड्न रहए, "और पुछी बा कहाँ हए ?”12" भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो । कुइ कहात् रहए,“बा अच्छो हए ।” और कहत रहए, “ना हए, जा आदमीके बाहकत् हए ।” 13पर यहूदीनके डरके मरे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोलत ना रहए ।14तिउहरके बीचमे येशू मन्दिर भितर घुसगओ और शिक्षा देन लागो । 15यहूदी अचम्मो मानत अइसे कही, “जा त कबही इत्तो ना सीखो हए, जा आदमी कैसे इत्तो विध्या हासिल करी ?” 16तव येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मेरो शिक्षा मिर ना , बल्कि बाको हए, जौन मोके पठाई हए ।17अगर कोई आदमी परमेश्वरको इच्छा पालन करन चाहत हए तव, मिर शिक्षा परमेश्वरसे अओ हए कि मिर अपनए घेनसे हए सो बा जानैगो 18जौन अपनाएसे बोल्त हए, बा अपनो सम्मान ढुडत हए, बल्कि जौन अपने पठान बारेके सम्मान ढुड्त हए, बा सत्य हए, और बामे कपट ना हए ।19का मोशा तुमके व्यवस्था ना दै ? पर तुम कोई बा व्यवस्था पालन ना करे । तुम काहे मोके मारन ढुड्त हौ ?” 20भिड बा से कही , तुमके भुत लागो हए । कौन तुमए मारन ढुड्त हए ?”21येशू जबाफ दैके बिनसे कही, “एक काम मए करो, और तुम सबए अचम्मो मानत हौ । 22मोशा तुमके खतनाको रिति दैहए् { होन त बा मोशाको तरपसे त नाए, बल्कि पिता पुर्खासे हए }, और फिर शबाथ दिनमे तुम आदमीके खतना करत हौ ।23मोशाको व्यवस्था भङग् ना होबाए कहिके बल्कि कोइ आदमी शबाथ दिनमे खतना करेहए तव, मए एक आदमीक शबाथ-दिनमे पुरो अच्छो करदौ, कहिके का तुम मोसे दिक्कात् हौ ?" 24मुहू देखके ना, बल्कि ठिक किसिमसे इन्साफ करओ ।25यरुसलेमके कुइ कुइ आदमी कही, “का जा बहेत ना हए्, जौनके तुम मारन ढुडत रहौ ? 26देखौ तव जा त खुल्लम खुल्ला बोल रहोहए, पर बे बासे कुछ्ना कहत हँए ! का जा नेहत्व ख्रीष्ट हए करके धर्मगुरु पता ना पाई ? 27पर हम जनत हँए, जा आदमी कहाँ से अओ हए । पर जब ख्रीष्ट आबएगो बा काहँ से आबएगो कोइ फिर नाजानङ्गे ।”28जब येशू मन्दिरमे सिकात रहे तव, बा जोड्से चिल्लएके कही, “तुम मोके चिनत हओ, और मए कहाँ से अओ हौ, बा फिर तुम जानतहौ मए अपनी इच्छासे ना अओ हौ, बल्कि जौन मोके पठाइ हए बा सत्य हए । तुम बाके ना चिनत हौ, 29बल्कि मए बाके चिनत हओ, काहेकी मए बासे अओ हौ, और बा मोके पठाईहए ।"30बहेमारे बे बाके पकडन ढुड्त रहए, पर कोई बाके उपर हात ना डारी, काहेकी बाको बेरा ना अओ रहए । 31पर भिडके बहुत आदमी बाके उपर बिश्वास करी । बे कही, “जब ख्रीष्ट अए हए, तव का जे करे भए चिन्ह से ,बड़ो चिन्ह बा कर पाएहए ?” 32भिड बाके बारेमे चर्चा करत फरिसी सुनी । तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी बाके पकडन् मन्दिरके पहरेदारके पठाइँ ।33येशू उन्से कही, “हबाए कुछ समय तक मए तुमर संग हौ, तव पिछु मए मोके पठान बारे ठिन जामंगो । 34तुम मोके ढुडेहओ, तव ना पैहौ , और जहाँ मए हुइँहौ, हुवाँ तुम ना अए पैएहौ ।”35तव यहूदी आपसमे कही, “जा कहाँ जानके तयारी हँए, और हम जाके ना पैहँए ?” का जा ग्रीकनके बीचमे बिगदे बैठे यहूदीके ठिन जाएके ग्रीकनके शिक्षा देन चाहत् हए ? 36बिनको कहो जा वचन का हए ? 'तुम मोके ढुणेहओ, तव ना पैहौ , और जहाँ मए हुइँहौ, तुम अए ना पैहौ ?”37अब तिउहरके पच्छुको दिन औ तिउहरको खास दिनमे, ठड्के येशू जोडसे चिल्लएके अइसे कही, “अगर कोई प्यासो हए तव बा मिर ठिन अबाए और पिबैए। 38जौन मिर उपर बिश्वास करतहए, तव धर्मशास्त्र कहो जैसो 'बाके हृदय भितरसे जिन्दा पानीकी नदिया बहाबैगी ।”39तव जा बात बा पवित्र आत्माके बारेमे कही रहए, जौन पवित्र आत्मा बाके उपर बिश्वास करन बारेनके पान रहए । काहेकी पवित्र आत्मा अभए तक ना मिलो रहए, काहेकी येशूको महिमा अभए तक ना भओ रहए ।40जा बात सुनन बारे कोई कोई आदमी कहन लागे, “जता नेहत्य अगमवक्ता हए ।” 41और कहन लागे, “जा ख्रीष्ट हए ।” पर कोई कोई कहन लागे, “का ख्रीष्ट गालीलसे अओ हए ? 42का धर्मशास्त्र ना कही हए कि ख्रीष्ट दाऊदके वंशसे और दाऊदके गाउँ बेथलेहेमसे आबैगो ?”43जा बजैसे आदमीके बीचमे फुट हुइगओ । 44बा मैसे कित्तो बाके पकडन् ढुड्त रहए, पर बाक उपर कोई फिर हात ना लगाई ।45"तव मन्दिरके पहरेदार और मुखिया पुजाहारी फरिसीके ठिन आए । बे उन्से कही " तुम बाके काहे ना लाए ?” 46पहरेदार जबाफ दैं, “जा आदमी जैसो ता कोई आदमी कबहु ना बोलिहए !”47फरिसी बिनसे कहन लागे, “का तुम फिर बहेकगए, ? 48का धर्मगुरु औ फरिसी मैसे कोई बाके उपर बिश्वास करी हँए ? 49पर जा भिड, जौन व्यवस्था ना जानत, बा श्रापित हए ।”50बिन मैसे एक जनी निकोदेमस, जो पहिले एक दाओँ येशू ठिन अओ रहए, बा कही, 51"का हमर व्यवस्था पहिले आदमीक बात ना सुनाके, और बा का करी हए, सो ना जानके बाके न्याय करत हओ का ?” " 52बे उनके जबाफ दै, “का तुम फिर गालीलके हौ ? धर्मशास्त्रमे ढुडके देखौ, तव तुम जानइगे, कि गालीलसे कोइअगमवक्ता ना अए हए ।”53(नोट: उत्कृष्ट प्राचीन प्रतिलिपीहरूले यूहन्ना ७:५३-८:११लाई हटाएका छन् । )तव सब आदमी अपन अपन घर गए ।
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1हुवाँसे जातपेति येशू एक जनै जन्मएको अन्धराके देखी । 2बाके चेला बासे पुछिँ, “रब्बी, कौन पाप करो, जा कि जक अईया-दौवा, और जा अन्धरा जन्मो ?”3येशू जबाफ दै, “न त जा पाप करी ना जक अइया - दौवा, पर जामारे भव कि परमेश्वरको काम जा आदमीके जिवनमे प्रकट होबए । 4मोके पठान बारोको काम हमके दिन होतए करन पडत् हए । रात आतहए, जब कोई काम ना करपात हए । 5मए संसारमे रहन तक मए संसारको ज्योति हौ।”6येशू जा बात कहेके बा भिमे थुकी, और थुकसे मट्टी गमजके बाकि आँखीमे लगाई दै। 7और बा बासे कही, “जा, सिलोआमके तालमे धो । बा जाएके धोई, और देखन बारो हुइके आइ गओ ।8बाके पडोसि और बाके पहिले भिकारीके रुपमे देखन बारे कहिँ, जा त बैठके भिक मगन बारो जहे ना हए ? 9कोई कहिँ , जहे हए ।” और कोई कहीँ, “ना हए, जा ता बहे कता दिखात हए ।” पर बा कही, “मए बहे हौँ ।”10बे बासे कहिँ, “तिर आँखी कैसे खुलिगई तओ ?” 11बा जबाफ दै, “येशू कहन बारो एक आदमी मट्टी गमजके मिर आँखीमे लगाएके मोसे कही, 'सिलोआममे जा और धो ।” बहेमारे मए जाएके धोओ, और देखन बारो हुइगव ।” 12बे बासे कहिँ, “बा कहाँ हए तओ ?” बा कही, “मोके पता ना हए ।”13बे अग्गु अन्धरा रहय बहे आदमीक बे फरिसीन ठिन ल्याइँ । 14येशू मट्टी गमजके बक आँखीमे लगाई बाकी आखी खोल्दै बा शबाथ-दिन रहए । 15फरिसी बासे पुछी, “तए कैसे देखन बारो भव ?” बा उन्से कही, “बा मिर आँखीमे मट्टी गमजके लगए दै, और मए धओ और देखन बारो हुइगव ।”16कोई फरिसी मैसे कहिँ, “जा आदमी परमेश्वरसे ना अओ हए, काहेकी बा शबाथदिन पालन ना करत् हए ।” तव और कहीँ, “एक पापी आदमी कैईसे चिन्ह कर पए हए ?” बहेमारे उनके बीचमे फुट होन लागो । 17जहेमारे बे बा अन्धरा से फिर पुछीँ, “बा अब बक बारेमे तए का कहत हए ? काहेकि बा तिर आँखी खोलदै,? ” अन्धरा आदमी जबाफ दैके कहि, “बा ता अगमवक्ता हए ।” 18यहूदी अपन दृष्टि पानबारोको अइया दौवाके ना बुलान तक बा अन्धरा रहए , और बा देखन बारो हुइगव हए कहिके बे तहुँ विश्वास ना करिँ ।19बे बाके अइया-दौवासे पुछी, “ तुम जन्मत के अन्धरा हओ ? जा का तुमर लौड़ा बहे हए कहतहौ ? तव अब कैसे जा देखन बारो हुइगव ?” 20बाके अइया-दौवा उन्से कहिँ, “हम जानत हए जा हमर लौड़ा हए, और अन्धरा जन्मो रहए । 21पर अब जा कैसे देखन बारो भव हमके पता ना हए, और जक आँखी कैसे खुलीगै बहु फिर हमके पता ना हए । जाको उमेर पुगीगव हए, जहेसे पुछौ। अपने बारेमे जा अपनए बोलैगो।”22बाके अइया-दौवा जहे बात कही, कहेकी बे यहूदीनसे डरात् रहएँ । कहेकी कोई फिर बा ख्रीष्ट हए करके स्वीकार करेहए तव, बाके सभाघरसे निकरन देहए करके यहूदी अग्गुसे सहमत भए रहए । 23जहेमारे बाके अइया- दौवा कही, “जाको उमेर पुगीगव हए जहेसे पुछौ ।”24तव बे बा अन्धरा आदमीके दुस्रो चोटी बुलाएके कहिँ, “परमेश्वरके महिमा दे । हम जान्तहए जा आदमी पापी हए ।” 25तब बा जबाफ दै, “बा पापी हए कि ना हए, मए ना जान्तहौ । पर एक बात मए जान्तहौ कि मए अन्धरा रहौ, और अब देखतहौ ।”26तव बे बासे कहिँ, “बा तोके का करी ? बा तिर आँखी कैसे खोलदै ?” 27बा उनके जबाफ दै, “मए तुमरे अग्गु कहीदओ हौ, ताहु तुम ना सुने । और तुम फिर काहे सुनन चाँहत हौ ? तुम फिर बक चेला होन ना चाहात हओ, कि चाहात हओ का ?”28बे बाके बेज्जत करी और कहिँ, “तए बक चेला हए, हम त मोशाके चेला हँएं । 29हमके पता हए परमेश्वर मोशासे मस्की रहए, पर हमके पता ना हए जा आदमी कहाँ को हए ।”30बा आदमी बिनके जबाफ दैए और कहिँ , “बा मिर आँखी खोलदै कैसो अचम्मोकी बात ! बा कहाँ से अओ हए तुम ना जान्त हौ, पर । 31हम जान्तहए कि परमेश्वर पापीनको बात सुनत ना हए, पर परमेश्वरके भय मानन् बारे और बाकी इच्छा पालन करन बारे आदमीनको बात परमेश्वर सुन्तहए ।32संसारमे सुरुसे लैके अईसो जन्मत अन्धरा आदमीके आँखी कोई खोलि जा बात कबहु ना सुने । 33अगर जा आदमी परमेश्वरसे ना अइतो तव बा कुछु ना करपातो ।” 34बे बाके जबाफ दैके कहिँ, “तए ता बिलकुल पापमे जन्मो रहए, और का हबए तए हमके सिकान चाहत हए ?” तव बे बाके सभाघरसे बाहेर निकार दैँ ।35बे बाके सभाघरसे बाहेर निकरदै करके येशू सुनलै, और बे बाके भेटके कही, “का तए आदमीके पुत्रके उपर बिश्वास करत् हए ?” 36बा जबाफ दैके और कही, “प्रभु, बा कौन हए ? मए बक उपर बिश्वास करंगो ?” 37येशू बासे कही, “तए बाके देखो हए, और तोसे बोलन बारो बहे हए ।” 38तव बा आदमी कही, “प्रभु, मए बिश्वास करत् हौ,” और बा बाके आराधना करी ।39येशू कही, “मए न्यायके तही जा संसारमे अओ, कि ना देखन बारे देखए और देखन बारे चाहिँ अन्धरा होमए ।” 40जा बात सुनन् बारे और बाके जौने होन बारे फरिसीन मैसे कोई कोई बासे कहिँ, “का हम फिर अन्धरा हँए ?” 41येशू बिनसे कही, “तुम अन्धरा हुते तओ पापके दोषी हुतेना, पर तुम हम देखतहै कहतहौ, बहेमारे तुममे पाप रहत् हए ।
1"नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर ना घुसेहए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए । 2पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बकरेहेरा हए ।3चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको अवाज सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ लैके बुलात हए, और उनके बाहेर लैजात हए । 4जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके , बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हँए, काहेकी बे बाको अबाज चिन्तहए ।5बे दुसरे आदमीके पिच्छु ना जात हँए, पर बासे बे दुर भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक अवाज बे ना चिन्तहए ।” 6येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे ना समकपाईँ ।7तव फिर येशू फिरसे उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ । 8मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात ना सुनि ।9फाटक मही हौ, अगर मोसे कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बचिजए हए, बा भितर बाहेर जैहए और अच्छे ठाउँमे चुगन पए हए । 10अगर चुट्टाके ता चुरान, मरन और नाश ना करन हुइतो तौ बा ना आइतो । मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्तको जीवन पामए करके मए अओ ।11मए अच्छो बकरेहेरा हौ । अच्छो बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए । 12भाडाको आदमी चाहिँ भेडाके अपनो बकरेहेरा ना होतहए । बा ता गुलहा आत देखके भेडा छोडके बा भाजैगो, और गुलहा भेडाके पकणलेहए, और तितर बितर करदेहए । 13बा भाजैगो, काहेकी बा भाडाको आदमी हए, तहीमारे बा भेडाक रेखदेख ना करहए ।14"मए अच्छो बकरेहेरा हौ, मए अपन भेडाके चिन्तहौ, और मिर भेडा मोके चिन्त हए् । " 15जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेडाके ताहिँ अपन ज्यान फिर देहौँ । 16"मिर और भेडा हँए, जो जा सारमे ना हए । बिनके फिर मोके लान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुण और एकए बकरेहेरा होमएँ ।17तबहीमारे पिता मोके प्रेम करत् हए, कहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ । 18कोई फिर मोसे मिर ज्यान लए ना पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यान अर्पण करत् हौ । अपन ज्यान अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, जाके लेनकी अधिकार फिर मिर संग हए । जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौँ ।”19जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ । 20बिन मैसे बहुत कहत रहएँ, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलियाए गव हए । और तुम जक बात काहे सुनत् हौ ?” 21और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता ना होतहए । का भुत कोईकी आँखी खोलपए हए का ?”22बाकेपच्छु यरुशलेममे मन्दिर समर्पणको तेउहर रहए । 23जा हिउँतको समय रहए और येशू मन्दिर भितर सोलोमनके डेहेरिमे टहेलत् रहए । 24तव यहूदी बाके चारौतरफ घेरे और कहीँ "तुम हमके, “कब तक दोधरमे राखेहओ ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके सबके सामने बतए देबओ ।”25येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्वास ना करत् हौ । मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए् । 26पर तुम विश्वास ना करत् हौ, कहेकी तुम मिर भेडा मैसे ना हौ ।27"मिर भेडा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिछु आत हएँ। " 28बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नास नए हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके नए लैजए पैहए ।29मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बडो हए । मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए ना पए हए । 30पिता और मए एक हँए ।” 31यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ ।32येशू बिनसे कही, “मए अपन पितासे बहुत् अच्छाे काम दिखओ, बे कौन कामके तहीँ तुम मोके मारनके पत्थर उठातहौ ?” 33यहूदी बाके जबाफ दै, “अच्छो कामके तहीँ हम तुमके पत्थरसे थोनी मरत् हए, तए ईश्वरकी-निन्दा करनके करणसे, कहेकी आदमी हुइके फिर अपनाएके परमेश्वर बनत् हए ।34येशू उनके जबाफ दैके कही, का तुमर व्यवस्थामे अइसो नए लिखो हए, “मए कहो, तुम देव हौ' ? 35अगर जौनके ठिन परमेश्वरको वचन अओ, बे देव कहेलातहए् करके { धर्मशास्त्र भङ्ग हुईनाए पए हए } 36पिता पवित्र बनएके संसारमे पठओ भव आदमी मए हौ' करके कैसे परमेश्वरको निन्दा हुइहए ?37अगर मए मिर पिताको काम नाए करोहौ तव मिर उपर बिश्वास मत करौ। 38और अगर मए पिताको काम करत् हौ तहु फिर तुम मिर उपर बिश्वास ना करत् हौ तव जे काम के उपर बिश्वास करौ, तव तुम पता पैहौ, और बुझेहौ, कि पिता मिरमे हए, और मए पितामे हौ।” 39बे भिड बाके पकडन कोसिस करी, तव बा उनके हातसे छिपट गऔ।40और बा फिर यर्दनके पार बा ठाउँमे गव जहाँ यूहन्ना पहिले बप्तिस्मा देत रहए, और बा हुवाँ बैठ गऔ। 41तव बहुत आदमी बाके ठिन आन लागे, और बे कही, “यूहन्ना कोई चिन्ह ना करी, पर यूहन्ना यिनके बारेमे जो जित्तो कही बा नेहत्य हए ।” 42और हुवाँ बहुत बाके उपर बिश्वास करीं ।
1लाजरस नामको एक आदमी बिमारी रहए। बे मरियम और उनकी दिदी मार्थाको गाउँ बेथनियामे रहए । 2प्रभुके महाकुवा तेल लागन बारी और बाको पाउ अपन बारसे पाेछ्न बारी मरियम जहे रहए । जहेक भैया लाजरस बिमार रहए।3जे दुई दिदी येशूके ठिन अईसे करके समचार पठाइँ, “प्रभु, जौनके तुम प्रेम करत् रहौ,बा बिमार हए् ।” 4तव जा सुनके येशू कही, “जा बिमार मृत्युमे नए पुगहए, पर जा परमेश्वरको महिमाके ताहिँ हए, ताकि जासे परमेश्वरको पुत्रको महिमा होबए्,।”5येशू मार्था और बाकी बहिनीयाँ और लाजरसके माया करत् रहए, 6तव लाजरस बिमार हए करके सुनी तव बा जहाँ रहए, हुवाँ और दुई दिन हुवाँए बैठो । 7तव पिछु बा चेलासे कही, “लेओ, अब हम फिर यहूदियामे घुमके जएँ ।”8चेला बासे कहिँ, “रब्बी, हबैत यहूदि आदमि तुमके पत्थर मारन् समरे रहए, और फिर तुम हुवाँ जएहौ ?” 9येशू जबाफ दैके कही, “का दिनमे बाहृ घण्टा ना होत हँए ? दिनमे नेगत पेती ठेस का ना लागत हए, कहेकी बे संसारको उजियारो देखंगे,10रातमे नेगन बारेन् के ठेस लागत हए, कहेकी बे आदमीमे उजियारो ना होतहए |” 11तव पिछु बा बिनसे कही, “हमर नातेदार लाजरस निदमे पडो, और बाके निदसे जगान मए हुवाँ जातहौ ताकिमय बक जगाय सकौ ।''12चेला बासे कहिँ, “प्रभु, बे निदमे पाडेहए् तव बे अच्छो हुइँहए ।” 13येशू बिनके मृत्युके बारेमे कहीरहए, तव बे नेहत्य के सोत हुइहए करके बताई रहए । 14येशू उनके ठिकयठिक कहि, “लाजरस मरीगव हए् ।15तुम विश्वास करओ करके तुमरे तही मए हियाँ ना भवमे खुशी हौ । जो होबएसे फिर हम बिनके ठिन जएँ हयँ ।” 16तव दिदुमस कहन बारो थोमा अपन संगी-चेलन से कही, “लेओ, हम फिर जए और येशूसंग मरए ।”17जब येशू अए पुगो, तव लाजरसके गड्डामे गडो चार दिन हुइगव करके पता पई । 18बेथानिया यरुसलेमसे लैके जौडे लगभग तीन किलोमिटार के दुरमे रहए । 19बहुत यहूदी मार्था और मरियमके ठिन बाके भैयाके बारेमे शान्ती देनके अए रहए । 20येशू अए रहो हए करके सुनके मार्था गइ बाके भेठी् तव मरियम घरमे बैठीरही् ।21तव मार्था येशूसे कही, “प्रभु, तुम हियाँ हुइते तव मिर भैया ना मरतो । 22पर मए हबए फिर जान्तहौ, तुम परमेश्वरसे जो मागैगे, परमेश्वर तुमके देहए |” 23येशू बासे कही, “तुमर भैया फिर जिन्दा हुइजएहए |”24मार्था बासे कही, “मए जान्थौ, कि बा अन्तके दिनमे जिन्दा हुइके उठैगो |” 25येशू बासे कही, “पूनरुथान और जीवन मही हौ | मोके विश्वास करन बारे मरङ्गे ताहु फिर जिन्दा हुइजए हए | 26और जिन बारो और मिर उपर बिश्वास करन बारो प्रत्येक कबहु ना मारैगो | का तुम विश्वास करत् हौ ?”27बे बासे कही, “हँ प्रभु, मए बिश्वास करतहओ, तुम जा संसारमे आन बारे ख्रिष्ट परमेश्वारके पुत्र हौ |” 28इतकए कहेके बा गईभै, और अपनी बहिनिया मरियमके बुलाएके चुप्पएसे कही, “गुरुज्यू आइगव हए, और तोके बुलाए रहो हए |” 29जा बात सुनके मरियम जलदिसे उठके बाके ठिन गइ |30तब तक येशू गाउँमे ना पुगो रहए, पर बा हुवाँए बैठो रहए जहाँ मार्था बाके भेटीरहए | 31तभई, बाकेसंग घरमे बैठेभए और बिनके शान्ती देनके अए भए यहूदी जब मरियमके झट उठ्के बाहिर जात देखके, बे कही बा मरघटमे रोनके गइ हुइँहए करके, बाके पिछु गए | 32तव फिर जब मरियम येशू रहए बा ठाउँमे आई और बाके देखि, तव अईसे काहत बा बाके पाउमे पडी, “हे प्रभु तुम हियाँ होते तव मिर भैया मरतो ना |”33जब येशू बाके संग आनबारे यहूदीन के फिर रोत देखि, तव बा आत्मामे गजब व्याकुल हुइगव और गजब दुखित हुइगव | 34बा बिनसे पुछी, तुम बोके कहाँ धरेहौ ?” 35येशू रोइ |36जहेमारे यहूदी कहिँ, “देखौत्, बा लाजरसके कित्तो माया करत् रहए |” 37तव कोई कोई कही, “का अन्धराके आँखी खोलदेन बारो जा आदमीके फिर मरनसे ना बचए पैतो का ?”38तव येशू फिर बहुत व्याकुल हुइके मरघटमे गव । बा मरघटैयाको एक गड्डामे रहए । बाको मुहू एक पत्थरसे तुपोरहए 39येशू कही, “पत्थर हाटाओ ।” मरो भव आदमीक दिदी मार्था कही, “हे प्रभु अबत् बा गिन्धान लागो हुइहए, काहेकी बाके मरे चार दिन हुइगव हए ।” 40येशू बासे कही, “का मए तुमसे ना कहो रहओ, 'तुम बिश्वास करैगे तव परमेश्वरको महिमा देखैगे ?”41तभई बे पत्थर हटाइँ । और येशू उपर नजर उठाएके कही, “हे पिता, मए तुमके धन्यवाद देतहौ, कहेकी तुम मिर बिन्ती सुने । 42मोके पता हए, कि तुम मेरी बिन्ती सबदिन सुनत् हौ । पर हियाँ भिडके खातिर मए जा कहो हौ, ताकि तुम मोके पठाए हौ करके जे बिश्वास करए ।”43और जा बात कहिके पिछु बा उचे सोरसे चिल्लानो, “लाजरस बाहिर निकर ।” 44बा मरो आदमीको बाको हात-टाँग पट्टीसे बधे और मुहुमे लत्ता लिप्टोमे कही, “बाको बन्धन खोल्देओ, और बाके जान् देओ ।”45मरियमके ठिन अए भए बहुत यहूदी येशू करीरहए बे काम देखके बोके उपर बिश्वास करीँ । 46पर बिन मैसे कोई फरिसीके ठिन गए, और येशू करी भए काम बतए दै ।47तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी महासभाके सदस्यनके बोलाएके और उन्से कहिँ, “अब हम का करए ? कहेकी जा आदमी बहुत चिन्ह कर रहोहए । 48जाके अईसीय छोड देहय तव सब जके उपर बिश्वास कर्हए् और रोमी आएके हमर पवित्र स्थान और हमर जातिनके दोनए के लेहए ।”49पर बिन मैसे एक जनै, कैयाफा, जो बा समय मे प्रधान पुजाहारी रहए, बा उन्से कही, “तुम कुछ्नाए जानत् हौ ! 50समस्त राष्ट नष्ट होनसे बरु जनताके ताहिँ एक जनै मरनो तुमरे तही कल्याण हुइहए करके तुम बुझत् ना हए |”51जा बा अपने तर्फ से नाए कही रहए, पर बा वर्षमे प्रधान पुजाहारी भवके कारण राष्टके ताहिँ येशू के मरन पाणैगो करके अगमवाणी बोलिरहए । 52राष्टके तहीँ इकल्लो बा नए कही रहए, पर बिगदे भए परमेश्वरके सन्तानके एक संग जम्मा करनके तही जा कही रहए । 53जहेमारे बा दिनसे बे बाके मरनके विचार करन लागे ।54बहेमारे येशू फिर यहूदीनके बीचमे खुल्लमखुल्ला ना नेगन लागो, तव हुवाँ से उजाड-स्थानके नजिकमे एफ्राइम कहन बारो सहेरमे गओ, और हुवाँए बैठो । 55यहूदीनके निस्तार तेवहार नजिकए रहए, और गाउँ-गाउँसे बहुत जनै अपन-अपनके सुध्द करनके ताही निस्तार तेवहारको सुरु होन अग्गु यारुशलेममे गए ।56तव बे येशूके ढुडन लागे, और बे मन्दिरमे ठाडे आपसमे कहन लागे, तुमके कैसो लागत हए, का बा तेवहारमे अए हए ?” 57मुखिया पुजाहारी और फरिसी चाहिँ येशूके पकडनके ताहिँ बा कहु फिर होबए करके खबर करीओ करके आज्ञा दैं रहए ।
1निस्तार तेवहरके छ दिन अग्गु येशू बेथानियमे अओ । हुवाँ लाजरस बैठत रहए, जौनके येशू मरके जिन्दा करी रहए । 2बेहेमारे बाके ताहिँ हुवाँ साँझकी खानु तयार करीं । मार्था सेवा- सत्कार करत रहए, और लाजरस चाहीँ बाके संग खानु खानबारो मैसे एक रहए । 3तव मरियम आधो लिटर जितका किमति जटामसीको सुगन्धित महकुवा तेल ल्याएके येशूके पाउमे मिसली, और बाको पाउ अपन बारसे पुछी, और महकुवा तेलको बास्नासे घर भरिगओ ।4तव बाको चेला मैसे एक जनै, बाके पकडान बारो यहूदा इस्करियोत कही, 5"जा महकुवा तेल तीन सौ चाँदीको सिक्कामे बेचके जा रकम गरीबके दैदेते ?” " 6पर बा गरीबके ख्याल करके जा ना कही रहए, काहेकी बा चुट्टा रहै, और रुपैयाकी थैली बहे धरत् रहै, और हुवाँएसे चुरात् रहै ।7येशू उन्से कही, “यिनसे कुछ मत कहओ, मिर दफनके-दिनके ताहिँ जाके रहन देओ । 8काहेकी गरीबत् सब दिन तुमरे संग रए हए, पर मए त् सब दिन तुमर संग ना रएहौ ।”9यहूदीनको गजब भारि भिड येशू हुवाँ हए करके पता पाइँ, और बे येशूके ताहिँ ना, पर लाजरसके देखनके फिरअए रहए जौनके येशू जिन्दा करी रहए, । 10जहेमारे मुखिया पुजाहारी लाजरसके फिर मारनके ताहिँ सल्लाह करन लागे । 11काहेकी बहे मारे यहूदी मैसे बहुत जनै छुटके जाएके येशूमे बिश्वास करन लागे रहए ।12कल तेवहारमे आनबारो बहुत भारि भिडमे येशू यरुसलेममे आत् हए करके सुनी् । 13और आदमी खजुरीके हाँगा लैके बाके भेटन गए और बडो आवजमे चिल्लात निकरे, “होसन्ना ! धन्य परमप्रभुके नाउँमे आनबारो इस्राएलको राजा !”14और गद्हा एक बछरा पाएके येशू बक उपार चढो, अइसो लिखो हए, 15"सियोनकी लौड़ीया, मत डरओ । देखौ, तुमर राजा गद्हाक् बछराके उपर सबार हुइके अए रहोहए ।” "16जा बात बक चेला पहिले ना बुझिँ । पर येशूको महिमा भव जा बात बाके बारेमे लिखो रहए, और जा बात बिनके ताहिँ करी हए कहिके बे सम्झीँ ।17बा हबाए लाजरसके मरघाटसे बुलएके मरो भवके जिन्दा करिहए करके बाके संगमे होन बारी भिडके आदमी बाके बारेमे गवाही देतरहँए । 18बा जा चिन्ह करी हए करके जा बात सुनके फिर भीड बाके भेट्न गै रहए । 19तव फरिसी एक-दुस्रेसे कहन लागे, “देखौ, तुमसे कुछ ना हुइहए । देख्तहौ, संसार बाके पिछु लगगए हए !”20हबए तेवहारमे आराधना करन जान मैसे कोई कोई ग्रीक फिर रहए । 21बे गालीलके बेथसेदा निवासी फिलिपके ठिन आएके अइसे करके बिन्ती करी, “हजुर, हम येशूके भेट्न चाहतहए ।” 22फिलिप जएके अन्द्रियाससे कही, और अन्द्रियास और फिलिप जाएके येशूसे कहिँ ।23येशू उनके जवाफ दै, “आदमीको पुत्रको महिमित होनके समय आएपुगो हए । 24नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, गेहुको दाना मट्टीमे पणके ना मरैगो तव बा एकए रहतहए । अगर बा मरीगौ तव बा बहुत फल फलत हए ।25अपन प्राणके माया करन बारे बा गुमएहँए, पर अपन प्राण जा संसारमे तुच्छ मानन् बारे चाहिँ अनन्त जिवनके ताहिँ बा सुरक्षित् धरंगे । 26कोई मिर सेवा करेहए तव बा मोके पछेयाबए और मए जहाँ हौ, मिर सेवक फिर हुवाँए हुइहए । कोई मिर सेवा करेहए तव पिता बाके कदर करेहए ।27"अब मिर प्राण व्याकुल हुइगव हए, और मए का कहौ ? 'हे पिता, मोके जा घडीसे बचाएले ? पर जहे कारणसे ना मए जा घडीतक अएपुगो हौ । " 28हे पिता, तुमर नाउँको महिमा करओ ।” तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज अओ, “मए बा महिमा करो हौ, और फिर करंगो ।” 29हुवाँ ठढी भै भिड जा सुनके कही, “जा बादल गरजो हए !” और कहिँ, “स्वर्गदुत बासे बोलिहए !”30येशू जबाफ दै, “जा आबाज मेरे ताहिँ ना हए, पर तुमरे ताहिँ हए । 31अब जा संसारको न्याय हुइहए । जा संसारको शासक बाहेर फिकोजए हए ।32और अब मए पृथ्वीसे उणजाए हौँ, और मए सब आदमीके अपने घेन तानङ्गो ।” 33बाको मृत्यु कौन प्रकारसे हुइहए, सो संकेत देनके बा अइसो कही रहए ।34भीड बासे पुछी, “ख्रीष्ट सदामान रहबैगो करके व्यवास्थसे हम सुने हँए । तुम कैसे कहेसकत् हौ, आदमीक पुत्र उणनाए पणैगो ? जा आदमीक पुत्र चाहिँ कौन हए ?” 35तब येशू बिनसे कही, हबए कुछ देर तक उजियारो तुमर संग हए । उजियारो हए तब तक नेगन घुमन करओ, ताकी अन्धकार तुमके ना तोपए । कोई अन्धकारमे नेगैगो, तव अपनाए कहाँ जए रहो हए, सो पता ना पैहए । 36जब तक उजियारो तुमर संग हए उजियरोमे विश्वास करओ, और तुम उजियारोके सन्तान होबओ ।” जा बात कहीके, येशू हुवाँसे गईभव, और उन्से लुक्के बैठो ।37बा उनके सामने बहुत चिन्ह करीरहए, ताहु फिर बे बाके उपर विश्वास ना करीं । 38जा नेहत्य होनरहए, काहेकी अगमवक्तको वचन पुरा होबए, “हे परमप्रभु, हमर सन्देश कौन विश्वास करो ? और परमप्रभुको बहुबल कौनके प्रघट करी हए ?”39जहेमारे बे बिश्वास ना कर पाइँ, काहेकी यशैया फिर आइसे कही, 40"बा उनकी आँखी बन्द करदै हए, और उनको हृदय कठोर करीदै हए, जहे मारे बे आँखीसे ना देखि, और हृदयसे ना सम्झि, नत बे घुमजाए्ते और मोके बिनके अच्छो करन पणैगो ।”41यशैया जा बात कही, काहेकी बे येशूके महिमा देखि, और बाके बारेमे कही । 42तहु फिर शासक मैसे बहुत येशूके उपर बिश्वास करीं, तव फरिसीके डरके मारे, और बे साभाघरसे निकरदेहए करके डरके मारे तव स्वीकर ना करी । 43काहेकी परमेश्वरको प्रशंसासे जद्धा आदमीको प्रशंसा बे जद्धा रुचारहए ।44येशू बडो आवाजमे चिल्लएके कही, “मोके बिश्वास करए हए बा मोके ना, पर मोके पठान बारे उपर बिश्वास करत् हँए । 45जौन मोके देखत हए, बा मोके पठन बारेके देखत हए ।46मए संसारमे उजियारो हुइके अओ हौ, ताकि मिर उपर बिश्वास करन बारे अन्धकारमे ना रहमए् । 47कोई मिर वाणी सुनेहए, और बा पालन करेहए ना तव, मए बाको न्याय ना करेहौ । काहेकी मए संसारको न्याय करन ना अओ हौ, संसारके बचान अओ हौ ।48जौन मोके इन्कार करए हए और मिर वचन ग्रहण ना करैगो बा न्याय करन बारो एक जनै हए । मए बोलो मिर वचन अन्तके दिनमे बाकी न्याय करेहए । 49काहेकी मए अपन तर्फ से मस्को ना हऔँ, तव मोके का कहन हए, और का मस्कन हए मोके पठन बारो पिता अपनए मोके आज्ञा दैहए । 50मए जान्तहौ, कि बाको आज्ञा अनन्त जिवन हए, जहेमारे मए बहे मस्कत हौँ, पिता मोसे जो कहत हए बहे अनुसार मस्कत हौँ ।”
1निस्तार-तेवहर अग्गु जा संसारसे बिदा हुइके पिताके ठिन जानके समय हुइगौ करके येशू जानत रहए, जा संसारमे भए अपन जातिनके प्रेम करके बो बिनके अन्त तक प्रेम करी रहए | 2और संझाके खानुखान बेरा सैतान सिमोनके लौड़ा यहूदा इस्करियोतके मनमे बाके पकडए देनके ताँहि बिचार अग्गुसे डारदै रहए ।3पिता सब चिज बाके हातमे दैहए, और बा परमेश्वरके तर्फ से अओ हए, और परमेश्वर कहाँ जए रहो हौ करके येशू जान्त रहए । 4और बा साँझको खानु खाएके उठो, और बाहिरको कुर्ता एक घेन धरके एक तौलिया अपन करेहओ मे लपेटी । 5तव बा तसलामे पानी अखनए दै, और चेलानको गोडो धोन लागो, और अपने करेहौमे लपेटी तौलियासे बिनको गोडो पनोछन् लागो ।6जब बा सिमोन पत्रुसके ठिन अओ, तव बा कही, “प्रभु का तुम मिर गोडो धुईहौ ?” 7येशू बिनके जबाफ दै, “मए का करत् हौ, तुम हबाए ना जानैगे, पर पिछु बुझैगे ।” 8पत्रुस बासे कही, “तुम मिर गोडो कबहू धुईओ मत ।” येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए धुईहौ ना तव मोसे तुमर कोई हिस्सा ना हए ।” 9सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, मिर गोडो इकल्लो ना, कि मिर हात और मुड समेत धोएदेबो ।”10येशू बासे कही, “हदानो भव आदमीके गोडो बाहेक और कुछनए धोन पड्त हए, बा पुरा शुध्द हए ।और तुम शुध्द हौ, पर सबत् ना हए ।” 11कहेकी बाके बिश्वासघात करन बारेके बा चिनत् रहए| “जहेमारे बा कही रहए, “तुम सब शुध्द ना हओ ।”12बिनको गोडो धोएके अपनो बाहिरी कुर्ता लगाएके बैठो । तव बा उन्से कही, “का तुम जान्तहौ मए तुमर ताहिँ का करो ? 13तुम मोके गुरु और प्रभु, कहत् हौ, बा तुम ठिकै कहत् हौ कहेकी मए बाहे हौ । 14अगर तुमर प्रभु और गुरु हुइके मए तुमर गोडो धो हौ तव तुम फिर एक दुसरेके गोडो धोन पडैगो, 15कहेकी मए तुमर ताहिँ एक उदाहरण दओ हौ, और मए तुमर ताहिँ करो, तुम फिर उईसी करओ ।16नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, नोकर अपन मालिकसे बाडो ना होतहए, और खबर लानो खबर पठान बारोसे बाडो ना होत् हए । 17अगर तुम जा बात जाने और बा करे तव तुम धन्यके हुइहौ । 18"मए तुमसे सबके बारेमे ना कए रहो हौ, मए कोईके छानो हौ बिनके मए चिनत् हौ । पर धर्मसस्त्र पुरा होबए करके जा भव, कि 'मेरी रोटी खान बारो मिर उपर अपन लात उठाई ।'19"जा होनेसे आग्गु मए तुमसे कहत हौ, ताकि जब बा होनके अए हए, मए बहे हौ करके तुमके बिश्वास होबए ।" 20नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, 'जौनके मए पठएहौ, बाके ग्रहण करन बारो मोके ग्रहण करत् हए, और मोके ग्रहण करन बारो मोके पठन बारेके ग्रहण करत् हए ।”21जा बात कहिके पिछु येशू आत्मामे व्याकुल हुइगव और बा गवाही देत कहन लागो, “नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुमए मैसे एक जनै मोके पकडाए देहए ।” 22बा काके बारेमे कही हए करके पता ना हुइके चेला एक दुसरेके देखत देखत रहिगए ।23बाके चेला मैसे येशूके प्रेम करन बारो चेलाचाहिँ येशूके छातीमे अडेस लागए रहए । 24तव सिमोन पत्रुस बासे इशारा करके पुछी, “बा जा काके बारेमे कही हए ?” 25येशूके छातीमे अडेस लागएके बा से पुछी, “प्रभु बा कौन हए ?”26येशू जबाफ दै, “जौनके मए रोटीको खुद्रा डुबाएके देतहौ, बहे हए ।” तव बा रोटीको खुद्रा डुबएके दै, और निकरके बा सिमोनको लौड़ा यहूदा इस्करियोतके दै । 27रोटीको खुद्रा लैके पिच्छु शैतान बाके भितर घुसगओ । तव येशू बासे कही, “तोके जो करन हए, सो जलदी करडार ।”28तव बा काहे बासे अईसे कही भोजन करन बैठे कोई फिर ना समख पाई । 29कहेकी कोई-कोई जा सोची, कि यहूदासंग पैसाको थैली हए, जहेमारे येशू बासे तेवहारके ताहिँ सामान किननके, अथवा बा गरीबके कुछ देबए करके कही हए । 30तव यहूदा इस्करियोत रोटी खाइ बा हुनासे तुरन्त बाहेर निकर गओ । बा बेरा रात पडिगव रहए ।31जब बा बाहिर गव तव येशू कही, “अब आदमीके पुत्र महिमित भव हए । और परमेश्वर बामे महिमित हुइगव हए । 32अगर परमेश्वर बामे महिमित हुइगव हए तव परमेश्वर अपनएमे महिमित बनए हए और बाके तुरन्त महिमित बनए हए । 33"छोटे बालका, कुछ देर तक मए तुमर संग हौ, ! तुम मोके ढुडैगे, और जैसो मए यहूदीनसे कहो, और हबए तुमसे फिर मए कहतहौ, 'जहाँ मए जाए रहो हौ, हुवाँ तुम अए ना पैहौ ।”34" एक नयाँ आज्ञा मए तुमके देतहौ: तुम एक दुसरे के प्रेम करौ । तुमसे मए जैसी प्रेम करो हौ, तुम फिर एक दुसरेके उइसी प्रेम करौ । 35अगर तुम एक दुसरेके प्रेम करेहौ जहेसे सब जानंगे, कि तुम मिर चेला हौ ।”36सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ येशू जबाफ दै, 'मए जहाँ जए रहो हौ, तुम हबए मोके ना पछुयए पैहौ, तव पिच्छु त तुम मोके पछुयए हौ ।” 37पत्रुस बासे कही, 'प्रभु, मए काहे हबए तुमके ना पछुयए पैहौ ? तुमरे ताहिँ मए अपन प्राण दै देहौ ।” 38येशू जबाफ दै, “का तए अपन प्राण मिर ताहिँ देहए ? नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम मोके तीन दओ इन्कार ना करे तक मुर्गा ना बासैगो ”
1तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होबए | तुम परमेश्वर उपर बिश्वास करतहौ, मिर उपर फिर बिश्वास करओ । 2मिर पिताके घरमे बैठन ठाउँ बहुत हए । अइसो ना होतो, का मए तुमसे कहतो और, कि तुमर ताहिँ ठाउँ तयार करन मए जए रहो हौ ? 3और जाएके मए तुमरे ताहिँ ठाउँ तयार करके पिछु मए फिर अए हौ, और तुमए मए अपने ठिन लैजएहौ, और जहाँ मए हुइहौ, हुवाँ तुम फिर हुइहौ ।4जहाँ मए जाए रहो हौ, तुम हुवाँ जानके डगर चिनैगे ।” 5थोमा बासे कही, हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ, हम कैसे जानेहए, तव हम डगर कैसे चिनेहए ?” 6येशू बिनसे कही, “डगर, सत्य और जीवन मही हौ । मोए बिना कोई फिर पिताके ठिन ना अए पैहए । 7तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते । अबसे बाके चिन्त हौं, और बाके देखेहौ ।”8फिलिप बासे कही, “हे प्रभु, हमके पिता देखए दे । इतो भएसे हमके पुगजए हए ।” 9येशू बिनसे कही, “फिलिप, इतो दिनतक मए तुमर संग रहो, ताहु फिर तुम मोके चिन ना पाए ? जौन मोके देखो हए, बा पिताके देखिहए । तुम कैसे कहेपए हौ, हमके पिता देखए दे ?”10मए पितामे हौं, और पिता मोएमे हए करके का तुम बिश्वास ना करतहौ ? जौन बाणी मए तुमसे कहत् हौ बा मए अपनी अधिकार मे ना बोलो हौ पर मिरमें बास करन बारो पिता अपनो काम करत् हए । 11मोके बिश्वास करओ, कि मए पिता मे हौ, और पिता मोएमे हए । नत जे कामके खातिर विश्वास करओ ।12"नेहत्य मए तुमसे काहत् हौ , जौन मोके विश्वास करत् हए, बा मए करो काम फिर करैगो, और बिनसे बडो काम फिर करैगो, काहेकी मए पिता के ठिन जाए रहो हौ । " 13तुम मेरे नाउँ मे जो मागैगे तओ पुत्र मे पिता कि महिमा होबए कहिके बा मए देए हओ । 14अगर तुम मेरे नाउँ मे जौन चिज मगेहौ तव मए करेहौं ।15तुम मोके प्रेम करत हौ तव मिर आज्ञा पालन करैगे । 16मए पिता से बिन्ती करंगो, और बा तुमके दुसरो सल्लहाकार देबैगो, और बा तुमर संग सदा सर्बदा रहबैगो, जो 17सत्यको आत्मा हए, जौनके संसार ग्रहण ना करपैहए, काहेकी संसार बाके ना त देखिहए ना चिनिहए । तुम बाके चिनत् हौ, काहेकी बा तुमरसंग बास करत् हए. और तुमर मे रहबैगो ।18"मए तुमके टुहुरो ना छुडे हौ । मए तुमरे ठिन लौटके अमंगो । " 19अब कुछ दिन पिच्छु संसार मोके कबहु ना देखहए, पर तुम मोके देखैगे । और मए जित हौ तुम फिर जिबैगे ।” 20बा दिन तुम जानैगे, कि मए मिर पितामे हौ और तुम मोएमे, और मए तुमरमे हुइ हौ ।21मोके प्रेम करन बारो बहे हए जोन संग मिर आज्ञा हए और बे पालन करत् हए । और मोके प्रेम करन् बारेके मिर पिता प्रेम करत् हए । मए बाके प्रेम कर् हौ और मए अपनएके बाके ठिन प्रकट करेहौ ।” 22यहूदा { इस्करियोत चाही ना हए } येशूसे कही, “प्रभु, तुम का कहत हौ, तुम अपनए हमर मे प्रकट करैगे, और संसारके चाहिँ ना ?”23” येशू बाके जबाफ दैके कही, “जौन मोके प्रेम करेहए, बा मिर वचन पालन करेहए, और मिर पिता बाके प्रेम करेहए, और हम बाके ठिन अमंगो, और बक संग बैठंगो । 24मोके प्रेम ना करन बारो मिर वचन पालन ना करैगो । जौन वचन तुम सुन्तहौ, बा मिर ना हए, बोत् मोके पठान बारो पिताको हए ।25"जा बात तुमर संग रहतए मए तुमसे कहो हौं । " 26पर सल्लाहकार, अर्थात् पवित्र आत्मा, जौनके पिता मिर नाउँमे पठए हए, बा तुमके सब बात सिखए हए, और मए तुमसे कहो बात तुमके याद दिलए हए । 27शान्ति मए तुमरे संग छोडे हौ । मए अपन शान्ति तुमके देहौ । संसार दै जैसो मए तुमके ना देतहौ । तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होए और घबडाबै ना।28"मए तुमसे कहो 'सुने हौ मए जाए रहो हौ, और मए तुमरे ठिन फिर अमंगो' । तुम मोके प्रेम करते तव मए पिताके ठिन जात हौ करके सुनते तुम रामईते, काहेकी पिता मोसे गजब महान हए । " 29अब जा होनेसे अग्गु मए तुमसे कहे रहो हौं, और जब जा होनके अएहए तुम विश्वास करसकौ ।30मए तुमसे बहुत ना बुलेहौ काहेकी जा संसारको शासक अए रहोहए । बाके मिर उपर कोइ शक्ती ना हए । 31पर मए पिताके प्रेम करत् हौ,और जैसो पिता मोके आज्ञा करी हए बहे करतहौ करके संसार जानए । उठओ, और हियाँ से जाबौ ।”
1“मए सच्चो दाख हौ, और मिर पिता दाखबारीको किसान हए । 2मिर मे होन बारे फरा ना फरानबारे सबए हाँगाके छाँटत हए और फरा फरान बारे सबए हाँगाके और जद्धा फरा फरामए करके बा छानैगो हए ।3मए तुमसे कहो भव वचनसे तुम अग्गुएसे सुध्द हुइगएहौ । 4मिर मे रहओ, और मए तुमरमे रए हौ । जैसी दाखको पेडमे हाँगा ना रहत हए तव बा अपनए फरा ना फराए सकत् हए, उइसी तुमहु मिर मे ना रहेसे तव तुम फिर फरा ना फराए सकत् हौ ।5"मए दाखको पेड हओ, तुम हाँगा हौ । अगर कोइ मिर मे रैहे और, मए बामे रहौ तव बा बहुत फरा फरैहे, काहेकी मोसे अलग रहिके तुम कुछ ना कर पैहौ । " 6कोइ आदमी मिर मे ना रएहए तव, बा हँगा बाहेर मिलजहए, और बा सुकजए हए । उइसे हँगा आदमी बटोरत हए, और आगीमे डारदेत हए, और बे जरजात हए । 7तुम मेरेमे रहौ तव, और मिर बात तुमरमे रएहए तव तुम जो इच्छा लागत हए सो मागौ, और तुमरे ताहिँ करो जाए हए ।8तुम बहुत फरा फराएके मिर चेला हौ करके प्रमाणित करेहौ तव जहेमे मिर पिताको महिमा हुइहए । 9"पिता जैसी मोके प्रेम करिहए, उइसी मए फिर तुमके प्रेम करो हौ । तुम मिर प्रेममे रहौ ।10" अगर मिर आज्ञा पालन करेहौ तव तुम मिर प्रेममे रहौ, जैसी मए मिर पिताको आज्ञा पालन करो हौ और बाको प्रेममे रहत हौ । 11मए जा बात तुमसे जा मारे कहो हौ, कि मिर आनन्द तुमरमे पुरो होबए, और तुमर आनन्द पुरो होबए ।12" जा मिर आज्ञा जहे हए, कि मए तुमसे जैसी प्रेम करो, तुम फिर एक दुसरेन से उइसीए प्रेम करओ । " 13अपन संगीके ताहिँ जौन अपन ज्यान देहए बासे बडो प्रेम और कोइ ना हए ।14मए तुमरे ताहिँ जो आज्ञा करत् हौ, बे तुम करैगे तव, तुम मिर संगी हौ । 15अब से मए तुमसे नोकर ना कएहौ । काहेकी बाको मालिक का करत् हए नोकर ना जनत् हए । पर मए तुमसे संगी कएहौ, काहेकी जो मए मिर पितासे सुनो सब बात तुमके बताए दओ हौ ।16मोके तुम ना चुने, पर मए तुमके चुनो और तुमके नियुक्त करो, काहेकि तुम जाओ, और फरा फराबओ, और तुमर फरा फरोरहाबए । जहेमरे तुम पितासे मिर नाउँमे जो मागैगे, बा तुमके सो देहए । 17मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुम एक दुसरेनके प्रेम करौ ।18“अगर संसार तुमके नफरत ( घृणा ) करत् हए तव, तुम जानौ, कि तुमके नफरत (घृणा) करनसे अग्गु बा मोके नफरत ( घृणा ) करत् हए । 19अगर तुम जा संसारके होते तव संसार तुमके अपनए तरह मनके प्रेम करतो । पर तुम जा संसारके ना हओ । मए तुमके संसारसे चुनो, जहेमरे संसार तुमके नफरत ( घृणा ) करत् हए ।20मए तुमसे कहो वचनके याद करियो, “नोकर घरको मालिकसे बडो ना होत हए ।' बे मोके सतए हए तव तुमके फिर सतए हैँ । बे मिर वचन पालन करेहए तव बे तुमरो वचन फिर पालन करेहैँ । 21पर जा सब मिर नाउँके खातिर तुमके करेहए, काहेकी बे मोके पठान बारेनके ना चिनत् हैँ । 22मए ना अइतो तव और उनके ना बतैतो तव बे पापके दोषी ना हुइते, पर अब ता अपन पापके ताहिँ बिनके कोइ बहाना ना हए |23जौन मोके नफरत (घृणा ) करत् हए, बा मिर पिताके फिर नफरत ( घृणा ) करत् हए । 24अगर कोइ ना करो काम मए बिनके बीचमे ना करतो, तव बे पापके दोषी ना होते । पर अब बे मोके और मिर पिताके दोनएके देखिरहए और नफरत ( घृणा ) करीहए । 25पर व्यवस्थामे लिखो जा वचन पुरा होनके जा भव हए, 'बे बाके बिनाकरण नफरत ( घृणा ) करी ।'26"जब सल्लाहकार अए हए, जौनके मए पिताके तरफ से तुमरे ठिन पठए देहौँ अर्थात सत्यको आत्मा, जो पितासे अए हए, बहे मिर बारेमे गवाही देहए । " 27तुम सुरुसे मिर संग हौ, तुम फिर मिर साक्षी हौं ।
1"तुम पच्छु मत हट्ओ कहिके मए तुमके जा बात कहो हौ ।" 2बे तुमके सभाघरसे बाहेर निकार देहए । नेहत्य अइसो समय अबैगो, जब तुमके मारन बाले सबए परमेश्वरको सेवा करत् हँए कहिके कहमंगे ।3बे जा काम करङ्गे, काहेकी बे ना पिताके ना मोके चिन्त् हँए । 4पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए । पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ ।5"अब मए मोके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, पर औ तुम कहाँ जातहौ ?' कहिके तुम कोइ मोसे ना पुछ्त् हौ ।" 6ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमारे तुमर ह्रदय शोकसे भरिगौ हए । 7ताहु फिर मए तुमसे सच्ची बात कहत् हौ, मोए जान मे तुमर हित हुइहए । काहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाह देन बारो तुमरे ठिन ना अए हए । पर जाएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ ।8जब सल्लाह देन बारो अए हए, बा संसारके पाप, धर्मिकता और न्यायके बारेमे दोषी ठहरए हए । 9पापके बारेमे, काहेकी बे मिर उपर विश्वास ना करत् हँए, 10धार्मिकताके बारेमे, काहेकी मए पिताके ठिन जए रहो हौ, और फिर तुम मोके फिर ना दिख्हौ । 11और न्यायके बारेमे, काहेकी जा संसारके शासकको न्याय हुई गओ हए ।12"मए तुमसे कहन बारी बात गजाब हए, पर हबए तुम जा बात सहे ना पैहौ । " 13जब बा सत्यको आत्मा अए हए, तव बा तुमके सब सत्यतामे डुरिअए हए काहेकि बा अपन तर्फ से ना कहेहए । पर बा जो सुनेहए, बहे बुलेहए, और होन बारी बात तुमके बताए देहए । 14बा मिर महिमा करेहए, काहेकी जो मिर हए, बा मोसे लैके तुमके बताए देहए ।15जो चिज पिता संग हए, बा मिर हए । जहेमरे मए काहत हौ, जो मेरो हए बा मोसे लैहए और जो तुमके बताई देहए कहिके मए कहो हौँ । 16"थोरी देर पिछु तुम मोके फिर ना दिखहौ , और थोरी देरमे फिर मोके देखैगे ।”17"तव बाके कोइ-कोइ चेला एक दुसरे से कहिँ, “बा हमसे जा का कही हए ? 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ , और फिर थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ, ' और मए पिताके ठिन जाएरहो हौँ कहिके बा हमसे का कहि हए ?” 18बे कँहीँ, “बा, थोडी देरको मतलाब का हए ? हम ना जानत् हँए, बा काके बारेमे कहत हए ।”19बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “ 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके जेहेक बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ ? 20नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करहौ, पर संसार रमएहए । तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे बदल जएहए । 21बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, कहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मात हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए कहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहएँ ।22तही हबए तुमके शोक होतहए, पर मए फिर तुमसे मिलङ्गो, और तुमर मन खसी होइगो । और कोइ तुमर आनन्द तुमसे ना छिनए पैहए । 23बा दिन तुम मोसे कुछु ना मागैगे । नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुम मिर नाउँमे पितासे जो मगैगे, बा तुमके देबैगो । 24हबए तक तुम मिर नाउँमे कुछ ना मागे हौ ।मागौ, तव तुम पबैगे । अइसीय तुमर आनन्द पुरा होबए ।25"जा बात मए तुमके कहानीमे कहो हौ । पर समय अए रहो हए, अब मए तुमसे फिर कहानीमे ना काएहौ , पर पिताके बारेमे तुमके स्पस्ट बताए हौ । "26बा दिन तुम मेरे नाउँमे मगैगे । मए तुमके ताहिँ पितासे बिन्ती करदेहौ करके तुमसे ना कएहौ, 27कहेकी पिता अपनए तुमके माया करत् हए, कहेकी तुम मोके माया करेहौ, और मए परमेश्वरके तर्फ से अओ हौ करके विश्वास करेहौ । 28मए पितासे अओ, और संसारमे अओ, और फिर मए संसारके छोडके पिता के ठिन जए रहो हौ ।”29”बाके चेला कहिँ, “ देखऔ अब तुम स्पष्ट बोल्तहौ कहानीमे ना बोल्त हौ । 30अब हम जानत हए,कि तुम सब बात जनत हौ, और अब तुमसे पुछ्न कोइ जरुरत ना हए । जहेमारे हम विश्वास करत् हए, कि तुम परमेश्वरसे आए हौ ।” 31येशू उनके जबाफ दै, “का तुम अब बिश्वास करत् हौ ?32देखौ तुम समय अए रहो हए, वास्तबमे अइगौ हए, अब तुम बिगद के अपन घरमे चले जएहौ और मोके इक्ल्लो छोड्देहौ । तहु फिर मए इकल्लो ना हौ, कहेकी पिता मिर संग हए । 33मए तुमसे जा बात जा मारे कहत हौ, कि मोए मे तुमके शान्ति होबए । संसारमे तुमके संकट हुइहए, पर साहस करौ, मए संसारके जितो हौ ।”
1जा बात कहिके पिछु येशू स्वर्ग घेन आँखी उठाएके कही, “हे पिता, समय हुइगौ हए, तुम पुत्रको महिमा प्रकट करौ, और पुत्र तुमर महिमा प्रकट करए । 2काहेकी तुम बाके सब आदमीक् उपर आधिकार दए हौ, ताकी तुम बाके दए भए सबके बा अनन्त जीवन देबए ।3अब अनन्त जीवन जहे हए, कि बे तुमए, इक्ल्लो सत्य परमेश्वरके चिनए, और तुमर पठाऔ भव येशू ख्रीष्टके चिनए । 4जौन काम तुम मोके दए हौ, बा पुरा करके तुमके पृथ्वीमे मए महिमित करो हौ । 5अब हे पिता, संसारको सृष्टि होनसे अग्गु तुमरे अग्गु मिर जौन महिमा रहए, बहेमारे अपन उपस्थितिमे मोके महिमित करौ ।6“संसारसे जौन आदमी तुम मोके दए हौ, बिनके तुमर नाउँ मए प्रकट करदओ हौ । बे तुमर रहए, और तुम बिनके मोके दएहौ, और बे तुमर वचन पालन करीहएँ । 7बिनके अब पता हए, कि तुम मोके दओ भव प्रत्येक बात तुमसे अओ हए । 8काहेकी जौन वचन तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, और बे बा ग्रहण करी हए । और मए तुमसे अएहौ काहिके बे सच जान्त हए और मोके पठाई हए कहिके बे बिश्वास करी ।9मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ । काहेकी बे तुमर हएँ । 10मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और जो तुमर हए बा मिर हए । मिर महिमा बिनमे प्रकट भव हए । 11"मए फिर संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए । मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ । पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखाबौ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए । "12जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए 13"पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा बात संसारमे काहि रहोहौँ , कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए । " 14मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत ( घृणा ) करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौँ ।15तुम उनके संसारसे लाएजाओ कहिके मए ना करत् हौ, पर बिनके दुष्टसे बचाबओ कहिके मए तुमसे प्रार्थना करत हौँ । 16बे संसारके ना हए, जैसी मए फिर संसारको ना हए । 17बिनके सत्यतामे अपन ताही सौपदेओ, तुमर वचन सत्य हए ।18जैसी तुम मोके संसारमे पठए, मए फिर बिनके संसारमे पठओ हौ । 19बिनके ताँही मए अपनाएके सौपदओ हौँ , ताकी बे फिर तुमर सत्यतामे पवित्र होमए ।20"मए इनके ताहिँ इकल्लो प्रार्थना ना करत् हौ, पर इनके सन्देश से मिर उपर विश्वास करन बारेनके ताहिँ फिर प्रार्थना करत् हौ, " 21कि बे सब एक होमए । हे पिता, जैसी तुम मोए मे हौ, और मए तुममे, उइसी बे फिर हमरमे होमए, और तुम मोके पठएहौ करके संसार बिश्वास करए ।22जौन महिमा तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, ताकि हम एक भए कता बे फिर एक होमए । 23मए बिनमे, और तुम मोएमे, और बे पुरारुप से एक होमए, और तुम मोके पठए हौ, और मोके प्रेम करे कता तुम बिनके फिर प्रेम करेहौ करके संसार जानए ।24"पिता, मए इच्छा करत् हौ, कि तुम मोके दए भए नाके मए जहाँ हौ मिरसंग रहमए, और मिर महिमा देखए, जौन महिमा, संसारके सृष्टि होनसे अग्गु मोके प्रेम करेरहौ बा मारे तुम मोके दएरहौ । "25"धर्मीक पिता, संसार तुमके ना चिन्तहए, पर मए तुमके चिन्तहौ, और तुम मोके पठए हौ करके जे जन्त हए । " 26मए तुमर नाउँ जिन्मे प्रकट करो हौ, ताकि जौन प्रेमसे मोके तुम प्रेम करे, बा बिन्मे रहए, और मए उनमे रहौ ।”
1जा बात कहिके येशू अपन चेलाके संग किद्रोन उपत्यकाको बा पार गओ । हुवाँ एक बगिया रहए । येशू अपन चेलासंग हुवाँ पर गओ । 2बाके पकणान बारो यहूदा फिर बा ठाउँ चिने रहए, काहेकी येशू अपन चेलासंग हुवाँ बैठन जाए कर्त रहए । 3तव दिया, उँका और हतियार लैके पुलिसके फिर एक दल और खास पुजाहारी और फरिसीनके पठए भए पहारेदारके लैके यहूदा हुवाँ अओ ।4तव अपने उपर आन बारी सब बात पता पाएके येशू अग्गु अओ, और बिनसे कही, “तुम कौनके ढुणतहौ ?” 5बे बासे कहिँ, “नासरतके येशूके ।” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ ।” और बाके बिश्वासघात करन बारो यहूदा फिर सिपाहीके संग ठाडो रहए ।6"जब बा उन्से मए बहे हौ" कही, तव बे पिछु हटिगए और भिमेमे गिरिगए ।" 7"फिर बा बिनसे पुछी, “तुम काके ढुडत् हौ ?” बे कहिँ, "नासरतके येशूके ।”8येशू जबाफ दैके कही, “मए तुमसे कहिदओ, मए बहे हौ । अगर तुम मोके ढुडत् हौ तव जे आदमीके चहिँ जान देओ ।” 9" जा तुम मोके दए भए मैसे एक फिर मए ना गुमओ" करके कहीरहए बो वचन पुरा होबए करके जा भओ । "10जब सिनोम पत्रुस अपन ठिन भव तरवार निकारके मुखिया पुजाहारीको कमैयाक दहिना कान चट्टै काटदै । बा कमैयाको नाउँ माल्खस रहए । 11येशू पत्रुससे कही, “तरवार म्यानमे धर । का पिता मोके दओ कचौरा मए ना पिमओ ?”12तव पिछु सिपाहीकी दल, बिनके कप्तान, और यहूदीनके पहरेदार येशूके पकडी, और बाँधी । 13पहिले बे बाके हन्नासके ठिन लैगए, जो बा सालको प्रधान पुजाहारी कैयाफाको सासुरो रहए । 14जा बहे कैयाफा रहए, जौन जनाताके ताहिँ एक आदमी मरनसे कल्याण हए' करके यहूदीनके सल्लाह दै रहए ।15सिमोन पत्रुस और येशूको दुस्रो चेला येशूके पिछु लागो । तव दुस्रो चेलाके प्रधान पुजाहारीको चिनजान रहए।और येशूसंग प्रधान पुजाहारीके आँगनमे घुसो । 16तव पत्रुस बाहेर फाटकमे ठाडो रहए । तव दुस्रो चेला जो प्रधान पुजाहारीसे चीनजान रहए, बाहिर निकरके फाटकमे बैठन बारी लौड़ियासे कही पत्रुसके भितर लिआ ।17तब फाटकमे बैठी लौड़िया पत्रुससे कही, “का तुम फिर बहे आदमीके चेला मैसे एक जानै हौ ?' बा कही, “मए ना हौँ ।” 18तव बा कमैया और पहरेदार आगीको आहरा तापत रहए, काहेकी जाडो रहए । और पत्रुस फिर बिनके संग ठाणो आगी तपन लागो रहए।19अब प्रधान पुजाहारी येशू बाके चेला और बाके शिक्षाके बारेमे पुछी । 20येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए संसारमे खुल्लमखुल्ला कहो हौ । मए सब दिन सभाघरमे और मन्दिरमे शिक्षा दओ हौ । जहाँ सब यहूदी इकठ्ठा होतहए । मए गुप्तमे कुछ ना कहो हौ । 21मोसे काहे पुछत् हौ ? मए बिनसे का कहो सो सुननबारेन से पुछओ । मए कहो बात उनके पता हए ।”22येशू जा बात कहत रहए तव नजिकमे ठाडो पहरेदार मैसे एक जनै अइसो कहत येशूके थप्पड लागई, “का प्रधान पुजाहारीके अइसे जबाफ देतहए ?” 23येशू बासे कही, “मए बेठिक कहो हौ तव प्रमाण देओ, अगर मए ठिक कहो हौ तव तुम मोके काहे मारत् हौ ?” 24तव हन्नास बाके बाधे आबस्थामे प्रधान पुजाहारी कैयाफा ठिन पठए दए ।25जब सिमोन पत्रुस ठाहरके आगी ताप्त रहए । बे बासे कहीँ, “का उनके चेला मैसे एक जनै फिर नाहौ ?” बा इन्कार करके कही, “मए ना हौ ।” 26प्रधान पुजाहारीको कमैया मैसे एक जनै, जौनक् नातेदारको कान पत्रुस काटी रहए, बा पुछी, का मए तुमके उनके संग बगियामे ना देखो का ?” 27तव फिर पत्रुस इन्कार करी । और तुरुन्त मुर्गा बस्दै ।28तव बे येशूके कैयाफाके घरसे राज्यपालकी महल घेन लैगए । बा समय सुबेरे रहए बे राज्यपालकी महलमे ना घुसे काहेकी बे अशुद्ध ना होमए पर निस्तार तेवहर खाएलेमए । 29जहेमरे बिनके ठिन बाहेर निकरके पिलातस कहिँ, “जा आदमीके विरुध्दमे तुम का अभियोग लगए हौ ?” 30बे उन्से कहिँ, “अगर जा आदमी अपराधी ना होतो तव हम जाके तुमरे ठिन ना सुम्पते ।”31बहेमारे पिलातस बिनसे कही, “तुम जाके लैजओ, और तुम अपन व्यवस्था बमोजिम जाको इन्साफ करौ ।” यहूदी उन्से कहिँ, “कोइ आदमीके प्राणदण्ड देनके हमर ताही न्यायसङ्गत ना हए । 32बाको मृत्यु कौन तारिका से हुइहए कहिके येशू संकेत करके बाको कहो वचन पुरा होबए करके अइसो भव रहए ।33तव पिच्छु पिलातस फिर राज्यपालको महल भितर घुसो, और बा येशूके बोलाएके कहि, “का तुम यहूदीके राजा हौ ?” 34येशू जबाफ दैके कही, “तुम अपनए अईसो कहत् हौ, कि मिर बारेमे तुमसे और कोई कहो ?” 35पिलातस जबाफ दै, “का मए यहूदी ना हौ का ? तुमरअपनिए मनई और मुखिया पुजारी तुमके मेरे हातमे सोपदै हए । तुम का करे ?36येशू जबाफ दै, “मिर राज्य जा संसारको ना हए । मिर राज्य जा संसारको होतो तओ मिर सेवक मिर ताहिँ लड़ते, और मए यहूदीनके हातमे ना सौपतओ । पर मिर राज्य जा संसारको ना हए । 37तव पिलातस बासे कहि, “का तुम राजा हौ त् ?” “ येशू कहिँ तुमहि मोसे राजा काहत हओ ? जहेके ताहिँ मए जन्मो हओ, और जहेके ताहिँ सच्चो गवाही देन मए जा संसारमे अओ हौँ । हरेक जो सत्यको पक्षमा हए, बा मिर आवाज सुनैगो ।”38पिलातस बासे कही, “सत्य का हए ?” इत्कए कहिके बा यहूदीनके ठिन बाहिर निकर गओ, और बिनसे कही, “मए जा आद्मीमे कोइ दोष ना पाओ । 39पर निस्तार-तेवहरमे मए एक जनै तुमरे ताहिँ छोडदेनके तुमर चलन हए । तव का तुम चाहत् हौ, कि यहूदीक राजाके छोड्देओ ?” 40पर बे फिर अइसे करके चिल्लाएके कहीँ, “बाके ना, बारब्बाके |” बारब्बा डाँकु रहए ।
1तव पिलातस येशूके लैगए और बाके कोर्रा लगानके लिअई, । 2और सिपाही काँटोको मुकुट गुथके बाके मुणमे लागए दै, और बाके बैजनी रंङको कुर्ता पैँधए दै, 3और बाके नजिक आएके कहिँ, “प्रणाम, यहूदीको राजा !” और बे बाके थप्पण मारि ।4फिर बाहिर निकरके पिलातस बिनसे कहि, “देखौ मए जाके तुमर ठिन बाहेर ल्याए रहो हौ, और तुमके बातान चाहत् हौ, मए जामे कोइ दोष ना पात् हौ ।” 5तव काँटोको मुकुट और बैजनी रंङको कुर्ता पैधएके येशू बाहिर अओ, और पिलातस बिनसे कहि, “देखो जा आदमी !” 6जब मुखिया पुजाहारी और पहरेदार बाके देखीँ, बे अइसे करके चिल्लन लागे, “बाके क्रुसमे टाँग्ओ, बाके क्रुसमे टाँगओ !” पिलातस बिनसे कहि, “तुमहीँ जाके लैजाएके क्रुसमे टाँगओ, काहेकी मए जामे कोइ दोष ना पाओ !”7यहूदी उनके जबाफ दै, “हमर एक व्य्वस्था हए, और बा व्यवस्था अनुसार जा मरन पणैगो, काहेकी जा अपनएके परमेश्वरको पुत्र बनाइ हए ।” 8जा बात सुनके पिलातस और डरए गओ । 9बा फिर राज्यपालको महल भितर घुसो और येशूसे पुछी, “तुम कहाँसे आए हौ ?” तव येशू उनके कुछ जबाफ ना दै |10जहेमरे पिलातस बासे कही, “का तुम मोसे ना बोलैगे ? तुमके छोड् देनके अधिकार मिरसंग हए, और तुमके क्रुसमे टाँगनकि अधिकार फिर मिरसंग हए करके तुमके पता ना हए ?” 11येशू बाके जबाफ दैके कही, “तुमके उपरसे नदित्तो तव मिर उपर तुम कोइ अधिकार ना हुत्तो । जहेमारे मोके तुमरे हातमे सौप्देनो और जद्धा पापको दोषी हए । "12तव पिच्छु पिलातस बाके छोडदेनके और जद्धा प्रयत्न करी । पर यहूदी अइसो काहत चिल्लान् लागे, “अगर तुम जा आदमीके छोडदे हओ तव तुम कैसरके संगी ना हओ । अपनएके राजा हौ करके दाबी करन् बारो प्रत्येक कैसरके बिरुध्दममे खडा होतहए ।” 13"पिलातस जा बात सुनके येशूके बाहेर ल्याई, और बा ""पत्थरको पाटी"" कहन बारो ठाउँमे {जोसे हिब्रुमे गब्बथा कहत् है} न्याय आसनमे बैठो । "14बा समय निस्तार-तेवहरको तयारीको दिन रहए । दिनमे करीब बाह्र बजो रहए । पितालस यहूदीनसे कहि, “देखौ, तुमर राजा !” 15"तव बे अइसे काहत् चिल्लाने "लैजाओ, लैजाओ, जाके क्रुसमे टाँग्ओ !” पिलातस बिनसे पुछी, “का मए तुमर राजाके क्रुसमे टागओ ?” मुखिया पुजाहारी जबाफ दैँ, “कैसर बाहेक हमर राजा और कोइ ना हए |” " 1616 तव बा उनके क्रुसमे टाँगन् बिनके हातमे सौपदै । जहेमरे सिपाही येशूके जिम्मा लैँ ।17बा अपन क्रुस अपनए बोकके खप्पर कहाँन् बारो ठाउँमे गओ, जौनके हिब्रु भाषामे गलगथा कहत् हए । 18हुवाँ बे बाके क्रुसमे टाँगी और बाके संग और दुई जनैके टाँगी, एक जनैके एक घेन और दुस्रो जनैके दुस्रे घेन और बीचमे येशूके ।19पिलातस एक दोष पत्र फिर लिखिके क्रुसके उपर टास्दै । बामे बहे लिखो रहए, “नासरतके येशू, यहूदीको राजा ।” 20तव बहुत यहूदी जा दोष पत्र पढीँ, काहेकी येशू क्रुसमे टाँगो भव ठाउँ सहेरके नजिकए रहए । जा हिब्रु, ल्याटिन और ग्रीक भाषामे लिखोरहए ।21यहूदीके मुखिया पुजाहारी पिलातससे कहिँ, “ 'यहूदीक् राजा' कहान बारो का ना हए, तव जा मए यहूदीको राजा हौ कही' करके लिखओ ।” 22पिलातस जबाफ दै, “मए जो लिखो,लिखो ।”23जब सिपाही येशूके क्रुसमे टाँगी, तव बे बाको कुर्ता लैके प्रत्येक सिपाही एक-एक होन करके चार भाग करीँ । बाको बाहिरको कुर्ता फिर लैं, तव बा कुर्ता सिओ ना भव उपरसे लैके तरेतक बुनो सिग्रो रहए । 24जहेमारे बे अपसमे कहिँ, “जाके चाहिँ ना फाडए, पर जा कौनक् होत हए करके चिट्टा डराए ।” धर्मशास्त्र पुरा होबए करके जा भव रहए : “बे मिर कुर्ता अपनए-अपनएमे बाँटी, और बाहिरको कुर्ताको चिट्टा डारीँ ।”25जहेमारे सिपाही जा काम करीँ । और येशूके क्रुसके नजिक बाकी अइया, कि बहिनीया, क्लोफासकी बैयर मरियम और मरियम मग्दलिनी ठाढी रहए । 26जब येशू अपनी अइयाके और बाके माया करन बारो चेला नजिकमे ठाडोभऔ देखि, तव बा अपनी अइयासे कहि, “नारी, देख, तुमरो लौड़ा !” 27तव बा चेलनसे फिर बा कहि, “देख, तेरी अइया !” तओ बा समयसे बे चेला उनके अपन घरमे लैगए ।28तव पिछु येशू सब बात अब पुरो हुइगओ, करके जानके धर्मशास्त्र पुरो होबए करके कही रहए, “मोके प्यास लागो ।” 29हुवाँ सिर्कासे भरो एक बर्तन धरो रहए । जहेमरे सिर्कासे भरो स्पञ्ज एक हिसपको हाँगामे बे बाके मुहुमे पुगाएदै । 30जब येशू सिर्का लै, तव बा कहि, “अब निभट गओ,” और बा मुडिया निहुराएके अपन आत्मा त्याग दै ।31बा दिन तयारीको दिन रहए । तभहीमारे यहूदी सबाथमे { खास करके जा शबाथमे, जौन महत्वपूर्ण रहए } मृत शरीर क्रुसमे ना रहए करके पिलातससे बिन्ती करी, और बे टाँग तोड्के बिनकी शरीर लानके माग करी । 32तव सिपाही आएके बाके संग क्रुसमे टाँगे भएनके टाँग तोडी, पहिले एक जनैको, तव पिछु दुस्रोको । 33जब बे येशू के ठिन अए बे देखि, कि येशूको मृत्यु अग्गु हुइगओ रहए, और बाको टाँग ना तोडी ।34तहु फिर सिपाही मैसे एक आदमी बाको कोखमे भला मेली और तुरन्त खुन और पानी निकरो। 35तुम फिर बिश्वास कर सकौ करके जा देखन बारे गवाही दैहएँ। और बाको गवाही सच्चो हए, और सच्चो बोलत् हौ करके बो जानत् हए।36"बाको कोइ फिर हड्डी ना टुटहए” करके धर्मशास्त्रको वचन पुरो होबए करके जा बात भऔ ।" 37और फिर दुस्रो ठाउँमे धर्मशास्त्र कहत हए, “जौनके बे भाला मेली हएँ, बे बोके देखिहए।”38तव पिछु अरिमाथियाको योसेफ, जो यहूदीन् के डरसे गुप्तमे येशूको चेला रहए, बे पितालससे येशूको मरि शरीर लैजान पाओ करके बिन्ती करी। पितालस बाके अनुमति दै, तव बे आएके बोकी मरि शरीर लैगए। 39और अग्गु बोके ठिन रातके आनबारो निकोदेमस फिर हुना आऔ बा लगभग: तेत्तिस किलो मुर्र और एलवा मिलाएके लाई।40अइसे बे येशूको शरीर यहूदीन् के दफन-कारन ताहीँ रितिअनुसार मसालकसंग सुती लत्तामे बाँध। 41बो क्रुसमे टाँगो ठाउँमे एक बगिया रहए।और बो बगियामे एक नयाँ चिहान रहए और हुना कोइके कबहु ना गणी रहँएँ । 42कहेकी यहूदीन् के तयारीको दिन रहए, और बो चिहान फिर ढिँगै रहए, और बे येशूके बहे मरघाटमे धरी।
1हप्ताको पहिलो दिन सुबेरे अँध्यारो रहए मरियम मग्दलिनी गड्डामे आइँ | 2बे सिमोन पत्रुस और येशूके माया करन् बारे और चेलनके ठिन दौडके गै, और बे कहिँ, “बे प्रभुके गड्डासे बाहिर लैगए, और बोके कहाँ जीन धरे हए, सो हम जन्तए नैयाँ।”3तव पत्रुस और दुस्रो चेला बाहिर निकरके गड्डा घेन गए । 4बे दोनाए संगसंगए दौरे , तव दुस्रो चेला पत्रुससे अग्लेछा कटके गड्डामे अग्गु पुग्गओ । 5गड्डा भितर निहुरके देखि, तव बे सुती कपडा इकल्लो पडो् देखि, तव बे भितर ना घुसे ।6सिमोन पत्रुस बोके पिछुपिछु अओ, और गड्डा भितर घुसो, और बे फिर मलमलसे लिप्टो कपडा इकल्लो हुवाँ पडो देखि । 7बाको मुणमे बधो गस्ती चाहिँ मलमलको कपडाके संग ना रहए, पर अलग एक ठाउँमे लिप्टो धरो रहए ।8तव गड्डामे पहिले दुस्रो चेला फिर भितर कुचो, और बा देखि और विश्वास करी । 9काहेकी बे बा मृतकसे जिन्दा हुइके उठन पणैगो करके धर्मशस्त्रको वचन हबए तक ना बुझिँ । 10तव पिछु बे चेला अपन घर घुमगए ।11तव मरियम गड्डाके बाहिर रोत ठाणी रहए । बा रोत निहुरके देखि, 12और जहाँ येशूको मृत शरीर धरो रहए, हुवाँए सेतो कुर्ता लगए दुई स्वर्गदुत एक मुण घेन और दुस्रो पाव घेन बैठो बे देखिँ । 13बे बिनसे कहिँ, “बैयर, काहे रोतहए? कौनके ठुणत् हए?” बे बिनसे कहिँ, “बे मिर प्रभुके लैगए, और बोके कहाँ धरि हँए, मए ना जानत् हौ”14जा बात सुनके बे पिछु घुम गए, और बे येशूके ठाणो देखिँ, तव येशू हए करके बे ना चिनि । 15येशू बिनसे कहि, “ नारी, तए कहे रोत हए? कौनके ठुणत् हए?” बो बाके रेकदेख करन बारो बताई, “हजुर, तुम बोके हियाँसे लैजाएके कहाँ धारेहौ मोके बतए देओ, और मए बोके लैजाएहौ |”16"येशू बिनसे कहि, “मरियम, बे घुमी और बाके हिब्रूमे कहिँ, “रब्बोनी,” अथबा ("हे गुरुज्यू !”) । 17येशू बिनसे कहि, “मोके मत छोबौ, काहेकी मए हबए तक पिताके ठिन ना गओ हौँ । पर मिर भैयन् के जाएके बिनसे कहेदेओ, “कि मए मिर पिता और तुमर पिता, और मिर परमेश्वर और तुमर परमेश्वरके ठिन जाए हौँ |” 18मरियम मग्दलिनी चेलान ठिन आईँ, और बिनसे बाकि कही भइ बात बताई और कहि मएँ प्रभके देखो।19हप्ताको सुरुकी दिन संझा , घेन यहूदीके डरसे चेला फाटक बन्द करके भितर बैठे रहए, येशू आएके बिनके बीचमे ठड़गौ,और बा से कही, तुमके शान्ती !” 20इतो बात कहिके बा उनके अपन हात और कोख फिर दिखाई । प्रभुके देखके चेला बहुत खुशी भए ।21तव येशू फिर बिनसे कही, “तुमके शान्ती होबए ! जैसी पिता मोके पठाई, उसी मए तुमके फिर पठत् हौ |” 22जब येशू ऐसो कहिके बा बिनके उपर शास फुक्कदए और बिनके कहि, “पवित्र आत्मा लेओ । 23जौनकी पाप तुम क्षमा करत हौ, बिनकी क्षमा हुइहए, और जौनक् पाप तुम क्षमा ना करेहौ क्षमा ना पाएहए ।24येशू अओ तव बाह्र जनै मैसे एक जनै, दिदुमस कहन बारो थोमा तव, बिनके संग ना रहए । 25" पिच्छु और चेला बासे कहिँ, "हम प्रभुके देखे” तव बा बिनके बाताए, “जब तक मए बाके हातमे किलको डोब ना दिखेहौ,और किलको डोबमे उगंरी ना डरंगो और , बाके कोखमे मिर हात ना डारेहौ, तब तक मए विश्वास ना करेहौ ।”26"आठ दिन पिछु बाके चेला फिर घर भितर रहएँ । और थोमा फिर बिनके संग रहए । फाटक बन्द रहए, बहे अवस्थामे येशू भितर घुसिगओ, और बीचमे ठड़िगौ,और कहि “तुमके शान्ती !” 27तव पिच्छु बा थोमासे कहि, “तुमर उगंरी हियाँ घसोर, और मिर हात देख । तुमर हात मिर कोखामे डार संका मत कराए, विश्वास कर ।”28थोमा बासे कहि, “ मिर प्रभु और मिर परमेश्वर !” 29येशू बिनसे कहि, “तुम मोके देखके मिर उपर विश्वास करे हौ ? धन्य हए बे जो मोके ना देखि हए, तहु फिर विश्वास करत् हए ।”30येशू और बहुत चिन्ह चेलनके सामने करी रहए, जौन जा किताब ना लिखि हए । 31पर जा लिखोहए, कि तुम येशू परमेश्वरको पुत्र, ख्रीष्ट हए करके विश्वास करौ, और विश्वाससे बाके नाउँमे तुम जीवन पाबओ ।
1तव पिच्छु चेलाके ठिन तिबेरियास समुद्रके ढिंगै येशू फिर अपनके प्रकट करी । बा अपनएके अइसे प्रकट करी: 2सिमोन पत्रुस, दिदुमस कहन बारो थोमा, गगीलको काना नगरको नथानेल, जबदियाक दुई लौड़ा और बाके चेला मैसे और दुई जनै एकसंग रहए । 3सिमोन पत्रुस बिनसे कहि, “मए मछ्री मरन जात् हौ ।” बे उनसे कहि, “हम फिर तुमरसंग अए हए ।” बे जाएके नैयाँमे चाढिगए, पर बा रात बे कुछु ना पाइँ ।4सुबेरे होन लागो रहए, येशू किनारे ठाड़ो रहए । तव चेला बा येशू हए करके ना चिन पाई रहए । 5"येशू बिनसे कहि, “बालका हओ तुमर संग कए मछ्री हए ?”बे बाके जबाफ दै, "नैयाँ ।” " 6बा बिनसे कहि, “जाल नैयाँके दाहिने घेन, फेकओ तव पैहौ ।” तव बे जाल डारीँ, और माछ्रीको ढेरीके मारे बे जाल ना तान पाई ।7"येशूले प्रेम करन बारो चेला पत्रुस कहि, “बोता प्रभु हए ।” “बा प्रभु हए" अइसी सुनके सिमोन पत्रुस अपन बाहिरी कुर्ता करेहओ मे लपेटके, काहेकी बा कुर्ता खोलेरहए, और समुद्रमे कुदपणो । " 8और चेला नैयाँमे वैठके जाल तान्त् रहए । बे किनारेसे दुर ना रहए, पर लगभग सय मिटर जित्तो रहए । 9जब बे किनारेमे उत्रे, तव बे कुइला अंग्रामे मछ्री धरो और रोटी देखी ।10येशू बिनसे कहि, 'तुम भर्खर पक्णे मछ्री मैसे कुछ ल्याबओ ।” 11तव सिमोन पत्रुस नैयाँ मे चढ़के एक सय त्रिपन्न बड़ी-बड़ी मछ्री भरी जाल डीणेमे ल्याइँ, इत्तो रहए ताहु फिर जाल ना फटो ।12"येशू बिनसे कहि, “आऔ और खाऔ”। चेलन मैसे कोइ फिर ""तुम कौन हौ ?” कहिके बाके पुछनके आँट ना करी, काहेकी बे बा प्रभु हए करके जानत् रहए । " 13येशू अओ और रोटी लैके बिनके दै, और उइसी करके मछ्री फिर दै । 14मृतकसे जिन्दा उठ्के येशू चेलाके ठिन प्रकट भव तेस्रो चोटी रहए ।15जब बे खाए डारीँ, तव येशू सिमोन पत्रुससे कहि, “यूहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम इन्से जद्धा प्रेम करत् हौ ?”बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ । बा बासे कहि, “मिर भेडान् के खबओ ” 16बा फिरके दुसरे दओ बिनसे कहि, “युहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ ?” बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ ।” बा बासे कहि, “मिर भेडाके रेकदेख कर ।”17"बा बासे तिस्रो दाउँ कहि, “यूहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ ।” पत्रुस दु:खित हुइगव, काहेकी येशू बासे कहि, "का तुम मोके प्रेम करत् हौ ?” कहिके तिस्रो दाउँ पुछी रहए बा बासे कहि, “प्रभु तुम सब जानत् हौ । मए तुमके प्रेम करत् हौ करके तुमके पत्तए हए ।” येशू बासे कहि, “मिर भेडाके खबओ । " 18नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, जब तुम जवान रहौ अपन लत्ता पैधत रहौ, और जहाँ इछ्या लागत हुवाँए जात रहओ । तव जब तुम बुढे हुइहौ, तव तुम अपन हात पसरेहौ, और दुसरे तुमर लत्ता पैधाए दैहए, और तुम जहाँ जान ना चहात हओ हुवाँ लैजाए हँए ।”1919 पत्रुस कौन मेलकि मृत्युसे बे परमेश्वरको महिमा करेहए, कहीके चिन्ह करन येशू यईसो कहि रहए । इतकए कहिके बा बासे कहि, “मिर पिछु लाग ।”20पत्रुस पिच्छु घुमके देखि येशूके प्रेम करन् बारो चेला औ खानु खात पेती बाके छातीमे अडेस लैके बैठो और बासे, “प्रभु तुमके पक्डान बारो कौन हए ?” कहिके पुछन बारो चेला बाको पिच्छु पिच्छु आत देखि । 21पत्रुस बाके देखी, और येशूसे कहि, “प्रभु, जा आदमी का करैगो ?”22येशू बिनसे कहि, “अगर मए ना आमौ तबतक असरा देखत् रहियौ करके मिर इच्छा हए तव का भव ता ? मिर पिच्छु लागौं ।” 23"जहेमरे, बे चेला ना मरहएँ कहिके जा बात भैयानके बीचमे फैलगो । येशू बे ना मरेहए ना कही रहए, पर "मए ना आमौ तवतक आसरा दिखिओ करके मिर इच्छा हए फिर तुमसे का ?” कहि रहए ।24जा बातकि गवाही देनबारो और जे बातके लिखन बारो जाबहए चेला हए, और हम जानत् हएँ कि बाकी गवाही सच्ची हए । 25येशूके करेभए और फिर गजब काम हएँ । यदि बे सब लिखे हुईते तव, मोके अइसो लग्तो, बे लिखीभइ किताब संसारभर् फिर ना अपएतो ।
1प्याराेथियोफिलस, येशू कहन् और सिखान लागो सब बातमे मेरो सुरुकि किताबमे मए लिखो हौ। 2अपनए छाने भए प्रेरितनके येशू पवित्र आत्मासे आज्ञा दैके पिछु बो स्वर्ग उपर चलो गव कुछ दिनतक सब बात जा किताबमे लिखिहए। 3अपन दु:ख-भोगके पिछु बहुत अग्ठो प्रमाणसे बिनके सामुने बो अपनाएके जिन्दा प्रस्तुत करी। चालिस दिनतक बा बिनके ठिन दिखानो और परमेश्वरको राजके बारेमे बिनके बताई।4बिनके संग खानके बैठो बा बिनके अइसो आढई, “तुम यरुस्लेमसे कहुँ मत जइऔ, पर पिता कहि भइ प्रतिज्ञाको आसरा करीओ जक बारेमे तुम मोसे सुन लै हौ ।” 5काहेकी यूहन्ना त पानी से बप्तिस्मा दै, पर अबकी थोरी दिनमे तुमर पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा होबैगो ।”6जहेमारे जब प्रेरित इक्ठ्ठा भए, तव बे बासे पुछीं, “हे प्रभु, का तुम इस्राएल राज्यके फिर से (पुनस्थापन) बनाए देहौ?” 7बा बिनसे कहि, “पिता अपन अधिकारसे तुको भौ दिन और समय जानन तुमरो काम ना हए । 8पर पवित्र आत्मा तुममे अएहए तव तुम शक्ति पए हौ, और तुम यरुशलेममे, सबए यहुदियामे, सामरियामे और पृथ्बीके अन्तिम छोर तक मिर साँची हुइहौ ।”9।” बा जा बात कहिके पिच्छु, बे देख्तय देखत् बा उपर चलो गव और बादर मे बा बिनकि आँखी के अग्गु से लोप हुइगव । 10जब बे बाके बादरघेन जात एकटक लगाएके देखत रहएँ, तव एकबरि सेतो लत्ता लगाए दुई आदमी बिनके जौने आएके ठाड़ीगए । 11बे कहिँ, “गालीलके आदमीयों, तुम काहे बादर घेन ठाडे देखत् हौ ? जहे येशू जो तुम मैसे स्वर्गमे लै गव हए, अभए जैसे तुम बाके स्वर्गमे जात देखेहौ, उइसी बा फिर आबैगो ।”12तव बे जैतुन कहान बारो पहडसे यरुशलेम मे घुमे । यरुशलेमसे जा पहड लगभग: एक किलोमिटार दुर पडत् हए । 13सहेर भितरघुसके पिच्छु बे उपरके पणमे अपन बैठन बारो कोनोमे चढे । बे पत्रुस, यूहन्ना, याकूब अन्द्रियास, फिलिप और थोमा, बारथोलोमाइ और मत्ती, अल्फयसको लौड़ा याकूब और उग्रपन्थी दलको सिमोन और याकूबको लौड़ा यहूदा रहँए । 14गजब बैयर और येशूकी अइया मरियम और बोके भैयानसंग जे सब एक मन हुइके लगातार प्रार्थना करत् रहँए ।15बे दिनमे भैयनके बीचमे पत्रुस ठाड़ो {जे आदमीको संख्या लगभग: एक सय बीस रहए}, और कहि, 1616"भैयारेओ, धर्मशास्त्रको वचन पुरा होनके रहए, जौन वचन येशूके पकड्न बारोको अगुवा यहूदाके बारेमे अग्गुयएसे दउदके मुहुसे पवित्र आत्मासे मस्की ।बिश्वासि17काहेकी बाको गिन्ती हम्रीए संग भव रहए और जहे सेबामे बा हिस्सा पइ रहए । 18बा आदमीके अधर्मको कमाइसे एक जामिन मोल लै, और मोडके बल गिरो और बाको भोण फट्के, और बाको सबय आँति-भोण निकरगव । 19जहे बात यरुशलेमके सबय बाशिन्दानके पता हुइगव । बा जामिनको नाउँ बे अपने भाषामे आखेल्दामा धरी, औ रगतको खेत।20पत्रुस कहि, काहेकी भजनके किताबमे अइसो लिखोहए, 'बाको बैठनबारो ठाउँ उजाड होबए, और हुवाँ बैठन बारो कोइना होबए, और बाको कामको जिम्मेबार दुसरो लेबए ।'21जहेमारे हमर संगमे रहन बारे आदमी मैसे एक जनी के छानन् जारुरि हए, जौन आदमी प्रभु येशू हमर बीचमे रहिके भितर-बाहिर कर्त सब दिन हमर संग रहए, 22औ अइसो आदमी जो यूहन्नाके बप्तिस्मा से लैके बा हमसे उपर लैजानके दिन तक हमर संग रहए | बा आदमी हम्रे सँग सँगए बाको पुनरुत्थानको साँची होनपडैगो ।” 23बिनमैसे दुई जनै, औ बारसाबास कहान बारो योसेफ, जौनको कुलनाउँ युस्तस रहए, और मतियासको नाउँ प्रस्ताव करी ।24बे अइसे प्रार्थना करीँ, “सब आदमीको ह्रदयको बात जान्न बारो प्रभु, जे दुई मैसे तुम कौनके छँटेहौ सो हमके दिखाए देओ, 25और बा जा सेवा और प्रेरितको काममे घुश पाए, जौन सेवासे यहूदा भड्कके अपन ठाउँमे मरीगव ।” 26तव बे दुईनके बीचमे चिट्टा डरीँ, और मतियासके नाउँमे पाड़ि गौ, और एघार प्रेरित संग बाको गिन्ती भव ।
1जब पेन्तिकोसको दिन आओ, बे सब एक ठाउँमे इक्ठ्ठा हुइके बैठे रहएँ । 2तव स्वर्गसे एकबरि बड़ो आँधीको झोका जैसो एक आवाज आओ, और बे बैठो भव पुरो घर भरिगओ । 3आगीको लपत जैसो बिनके ठिन दिखानोऔर बट-बटके बे सबएन के उपर बैठे । 4तव बे सब पवित्र आत्मासे भरिगए, और जइसे पवित्र आत्मा बिनके बारदन दै बहेकता बे अन्या भाषामे मस्कन लागे ।5स्वर्गके तरे भए सब देशके ईश्वार भग्ता यहूदी बा बेरा यरुशलेममे बैठे रहएँ । 6तव जा आवाज सुनके भीड जमा हुइगै । बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए | कहाकी सब अपन-अपन भाषामे मस्कत सुनी । 7बे सब अचम्मो मानके छक्क पडिगए, और अचम्मो मानके कहान लागे, “का जे सब मस्कन बारे गालीली त ना हएँ?8तव कैसे जे सबय हमर अपनी अपनीभाषामे मस्को हम सुन्तहएँ? 9हम हियाँ पार्थीके मादीके और एलामीके और मेसोपोटामियाके, यहूदियाके, कापाडोकियाके, पोन्टस और एशियाके बासिन्दा हएँ । 10और फ्रिगिया, पामफिलिया, मिश्र और कुरेनीमे पडन बारे लिबियाके और आसपासके क्षेत्रके और रोमसे आए भए यहूदी और यहूदी परम्परा (मत) मानान् बारे दोनए हएँ, 11क्रेटके बासिन्दा और अरबी फिर हएँ, और हमरे अपन-अपन भाषामे परमेश्वारको महान कामको बयान बिनके कर्त सुनरहेहएँ ।”12बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए और दुईधारमे पडके एक दुसरे से अइसो कहान लागे, “जाको अर्थ का हए?” 13तव और माजक करके अइसे कहिँ, “बे नयाँ दारुके नसा मे हएँ ।14तव पत्रुस एघार जनैनके संग ठाडके बडोसोरमे कहि, “यहूदियाके आदमी तुम, और यरुशलेमके बासिन्दा तुमके जा बात पता होबए, और मिर बात सुनओ । 15काहेकी तुमर सोचो भव जैसो जे नसा ना हएँ, काहेकी हबए सुबेरेको नौ बजो हए ।16पर योएल अगमवक्तासे कहो बात जहे हए, 17'आखिरी दिनमे अइसो हुइहए कहिके परमेश्वार कहातहए, मए सब आदमीनके उपर मिर आत्मा अखनाए देहौ, और तुमरे लौडा और तुमरी लौडिया अगमवाणी करेहएँ, और तुमरे जवान दर्शन दिख्हएँ, और तुमरे बुढेपाखे सपना देखंगे ।18हँ, मए अपन दास-दासीनके उपर बे दिनमे मिर आत्मा अखनए देहौ, और बे अगमवाणी करहएँ । 19उपर बादर मे अचम्मोको काम और तरे पृथ्बीमे चिन्ह दिखैहौँ, औ रगत, आगी, और धुवाँको मुक्काला।20परमप्रभुको महान और गौरवमय दिन आनसे अग्गु दिन अन्धयारोमे और जोनी रगतमे बद्ल जएहए । 21और जौन परमप्रभुको नाउँ लेहए, बा उध्दार पएहए ।'22" इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्वार शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई । तुमके पतए हए कि परमेश्वर तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए । " 23जा परमेश्वार पहिलेसे ठहराओ भव जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे । 24बाके परमेश्वार मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी । काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए,25काहेकी दाउद बाके बारेमे काहत हए, 'मए प्रभुके सबदिन मेर आग्गु देखो,काहेकी मए नाडगमगमौँ कहिके बा मिर दहिना हांत घेन हए । 26जहेमारे मिर ह्रदय आनन्दित और मिर जीब खुशी हय । जहेमारे मिर शरीर फिर आशामे जिहए27काहेकी तुम मिर प्रणाके पातालमे नाछोड़ैगो , न त तुम अपन पवित्र जानको शरीर सडन देहौ | 28तुम मोके जीवनकी डागर बताए हौँ, तुम मोके अपन उपस्थितिमे आनन्दसे गद्गद् करैगे |'29' "भैयारेओ , हमर पुर्खा दाउदके बारेमे मए तुमसे नेहत्य कहान चाहतहौ, कि बा मरो, गड़ो और आजको दिन तक उनको सर हैयाहए । " 30जहेमारे एक अगमवक्ता हुइके, बो जान्त रहए कि परमेश्वार कसम खाई रहए कि उनकि सान्तानसे उनको सिंहासनमे एक जनैके परमेश्वार बैठाबैगो । 31अग्गुसे जा देखके बा ख्रीष्टको पुनरुत्थानके बारेमे कहि कि बा न पातालमे छुटो, न त बाको शरीर सडो ।32जहे येशूके परमेश्वार जिन्दा करी । जा बातके हम सब साँछी हएँ । 33जहेमारे परमेश्वारके दहिने हाँतघेन बा बैठो, और पितासे पवित्र आत्माको प्रतिज्ञा पाई, और बा जा अखनए दैहए, जो तुम देखे और सुनेहौ ।34काहेकी दाउद त स्वर्गमे नाचढो पर बे अपनए कहात हएँ, 'परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, तुम मिर दहिने हातघेन बैठ 35जबतक मए तुमरे दुस्मनके तुमर टाँङगको पाउदान ना बनएहौ ।' 36जहेमारे इस्राएलको सबय परिवार जा पक्का करके जानए, कि येशू, जौनके तुम क्रुसमे टाँगे, परमेश्वर बाके प्रभु और ख्रीष्ट बनाई ।”37जा बात सुनके बिनको ह्रदय टुटि गौ, तव पत्रुस और प्रेरितसे बे कहिँ, “ए भैयओ, हम का करएँ?” 38पत्रुस बिनसे कहि, “पश्चताप करओ, और तुम पाप क्षमाके तहीँ येशू ख्रीष्टको नाउँमे तुम सब बप्तिस्मा लेओ, और तुम पवित्र आत्माको बरदान पबैगे । 39काहेकी प्रतिज्ञा तुमरे ताहिँ तुमर सन्तानके ताहिँ और दुर-दुरमे रहे सबके ताहिँ हए, सब जौनके प्रभु हमर परमेश्वर बुलाबैगो ।”40और बहुत बातसे बो बिनके गवाही दै, और अइसे कहिके अर्ती दै, “जा दुष्ट पुस्तासे तुम अपनएके बचाओ ।” 41तव जौन-जौन बाकी बातके ग्रहण करीँ बे बप्तिस्मा लै, और बा दिन लगभग: तीन हजार आदमी संख्यामे बढिगए । 42बे प्रेरितके शिक्षा, संगति, और रोटी तोडन और प्रार्थनामे भक्तिकेसाथ लागेरहात् रहएँ43सबयके ह्रिदयमे डर पैदा भौ, और प्रेरितसे बहुत अचम्मोके काम और चिन्ह भए । 44विश्वास करन् बारे जित्तो सब एकसंग बैठत रहएँ, और बिनको सबय चिज साझा रहए । 45बे अपन सम्पति और मालमत्ता बेचके जौन-जौनके जो-जो चिजको जरुरत पणत् रहए सबके बे बाँट देतरहएँ ।46बे एक मन हुइके मन्दिरमे एकसंग इकट्ठा होत रहएँ, और घर-घरमे रोटी तोड्त रहएँ, और बे खुशी और सुध्द ह्रदयसे मिलजुलके खात रहएँ, 47और परमेश्वरको प्रशंसा करत् और सब आदमीसे साहयता पात बैठत् रहएँ | उध्दार पानबारे प्रभुमे दिनए दिन बिनके संख्यामे बाढए देत रहए ।
1पत्रुस और यूहन्ना दुपहारके तीन बजे प्रार्थनाको समयमे मन्दिरमे जातरहएँ| 2मन्दिर भितर घुस्नबारे संगए भीख माग्न बरो जलमतैसे एक जनै लङ्णा आदमीके बोकके लात रहएँ और रोजदिन मन्दिरमे सुन्दर नाउँको फाटकमे बैठार देत रहएँ । 3पत्रुस और यूहन्नाके मन्दिरमे घुस्त देखके बो भीख मागी।4यूहन्ना संग पत्रुस बाके एकटक लगाएके देखके कहिँ, “हमर घेन देख!” 5बिनसे कुछ पानकी आशा करके बा ध्यान दैके बिनके घेन देखि । 6तव पत्रुस कहि, “सोनोचाँदी मिर ठिन नाहए| पर जो मिर ठिन हए, बहे मए तोके देत हौं| नासरत येशू ख्रीष्टके नाउँमे नेग!”7!” बे बाको दहिना हात पक्ड्के बाके उठाईं । और तुरन्त बाके टाँगमे और गाँठीगुठीमे तागत आइगौ । 8और तुरुन्तय उठके बा ठाड़ि गओ और नेगन लागो, और दौरत औ कुदन लागो और परमेश्वर कि स्तुति करत् बिनके संग मन्दिरमे घुसिगौ ।9तव सब आदमी बाके नेगत और परमेश्वर को प्रशंसा करत् देखीं । 10बे बाके मन्दिरको सुन्दर फाटकमे भीख माग्त बैठन बारो जहे त हए कहिके आचम्मो मानी,औ चकान लागे ।11बा आदमी पत्रुस और यूहन्नाके पिच्छुपिच्छु लगो देखके सब आदमी इत्तो अचम्मो मानके सोलोमन नाउँको डेहेरीमे एकसंग बे उनके ठिन दौरके आए । 12जा देखके पत्रुस आदमीनसे कहि, “इस्राएलके आदमी तुम, जा बातमे काहे अचम्मो मानत् हौ? और हमर अपन शक्ति औ भक्तिसे हम जाके नेगन बारो बनाए जैसो अचम्मो मानके हमके काहे देखतहौ?13अब्रहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्वर, हमर पुर्खनको परमेश्वर अपन सेवक येशूको महिमित करी, जौनके तुम त पकडबाए दए रहौ, और पिलातस बाके छोणनके बिचार करे से फिर तुम बाके बिनके अग्गु स्वीकार न करे । 14पर तुम पवित्र और धर्मी आदमीके अस्वीकार करके एक जनि ज्यानमाराके छोणनके माग करे रहौ,15और जीवनको कर्ताके तुम मारे हौ, जौनके परमेश्वार मरके जिन्दाकरी, हम ज बातके साँची हएँ। 16बाको नाउँके उपर करो विश्वास और बाके नाउँमे तुम देखे और जाने ज आदमीके तगड़ो बनाई । येशू से पाव विश्वाससे ज आदमी तुमरे सबके आग्गु पुरा अच्छो करी ।17मेरे भैइऔ, मोके पता हए, कि तुम अन्जानमे अइसो करेहौ, और तुमरे शासक फिर उइसी करीं । 18बाको ख्रीष्ट दु:ख भोगन पड्हए कहिके परमेश्वर सब अगमवक्ताके मुहुसे कहो अगमबाणी बो अइसे पुरा करी ।19जहेमारे पश्चात्ताप करओ। और घुमओ, ताकी तुमरे पाप मिटएँ, और परमप्रभुक उपस्थितिसे आनन्दको समय आबए, 20और बा तुमके ताहिं अग्गुसे चुन लै ख्रीष्ट औ येशूके पठाबैगो ।21परमेश्वार प्राचीनकालसे अपन पवित्र अगमवक्ताक मुहुसे कहिभई सब चिजको पुनस्थार्पना (फिरसे बनानो) ना होन बेरा तक ख्रीष्ट स्वर्गमे जरुर रहान पडैगो । 22मोसा कहि रहए, 'परमप्रभु परमेश्वार मोके खडा करी जैसे, बा तुमरे ददाभैयाके बीचमे एक जनै अगमवक्ता तुमरे ताहिँ खड़ा करैगो । बा तुमसे जो-जो कहिहए बे सब बात तुमके सुनन पडैगो । 23अइसो हुइहए, कि बा अगमवक्ताके ना सुनन बारे जित्तो सबै प्राणी आदमीनके बीचसे नास हुइहएँ ।24"शमूएलसे लैके बासे पिच्छुके सब अगमवक्ता जित्तो मास्की हएँ, बे सब जेही दिनके घोषणा ( पक्की बात बतानो ) करी हएँ । " 25तुम बेहि अगमवक्ताक और बहे करारके सन्तान हौ, जौन बाचा परमेश्वर तुमरे पुर्खा अब्राहामसे अइसे कहिके बाँधीरहए, 'तुमरे सन्तानमे पृथ्बीके सबै परिवार आशिष पएँहएँ ।' 26तुम सब अपने दुष्टतासे घुमाएके तुमके आशिष देहौं कहिके परमेश्वर अपन सेवकन के ठडबाई और सबसे अग्गु तुमरे ठिन पठाई ।”
1जब पत्रुस और यूहन्ना आदमीनसे मस्कतए रहएँ, पुजारी, मन्दिरके कप्तान और सदुकी बिनके ठिन आए । 2बे दिक्काने रहएँ, काहेकी येशूमे पूनरुत्थान होतहए कहि बात बे आदमीनके सिखात रहएँ और घोषणा ( पक्की बात ) करत् रहएँ । 3तव बे उनके पकड़ीं, और कल तक जेलमे रखाँई, काहेकी बा बेरा संझा हुइगओ रहए । 4पर वचन सुनन बारे मैसे गजबै विश्वास करीं, और विश्वास करन् बारे आदमीनको संख्या लगभग पाँच हजार हुइगओ ।5कल उनके शासक, धर्म-गुरु और शास्त्री ( पण्डित ) यरुशलेममे ईकट्ठा भए रहएँ । 6प्रधान पुजारी हन्नास, कैयाफा, यूहन्ना, अलेक्जेन्डर और प्रधान पुजारीके परिवारके जम्मए हुवाँ रहएँ 7। बे पत्रुस और यूहन्नाके बीचमे ठडबाएके पुछीं, “कौन शक्तिसे औ कौनके नाउँमे तुम जा करेहौ?”8तव पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके पत्रुस बिनसे कहि, “आदमीनके शासक ( मुखीया ) और धर्म-गुरु रेऔ, 9आज हम एक जनी लंगडा आदमीके उपर एक अच्छो काम करनके बारेमे बा कौन उपाएसे अच्छो भव करके पूछत् हौ तव, 10तुम सबके और सब इस्राएलके सबै आदमीनके पता होबए, कि तुम क्रुसमे टाँगो भवके और परमेश्वार मरोसे जिन्दा करी, बहे नासरतको येशू ख्रीष्टके नाउँमे जा आदमी तुमरे ठिन अच्छो हुइके ठाडो हए ।11। "'ज बहे पत्थर हए, जौनके तुम बनान बारे रोके रहौ, बहे हबए कुनैठोको खाश-पत्थर होनके अओ हए 12।"और कोइमे मुक्ति न हए, काहेकी हम मुक्ति पानके ताहीं स्वर्गके तरे आदमीनके बीचमे और कोइ नाउँ न दई हए ।”13जब बे पत्रुस और यूहन्नाको हिम्मत देखीं और जे अनपढ और साधारण आदमी हएँ करके पता पाइँ, तव बे अचम्मो मानी, और बे येशूके संगमे रहत रहएँ करके पता पाइँ । 14तव अच्छो भव आदमी बिनके संग ठाणो भव देखके बे कछु न मसकपाइँ ।15पर बिनके बडी कचेहरी ( महासभा ) से बाहिर जानके आज्ञा दैके बे अइसे करके अपनए अपना मे सल्लहा करीं, 16"जे आदमीनके अब हमका करएँ? काहेकी नेहत्व जिनसे एक अचम्मो काम भौ हए कहिके यरुशलेमके सब बसिन्दानके पता हुइगओ हए, और हम जाके इन्कार नाकर पएँहएँ ।" 17पर जा बात जनतनमे ना फैलए कहिके 'फिर जा नाउँमे कोइ आदमीसे तुम कछु मतकहिओ' कहिके हम इनके चेताउनी देनपडैगो ।” 18"तव उनके बुलाएके ""अबसे येशूके नाउँमे मतमस्कियोऔर कोइ शिक्षा मतदिओ"" कहिके बिनके आज्ञा दै ।"19पर पत्रुस और यूहन्ना बिनके उत्तर दैँ, “परमेश्वारकी बात सुनान से तुमर बात सुनान परमेश्वारकी नजरमे ठीक हए कि ना तुम अपनए बिचार करओ । 20काहेकी हम देखे और सुनी बात हम ना कहिके रहि ना पएँ हएँ ।”21बिनके साजय देनके कोइ उपाय ना हुइके बिनके और जद्धा धमकाएके छोड्दै, काहेकी जो घटना घटो रहए बहेके ताहिँ सब आदमी परमेश्वारको प्रशंसा करत् रहएँ । 22काहेकी जौन आदमी अचम्मोक कामसे अच्छो भौ रहाए, बाकी उमर चालिस वर्षसे जधा रहाए ।23बिनके छुटकरा करके पच्छु,पत्रुश और यूहन्न अपन संगी ठिन आए, और मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु कहिभइ बात सब उनके बतए दैं । 24जब बे जा सुनी, तव बे एकसंग परमेश्वरघेन अपन सोर निकारके कहिँ, “हे प्रभु, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए गजब चिज बनाइँ, 25जौन पवित्र आत्मासे अपन सेवक हमर पुर्खा दाउदके मुहूसे कहि, 'अन्यजाति काहे दिक्काने, और आदमी व्यर्थकी बात काहे कल्पना करीं?26परमप्रभुके बिरुध्दमे और बाको अभिषिक्त जनके बिरुध्दमे पृथ्बीके राजा कहिके खड़ा हुइगए, और शासक एकसंग इक्ठ्ठा भए ।”27काहेकी नेहत्व तुम अभिषेक करे भए के, तुमर पवित्र सेवक येशूके बिरुध्दमे हेरोद और पन्तियस पिलातस दोने जनै अन्यजाति और इस्राएलीनके संग जहे सहेरमे इक्ठ्ठा भए रहएँ । 28बहे करनसे जो तुमर हातसे औ तुमर जुगाड़अनुसार अग्गुयएसे ठहेरओ रहए ।29अब हे प्रभु बिनकि धम्कीके उपर नजर कर, और तुमरे दासनके पुरो हिम्तसे तुमरो वचन बोलन दे, 30और अच्छो करन् के तुमरी अपन हात फैलाएके अपन पवित्र सेवक येशूके नाउँसे चिन्ह और अचम्मोको काम होमएँ ।” 31बे प्रार्थना करके पिच्छु बे इक्ठ्ठा भौ ठाउँमे हलचल भौऔर बे सब जनी पवित्र आत्मासे भरिगए, और बे हिम्तसे परमेश्वारको वचन बोलीँ? ।32विश्वास करन् बारेनके झुँड् सबय एकय ह्रदय और एकय आत्माके रहएँ, और बिन मैसे कोई फिर अपन सम्पति ज मिर हए कहिके ना कहात् रहएँ, पर बिनकि सब चीज सागोलकि रहएँ । 33बे प्रेरित बड़ी शक्तिके संग प्रभु येशूक पुनरुत्थानको गवाही देतरहाएँ, और बिनके सबके उपर बड़ो अनुग्रह रहए ।34बिनमैसे कोइके कछु चीजको कमी ना होत् रहए, काहेकी जित्तो जनी जग्गा जमिनको घरके मालिक रहएँ, बे सब बेचके बाको मोल लातरहएँ, 35और प्रेरितके पाउँमे धरदेतरहएँ, और जौन-जौनके जो-जो चीजको कमि पडत् रहए, सो सबयनके बाँटदेत रहएँ ।36अब साइप्रस देशको लेबी कुलको योसेफ जौनके प्रेरित बारनाबास कहिके नाउँ धरीरहएँ{जोको अर्थ उत्साहको पुत्र हए}, 37बा अपन जमिन बेचीँ और बा रकम लाएके प्रेरितके पाउँमे धरदै ।
1पर हननिया नाउँको एक जनी और बाकि बैयर सफीरा एक कुछ जमिन बेची, 2और बाको मोलसे अपन -बैयरको जानकारीमे कुछ हिस्सा अपनसंग धरी, और कुछ हिस्सा लाएएके प्रेरितनके पाउँमे धरदै ।3। तव पत्रुस कहि, “ए हननिया, पवित्र आत्मासे झुठ मस्कन और जमिन बेचके कुछ हिस्सा अपन संग धरन्बाली बात शैतान कैसे तुमर मनमे भरदै? 4बा बिचो नारहए तवका बा तेरो अपनो ना रहए ? और बा बेचके पिच्छु फिर बा तेरी अधिकारमे ना रहए का? अइसो काम करनके बिचार तिर मनमे कैसे आओ? तुम आदमीनके त नाए, पर तुम परमेश्वारके ठगेहौ ।” 5जा बात सुनके हननिया भुइँमे गिरिगौ और बा प्राण त्यागदै । जा सुनके सबयके उपर गजब भारि डर छईगओ। 6तव बे जावन उठाएके बिनके लत्तासे लपेटके बाके बाहिर लैगए, और गड्दैॱ ।7जा सब हुइगव रहए सो पता ना पाएके लगभग: तीन घण्टा पिच्छु बिनकी बैयर भितर आई । 8पत्रुस बोसे पुछी, “मोके बताओ, तुम जमिन उतकएमे बेचेहौ? तव बा कहि, “हँ, उतकएमे बेचेहएँ ।”9तव पत्रुस बोसे कहि, “तुम प्रभुके आत्माके परीक्षा करनके कैसे मिल्के सल्लाह करलए? देखओ, तिर लोगाके गणन बारे मोखोमे हँए और बे तोके बोकके बाहिर लै जय हएँ ।” 10और तुरन्त बा उनके पाउमे गिरिगै और प्राण त्यागदै । जब जावन भितर आए, बाके मरीदेखके बाहिर बोकके लैगए, और बाहेक लोगा ठिन गड्दै । 11सबय मण्डली उपर और जा बात सुनन बारे सबएनके उपर बहुत भारी डर छै गओ ।12अब प्रेरितनके हातसे बहुत चिन्ह और अचम्मोको काम जनतनके बीचमे होन लागो, और बे सब सोलेमनके डेहेरिमे एकसंग जम्मा भए रहएँ । 13पर और मैसे कोइ फिर बिनकेसंग मिलन आनके हिम्तय ना भै, ताहु फिर आदमी बिनके आदर करत् रहएँ ।14प्रभुमे विश्वास करन बारे लोगा और बैयरन दुनेक भीड गजब जाद्धा बढन लागे ,। 15हियाँ तक्की आदमी सड्क-सड्कमे बेमारनके लाईँ, और पत्रुस आत बिनकी छाहीँ इक्ल्लो कोइ-कोइकि उपर पड्ए कहिके सिथ्री और खटियामे बिनके लिटाए देतरहएँ । 16यरुशलेमके असपिस सहारके फिर गजब आदमी बेमार और भुत आत्मासे सताए भए लैके आत रहएँ और बे सब अच्छे होतरहएँ ।17प्रधान पुजारी और बिनके संग होनबारे सब {जो सदुकी पन्थीके रहएँ} दिक्से भारके प्रेरितनके बिरुध्दमे ठाडिगए, 18और बिनके पकड्के सरकारी जेलमे डार दैं ।19। तव प्रभुको एक दुत रातके जेलको फाटक खोल्दै, और बिनके बाहिर लाएके कहि, 20"जाओ और मन्दिरमे ठाड के आदमीनके जा जीवनको सबय सन्देश आदमीनके सुनाओ ।” " 21जा सुनके बे सुबेरे मन्दिर भितर घुसे और शिक्षा देन लागे । तव प्रधान पुजारी और बिनकेसंग होनबारे आए, और महासभा, औ इस्राएलीनको पुरो सभाके ।”22।” पर अधिकृत बिनके जेलमे नापाएके लउटकेआएके जा खबर दै, 23"हम जेलमे अच्छेसे तरे आय औ मोखोमे बैठनबाले मोखोमे ठाडे देखे, पर फटक खुलत पेति हम भितर कोइके नादेखे ।”24" जब मन्दिरके कप्तान और मुखिया पुजारी जा खबर सुनी तव जा सबको नतिजा का हुइहए कहिके बे प्रेरितनके बारेमे दुईधारमेँ पडिगए । 25तव कोइ एक जनै आएके बिनसे कहि, “देखाओ, तुम जौन आदमीनके जेलमे धरेरहौ बे मन्दिरमे ठाडके आदमीनके शिक्षा देतहएँ ।”26।” तव हाकिमके संगमे कप्तान जाएके बिनके जबरजत्ति ना लाइँ, काहेकी आदमी बिनके पत्थरसे मरेहएँ कहिके बे डरैगए, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी, 27बे उनके लायके महासभाके अग्गु ठडबाइं, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी, 28"हम तुमके जा नाउँमे कोइ शिक्षा मतदिओ कहिके कडा आज्ञा दए रहएँ, पर तुम अपन शिक्षासे सबय यरुशलेम भार सिखए, और बा आदमीको रगतको दोष हमरे उपर लान चहाँत् हौ ।”29" तव पत्रुस और प्रेरित कहिँ, “हम आदमीनको नाए पर परमेश्वारको आज्ञा पालन करनए पड़ैगो । 30हमर पिता-पुर्खाको परमेश्वार येशूके मरोसे जिन्दा करिहए, जौनके तुम कठ्ठामे टाँगके मारेरहौ । 31परमेश्वार इस्राएलके पश्चतापके ताहिँ और बिनको पापको क्षमा देन बाके राजा और मुक्तिदाता बनाएके अपन दहिना हात से उँचो करी । 32जा सब बातके हम साँछि हएँ, और अइसी करके पवित्र आत्मा फिर, जौनके परमेश्वार अपन आज्ञा पालन करन के दै हए ।”33"तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । " 34मिश्रामे भए मिर प्रजाको दुर्दशा मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं | बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं । अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।'35' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । " 36जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई! 37"बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'38" जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए । 39"हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "40" बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।' 41बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ । 42पर परमेश्वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
1बे दिनमे चेलनको संख्या बढत् गौ, तव हिब्रूनके बिरुध्दमे ग्रीक-यहूदी गनगन करीँ, काहेकी दिनको खाना बिनकी विधुवा चाहन बारो भोजन ना पात रहएँ ।2तव बाह्रओ चेलनको झुँणके बुलाएके कहिँ, “परमेश्वरको वचन प्रचार करन् छोडके खबान-पिबानको सेवा करन् हमर ताहिँ ठीक ना हए 3। जहेमारे भैयारेओ, तुम मैसे पवित्र आत्मा और बुध्दिसे भरे और सबको आदर पाए भए सात आदमी छानए जौनके हम जा काममे चुनएँ । 4पर हम त प्रार्थना और वचनको सेवकाईमे पुरो समय देमंगे ।”5।” जा बात झुँडमैके सबयके मन पड़ो और इक्ठ्ठा भए जम्मनके अच्छो लागो, और बे पवित्र आत्मा और विश्वाससे भरिपुर्ण भए स्तिफनस, फिलिप, प्रखरस, निकनोर, तीमोन, पर्मिनास और एन्टिओखियाक यहूदी मत मानन् बारो निकोलाउसके छानी । 6बे जे आदमीनके प्रेरितनके अग्गु लाईँ और प्रेरित प्रार्थना करी और बिनके उपर अपन हात धरीँ ।7। परमेश्रको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ ।8। स्तिफनस अनुग्रह और शक्तिसे भरपुर हुइके आदमीनके बीचमे बडे-बडे अचम्मोके काम और चिन्ह दिखइँ । 9पर कोइ-कोइ त जो स्वतन्त्र-दलके सभाघरके {बिनको नाउँ जहे रहए}, और कुरेनी, अलेक्जेन्ड्रिया, किलिकिया और एशियाक आदमी रहाएँ, बे ठाड्के स्तिफनससे काहासुनी करन् लागे ।10पर स्तिफन जौन बुध्दिसे और पबित्र आत्माकी शक्तिसे मस्कत रहएँ, बे बाको सामना ना कर पाइँ | 11तव बे चूपएसे आदमीनके उक्साएके अइसो कहान लगाइँ, “मोसा और परमेश्वारके बिरुध्दमे जाके खराब बात मस्कत हम सुनेहएँ |”12तव बे जनता, धर्म-गुरु और शास्त्रीके भडकाएके, और बिनके हुलदाङ्गा करी और पकडके महासभामे लाइँ । 13बे अइसे कहिके झुठी साछीके अग्गु लाइँ, “जा आदमी पवित्रस्थान और व्यवस्थाके बिरुध्दमे बात करन् और मस्कन छोडीनैयाँ । 14काहेकी जाके अइसे काहत हम सुने, 'नासरतको येशू जा ठाउँके नाश करैगो, और मोसा हमके दईभई रितिरिबज फिर बदल दिबैय हए ।” 15महासभामे बैठे बे सब बिनके निहारके देखिँ, और बिनको मुहू स्वर्गदुतको मुहू जैसो देखीँ ।
1तव प्रधान पुजारी पुछीँ, “का जे बात ठीक हएँ?” 2बे कहिँ, “ददाभैया और दौवा सुनओ । महिमाको परमेश्वार हमर पिता अब्राहाम बे हारानमे बैठनसे अग्गु मेसोपोटामियामे रहात दर्शन दै रहए, 3और बिनसे कहि रहए, 'तुम अपन देश और अपनो घरकुरियासे निकरके, जौन देश मए तुमके दिखएहौ, हुवाँए जाओ ।4"तव बे कल्दीनके देशसे निकरके हारानमे आएके बैठे, और बिनको दौवको मृत्यु के पिच्छु परमेश्वार बिनके हुवाँसे जा मुलुकमे सरि, जहाँ हबए तुम बैठे हौ । " 5बिनके बा ठाउँमे जायजात त दुराए रहो, पाँव धरनके ठाउँतक न दै । पर बिनको सन्तान न होन से फिर बा जाएजात परमेश्वार बिनको सन्तान-दरसन्तानके निजी सम्पत्तिके रुपमे देनके प्रतिज्ञा करी ।6परमेश्वर अइसे कहि, 'तेरो सन्तान दुसरेक मुलुकमे जाएके बैठन पणैगो, और बे बिनके कमैया बनाएके चार सौ बर्षतक सतामंगे ।' 7परमेश्वर कहि 'बे जौन जातिनके कमैया हुइके बैठंगे बा जातिके इन्साफ मए करंगो | तव पिच्छु बे निकरके आएके जा ठाउँमे मिर आराधना करहँए ।' 8बा बिनसे खतनाको करार बाँधी, और अब्राहाम इसहाकको पिता हुइके आठौ दिनमे इसहाकको खतना करीं, और याकूब बाह्रओ कुलको पिता भव ।9। "कुलपति( अपनी कुल ) योसेफसंग दिक्काएके बिनके मिश्रदेशमे बेच दै । पर परमेश्वर बिनकेसंग रहँए । " 10परमेश्वर बिनके सब कष्टसे छुटाएके मिश्रदेशको राजा फारोके ठिन बिनके कृपा करी और बुध्दि दै, और फारो बिनके मिश्रदेश और उनके सब घरको हाकिम बनाइँ ।11तव पिच्छु सब मिश्रदेश और कनानमे अनिकाल पणके बहुत कष्ट भव, और हमर पुर्खा अन्न न पाइँ । 12पर याकूब मिश्रदेशमे अन्न हए कहिके सुनके हमर पुर्खा पहिलो चोटी हुवाँ पठाई । 13दुस्रो चोटीको भेटमे योसेफ बिनके ददाभैयनके अपन परिचय दै, और योसेफको परिवार फिर फारोके ठिन हजिर भव ।14योसेफ अपन दौवा याकूबके और अपन जम्मए कुटुम्बके, जो पचहत्तर प्राणी रहँए, उनके ठिन बुलाइँ । 15याकूब मिश्रदेशमे गव, और हुवाँए बा मरि गव, और हमर पुर्खा फिर हुनै मर गए । 16तव पिच्छु बिनकी मृत शरीर शकेममे लैगए, और अब्राहाम शकेममे हमोरको लौणनसे मोल लौ सरमे धरीँ ।17। पर जब परमेश्वर अब्राहामसे करो भव करार पुरा होनको समय जौने आओ तव मिश्रदेशमे बे आदमी बढन लागे, और बिनकी संख्या बढिगई। " 18तव मिश्रदेशमे योसेफके न चिन्न बारो दुस्रो राजा हुइगव । 19बा हमर जातिसे बहुत खराब व्यवहार करी, और हमर पुर्खानके, बिनके बच्चनके बाहिर लाएके धरन कर लगात रहए, और अइसी भर्खर जल्मे भए सब बच्चनके मारत रहए ।20"बहे बेरा मोसाको जलम भव । बा परमेश्वरको दृष्टिमे सुन्दर रहए । बा तीन महिना तक अपन दउवाके घरमे पालो । " 21बाके बाहिर फेक्दैं तव फारोकी लौणिया बाके उठाएके लै गै, और अपन लौणा बनाएके पाली ।22। मोशाके मिश्रीनको सब नेम मे शिक्षा दौगौ, और मोशा अपन वचन और काममे शाक्तिशाली भव । 23"जब बा चालिस वर्षको भव, तव अपन इस्राएली ददाभैयनके भेटनके इच्छा बाके ह्रदयमे उठो । " 24अपन जात भैयन मैसे एक जनी उपर अन्याय भव देखके, बा बाके रक्षा करी, और बा अन्याय करन् बारो मिश्रीके मारके अपन भैइयक उपर भव आत्याचारको बदला लै 25। परमेश्वर मिर हातसे उनके उध्दार करीहए और मिर भैयाबन्धु जा सम्झएँ करके बो बिचार करी रहए | तव बे न सम्झीं ।26कल बेही आपसमे लडाइ करत् बेरामे बो आइगव, और बिनके मिलानके कोसिस करके कहि, ए लोगौ , तुम त ददाभैया हौ, तव काहे एक दुसरेके अन्याय करत् हौ?' 27"तव अपन परोसीके उपर अन्याय करके बिनके अइसे करके ढकेल्दैं, 'हमरे उपर हाकिम और न्यायकर्ता होनके तुमके कौन नियुक करो? " 28कल बो मिश्रीके मारे जैसो तुम मोके फिर मारन् चाहत हौ?'29' अइसो जवाफ सुनके मोशा भाजके मिधान देशमे जाएके पर्देशी भव । हुवाँ बिनके दुई लौणा जन्मे । 30"चालिस वर्ष बितके पिच्छु सीनै पर्वतको उजाड-स्थानमे पजरत भिथ्राके ज्वालामे एक स्वर्गदुत बिनके ठिन दिखानो ।31। " जब मोशा जा देखी तव बा जा दर्शन से अचम्मो मानी, और बा देखन जौने पुग्तै परमपर्भु कि ऐसी बाणी भई, 32'मए तुमरो पुर्खाको परमेश्वर हौ-अब्राहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्वर ।' मोशा थरथरान लागो, और बाके घेन देखनतक हिम्मत न पुगी ।33"तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । " 34मिश्रामे भए मिर प्रजाको दुर्दशा मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं । बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।35' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । " 36जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई! 37"बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'38" जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए । 39"हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । " 40बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।'41' बे दिनमे बे एक बछ्रराकी मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ । 42पर परमेश्वर बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?43? तुम मोलोकको तम्बु और रेफन देवताको तारा, और तुम पुजनके ताँही बनाए भए मुर्ति उठाए लैगए । अब मए तुमके बेबिलोनसे बा पार परदेशी बनामङ्गो ।'44' "उजाड-स्थानमे हमर पुर्खाको गवाहीको मण्डप रहए | मोशा देखो नमुना जैसो परमेश्वारको आदेश अनुसार जा बनो रहए । " 45हमर पुर्खा फिर उनको पालो मे अन्यजातिको देश अधिकारमे लातय यहोशुके संगमे बा तम्बु लाईँ । दाउदको पालोतक बो हुवाँए रहो । 46बे परमेश्वारको निगाह पाइँ, और याकुबको परमेश्वारके ताहिँ एक बासस्थान बनानके अनुमति मागी ।47तव बाके ताहिँ भवन त सोलोमन बनाई । 48"पर हातसे बनाओ भवनमे परमेश्वार बास ना करत् हए, जैसी अगमवक्ता कहिँ हँए, " 49'मिर सिंहासन स्वर्ग हए, और पृथ्बी मिर टाँगको पावदान, तुम मिर ताहिँ कैसो भवन बनएहौ? परमप्रभु कहातहए, मिर बिश्रामको ठाउँ कौन हए? 5050 का जा सब चीज मेरे हातसे बनाओ ना हए क?'51' "ए हठी आदमी तुम, कठोर ह्रदयके और बहिरा कान भए, तुम हर समय पवित्र आत्माको बिरोध करत् हौ| तुमरे पुर्खा जैसी करी तुम फिर उइसी करत् हौ । " 52अगमवक्ता मैसे कौनके तुमरे पुर्खा ना सताइँ? बे धर्मि आदमीक आगमन अग्गुसे घोषणा करन् बारेनके सबको हत्या करीँ । बाके तुम विश्वासघात करे, और बाके हत्या करे । बिनके सबके मारे, जौन बे धार्मिक आदमीनक आनबारो समाचार अग्गुसे सुनाइ रहएँ । अब तुम त बाके विश्वासघातक और ज्यानमारा भए हौ । 53स्वर्गदुतसे सुम्पो भव व्यवस्था तुम पाएहौ, पर बाको पालन ना करे ।”54।” जब बे जा बात सुनी तव बे दिक्कए गए और दिक्कएके चुर हुइके किटकिटन लागे । 55पर बा त पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके स्वर्गघेन एकटक लगएके देखी, और परमेश्वारको महिमा और येशूके परमेश्वारको दहिनाघेन ठड़ो देखी । 56बा कहि, “देखाओ, स्वर्ग उघ्रो मए देखोहौ, और आदमीको पुत्रके परमेश्वारको दहिनाघेन ठड़ो मए देखतहौ ।”57।” तव बे जोडसे चिल्लए उठे, और अपन-अपन कान मुदलैँ, और बे एकए संग बिनके उपर झाबटीँ । 58बे बाके सहेरसे बाहिर निकार लैगए, और बिनके उपर पत्थर बर्साइँ| और गवाही बारे अपन कुर्ता शाऊल नाउँ भव एक जनै जवानके टाँग ठिन धरदैँ ।59। जैसी बे स्तिफनसके पत्थर मारत् रहएँ, बा प्रार्थना करी, “हे प्रभु येशू, मिर आत्माके ग्रहण कर ।” 60बा घुटो टेकके जोरसे चिल्लएके कहि, “हे प्रभु, जा पापको दोष यिनके ना लागए ।” यितकय कहिके बा प्राण छोड् दै ।
1बिनके हत्यामे शाऊल फिर सहमत रहए । बहे दिनसे यरुशलेममे भए मण्डलीके बिरुध्दमे बहुत भारी सतावट सुरु भव, और प्रेरित बाहेक बे सब यहूदिया और सामरियाके इलाकाघेन छिदर बिदर हुइगए । 2भक्तजन स्तिफनसके लैजएके गाणी, और बाके ताहिँ बहुत भारि बिलाप करीँ । 3तव शाऊल त घर-घरमे घुसके मण्डलीके सतान लागो रहए| बा लोगा और बैयरके घिसियात् लैजाएके जेलमे डारत् रहए ।4तव बे बिग्दे भए चारओ घेन जाएके वचन प्रचार करीँ । 5फिलिप त सामारियाको एक सहेरमे जाएके बिनके ख्रीष्टको प्रचार करी ।6। फिलिपको कहो भव वचन सुनके और बाको करो भव चिन्ह देखके, भीड एक मनको हुइके बिनकी बातमे ध्यान दै । 7काहेकी बहुत जनैसे अशुध्द आत्मा बणो जोणसे चिल्लएके निकरन लागे, और बहुत जनी पक्षाघातके रोगी और लंगणा फिर अच्छे भए । 8जहेमारे बा सहेरमे बहुत आनन्द भव ।9।पर बा सहिरमे एक सिमोन नवाकआदमी हुवाँ रहए । बा अग्गुसे बा सहेरमे जादु करके सामारियाके आदमीनके अचम्मो करे रहए, और मोए हानि कोइ न है करके कहात रहए । 10बा आदमीके छोटेसे लैके बणे तक सब अइसे करके मानत रहएँ, “जा आदमी परमेश्वारको बा शाक्ति हए, जौनसे महाशक्ति कहात हँए ।” 11बे बाके मान्त रहएँ, काहेकी बहुत दिनसे बा अपनो जादुगरीसे आदमीनके अचम्मो करेपणेरहए ।12पर जब बे परमेश्वारको राज्य और येशू ख्रीष्टको नाउँको सूसमाचार सुनान बारो फिलिपकी बातमे विश्वास करीँ, तव लोगा और बैयर बप्तिस्मा लैं । 13सिमोन अपनए फिर विश्वास करी । बा बप्तिस्मा लै, और बा फिलिपसंग लगो रहो, और चिन्ह और बणे बणे अचम्मोके काम करो देखके बाके अचम्मो लागो ।14। सामरियाके आदमी परमेश्वारको वचन ग्रहण करके सुनके यरुशलेममे रहेभए प्रेरित पत्रुस और यूहन्नानके बिनके ठिन पठाइँ । 15बे हुवाँ आएके बे पवित्र आत्मा पामए करके बिनके ताहिँ प्रार्थना करीँ । 16काहेकी बा समय तक बिन मैसे कोइ उपर फिर बा नाए आओ रहए | बिनको बप्तिस्मा प्रभु येशूको नाउँमे इकल्लो भव रहए । 1717 तव बे अपन हात बिनके उपर धरीँ, और बे पवित्र आत्मा पाइँ ।18अब प्रेरितनको हात धरत पवित्र आत्मा पातहएँ कहिके देखके सिमोन अइसे कहात बिनके रुपैया देन लागो, 19"मोके फिर शाक्ति देओ, और मए फिर जौनके उपर हात धरओं बे पवित्र आत्मा पामएँ ।”20" तव पत्रुस कहि, “तिर रुपैया तेरीसंग नष्ट हुइजाए, काहेकी परमेश्वारको बरदान रुपैयासे मोल ले सकत हयँ कहिके बिचार करत हए । 21जाके बारेमे न त तेरो कोइ हिस्सा हए, काहेकी परमेश्वारके ठिन तेरो ह्रदय ठीक न है । 22जहेकमारे तेरो अपनो जा दुष्टताको ताहिँ पश्चताप कर और प्रभुके प्रार्थना चढा, और शायद तेरो ह्रदयको अइसो बिचार क्षमा हुईजाए । 2323 "काहेकी मए देखत् हौ, तए दुष्टसे भरो हए, और अधर्मको बन्धनमे हए ।''24" तव सिमोन कहि, “तुम मेरे ताहिँ प्रभुसे प्रार्थना करदेओ, और तुमर कही बात कोइ फिर बात मिर ऊपर न लागय ।”25।”पत्रुस और यूहन्ना गवाही दैके और प्रभुको वचन कहिके पिच्छु सामरियाके बहुत गाउँमे सुसमाचार प्रचार करत् बे यरुशलेममे घुमगए ।26। तव पिच्छु प्रभुको एक दुत फिलिपसे कहि, “उठ दक्खिँन यरुशलेमके गाजा घेन जान बारी डगरमे जाओ । हुवाँ उजाण खेरोक् डगर हए ।” 27और फिलिप उठके गव, और एक जनी इथियोपियाली नपुंसकके भेटी, जो इथियोपिया देशकी महारानी कन्दाकी बणी पदधिकारी और समस्त सम्पतिको कोषाध्यक्ष रहए । बे यरुशलेममे आराधाना करन् गय रहएँ । 28बे लौटत रहएँ, और अपन रथमे वैठके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् रहएँ ।29। तव पवित्र आत्मा फिलिपसे कहि, “जाओ और बो रथके संगमे लागओ ।” 30फिलिप बिनके ठिन दौणके गव, और बिनके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् सुनके बिनसे पुछी, “तुम पढिबात बुझत् हौ?” 31तव बे कहिँ, “कोइ नाए बतए हए तव मए कैसे समझ पएँहौ?” और बे फिलिपके रथमे चढानके बिनके संगमे वैठनके अनुरोध करीं ।33। और बिनको पढो भव धर्मशास्त्रको खण्ड जा रहए, “जैसी भेडा कटनके लाईजातहए, और थुमा ऊन कत्रन बारेनके ठीन चुप रहतहए, 32बाको अपमानित अवस्थामे न्याय नएमिलो । बाको पुस्ताको बयान कौन करए? काहेकी बाको जिवन पृथ्बीसे हरण भव ।”34तव बा नपुंसक फिलिपसे कहि, “कृपा करके मोसे कह, अगमवक्ता जा कौनके बारेमे कहिहए, बिनके अपने वारेमे कि और कोइके बारेमे?” 35तव फिलिप अपनो मुहू खोलके धर्मशास्त्रको खण्डसे बिनके येशूको सुसमाचार सुनाई ।36। और बे डगरमे जातपेती कुछ पानी ठिन आएपुगे । बा नपुंसक कहि, “देख हियाँ पानी हए, मोके बप्तिस्मा लेनके कौन रोक पए हए?” 37फिलिप कहि, “अगर सारे ह्रदयसे बिश्वास करेहौ तव तुम बप्तिस्मा लए सक्तहौ ।”बा कही “येशु ख्रिष्ट परमेश्वर को पुत्र है कहिके मय बिस्वास करत हौं। 38“ रथ रोकनके आज्ञा दै, तव फिलिप और नपुंसक दोनए पानीमे उत्रे, और बा बिनके बप्तिस्मा दै,।39पर जब बे पानि से बाहिर आय, तव प्रभुको आत्मा फिलिपके पकणके लैगओ । और बा नपुंसक बिनके फिर न देखी,, और बा खुशी होत अपन डगर लागो । 40पर फिलिप अश्दोदमे दिखानो, और कैसरिया नपुगन तक सब सहेरमे सुसमाचार सुनात गव ।
1पर शाऊल प्रभुक चेलनके बिरुध्दमे फिर धम्की और हत्याको धुनमे प्रधान पुजारीके ठिन गव, 2और बा विश्वास करन् बारे लोग होएँ चाहुँ वैयर, जौन फेला पडए बिनके बाँधके यरुशलेममे लानके पांव कहिके दमस्कसके सभाघरमे पुर्जी मागी ।3। जब शाऊल यात्रा करत दामस्कसके ठिन पुगो, अचानक स्वर्गसे एक ज्योति बिनके आसपास चमको 4। बा भिमे गीरिगौ, और बा अइसो सुनी, “शाऊल, शाऊल, तए मोके काहे सतात हए?”5?” बा कहि, “प्रभु, तुम कौन हौ?” और बा कहि, “मए येशू हौ, जौनके तै सतात है । 6पर उठके सहेरमे जा, और तोके का करन् पणैगो सो तोके बातएहौं ।” 7बिनकेसंगमे जान बारे आदमी सोर त सुनी, पर कोइके ना देखके चकानलगे ।8। तव शाऊल भीमेसे उठो और आँखी खोली बा कोइके कछु फिर न देखि, और बे बिनको हात पकणके डोर्यएके दमस्कसमे लाइँ । 9और तीन दिन तक बा न देखन बारो भव, और न त खानु खाइ न पानी पिई ।10। दमस्कसमे हननिया नाउँको एक चेला रहए । बिनसे प्रभु दर्शनमे कहि, “ए हननिया ।” बा कहि, “प्रभु, हाजिर हौं ।” 11तव प्रभु बिनसे कहि, “उठ, और 'सिधा' नामको गल्लीमे जा, और यहूदाको घरमे शाऊल नाउँ भव टार्सस-निवासीके ढुण, काहेकी बा प्रार्थना कर रहोहए । 12बा दर्शनमे हननिया नाउँको एक आदमी भितर आएके बे देखन बारे होमए करके अपने उपर उनको हात धरो देखी रहए ।13तव हननिया कहि, “प्रभु, जा आदमी यरुशलेममे तुमरे सन्तानके बहुत खराबी करी हए, सो मए बहुत अदमीसे सुनो हौ । 14हियाँ फिर तुमरे नाउँ लेन बारे सबके बाँधनके अधिकार मुखिया पुजाहारी से बा पाई हए ।” 15तव प्रभु बिनसे कहि, “जा, काहेकी अन्यजातिके राजा और इस्राएलके सन्तानके अग्गु मिर नाउँको प्रचार करन् बा छनो भौ मिर एक पात्र हए, 16काहेकी मिर नाउँको खातिर बा कित्तो कष्ट भोगैगो, सो मए बाके दिखाएहौं ।”17।” तव हननिया जाएके बा घर भितर कुचो, और बाके उपर अपन हात धरके कहि, 'भैया शाऊल, जौन प्रभु येशू तुमके आतपेति डगरमे दिखानो रहए, बाके तुम देख पाओ और तुम पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबओ करके मोके पठाई हए, 18तुरन्त बाकि आँखीसे पपरा जैसो कुछ झरो, और बा फिर देखान बारो हुइगए| तव बा उठो और बप्तिस्मा लै, 19और खानु खाएके बा बल पाई । शाऊल गजब दिनतक दमस्कसमे भए चेलनसंग रहए ।20और तुरुन्त बा सभाघरमे येशूको घोषणा अइसे करी, “बा परमेश्वरको पुत्र हए ।” 21तव सुनन बारे जित्तो सब अचम्मो मानके कहिं, “जा नाउँके लेन बारे जित्तो यरुशलेममे सतात रहए और हियाँ फिर बिनके बाँधके मुखिया पुजारीके ठिन लैजान बिचार से आनबारो जहे न हए का ?” 22पर शाऊल और जद्धा शाक्तिशाली होतगव, और येशुय ख्रिष्ट है कहिके परमाण दैके दमस्कसमे रहन बारे यहूदीनके अचम्मो करदै ।23और बहुत दिनके पिच्छु यहूदी बाके मारनके षड्यन्त्र रचीँ । 24पर बिनको षड्यन्त्र शाऊलके पता हुईगव । बे बाके मारन् के ताहिँ रातदिन सहेरको फाटक ठिन लुक्के बैठत रहएँ । 25पर बाको चेला बाके रातमे डल्बामे डारके दिबारसे लटकायके उतारदै ।26बा यरुशलेमसे आएके पिच्छु बा चेलनसे मिलन कोशिश करी| पर बे चेला हँए करके न पत्यायके सब बिनसे डराइगए | 27पर बारनाबास बाके संग लैके प्रेरितके ठिन लैगओ | और शाऊल प्रभुके डगरमे देखी और प्रभु बासे मस्कि और ब दमस्कसमे हिम्मत से येशूको नाउँमे प्रचार करी बात बिनके बताएदै |28शाऊल यरुशलेममे बिनके संगसंग खुल्लम खुल्ला नेगन लागो, और सहास से प्रभुको नाउँमे प्रचार करन् लागो, 29और बा ग्रीक-यहूदीनके संग बाद-बिवाद करत् रहए, पर बे बाके मारन ढुणत रहएँ | 30पर जा बात पता पाएके भैया बाके कैसरियामे लाइँ और हुवाँसे बाके टार्ससमे पठाएदैं |31तव अइसी सारा यहूदिया, गालील और सामरिया भर मण्डलीमे शान्ति भव और मण्डली पक्की भई । प्रभुको भयमे नेगत और पवित्र आत्माको सान्ति पाएके मण्डलीमे बृध्दि होतगव | 32पत्रुस यितए उतए सब ठाउँमे यात्रा करत् लुड्डामे भए सन्तनके ठिन फिर आएपुगो |33बा हुवाँ एनियास नाउँको कोइ एक आदमीके भेटि, जो आठ वर्षसे पक्षाघातको रोगसे सिथरीमे पणो रहए | 34पत्रुस बासे कहि, “ए एनियास, येशू ख्रीष्ट तुमके अच्छो करेहए | उठ, और अपनो बिछ्ना मिला और बा तुरन्त उठिगव | 35लुड्डा और शारोनमे बैठन बारे जित्तो सब जनै बाके देखके प्रभुघेन घुमे |36योप्पा नगरमे तबिता, औ डोरकास {हरिणी} कहान बारी एक चेला रहए| बा अच्छो काम करन और दान देनमे लागिरहत् रहए | 37बे दिनमे बा बिमार भै और बिनको मृत्यु हुइगव, और आदमी हँदबाएके बाके उपरके पाणके एक कोठामे धरीँ |38लुड्डा योप्पाके जौने रहै बाहेमारे चेला पत्रुस हुवाँ हए करके सुनके बिनके ठिन दुई आदमीनके अइसे बिन्ती करन पठाइँ, “हमर ठिन जलदी अइओ |” 39तव पत्रुस उठके बिनकेसंग गव| हुवाँ पुगके पिच्छु बे बाके उपरके पाणमे लैगए| बिधुवा सब बिनके ठिन ठाणके रोनलागीँ, और डोरकास बिनके संग होत बा बनओ भौ कुर्ता और लत्ता देखाइ |40तव पत्रुस बिनके सबके बाहिर निकारके घुटो टेकके प्रार्थना करी, और बा लाश् घेन घुमके कहि, “तबिता, उठ!” और बा आँखी उघारी, और पत्रुसके देखके उठके बैठी | 41बा बाके अपन हातसे पकणके झट्से उठाई, और सन्त और बिधुवानके बुलाएके बिनके जिन्दा दिखाई | 42अब जा बात सबै योप्पा भर पता चलगव, और बहुत प्रभुमे विश्वास करीं | 43और बा बहुत दिनतक एक सिमोन कहन् बारो चर्मकारसंग योप्पामे बैठो
1कैसरियामे कर्नेलियस नाउँको एक आदमी रहए, जो इटालिया कहन बारो पल्टनको एक कप्तान रहए । 2बा ईश्वरभक्त रहए,और बा, बिनको सब परिवार परमेश्वारको भय मान्तरहएँ । बा आदमीनके खुशीकेसाथ दान दैके परमेश्वारसे सबदिन प्रार्थना करत् रहए ।3बा दुपाह्रके तीन बजे घेन दर्शनमे सफा रुपसे परमेश्वारको एक स्वर्गदुत अपने घेन आत अइसो कहात सुनी, “कर्नेलियस !” 4झसक्के बा उनके निहारके देखि और कहि, प्रभु कहौ ।” और बा बिनसे कहि, “तुमरो प्रार्थना और गरीबके दओ दान सम्झनाके रुपमे परमेश्वारको अग्गु पुगो हए । 5अब आदमीनके योप्पामे पठओ, और पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठओ । 6बा चर्मकार सिमोनके ठिन बैठो हए, जौनको घर समुन्द्र किंनरे हए ।7जब बासे मसकन बारो स्वर्गदुत बिदा भव, तव अपन कामैया मैसे दुइ जनैके और लगातर बिनको सेवा-टहल करन बारो एक भक्त सिपैयाके बुलाई, 8और बिनके सब बात बताएके योप्पामे पठाइँ9कल बे अपन यात्रामे सहेरके जौने आएपुगत्, दुपहरको बाह्र बजेघेन पत्रुस त प्रार्थना करन घरको पणमे चढो । 10बा भुखानो, और कुछ खानके मन करी, पर औरदुस्रे खानु तयार करत् बेरा बा ध्यानमे-मग्न हुइगव । 11बा स्वर्ग खुलो और हुवाँसे चारौ कोनेमे बधो तन्ना जैसो पृथ्बीघेन झर्त देखी । 12तव बा तन्नामे पृथ्बीके सब किसिमके चारटाँगके जनावर और घिस्टनबारे प्राणी और आकाशके चिरैचुरुंगी रहएँ ।13तव बा एक आवाज सुनी, “ए पत्रुस उठ, और मारके खा ।” 14तव पत्रुस कहि, “नाए प्रभु, काहेकी मए कबही कछु अपबित्र औ अशुद चीज ना खओ हौँ ।” 15बा आवाज फिर दुस्रो चोटी सुनी, “परमेश्वर जो शुध्द करीहए बाके तुम अपवित्र काहे मन्त हौ । 16तीन चोटीतक अइसो भव, और तुरन्त बा तन्ना स्वर्गघेन लैगओ ।17जब पत्रुस अपनो देखो जा दर्शनको अर्थ क हुइहए कहिके मनएमन दुबिधामे पडोरहए, बहेबेरा कर्नेनियस पठए आदमी सिमोनको घर ढुडत् फाटक अग्गु ठडे, 18और पत्रुस काहन बारो सिमोन हियाँ बैठो हए कि ?” कहिके जोडसे पुछीँ ।19जब पत्रुस दर्शनके बारेमे बिचार करत् रहए तव पवित्र आत्मा बासे कहि, “देख, तीन आदमी तुमके ढुड्त रहएँ । 20उठ, और तरे जा, और नाहिचकिचाएके बिनके संग जा, काहेकी बिनके मए पठओ हौ 21तव पत्रुस उत्रो, और आदमीनके ठिन जाएके कहि, “देखौ, तुम जौनके ढुडत् हौ बा आदमी महि हौ । तुमके हियाँ आनको करन का हए?”22बे कहिँ, “एक जनै कप्तान कर्नेलियस, जो सुधो और परमेश्वरसे डरानबारो और सबय यहूदी जातिसे सम्मान पाओ एक आदमी हए, तुमके बा घरमे बुलाई हए और तुम बाके सन्देश सुनओ कहिके एक पवित्र स्वर्गदुतसे बाके आदेश मिलोहए । 23तव बा बिनके भितर बुलाएके बिनको सत्कार करी | कल पत्रुस उठके बिनकेसंग गव, और योप्पाके कुछ भैया बिनके संगमे रहएँ ।24दुर्सौ दिन बे कैसरिया पुगे । अपने कुटुम्ब और जौनेके नातेदारनके बुलाएके जम्मा करी कर्नेलियस बिनको डगर देख्त रहए ।25जब पत्रुस भितर आओ तव कर्नेलियस बासे भेट करी और बाके पाउमे दण्डवत करीँ । 26तव पत्रुस उनके अइसे कहत उठाई, “उठओ, मए अपनए फिर त आदमी हौ ।”27।” तव बिनके संग बात करत् घर भितर गए, और हुवाँ बहुत आदमी जम्मा भव पाइँ । 28तव पत्रुस बिनसे कहि, “और जातिसे संगत करनो अथवा बिनसे भेटघाट करनो एक यहूदीके ताहिँ कितो सही ना हए कहिके बात तुमके पतए हए, ताहु फिर परमेश्वार मोके कोइ आदमीसे अपवित्र औ अशुध्द मतमनिए कहिके दिखाई हए । 29जहेमारे बुलातए खिन्क कोइ आफत्त नामानके मए तुमर ठिन आओ | तुम मोके काहे बुलए? अब बताओ ।”30तव कर्नेलियस कहि, “चार दिनअग्गु लगभग: जहे समय घरमे मए तीन बजेको प्रार्थना करत् रहौ, तव चिललो कुर्ता पैधे एक आदमी मेरे ठिन ठाडरहो, 31और कहि, 'कर्नेलियस, परमेश्वाके ठिन तुम्रो प्रार्थनाको सुनाइ भव हए, और तुम गरीबनके दओ दानको सम्झना भव हए । 32जहेमारे योप्पामे आदमी पठायके पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठा । बो समुन्द्रके किनरे चर्मकार सिमोनके घरमे बैठो हए ।' 33तव मए तुरन्तए तुमर ठिन आदमी पठओ। और तुम कृपा करके आए । अब प्रभुसे तुमके आज्ञा भए सबए बात सुनन हम सबए परमेश्वारके अग्गु हियाँ उपस्थित हएँ ।”34तव पत्रुस मस्कन लागो, “नेहत्तए मए देखत् हौ, कि परमेश्वर पक्षपात नाए करत् हए, 35पर सब जातिमे जो बासे डरात हए, और अच्छो काम करत् हए, बे बाके ठिन ग्रहणयोग्य होतहएँ ।36परमेश्वार इस्राइलीनके पठाओ भव सन्देश,औ ख्रीष्टसे प्रचार करो शान्तिको सुसमाचार तुमके पता हए । (बहे सबको प्रभु हए ।) 37यूहन्नाको करो प्रचारके पिच्छु, गालीलसे सुरु भव सबए यहुदिया भर प्रचार करो भव वचन जहे हए, 38कि परमेश्वासर नासरतको येशू पवित्र आत्मा और शक्तिसे अभिषेक करी । बा सबके अच्छो काम करतए और भुतप्रेतनसे सताए भयनके अच्छो करत चलो, काहेकी परमेश्वार बाके संग रहए ।39। "और बा यहूदीयनके देशमे और यरुशलेममे करे भए सब बातकी हम साँचि हए । बाके बे कट्ठामे टलगाएके मारी रहएं । " 40बहेके परमेश्वर तिसरे दिनमे जिन्दा करके उठाई, और बाके प्रकट कराई, 41सब आदमीनके नाए, पर हमके परमेश्वास साँचिके रुपमे चुनि और बा मरके जिन्दा हुइके पिच्छु हम बाके संग खानपिन करे ।42बा हमके जनतामे प्रचार करन्, और बा जिन्दा और मरेनको न्यायकर्ता होनके ताहिँ परमेश्वारसे नियुक भव आदमी रहए करके गवाही देनके ताँहि आज्ञा दै हए । 43सबए अगमवक्ता बाकि गवाही दैं हएं, कि बाके उपर विश्वास करन् बारे प्रत्येक बाके नाउँसे पाप-क्षमा पाबैगो ।”44पत्रुस जे बात मसकतए मसकत वचन सुननबारे सबके उपर पवित्र आत्मा आइगव । 45अन्यजातिनके उपर फिर पवित्र आत्माको वरदान अखनो देखके पत्रुसके संगमे आनबारे यहूदी विश्वासी अचम्मो मानीं ।46। काहेकी अन्य भाषामे बोलके बे परमेश्वारको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तव पत्रुस कहि, 47हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?” 48और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं । तव बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ ।
1यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं । 2जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं, 3"खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे? "4" तव पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो: 5"मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्न रहौ, तव एक बणो तन्ना जैसो चार कोनेमे पकणो तरे झरतभव कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ ।" 6मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो ।7। मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।' 8"तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।” " 9"तव बहे अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।' " 10तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।11"बहि बेरा कैसरियासे मेरेठिन पठए भए तिन जनै आदमी हम बैठो आएपुगे । 12बिनके संगमे जान मोसे पबित्र आत्म कहि। जे छय जानै भइया फिर मिर संग लागे रहएँ,और हम बा आदमीको घरमे गए। 13बा हमके बताई, कि एक स्वर्गदुत उनके घरमे ठडके अइसो कहातए बा देखिँ, 'योप्पामे आदमीनके पठओ पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलओ । 14बा तुमके वचन सुनए हए, जौनसे तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमरो पुरो परिवार ।'15' "जब मए मस्कान लागो, तव सुरुमे हमर उपर उत्रो कता पवित्र आत्मा यिनके उपर फिर उत्रीयाओ ।" 16तव प्रभु कहि बा वचन मोके याद भव, 'यूहन्ना त पानीको बप्तिस्मा दै, पर पवित्र आत्मामे तुमरो बप्तिस्मा हुइहए ।'17' प्रभु येशू ख्रीष्ट उपर विश्वास करत् परमेश्वर हमके जो बरदान दै हए, बिनके फिर बहे बरदान दै के पच्छु परमेश्वरके रोक्न बारो मए कौन हौ त?” 18जा बात सुनके पिच्छु बे चुप हुइगए, और अइसो कहात बे परमेश्वर महिमा करीँ, “अब त परमेश्वर अन्यजातिनके फिर जीवनके तहीँ पश्चताप दै हए ।”19स्तिफनसके सम्बन्धमे सुरु भव सतावटके करन ईतए उतए छिदिर विदर भए बारेनके ताहिँ नैयाँ, पर यहूदीनके इकल्लो वचन प्रचार करत्, फोनिके, साइप्रस और अन्टिओखियातक सफर करीँ । 20पर बे मैसे कोइ-कोइ साइप्रस और कुरेनीके आदमी रहएँ । बे एन्टिओखियामे आएके ग्रीकनके फिर प्रभु येशू प्रचार करीँ । 21प्रभुको बाहुली बिनके संग होनके करनसे विश्वास करन् बारेनको बहुत संख्यामे प्रभुघेन घुमिगए ।22। जा सुसमाचार यरुशलेममे भए मण्डलीके कानमे पुगो , और बे बारनाबासके एन्टिओखियामे पठाइँ । 23बे हुवाँ आएके परमेश्वारको अनुग्रह देखके खुशी भए, और बे सबके पुराे ह्रदयसे प्रभुमे विश्वासि बने रहन हौँसला दैं । 24काहेकी बे अच्छाे, पवित्र आत्मा और विश्वाससे भरिपूर्ण भए आदमी रहएँ । आदमीको बाड़ो समुह प्रभूमे आईगव ।25तव शाऊलके ढुड्न बारनाबास टार्ससमे गव । 26जब बाके पाइँ तव बाके एन्टिओखियामे लाई |तव पुरो एक वर्षतक मण्डलीके आदमीके संग बे भेटघाट करतए रहे,और आदमीनको बड़ो समूहके शिक्षा दैं।चेला पहिलो चोटी एन्टिओखियामे ख्रिष्टीयन कहिलाइँ।27तव बा बेरा अगमवक्ता यरुशलेमसे एन्टिओखियामे आए । 28बिन मैसे अगाबस नाउँ भव एक जनै ठडके सारा संसारमे गजब भारी अनिकाल पड्न बारो हए कहिके पवित्र आत्मासे अगमवाणी करी । बा अनिकाल क्लौडियसको शसानकालमे अइसाेओ रहए।29तव चेला सब अपनो-अपनो औकतअनुसार यहूदियामे बैठन बारे भैयनके सहेताके तहीँ भेटी पठानके ताहिँ पक्का सल्लाह करीं । 30बे अइसी करीँ, और बारनाबास और शाऊलके हातसे बिनको भेटी एल्डरके ठिन पठाए दैं ।
1बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए । 2बा यूहन्नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी ।3जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ । जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए । 4हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै ।5अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए । 6हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए । सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ ।7"ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि । स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और "हल्दी उठ" करके बाके जगाई । तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ| " 8स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा।” तव बा उइसी करी । बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग ।”9।” और बा निकरके उनके पिच्छु लागो । स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए। पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ । 10जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ ।11जब पत्रुसको होश खुली तव बा कहि, “अब मोके नेहत्व पता भव, कि प्रभु अपन दूत पठाएके हेरोद राजाके हातसे, और यहूदी जो करन चाहत रहएँ बे सबसे मोके छुटकारा दै । 12जा बात बिनके पता हुइके पिच्छु, बो मर्कूस काहन बारो यूहन्नाकी अइया मरियमके घरमे गओ । हुवाँ बहुत जनै जम्मा हुइके प्रार्थना करत् रहए।13बा फाटक ढकढाकई रोदा नाउँकी नोकर्नी फाटक खोलन आई । 14"पत्रुसको सोर चिनके पिच्छु बा खुशी हुइके फाटक ना खोलके भितर दौरत गई "पत्रुस फाटकमे ठणो हए" करके खबर दै। " 15तओ बे बासे कहिँ, “जा पागल हए ।” पर बक कहि बात नेहत्व हए करके बा जिद्दी करी । त्ओ बे कहिँ, “बा उनको स्वर्गदूत हुइहए ।”16।” पर पत्रुस त ढकढकात् रहो । फाटक खोलके बाके देखके बे अचम्मो मानीं । 17बा "चुप लाग" कहिके हातसे इशरा करी, और प्रभु बाके कैसे जेलसे बाहेर निकारी सो बिनके बताई । जे बातको समाचार याकूब औ और भैयनके देबओ कहिके बा बिदा हुइके दुस्रो ठाउँमे गै भव ।18" उजियारो हुइके पिच्छु पत्रुसके का भव करके सिपैयनके बीचमे बडो हलचल भव। 19हेरोद बाको ढुडके करके फिर नाए पाएके सिपैयनको जाँच करके बिनके ज्यानसजायको हुकुम करी। हेरोद त यहूदियासे कैसरिया जाएके हुवाँए बैठो ।20हेरोद टुरोस और सीदोनके आदमीनसे बहुत दिक्कानो रहए । बे एक दल हुइके बिनके संग आए, और राजाको भितरको कर्मचारी बलस्तससे हातपाओ जोणके मिलापतके ताहिँ बिन्ती करीं। काहेकी बिनको देश अन्नके ताहिँ राजाके देशमे निर्भर रहए । 21तुको भव दिनमे राजकीय कुर्ता पैधके हेरोद अपनो सिंहासनमे बैठो, और बिनके भाषण दै2222 "आदमी जा त ईश्वारको बोली हए, आदमीको ना हय!” कहिके चिल्लान लागे | " 2323 पर परमेश्वारके महिमा ना देनके कारण उत्तिय खिँन प्रभुको एक स्वर्गदूत बाके मारी, और बिजर बिजर कीरा पणके मरीगओ25पर प्रभुको वचन बढतए और फैलतए गओ । 24बारनाबास और शाऊल अपन सेवा पुरा करके यरुशलेमसे लौटे बिनके संग मर्कूस कहान बारो यूहन्ना फिर गओ ।
1एन्टिओखियाको मण्डलीमे अगमवक्ता और शिक्षक औ बारनाबास, काला कहान बारो शिमियोन, कुरेनीको लुकियस, राज्यको शासक हेरोदसँग बढो मनेन और शाऊल रहए । 2बे प्रभुको आराधना करत् और उपवास बैठे समयमे पवित्र आत्मास कही, “मिर ताहिं बारनाबास और शाऊलके बा कामके ताहिं अलग करओ, जौन कामके ताहिं मए बिनके बुलाओ हौं ।” 33 तव उपबास और प्रार्थना करके बे उनके उपर अपन हात धरके उनके बिदा करीं ।4। तओ पवित्र आत्मासे पठाए भएके कारन बे सिलुकियामे गए और हुवाँ से जहाजमे चढके साइप्रस घेन गए । 5सलामिसमे आए पुगके पिच्छु बे यहूदीनको सभाघरमे परमेश्वरको सुसमाचार प्रचार करीं। बिनके सहायत करन् यूहन्ना बिनके सँग रहए6जव बे सबै टापूको मईंजल ( यात्रा ) करत पाफोस तक आएपुगे, तव हुयाँ बे एक जनी यहूदी झुठो अगमवक्ता बार-येशु कहान बारो एक जनी जादुगरके पाइँ । 7बा जादुगर एक राज्यको शासक सर्गीयस पौलससँग बैठत रहए । सर्गीयस पौलस बुध्दिमान आदमी रहए । बा शाऊल और बारनाबासके बुलाएके परमेश्वारको वचन सुनन् इच्छा करी । 8पर एलुमास जादुगर {काहेकी ग्रीक भाषामे बाको नाउँको अर्थ जहे हए} सर्गीयस पौलसके विश्वाससे भडकानके बिनको सामना करी ।9पर शाऊल जौनसे पावल फिर कहात हैं, पवित्र आत्मासे भरके बाके उपर एक नजर लगाएके देखि, 10"तय दियाबलसको लौणा, सबै धार्मिकताको शत्रु, सबै छल और दुष्टतासे भरो ! का तए प्रभुको सुध डगरके टेंढो करन् न छोड़ैगो?11" अब देख प्रभुको हात तिर उपर पणो हए, और तए कुछ देरतक घामुको उजियारो न देख पाएके अन्धरा हुइजए हए ।” और उतनीय खिन कोहरा और अँध्यारो बाके तोपलैं, और कोइ बाको हात पकणके डुरियाय देबए करके इतए उतए जान लागो । 12तव राज्यको बा शासक जा भव देखके विश्वास करी, काहेकी प्रभुको शिक्षामे बा अचम्मो मानि रहए ।13पावल और बिनके सँगी पाफोससे जहाज चढके पामफिलियाको पर्गामा पुगे, और युहन्ना ता बिनसे छुट्के यरुशलेम घुमिगओ । 14पर बे पर्गासे निकरके पिसिदियाको एन्टिओखियामे आए, और शबाथमे* सभाघर भितर जाएके बैठे । 15अब व्यवस्था और अगमवक्ताक किताबको पाठ पढ्के पिच्छु सभाघरके शासक बिनके ठिन अइसे कहिके पठाइँ, “ए भैयओ तुमरे सँग आदमीनके ताहीं ज्ञानको वचन कुछ हए कहे से कहओ ।”16तव ठाणके पावल हातसे इशारा करके कहि, “हे इस्राएलके आदमी और परमेश्वारको डर मनन बारे, सुनाओ, 17इस्राएल जातिको परमेश्वार हमर पिता-पुर्खानके चुनके मिश्रदेशमे रहत बिनके महान बनाई, और बाको शक्तिशाली हातसे बिनके बा देशसे निकारके लाई । 18उजाड-स्थानमे लगभग: चालीस वर्षतक बा बिनके रेखदेख करी ।19। तव बा कनान देशमे सात जातिनके नाश करके बिनको देशको अधिकार करत लगभग: चार सय पचास वर्षतक बिनके दै । 20"जा बात पिच्छु शमूएल अगमवक्ताको पालो तक बा न्यायकर्ता दै ।21" तव पिच्छु बे राजा मागीं, और परमेश्वार बेन्यामीन कुलको कीशको लौंणा शाऊलके चालिस वर्षतक बिनके उपर राज्य करन दै । 22बा बिनके हटाएके पिच्छु दाऊद बिनको राजा होनके खडा करी । उनके बारेमे परमेश्वार गवाही दैके कहि, 'मए यिशैको लौणाके दाऊदके मेरो ह्रदय अनुसारको आदमी पाओ, जौन मिर सबय इच्छा पुरी करैगो ।”23जहे आदमीको आनबारो सन्तानसे बाको प्रतिज्ञा अनुसार, परमेश्वार ईस्राएलके ताहिं एक मुक्तिदाता, येशुके लाई | 24बा आनसे अग्गु यूहन्ना इस्राएलके सबय आदमीनके पश्चतापको बप्तिस्माक् प्रचार करी रहए । 2525 यूहन्ना अपन काम निभ्टात् पेति कहि रहय, ”तुम का समझत हौ, मए कौन हौं? मए बा नैयाँ । पर मोसे पिच्छु एक जनी आबैगो, जौनको टाँगको जुत्तातक फिर खोलन लायकको मए नैयाँ ।'26"ए अब्राहामके वंशके सन्तान, और तुमए मैसे परमेश्वारको डर मानन बारे ए भैयाओ, हमर ठिन जा मुक्तिको सन्देश पठाइ हय । " 27काहेकी यरुशलेमके बासिन्दा और बिनको शासक बाके न चिनके और हरेक शबाथमे पढनबारी अगमवक्ताक वचन न बुझके बाके दण्डको आज्ञा दैके बे वचन पुरा करीं ।28ज्यान सजायको कोइ कारन न पाए से फिर बे बाके मारन पणैगो करके पिलातससे बिन्ती करीं । 29और बाके वारेमे लिखो भव सब बात बे पुरा करके पिच्छु बे बाके कट्ठासे उतारके मरघट मे धरीं30पर परमेश्वार बाके मरो से जिन्दा करी । 31अपनेसँग गालीलसे यरुशलेममे आनबारे ठिन बा बहुत दिनतक दिखाईपडो, और बे हबाए जनतामे बाको साक्षी हैय हएँ ।32। "परमेश्वार पिता-पुर्खासे करो भव बह प्रतिज्ञाको सुसमाचार हम तुमर ठिन लय हएँ । " 33औ कैसे परमेश्वार येशुके जिन्दा करके उठाई बा बात हम बिनके सन्तानके ताहिं पुरो कर दै, जैसी दुस्रो भजनमे लिखो हए, 'तै मिर पुत्र है, आजके दिन मए तोके जन्मओ हौं ।' 34बा ख्रीष्टके कबहू न सणय करके मरके जिन्दा करके बारेमे त अइसे कहि हए, 'मए तुमके दाऊदको दओ भव पवित्र और अटल आशिर्बाद देहौं ।'35काहेकी औरो ठाउँमे फिर अइसो कहि हए, 'तुम अपन पवित्र जानको शरीर सणन न देहौ ।' 36काहेकी उनको अपनो पुस्तामे परमेश्वारको उद्देश्य अनुसार सेवा करके मरके पिच्छु उनको पिता-पुर्खाके सँग दाऊदके गाडीं, और बाकी शरीर सणीगई । 37पर जौनके परमेश्वार मरो से जिन्दा करी बाकि शरीर त न सणी ।38"जहेमारे भैयओ, तुमके पता होबए, कि जहे आदमीसे पाप-क्षमा होत है कहिके तुमरे ताहिं बताव गओ हए । " 39तुम विश्वास करन बारे बहे से सबै बातसे छुटकारा पाए हौ, जौन छुटकारा मोशाको व्यवस्थासे तुमरे ताहीं सम्भव न रहय ।40जहेमारे होशियार रहबओ, नत अगमवक्तानकी किताबमे कही जे बात तुमरे उपर आए पणंगी: 41'ऐ बदनाम करन बारेऔ, देखओ और अचम्मो मनओ, और नाश हुईजाओ, काहेकी तुमरे समयमे मए एक काम करङ्गो, अइसो काम जौनके बारेमे कोइ बयान करदेहए फिर तुम कबहू विश्वास न करेहौ ।”42।” पावल और बारनाबास सभाघरसे निकरके जान लागो तव आनबारो शबाथमे फिर जा बात सुनाए देओ कहिके आदमीन बिन्से बिन्ती करीं । 43बैठक निभट्के बहुत यहूदी और यहूदी मत मनन बारे भक्ता पावल और बारनाबासके पिच्छु लागे, और बे बिनके संग मस्कत बिनके परमेश्वारको अनुग्रहमे रहनके ताहिं बिन्ति करिं।44दुस्रो शबाथमे लगभग सबए सहेर परमेश्वारको वचन सुननके उल्झपडे । 45भीडके देखके, यहूदी दीकसे भरी गए और पावलकि कहि भइ बातके नमानि और बिनको बदनामि करीं ।46पर पावल और बारनाबास साहस करके कहिँ, “परमेश्वारको वचन सबसे पहिले तुमके सुनान जरुरि रहए । तुम जाके इन्कार करके अपनएके अनन्त जीवनको योग्य नठाहिराएके हम अब अन्यजातिनके ठिन जएहंए । 47काहेकी प्रभु हमके अइसो आज्ञा दै हए, पृथ्बीक औरो छोरतक मुक्ति पुगान मए तुमके अन्यजातिनके ताहिँ ज्योति होन जिम्मा दव हंव ।”48जब अन्यजाति जा बात सुनीं, बे खुशी भए, और परमेश्वारको वचनको प्रशंसा करीं, और अनन्त जीवनके ताहिँ जित्तो जिम्मा पाएभए सब विश्वास करी । 49प्रभुको वचन सब इलाका भर फैलगओ ।50पर पावल और बारनाबासके बिरुध्दमे यहूदी भक्ता और जानन बुझन बारी बैयर और सहेरके मुखिया-मुखिया आदमीनके उक्साइँ, और उनके अपन साँधा सिमाना बाहिर कटए दैं । 51पर बे त अपन टाँगको भुवा बिनके बिरुध्दमे झारके, आइकोनियनमे आए । 52चेला आनन्दसे और पवित्र आत्मासे भरपुर हुइगए ।
1अब आइकोनियनमे बे एकए संग यहूदीनको सभाघरमे घुसके अइसे कहिं, कि यहूदी और ग्रीकके बहुत भारी दल विश्वास करी । 2पर विश्वास नाए करन बारे यहूदी त अन्यजातिनके भड्कएके भैयनके बिरुध्दमे बिनकि मन बिगाड्दैं ।3प्रभुको भरोसामे साहससे मसकके बहुत समयतक पावल और बारनाबास हुवाँ रहे । प्रभु बिनके हातसे चिन्ह और अचम्मोके काम करवाएके अपन अनुग्रहको वचनको गवाही दै । 4पर सहेरके आदमीमे फुट हुइगओ, और कोइ यहूदी घेन और कोइ प्रेरित घेन लागे ।5अन्यजाति और यहूदी दोनए बिनके शासक के संग मिलके बिनके सतान और पत्थर मारन कोशिस करीं । 6बे जा बात कि पता पाइ गए, और लुकोनियाक सहेर लुस्त्र, डर्बी और आस पासके जिल्ला होतए भाजके गए, 7और हुवाँ बे सुसमाचार प्रचार करतए रहे ।8अब लुस्त्रा सहेरमे टाँग चलान नासकन बारो एक आदमी बैठो रहए । बो जन्माएको लगंडा रहए, और कबहू नाए नेंगि रहए 9। पावल मस्कत बो सुनत रहए | पावल बोके एक नजरलगएके देखी, और अच्छो होनबारो बाको विश्वास हए करके देखके । 10बड़ो जोडसे चिल्लाएके कहि, "तेरो टाँगके भरमे सिधा ठाण ।” औ बो तुरन्त उठी गओ और नेगन लागो।11जब पावलको करोभव जा काम भीड देखी, तव बे लुकोनियाके भाषामे जोडसे चिल्लाएके अइसे कहिँ, “देवता आदमीके रुपमे हमर ठिन उतरके आए हंए ।” 12बे बारनाबासके जिउस देवता और पावलके हर्मेस देवता कहान लागे, काहेकी जे त मुखिया वक्ता रहए । 13सहेर अग्गु भव जिउसको मन्दिरको पुजारी मूल फाटकमे बर्धा और फुलाको माला लैके हुवाँ आदमिनसे मिलके बलि-पुजा करन इच्छा करी14पर जब प्रेरित, बारनाबास और पावल जा बात सुनीं तव बे अपनो कुर्ता फारके अइसे कहातए चिल्लाएके आदमीनके बीचमे दौड्तए गए और कहिँ, 15" आदमिओं, तुम काहे अइसो काम करत हौँ? हम फिर त तुमहि कता दु:ख-सुख भोगन बारे आदमी हंए, और तुमके जे बेकारकि बातसे जिन्दा परमेश्वर घेन घुमन ताहिं सुसमाचार सुनात हएं, जौन परमेश्वार स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए सब चीज बनाइ हए । 16बा अग्गु बितेभए पुस्तामे सब जातिनके अपनि-अपनि रीतिअनुसार चलन दै ।17तहु फिर बा अपनएके गवाही बिना नाए छोडी, काहेकी बा भलो करके तुमके स्वर्गसे पानीको वर्खा और फलवन्त ॠतु दै हए और तुमरो ह्रदयके भोजन और आनन्दसे सन्तुष्ट करी हए ।” 18जे बात कहिके बे मुस्किलसे बिनके बलि-पुजा चढानसे बे आदमिनके रोकीं ।19पर कोइ-कोइ यहूदी एन्टिओखिया और आइकोनियनसे हुवाँ आए पुगे, और भीडके फुल्साएके पावलके पत्थरसे मारिं, और बो मरगव हुइहए करके सहेरसे बाहिर कढ़ेरत लैगए । 20पर जब चेला बिनके आसपास ठाणके बिनके उठाइँ, और सहेर भितर घुसे, और कल बारनाबास संग निकरके डर्बीमे चलेगए।21बे बा सहेरमे सुसमाचार प्रचार करके बहुत चेला बनाइँ, और बे लुस्त्रा, आइकोनियन और एन्टिओखियामे घुमे, 22चेलनको आत्माके तगड़ो करतए बिनके विश्वासमे बनेरहान ज्ञान दैं, और बहुत कष्ट सहेके हम परमेश्वारको राज्यमे प्रबेश करन पणत हए कहिके बिनसे कहिँ ।23जब बे उनको सब मण्डलीमे एल्डरको जिम्मा दैं, तव प्रार्थना और उपवास सहित बे अपनए विश्वास करके प्रभुको जिम्मामे उनके सौँप दैँ । 24तव पिच्छु बे पिसिदियासे हुइके पामफिलियामे आए । 25पर्गामे वचन प्रचार करके बे अटालियामे उतरे । 26औ हुवाँ से बे समुन्दरको मैजल करके एन्टिओखियामे गए, जहाँ बे पुरा करो भव कामके ताहिं परमेश्वारके अनुग्रहमे बिनके सौंपि रहंए ।27जब बे एन्टिओखिया आएपुगे, तव मण्डलीके इकठ्ठा करीं, और परमेश्वार बिनके संगमे करोभव सब कामको बयान करीं, और कैसे बा अन्यजातिनके ताहिँ विश्वासको फाटक खोलदै सो सुनाइँ। 28बे हुवाँ चेलनसंग बहुत दिनतक बैठे ।
1"अब कोइ आदमी यहूदीसे अन्टिओखीयामे आएके भैयनके अइसो शिक्षा देन लागे, "तुम मोसाके रिति अनुसार खतना नाभव तव तुमर उद्धार नाए हुइ हए ।" 2तव पावल और बरनाबासको बिनके संग बहुत मतभेद और वाद-विवाद हुइके पिच्छु, हुवाँ के भैया पावल और बारनाबास और कित्तो आदमिनके जा प्रश्नाको फैसलाके ताहिँ प्रेरित और एल्डर ठिंन यरुशलेम जान ताहिँ जिम्मा दैं ।3मण्डलीक सदस्य बिनके हुवाँ से बिदा दैँ । बे फोनिके और सामरियासे हुइके जात अन्यजात प्रभुके ग्रहण करि भइ बात उनके अच्छेसे सुनाइ । जा खबर से हुँवाके ददाभैया गजब खुशी भए । 4जब वे यरुशलेम आए पुगे, तव बिनके मण्डली, प्रेरित और एल्डर आदरभाव करीँ । परमेश्वार बिनके सँग करी सब बात खोलके वे बतांई ।5तव फरिसी दलके कित्तो विश्वास करन बारे ठाणके कहिँ, "अन्याजतिनके खतना होन और बिनके मोशाको व्यवस्था पालन करन आज्ञा देन जरुरि हए ।" 6जा बारेमे सोच-विचार करन ताहिँ प्रेरित और एल्डर ईकठ्ठा भए ।7"बहुत कहासुनि चलतपेति पत्रुस ठाणके उनसे कहि " भइया रेओ, तुम के पता हए, सुरुके दिनमे कैसे परमेश्वार मिर मुहसे अन्यजाती सुसमाचार को वचन सुनए और विश्वास करए करके तुमर बिच मैसे मोके चुनि हए । 8हृदयकी बात जाननबारो परमेश्वार बिनके फिर हमर हानी पवित्र आत्मा दैके उनके ग्रहण करी बात दिखाई । 9बा बिनके और हमर विचमे कोइ भेदभाव ना रखाइ पर बिनको हृदय विश्वास से शुद्द बनाइ ।10जहेमारे चेलाको कँधामे जा जुवा धरके काहे परमेश्वारको परिक्षा करत हव? जा जुवा ना ता हमर पितापुर्खा बोकीं और ना हम बोक पाए हए । 11पर हम विश्वास करत हए की प्रभु येशूको अनुग्रहसे हम उध्दार पाए हए जैसी बे फिर पाइँ हए ।”12तव बैठकमे सब चुप बैठे, और अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वर बिनके विच चिन्ह और अच्मेको काम करी रहए बक बयान बारनाबास और पावल करीँ| बे जा बयाना सुनी ।13"बे मसक के पिच्छु याकूब अइसो कहि," भैया रेओ, मिर बात सुनौ, " 14परमेश्वर अपने नाउँके ताहिँ अन्यजातिनसे एक जाति छाँटन कृपा करी बात सिमोन बताई रहए ।15जहे बातसे अगमवक्ताक् वचन फिर मिलत हए, जैसो लिखो हए, 16जे बात पिच्छु मै फिर लौटङ्गो, और दाउदको उजणो घर फिर बनामंगो, बाको रहोबचो मै फिर बनए हौँ, और बाके फिर ठणबामंगो, 17और बाँकि आदमी प्रभुके ढुँणसकए, और सबए अन्याजाति फिर, जौन मिर नाउँ से बुलाए भए हँए, 18जा बात परमप्रभु कहत हए, जौन पुरानो समयसे जे बात बताइ हए, जौन सृष्टिको सुरुवातसे पता रहंए ।'19"जहेमारे मिर फैसला जा हए, की परमेश्वार के घेन लौटनबारे अन्याजातिनके हम दु:ख ना देमए, 20पर बिनके जा बातलिख देमए, की बे मुर्तिपुजाके अशुध्द्तासे अलग रहए, व्यविचारसे अमेठ के मारो भव पशुको बुट्टी और रगतसे अलग रहए । 21काहेकि पुस्तौसे सहरै पिच्छु मोशाको व्यवस्थाके प्रचार होत आओ हए, काहेकि जा सब सभाघरमे और सबए शबाथमे पढत हए ।'22तव प्रेरित, एल्डर और सबए मण्डलीसे मिलके अपन बीचसे कित्तो आदमिनके, चुनके पावल और बारनाबास सँग एन्टिओखियामे पठान अच्छो मानि, और भैयान मैसे मुखिया आदमिनके यहूदा कहान बारो बारसाबास और सिलाशके चुनी 23और उनके संगमे बे जा पत्र पठाई: एन्टिओखिया, सिरिया और किलिकियामे रहन बाले अन्यजाति विश्वासि भैयानके प्रेरित और एल्डर को नमस्कार ।24हम सुने हैँ, की हमर विचके कोइ-कोइ हमर आदेश बिना तुमर मन अस्थिर बनएके तुमके तमान बातसे दुःख दैं हँए । 25जहेमारे हम सबको सर्व सहमति से करो निर्णय अनुसार कित्नो आदमीनके चुनके बिनके हमर प्रिय बारनाबास और पावलके संगमे तुमरे ठिन पठान हमके ठिक लागो । 26जे आदमी अइसे हए, जो हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके ताहि अपन ज्यान अफत मे डारी हंए ।27जहेमारे हम यहूदा और सिलासके पठए हए । बे फिर बहे बात मुहसे बतए हँए । 28काहेकि पवित्र आत्मा और हमके जा ठीक लागो, की जे जरुरि बातसे अलावा और जद्धी बोझ तुमके ना बोकए हए । 29"तुम मुर्तिको बलि चढओ भव चिझ, रगत, घेट अमेठके मारो भव पशुको बुट्टी और व्याविचार से अलग रहिओ| जे बातसे अलग रहाईगे तव अच्छो होबैगो | बिदा ।"30बिदाबारी भव तव बे एन्टिओखियामे आए, और समाजके एक साथ जमा करके बो पत्र दै रहए । 31पत्रमे लिखो भव ज्ञानकी बात पढ़के बे खुशी भए । 32यहूदा और सिलाश अपनए फिर अगमवक्ता रहए बहेमारे भैयानके और जद्धा वचनसे ज्ञान दैके बिनके तगडो करीँ ।33जे थोरी दिन हुवाँ बिताईके पिच्छु, हुवाँके भैया जिनके पठान बारेनके खुशीके साथ बिदा दैके पठाई । 34पर सिलाश के हुवाँ बैठन ठीक लागो । 35पावल और बारनाबास त शिक्षा देतए और प्रभुको वचन प्रचार करत और बहुत आदमीके सँग एन्टिओखियामे बैठे ।36। कुछ दिन पिच्छु पावल बारनाबास से कहि ," आबौ जौन जौन सहरमे प्रभुको वचन हम प्रचार करे रहए बे सहेरमे घुमके जाइके भैयानके भेट करए और बे कैसे हए देखए ।" 37बारनाबास मर्कुस कहान बारे यहुन्नाके उनके संगमे लैजान ईच्छा करी । 38पर पावल मर्कुसके सँगमे लैजान ठीक ना मानी, काहेकी बो पामफिलियासे बिनके सँग छुटके गओ रहए, और बिनके संगमे काममे ना गव रहए ।39उनके बिचमे इतनो बणो मनमुटाव भव, कि बे एक दुसरेसे छुटिगए, और बारनाबास मर्कुसके संगमे लैके साइप्रस घेन गओ । 40पर पावल सिलासके चुनी, और भैयनसे परमेश्वरको अनुग्रहमे सौंपके बिदा भए । 41मण्डलीनके तगडो बनातए बे सरिया और किलिकिया भ्रमण करी ।
1पावल डर्बी और लुस्त्रामे फिर आओ । हुवाँ तिमोथी नाउँ भव एक जनै चेला रहए । वो एक विश्वासि यहूदी बैयरको लौणा रहए, पर बाको दौवा ग्रीक रहए । 2लुस्त्रा और आइकोनियनके भैयामे बाको नाउँ चलो रहए । 3बाके पावल सँग लैजान इच्छा करी । बे ठाउँमे रहनबारे यहूदीयानके कारणसे पावल बाके लैजाएके खतना करी । काहेकि बाको दौवा ग्रीक हए कहिके बिनके सबके पता रहए ।4अब बे सहेरके डगर हुइके जात बिनके यरुशलेमके प्रेरित और एल्डर करो निर्णय बिनके पालन करन कहिके सुनाए दै । 5अइसी मण्डली विश्वासमे मजबुत होत और संख्यामे रोजदिन बढ्तैगए ।6पवित्र आत्मासे एशियामे वचन प्रचार करन मनाही भव बे फ्रिगीया और गलातियाके इलाका हुइके गए । 7माइसियाको सिमानामे आएके पिच्छु बे बिथिनियाघेन जान विचार करी । पर येशूक आत्मा बिनके ना जान दै । 8तव माइसिया हुइके बे त्रोआसमे गए ।9रातके पावल एक दर्शन पाई- माकेडोनियाक एक आदमि ठाणके बासे बिन्ति करत रहए,"माकेडोनिया आबौ, और हमके सहेता करौँ ।" 10जब बा जा दर्शन पाई, तुरन्तै हम माकेडोनिया जान तयार हुइगए । हम जा पक्का करे कि बिनके सुसमाचार प्रचार करन परमेश्वार हमके बुलाई रहए ।11तव हम त्रोआससे जहाजमे चढके सुधे सामोथ्राघेन गए, और कल नियापोलिसमे आएपुगे, 12और हुवाँ से फिलिप्पीमे आएपुगे, जौन माकेडोनियाको प्रमुख सहेर और रोमी उपनिवेश फिर हए| हम बा सहेरमे कुछ दिन बैठे । 13अब शबाथमे सहेरके फाट्कसे बाहिर नदीयक किनारेमे गए, काहेकी हुवाँ प्रार्थना करन ठाउँ हए कहिके हम अनुमान लगए रहए, और हुवाँ हम बैठे और जम्मा भई बैयरसँग बातचीत करन लागे ।14तव थिआटीरा सहेरकी बैठनबारी, सुरमाहो ( बैजनी ) लत्ताकी व्यापार करन लिडिया नाउँकी एक ईश्वार भक्तानिया हमर वचन सुनी। पावल मस्कि बात ध्यानसे सुनै कहिके प्रभु बाकी हृदय खोलदै । 15"जब बक और बक घरके सबैके बप्तिस्मा भव, तव बा हमके बिन्ती करी, " अगर तुम मोके प्रभुकी विश्वास याेग्गे मान्त हौ कहेसे मिर घरमे आएके बैठौ |'' और बा हमके कर लगा16" जब हम प्रार्थना करन ठाउँमे जात रहएँ, तब जादुगर करनबारी आत्मा भै एक कमैया लौणियासे हमरो भेट भव, जो तन्तर मन्तर करके बक मालिकके ताहीं गजब कमाईं करत रहए । 17"बा पावल और हमर पिच्छु-पिच्छु लागी, और अइसो कहात् चिल्लाई, "जे आदमी सर्वोच्च परमेश्वरके सेवक हएँ | जे तुमर ताहिं मुक्तिको डगर बतात हएँ ।" " 18"बा बहुत दिनतक अइसी करत रही | तव पावल खारुवाहाएके फन्न से घुम के बा दुष्टआत्मा से कही, "येशु ख्रीष्टके नाउँमे मए तोके बासे निकरन आज्ञा देत हौं ।" तव बा दुष्टत्मा बहे घणी निकर गव ।19" पर बक मालिक बिनकी कमाइको आशा खतम भव देखके पावल और सिलासके पकणके बाजरके चौराहोमे शासक ठीन तानत लैगए । 20"तव बिनके सहेरके हाकिम ठीन लाएके कहीं, " जे आदमी यहूदी हएँ, जे हमर सहेरमे गोलमाल मचात हएँ । " 21"जे आईसे आईसे रितिरिवाज सिकत हएँ जौन हम रोमीके ग्रहण करन औ पालन करन ठीक न हए।22" तव भीण मिलके बिनके झपटन लगे। सहेरके हाकिम बिनको लत्ता चिरके फेंकदैं, और बिनके छणी लगान हुकम दैं। 23बे बिनके बहुत छणी लगाएके बिनके झेल मे डारदैं, और झेलके हाकिम से जे कैदीनके कररो निगरानीमे धरनके हुकम दैं । 24अइसो हुकम पाएके बे बिनके झेलके भितर भागमे लैजाएके बिनके टाङ्मे कट्ठा ठोंकके धरदै ।25पर आधीरातमे पावल और सिलास प्रार्थना करतै परमेश्वारको भजन गात रहएँ, और कैदी सो सुनत रहएँ। 26तव एकबरी एक बणो हालाचाला गाव, और झेलको जग हालिगए, और तुरन्त सब फाटक खुले, और सबके बन्धन टुटगए।27झेलके हाकिम निंधसे जग गव, और झेलके फाटक खुले देखके कैदी सबय भाजगए सोचके बा अपन हत्या करन विचार से अपन तरवार निकारी । 28"पर पावल जोडसे चिल्लाइके कहि तुम अपने आपके कछु नोक्सनी मत करौ, काहेकि हम सब हिनै हैं ।"29" तव दिया माँगके उनके ठीन कुदत् भितर आओ और डरसे थरथरात पावल और सिलासके अग्गु घुप्टा पणिगौ । 30"बिनके बाहिर लाएके उनसे कहि, "उध्दार पानके ताहिं मोके का करन पणैगो ? " 31"और बे कहिं, "प्रभु येशु खीष्टमे विश्वास करऔ, और तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमर परिवार ।"32" बे उनके और उनके घर मे भए जित्तो सबैके प्रभुको वचन 33सुनाइँ। तव रात के बहे समय बे उनके लैजाएके दुखौनो धोई दै । और बा और बिनको परिवार तुरन्त बप्तिस्मा लैं । 34तव पिच्छु बिनके घरमे लाएके बिनके अग्गु खानु धरिदैं, और परमेश्वरमे विश्वास करलै कहिके उनको पुरो परिवारसँग बे आनन्द भए ।35"जब उजियारो भव तव सहेरके सब हकीम सिपाहिनके जा आदेश दै के पठाईं, " बे आद्मिमिनके छोड देओ ।" 36"तव झेलको हाकिम पावलके जा बात सुनाई, सहरके हाकिम तुमके छोडन को आदेश दै हए । जहेमारे अब निकरके शान्ति से जाओ ।"37। "पर पावल बिनसे कहि, हम रोमी नागरिकके दोषी न ठहराएके बे आदमिनके अग्गु पीटीं और झेंलमे फिर डारीं, और अब हमके चुप्पएसे निकारन सोचत हओ ? जा न हुइहए । बे अपनाए आमै और हमके निकार के लैजामए ।" 38बे सिपाही हाकिमन के जे बात सुनाइँ। बे ता रोम के बासिन्दा हएँ कहिके सुनके बे डराइ गए। 39बे आएके उनसे क्षमा मागीं, और उनके बाहिर लैगए, और सहेर छोडके जानके बिन्ती करीं ।40बे झेलसे बाहिर निकरके लिडियाके घरमे गए, भैयानसे भेटघाट करके और उनके हौसला दैके बिदा भए ।
1पावल और सिलास अम्फिपोलिस और अपोल्लोनियाक डगर हुइके थेसलोनिकेमे आए | हुवाँ यहूदीको एक सभाघर रहए । 2पावल अपन आदत अनुसार बिनके ठिन भितर गओ, और तीन हप्ता सम धर्मशास्त्रसे बिनसे बादबिबाद करतए रहो ।3"ख्रीष्टके नेहत्तए दु:ख भोगन और मरके जिन्दा होन पड्तो, और जहे येशू, जौनको सुसमाचार मए तुमके सुनात हौँ बहे ख्रीष्ट हए कहान बारी बातको अर्थ खोलके बो प्रमाणित करदै । " 4बिनमैसे कित्तो जनै विश्वास करके पावल और सिलाश घेन लागे । बहुत बडि भीड ईश्वर भक्ता ग्रीक और कित्तो मुखनीया बैयर फिर लागि रहंए ।5पर दिक्से भरके यहूदी सहेरके बदमासनके जम्मा करके हुल उठाएके सहेरमे खौलभौल मचान लागे, तव यासोनको घरमे लडाइ करके पावल और सिलाशके जनताके अग्गु लान सोचिँ । 6बिनके फेला ना पारके, बे यासोन और कोइ-कोइ भैयनके सहेरके शासक ठिन अइसे कहात बरबारत घसिटके लाई, “संसारके लौटपौट करन बारे जे आदमी हियाँ फिर आइगए हँए । 7बे यासोनके पहूना भए हएँ, और बे सबए येशू कहान बारो एक जनै दुस्रोवय राजा हए कहिके कैसरके हुकुमके बिरुध्दमे काम करत हएँ ।”8।” जा बात सुनके आदमी और सहेरके शासक घबडाए गए । 9बे यासोन और बिनके संग भए बचे आदमीसे धरौटी लैके बिनके छोडदैं10भैया तुरन्तए पावल और सिलाशके रातए के बिरियामे पठाए दैँ रहंए, और जब बे हुवाँ पुगे तब बे यहुदीनके सभाघर भितर गए । 11हियाँ के यहूदी थेसलोनिके से जद्धा अच्छे रहए । काहेकी बे पुरा उत्सुकतासे वचन ग्रहण करीं, और बे बात ठीक हँए कि ना कहिके रोजदिन धर्मशास्त्रसे छानबीन करत् रहएँ । 12काहेकी जिन मैसे बेढम, संगए गजब जनै उचे घरानाके ग्रीक बैयर और लोग सबए विश्वास करीं ।13पर जब परमेश्वारको वचन पावलसे बेरियामे फिर प्रचार होत हए कहिके थेसलोनिके यहुदी पता पाई, तव बे हुवाँ फिर भीडके उचान और दबान आए पुगे । 14तव भैया तुरन्त पावलके समुन्द्र घेन पठाए दैं | पर सिलाश और तिमोथी त हुवाँए बैठे । 15पावलके पुगन जान बारे बिनके एथेन्सतक लाई । सिलाश और तिमोथी त जित्तो जल्दी बिनके ठिन आन पड्हए करके आज्ञा पाएके बे घुमिगए ।16पावल बिनके एथेन्समे असियात रहएँ, बो सहेरमे मूर्तिए मूर्तिसे भरो देखके बाको आत्मा बाके भितर व्याकुल हुइगव । 17जहेमारे बो यहूदी और ईश्वर भक्त जनै संग बैठकघरमे, और भेट भए सबएसंग सहेरमे रोजदिन बादबिबाद करत् रहए ।18"इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी । बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो(गफाडी) का कहात हए?" और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए ।” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए । "19तव बे बोके अरियोपागसमे लैगए और पुछी, “तुमर दओ भव जा नयाँ शिक्षा का हए, का हम जान पाए हँए? 20काहेकी तुम हमर कानमे अचम्मो बारी बात सुनत हौँ | जहेमारे जा बातको मतलब का हए सो हम जानन चाँहत हँए ।” 21सब एथेन्सबासी और हुवाँ बैठन बारे बिदेशी नयाँ-नयाँ बात कहान और सुनन बाहेक अपनो समय कोइ बातमे ना बितात रहए ।22। पावल अरियोपगसके बीचमे ठाणके कहि, “एथेन्सके आदमी रेओ, तुमके मए सब बातमे बहुत धर्मात्मा देखतहौ, 23"काहेकी घुमफिर करत तुमरे पुजन बारी चीज मए देखो ।मए एक अइसो बेदी फिर पाओ जौनमे "ना जानन बारो देवताके ताहिँ लिखो हए । जहेमारे जौनके तुम ना जानके पुजतहौ उनके मए तुमर बीचमे बतात हंव । "24" "परमेश्वर, जौन संसार और बामे भए सबए चीज बनाइ हए, बा स्वर्ग और पृथ्बीको प्रभु होनके कारणसे हातसे बनाइ भइ मन्दिरमे ना बैठत् हए, " 25बाके कोइ चीजको जरुरत पणो जैसो करके आदमीक हातसे बाको सेवा होन पणैगो करके मतसुचीओ । काहेकी बा सबके जीवन, सास और सब चीज देत हए ।26बा एक जनीसे जम्मए पृथ्बीमे बास करन बारो आदमीनके हरेक जाति बनाई हए । बिनको बैठन बारो समय और सिमाना फिर तोक दैहए, 27बे परमेश्वारके ढुणए, साइत बे टपटोरके पए हँए कि कहिके आसरामे अइसो करी । तहुं फिर हम कोइसे दुर ना हए ।28काहेकी "हम बामे जीत हँए, और बामे चहल पहल करत हँए, और बामे हमरो अस्तित्व हए ।” तुमरे अपने कबि फिर कहिँ हँए, 'हम नेहत्व बाके सन्तान हँए । " 29तव हम परमेश्वारके सन्तान होनके कारणसे परमेश्वार सोनो, चाँदी और पत्थर जैसो हए कहिके हमके ना मानन पणत हए। जे त आदमीनको कला और कल्पनाको प्रतिरुप इकल्लो हँए ।30अइसो अज्ञानताके समयके परमेश्वार ध्यान ना दै, पर अब सबए ठाउँमे सब आदमीके पश्चताप करनके आज्ञा दैहए । 31काहेकी बा एक दिन तोक दैहए, जौन दिन बा अपनए नियुक्त करो भव एक जनै आदमीसे धर्मिकतामे संसारको न्याय करैगो । बाके मरोसे जिन्दा करन बारो बा सब आदमीनके जाको प्रमाण दैहए ।”32।” "जब बे मरोसे जिन्दा होन बारेमे सुनी, तव कोइ-कोइ खिल्लि उडाईँ, पर औरे त "हम फिर जा बारेमे तुमर बात सुनंगे" कहिँ । " 33तव पिच्छु पावल बिनके बीचसे गैभव । 34तव कोइ आदमी बो संग लागे, और विश्वास करीं । बिनमैसे अरियोपागसको डियनुसियस, दामारिस नाउँ भइ एक बैयर और और दुसरे फिर रहएँ ।
1तव पिच्छु बो एथेन्ससे बिदा हुइके कोरिन्थमे गओ । 2बो पोन्टस-बासिन्दा अकिलास नाउँ भव एक जनि यहुदिके भेटि। बो अपनी बैयर प्रिसिक्ला संग इटालियासे आओ रहए, काहेकी राजा क्लौडियस सबए यहूदीनके रोमसे निकर जान आज्ञा दै रहए । पावल उनसे भेटन गओ 3। एकए काम होनसे बे फिर उनके संग बैठे, और काम करीं । काहेकी उनको काम पाल बनान बारो रहए ।4हरेक शबाथमे बे बैठकघरमे बादबिबाद करत रहए, और यहुदि और ग्रीकनके बुझान कोसिस करत् रहए । 5जब सिलाश और तिमोथी माकेडोनियासे आए पुगे, पावल वचनको प्रचारमे व्यस्त रहए, और यहूदीनके येशूवय ख्रीष्ट हए करके बिनके ज्ञान देत रहए । 6पर जब बे बिरोध करके निन्दा करन लागे, तव बे अपनो कपडा झटकिरके उनसे कहिँ, “तुमरो रगत तुमरि मुणम पडए मए निर्दोस हौँ | अब मए अन्यजातिनके ठिन जए हौँ ।”7।” तव बे हुवाँ से परमेश्वरको भक्ति करन बारो तीतस युस्तस नाउँ भव आदमीक घरमे गए | बाको घर बैठकघरके ढिगै रहए । 8सभाघरको शासक क्रिस्पस सबए परिवार प्रभुमे विश्वास करी । और कोरिन्थी मैसे फिर बेढम पावलको वचन सुनके विश्वास करीं, और बप्तिस्मा लैं ।9एक रात दर्शनमे प्रभु पावलसे कहि, “मत डराए, पर मस्कतए जा, और चुप मत लगाए, 10काहेकी मए तिर संग हौँ । और कोइ फिर तोके पकडके कछु हानि ना कर पए हए, काहेकी जा सहेरमे मिर बहुत आदमी हँए ।” 11औ परमेश्वरको वचन सिखातए पावल एक वर्ष छए महिनातक बिनके संग बैठो ।12जब गलियोन अखैयाक शासक भव तव यहूदी एक मत हुइके पावलके पकडिँ, और बिनके अदालतमे लाइँ, 13"और अइसे कहिँ "जा आदमी व्यवस्थाके बिरुध्द परमेश्वरको आराधना करनके आदमीनके सिखात हए ।”14जब पावल बोलन लागो रहए, तव गलियोन बे यहूदीनसे कहि, “यहूदी रेओ, अगर नेह्त्व जा कोइ अन्याय अथबा दुष्ट अपराधको बात हए तव मए तुमरी बात सुनन ठीक हुइतो । 15पर शब्द, नाउँ और तुमर अपनो व्यवस्थाको सवाल भव के कारण तुम अपनए बिचार करओ । मए अइसो बातको न्याय ना करहौँ।”16और बा बिनके अदालतसे भजाए दै। 17तव बे सब सभाघरके शासक सोस्थेनेसके पकणके अदालतके अग्गु मारीं, पर गलियोन बो बातकी कोइ वास्ता ना करी ।18तव पिच्छु पावल बहुत दिनतक हुवाँ बैठो । तव भैयन से बिदा हुइके बा जहाजमे सिरिया गओ । बाके संग प्रिस्किला और अकिलास फिर रहंए । कोइ मनाओ भव करारमे बो किंक्रियामे अपनो बार छुलबाई । 19बे एफिससमे आए पुगे, और पावल बिनके हुवाँ छोडके, और अपना त एक सभाघरमे घुसके यहूदीनसे बात बिबाद करन लागो ।20। तव बे बाके और कुछ दिन बैठनके बिन्ती करीं पर बा बिनके मनाही करी । 21बिनसे बिदा होत बे कहिँ, “परमेश्वरको इच्छा हुइहए मए फिरके तुमरे ठिन घुमके आए हौँ ।” तव बो जहाज चढके एफिसस हुइके गओ ।22जब बे कैसरियामे उतरे तव उपर चढके मण्डलीके भेटघट करीं अभिबादन करके एन्टिओखियामे उतरे । 23बा हुवाँ कुछ दिन बिताएके हुवाँसे निकरके गलातिया और फ्रिगीयाको इलाका हुइके सब चेलनके हौसला देत अलग अलग ठाउँमे गओ ।24। अलेक्जेन्ड्रिया- निवासी अपोल्लोस नाउँको एक जनी यहूदी एफिससमे आओ। बो एक अच्छो वक्ता और धर्मशासत्रमे प्रख्यात(पोक्त) रहए । 25बा प्रभुको मार्गको शिक्षा पाई रहए, और आत्मामे उत्साहित हुइके बा येशूके बारेमे ठीक ठीकसे बोलत और सिखात रहए । और बा यूहन्नाको बप्तिस्मा इकल्लो जानी रहए । 26बा सभाघरमे साहससे मस्कन लागो । पर बिनको बात सुनके प्रिस्किला और अकिलास बाके अपन घरमे लाई और परमेश्वारको डगरको अर्थ और अच्छे से प्रष्टसे सम्झाए दैं ।27बा अखैयामे जानके मन कर्त भैयनके बिनके ठिन जानके हौसला दै और बिनके सुईकार करके हुवाँक चेलनके उत्साह दैके पत्र लिखि । बे हुवाँ पुगे अनुग्रहसे विश्वास करन बारेनके बहुत सहेता करी । 28काहेकी बो धर्मशास्त्रको वचनसे येशूए ख्रीष्ट हए करके बात देखाएके यहूदीनके सबके सामने कतै उत्तर ना आनबारो बनाए दै ।
1अपोल्लोस कोरिन्थिमे रहए तव पावल भितारको इलाकासे एफिससमे आओ । हुवाँ बा एक आद चेलानके पाई । 2"बो उन्से कहि, ''तुम विश्वास करे का तुम पवित्रा आत्मा पाए? बे बासे कहिँ, पवित्रा आत्मा होत हए कहिके बा हम सुने फिर ना हँए । "3"औ बा उनसे कहिं तव तुम सब कैसो बप्तिस्मा लए ? " 4"तव पावल कहि, "यहुन्नासे दओ भव बप्तिस्मा ता पश्चतापको बप्तिस्मा रहए । बा पच्छु आनबरे आदमी और येशूमे विश्वास करिओ कहिके बा आदमिनके बतात रहए ।"5जब बात सुनके बे प्रभु येशूके नाउमे बप्तिस्मा लैं । 6जब पावल उनके ऊपर हाँथ धरी, तव पवित्रा आत्मा उनके उपर आओ, तव बे अन्य भाषामे मास्की और अगमवाणी करीं । 7बे लगभग बाह्र आदमी रहँए ।8पावाल साभाघरमे घुसके तिन महिना तक परमेश्वारको राज्याके बारेमे उनके सँग सहससे बादबिबाद करी और आदमिनके सम्झात रहो । 9पर जब कोइ-कोइ ढिठ हुइके विश्वास नाकारी, और जा समाजके बारेमे हुइके झुणके अग्गु मसकन लगे, तव पावल बिनसे अलग हुइ गओ, और चेलाके संगमे लैजाएके तुरान्नसको स्कुलमे बादबिबाद करन लगे । 10जा काम दुई साल तक चलत रहो, ओर एशियाके सबए बसिन्दा यहूदी और ग्रीक दोनौ प्रभुको वचन सुनी ।11परमेश्वार पावलको हाथसे अचम्मेको अघ्टो काम करी । 12हिँया तक की गस्ती या पिछौडा बाकि शरीरमे छुबाइके बेमार आदमिन ठिंन लैजात रहैँ,और पर उनकि शरीरसे रोग निकर जात रहै और दुष्टात्मा फिर निकर जात रहँए ।13पर एकआद इतै उतै घुमघाम कारन बाले यहूदी झारफुक बाले भुतात्मा लगे भैनके प्रभु येशूको नाउ लेतए अइसो कहि, पावल प्रचार करो भौ येशूके नामसे मै तोके आज्ञा देत हौँ । 14हुँवा एक आदमी स्केवास नाउ भव यहूदी प्रधान पुजहरिको सात लौँडा ऐसो करत रहै ।15"तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, " येशूके मै चीनत हौ, और पावाल्के फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।" 16बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ , और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायाल हुईके भाजगए । 17जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ । और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भव ।18विश्वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई । 19बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो । 20अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ ।21"जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी । बा कहि, "हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो" 22बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो ।23।बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो । 24काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ । 25"तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, ''भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए ।"26तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ । 27तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी ।28जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है ।" कहिके चिल्लान लागे ।" 29सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए ।30पावल आदमिन के भीड मे जान मन् करी, पर चेला बाके जान ना दैं । 31एशियाके तमान मुखिया आदमी पावलके मित रहैँ | बे पावलके रङ्गशाला भितर मत जाओ कहिके बिन्ति करके पठाईं । 32तव बे अलग अलग बात करके चिल्लान लागे । काहेकी बो भीड मे हल्ला होत रहै, और तमान आदमी ता बे काहे जमा भै हँए बो फिर ना जानत रहएँ ।33भीडके कित्तो आदमी अलेक्जेन्डरके अग्गु सारीँ, जौनके यहूदी ठण बाइँ रहए| अलेक्जेन्डर हातसे इशारा करके आदमीनके अग्गु बचानके ताहिँ कछु कहान इच्छा करी। 34पर बे बा ता यहुदी हए कहिके पता पाइके सबए जनि एकए सोरसे लगभग दुई घण्टा तक एफिसिनकी आर्तेमिस महान है कहातए चिल्लाइ ।35नगरको हाकिम आदमिनके शान्त करके कहि, "एफिससके आदमी रेओ, एफिसीको सहेर त महान आर्तेमिसको मन्दिर और बादरसे गिरो भव बाकी मूर्तिको लखबरिया हए कहिके कौनक पता ना हए ? 36तुम जानत हौ जा बातके कोई मनाहिं ना करपाबैगो, तभई मारे तुम चुप रहाव और बिना सोचविचारके काम ना करव । 37काहेकी तुम लाएभए जे आदमी मन्दिर ना लुटी हैँ और हमरी देविक अपमान फिर ना करी हैँ ।38जहे मारे अगर देमेत्रियस और उनके सँग भए कारिगरके कोइके बिरुद्धमे कुछ उजुर है कहेसे अदालत खुली हैँ और न्यायधिस फिर हैँ, बे एक दुसरेके बिरूद्धमे मुद्दा लडै । 39पर जासे अलावा और विषय ऊठान चाहत हव कहेसे जक फैसला लगातार सभामे होबैगो । 40काहेकि आजको जा हुलदंगाकी दोष हमर उपर लगन खतरा है । काहेकी जा बिना कारणको दंगाफसादको कोइ सफाई हम ना दै पए हैँ । 41इतका कहिके बे सभाके समापन करीं ।
1जा खैलाबैला थमके पिच्छु पावल चेलनके बुलान पठाई, और बिनके शिक्षा दै, और बिनके संग बिदा हुइके माकेडोनिया घेन लागो । 2हुवाँ के इलाकामे जाएके बिनके बहुत हौसला दैके पिच्छु बा ग्रीसमे गओ । 3हुवाँ बा तीन महिना बिताइँ। बा सिरिया घेन जहाजसे यात्रा करत पेति यहुदी बाके बिरुध्दमे खराब सोच बनाई हंए करके पावल माकेडोनिया हुइके लौटनके पक्का करी ।4तव बेरियाके-बासिन्दा पुरसको लौडा सोपात्रोस, थेसलोनिके से अरिस्तार्खस और सिकन्दस, डर्बीक गायस, औ तिमोथी और एसियाके तुखिकस और त्रोफिमस बिनके सँग गए । 5बे अग्गु पुगके हमके त्रोआसमे असियात रहएँ । 6तव हम त अखमिरी रोटीक तेवहारके दिनपिच्छु फिलिप्पीसे जहाजमे यात्रा करके पाँच दिनमे त्रोआसमे बिनके ठिन आए, और हुवाँ सात दिन रहे ।7हप्ताको पहिलो दिनमे जब हम रोटी तोड़नके जमा भए रहँए, तव पावल त दुस्रे दिन जानके इच्छा करी रहए, बिनकेसंग आधी राततक बातचित करतए रहो 8हम जमा भए उपरको बैठ्काको कोठामे बहुत दिया रहएँ ।9यूटीकस नाउँ भव एक जनई जवान झ्यालमे बैठो रहए ।पावल बहुत देरतक बात करत जात बा निधाए गओ और निधाएके बा तिस्रो तलासे गिरिगव और बाके मरो अवस्थामे उठाइँ 10तव पावल तरे उतरो, और घुप्टा हुइके बाके गलमैया डारी और कहि, “मत घबणाबओ काहेकी बा जिन्दए हए ।”11तव बे उपर चढे औ रोटी तोडके खाएके सुबेरे उजियारो ना होन तक बहुत देर बातचित करके बैठे। तव पिच्छु बिदा भए । 12औ बे बा जवानके जिन्दा अवस्थामे लैगए और बहुत शान्ति पाइँ ।13हम अग्गुसे नईया तक गए । और नईयामे चढके हम अस्सोसमे गए ।हम पावलके हुँवा जहाजमे बैठान चहाँत रहएँ। पावल अइसी बन्दोबस्त करके बा अस्सोसतक पैदल गओ रहए । 14और जब बे हमके अस्सोसमे भेटिं, हम बिनके जहाजमे चढाए, और मितिलेने मे आए।15तव पच्छु हम हुवाँसे नईँयामे यात्रा करके अउरो दिन खियसके ढिगै आए पुगे, और प्रसओ सामोसमे आए पुगे, 16एशियामे समय बिताएके बिचार नए हुइके बे एसिससमे नए घुसके जानके बिचार करी । काहेकी बे पेन्तिकोसके दिन यरुशलेम मे पुगन बे अणबाणत् रहँए ।17मिलेटस से एफिससमे आदमी पठाएके मण्डलीक एल्डरनके बुलान पठाइँ । 18जब बे बिनके ठिन आए बे बिनसे कहिँ, “एशियामे पौली टेको पहिलो दिनसे मए जम्माए समय तुमरे बीचमे कौन किसिमसे बिताओ सो तुम जानत् हौँ । 19पुरा नम्रतामे आँसु बगात, यहुदीको षड्यन्त्रको परीक्षामे फिर मए प्रभुको सेवा करो । 20तुमके फाइदा होन बारी बात तुमरे ठीन घोषणा करन मए पिच्छु हटो नए । 21यहुदीनके और ग्रीकनके पश्चताप करके परमेश्वार घेन घुमाए और हम प्रभु येशु ख्रीष्ट उपर विश्वास करए करके बातको गवाही मए दओ हौँ ।22"अब देखाओ, मए पवित्र आत्मामे बाधेत्ता हुइके यरुशलेम घेन जात हौँ, हुवाँ मोके-कैसो हुइहए सो मए नए जानत् हौँ ।" 23इतकए इकल्लो जानत् हौँ | कि हरेक सहेरमे कैद और कष्ट मिर उपर आत हए करके पवित्र आत्मा मोके गवाही देत हए । 24तव मए अपनो जीवन कोइमोलको और अपने ताहि प्यारो नए मानो इतकए इकल्लो मए जानत् हौँ, कि परमेश्वरको अनुग्रहको सुसमाचारको गवाही देनके मेरो दौड और प्रभुसे मिलो मेरो सेवाकाइ मए पुरा करन सिकाऔ ।25"अब देखाऔ, मए जानत् हौँ कि तुम मैसे सब, जौन-जौनके मए राज्यको प्रचार करो, तुम मिर मुहू अब कबहू देखेहओ नए । " 26जहेमारे आजको दिन मए तुमके गवाही देतहौ, कि मए कोइ को रगतको दोषी नैयाँ । 27काहेकी परमेश्वार पुरी इच्छा मे बातन मए पिच्छु हटोनए ।28तुम अपन ताहिँ और अपने पुरा बगालके ताहि सावधान रहीओ। पवित्र आत्मा तुमके बगालको जिम्मा बारो बानइ हए करके बो अपन रगतसे किनके परमेश्वारके मण्डलीको रेखदेख तुम कराओ । 29काहेकी मोके पता हए, कि मए जाएके पिच्छु डर लाग्न बारे वनकुत्ता तुमरे बीचमे घुसंगे, जौन बगालके बाँकी नए रखंगे । 3030 तुमरी बीचसे भणकान बारी बात बोल्न बारे उठंगे, जौन चेलनके अपन पिच्छु लैजाए हए ।31जहेमारे जा सम्झके होशियार हुइओ, कि तीन वर्षतक दिनरात आँसु बहात हरेक आदमीनके मए चेतउनी देतरहो । 32"अब मए तुमके परमेश्वरको और बाको अनुग्रहको वचनमे सौप दओ हौँ, जौन तुमके सुद्ढ करेहए और पवित्र करेहए सबएनके बीच उतरधिकार देबैगो ।"33मए कोइ आदमीको सोनो, चाँदी, लत्ताको लोभ 34तुम अपनाए जानत हौँ कि मिर जे हातसे मेरो अपनाए और मिर संग भएनके अवश्याक्ता पुरा करो रहौँ । 35मए सबए बातमे नमुना दओ हौँ, कि तुम फिर अइसी करके मेहेनत करके कमजोरके मद्दत करीओ । प्रभु येशुको वचन याद करीओ, कैसे करके बा अपनाए कहि हए, कि लेनसे देनके और धन्य हए ।”36यितकए कहिके बो घुटो टेकी और बिनके सबके संग प्रार्थना करी । 37बे सब रोइ, और पावलके गलौवा गलबैया डारके चुमी । 38बिनसे फिर कहि, मिर मुहू दिखेहौ नए करके कहि पावल बे भैया जा बातमे बहुत शोक करी । और बे बोके जहाज ठिन पुगादैँ ।
1उनसे बिदा हुइके हम जहाजमे चढके सिधे कोसमे आए, और कल रोडसमे और हुवाँ से पटारामे आए पुगे । 2और फोनिके मे जान एक जहाज पाएके हम बामे चढके गए ।3जब साइप्रस दिखानो, तव हम बाके दिबरा घेन बापार सिरिया घेन लागके टुरोसमे उतरे । काहेकी जहाजके माल समान हुवाँ उतारन पणो रहए 4। चेलनके ढुणके पाएके बिनके संग हम सात दिन हुवाँ बैठे | पावलके यरुशलेममे नाजाबए कहिके बे पवित्र आत्माके द्वारा कही ।5हुवाँ से हमर नेगनको बेरा भव पिच्छु हम बिदा हुइके अपन यात्रामे निकरे । अपन पुरो परिवार और बाल बच्चा समेत बे जम्मए हमके सहेर बाहिर तक पुगन आए, और हम समुन्द्र किनारे घुटो टेक्के प्रार्थना करे, और एक दुसरे से बिदा भए । 6तव हम जहाजमे चढे, और बे अपन घर लौटगए ।7टुरोससे समन्द्र-यात्रा करके हम टोलेमाइसमे आए पुगे ।हुवाँ भैयनसे मिलभेट करके बिनके संग एक दिन बैठे। 8दुसरो दिन हम बिदा हुइके कैसरियामे आए, और प्रचारक फिलिपके घरमे गए । बे सात जनि मैसे एक रहए, और हम बिनके संग बैठे । 9अगमवाणी करन बारी बिनकी चार जनै बिहा नाभई लौणिया रहए ।10हम हुवाँ कुछ दिन बैठत यहूदियासे आगाबस नाउँको एक जनि अगमक्ता आओ । 11बा हमरे ठिन आएके पावलको फेटा लैके अपन हात-टाँग बाँधके कहि, “पवित्र आत्मा अइसे कहत हए, 'जा फेटा जौन आदमीको हए, बाके यरुशलेममे यहूदी अइसी करके बाँधंगे और अन्यजातिनके हातमे सौंपदेहंए’।”12जा बात सुनके हम और बा ठाउँके आदमी मिलके बिनसे यरुशलेममे मत् जाओ करके बिन्ती करे । 13पर पावल जवाफ दै, “तुम अइसे रोएके मिर मनके काहे छोटो(तोडत) बनात हौ? काहेकी प्रभु येशूके नाउँके ताहिँ जेल पणनो इकल्लो ना, पर यरुशलेममे मरन फिर मए तयार हौ । 14"बाके मनाए नाए पाएके "प्रभुको इच्छा पुरा होबए करके हम चुप लागे ।"15बे दिन पिछु हम तयार भए, और यरुशलेम घेन लागे । 16हमर संगमे कैसरियाक कोइ-कोइ चेला फिर गए, और बे हमके साइप्रसको एक जनि पुरानो चेला मनासोन कहान बारोक घरमे ल्याइँ| बिनके संग हमके बैठन पणो रहए ।17और जब हम यरुशलेममे आए गए, तव भैया हमके खुशी से स्वागत करीँ 18। दुसरो दिन पावल हमरसंग याकुबके ठिन गए । हुँवा सबए एल्डर एकठ्ठा 19रहंए।19बिनके मिलभेटके पिच्छु, पावल बाकि सेवकाइसे अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वरके करो भव काम बिनके एकएक करके बयान करि।20जा सुनके पिच्छु बे परमेश्वरको महिमा करीँ| तव बे कहिँ, “देखओ भैया यहूदीके बीचमे विश्वास करन बारे हजारौ हँए, और व्यवस्थाक बातमे बे सब जोसिलो हँए । 21बे तुमर बारेमे फिर कुछ बात सुनिहए। सो का हए कि, अन्यजातिनके बीचमे वैठनबारे यहुदिनके तुम ‘मोशाके छोडदियो और बिनकि बच्चनके खतना मत करियो और रितिरिवाज मत मनियो’ कहिके सिखाइहए।22अब का करएगे? तुम आए हौ कहिके बे नेहत्तय सुनंगे । 23जहेमारे जो हम कहत हँए बहए करौ- भाकल करन बारे चार जनि हमर संग हँए । 24यिनके लैके तुम फिर यिनके संगसंग शुध्द होबओ, और यिनके चाहन बारो खर्च तुम दै देओ, और जे बार कतरँए । अइसे तुम व्यवस्था पालन करत् देखत् तुमर बारेमे सुनके कोइ बात सच नाहए कहिके सबए पता पए हँए ।25पर अन्यजाति जौन विश्वास करीं हँए, बे मुर्तिनके बलि चढावभव चिज, खुन, घेंट अमेठके मारोभव पशूको माशु और व्यभिचारसे अलग रहन पड़त हए कहिकी हमर छलफल करके हम पत्र लिखें हँए । 26तव पावल वे आदमीनके लै गव, और दुसरो दिन बिनके संगएसंग अपनएके फिर शुद्ध करी, और शुध्द भए दिन कब् पुरो हुइहए, औ सबएके ताहिँ देनबारि भेटीको खबर देन बा मन्दिर भित्र घुसो ।27। जब सातौ दिन पूरो होन लागो रहए,तव एशियक यहूदि पावलके मंदिरमे देखके पुरि भिडके उक्साँइ, और बाके पकणीँ । 28"बे अइसे कहातए चिल्लान लागे "इस्त्राएलके आदमीयों, सहयोग करओ! आदमीके जहाँतहाँ हमार जात, हमार व्यवस्था और जा ठाउँको विरूध्द्मे शिक्षा दैके नेगन बालो आदमी जहे हए। इतका इक्लो ना, जा ग्रीकनके फिर मन्दिर भितर लाएके जा पवित्र ठाउँके अशुध्द बनाएदै हए ।" 29काहेकी जासे अग्गु बे एफिससको त्रोफिमस कहान बारो एक आदमीके बाके संग शहेरमे देखिरहँए जहेमारे बहेके पावल मन्दिर भितर लाइ हए कहिके बे सोचीँ ।30तव सबए शहेरमे हलचल भव, और आदमी एकए संग दौरत आए| बे पावलके पक्ड़के मन्दिरसे बाहिर कढ़ेरत लाइं, और तुरनतए फाटक बन्द करीं । 31जब बे बाके मारन कोशिस करनडटे रहएँ, तव सबए यरुसलेममे घप्चल मचो हए कहिके पल्टन के सेनापति ठिन जा खबरआयपुगो ।32बा तुरन्तए सिपाही और कप्ताननके संगमे लैके बिनके ठीन दौरत आओ । बे सेनापती और सिपाहीनके देखिँ और पावलके मारन छोड़धदैई । 33तव बा सेनापति ढींगै आएके पावलके पकड़ी और दुइ साँकरसे बाके बाधनके हुकुम दैं । जा कौन हए और जा का करीहए कहिके बा पुछिं ।34पर बा भीड मैसे कोइ एक बात और कुई दुस्रि बात कहिके किकीआईं और बा हल्लागुल्लासे घटना का हए कहिके सो पता ना पाएके पावालके ब्यारेकमे लैजानके आज्ञा दैं । 35जब पावल खुडखुडीमे आइ पुगो तव भीडके दबाबके मारे सिपैया बाके उठाएके लैगए । 36काहेकी आदमीनको भीड़ बाके खतम करदेओ' कहिके चिल्लत पिच्छु पिच्छु लागे रहँए ।37ब्यारेक भितर पुगन पेति पावल सेनापति से कही, “हजुर, अनुमति देहौ , तव मए कुछ कहान चाहँत हौ ।” बा कहिँ, का तोके ग्रीक भाषा आत हए? 38का तए बहे मिश्री नैयाँ , जौन भर्खर बिद्रोहा मच्चाएके चार हजार बिद्रोहीनके जंगलमे लैगओ रहए?”39?” पर पावल जवाफ दै, “मए त किलिकियाको सहेर टार्ससको एक यहूदी आदमी हौ, छोटेमोटे सहेरको नागरिक नैयाँ | बिन्ती हए, जे आदमीनसे कुछ कहान मोके मन्जूरी देओ ।” 4040 जब बा मन्जूरी दैँ, तव खुण खुणीमे ठाड़के पावल आदमीनके हातसे इशारा करी । आदमी बिलकुल शान्त भए तव पिच्छु, बिनके बा हिब्रू भाषामेअइसे कही-
1"भैयाऔ और दौवा, तुमर सामने मए अपन पक्षमे कहान बारी बात अब सुनओ ।” 2" बाके हिब्रू भाषा मे मस्कत सुनके बे और चुप हुइगए ।3बा कहि, “मए किलिकियाको सहेर टार्ससमे जन्मो भव एक यहूदी हौ । पर जा सहेरमे गमलिएलको चरणमे बढो भव हौं । हमर पुर्खाको बिधिअनुसार मए ठीक-ठीक ज्ञान पाओ हौं । आज तुम परमेश्वर घेन जित्तो उत्साहित हौ, मए फिर उतिय उत्साहित रहौं 4। मए जा डगरके आदमीनके मरन तक सताओ, और लोग और बैयर दोनएके बाँधके जेलमे डारदओ । 5प्रधान पुजारी और जम्मए महासभा फिर मिर पक्षमे गवाही देतहएँ । उनके तरफसे भैयनके नाउँसे पुर्जी पाएके मए बा हुवाँके विश्वासीनके बाँधके यरुसेलममे लाएके सजाए दिबानके ताहिं दमस्कसमे गओ रहौं ।6"मिर यात्रासे दमस्कस ठिन आएपुगो लगभग: दुपाहर भव रहए, अचानक स्वर्गसे एक वाणी और ज्योति मिर आसपास चम्की, 7" और मए जमिनमे गिरगओ, तव मोसे अइसो कहात एक आवाज सुनो, “ए शाऊल, ए शाऊल, तए मोके काहे सतात् हए?” 8और मए पुँछो, 'हे प्रभु तुम कौनहौ?' और बा मोसे कहि, मए नासरतको येशू हौं, जौनक तए सतात हए ।”9तव मिर सँग जित्तो जनी रहँए, बे ज्योति त देखि , पर बे बात न सुनी । 10मए कहो, 'हे प्रभु, अब मए का कराऔं?' तव प्रभु मोसे कहि, 'उठ, दमस्कसमे जा, और तोके तुको भव काम बताए हौं ।' 11बा ज्योतिको तेज से मए कुछ न देखो, तव मिर संग होनबारे हातसे पकणके डुरियाएके मोके दमस्कसमे लियाइँ ।12"हननिया कहानबारो एक जनी व्यवस्था अनुसार चलनबारो भक्ता आदमी जौन हुआँ वैठन बारे सब यहूदीनसे आदर पाओ रहए,। " 13बा मिर जौणे आऔ, और मिर ठिन ठाणके मोसे कहि, भैया शाऊल देखन बारो हुईजा ।' और मए बहे समय देखन लागो, और बाके देखो ।14तव बा कहि, हमर पिता-पुर्खाक परमेश्वर बाको इच्छा तुमए जानन, और बे धार्मिक लोगके देखन, और बाको मुहुसे बोलि सुनन् के ताहिं तुमके नियुक्त करी हए । 15काहेकी सबए आदमीके अग्गु बा तुमरे ताहिं जो देखे और जो सुने बाके ताहीं तुम गबाही होबैगो । 16तए अब काहे आसिआत हए? उठ और बप्तिस्मा ले, और बाको नाउँको पुकारके अपन पाप धोएले ।'17''यरुशलेम से लौटके आएके पिच्छु मन्दिरमे प्रार्थना करत् पेति मए ध्यान-मगन भव ।" 18बा मोसे अइसे कहतए देखो, जल्दी करके यरुशलेमसे निकरके जा, काहेकी मिर बारेमे तुमके दौ भव बात कि गवाही बे ग्रहण न करेहँए ।”19"मए कहो 'हे प्रभु, मए हरेक सभाघरमे जाएके तुमरे उपर विश्वास करन बारेनके जेलमे डारो हौं और मारपिट करो हौं करके सबके पतए हए ।" 20तुमर साक्षी स्तिफनसको रगतरोहण होत मए अपनए फिर जौणे बैठो हत्यामे सहामत हुइके, बाके मारन बारेनके लत्ता अगोर के मए बैठो रहौं । 21तव प्रभु मोसे कहि, 'जाओ, काहेकी मए तुमके अन्यजाति के ठिन दुर-दुर तक पठामंगो ।”22।” बे पावल कि बात हियाँ तक सुनी, और अइसे कहात बे जोणसे चिल्लान लागे, “अइसो आदमी पृथ्बीसे हटिजाए । काहेकी बा बचन योग्यको न हए ।” 23बे अपन कुर्ता फारीं और धुधर उणाएके चिल्लान लागे । 24सेनापति हुकुम करी, बा ब्यारेक भितर लावजाए, और कोर्रा लागएके जाँच करओ, काहेकी बाके बिरुध्दमे बे अइसे काहे चिल्लाए रहेहँए ।”25और जब बे पावलके चमडाको रस्सीसे बाँधीं, तव पावल ठिन ठाडो भव कप्तानसे पुछीं, “का रोमी नागरिक और दोषी न ठहिरो आदमीके कोर्रा लगान ठीक हए?” 26कप्तान जा सुनके पिच्छु सेनापतिके ठिन आएके अइसे कहि, “तुम का करन डटेहौ? काहेकी जा आदमी ता रोमी नागरिक हए ।”27तव सेनापति आएके पावलसे पुछी, “मोसे कहा, का तए रोमी नागरिक हए?” बा कहि, हाँ ।” 28सेनापति जबाफ दै, “मए ता जा नागरिक हक बहुत रुपैया तिरके किनो हौं ।” पावल कहि, “पर मए त जन्मएसे रोमी हौं ।” 29पर बाके जाँच करन तयार भए, और सबए तुरन्त हटिगए, और पावल एक रोमी नागरिक हए करके पता भव तओ सेनापति फिर डराए गव, काहेकी बा बाके बाँधी रहए ।30पर दुसरे दिन यहूदी पावलके कौन खास कारणसे दोष लगाइँ हएँ सो जाननके ताहीं बाके खोल दैं, और सब मुखिया पूजारी महासभाके जमा होन आज्ञा करी, और पावलके तरे ल्याएके बिनके अग्गु ठाडबाईं ।
1"पावल महासभा घेन एक नजर लगाएके देखि, और कहि, भैया रेओ, आज के दिन तक परमेश्वरको नजरमे मए शुध्द विचारसे जीवन बितात हौं । " 2जा बातमे प्रधान पूजारी हनानिया बाके जौने ठाणो बारेनके मुँहमे मारन हुकुम दै । 33 "तव पावल उनसे कहि, "हे चुना से लिपो भित । तुमके फिर परमेश्वर प्रहार करैगो । तुम व्यवस्था अनुसार मिर नेओ करन वैठके का व्यवस्थाके उल्टा मोके मारन हुकुम देत हओ?"4तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्वारको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय? 5"तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।"6"पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं । मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए ।" 7बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ । 8काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए ।9"हुवाँ गजब हल्ला होन लागो, और फरिसी दलके कुछ शास्त्री ठाडके अइसे कहात बिबाद करन लगे, " जा आदमीमे हम कछु खराब न पाए हएँ । अगर आत्मा या स्वर्गदूत जाके अइसो कहि तव का ? " 10हुवाँ बडो मतभेद भव पिच्छु उनके हातसे पावलके नोचाखोचीं करहएँ कहिके डरसे सेनपति सिपैयनसे तरे जाएके बिनके उनके बीचसे जबरजत्ति से लाएके ब्यारेक भितर लैजाओ कहिके आज्ञा दै ।11"दुसरे रातके प्रभु उनके जौने ठाडके कहि, " हिम्मत कर, पावल काहेकी जैसी तुम यरुशलेममे मिर विषयमे गवाही दऔ, उइसी तोके रोममे फिर गवाही देन पडैगो ।''12जब सबेरे उजियारो भव यहूदी एक ठिन जमा हुइके पावालके न मारन तक कछु न खान और न पिन कसम खाइँ |। 13जा षड्यन्त्र करन बारे आदमी चालिससे फिर जाधा रहँए ।14"बे मुखिया पुजारी और धर्म गुरु ठिन जाएके कहिं, ""पावालके न मारे बिना हम काछु न खामङ्गे काहेकि हम कसम खाए हँए ।" 15"जहेमारे तुम और महासभा मिलके सेनापतिसे कहौ, और बाके मुद्दाको निर्णय और ठिकसे करन पणैगो जा विचार बनाएके बाके निकारौ और बा हियाँ आतए हम बाके मारनके तयार रहङ्गे ।"16तव पावलको भनेजा धोखा बारी बात पाएके ब्यारेक भितर जाएके पावलके बताए दै । 17"तव पावल कप्तान मैसे एक आदमीके बुलाइके कहि, "जा जमान लौंडाके सेनापाति ठीन पठाए देओ, काहेकि जा बासे कछु काहन चाँहत हए । "18"जहेमारे बा जाके लै जाएके सेनापति ठीन पुगाए देओ कहिके, बन्दी पावल मोके बुलाएके जा लौडाके तुमरे ठीन लैजान कहि हए, तुमके कहान बारी कुछ बात हए ।" 19सेना पति बाको हात पकडके एक घेन लैजाएके बासे पुछीँ, तोके मोसे काहन बारी बात का हए?20बा कहि,"यहूदी पावलके बारेमे और अच्छेसे सोधपुछ करन बहाना करके कल बाके महासभामे लाएदेओ कहिके तुमसे बिन्ति करन सहमति करी हँए ।" 21पर तुम बिन कि बात मत मनिऔ, काहेकी बिनही मैसे चालिससे फिर जध्दी आदमी पावलके ना मारन तक कुछ खानपिन ना करन कसम खाइके बे मारनके ताहिं लुके बैठे हँए, और अव बे तिर वचन को आशा करके तयारीमे हँए ।"22"जहेमारे सेनापति वा जवान लौडाके अइसो आज्ञा दैके पठाई," तए मोके जा बात बातओ हए जा कोइके मत बतैए । " 2323 "तव फिर बे कप्तान मैसे दुई आदमी के बुलाए के कहिं "आज रात नौ बजे घेन दुइ सय सिपैइया, सत्तरी आदमी घोडा चढनबारे और दुइ सय भालाबारेनके कैसरिया तक जान तयार करे रहओ ।" 24और पावलके ताहिं फिर घोडाको व्यवस्था करओ, और बाके सुरक्षासे हाकिम फेलिक्स ठीन पुगाबओ ।25बे जा तरिका को चिट्ठी फिर लिखिं: 26” मनानिय हाकिम फेलिक्सके, क्लोडीयस लुसियसको अभिवादन ! 27जा आदमिनके यहूदी पकडके मारन ढुँणत , पर जा रोमी नागरिक हए कहिके मए पता पाएके फौज संग हुवाँ पुगके जाके छुटओ,28कौन सी बातमे बे जाके दोस लगाईं हयँ कहिके जानन ईच्छासे मै जाके बिनकि महासभामे लाओ। 29बे व्यवस्थाको प्रश्न बारेमे जाके दोष लागाइ रहएँ । पर ज्यान सजाय औ कैद करन पडै जैसो कछु दोष मै न पाओ । 30"जा आदमीको बिरुध्दमे षड्यन्त्र हुइ रहो हए जा बातको खबर मोके मिलो, और जाके तुरन्त तुमर ठिन पठओ हौं, और जाके बिरुद्दमे दोष लगान बलेन के फिर तुमर अग्गु बयान देन पडैगो करके आदेस दौ हौं ।"31जहेमारे आज्ञा पओ अनुसार सिपैइया पावालके रातैके एन्टीपाट्रिसमे पुगाइँ । 32घोडाचढन बारेनके उनके संग जान हुँवा छोडके औरो दिन बे ब्यारेक लौटे, 33कैसरियामे पुगके पिच्छु बे हाकिमके चिट्ठी बुझाएके पावलके फिर उनके अग्गु हाजिर कराइँ ।34बा जा चिट्ठी पढ़के तए कौन जिल्लाको हए कहिके पुँछी । बा किलिकियाक है कहिके पता पाएके पच्छु कही, 35तुमके अभियोग लगानबारे आएके पच्छु तुमरो मुद्दा सुनङ्गो।” तव बे बाके हेरोदको बनाओ भव दरबार मे रखैयौ कहिके हुकुम दै ।
1पाँच दिनपिच्छु प्रधान पूजारी हननिया और तमान धर्म-गुरुनके, तर्तुल्लस नाउँको एक जनी वकिल संग हुवाँ आए, और बे पावलके बिरुध्दमे हाकिमके अग्गु मुध्दा पेश करीं । 2पावलके हुवाँ झिकाएके पिच्छु तर्तुल्लस बिनसे अइसे कहात दोष लगान लागो, “सबसे माननीय फेलिक्स, तुमसे हम बणो शान्ति पात हँए, और तुम जा जातिके ताहीं सुधार सुरु करेहौ । 33 जा बात हर प्रकारसे सब ठाउँमे हम खुशीके साथ स्वीकार करत् हएँ ।4पर तुम जद्धा समय न लैके हमर बिन्ती छुटकरीमे दया करके सुनदेबौ । 5"काहेकी हम जा आदमीके इतए उतए दुख देत नेगत्, संसार भरेक सब यहूदीनके बीचमे आन्दोलन मचान बारो, और नासरी पन्थको मुखिया अगुवाके रुपमे पाए हँए 6|" जा मन्दिर अपवित्र करन फिर कोसिस करी रहए, पर जाके हम पकडे | हमरो व्यवस्था अनुसार कारबाही फिर करते,7, पर सेनापति लुसियस हमरे ठिन आएके बडो जबरजस्तिके सँग बाके हमर हातसे छिनाएके लै गओ, और जाके बिरुध्दमे अभियोग लगन बारेनके तुमर ठिन आनके आज्ञा करी रहए । 8अब तुम स्वयम जाको जाँच करैगे तव हम जाके लगओ दोषके जे सब बात बासे पता पाए सक्तहौ ।” 9बे यहूदी फिर जे बात सब ठीक हएँ करके समर्थन करीं ।10हाकिम बाके मस्कन इशारा करके पिच्छु पावल जवाफ दै, “बहुत वर्ष पिच्छु तुम यहूदी जातिके न्यायाधीश होन बारी बात पता हुइके मए अपन पक्षमे खुशीसे कहात हौं । 11तुम पता लगाए सक्तहौ कि मए यरुशलेममे आराधना करन जाएके बाह्र दिनसे जद्धा भओ नैयाँ । 12जे न त मोके कोई आदमी संग बहस करत् पाईं, न मन्दिरमे औ न सभाघरमे और सहेरमे जनतनके उक्सात पाइँ, 13न त मोके हबाए दोष लगान बारी बातके जे प्रमाण दै पाई हँए ।14पर जा मए तुमरे अग्गु स्वीकार करत् हौं, कि जौन डगरके जे एक पन्थ कहात हँए, बहे अनुसार व्यवस्थामे भव बात और अगमवक्ता कि किताबमे लिखो सब बातमे विश्वास करके मिर पुर्खानको परमेश्वारको आराधना मए करत् हौं । 15धर्मी और अधर्मी दोनए मरके पुंनरुत्थान हुइहँए कहिके जे अपनए स्वीकार करो जैसो मए परमेश्वारमे आशा धरत् हौं । 16जहेमारे परमेश्वार घेन और आदमी घेन मए सबदिन शुध्द विचार करन कोशीस करत हौं ।17अब कुछ वर्ष पिच्छु अपन जातिनके ताहिं दान और भेटी देन मए आओ रहौं । 18जे मोके मन्दिरमे पाएके शुध्द होनबारो बिधि मए पुरा करडरो रहौं | हुवाँ कोइ भीड न रहए, होहल्ला फिर न रहए । पर हुवाँ एशियाको कोइ यहूदी रहए, 19बे हियाँ तुमरे अग्गु हाजिर होन पडन रहए । मेरे बिरुध्दमे अगर कोइ बात हए कहेसे तव बे दोष लगाए सक्त रहयँ ।20औ जे आदमी अपनए हियाँ आएके कहमए-मए महासभाके अग्गु ठाडो होत मिरमे का दोष पाइ रहयँ? 21केवल जहे एक बात इकल्लो हए, जो मए बिनके बीचमे ठाडके चिल्लाए के कहो रहौं, 'मरे भएनके पुनरुत्थानके बारेमे आज तुमरे ठिन मिर मुद्दा चलरहो हए ।”22जा डगरके बिषयमे फेलिक्सके खास ज्ञान भव के बारेमे बा जा बात सुनके पिच्छु बिनके अइसो कहिके टारके पठाईं, “सेनापति लुसियस हियाँ आएके पिच्छु मए उनको मुद्दा फैसला करदेहौं ।” 23तव बा पावलके निगरानी मे धरएँ और बिनके कछु स्वतन्त्र देमए, और बिनके कोइ फिर संगीनके बिनके कोइ चीज कमि करन न रोकए कहिके कप्तानके आज्ञा दै ।24कुछ दिन पिच्छु फेलिक्स बाकी यहूदी बाइयर द्रूसिल्लाके संगमे लैके आए, और बे पावलके बुलाएके ख्रीष्ट येशू उपरको विश्वासके बारे मे बिनसे सुनी । 25पावल धार्मिकता, संयम और भावी इन्साफके बारेमे बिबाद करत फेलिक्स घबडयाइ गव, और अइसो कही, “हबए जाओ, जरुरत पडैगो तव मए तुमके बुलएहौं ।”26पावलसे क पता रुपैयाँ मिलै हए कहिके आसरा फिर करी रहए । जहेमारे फिर बे बाके घरीघरी बुलाएके बातचित करत् रहएँ । 27पर दुई वर्ष पिच्छु जब फेलिक्सको बदलामे पर्किअस फेस्तस आओ, तव फेलिक्स यहूदीनके खुशी करन ताहिं पावलके जेलमे डारके गओ ।
1फेस्तस अपनो प्रान्तमे आएके तीन दिन पिच्छु कैसरियासे यरुशलेममे गओ 2मुखिया पुजारी और यहूदीनके मुखिया आदमी पावल के बिरुध्दमे दोष लगाइँ, 3और बिनके डगरमे मारन योजना बनाइके पावलके यरुशलेममे लाएदेमए कृपा होबए करके बिन्ती करीँ ।4पर फेस्तस पावल कैसरियामे थुनामे पडोहए, और अपना फिर जल्दी जानके ताहिँ इच्छा भइ बातके बताइ । 5बा कहि,”जहेमारे तुम मैसे भए नेता हुवाँ मिर संग जामए, और बा आदमीमे कछु खराबी हए कहेसे बाके दोष लगामए ।”6बिनके बीचमे बे आठ-दास दिनसे जद्धा ना वैठके कैसरिया लौटे, और बाके दुस्रो दिन न्याय-आसनमे वैठके बे पावलके लिआन हुकुम करीं 7बे आएके पिच्छु यरुशलेमसे आएभए यहूदी बिनके आसपास ठाड गए, और पावलके बिरुध्दमे अनेक गहिरे आरोप लगाइँ, जौनको बे प्रमाण ना दै पाइँ । 8पावल अपने पक्षमे मस्कत कहि, “मए यहूदीके व्यवस्थाको बिरुध्दमे, मन्दिरको बिरुध्दमे, और कैसरको बिरुध्दमे कछु अपराध ना करो हौँ ।”9पर फेस्तस यहूदीनके खुशी करन ताहिँ पावलसे कहि, “का तुम यरुशलेममे जाएके हुवाँ मिर अग्गु जे बात के बारेमे इन्साफ होबए करके इच्छा करत हौँ?” 10तव पावल कहि, “मए कैसरको न्याय-आसनके अग्गु ठाडरहो हौँ, जहाँ मिर इन्साफ होन पडैगो । यहूदीनके मए कोइ खराबी ना करो हौँ, सो तुमके अच्छेसे पता हए ।11अगर मए अपराधी हौँ, और मए ज्यानसजाए पानको योग्यको काम करो हौँ कहेसे मरनके मए मनाहि ना करत हौं । अगर जे मोके लगाए भए दोषमे कछु प्रमाण नाहए कहेसे मोके जिनके हातमे कोइ ना सौंप पए हए । मए कैसर ठिन जा बात पेश करत हौँ । 12तव फेस्तस सल्लाहकारनसे सल्लाहा करके कहि, “तुम कैसरके ठिन पेश करे, तुम कैसरयके ठिन ज ए हौ ।13कुछु दिन पिच्छु फेस्तसके अभिबादन करन राजा अग्रिपास और बरनिकी कैसरियामे आए पुगे । 14बे हुवाँ बहुत दिनतक वैठके पिच्छु फेस्तस पावलको मुद्दा राजाके अग्गु अइसो कहतै पेश करी, “फेलिक्सको लाओ भव एक जनी बन्दी हियाँ हए, 15जौनके बारेमे मए यरुशलेममे रहत, मुखिया पुजारी और यहूदीनके धर्म-गुरु बाके बिरुध्दमे दोष लगाएके बाके दण्ड देन पणैगो कहिके अनुरोध ( बिन्ति ) करी रहएँ । 16दोष लगानबारो दोष लगान बारेनके संग मुहए मुहू न हुइके, और अपनो बिरुध्दमे लागो दोषके बारेमे बोल्न मौका न पाएके कोई आदमीनके दण्ड देनको आज्ञा रोमीनको रीतिरिवाज न हए कहिके मए बिनके जबाफ दओ।17जब बे जमा हुइके हियाँ आए, मए देर न करके दुसरे दिन न्याय-आसनमे वैठके बिनके हाजिर करनके हुकुम दओ। 18जब दोष लागन बारे ठाडे भय, मिर सोचो कता बिनके मुद्दामे कोइ खराब बातको दोष बाके न ला पाइँ। 19तव बिनको मतभेद त बिनहीको धर्मके बारेमे और मरो भव येशूके बारेमे रहए| जौनके पावल त अभेतक जिन्दा हय कहिके दाबी करत रहय। 20बहेमारे जा बातको जाँचबुझ करनबारे बिषयमे मए अलमल्लमे परके जाके बारेमे छलफल करन यरुशलेममे जान बाको इच्छा हएकि कहिके बासे मए पुँछो।21तव पावल सम्राटको फैसला न होन तक हिरासतमे धरओ कहिके बिन्ती करनके ताहीं बाके कैसर ठिन न पठान तक निगरानीमे धरन हुकुम दै।” 22तव अग्रिपास फेस्तससे कहि, “जा आदमीको बात मए अपनए सुनन पाईतो तव ठीक रहए|” और बा कहि, “कल तुम सुनिओ।”23दुसरे दिन अग्रिपास और बरनिकी बणो सानसे सेनापति और सहेरके मुखिया आदमीनके संग सभाघरमे घुसे।और फेस्तसको हुकुम पाएके पावलके हाजिर कराईं । 24फेस्तस कहि, “राजा अग्रिपास और हमर संग हियाँ भए सब उपस्थित सज्जनो, तुम जा आदमीके देखत हौ, जौनके बारेमे सबै यहूदीनके 'जा आदमी अबसे जिनको लायक न हय कहिके यरुशलेममे और हियाँ फिर मोसे बिन्ती करी रहएँ।25पर ज्यान सजाए पानके ताहीं जा कछु न करिहय कहिके मय न पाओ| और जा अपनए फिर सम्राट ( राजा ) के ठिन बिन्ति करी रहए जहेमारे मए जाके पठानके पक्का करो। 26जाके बारेमे मोके और मिर सम्राट ( राजा ) के लिखन बारो खाश बात कछु न हय जहेमारे मए जाके तुमर जौने, और खास करके, हे राजा अग्रिपास, तुमरे अग्गु लाओ हौं, और हम जाको जाँच करके पिछु सायद मए कछु लिखन बारी बात पाएहौं। 27काहेकी कैदीको बिरुध्दमे कोइ दोष न बताएके बाके पठान मोके कोइ खास बात न लगतहय।”
1"अग्रिपस पावलसे कही, " तोके अपन पक्षमे मसकन अनुमति हए।" तव अपन हात फैलाईके पावल अपन बचाओ मे मसकन लागो :" 2"हे राजा अग्रिपस, यहूदी मोके लगए भए सब दोषके बारेमे आज तुमर अग्गु मए अपन बचाओ के बारेमे मसकन पएक मए अपनैक भाग्यमानी मानत हौं ।" 3यहूदिक सब रितिरिवाज और विवादकी बातमे तुम खास करके परिचित भौके मारे, मिर बयान ध्यानदैके सुनदेबौ कहिके मए विन्ती करत हौं ।4"मिर जातीके विचमे और यरुशलेममे शुरुसे मिर विताओ भौ मिर जावनी अवस्थासे मिर जीवनशैली यहूदिनके पता हए ।" 5लम्बो समयसे बिनके सबय बात पात हए, कि हमर धर्मके सबसे कट्टर पन्थी दालमे मए एक फरिसी हुइके मिर जीवन बितओ हौं । बे चाहंते कहेसे जा बातकी गवाही दै सक्त हँए ।6परमेश्वार हमार पुर्खानसे करो भव प्रतिज्ञा मे मए आशा करोके कारनसे आज मए जा मुद्दा मे ठाडो हौ । 7हमार बाह्र कुल जा आशा प्राप्त करनताँहि रात दिन एकै मनसे आराधना करत हँए, और जाहे आशाके ताहिँ हे राजा यहूदी मोके दोष लगाई हँए । 8परमेश्वार मरेभएनके जिन्दा करात हए कहि बात काहे तुम कोइ ना पतियात हौ ।9"नसरतके येशूको नाउँको बिरुद्दमे गजब कारबाही करन पडत हए कहिके मए अपनै के फिर विश्वास रहए।" 10मए येरुशलेममे अइसीयए करो, और मुखिया पुजारीसे हुकुम पाएके गजब सन्तके मए जेल खानामे डारो इकल्लो ना पर बिनके मारतए बिनके बिरुध्दमे मए मिर बिचर फिर दओ। 11तव सब सभाघरमे बिनके घरिघरि सजाय दैके बिनके विश्वास छोडानके कोशिस करत रहौ | उनके बिरुध्दमे क्रोधसे जलन हुइके बाहिरके सहेरमे फिर मए उनके सताओ।12आइसी मुख्या पुजारीसे हुकुम और आज्ञा पत्र पाएके मए दमास्कस घेन गौ, 13ए राजा दुपहरके मए स्वर्गसे दिनसे फिर उजियारो ज्योति देखो, मए और मिर संग यात्रा करन बारेनके चारौ घेन चमकत रहए । 14"जब हम सबए जमिनमे गिरे रहँए,तव हिब्रु भाषामे मोसे अइसो कहात आवाज मए सुनो," शाउल, शाउल", तए काहे मोके सातात हए ? सुइमे लात मरहौ तव तुमके पीरए हए ।"15और मए कहो, हे प्रभु तुम कौन हौ ? प्रभु मोसे कहि मै येशू हौं, जौनके तए सतात हौ । 16तव उठ और अपन टाँगमे ठाड् जा, कहिके मोए मे तुम देखे और मए तुमै देखओ जा बातके ताहिँ सेवक और साक्षी नियुत्ति कारन उदेश्यसे मए तुमर ठीन देखा पाणो हौं । 17मए तोके तिर अपन जाति और अन्यजातिसे छुटकारा देमंगो , जौनके ठीन मए तोके पठमंगो । 18कि तुम बिन कि आँखी खोल दओ और बे अन्धकरसे ज्योति घेन, और सैतान को शक्तिसे परमेश्वार घेन घुमएँ अइसीयए करके बे पाप क्षमा पमंगे और मिर उपर विश्वाससे पवित्र भव ठाउँ बे फिर पमंगे ।19जहेमारे हे राजा अग्रिपस स्वर्गीय दर्शनके ताँहि मय अनाज्ञकारी ना भव । 20पर पहिले दमस्कसमे, तव यरूशलेममे और सबए यहूदिया देश भर रहन बारे और अन्यजातिन के फिर पश्चताप करके परमेश्वार घेन लौटौ और अपन पश्चताप योग्यके काम करओ कहिके मए प्रचार करो हौं | 21जहेमारे यहूदी मोके मन्दिरमे पकडके मारन कोशिस करीं।22आजके दिन तक परमेश्वाससे मए सहायता पाओ । तबहि मारे छोटो बडो दोनौ के गवाही देत मए हिना ठाड़ो हौ। अगमवक्ता और मोशासे कहो वचन अवश्य पुरा हुइहए कहि बातके मए कछु ना कहो हौं । 23"बे कहिँ हँए कि ख्रिष्टके दु : ख भोगन पडैगो, और मारके जिन्दा भव रहए पहिलो हुइके बा अपन जाति और अन्यजातिके ज्योतिको घोषणा करहए ।"24" बा अपन वचओ के ताहिँ जे बात कहतए रहए तव फेस्तास बडो स्वरमे कहि," ए पावल तए बौराहा हए, तिर बहुत बुद्धि तोके बौराहा बनाए दै हए ।" 25"पर पावल कहि," सबसे आदरणीय फेस्तास, मए बौलाहा ना हौं, पर सत्य और अच्छी ज्ञान कि बात कहत हौं ।" 26काहिकी राजा अपनए जा बातके विषयमे जानत हए जौनके अग्गु मए निधक्कसे बोलत हौ, काहेकी जे कोइ बात बासे ना लुको हए, काहेकी जा बात गुपचुप मे ना करी ।27"राजा अग्रिपस ,का तुम अगमवक्ताके उपर विश्वास करात हौ मए जनत हौं, तुम विश्वास करात हौं ?" 28"अग्रिपस पावलसे कहि, " का थोरि समयमे तए मोके ख्रीष्टियन बनान चाहत हौ?" 29"पावल जवाफ दै, " थोरि समयमे होबए या बहुत जे सँकार तोडके तुम इकल्लो ना पर आज मिर बात सुनन बारे सव मिर जैसो होमए कहिके मए परमेश्वारसे प्रार्थना करात हौं ।"30तव राजा, हाकिम, बरनिकि और हुवाँ बैठन बारे जित्तो सबए उठे । 31"तव बे निकरके अपनै अइसो कहत बात करी, "जा आदमी प्राण दण्ड पानबारो औ कैद माफीको कोइ काम ना करी हए ।" 32"अग्रिपस फेस्ताससे कहि," जा कैसर ठीन बिन्ती ना करतो तव जा आदमीके छोड देनेसे फिर हुइतो ।"
1समूद्र-यात्रासे हम इटालिया जान पड़ैगो कहिके निर्णय हुइके पिछु बे पावल और कित्तो कैदीनके सम्राट अगस्टसको फौज के युनियस नाउँको कप्तानके जिम्मा लगए दै रहए । 2एड्रामिटेनोस से एशियाक गजब बन्दरगाह (पानीजाहज स्टेसन) होत जानके एक जहाजमे चढके हम यात्रा सुरु करे अरिस्तार्खस नाउँ भव थेस्लोनिके एक जनी माकेडोनियामे हमर संग रहए ।3दुस्रेदिन हम सिदोनमे लङगर डारे । युलियस पावलके दया दिखाई बाके संगी ठिन जाएके भवभरको सहायता लेनके अनुमति दै । 4हुवाँसे जहाज फिर समुन्द्र घेन जान लागी, और आँधी चलनके कारनसे हम साइप्रसके आड लैके गए । 5किलिकिया और पाम्फिलियाके पार समुन्द्रमे पुगके पिच्छु, हम लुकियाको एक सहेरमे माइरामे आए पुगे । 6हुवाँ इटालिया जानके अलेक्जेन्ड्रियाको एक जहाज पाएके कप्तान हमके बामे चढाए दैं ।7। बहुत दिनतक धीरे-धीरे जाएके कठिनसे क्नीडसमे आएपुगे और आँधी और अग्गु बढ्न ना देनके कारनसे क्रेटको आड लैके हम सालमोनेके किनारे किनारे हुइके गए । 88कठिनसे बाके किनारे किनारे लगके हम सुन्दर बन्दरगाह कहान बारो ठाउँमे आइ गए | हुवाँ से लासिया सहेर जौने रहए ।99 समय बहुत बित गओ रहए, और समन्दर यात्रा फिर खतरनाक भव रहए, संगए प्रायश्चित-दिवसको उपवासको समय फिर बितजानके कारनसे, पावल बिनके 10अइसे कहात सम्झाई संगी जा समन्द्र-यात्रासे केवल जहाज और मालसामन इकल्लो नाए, पर हमर जिउ-ज्यानको समेत खतरा और नोकसनी हुइहए कहिके मए देखत् हौँ ।” 11पर कप्तान पावलकी बातसे जद्धा जहाज चलान बारो और जहाजको मालिकके जद्धा पतिआइ ।12जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए । 13जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे ।14तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली । 15जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए । 16क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए17बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी । 18अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे ।19और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे लठारा मिलए दै । 20गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए । तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए ।21गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए । तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो । 22अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए ।23काहेकी जौन परमेश्वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए । 24बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।' 25जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्वारमे विश्वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए । 26पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।”27तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ, 28और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहीराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ 29और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए ।30जब नैया चलान बारे जहाजसे भाजन ढुडत रहए, और अग्गुसे लंगार गिर्नके बहानासे नैया समुन्द्रमे डरीरहए । 31तव पावल कप्तान और सिपाहीसे कहि, “जे आदमी जहाजमे बैठहँए नाए कहेसे तुम वाँचनाए पाएहौ ।” 32तव सिपाही जहाजकी रस्सी काटदै, जहाजके जान दैं ।33भुकभुको उजियारो होन लागो रहए, पावल बिनके खानु खानके कहि रहए । बो कहि, “आजको चौध दिन हुइगओ हए, तुम अलमलमे पणके भुखे कछु नाए खाएके बैठे हौ 34जहेमारे कछु खबओ करके मए तुमसे कहात हौँ । कुछ खाएहौँ तव तुम बल पाएहौँ, तुमरो मुडको एक बार फिर नष्ट नाए हुइहए ।” 35जा बात कहिके पिच्छु बे रोटी लैँ और सबके अग्गु परमेश्वरके धन्यबाद चढाई और तोडके खान लागे ।36तव बे फिर हौसला पाएके कुछ खानबारी चीज खाइँ । 37[जहाजमे होनबारे हम जम्मा दुई सय छयहत्रर जनै रहए ।] 38बे अघाएके खाएके पिच्छु जहाज हलको करन ताहिँ समुन्द्रमे गेहुं फेक दैं ।39उजियारो हुइके पिच्छु फिर बे बो ठाउँ चिन नाए पाइँ, पर बे एक ढाहो देखिँ | जाको बलौटे किनरे रहए । जहाजके हुवाँ किनारे लगनके योजना बे करीँ । 40बे लंगार झारत्, और समुन्द्रमे रहन दैं । बहेबारे डभना बाधो भई रस्सी खोल्दै । अग्गु पाल उठाएके हव्वा घेन घुमाए दैं और जहाजके किनारेसे बढाइँ । 41तव पानी तरे लुको रेताको रासमे जहाज ठुक्के हुवाँए धसिगै, अग्गुको भाग अट्क गव और चलाए नाए पाइँ, और पिच्छुको भाग त लाणुरसे झोका खाएके टुटान लागो ।42कैदी पैरके भाजन लागे करके सिपाही बिनके मरनके सल्लाह करीँ । 43तव कप्तान पावलके बचान मन करी बे अइसो करनसे रुकिगए | पैरन सिक्नबारे जहाजसे पहिले कुदके ढाहोमे जान हुकम बिनके दै, 44और बाँकी रहे भए चाहिँ पटरामे और जहाजको खुद्रामे बोपार जानके कहिँ अइसे सबसे अच्छेसे किनारे पुगिगए ।
1हम अच्छेसे किनारे पुगे बो टापुको नाउँ माल्ट रहए काहेके हाम पता पए । 2हुवाँक बासिन्दा हमके बहुत दया दिखाईं पानीक पड्के जाडो होनके कारनसे बिनके ताहिँ आगी पजार दै, और हमए सबके स्वागत करीँ ।3पावल एक गडा कठीया जमा करी रहए और बा लाइके आगीमे डारदै । आगीक आँचसे एक साँप निकरके आओ, और बिनके हाथमे लिपट गौ । 4"बा हुवाँ के बासिन्दा बिनके हाथमे साँप लिपटो देखके आपसमे कहन लागे, जा आदमी पक्का फिर ज्यानमार हुइहए । जा समूद्रसे बचके त निकरो पर इन्साफसे जा ना बच पाई ।"5पर पावल बा साँपके आगीमे झट्किरदैं , और बाके कछु बिगार ना भऔ । 6"पर बा को शरीर सुजैगो, औ बा इकबरी गिरके मरैगो कहिके बे सोचन लगे । तव बहुत देर तक सोचत रहँए तहु फिर बाको कछु बिगार ना भव देखके बे अपन विचार बदलके कहन लागे,""जा ता देवता हए ।"7बा टापुक पब्लिस नाउँ भव मुखियक जगह जमिन बा ठाउँके किनारेमे रहए ।बे हमके स्वगत करीँ, और तिन दिन तक बाके घरमे हमर बेबस्ता करीँ । 8पब्लिसको दौवा बुखार और आउँ रोगसे बेमार रहए । पावल बाके देखन गओ, और बाके ताहिँ प्रार्थना करि, औ अपन हात बक उपर धरके अच्छो करि। 9जा घटना पिच्छु बा टापुके और रोगी आदमी फिर आए, और अच्छे भए । 10बे तमान तरिकासे हमर आदर करीँ । जब हम जहाजमे चढे, बे हमके आवश्यक पडो जित्तो समान जहाजमे डार दै।11तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे ।जा जहाज जाडोक महिनामे जहेए टापु मे रहए ।जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए । 12सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे ।13हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे । 14हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अइसी हम रोम मे आए पुगे । 15हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्वारमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।16जब हम रोममे पुगे, तव पावल के एक जनि सिपैयनके रेखदेखमे इकल्लो बैठनके अनुमति मिलो । 17"तिन दिन पिच्छु पावल यहूदीक स्थानिय अगुवनके बुलान पठाई । बे जम्मा हुइके पिच्छु बा उनसे कहि, " भैया ओ, मए त अपन देश के आदमी, औ पिता पुर्खाक रितिरिवाजके विरुध्दमे कछु काम ना करो रहव । तहु फिर बन्दि हुइके यरुशलेमसे रोमीनके हातमे मोके सौंपि हँए ।" 18बे छानबिन करके पिच्छु मिर मे मृत्युदण्डको कछु कारण ना पाएके मोके छोडदेन मन करी रहए19पर यहूदी बिरोध करनके कारणसे कैसर ठिन बिन्ति करन मोके कर लागो- मिर जातीक विरुध्दमे कोइ दोष लगान बारी बात ना रहए । 20"जहेमारे मए तुमसे भेटके बात चित करन तुमके बुलाओ हौं । काहेकि इस्राएलको आशा जो हए बाहेक ताहिँ जा साँकरमे मय बधो हौं ।"21"बे बासे कहि,"हम त तुमर बारेमे यहूदियासे कुछ चिठी नापाए हए । कोइ भैया आइके तुमर बिरुध्दमे कोइ खराब बात फिर सुनाइ नाहँए और बोली नाहँए । 22"पर तुमर विचार का हए सो तुमसे सुनन चाहत हँए । काहेकि जा दलके बारेमे हमके इतकए पता हए, कि इतए उतएके आदमी जाके बिरुध्दमे इकल्लो मसकत हँए ।"23तव बे बक ताहिँ एक दिन तोक दैं और गजब संख्यामे आदमी बाके डेरा मे आए । बा बिनके सबेरेसे सन्झा तक पुरो अपने बारेमे बताइ, और मोशक व्यवस्था और अगमवक्तक किताबसे परमेश्वारको राज्यक गवाही दै, और येशूक बारेमे बिनके विश्वास दिलान कोशिस करी । 24बक कहि बात कितनो विश्वास करीँ, कितनो ना करीँ ।25"बे अपसमे सहमति ना भए, और बिदा होन पेति पावल आखिरमे जा अपन मनकि बात बताइ, "तुमर पिता-पुर्खाके यशैया अगमवक्तासे पवित्र आत्मासे कहि वचन ठिकए रहए," 26"जे आदमी ठीन जाएके काहो, "सुनन ता तुम सुनत हौ, पर कबहु ना समखत् हौ, देखन त तुम देखत हौं पर कबहु ना देख पात हौ ।"27"काहेकि जे आदमिनको हृदय कमजोर हुइगौ हए, और बिनके कान बाहिरे हुइगए हए, और बे अपन आँखी मिचे हँए, नत बे अपन आँखी से दिखते, कानसे सुनते, हृदयसे समझते, और लौटते, और मए बिनके अच्छो करतो ।"28"जहेमारे तुमके पता होबए, कि परमेश्वारको जा मुक्ति अन्यजातिन के ताहिँ पठाई हए, और बे सुनङ्गे ।" 29और बा जे वचन कहिके पिच्छु यहूदी आपसमे गजब काहसुनी करतए विदा भए ।30पावल पुरो दुइ वर्ष तक अपनि खर्च मे रोम मे बैठो, और बक ठीन आन बारे सबैके बा स्वगत करी । 31बा खुल्लम खुल्ला और बिना रोकटोकसे परमेश्वारको राज्यक प्रचार करत रहए और प्रभु येशू ख्रिष्टके बारेमे शिखात रहए ।
1प्रेरित होनके तँहि बुलाएभए और सुसमाचारको कामके तँहि अलग करोभौ ्येशू ख्रीष्टको दास पावल । 2बा अपन अगमवक्तानसे आग्गुयए धर्म- शास्त्रमे प्रतिज्ञा करी भइ सुसमाचर जहे हए | 3जा शरीरअनुसार दाऊदको वंशसे जलमो भौ बाको पुत्रके बारेमे हए ।4मरेनसे पुनरुत्थान हुइके और पवित्रताको आत्मासे शक्तिशाली परमेश्वरको पुत्र होन घोषण करो भौ बा हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट हए । 5बाको नाँउके ताहिँ सबए जातिठिन विश्वासके आज्ञाकारिताके तँहि हम बासे अनुग्रह और आगुवको काम पाए हँए| 6जे जातिन मैसे तुम फिर येशू ख्रीष्टको होन बुलाए भए हौ।7जा पत्र रोममे भए सबएके तँहि हए , आथव परमेश्वर प्रिय, जो पवित्र जाति होन बोलाएभए हँए ।हमर परमेश्वर और प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रहऔर शान्ति तुममे रहबए।8आग्गु तुम सबएनके तँहि येशु ख्रीष्टसे मए परमेश्वरके धन्यवाद चढातहौँ , काहेकि तुमर विश्वास सारा संसारभर घोषणा करो हए । 9काहेकि मए तुमर नाउँ कित्तो लएरहत हौ कहिके परमेश्वर मिर साँछी हए। बाको पुत्रको सुसमाचारमे मए मिर आत्मासे(जोसके साथ ) बाको सेबा करत हौँ । 10परमेश्वरको इच्छासे जैसे फिर मए तुमरठिन आनके सफल होन सकौं कहिके मए साद मिर प्रार्थनामे अनुरोध करत हौँ ।11मए तुमके भेटन गजब इच्छा करत हौँ , ताकि तुमके तगडो बनानके ताँहि मए तुमके कुछ वरदान दै पामउँ । 12अइसी तुमर और मिर एक-दुस्रेको विश्वाससे मए आपसि रुपमे उत्साहित होन गजब इच्छा करत हौँ ।13मए बिषेस ः तुमर ठिन आन इच्छा करो कहि बातमे तुम अन्जन होबओ कहिके मए ना चाहँत हौँ, पर मोके अभेसम्म रोकोगव हए। मए बाँकी गैरयहूदीनके बिचमे जैसो तुमर बिचमे फिर कुछ फल पानके ताँहि जा चाहो हौँ। 14मए यहूदीन् और विदेशीन् , बुद्धिमनिन् और मूर्खन दुनैको ऋणी हौँ । 15जहेमारे मिर हकमे मए तुम रोममे होन बारेनके फिर सुसमाचार प्रचार करन तयार हौं।16मए सुसमाचारके ताँहि ना शर्मात हौँ, काहेकि जा विश्वास करन बारे सबय के ताँहि परमेश्वारको मुक्तिको शक्ति हए , पहिले यहुदी और जकपिच्छु ग्रिकनके ताँहि । 17काहेकी जहेमे परमेश्वरको धार्मिकता विश्वाससे विश्वासमे करो गव हए , जैसो लिखो हए "धर्मी विश्वासैसे जिहए ।" ।18काहेकि सबय भक्तिहीनता और आदमीनको पापके बिरुध्द परमेश्वरकी क्रोध स्वर्गसे प्रकट भौ हए जौन भक्तिहीनताद्वारा सत्यताके रोके हए। 19जा परमेश्वरके बारेमे अनजान भइ बात बिनके दृश्य होनके करनसे है काहेकि परमेश्वर बिनके प्रकाश दै हए ।20काहेकि संसारकी उत्पत्तिसे बाक अदृश्य पक्ष स्पष्ट रुपमे दृश्य भए हँए । बे सृजेभए चिजनके द्वारा बुझेगए हँए। जे पक्ष बाको अनन्त शक्ति और ईश्वरीय स्वभाव हँए। परिणामस्वरुप जे आदमीनके कोई बहाना ना हए। 21जा बे परमेश्वरके चिनके फिर बे बाके परमेश्वरके रुपमे महिमा नदेन के करनसे भौ हए । बरु बे अपनी बिचारमे मुर्ख भए, और बिनको अचेत हृदय अँध्यारो भव।22बे बुद्धिमान भौ कहिके दाबि करीँ ताहुँ फिर बे मुर्खए भए 23, बे अबिनाशी परमेश्वरकी महिमाके नाश होन बारे आदमी , चिरैँ चुर्गुनी ,चार टाङगके जनावर और घिष्टन बाले जीवजन्तुनके प्रतिमासे साटे |24जहेमारे परमेश्वर बिनकी अशुध्दके तँहिं अथवा बिनके बिचमे बिनको शरीरकी अनादर होबए कहिके बिनको कामवासनामे छोड दै । 25परमेश्वरको सत्यताके झुठोसे बदलके सदा सर्वदा प्रशंसा करन बारो सृष्टिकर्ताके आराधना करनके बादला सृष्टि करोभौ चिजनके सेवा करन बारे बेहिँ हैँ ।26जहेमारे परमेश्वर बिनके शरम लागन बालो कामके ताहि छोड दै, काहेकि बिनकी बैयर अपन स्वाभाविक व्यवहारके अस्वाभाविक व्यवहारमे बदलीं, 27अइसी पुरुष फिर स्त्रीसंगको स्वभाविक कामके छोडीँ, और एक -दुस्रेघेन स्वभविक व्यवहार छोड के एक दुसरे घेन शरम लागन बारो कामके जलनमे लगो और लोग लोगसे निर्लज्ज काम करि, औ अपनी शरीरमे अपन कसुरके उचित दण्ड भोगी|28बिनको सजगतामे बे परमेश्वरक हए कहिके सहमत ना होनके करनसे बा बिनके बिनको अनुचित काम करनके ताँहि भ्रष्ट मनमे छोड दै ।29बे अधार्मिकता, दुष्टता, लोभ, हिर्ससे भरे हँए | बे दिक्क, हत्या, लडाई झगडा, छल बिजरोसे भरे होत हँए, और बे औरेक बात काटनो, 30और बदनाम कारन बारो परमेश्वरके घृणा करन बारो, हेँकड, अहंकारी, अभिमानी, दुष्ट बात रचके नेगन बारो, अइया दौवाक आज्ञा पालन ना करन बालो 31मुर्ख, विश्वास घाती, निर्दयी,और झन्नी होत हए ।32अइसो करन बारे मरन योग्य होत हँए कहिके परमेश्वरको नियमके बे जानत हँए । पर बे जा थोक करन इकल्लो ना हए , बे आइसो करनबारेन संग सहमत फिर होतहँए ।
1जहेमारे तुमके कोइ बहाना नैयाँ । ए आदमी, ताय जौन न्याय करत हौ औ ताय दुस्रेके जोके ताँहि दोष लगात हौ तुम अपनै फिर बहेमे दोषी ठरैगे । काहेकी ताय न्याय करन बारो फिर बेही बात करतहौ । 2पर आइसो बात बारेनके उपर परमेश्वरको न्याय होत सत्यताके जैसो हुइ हए कहिके हम जानत हँए ।3पर ए आदमी, जाकेताए अइसो काम करन बालेके दोष लगात हए, और अपना फिर बहे काम करत हौ, का परमेश्वरको न्यायसे वाचङगे कहिके तए सोचत हौ? 4या परमेश्वरको कृपासे तोके पश्चताप घेन लैजात हए कहिके पत्ता नपाइके का तय बक दया, सहनशिलता और धैर्यको प्रशस्तताके खराब मानत हौ?5तव परमेश्वरको धार्मिकताको न्याय प्रकट होन बारो दिक्कके दिन ताहि अपनो कठोर और अपश्चात्तापी हृदय करके तुम अपने ताहि दिक्कको जमा लगात हौ । 6काहेकि बो हरेक मानैनको उनको काम अनुसार देमंगे । 7धैर्यसे अच्छो काम करके महिमा, इज्जत और अमरत्तो ढुड्नबारेनके चाँही बो अनन्त जीवन देबैगो ।8पर झगडालु, सत्यको पालन ना करनबारो, और दुष्टतामे नेगन बारेन के उपर ता क्रोध और दिक्क पडइगो| 9खराब काम करन बारे सबयआदमी के उपर सङ्कट और आफत आए पडइगो, पहिले यहूदी उपर और अन्यजातिके उपर फिर|10और अच्छे काम करन बारे सबयके पहिले यहूदीनके उपर और अन्यजातिके फिर गौरव, इज्जत और शान्ति प्राप्त होबइगो 11काहेकी परमेश्वर पक्षपात ना करत हए| 12सबए जौन व्यवस्थाविना पाप करी हँए, बे व्यवस्था विनासे नष्ट फिर होमंगे, और व्यवस्थाके तरे रहीके फिर पाप करनबारेनके न्याय व्यवस्थाद्वारए सेहोबाइगो |13काहेकी व्यवस्था सुनन बारे परमेश्वरके अग्गु धर्मी ना ठहरङगे, पर व्यवस्था पालन करन बारे धर्मी ठहरङगे| 14काहेकी व्यवस्था नहोनबारे अन्यजातीको स्वभावएसे व्यवस्था अनुसार काम करत हए, कहिकेबिनके व्यवस्था नहुइसे फिर बे अपन ताँहि अपनए व्यवस्था होमाङगे|15व्यवस्थासेचाँहन बालि बात अपन हृदयमे लिखो भव बे दिखात हएँ, और बिनकी अपनी दिमाकसे फिर गवाही देत हए, और बिनको विचार कभी विनके दोष लागत हए, और कभी समर्थन करत हए | 16औ परमेश्वरप्रति फिर जहे बात लागु हुइहए । जा बा दिन हुइ हए जब परमेश्वर मोके प्रचार करो भव सुसमाचार-अनुसार येशू ख्रीष्टसे आदमीको गोप्य बातके न्याय करइगो ।17और अगर तुम यहूदी हौ कहेसे व्यवस्थामे भरोसा पडके परमेश्वरसँगको सम्बन्धमे घमण्ड करत हौ, 18और बाकी इच्छा जानत हौ, और व्यवस्थासे सिकाइ भइ अच्छी बातके मानत हौ, 19और तुमके जा पक्का हए कि तुम अन्धाको अगुवा हौ, और अन्धकारमे होनबारेके ताहिं ज्योति हौ, 20मुर्खके सुधारत हौ, अपरिपक्कके शिक्षा देत हौ, काहेकी व्यवस्थामे सबै बुध्दि और सत्यता प्राप्त करे हौ21- जब तुम दुसरेन्के सिखात हओ, तव का आपनएके ना सिखात हओ ? जब तुम चोरिके विरुद्धमे प्रचार करत हओ, का तुम अपनाए चोरी करत हओ? 22तुम, जौन व्यभिचार ना करौ कहिके कहत हओ, का तुम अपनाए व्यभिचार करत हौ?तुम जौन मुर्तिके घृणा करत हौ, का तुम अपनाए मन्दिरके लुटत हौ?23तुम जौन परमेश्वरको व्यवस्थामे गर्वके साथ रमात हौ, का तुम व्यवस्था भङग करके परमेश्वरको अनादर करत हौ? 24काहेकी, लिखो हए, “अन्यजातिके विचमे परमेश्वरको नाउँ तुमहीँ से निन्दित भव हए ।”25यदि तुम व्यवस्था पालन करत हौ कहेसे वास्तवमे खतनासे निहत्तै तुमके फाइदा हए, पर व्यवस्था भङग करनबारे हौ कहेसे तुमर खतना बेखतना होत हए| 26अगर शरीरमे बेखतना भव व्यवस्थाके धार्मिक-विधान पालन करत हौ कहेसे, का बिनको बेखतना खतनामे ना गिनैगो का? 27तव शरीरमे खतना ना भव फिर व्यवस्था चाँही पालन करन बाले लिखित व्यवस्था भए और खतना फिर भए तुम व्यवस्था भङग करन बारेके दोषी ठहरात हौ|28काहेकि बा यहूदी ना हए जो बाहिरी रुपसे इकल्लो यहूदी हए, उइसीयए निहत्तै खतना फिर बाहिरी और शारीरिक बात नैयाँ| 29यहूदी बो हए, जो भित्री रुपसे यहूदी हए, और निहत्तै खतना त हृदयकि बात हए, जा आत्मिक बात हए, लिखित व्यवस्थाकि बात नैयाँ ।अइसो आदमी को प्रशंसा आदमी से नाए, पर परमेश्वरसे होत हए ।
1अब यहूदीके का फाइदा हए त? अथाव खतनाको का मोल? 2हरतरहासे जा मे गजब फाइदा हए| सबसे अग्गु त परमेश्वरको वाणी यहूदीके सौँपदै हए|3अगर बिनमैसे कोइ कोइ विश्वास नाकरी कहेसे, का हुइहए ता? का बिनकी अविश्वास परमेश्वरको विश्वासयोग्यताके रद्ध करत हए का? 4उइसो ना होबाए, परमेश्वर सत्य और सब आदमी झुठे ठहरे। जैसो लिखो हए, “तुम अपन वचनमे ठिक ठहरओ, और न्याय होतए तुमविजय होबाओ|”5और हमर अधार्मिकतामे परमेश्वरको धार्मिकताके प्रकाशमे लातहए, तव हम का कहँए? का परमेश्वरको दिक्क हमरउपर आएपाडो तव बो अन्याय करत हए? (मए मानवीय जैसितर्क करतहौ|) 6काद्पी ना होबए! उइसो हए, कहेसे परमेश्वर संसारको इन्साफ कैसे करइगो ?7पर अगर मिर झुटसे परमेश्वरको सत्यता बक महिमाके ताहिँ प्रशस्त प्रशंसा प्रदान करत हए कहेसे मोके अभेफिर काहे पापीके रुपमे न्याय करत हँए? 8काहे नकाहँएं, जइसी हमके झुठे रुपमे आरोप लागत हएँ, और कोइ ता पुष्टि करत हँएँ , कि हम काहत हँए, " दुष्ट काम कारएँ, ताकि असल आबए ।'' बिनको न्याय उचित हए ।9अइसो हए तौ का ? का हम अपनए आपनो सफाइ देत हँए ? आइसो नाहोबए! काहेकी यहूदीन् और ग्रिक सबए पापके अधीनमे रहँए कहिके हम पहिलियए दोष लगाएडरे हँए । 10जइसो लिखो हए, “धर्मी कोइ नैयाँ, एक जनै फिर नैयाँ, ।11बुझन बारो कोइ नाहए । परमेश्वरके ढुड्न बारे कोइ नाहँए । 12बे सब बराने हँए, बे एक सँग बेक्ममा भए हँए । असल करन बारे कोइ फिर नाहँए, अँहँ एक जनै फिर नाहँएँ ।13"बिनको मुहू खुलो चिहान हानि हए, बे अपन जिभसे छलकि बात करत हँए ।” “साँपको विष बिनकी ओठमे हए|”" 14"बिनकी मुहू सराप और खराब बातसे भरो हए|”"15"बिनकी टाङग रक्तपात करन ताँहि तयार हएँ । 16बिनास और कष्ट बिनकी डगरमे हए, 17जे आदमी शान्तिकि डगर बे चीनत ना हँए|” 18"बिनकी आँखीके सामने परमेश्वरको डर ना हए ।19अब हम जानत हएँ, जो-जित्तो व्यवस्था कहत हए, व्यवस्थाके तरे होन बारेसे कहत हए, कि हरेक मुहू चूप लागौ, और सारा संसार परमेश्वरके अग्गु जवाफ देन बारो होबए| 20बाक नजरमे जहेमारे व्यवस्थाको कामसे कोइ प्राणी बोकी दृष्टिमे धर्मी ना ठहरैगो, काहेकी व्यवस्थाद्वारए पापको चेतना भौ हए ।21पर अब त व्यवस्था बिना परमेश्वरके आन बारो धार्मिकता प्रकट भौ हए । बहेकि गवाही व्यवस्था और अगमवक्ता दै हए । 22येशू ख्रीष्टमे विश्वास करन बारे सबएके उपर परमेश्वरको धार्मिकता विश्वाससे प्रकट भौ हए ।23काहेकी सबए पाप करीँ हएँ, और परमेश्वरको महिमासम्म पुगनके चुके हएँ । 24परमेश्ववरको अनुग्रह को वारदानसे ख्रीष्ट येशूमे भए उद्धारसे बेए सेँतमे धर्मी ठहरेहएँ।25काहेकि परमेश्वर ख्रीष्ट बोके रगतसे प्रायश्चित बलिदान स्वरूप त्याग करी रहएँ, जौन प्रायश्चित विश्वास ग्रहण करन पड्त हए| जा काम परमेश्वर अपन धर्मिकता दिखन ताहि करी रहए, काहेकी बो इश्वरीय धैर्यमे अग्गुके पापनके बो वस्ता ना करी रहए| 26परमेश्वर अपनै धर्मी हए और येशूमे विश्वास करन बारे बो धर्मी ठहराबैइगो कहन बारी बात प्रमाण करन ताँहि बो वर्तमान समयमे जा करी रहए|2827घमण्ड कहाँ करएँ ?जा त हटाव गौ हए । काके आधारमे ? कामके आधारमे ? नाए ,पर विश्वासके आधारमे हए । v 28 तव हम निचोडमे आमंगे , कि कोइ फिर आदमी व्यवस्थाके कामकेबिना विश्वासद्वारए धर्मी ठहारत हए |29का परमेश्वर केवल यहूदीनको इकल्लो परमेश्वर हुइहए का? का बो अन्यजातिनके फिर परमेश्वर ना हए का ? हाँ बो अन्यजातिनको फिर परमेश्वर हए। 30अगर गौसएके एक परमेश्वर हए तौ बो खतना भएनके विश्वासद्वरा धर्मी ठहारत हए, और खतना नाभएनके फिर विश्वासकेद्वरा धर्मी ठहारत हए।31का हम विश्वाससे व्यवस्थाके रद्द करत हँएं? कबहु एैसो ना होबए ! बरु हम त व्यवस्थाके कायम करत हएँ ।
1अब, शरीर अनुसार हमर पुर्खा अब्राहामके बारेमे हम का कहँए त? 2अगर अब्राहम कामसे धर्मी ठ्हिरतो तौ उनके घमण्ड करनको कारण हुइतो , पर परमेश्वरके अग्गु त नाए । 3काहेकी पवित्र-शास्त्रमे का कहत हए? “अब्राहाम परमेश्वरउपर विश्वास करी, और बो उनके ताँहि धार्मिकतामे गिनीगौ ।”4|” अब जौन काम करत हए, बाक ज्यालाके अनुग्रहके रुपमे ना गिनोजात हए, पर पानबारो चिजको रुपमे गिनो जात हए। 5पर बाक ताँहि जौन काम ना करत हए , पर बोकि साट्टा अधर्मीके धर्मी ठहरानबारोमे विश्वास करत हए, बोकी विश्वसकी धार्मीकताके रुपमे गिनहए।6दाऊद फिर काम बिना परमेश्वर धार्मीकतामे गिनो भौ आदमीके आशिष घोषणा करत हए । 7"बा कहि बे धन्यके हएँ , जोकी अपराध क्षमा हुइगओ हए, और बक पाप तोप दाईहए। " 8बो आदमी धन्यको हए, जौनको विरुद्धमे परमेश्वर पापको लेखा नएलेतहए ।”9तव का जा आशिर्वाद खतनाबालेनके ताँहि मात्र हए? कि बेखतनाबालेनके ताँहि फिर हए ? काहेकी हम कहत हँएं , अब्राहामके ताँहि त उनको विश्वाससे धार्मिकताके रुपमे गिनो । 10अैसो हए कहेसे, जा कैसे गिनीगौ तौ? अब्राहाम को खतना होनसे अग्गु अथाव पच्छु? जा खतनामे होत ना भौ रहए , पर बेखतनामे भौ रहए।11अब्राहाम खतनाको चिनहा पाइ।जा विश्वासको धार्मीकताकी छाप रहए, जो बा खतना होनसे पहिले पाइ गौ रहए । जा चिनहाको फल ता बे खतना होनसे पहिलियए बा विश्वास करन बारे सबएक पिता बनो । जक मतलब जा हएकी बो धार्मीकता बिनके ताँहि धार्मीकतामे गिनैगो । 12जक मतलब जा हएकी अब्राहाम खतनासे आए भए बालेक ताँही इकल्लो नाए, पर हमर पिता अब्राहामके पिछुवान बालेनके ताँहि फिर पिता बनो । और बो खतना होनसे पहिलियए बक संग विश्बास रहए ।13काहेकी संसारके उत्तरधिकारी होनके ताँहि अब्राहाम और उनको वंशके दओ प्रतिज्ञा व्यवस्थासे ना दैरहए , पर जा विश्वासके धार्मिकतासे रहए । 14काहेकि अगर बो व्यवस्था पालन करनबारे मात्र उत्तराधिकारि हँंएं कहेसे विश्वासके त खाली बानइ और प्रतिज्ञाके रद्द करीँ । 15काहेकी व्यवस्था दिक्क लतहए, पर जहाँ व्यवस्था नैयाँ बोहुअँ अपराध फिर ना हुइहए ।16जहेमारे जा विश्वासकेउपर होत हए, काहेकि बो अनुग्रहउपर हुइ पाबए ।फलके रुपमे , प्रतिज्ञा सबए सन्तानके ताँहि पाक्को हए। और जे सन्तान व्यवस्था इकल्लो जानन बरेनके ताँहि ना हए, पर बे अब्राहामकी विश्वाससे आएभएनके फिर समेटत हए ।काहेकी बो हम सबकी पिता हए। 17जैसो लिखो हए, “ मए तोके तमान जातिके पिता बनाओ हौं ।” अब्राहाम अपन भरोसा करो भौ परमेश्वरकी उपस्थितिमे रहए, जौन मरेनके जीवन देतहए और अस्तित्वमे नाभए चिजके अस्तित्वमे लाए सक्त हए ।18जे सबए बाहिरी परिस्थिती होतसोत फिर भविष्याके ताँहि अब्राहाम परमेश्वरमे दृढ भरोसा करी। तहिकमारे बा " तिर बाच्चा आइसी होमंगे" कहोजैसो गजब जातिनकि पिता बनो । 19बो विश्वासमे कमजोर ना रहए। अब्राहाम जानिगौ की बक शरीरमे बाच्चा जलमन तागत ना रहए ।(काहेकी बो करिब सौ वर्ष घेन पुगिगौ रहए) । साराकी कोख फिर बाच्चा जलमान ताँहि तागत ना रहए फिर बि बा स्वीकार करी ।20पर परमेश्वरकी प्रतिज्ञाके कारण, अब्राहामके कुछु शङ्का (अविश्वास) ना रोकी । बरु, बाके विश्वासमे पाक्को बनाइ और बा परमेश्वरकी प्रशंसा करी । 21परमेश्वर जो बात प्रतिज्ञा करी रहए ,बो बा बात पुरा करन ताँहि होन्नरी रहए बा पूर्ण रुपमे विश्वस्त रहए । 22"जहेमारे फिर बा को विश्वास ""बाके ताँहि धार्मिकता गिनी ।”23अब जा केवल बाको भलाईके ताँहि ना गिनो रहए । 24जा हमर ताँहि फिर लिखो गौ रहए , जौनके ताँहि गिनन बारो हए , हम जौन हमर येशू प्रभुके मरके जिन्दा करन बारोमे विश्वास करत हँए । 25बो बाही हए जौनके हमर अपराधके ताँहि सौँपो गौ रहए, और हमके धर्मी ठहरान ताँहि जिन्दा भौ हए ।
1हम विश्वाससे धर्मी ठहारानके करणसे हमर येशू ख्रीष्टसे हम परमेश्वरसंग शान्तिमे हँएं । 2हम बोक उपरको विश्बवाससे जा अनुग्रहमे घूसन् पाए हँए । जा अनुग्रहमे हम ठडे हँए । हमर परमेश्वर हमके भविष्यके ताँहि मजबुती देन बारो मतलब परमेश्वरके महिमामे सहभागी हुइके हमर आशामे हम रमातहए ।3यितकै इकल्लो नैयाँ, पर हम अपनो संकष्टमे फिर रमातहँए ।, हम जानत हँए कि संकष्ट सहनशीलता उत्पन्न करतहए, 4सहनशीलता मिलाप उत्पन्न करात हए और सहमति भविष्यके ताँहि भरोसा उत्पन्न करात हए । 5आशा हमर निराशा ना करत हए, काहेकी हमके दौ भौ पवित्र आत्मासे परमेश्वरको प्रेम हमर हृदयमे अखानए दैहए ।6काहेकी हम दुर्वल रहएँ ख्रीष्ट अधर्मीके ताँहि ठीक समयमे मरीगौ । 7कोई मुस्किलसे मरैगौ एक जानै धर्मी आदमीके ताँहि , आथव एक जानै असल आदमीके ताँहि सायद कोई मारनको साहस करतो ।8पर परमेश्वर हमर ताँहि बाको प्रेम जहेमे दिखातहए, कि हम पापी होतए ख्रीष्ट हमर ताँहि मरो हए । 9जहेमारे बाको रगतसे औ जद्धा धर्मी ठहारे हँएं, पर हम बा को क्रोधसे बच्ङगे।10काहेकी हम शत्रु होतए बाको लौडाके मृत्युसे परमेश्वरसँग हमर मिलाप भव रहए, ताबहि झन् जाद्धा अब उनहिसँग मिलाप हुइके ख्रीष्टको जीवनसे हम बचामङगे । 11यितकै इकल्लो नए, पर हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे परमेश्वरमे हम रमात फिर हँंए, बासे अब हमके परमेश्वरसँग मिलाप प्राप्त भौ हए ।12एक जनै आदमीसे संसारमे पाप आओ , और पापसे मृत्यु आओ । आइसी सब आदमीमे मृत्यु फैलिगौ , काहेकी सब पाप करीं । 13व्यवस्थासे अग्गु फिर संसारमे पाप रहए, पर जहाँ व्यवस्था नैयाँ, बोहुना पापको लेखा फिर नाहोतहए ।14आदमसे लैके मोशा तक और आदमीकी जैसो पाप नकरन बारेके उपर फिर मृत्यु राज्य करी, जो आनबारो रहए बक प्रतिरुप रहए । 15सेँतको वरदान और बो अपराधमे कोइ समानता नैयाँ । काहेकी एक जनै आदमीको, अपराधसे तामान आदमी मरे और एक जनै आदमी आथब येशू ख्रीष्टको अनुग्रहसे अनबारो वरदन गजबके ताँहि प्रशस्त होबए ।16सेँतको वरदान त एक जनै आदमीको पापको नतिजाजैसो ना हए । एकघेन ,एक जनै आदमीको अपराधसे दण्डको न्यो आओ ।दुस्रो घेन सेँतको वरदान गजब अपराध पिच्छु निर्दोषीकरणको नतिजामे आओ । 17अगर एक आदमीको अपराधसे बा आदमीसे मृत्यु राज्य करी , कहेसे झन जाधा प्रशस्त अनुग्रह और धार्मिकताके सेँतको वरदान पनबारो एक आदमी येशू ख्रीष्टसे जीवनमे राज्य करैगो ।18आइसी जा एक आदमी अपराधसे सब आदमी दण्डको भागीदार बने, आइसीयए एक आदमीकी धार्मिकताको कामसे सब आदमीके ताँहि धर्मीकरण आओ । 19जैसी एकआदमीके अनाज्ञाकारितासे गजब जनैके पापी बनाई, आइसी करके एक जनै आज्ञाकारीसे गजब जनै धर्मी बनङ्गे ।20पर व्यवस्था आओ काहेकी अपराध बढए । पर जहाँ पाप बढेहए अनुग्रह झन जाद्धा बढेहए, 21जहेमारे कि जैसी पाप मृत्युमे राज्य करी, आइसी करके येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुद्वारा अनुग्रहसे धर्मी ठहरएके अनन्त जीवनतक राज्य करए ।
1अब हम का कहँए? का अनुग्रह प्रशस्त होबाए कहिके हम पापमे लगेरहमए ? 2आइसो कबहु नहोबाए! हम जो पापके ताहिं मरे, तव हम कैसे बा पापमे जिमएँ ? 3जितनोके ख्रीष्ट येशूमे बप्तिस्मा दैहए, उनके बाको मृत्यूमे बप्तिस्मा दैहए का तुम नजानत हौ ?4जहेमारे बप्तिस्मामे हम मृत्युमे बाकेसँग गाडे गए, ताकि जैसी पिताके महिमामे ख्रीष्ट मरेभएसे जिन्दा भौ, अइसी हम फिर नयाँ जीवनको डगरमे नेगैं ।| 5अगर बाको मृत्युमे हम बाकेसँग एक भए हएँ कहेसे, बाके पुनरुत्थानमे फिर पक्कए हम बाकेसँग एक होमंगे ।6हम जानत हएँ, कि हमर पूरानो मनुष्यत्व बाकेसँग क्रुसमे टाँगिगओ, ताकि हमर पापमय शरीर नाश होबए, और अब उइसो हम पापको कमैया नहोमएँ । 7काहेकी जो मरो हए बो पापसे मुक्त भौ हए ।8पर हम ख्रीष्टसँग मरे हएँ कहेसे बाकेसँग जिमङ्गे काहिके विश्वास करत हएँ । 9हम जानत हएँ कि ख्रीष्ट मरेभए मैसे जिन्दा हुइके फिर न मरैगो । अब बाकेउपर मृत्युको राज्य नाहुइहए ।10जौन मृत्युमे बो मरो बो पाप के ताँहीं सदिमान के ताहिं एक दौँ मरो । पर जौन जीवनमे बो जितहए, बो परमेश्वरके ताहिं जितहए । 11अइसी करके तुम फिर अपन- अपन पापके ताहीं मरे, पर ख्रीष्ट येशूमे परमेश्वरके ताहिं जिन्दा भौ मानन पड्त हए ।12जहेमारे शरीरको अभिलाषा अनुसार चलन नपडै कहिके तुमके मरणशील शरीरमे पापके राज्य करन मत देव । 13अपन शरीरके अङ्गके दुष्टताके साधनके रुपमे पाप करन समर्पण मतकरौ । पर मृत्युसे जीवनमे लाए भए आदमी जैसो अपनैके परमेश्वरठीन दैदेओ, और शरीरके अङ्गनके धार्मिकताके साधन जैसो परमेश्वरठीन समर्पण करौ । 14काहेकी पापके तुमरउपर राज्य करन नदेव, काहेकितुम व्यवस्थाके अधिनमे नाहौ, पर अनुग्रहके अधिनमे हौ ।15अब का तौ? का हम व्यवस्थाके अधिनमे नैयाँ, पर अनुग्रहके अधिनमे हएँ कहिके पाप करैं का ? कबहु अईसो ना होबए । 16का तुम नजानत हौ, आज्ञाकारी कमैयाको रुपमे अपनएके जौन ठिन समर्पण करत हौ, बक उपर तुमके आज्ञाकरीहोन पड्हए? जा सत्य हए की तुम मृत्युघेन जानबारो पापको कमैया हौ या धार्मिकताघेन लैजानबारो आज्ञाकारीके सेबक हौ।17पर परमेश्वरके धन्यवाद होबए, कि तुम जो एक बार पापकी कमैया रहौ, पर तुमअपनएके दौ भौ शिक्षाको ढाँचाके अपन हृदयसे पालन करौ। 18तुमके पापसे मुक्त करि हए और तुमके धार्मिकताको कमैया बनाओ गौ हए ।19तुमर मे रहोभौ मानवीय कमजोरीके कारण से मए तुमके समकनबारो भाषामे मसकत हौ । काहेकी जैसी तुम एक चोटी अपन अङगनके अशुद्धता और औरजाध्धा अपराधके ताहिं समर्पण करे । अब उइसिए पवित्रकरनके ताहिं अपन अङगनके धार्मिकताके ताहिं समर्पण करौ । 20तुम पापके कमैया भए बेरामे धार्मिकताके ताहीं स्वतन्त्र रहौ । 21अब जौन बातमे तुम हबे शर्मात हओ, बो बातमैसे तुमसंग प्रतिफल रहएँ? बे बातनकि अन्त मृत्यु हए ।22पर अब तुम पापसे मुक्त हुइके परमेश्वरके कमैया भए हओ, तव तुमर पानबारो प्रतिफल पवित्रकरण हए, और बाको अन्तमे, अनन्त जीवन । 23काहेकी पापको ज्याला मृत्यु हए, पर परमेश्वरको सेंतको वरदान ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे अनन्त जीवन हए ।
1भइया रेओ, का तुम ना जनत हओ-मए व्यवस्था जानन बालेनसे मसक रहो हौं कि आदमीनको जीवनकाल तक इकल्लो रहन तक नियन्त्रण करतहए ।2उदाहरणके ताहिं, एक व्यहा भइ बैयर बाको लोगा जिन्दाहोन तक अपन लोगा सँग कानुनि रुपमे बँधी रहत हए,अगर बक लोगा मरिगव तव लोगाको नाता कानुनसे बो मुक्त हुइ जात हए । 3अगर लोगा जिन्दा होतमे फिर बो दुस्रो लोगा करके बक सँग रहएगी तओ बो व्यभिचारी कहिलाइगी। पर लोगा मरजए हए तौ बो जा कानुनसे मुक्त हुइ जए है, और दुसरो लोगासे व्यहा करे से फिर बो व्यभिचारी ना हुइ हए ।4अइसी मिर भइया रेओ,तुम फिर ख्रीष्टको शरीरसे व्यवस्थक ताहिं मरे हौ, काहेकी तुम औरोआदमी, अर्थात् मौतसे जिन्दा भओ ख्रीष्टसँग एक होबौ, और हम परमेश्वरके ताहिं फल फलामै। 5जब हम पापी स्वभावमे अपन जीवन बितात रहएँ, तव मृत्युको फल फलान ताहिं व्यवस्थासे उत्तोजित करो भव हमर पापमय खराब अभिलाषा हमर अंगमे काम करत रहए ।6पर अब हमके वन्धनमे करन व्यवस्थाके ताहिं मरके हम अब बोसे मुक्त भए हैं, और हम पुरानो लिखो विधानके अधिनमे नाए पर पवित्र आत्माके नयाँ जीवनमे सेवा करएँ कहिके अैसो भौ हए ।7अैसो हए कहेसे"हम का कहैँ तौ? का व्यवस्था पाप हए? आईसो कबहु ना होए । अगर व्यवस्था नहुइतोत मै पाप पता नाए पैतो, काहेकी अगर व्यवस्था ""तए लोभ मत कर"" कहिके व्यवस्था ना कहितो त लोभ करन का हए बो पता ना पैतो ।" 8पर पाप आज्ञामे मौका पाईके मिरमे सबए मेलको लोभ उत्पन्न कराई । व्यवस्था बिना त पाप मुर्दा जैसो हए ।9व्यवस्था बिना रहत एक दओंमए जिन्दा भौ, पर आज्ञा आओ तव पाप जाग उठो, और मै मरी गौ । 10जीवनको प्रतिज्ञा देनबालो बहे आज्ञा मिर ताहिं मौत लाई ।11काहेकी पापके आज्ञासे मौका पाएके मोके ठगी, और बहेसे मोके मारी । 12व्यवस्था पवित्र है, और आज्ञा पवित्र, न्याय सङ्गत और अच्छो हए ।13तव का जा अच्छो हए, बहे मिर ताहिं मौत लाइ का ? अईसो कबहु ना होबए! पर पाप पापैको रुपमे दिखाबै कहिके अच्छी बातसे पाप मिरमे मृत्यु उत्पन्नकरि रहो हए, काहेकी आज्ञासे पाप सब घेनसे पापमय बनए । 14काहेकी हम जानत हैं कि व्यवस्था आत्मिक हए, पर मए शारीरिक हौ, और पापैमे बिचो हौ ।15काहेकी जो मए करत हौं, बो ना समखत हौ । काहेकी मए जो करन चाहत हौं बो मए ना करत हौ । पर बहे करत हौं, जो मए घृणा करत हौं । 16पर मए जो करन न चाहो भौ मए करत हौं कहेसे व्यवस्था अच्छो हए कहिके मए सहमत हौं ।17जहेमारे अब बो करन बालो मए ना हौ, पर मिर भितर बास करन बारो पाप हए । 18काहेकी मोए पता हए, कि मिरमे, या मिर पापमय स्वभावमे कछु अच्छी बात ना हए । जो अच्छो हए, बो करन इच्छा मिरमे हय, पर मए बो पुरा ना कर पात हौं ।19काहेकी अच्छो काम जो मए करन चाहत हौं, बो मए ना करत हौं, पर दुष्ट काम जो मए करन ना चाहत हौं, बहे मए करे करत हौं । 20अब मए जो इच्छा ना करत हौ, बहे करतहौं कहेसे बो मए ना हौं, पर मिर भितर रहनबारो पाप हए । 21अइसी एक नियमसे काम करो मए पात हौ । जब मए भलो करन चाहत हौं, तव दुष्टताके मिर जौने ठाडो देखत हौं ।22काहेकी मै मिर पुरो हृदय से परमेश्वरको व्यवस्थामे आनन्दित होत हौं । 23पर मिर अंगनमे दुसरो नियमसे मिर मनमे रहो नियम सँग युध्द करत हौं । और मिर अंगनमे बास करन बारो पापको नियमसे मोके वन्धनमे करलेत हए ।24हाए, मएकित्तो दु:खी आदमी हौ! जा मौतकि शरीरमे मोके कौन छुटाय हए ? 25येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुद्वारासे परमेश्वरके धन्यवाद होबए । तभैमारे मए स्वयम अपने मनसे परमेश्वरको व्यवस्थाको सेवा करत हौं, पर मिर पापमय स्वभावसे मए पापको व्यवस्थाको सेवा करत हौं ।
1जहेकमारे अब ख्रीष्ट येशूमे होनबारेनके डण्डको कोई आज्ञा ना हए । 2पाप और मृत्युको व्यवस्ठासे मोके जीवनको आत्मक व्यवस्था त ख्रीष्ट येशूमे मुक्त करी हए ।3पापी स्वभावसे कमजोर हुइके व्यवस्था जो न कर पाई बो परमेश्वर करी, अर्थात् बो अपन पुत्रके पापी शरीरके स्वरूपमे पापबली जैसो पठाई । अइसिए वह पापके शरिरैमे दण्ड दै, 4जहेमारे व्यवस्थाके उचित जरुरत हममे पुरो होबै, हम जो पापमय स्वभाव अनुसार नाए, पर पवित्र आत्माअनुसार चल सकएँ । 5काहेकी पाप स्वभाव अनुसार चलन बारे शरीरक बातमे मन लगात हएँ, पर आत्मा अनुसार चलन बारे आत्माकी बातमे मन लगात हएँ ।6काहेकी पापमय स्वभावमे मन लगान त मृत्यु हए, पर पवित्र आत्मामे मन लगान जीवन और शान्ति हए । 7काहेकी पाप स्वभावके शरीर घेन लागो मन त परमेश्वरके ताहीं शत्रु है । बो परमेश्वरको व्यवस्थक अधिनमे ना होत हए । न बा कबहु हुइ पै है । 8पाप स्वभावके बशमे होनबारे परमेश्वरके खुसी ना कर पएँ हएँ ।9अगर सचमे परमेश्वरको आत्मा तुमरमे वास करत हए तौ, तुम पाप स्वभावमे नाय, पर पवित्र आत्मामे हुइ हौ। पर कोइ आदमीमे ख्रीष्टको आत्मा ना हए कहेसे बो परमेश्वरको ना हए । 10अगर ख्रीष्ट तुमरमे हए कहेसे, पापके कारणसे तुमर शरीर मरके फिर तुमर आत्मा धार्मिकताके कारनसे जिन्दा हुइ हए।11पर यदि येशूके मरो मैसे जिन्दा करन बारेक आत्मा तुमरमे बास करत हए कहेसे ख्रीष्ट येशूके मरोभौ मैसे जिन्दा करन बारो तुमरमे बास करन बालो बाको आत्मासे तुमर मरनबारी शरीरके फिर जीवन देबइगो ।12जहेमारे भैया रेओ, पापी स्वभाव अनुसार जियन ताहिं हम पापी स्वभाव कता मजबुर ना हएँ । 13काहेकी पापी स्वभाव जैसो जिथओ कहेसे, तुम मरैगे, पर पवित्र आत्मासे शरीरके कामनके तुम निर्मुल बनाए हौ तौतुम जिबैगे ।14काहेकी ,बे सब जो परमेश्वरको आत्मा से चलत हैं, बेही परमेश्वरके सन्तानहएँ । 15"काहेकी फिर डरमे पडन ताहिं दासत्वको आत्मा तुम ना पाए हौ । पर तुम धर्मपुत्र होनको आत्मा पाए हौ। जहेकमारे हम परमेश्वरके ""अब्बा, पिता"" कहिके बुलात हएँ, "16ब त हम परमेश्वरके सन्तान हएँ, कहिके पवित्र आत्मा हमर आत्मासँग गवाही दै है । 17और सन्तान हएँ कहेसे त उत्तराधिकारी फिर हएँ, परमेश्वरको उत्तराधिकारी और ख्रीष्टसँग साझे-उत्तराधिकारी बाके सँग् दु:ख भोगत हएँ कहे से ता हम बहेक सँग महिमित फिर होमङ्गे ।18मै विचार करत हौं, कि हममे जो महिमा प्रकट होबैगो, बाके सँग वर्तमान समयके कष्टन के तुलना करन योग्य ना हए । 19सृष्टि बड़ो आशा से परमेश्वरको पुत्रके प्रकट होन बातके प्रतिक्षा करत है ।20सृष्टि व्यर्थताके बशमे होई गौ, बक अपन इच्छासे नाए पर बाके इच्छासे जौन बाके बशमे करी रहय, जहे आशामे, 21कि सृष्टि बाको अपनो विनाशके वन्धनसे मुक्त कराबइगो, और बक फिर परमेश्वरके सन्तानके महिमित स्वतन्त्रता पाबइगो । 22हम जानत हँए, सारा सृष्टि अभेतक एक सँग प्रसववेदनामे तणप रही हए ।23सृष्टि इकल्लो नाए, पर हम अपना फिर, जामे पवित्र आत्माको पहिलो फल है, सन्तान को रुपमे ग्रहण करन ताहिं, या हमर देहको उद्धारके ताहिं प्रतिक्षा करके हम अपनैफिर भितरै-भितर तड्पत हएँ । 24काहेकी जहे आशामे हम मुक्ति पाए रहएँ । अब देखानबारो आशा त आशा ना हए । काहेकी देखि भइ बातको आशा कौन करत हए? 25पर यदि हम अपनै नादेखी भइ बातकि आशा करत हैं कहेसे धीरज साथ हम बाको प्रतिक्षा करत हएँ ।26अइसीय करके पवित्र आत्मा फिर हमर कमजोरीमे सहायता करत हए । कैसे प्रार्थना करन पणैगो हम ना जानत हँए, पर शब्दमे ना कहन सकन बारी बातमे पवित्र आत्मा हमर ताहिँ मध्यस्थता करत हए। 27और आदमीनको हृदयके ढुँणन बारो पवित्र आत्माक विचार का हए सो जानत हय, काहेके परमेश्वरके इच्छा अनुसार पवित्र आत्मा त सन्तनके ताहिं मध्यस्थता करत हए।28हम जानत है, बोके प्रेम करन बारे और बक अभिप्राय अनुसार बुलाएभएक ताहिं सब बातमे परमेश्वर भलाइ करत हए । 29जौन जौनके बो अग्गुसे चिन लै हए, बो उनके अपन पुत्र को रुप जैसो बनान ताहिं, तमान भइया मैसे बो बडो होए कहिके, अग्गुसे नियुक्त करडारि रहए । 30जौन जौनके बो अग्गुसे नियुक्त करी रहए, उनके बो बुलाई फिर रहए, और जौन जौनके बो बुलाई रहए, उनके बो धर्मी फिर ठहराइ रहए, और जौन जौनके धर्मी ठहराई रहए उनके बो महिमित फिर कर दै ।31हम जामे का कहए त? अगर परमेश्वर हमर घेन हए त, हमर विरुद्ध कौन हुइ हए? 32जौन अपन सघो लौंडाके बाँकी ना रखाइ, पर हम सबकेताँहिं बोके दएदै, का बो हमके सबए चीज फिर बहेक सँग ना देहए का?33परमेश्वरको चुने भएन के विरुद्धमे कौन अभियोग लगए है? धर्मी ठहरान बालो त परमेश्वर हए । 34दण्डको आज्ञा देन बालो कौन हए? मरन बालो त ख्रीष्ट येशू है, जो मरके फिर जिन्दा हुइ गौ, और परमेश्वरको दहिना हात घेन है, और हमर ताँहिं मध्यस्त फिर हए ।35कौन हमके ख्रीष्टको प्रेमसे अलग करैगो? का संकष्टसे या दु:खसे, या उपद्रब, या अनिकालसे, या गरीबीसे, या फिर खतरासे या तलवारसे? 36अइसो लिखो हए, “तुमर ताँहिं हम दिन भर मरत हैं, कटन बारो भेडा हानि हम गिन गए हएँ ।37नाए, जे सब बातमे हमके प्रेम करन बारेक द्वारा हम जितन बारेनसे फिर औरजाधा हँए । 38काहेकी मए जा अच्छेसे जानत हओ, कि मौतसे या जिन्दगीसे स्वर्गदुत और प्रधानतासे, वर्तमानको बातसे या पच्छुक बातसे या शक्तिसे, 39उचाईसे या गहिराइसे, या सारा सृष्टिमे भए कोइ फिर बातसे, ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे भव परमेश्वरको प्रेमसे हमके अलग ना कर पाबैगो ।
1मए ख्रीष्टमे सत्यबोलत हौं, मै ना ठगो हौं ।मिर बिवेक से पवित्र आत्मामे मोके गवाही देत हए। 22 मिर हृदयमे गजब शोक और मनमे अटुट वेदना हए।3मए त हियाँ तक फिर चाँहत हौं कि मिर भैया और मिर जातिको नातासे मिर कुटुम्बनके ताँहीं मएत श्रापित होमओ और ख्रीष्टसे अलग होमओ! 4बे इस्राएली है, औ पुत्र होनबारो अधिकार, महिमाक दर्शन, करार, व्यवस्थाको प्रदान, मन्दिरको अराधना और प्रतिज्ञा उनको अपनो हए। 5पूर्खा जिन्हिक त हए, और ख्रीष्ट फिर शरीर अनुसार बिनहिक वंशको त हए, सबसे उचो परमेश्वर, जौनके युगौंयुग स्तुति होबै । आमेन।6पर परमेश्वरको वचन बिफल ना भौ हए । काहेकी इस्राएलसे जन्मे सबए इस्राएल ना हँए, 7ना त अब्रहामको सन्तान हए कहेस का सब बक लौड़ा-लौड़िया हएँ ।पर धर्म शास्त्रमे कहो अनुसार इसाहकै से उनको सन्तान गिनैगो ।8जाको अर्थ, शरीरसे जन्मे भए परमेश्वरको सन्तान ना हँए, पर करारसे उत्पन्न भए सबै अब्रहामके सन्तान हैं । 9बो प्रतिज्ञा अइसो कहत हए, “कहो समयमे मए फिरके आमङगो , और साराको एक लौड़ा होबैगो ।”10उइसो इकल्लो ना हए, जब रिबेका एकै पुरुष हमर पूर्खा इसहाकसे गर्भधारण करी, 11और जुडिया बालक जल्मानसे अग्गुसे, बे कोइ अच्छो या खराब करनसे अग्गु कर्मसे ना पर बाको बुलावट अनुसार परमेश्वरको चुनाउको उदेश्य ठहरए कहिके 12रिबेकासे अइसीए कहो गओ रहै, “बडो छोटेको सेवा करैगो ।” 13जैसी लिखो हए, याकूबके मै प्रेम करो, पर एसावके तुच्छ मानो ।'14अब हम का कहैं? का परमेश्वरमे अन्याय है त?कतै नाए ! 15बो मोशाके कहत हए, “ जौनके उपर मए कृपा करन चाहत हौ,बाके मए कृपा करङ्गो, और जौनके मए दया चाहत हौ, बाके मए दया करङ्गो|” 16जहेमारे आदमीको इच्छा वा प्रयास उपर जा निर्भर ना रहत हए पर परमेश्वरके कृपा उपर निर्भर रहत हए ।17कि धर्मशास्त्र फारोसे कहात हए, “मै मिर शक्ति तिर उपर दिखामौ, और सारा पृथ्वीमे मिर नाउँक घोषणा करैं जहे आसरासे मै तोके खडो करो ।” 18जहेमारे बो इच्छा करनबारेके बो कृपा करत हए, और बो इच्छा करन बारेके हृदयके बो कठोर बनात हए ।19तव तुम मोसे कहबैगे, “परमेश्वर और काहे दोष लगात हए? काहेकी बाको इच्छाक कौन विरोध कर सकत हए ?” 20पर तए आदमी हुइके परमेश्वरको मुहुँ लागन बालो तए कौन हए? का बनाइ भइ चीज अपने के बनान बारे से”मोके काहे अइसो बानओ ? “ कहात हए का ? 21का एकै मट्टीको ढिकासे एकै आदरको बरतन, और दुसरो तुच्छकामके ताहिं बनानके मट्टीके उपर कुमराको अधिकार ना हए का?22अगर परमेश्वर अपन क्रोध दिखान और अपन शक्ति प्रदर्शन करन ताहिं विनाशके ताँहिं तयार करो भव क्रोधको पात्रनके अत्यन्त धीरजसे सहिहए कहेसे, का भौ त? 23अगर महिमाके ताँहिं अग्गुसे तयार करोभौ बाको कृपा-पात्रनके अपन महिमक सम्पति प्रकट करन ताँहिं बो अइसो करी- 24या हम, जौनके यहूदीसे इकल्लो नाए, पर अन्यजातिनके फिर बो बुलाई हए कहेसे का भौ त?25जैसी होशे के किताबमे बो कहत हए, “जौन मिर आदमीना रहएँ, उनके मए, मिर प्रजा बनएँ हौं । और जौनके मए प्रेम ना करो रहौं, बाके मए 'मिर प्रिय' कहङ्गो ।” 26और जहाँ तुम मिर प्रजा ना हओ । कहिके उनके कहि रहै, हुवाँ बो 'जीवित परमेश्वरको सन्तान कहिलामङ्गे ।”27इस्राएलके बारेमे यशैया कहत हए, “इस्राएलकेसन्तानको संख्या समुन्द्रको रेता बराबर है फिर बचे भएनके इकल्लो उद्धार होबैगो । 28काहेकी प्रभु-पृथ्वीमे बाको डण्डको आज्ञा दृढता और शीघ्रता से पुरा करैगो|” 29यशैया जा भविष्यवाणी करी हए, “सेनन्को परमप्रभु हमर ताँहिं सन्तान ना छोड़तो तौ हम सदोम जैसी हुइते और गमोरासमान बनजैते ।”30अब हम का कहैं? धार्मिक्ताकेपिच्छु नलागनबारे अन्यजाती धर्मिकता पाईं हएँ, या विश्वाससे पान बारो धार्मिकता । 31पर व्यवस्थाके उपर आधारित भव धार्मिकताको पच्छु लागनबारे बे इस्राएल बो व्यवस्था पुरा ना कर पाईं ।32काहे ना कर पाई? काहेकी धार्मिकता कर्मके उपर आधारित हए। सोचके बो विश्वाससे धार्मिकता ना ढुड्त हए| बे ठेस लागन बारे पत्थरमे ठक्कर खाइके गिरे हएँ । 33अइसो लिखो हए, “देखौ, मै सियोनमे एक पत्थर धरङ्गो, जा मे आदमीके ठेस लागत हए, एक चट्टान, जो तोके गिरात हए, पर बोके उपर भरोसा करन बाले कोइ शर्ममे ना पड़ैगो ।
1भैया रेओ, मिर अपनी हृदयको इच्छा और बिनके ताँहि परमेश्वरमे मिर प्रार्थना जहे हए, कि बे उद्धार पामएँ । 2मए जा गवाही देत हौं कि परमेश्वर प्रति बिनको जोश त हए, पर जा जोश ज्ञान अनुसार नैयाँ । 3काहेकी परमेश्वरसे आनबारो धार्मिकतक बारेमे ना जानके बिनको अपनो धार्मिकता स्थापित करन ढुड्त बे परमेश्वरको धार्मिकताके अधिनमे ना हएँ ।4काहेकी विश्वास करन बारे धर्मी ठहरए कहिके ख्रीष्ट व्यवस्थाको अन्त्य हए । 5मोशा लिखत हए, “व्यवस्थामे आधारित भव धार्मिकता पालन करन बारे आदमीबहेसे जीहए”।6तव विश्वास उपर आधारित भौ धार्मिकता आइसो कहत हए, “मनए मनमे अइसो मत कहओ, 'स्वर्गमे कौन चढपए है ?' (अर्थात् ख्रीष्टके तरे लान ताँही), 7वा अपने मनमे अइसो फिर मत कहओ, 'पातालमे कौन उतरैगो?” (अर्थात् मरे भएसे ख्रीष्टके उपर लानके ताहीं)”|8"पर जा का कहात् हए? “वचन तुमर जौने हए, तुमर मुहुमे और तुमर हृदयमे"" अर्थात् विश्वासको वचन, जो हम प्रचार करत हएँ ।" 9काहेकी अगर तुम येशूके प्रभु हए करके अपन मुहुसे स्वीकार करे हौ, और परमेश्वर बोके मरेसे जिन्दा करी कहिके अपन हृदयसे विश्वास करत हौ तौ तुमर उद्धार हुइ हए । 10काहेकी आदमी अपनो हृदयमे विश्वास करत हए और बा निर्दोष ठहरत हए, फिर बो अपन मुहुसे स्वीकार करत हए और उद्धार पात हए ।11धर्मशास्त्र कहत हए, “बोके उपर भरोसा करन बारे कोइ लाजमे ना पणङ्गे ।” 12काहेकी यहूदी और अन्यजातीमे कोइ भेद नैयाँ । बो एकै प्रभु सबैको प्रभु हए, और बोके पुकारन बारे सबके अपनो गजबै आशिष देत हए । 13"काहेकी ""प्रभुको नाँउ पुकारन बारे हरेक उद्धार पामङ्गे" ।14जौन विश्वास करत नैयाँ बोके आदमी कैसे पुकारैं? जौनके बारेमे सुनी नैयाँ बोके उपर बे कैसे विश्वास करैं?और प्रचारक विना बे कैसे सुनै? 15और कोइ ना पठाए हएँ तव आदमी कैसे प्रचार करङ्गे? जैसो लिखो हए, “सुसमाचार प्रचार करन बारेनके पाँउ कित्तो सुन्दर !”16तव बे सब सुसमाचार पालन ना करी हएँ, काहेकी यशैया कहत हए, “हे प्रभु, हमसे सुनी बात कौन विश्वास करी हए?” 17जो सुनो गव हए, बोसे विश्वास आत हए और जो सुन्त हए बो ख्रीष्टको बचनसे आत हए ।18पर मए पुछ्त हौं, “का बे सुनी हैं? नेहत्तय बे सुनिहए, काहेकी विनको आवाज सारा पृथ्वी भर पुगो हए, और विनको वचन संसारको दुसरो छोर तक पुगो हए ।”19मए फिर पुछङ्गो, “का इस्राएल ना सम्झी ?”सबसे पहिले मोशा कहात हए, “जो एक जाती ना है, मए तुमके बिनके प्रति दुश्मनाई करबाएदेहौं, एक मुर्ख जातिसे मए तुमके गुस्सा करबाएदेहौं ।”20तव यशैया सहास से कहत हए, “मोके ना ढुड्नबाले मोके पाई हएँ, जौन मोके नाए ढुडीरहए बिनहिके विचमे मए अपनेके प्रकट करो हौं ।” 21पर इस्राएलके बारेमे बे कहत हएँ, “दिन भर त अटेरी और विरोधी आदमी घेन मए मिर हाँथ पसारे हौं ।”
1जहेमारे मए पुछत हौं, “का परमेश्वर अपन आदमीनके त्याग दै हए ?” कदापि नैया! काहेकी मए फिर त अब्रहामको सन्तान, बैन्यामिनको कुलको एक इस्राएली हौं । 2परमेश्वर पहिलीय से चुनेभए अपन आदमीनके बहिष्कार ना करी । का-एलियाके बारेमे पवित्र-शास्त्र कहि बात तुम ना जानत हौ ? बा इस्राएलके विरुद्धमे परमेश्वरसे कैसे विन्ती करत हए, 3" ""हे प्रभु बे तुमर अगमवक्तनके मारी हएँ, तुमर वेदी उजाड दै हएँ, और मए इकल्लो छुटो हौं, और बे मिर प्राणके खोजीमे हएँ ।”"4तव उनके परमेश्वरको उत्तर का कहत हए? “बालके सामने घुटो ना टेकनबारे सात हजार आदमीनके मए अपन ताहिं धरे हौं ” 5अइसी करके जा वर्तमान समयमे फिर अनुग्रहसे चुनेभएनके करणसे बाँकी रहे हँए ।6पर अनुग्रहसे हए कहेसे वह कर्मको आधरमे नैया, नत अनुग्रह और अनुग्रह ना रहतो । 7आईसो हए तौ का? इस्राएल जो ढुँडी रहए बो पानके असफल भौ पर चुने भए बो प्राप्त करी । और सबए कठोर बने, 8"अइसो लिखो हए: “परमेश्वर विनके चेतनाहीन आत्मा दै हए । अइसोआँखी दै हए जौन नदेखए और अइसो कान जौन ना सुनए, और आजको दिन तक फिर बे अइसी हएँ"","9और दाऊद कहात हए, “बिनको भोजनको टेबुल बिनके ताँही फन्दा और धराप बनए, एक गड्ढा और बिनके ताहिं बदला देन बारी बात होबए । 10बिनकी आँखी ना देखन बारेनके धुम्ली होमए, और बिनको पिठ सबदिन कुबरी भइ रहबै ।”11जहेमारे मए पुछत हौं, “का गिरनकेताहीं बे हुणकत हँएं?” कदापी नैयाँ! पर इस्राएलको अपराधसे अन्यजातीनमे मुक्ति आओ हए, तव इस्राएल फिर मुक्तिक ताहिं जलन होबै । 12अब अगर बिनको अपराध संसारके ताँहिं सम्पति और बिनको असफलता त अन्यजातीनके ताँहिं सम्पति हुइहए कहेसे त बिनको पुरा समावेश त औ कित्तो अर्थपूर्ण हुइहए ?13अब तुम अन्यजातीनके कहात हौंअन्यजातिनके प्रेरित भएके कारण मए मिर सेवाके महत्व देत हौं, 14जा आशामे कि मिर अपनो यहूदी जातीके जलन करबाएकेऔर बिन मैसे कोइ-कोइके बचामंगो।15काहेकी अगर बिनको बहिस्कार संसारको मिलाप हए कहेसे, बिनकोअपन्नबालो मौतसे जीन्दा करत का हुई तो ? 16अगर मणो भौ चुन एक अंशको पहिलो- भेटीके रुपमे अर्पण करो हए तव, जम्मए ढुक्ला पवित्र होत हए ।अगर जर पवित्र हए तव हाँगा फिर पवित्र हुइ हए ।17अगर कोइ हाँगा कटके और असल जैतुनको जराको रस-भण्डारमे सहभागी होनके तुम एक जङगली जैतुन हुइके फिर बिनके ठाउँमे कलमी बँधे हौ तौ, 18बे हँगनके जौने घमण्ड मत करओ ।अगर घमण्ड करन हए तौ, जा याद करओ कि जरके थामन बारे तुम नैया, पर जर तुमके थामे हए ।19तुम कहत हौ, “मए कलमी बाँधपामऔ कहिके त हाँगा कटे रहएँ । 20ठिकै हए, बिनको अविश्वास के कारणहाँगा कटे हएँ । तुम त तुमर विश्वाससे इकल्लो ठाडे हौ ।घमण्ड मत करओ, पर श्रद्धापूर्णभय करओ । 21काहेकी अगर परमेश्वर स्वाभाविक हाँगाके बाँकी नाए राखी तुमके फिर बाँकी ना रखाबैगो ।22जहेकमारे परमेश्वरको दया और कठोरताके ध्यानमे धरौ- पतन भएनके उपर कडा व्यवहार, पर बाके दया तरे रहबाइगे कहिके तुमके परमेश्वरको दया देखाबौगो,नत तुम फिर कटि जए हौ ।23बे फिर अविश्वाससे ढिट हुइके ना बैठङ्गे कहे से त कलमी बँधङ्गे।काहेकी परमेश्वर बिनके फिर से कलमी बाँध सक्त है। 24काहेकी अगर तुम प्रकृतिक जङगली जैतुन हुइके फिर कटिगए और प्रकृतिके विरुद्ध एक अच्छो जैतुनको पेंडमे कलमी बाँधैगे कहे से त जे प्रकृतिक हाँगा आपनए निज जैतुनके रुखामे और कित्तो जाधा कलमी बँधङ्गे ।25भैया रेओ, अपन घमण्डमे तुम बुद्धिमान होन ढुड्त हओ काहेकी तुम जा रहस्य सम्झौ करके मए चाहत हौं, कि अन्यजातीको संख्या पूरो ना भव तक इस्राएलीनको एक अंशमे कठोरता आओ हए ।26अइसिए सारा इस्राएलको उद्धार हुइहए, जैसे लिखो हए, “उद्धारक सियोनसे आबैगो बहे याकूबसे अधर्म हटाबैगो ।” 27औ बिनके सँग मेरो करार जहे हुइहए, जब मै बिनके पाप हरण करङ्गो ।”28एकघेनबे सुसमाचारके हिसाबसे त बे तुमर ताहीं परमेश्वरके शत्रु हएँ, पर चुनेनके हिसाबसे त पुर्खनके ताहीं बे प्रिय हएँ । 29काहेकी परमेश्वरको वरदान और बोलावट अटल हए ।30काहेकी जैसी तुम फिर एक चोटी परमेश्वरको आज्ञा पालन ना करन बारे रहौ, पर अब तुमर अनाज्ञाकारीताके कारण तुम कृपा पाए हौ । 3131 तुमके कृपा दिखानके कारण बे फिर कृपा पामए करके बे हबए अनाज्ञाकारी भए हएँ । 32काहेकी परमेश्वकरको कृपा सब आदमीनके उपर होबए कहिके बा सबके अनाज्ञाकारितामे त सौंप दइहए ।33ओहो!परमेश्वमरको वैभव और बुद्धि और ज्ञान कित्तो गहिरो! बाको इन्साफ कित्तो अगम और बाको मार्ग बुझ ना पान बारो ! 34"काहेकी प्रभुको मनके कौन जानत है? अर्थात् बाको सल्लाहाकार कौन भौ हए?”"35" ""अर्थात्, कौन बाके कोइ उपहार दै हए और परमेश्वर बाके लौटाए हए?”" 36काहेकी सब चिज बासे, बहेक द्वारा और बहेक ताँहिं हए बहे के त सदासर्वदा महिमा होबै ।आमेन ।
1जहेकमारे भैया रेऔ, परमेश्वरको कृपाके ध्यानमे धरके मए तुमसे अनुरोध करत हौं, कि तुमर आत्मिकी उपासनाको रुपमे अपन-अपन शरीरके पवित्र और परमेश्वरके ग्रहण योग्य होनके जिन्दा बलिके रुपमे अर्पण करओ ।जहे त तुमर उचित सेवा हए । 2जा संसारके ढाँचामे मत चलओ पर अपन मनमे नयाँ हुइके पुरा रुपसे परिवर्तन होबओ, और परमेश्वरको अच्छो ग्रहण योग्य और सिद्ध इच्छा का हए, तुम जान सकौ ।3काहेकी मोके दओ अनुग्रहसे तुमर मैसे सबैके मए विन्ती करत हौं, जौन अपनोके जैसो सम्झन पडत हए बोसे जाधा मत सम्झओ पर परमेश्वर सबैके दओ भव विश्वासको नापबमोजिम सन्तुलित विचारसे सोचए ।4काहेकी जैसी हमर एक शरीरमे गजब अङग होतहए, पर सब अङगको एकै काम ना होत हए । 5जैसी हम जो गजब हएँ, हम फिर ख्रीष्टमे एकै शरीर हएँ, और सब एक-दुसरेको अङ्ग हएँ ।6हमके दओ अनुग्रह अनुसार अलग अलग वरदान हम प्रयोग करएँ । अगमवाणीको हए तौ, विश्वासको परिमाण अनुसार, 7सेवा को हए तौ, सेवाको काममे, शिक्षा देनबारो शिक्षा देनबारोको काममे, 8अर्ती देनबारो अर्ती देबए , दान देनबारो उदारचित्त्से, शासन करनबारो उत्साह से, कृपाको काम करनबारो खुसीसाथ ।9प्रेम निष्कपट होबए। जौन बात खराब हए, बाके घृणा करौ ।जौन बात अच्छो हए, बोमे लागे रहबौ । 10भातृ-प्रेमसे एक-दुसरेके प्रेम करौ । अपनेसे जाधा औरेनके आदर करौ ।11जोशमे पच्छु मत हटओ । पवित्र आत्मामे प्रज्वलित होबओ, प्रभुको सेवा करत रहबओ । 12अपनो आशामे आनन्द करओ, संकटमे धिरज करओ प्रार्थनामे निरन्तर लागे रहबओ । 13सन्तके घटीकमिमे सहायता देओ, अतिथिसत्कार कायम करओ ।14तुमके सतान बारेन के आशिर्वाद देओ, मत सरापौ 15आनन्द करन बारेन सँग आनन्द करओ । रोन बारेन सँग रोबओ । 16एक-दुसरे सँग मिलके बैठओ, घमण्डी मत होबओ, पर नम्रसँग सङ्गत करीओ । कबहु अहंकारी मत हुइओ।17कोइके खराबीको सट्टा खराब मत करीओ। जौन बात सब आदमीनके दृष्टिमे ठिक हए, बिनमे ध्यान दियौ । 18हुइ सक्त हए तौ, सकेसम्म सबके सँग शान्तिमे बैठीओ ।19"प्रिय हो, अपनएके कबहु बदला मतलिओ, पर परमेश्वरको क्रोधमे छोड देओ । काहेकी, लिखोहए, “बदला लेनको काम मेरो हए, मए बदल लेहओं"", परमप्रभु कहातहए ।" 20बरु, “तुमर दुस्मन भुखानो हए तौ बोके खबाओ, बो पियासो हए तौ बोके पानी देओ । अइसे करनसे तुम बोके मुणमे आगीको भमरा धरैगे ।” 21खराबीसे पराजित मतहोबओ, पर खराबीके भलाईसे जितओ ।
1हर आदमी शासन करनबारो प्रशासकके अधीनमे बैठए,।परमेश्वरसे आओ भओ अधिकार बाहेक और कोइ अधिकार ना होत हए।जौन प्रशासक हए। बे परमेश्वरसे नियुक्त भए हँए। 2जहेमारे प्रशासकके विरुद्धमे खड़ो होन बारो परमेश्वरसे नियुक्त भएनके विरोध करत हए, और जौन-जौन विरोध करत हए, बे डण्डको आज्ञा पामङ्गे।3काहेकी सुकर्मके ताँहि नाए, पर कुकर्मके ताँहि शासकको डर मानत हए।का तुम प्रशासकको डरमे रहन ना चाहत हौ? अइसो हए, अच्छो काम करओ, और तुमके बिनसे प्रशंसा मिलैगो। 4काहेकी तुमर भलाइके ताँहि बा परमेश्वरको सेवक हँए। पर अगर तुम खराबी करत हौ कहेसे डर मानओ, काहेकी बो तरवारके व्यर्थमे नालेत हए। खराब काम करनबारे के उपर परमेश्वरको डण्ड लानके बे परमेश्वरको सेवक हँए । 5जहेमारे परमेश्वरको डण्डसे बचन इकल्लो नाए, पर विवेकके ताँहि फिर तुम बाके अधीनमे रहन पड़ेगो।6जहेकारन से फिर तुम कर तिरत हौ। काहेकी प्रशासक जहे कामके ताँहि हर समय लगे भए परमेश्वरके सेवक हँए। 7तिरन बारी बात सबएके तिरओ-कर तिरनबारोके कर तिरओ, महसुल तिरनबारेनके महसुल, आदर करनबारेनके आदर, इज्जत करनबारेनके इज्जत करओ।8आपसमे प्रेम करन से अलावा कोइको कछु बातमे ऋणी मत होबओ।काहेकी अपन परोसीके प्रेम करनबारो व्यवस्था पुरो करत हए। 9"तय व्यभिचार मत करए, तय हत्य मत करए, तय चोरी मत करए, तय लोभ मत करए,”जे आज्ञा सेअलाबा, और कोइ जित्तो आज्ञा हए, बे सबको सारांश जहे आज्ञामे पात हए, अथवा ""तए अपन परोसीके अपनी जैसी प्रेम करीए।" 10प्रेम परोसीके खराब ना करहे । जहेकारन प्रेम करनो त व्यवस्था पूरा करन हए।11जाके अलावा जा वर्तमान समय कैसो हए, सो तुमके पता हए। अब निधसे उठन ठिक समय आइ गओ हए, काहेकी हम पहिले विश्वास करनसे अग्गु अभए हमर मुक्ति औ झौने हए । 12रात कटगै, और दिन जौने आए गओ हए जाहे करनसेअन्धकारको काम छोड्के हम ज्योतिको हातहतियार धारण करएँ ।13दिनजैसो हम ठिकसे चलएँ| मोजमजामे, मतवालिपनमे, व्यभिचारमे, भ्रष्टाचारमे, झगडामे और दिक्कमे नाए| 14पर प्रभु येशू ख्रीष्टके धारण करओ, और पाप-स्वभावको अभिलाषा पुरा करनबारी बातमे ध्यान मत देबओ ।
1विश्वासमे कमजोर होन बारे आदमीनके ग्रहण कर, पर बक मतकी बारि बातमे वाद-विवाद करन ताँहि ना । 2कोइ सब चिज खात हँए कहिके विश्वास करतहँए, पर विश्वासमे कमजोर होनबारो सागसब्जी इकल्लो खात हए ।3खानबारो ना खानबरो आदमीके तुच्छ नसम्झए, और ना खानबारो खानबारोक दोष ना लगाबए । काहेकी परमेश्वर बाके ग्रहण करी हए । 4दुसरेक टाहलुवाके इन्साफ करनबारो तए कौन हए ? बा त अपनो मालिकके अग्गु ठडोहए वा पतित्त होतहए , बा ठाडबओ जाएगो,काहेकी, बक मालिक बोके ठाड़बएसकत हए ।5कोइ आदमी एक दिनके दुसरे दिनसे जाधा जारुरी मानत हए, दुसरो आदमी सबदिन बराबर मानत हए । सबय आदमी अपनो मनमे पूर्ण रुपसे निश्चित होन पड्त हए । 6जौन आदमी कोइ दिनके विशेष रुपसे पालन करत हए, बो प्रभुको आदरके ताँही पालन करत हए । जौन आदमी खात हए बा, प्रभुके ताँहि खात हए, काहेकी बा परमेश्वरके धन्यवाद देत हए । जौन आदमी ना खात हए, बा परमेश्वरकि आदरके ताँहि ना खत हए और परमेश्वरके धन्यवाद देतहए ।7काहेकि हम कोइ फिर अपन ताँहि ना जितहएँ और कोइ फिर अपन ताँहि ना मरत हँए| 8अगर हम बचङगे कहेसे प्रभुके ताँहि बचङगे, और मरङगे कहेसे प्रभुक ताँहि मरङगे । 9चाहे हम बचएँ, चाहे मरएँ, हम प्रभुके हँए । जहेक ताँहि ख्रीष्ट मरो हए और फिर जिन्दा भव, कि बो मरे भएके और जिन्दानके दुनेको प्रभु होबए ।10पर तुम काहे अपन भैयाको इन्साफ करत हऔ ? या तुम अपनो भैयाके काहे तुच्छ ठहेरत हऔ ? काहेकी हम सबय परमेश्वरके न्याय-आसनके अग्गु ठाड़ङगे । 11काहेकी लिखो हए, “प्रभु काहत हए, 'जैसो मए जीन्दा हओ, प्रत्यक घुटो मिर अग्गु टिकइगो, और सब जिभ परमेश्वरको प्रशंसा करङगे ।”12अइसीय हम सबय परमेश्वरके अपनो लेखा देमङगे । 13जाहेकमारे हम एक दुसरेके अब आइसो इन्साफ ना करएँ । बरु अपन भैयाके डगरमे ठेस लागनबारे बात या बाधा करनबारो बात कबहु ना धारन बाचा करएँ ।14मए जानत हओ, और प्रभु येशूमे मोके निश्चय हए, कि कोइ बात फिर अपनमे अशुद्ध ना होत हँए, पर जौन अशुद्ध मानत हए, बक ताँहि बो अशुद्ध होत हए| 15अगर तुम जो खात हओ, बो बातसे तुमर भैयाक चोट लागत हए कहेसे, तुम प्रेममे ना चले हओ| जौन भैयक ताँहि ख्रीष्ट मरो हए, तुम खाओभव बातसे बाक नाश ना होबए|161716 जहेकमारे तुमके जो अच्छो लागत हए बासे दुसरोके खराब कहेन मत देबओ । 17 काहेकी परमेश्वरको राज्य खान और पिन इकल्लो नाए, पर पवित्र आत्मामे धार्मिकता, शान्ति और आनन्द हए ।18जौन जा किसिमसे ख्रीष्टको सेवा करत हए, बा परमेश्वरके मन पाड्त और आदमीनसे अच्छो ठाहिरो हए । 19तबहि हम बे बातके अनुसरण करेए जो शान्ति लातहए, औ एक दुसरेके आत्मिक उन्नति करत हए ।20खानबारि चिजके ताँहि परमेश्वरके कामके नाश मतकरओ| वास्तवमे सबय बात शुद्ध हँए , पर अपन खाओ भओ चिजसे दुसरेकबाधा करन अनुचित हए । 21उचित त जा हए, कि बुट्टी ना खान, दारु ना पिन, कोइ अइसो काम ना करन, जौनसे तुमर भैयाके बाधा होत हए ।22तुमरमे भव विश्वास परमेश्वर और तुमर बिचमे धरओ| धन्या हए बा आदमी, जौनसे अपनेक उचित मानो भव बातके कारनसे अपनेके दोषी ना ठहरात हए । 23पर कोइ शङका करके कुछ खात हए कहेसे बादोषी ठहरत हए, काहेकी बा विश्वासके साथ नाखाइ हए| विश्वाससे उत्पन्न नाभव कोइ फिर बात पाप हए ।
1विश्वासमे बलियो होनबारे हम अपनए इकल्लो खुसी रहन इच्छा ना धरके कमजोर आदमीको कमजोरीके सहन पड्त हए| 2हम प्रत्येक अपन परोसिको आत्मिक सुधार होबए कहिके बिनको भलाईके ताँहि बिनके खुसी रखामए ।3काहेकी ख्रीष्ट फिर अपनएके खुसी ना करि । अइसो लिखो हए, तुमके निन्दा करनबारेनके निन्दा मिर उपर पडो।” 4अग्गु-अग्गु लिखे भए बात हमर शिक्षाके ताँहि लिखो रहए , जा उधेश्य कि पवित्र-शास्त्रसे आनबारोस्थिरता और उत्साहसे हम आशा प्राप्त करन पामएँ।5स्थिरता और उत्साहको परमेश्वर तुमके ख्रीष्ट येशूसँग एक हुइके एक दुसरेके सँग एक मनके हुइके जिन देबओ, 6कि एकए मनके हुइके एकए सोरसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर और पिताको महिमा तुम कर पाबौ। 7जहेमारे परमेश्वरको महिमाके ताँहि ख्रीष्ट तुमके ग्रहण करी बमोजिम तुम फिर एक दुसरेके ग्रहण करौ।8मए तुमसे कहत हौ, हमर पुर्खनके दै भइ प्रतिज्ञानके खुलस्त करन ताहि परमेश्वरको सत्यताके प्रकट करन ख्रीष्ट खतना भएनके दास बनो रहए। 9जाहे कारन से कि अन्यजातीन से बाको कृपाके ताहि परमेश्वरको महिमा करए।अइसो लिखो हए, “जहेकमारे अन्यजातीनके बीचमे मए तुमर प्रशंसा करत हओ, और तुमर नाँउको स्तुति गामङ्गो।”10और फिर अइसो कहि हए, “ए अन्यजाती, बाको प्रजासँग आनन्द मनाओ।” 11और फिर, “ए साबए अन्यजातीओ, प्रभुको प्रशंसा करओ, और सबए आदमी बाको प्रशंसा करएँ ।”12और फिर यशैया काहात हए, “यिशैको वंशसे एक जनी आबएगो , बा अन्यजातीन के उपर शासन करैगो, बाके उपर अन्यजाती आसा करङ्गे ।”13अब आशाको परमेश्वरसे तुमर विश्वास से सबए आनन्द और शान्तिसे भरीपूर्ण होमएँ , जहे कारन से की पवित्र आत्माको शक्तिसे तुमआशामे प्रशस्त होबओ।14भैया रेओ, मए अपनए फिर तुमर बारेमे विश्वस्त हौँ । मोके निश्चय हए, कि तुम अपनए फिर भलाईसे भरगए हओ, और सारा ज्ञानमे पूरो हुइके एक-दुसरेके शिक्षा देन योग्या हौ ।15पर परमेश्वर मोके दौ भव अनुग्रहके कारन से तुमके फिर सम्झना कारन मए बड़ो साहस करके कित्तोनके बारेमे लिखो हओ । 16जा अनुग्रह अन्यजातीनके ताहि परमेश्वरको सुसमाचारके पुजाहारीको कर्तव्य पालन करन मोके दै हए, ताकी अन्यजाती पवित्र आत्मासे शुद्धहुइके ग्रहणयोग्य बलि बन सकए।17जहेक मारे परमेश्वरके ताहि मेरो सेवामे मोके ख्रीष्ट येशूमे गर्व करनको कारण हए। 18काहेकी, वचन और कामसे अन्यजातीक ताँहि आज्ञाकारी बनानके ख्रीष्ट मेरे द्वारा जो करी हए, बा बाहेक कोइ बिषयमे बोलनको आँट मए ना करत हौँ । 19जा काम चिन्ह और आश्चर्यकर्मके शक्तिसे और पवित्र आत्माके शक्तिसे मए करो हौँ । अइसीयमए यरुशलेमसे लैके इल्लुरिकन ताक चारौ तरफ ख्रीष्टको सुसमाचार पूर्णरुपसे प्रचार करो हौँ ।20और आदमीसे बनाओ भौ जगके उपर घर ना बनामौ कहिके ख्रीष्टकोनाँउ नालेनबारो ठाँउमे सुसमाचार प्रचार करन उत्कट इच्छा मए धरो हौँ । 21जइसी अइसो लिखो हए, “बक बारेमे जोनके कभु ना कहि हए, बे बाके देखङगे, और बक बारेमे जौन कभु ना सुनी रहँए बे सम्झङगे।22जहेमारेत, मए तुमर ठिन आन ताँहि बाहुत चोटी रुको हौँ । 23तव अब जा क्षत्रमे मिर ताँहि काम करन और ठाँउ ना हुइके , और बाहुत वर्षसे तुमर ठिन आन ताँहि पाय्सो हौँ ।24मए स्पेन जात तुमके भेटन आसा करत हौ, और तुमर सँग कुछ समय ताक सङगतिको आनन्द लैके पिच्छु तुम मोके मेरो बाँकी यात्रामे मद्दत देबैगे कहिके आशा करत हौँ । 25पर अब सन्तनके सहायता देनताँहि मए यरुशलेम घेन जात हौँ ।26काहेकी यरुशलेममे होनबारे सन्तनमे जो गरिब हए बिनके ताँहि माकेडोनिय और अखैयाके मण्डलीसे कुछ भेटी दै हँए । 27जा भेटीबे खुसिसाथ जम्म करी रहँए, और नेहत्य त बे बिनके ऋणी फिर बानइँ| काहेकी अगर अन्यजाती बिनकी आत्मिक आशिषमे सहभागी भए हँए कहेस, बे फिर संसारिक आशिषसे बिनकी सेवा करन पड्त हए ।28जहेमारे जा काम निभटाईके बिनके ताँहि उठो जा चन्दा सौपके पिच्छु मए तुमर ठिनसे हुइके स्पेन जामङगो । 29और मए जानत हौँ , मए तुमर ठिन आत ख्रीष्टको आशिषसे परिपूर्णतामे आमङगो ।30भैया रे, हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट और पवित्र आत्माके प्रेमसे मेरे ताँहि परमेश्वर सँग प्रार्थना करन मिर संग गजब प्रयत्न करी कहिके मए तुमके आग्रहपूर्वक बिन्ती करत हौँ, 31कि मए यहूदीयके अविश्वासीसे मुक्त होन सकौँ, और यरुशलेमके ताँहि मिर सेवा सन्तनके ताँहि ग्रहण योग्य होबए, 32और परमेश्वरको इच्छासे आनन्दसँग तुमर ठिन आएके तुमर सँगमे सङगतिसे मए फिर ताजा हुइ सकौ|33शान्तिक परमेश्वर तुम सबएसँग रहबए| आमेन|
1किंक्रियामे भइ मण्डलीकि धर्म-सेविका हमर बहिनिया फिबिकको प्रशंसा तुमर झौने करत हौँ| 2मए तुमके निवेदन करत हौँ कि सन्तनके सोहान बारो किसिमसे बिनके प्रभुमे ग्रहण करओ, और बिनके चाहनबारो कोइ फिर सहयता बिनके देओ, काहेकी बे अपनए बाहुतनको और मिर फिर सहयता करी हए|3प्रिस्का और अकिलास, ख्रीष्ट येशूमे मिर सहकर्मीके अभिवादन । 4बे मिर ताँहि अपनो जीवन संकष्टमे डारीँ । बिनके मए इकल्लो नाए, पर अन्यजातीनके मण्डली जम्मए फिर धन्यवाद देत हँए । 5बिनके घरमे भइ मण्डलीनके आभिवादन देओ । मिर प्रिय इपेनितसके, जो ख्रीष्टके ताँहि एशियाको पहिलो विश्वासी हए, अभिवादन देओ ।6मरियमके, जौन तुमरे बिचमे बाहुत परिश्रम करी, बाके अभिवादन देओ । 7एन्ड्रोनिकस और युनियस, मिर आफन्त और मिर संगी-कैदीके, अभिवादन कहिदेओ । बे प्रेरित मैसे प्रख्यात हँए, और मोसे अग्गु ख्रीष्टमे भए रहँए 8एम्प्लीआतस, प्रभुमे मिर प्रियनके अभिवादन कहिदेओ ।9उर्बानस, ख्रीष्टमे हमर सहकर्मी, और मिर प्रिय मित्र स्ताखुसके अभिवादन कहिदेओ । 10ख्रीष्टको योग्य ठहरेभए अपेल्लेसके अभिवादन कहिदेओ ।अरिस्तोबुलसको घरबारेन्के अभिवादन कहिदेओ । 11मिर आफन्त हेरोदियनके अभिवादन कहिदेओ । प्रभुमे भए नर्किससको घरानाके अभिवादन कहिदेओ ।12प्रभुमे परिश्रम करन बारो त्रुफेना और त्रोफोसाके अभिवादन कहिदेओ । प्रभुमे बहुत परिश्रमी करनबारो प्रिय परसीसके अभिवादन कहिदेओ । 13प्रभुमे चुनेभए रुफस और बोकी अइया, जो मिर फिर अइयारहए, बिनके अभिवादन कहिदेओ । 14असिंक्रितस, फ्लेगन, हर्मेस, पत्रोबास, हर्मास, और बिनके सँग भए भैयानके अभिवादन कहिदेओ ।15फिलोलोगास, युलिया, नेरियस और बोकी बहिनिया, और ओलिम्पास और बिनकीसँग भए सब सन्तनके अभिवादन कहिदेओ । 16एक दुसरेके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन कराओ । ख्रीष्टके सबय मण्डलीनसे तुमके अभिवादन पाठइँ हँए ।17भैया रेओ , मए तुमके आग्रहपूर्वक बिन्ती करत हौँ, कि तुमके सिखाओ भव धर्म- सिध्दान्तके विरुध्दमे फुट और बाधा- विध्न सिर्जनबारो के नजर कारिओ, और बिनसे अलग बैठओ| 18काहेकी अइसे आदमी हमर ख्रीष्ट प्रभुके सेबा नाकरत हएँ , पर अपन पेटके ताँहि सेवा करत हँए, और बिनको मिठो मिठो बोली और बात सीधासाधेनके हृदयके धोखा देत हँएं ।19काहेकि तुमर आज्ञाकारिता सब आदमीमे जाहेर हए, और तुमरे करन मए आनन्द करत हौँ| पर मए चहत हौ, कि जो असल हए बोके ताँहि तुम बुध्दिमान होबाओ, और जो खराब हए बोमे दोषरहित रहबाओ । 20शन्तिको परमेश्वार जाल्दीय शैतानके तुमर टाँङ्ग तरे कुचल्दे हए। हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरसँग रहबाए ।21तिमोथी मिर सहयोगी, और मिर नतेदार लुकियस, यासोन और सोसिपात्रोससे तुमके अभिवादन पठाई हए| 22जा चिठ्ठी लिखनबारो मए, तर्तियस प्रभुमे तुमके अभिवादन पठात हौँ|23मिर पहुना और सारा मण्डलीनके सत्कार करनके गायससे अभिवादन पठाई हए । तुमके अभिवादन हए । सहरको कोषाध्यक्ष इरास्तस और भैया क्वार्टस तुमके अभिवादन पठाई हँए| 24हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुम सबएसँग रहबए।25अब बाके, जौन तुमके मिर सुसमाचार और येशू ख्रीष्टके बारेमे सन्देशअनुसार जो गजब अग्गुसे लुकाओ भौ रहस्यको प्रकाश बमोजिम, जो तुमके खडा करन सक्षम हए , 26पर अब अनन्तको परमेश्वरको आज्ञा अनुसार अगमवक्तक लिखाईसे प्रकट करि और जनाई हए, जाहेकारनसे कि सबय जातिके विश्वास करएँ और आज्ञापालन करएँ-27एक मात्रा बुध्दिमान परमेश्वरके येशू ख्रीष्टसे सदासर्वदा महिमा होबए| (अमेन)|
1परमेश्वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूको प्रेरित होनके बुलाए भए पावल और हमर भैया सोस्थेनेससे, 2कोरिन्थिमे भव परमेश्वरको मण्डलीके*जो ख्रीष्ट येशूमे पवित्र भौ हए, और बिनके संगसंगै हरेक ठाउँमे बैठन बारे सन्त होनके बुलाई सबके, जौन-जौन प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँ पुकारत हए, जो बिनको और हमर प्रभु हए: 3परमेश्वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति ।4ख्रीष्ट येशूमे तुमके दओ परमेश्वरको अनुग्रहको कारन तुमरे ताँहि मए परमेश्वरमे सबदिन धन्यवाद चढ़ातहौँ । 5काहेकी हर प्रकारसे, अथवा सब बोलि और सबै ज्ञानमे तुम बोमे धनी भए हौ-। 6काहेकी ख्रीष्टके बारेमे हमर गवाही तुममे सुदृढ़ भौ हए-।7ताकी तुम हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट प्रकट होन बालो बातके प्रतिक्ष करत तुम्मे कोइ आत्मिक वरदानको कमी ना हुइहए । 8हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके दिनमे तुमके दोषरहित बानान बो तुमके अन्त्यसम सुदृढ़ रखाबैगो । 9परमेश्वर विश्वासयोग्य हए, जौनसे बाको पुत्र हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको सङ्गतिमे तुम बुलाएहौ ।10अब भैया तुम, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँमे मए तुमके अनुरोध करत हौँ, कि तुम सब एक- दुसरेसंग सहमत होबौ और तुमरे बिचमे कुछ चिजको फुट ना होबए । पर तुम एक मन और एकै विचारके होबओ । 11काहेकी, मिर भैया रेओ, तुमरे बिचमे लडाई हए कही बात क्लोएका परिवारके मोके खबर दैहँए ।12"मिर कहाई जहेहए, तुम कोइ, “मए पावलके,” कोइ ""मए अपोल्लोसको,” कोइ ""मए कैफासको"" और कोइ ""मए ख्रीष्टको हौ"" कहत हौ रे । " 13का ख्रीष्ट बाँटो हए? का पावल तुमके ताहिँ क्रूसमे टाँगो हए ? अथाव का पावलको नाउँमे तए बाप्तिस्मा लौ हए ?14मए परमेश्वरके धन्यवाद देतहौ, कि मए तुमर मैसे क्रिस्पस और गायसके बाहेक और कोइके फिर बाप्तिस्मा ना दै हए । 15जहेमारे मेरो नाउँमे बाप्तिस्मा भव करके तुम कोइ ना कहि पएहओ । 16(हँ, मए स्तिफनासको परिवारके फिर बाप्तिस्मा दओ और जासे मए और कोइके मए बाप्तिस्मा दओ कि ना दओ, बो मोके पता नैयाँ ।)17काहेकी बाप्तिस्मा देन नए, पर सुसमाचार प्रचार करन मोके ख्रीष्ट पठाई हए- संसारिक बुध्दीको बातमे नए, नत ख्रीष्टको क्रूसको शक्ति व्यर्थ हुइहए ।18काहेकी नष्ट होनबालेके ताहिँ क्रूसको सन्देश मूर्खता हए, पर हम उध्दार पानबालेके ताँहि परमेश्वरको शक्ति हए । 19काहेकी लिखो हए, “मए बुध्दीमानके बुध्दी नष्ट करंगो, और चतुराको चतुराइ विफल करहौ ।”20बुध्दीमान कहाँ हएँ? शास्त्री कहाँ हएँ? जा युगको तर्क करन बाले कहाँ हएँ? का परमेश्वर जा संसारको बुध्दीके मूर्ख ना बानाई का ? 21संसार अपन बुध्दीसे परमेश्वरके चिन ना पाएके बाके बुध्दीअनुसार हम प्रचारको सुसमाचारको मूर्खतासे त विश्वास करनबालेके बचान परमेश्वर ठिक ठहराई हए ।22यहूदी चिन्ह मगत हएँ और ग्रीक बुध्दीके खोजिमे हएँ । 23पर हम त क्रूसमे टाँगो भव ख्रीष्टके प्रचार करत हएँ, जौ यहूदीनके ताँहि बाधा और अन्यजातिनके ताँहिँ मूर्खता हए ।24पर बोलावट पाए भएनके ताँहि, चाहे यहूदी होए अथवा ग्रीक होए, ख्रीष्ट परमेश्वरको शक्ति और बुध्दी हए । 25काहेकी परमेश्वरको मूर्खता आदमीनको बुध्दीसे श्रेष्ट हए, और परमेश्वरको दुर्वलता आदमीको बलसे शक्तिशाली हए ।26भैया तुम, जब बुलाए रहौ,तवतुम कैसे रहौ? सो बिचार करओ संसारिक स्तर अनुसार तुम मैसे गजब जनै बुध्दिमान, गजब जनै शक्तिशाली और गजब जनै खानदानी ना रहएँ । 27तव बुध्दिमानके शर्ममे पाड्न परमेश्वर संसारके मूर्खनके छानी हए, और शक्तिशालीनके शर्ममे पाड्नके परमेश्वर संसारके निर्बल बातके छानी हए ।28परमेश्वर संसारके निच और तुच्छ ठहारनबालो बातके चुनी हए| हियाँतक्कि नागिन्नबाली बातके फिर चुनि हए ; जहेमारे कि जौन बात हए बे व्यर्थ ठहरंगे, 29और कोइ प्राणी परमेश्वरके समने अहङ्कार ना करएँ ।30परमेश्वर त ख्रीष्ट येशूमे तुमर जीवनको स्रोत हए, ख्रीष्टके त हमर बुध्दि, हमर धार्मिकता और पवित्रता और हमर उध्दार बनाईहए । 31जहेमारे लिखो हए, “गर्व करनबाले प्रभुमे गर्व करएँ।
1भैया रेओ, मए तुमरठीन आओ, बडो-बडो बात और बुध्दिमे परमेश्वरको गवाहीको घोषणा करत ना आओ । 2काहेकी तुमरसंग रहत येशू ख्रीष्ट और बोके क्रूसमे टाँगो बातसे और कछु मए ना जानत हौँ कहिके निश्चय करो रहौँ ।3मए तुमरठीन कमजोर और गजब डरमे और कपतमे आओ । 4मेरो उपदेश और सन्देश हृदय छुनबारो बुध्दिपूर्ण शब्दमे ना रहए, पर पवित्र आत्माको और शक्तिको प्रदर्शनमे रहए, 5ताकि तुमर विश्वास आदमीको बुध्दिमे नाए, पर परमेश्वरको शक्तिमे आधारित होबए ।6तव फिर पक्को भए बारेनके बिचमे हम बुध्दिको प्रचार करत हँए, पर जा युगको बुध्दिमे नए, नत जा युगको शासकको बुध्दि, जो नेहत्व खतम हुइजए हए । 7पर हम परमेश्वरको गुप्त और लुको बुध्दिको प्रचार करत हँए, जो युग-युगसे अग्गु हमर महिमाके ताँहि परमेश्वर निंयुक्त करीरहए ।8जा युगको कोइ फिर शासक बो बात नबुझी । बे बुझे हुइते त महिमाको प्रभुके क्रूसमे ना टाँङते । 9पर अइसो लिखो हए, “आँखीसे ना देखो और कानसे ना सुनो और आदमीको मनमे ना सोचो, जेही बात परमेश्वर बिनके प्रेम करनबालेके ताँहि तयार करि रहए ।”10परमेश्वर हमर ताहिँ पवित्र आत्मासे बो प्रकट करीरहए ,। काहेकी पवित्र आत्मा प्रत्येक बात ढुड्त रहए, परमेश्वरको गहिरो-गहिरो बात फिर ढुडी रहए । 11काहेकी आदमी भितर रहो भव अपन आत्माबाहेक कौन आदमीको विचारके बुझत हए? अइसीयए परमेश्वरको विचार परमेश्वरको आत्माबाहेक कोइ बुझ ना पात् हए ।12अब हम संसारको आत्मा ना पाए हँए, पर परमेश्वर हमके दौ भव वरदान बुझ्न सिकएँ कहिके बोसेपवित्र आत्मा पाए हँए । 13जौन बात प्रचार करत हँए, बे बात आदमीको बुध्दिसे सिखओ शब्दमे नैयाँ, पर पवित्र आत्मासे सिखओ भव अनुसार हम आत्मिक शब्दमे आत्मिक सत्यताको अर्थ खोलत हँए ।14जौन आदमी आत्मिक नैयाँ, बो परमेश्वरको आत्माको बात ग्रहण ना करत हए । काहेकी बे बात बोके ताहिँ मूर्खता होतहँए, और बोके ना बुझ पात हए, काहेकी बे बात आत्मिक रितिसे मात्र चिनन् सिकत हए । 15आत्मिक आदमी सबए बातको जाँच करत हए, पर बो कोइ आदमीसे ना जाँचैगो । 16"काहेकी कौन प्रभुको मनके जानो हए? और कौन बाके सिखान सकैगो?” पर हमरसंग त ख्रीष्टको मन हए । "
1भैया रेओ, तुमरसंग मस्कन आत्मिक जनसंग मस्कन जैसो मए ना मस्कपओ, पर सांसारिक आदमी,ख्रीष्टमे दुधे बाच्चाकसंग मस्कोजैसो मए मस्क पऔ । 2मए तुमके दूध खबओ, कर्रो चिज नाए, काहेकी तुम बाके ताहिँ तयार ना रहौँ, और हबए फिर ना हौ ।3तुम हबए फिर संसारिक हौ| काहेकी जब तुमर बिचमे गुस्सा और हल्ला गुल्ला हए, तव का तुम संसारिक चलमे चलनबारे साधारण आदमी जैसे ना भए हौ क ? 4काहेकी मए एक "पावलको" और दुसरो "मए अपोल्लोसको" कहत हौ कहेसे, संसारिक आदमी जैसो ना भए का? 5अपोल्लोस कौन है? पावल कौन है? प्रभु सबके खटाए अनुसार सेवक इकल्लो हँए, बहेसे तुम विश्वास करे ।6मए लगओ, ओपोल्लोस पानी डारी, पर परमेश्वर बढाई रहए । 7जहेमारे लागन और पानी डारन कुछ ना हए । पर परमेश्वर इकल्लो, जौन वुध्दि देत हए । बहे महान हए ।8अब बोन और पानी डरनबारो एकै हए, बे सब अपनो काम अनुसार देहरी पएँ हँएँ । 9काहेकि हम परमेश्वरके सहकर्मी हँएँ । तुम परमेश्वरकी बगिया और बाकी भवन हौ।10मोके दओ भव परमेश्वरको अनुग्रह अनुसार, घर बनान् बालो अच्छो मिस्तरीसे जैसी मए जग डारो, और दुसरे बाके उपर घर बनात जाओ , बाके उपर बनन् बाले सब आदमी कैसे बनात हँएँ, बो ध्यान देओं । 11काहेकी जौन जग डारो गाओ हए, जो येशू ख्रीष्ट हए, बक बाहेक कोई आदमी फिर औरो जग ना डार पएँ हँए ।12अब अगर कोई आदमी जा जग उपर सोनो, चाँदी, बहुमुल्य पत्थर, काठ, घाँस अथवा पैरासे घर बनए कहेसे, 13प्रत्येक आदमीको काम प्रकट होबैगो, काहेकी न्यायके दिनमे बो खुलस्त हुइजएहए । बो आगीसे प्रकट होबैगो, और सब कैसो काम करी हए, बो आगीसे जाँच होबैगो ।14अगर कोई आदमी बो जग उपर बनाओ काम करत रहबैगो तव बो इनाम पाबैगो । 15अगर कोई आदमीको काम डुङ्गके खतम भव हए कहेसे बो नुक्सान बिहोरन पडैगो, पर बो अपन आगीसे उम्कके बचैगो ।16का तुमके पता ना हए, तुम परमेश्वरको मन्दिर हौँ, और परमेश्वरको पवित्र आत्मा तुमरमे बास करत हए? 17अगर कोई परमेश्वरको मन्दिरके नष्ट करत हए कहेसे परमेश्वर बो के नष्ट करैगो । काहेकी परमेश्वरको मन्दिर पवित्र होतहए, और बो मन्दिर तुमही हौ ।18कोई अपनेके धोखा मतदेओं । तुमर मैसे कोई जा युगमे अपनेके वुध्दीमान सम्झत हए कहेसे बो मूर्ख बानैगो, तव बो वुध्दीमान बन पाबए । 19काहेकी संसारको वुध्दि परमेश्वरको अग्गु मूर्ख हए । काहेकी लिखो हए, “ बो वुध्दिमानके बिनको चलाकीमे पकड्त हए ।” 20धर्मशास्त्रमे एैसो फिर लिखो हए, और फिर वुध्दिमानके विचार व्यर्थ हए कहिके परमप्रभु जानत हए ।”21जहेमारे कोई आदमीके उपर गर्व ना करए । काहेकी सब चिज तुमरो हए, 22चहु पावल, कि अपोल्लोस, कि केफास, अथवा संसार, अथवा जीवन, अथवा मौत, अथवा वर्तमान, अथवा भविष्य सब तुमरो हए, 23और तुम ख्रीष्टके हौ, और ख्रीष्ट परमेश्वरको हए ।
1अइसी आदमी हमके ख्रीष्टके सेवक और परमेश्वरको रहस्यके मालिक ठाने पडे हँए । 2बो बाहेके जा आवश्यक हए, कि मालिक विश्वासयोग्य ठहरन पड्त हए ।3तव बिनसे अथवा आदमीके कोई अदालतसे मेरो इन्साफ होन, जा त मेर ताहिँ निक्कना छोटी बात हए, मए अपनए फिर अपनो इन्साफ ना करत हौँ । 4मिर अपनो विरुध्दमे कुछ हए कहेसे मोके पता नैयाँ, पर बो मोके निर्दोष साबित ना करेहए , मेरो न्याय करनबालो त प्रभुए हए ।5जहेमारे तोको समयसे अग्गु न्याय मतकरौ, प्रभु आन तक आसिया बौ । बो अँध्यारोमे लुकी बातके उजियारोमे लाबैगो, और आदमीको हृदय अभिप्राय प्रकट करदेत हए । तव सब आदमी परमेश्वरमे अपनो प्रशंसा पामंगे ।6भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । 7औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ?8तुम तृप्त हुइगए । तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ । तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! 9काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए ।10हम ख्रीष्टके खातिर मूर्ख हँए, पर तुम त ख्रीष्टमे बुध्दिमान हौ । हम दुर्बल हँए, पर तुम बलियो हौ । तुमर आदर हँए, पर हमर अनादर । 11जहे घरी हम भुखे और प्यासे हँए, हमर कपड फटे हँए, कुटाई खातहँए और बिना घरदोवरके हँए ।12अपन हातसे काम करके हम मेहनत करत हँए । अपमानित होत हम आशिर्वाद देत हँए । सतत्पेती हम सहत हँए । 13हमर बदनाम होत प्रेमपूर्वक जबाफ देत हँए । हबए तक हम संसारके फोहर और पृथ्वीको कसिङ्गर बने हँए ।14तुमके शर्ममे पड्नके जा बात मए नलिखो रहओं, पर मिर प्यारे बालकाके जैसो अर्ती देन ताहिँ हए । 15काहेकी ख्रीष्टमे तुमके आसंख्याआभिभावक हँए पर तुमर बेढ़म पिता त नैयाँ । काहेकी सुसमाचारसे ख्रीष्ट येशूमे मए तुमर पिता बनो । 16जहेमारे तुम मेरो अनुसरण करनबाले होबओं कहिके मए तुमके अनुग्रह करतहौ ।17तबहिमारे तुमरठीन तिमोथीके पठात् हौँ । बे प्रभुमे मेरे प्यारे और विश्वासी लौडा हँए । मए सब ठाँउमे सारा मण्डलीमे सिखओ बमोजिम ख्रीष्टमे मेरो जीवन कैसो हए, सो बे तुमके सम्झना करबाबैगो । 18मए तुमरठीन ना आनबालो सोचके कित्तो जनै अहङकारी भए हँए ।19तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो । 20काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए । 21तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ ?
1तुमर बीचमे व्यभिचार हए कहिके बात पक्का करके सुनोहौँ, अइसो व्यभिचार त अन्यजातिमे फिर ना होत हए । तुमरो मैसे कोई एक जनै अपन दौवाके बैयर लै हए कहिके सुनो हौँ । 2तुम त घमण्ड करतहौ । तुमके त शोक करन ना रहए का? अइसो काम करन बालेक त तुमर बीच मैसे हटाबओ ।3मए शरीरमे उपस्थित ना हुईके फिर आत्मामे तुमरसंग हौँ । मए उपस्थित भव हानी करके अइसो काम करनबालोके न्याय मए करडारो हौँ । 4जब तुम हमर प्रभु येशूको नाउँमे भेला होत हौ, और मए आत्मामे तुमरसँग उपस्थित होत हौँ, तव हमर प्रभु येशूक शक्ति हुँवई होत हए,बा आदमीके मए अग्गुसे न्याय कर डारो हौ । 5बो आदमीके शैतानके हाँत सौपदेओ, ताकी बोके पापमय स्वभाव नाश होबए, तव प्रभुके दिनमे बोको आत्मा त बचए ।6तुमर घमण्ड ठीक नैयाँ । थोरीकिना सोण जम्मै ढुक्लाके सोण बनाए देतहए कहिके का तुमके पात नैयाँ? 7नयाँ ढुक्ला बनन् ताहिँ पुरानो सोणके निकार, काहेकी तुम वास्तवमे अखमिरी त हौ । हमर निस्तारके थुमा, ख्रीष्टको बलिदान हुइगओं हए । 8जहेमरे हम पुरानो सोण के, अथवा कुकर्म और दुष्टताको सोणसे नाए पर निस्कपट और सत्यताको अखमिरी रोटीसे तिउहार मनामै ।9मए मिर पत्रमे तुमके ताहिँ व्यभिचारको संगत मतकरीओ काहिके लिखो रहौँ । 10बाको अर्थ, जा संसारके व्यभिचारी, लोभी, अथवा लुटहा, और मूर्तिपूजक संग बीलकुल सङ्गत मतकरिओं काहिके न कहो हऔ, नत तुमके संसारसे निकरन पड्जएहय ।11पर आईसो सङ्गत मतकरीओ कहिके मए तुमके ताहिँ लिखो, जौन अपनयके विश्वासी भैया हौ काहिके कहतहए, पर वास्तवमे बो व्यभिचारी, और लोभी, और मूर्तिपूजक, और निन्दा करनबारो, और मतवालो और लुटहा हए । बो अइसो आदमीकेसंग त खान फिर मत बैठओ । 12काहेकी बाहिर बालेके इन्साफ करन मोके का खाँचो? का तुम मण्डली भितरके न्याय करन ना पड्त हए का ? 13बाहिरबालेके न्याय परमेश्वरय करत हए । “तुम अपन बीचसे दुष्ट आदमीके निकारदेओ ।”
1तुमर मैसे एक आदमी दुसरेक भैँयासे लडाई भैइहए कहेसे न्यायके ताहिँ सन्तठीन ना जाएके अधर्मीठीन जान के बो आँट करैगो? 2सन्त संसारको न्याय करत हए कहनबालो बात का तुमके पता नैयाँ? अगर संसारको न्याय तुमही के करन पडैगो कहेसे, छोटेसे- छोटे मुद्दा छिनन् का तुम अयोग्य हौ? 3का तुमके पता नैयाँ, हम स्वर्गदूतको न्याय करत् हँए? जहेमारे जा जीवनसे होनबालो बात बडो हए का?4अइसो लडाइतुमरमे नैयाँ कहेसे, बे लडाइ काहे बे आदमीके अग्गु धरतहौ,जौन आदमी मण्डली के कोई मोलको ना मानत हँए? 5तुमके शर्ममे पड्न मए जा कहतहौ । अपन ददाभैयनके बीचमे लडाइ मिलान सिकानबालो बुध्दीमान आदमी को नेहत्व तुममे कोई ना पए हौ ? 6पर एक भैया दुसरो भैयाके विरुध्दमे अदालतमे जए हए , बो फिर अविश्वासीके सामने मुद्धा धरत हए।7तुमर एक दुसरेके विरुध्दमे लडन कहेत त तुमर हार हए । बरु अन्याय काहे ना सहमैँ? बरु काहे ठगके ना बैठएँ ? 8पर तुमही त अन्याय करतहओ और ठगतहौ, बो फिर अपनी भैयाके !9अधर्मी परमेश्वरको राज्यको हकदार ना होतहँए कहिके का तुमके पता नैयाँ? धोखा मतखाओ- अनैतिक, मूर्तिपूजक, व्यभिचारी, समलिंगी, पुरुषगामी, 10चुट्टा, लोभी,मतवाला, निन्दा करनबालो, लुटेरा परमेश्वरको राज्यको हकदार ना हुइहए । 11तुम फिर अइसी रहओ, पर तुम धुइगए, पवित्र हुईगए, प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँमे हमर परमेश्वरको आत्मासे निर्दोष ठहरिगए हौ।12" सब बात मेरे ताँही न्यायसंगत हँए,” पर सब बातफाइदाके नैयाँ । “सब बात मेरे ताँही न्यायसंगत हँए,” पर मए कुछ बातको कमैया ना हुइहौँ । " 13"भोजन पेटके ताँही, और पेट भोजनके ताँही हए ।” पर परमेश्वर दुनेके नाशा करैगो । शरीर व्यभिचारके ताँही नैयाँ, पर प्रभुके ताँही हए, और प्रभु शरीरके ताँही हए ।"14परमेश्वर अपन शक्तिसे प्रभुके जीवित करी हए, और हमके फिर बाको शक्तिसे जीवित करैगो । 15तुमर शरीर ख्रीष्टके अङ्ग हए कहिके का तुमके पता नैयाँ? तव का मए ख्रीष्टके अङ्ग लैके बिनके वेश्याके अशुध्द अङ्ग तुल्यामंगो? जा कबहु ना होबए !16वेश्यासंग जुडनबालो आदमी शरीरमे बोकेसंग एक होतहए कहीभइ बातका तुम के पतानैयाँ ? काहेकी अइसो लिखो हए, “बे दुने एक शरीर होमंगे ।” 17पर जो प्रभुसंग एक हए, बो बाकेसंग आत्मामे एक हुइहए ।18व्यभिचारसे अलग बैठऔ । और जौन फिर पाप बो आदमी कहतहए, बो शरीरसे बाहिर होतहए, पर व्यभिचार करनबाले आदमी अपन शरीरके विरुध्दमे पाप करतहँए ।19तुमर शरीर पवित्र आत्माको मन्दिर हए, जौन पवित्र आत्मा तुम परमेश्वरसे पाएहओ, और बो तुमरभितर वास करतहए कहिके का तुमके पता नैयाँ? तुम स्वयम अपने ना हौ । 20तुम मोल तिरके किनेभए हओं ,। जहेमारे तुमर शरीरमे परमेश्वरको महिमा करौ ।
1अब तुम लिखो बातके बिषयमे देखाओ पुरुषके ताँही स्त्रीके नछोन आसल हए । 2पर व्यभिचार के बारे मे परीक्षा गजब हँए कहेसे हर आदमीक अपनी बैयर होबए और हर स्त्रीको फिर अपनी लोगा होबए ।3पति अपनी बैयरके बैबाहिक हक देबए और आइसीय त बैयर फिर अपन लोगाके । 4बैयर अपनो शरीरउपर अधिकार ना धरहए, पर बाको लोगा धरहे । अइसी लोगा फिर अपन शरीरउपर अधिकार ना धरए, पर बोक बैयर धरहे।5लोगा बैयर अपन पारस्परिक सम्बन्धके एक दुसरेके इन्कार ना करए । इन्कार करहे कहेसे फिर आपसमे सल्लाह करके कुछ समयके ताँही मात्र, ताकि तुम प्रार्थनामे लगो रहन सिक तव फिर एकसंग बैठए,ताकि आत्मासंयमको अभावके कारण शौतान तुमके परीक्षामे ना पाडए । 6जा मए तुमके आज्ञाके रुपमे नाए, पर अनुमतिके रुपमे कहतहओ । 7सब आदमी मए जैसो देखन मए इच्छा करत हओ । पर सबके परमेश्वरसे विशेष वरदान मिलोहए,एकके एक किसिमको दुसरेके दुसरो किसिमको ।8पर आविवाहीत और विधावाके मए कहतहओ, तुम मोए जैसो आविवाहीत रहिओ बिनके ताँहीं अच्छो हुइहए । 9पर बे अपनाके वशमे ना रखपत हँए तव बेविहा करएँ । काहेकी अपन शरीरको अङ्गके जल्नसे विहा करन अच्छो हए ।10अब विवाहीतके मए कडा आज्ञा देङगो (मिर आज्ञा ना हए, पर प्रभूको आज्ञा हए)| 11पर छुटके बैठेसे फिर बो विहा नाकरए, बरु अपनो लोगासे मिलाप करए । लोगा अपनी बैयरके ना छोडए ।12पर तुमसे मए कहतहओ (जा मेरो कहाई ना हए, प्रभुकी हए), अगर कोई भैयाके ख्रीष्टमे विश्वास ना करके बैयर हए, औरबो बकसंग बैठन चाहतहए कहेसे, बो बाके ना छोडए । 13अगर कोई बैयरको ख्रीष्टमे विश्वास नकरके लोगा हए, और बा बकसंग बैठन चाहतहए कहेसे, बा बक सँग सम्बन्ध ना तोडए। 14काहेकी अविश्वासी लोगा अपनी बैयरसे पवित्र होत हए, और अविश्वासी बैयर अपनो लोगासे पवित्र होत हए, नत बाके लौडा- लौडीया अशुध्द होमंगे, पर वास्तवमे बे त पवित्र हइए हँए ।15पर विश्वास नाकरन बाले छुटत हँए कहेसे छुट् हए आइसो आवस्थामे बो ख्रीष्टियान पति अथव पत्नी कोइ फिर बान्धनमे ना रयहँए काहेकी परमेश्वर हमके शन्तिमे रहन बुलाइ हए । 16स्त्री ,तुमके का पता सयद तुम अपन पतिके बचानसकहौ की? अथाव लोग तुमके का पता सायद तुम अपनी पत्नीके बचान सक्हौ की ?17प्रभु सबके जैसो जीवन खटाई हए, और जैसो स्थितिमे बुलाई हए, बहेहानी बो नेगए । सब मण्डलीके ताँही मेरो नियम जहे हए । 18का कोई आदमीके बोलावट होनसे बो अग्गुसे खतना भव रहए ? अइसी हए कहेसे बो बेखतना होन ना खोजए । का कोई खतना नहोत बोलावट भव हए ? अइसो हए कहेसे बो खतना ना करए । 19खतना कुछु नैयाँ, बेखतना फिर कुछु नैयाँ, पर परमेश्वरको आज्ञापालन मुख्य बात हए ।20जौन अवस्थामे आदमीके बोलावट भव हए, बहेमे सब आदमी रहो रहबए । 21तुमर बोलावट होतपेती तुम कमैया रहौ? अगर रहौ कहेसे बाको वास्ता मतकरौ, पर स्वतन्त्र होन सिकैगे कहेसे बाको फाईदा उठाबौ । 22काहिके प्रभुमे बोलावट होतपेती जौन आदमी कमैया रहए, अब बो प्रभुके स्वतन्त्र आदमी भव हए । अइसी करके बोलावट भव समयमे जो आदमी स्वतन्त्र रहए, बो ख्रीष्टको कमैया भव हए । 23तुम मोल तिरके किनेभए हौ, आदमीको कमैया मत बनौ । 24जहेमारे भैया हो, जौनके जैसो अवस्थामे बोलावट भव हए, प्रत्येक बहे अस्थामे परमेश्वरसंग रहबै ।25अब कन्याके बारेमे प्रभुको आज्ञा मिरसंग कुछु नैयाँ । पर प्रभुको कृपासे एक विश्वासयोग्य व्यक्तिके हैसियतसे मए तुमके अपन सल्लाह देतहौ । 26वर्तमान सङ्कष्टमे देखत, जौन आदमी जैसो अवस्थामे हए बहेमे रहन अच्छो हुइहए ।27का तुम विहा करे हौ? अइसो हए कहेसे अपन बैयरसे छुटन मतखोजए । का तए बिनाविहा करो हए? अइसो हए कहेसे विहा करन मतखोज । 28पर तए विहा करेहए कहेसे बो पाप नकरो हए । कन्यलौणीया विहा कर तए पाप ना करत् हए । तव फिर विहा करन बारे जा जीवनमे कष्टको सामना करन पणैगो, और मए तुमके जासे बचान चाहतहओ ।29भैया हो, मेरो कहाईको बात जहे हए, कि समय थोरी हए, और अब उप्रन्त बैयर होनबारी बैयर नभौजैसो रहए । 30शोक करनबारो शोक नकरोजैसो और हर्ष मनान् बारो हर्ष नाए मनान् जैसो हुइके रहबए । किनमोल करनबारो अपनसंग कुछु चीज नभवजैसो रहबए । 31और बे जौन संसारके चीज उपभोग करतहँए, बिनमे अपनो कोई चासो ना भव जैसो करए, काहेकी संसार वर्तमानको रुप बितके जात हए ।32तुम सब निष्फिक्री होबौ कहिके मए चहत हौ । विहा नभौ आदमी प्रभुके कैसे खुशी बनैहए कहिके प्रभुके बातके बारेमे फिक्री करत हए, 33पर विहा भौ आदमी बैयरके कैसे खुशी करओ कहिके संसारको बातमे फिक्री करत हौ । 34अइसो आदमीके मन दुईघेन लागो होतहए । विहा नभई बैयरकी शरीर और आत्मा दुनेमे कैसे पवित्र रहओ कहिके प्रभुके बातके बारेमे फिक्री करत हए । पर विहा भौ चाँहि कैसे अपन लोगाके खुशी रखामओं कहिके संसारके बातके फिक्री करत हए ।35जा बात तुमरउपर प्रतिबन्ध लागनके ताँहीं नाए पर तुमर भलाईके ताँहीं नै कहत हौ, जहेमारे कि तुम एक मनके हुइके प्रभुप्रति भक्तिसाथ ठीक किसिमको जीवन यापन करन सिकौ ।36अगर कोई आदमी अपनसंग मगनी भैई कन्यासंग अनुचित व्यवहार करो ठानतहए, और अगर बो कन्याके उमेर फिर खसक्गई हए कहेसे, बो विहा करन चाहए कहेसे विहा करन सकैगी । जामे पाप नैयाँ । बिनको विहा होनए पड्त हए । 37पर जौन आदमी अपन मन पक्को करडारी हए, जो कोई करकापमे पणो नैयाँ, पर अपन इच्छाके वशमे करन सिकतहए, और जो कन्याके विहा ना करन निर्णय करडारिहए, कहेसे- अइसो आदमी फिर ठीक करतहए । 38अइसो जौन कन्याके विहा करतहए, बो ठीक करतहए, पर जौन विहा ना करतहए, बो और अच्छो करतहए ।39लोगा बाँचनतक लोगाके बन्धनमे बैयर रहतहए । पर लोगा मरके पिच्छु बो इच्छा करो व्यक्तिसंग बो विहा करन स्वतन्त्र होतहए, पर बो प्रभुको जन होन पणतहए । 40पर बो अइसी बैठैगित और खुशी होतहए, जा मेरो विचार हए, तव मए सम्झात हौ कि मिरमे फिर परमेश्वरको आत्मा हए ।
1अब मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिजके बारेमे: हम जानतहँए, कि हमर सबएसंग ज्ञान हए । ज्ञान घमण्ड लात हए, पर प्रेम उन्नती करत हए । 2"अगर कोई ""कछु जानत हौँ"" कहिके सोचत हए कहेसे, जितका जानत रहै उतनो ना जानत हए । " 3अगर कोई परमेश्वरके प्रेम करत हए बाके परमेश्वर चीनत हए ।4जहेमारे मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिज खानके बारेमे मए जानत हौँ, काहिके मूर्तिको कोई अस्थितत्व ना हए, और एक परमेश्वरबाहेक और कोई नैयाँ । 5"बादरमे अथवा पृथ्वीमे नाउँ इकल्लोके देवीदेवता इकल्लो हुइ हँए, (नेहत्व अइसी गजब ""देवता"" और ""प्रभु"" हँए|)" 6पर हमर ताहिं ता एक परमेश्वर पिता हए,जोसे सब थोक होन आए, और बहेके ताँही हम जित हँए- हमर तांही एक प्रभु, येशू ख्रीष्ट हए, जोसे सब चिज होन आए, और जोसे हम जित् हँए ।7तहु फिर सब आदमीमे त जा ज्ञान ना होत हए । पर गजब आदमी पहिले मूर्तिपूजा करत रहँए और बे जा खानबारो चिज मूर्तिको चढोहए कहिके खातरहँएँ । और बिनको विवेक दुर्वल भौ हए जहेमारे अशुध्द होत हँए ।8पर खान बारी चिज हमके परमेश्वरकी नजरमे जद्धा ग्रहण योग्य ना बनत हए । कुछ खएहँए तौ खराबी ना हुइहए और खएहँएं त कुछ फाइदा ना हुइहए । 9पर होशियार होबओ, तुमर जा स्वतन्त्रता दुर्वलके ताहिँ ठोकरको कारन ना बनए । 10काहेकी कोई दुर्वल दिमाक भौ आदमी तए ज्ञान भौ आदमीके मूर्तिके मन्दिरमे खान बैठो देखि कहेसे, मूर्तिके चढओ खानबारी चिज खानके का बा हिम्मत ना करहए ?11और तिर ज्ञानके मारे बा दुर्वल हुइके नष्ट हुइजए हए,जौनके ताहिँ ख्रीष्ट मरो हए । 12अब अइसो अपन भैयाके विरुध्दमे पाप करत और बिनको दुर्वल दिमाकके चोट लगात तुम ख्रीष्टके विरूध्दमे पाप करत हौ । 13जहेमारे खानबारी चिजसे मेरो भैयाके बाधा होत हए कहेसे मए अपन भैयाके बाधा ना होबए कहिके कबहु बुट्टी ना खए हौ ।
1का मए स्वतन्त्र ना हौँ ? का मए प्रेरित ना हौं ? का मए येशू, हमर प्रभूकेना देखो ना हौं ? का तुम परमप्रभुमे मिर हाँतके सिप ना हौ ? 2मए और के ताँहिँ प्रेरित ना होएसे फिर कम-से-कम तुमर ताँही ता हौ, काहेकि प्रभुमे मिर प्रेरितको कामको छाप तुमही हौ ।3मिर विरुध्दमे मस्कनबारेनके मिर् जहे जबाफ हैः 4का हमके खानपिनके अधिकार ना हए ? 5का और प्रेरितहानी, प्रभुके भैया और केफासके जैसो हमके विश्वासी बैयर लैके नेगन अधिकार का ना हए ? 6अथवा का बारनबास और मोके इकल्लो काम करन पड्त हए ?7अपन खर्चमे कौन पुलिसको काम करैगो? दाखबारी लगाएके कौन बाको फल ना खएहए ? अथवा भेडा बकरिया पालके कौन बाको दूध ना पीहए ? 8का आदमीको दृष्टिकोणसे इकल्लो मए जा कहत हौ ?अथवा का व्यवस्था फिर जहे बात ना कएहए ?9मोशाकी व्यवस्थामे एैसो लिखो हए , "दाँहँ करत ब्राधके मोखरी मतलगओ का परमेश्वर गौसए ब्राधको मात्र वास्ता करत हए ?" 10का बा हमर ताँहिँ जा ना कही हए ? हमर ताँहिं जा लिखो हए । काहिके जोतन बारो और पैरी गाँहनबारो अन्नको थोरी हिस्सा पान आशामे जोतत् और गाँहत हए । 11अगर हम तुमर बिचमे आत्मीक बिउ बोएहंएँ कहेसे, और तुमर भौतिक सम्पत्तिको कटानी करेहँए कहेसे, का बो जद्धा हुहए र ?12अगर और आदमी तुमर उपर एकलौटो हकको दाबी करैगो कहेसे का हमर और जद्धा हक ना हए ? तहुफिर हम त जा हकको प्रयोग ना करे हएँ । पर ख्रीष्टको सुसमाचारमे बाधा मत करौ बरु हम सब बात सही लेमंगे । 13का तुमके पता ना हए, कि मन्दिरमे सेवा करन बाले मन्दिरसे खात हएँ, और वेदीके सेवा करन बाले वेदीमे चढाओभौ चिजको हिस्सा पात हैँ कहिके तुमके पाता ना हए ? 14अइसी सुसमाचार प्रचार करन बाले सुसमाचारसे जीवन चलएँ कहिके प्रभु आज्ञा दै हए ।15पर जे हकमैसे मए कछु प्रयोग ना करोहौँ, और मिर ताँहीं अइसी प्रबन्ध होए कहिके मए जे बात ना लिखो । काहेकी मिर गर्व करन बातसे कोई मोके दुर करनसे बरु मोके मारन अच्छो हए । 16काहेकी मए सुसमाचार प्रचार करो कहेसे बो मे मोके घमण्ड करन कोई कारण ना हए । काहेकि अइसो करन मए मजबुर हौ । अगर सुसमाचार प्रचार ना करो कहेसे मोके धिक्कार हए ।17काहेकी अपन इच्छासे मए जा काम करतहओ कहेसे मोके इनाम है, पर मए अपन इच्छासे जा ना करो हौ कहेसे फिर मोके एक भण्डारेको जिम्मा सौपदै है । 18तव मिर इनाम का हए? केवल ईतका हए, कि सेतएमेत सुसमाचार प्रचार करन पामौं, और सुसमाचार प्रचार करन पान पूरा हकको दाबी मोके ना करन पाड्ए ।19काहेकी मए आदमीनसे स्वतन्त्र हौ तौ फिरऔर जाद्धके जितन पामौं कहिके मए अपनएके सबैको दास बनओ । 20यहूदीके जितओ कहिके यहूदीके ताँहीं मए यहूदी जैसो बनो । व्यवस्थाके अधिनमे रहनबारेसेजितओ कहीके मए अपनै व्यवस्थाके अधिनमे ना भौ तहुफिर व्यवस्थाकी अधिनमे रहो जैसो करो ।21व्यवस्थाके बाहिर होन बारेनके जित पामौं कहिके मए अपनै परमेश्वरको व्यवस्थासे बाहिर ना हूइके पर ख्रीष्टको व्यवस्थाको अधिनमे रहिके व्यवस्थासे बाहिर होन बारे कता बनो । व्यवस्थासे बाहिर बालेनके जित पामौ कहिके मए एैसो करो । 22कमजोरके जितौ कहिके कमजोरके ताँहिं मए कमजोर बनो । सबै प्रकारको उपायसे कोई न कोईके मए बचा सकओ कहिके सबके ताँहिं मए सब चिज बनो । 23सुसमाचारको आशिषको सहभागी हुइ पामौ कहिके सुसमाचारके ताँहिं मए जा सब चिज करत हौ ।24का तुमके पता ना हए दौड्मे दौरन बारो सब दौरत है: पर इनाम त एकइ इकल्लो पए हए? तुम इनाम पान हानी दौरौ । 25खेलमे भाग लेन बारो खिलाडी सबमे अनुसासित होन पड्त हए । बे नष्ट हुइके जान बारो मुकुट पान ताँहिँ अइसो करत हए, पर हम त अविनाशी मुकुट पान ताँहिँ अइसो कर हँए । 26तबहीमारे लक्ष्य बिना मए ना दौरंगो । हावामे मुक्का मारन जैसो मए ना मारत हौँ । 27पर मए अपन शरिरके कठोरतासंग रखात हौं, और जाके वशमे करत हौ, नत मए औरके प्रचार करके मए अपनए अयोग्य ठहरंगो ।
1भैया हो, तुम जा बात लेओ कहिके मए चाहत हौ, कि हमर पुर्खा सब बादर तरे रहै, और समुन्दरके बिचसे हुइके गए । 2और मोशामे बे सबै बादर और समुन्दरमे बाप्तिस्मा पाई रहँए । 3सबए एकए आत्मिक भोजन खाँई । 4सबै आत्मिक पानी पिई, काहेकी बिनके संगैसंग नेगत बे आत्मिक चट्टानको पानी पिईँ और बा चट्टा त ख्रीष्ट रहए ।5तहुफिर बिनके मैसे तमानसे परमेश्वर प्रसन्न ना भौ, और बे मरभूमिमे नष्ट हुइगए । 6बिनके हानी हम खराबीको इच्छा ना करै कहिके जे बात हमर चेताउनीके ताँहीं हँए ।7बे मैसे तमानसे तुम मूर्तिपूजाके मत होबौ । अइसो लिखो हए, आदमी खान और पिन ताँहीं बैठ गए, और खेलन ताँहीं उठे ।” 8हमके व्यभिचारमे फसन ना हए, जैसी तुम मैसे कित्तो जनै फसे, और एकै दिनमे तेइस हजार मरिगए ।99 हमके प्रभुको परीक्षा ना करन पडो, जैसी बे मैसे कित्तो करीँ, और साँप से नष्ट भए रहँए । 10हमके किचकिचान ना हए, जे मैसै कित्तो करी हँए, और विनाशसे नष्ट भए रहँए ।11जे बात तुमके उदहारणके रूपमे भौ रहए और हमर शिक्षाके ताँहिँ लिखो हए । जक उपर युग-युगको अन्त आइ गौ हए । 12ज़हेमारे जौन ठाडो हौ कहिके सोचे हए । बो होसियार रहए नत बो गिरैगो । 13आदमीके आन बारो परिक्षाके अलावा तुम और परिक्षामे ना पडे् हौ । पर परमेश्वर विश्वास योग्य हए, जौन तुमके तुमर शक्तिसे बाहीरको परिक्षामे ना पणन देबैगो, पर तुम सहन सिकैगे कहिके परिक्षाके संगसंग उम्कन डगर फिर देहए । अइसी तुम बोके सहे डारैगे ।14जहेमारे मिर प्रिय हो, मूर्तिपूजासे अलग रहौ । 15समझदार आदमिसे मए कहत हौ, मिर कही बात तुम अपनै विचार करौ । 16बो आशिषको कटोरा जो के ताँहिँ हम आशिष मागत हँएं, का बो ख्रीष्टको रगतमे होन बारो सहभागिता ना हए का ? बो रोटी, जो हम तोरत हँएं, का बो ख्रीष्टको शरीरमे सामिल ना हए ? 17काहेकी रोटी एकै हए, हम गज़ब हँए त का शरीर त एकए हए, काहेकी हम सब एकै रोटीसे खातहँए ।18इस्राएल जातिके देखौ, वलिदानको चिज खान बारो, का वेदीको सहभागि ना भए ? 19मए का कहैया हौ त ? का मूर्तिके चढओ भौ चिज कछु हए ? तौ मूर्ति कछु चिज हए ?20अइसो ना हए, पर मए जहे कहैया हौ, कि मूर्ति पूजन बारे जो वली चढात हँए, बो परमेश्वरके ताँहिँ ना हए, पर भूतप्रेतके ताँहिँ चढात हँए, और तुम भूतप्रेत संग मिलौ जा मए ना चाहत हौँ । 21तुम प्रभुको कटोरा और भूतप्रेतको कटोरा दुनौ से ना पिन पए हौ । तुम प्रभुको टेबुल और भूतप्रेतको दुनौ से ना खाए पए हौ । 22का हम प्रभुके दिक्कबैय हँए ? का हम बोसे शक्तिशाली हँए?23"सबए बात न्यायसंगत हए,” पर सबै बात फाइदके ना हँए । “सबए बात न्यायसंगत हँएं" पर सबै बात सुधार ना करंगे । 24कोइ फिर अपन भलाई ना ढुणै, पर अपन परोसीके भलाई ढुणए ।25बजारमे जो बिचत हए, ज्ञान के ताँहिँ कछु बिना पुछके बो खाए । 26काहेकी पृथ्वी और बोमे भौ सब चिज प्रभुक हए । 27कोई अविश्वासी बोके पाटी खान खबर दैई तौ जान इच्छ हए कहेसे तिर अग्गु जो धरदेहए: ज्ञान के ताँहिँ कछु ना पुछके खाबओ ।28"पर कोइ आदमी तोके ""जा त बलिमे चढओ भव हए"" कही त बतान बारेके ताहिँ और ज्ञानके ताहिँ, मत खाओ । " 29तिर नाए, पर बोके ज्ञानके ताहिँ मिर स्वतन्त्रताको न्याय और ज्ञानसे कही हुइ हए ? 30अगर धन्यवाद दैके मए खात हौ, कहिके धन्यवाद दैके खओ भव पाटीमे ताँहिँ काहे मिर निन्दा होए ?31जाहेमारे चहू तुम खाओ, अथवा पियौ, अथवा चहु तुम जो करौ, सबए परमेश्वरके महिमाके ताहिँ करओ । 32कोई के ठेस लागन वारो काम मत करओ, चाहे यहूदिके होए, अथवा ग्रीकके होबए अथवा परमेश्वरके मण्डलीके होए । 33जैसी मए फिर अपन करन बारो सवए काममे सव आदमीके प्रशन्न करन कोसिस करंगो, मए अपनए नाए, पर बहुतको हित करंगो, काहेकी बिनको उध्दर होबए ।
1मेरो अनुसरण करनबारे होबओ, जैसी मए ख्रीष्टको अनुसरण करत हौ । 2मए बाढई करत हौ, काहेकी सबैके बारेमे तुम मोके सम्झत हओ, और मए तुमके दौ भौ शिक्षा कायम करत हौ । 3पर तुम जा बुझओ कहन मए चाहत हौ, कि हरेक आदमीको शिर ख्रीष्ट हए, बैयरको शिर बिनको लोगा हए, और ख्रीष्टको शिर परमेश्वर हए । 4प्रार्थना करत अथवा अगमवाणी बोलत अपनो मुण तोपन बारोआदमी अपनो परमेश्वरो अपमान करत हए ।5पर मुण खुल्ला छोणके प्रार्थना करन बारी, अथवा अगमवाणी बोलन बारी बैयर अपनो मुणको अपमान करत हए, काहेकी जा बो अपनो बार कटो जैसो हए । 6काहेकी कोइ बैयर मुण ना तोपत हए कहेसे बरु बो बार काटए । पर बार कटनो कि छोलनो बैयरके ताहिँ शर्मकि बात हए कहेसे बो मुणमे घुँघाट डारए ।7काहेकी लोग अपनो मुण ना तोपन पणतहए, काहेकी बो परमेश्वरको प्रतिरुप और गौरब हए, पर बैयर लोगा को गौरब हए । 8काहेकी लोगा बैयरसे ना बनोहए, पर बैयर लोगासे बनी हए ।9बैयरके ताहिँ लोगा सृष्टि ना भौ हए, पर बैयर लोगाके ताहिँ हए । 10जहेमारे और स्वर्गदूतके खातिर फिर बैयर अपनो मुण घुँघाटसे तुपो होन पणत हए ।11तव फिर प्रभुमे लोगासे बैयर स्वतन्त्र ना होत हए, नत बैयरसे लोगा ना होत हए । 12काहेकी जैसी लोगासे बैयर बनि, उइसी लोगा बैयरसे जन्मत हए । पर सब चिज परमेश्वरसे आत हए ।13तुम अपनए विचार करौ, मुण नाए तोपके परमेश्वरके प्रार्थना करत बैयरके सोहातहए का? 14लोग लम्बो बार पलहे कहेसे बो बाके ताहिँ शर्मकी बात हए कहिके प्रकृतिक फिर तुमके सिखात ना हए का? 15पर अगर बैयरको लम्बो बार हए कहेसे बोके ताहिँ गौरव हए । काहेकी बैयरको बार बोके तोपनके ताहिँ दै हए । 16पर कोइ जाके बारेमे वाद-विवाद करन चाहँत हए कहेसे, हमर अइसो कोइ रिति नैयाँ, नत परमेश्वर मण्डलीको न हए ।17पर जे आदेश देत मए तुमर तारिफ ना करंगो, काहेकी तुम भेला होत बो अच्छोके ताहिँ ना होत हए, पर बो और खराबीके ताहिँ हए । 18काहेकी पहिले त, मण्डलीमे एकसंग भेला होत तुमरमे फाटो हए कहिके मए सुनत हौ । तव कुछ मात्रमे मए बो विश्वास फिर करत हौ । 19तुमर मैसे ग्रहणयोग्य ठहरे भए चिनन् ताहिँ तुमरमे मतभेद होन फिर आवश्यक हए ।20जब तुम एकसंग भेला भए खानपिन करत हौ बो चाहिँ प्रभु-भोज नैयाँ । 21काहेकी खान बैठत हरेक अपनो भोजन खात हँए, और कोइ भुखो रहत हए, तव कोइचाहिँ मद्धसे मातो होतहए । 22का खान और पिनके ताहिँ तुमर अ- अपन घर नैयाँ ? अथवा का तुम परमेश्वरको मण्डलीके तुच्छ ठाहरत हौ और कछु ना होनबारोके अपमान करत हौ? मए तुमसे का कहौ? का जाके ताहिँ मए तुमर तारिफ* करौ? मए कदापि ना करहौ ।23काहेकी प्रभुसे मए जो पाओ,सो तुमके सौप दौ, अर्थात् जौन रात बो पकणओ भव, बो रात प्रभु येशू रोटी लै, 24और धन्यवाद दैके पिच्छु बो रोटी तोणी, और कही, “जा तुमर ताहिँ मेरो शरीर हए । जा मेरो सम्झनाके ताहिँ करौ ।”25अइसी करके खाएके पिच्छु बो कटोरा लैके कही, “जा कटोरा मेरो रगतमे भव नयाँ करार हए । जब- जब तुम जा पिबैगे, मेरो सम्झनामे जा अक्सर करौ ।” 26काहेकी जब-जब तुम जा रोटी खाबैगे और जा कटोरामैसे पिबैगे, बाके ना आनतक तुम प्रभुको मृत्युको घोषणा करत हौ ।27जहेमारे जौन अयोग्य रितिसे प्रभुको रोटी खाए हए, कि प्रभुको कटोरामैसे पिहए, बो आदमी प्रभुको शरीर और रगतके अपवित्र तुल्याहे कहेसे दोषी ठहरैगो । 28हरेक आदमी अपनके जाँचए, तव मात्र बो रोटी खाबै, और कटोरासे पिबै । 29काहेकी प्रभुको शरीरके नचिनके जौन खाएहे और पिहए बो खाओ और पिओ अपनउपर दण्ड लाबैगो । 30जहेमारे तुमरमैसे गजब कमजोर और रुगहा हँए, और कित्तो जनै मरीगए हँए ।31पर हम नेहत्व अपना अपनएके जाँच हए कहेसे हम न्यायमे ना पणंगे । 32पर जब प्रभु हमरो न्याय करहे, तव हमके अनुशासन करैगो, ताकि संसारसंग दोषी ना ठहरैगे ।33जहेमारे मेरे भैया तुम, खानके एकसंग भेला होत एक दुसरेके असियाबौ । 34अगर कोइ भुखो हए कहेसे बो घरमे खाबए नत एकसंग भेला होत तुम दण्डको भागी हुइहौ । और बातके बारेमे मए आएके निर्देशन देमंगो ।
1भैया तुम, अब आत्मिक वरदानको बारेमे तुम अनजान होबाओ करके मेरो इच्छा ना हए । 2तुमके पता हए, कि जब तुम कोइ समयमे मुर्तिके सेवक रहओ, तव कोइ न कोइ प्रकारसे प्रभावित हुइके तुम नमस्कन बारी मूर्तिघेन बहाके रहौ । 3"जहेमारे तुमके जा बात बुझौ मए चाहत हौँ, कि परमेश्वरको आत्मासे मस्कन बारो कोइ "येशू श्रापित होबए ना कहत हँए । " तव पवित्र आत्मा बाहेक कोई फिर "येशू प्रभु हए" ना कहि पएहए ।4वरदान बेढमकिसिमके हए, पर प्रभु त एकए हए । 5सेवाके काम गजब हँएं, पर प्रभु त एकए हए । 6काम बेढम किसिमके हँए, पर बहे परमेश्वर सबके बे काम करन प्रेरण देतहए ।7सबयके हितके ताँहि नै पवित्र आत्माको काम प्रकट होन सबके एक चिन्ह दै हए । 8कोइके पवित्र आत्मासे बुध्दिको बात मस्कन, कोइके बहे पवित्र आत्माअनुसार ज्ञानको बात मस्कन वरदान दै हए ।9कोइके बहे पवित्र आत्मासे विश्वास करनबारो, कोइके बहे पवित्र आत्मासे रोग अच्छो करनबारो वरदान दै हए, 10कोइके अचम्मोको काम करन, कोइके अगमवाणी बोल्न, कोइके आत्मा छुट्टयान सिकनबारो, कोइके बेढम किसिमको भाषा मस्कनबारो, कोइके त बहे भाषाको अर्थ खोलदेन बारो वरदान दैए। 11पर जे सबयमे एकए पवित्र आत्माको काम करतहए । प्रभु सबयके बाको इच्छा अनुसार व्यक्तिगत रुपमे वरदान देतहए ।12काहेकी जैसी शरीर एक हए, और बाके बेढम अङग हँए, और शरीरको सम्पूर्ण अङग बेढम भएसे फिर शरीर त एकै हए, ख्रीष्ट फिर अइसी हए । 13काहेकी एकए पवित्र आत्मासे हम सब एकए शरीरमे बप्तिस्मा पाए हँए- यहूदी अथवा ग्रीक, कमैया अथवा फुक्का, हम सबैके एकए पवित्र आत्मासे पिन दै हए ।14काहेकी शरीर एकै अङगसे मात्र नाए पर बेढम अङगसे बनो होतहए । 15"अगर टाङग "मए हात नैयाँ, जहेमारे मए शरीरको अङग नैयाँ" कैहए कहेसे, का बो शरीरको अङग ना हुईहे ?" 16"और कान ""मए आँखी नैयाँ, जहेमारे मए शरीरको अङग नैयाँ "" कैहए कहेसे, बो शरीरको अङग ना हए ? " 17अगर जम्मै शरीर आँखी हुइ तो त सुनहँएँ कहाँसे? अगर जम्मै शरीर कान हुइहए त सुँघंगे कहाँसे ?18पर परमेश्वर अपनो इच्छाबमोजिम शरीरमे हरेक अङग मिलाएके धरदै हए । 19अगर बे जम्मै एकै अङग हुइतो त शरीर कहाँ हुइतो ? 20पर अङग बेढम हँएं, तहु फिर शरीर त एकए हए ।21"आँखी हातके "मोके तेरो जरुरत नैयाँ" कहन ना पएहए, और मुण फिर टाङगके "मोके तिर जरुरत नैयाँ " कहन ना पएहए ।" 22बरु कमजोर मनेभए शरीरके अंग और जरुरतके होतहँएं । 23शरीरके बे अङग जौनके हम कम महत्त्वको मनत हँए, बिनके हम जद्धा आदर देतहँए । खुला रुपमे ना दिखन सिकन बारो अङगके हम एकदम अच्छोसे धरतहँए, 24खुला रुपमे दिखानबारो हमर अङगके अइसो हिफाजत ना चाहतहए काहेकी बे अग्गुसे इज्जत पइहोत हँएं । पर परमेश्वर हमर शरीरके अइसो मिलाईहए कि छोटे अङगके जद्धा आदर प्रदान करीहए, ।25ताकि शरीरमे बेमेल ना होबए, पर अङग एक दुसरेके ताँहिँ समान वास्ता करँएँ कहिके बा एैसो करी हए । 26अगर एक अङगके कष्ट भौ कहेसे सब अङगसंगए कष्ट भोगत हँए, अथवा एक अङगको आदर भौ कहेसे सब अङगसंगए आनन्द मनात हँएं । 27तुम ख्रीष्टको शरीर हौ, और सब बाको अङग हँएँ ।28परमेश्वर मण्डलीमे पहिलो प्रेरित, दुसरो अगमवक्ता, तिसरो शिक्षक, तव अचम्मो काम करनबारो, और अच्छो करनबारो वरदान पाए भए, सहायता करनबारे, प्रशासन चलानबारे, बेढम भाषा मस्कनबारे,नियुक्त करीहए । 29का सब प्रेरित हँए? का सब अगमवक्ता हँए? का सब शिक्षक हँए? का हम सब अच्म्मो काम करनबारे हँए?30का सबके संग अच्छो करन बारो वरदान होतहए ? का सब बेढम भाषा मस्कत हँए? का बे सब औरे भाषाक मतलब बतात हँए ? 31पर और उचो वरदानको उत्कट इच्छा करौ । तव मए तुमके और अच्छो डगर दिखामंगो ।
1मानौ मए आदमी और स्वर्गदूतको भाषामे मस्केसे फिर मोएमे प्रेम ना हए तौ मए हल्ला करनबारो घण्टा और चिन्झा इकल्लो हुइहौँ । 2मानौ मिरसंग भाविष्यबणी करन बरो बरदान हँए, और मय लुके भय गुप्त बात बुझ्न सकत हौ, और पाहड हटानबारो सबए विश्वास मिरसंग हुइहए, पर मोएमे प्रेम ना हए तौ मए कछु ना हौँ । 3अगर सार सम्पत्ति वाँटदेओ और मिर शरीर जलानके दै देहओ, पर मोएमे प्रेम ना हए तौ मोके कुछ लाभ ना हुइहए ।4प्रेम सहनशीलता और दयालु हए । प्रेम हिर्स ना करत हए, ना शेखी करत हए । 5प्रेम हठी ना होतहए, ना ढीट होतहए, प्रेम अपनो बातमे जिद्दी ना करत हए, बबाल ना मनत हए, खराबीको हिसाब ना धरत हए । 6प्रेम खराबीमे खुशी ना होत हए, पर ठीक बातमे रमातहए । 7प्रेम सब बात सहत हए, सब बातको पतियात हए, सब बातमे आशा धरत हए, सब बातमे स्थिर रहत हए ।8प्रेमको कभु अन्त ना होत हए ।अगमवणी खतम हुइ जए हए, भाषा बन्द हुइजए हए, ज्ञान टल जए हए । 9काहेकी हम थोरी जानत हँएँ औ थोरी भविष्यबाणी करत हँएँ । 10तौ जब सिद्धता अए हए, अधुरोपन खतम हुइ जए हए ।11जब मए बालक रहौँ तव बालक जैसो मस्कत रहौँ, बालक जैसो सोचत रहौँ, बालक कता पुछत रहौँ, पर जब मए जवान भौ तौ बालकको चाल छोड दओ । 12अब हम दरपनमे जैसो गुधलो देखत हँए, पर बो बेरा त छर्लङ देखंगे । अभे मए थोरी जानत हौँ, बा बेरा त पुरा बुझंगो, जैसी मए फिर पुरा रुपसे चिनो हौ । 13पर अब जे तीन बात रहत हँएँ ः विश्वास, आशा, प्रेम, जे तिन रहमंगे, पर जे मैसे सबसे अच्छो प्रेम हए ।
1प्रेममे लगे रहबओ और आत्मिक वरदानके ताहि जाँगरबारे होबओ , विशेष करके अगमवाणी बोलनके ताँहि इच्छा करओ । 2काहेकी अन्य भाषामे मस्कनबारे आदमीसंग ना पर परमेश्वरसंग मस्कत हए । बा गुप्त बातकेआत्मामे मस्कत हए और बा बात कोइ ना बुझ पतहए । 3पर अगमवाणी करन बारो आदमीसंग मस्कत हए बिनके आत्मिक वृध्दि, उत्साह और सान्तवनाके ताहि बो मसकत हय। 4अन्य भाषामे मस्कन बारो अपन आत्मिक वृध्दि करत हए पर भबिष्यबाणी करन बारो मण्डलीक आत्मिक वृध्दि करत हए ।5तुम सब अन्य भाषामे मस्कौ कहिके मए चाँहत हौँ, पर बोसे ज़द्धा तुम अगमवाणी करौ कहिके मए चाँहत हौँ ।मण्डलीको आत्मिक वृध्दिके ताहिँ कोइ अर्थ ना खुलन तक अन्य भाषामे मस्कन बारोसे भबिष्बायबाणी करन बारो अच्छो हए । 6भैया अगर मए तुमरठीन अन्य भाषामे बोलत आओ, पर तुमरेठीन कोइ प्रकाशको ज्ञान और अगमवाणी अथवा शिक्षाके ताँही मए तुमसे ना मस्कहौँ तबसम मोके कोइ फाइदा ना हुइहए ।7अगर बासुरी अथवा तन्दुरा जैसो निर्जीव बाजासे स्पस्ट आवाज नाए निकरहै कहेसे, कौन कौनछो बाजा बाज रहो हए कहिके कैसे जान पएहए ? 8अगर तुरहीके ना चिन्होँ आवाजमे बजए हय कहेसे कैसे कोइ लडाइके ताँही तयार हुइहए ? 9तुमर ताँही फिर अइसी हए । अगर ना बुझन जैसो मस्केहौ तौ तुमर बतकाव भौ बात कैसे जान पएहँएं ? तुम मस्कत रए हौ और कोई फिर तुमर बात ना बुझे हए ।10संसारमे बहुत किसिमके भाषा हँए ।कहि बातमे कुछ शङ्का ना हए और कोई फिर बिना अर्थके ना हँए। 11अगर बोलो भाषाको अर्थ मए बुझो ना तौ मए बा आदमीके ताँही और बा आदमी मिर ताँही विदेशी हुइहए ।12तुमर ताँहि फिरअइसी हए । तुम फिर पवित्र आत्माको वरदानके ताँहिँ उत्सुक भौ जैसो मण्डलीके बनानको काममे जाँगर बारे बानौ । 13जहेमारे अन्य भाषामे मस्कनबारो आदमी बाको अर्थ बातए पाबए कहिके प्रार्थना करए । 14काहेकी अगर मए अन्य भाषामे प्राथना करत हौँ कहेसे मिरआत्मा प्रार्थना करत हए, पर मिर दिमाक त सफल ना होत हए ।15अब मए का कारौँ ? मए आत्मामे प्रार्थना कराङ्गो, पर मए मिर दिमाकसे फिर प्रार्थना करङ्गो । आत्मासे गामंगो और मए मिर दिमाकसे फिर गामंगो । 16अगर तुम आत्मामे परमेश्वरको प्रशंसा करत तुमर कहिभई बात बाहिरके ना बुझीँ तौ कैसे बे आमेन कएहँएँ ?17तुम त आच्छेसे धन्यवाद देतहौ, पर बो दुसरे आदमीके कोइ आत्मिक वृध्दि ना करत हए । 18मए परमेश्वरके धन्यवाद चढ़ात हौ, काहेकी तुम सब से जद्धा मए अन्य भाषामे मस्कत हौँ । 19पर मए मण्डलीमे दुस्रो भाषामे दश हजार बोली बोलनसेेे त अपन दिमाकसे पाँच बोली बोलन चाँहत हौँ ।20भैया तुम, सोच- विचारमे बालक मत बनओ। खराबीके ताँहिँ बालक बनओ ।, पर सोच- विचारमे परिपक्का होबओ । 21व्यवस्थामे अईसो लिखो हए, "अपठ्यरो भाषामे मस्कनबारे आदमीसे और विदेशीनके ओठसे मए जा आदमीसंग मस्केहौँ , तहुँ फिर बे मोके ना सुनेहँएँ" परमप्रभु कहत हए।22जहेमारे अन्य भाषा विश्वासीके ताँहि ना हए, पर अनविश्वासीके ताँहि चिन्हा हए । पर अगमवाणी त अनविश्वासीके ताँहि ना हए पर विश्वासीके ताँहि चिन्हा हए । 23अगर जम्मए मण्डली इकठ्ठा हुइके सबए अन्य भाषामे मस्कत बाहिरके औ विश्वास ना करनबारे बा हुना आत बे तुम पागल हौ ना कएहँएँ का?24तव सब अगमवाणी कहत बेरा कोइ अनविश्वासी अथवा बाहिरको आदमी हुवाँ घुसी गओ तव सब से अग्गु अपनो पापको बोध हुइहए, और सबसे बो जँचैगो । 25"बाकि हृदयकि लुकी बात प्रकट हुइहए, और घुप्टाएके बो परमेश्वरके आराधना करहए, और बो ""परमेश्वर तुमके विचमे हए"" कहिके कएहए ।"26भैया तुमसे, अब हम का कहँएँ? तुम एक ठिन इकठ्ठा होत सबएसंग भजन और शिक्षा, प्रकाश, दुस्रो भाषा और अर्थ बातनको काम होत हए । जा सब बात आत्मिक वृध्दिके ताँहि हए । 27कोइ अन्य भाषा बोलत हए तव दुई जनै इकल्लो ज़द्धामे तिन जनै पालो पालोसंग बोलए और एक जनै बाको अर्थ खोलाए । 28अर्थ खोलनबारो हुवाँ कोइ नैयाँ तव बोलनबारो मण्डलीके सभामे चूप रहए, और बो अपनएसंग और परमेश्वरसंग बोलए ।29अगमवाणी बोलनचाहिँ दुई या तिन अदमी होमए और बिनको बोलि भई बातके अच्छेसे जाँच करए । 30पर हुवाँ बैठनबारे कोइ एक अदमी के प्रकाश आओ तौ पहिले बालो वक्ताचाहिँ चूप रहबए ।31तुम सब पालो पालोसे अगमवाणी बोल सकत हौ, और अइसी सबैसे सिख सकएँ और सबैके उत्साह पाए सकएँ । 32अगमवक्ताकी आत्मा अगमवक्ताके अधीनमे होत हए। 33काहेकी परमेश्वर गोलमालको परमेश्वर ना हए पर शन्तिको परमेश्वर हए। सन्त सबै मण्डलीमे भौ अनुसार34बैयर मण्डलीको सभामे चूपचाप रहमै। कहेकी बिनके मस्कनकी अनुमति ना हए, पर व्यवस्था कही अनुसार बे अधिनमे रहमए। 35कोइ चिजके बारेमे सीखन चाहत हए तव घरमे अपन-अपन लोगाके पुछएँ| काहेकी मण्डलीमे बैयरके बोलानो शर्मकी बात हए। 36का परमेश्वरको वचन तुमसे आओ हए ? अथवा का तुमरेठीन इकल्लो आओ हए ?37कोइ अपनेके अगमवक्ता अथवा आत्मिकी आदमी सम्झत हए, तौ मए लिखो बात फिर परमेश्वरको आज्ञा हए कहिके बोके स्वीकार करन पडहए। 38पर कोइ जाको वास्ता ना करतहए, तौ बाको फिर वास्ता ना होबए।39जहेमारे भैया रेओ, अगमवाणी बोलन उत्कट इच्छा करओ, और अन्य भाषा बोलन मनाही मतकरओ, 40पर सब काम शिष्टतापूर्वक और सुव्यवस्थित ढङसे करन पणत हए ।
1भैया रेओ, मए तुमके प्रचार करो सुसमाचार मए तुमके याद दिलान चाहत हौ, जौन सुसमाचार तुम ग्रहण करे, और जोमे तुम स्तिर रहतहौ । 2जा सुसमाचारसे तुमर उध्दार भौ हए, अगर जामे तुम अटल रहबैगे कहेसे, नत तुम व्यर्थैमे विश्वास करहौ ।3काहेकी मए जो पाओ बो सबसे मुख्य विषयके रुपमे तुमके सौपदाओः ,अथवा पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार ख्रीष्ट हमरो पापके ताँहि मरो रहए । 4बो गणो रहए, और पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तिसरो दिनमे बो फिर जिन्दा भव रहए ।5बो केफासठीन, और बाह्र जनै चेलाठीन दिखानो रहए । 6पिच्छु बो एकै समयमे पाँच सयसे जद्धा भैयाठीन एकसंग दिखानो रहए, जे मैसे बेढम अभेसम्म हँएँ । पर कोइ-कोइ मरिगए हँएँ । 7फिर पच्छु याकूब और सब प्रेरितठीन बो दिखानो रहए ।8सबसे पिच्छु असमयमे जन्मो आदमीठीन जैसो मिरठीन फिर बो दिखानो रहए । 9काहेकी प्रेरितमैसे मए सबसे तुच्छ हौ । मए प्रेरित कहनको योग्य ना हौ । काहेकी मए परमेश्वरको मण्डलीके सताओ ।10पर मए जो हौँ परमेश्वरको अनुग्रहमे हौँ और मोएमे भौ बाको अनुग्रह बिना कामको ना रहए ।बरु मए बे सबसे जाधा काम करो ।तहु फिर मए ना पर मोएमे काम करनबारो परमेश्वरको अनुग्रह रहए । 11जहेमारे मए भव फिर अथवा बे भए फिर, हम जो प्रचार करत हँए, सो तुम विश्वास करे हौ ।12मरो भएनसे ख्रीष्ट पुनरुत्थान भौ कहिके प्रचार करीहए कहेसे कैसे तुमरमैसे कोइ-कोइ मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहिके कहन सिकैगे? 13पर अगर मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहेसे ख्रीष्ट फिर मरके पुनर्जीविन ना भौ हए । 14अगर ख्रीष्ट मरके पुनर्जीवित ना भौ हए कहेसे हमर प्रचार व्यर्थ हए, और तुमर विश्वास फिर व्यर्थ हए ।15बासे जद्धा हम परमेश्वरके बारेमे झूठो साक्षी ठहरत हँएँ, काहेकी ख्रीष्टके मरके पुनर्जीवित करीहए कहिके हम परमेश्वरको बारेमे गवाही देत हँए । पर नेहत्व मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहेसे बो ख्रीष्टके पुनर्जीवित ना करी हए । 16काहेकी अगर मरो भव पुनरुत्थान नाए हुइहए त ख्रीष्ट फिर मरके जिन्दा नाए भव हए । 17ख्रीष्ट पुनर्जीवित ना भौ हए कहेसे तुमर विश्वास व्यर्थ हए, और तुम अभेसम्म अपन पापमे हौ ।18तभि त ख्रीष्टमे मरनबारे फिर नष्ट भए हँए । 19अगर जा जीवनके ताँहि इकल्लो ख्रीष्टमे हम आशा करेहँए कहेसे हम सबए आदमीसे जद्धा दयनीय हँएँ ।20वास्तवमे ख्रीष्ट मरके जिन्दा भौ हए । मरोमैसे बो त पहिलो फल बानो हए । 21काहेकी जैसी एक जनै आदमीसे मृत्यु आओ, अइसी मरनके पुनरुत्थान फिर एक जनै आदमीसे आओ ।22काहेकी जैसी आदममे सब मर हँएँ, अइसी करके ख्रीष्टमे सब जिन्दा हुइहँएँ । 23पर सबए बात अपनो-अपनो क्रमअनुसार हुईहएः ख्रीष्ट त अगौटे फरा हए, और पिच्छु ख्रीष्टमे भौ बाको आन बालो समयमे जिन्दा करो जए हए ।24तव अन्तमे आए हए, जब बाको हरेक शासन, हरेक अख्तियार और शक्ति नष्ट करके परमेश्वर, पिताको हातमे सौंपदेहए । 25काहेकी बो अपन सारा शत्रुके अपन पाओँ तरे ना करनतक बा राज्य करैगो । 26नष्ट करनबारो अन्तिम शत्रु मृत्यु हए ।27"काहेकी परमेश्वर सबै बात बाके पाउतरे अधिनमे धरी हए ।" पर जा त स्पष्ट हए, कि "सबै बात बाके अधिनमे धरीहए" जहेमारे परमेश्वर अपनए जा अधिनमे ना हए, जो सब बात ख्रीष्टको अधिनमे धरदै हए । " 28जब सब बात बाके अधिनमे लातहँए, तव स्वयम पुत्र बाको अधिनमे होतहए, जो सब चिज बाके अधिनमे धरत हए, ताकि परमेश्वर सब चिज सर्वेसर्वा होबए ।29नत मरेभएके ताहि बप्तिस्मा लेनको अर्थ का भौ ? मरेभए जिन्दा नाए हुईके फिर त बिनके ताहि आदमी काहे बप्तिस्मा लेतहए ? 30मए काहे हरघड़ी जोखिममे पणतहौँ।31भैया तुम, हमर प्रभु येशूमे तुमर कारन मए गर्व करत हौ, और मए कहन सिक्त हौ, कि प्रत्येक दिन मए मरत हौ । 32आदमीको बात करन हए कहेसे, एफिससमे जङ्गली जनावरसंग मिर लड़ाईमे मोके का फाइदा भौ? मरोभव जिन्दा ना हुईतो तव, “हम खामै और पिमएव, काहेकी कल त हम मरजए हँए ।”33भ्रममे मत पणओ । खराब सङ्गत अच्छो चरित्रके नष्ट करत हए । 34होशमे होबौ, अब पाप मत करौ । काहेकी कित्तोके त परमेश्वरको ज्ञान ना हए । तुमके सरमबान ताँहि मए जा कहो हौ ।35"पर कोइ पुछैगो ""मरो भव कैसे जिन्दा हुई हए? और बे कैसो प्रकारको शरीर लैके आतहँए?” 36तुम कित्तो अन्जान हौ! जो लगात हौ बा नमरन तक ना जमत हए ।37जो तुम लगात हौ बा त पिच्छु होनबारी शरीर ना हए , पर बीज इकल्लो हए ।, चाहे बो गेहूँ, अथवा और कोइ किसिमको अन्न होबए। 38पर अपनाके खुशी लागोजैसो परमेश्वर बोके एक शरीर देतहए, और सबए किसिमको बीजके बा अपन शरीर देबैगो । 39सबए शरीर एक किसिमको ना होत हए । आदमीको शरीर एक किसिमको, और पशुको दुसरो किसिमको, चिरैंयाँको औरे किसिमको, और मछ्रीको औरे किसिमको शरीर होतहए ।40तौ शरीर फिर स्वर्गीय और मट्टीको होत हए । स्वर्गीय शरीरको तेज एक किसिमको हए, और मट्टीको शरीरको तेज औरे किसिमको होतहए । 41दिनको तेज एक किसिमको, जोनीको तेज दुसरे किसिमको, और ताराको तेज औरे किसिमको होत हए । काहेकी एक तारा औरो तारा से फरक तेजको होत हए ।42मरनके पुनरुत्थान फिर अइसी हए । जौन शरीर विनाशमे गणत हए । बो विनाशीमे जिन्दा होत हए । 43अनादरमे बो गणत हए, महीमामे बो जिन्दा होत हए । दुर्बलतामे बो गणत हए,शक्तिमे बो जिन्दा होतहए । 44प्राकृतिक शरीरमे बो गणत हए, आत्मिक शरीरमे बो जिन्दा होतहए । प्राकृतिक शरीर हए कहेसे आत्मिक शरीर फिर अवश्यक हए ।45जहेमारे अइसो लिखो हए, “पहिलो आदमी आदम जीवित प्राणी भौ ।” अन्तिमे आदम जीवन देनबारो आत्मा भौ । 46पहिलो आत्मिक नैयाँ, पर प्राकृतिक हए, और पिच्छुबारो आत्मिक रहए ।47पहिलो आदमी मट्टीसे बानो रहए, पृथ्वीसे हए । दुसरो आदमी स्वर्गको हए । 48मट्टीसे बानो आदमीजैसो रहए, मट्टीसे बने फिर अइसी होतहँए, और स्वर्गीय आदमी जैसी हए, स्वर्गके फिर अइसी होतहँए । 49जैसी हम मट्टीको आदमीको रूप धारन करेहँए । अइसी स्वर्गके आदमीके रुप धारण कर हँए ।50अब भैया , मए तुमके जा कहत हौ, कि मासु और रगत स्वर्गको राज्यको हकदार ना होत हए, नत विनाश अविनाशको हकदार हुइपए हए । 51देखओ, मए तुमसे एक रहस्य कहत हौँ हम सबय ना मरङगे , पर हम सबको परिवर्तन होबैगो ।52एकछिनमे, आँखीको एक टिमकनमे, तुरहीको आवाजमे काहेकी, तुरही बजहए, और मरेभए अविनाशी हुइके जिन्दा हुइहए । और हमर परिवर्तन हुइहए । 53काहेकी जा विनाशी स्वभाव अविनाशी, और जा मरनबारो शरीर अमरत्व धारन करन पणैगो ।54जब विनाशी अविनाशी और मरणशील अमरत्व धारण करहए, तव लिखो भौ बा वचन पूरा होबैगो, “मृत्यु विजयमे निलगओ हए ।” 55"ए मृत्यु, तेरो विजय कहाँ? ए मृत्यु, तेरो खिला कहाँ ?”"56मृत्युको खिला पाप हए, और पापको शक्ति व्यवस्था हए । 57पर परमेश्वरके धन्यवाद होबए, जो हमके हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे विजय देतहए ।58जहेमारे प्यारे भैया तुम, स्थिर और अटल होबओ । प्रभुको काममे सबदिन व्यस्त रहौ । काहेकी तुम जानतहौ, कि प्रभुमे तुमर परिश्रम व्यर्थ ना होतहए।
1अब सन्तके ताँहिं भेटीके बारेमे गलातियाक मण्डलीनके मए दओ आदेश अनुसार तुम करीओ: 2हर हप्ताको पहिलो दिन तुम सबए अपन- अपन कमाइ अनुसार कुछु धन छुट्याएके जम्मा करत रहीओ, ताकि मए आमौ तौ भेटी उठान ना पड्ए ।3और मए आएके पिच्छु तुम चहे मए आदमीनके परिचाय पत्र दैके तुमके भेटी लेन यरुशलेम पढओ हौ । 4पर मए फिर जानके ठीक देखेहौ तव बिनकेसंग जएहौ ।5माकेडोनियाको यात्रा करके पिच्छु तुमरसंग भेटघट करनके आएहौ, काहेकी मए माकेड़ोनिया हुइके जाए रहो हौ । 6शायद मए तुमरे ठीन कुछ दिन बैठंगो, अथवा हिउँद फिर बितामंगो । तौ पिच्छु मए जहाँ जाओ ताहु फिर तुम मेरो यात्राको बन्दोबस्त मिलाए दियो ।7जा पाली तुमरे संग एक चोटिको यात्रा भेटघाट ना करके, प्रभुको इच्छा हुइहए तौ कुछ समय बितानके आशरा करेहौ । 8पर पेन्तिकोसको तेवहार तक मए एफिससमे बैठंगो । 9काहेकी मिर ताँही एक बणो फाटक खुलो हए ,पर विरोध करनबारे फिर बहुत हँए ।10तिमोथी तुमरेठीन आन बिनके तुमरसंग बिना चिन्तासे बैठन देओ काहेकी बो फिर मेरो जैसो प्रभुको काम करत हए । 11जहेमारे कोइ बाके मत हेला करीओ । पर शन्तिसंग बिनको अपन यात्रामे पठाए दिओ, और बाके मिर ठीन आनके सकए | काहेकी भैयनसंग आत हुइहए कहिके मए बिनको प्रतिक्षा करत हौ । 12अब भैया अपोल्लोसके बारेमे मए जा कहत हौ, कि मए बिनके और भैयानकेसंग मिलके तुमरसंग भेटघाट करन बहुत बिन्ती करो, पर हबए आनके बिनके बिलकुल इच्छा ना भौ पर मौका मिलैगो तौ बे तुमरठिन अमंगे ।13तयार रहओ, विश्वासमे पक्के बने रहओ साहसी और सामर्थी बनओ । 14तुम जो करत हौ बे सब प्रेममे करीओ ।15स्तिफनासको घरानाके अखैयाके पहिले विश्वासी हँए । बे विश्वासीनको सेवामे अपनएके अर्पण करीहँए । भाईया रेओ ,मए तुमके जा कहत हौ की 16अइसी परिश्रम करनबारेनके सबए सहकर्मीको अधिनमे रहबौ ।17स्तिफनास, फोर्टनाटस और अखाइकसको आगमनमे मए आनन्दित भौ हौँ , काहेकी बे तुमर अनुपस्थिति पूरा करदैँ । 18काहेकी बे मेरो और तुमरे आत्माके फिर उत्साहित बनाई अइसो आदमीको आदर करओ ।19एशियाके मण्डली तुमके अभिवादन पठाई हँए । अकिलास और प्रिस्काके और बिनके घरमे भए मण्डली प्रभुमे तुमके हार्दिक अभिवादन पठाई हँए । 20सबय भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए । एक दुसरेके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करीओ ।21मए पावल, अपनए हातसे जा पत्र लिखत हौ । 22अगर कोइ प्रभुके प्रेम ना करत हए तौ बा श्रपित होबए । हमर प्रभु आबओ! 23प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरसँग रहाबए । 24ख्रीष्ट येशूमे तुम सबके मिर प्रेम हए ।
1परमेश्वारको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके प्रेरित पावल और हमर भैया तिमोथीसे ,कोरिन्थीमे भव परमेश्वारको मण्डलीके, और संगै सब अखैयामे भए सब सन्तके: 2परमेश्वार हमर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति ।3हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके परमेश्वार और पिता, करुणामय पिता, और सब सान्तानके परमेश्वारके प्रशंसा होबए । 4बा हमके सब दु: खमे सान्ति देतहए, ताकी हम फिर परमेश्वारसे पाओ बहे सान्ति कोई फिर दु: खमे पडे भएनके सान्ति देन सिकैए ।5काहिके जैसी हम ख्रीष्टके दु;खमे सहभागी होतहए, अइसीए ख्रीष्टसे सान्तिमे फिर प्रशस्त मात्रामे हम सहभागी होतहए । 6हम दु:ख पइते कहेसे जा तुमके सान्ति और उध्दारके ताहिँ हए । हम सान्ति पइते कहेसे फिर बा तुमके सान्तिके ताहिँ हए । हम भोगेभए बेही दु: ख तुम धिरजके सँग सहात तुम फिर बहे सान्ति अनुभव करेहौ । 7तुमर ताहिँ हमर आशा पक्को हए | काहेकी हम जानत हए, कि जैसी तुम हमर ताहिँ दु: खमे सहभागी हौ, अइसीय हमरो सान्तिमे फिर तुम सहभागी होबैगे ।8भैया रेव, हम एशियामे भोगे दु: खके बारेमे तुम अनजान रहौ कहिके हम नाए चाहत हए । काहेकी हम नाएसहान सिक्न बारो किसिमको ईत्तो कस्के दबे जैसो रहए, कि जीवनसे हम हरेस खाईगए रहए । 9हम त मृत्युदण्डय पाओ जैसो लगात रहए । हम अपनउपर नाए हए पर मृतकसे जीवन दैके उठानबारो परमेश्वार उपर हम भरोसा करके जा होन आओ । 10बा हमके इत्तो अगठी परिस्थिसे छुटाई रहए, तव बा हमके छुट्याबैगो । बकउपरै हम हमरो भरोसा करेहए, कि बा हमके फिर छुट्अबैगो ।11तुमके फिर प्रार्थनासे हमके सहायता करनपणैगो । तव बेढम प्रार्थनाके सब उत्तरमे हमके प्रास्त भव आशिषके ताहिँ बेढम हमर पक्षमे धन्यवाद चढ्ए हए ।12जा बातमे हम गर्व करत हए, तव हमर विवेक फिर बाके गवाही देतहए, कि संसारमे और खास करके तुमरसंगको हमर सम्बन्धमे हम और इश्वरीय सत्यतामे चले हए, जा संसारिक बुध्दि अनुसार नैयाँ, पर परमेश्वारको अनुग्रहासे हए । 13काहेकी तुम पढ्न और नाबुझ पान बारो कोइ बात हम तुमर ताहिँ नाए लिखंगे, और मए आशा करतहौ, कि तुम पूराे रुपसे बुझैगे, 14कि जैसी तुम हमर थाेरि कुछ बात बुझेहौ, अइसीए हमर प्रभु येशूको दिनमे तुम हमके पुरोरुपसे बुझैगे, और तुम हमर ताहिँ गर्व करन सिकैगे, जैसी हम तुमर ताहिँ गर्व करन सिकङ्गे15जा बातके मोके पक्काे भव के मरे, तुमके दोहोरो फाइदा होबए कहिके तुमर ठीन पहिले आन इच्छा करो । 16माकेडोनीया जात तुमरठीन आएके भेटघाट करन और माकेडोनीयासे तुमरठीन घुस्के आन और बेहुनासे यहूदीयाके मेरो सफरमे तुम मोके पठाए देहौ कहिके मए चाहतहौ ।17"जब मय जा तरिका सोचत रहौ, तौका मय हिचकिचाव? का मए अपनी योजना बनात संसारिक आदमी जैसी एक समय मे "हए" और "नाए हए" फिर कहमंगो क? " 18"परमेश्वर विश्वासयोग्य भवहानि हमरो वचन फिर "हए" और "नाए हए" भव नैयाँ ।''19"काहेकी सिलास, तिमोथी और मए तुमर बिचमे प्रचार करो परमेश्वारको पुत्र येशु ख्रीष्ट "हए" और "नाए हए" पर बामे सब दिन इकल्लो हए । " 20"काहेकी परमेश्वारके सब प्रतिज्ञा बकमे "हँए''। जहेमारे बोसे परमेश्वारको महिमाके ताहिँ हम "अमेन" कहात हए । "21तव हम तुमरसंग ख्रीष्टमे बलियो बनन् बारो और हमके अभिषेक करनबारो परमेश्वरए हए । 22बा हमरउपर अपन छाप लगाई हए, और हमर हृदयमे बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दै हए ।23परमेश्वार मेरो साँचि हए, कि तुमके सजायसे बचान मए कोरिन्थीमे आओ । 24तुमर विश्वासउपर हम अधिकार जमान नाए चाहत हए, पर तुमर अनन्दके ताहिँ तुमर संग मिलके काम करेहए । काहेकी अपनी विश्वासमे तुम अट हौ ।
1तुमके दु:ख देन औरो चोटी नाआन मए निश्चय करो । 2काहेकी मए तुमके दु:खित बनाओ कहेसे, मए दु:खित बनओ भव आदमी से अलावा और कौन मोके दु:खित बनए है का?3? और मए जो वात लिखो, ज़हेमारे लिखो, कि मए आओ त जौन आदमिसे मोके आनन्द पान रहै बिनसे मए दु:खित नाए होमौ । काहेकी मिर अनन्द तुमर सवैको आनन्द हुइ है कहेस मोके तुमर सबै उपर भरोसा रहै । 4काहेकी तुमके दु:खी बनन् नाए, पर तुमर प्रति भव मेरो प्रशस्त प्रेम तुम जानौ काहेकी हृदयसे मोके गजब पिडा और वेदनामे गजव आँशु बहतै मए तुमर ताँहि लिखो रहौ ।5पर कोइ दु:खी बनाई हए कहेसे बो मोके नाए, पर बेढम कणो करके नाए कयहौ कहेसे, तुम सबके कुछ समय तक दु:खी बनाई हए । 6अइसिनके बहुमतसे दौ भव सजाय पक्का हए । 7पर तुम अइसेके क्षमा करन और सान्ति देन पणत हए, नत वो जद्धि शोकमे डुबजए है ।8। तबही मारे मए तुमके अनुरोध करत हौ, कि बो आदमीमे अपन प्रेममे और गहिरो बना । 9तबहीमारे मए तुमके जाँचन, और सब बातमे तुम आज्ञाकारी हौ कि नाए हौ पता पान ताहिँ मए तुमके लिखो रहौ ।10जौनके तुम माफ करैगे, मए फिर करंगो अगर मए कोइके कोई बातमे माफ करो हौ कहेसे तुमरी ताहिँ ख्रीष्टको उपस्थितमे माफ करो हौ, 11काहेकी शैतान हमके फसाए नापाय, कहिके बोके जुक्तिमे हम अन्जान नाहए ।12ख्रीष्टको सुसमाचार प्रचार करन त्रोआसमे आए प्रभु मेरे ताहिँ एक फाटक खोल दै रहए, 13पर मेरे भैया तितसकेहुवा पाई तव मिर मनमे चैन नाए रहो । जहेमारे बिनसे विदा लैके मए माकेडोनिया घुमाे ।14परमेश्वरके धन्यवाद हए, बा हमके ख्रीष्टमे सव दिन विजयके ताहिँ डोरयात हए, और बाको ज्ञानको अच्छो वासना हम से सब ठाउँमे फैलत हए । 15काहेकी उद्धार पानबारेके विचमे फिर हम परमेश्वारके ताहिँ ख्रीष्टको सुवास्ना हए ।16एक के ताहिँ मौतको दुर्गन्ध और दुसरेके ताहिँ जिवनको सुगन्ध जे बातके ताहिँ जा ठिक हए का? 17काहेकी तमान आदमी हानि हम परमेश्वारको वचन व्यापार नाए करे हए,पर परमेश्वारको पठाओ भव पबित्र आदमिक रुपमे हम परमेश्वारके अग्गु ख्रीष्टमे मस्कत हए ।
1का फिर हम अपन तारिफ करन लागे हए? का कोइ-कोइके चाहोमे हम तुमके और तुमसे दुसरेके सिफारिश-पत्र देखापणैगो का? 2तुमही हमर सिफारिस-पत्र हओ, जो सब आदमिके चिन्नह और पणन सिकन करके तुमहर ह्रदयमे लिखो हए । 3तुमही दिखाबैगे, कि तुम ख्रीष्टके पत्र हौ, या हमरो सेवाको फल, जौन पत्र मसीके नैयाँ, पर जीवित परमेश्वारको आत्मासे लिखो हए- पत्थरको पाटीमे नाए, पर मासुके हृदय- पाटीमे ।4ख्रीष्टसे परमेश्वार प्रति हमरो अइसो भरोसा हए । 5कुछ फिर बात हमसे आओं हए कहेसे दाबी करन हम अपनै योग्य नैयाँ, पर हमर योग्यता परमेश्वारसे आत हए । 6नयाँ करारको सेवक हए बे हमके योग्यक बनाईहए, लिखो अक्षरमे नाए, पर पवित्र आत्मामे ।काहेकी लिखो अक्षर त मारत हए, पर पवित्र आत्मा जीवन देतहए ।7तव मृत्यु लानबारो व्यवस्थाको अक्षर पत्थरमे गणो हए । बो व्यवस्था अइसो महिमामय हुइके आओ, कि बाको तेजके कारणसे इस्राएलीक मोशाको अनुहार देखन नाएसिको, बो तेज हरात जात हए । 8पवित्र आत्माके सेवा कैसे और जद्धा महिमामय नाए हुईहए?9काहेकी दोषी ठहारन व्यवस्था महिमामय रहए कहिके, धर्मी ठहारनबारो सेवा जद्धा महिमामय होत हए । 10काहेकी जो एक चोटी महिमामय रहए, अभे बो अग्लेछा महिमा करन अब बो महिमा नाए रहो । 11काहेकी जो बितके गओ बो महिमासे आओ रहए कही स्थायी रहन ताहिँ और जद्धा महिमापूर्ण होनपणैगो ।12जहेमारे हमर अइसो आशा भवक मारे हम बेढम साहसी भए हए । 13हम मोशाजैसे नैयाँ , जो बाको धुमलोहोत गओ महिमाके अन्तिम झलक इस्राएलीके नाए दिखाएँ कहिके अपनो अनुहारमे घुघट डारत रहए ।14पर बिनको मन कठोर भव रहए, काहेकी आजके दिनसम्म पुरानो करार पढ्त बो घुँघट रहो रहए, जो घुँघट ख्रीष्टसे ईकल्लाे हटत हए । 15हए, आजसम्म फिर मोशाको किताब पढ्त बिनको हृदयमे घुँघट डरोहए, 16पर जब आदमी प्रभुघेन, घुमतहय तव घुँघट हटतहय ।17अब प्रभु आत्मा हए, तव जहाँ प्रभुको आत्मा हए, बोहुना स्वतन्त्रता हए । 18हम सब घुँघट हटाए मुहसे प्रभुको महिमाप्रति जईसिकतैसाे करतहएँ, तव एक महिमासे दुसरो महिमाघेन चढतए बाको रुपमे बदलतै जातहए । परमप्रभुसे जा आत हए, जो आत्मा हए ।
1जहेमरे परमेश्वारको कृपासे हमरसंग जा कृपा है हम हरेस नाए खाए हँए । 2हम शर्मको और लुकी छिपी काम करन बालो काम छोड दए हँए । हम खराब काम करन या परमेश्वरको वचनके हेरफेर करन इन्कार करंगे । पर सत्यको वचन खुलस्त करके घोषणा करतै परमेश्वारको नजरमे हम सब आदमीक विवेकमे अपनएके ग्रहणयोग्य बनामंगो ।3हमर सुसमाचार घुँघटसे तुपोहए तवफिर जा नष्ट होन बालेक ताहिँ इकल्लो घुँघटसे तुपो हए । 4बिनके बारेमे कहौ कहेसे ख्रीष्ट, जो परमेश्वारको रुप हए, बाको महिमाको सुसमाचार बे नाए देखयँ कहिके जा संसारको देव अविश्वासीको समझके अधार बनाई दै हए ।5हम अपन प्रचार नाए करत हए, पर येशूके ताहिँ हम तुमर दास हुइके, येशू ख्रीष्ट प्रभु हए कहिके प्रचार करत हँए । 6"जौन परमेश्वर "अध्यारोसे ज्योति चम्कए" कही, बा हमर हृदयमे चम्कत हए, काहेकी परमेश्वरको महिमाको ज्ञानको ज्योत ख्रीष्टको मुहमे चम्कए । "7सर्वश्रेष्ठ शक्ति हमर नाए हए पर परमेश्वारको हए कहिके स्पष्ट करन जा धान हमरसंग मट्टीको वरतनमे हँए । 8हम सबघेनसे अगठेमे हए, पर दबे नाए हए । अलमलमे हए, पर निराश नाए हए । 9सताए भै हए, तहु फिर त्यागे नाए हए | प्रहार करके गिरे हए, तहु फिर नष्ट नाए भए हए । 10येशूको जीवन हमर शरीरमे प्रकट होए कहिके हम बाको मृत्यु सवदिन अपन शरीरमे बोकके नेगत हए ।11काहेकी हम जिन्दा हए तहु फिर येशूके ताहिँ सवदिन मृत्युको मुहमे पणजात हए, जहेमारे कि येशूको जीवन हमर मरणशील शरीरमे प्रघट होबए। 12अइसी मृत्यु हमर उपर काम करत हए, पर जीवन तुमरमे ।13"मए विश्वास करो, तभी मारे मए मस्को" कहान बालो आत्मा हमरमे हए तभि मरे हम फिर विश्वास करत हए, और हम मसकत हए ।" 14हम जानत हए कि प्रभु येशूके जिन्दा करन बालो हमके फिर येशूसंग जिन्दा करैगो, और बहे हमके तुमरसंग बाको उपस्थितमे लातहए । 15काहेकी जा सब तुमर ताहिँ भव हए, काहेकी जैसो अनुग्रह जद्धीसे जद्धी आदमीमे फैलत जएहए, अइसीसे परमेश्वारको महिमाके ताहिँ धन्यवाद देन काम फिर बढतै जाबै ।16जहेमारे हम हरेस नाए खात हए, हमर बहे आदमी नाश हुइगौ हए तव का हमर आत्मीक मनुष्यत्व दिनए दिन नयाँ होत जै हए । 17काहेकी हमर हलुको और एकघरीको कष्टसे हमर ताहिँ अतुलनीय या अनन्तको महान महिमा तयार हए । 18हम दिखान बारी बात नाए, पर नाए दिखान बाली बात देखत हए काहेकी दिखान बारी बात एकघडिक होत हए पर नदेखनबारि बात सामानतक रहत हए ।
1काहेकी हम जानत हए, कि हमर वास करो जा नाश होनबारो शरीर गिर जाएसे फिर स्वर्गमे अनन्तसम्म रहनबारो परमेश्वर दौ भव हमर घर हए, जो हातसे नाए बानइहए 2। हिया नेहत्व हम व्याकुल होत हए, और स्वर्गीय डेरा धारण करन गजम इच्छा करत हए । 3काहेकी बो धारण करके हम नङ्गे नाए हुइहए ।4काहेकी जा डेरामे रहत चिन्तासे हम डुबेरहत रत हए । हम नङ्गे हए काहेके नाए हए, पर और जद्धा लत्ता धारण करेहए, ताकी जो मरण शिल हए बो ज़िवानमे समावेश होबए । 5अब हमके जा बातके ताहिँ तयार करदेमए परमेश्वर हए, जो हमके बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दैहए ।6जहेमारे हमके पुरो भरोसा हए , कि हम जबसम्म शरीरमे रहए, तबसम्म प्रभुसे अलग हुइहए । 7काहेकी हम विश्वाससे नेगतहए, देखन बारो बातके अधारमे नाए । 8हमरमे पूरो भारोसा हए, बरु शरीरसे अलग हुइके प्रभुसंग रहान हम चाहत हए ।9जहेमारे हम चहे शरीरमे होमए , चाहे अलग रहमै, बाके खुशि करन हमरो लक्ष्य हए । 10काहेकी हम सब ख्रीष्टक न्याय-आसनके सामुने ठाणन पणयगो, अइसी शरीरमे रहत अपन करो आनुसर हरेक अच्छो या खराबको प्रतिफल पाबैगो ।11जहेमारे प्रभुको भय पात करके हम आदमिके मानतहएँ । पर हम जो करत हए परमेश्वार जानत हए, और मए आशा करत हौ, बा तुमर विवेकमे फिर छर्लङ्ग हए । 12हम फिर तुमर ठिन अपन तारिफ नाकरतहए, पर तुमके हमरमे गर्व करन मौका देत रहए, ताकी तुम बिनके जवाफ देन सिकौ, जो आदमिके ह्रदयके बातमे नाए पर बाहिर बातमे घमण्ड करतहए ।13अगर हमर होश ठेकानमे नैयाँ, कहेसे जा परमेश्वरके ताहिँ हए, तव हम ठिक होशमे हए कहेसे जा तुमर ताहिँ हए । 14ख्रीष्टको प्रेम हमके मजबुर बनातहए, काहेकी हमके जा पक्का हए, कि सबके ताहिँ एक जनै मरो भव सब मरे । 15बो सबके ताहिँ मरो हए, ताकी बचनबारो अब अइसो अपन ताहिँ नाएबचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए ।16अइसो अपन ताहिँ नाए बचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए ।16 अइसी अब अबसे हम कोइके आदमीके दृष्टिकोणसे नाए देखत् हँए । हम ख्रीष्टके एक समयमे आदमिके दृष्टिकोणसे देखे रहए, पर अबसे हम बाके अइसो नाए दिख्हए । 17जहेमारे कोइ ख्रीष्टमे हए कहेसे बो नयाँ सृष्टिहए | पुरानो बितगओ हए, देख नयाँ आओ हए ।18जा सब परमेश्वारसे भव हए, जो हमके ख्रीष्टसे अपनसंग मिलापमे लाई हए, और हमके मिलापको सेवा दै हए । 19अथवा स्वयम ख्रीष्टमे हुइके परमेश्वारके संसारके अपनसँग मिलापमे लातरहए । बिनको अपराधको लेखा नालैके मिलाप करन कामको सन्देशाे बो हमके सौपदैहए ।20ज़हेमारे हम ख्रीष्टके राजदूत हँए, और परमेश्वर हमसे अनुरोध करत रहए । ख्रीष्टके पक्षमे हम तुमके बिन्ती करत हए, कि तुम परमेश्वरसंग मिलापमे आबौ । 21काहेकी हम बोमे परमेश्वरको धार्मिकता बन्न सिकए काहेकी पाप नाचिन्न बारेके ताहिँ परमेश्वर हमर खातिर पाप बनाई हए ।
1परमेश्वरको सहकर्मी भवक मारे हम तुमके बिन्ती करत हँए, कि बाको अनुग्रह व्यर्थ होन मत देओ, 2काहेकी बो कहात हए, “ग्रहण योग्य( ठिक) समयमे मए तुमर पुकरा सुनहौ, और मुक्तिको दिनमे मए तुमके सहायता करेहौ ।” देखौ ग्रहण योग्य(तहिक) समय हबए हए, मुक्तिको दिन हबए हए । 3हमर सेवामे दोष नापामए कहिके हम कोइके डगरमे रोकावटको कारण नाए बने हए,4पर सब घेनसे हम अपनैके परमेश्वरके सेवक हए करके दिखात हए -जद्धा शहनसिलतामे, कष्टमे कठिनाइमे, 5आपत-बिपतमे, कुटाइ-पिटाइमे, कैदमे, हुलदङमे, मेहनतमे, निधानोमे, भुखोमे, 6शुध्दतामे, ज्ञानमे, धैर्यमे, दयामे, पवित्र आत्मामे, साँचो प्रेममे, 7सत्यबोलिमे, और परमेश्वरको शक्तिमे, दहिना और दिबरा घेन, धार्मिकताको अस्त्र -शस्त्र धारण करके,8, आदरमे और अनादरमे, बदनाम और अच्छाेनाममे, । हम ठगिया ठहरे, पर हम सच्चे हए । 9अपरिचित हँए त फिर सुपरिचित हँए ।मरन लागो हानि हए, ताहु फिर हम बचेहए । सजाय भोगे, तहु फिर नाए मरे हए । 10पछतौनो, तहु फिर सब दिन आनन्दित । गरीब, तहु फिर बहुत् के धनी बनन् बारे। कछु नाए भओ हानि तहु फिर सबए चिज भओ ।11हे कोरिन्थीनके बिसबासि हो, हम तुमके अच्छे से कही दै हए, हमर हृदय तुमर ताहिँ खुलो हए । 12तुमर ताहिँ हमर माया कम नाए भओ हए, सायद तुमरो हमर घेनको माया कम हुइगौ हए । 13अब जाको बदलामे मए अपन बालकनके संग कहत हौ, कि तुम फिर अपन हृदय खुल्ला रखाबओ ।14अविश्वासीनके संग एकै जुवामे मत मचौ । काहेकी धर्म और अधर्मको का समझदारी होत हए? अथवा अधियारो संग उजियारोको का सहभागिता? 15ख्रीष्टके झुठ बोलनबरेसे का सरोकार? या विश्वास करन बारे विश्वास नाए करन बारेसे का सम्बन्ध ? 16मुर्तिसे परमेश्वारको मन्दिरसे का सम्झौता? काहेकी हम जीवित परमेश्वारको मन्दिर हए, जैसे परमेश्वर कही हए, मए तुमर उपर बास करेहौ, और बिनके विचमे नेगंगो, और मै उनको परमेश्वार होमंगो, और तुम मिर प्रजा होबैगे ।”17ज़हेमारे उनके विचसे निकरके आओ, और उनसे तुम अलग अलग होबओ, परमप्रभु कहात हए । खराब चीज कछु मत छुबौ और मए तुमके ग्रहण करंगो । 18मए तुमर पिता होमंगो, और तुम मिर लौणा लौणीया होबैगे, सर्बशक्तिमान परमप्रभु कहात हए ।”
1जहेमारे हे प्रिय हो, हमर संग जे प्रतिज्ञा भव तभि मारे शरीर और आत्माके सब किसिमके अशुध्दतासे हम अपनके शुद्ध बनामै, और परमेश्वरके भयमे पवित्रताके सिध्दता घेन बढतए जाए ।2हमके तुमर हृदयमे स्थान देबओ । हम कोइके खराबी नाए करे हए । हम कोइके भ्रष्ट नाए करेहए । हम कोइ आदमीसे फाइदा नाए उठए हए । 3तुमके दोषी ठहरान के ताँहि मए जा नाए कहो हओ, काहेकी मए अग्गु य कहि दओ हौ, हमर हृदयमे तुमर ताहिँ यित्तो स्थान हए, कि हम तुमर संगमे मरन या बाँचन तयार हए । 4तुमरमे मेरो बणो भरोसा हए । तुमर उपर मए बेढम गर्व करत हओ | मए सान्से भरपुर हौ । हमर सब कष्टमे मए बेढम आनन्दित हौ ।5काहेकी हम माकेडोनियामे आएके पिच्छु फिर हमर शरीरके कछु विश्राम नामिलो, पर आसपास घेनसे हमके सङकष्ट आओ रहए, बाहिर सङघर्ष और भितर डरैडर रहए । 6तव उदासिके सान्ति देनबारो परमेश्वर तीतसके आगमनसे हमके सान्ति दै रहए 7। बिनको आगमनसे इकल्लो ना हए, पर बो सान्ति फिर, जौन सान्ति बे तुमसे पाइ रहए । मोके भेटन तुमर बणो इच्छाके बारेमे बे हमसे कही । मेरे ताहिँ तुमर शोकके बारेमे और मिर घेनको तुमर गहिरो चिन्ताके बारेमे फिर बे बताइ, और अइसी मए और जद्धा आनन्दित भओ8मए अपन चिठ्ठिसे तुमके शोकित नाए बानओ ताहु फिर मए नाए पछतओं , होन त मोके पछतओ भव रहए । मोके पता भओं, कि बो पत्रसे तुमके थोरी समयके ताहीँ फिर शोकित बनाई 9। तुमके शोक भव हए कहिके मए खुशी नाए भव रहओं, पर तुमरो शोक तुमके पश्चताप करन बारो बनाई कहिके हए, काहेकी तुम ईश्वरीय शोकके अनुभव करे, और हमर घेनसे तुमके कोई नोक्सानी सहान नाए पणो । 10काहेकी ईश्वरीय शोक मुक्तिके ताहिँ पश्चात्ताप उत्पन्न करत हए और बोमे पछुतो नाए होतहए, पर संसारिक शोकसे मृत्यु उत्पन्न करतहए ।11काहेकी देखओ- जा इश्वरीय शोकसे तुमरमे कैसो उत्साह उत्पन्न करि हए- अपनए के निर्दोष बनन् तुमरमे कैसो उत्सह, कैसो क्रोध, कैसो डर, कैसो प्यास, कैसो जोस न्याय होबए कैसो इच्छा! सब बातमे तए अपनके निर्दोष भव साबित करेहौ । 12मए जा चिठ्ठि अन्याय करन बारो आदमिके कारणसे नाएलिखो रहौ, नत अन्यायमे पणो व्यक्तिके कारनसे नाए हए, पर जा हेतुसे कि परमेश्वारके दृष्टिमे हमर घेनको तुमर उत्साह कैसो हए, सो तुमके पता होबए ।13जहेमरे हमके सान्ति मिलो हए । हम पाओ अपन सान्ति बाहेक तितसके आनन्दमे हम जद्धा रमाए, काहेकी तुमसे बिनको मनमे शान्ति मिलो हए । 14काहेकी बिनके ठिन तुमर बारेमे मए कछु घमण्ड करो रहौ काहेकी मोके बो मे कछु शर्म नाए भव । पर जैसी हम तुमके कहो सब बात सत्य रहए, अइसीय तीतसके ठिन हमसे घमण्ड फिर सत्य ठहरो ।15तुमर सबके आज्ञाकारिता और तुमर डर और कम्पसंग बिनके करो स्वगत सम्झत बिनको भितर हौसला तुमरघेन झन बढ्के आओं रहए । 16मए रमात हौ, काहेकी तुमरे उपर मेरो पूरा भरोसा हए ।
1भैया रेव, माकेडोनियाके मण्डलीमे परमेश्वर दओ भव अनुग्रहके बारेमे हम तुमके बतान चाहत हए । 2कष्टको भयङकर परीक्षाके बीचमे फिर बहुत आनन्द और घोर दरिद्रतामे बे उदार-चित्तसे दान दैइ3। काहेकी मए गवाही देत हौ, कि बे अपनो औकात अनुसार और औकातसे जद्धा फिर अपन राजीखुशीसे दैइ । 4बे सन्तको सहायताके ताहिँ भाग लेन पाओ कहिके हमके आग्रहपूर्वक(आदरके साथ) बिन्ती करी । 5हम आसरा करो हनी बे नाए करी, पर बे पहिले अपनैके प्रभुमे अर्पण करी, और परमेश्वरको इच्छा अनुसार हमके दैइ ।6जहेमरे तीतसके अग्गुसे सुरु करके तुमर बीचमे फिर बा अच्छो काम समाप्त करए कहिके हम बिनके बिन्ती करे । 7पर जैसी सब बातमे तुम बढे हौ, अथबा विश्वासमे , वचनमे, ज्ञानमे, सबए जोशमे और हमर घेन तुमर प्रेममे, उइसी अथवा तुम जा अच्छो काममे फिर बड्के जानबारि बातमे ध्यायन लगाबओ ।8मए जा आज्ञाको रुपमे नाए कहो, पर औरके जोशसंग तुलना करके तुमर प्रेम फिर सच्चो होबए कहिके प्रमाणित करन ताहीँ मए जा कहो हौँ । 9काहेकी हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके अनुग्रह तुमके पता हए, बा धनी रहए, तहु फिर तुमर ताहि बा गरिब भव, ताकि बाको गरिबसे तुम धनी होन सिकौं ।10अब जाके बारेमे मेरो सल्लाह जहे हए- एक वर्ष अग्गु जौन दिन काम तुम सुरु करे इकल्लो नाए, पर बा करन उत्कट इच्छा फिर करे रहौ, बाके अब पूरा करन तुमर ताहीँ अच्छो हुइहए । 11इच्छा करनमे तुमके जौन तयारी रहए बहे कता अपनो औकातअनुसार दैके जा कामके पूरा करौ । 12काहेकी देनबारो तयारी हए कहेसे आदमीसंग भव अनुसारको दानए ग्रहणयोग्य होतहए, नाभव अनुसारको नैयाँ ।13तुमके भारी होबए औरके हलुको होबए कहिके मए जा कहो नैयाँ, 14पर समानताके हिसाबसे जा हबयके समयमे तुमके प्रशस्ततासे बिनको अभाव पूरो हुइहए, और बिनको प्रशस्ततासे तुमर अभाव पूरा कर देबए । अइसी सबएमे समानता होबए, 15जैसो लिखो हए, “बेढ़म बटोरन बारेसंग जद्धा नाए रहो, और कम बटोरन बारेके अभाव नाए भव ।16पर परमेश्वारके धन्यबाद होबए, जो तीतसके हृदयमे तुमर ताहीँ बहे फिक्री करदै हए 17काहेकी बे हमरो अनुरोधके मानी इकल्लो नाए, पर अपनै फिर गजम उत्साहीत हुइके अपनो इच्छाके तुमर ठीन आव ।18तव हम बिनकेसंग बो भैयाके पठात हए, जो सुसमाचारको प्रचारमे सबय मण्डलीको बीच मे प्रख्यात हए । 19तव इतकए इक्ल्लो नाहए, पर प्रभुको महिमाके ताहिँ और हमरो सदभाव प्रकट करके ताहि, अच्छो काममे हमरसंग यात्रा करन मण्डलीसे बाे नियुक्त भव हए ।20उदार- चित्तके दओ जा दान सञचालन करत जा केबारेमे कोई हमके दोष नाए देबए कहिके हम चाहत हए । 21काहेकी हम प्रभुको दृष्टिमे इकल्लो नाए हए, पर आदमीको दृष्टिमे फिर जो आदरणीय हए बो करन लक्ष्य धरत हए ।22बिनकेसंग हमर भैयाके पठात हए, जौनके हम गजम चोटी जाँचके गजम बातमे जोशिलो पाए हँए | तुमर घेन भव बिनको बणों भरोसासे करत बे मेहनति और जद्धा जोशिलो भए हँए । 23तीतसचाहिँ मेरो सहभागी और तुमर सेवामे मेरो सहकर्मी हए, और भैयानके तहिँ मण्डलीको दूत और ख्रीष्टको महिमा हए । 24तुमर प्रेम और तुमर बारेमे करो हमर गर्व को प्रमाण मण्डलीको सामने जे आदमीके दै ।
1सन्तके ताहीँ दओ भव भेटीके बारेमे तुमके लिखीरहन मोके जरुरि नैयाँ । 2काहेकी मए तुमर चाहना जानत हौँ । जा के बारेमे माकेडोनियाके आदमीनके ठिन तुमर गर्व करत मए कहोरहौ, कि पोर सालसे आखैया तयार हुइ रहो हए । तुमर जोशसे बिन मैसे बहुत जैसेनके उत्सह करी हए ।3पर जा के बारेमे तुमर ताहीँ हम गर्व करो व्यर्थ नाए होबए, और मए कहोअनुसार तुम तयार रहौ करके मए भैयानके पठातए रहो हौ । 4अगर कोई माकेडोनियाके मिरसंग अएके तुमके तयार नापाइँ कहेसे हम शर्ममे पणंगे, और तुमके फिर कम्ति शर्म नाए हुईहए काहेकी हम तुमर उपर बणो भरोसा करे रहए । 5जहेमारे तुम प्रतिज्ञा करो भेटीको प्रबन्ध अग्गुसे मिलानके ताहीँ मोसे अग्गु भैयानके तुमर ठीन पठानके मए जरुरी मानो | जहेमारे जा भेटी करकापसे नाए, पर राजीखुशी दओ भव भेटीके रुपमे तयार होबए ।6पर बात जहे हए, कि थोरी बोनबारे थोरी या कटनी करहए, और प्रशस्तसंग बोनबारो प्रशस्तसे कटनी करैगो । 7तव सब आदमी अपनो मनमे सङक्ल्प करोबमोजिम देबए, इच्छा नाए भवत नाए , नत करकापमे करके | काहेकी खुशी- साथ देनबारेके परमेश्वर प्रेम करत हए ।8परमेश्वर तुमके सब आशिष प्रशस्त मात्रामे देन सिकैगो, ताकि तुमरसंग सबदिन हरेक चीज प्रशस्त होबए, और सब अच्छो कामके ताहिँ तुम प्रशस्त मात्रामे देन सिकओ । 9अइसो लिखो हए, “जौन बोत हए, और गरीबके देतहए, बाको धार्मिकता सदासर्वद रहत हए ।”10बोन ताहिँ बिज और खान ताहिँ भोजन देनबारो तुमके बिज देहए, और बोमे बढत जए हए, तव तुमर धार्मिकताको फसल बढए हए । 11तुमरो बणों उदारताके ताहीँ सब बातमे तुम धनी हुइ हौ, जौन उदारतासे हमके परमेश्वर चढ़ानबारो धन्यवाद उत्पन्न करैगो ।12जा सेवाको कामसे सन्तको अभाव पूरो हुइ हए , इतकए इकल्लो नाए, परमेश्वर घेनको गजम धन्यवादको भाबन उतरके आतहए। 13सेवाको जा जाँचसे तुम ख्रीष्टको सुसमाचार स्वीकार करन अपनो भावन आज्ञाकारितासे और बिनके ताहिँ और सबएके ताहिँ तुम उदार- चित्तसे दओ भेटीसे परमेश्वरको महिमा होबैगो । 14परमेश्वरको अपार अनुग्रह तुमरमे रहोके मारे बे तुमर चाहना करतहए, और तुमर ताहिँ प्रार्थना करत हए । 15बाको वयान करन नाए सिकन बारो वरदानके ताहीँ परमेश्वरके धन्यवाद होबए ।
1मए पावल, तुमर ठिन नम्र होत् हौ, पर दुर होत तुमर ताहीँ सहासी होत् हौ! ख्रीष्टको नम्रता और कोमलतासे मए तुमके बिन्ती करत हौ । 2मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि तुमर ठीन आत मए दिखान सोचो बा सहास आत्मा-बिश्वासके साथ बिनके दिखान नाए पणए, जौनसे हमके संसारिक तरीकासे काम करत हए कहिके शंका करत हए ।3काहेकी हम संसारके हए, ताहुँ फिर संसारिक लणाइँ त नाए लणत हए 4। काहेकी हमर लणई अस्त्रा-सास्त्रा संसारीक नाहए, पर किल नाश करन इश्वरीय सामर्थ बोमे हए ।5परमेश्वरके ज्ञानको विरुध्दमे खणा होनबारो बहस और हरेक अहंकारपूर्ण बाधाके नाश करत हए, और सब विचारके ख्रीष्टको आज्ञापालन करनके वश मे करत हएँ । 6तुमरो आज्ञाकारिता पूराे हुइके पिच्छु सब अनआज्ञाकारिताके दण्ड देन हम तयार बैठंगे ।7तुम आँखी को सामने भव चिजके देखओ, कोई आदमी जा भरोसा हए कि बो ख्रीष्टको हए कहेसे, अपनए के याद दिबाबए, कि जैसो बा ख्रीष्टको हए, हम फिर ख्रीष्टके नाए हौ । 8काहेकी हमरो अधिकारके बारेमे मए कुछ जद्धा घमण्ड करो कहेसे फिर मए शर्ममे नाए पणंगो, काहेकी जा अधिकार तुमर बिगारके ताहिँ नाए, पर तुमर सुधारके ताहिँ प्रभु दै हए ।9। मए तुमके लिखो चिठ्ठी तुमके डर दिखानताहिँ हए कहिके मत कहाओ । 10काहेकी बे कहात हएँ , “बाको चिठ्ठी गहकिले और प्रभावशाली हुइहए, तव बा अपनए उपस्थित होत बा कमजोर होत हए और बाको वचनको कोइ महत्त्व नाए होत हए ।”11उइसे आदमी जा याद करए, कि हम अपनी अनुपस्थितमे चिठ्ठिसे जो कहात् हए , उपस्थित होत फिर बेहि काम करत् हए । 12अपनी तारिफ अपनए करनबाले कोइ-कोइ आदमी संग हम अपनके एकए समुहामे रहन, औरअपनके बिनके संग दाँजन हम सहाँस नाए करत हएँ । तव बे अपनए अपनेके एक- दुसरेसंग नापके देखत और दाँजत बे बिना समझके होतहए ।13हम सिमाना नाघके गर्व नाए करतहएँ, पर तुमरे ठिन पुगनके ताहिँ परमेश्वर हमके तोकि दै सिमाना भितर रहमंगे । 14तुमरठिन आएकेता हम बढात चढात घमण्ड नाए करहएँ , काहेकी ख्रीष्टको सुसमाचार लैके तुमरठिन अग्गु पुगन बारे हम रहएँ ।15हम सिमाना नाघके दुसरेके परिश्रममे गर्व नाए करत हए , पर हमर आशा जा हए , कि तुमर विश्वास बढतै जात तुमरे बिचमे हमर क्षेत्र झन बढत जाबैगो, 16ताकी हम औरके क्षेत्रमे अग्गु हुइके काममे घमण्ड नाए करके तुमके देखके बाहिरको ठाउँमे सुसमाचार प्रचार करन सिकौ ।17" घमण्ड करनबारे परमप्रभुमे घमण्ड करए ।” " 18कहेकी अपनो तारीफ अपनए करन बारो आदमी स्वीकार नाए करत हए, पर प्रभुके तारीफ करनबारो आदमीचाहिँ स्वीकार करो जए हए ।
1तुम मेरो थोरी मूर्खता सहे से फिर हुइतो! थोरी सहिदेबौ! 2ईश्वरीय दिक्कसे मए तुमर से दिक्क भव हओ । एकए लोगा कि पवित्र दुल्हीनके रुपमे तुमके दिखानके ताहिँ मए ख्रीष्टसंग तुमर मगनी करदौ ।3पर जैसी साँपके अपनो चलाँकीसे हव्वाके फसाई, उइसीय ख्रीष्टघेनको तुमर निष्कपट और चोखो भक्तिसे तुमर विचार भ्रममे पणे हए कि कहिके मोके डर लागो हए । 4काहेकी अगर कोइ आदमी आएके हमरे प्रचार करे से जद्धा दुसरो येशूके प्रचार करहए कहेसे, और तुम पाओ भव आत्मासे दुसरो आत्मा तुम ग्रहण करौ तव कहेसे, अथबा तुम पाए भव सुसमाचारसे दुसरो कोइ सुसमाचार ग्रहण करहौ कहेसे, तुम जे सबके ठिन सजिलेसे झुकत् हौ ।5कोइ बातमे मए बे सर्वोच्चो प्रेरितनसे एकु फिर कम नैयाँ । 6मए जनैया वक्ता नाए भओ से फिर मिर मे ज्ञानको कमी नैयाँ । जा बात हम हरकिसिमसे तुमके सफासे दिखाए दय हए ।7अपनेके छोटो बनाएके तुमके उच्च बनामऔ कहिके परमेश्वरके सुसमाचार मए तुमके फ्रिमे सुनात का मए पाप करो हौ का? 8तुमरो सेवा करन और मण्डलीसे आर्थिक सहयता लैके मए बे मण्डलीके लुटो । 9तुमरे संग रहात जब मोके अभाव पणो रहए मए कोइको बोझ नाए भव, काहेकी माकेडोनियासे आए भए भैया मिर अभाब पुरा करी । ताहु फिर कोइ किसिमसे तुमरे उपर बोझ पणहेकी कहीके मए अपनेके रोको और पच्छुके फिर रोकंगो ।10ख्रीष्टको सत्यता मिरमे हए, और अखैयाको इलाकामे मेरो जा गर्वके कोई रोक नाए पएहए । 11काहे? का मए तुमके प्रेम नाए करत हौ कहिके हए का? परमेश्वर जानत हए, कि मए तुमके प्रेम करत हौँ !12पर मए जो काम कर रहो हौँ सो करत रएहौँ, ताकि बे आदमीको दाबीके काट्न सिकौ, जोन धागसे करए सेवा- कर्म हमरो समान हए कहिके कहात हए । 13काहेकी अइसे आदमी झूठो प्रेरित और छली काम करनबारे हए, और ख्रीष्टके प्रेरितको भेष लगाएके नेगन इकल्लो हए ।14और जा कोई अचम्मो को बात नैयाँ, काहेकी शैतान फिर ज्योतिमय स्वर्गदूतको भेष धारण करत् हए । 15जहेमारे जा कोई अचम्मो बात नैयाँ, कि जा दास फिर धार्मिकताको दासके रुपमे अपनो भेष बदलत हए | बिनको अन्त बिनको कामअनुसार हुइहए ।16मए फिर कहात हौ, कोई आदमी मोके मुरख नाए सम्झए । पर तुम अइसो सम्झत हौ कहेसे फिर मोके मुरखके रुपमे ग्रहण करौ, ताकि मए फिर कुछ घमण्ड करन सिकौ । 17मेरो जा घमण्डको निश्चयमे, मए प्रभुको अधिकारमे नैयाँ, पर मुर्खकतामे कहि रहो हौ । 18बहुत आदमि शरिरअनुसार घमण्ड करतहयँ मय फिर घमण्ड करत हौ ।19तुम अपनै बहुत बुध्दिमान भए हौ कि खुशीसाथ मुर्खके सहतहौ । 20काहेकी अगर कोई आदमी तुमके कमैया ठहरत हए, अउर तुमके अपनो शिकार बनात हए,औ तुमसे फाइदा उठात हए, और धाक जमात हए, अथबा तुमर मुहमे थप्पर लगात हए कहेसे फिर तुम सब सहत हौ । 21मए लज्जित हुइके स्वीकार करत हौ, कि हम चाहिँ जा सब सहन नाए सिकन। पर कोई कुछ बातमे घमण्ड करत हए कहेसे, मए फिर बे बातमे घमण्ड करत हौ ।हँ, मए मुर्ख कता बोलतहौ ।22का बे हिब्रू हए? मए फिर हौ। का बे अब्राहामके सन्तान हए? मए फिर हौ । 23का बे ख्रीष्टके सेवक हए? मए और अच्छो सेवक हौ- पागलकता मए बोलत रहतहौ| मए बहुत मेहनत करो । कैदमे और बहुत चोटी पणो | अनगिन्ती कोर्रा खाओ| मृत्यु को मुहमे बारबार पणो ।24पाँच चोटी मए यहूदीके हातसे एक कम चालीस कोर्रा खाओ । 25तीन चोटी मोके लठ्ठीसे मारी| एक चोटी पत्थरसे मारी। तीन चोटी मारी । तिन चोटी मए चढों जहाज ध्वस्त भव ।एक दिन एक रात मए समुन्द्रमे नै बिताओं हौ । 26मेरी बारबारको यात्रामे मए नदीयाके, डाँकके जोखिममे, अपनो जातिको आदमिके जोखिममे, अन्यजातिको जोखिममे,सहेरके जोखिममे, उजाड-स्थानको जोखिममे, समुद्रको जोखिममे, झूठा भैयासे आनबारो जोखिममे ।27मेहनतमे और कष्टमे,कित्तो- कित्तो कच्निधामे रातमे, भोक और प्यासमे, बारबार उपवासमे, ठन्डी और नङ्गेमे पडो । 28तव और बात बाहेक सब मण्डलीको चिन्ताको बोझ मिर उपर हए । 29कौन दुर्वल हए और मएता नैयाँ? कौन पापमे फासोहए और मएचाहिँ घबणेयानो नाए?30मोके गर्व करन पणेहए कहेसे, मए अपनो कमजोरी दिखान बातमे गर्व करेहौ । 31प्रभु येशूको परमेश्वर और पिता, जो सदामान धन्य हए, बो जानत हए, कि मए नाए ठगो ।32दमस्कसमे अरितस राजाको हाकिम मोके पक्णन दमस्कस सहेर मे ताक धरे रहए । 33पर भितियाको एक झयालसे डलबाममे धरके मोके तरे उतार दैं बहेमारे मए बिनके हातसे बाँचो
1मोके गर्व करन पण हए । पर बोसे लाभ कुछु नाएहुइसे फिर, प्रभुसे पाओ दर्शन और जोतिकि बात मए करत हौ । 2ख्रीष्टमे मए एक जनै आदमीके चीनत हौँ, जो चौधा वर्षअग्गु तिस्रो स्वर्ग तक उठाएलैगओं । बो शरीरमे लैगओं कि शरीर विन, सो मए नाए जानत हौँ, परमेश्वर जानत हए ।3मए जा आदमीके चीनत हौ, शरीरमे हए कि विना शरीरमे, बो मोके पता नैयाँ, पर बा आदमी स्वर्गलोकमे उठालैगओं, जा बात परमेश्वार जानत हए । 4और बा हुवाँ नाए बतान बारी बात बो सुनी, जौन आदमी बतकानबारि फिर बात नाए पर गजब पबित्र बातनके सुनि । 5जा अदमिको पक्षमे मए गर्व करत हौ, पर अपनो पक्षमे कहेसे मेरो कमजोरी बाहेक और बातमे मए गर्व नाए करेहौ ।6अगर मए गर्व करन इच्छा करहौ कहेस फिर मए मुरख नाए बनंगो, काहेकी मए ठिक मस्कत हुइ हौँ । पर आदमी मिरमे देखिँ और मोसे सुनेसे जद्धा कोइ मोके नाए कहए कहिके मए गर्व करनसे रुकंगो । 7तव प्रसस्त प्रकाशको कारण घमण्डसे मए अगरो ना फुलौँ कहिके मोए सतान और घमण्डसे रोकन शैतानको दुत, और एक काँटो मिर शरीरमे दै ।8जा मोसे हटए कहिके मए तीन चोटी प्रभुसे बिन्ती करो । 9तव मोसे बा कहिँ, “मिर अनुग्रह तिर ताहिँ प्रसस्त हए, काहेकी मिर शक्ति कमजोर मे पुरी होत हए ।”जहेमारे ख्रीष्टको शक्ति मिरमे वास करए करके बरु कमजोरमे जद्धा खुशीके साथसे गर्व करंगो । 10जहेमारे ख्रीष्टके ताहिँ कमजोरमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सतावटमे, आपतमे मए सन्तुष्ट रहत हौ | काहेकी जब मए कमजोर हौँ, तव मए शक्तिशाली हौँ ।11मए मुर्ख भओ हौँ | तुम मोके अइसे करन कर लगाए, काहेकी तुमरसे त मिर प्रशंसा करन पडो रहए, काहेकी मए कछु नाए भओ से फिर सर्वोच्च प्रेरितसे मए तुच्छ नैयाँ । 12साँचो प्रेरितके लक्षण पूरा धैर्यसे, चिन्ह चमत्कार और शक्तिक कामसे तुमर बिचमे प्रकट करी रहैँ । 13और सब मण्डलीक तुलनामे तुम कौन बातमे कम निगाह पाए? हओ, एक बातमे पर तुम मोके क्षमा करन पडैगो, मए तुमर ताहिँ बोझ नाए बनो ।14अब तेस्रो चोटी तुमर ठिन आन मए तयार हौँ । मए तुमर ताहिँ बोझ नाए होमंगो, काहेकी मए तुमर सम्पत्ति नैयाँ पर तुमके चाहत हओ। काहेकी अइया-दौवाके ताहिँ लौडा लौडिया नाए, पर लौडालौडियक ताहिँ त अइया-दौवा जम्मा करन पड्त हए । 15मए तुमर ताहिँ गजब खुशी साथ खर्च करंगो, और स्वयम अपनए फिर खरचंगो | अगर मए तुमके जद्धा प्रेम करो कहेसे , का मए थोरी प्रेम पामओ?16मए तुमके बोझ ना बुकाओ, जा ठिक हए, पर मए चलाकी करके तुमके फसए हौ करके तुम कहत् हौ । 17मए तुमर ठिन पठाओ भए मैसे कोइ आदमीसे तुमरेसे का मए फाइदा उठाओ का? 18मए तीतसके जान कहिके आज्ञा करो, और बो भैयाके बिनके सँग पठाओ | का तीतस तुमरसे कोइ फाइदा उठाइ? का हम एकै आत्मासे ना चले? का हम एकए कदममे ना नेगे?19का तुम जा सोचत हौ, कि यित्तो समय तुमर अग्गु हम अपनए सफाई देत हए? प्रिय, हम परमेश्वारके ठिन ख्रीष्टमे मस्कत हए, तव जे सब तुमके बलियो बनानके ताहिँ हए ।20काहेकी मए आत मए इच्छा करोकता तुमके ना पाएके, और तुम फिर मोके अपने इच्छा करोकता ना पाएके काहेकी मोके डर लागो हए । साइत हुआ लणाइ, दिक्क, क्रोध,स्वार्थ, बिजरो, निन्दा-चर्चा, अपमान और गोलमाल हुइहए साइत । 21मोए डर लागत, कि मए फिर आत मिर परमेश्वार मोके तुमर ठिन छोटो करइगो, और गजब जनैक ताहि मोए शोक करनपडैगो, जौन अग्गु पाप करी रहए, और अपनए करो आशुद्धता, व्यविचार और छाडापनसे पश्चात्ताप ना करी हए ।
1तेस्रो चोटी मए तुमर ठिन आमंगो । कोइ फिर दोष दुई या तीन साक्षीक गवाहीसे साबित करन पडैगो । 2दोस्रो चोटी तुमर बिचमे होत मए तुमके चेताउनि दओ कता अब उपस्थिति ना होत फिर मए तुमके चेताउनी देत हौ । मए फिर आत अग्गु अग्गु पाप करन बाले और कोइके फिर मए ना छोड्गो-3काहेकी ख्रीष्ट मोएमे बोलत हए कहिके प्रमाण तुम चाहत हौ । तुमरसँगको व्यवहारमे बो दुर्बल ना हए, पर बो तुममे शक्तिशाली हए । 4काहेकी दुर्बलतामे बो क्रूसमे टङगो, पर परमेश्वारको शक्तिमे बो जिन्दा भओ । अइसी हम बकसँग दुर्बल होतहए, पर तुमरसँगको व्यवहारमे परमेश्वारको शक्तिसे हम बकसँग जिमंगे ।5तुम विश्वासमे पक्के हओ कि ना हओ कहिके अपनैके अपनै जाँचके देखौ | अपनैके जाँच ।जाँचमे असफल नाए हुइ हौ कहेसे येशू ख्रीष्ट तुमरमे हए कहिके तुमके पता होन पडो रहए ! 6मए आशा करत हौ , कि हम असफल नाए भए हए कहेसे तुम पता पाबैगे ।7पर हम परमेश्वारमे प्रार्थना करत हए, कि तुम कछु खराबी मत करौ | हम जाँचमे सफल भए जैसो मत दिखाबौ । हम असफल भव जैसो दिखाएसे फिर तुमके जो अच्छो हए सो करौ । 8काहेकी हम सत्यको विरुध्दमे कछु करन नाए सिकत हए, केवल सत्यके ताहिँ ईकल्लाे करन सिकतहए ।9काहेकी हम कमजोर होत और तुम बलियाे होत हम आनन्दित होत हए । तुमर प्रगतिक ताहिँ हम प्रार्थना करत हए । 10तुमसे अलग होत मए जा लिखत हौ, जा हेतुसे कि तुमर-ठिन आत प्रभु मोके दौ भव अधिकार करो से मोके प्रयोग करन नाए पणैए । बो त बक बनानके ताहिँ दै हए, फोरनके ताहिँ नाए11अन्तमे भैया रेव, अब बिदा पाओ | सिध्दताको लक्ष्य धरौ ।सान्ति पाबओ ।एक- दुसरेक संग सहमत होबौ । शान्तिमे रहबौ, और प्रिय और शान्तिको परमेश्वार तुमरे संग हुइहए । 12एक दुसरेके पवित्र चुमनसे आदर करीयौ ।13सबए सन्त तुमके नमस्कार पठाइँ हँए । 14प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह, परमेश्वारको प्रेम और पवित्र आत्माको संगति तुमरे सबए संग रहबए ।
1पावल परमेश्वरको इच्छाके द्वारा ख्रीष्ट येशुको एक प्रेरितससे , परमेश्वरके ताही अलग भए एफिसिमे रहए और ख्रिष्ट येशूमे विश्वासयोग्य भएनके ताही, 2हमर परमेश्वर पिता और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमकेअनुग्रह और शान्ति ।3हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर और पिताको प्रशंसा होबए, जौन हमके स्वर्गके ठाउँमे हरेक आत्मिक आशिष् ख्रीष्टमे आशीर्वाद दै हए । 4जा संसारकको सृष्टिसे पहिले हि हम ख्रिष्टमे विश्वास करन बारेनके ताही परमेश्वर चुनिहए । बाके अग्गु पवित्र और निष्कलङ होमए कहेके बा हमके चुनी हए ।5प्रेममे परमेश्वर हमके येशू ख्रिष्टके द्वारा अपनिए पुत्रके रुपमे ग्रहन करनके ताही पुरो पक्का करीहए ।बा अइसो करिहए की बाको योजना करो भओ बातके करन बा खुशी भओ । 6नतिजा जा हए, कि परमेश्वरको महिमाको अनुग्रहके बजेसे सबए बाको प्रशंसा कतर हए । जा अनुग्रहके बा अपन प्रियसे सेंतय हमके दैहए ।7बाको अपार अनुग्रहके जैसो ख्रीष्टको खुनसे हमके बामे उध्दार, हमर पापको क्षमा पाबैगे ।, 8पुरी बुध्दि और समझसे पुरी तरिकासे जा अनुग्रह बा हमके प्रसस्तयसे दैहए ।9कहेकी सबय बुध्दि और आन्तरिक समझमे ख्रीष्टमे धरो भव उदेश्य कता बा अपनो इच्छाकी लुकी बात हमके प्रघट करी हए । 10ताकी बाको योजनाको समय पुरो हुइके पिछु, तब ख्रिष्टमे परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वीमे भए सब चीज एक संग बाके अधिनमे लाबएगो ।11येशू ख्रिष्टमे हम परमेश्वरके सन्तानके रुपमे चुनेहए, जौन सबए बात अपन इच्छाके योजान कता पुरो करी, हम बाको योजना कता पहिलेसे चुने गए रहए । 12हम ख्रीष्टमे पहिलेसे असरा धरन बारेनके बा अपनो महिमाको प्रशंसाके ताहिँ जि पामए करके बा नियुक्त करी हए और छानी हए ।13तुम, जौनसे सत्यको वचन, औ अपन मुक्तिको सुसमाचार सुने, और बामे विश्वास करे, बहेमे तुम प्रतिज्ञा करो पावित्र आत्माको छाप लगाए हओ । 14हम अपने उत्तराधिकार ना पान तक पवित्रा आत्मा हमर उत्तराधिकार पक्को प्रमाण हए । जा बाको महिमाके प्रशंसाके ताहीं हए ।15प्रभु येशू उपर रहो भव तुमर विश्वास और सबए सन्त उपर तुमरो प्रेमके बारेमे मए सुनन्के बजेसे ना, 16मए तुमर ताही परमेश्वरमे धन्यबाद देन और मिर प्रर्थनामे तुमके सम्झन ना रुको हओ ।17मए प्रार्थना करत हओ, कि हमरो प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर, महिमाको पिता तुमके बाके बारेमे ज्ञान बुध्दि और प्रकाशको आत्मा देबए । 18मए जा फिर प्रार्थना करत हौ, कि तुमर ह्रदयकी आँखी उजियारी होमए, और कौन आशाके तहीँ बा तुमके बुलाई हए, और सन्तनमे बाको माहिमित उत्तरधिकारको सम्पति का हए, सो तुम जान सकओ ।19और हम विश्वास करन् बारेनके ताहिँ बाको शाक्तिको कबहु खतम ना होन बारो महानता का हए, सो तुम जान सकओ । बा शाक्ति बाको महान समर्थको कामए हए, । 20जो बा ख्रीष्टमे पुरा करी हए, जब बा ख्रीष्टके मरोसे जिन्दा करी,और स्वर्गके जगहमे अपन दहिना घेन बैठाई हए । 21बा येशूके सब शासन, और अधिकार, और शाक्ति हर नाउँसे उपर, और जा युगके इकल्लो ताही ना, पर आनबारे युगके ताही फिर बा , सबसे उपर धरी हए।22और परमेश्वर सब बात बाके पाओ तरे धरदैं, और मण्डलीके ताहिँ बाके सब बातके उपर मुण बनइ हए ।, 23जौन मण्डली बाको शरीर, बामे पूरो होत हए और बा सब चीजसे भरपूर होतहए ।
1तुम अपन अपराध और पापसे मरे समय मे बा तुमके जिन्दा करी । 2जाहेमे जा संसारको रीतिरीबाजके जैसो और आकाशको शाक्तिको मालिक तरहा, अनाज्ञाकारिताको सन्तान तरहाकाम करन बारो आत्माके जैसो तुम पहिले एक चोटी चलत रहओ । अभे काम करनबारो आत्मा अनुसार तुम अग्गु एक चलत् रहौ| 3बिनमैसे हम सब फिर शरीर और मनकी इच्छा पुरो करके अपन पापमय स्वभावके लालचमे अग्गु जित रहए, और बाँकी आदमी जैसो हम स्वभाबएसे क्रोधको सन्तान रहए ।4पर परमेश्वर, जो कृपामे धनी हए, बा अपनो महान प्रेमसे हमके प्रेम करी हए । 5जहेमारे पापमे हम पापमे मरे भए रहए, ताहुँफिर बा हमके ख्रीष्टसंग जिन्दा करी-अनुग्रहसे तुम उध्दार पाए हओ ।| 6और बाके संग हमके उठाई, और स्वर्गके जगहमे ख्रीष्ट येशूसंग बैठारी हए | 7जा त ख्रीष्ट येशूमे हमर घेन बाको दयामे अपन अनुग्रहको असीमित सम्पति, आनबारो युगमे दिखान बारो हए ।8कहेकी तुमअनुग्रहसे विश्वासके उध्दार बचाए गए हओ-,और जा तुम अपनाए से ना,पर जा त परमेश्वरको बरदान हए । 9कर्म से ना, नित आदमी घमण्ड करहए । 10कहेकी हम अच्छो कामके ताहिँ ख्रीष्ट येशूमे सिर्जे भए बाके हातके सिप हए । हम बाके जैसे चलऐं फिर कहेके परमेश्वर पहिलेसे बे तयार करी रहए ।11जहेमारे याद करओ, अग्गु तुम शरीरमे गैरयहुदी होत पेती आदमीके हातसे खतना करनबारे तुमके "बेखतनाको" मनत् रहए । 12याद करओ, तुम बा समय ख्रीष्टसे अलग, इस्राएलके नागरिक हकसे बाहिर भए रहओ, और प्रतिज्ञाको करारसे बिराने, आशा नभए और जा संसारमे परमेश्वर बिनाके रहौ ।13तुम, एक समय ख्रीष्ट येशूसे दुर रहौ, अब ख्रीष्टको खुनसे बाके ठिन आए हौ । 14कहेकी बा हमर शान्ति हए । बा हमके दोनोके एक बनाई हए, और अलग करन बारो भिदुष्मनको भित उजाड दै हए । 15और बा व्यवस्थाके बाको आज्ञा और धार्मिक-बिधान सहित अपन शरीरसे खतम करी हए, कि जा दुईके बदलामे बा अपनाएमे एक नयाँ आदमी सृष्टि करए, और अइसी शान्ति बनाबए । 16और बा क्रुससे हम दोनोके एक शरीरमे परमेश्वर संग मेल करके दुष्मनके हराई ।17येशू आएके तुम दुर भए और जौने भए बारेनके मिलापको सुसमाचार सुनाई रहए । 18कहेकी बासे हम दोनो एकै पवित्र आत्मामे पिता ठिन पहुच पाए हए ।19अइसी अब तुम विदेशी और प्रवासी ना हओ, तव सन्तनके संग तुम संगी-नगरिक और परमेश्वरके परिवारके सदस्य भए हओ । 20बा घराना प्रेरित और अगमवक्तानके जग उपर बैठके बनो गओ हए, और ख्रीष्ट येशू अपनाए त खास पत्थर हए । 21बामे पुरो घर ठीक तरीकासे एकसंग जुडके प्रभुमे एक पवित्र मन्दिर होनकेताही एकसंग बनत जातहए । 22और पवित्र आत्मामे परमेश्वरको वासस्थान होनके ताहीं तुम फिर बामे एकसंग बनत जात हौ ।
1जहेमारे मए पावल, तुम अन्याजातिक पक्ष्यमे ख्रिष्ट येशू को एक कैदी हओ । 2तुमर ताहिँ मोके परमेश्वरको दओ भओ अनुग्रहके जिम्मेवारीके विषयमे तुम फिर सुने हौ कहिके मोके लागो हए ।3जौंन प्रकाशसे मोके पता करो खास बात हए जौंनके विषयमे मए तुमके अग्गुसे छोटोमे लिखो फिर रहओ । 4जब तुम जा पढ़ईगे, ख्रीष्टको गुप्त बातके बारेमे मिर भितरकी समझ का है, सो तुम बुझलेबैगे । 5जौन बात बाको पवित्र प्रेरित और अगमवक्ता के पवित्र आत्मासे अभए प्रगट भव हए, बा और पुस्ताके आदमीके ना बताई रहए ।6औ सुसमाचारसे ही अन्यजाति सह-उत्तराधिकारी हए ,, एकै शरीरको अंङ्ग और ख्रीष्ट येशूमे हुइके प्रतिज्ञाके सझेदार हए । 7बाको शाक्तिको कार्यके जैसो मोके दाओ परमेश्वरको बाअनुग्रहको बरदानके जैसो जा सुसमाचारको मए सेवक बनो गओ रहओ ।8सब सन्तमे मए सबसे छोटो हौ तब फिर ख्रिष्टको अगम्य सम्पतीको सुसमाचार अन्यजातिके प्रचार करौ कहिके मोके जा अनुग्रह दै | 9सब बात सृजानबारो परमेश्वरमे युग-युगसे लुको भओ रहस्यको योजना का हए, सो सब आदमीमै खुलासा करन अनुग्रह मोके दै ।10ताकि अइसी मण्डलीसे परमेश्वरको तमान मेलक ज्ञान स्वर्गीय जगहमे शासक और अख्तियारवालेनके बीचमे प्रकट करियो | 11जा त ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे बा पुरो करो भओ अनन्तके उदेश्य जैसो रहए ।12येशूके उपर धरो हमर विश्वाससे साहस और दृढ भरोसामे हम परमेश्वरमे घुसन पात है । 13जहेमारे मए तुमके निवेदन करतहौ, कि तुमर ताहिँ मए भोगरहो कष्टमे तुम हताश मतहोबओ । जा तुमर महिमा हए ।14जहेमारे मए पिताके अग्गु अपन घुंटो टेकत हओ, 15जौनक पिछु स्वर्ग और पृथ्वीमे भए सब परिवार को नाउँ धरोहए । 16बाको महिमाको प्रशस्तके जैसो तुममे बैठन बारो बाको अत्माकी शक्तीसे बा तुमके मजबुत करए कहिके मए प्रार्थना करत हओ ।17और विश्वाससे ख्रीष्ट तुमर हृदयमे वास करए, और प्रेममे जर गणकाबै और पक्को होबए कहिके मए प्रार्थना करत हओ । 18ताकि बाको प्रेममे सबए विश्वासी ख्रिष्टमे सन्तनकेसंग चौडाइ, लम्बाइ, उचाइ और गहिराइ का हए सो तुम समझ सकओ । 19तुम ख्रिष्टके प्रेमको महानताके समझ सकओ, कहिके मए प्राथना करत हओ, जो ज्ञानसे फिर उत्तम हए । तुम परमेश्वरको सबए बातसे भर सकओ कहिके अइसो करओ ।20बाके, जौन हमर भितर काम करन बारो बाको शक्तिके जैसो हमसे मागोभओ औ सोंचोसे जद्धा बहुतयत् से कर सकओ, 21बाहेके ही पुस्ता-पुस्तातक मण्डली और ख्रिष्ट येशूमे हमेसाके ताही महिमा होबए । आमेन|
1जहेमारे, प्रभुके ताहिँ एक कैदी होनके नातासे मए तुमके हृदयसे बिन्ती करत हौ, कि जौन बातमे तुम बुलाए गएहओ बेहे योग्य को जीवन बिताओ । 2सबए दिनता, नम्रता और धैर्यताके संग एक दुसरेके प्रेममे सहेके । 3शान्तिके बन्धनमे पवित्र आत्माको एकताके अच्छी तरीकासे धरनको कोसीस करओ ।4शरीर एकै हए, और पवित्र आत्मा फिर एकै हए-जैसि तुमके बुलाई हए, एकै आशामे बुलाएगए रहओ, जौन आशा तुमर बोलावटके संग मिलोहए, 5एकै प्रभु, एकै विश्वास और एकै बप्तिस्मा, 6हम सबको एकै परमेश्वर और पिता, जो सबकेउपर, सबके बिचमे और सबमे हए ।7हम हरेक्के ख्रिष्टके बरदानके नाप जैसो बरदान दैहए । 8जहेमारे अइसो कहि है: “बा उँचेमे चढिगौ कैदिनके बन्दि बनाइके दास बनाएके धरी, और बाआदमिके वरदान दै ।"9" बाअब "उचोमे जगहमे चढिगओ" कहो काअर्थ हए ? जबाहेक कि बा पृथ्वीके तरे भागमे फिर उतरिगओ । " 10बा जो तरे उतरो गौ रहए बहे ही साबए स्वर्गसे बेढम उपर चढीगौ, जहे मारे कि सब चिजके बा पूरी कर सकए ।11तव येशूके बरदान जहे रहए, की कोइ प्रेरित, कोइ अगमवक्ता, कोइ प्रचारक, कोइ मण्डलीक पास्टर और कोइ शिक्षक हए ।, 12कि ख्रीष्टको शरीर बनए और सेवाको काम करन सन्त तयार होमए। 13जब तक हमसब विश्वासको और परमेश्वरको पुत्रको ज्ञानको एकताके ना पमङ्गे कहेसेऔर पक्को आदमी बनके ख्रिष्टको पुरोनाप तक ना पुगङ्गे कहेसे ।14हम छलसे पच्छु-पच्छु ढकेले भए, धार्मिक- सिदान्तको सब हवा से और आदमीनको सब झनझट, चलाकीऔर फटहासे इतएउतए उणे भए बालक जैसे ना होमए । 15बलकी प्रेमसे सत्य बोलतए सब बातमे हम हुवाँतक, औ ख्रीष्टतमे बढतय जामए, जो शिर(मुढ) हए । 16बहेसे ही सबए शरीर सब जोर्नी से जुणो और बंधो भव सब भाग ठीक-ठीक काम करन साहज होबैगो और प्रेममे बढतैजाओ ।17अब मै जा जोण दइके प्रभुमे कहतहओ, और प्रभुमे गवाही देतहओ, कि अन्यजाति जैसी बे अपन विचारके व्यर्थमे जित हए तैसी तुम अबसे उइसो मतजिबओं । 18बिनको हृदयको कठोरतासे लाओं भओ बिनकी अज्ञानताके कारणसे बे परमेश्वरको जीवनसे अलग भए हए, और बिनको समझ अन्धकारसे भरो हए । 19बे कठोर हुइगए हए, और सब किसिमको अशुध्द काम करन बारे लालचमे पणके बे छाणा हुइ गए हए ।20पर ख्रीष्टके त तुम अइसे ना जाने हओ । 21येशूमे भव सत्यताके जैसे बाके बारेमे तुम सुने और सिखे हओ, कहिके मए मानत हओ । 22छली लालसासे भ्रष्ट भए अग्गुको जीवनके ढाँचासंग मिलो भव तुमर पुरानो स्वभावके त्यागओ ।23और अपन भितरको स्वभाबमे नयाँ होबओ । 24और परमेश्वरको स्वरूपमे सच्चो धर्मिकता और पवित्रतामे सृष्टि भव नयाँ स्वभावके धारण करौ ।25जहेमरे झुट छोणके, सब अपन-अपन पणोसीसे सत्य बोलए, काहेकी हम एकै शरीरमे एक दुसरेके अङ्ग हए । 26क्रोध त करौ पर पाप मत करौ । दिन डुबनसे अग्गु तुमर दिक्क मिटजाबए । 27और दियाबलसके (शैतान) मौका मतदेबौ ।28चुट्टा अबसे ना चुराबए । बरु बा मेहनत करए । बा अपन हातसे इमान्दारीसे मेहनत करै, और जरुरतमे पणेभएके साहेता करए । 29तुमर मुहुसे खराबबोली ना निकरै, पर समय सुहानजैसो और सुधार करके मिठो वचन इकल्लो बोलौ, जोकी सुननबारेनके कृपा मिलए । 30तव परमेश्वरको पवित्र आत्माके दु: खित मतबनाओ, जोमए उद्धारके दिनके ताहिँ तुम छाप लगाएभए हौ ।31सब तरहाके कवाहटपन, क्रोध और दिक्क, हल्ला और बदनामि, सब मेलके हत्या हिंसा करन तुम छोण देबओ । 32जैसे परमेश्वर ख्रीष्टमे तुमके क्षमा करी, उइसी एक- दुसरेके क्षमा करके तुम एक दुसरेसे कोमल मनके और दयालु होबौ ।
1जहेमरे तुम प्रिय बालकजैसे परमेश्वरको देखासेखी करन बारे होबौ । 2तुम प्रेममे चलौ, जैसे ख्रीष्ट फिर हमसे प्रेम करी, और परमेश्वरके ताहिँ सुगन्धित भेटी और बलिदान हुइके अपनके हमर ताहिँ अर्पण करी ।3तव तुमर बीचमे व्यभिचार और सबए अशुध्द औ लोभको नाउँ फिर मतलिओ, जो सन्तके बीचमे होन ना सुहात हए । 4नकली बात, मुर्ख बातचित औ बेफाइदाके ठट्ठा मतकरौ, जे सुहानबारी बात ना हए । बरु धन्यवाद देनको काम होबए ।5कहेकी ज त तुम पक्का जानौ, कि कोइ व्यभिचारी कि अशुध्द आदमी औ लोभी आदमिके (जो मूर्तिपूजक हए) ख्रीष्ट और परमेश्वरको राज्यमे कोइ उत्तराधिकार ना हए । 6कोइ तुमके खाली बातमे धोखा ना देबए, कहेकी बे बातके बजेसे अज्ञा ना मानन् बारेनके उपर परमेश्वरको क्रोध पणैगो । 7जहेमरे बिनकेसंग सहभागी मतहोबओ ।,8काहेकि एक चोटी तुम फिर अन्धकारमे रहौ, पर अब प्रभुमे तुममे उज्यारो हुइगए हओ। ज्योतिके सन्तान जैसे नेगौ । 9कहेकी सब भलाइ, धार्मिकता और सत्यतामे ज्योतिक फल पात हए । 10और प्रभुके मन पणन बारो काहए, बा सिखन- केसिस करौ । 11अन्धकारको खराब काममे भाग मतलेबौ, पर बिनके प्रकट करदेबओ । 12काहेकी बिनके गुप्तमे करो भव कामके बारेमे काहन फिर शर्मकी बात हए ।13पर ज्योतिसे कोइ बात प्रकट करत बा सफा दिखातहए ।बा बात, प्रष्ट दिखातहए, बा ज्योति हए। 14"जहेमरे अइसो कही हए: "ए निधमे पणेभए, जगौ और मरेभए उठौ, और ख्रीष्ट तुमके प्रकाश देबैगो ।"15जहेमरे तुम कैसे नेगतहौँ कहिन बारी बातमे ध्यानसे देखओ- निर्बुध्दि आदमीजैसो ना, पर बुध्दिमानजैसो । 16समयको पूरा सदुपयोग करौ, काहेकी दिन खराब हए । 17जहेमरे मुर्ख मतहोबौ, पर प्रभुको इच्छा का हए, सो बुझौ ।18दाखमधसे मतमात्तओ, कारन जा विलासिता हए, पर पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबौ । 19एक दुसरेसे भजन, गीत और आत्मिक गानमे बोलत और अपनो पूरो हृदयसे प्रभुके ताहिँ गातए और धुन निकारत , 20रोज सब बातके ताहिँ हमर प्रभु येशूको नाउँमे परमेश्वर पिताके धन्यवाद चणंबओ 21ख्रीष्टके आदरके तही एक- दुसरेक अधिनमे बैठौ ।22बैयरओ , प्रभुके अधिनमे रहोजैसो आ- अपन लोगाके अधिनमे बैठए । 23काहेकी लोगा बैयरको शिर(मुढ) हए, जैसी ख्रीष्ट मण्डलीको शिर हए, जौन मण्डली बाकी शरीर हए, और बा स्वयम् बाको मुक्तिदाता हए । 24जैसी मण्डली ख्रीष्टके अधिनमे हए, उइसी बैयर फिर सब बातमे लोगाके अधिनमे रहबए ।25लोगाओ , अपन बैयरनके प्रेम करओ, जैसी ख्रीष्ट फिर मण्डलीके प्रेम करीरहए, और बाके ताहिँ आपनैके अर्पण करी, 26जहेमरे कि बा मण्डलीके पानीसे धोएके वचनसे पवित्र कर सकए, 27और बा दाग औ धब्बा नाभव,खोंटरहित,पवित्र औरअइसी कोइ बात ना भव शर्मथी मण्डली अपने ठीन प्रस्तुत कर सकए ।28आइसी ही लोगा फिर अपन- अपन बैयरके अपनी शरीरजैसी प्रेम करए ए 29काहेकी कोइ आदमी कबही अपन शरीरके घृणना ना करतहए, पर बाके कदर करके पालनपोषण करतहए, जैसी ख्रीष्ट फिर अपन मण्डलीके ताहि करतहए । 30काहेकी हम बाको शरीरके अङ्ग हए ।31"जहेमरे आदमी अपन अइया- दैवाके छोणके अपनी बैयरसंग मिलोरहतहए, और बे दोनो एक शरीर होतहए ।" 32जा एक गहिरो रहस्यकि बात हए, तव जा बात मए ख्रीष्ट और मण्डलीके बारेमे मसकतहओ | 33जो होनसे फिर तुम सब अपन बैयरके अपनी हानी प्रेम करौ, और बैयर फिर अपन लोगाके आदर करै ।
1लौणा-लौणियाओ, तुम प्रभुमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करौं, काहेकी जा उचित हए । 2अपन दौवा और अइयाको इज्जत करओ । (जा प्रतिज्ञा संग पहिली आज्ञा हए), 3कि तुमके भलो होबए, और तुम जा पृथ्बीमे बहुत समय तक बच सकओ ।"4दौवाओ ,तुम अपन लौणा लौणियानके गुस्सा मतउठाओ, पर बिनके प्रभुको अनुशासन और शिक्षामे बणाबओ ।5कमैयाओ, तुम डर और आदरके संग सच्चो ह्रदयसे ख्रीष्टके करो कता जा संसारके तुमरे मालिकको आज्ञापालन करौं । 6आदमीनके अग्गु खुशी करन कता नाआँखीके अग्गु इकल्लो देखावटी काम मत करौं, पर ख्रीष्टको दास कता सच्चो ह्रदयसे परमेश्वरको इच्छा पुरो करओ । 7आदमीके ताहिँ ना, पर प्रभुको ताहिँ करो कता दिल्से सेवा करओ । 8जा जानके कि चाहूँ बे कमैया होमए, चाहूँ फुकुवा होमए, जौन अच्छो काम करेहए, बा प्रभुसे सोहीबमोजिम पए हए ।9मालिकओ, तुम अपन कमैयासे अच्छो व्यवहार कराओ, और धम्की देन छोडओ, जा जानके कि तुम दोनेको मालिक स्वर्गमे हए, और बामे पक्षपात नाहए ।10अब अन्त्यमे, प्रभुमे और बाको शाक्तिको सामर्थ्यमे बलवान होबओ । 11दियाबलसके युक्तिके विरुध्दमे खणा होनके परमेश्वरको सबए हातहरियार धारन करओ ।12काहेकी हमरी लणाइ शरीर और खुनके बिरुध्दमे नाहए । पर शासकनके बिरुध्द, शाक्तिनके बिरुध्द, वर्तमान अन्धकारके संसारिक शासकनके बिरुध्द और स्वर्गीय जगहमे बैठन बारे दुष्ट आत्मिक सेनानके बिरुध्द हए । 13जहेमारे परमेश्वरके हातहतिया उठाबओ, और अइसे खराबए दिनको सामना करन, और सब काम करके तुम अटल हुइके ठाण सकओ ।14जहेमारे अटल होबओ ।अपन करेहाँओ मे सत्यकि पेटीसे कसके, धार्मिकताको झिलम लगाएके ठाणे होबओ । 15और टाँगमे मेलमिलापको सुसमाचारको जुत्ता लगाएके तयार होबओ । 16संगए विश्वासको ढाल उठाओ, जौनसे तुम दुष्टके सब अग्निबाणके बुताय सकत हओ ।17मुक्तिको टोपी लगाबओ. और पवित्र आत्माको तरवार लेबओ, जो त परमेश्वरको बचन हए । 18सबए प्रार्थना और निवेदनके संग सब समय पवित्र आत्मामे प्रार्थना करओ । जा उदेश्यसे लगनशील और हौस्यार हुइके सब सन्त्तनके तहीँ प्रार्थना करत राहाबओ ।19मिर ताहि फिर प्रार्थना करीयो, कि जब मए अपन मुहूँ खोलतहओ तव मोके बचन देबए, और मए निरधक्क हुइके सुसमाचारको गुप्त बातके घोषणा करसकओ । 20जौनके ताहीँ मए साँकरसे बाँधो एक राजदुत हओ, और जैसी मोके बोलन पणेहए, उइसीए मए साहससे बोल सकओ ।21मए कैसो हौ, और का कर रहो हओ, बा तुमके फिर पता होबए कैहेनके ताही प्रभुमे प्यारो भैया और प्रभुमे विश्वासी सेवक तुखिकस तुमके सब बात बतए हए । 22हमर हालचाल कैसो हए तुमके पता होबए और तुमर ह्रदयके उत्साहा मिलए जा बिचारसे मए बिनके तुमरे ठिन पठाओ हओ ।23परमेश्वर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टमे ददा भैयनके शान्ति और विश्वास सहीतको प्रेम होबए । 24हमर प्रभु येशु ख्रीष्टको अमर प्रेमसे सबएके उपर अनुग्रह होत राहाबए । [आमेन]
1ख्रीष्ट येशूमे फिलिप्पीमे भए बिशपनके और डिकनके सबाए सन्तके: 2परमेश्वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह और शान्ति ।3हर समय तुमके यद करत, मए मिर परमेश्वरके धन्यबाद देतहौ । 4तुम सबके ताहिँ सबदिन मेरो हर प्रार्थनामे मए आनन्दसाथ प्रार्थना करत हौं ।, 5कि सुरुके दिनसे हबए तक सुसमाचारमे तुमर सहभागीताके ताहिँ मए धन्यबाद देत हौ । 6मोके जा पक्को विश्वास हए, जौन तुमर मे अच्छो काम सुरुकरी हए, बा येशू ख्रीषटके दिनमे लगातार पुरो करहए ।7तुमर सबके ताहिँ मोके जा बिचार करन ठीक हए, काहेकी मए तुम सबके मिर ह्रदयमे धरत हौं । काहेकी मिर कैदमे और सुसमाचारको सुरक्षा और समर्थनको काम दोनोमे तुम मिर संग अनुग्रहमे सहभागी भए हौ । 8काहेकी परमेश्वर मिर साक्षी हए, कि कैसे ख्रीष्ट येशूके प्रेमसे मए तुम सबके देखन ताहि मए कितनो प्यासे रहओ ।9मिर प्रार्थना जहे हए कि ज्ञान और मिर सबए समझसे तुमरो प्रेम औरजाधा प्रशस्त होत जाबए । 10मए जाके ताहि प्राथना करत ,ताकी जे अच्छो हए बा बात जँचके छान सकौ । मए जाके ताहि प्राथना करत हौं,ताकी तुम ख्रिष्टके दिनमे इमान दार और दोषी ना हुइके रहे सकौ । 11परमेश्वरको महिमा और प्रशंसाके ताहिँ येशू ख्रीष्टसे आनबारो धार्मिकताके फलसे तुम भरपूर होबओ ।12भैयओ, तुमके जा पता होबए कहिके मए चाहतहौ, कि मिरमे भओ बातसे नेहत्य सुसमाचारके अग्गु बढानको काम भव हए ।, 13काहेकि ख्रिष्टमे मिर कैदके बारेमे महेल भितरके सब रक्षकसे लैके सबए आदमीके पता हए । 14बहुत भैया मिर कैदके कारनसे प्रभुमे साहसी भव हए, और परमेश्वरको वचन विनाडरसे बोल्नके ताही गजब सहासी भए हैं ।15कोइ-कोइ नेहत्व दिकसे और सेखीसे, पर और त सद्भावसे ख्रीष्टको प्रचार करत हँए । 16सुसमाचारके सुरक्षाके ताहिं मए हिना पर हओ ,कहिके जानन् बारे जा काम प्रेमसे करत हए, 17पर शेखी करन बारे त मोके कैदमे कष्ट देनको बिचार करके, शुध्द मनसे ना, पर स्वार्थके भावनासे ख्रीष्टको प्रचार करत हैं ।18चहुं जो होबए, खास बात जा हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौं । 19हँ, मए खुशी होत हौं । काहेकी मए जानत हौं, कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके सहेतासे जा मेरो छुट्काराके ताहिँ होन आबैगो ।20मिर बहुत इच्छा और आशा जहे हए, कि मए कदापि लज्जित ना हुइहौं, चाहूँ मृत्युसे होए, औ जीवन से । 21काहेकी मिर् ताहीं जिनो ख्रीष्ट हए, और मरन फाइदा हए ।22अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बा फलदाई मिहेनत होबैगो । तव फिर मोके का चुनन पणैगो, बा मए ना कहे सकतहौ । 23मए त दुइधारमे पणोहौ । बल्की बिदा हुइके ख्रीष्टके संगमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत अच्छो हए । 24पर शरीरमे रहन तुमरे ताही बहुत जरुरी हए ।25जा बातमे पक्केसे जानत हौं , कि विश्वाससे तुमरो प्रगति और आनन्दके ताहिँ मए जिनदा रहमङ्गो और तुमर सबके संग बैठङ्गो ।, 26जा हिसाबसे कि मए फिर तुमरे ठिन आत मिर ताही ख्रीष्ट येशूमे गर्व करन बहुत कारन हए । 27केवल तुमरो जीवनको चाल ख्रीष्टको सुसमाचारके योग्य होबए । मए आएके चाहु देखओ, चाहू ना आएके देखओ, मए तुमरे बारेमे जहे बात सुनन् चाहत हौ, कि तुम एकए आत्मामे पक्को बानके ठाणे रहबौ, और एकए मनके हुइके सुसमाचारको विश्वासके ताहिँ मिल्के मेहनत करहओ ।28और विरोधीनसे कोइ बातमे ना डरत् हओ , बिनके ताहिँ जा नाश होनको लक्षण हए, पर तुमर ताहि जा मुक्तिको चिनह हए,और जा परमेश्वरके घेनसे हए । । 29काहेकी ख्रीष्टके ताहिँ जा तुमके दओ गओ हए, कि तुम बाके उपर विश्वास करन इकल्लो ना, पर बाके खातिर दु:ख फिर भोगन पणैगो । 30और बहे संघर्ष जो तुम मोएमे देखे और मिर संग हए, कहिके हभए सुन्तहौ, बहेमे तुम लागे हौ ।
1जहेमारे मए कहत हौँ, अगर ख्रीष्टमे कोइ उत्सहित हए तव, प्रेमको कोइ प्रेरणा, पवित्र आत्माको कोइ संगति,और सहानुभुति हए , 2तुम एकए मनके हुइके, एकए प्रेम धारण करके, पुरा सहमतसे एकए चित्तके हुइके मिर आनन्द पुरा करओ।3स्वार्थ और अहंकारमे कुछु मत करओ, पर नम्रतामे एक दुसरेके अपनसे श्रेष्ट मानओ। 4तुम सब अपन हित इकल्लो मत ढुणओ, पर और के हितके फिर देखओ।5तुमरे मे अइसो मन होबए जो ख्रीष्ट येशूमे फिर रहए| 6परमेश्वरके स्वरूपमे हुइके फिर बो परमेश्वरके बराबार होनबारी बातके एकए पकणे रहन बारो चीज जैसो ना मानी। 7पर अपनाएके रिताएके कमैयाको रुप धारण करके तथा मनुष्य हुइके जन्मो । 8बा अपनएके नम्र बनाइँ , और मृत्यु तक आज्ञाकारी रहो।9जहेमारे परमेश्वर बाके बहुत उपर करी, और बो नाउँ दै, जो हरेक नाउँसे उचो हए, 10कि स्वर्गमे, पृथ्बी उपर और पृथ्बी तरे भए हरेक प्राणी येशूके नाउँमे घुटो टेकन पणैगो, 11और हरेक जीबसे परमेश्वर पिताके महिमाके ताहिँ येशू ख्रीष्टके प्रभु करके स्वीकार करन पणैगो।12जहेमारे मिर प्रियओ, जैसी तुम सबदिन आज्ञापालन करेहौ, मिर उस्थितिमे करो जैसो नाए, पर अब और जद्धा मिर अनुपस्थितिमे डर और आज्ञासे तुम अपन मुक्तिको काम पुरा करन परिश्रम करओ। 13काहेकी तुम बाको असल अभिप्रायअनुसार इच्छा कर्नबारो और काम करन दोनाए बनाएके परमेश्वर तुमरमे काम कर्तहए।14बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम कर्त जाओ, 15जेहे जैसो व्योहार करौ,ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्वर निर्दोष और इमानदार लौँड़ालौँड़ीया बन सकौ । अईसो व्यवहार करओ, ताकि तुम चलाँक और बारानेभए पुस्ताकेबिच जा संसारमे ज्योति जैसो चम्क सिकओ । 16जीवनको वचनके जोणसे पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम ना करत हौँ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सकओ ।17अगर तुमरो विश्वासको बलिदान उपर अर्घ-बलिके रुपमे समर्पित होन पणेहए तहुफिर मए आनन्द मनहौँ, और तुमरे सबके संग मए रमातहौ | 18आइसी करके तुमफिर आनन्दित होबओ और मिर संग आनन्दित होबओ ।19मए तुमरे ठिन तिमोथीके जल्दी पठानके प्रभुमे आशा कर्तहौ, ताकि तुमरो सुसमाचार पाएके मए फिर खुसी हुइ सिकओ । 20बिनके जैसो सच्चो मनसे तुमर जैसो उत्सुक होनबारे आदमी मेरेसंग और कोइ ना हए । 21येशू ख्रीष्टको बातको वास्ता ना करके, बे सब अपनी स्वार्थ ढुणतहँए ।22पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौड़ा दौवाको सेवा करतहए, उइसी बा सुसमाचारको काममे सेवा करी । 23जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बाके पठान आशा करत हौ । 24और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा करेहौँ ।25इप्राफ्रोडिटस, जो मिर भैया सहकर्मी हए और संगी-सिपाही तथा तुमरो पठओ भव दुत और मोके जरुरत पणोमे सेवा करन बारे, बिनके तुमरे ठिन पठान आवश्यक मानो हौँ, । 26काहेकी बे तुमर सबके ताहिँ बहुत तृष्णा करतहए । बे बिमार भए खबर तुम पता पाएके बे व्याकुल भए हँए । 27बे नेहत्य मरन अवस्थामे बिमारी रहए, पर परमेश्वर बिनके उपर दया दिखाई । बिनके उपर इकल्लो ना, पर मोके शोक उपर शोक ना थोपओ करके मिर उपर फिर दया करी ।28जहेमारे मए बिनके पठान बहुत जद्धा उत्साहित हौ, ताकि बिनके फिर देखके तुम रमाबैगे, और मिर चिन्ता फिर कम हुइहए । 29जहेमारे बहुत जद्धा आनन्दसाथ प्रभुमे बिनके ग्रहण करओ, और अइसे आदमीके आदर करओ । 30काहेकी मेरे घेनको तुमरो सेवा पुरा करनके ख्रीष्टको कामके ताहिँ बे मृत्युके मुहूमे पुगे रहए ।
1अन्तमे भैयओ, प्रभुमे आनन्दित होबओ । तुमके जहे बात लिखिरहन मोके झन्झाट ना लगात हए, और बा तुमरे सुरक्षाके ताहिँ हए । 2कुत्तासे होशियार बैठओ, खराब काम करनबारेनसे होशियार बैठओ । अंग-कटाई करनबारेनसे होशियार बैठओ । 3काहेकी परमेश्वरके आत्मामे पुजनो और ख्रीष्ट येशूमे गर्व और शरीरमे भरोसा ना धरनबारे नेहत्य खतना हम हए ।4अगर मए अपनएके त शरीरमे भरोसा करनको कारण हए । कोइ आदमीको शरीरमे भरोसाकरनको कारण हए कहिसे, मिर त और जद्धा कारण हए । 5आठौ दिनमे मिर खतना भव हए । मए इस्राएल जातिको, बेन्यामीन कुलको हौ, हिब्रूको फिर हिब्रू, व्यवस्थाके बारेमे हए कहेसे एक फरिसी,6मए जोशमे मण्डलीके सताओ , धार्मिकताके बारेमे हए तव व्यवस्था भव धार्मिकता बमोजिम निष्खोट ठहिरे हौ । 7पर जित्तो बात मिर ताहिँ लाभदायक रहए, बे त् मए ख्रीष्टके ताहिँ बेकार मानो।8नेहत्यए,मिर प्रभु ख्रीष्ट येशूको ज्ञानको बाड़ो करण अब मए सबए बातके खराबी सम्झत हौँ ।बाको ताहीँ मए सबए बात छोड़ो हौँ ।मए जे बातके काम ना लगन बारे मनत हौँ ताकि मए ख्रीष्टके पाए सकौँ । 9और बामे खाड़ा हुइ सकौँ । मए व्यवास्थसे अपने पव भौ धार्मीकता मोएँमे ना हए ।बरु ख्रीष्ट येशूमे विश्वाससे पाव भौ धार्मीकता मिरसंग हए , जौन धार्मीकता विश्वासमे हुइके परमेश्वरसेमए पाव हौँ । 10मए बाके और बाको पुरुत्थानको शक्ति जान सिकओ, और बाको मृत्युमे बो जैसो हुइके बक दु:ख भोगमे सहभागी होन सिकओ। 11सम्भव हए मरेसे मए पुनरुत्थान प्राप्त कर सिकओ ।12मए जा सब अग्गुसे प्राप्त करडरो हौ, अथबा मए अग्गुसे सिध्द हुइगव हौ करके त नाए, पर बे बातके पकणनके ताहिँ मए अग्गु बढिगव हौ जौन बातके ताहिँ ख्रीष्ट मोके पकणी ! 13भैया हो, मए जा सब पकण डारो हौ करके मए ना मानत हौ, पर मए एक काम करत हौँ, कि पिछुक बात भुलके और अग्गुक बात घेन जोणसे लम्कत हौँ 14ख्रीष्ट येशूमे परमेश्वरको स्वर्गीय बोलावटमे पान बारो पुरस्कारके ताहिँ निशाना घेन मए जोणसे अग्गु बढत् हौँ ।15हम परिपक्क होनबारे चाहिँ सब अइसी मनके होबओ, और तुम कोइ बातमे औरे बिचारके हौ करके परमेश्वर तुमके बा फिर प्रकट करदे हए । 16केवल हम जो पाएगएँ हए, बामे पक्को हुइके बैठऔ ।17भैया रेव तुम मिर अनुसरण करन बारे होबओ हमरमे तुमर देखो भव नमुना अनुसार जिनबारेके देखओ । 18मए गजब चोटी बताए भए आदमीनके बारेमे फिर मए तुमके रुबात कहत हौँ कि बे ख्रीष्टको क्रुसके शत्रुन जैसो जीवन बितात हँ ए| 19बिनास बिनको अन्त हए पेत बिनको इश्वर हए, और बे अपन सर्ममे गर्व करत हएँ, और बिनको मन संसारीक बातमे लगे रहत हएँ ।20पर हमर नागरिकता स्वर्गमे हए ।बाहुनासे आन बारो मुक्तीदाता ,अथवा प्रभु येशु ख्रीष्टको हम प्रतीक्षा करत हएँ । 21बा जौन शक्तिसे सबए बात कि बाको अधिनमे लान के सकहए,हमर हीन शरीरके अपनो महिमाको शरीर जैसो होनके ताहिँ परिवर्तन करदेहए।
1जहेमारे मिर भैया, मए तुमके माया करत हौँ, और तुमर चँहत हौ, तुम मिर आनन्द और मुकुट हौ । मिर प्रिय, अइसी प्रभुमे स्थिर रहौ| 2मए इयोदिया और सुन्तुखेके प्रभुमे एक मनको होमए होबऔ कहिके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हौँ। 3विश्वासी सहकर्मी, मए तुमके फिर अनुरोध करत हौ, कि जे बैयरनके मदत कर, काहेकी जे मिर संगसंगए सुसमाचारको काममे क्लेमेससंग और मिर और बाँकी सहकर्मीनसंग परिश्रम करी हएँ, जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे हए जिवनकी किताबमे हएँ।4प्रभुमे रोज आनन्द कर मए फिर कहात हौ आनन्द कर । 5तुमर सहनशीलता सब आदमीके पता होबए । प्रभु ढिंगैँ हए । 6कोइ बात मे चिन्तित मत होबओ, पर सबए बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवाद सहित तुमके बिन्ती परमेश्वरमे जाहेर होबए, 7और समझ ना पानबे परमेश्वरको शान्ति तुमर हृदयमे और तुमर मनके येशूमे रक्षा हुइहए।8अन्तिममे भैया हो, जौन् बात सत्य हए, जौन् बात आदरणीय हए, जौन् बात न्यायसङ्गत हए, जौन् बात शुध्द हए, जौन् बात प्रेम-योग्य हए, जौन बात कृपामय हए, अगर कोइ श्रेष्ठता, प्रसंशाको योग्य कोइ हए कहेसे जे बातके विचार करओ । 9तुम जौन बात मोसे सिखे, और ग्रहण करे और सुने और मोके देखे, बहे करओ, और शान्तिको परमेश्वर तुमरसंग होबैगो ।10मए प्रभुमे गजब आनन्दित हौँ, कि अब गजब दिनपिच्छु मिर घेन तुमर वास्ता फिर उल्ही गओ हए । तुम नेहत्य मिर ताहिँ चिन्तित रहओ, पर तुमके मौका ना मिलो । 11जरुरि पाडो कहिके मए गुनासो नाकरोहौ, काहेकी जैसो परिस्थिति होएसे फिर मए बामे सन्तुष्ट रहान मए सिखो हौँ । 12कैसे झुकन और कैसे बढन् मए जान्त हौँ । परिपूर्णतामे होए या भूकप्यासमे होए, प्रश्स्तामे होए या अभाबमे होए, सब गुप्तमे सन्तुष्ट रहन मए सिखो हौ । 13जुन मोके शक्ति देतहए, बामे मए सब बात करन् सकत हौँ ।14ताहुँ फिर मिर कष्टमे तुम सहभागी भए, जा अच्छो करे । 15तुम् फिलिप्पी अपने फिर जान्त हौँ, कि सुसमाचारके सुरुमे मए माकेडोनियासे बिदा होत, देन और लेन काममे, तुमर बाहेक कोइ मण्डलीको सहाभागी मिर् संग ना भव रहए, । 16काहेकी थेसलोनेकेमे फिर तुम मोके एक चोटीसे जद्धि मिर ताहिँ सहयोग पठाए । 17मए भेटी ना ढुंडो हौ, पर मए त तुमरमे अइसो फलको आशा करत हौ, जो तुम्री हिसाबमे जम्मा होतजाए ।18मए पानसे जद्धा पाओ हौँ । इपाफ्रोडीटसे पठाओ गव तुमर मिठो बास आओ, और परमेश्वरके मनपडन् बालो और ग्रहणयोग्य बलिदान पाएके मए पुरो भव हौँ । 19मिर परमेश्वर अपन महिमामे बाको सम्पति अनुसार तुमर सब खाँचो ख्रीष्ट येशूमे पूरा करदेबैगो । 20अब हमर परमेश्वर और पिताके सदामान महिमा होबए । आमेन |21ख्रीष्ट येशूमे सब सन्तके अभिवादन देबओ । मिर संग होनबारे भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए । 22सब सन्त और खास करके कैसरके घरानाके तुमके अभिवादन पठइँ हँए । 23प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर आत्मा संग होबए ।
1पावल, परमेश्वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके एक प्रेरित और हमर भाइया तिमोथीसे । 2ख्रीष्टमे भए कलस्सेक सन्तनके और विश्वासी भैयनके: परमेश्वर हमर पितासे अनुग्रह और शान्ति । 3तुमरे ताहिँ प्रार्थनामे हम अपन प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता परमेश्वरसे सबदिन धन्यवाद चढत् हँएँ ।4काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमर विश्वास और सबए सन्तानके ताहीँ तुमर प्रेमकी विषयमे हम सुने हएँ, । 5जौन ता तुमर ताँहि स्वर्गमे धारो भाव आशाके कारनसे हए । जहे विषयमे तुम आगुयएसे सत्यके वचन,आर्थत सुसमाचारमे सुने हौ । 6जो तुमर ठिन आओ । जा सुसमाचारको फारा फरत हए और जा संसार भर फैलत हए । औ तुम जाके सुनके सत्यतामे परमेश्वरकी अनुग्रहके जानो भौ दिनसे तुमरमे फिर जा बढरहो हए ।7जा सुसमसचार तुम हमर प्रिय संगी-दास इपाफ्राससे सिखे जैसे हौ,जो हमर प्यारो संगी या हमर ताहीँ ख्रीष्टको एक विश्वासी सेवक हए । 8इपाफ्रास हमके पवित्र आत्मामे भए तुमरे प्रेमके बारेमे हमके दिखाई हए।9जा प्रेमको कारणसे ,हम जा सुने दिनसे तुमर ताहीँ प्रार्थना करन हम ना रुके हएँ ।सबए ज्ञान आत्मिक समझमे, तुम बाको इच्छाअनुसारको ज्ञानमे पुरा होबओ कहिके हम बिन्ती कर्तहएँ । 10और बोके पूरा रुपसे खुसी करन प्रभुक योग्य जीवन जिबौ और सबै अच्छो काममे फरा फराऔ और परमेश्वरके ज्ञानमे अग्गु बढैगे कहिके हम प्रार्थना कर रहे हएँ ।11बाको महिमित शक्तिमे आनन्दसे सब सहनशिलता और धैर्यके ताहिँ तुम सब तगणे होबओ । 12हम जा प्रार्थना करत हएँ की तुम आनन्दसे पिताके धन्यवाद देहऔ, जौन तुमके ज्योतिमे विश्वासको हकदारमे सहभागी होन हमके ताहीँ योग्य बनाईँहएँ ।13बो हमके अन्धकारको राज्यसे छुटाइ, और अपन प्रिय पुत्रको राज्यभितर हमके लाइहएँ । 14बोमे हम उध्दार अथवा पापको क्षमा पाए हए ।15बो गौसक परमेश्वरको जैसो हए। बा सारा सृष्टिको जेठो हए । 16काहेकी बहेमे सब चीज सृष्टि भव हए| स्वर्गमे और पृथ्बीमे दिखान बाले और ना दिखान बाले चीज चहुँ राजकाज, चहुँ हक जमानो, चहुँ प्रधानता, चहूँ अधिकार, सब बोसे बहेके ताहिँ सिर्जेहए । 17बो सब चीजसे अग्गु हए, और बोमे सब चीज बाँधे हए ।18बो शरीर, अथवा मण्डलीको शिर हए, बो सुरु हए, मरेसे जीवित होनबारेमे बो जेठो हए, ताकि प्रत्येक चीज उपर बो सर्बोच्च होबए । 19काहेकी बाको अपन सबए पूरा रुपसे ख्रीष्टमे वास करी कहिके परमेश्वर खुसी भव, 20और परमेश्वर बाके क्रुसको रगतसे शान्ति करके पृथ्बीको होबए चँहु स्वर्गको होबए, बोसे सब चीजके अपने संग मिलापमे ल्याईहए ।21बिते समयमे खराब काम करके तुम पराए भए अपनो मनमे विरोधी भए रहौ । 22पर अपन अग्गु तुमके पवित्र, बिना खोट और निर्दोष दिखान ख्रीष्टको मासुको शरीरमे बाको मृत्युसे तुमके बो अब मिलापमे लाइहए। 23अगर तुम अपन विश्वासमे अच्छे और स्थिर भएरहौ और तुम सुने सुसमाचारको आशासे दुर ना जाएके विस्वासमे लगातार अग्गु बढ़न पणत हय | जहे बो सुसमाचार हए, जो स्वर्गतरे सबए आदमीक प्रचार करी हएँ, जौनको मए पावल सेवक भौ हौँ ।24अब तुमरे ताहीँ मिर दु:ख भोगनमे मए आनन्द मनतहौ, और ख्रीष्टको कष्टको कमीके बाको शरीरको ताँहीँ मए अपन देहेमे पुरा कर्तहौँ । 25तुमरे खातिर मोके दओ ईश्वरीय कामअनुसार परमेश्वरको वचन सबए रुपसे प्रचार कर्न मए धर्म-सेवक भव। 26युग-युग और पुस्तासे लुको रहो जा रहस्य अब बुक बच्चाके दिखाइ हए । 27जा रहस्यको महिमामय सम्पति अन्यजातिमे कित्तो महान हए, बो बात अपन सन्तनके दिखान ताहीँ परमेश्वर चुनि| जा रहस्य बा हए ख्रीष्ट तुममे हए, जो भविष्यक महिमाको आशा हए ।28बा बेहे आदमी हए जौनके हम घोषणा करत हएँ। पुरा दिमाक से हम सबएके सल्लाह देत हएँ और सिखात हएँ कि सबए आदमीनके ख्रीष्टमे परिपक्को बनाएके दिखाए सिकएँ । 29मिर जीवनमे शक्तिशाली रुपमे काम करनबारो बाको तागतअनुसार मय मेहेनत करत हौ और अग्गु बढ़हौँ।
1तुम जा जनाओ करके मए चाहतहौ, कि कैसे तुम और लाउडिकियामे भए, और मिर मुहू ना देखे भए सबके ताहीँ मए कठोर परिश्रम कर्तहौ, 2कि प्रेममे एकएसंग बाँधके बिनको ह्रदय प्रोत्साहित होबए, और पक्का समझको परिपूर्णताको सम्पति और परमेश्वरको रहस्यको ज्ञान अथवा ख्रीष्टके प्राप्त करए । 3बोमे ज्ञान और बुध्दिको सब सम्पति लुकोहए ।4मए जा कहतहौ, कि डरपान बारो बोलीसे कोइ तुमके ना डरपाए पामँएँ। 5काहेकी शरीरमे मए अनुपस्थित हुइहौ ताहुफिर आत्मामे त मए तुमरे संग हौ, और तुमके अच्छो व्यावस्था और ख्रीष्टमे तुमरो बिश्वासको स्थिरतामे मए रमातहौ।6जहेमारे जैसी ख्रीष्टके तुम ग्रहण करे, उइसी बामे जीवन बिताओ । 7धन्यबाद देनमे प्रशस्त , तुमके शिक्षा दओ अनुसार बामे जर गणौ और बनौ और विश्वासमे दरिलो होबओ ।8ध्यान देओ, कि कोइ दर्शनशास्त्र और खोक्रो छलसे तुमके शिकार ना बनाबए , जो ख्रीष्टके अनुसार ना हए, पर आदमीनको परम्परा और बिश्वासको आधारभुत सिध्दान्त उपर अड़ो होतहए । 9काहेकी ख्रीष्टमे ईश्वरत्वको सारा परिपूर्णता शरीरमे वास कर्तहए ।10और बामे जीवनके परिपूर्णतामे तुम आए पुगेहौ । बा पुरा शासन और अधिकारको मुण हए । 11ख्रीष्टको खतनामे पापमय स्वभावको देहेके त्यागके हातबिना करो खतनासे बामे तुमरो खतना भव रहए । 12बप्तिस्मामे तुम बाके संग गड़े रहौ | मरो भव से बाके जीन्दा करनबारो परमेश्वरको कार्यमे विश्वास कर्नबारे जहे बप्तिस्मामे तुम फिर बाकेसंग जीन्दा भए ।13तुम अपन अपराध और शरीरअनुसार बेखतनामे मरे रहौ, पर परमेश्वर हमर सब अपराध क्षमा करदै बाके संग जिन्दा करी, 14और हमर बिरुध्दमे लिखो तमसुक और बाके सब कानूनी दाबीके क्रूसमे किल ठोकके रद्द करदै| 15बो प्रधानतानके और शक्तिनके हराएके बिनके सबके उपर क्रूसमे जित पाई, और बिनके खुल्लमखुल्ला तमासा बनए दै ।16जहेमारे खान और पिनमे, अथबा तेवहरको दिन, अथवा अँधियारी रात अथवा शबाथ-दिन मानन् बारेमे कोइ आदमी तुमके दोष ना देबए । 17जा चाहिँ आनबारे बातको छाँही इकल्लो हए, पर वास्तविकता चाहिँ ख्रीष्टमे हए ।18अपन शरीरके दु:ख देनबारी बातमे जिद्दी करके स्वर्गदुतके पुजन लगाएके, अपन दर्शनमे अनके, अपन अभिलाषी मनके बिनाकारणको घमण्डसे फुलके कोइ तुमके इनाम गुमानबारो ना बनाबए । 19बा मुणके ना पक्णे रहए।मुणसे लैके जोर्नी और ग्रन्थि हुइके पुरा शरीरमे काम लगन बारे तत्त्व फैलात हए और बिनके एक ठिन धरत हएँ; और शरीर परमेश्वरको दौभव बृध्दिअनुसार बढत् हए ।20अगर जा संसारके आधारभुत सिध्दान्तघेन ख्रीष्टसंग तुम मरे हौ तव, संसारको जौसो हुइके जिहौ? 21"मतपकणौ, मतचखओ, मतछुबओ " 22आदमीनके आज्ञामे और शिक्षाअनुसार, जा जम्मए चीज व्योवहार कर्तकर्त नष्ट हुइके जातहए। 23जे निती आदमी अपनएँ बनावभऔ धर्म और नरम और शरीरको कठोरताको ज्ञान हए।पर शरीरको अभिलाषाके काबूमे लान जे चीज कोइ मोलके ना हएँ ।
1जहेमारे अगर तुम ख्रीष्टसंग जिउठे हौ तव उपर कि बातके ढुँड़ौ , जहाँ ख्रीष्ट हए और परमेश्वरके दहिना बाँहँघेन बैठोहए । 2उपर कि बातमे मान लगओ| पृथ्बीमे भए बातमे नाए । 3काहेकी तुम मरे हौ, और तुमरो जीवन परमेश्वरमे ख्रीष्टसंग लुकोहए । 4ख्रीष्ट जो हमर जीवन हए, बा प्रकट होत तुम फिर बाके संग महिमामे प्रकट हुइहौ ।5जहेमारे तुमर मे जो संसारिक स्वभाव कि बात हए बिनके मरओ: व्यभिचार, अशुध्द्ता, कामुकता, खराब इच्छा और लोभ, जो मुर्तिपुजा हए । 6जे बातनके खातिर परमेश्वरको क्रोध आज्ञा ना मानन् बारेके उपर आतहए । 7तुम फिर जे बातमे जीतपेती एक समय अइसीयए बातमे नेगात राहौ। 8पर अब तुम फिर जे सब बात छोण देबौ: दिक्क, क्रोध, हिस, बेजत, अपन मुहूसे निक्रो फोहर बोली ।9एक दुसरेके मत ठगओ, काहेकी पुरानो स्वभाव बाको चालसमेत तुम त्यागेहौ, 10नयाँ बानी बैठारे हौ, जो अपन सृष्टि कर्ताके रुपअनुसार ज्ञानमे नयाँ होतहौ । 11हिना ग्रीक और यहूदी, खतनाके और बेखतनाके, अशिक्षित, असभ्य, कमैया और फुक्काको भेद ना रएहए, पर ख्रीष्ट सब बात और सब बातमे हए ।12जहेमारे परमेश्वरके चुनेभएनके पवित्र और प्रिय हुइके तुम करुणा, दया, दुखमे, नरमपन और धैर्य धारण करओ । 13एक दुसरेके सहबओ, कोइ आदमीनके बिरुध्दमे कोइ दोषको कारन हए तव, एक दुसरेके क्षमा करओ | जैसी प्रभु तुमके क्षमा करी हए, उइसी तुमके फिर क्षमा कर्न पड्त् हए । 14जा सबसे जद्धा बरु प्रेम धारण करओ, जौन सब चीजके एकतामे एकसंग बाँधत हए ।15ख्रीष्टको शान्ति तुमरे ह्रदयमे राज्य कराए| नेहत्व, तुम शान्तिके ताहिँ एक शरीरमे बोलए गएरहौ| तुम धन्यबादी होबओ । 16ख्रीष्टको पुरा बुध्दिमानीसाथ एक दुसरेके सिकओ और अर्ती देओ, और परमेश्वर घेन अपनो ह्रदयमे रहोभव कृतज्ञतासाथ भजन, स्तुति और आत्मिक गाना गबओ । 17बात अथवा काम जो-जो कर्तहौ, सब बात बोसे परमेश्वर पिताके धन्यबाद प्रभु येशूके नाउँमे करओ ।18बैयर तुम, प्रभुके दृष्टिमे सुहानबारो अपन लोगाके अधीनमे बैठओ । 19लोगा तुम, अपन बैयरके प्रेम करओ और बिनके घेन कठोर मतबनओ । 20लौँणा-लौँणिया तुम, प्रत्येक बातमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करओ । काहेकी जा बात प्रभुके प्रसन्न बनातहए । 21दौवा तुम, अपन लौँणालौँणियाके दिक्क मतउठओ, नत बे निराश हुइहँए ।22कमैया तुम, प्रत्येक बातमे जा संसारके अपन मालिकनके आँखी अग्गु खुशी बनान इकल्लो नाए, पर नेहत्व ह्रदयसे प्रभुको डरमे रहिके बिनके अधीनमे बैठओ । 23तुम जो कर्तहौ दिलदैके करओ, आदमीनको नैयाँ पर प्रभुको सेवा करे कता, । 24जा जनके कि तुम अपन उत्तरधिकार इनामके रुपमे पबैगे| तुम प्रभुको सेवा कर रहेहौ । 25काहेकी अपनो करो कुकर्मको फल कुकर्मी पबैगो, और जामे पक्षपात नैयाँ ।
11 मालिक हो, तुमर फिर स्वर्गमे मालिक हए करके जानके अपन कमैयासे न्यायसंगत और उचित व्यवहार करओ|2पाक्केसे सदामान धन्यबादसहित स्थिर हुइके प्रार्थनामे लागेरहौ । 3हमर ताहिँ फिर प्रार्थना करओ, ताकि ख्रीष्टको बो गुप्त प्रचार कर्नके परमेश्वरसे हमरे ताहिँ वचनको एक फाटक खोलदेबए, जौनके ताहिँ मए बँधो हौँ, 4और मए मस्कनबारो वचन खुलस्त करसिकओ ।5समयको सदुपयोग करतए, बाहिरके संग बुध्दिमानी साथ व्यवहार करओ । 6नून जैसो स्वदिलो करे कता तुमरो बोलीवचन सबदिन कृपालु होबए, ताकि प्रत्येकके कैसे जवाफ देन पड़ैगो, सो तुम जनओ ।7मिर बारेमे सब बात प्यारे भैयौ, विश्वासी धर्म-सेवक और प्रभुमे संगी-दास तुखिकस तुमसे कहिहए । 8जा इच्छासे मए तुमरे ठिन पठओ हौँ, कि तुम हमर बारेमे पता पाबओ, और बे तुमर मनके उक्सयहँएँ। 9बिनके संग ओनिसिमस आतहए, जो तुमर मैसे एक आदमी हए, और बे हमर विश्वासी और प्यरो भैया हए । हियाँको सब हालखबर बे तुमके बतमंगे ।10मिर संगी-कैदी अरिस्तार्खस तुमके अभिबादन पठाइँ हए| बारनाबासको भतिजो मर्कूसको फिर अभिबादन| बिनके बारेमे तुम आदेश पाइगए हौ, बे तुमरे ठिन आएके कहिँ बिनके स्वगात कराओ । 11युस्तस नाउँ भव येशू फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए | परमेश्वरको राज्यके ताहिँ मिर पक्ष मैसे यहूदी विश्वासी जेहे इकल्लो हए | यिनसे मोके सान्त्वना मिलो हए ।12तुमर मैसे एक जनै ख्रीष्ट येशूको दास इपाफ्रास फिर अभिबादन पठाइँ हए| बे अपन प्रार्थनामे परिश्रमसाथ सबदिन तुमके स्मरण कर्तहए, ताकि तुम परिपक्का होबओ, और परमेश्वरको सारा इच्छामे सम्पूर्ण रुपसे निर्धक्क हुइके बैठन सिकओ । 13काहेकी मए बिनके ताहिँ गवाही देतहौ, कि तुमर और लाउडिकिया और हिरापोलिसमे होनबारेनके ताहिँ बे घोर परिश्रम करी हँए । 14प्रिय बैदा लुका और डेमास फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए ।15लाउडिकियाके भैया और नुम्फास और बिनके घरमे भए मण्डलीके मेरो अभिबादन देओ । 16तुमरे बीचमे जा पत्र पढके पिछु लाउडिकियाके मण्डलीमे फिर जा पढन लगैयओ, और लाउडिकियाको चिट्ठी फिर तुम पढिओ । 17"तुम प्रभुसे पाओ सेवाको काम पुरा करओ"" करके अर्खिप्पसके कहिदेओ ।"1818 मए पावल, जा अभिबादनचाहिँ अपन हातसे लिखतहौ । मिर सँकारके याद रखओ । तुमरेसंग अनुग्रह रहबए ।
1पावल, सिलास और तिमोथीसे परमेश्वर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिनके मण्डलीके: अनुग्रह और शान्ति2हमर प्रार्थनामे तुमके लगातार सम्झना करत हम परमेश्वरके तुम सबके ताहिँ धन्यबाद देतहए। 3हमर परमेश्वर पिताके सामुने हमर प्रभु येशू ख्रीष्टमे तुमर विश्वासको काम, प्रेमको परिश्रम और आशाको धैर्य लगातार सम्झत हँए ।4भैया रेव, परमेश्वरके प्यारे, तुमके बा चुनिहए करके हमके पता हए, 5काहेकी हमरो सुसमाचार तुमरे ठिन वचनमे इकल्लो नाए आओ, पर शक्ति और पवित्र आत्मामे, और सम्पूर्ण पक्कोके साथ आओ हए। तुमरे बीचमे रहत तुमरे ताहिँ हम कैसे किसिमके आदमी रहँए तुम जान्त हौ।6तुम हमर और प्रभुको देखासेखि करन बारे भए, काहेकी पवित्र आत्मा दओ भव आनन्दसाथ तुम बहुत कष्टमे वचन ग्रहण करे। 7हियाँ तकि माकेडोनिया और अखैयामे सब विश्वासीके बीचमे तुम नमूना बने।8काहेकी तुमसे परमेश्वरको वचन केवल माकेडोनिया और अखैयामे इकल्लो प्रचार ना करो रहए, पर परमेश्वर उपरको तुमर विश्वास प्रत्येक ठाउँमे फैलो हए, और हमके कोइके कहान आवश्यक ना हए । 9काहेकी जौन किसिम हमर स्वगत तुमर ठिन भव, और जीवित और सच्चो परमेश्वरको सेवा करन तुमके मुर्तिसे परमेश्वरघेन घुमे, सो त् आदमी बतात हँए । 10और स्वर्गसे आन बारो बा को पुत्र जौनके बा मरेसे उठाई, बाको प्रतिक्षा तुम करत् हौ, और येशूके जौन आन लागो क्रोधसे हमके छुट्कार देतहए ।
1भैया रेव, तुमरे ठिन हमरो आगमन व्यर्थ ना भव तुमके अपनएके पता हए । 2हम अग्गुसे फिलिप्पीमे कष्ट भोगे और अपमानित भए करके तुमके पता हए, पर बेढम विरोध होतए होत फिर परमेश्वरको सुसमाचार प्रचार करन हमके परमेश्वरसे साहस मिलो रहए ।3काहेकी हमर अर्ति-उपदेश भुल और अशुध्दसे उब्जो ना हए, ना त् जा छलकपटसे भव हए: 4पर जैसी सुसमाचार हमरे जिम्मामे सुम्पनके ताहिँ परमेश्वर हमके योग्य मानी, उइसी आदमीके खुशी करनके ना हए, पर हमर ह्रदय जाँचन बारो परमेश्वरके खुशी करनके हम बोलत हँए ।5तुमके पता हए कि हम कबही खुशी करनकी बात करेनाए, ना हम लालचको बहानमे फसए| जा को साँचि परमेश्वर हए । 6ख्रीष्टके प्रेरितके नातासे हम तुमर उपर अधिकार चलान सिक्तहँए । ताहु फिर हम आदमीसे आदर ना ढुणे, ना त् तुमसे ना और कोइसे ।7अपन बालकानके स्याहरन बारी- अइया कता तुमरे बीचमे हम कोमल भए । 8जहेमारे प्यारसे तुमरो चाहन करे हम परमेश्वरको सुसमाचार इकल्लो ना, पर हमरो ज्यान समेत तुमरे ताहिँ देन तयार रहए, काहेकी तुम ह्मरे ताहिँ इत्तो प्यारे भए रहओ । 9काहेकी भैया रेव, हमर कष्ट और मेहेनतको सम्झना तुमके पता हए| तुम कोइके बोझ मत बुकओं करके दिनरात काम करके हम परमेश्वरको सुसमाचार तुमके प्रचार करे ।10तुम साँचि हौ, और परमेश्वर फिर, कि तुम विश्वासीनके अग्गु कैसे हमर व्यवहार पवित्र, धार्मिक और निष्खोट रहए । 11कहेकी तुमके पता हए, दौवा अपन लौड़ा लौड़ियाके जैसो करके हम तुमके सबए के कैसे अर्ती-उपदेश देताए और साहँस फिर देताए तुमके आदेश दए, 12जा हेतुसे कि तुमरो चालचलन परमेश्वर योग्य होबए, जौन तुमके बाको अपनो राज्य और महिमामे बुलात् हए ।13जहेमारे जाके ताहिँ हम फिर परमेश्वरसे निरन्तरन्यबाद धन्याबद चढात हौ, कि तुम हमसे सुनो वचन, जो नेहत्य परमेश्वरको वचन हए, जो तुमरो आदमीको वचन जैसो ना हए, पर परमेश्वरको वचन जैसो ग्रहण करे, जौन वचन तुमर विश्वासीमे काम कर्त हए ।14काहेकी भैया रेव, ख्रीष्टमे यहूदीमे भए परमेश्वरको मण्डलीको अनुकरण करन बारे तुम भए, काहेकी अपन देश- भैयनसे तुम जैसी दु:ख भोगे रहौ । उइसी बे यहूदीनसे दु:ख भोगी रहए । 15जेहि यहूदीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके और अगमवक्तानके मारे, और हमके फिर बाहिर भजाइँ, और परमेश्वरके बेखुशी बनात हँए, और सब आदमीको बिरोध कर्त हँए । 16अन्यजातिनको उध्दार होबए करके बिनके संग बोल्नके हमके बाधा दैं । अइसिया सबदिन बे अपन पापको माना भरत हँए | पर अन्तमे परमेश्वरको क्रोध बिनके उपर पणो हए ।17काहेकी भैया रेव, ह्रदयसे ना हए, पर आँखीके सुध तुमरे संग छाेटाे समयके ताहिँ बिछोड भएके मारे, बडाे इच्छासे तुमके आमनेसामने भेट करन उत्सुकतासे हम सल्लहा करे । 18काहेकी हम तुमरे कहाँ आन खोजे रहँए- मए पावल बारम्बार आन चाहे- पर शैतान हमके रोकी । 19हमर प्रभु येशू जब अए हए, बोबेरा बाके सामने हमरो आशा और आनन्द औ गर्वको मुकुट तुमहि का ना हओ ? 20नेह्त्य हमरो गौरव और आनन्द तुमहि हओ ।
1जहेमारे जब हम सहन ना सिके, तव एथेन्समे इक्ल्ले छोडनके हम राजी भए, 2और तुमके विश्वासमे पक्को करान और अर्ती-उपदेश देन, परमेश्वरमे ख्रीष्टको सुसमाचारको सेवक हमर भैया तिमोथीके हम पठाए, 3ताकि जे कष्टके कारण कोइ ना डगमगबए । तुमके अपनके पता हए, कि जाके ताहिँ हम खाटए हँए ।4काहेकी जब हम तुमरे संग रहँए, तव तुमके कष्ट ना भोगन पणैगो करके हम अग्गुसे काहे रहँए । जा नेहत्य होनके फिर आओ, सो तुमके पता हए । 5जहेमारे मए और जद्धा ना सिक्त परिक्षामे पणेहौ कि करके और हमर परिश्रम व्यर्थ जए हए कि करके डरसे तुमरो विश्वास पता पानके मए बिनके पठओ ।6पर ह्बए तिमोथी तुमरे ठिनसे हमरे कहाँ आएके तुमरो विश्वास और प्रेमको अच्छाे खबर हमके सुनाइँ । तुम हमके भेटन बहुत इच्छा करके सबदिन प्रेमसे हमरो सम्झना कर्त हौ करके खबर बे दैं । हम फिर तुमके भेटन उतनु चहना कर्त हँए । 7जहेमारे भैया औ, तुमरे विश्वासके कारण हमर सारा दु:ख और क्लेशमे तुमरे बारेमे हम सान्ति पाए हँए ।8काहेकी अगर तुम प्रभुमे मजबुत रहौ तव हम जीवित रहँए । 9सब आनन्द जो तुमरे ताहिँ परमेश्वरमे हम अनुभव करत हँए बाके ताहिँ और तुमरे ताहिँ हम परमेश्वरके धन्यबाद देन सिकंगे का ? 10तुमके आमनेसामने भेटके तुमरो विश्वासको कमी पुरा करन हेतुसे हम दिनरात जोशके साथ प्रार्थना कर्त हँए ।11अब हमर परमेश्वर और पिता स्वयम और हमर येशू तुमरे ठिन आनके डगर खोलदेमए । 12जैसी हम तुमके प्रेम करत हँए उइसी प्रभु तुमके एक दुसरो संग और सब आदमीन संग प्रेममे बढन बारो बनाबए परमेश्वर और प्रशस्त भैरहन बारो बनाबए, 13जा हेतु से कि बाको सब सन्तके साथमे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पुनरागमन होत बा हमर परमेश्वर पिताके सामुने तुमरो ह्रदय पवित्र और निष्खोट करके स्थिर करए ।
1अन्तमे भैयाओ, प्रभु येशूमे हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करतहँए और अर्ती देतहँए, कि तुम कैसे जिनो और परमेश्वरके खुशी बनान पणत् हए करके तुमसे सिखौ और उइसी करत फिर हौ, बामे तुम और जद्धा बढत् जाओ । 2काहेकी तुमके पता हए हम प्रभु येशूसे कौन-कौन आदेश तुमके दओ ।3काहेकी परमेश्वरको इच्छा जो तुमके पवित्रकण फिर हए, सो जा हए कि तुम व्यभिचारसे अलग बेठौ । 4पवित्रता और सम्मानसाथ अपन ताहिँ बैयर लिओ, सो तुम हरेक जानओ, 5पर परमेश्वरके ना चिन्नबारो अविश्वासी जैसे खराब अभिलासामे मत बैठीओ 6जा बारेमे कोइ अपराध करके अपन भैयाके खराबी मतकरीओ, काहेकी अइसो सब बातमे बदला लेनबारो प्रभु हए ।7काहेकी परमेश्वर हमके अशुध्दके ताहिँ ना हए, पर पवित्रतामे बुलाई हए । 8जहेमारे जौन जा बातके बिराेध करेहए बा आदमीको ना पर परमेश्वरको बिराेध करतहए, जौन परमेश्वर तुमके अपन पवित्र आत्मा देतहए।9पर भैयाघेनको प्रेमके बारेमे कोइके तुमके लिखनके जरुरि ना हए, काहेकी एक दुसरे प्रेम करयँ करके तुम अपनए फिर परमेश्वरसे शिक्षा पाए हौ। 10माकेडोनिया भर सब भैयनके तुम नेहत्य प्रेम करत हौ। पर भैया औ, और जद्धा उइसी करत जाओ करके हम तुमके अर्ती-उपदेश देतहँए । 11हम तुमके आज्ञा देत कता, तुम शान्त रहनके, अपन धन्धाको फिक्री करन और अपने हातसे काम करन कोसिस कारओ, 12ताकि बाहिर भए आदमीनसे आदर पान सिकौ, और कोइके भरमे मत पणओ ।13पर भैया औ, सोनबारेनके बारेमे तुम अन्जान बैठओ करके हम इच्छा ना करत हँए, और तुम आशा ना होनबारे आदमी जैसो शोक करन ना पणए । 14काहेकी हम विश्वास करतहँए, कि येशू मरो और फिर जि उठो और उइसी परमेश्वर बामे सोनबारेनके येशूसे लाबैगो । 15प्रभुको वचनसे हम तुमके घोषणा करत हँए, कि हम जो जीवित हँए और प्रभुके आन तक बचिरहत हँए, सोनबारेनसे कोइ किसिमसे फिर अग्गु नाय बढ्गेँ ।16काहेकी प्रभु स्वयम हुकुमको गर्जनसंग, प्रधान स्वर्गदूतको आवाज और परमेश्वरको तुरहीको सोरसंग स्वर्गसे उत्रैगो, और ख्रीष्टमे मरेभए त पहिले जि उठंगे । 17तव हम बाँचेभए और छुटेभए प्रभुके आकाशमे भेटन बिनके संगसंग बादरमे उठाए लएजए हँए, और अइसी हम सदा प्रभुसंग रहंगे । 18जहेमारे एक दुसरेके जे वचनसे सान्ति देओ ।
1पर भैया औ, समय और बेराके बारेमे तुमके कुछु लिखनके जरुरत ना हए । 2काहेकी तुम अपनए अच्छेसे जन्त हौ, प्रभुको दिन त रातमे चोर आत कता अबैगो । 3"जब आदमी "शान्ति और सुरक्षा" कहमंगे, तव गर्भवती बैयर बेथा लागो कता अचानक बिनके उपर विनाश आए लगेहए, और बे कोइ रितिसे नाबाँचपएहँए ।"4पर भैया औ, तुम अन्धकारमे ना हाै,और बा दिन तुमके चोर जैसो चकित ना परे हए । 5कहेकी तुम सब ज्योतिके सन्तान और दिनके सन्तान हौ । हम रातके और अन्धकारके सन्तान ना हए । 6जहेमारे और कता हम ना सोमए, पर जागे बैठए, और सचेत होमए । 7काहेकी सोनबारे रातमे सोतहँए, और दारु पिके नशाहोनबारे रातए मे नशाहोतहँए ।8पर हम त दिनके हँए बहेमारे हम सचेत होमए, और विश्वास और प्रेमको छातीको पाता और मुक्तिको आशाको टोप लगयँ । 9काहेकी परमेश्वर हमके क्रोधके ताहिँ ना हए पर हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे मुक्ति पानके ताहिँ अग्गुसे चुनि हए । 10येशु हमर ताहिँ मरो, ताकि हम जागे वैठए और सोन बारे हम सब, बाके साथमे जि सकएँ । 11जहेमारे एक दुसरेके हौसला देओ, और एक दुसरेके बलियो बनान काम करए, जैसी तुम करत फिर हौ ।12पर भैया रेव, हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हँए, कि तुमरे बीचमे परिश्रम करन बारे, जो प्रभुमे अगुवा हँए और तुमके शिक्षा देतहँए, बिनके आदर करऔ । 13और बिनके कामके ताहिँ बिनके प्रेम साथ बहुत बणो आदर करऔ । 14भैया रेव, हम तुमके अर्ती देतहँए कि अल्छिनके शिक्षा देओ । हरेस खानबारेनके हिम्मत देओ । कमजोरनके मद्दत करऔ । बे सबके सहनशीलता दिखओ ।15याद राखओ, कोइ खराबीको बदलामे खराबी मत करओ, पर एक दुसरे और सबके संग सबदिन भलाइ करनके बिचार करओ । 16सबदिन आनन्दित रहौ । 17निरन्तर प्रार्थना करत रहौ । 18सब परिस्थितिमे धन्यबाद देओ, काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमरे ताहिँ परमेश्वरको इच्छा जहे हए ।19पवित्र आत्माके मतनिभाओ । 20अगमवाणीके खराब मत ठानओ । 21सब बातके जाँच करऔ| जौन बात अच्छाे हए बोमे पक्के बनेरहौ । 22सब किसिमको खराबीसे अलग बठओ ।23शान्तिको परमेश्वार अपनए पुरो रुपसे तुमके चोखो बनाबए, और तुमर सबय आत्मा, प्राण और शरीर हमए प्रभु येशू ख्रीष्टको आगमनमे पबित्र राखए। 24तुमके बुलान बारो विश्वासयोग्य हए, बा जा करैगो।25भैया औ, हमर ताहिँ प्रार्थना करऔ। 26सब भैयनके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करऔ। 27मए तुमके प्रभूमे अनुरोध कर्त हौ कि जा चिठ्ठि पढके सबए भैयनके सुनाए देओ। 28हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरमे रहाबए।
1पावल, सिलास और तिमोथीसे, परमेश्वार हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिकीनको मण्डलीनके: 2परमेश्वार पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति।3भैयओ, तुमरे ताहिँ परमेश्वारके सबदिन धन्यबाद देनके हम बाध्य हँए| जाके योग्य फिर हँए, कहेकी तुमरो विश्वास प्रशस्त करके बृध्दि हुइरहोहए, और एक- दुसरे प्रति तुमरो हरेकको प्रेम बढरहो हए। 4जहेमारे तुम सब सतावट और तुम सहेरहे कष्टके बीचमे तुमरो स्थिरता और विश्वासके ताहिँ परमेश्वारको मण्डलीके बीचमे हम बहुत गर्व कर्तहँए। 55परमेश्वाके धार्मिक इन्साफके साक्षी जहेहए, कि तुम परमेश्वारके राज्यकेयाेग्गेक ठाहिरन सिकौ, जौनके ताहिँ तुम दु:ख भोग रहेहौ।66 परमेश्वार न्यौ कारन बारो हय, बा तुमके दु:ख देनबारेनके दु:ख देहए, 7और तुम कष्ट पाएभएनके हमरसंग आराम देहए| जा तब हुइहए, जब प्रभु येशू अपन स्वर्गसे प्रघट हुइहए। 8परमेश्वारके नाए चिन्हन बारेऔर हमर प्रभु येशूको सुसमाचार नाए मान्नबरेन के बा दण्ड देहए।9बे अनन्त विनाशको दण्ड औ प्रभुको उपस्थिति और बाको शक्ति =को महिमासे अलग होनबारो दण्ड भोगेहए, 10जब बो दिन बाके सन्तानमे महिमा पान और विश्वास कर्नबारेनके आश्चर्यचकित कर्न बो अबैगो, कहेकी तुमके दओ हमरे साक्षीमे तुम विश्वास करे।11जा मारे हम तुमके सबके ताहिँ लगातार प्रार्थना फिर कर्तहए, कि हमर परमेश्वार तुमके अपन बोलावटको योग्य बनाबए, और हरेक अच्छाे उदेश्य और विश्वासके कामसे बाको शक्तिसे पूरो करदेबए, 12ताकि हमए परमेश्वार और प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह अनुसार हमर प्रभु येशूको नाउँ तुमरमे महिमित होबए, और तुम बामे।
1भैया तुम, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको आग्मनके बारेमे और बाके भेटन हम एकसाथ इकठ्ठा होनके बारेमे हम तुमसे बिन्ती कर्तहए, 2कि कोइ अगमवाणी और वचन औ कोइ पत्र प्रभुको दिन नजिक आओ हए करके बतामए तव, बे हमसे आए हँए करके तुमरो मन हल्दी नडगमगा -बए औ तुम मतघबणैओ।3कोइ फिर कोइ किसिमसे तुमके धोखा नाएदेबए। कहेकी पहिले विद्रोह नाए भए तक पापको आदमी, और सर्वनाशको लौणा प्रकट नाए भएतक बो दिन 4आबैगोनए। येशु ईश्वर कहो भव सब औ पूजे चीझनको बिरोध करेहए और बोसे अपनएके उचाे बनाएहए, हियाँ ताकि अपनए परमेश्वार- रय घोषणा करेहए परमेश्वारको मन्दिरमे बा बैठैगो।5का तुमके याद नैयाँ, मए तुमरे संग रहत मए जा बात तुमसे कहो रहौ? 6येशु अपन समयमे प्रकट होबए करके कौन बात बाके हबए तक रोकेहए, जा तुम जन्तहौ। 7कहेकी अधर्मको रहस्य अग्गुसे काम कर रहोहए। हबए तक जौनबाके रोकरहो हए, बा नाएहटन तक बा रोकिरैहए।88 तव बो पापको आदमी प्रकट हुइहए, जौनके प्रभु येशू अपन मुहूको साससे नाश करेहए, और बाको आगमनको प्रकाशसे बाके नाश करेहए| 99 शैतानको काम बमोजिम पापको आदमी सारा शक्ति और छलपूर्ण चिन्ह और चमत्कारसहित, 10और नाश होनबारे छलमे पणन समस्त दुष्टतासहित अबैगो, कहेकी बे सत्यके प्रेम कर्न और उइसी बाँचन इन्कार करीँ |11जहेमारे बे झुटा बातमे विश्वास करए कर्के परमेश्वार बिनके उपर एक शक्तिशाली भ्रम पठाबैगो, 12ताकि सत्य उपर विश्वास नाएकरए, पर अधर्मिकतामे आनन्द मनानबारे सब दोषी ठ्हिरए।13प्रभु प्रेम करे भैयनके, तुमरे ताहिँ हम परमेश्वारमे सबदिन धन्यबाद चढनके बाध्य हए, कहेकी सुरुय से पवित्र आत्मासे पवित्र बनानबरो कामसे और सत्यता उपरको विश्वाससे बाँच्नके ताहीँ परमेश्वार तुमके चुनिहए। 14जहेके ताहिँ हमर सुसमाचारसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको महिमा प्राप्त कर्न बा तुमके बुलाई हए। 15जहेमारे भैया ओ, मजबुत हुइके खणा होबओ, और चहु मुहुको वचनसे होबए, चहु हमर चिठ्ठीसे होबए: तुम जो शिक्षा पाएहौ बिनके रोके -रखओ।16अब हमके प्रेम कर्नबारो और अनुग्रहसे अनन्तको सान्ति और उत्तम आशा देनबारो हमर पितासे, 17तुमरे ह्रदयके सान्ति देबए और हरेक अच्छाे काम और वचनमे तुमके अटल कराबए।
1अन्तमे भैया रेव हमर ताहिँ प्रार्थना करओ, ताकि प्रभुको वचन जल्दीसे पुरो फैलए और बिजय होबए, जैसी तुमरे बीचमे भव फिर रहए, 2और हम दुष्ट औ परमेश्वारसे दुरभए आदमीनसे छुट्कारा पान सीकएँ,काहेकी सबएसँग बीसवास नाए होतहए । 3पर प्रभु त बिश्वास योग्य हए। बो तुमके स्थिर करैगोऔर दुष्टसे सुरक्षित रखाबैगो।4हम जौन बातके आज्ञा देतहए, बे तुम कर रहेहौ और करेहौ करके हम तुमरे बारेमे प्रभुमे भरोसा कर्तहए। 5प्रभु तुमके ह्रदयसे परमेश्वारको प्रेम और ख्रीष्टको शान्तिघेन लैजाबए।6अब भैया हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम तुमके आज्ञा देतहए, कि हमसे तुम पाओ भव शिक्षामे नाएचल्नबारे सबय अल्छी भैयनसे अलग बैठओ। 7कहेकी तुम कैसे हमर अनुकरण कर्नपणैगो सो तुम अपनए जन्तहौ| हम तुमरेसंग रहत अल्छी हुइके बैठेनाए। 8हम कोइ कि रोटी सेतएमे खाएनाए। पर तुमके कोइके भार नाएहोबए करके हम रातदिन परिश्रमसाथ खटके काम करे। 9सहायता पान हमर हक नाएहुइके नायाँ, पर हमर आचरण तुमरे ताहिँ एक अच्छाे बनए, करके हम अइसे करे।10तुमरे साथमे रहत् हम तुमके जा आज्ञा दए रहए, “कोइ काम नाए कर्त हए तव बो नाए खाबए।” 11कहेकी हम सुन्तहए, कि तुमर मैसे कित्तो अल्छी जीवन बितए रहेहए| बे अपनए त कोइ काम कर्त नैयाँ पर औरनके काममे व्यर्थमे हात डार्तहए। 12अब अइसे आदमीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम आज्ञा और अर्ती देतहए, कि बे चुपचाप अपन काम करए और अपन जीवन चलामए।13तुम त भैयओ भलाइ कर्नमे थकित मत होबओ। 14जा चिठ्ठीमे हमर कहिँ बातके अगर इन्कार करेहए तव, बो आदमीनके चिन्हेरखओ और बोकेसंग कोइ सम्बन्ध मतरखओ, और बो शर्ममे पणए। 15ताहुफिर बोके शत्रु जैसो मत मानिओ, पर भैया जैसो करके बोके चेताउनी देओ।16अब शान्तिको प्रभु अपन सब समय, हरतरहसे तुमके शान्ति देबए। प्रभु तुमरे सबके संग रहबए। 17मए पावल, अपने हातसे जा अभिवादन लिखतहौ। मिर सब चिठ्ठीको चिन्ह जहे हए। 18हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर सबके संग रहबए।
1हमर मुक्तिदाता परमेश्वर और हमर आशा ख्रीष्ट येशूको आज्ञा अनुसार ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे, 2बिश्वासमे मिर सच्चो बालक तिमोथीके:* परमेश्वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति मिलाए|3मए माकेडोनिया जातपेति तुमसे कहो कता तुम एफिससमे बैठओ, और झुटा शिक्षा सिखान बारे आदमीनसे उइसो मत करौ कहिके कडा आज्ञा दैसकत हौ । 4नत बे कथा और ना निभटनबारी वंशावली घेन ना लागएँ, जौन विश्वाससे आनबारो परमेश्वरको योजनाके सहायता करनके सट्टा विवाद(लडाई) करबत हए ।5पर हमर आज्ञाको लक्ष्य प्रेम हए, जो शुध्द ह्रदय, असल विवेक और निष्कपट विश्वाससे आतहए । 6कोइ-कोइ आदमी जे सबसे बराएके बिगरतुकी बातमे अलमलाए रहेहँए । 7बे व्यवस्थाके शिक्षक होनके इच्छा कर्तहँए, पर अपनए काहि बात अथवा अपनए किटान करके कहि बात अपनए बे ना बुझत हएँ । 8हम जनत हएँ कि अगर कोइ उचित रुपसे व्यवस्था पालन करेहए तौ व्यवस्था असल हए ।9हम जा फिर जन्तहँए कि व्यवस्था असल आदमीनके ताहिँ ना हए, पर व्यवस्था भगं कर्नबारेके अनाज्ञाकारिताके ताहिँ भक्तिहीन और पापीनके, अपवित्र और दूषितनके, पितृघातनके ताहिँ, ज्यानमारा नके ताहिँ, 10व्यभिचारीनके ताहिँ, पुरुषगामीनके ताहिँ, अपहरणकारीनके ताहिँ, झुट बोल्नबारेके ताहिँ, झुटी गवाही देनबारेके ताहिँ, और सत्य सिध्दान्तके बिरुध्दमे भए और अइसीयए बातनके ताहिँ हए। 11जा मोके सुम्पो परमधन्य परमेश्वर महिमित सुसमाचार जैसो हए ।12मोके सामर्थ देनबारो ख्रीष्ट येशू हमर प्रभूके मए धन्यबाद देतहौ, काहेकी अपन सेवामे नियुक्त करके बा मोके विश्वासयोग्य मानी । 13अग्गु मए निन्दा करनबारो, खेदो सतानबारो, और एक मारनबारो आदमी रहौँ । पर मए जा अन्जान और विश्वासी ना होनके कारणसे मए कृपा पओ । 14ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वास और प्रेमके साथ मिर ताहिँ हमर प्रभुको अनुग्रह प्रशस्त मात्रामे उतारके आओ।15जा वचन हरप्रकारसे ग्रहणयोग्य हए, कि पापीनके उध्दार करन येशू ख्रीष्ट संसारमे आओ, और पापी मैसे मए सबसे मुख्य हौँ । 16पर जहे कारणके ताहीँ मोके अग्गु दया करी ताकीअन्नत जीवनके ताहीँ बा के उपर विश्वास करनबारेनके एक उदाहरनके रुपमे मए सबसे तुच्छ आदमीमे ख्रीष्ट येशू अपन सारा धैर्यता प्रकट करन सिकए । 17अब युग-युगके राजा, अविनासी और अदृश्य एकमात्र परमेश्वरके आदर और महिमा सदासर्वदा होबए । आमेन ।18मेरो लौणा तिमोथी, मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुमरो सम्बन्धमे अग्गु कहो अगमवाणी अनुसार बिनसे प्रेरण पाएके विश्वास और असल विवेक कायम करत तुम असल लडाई लडन सिकओ । 19विश्वास और स्वच्छ विवेक कायम करओ । कोइ- कोइ आदमी विवेकके इन्कार करके अपन विश्वासमे नष्ट भए हँएँ । 20बिन मैसे हुमेनियस और अलेक्जेन्डर जैसे आदमीनके मए शैतानके हातमे सुम्पओ हौ , ताकी बिनके निन्दा करन ना पड्त हए कहिके सिकँएँ ।
1सबसे पहिले मए आग्रह कर्तहौँ, कि सबए आदमीनके ताहिँ नम्र-निबेदन, प्रार्थना और मध्यस्थ- बिन्ती और धन्यबाद चढमए, 2राजा और सब उँचे पदमे भएनके ताहिँ फिर, ताकि हम निर्धक्क और शान्तिपूर्ण हुइके हरप्रकारसे धार्मिक और आदरणीय जीवन बितान सकाएँ । 3जा हमर मुक्तिदाता परमेश्वरको दृष्टिमे जा असल और ग्रहण योग्य हए । 4बा सब आदमी मुक्ति पामएँ और बे सत्यके ज्ञानमे आमएँ कहिके इच्छा कर्तहए ।5काहेकी परमेश्वर एकए हए, परमेश्वर और आदमीनके बीचमे मध्यस्थ फिर एकए हए-आदमी ख्रीष्ट येशू । 6बा सबके छुटकाराको मोलके ताहिँ अपनेके दैदै ।, जो ठीक समयमे दैरहए । 7जाहे खातिर मए प्रचारक और प्रेरित नियुक्त भौ ।, मए सच मस्कत हौँ; मए ना ठगत हौँ । मए विश्वास और सत्यतामे औरेजातनको शिक्षक हौँ ।8जहेमारे सब ठाउँमे लोगनके पवित्र हात उठाएके बिनाक्रोध और बिनाविवाद प्रार्थना कराओ कहिके मए चाहत हौँ । 9अइसी करके मए चाहतहौँ, कि स्त्री सरलता और भद्रतासाथ सुहानबारो कपडा पैधएँ, बारको जद्धा सिंगार करके, सोनो, मोती और बहुमुल्य कपडा पैंधके नाएँ, 10पर असल कामसे सुसज्जित होमए, जो परमेश्वरके भक्ति कर्नबारी बैयरनके सुहातहए ।11एक बैयर सबए बात चुपचाप बैठके सिखएँ । 12पर बैयर लोगनके सिखानके और लोगनके उपर अधिकार जमान काममे मए अनुमति ना देतहौँ, पर बे चुपचप रह्मएँ ।13काहेकी आदम पहिले सृष्टि भौ रहए तवपिछु हव्वा । 14आदम ना छ्लो , पर बैयर त छलके अपराधमे फसी रहए । 15ताहुफिर अगर बे सुशिलतासाथ विश्वास, प्रेम और पवित्रतामे रहीरएहँए तव, बालक जन्मनपेति बे बचहँए ।
1जा कहाई भरोसा करन बारो हए, अगर कोइ आदमी आगुवाको काम कर्न चाहत हए बा अच्छो कामको इच्छा कर्तहए । 22 जहेमारे बिशप त दोष ना होबए ।और एक बैयरको पति, संयमी, समझदार, सम्मानित, पाहुनाकोसत्कार कर्नबारो, सिखान सकनबारो, 3मतवाला और दिक्कनबारो ना होबए पर बे बिनम्र, लाडई नाकर्नबारो, धनको लोभ नाकर्नबारो ।4अपन घर अक्षेसे चलानबारो और अपन लौणा लौणियाके आदरपुर्वक आज्ञापालन करन सिखानबारे बनाए । 5अगर कोइ आदमी अपन घरको तह लगन ना जन्त हए तव, बा परमेश्वरको मण्डलीके रेखदेख कैसे करपए हए ?6बे नयाँ विश्वासी ना होमए, नत घमण्डसे फुलके बे दियाबलसके पानबारो दण्डमे पणेहएँ । 7फिर, बाहिरके दृष्टिमे फिर बे असल बनन् पड्तहए ।ताकी बे शर्ममे और दुष्टको फन्दामे ना पणंएँ ।8उइसी करके डिकन फिर इज्जतदार होन पड्तहए, दुईमुहा, जद्धा दारु पिनबारो और धनको लोभी ना होबए, 9पर बे विश्वासको सत्यताके सुध्द विवेकमे कायम करनबारे होन पडतहए। 10पहिले बिनको जाँच होबए तव फिर पच्छु बे सेवा करएँ काहेकी बेिनकी बदनाम ना होन पणत हए।11बैयर फिर जहे अनुसार इज्जतदार होमँए , दुसरेको चुग्ली कर्नबारीनाए, पर सब बातमे संयमी और विश्वासयोग्य होन पणतहए। 12डिकन एकए बैयरको लोगा होबए| अपन लौणा लौणियाके और अपन घरको प्रबन्ध आच्छेसे मिलान बारो होबए। 13काहेकी डिकनके कर्नबारो सेवा जौन बढियासे कर्तहएँ बे अपन-अपन ताहिँ इज्जत और ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वासमे बाणो भरोसा पातहँए।14मए तुमसे जे बात लिखतहौँ और तुमरे ठिन जल्दी आनके आशा करत हौँ। 15और अगर मए देर कारो कहेस परमेश्वरको घराना जो जिन्दा परमेश्वरको मण्डली, सत्यताको खम्बा और आण हए, बो सही डगरमे निगान पणत हए तुम जाने रहऔ जहे इच्छासे मए तुमके लिखतहौँ।16और सँगए हम, सहमत होतहँए ,"कि हमर विश्वासको सत्यता इत्तो महान हए: बो अपनए शरीरमे प्रकट भव रहए, पवित्र आत्मासे धर्मी ठहिरो रहए, स्वर्गदुतसे देखानो रहए, जाति-जातिनके बीचमे प्रचारो रहए, संसारमे विश्वास करी",और "महिमामे उचालोगौ।"
1अभय पवित्र आत्मा प्रष्टै कहतहए, कि पिछु आनबारे समयमे छली आत्मा और भुतप्रेतके शिक्षाघेन मन लगाएहए तव कोई अदमी विश्वाससे हटजए हँए। 2ठगन बारे ध्यान देहँएँ। बिनकि अपनी विवेक तत्तो लोहोको चठा लागो हानि हुइजातहए।3बे बेहा करन मनाही करतहँए। विश्वास करनबारे और सत्यके जानन्बारे धन्यवादके साथ ग्रहण करनबारो परमेश्वरसे सिर्जो भौ भोजनसे अलग बैठन आदेश देतहँए । 4काहेकी परमेश्वरसे सृष्टि करोभौ सबए चीज असल हए । और धन्यबाद साथ लैभइ कोई चीज फिर इन्कार ना करन पड्त् हए। 5काहेकी बा परमेश्वरको वचन और प्रार्थनासे चोखो बान्तहए ।6अगर तुम तुमरे भैयाके सामने बात धरदेहौ तव तुम अनुसरण करो असल सिध्दान्त और विश्वासको वचनमे तगणे हुइके तुम ख्रीष्ट येशूको अच्छे सेवक हुइहौ. 7भक्तिहीन और अर्थहीन कहानीसे एकदम अलग बैठओ। बरु अपनएके भक्तिमे तालीम देओ। 8काहेकी शारीरिक तालीम कुछदिनके ताहिँ ठीक होतहए, पर ईश्वरभक्तिचाहिँ हरप्रकारसे फाइदा करन बारो होतहए, काहेकी जा मे बर्तमान और भविष्यतजीवन दोनएके ताहिँ प्रतिज्ञा हए।9जा कहाई नेहत्व और सबए घेनसे अपनानयोग्य हए 10काहेकी जा उदेश्यसे हम मेहेनत और अगटो काम कर्तहएँ। काहेकी हमर आशा जिन्दा परमेश्वरमे हए, जो सब आदमीके, खास करके बाके उपर विश्वास करनबारेनको मुक्तिदाता हए|11जे बातको बताऔ, और सिकाओ। 12जवान हौ कहनएमे कोइ तुमके तुच्छ नामनए, पर विश्वासीनके ताँही बोलीवचन, आचरण, और प्रेममे, विश्वासमे और शुध्द्तामे तुम एक उदाहरण बनओ। 13मए ना आन तक धर्मशास्त्र पढ्के सुनानमे, प्रचार करनमे और शिक्षा देनमे ध्यान देओ।14तुमरमे हए बो बरदानके खिल्ली मत उणाबौ, जौन वरदान एल्डर अपन हात तुमरे उपर धरके अगमबाणीसे तुमके दैरहए। 15जे बातमे ध्यान करौ | बिनमे लागे रहबाओ, ताकि तुमर प्रगति सब देखए। 16अपन बारेमे और अपन शिक्षाके बारेमे होशियारीसे ध्यान देबौ | जे बातमे लागे रह्बाओ| अइसो करनसे तुम अपनएके और सुनन् बारेके समेत बचाबैगे।
1बुढ़े आदमीनके मतहबकओ, पर बिनके दौवा जैसो मानके सम्झओ ।अपनेसे छोटेनके भैया समान व्यवहार करके समझँएँ । 2वृध्दा बैयरसे अइया कता जवान लौणियानसे सम्पूर्ण पवित्रसाथ बहिनिया समान व्यवहारसे समझँएँ ।3जो नेहत्व विधुवा हँए, बिनके आदर करओ । 4कोइ विधुवाके लौणा- लौणिया अथबा नतिया-नतनिया हँए तव, बिनके पहिले अपन परिवार घेन अपनो धार्मिक कर्तव्य पालन कर्न सिखएँ ।, और अपन माता-पिताके उपकारको ॠण चुकन सिखएं, काहेकी जा परमेश्वरके खुसी करन बारी बात हए ।5पर जो नेहत्व विधुवा हए, और बिनको कोइ नैयाँ तव, बे परमेश्वरमे आशा करतहँए । और रातदिन नम्र-निवेदान और प्रार्थनामे लागिरहतहँए । 6तव अगर बे सुख-विलासमे मस्त रहतहएँ तव बे जीवित हएँ ताहुफिर मरे बराबर हएँ ।7बिनके जा बातको आज्ञा देओ, ताकि बे बिद्दोरोही ना होमएँ । 8अगर कोइ नातेदारनको और विशेष करके अपन परिवारको पालनपोषण ना कर्तहए तव बा विश्वासको इन्कार कर्तहए, और विश्वास ना करन बारेसे फिर खराब होतहए ।9साठी वर्षसे उपरकी विधवा, जौनको एक चोटि मात्र बेहा भव हए, बिनके मात्र बिधवा- सूचीमे धरओ । 10संगए बे असल काम करी होबए, लौणा-लौणियनके हुर्काइ भै, परदेशीनको सत्कार करी भै, सन्तनको टाँग धोई भै, दु:खीनको उपकार करी भै, और जौन फिर असल काममे ध्यान दै हुईके साबित करी होन पड्तहए ।11पर कम उमेरकी विधवानके नाउँ त बिधवा-सुचीमे मतलिखओ, काहेकी जब बिनको काम-वासना बिनके ख्रीष्टसे दुर लैजए हए, तव बे बिवाह करन इच्छा कर्तहएँ । 12अइसे अपनो पहिलो वाचा भंग करेके कारन बे दण्डमे पडेहएँ । 13जहेमारे बे घर-घर घुमके अल्छी इकल्लो नाए कि बातकटन बारी, दुसरेको काममे हात डरनबारी, ना मास्कन बारी बात मास्कत होतहँए ।14जहेमारे कम उमेरकी बिधवा बिवाह करएँ, लौणा लौणिया जन्माएँ, घरबार समरएँ, और बिरोधीनके हमर बदनाम करन मौका ना देमएँ कहिके मए चाहत हौँ, 15कोइ-कोइ त अग्गुसे शैतान घेनगए हएँ । 16अगर कोई विश्वासी बैयरसँग बिधवा हए तव बे बिनके सहयोग करएँ , और मण्डली त बिधवानके सहेता देन सिकए ।17मण्डलीको असल देखरेख कर्नबारो एल्डर दोबर आदरको योग्य होतहए, बिशेष करके, जौन वचनको प्रचार और शिक्षामे परिश्रम कर्तहए । 18"काहेकी पवित्र धर्मशास्त्र कहतहए, “पैरीगहन बारे बर्धनके मोख्री मतलगओ,” और "परिश्रम कर्नबारो अपन कामको ज्याला पानपड्तहए । "19दुई अथवा तीन साक्षीको गवाहीबाहेक एल्डरके बिरुध्दमे लगओ आरोप कबहू स्वीकार मतकरीओ । 20पापमे लागिरहन बारेनके सबके सामने हप्कओ, और अइसी और फिर डरमएँ ।21परमेश्वर और ख्रीष्ट येशूके आग्गु और चुने भए स्वर्गदुतके आग्गु मए तुमके कडा आज्ञा देतहौ, कोइ भेदभव और कोइ पक्षपात ना करके जे सब नियम तुम पालन करओ । 22कोइके उपर हात धर्न बारो काममे हतार मतकरीओ । औरेको पापमे सहभागी ना होबओ । तुम अपनएके पवित्र रखाबओ ।23अग्गु जैसो पानी इकल्लो खाए मतकरिओ, पर तुमर पेटके ताहिँ और घरीघरी बिमारीके मारे थोरी-थोरी दाखमध पिलिओ । 24कोइ-कोइ आदमीके पाप त सिधे इन्साफमे पुगतहएँ , पर और कित्तो पाप त पिछु इकल्लो दिखत हएँ । 25अइसी करके असल काम त प्रत्यक्ष हएँ, और जो प्रत्यक्ष नैयाँ, बे फिर गुप्तमे रहेना पएँहएँ ।
1दासत्वके जुवातरे होन सबके अपन-अपन मालिकके पुरा सम्मानके योग्य मनाएँ, ताकि परमेश्वरको नाउँ और हमर शिक्षाको बदनामी ना होबए । 2विश्वास करनबारो मलिकको नोकर बिनके ददाभैया कहनए मे अनादर ना करन पडत् हए, बरु बे बिनके और जद्धा सेवा करन पडत्हए ।3अगर कोइ और सिध्दान्त सिखतहएँ और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको उचित वचन और ईश्वर भक्ति अनुसारको शिक्षासंग सहमत ना हए तव, 4बा घमण्डसे फुलो होतहए, और बा कुछ जन्त ना हए । बा व्यर्थको बात-चित कर्तहए, और एक-एक शब्द लैके लडइ कर्न ढुणतहए । जे बात दिक, कलह, बदनमी और खराब शंका उत्पन्न करातहएँ । 5और बुध्दि भ्रष्ट भए और सत्यसे अलग भए आदमीके अग्गु कचिंगल उठात् हँए, और भक्ति ता फाइदा उठानको उपाए हए कहिके बे मानत् हएँ ।6सन्तुष्टि सहितको भक्ति बडो लाभ हए । 7काहेकि हम ना जा संसारमे कछु लाए हएँ , ना हियाँसे कछु लैजाए सकंगे । 8पर खान और लगान सम हए कहेसे हम बहेमे सन्तुष्टि होमएँ ।9पर धनी होन इच्छा करनबारे परिक्षामे पाडत् हएँ, पासो मे फसत् हँए और गजब अर्थहीन और दु:खदायी इच्छामे डुबत हएँ, जौन् आदमीनको बर्बादी और सर्बनास मे डुबात हए । 10काहेकी रुपैयापैसाको लालच करनो सब किसिमको खराबी को जर् हए । पैसाको लोभमे पड्के कुइकुई विश्वाशसे खराब डगर लागे हँए, और गजब दुःख से बिनको हृदय छटपटात हए ।11पर परमेश्वरके जन तुम जे सब बात त्यागव, और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, स्थिरता और नम्रताको लक्ष्य धरओ । 12विश्वासको उत्तम लडाई लडओ । अनन्त जीवन पक्रे रहाबओ । जहेमे तुमरो बोलावट भव रहए, जब तुम गजब साक्षीनके उपस्थितिमे तुमर विश्वासको असल गवाही दै रहए ।13सब थोकके जीवन देनवालो परमेश्वर और पन्तियस पिलातसके अग्गु गवाही देनवालो ख्रीष्ट येशूके अग्गु, 14मए तुमके आदेस देतहौ, कि प्रभु येशू ख्रीष्ट देखा ना पणन तक जा आज्ञाके कलंक और अपवाद्से अलग धर ।15तव धन्य और सर्वोच्च, राजौके राजा, प्रभुके प्रभु ठिक समयमे ख्रीष्टको आगमनके प्रकट करैगो । 16बा अमर हए, और बो ज्योतिमे राहत हए जौनक् ढिगईॅ कोइ जाए ना पतहए बाके कोइ आदमी कभी ना देखो हए ना देख पएहए । बहेको आदर और पराक्रम सदासर्वदा होबए । आमेन ।17जा संसारके धनीके घमण्डी ना होन् आज्ञा देओ, और अनिश्चित सम्पतिमे ना बल्कि हमके सब थोक प्रसस्तसंग उपभोक् करन् देनवारो परमेश्वर उपर बे आशा धरएँ । 18बे असल काम करयाँ, और असल काममे धनी,सहयोगी भाबना और दानि होमएँ । 19अइसी अपने ताहीं भविष्य कि असल जग बैठर सिकएँ, ताकी बे बा जीवन पकणी रहमए जो नेहत्व जीवन हए ।20तिमोथी, जो तोके सुपोगव हए बो चिज अच्छेसे धर । मुर्ख जैसो गनगन और बिरोधी जैसो खण्डन जो झुटो ज्ञान हए, बिनसे अलग रहऔ । 21जे बातके पिच्छु लक्के कित्तो जनै अपन विश्वास को लक्ष्यसे दुर हँए| तिर संग अनुग्रह रहबए ।
1ख्रीष्ट येशूमे भए जीवनको प्रतिज्ञा अनुसार परमेश्वरको इच्छयसे ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे, 2मिर प्यारे बालक, तिमोथीके: परमेश्वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति ।4जब मए तुमके निरन्तर अपन प्रार्थनामे सम्झत हौं,मए परमेश्वरके धन्यवाद देत हौँ, जौनको सेवा मिर पिता पुर्खा करे जैसो मए शुद्ध विवेकसे कर्त हौ 3।तिर आँशु सम्झत् रातदिन तोसे भेटन मेरो उत्कट इच्छा होतहए, और मए आनन्दसे भरन सकौँ। 5मोके तुम्हर निष्कपट विश्वासको सम्झना होतहए। बो विश्वास, जो पहिले तुमरी दादी लोइसमे रहए, और तुमरी अइया युनिसमे तव मोके निश्चित हए, बो विश्वास तुमर मे फिर हए।6जहेमारे मए तुमके याद करबात हौँ, कि मए तुमर उपर हात धरके तुम मिलो भौ परमेश्वरको वरदानके चम्काए राखओ। 7काहेकी परमेश्वर हमके डरको आत्मा नाए , पर शक्ति, प्रेम और आत्मासंयमको आत्मा दैहए।8जहेमारे हमर प्रभुको गवाही देन शर्म मतमनओ, मए, बाको एक कैदी हौ,, पर परमेश्वरको शक्तिमे सुसमाचारके ताहिँ दु:ख भोगनमे तुम सहभागी होबओ । 9बा हमके उध्दार करी रहए, और एकए पवित्र बोलावटसे बुलाई रहए। हमर कामके आधरमे ना, पर बाको अपन इच्छा और अनुग्रहके आधरमे हए, जो बा ख्रीष्ट येशूमे युग-युग अग्गुसे हमके दै रहए । 10जौन अनुग्रह अब हमर मुक्तिदाता ख्रीष्ट येशूको आगमनसे प्रकट करी हए ।जौन मृत्युके नाश करीरहए, सुसमाचारसे कबहु नष्ट नहोन बारो जीबन लातहए । 11जहे सुसमाचारके ताहिँ मए एक प्रचारक, प्रेरित और शिक्षक नियुकत् भव हौँ।12जहेमारे मए जा बात भोगो फिर हौँ। पर मए ना शर्मात हौँ, काहेकी मए कौन उपर विश्वास धरे हौँ सो मए जनत हौं, और मोएँ बिश्वास हए, जौन चिज मए बाके सुम्पो हौँ, बा चिज बोअन्त के दिनसम्म सुरक्षित् धरन बारो हए । 13ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वास और प्रेममे तुम मोसे सुने सच्ची बातको आज्ञाके अपनाबौ । 14तुमके जिम्मा लागओ सत्य हमरमे वास करन बारो पवित्र आत्मासे सुरक्षित् राखए ।15एशियामे होनबारे सबए मोसे बाराने तुमके पतए हए, बे मैसे फुगेलस और हर्मोगेनस पणत् हए। 16प्रभु ओनेसिफरसके घरानाके कृपा करए, काहेकी बे मोके बहुत हौसला दैँ रहँए, और मिर साँकरको शर्म ना मनत रहए, 17पर बे रोममे आएके पिच्छु बहुत ढुणके मोके भिटाने | 18प्रभुके दिनमे बिनके प्रभु कृपा करए और तुमके अच्छेसे पता हए, एफिससमे बे मिर पुरा मद्दत करी रहँए।
1जहेमारे तुम, मेरे बालक, ख्रीष्ट येशूमे भव अनुग्रहमे तागड़े होब।| 2बहुत जनै साक्षीनके उपस्थितिमे तुम मोसे जो बात सुने हौ, बे औरनके फिर सिखान सकन बारे बिश्वासयोग्य आदमीनके सौप देओ।3ख्रीष्ट येशूक असल सिपाही कतामिरसँग दु:ख भोगौ । 4सेनामे भर्ना भव सिपाही और काम ना करत हए, काहेकी बो अपन हाकिमके खुसी रखाए कबाए। 5प्रतियोगितामे नियमबमोजिम भाग ना लेन तक कोइ खेलाडी फिर इनाम ना पए हए ।6परिश्रम करन बारो किसान बालीक पहिलो हिस्सा(भाग) पान पड्त् हए। 7मिर कही बातमे विचार करओ, काहेकी हर बातमे प्रभु तुमके सम्झम बालो ज्ञान देबैगो ।8मरे से जीन्दा भव दाऊद वंशको येशू ख्रीष्टके सम्झना करओ, मए प्रचार करो सुसमाचार जहे हए। 9जौन बातके ताँहि मएँ दोसी जैसो बन्धनमे पणनतक कष्ट भोगो | और परमेश्वरको बचन बन्धनमे ना पणो हए | 10जहेमारे चुनेनके ताँहि मए हरेक बात साहत् हौं, ताकि बे फिर अनन्त महिमा साहित् ख्रीष्ट येशूमे भव मुक्ति प्राप्त कर पामए|11जा कहाई पक्कि हए, अगर हम बाके संग मरहँए तओ, हम फिर बाके संग जिमंगे, 12हम सह्मंगे तओ, हम फिर बाके संग राज्य करंगे, हम बाके इन्कार करंगे तओ, बा फिर हमके इन्कार करहए, 13हम अविश्वासी हँए तओ, बा विश्वासयोग्य रहबैगो, काहेकी बा अपनएके इन्कार ना कर हए।14जा बात बिनके घरीघरि सम्झए देओ, और प्रभुके अग्गु आज्ञा देओ, कि बे शब्दके बारेमे बातचित ना करएँ जौन भलाइ कर्त न, पर केवल सुननबारेके नुक्सान पुगातहए | 15शर्मान ना पणए और सत्यको वचनके ठीकसे प्रयोग करन बारे कामदार जैसे अपना अपनएके परमेश्वरमे ग्रहणयोग्य बानन भरमग्दुर प्रयत्न करओ।16भक्तिहीन बात त्यागओ, काहेकी जा से आदमीनके और जद्धा बिनाभक्ति घेन लए जए हए । 17बिनको बातचित सणोँ घाउ हानि फैलत जात हए । बिन मैसे हुमेनियस और फिलेतस हँए । 18पुनरुत्थान अग्गु हुइगओ हए करके जे सत्यसे तर्के हँए , कित्तो जनैनको विश्वासके त जे खलबलाए रहेहँए ।19"पर परमेश्वरको दृढ जग खड्ए रहातहए, और बा मे जा छाप लागो हए, “प्रभु अपन जातिके चिन्तहए,” और "प्रभुको नाउँ लेन बारे जित्तो अधर्मसे दुरए रहबएँ ।” 20बणो घरमे सोनो और चाँदीके बरतन इकल्लो ना होतहँएँ, पर कठ्ठा और मट्टीके फिर बारतन होतहँए, कोइ आदर और कोइ अनादरके ताहिँ प्रयोग होतहँएं । 21जो चिज अनादरके हँए, अगर कोइ बासे अपनएके शुध्द करैगो तओ, बा आदरको कामके ताहिँ एक पात्र बनैगो, और घरको मालिकके ताहिँ चोखो, उपयोगी, और कोइ असल कामके ताहिँ तयार रएहए ।22जहेमारे जवानीके अभिलाषा त्यागओ, और शुध्द ह्रदयसे प्रभुको नाउँ लेनेके संगसंग धार्मिकता, विश्वास, प्रेम और शान्तिको लक्ष्य राखओ । 23पर मुर्ख और बेसमझको सवाल जवाफके इन्कार करओ -तुम जान्त हौ जिनसे लाडई होतहए ।24परमेश्वरको सेवकके लणन्का होन ना पड्त हए, पर बे सब के ताहिँ दयालु, योग्य शिक्षक, सहनशिलत होनपड्त हए । 25और नम्रता साथ अपन विरोधीनके सुधार्न बारो होन पड्त हए, और शायद परमेश्वर बिनके पश्चात्ताप करन, सत्यताके बुझन ज्ञान देतहए । 26और बे चेतना पाएके दियाबलसके फन्दासे उमकंगे, जौन बिनके बाको इच्छाअनुसार चलनके कैदी बनाए हए ।
1पर जा याद करओ, कि आखिरी दिनमे डरलागन बारो समय अबैगो । 2काहेकी आदमी अपनए इकल्ले माया करन् बारे, रुपैया पैसाको लालच करन बारे, घमण्डी, ढिट, औरको बदनाम करन बारे, अइया-दौवाको आज्ञापालन ना करन बारे,बिना गुन भए और अपवित्र, 3स्वाभाविक प्रेमनभएके, खुशी ना कर पनबारे, औरेको बिजरो करन बारे, दुरचारी, क्रूर, अच्छी बातके घिणना करन बारे, 4विश्वासघाती, उत्ताउला, अहङाकारसे फुले, परमेश्वरसे जद्धा सुख-विलासके प्रेम करन बारे,5भक्तिको भेष लेनो, पर बाको शक्तिके इन्कार करन बारे होमंगे । अइसे आदमीनसे अलगए बैठओ । 6काहेकी बिन मैसे कोइ-कोइ घर-घर घुसके पापसे थिचरे और बिभिन्न पापके कब्जामे पणे कमजोर बैयरनके अपन अधीनमे करत हँए । 7जौन बैयर सिखन त सदामान सिखत हँए, पर सत्यको ज्ञानमे कबहु आए ना पात हँए ।8जैसे यान्नेस और याम्ब्रेस मोशाको विरोधमे खडा भएहँएँ ,आइसीयए जे झुठे शिक्षक सत्यके विरुद्धमे खडा होतहँएँ । बिनकी मन भ्रष्ट हुईगईहए, औ बे विश्वासके इन्कार कर्त हँए , 9पर बे अदमीऔर जद्धा ना टिकंगे , काहेकी बे दुई आदमीको जैसो बिनको मुर्खता सबए के ठिन प्रकट हुइहए ।10अब त तुम मिर शिक्षा, मिर बानी, मिरजीवनको लक्ष्य, मिर विश्वास, मिर धैर्य, मिर प्रेम, मिर स्थिरता , सहनशक्ति, 11मिर सतावटके और मिर कष्टनके एन्टिओखियामे, आइकोनियामे और लुस्त्रामे मिर उपर का पणन आओ और कैसे-कैसे सतावट सहो, ताहु फिर बे सबएसे प्रभु मोके बचाई। 12ख्रीष्ट येशूमे भक्तिसाथ जीवन बितानके इच्छा करन बारे आदमी सतावटमे पणत हँए। 13पर दुष्ट आदमी और ठगान बारे और खराब होत जयहँए,बे दुस्रेक दिमाक खराब करहँए और अपन फिर औरेनसे दिमाक खराब करबैहँए ।14पर तुम त अपनए सिके और दृढसंग विश्वास करे जे बातमे लागेरहौ| बे कौनसे सिकेहौ, सो तुम अपनए जान्त हौ । 15तुम बालक काल से पवित्र-धर्मशास्त्रसंग परिचित हौ, जौन ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वाससे मुक्तिके ताहिँ तुमके बुद्धिमान बनाए सकत हए।16सबए पवित्र-शास्त्र परमेश्वरको प्रेरणासे भव हए, और जा सिकानके, अर्ती देनके, सच्यानके, धार्मिकतामे तालिम देनके ताँही लाभदायक होतहए, 17ताकि परमेश्वरको जन हरेक आच्छो काममे पूर्ण रुपसे उत्साहित हुइके शुद्ध होबए।
1परमेश्वरके सामने और जिन्दा और मरेनको इन्साफ करन आनबारो ख्रीष्ट येशूके सामने, और बाको आगमन और राज्यके ध्यानमे धरके मए तुमके कडा आज्ञा देत हौँ: 2वचन प्रचार करओ, सजिलो और असजिलो दुनए बखतमे तत्पर बैठओ। सबए किसिमको धैर्यमे और शिक्षासे सुधारौ, दरपऔ और उपदेश देऔ।3काहेकी अइसो समय आए रहोहए, जब बे ठीक शिक्षाके ना सहान बारे होमंगे । पर अपनएऔर के मन पणि बात इकल्लो सुनन चाहंगे, और अपन रुचीअनुसार शिक्षा देन बलो शिक्षकसे घिरङ्गे।, 4और सत्य बात सुननसे बारए जए हँए, कहानी घेन घुमके चले जए हँए। 5पर तुम दरिलो होबौ, कष्ट भोगओ, प्रचारको काम करओ, अपन सेवा पुरा करओ।6काहेकी, मए त पुजनाके रुपमे अर्पण होन लागो हौ, और बिदाइको बेरा आइ गओ हए। 7मए उत्तम लणई लणो हौँ। मए दौड सकाए डारो हौँ| मए विश्वासके बचाए रहो हौ। 8मिर ताहिँ धार्मिकताको मुकुट धरोहए, जो धार्मिकताको न्यायधीश प्रभु बा दिन मोके देबैगो, और मोके इकल्लो नाए, पर बाको पुनरागमनके प्रिय मानन् बारे सबके देबैगो।9मेरे ठिन आनके भरसक कोसिस करओ। 10काहेकी डेमास जा वर्तमान संसारके प्रेम करी मोके त्यागके बा थेस्लोनिकेमे गओ हए| क्रेसेन्स गलातियामे गव हँए, और तीतस त दलमातियामे।11लुका इकल्लो मिर संग हए| मर्कूसके ढुणके तुमरे संगए लाबओ, काहेकी बा मिर सेवा करनमे खुबए जुगणी हए। 12पर तुखिकसके मए एफिससमे पाठओ हौँ। 13त्रोआसमे कार्पस ठिन मए छुडो पिछौडा और किताबनके विशेष करके चर्मपत्रनके तुम आबौ तौ तुमरे संग लैके आओ।14तमौटे अलेक्जेन्डर मोके बहुतए खराबी करी| प्रभु बाके बाको कामअनुसार बदला देबैगो| 15बासे तुम फिर होशियार वैठओ, काहेकी बा हमर प्रचारको घोर विरोध करी| 16मिर पहिलो प्रतिवादमे कोइ मिर पक्ष लै ना, पर सब मोके त्यागीँ जा बातको दोष बिनके ना लागए !17पर सब अन्यजाति सुन सकएँ कहिके प्रभु मेरे सँगमे खणा भव, और सबए रुपसे वचनको धोषणा करन मोके शक्ति दै| और मए बघटाको मुहूसे छुटकारा पओ| 18प्रभु मोके सब खराबीसे जुगाई हए, और बाको स्वर्गीय राज्यके ताहिँ मोके उध्दार करैगो| बाके सदासर्वदा महिमा होबए| आमेन|19प्रिस्कीला और अकिलासके और ओनेसिफरसके घरानाके अभिवादन कहिदिओ। 20इरास्तस कोरिन्थमे बैठो,पर त्रोफिमसके त मए मिलेटसमे बेमारी हालतमे छोणो। 21हिउँतसे अग्गु आनके भरसक्त कोसिस करओ| युबुलस तुमके अभिबादन पठाइ हए, और पुडेस, लिनस, क्लौडिया और सब भैया फिर। 22प्रभु तुमर आत्मा संग रहबए| तुमरसंग अनुग्रह रहबए।
1परमेश्वरके सेवक और येशू ख्रीष्टके प्रेरित पावल परमेश्वरसे चुनेभए आदमीनको विश्वासके सुरुवात करन और सत्यताको ज्ञानके सुरु करन जौन भक्तिसे सहमत होतहए 2अनन्त जीवनको बादामे ,सत्य परमेश्वर समयके सबए युगसे पहिले प्रतिज्ञा करीहए । 3ठिक समयमे हमर मुक्तिदाता परमेश्वरको आदेशजैसो मोके प्रचार करन सौँपोभौ सन्देशसे बा अपन वचन प्रस्ट करी ।4एकए विश्वासमे भौ मिर साँच्चो बालका तीतसके परमेश्वर पिता और हमर मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह औ शान्ति । 5तुम जो चिज अभेतक पुरा ना भव हएँ बाकी व्यवस्था करौ और मएँ तुमके बताऔ जैसो सबए सहरमे एल्डर बनाँऔ कहिके मएँ तुमके क्रेटमे छोड़ो।67एल्डर पवित्र, एकए बैयरको लोगा,6 एल्डर एक बैयरको लोग और दोषरहित और अइसो आदमी होबए, जौनक लौणा-लौणिया विश्वासी होमए, और चरित्रहिन और अनाज्ञाकरी नाए होमए| 7 काहेकी परमेश्वरको कारिन्दा भव के करण बिशपचाहिँ दोषरहित और होन पणत हए| बे हठी और झट दिकन बारे नाए होमए, और मतवाला,और झगडालु और धनको लोभी नाए होन पणत् हए8पर पाहुना सेवा करनबारे भलाईको प्रेमी, अपनएके वशमे धरन बारे, इमान्दार, पवित्र और संगमी होन पडत् हए । 9बिनके सिखओ विश्वासयोग्य वचनमे बे बलियो हुइके बैठन पडत् हए, ताकि बिनको पक्का सिध्दान्तअनुसार शिक्षा देन सिकओ और बे बातको खण्डन करके झुटा साबित करन सिखँए .10काहेकी बहुत आदमी औरके अधीनमे ना वैठन बारे, बकवादी और छली होतहएँ, और बिषेश करके खातनाबाले त अइसी होतहए, 11यिनको मुख बन्द करन पणैगो, काहेकी बे निजि लाभके ताहिँ सारा परिवारके खलबल्याए देतहएँ | अइसो शिक्षा बिनके ना देन रहए ।12"बे मैसे एक जनै बिनके अगमवक्ता कहि रहए, " क्रेटके आदमी सबदिन झुट बोल्नबारे, दुष्ट जनवार और अल्छी घिचुवा हँए।” 13जा गवाही सच्चो हए| जहेमारे बिनके करेसे हप्काओ, ताकि बे विश्वासमे पक्का होमए,।14और सत्यताके इन्कार करके आदमीनके आज्ञा और यहूदी दन्त्यकथामे ध्यान मत लगओ|15सुध्दनके सब चीज सुध्द हए, पर असुध्द और अविश्वासनके चाहिँ कोइ बात फिर सुध्द नैयाँ, पर बिनको मन और विवेक समेत भ्रष्ट भव हए। 16तुम परमेश्वरके चिने हौँ करके कहन त कहत् हौ, पर बे अपन कामसे बोके इन्कार करत् हौ| बे घिणना और अनाज्ञाकारी हँए, और कोइ फिर असल कामको ताहिँ योग्यके होतए नैयाँ।
1तुम चाहिँ जो पक्का धर्मीक-सिध्दान्त सुहन बारो हए बहे सिखओ| 2बुठे आदमीनके संगमी, गम्भीर, समझदार, विश्वासमे पक्का, प्रेम और धर्यमा पक्के होन सिखओ|3अैसी करके बुढिया बतोरी नाए,सदामान अपनेके इज्जतदार बनान पडत हए।बिनके दारु पित ना रहन पडत हए। 5बिनके जबान बैयरके बिनको सोचमे प्रेम करन हौँसला देन,समझदार होन, 4शद्ध, अच्छेसे घर सम्हारन बालि और बिनको लोगाके आज्ञा पालन करन , जो अच्छो हए बहे सखान पडत हए, ताकि परमेश्वरको वचनको खिल्ली ना उणाएँ।76अैसी करके जबान आदमीनके फिर आत्मसंयमी होनके अर्ती देओ । सब बातमे असल कामको नमुना हुइके तुम अपनएके दिखओ, और तुमर शिक्षामे इमानदारी गम्भीरता, शुदध 8और कोइको निन्दा ना करन ठीक बोली होबए, ताकि हमर बिरुध्दमे खराब बोल्न बारी बात कुछ ना हुइके हमर विरोधी शर्ममे पड्ए |9टहालुवा सबए बातमे बे अपन मालिकको आज्ञा पालन करएँ ।बे अपन मालिकके खुसी करन प्रयास करनपड्तहए,और बिनकेसंग विवाद ना करएँ,। 10बे चोरी ना करएँ पर पूर्ण रुपमे बे हमए मुक्तिदाता परमेश्वरको धार्मिक-सिध्दान्तको शोभा बढामए ।11काहेकी सब आदमीनको मुक्तिके ताहिँ परमेश्वरको अनुग्रह प्रकट भव बातके हम पान प्रतिक्षा करत,सबए जौने मुक्ति लान असल परमेश्वरको अनुग्रह देखा पड़ोहए , 12और हमके अधार्मीकता और संसारिक इच्छानके इन्कार करन औ जा युगमे समझदार । 13धार्मिक और ईश्वरीय जीवन जिनके तालिम देत हए ।14येशु महके अधार्मिकतासे छुणान और अपनी ताहिँ जो ठिक हए बेहे करन इच्छुक अच्छे आदमी या शुद्ध बनान अपनेके हमर ताहिँ दैहए।15जे बात बताऔ और उक्साबौ, और अधिकारसहित सुधारौ। तुमके कोईफिर बेजत ना करए।
1शासक और अधिकारीके अधिनमे रहन, बिनकि बात मानन और हरेक अच्छो कामके ताहीँ तयार बैठन, 2कोइक खिल्ली नाउणान, कचकचसे अलग रहन, औरे आदमीके अपन-अपन डगरमे नेगन और सब आदमीक नरम दिखान याद करबाऔ।3काहेकी एक चोटि हम फिर लापरवाह, अनाज्ञाकारी रहँएँ। हम बराने और गजब किसिमके खराब इच्छा और आइसोरामको नोकर रहएँ। हम दुष्टता और हिर्समे जित रहँएँ।हम घृणित और एक दुस्रेक घृणा करन बाले आदमी रहँएँ।4और जब परमेश्वर हमके बचान बालोको दया और मानव जातिनके ताहिँ बाको प्रेम दिखानो 5,हम धार्मीकतामे करो कामसे नाए और बाको कृपा जैसो नयाँ जनमसे हँदबाएक और पवित्र आत्मासे नयाँ करके बा हमके बचाइ हए।6हमए बचान बालो परमेश्वर येशू ख्रीष्टसे हमर उपर पवित्र आत्मा गजब अखनाइँ । 7तव बाको अनुग्रहसे धर्मी बन्के अनन्त जीवनको पक्को उत्तराधिकारी भए।8जे वचन विशवास करन लाएकको हएँ। मए चाँहत हौँ बे जे बातनके बारेमे दृढतासे मस्कएँ ,ताकि परमेश्वरमे भरोसा करनबाले बा उनके अग्गु अच्छीबात करनघेन मन लगामएँ। आदमीके ताहीँ जे सब बात अच्छी और फाइदा करन बाली हएँ।9तव मुर्ख बाद- बिबाद, वंशवाली, फुट और व्यवस्थासम्बन्धी झगडासे अलग बैठओ, काहेकी बे बेफाइदा और व्यर्थके हँए । 10फुट ल्यान बारो आदमी चाहिँ एक और दुई चोटी चेताउनी दैके पिछु बाके संग और कोइ सरोकार मतकरीओ 11जा जानके कि अइसो आदमी भ्रष्ट और पापी हए | बा पाप करतहए और अपनएके दोषी ठहिरात हए |12जब मए अर्तीमास या तुखीकसके तुमर ठीन पठएहौँ, जल्दी करौ, और निकोपोलिसमे आबौ, जहाँ मए हिउँद कटानको निर्णय करो हौँ। 13जल्दी करौ, और कानुनको बारेमे जानन बारो जेनास और अपोल्लोसके बिनके चाँहन बारो सब चिज दैके पठाऔ।14हमर आदमी जरुरी खाँचा पुरा करन बालो अच्छो काममे अपने लगन पणत हए, कहेकी बे आसफकल ना होँएँ।15मिरसँग के सबए तुमके अभिवादन पठाईँ हएँ। विशवाससे हमके प्रेम करन बारेनसे अभिवादन कहिदेऔ। तुम सबएसँग अनुग्रह होबए। आमेन।
11 ख्रीष्ट येशूको कैदी पावल और हमर भैया तिमोथी, 22 हमर प्यारो सयोगी फिलोमन, हमरी बहिनिया अप्फिया और हमर संगी-निवासी अर्खिप्पस, और तुमरो घरके मण्डलीनके: 33 तुमके अनुग्रह और हमर पिता परमेश्वर और प्रभु येशू ख्रीष्टसे शान्ति!4मिर प्रार्थनामे जब मए तुमके समझना करत् हौँ, तव मए मिर परमेश्वारके सब समय धन्यबाद देतहौँ| 5काहेकी प्रभु येशू उपरको तुमरो विश्वासके बारेमे और सन्त घेन तुमरो प्रेमको बारेमे सुन्त हौँ। 6मए प्रार्थना करत् हौँ कि तुमरो विश्वासको कारनसे ख्रीष्टमे भए हमर सब असल बातको ज्ञानको बृध्दि कर पामए| 7मिर भैयओ, तुमरे प्रेमसे मए बहुत आनन्द और सान्ति पाओ हौ, काहेकी तुमसे सन्त- नके ह्रदय फिर ताजा भव हए ।8तुमके का करन पणेहए, सो करन आज्ञा देन ख्रीष्टमे मोके साहस भव ताहु फिर, 9राेमको ताहीँ मए तुमके बरु अनुरोध करन चाहत हौ: मए, बूढो पावल, और हबए ख्रीष्ट येशूको एक कैदी:10मिर लौणा ओनेसिमसके ताहिँ मए निबेदन करत् हौँ, जौनके ताहिँ मिर कैदी अवस्थामे मए पिता बनो हौ। 11बे अग्गु तुमरे ताहिँ बेकामके रहए, पर हबए तुमरे ताहिँ और मिर ताहिँ फिर काम लागन बारो भव हए। 12मए बोके, जो मेरो अपने ह्रदयको टुक्रा हए, तुमरे ठिन घुमए देतहौ। 13बिनके मिर संग धरनके मए खुशी होतो, काहेकी सुसमाचारके ताहिँ मिर बन्दी अवस्थामे तुमरे बदलामे मेरो सेवा करन सिक्तो,14पर तुमर अनुमति बिना मए कुछु नाए करन चाहत हौँ, ताकि तुमर भलाइ करकापसे करो नाए होबए, पर तुमर अपनि ईच्छासे होबए। 15शायद तुमसे कोइ समयके ताहिँ बिनसे अलग भव रहए, ताकि बे सबदिन तुमर संग वैठ पाबए- 16अब उइसो कमैया जैसो नैयाँ, पर कमैयासे जद्धा, प्यारो भैया जैसो, बिशेस करके मेरे ताहिँ, और जद्धा शरीरमे और प्रभुमे समेत, तुमरे ताहिँ।17जहेमारे अगर तुम मोके अपन साझेदार सम्झतहौ करके मोके कता बिनके ग्रहण करओ। 18अगर बे तुमके कोइ फिर खराबी करेसे फिर, और कोइ चिजको ॠणी हए तव, सो मिर हिसाबमे धरदिओ। 19मए पावल, अपन हातसे जा लिखतहौँ। बो ॠण मए स्वयम् तिरदेहौ। तुमके कहान नाए पणैगो, कि अपन ताहिँ फिर तुम मिर ॠणी हौँ। 20प्यारो भैया तुमसे प्रभुमे कोइ फाइदा पाबए करके मए चाहतहौँ| ख्रीष्टमे मिर ह्रदय फिर ताजा बानए देओ।21तुमर आज्ञापालनमे भरोसा धरके मए मगेसे जद्धा करेहौ करके मए तुमके लिखतहौँ। 22संगए मिर ताहिँ एक पाहुना-कोनो ठीक करि दिओ, काहेकी तुमरे प्रार्थनासे मए फिर तुमरे ठिन आन चाहतहौ करके आशा करत् हौँ।23येशू ख्रीष्टमे मिर संगी-कैदी इपाफ्रास तुमके अभिबादन पठाई हए। 24उइसी करके सयोगी मर्कुस, अरिस्तार्खस, डेमास और लुका फिर 25प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरे आत्मासंग रहबए।
1परमेश्वार और येशू खीष्टको सेवक याकूबसे: ठाउँ-ठाउँमे बिग्दे भए बाह्र कुलनके अभिवादन । 2मीर भैया रेओ तुमर उपर मेलमेल के आफतबिफत आएपडेसे बिनके पुरो आनन्दकि बात सम्झऔ । 3काहेकी तुम जान्त हौ, तुमरो विश्वासको जाँच धैर्य उत्पन्न करत् हए ।4धैर्यको पुरा काम करन देओ, ताकि तुमर मे कोइ बातको अभाव नाए हुइके तुम परिपक्को और पूरो होबओ । 5पर तुमरमैसे कोइके बुद्धिकि जरुरत हयकहेसे उद्धार चितसे नदिक्कान बारो प्रभुसेबा मागय बा बाेके देबैगो।6पर बो एकु फिर शंखा नाए करके विश्वासकेसाथ मागए । शंखा करन बारेनके आँधी गिरात बैठात् करत् समुन्द्रको लाढुरा जैसो हुइहए । 7अइसो आदमी जा नाए सोचए, कि बो प्रभुसे कछु पए हए । 8काहेकी दोहोरो मन भव आदमी बाके सब चालचलनमे अस्थिर होत हए ।9दीन अवस्थाको भैया अपन उँचो अवस्थामे गर्भ करए, 10और धनी त अपने दीन अवस्थामे गर्भ करए, काहेकी आदमी घाँसको फुला जैसो अइलिआए जात हए । 11काहेकी चटक्का घामुसे दिन निकर्त हए, और घाँसके अइलबाए देत हए | फुला झर्त हए और बाको सोभा नष्ट होतहए । उइसीअए धनी आदमी फिर अपन कामधन्धामे नष्ट हुइके जात हए ।12बो आदमी धन्य हँए, जो आपत- विपतमे अटल रहात् हए, काहेकी जाँचको सामना करके पिच्छु बो जीवनको मुकुट पए हए, जो परमेश्वार बोके प्रेम करन बारेनके देनके बाचा करी हए । 13परीक्षा होत कोइ फिर अइसे नाए कहाबए, “परमेश्वारसे मिर परीक्षा भव हए ।” काहेकी कोइ खराब चीजसे परमेश्वारको परीक्षा होत नैयाँ, और बो अपनए कोइ कि फिर परीक्षा कर्त नैयाँ ।14पर सब आदमी अपन खराब इच्छासे लोभसे परीक्षामे पड्त् हए । 15तव खराब इच्छासे गर्भधारण करके पिच्छु बो पाप जन्मात हए । और पाप पुरो बढके पिच्छु बो मृत्यु लात हए । 16मिर प्यारे भैया तुम, धोखामे मत पड्ओ ।17सबए अच्छो दान और सब सिध्द वरदान स्वर्गसे हए, जा वरदान ज्योतिको पितासे आत हए । बादलत रहन बारी छाहीँ जैसो बामे कोइ हेरफेर नैयाँ । 18बो अपने इच्छासे सत्यको वचनसे हमके जन्म दैहए, जा हेतुसे कि हम बाको सृष्टिको एक पहिलो फराजैसो बन्न सिकएँ ।19मिर प्यारे भैया, जा बात जानऔ: सबए आदमी सुन्नमे जल्दी, बोलनमे ढिलो और दिक्कनमे मद्दो होन पणत् हए । 20काहेकी आदमीको दिक्क परमेश्वारको धार्मिकता लात नैयाँ । 21जहेमारे सब खराब बात और सब दुष्टताके हटओ, और तुमर ह्रदयमे बुओ वचनके नम्रता पुर्वक धारण करओ, जौन तुमरो प्राणके उध्दार कर सिकत हए ।22पर वचन पालन करन बारे होबओ, और सुन्नके अपनएके धोखा मत देबओ । 23कोइ आदमी वचन सुन्त हए पर पालन नाए करत् हए तव, बो एक अइसो आदमी जैसो हए, जौन अपन चेहरा दरपनमे देख्त हए, 24काहेकी बो अपनएके देखत् हए और चलोजात हए, और बो कैसो रहौ करके बो तुरन्त भुल जात हए । 25पर बो आदमी जौन स्वतन्त्रता देन शुध्द व्यवस्थाके देख्त हए और बामे लागो रहात् हए, और सुनके भुलत् नैयाँ पर काम करनबारो फिर होतहए, बो तौ अपने करे काम मे आशिष पए हए ।26अगर कोइ आदमी अपनएके धर्मी साम्झत हए, और अपन जिभमे लगाम लगात नैयाँ, तव अपन ह्रदयके धोखा देतहए तव बो आदमीको धर्म व्यर्थ हए । 27परमेश्वार और पिताके अग्गु शुध्द और पवित्र धर्म जहे हए: अनाथ और विधुवानके बिनके दुःखमे रेकदेख करीओ और अपनएके संसारसे निष्कलं रखैओ ।
1मिर भैया रेओ, प्रभु येशू ख्रीष्ट, महिमाको प्रभु उपर तुम विश्वास करत् हौ तुम कोइ उँचनिच मत दिखओ । 2अगर कोइ आदमी सोनोक उगठी और अच्छो-अच्छो कपणा लगएके तुमरे सभामे आओ, और कोइ एक जनै गरीब फिर फटोफटओ कपणा लगाएके आओ तव, 3"तुम बो अच्छो कपणा लगान बारेके आदर करके, “हियाँ अच्छो ठाउँमे बैठओ" कहात हौ, और बो गरीबके चाहिँ "हुवाँए ठाढो रहौ"चहुँ "मिर पाउठिन वैठ" कहातहौ तव, " 4का तुम अपनि बीचमे उँचनिच नादिखए और खराब विचार भए नेव करन बारे नाभएका?5? मिर प्रिय, सुनओ, का परमेश्वार संसारके गारीबनके विश्वासमे धनी बनाएके बा राज्यके उत्तरधिकार होनके चुनिका नायाँ? बहे राज्य बोके प्रेम करन बारेनके बो देनके प्रतिज्ञा करीका नायँ? 6पर तुम ता गरीब आदमीनके अपमान करेहौ । का धनी तुमके अत्याचार नकरत् हय? का बे तुमके अदालतमे लैजत नैयाँ? 7का बे बहे आदरणीय नाउँको अपबाद करत् नैयाँ का, जौन नाउँसे तुम बोलावट पाए हौ?8"अगर अपन पणोसीके अपनए कता प्रेम करओ" करके पवित्र-धर्मशास्त्रको राजकीय व्यवस्थाके नेहत्व पुरा कर्त हौ तव असलए करत् हौ ।" 9अगर तुम भेदभाव दिखत हौ तव तुम पाप करत् हौ, और व्यवस्थासे अपराधी ठैहेर्त हौ ।10। काहेकी जौन पुरो व्यवस्था पालन करत् हए पर एक बातमे चुक्त हए तव, व्यवस्थाके सब बातमे दोषी ठैहेर्त् हए । 11"काहेकी जौन "व्यभिचार मत करए" कहिहए, बा "हत्या मत करओ" फिर कहि । और अगर तुम व्यभिचार नाए करेहौ पर हत्या करेहौ तव, तुम व्यवस्थाके अपराधी हुइहौ । "12जहेमारे तुमर बोली और व्यवहार स्वतन्त्रताको व्यवस्था बमोजिम न्याय पानबारे जैसे होबओ । 13काहेकी जौन आदमी कृपा करी नैयाँ, बाको न्याय कृपाविना हुइहए । कृपा न्याय उपर बिजय होत हए ।14"मिर भैया तुम, अगर कोइ आदमी "मेरे ठिन विश्वास हए" कए हए, पर काम नाए करेहए तव, जासे का फाइदा? का बाको विश्वास बाके बचाए पए हए? " 15अगर कोइ भैया या बाहिनिया फटे-फटाए कुर्ता लगाए हए, और बोके दिनको खानुको कमि हए, 16"और तुमर मैसे कोइ बोसे,शान्तिसे जाव, भरक्के बैठीए, पेट भरके खाओ" इकल्लो कएहौ, पर " 17अइसी विश्वास फिर काममे प्रघट हुइहए नाए तव बो विश्वास मरो हए ।18पर कोइ कए हए, “तुमर संग विश्वास हए, मिर त काम हए ।” काम बिनाको तुम्रो विश्वास मोके दिखओ, और मए करो कामसे मए अपन विश्वास तुमके दिखए हौ 19तुम विश्वास करत् हौ कि परमेश्वार एकए हए | बो अच्छो हए । भूतात्मा फिर विश्वास करत् हए और थरथर कामत् हँए । 20मुरख तुमर, कामविनाको विश्वास व्यर्थ हए करके बातको प्रमाण चाँहत हौ?21जब हमर पुर्खा अब्राहम अपन लौणा इसाहकके वेदीमे अर्पण करीं, तव बे कामसे धर्मी नाएठहिरे का? 22तुम देख्त हौ, कि बिनको कामके संगसंग विश्वास पक्को रहए, और कामसे नाए विश्वास पुरो भव रहए । 23"पवित्रधर्मशास्त्रको अइसो कहान बारो वचन पुराे भव, “अब्रहाम परमेश्वारमे विश्वास करी, और जा उनके ताहिँ धार्मिकता गिनो" और बो परमेश्वारको संगी कहलानो । " 24तुम देख्त हौ कि कामसे आदमी धर्मी ठाहिर्तहए विश्वाससे इकल्लो नाए ।25उइसी करके राहाब ब्याभिचारिणी फिर, जब बे गुप्तचरनके सत्कार करके दुस्री डगरपठाए दै, तव कामसे बाे धर्मी ठ्हिरी नैयाँ का ? 26जैसी शरीर आत्मासे अलग होतए मरी होतहए, उइसी करके विश्वास फिर कामसे अलग होत मराे होतहए ।
1भैया, तुमरे मैसे जाधा जनै शिक्षक मत होबओ, काहेकी तुम जान्त हौ, हम शिक्षा देनबारेनको न्याय और अग्ठो से हुइहए । 2काहेकी हम सब तमान भुल कर्त हँए । जौन आदमी अपनए कहान बारी बातमे भुल नाए कर्त हए, बो अपन पुरी शरीरमे फिर लगाम लगान सिक्त हए, और बो सिध्द आदमी होतहए ।3अगर घोणानके बशमे करन बिनके मुहूमे लगाम लगयहँए तव बिनको पुरी शरीरके जितए मन पणो उतै लान सिकैगे । 4देखओ त, जहाज जो तेज हावासे चल्तहँए, बे बण-बण हँए तहुसे फिर एक छोटो पखनासे जहाज चलान बारो अपन इच्छा अनुसार जिताए मन लागो उतै लै जात हए ।5उइसी जीभ फिर एक छोटो अङग् हुइके बणी बणी बात को अभिमान कर्त हए । देखओ, एक छोटि आगीको चिल्गीँ बणाे वनके फिर स्वाहा करदेत हए । 6जीभ फिर एक आगी हए | जा शरीरकी अङग् मैसे अधर्मको एक दुनियाँ हए ।जा पुरी शरीरके खराब कर्त हए और जीवनको पुरी क्रममे आगी लगए देत हए और नरक कि आगीमे बो जल्त हए।7सब किसिमके पशुपक्षी,घिस्रनबारे जन्तु और समुद्रके जीवजन्तुनके तह लगाए सिक्त हए, और आदमी जातिनसे तह लगो हए । 8पर जीभके कोइ आदमी तह नाए लगा पाई हँए । खराब विषसे भरो जा चन्चल दुष्ट हए ।9। जा से हम प्रभु और पिताको प्रशंसा कर्त हए, और जहे से परमेश्वारके रुपमे बने भए आदमीनके हम सराप्त हँए । 10एकए मुहुसे आशिर्बाद और सराप निकर्त हए | मीर भैयओ, अइसो नए होनके हए ।11का पानीको मूलसे एकए नलसे मीठो और तीतो पानी निकर्त हए का? 12मेरे भैयओ, का गुलरके हाँगासे जैतुन और दाखके हाँगामे गुलरके फरा पाए हए का? तीतो पानीके मूलसे मीठो पानी ननिकार हए।13तुमर मैसे बुध्दिमान और ज्ञानी कौन हए? अपन अच्छो जीवनसे बुध्दिको नम्रतामे बो अपनो काम दिखाबए । 14अगर तुमरे ह्रदयमे कपट और स्वार्थी अभिलाषा हए तव जा बातमे घमण्ड मत करओ, और सत्यके झुठो मत बनओ ।15जा बुध्दि स्वर्गसे आनबारी बुध्दि नैयाँ । पर जा त संसारिक, आत्मिक नाय और शैतानिक हए । 16काहेकी जहाँ दिक्क और स्वार्थपूर्ण अभिलाषा होतहए, हुवाँ भाँडभैलो और सब मेल,मेलक भ्रष्ट काम होतहए । 17पर जौन बुध्दि स्वर्गसे आत हए बो पहिले शुध्द होतहए, तव बो शान्तिप्रिय, कोमल, बिचारशील, कृपापूर्ण और अच्छो फरासे भरो, पक्षपातरहित और कपटरहित होतहए । 18शान्ति कायम राखनबारे शान्तिमे बोतहए, और बे धार्मिकताको फसल बटोर्त् हए ।
1तुमरे बीचमे लडाइँ और झगडा कौन बात ल्यातहए? का जा सब तुमर शरीरको अगंमे सङर्ष करन बारे अभिलाषासे का नाआए ? 2तुम इच्छा कर्तहौ, पर तुम पात नैयाँ । तुम हत्या कर्तहौ और लोभ कर्तहौ, पर पात नैयाँ । तुम झगडा कर्तहौ और लडाइँ कर्तहौ | तुमरे संग होत नैयाँ, काहेकी तुम परमेश्वारसे नाय मगत । 3तुम मगत हौ पर पात नैयाँ, काहेकी अपन अभिलाषा पुरा करन् के गलतसे मगतहौ ।4व्यभिचारी आदमीओ, संसारसंगको मित्रता परमेश्वारसँगको शत्रुता हए कहिके कहान बाली बात का तुमके पता नैयाँ? जहेमारे जो संसारसे संगी होन चाहत हए बो अपनएके परमेश्वारको शत्रु बनात हए । 5का तुम जा सम्झतहौ, कि पवित्र-शास्त्र व्यर्थमे अइसो कहिहए, हमरमे परमेश्वार धरी आत्माके ताहिँ बो बहुत दीक करत हए,6पर बा बहुत अनुग्रह देतहए? जहेमारे पवित्र-शास्त्र अइसे कहात हए, “परमेश्वार अभिमानीनको बिरोध करत् हए, पर नम्रनके अनुग्रह करत् हए ।” 7जहेमारे अपनएके परमेश्वारके अधीनमे धरओ । दियाबलसकि विरोध करओ, तव बो तुमर मैसे निकरके भजैगो ।8परमेश्वारके ढिगैँ आओ, और बा तुमरे ढिगै अबैगो । पापीओ! तुम अपने हात चोखो करओ दुई मनके आदमीओ! तुम अपने ह्रदय शुध्द करओ । 9दु:खी होबओ, शोक करओ, और रोबओ | तुमर हँसी शोकमे, और तुमरो आनन्द उदासमे बदलए । 10प्रभुके ठिन अपनएके विनम्र बनाबओ, और बा तुमके उचो बनाबैगो ।11भैयाओ, एक दुसरेके बिरुध्दमे खराब बात मत कहाबओ, औ अपन भैयाके दोष लगात हए बो व्यवस्थाके बिरुध्दमे कहात हए, और बो व्यवस्थाको दोष दिखत् हए । अगर तुम व्यवस्थाको दोष दिखात हौ तव त तुम व्यवस्था बमोजिम चल्नबारे नयहँ, पर व्यवस्थाके न्याव करनबारे हुइगए । 12व्यवस्था देनबारो न्यायकर्ता त एकए हए, जौन बचान और नाश करन् फिर सिक्तहए पर अपन परोसिक दोष लगान बारे तुम कौन हौ?13"आज और कल हम फलानो सहेरमे जयहए, हुवाँ एक वर्ष बितए हँए और व्यापार करके नाफा करेहँए" 14कहानबारे अब सुनओ, कल का हुईहए तुम नाए जन्तहौ । तुमरी जिन्दगी का हए? तुम त् धुवाँ हौ, जो यघरी दिखातहौ, और हरए जात हौ ।15जा के बदलामे त तुमके अइसो कहान रहए, “अगर परमेश्को ईच्छा हुइहए तव हम बचंगे और अइसे उइसे करंगे ।” 16पर हबए तुम अ-अपन शेखीमे धाक लागतहौ । अइसो सब शेखी खराब हए । 17जहेमारे जौन भलाइ करन् जानके फिर नाए कर्तहए बो पाप कर्तहए ।
1धनी आदमी! सुनओ, तुमरे उपर आए पणन बारे कष्टनके ताहिँ रोबओ और विलाप करओ । 2तुमर धन सड़ो हए, और तुमर लत्ता किरक् खबो हए । 3तुमर सोनो चांदीमे काइ लागो हए, और बहे काइ तुमर बिरुद्धमे साक्षी हुइ हए, और आगी हानी तुमर शरीर खए हए | तुमर ताहीँ दिन के धन जम्मा करे हौ ।4। जौंन खेतके आदमी तुमर खेत को बालि काटी हए,बो धोका बाजी करके नाए दै तुमारो ज्याला कहैगो, और बो बालि काटन बालेक पुकार सेना को परमप्रभु को कान तक पुगो हए । 5तुम जा पृथ्वीक सुख विलास और मोजमज्जा मे मस्त हुइके बैठे हौ । 6तुमर विरोध नाए करन बारे धर्मात्माके दोषी ठहराईके तुम मारे हौ7जहेमारे भैया रेओ, प्रभु को आगमन नाए होन तक धैर्य धारण करओ । देखओ भूमीक बहुमुल्य फल को आशा करके तुम अग्गु और पिच्छुक बर्ष नाए होनतक धैर्य धारण करके आसरा देखत रहात हएँ । 8तुम फिर धैर्य धारण करओ ।अपन हृदयके स्थिर करओ, काहेकी प्रभुको आग्मान ढिॅगै आइगव हए ।9भैया रेव एक दुसरे के बिरुद्ध मे गनगन मत करओ, नत् तुम दोषी ठहरैगे, देखओ न्याएकर्ता फाटक मे हए । 10भैयओ, कष्ट भोग और धैर्यको उदहारण कैसे होन पाडत् हए, सो प्रभुक नाउमे मस्कन बारे अगमवक्ता के देखओ । 11देखओ धैर्य धारण करन बारेके हम धन्यको काहत हँए, अय्युबको स्थिरताके बारेमे सुने हौ, और प्रभुके अभिप्राय देखे हौ, कि प्रभु कित्तो करुणामय और कृपालु हए ।12" मिर भैया तुम सब से अग्गु स्वर्गको या पृथ्वीको और कोइ बात को कसम मत खाओ, पर दोषी ठहरनके तुमर 'हए' त 'हए' और "नाय" - त "नाय" होबए ।"13का तुमर मे कोइ कष्ट भोगत हय? बो प्राथना करए । का कोइ आन्दित हए? बो प्रशंसाको गित गाबए । 14का तुमर मैसे कोइ बिमार हए? बो मण्डलीके एल्डरके बुलाबए । बे प्रभुके नाउँमे बोके तेलसे अभिषेक करके बोकि ताहिँ प्रार्थना करए । 15और विश्वासको प्रार्थना से बेमारिक बचए हए ।, और प्रभु बोके अच्छो बनाए हए, और अगर बो पाप करी हए कहेसे बोके क्षमा हुइहए ।16जहेमारे एक दुसरे संग अपन अपन पाप स्वीकार करओ । तुम अच्छो होन ताहिँ एक दुसरे के ताहिँ प्रार्थना करओ । धार्मि आदमी को प्रार्थना शक्तिशली और प्रभावशाली होतहए । 17एलिया फिर त हाम्री हानि स्वभाव भव आदमी रहए । बे पानी नाए बर्षए कहिके भक्ति साथ् प्रार्थना करिरहए और तिन बर्ष छ महिना तक पृथिवीमे पानी नए बर्षओ । 18बो फिर प्रार्थना करी, और बादर से बर्षा हुइगओ, और जमिन उब्जनी दै ।19मिर भैया रेव, अगर तुमर मैसे कोइ सत्य से भडकके जात कोइ बाके घुमाएके लिअए हौ कहेसे । 20बो जानए कि जौन आदमी पापी बोके गलत डगरसे घुमाएके लाबैगो, मृत्यूसे बचाबैगो और अनगिन्ती पापके तोपैगो ।
1येशू ख्रीष्टको प्रेरित पत्रुससे पोन्टस, गलातिया, कापाडोकिया, एशिया और बिथिनिया भर निर्वासित भए बिगदे भएनके, 2येशू ख्रीष्टको आज्ञापालन और बाको खुनको छिटाके ताहिँ पवित्र आत्मासे शूद्द हुइके परमेश्वर पितासे बाको पुर्वज्ञान अनुसार चूनेभएनके: अनुग्रह और शान्ति प्रशस्त होत जाबए ।3परमेश्वर और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता धन्यको होबए ! बाको बडो दयासे मरके येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे एक वचोभव आशाके ताहिँ हम नयाँ करके जन्मे हए । 4स्वर्गमे तुमर ताहिँ बचाइके धरे भए उत्तराधिकार खतम नाहोनबारे, बहुत शुद्द और नाऔलियान बारे किसिमके हँए । 55 आखिर समयमे प्रकट होनबालि मुक्तिके ताहिँ तुम विश्वाससे परमेश्वरको शक्तिसे सुरक्षित बनेहओ6तुम जहे बातमे खुशी हौ,पर हबए थोरी समयके ताहिँ तुमए तमान किसिमके कष्ट भोगन पड़हए । 7आगीसे खारो पर नाश हुइके जानबारो सोनेसे फिर तुमर विश्वास जद्धा मोलको हए । तुमर जा विश्वास त सच्चो प्रमाणित होबए, और येशू ख्रीष्ट प्रकट होबएगो तओ प्रशंसा, महिमा और आदरको योग्य बनए ।8तुम नादेखे तहुं फिर बाके प्रेम करतहौ । बाके तुम हबए ना देखेहौ, तंहु फिर बाके उपर विश्वास करतहौ और बयान करन नसकन बारी महिमासे भरपुर आनन्दमे तुम बहुत खुशि हओ । 9तुमर विश्वासको परिणामसे तुम अपनो आत्माको मुक्तिकी पात हौ । 10तुमरे ताहिँ होन आनबारो अनुग्रहके बारेमे अनुग्रहके अगमवाणी बोलन अगमवक्ता जहे मुक्तिक ढुणि और तलास करी रहए ।11बिनके भितर होनबारो ख्रीष्टको आत्मा ख्रीष्टके कष्ट और बाके पिच्छु आनबारो महिमाको भविष्यवाणी करतपेती देखाओ भव समय और परिस्थितिके बारेमे बे ढुणी रहए । 12बिनके जा प्रकट करोगव रहए, कि बे अपनो ना, पर तुमर सेवा करत रहँए । जे बात स्वर्गसे पठाओ भव पवित्र आत्मासे तुमके प्रचार भव सुसमाचार सुनानबारेनसे अब तुमके बताओ भव स्वर्गदुत फिर जा बातके देखन बहुत इच्छुक हँए ।13जहेमारे अपन मन बाँधओ, धैर्य हबओ और येशू ख्रीष्ट प्रकट होतपेति तुमरे ठिन आन बारो अनुग्रहमे तुमरो आसरा पूरो मनसे धरओ 14आज्ञाकारी बालक जैसो होनके कारन अग्गुको नजानन बरो अवस्था खराब इच्छामे तुम मत लगओ ।15पर तुमके बुलान बारो जैसो पवित्र हए, तुम फिर अपनी जीवनके सब रहन सहनमे पवित्र होबओ, 16काहेकी जा लिखो हए, “तुम पवित्र होबओ, काहेकी मए पवित्र हओ ।” 17जौन हरेक आदमीनको बाकी कामजैसो उचनीच ना करके इन्साफ करनबारोके पिता कहिके पुकारत हए, तव तुमरो मैजल (सफर) को पुरो समय आदरसे बिताओ ।18तुम जानत हौ, कि अपन पिता-पुर्खासे आओ व्यर्थके चीजसे, सोनो और चाँदी जैसो नाश होनबारो चीजके दाम तिरके तुम ना छुटे, ? 19पर निष्खोट और निष्कलंक थुमाको जैसो ख्रीष्टको अनमोल खुनसे दाम तिरके छुटाएगए हौ ।20बा सृष्टि होनसे अग्गुयए नियुक्त रहए, पर तुमर ताहिँ समयके अन्तमे प्रकट भव । 21बा से परमेश्वर उपर तुमरो भरोसा हए, जौन ख्रीष्टके मृतकसे जिन्दा करके महिमा दै, ताकि तुमरो विश्वास और आशा परमेश्वरमे रहबए ।22अब सत्यके पालनसे तुम अपनएके शुध्द करो भव कारनसे अपने ददाभैयनके झुटो प्रेम मत करओ, और हृदयसे एक दुसरेके गहिरो प्रेम करओ । 23परमेश्वरको जीवित और सदामान रहनबारो वचनसे, विनाशी ना पर अविनाशी वीर्यसे तुम नयाँ करके जन्मे हौ ।24काहेकी, “सब प्राणी घाँस जैसे हए और बिनको सब मानसम्मान घाँसको फुला जैसो हए । घाँस मरझाए जातहए, और फुला झरजात हए, 25पर प्रभुको वचन सदामान बनोरहात हय | और तुमके प्रचार करो भव सुसमाचारको वचन जहे हए ।
1जहेमारे सब दुष्टता, सब छल-कपट और इर्ष्या, और सब बदनामिसे धुर रहाबओ | 2नयाँ जन्मे बालकन जैसो शुध्द आत्मिक दुधको प्यासे होबओ, और बासे तुम अपन मुक्तिमे बढत् जाए सकत हओ । 3काहेकी प्रभु कृपालु हए कहिना बारी बातकि स्वाद तुम पाएगए हौ ।4बाके ठिन जाओ, जौन जिन्दा पत्थर हए । आदमीनसे इन्कार भव, पर परमेश्वरके नजरमे बा चुनो भव और बहुत मोलको हए । 5तुम फिर येशू ख्रीष्टसे परमेश्वरके नजरमे ग्रहणयोग्य आत्मिक बलिदान चढ़ानबारे पवित्र पुजारीके ताहिँ जिन्दा पत्थर कता आत्मिक घर बनत जाओ ।6काहेकी धर्मशास्त्रमे कहोगव हए, "देखओ, सियोनमे मए एक छानोभव और बहुत मोलको कोनेक पत्थर बैठएहौ, और जौन बाके उपर विश्वास करहए बाके शरमान ना पणैगो ।”7जहेमारे तुम जो विश्वास करत हौ, तुमरे ताहिँ त बा बहुत मोलको हए, पर विश्वास नकरन बारेनके ताहिँ त, "जौन पत्थरके भवन बनान बारे रद्द करी बहए कोनेको खास-पत्थर बनो ।” 8और, "एक पत्थर, जौन आदमीनके ठक्कर लगात हए, एक चट्टान, जौन बिनके गिराए देत हए ।” काहेकी बे वचन पालन ना करत हए, और गिरजात हँए । बिनके ताहिँ अइसी होन लिखो हए ।9पर तुम त चुनेभए वंश, राजकीय पुजारी, पवित्र जाति, परमेश्वरके अपने प्रजा हौ । बा तुमके अन्धकारसे बाकी अचम्मोकी ज्योतिमे लाइहए, ताकि तुम बाके अचम्मोक कामके घोषणा कर सकौ । 10एक चोटी तुम प्रजा ना रहौ, पर अब तुम परमेश्वरके प्रजा भए हौ । एक चोटी तुम कृपा ना पाए रहौ, पर अब तुम परमेश्वरसे कृपा पाएहौ ।11प्रिय हो, मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि विदेशी और प्रवासी हौ कहिके जानके तुमर आत्माके बिरुध्दमे लडाई करनबारे शरीरके अभिलाषासे अलग रह्बाओ । 12अन्यजातिनके बीचमे तुमरो चालचलन अच्छो होबए । कोइ तुमके कुकर्मी करके तुमरे बिरुध्दमे बोलसे फिर बे तुमरो असल काम देखए, और आनबारे दिनमे बे परमेश्वरको महिमा करए ।13प्रभुके ताँही आदमीके हरेक शासनके अधीनमे बैठओ, चहु बा सर्वोच्च राजाको होबए, 14औ हाकिमको होबए, जौ खराब काम करनबारेनके दण्ड देन और अच्छो काम करनबारेनके प्रशंसा करन बासे खटाए भए होथँए । 15काहेकी परमेश्वरकी इच्छा जहे हए, कि अच्छो करके हि तुमके मुरख आदमीनको अज्ञानताके चुप करान पणत हए । 16स्वतन्त्र आदमी कता जीवन बितओ स्वतन्त्रके खराब काम करन बहाना मतबनाओ, पर परमेश्वरके दास कता हुइके चलओ । 17सब आदमीनके आदर करओ ।भैयाबन्धुनके प्रेम करओ । परमेश्वरसे डरओ । राजाको आदर करओ ।18कमैयौं रेओ, पुरो आदरसे अपन मालिकके अधीनमे बैठओ । तुमरे उपर दयालु और भलेनके अधीनमे इकल्लो ना, पर निर्दयीनके अधीनमे फिर । 19परमेश्वरके सम्झके कोइ आदमी अन्यायसे भरो कष्ट सहेत हए तव बा परमेश्वरमे आदरनिय हए । 20काहेकी तुम खराब काम करके पिटाइ खातपेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जामे बडि बात का हए तव ? पर तुम अच्छो करके फिर दु:ख भुगतत पेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जा परमेश्वरमे ग्रहणयोग्य होथए ।21काहेकी तुम जाहएके ताहिँ बुलाए गए हौ । ख्रीष्ट फिर तुमरे ताहिँ कष्ट भोगी, और तुमरे ताहिँ एक उदाहरण छोडि हए, और तुमके बहएकि डगरमे नेगन पणैगो । 22"बा कोइ पाप ना करी, और बाको मुहुसे कोइ छलकि बात ना मिलओ ।” " 23बे बाके अपमान करी तहु फिर बा बदला ना लै । दु:ख भुगतत पेति बा धम्की ना दै । पर ठिक न्याय करनबारो उपर बा भरोसा करी ।24हम पापके ताँही मरे धार्मिकताके ताँही जिमए कहिके बा क्रूसमे अपनीए शरीरमे हमर पाप बोकी । बाके चोटसे तुम अच्छे भए हओ । 25काहेकी तुम भेडा कता तितर बितर रहौ, पर अब तुम आत्माको गयाँरो (चरबाह) और देखभाल करनबारो ठिन घुमके लौट आए हौ ।
1बैयरओ, तुम फिर अपन पतिनके अधीनमे रहबओ, और अइसी तुम वचन पालन नकरनसे फिर अपन बैयरनको ब्यबहारके कारण शब्दबिना फिर बिनको मनको परिवर्तन हुइ सक्तहए । 2तुमर जीवनको शुध्दता और भक्ति देखके बिनको परिवर्तन हुइहँए ।3बारको सिङगार, सोनेके गर गहना और महङ्गि कपडासे तुमरो बाहिरी सिङगार पटार ना होबए । 4तुमरो भितर हृदयके भलो और शान्त आत्माको अविनाशी रत्नसे सजाओ, जो परमेश्वरके नजरमे बहुत मोलको हए ।5काहेकी जहे किसिमसे अग्गुअग्गु परमेश्वरमे आशरा करनबारी पवित्र बैयर फिर सिङगार करत रहँए, और अपन लोगाके अधीनमे बैठत रहए । 6सारा हानि, जौन अब्रहामके स्वामी करके बाको आज्ञापालन करत रहए, अगर तुम अच्छो काम करएगे और कोइ बातमे ना डराबैगे तव तुम बहएकी लौड़िया होबएगे ।7जैसए लोगओ रेओ, अइसीयए करके अपन बैयर संग सोचबिचार करके बैठओ, और बैयरके कमजोर मानके आदर करओ, काहेकी तुम जीवनको अनुग्रहक साझेदार हव, जा हेतुसे कि तुमर प्रार्थनामे बाधा ना पड्ए |8अन्तमे तुम सबए मे आत्माको एकता रखओ, एक दुसरेके दया दिखबो, ददा-भैयाको प्रेम करओ, मुलायम हृदयके होबओ, और नरम मनके होबओ । 9खराबीको बदला खराबी नाकरनबाले, अथवा अपमानको बदला अपमान नाकरनबाले, बरु बाके सट्टामे आशिष देनबारे होबओ, काहेकी जहे के ताहिँ तुम बोलए गएहौ, कि तुम आशिष पाएजाओ ।10काहेकी, “जौन जीवनके प्रेम कर्त हए, और अच्छे दिन देखन चाहँतहए, बा अपन जिबके खराबीसे और अपन ओठके झुँटी बात बोलनसे अलग रखाए | 11बा खराबीसे घुमके अच्छो करए, बा शान्तिकी खोजी करए और बाके पिछु लागए । 12काहेकी परमेश्वरके नजर धर्मात्मानके उपर रहात् हए, और बाके कान बिनको प्रार्थना घेन खुला रहत् हँए, पर परमप्रभुको मुहू खराबी करनबारेके बिरुध्दमे होत हए ।”13अगर तुम भलाईके ताहिँ उत्साहित हौ तव तुमरो खराबी करन बारो कौन हए ? 14पर धार्मीकताके खातिर दु:ख भुकतन पड्हए कहेसे तुम धन्यके ह ।| बिनकि धम्कीमे डर मतमानौ, और भयभित मत होबओ |15पर ख्रीष्टके प्रभु मानके तुमर हृदयमे बाको विश्वास करओ | तुमर हृदयमे भव आशाके बारेमे कोइ सोधपुछ करए बाको जबाफ देन सदिमान तयार बैठओ, पर बा काम धिरज और विश्वाससे करओ | 16तुमरो दिमाकके शुध्द रखओ ताकि तुमर बिरोधमे बोलन और ख्रीष्टमे तुमर चालचलनके निन्दा करनबारे लज्जीत होमए | 17अगर परमेश्वरकि इच्छा हए तव, खराबी करके दु:ख भोगनसेता भलाई करके दु:खए भोगनके अच्छो हए |18काहेकी हमके परमेश्वरके ठिन लान ख्रीष्ट फिर पापके ताहिँ सदाके ताहिँ एकए चोटी मरो हए बा शरीरमे मारोगओ- धर्मी आदमी अधर्मीनके ताहिँ- पर आत्मासे जिन्दा भव । 19जहे आत्मामे बा गव और कैदमे पणे आत्मनके फिर प्रचार करी | 20बे आत्मा पुराने समयमे आज्ञापालन नाकरीँ, जब नोआके समयमे जहाज बनातपेति परमेश्वर धिरज करके असियान डटो रहए | बा जहाजमे थोरी अथवा आठ जनै इकल्ले पानीसे बचाए गए |21जहे पानी बप्तिस्माको एक रुप हए, जौन तुमके बचात हए, जा शरीरको मैल हटाओ जैसो ना, पर सुध्द विचारके ताहिँ परमेश्वर घेनको एक प्रतिज्ञा हए । जा मरोसे येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे तुमके बचात हए । 22बा स्वर्गमे गओ और स्वर्गदुत, अधिकार और शक्तिके वशमे करके परमेश्वरके दहिना हात घेन बिराजमान हए ।
1जैसी ख्रीष्ट शरीरमे दु:ख भोगी, उइसी तुम फिर बहे किसिमको विचार धारण करओ, काहेकी जौन शरीरमे दु:ख भोगी होथए, बा पाप करनके छोड्थए । 2अइसे बा अपन जीवनको बचोभव समय फिरसे आदमीको कुइच्छामे ना, पर परमेश्वरके इच्छामे बितात हए ।3बितेके दिनमे अन्यजाति करिँ कता तुम व्यभिचार, कुवासना, मधपान, मोजमज्जा, पियक्कडपन और घृणित मुर्तिपुजामे बहुत समय बिताए | 4तुम बिनके संग खराबीकी डगरमे नानेंगो भओ देखके बे छक्क पणतहँए और तुमरो बिजरो बतकातहँए | 5पर जीन्दा और मरेनके न्याय करन तयार होनबारोके बिनके लेखा देन पणैगो| 6जहेमारे मरेनके फिर सुसमाचार सुनाई , ताकि बे आदमीनहानि शरीरमे इन्साफ पाएसे फिर आत्मामे बे परमेश्वर जैसे जिमए |7सब बातकी अन्त जौनिंयए आएगओ हए | जहेमारे अपन प्रार्थनाके ताहिँ शुध्द मनके और सचेत हुइराहबओ | 8सबसे जद्धा एक-दुसरेक उपर तुमर प्रेम अटल रहबए | काहेकी प्रेम बहुत पापके तोपतहए| 9विना गनगनाइके एक दुसरेके अथितिसत्कार करओ|10जौन जैसो वरदान पाओ हए, परमेश्वरके अनुग्रहके अलग-अलग वरदान पाए भए कारीगरकता बे एक-दुसरेके ताहिँ प्रयोग करओ | 11अगर कोइ बोल्तहए तव, परमेश्वरको वचन बोलो जैसो बा बोलए | अगर कोइ सेवा कर्तहए तव परमेश्वरकी दैभई शक्तिसे बा सेबा करए, जा कारणसे कि सब बातमे येशू ख्रीष्टसे परमेश्वरएकी प्रशंसा होबए | बहएके महिमा और पराक्रम सदासर्वदा होबए | आमेन |12प्रिय हो, तुमके जाँच करनबारो अग्निसमान परिक्षा तुमरे उपर आत कोइ अचम्मि बात कता तुम छक्क मतपणओ | 13पर ख्रीष्टके कष्ट-भोगमे सहभागी होत रमाओ, ताकि बाको महिमा प्रकट होत तुम फिर आनन्दित और खुशी होन सिकओ | 14अगर ख्रीष्टके नाउँमे तुम निन्दित हुइहौ कहेसे तुम धन्यके हौ | काहेकी महिमाको और परमेश्वरको आत्मा तुमरे उपर रहात हए |15पर तुम मैसे कोइ फिर हत्यारा,अथवा चोर,अथवा खराबी करनबारे, अथवा दुसरेके काममे हात डारनबारे कता दु:ख मतभोगओ | 16पर कोइ ख्रीष्टियान होनके कारण दु:ख भोगत् हए कहेसे बा शरम ना मानए, पर बहे नाउँमे बा परमेश्वरके महिमा देबए |17काहेकी न्याय परमेश्वरएके परिवारसे सुरु होनके समय आओ हए, और अगर जा हमैसे सुरु भवहए तव परमेश्वरको सुसमाचार ना मानन बारेनको अन्त कैसो हुइहए? 18और, “अगर धर्मी जनको उध्दार कठिनसे होतहए कहेसे अधर्मी और पापीकी गति का हुइहए?” 19जहेमारे परमेश्वरको इच्छाअनुसार दु:ख भोगनबारे भलाइ करँए और बे अपन आत्मा विश्वासयोग्य सृष्टिकर्ता के सौँपएं|
11 ख्रीष्टक कष्टको गवाही प्रकट होनबारो महिमाके सहभागी भएके नातासे और एक संगी- एल्डरके हैसियतसे तुमर मैसे एल्डरनके मए बिन्ति करतहौ | 2तुमरे रेखदेखमे धरो परमेश्वरको बगालके देखभाल करओ | कर से नाए पर अपने मनसे धनकी लोभसे ना पर हौँससे, 3तुमरे जिम्मामे रहान बारेनके उपर अधिकार जमाएके ना, पर बगालके ताहिँ उदाहरण हुइके | 4और जब खास बक्रेरा (गोठालो) प्रकट हुइहए तव तुम महिमाको ना अइलान बारो मुकुट पाबैगे|5उइसी करके जवानओ, बूढेपाखेनके अधीनमे बैठओ । एक-दुसरेके अधीनमे रहिके तुम सब नम्रताको लत्ता धारण करओ । काहेकी, “परमेश्वर घमण्डिनको बिरोध करत हए, पर झुकनबारेनके अनुग्रह करत हए ।” 6जहेमारे अपनाए परमेश्वरके शक्तिशाली बाहुलितरे विनम्र बनाबाओ, और बा उचित समयमे तुमके उचो बनाबैगो । 7तुमरो सारा फिक्री बाके सौँपदेओ, काहेकी बा तुमर वास्ता करतहए ।8सचेत रहाओ, जागे रहाओ, तुमरो शत्रु दियाबलस कौनके पामौँ और खाए डारौँ करके गुर्रान बारो सिंहझैँ कत्ता ढुणत् फिरत हए । 9विश्वासमे बलवान हुइके बाको विरोध करओ, काहेकी संसारभर तुमरे ददाभैयानके फिर अइसीए कष्टको महसुस करन पणनडटो हए10सबए अनुग्रहक परमेश्वर ख्रीष्टमे अपन सदा रहानबारो महिमाक ताहिँ तुमके बुलाई हए । तुम कुछ देर कष्ट भोगके बहए तुमके फिर नयाँ बनाबैगो, स्थिर करैगो और शक्तिशाली बनाबैगो । 11बहएक पराक्रम और शक्ति सदासर्वदा होतरहबए । आमेन ।12विश्वासयोग्य भैया सिलासके जा छोटो पत्र लिखत हौ । ज्ञान देत मए जा घोषणा करन डटोहौ, कि परमेश्वरको सच्चो अनुग्रह जहए हए । जामे तुम पक्को हुइके खडा होबओ । 13बेबिलोनमे भै तुमरी जैसी छनिक कारण, और मिर लौड़ा मर्कूस फिर तुमके अभिबदान पठाई हए| 14एक दुसरेके प्रेमको चुमनसे अभिबादन करओ । ख्रीष्टमे भए तुम सबके शान्ति ।
1येशू ख्रीष्टको दास और प्रेरित सिमोन पत्रुससे, और हमर परमेश्वर और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको धार्मिकतामे हमर जैसो अनमोल विश्वास पान बारेनके, 2परमेश्वर और येशू हमरो प्रभुको ज्ञानमे अनुग्रह और शान्ति तुमरमे प्रसस्तसे होतजबए ।3अपन महिमा और श्रेष्ठतासे हमके बुलान बारो हमके चिनोके बजेसे परमेश्वरको ईश्वरीय शक्तिसे जीवन और भक्तिनके ताहिँ हमके चाहन बारो हरेक चीज बा देतहए । 4जहे से हमके बाको अनमोल और महान बादा करी हए,, कि जा संसारको खराब इच्छासे आनबारो भ्रष्टतासे भाजके तुम इश्वरीय स्वभावमे सहभागी होबओ ।5जहेमारे सब किसिमको कोसीस् से तुमर विश्वासमे सद्गुण और सद्गुणमे ज्ञान थपौ, 6ज्ञानमे आत्मसंयम, आत्मसंयममे धैर्य, धैर्यमे भक्ति, 7भक्तिमे भाइचारा, भाइचारामे प्रेम थपौ ।8कहेकी जे बात तुमरमे प्रशस्त हए कहेसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको ज्ञानमे जे बात तुमके बेकाम और फेल होनसे बचए हए । 9कहेकी जे बातमे कमी भव आदमी त पुराने पापसे शुध्द भव बात भुलके अँन्धा और दुरकी बात न देखन बारो जैसो होतहए ।10जहेमारे भैयओ, तुमरो बुलावट और चुनाओ के पक्को करके और जोसिलो होबओ, कहेकी जे चीज करन से तुम कबहू ना गिरैगे । 11कहेकी अइसी हमर प्रभु मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको अनन्त राज्यभितर तुमरो भव्य स्वागतके संग प्रवेश मिलैगो ।12जहेमारे जे बात तुमके मए हरदिन सम्झात हओ, अगर तुम जे सब जनतहओ, और तुममे भव सत्यतामे तुम पक्के हौ । 13जब तक मए जा शरीरमे हओ, तुमके याद करतए सचेत करन मए ठीक सम्झो । 14कहेकी मए जनत हौ, हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट मोके दिखाए दैहए कि मेरो जा शरीर छोणनको बेरा जौने अएगव हए । 15मिर मृत्युके पिछु फिर तुम जे बात कोइ फिर समयमे सम्झ सकौ, कहिके मए प्रयास करङ्गो ।16कहेकी हम तुमके हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको महाशक्ति और आनको समाचार देत खराब बातसे रचे भए दन्त्यकथा कहानीके हम अनुकरण ना करे, पर बाको शक्ती प्रत्यक्ष देखन् बारे हम साक्षी हए । 17बा परमेश्वर पितासे आदर और महिमा पाइ हए, जब बा तेजस्वी महिमासे एक वाणी निकरी , “जा मिर प्रिय पुत्र हए, जौनसे मए बहुत खुशी हओ ।” 18बा पवित्र डाँगामे हम बाके संग होत स्वर्गसे आओ बा वाणी हम अपनए सुने रहए ।19हमरे संग भए अगमवक्तानको वचन और पक्को भव हए । भुक्भुको उजियारो ना होन तक और तुमरो ह्रदयमे सुबेरेको तारा ना निकरन तक अन्धकारमे पज्रो भव दिया कता तुम जा वचनके ध्यान देहौ तव अच्छो करेहओ । 20सबसे पहिले त जा सम्झन पणैगो, कि पवित्र धर्मशास्त्रको कोइ अगमवाणी आदमीनको अपनी व्यक्तिगत व्याख्याके बारेमे नाहए । 21कहेकी आदमीको इच्छासे कोइ अगमवाणी नाअई , पर पवित्र आत्मासे प्रेरणा पाएके आदमी परमेश्वरके घेनसे बोलिँ हए ।
1जैसी इस्राएलीनके बीचमे झुठे अगमवक्ता फिर रहए, उइसी तुमर बीचमे झुठे शिक्षक ठाणे हुइहए । बे गुप्त रुपसे विनाशकारी झुठे शिक्षा लयहए, हियाँ तक कि बे उध्दार करनबारो स्वामीके फिर बे इन्कार करहए, और अपने उपर जल्दी बिनाश लयहए । 2और बहुत जनी बिनको विलासीको स्वभाबके अनुकरण करहए, और बिनके बजेसे सत्यके डगर कि बदनामी हुइहए । 3लोभके वशमे पणके बे झुठी बात बानएके तुमसे फाइदा उठामङ्गे, बिनको दण्ड अग्गुसे पक्का हुइगव हए, और बिनको विनाशकी बात जिन्दा हए ।4काहेकी प्रमेश्वर पाप करन बारे स्वर्ग दुतनके फिर ना छोणी, पर बिनके नरकमे फेकदै, और न्यायके दिनके ताहिँ पातालके अन्धकारमे कैद करके धरे हए । 5बा प्रचीन संसारके बाँकी ना राखि, पर भक्तिहीनताके संसारमे जलप्रलय करत धार्मिकताको प्रचारक नोआ और सात जनीनके सुरक्षा करी । 6बा सदोम और गमोरा शहेरनके भसम् करके बिनको नामनिसाना समेत मिटाए दै, और भक्तिहीनके अग्गु बिनके एक उदारहण बनाइ ।7बा दुष्टनके कमुकतासे ( व्याभिचारसे) बहुत दु:खी भव धर्मि लोतके बचाई । 8{बे आदमीनके बीचमे बैठ्त, और दिन प्रतिदिन बिनके गलत कुकर्म देख्त सुन्त, बिनको धार्मिक आत्मामे व्याकुल होतरहए| ।} 9अइसी भग्तनके परीक्षासे बचान और भक्तिहिननके न्यायके दिनतक दण्डके ताही पकणके धरन प्रभु जनत हए ।,10विशेष करके बिनके, जो अशुध्द करन बारे कामवासनामे डुबेरहतहए, और अधिकारको अवहेलना करत हए । जे हठी और अहकंरी होतहए, और स्वर्गीय प्राणीको निन्दा करन ना डरात हए । 11पर स्वर्गदुत शक्ति और सामर्थ्यमे सबसे बणो होनसे फिर ताहु प्रभुके अग्गु बे प्राणीके निन्दापूर्ण दोष ना लगात हए ।12पर जे आदमी अपनए ना सम्झी बातके निन्दा करत हए । जे विवेकहीन जनावर जैसे हए, और स्वाभाविक इच्छाके वशमे रहत हए । जे पकणके मरनके ताही जन्मे जैसे हए, और जे पशु जैसे नष्ट हुइहए । 13अपनो करो खराबीके ताहिँ अपनए फिर खराबी भोगङ्गे , दिनमे भोग-विलासमे मग्न राहन ताहि जे खुशीको बात मानत हए । जे दागलागे भएऔर खोंटे सिक्का जैसे हए, और तुमरे संग भोजमे बैठत् जे बेढ़म खतपित मौज मस्तीमे मग्न रहत् हए । 14बिनकी आँखी व्यभिचारसे भरिहए, और जित्तो पाप करत फिर बे ना घबणात हए । बे चंञ्चल मन भएनके फुल्सात हए । बिनके ह्रदय लोभमे तालीम पाए हए । बे श्रापितके सन्तान हए ।15बे सिधि डगर छोणके बे कुकर्ममे लागे हए । अर्धमको कामको मजुरिलेन मन पणान बारे बओरको लौणा बालामके पिछु बे लागे हए । 16बे अपन अपराधके ताहिँ हप्की पाई रहए- गुँगो गधह आदमीके बोलीमे बा अगमवक्ताको पागलपनाके रोकदै रहए| ।17बे पानी ना भए चोहा हए, जेआँधीसे उणान बारो धुवाँ जैसे हए । बिनके ताहिँ पातालको अन्धकार धरो पणो हए । 18बे मूर्खतापूर्ण बणि-बणि घमण्डकी बात करत हए, और कु डगर से भाजके आए भएनके शरीरको मौजमस्तीके कामवासनाके बातमे फसात हए । 19बिनके स्वतन्त्र करदेनको बादा करत् हए, पर बे अपनए भ्रष्टताके कमैया हए , काहेकी जौन चीज कोइके आदमीके जितत् हए बा चीजको बा कमैया बनाजात हए ।20अगर बे हमर प्रभु और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टके चिनके फिर संसारको दूषित करनबारी चीजसे भाजके पिछु फिरसे बहे पापमे घुमत हए कहेसे बाको अवस्था अग्गुसे और खराब होतहए । 21धार्मिकताको डगरके जानके बिनके दओ भओ पवित्र अज्ञासे घुमके आनसे त बे धार्मिकताको डगरके ना जानन् अच्छो हुइतो । 22बिनके ताही जा काहानी सत्य हए, “कुत्ता अपन उल्टीमे घुमके आतहए,” और हदानो सोरा किचमे घुमके आत हए ।”
1प्रिय, तुमके लिखो जा मेरो दोस्रो पत्र हए, और दोनो पत्रमे कित्तो बातको याद दिलाएके तुमके निष्कपट मनके उत्साहित करो हौ, 2कि पवित्र अगमवक्तानके अगमवाणी और तुमरे प्रेरितनसे दओ प्रभु और मुक्तिदाताको आज्ञाके तुम सम्झओ ।3सबसे पहिले तुम जा जानओ, कि अन्तीम दिनमे गिल्ला करन बारे गिल्ला करत, बे अपने अभिलाषामे अइसे कहत अमङ्गे, । 4"बाको आगमनको प्रतिज्ञा कहाँ गव ? काहेकी पिता-पुर्खा मरभए दिनसे सब बात सृष्टिको सुरुसे चलेआओ जैसो आज फिर उइसीए हए ।"5जान-बुझके फिर बे जा बातको वास्ता ना करत् हए, कि परमेश्वरको वचनसे स्वर्ग अग्गुसे रहए, और पृथ्बी त पानीसे और पानीद्वारा बनो । 6बहे पानीसे बा समयको संसार जलप्रलयसे डुबके नष्ट भए । 7तव बहे वचनसे भक्तिहीन आदमीको इन्साफ और बिनाशको दिनके ताहिँ अबाएको आकाश और पृथ्बी आगीके ताहिँ समरो धरो हए ।8पर प्रिय तुम, जा एक बात मत भुलओ, कि प्रभुके ताहिँ एक दिन हजार वर्ष कता और हजार वर्ष एक दिन कता हए | 9अपन प्रतिज्ञाके बारेमे प्रभु ढिलो ना करत हए, पर कोइ फिर नष्ट ना होमए, पर सब जनी पश्चाताप करए कहिके इच्छा करके प्रभु तुमरे प्रति धैर्यवान हए ।10पर प्रभुके दिन त चोर जैसो करके आबैगो, जौनमे आकाश त बणो आवाजके संग बितके जए हए, तत्व आगीके लप्टसे पिग्ल जयहँए, और पृथ्बी और बामे भए सब चीज भस्म हुइहए ।औ जामए भए काम प्रघट हुइ हए ।11जा सब बात अइसी पिघ्लैगो कहिके जानके पवित्रता और भक्तिको जीवनमे तुम कैसो किसिमको आदमी होन पणैगो ? तुमके र्धमीऔर पवित्र जिवन जिन पणैगो । 12तुमके जल्दी परमेश्वरके आनको आसा करन पणत हए । बा दिन आकाश आगिकेद्वारा खतम करे जामङ्गे और तत्वके तेज घामु के तापसे पिगलङ्गी । 13पर बाके प्रतिज्ञाके जैसो हम नयाँ स्वर्ग और नयाँ पृथ्बीको डगर देख्त हँए, जौनमे धार्मिकता वास करत हए ।14जहेमारे प्रिय हो, तुम जा बातको प्रतिक्षा करनके बजेसे,बाके दृष्टीमे तुम दाग वा खोट ना भए और शान्तिमे बैठनको प्रयस करओ । 15हमर प्रभुको धैर्यके मुक्ति मनाके जैसो हमर प्रिय भैया पावल फिर उनके दै भइ ज्ञान जैसो तुमके जहे बात लिखी । 16उनके सब चिठ्ठीनमे फिर जे बात लिखि हए, बिनमे कोइ-कोइ बात सम्झनके कठिन हए, और अशिक्षित और चञ्चल आदमी जा बातके और धर्मशास्त्रनके बे बचनके गलतअर्थ लगात, अपनो विनाश लामङ्गे ।17जहेमारे प्रियहो, तुम जा बातके जानन् के बजैसे अपने आपके सुरक्षासे धरओ ,ताकी व्यवस्था ना जानन् बारे आदमीको छलसे तुम अपने आपके दुर मत लैजाओ, और तुम अपने विश्वासके मत गुमाओ । 18पर हमर प्रभु और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको अनुग्रह और ज्ञानमे बढत् जाओ । बाके अभए और सदामान महिमा होबए ! आमेन|
1जीवनको जा वचनके बारेमे, जो सुरुसे रहए जो हम सुने हए, जो हमर आखीसे देखे और हातसे छोए, 2बा जीवन प्रकट भव, और हम देखे, और हम गवाही देत हए और तुमके बा अनन्त जीवनको सन्देश शुनात हए, जो पिता सग रहए, और हमरे ठिन प्रकट भव,3हम जो देखे और सुने हए, सो हम तुमके सुनात हए, ताकी हमर सग तुमर सँगती होवए । हमर सँगती पिता और बाको पुत्र येशु ख्रिष्ट सँग हए । 4हम जा बात जा कारण से लिखेहए, कि हमर आनन्द पुरो होबए ।5जौन सँन्देश हम तुमसे सुने और बा हम तुमके सुनात हए, बा बहे हए, कि परमेश्वर ज्योती हए, और बामे कतै अध्यारो नाहए । 6अगर बाकेसँग हमर सँगती हए कहिके हम काहत हए और अन्धकारमे नेगत हए, तव हम झुठ बोलत हए और सत्यमे नचलत हए । 7पर वा जैसो ज्योतीमे हए उइसिए हम ज्योतीमे चलत हए तव एक दुसरे से हमर सँगती होत हए, और बाको पुत्र येशुको खुनसे हमके सब पापसे सुध्द करत हए ।8अगर हममे पाप नाहए कहेके हम काहत हए तवहम अपने आपके धोका देत हए, और हममे सत्य नाहए । 9अगर हम अपने पाप के स्वीकार करङ्गे तव हमर पापके क्षमा करैगो और सबै अर्धमसे हमके शुध्द कर देबैगो, काहेकी बा बिश्वास योग्यऔर धर्मी हए । 10अगर हम पाप ना करे हए कहेसे हम काहत हए तव हम झुठ बोलत हए और बाको बचन हम मे नाहए ।
1मेरे छोटे बालकौ, तुम पाप मत करऔ जा बात मै लिखत हओ । पर कोइ आदमी पाप करलै है, तौ भी हमर ताही पितासँग हमर पक्षमे बोलन ताही एक जनी हए, औ धर्मी येशू ख्रीष्ट । 2बा हमर पापके ताहि प्रायश्चीत हए, और हमर ताही इकल्लो ना, पर सारे संसारके पापके ताही फिर । 3अगर हम बाको आज्ञाके पालन करत हए, तव जहेमे हम जानत है कि हम बाके चिनत हए ।4जैन मै बाके चिनत हओ काहत है, पर बक आज्ञाके उलङ्गन करत हए ,कहेसे बा झुटो हए ,और बामे सत्य ना होत हए । 5पर जैन बक बचनके पालन करत है, बा मे परमेश्वार घेनको प्रेमसे नेहत्य शिद्ध भौ हए । हम बामे हए, कहेसे जहेसे पता चलत हए । 6परमेश्वरमे हओ कहेन बारे आदमी अपनैके येशू ख्रीष्ट के जैसो चलन पड़त हए ।7प्रिय मै तुमके नयाँ आज्ञा ना ,पर बहैए पुरानो आज्ञा लिखत हओ, जो सुरुसे ही तुमर सँग रहए, जा पुरानो आज्ञा तुमर सुनोभव बचन हए । 8तहु फिर एक नयाँ आज्ञा मै तुमके लिखत हव जोबामे और तुममे सच्चो हैए, काहेकी अन्धकार बितरहोहए और सच्चो ज्योती अग्गु चमक रहोहए ।9जौन मए ज्योतीमे हव कहीके काहत है और अपने भैयाके अच्छो ना मानत है तै बा अभए फिर अन्धकारमे हए । 10जौन अपने भौइयाके प्यार करत हए बा ज्योतीमे राहत हए और बामे ठक्करको कारन ना होतहए । 11पर जौन अपन भौइयाके अच्छो ना मानत है बा अन्धकारमे हए ।और अध्यारो मे नेगत हए । और मए काहं जाएरहो हओ बाके पता ना चलत हए । काहेकी अंध्यारो बाके अंधरा बनाए देत हए ।12मेरे छोटे बच्चा मए तुमके लिखत हओ, काहेकी येशू ख्रीष्टके नाऊँके बजेसे तुम्के पाप क्षमा भओ हए । 13पिता मए तुमके लीखत हओ, काहकी सुरुसे जो रहए बाके तुम चिनत हओ । जवान, मए तुमके लिखत हओ, काहेकी तुम दुष्टके जिते हओ । मिर छोटे छोटे लौडीया, मए तुमके लिखत हव, काहेकी तुम पिताके चिनत हव। 14पिता, मए तुमके लिखत हव, काहेकी सुरुसे जो रहए बाके तुम चिनत हव । हे जवान मए तुमके लिखत हव, काहेकी तुम तागत बारे हव, और परमेश्वरको वचन तुम्मे राहत हए, और तुम दुष्टके जितलए हव ।15संसारके और संसारमे भए कोइ चिजके प्यार मत करऔ। अगर कोइ आदमी संसारके प्यार करत हए तौ बामे पिताको प्यार नाहोथहए । 16काहेकी ससारमे भए सबए चीज औ शरीरको अभिलाषा, आँखीको अभिलाषा, जीवनको शेखी पितासे ना आओ, बल्की ससारसे आओ हए । 17संसार बित जए हए और बाको अभिलाषा फीर बितजएहए, पर परमेश्वरको इच्छा पुरो करन बारे सदाके ताही राहामङ्गे ।18छोटे- छोटे लौडा लौडीया आखिरी घडीमे ख्रिष्ट विरोधी आए रहेहए तुम सुन्लएहव अब बहुत ख्रिष्ट विरोधी आएगए हए, जाके मारे हम जानत हए कि, जा आखिरी घडी हए । 19बेए हमसे निकरके गएहए, काहेकी वेए हमरे नारहए अगर वेए हमरे होते तव वेए हमर संग रहेते । पर वेए सबए हमरे ना रहए जा बातके प्रकट करन ताहीँ वेए हमसे निकरके गए ।20पर तुमरो अभिषेक महापवित्रसे भव हए और तुम सबए सत्यके जानत हव । 21तुम सत्य के नजान्थओ कहीके मए नालिखो हव पर कोइ फिर झुट सत्यसे ना आतहए कहिके तुम जानत हव तभइ मए लिखो हव ।22झुटो कौन हए ? झुटो बा हए, जौन येशु ही ख्रिष्टकहिके इन्कार करतहए । पिता और पुत्रके इन्कार करन बारो ही, ख्रिष्ट विरोधी हए । 23पुत्रके इन्कार करन बारो कोइ भी आदमीमे पिता नाहए । जौन पुत्रके स्वीकार करत हए, बाके सँग पिता हए ।24जो बात तुम सुरुसे सुने हव, बा तुममे रहिराहाबए । अगर सुरुसे ही सुनिभइ बात तुमरमे रहो तओ तुम पुत्र और पितामे राहाबएगे । 25बा हमसे जो प्रतिज्ञा करी बाअनन्त जीवन हए । 26तुमके छल करनबारेनके ताही जा बात मए लिखदौहोहव ।27बासे पाव भव अभिषेक तुमके सबए बात के बारेमे सिकाथहए । और बा अभिषेक सत्य हए बा बनावटी नाहए। जा अभिषेक जो सिकात है, बा सत्य हए ,बा झुटो ना हए । जहए जैसो ख्रिष्टमे बने राहावओ। 28छोटे बच्चव बामे बने रहावओ ताकी बा प्रकट होबए तव तुमके हिम्मत मिलए और बाके आनमे बाके अग्गु हमे सरमान ना पणए । 29बा धर्मी हए कहिके जा बात तुम जानत हओ, जा तुमसे पक्को होबए, की धार्मीक काम करन बारे हरेक परमेश्वरसे जन्मे हए तुम जानत हओ ।
1देखओ, पिता हमके कैसो प्रकारको प्यार करी हए, कि हम परमेश्वरको सन्तान कहिलाए हए । और जा सच हए जहएकमारे त संसार हमके ना चिनत हए, काहेकी बे बाके ना चिनी । 2प्रिय हबए हम परमेश्वरके सन्तान हए, और हम का हुइहए सो हबे प्रकट ना भव हए इतकए जानत हए, कि जब बा प्रकट हुइहए, तब हम बाके जैसो होइहए । काहेकी बा जैसो हुइहए हम बाके उइसी दिख्हए । 3और बा जैसो पवित्र हए, बाके उपर जा आज्ञा धरनबारे हरेक आदमी अपने आपके पवित्र करतहए ।4पाप करनबारे व्यवस्था भङ्ग करत हए । 5पापहरण करन ताही बा प्रकट भओ रहए, जा बातके तुम जान्थओ। और बामे कोइ पाप नाहए । 6बामे रहेन बारे कोइ पाप ना करतहए, पाप करन बारे कोइ भी नता बाके देखी हए ना चिनत हए ।7छोटे बच्चव कोइ आदमी तुमके छलन नापाबए । जौन धर्मिकतामे चलतहए, बा धर्मी हए, जैसी बा धर्मी हए। 8जौन पाप कर्थए बा दियाबलस् हए । काहेकी दियावलस् त सुरुसे पाप करत आओ हए । दियावलसको काम खतम करनके परमेश्वरको लौणा प्रकट भव हए ।9परमेश्वरसे जन्मो कोइ फिर पाप नाकरत राहाथए, काहेकी बाको स्वभाब बामे होथए और बा पाप करत ना राहथए, काहेकी बा परमेश्वरसे जन्मो हए । 10परमेश्वरको सन्तान कौन हए और दियाबलस को सन्तान कौन हए जहएसे खास करके पता चलतहए जौन धर्मिकतामे नाचलत हए । और बा आदमी परमेश्वरको ना है जो अपने दादा भइयनके प्यार ना करतहए ।11तुम सुरुसे सुनोभओ सन्देश जहए हए,” हमके एक दुस्रेसे प्यार करन पणंत हए। 12कैइन जैसो मत होओ, जौन शैतानको रहए । बा अपने भइयाक हत्या करि । बा अपने भइयाक हत्या काहे करी ? काहेकी बक शैतानीक काम रहए । और बाको भइयाको काम धार्मीक रहए ।13भइया रेओ संसार तुमके घृणा करत हए अचम्मो मत मानओ । 14हम जानत हए, कि हम मृत्युसे पार हुइके जीवनमे पहुच गए हए । काहेकी हम अपने दादा भइयनके प्यार करतहए । जौन प्यार ना करत हए बा मृत्युमे राहाथए । 15अपनी दादा भइयानके घृणा करनबारे हरेक हत्यारे हए और कोइ हत्यारनके संग सदा (अनन्त) जीवन नाहोथहए काहेकि जा बात तुनके पतए हए ।16जहएकारणसे प्यार का हए हमे पता चलत हए, कि बा हमर ताहि अपनो ज्यानके दएदई हमे फिर अपने दादा भइयानके ताहिँ अपनो ज्यान देन पणत हए । 17कोइके झौने संसारको धन सम्पती है, तहु फिर अपने दादा भइयनके समस्या पडो मे देखत हए ,तहु फिर अपनो मनके कठोर करत हए तब परमेश्वरको प्यार कैसे बामे राहावएगो । 18मेरे छोटे वच्चओ वचन और बोलीसे इकल्लो हम प्यार नाकरए पर काम और सत्यतासे प्यार करए ।19जहएसे हम जान सकतहए की हम सत्यके हए, और अइसिए हम बाके अग्गु अपने ह्रदयमे हिम्मत दएसक्थहए । 20जब हमरे ह्रदय हमके दोस देथहए हम जानतहए परमेश्वर हमरो ह्रदयसे माहान हए । और बा सब बात जानत हए। 21प्रियओ, हमर ह्रदय हमके दोष नलगात हए तव परमेश्वरके अग्गु हमरो हिम्मत बढ्थहए । 22और हम जो मागत हए सो बासे पात हए, काहेकी हम बाकी आज्ञापालन करत हए । और बाके मन पडनबारो काम करत हए ।23और बाको आज्ञा जहय हए कि हम बाको पुत्र येशु ख्रिष्टके नाउँमे विश्वस करन पडो । और बा हमके आज्ञा दइ जैसे हम एक दुस्रेसेप्यार करन पडथहए । 24बाको आज्ञापालन करनबारे सबए बामे रहेथहए और बा बिनमे राहाथहए । बा हमके दवभव पवित्र आत्मासे हम जानत हए । कि बा हमरेमे बास करतहए ।
1प्रित हो जोकोइ आत्माके विश्वास मत करओ पर आत्मा परमेश्वरसे आय हऐं कि ना आय हऐं कहिके विनके जाँच करओ । काहेकी वाहुत झुटे अगम्वक्ता जा संसारसे निकरके आए हऐं। 2जेहेसे तुम परमेश्वरकी आत्माके जानएगे । हरेक आत्मा जौन येशु ख्रिष्ट शरीरमे आओ हय पहिले स्वीकार करत हए वा परमेश्वरसे हय । 3येशु के स्वीकार ना करन वारे हरेक आत्मा परमेश्वरसे ना हय पर वा ख्रिष्ट विरोधी हए । जौनके बारेमे “बा आथहए” कहिके तुम सुने हव । अब बा जा संसारमे आएगव हए ।4मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव । काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए । 5वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थहए और संसार बिनकी वात सुन्थहए । 6हम त परमेश्वरके हए। जौन परमेश्वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थहए, और जौन परमेश्वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थहए । जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए ।7प्रिय हो हम एक दुसरेसे प्रेम करए, काहेकी प्रेम परमेश्वर हए। जौन प्रेम करत हए वा परमेश्वरसे जन्मो हए, और परमेश्वरके चिन्थहए । 8प्रेम नाकरन वारे परमेश्वर ना चिन्थहए काहेकी परमेश्वर प्रेम हए ।9परमेश्वरको प्रेम हमर विचमे अइसो प्रकट भओ, कि बा अपनो एक इकल्लो पुत्र के संसारमे पठाइ ताकी पुत्रसे हम जी सकए । 10प्रेम जहएमे हए, कि हम परमेश्वरके प्रेम ना करे, पर बा हमसे प्रेम करी,और हमरे पापसे छुटकराके ताही अपने पुत्रके पठाई ।11प्रिय अगर परमेश्वर हमसे अइसो प्रेम करी हए कहेसे, हमऊ फिर एक दुसरेसे प्रेम करए । 12परमेश्वरके कोइ कभइ ना देखी हए । अगर हम एक दुसरेसे प्रेम करङ्गे कहसे परमेश्वर हमारे भितर राहथहए, और वाको प्रेम हमारेमे पुरो होथहए । 13बा हमके अपनी आत्मासे दइहए, र जहएकारनसे हम जानत हए कि हम विनमे राहथहए, और बा हममे राहथहए । 14हम देखे हय, और गवाही देथए, कि पिता अपने पुत्रके संसारमे मुक्तीदाता होनके पठाई हय ।15जौन येशुके परमेश्वरको पुत्र हय कहिके स्वीकार करथहए, बामे परमेश्वरमे राहथहए, और बा परमेश्वरमे । 16अइसिए हमरे उपर भओ परमेश्वरको प्रेमके हम जानथहए और विश्वास कर्थहए । परमेश्वर प्रेम हए, जो प्रेममे राहत हए वा परमेश्वरमे राहत हए, और परमेश्वर बामे राहत हए ।17न्यायके दीनके ताही हम पुरो भरोसा साथ बैठ सकए । काहेकी प्रेम जहएमे हमरे उपर पुरो होथहए । काहेकी बा जैसो हए हम फिर जा संसारमे उइसिए हए । 18प्रेममे कोइ डर ना होथए पर सच्चो प्रेम डरके दुर हटाथए काहेकी डरको सम्बन्ध दन्ढसे हए । पर, जो डरातहए प्रेममे बा पुरो ना भव हए ।19हम प्रेम करथए, काहेकी पहिले बा हमसे प्रेम करी । 20अगर कोई “ मए परमेश्वरके प्रेम करथहओ” काहत हए पर अपने भइयासे घृणा करथहए कहिसे बा झुटो हए, काहेकी अपनो देखो भइयासे प्रेम ना करन बारो ना देखो भव परमेश्वरके प्रेम कैसे करसक्थहए । 21हम बासे जा आज्ञा पाए हए कि जौन परमेश्वरके प्रेम करथहए बा अपन भइयाके फिर प्रेम करत हए ।
1येशु ही ख्रिष्ट हय कहिके विश्वास करनबारे हरेक परमेश्वरके बालक हए । जौन दउवाके प्रेम करत हए वा बाको लउडाके फिर प्रेम कर्थहए । 2जब हम परमेश्वरके प्रेम कर्थहए, और बाको आज्ञापालन कर्थहए, जहएसे पता पातहए की हम परमेश्वरके सन्तानके प्रेम कर्थहए । 3परमेश्वरको प्रेम जहए हए की हम वाको आज्ञाके पालन कर्थहए और वाको आज्ञा कठीन नाहए ।4काहेकी परमेश्वरसे जन्मो भओ हरेक संसारके उपर विजय पाथहए । औ संसारके जिवनको विजय हमर विश्वास हय । 5संसारके उपर विजय पान बारो कौन हय बहय हए जो येशु ख्रिष्ट परमेश्वेको पुत्र हय, कहिके विश्वास करन बारो ।6बा वहए हए जो पानी और खुनसे आओ भओ ,और येशु ख्रिष्ट जो पानीसे इकल्लो नाए पर पानी और खुनसे आओ भओ हय । 7गवाही देन बारो त पवित्र आत्माही हय काहेकी पवित्र आत्मा सत्य हय । काहेकी गवाही देन वारे तीन हय 8पवित्र आत्मा, पानी और खुन सबए बातमे जे सहमत हथए ।9यदि हम आदमीको गवाही ग्रहण कर्थहए कहेसे परमेश्वरको गवाही कित्तो महान हय । काहेकी जहए परमेश्वरको गवाही हय जौन गवाही वा अपन पुत्रके विषयमे दइ हए । 10जौन परमेश्वरके पुत्रमे विश्वास कर्थहए बाके ह्रदयमे जा बातको गवाही होथहए । परमेश्वरमे विश्वास ना करन बारे बाके झुटो बनाथहए । काहेकी परमेश्वर बाके पुत्रके बारेमे दयीभइ गवाहीमे बा विश्वास ना करत होथहए ।11गवाही त जहए हय की परमेश्वर हमके अनन्त जीवन दै, और जा जीवन वाके पुत्रमे हय । 12जौनकेसंग पुत्र हय, बाकेसंग जीवन हय, जौनकेसंग परमेश्वरको पुत्र नाहए, वाकेसंग जीवन नाहए ।13तुम अनन्त जीवन पाय हओ कहिके बातके जानओ काहन ताही परमेश्वरको पुत्रके नाउमे विश्वास करनवारे तुमके मै जा पत्र लिखत हओ । 14परमेश्वरमे हमर पुरो भरोसा हए की बाके इच्छा जैसो जो मागेसे फिर बा हमर बातके सुनत हए। 15हम प्रार्थनामे जो भी मागेसे फिर परमेश्वर सुनत हय कहिके हम जानत हय ,कहिके जा फिर जानत हय की बा हमके जो मागत हय बा हम पाएगए हए ।16यदि कोई अपने भइयाके पाप करत देखत हय औ, बा पाप त मृत्युमे लैजान बारो नाहए कहिसे बा भइयाके ताही परमेश्वरसे प्रार्थना करदेन पडत हए ,और जौनको पाप मृत्युमे लैजान बारो तरिकाको नाहए बाके परमेश्वर जीवन देथहए । पर अइसो पाप फिर होथहए, जो मृत्युमे लैजाथहए, जौनके ताही कोइ विन्ती करदेओ कहिके मए ना काहत हओ । 17सबए अधर्म पाप हए, पर अइसो पाप फिर होथहए जो मृत्युमे नालैजाथहए ।18हम जानत हए ,की जो परमेश्वरसे जन्मे भए हरकोइ फिर पाप नाकरत हए । पर परमेश्वरको पुत्र विनके सुरक्षा करत हए, और दुष्ट बाके ना छुतहय । 19हम जानत हय, हम परमेश्वरको हय, और सबए संसार बा दुष्टके अधीनमे पडो हय ।20हम जानत हय, परमेश्वरको पुत्र आओ हए जो सत्य हय । बाके चीन सकए ,कहिके बा हमके समझ दयी हए । जो सत्य हय हम बामे हय, औ बाके पुत्र येशु ख्रिष्टमे हए ,औ बहय सच्चो परमेश्वर हय, और अनन्त जीवन हए । 21छोटे बालक, अपने आपके मुर्तीसे बचाएके धरओ ।
1एल्डरसे, चुनि भई मिहिला और बिनके लैणा लैणियनके जौनके मै सच्चो प्रेम करत हौ, और मै इकल्लो नाए, पर सत्याके चिनन् बारे सबै फिर बिनके प्रेम करत है । 2जैन सत्या हमर भितर है और हर समय हमर सँग रहए ,बहे के खातिर तुमके प्रेम करत हए । 3परमेश्वर पिता और पिताको पुत्र येशु ख्रिष्टसे अनुग्रह, कृपा और शान्ती हमर सँग सत्यता और प्रेम रह बैगो ।4अइसिए तुमर लैणा लैणिया मैसे कोई कोईनके मए पितासे पाओ भओ आज्ञाके जैसो नेगत पएके गजबै अनन्दीत् हौ । 5अब हे महिला मै तुमके एक नयँ अज्ञा ना लिखो है, पर बहे लिखो है,जो सुरुसे हमर सँग है- हम एक दुसरेसे प्रेम करै कहेकी मै तुमसे बिनती करत हौ । 6बाको इच्छा जैसो चल्नो ही प्रेम है । तुमके सुरुसे सुनोभओ आज्ञा जहे है, कि तुम प्रेम के अनुकरन करै ।7काहेकि भरम मे डारन बारे बहुत जा संसारमे आएगए है। जैन येशु ख्रिष्ट शरीरमे आओ हए कहेके स्विकार ना करत है। जहे छलि और ख्रीष्ट बिरोधी हए । 8होसियार रहीओ, जौन बातके तहीं तुम काम कररहे हओ, बा के गुमान नापणए पर पुरो इनाम पान बारो बनओ ।9ख्रिष्टके सिद्धान्तमे अटल ना रहन बारो, बाक सिमासे बाहिर जान बारो आदमीनके संग प्रमेश्वर ना है। पर बक सीद्धान्तमे अटल रहन बारेक सँग पिता और पुत्र दोनो होत है । 10यदी तुमर जैने कोइ जा सिद्धान्त ना लाई है तै बाके अपन घरमे स्वगत मतकरओ । 11काहेकि बक अभिबादन करन बारो, बक खराब कामके सँग सह भागी होत है ।12मै तुमर ताही बहुतसी बात लिखन चाहत है। पर कागज और मसीसे लिखन ना चाहत हौ । पर हमर अनन्त पुरो होबै, कहेके तुमर जैने आएके और आमने सामने बात चित करन ताहीं आसा करत हओ । 13चुनी भई तुमर बहिनियाँ के लौणा लौणीया तुमके अभिवादन करत हए ।
1प्यारो एल्डरसे मिर सङ्गी गयासके जौनसे मए सच्चो प्रेम करत हओ । 2प्रिय सङ्गी मए प्राथना करत हओ, की सबए बातमे तुमर भलो होबए और तुमरो स्वास्थ्य ठीक राहाबय तुमर आत्मीक जीवन ठीक हय कहिके मय जानत हओ । 3कित्तो जनी आएके तुमर जीवनको सत्य गवाही दयी ,मए वहुत अनन्दीत भओ । तुम निहात्यही सत्यको अनुकरण करत हओ । 4मिर लौडा लौडीया सत्यको अनुकरण कर्थहए , कहिन बारी बात सुनन पानो और जादा अनन्दको मिर ताही का बात हुइसकथहए ।5मिर प्रिय तुम विश्वास योग्यके काम करत हओ जब तुम अपने दादा भइयाको, विशेष करके परदेशीनको सेवा करत हओ । 6वे मण्डलीके अग्गु तुमर प्रेमकी गवाही दयी हय । परमेश्वरके अग्गु मन पणन बारो करके विनके यात्रामे जान प्रवन्ध मिलाए दओ हओ, कहिके तुम अच्छो करत हओ । 7काहेकी अविश्वासीनसे कछु ना लइके वे बक नाउके ताही यात्रामे निकरे हय । 8जहय कारन अइसे आदमीको सेवा सत्कार करन पडथहए, ताकी हम सत्यताके सहकर्मी बन सकए ( हात वटानबारे ) ।9मए मण्डलीके कछु बात लिखो रहओ, पर तुमरे विचमे बडो होन ढुडन बारे डियोत्रिफस मिर अधिकारके ना मानत हए । 10जा कारन जब मए आमङ्गो वाकी करी भओ कामको बातके उठामङ्गो । हमर विरुद्धमे वा खराब वचन बोलत जात हय । इत्कामे सन्तुष्ट ना हुइके बा भइयनके स्वागत करन इन्कार कर्थहए, और विनके स्वागत करन बारेनके फिर रोकथहए, और विनके मण्डलीसे वाहेर निकार देथहए ।11मिर प्रियो खराबीके अनुकरण मत करओ पर भलाई को अनुकरण करओ जौन भलो कर्थहए, बा परमेश्वरको हय, जौन खराबी कर्थहए बा परमेश्वरके ना देखी हए । 12डेमोत्रियासके ताही त सबए आदमी गवाही दयी हय, और सत्य फिर जा गवाही देत हए । हम फिर गवाही देत हय,और तुम जानत हओ की हमरो गवाही सत्य हय ।13मोके वहुत बात लिखन रहए पर मसी और कलमसे वे तुमके लिखत ना हओ। 14पर तुमके बहुत जल्दी मिलनको आशा करत हओ और हम आमने सामने मिलके बात करङ्गे। 15तुमके शान्ती मिलए । सबए सङ्गीनसे तुमके अभिवादन। सङ्गीनके नाउ लैके अभिवादन देओ ।
1येशू ख्रीष्टको दास, याकूबको भैया यहूदासे बुलओ भव, औ परमेश्वर पितामे प्यारो और येशूके ताहिँ ख्रीष्टमे सुरक्षासे धरो भव , 2कृपा, शान्ति और प्रेम तुममे प्रसास् होत जाबए ।3प्रिय हो, हम सब सहभागी भए उध्दारके बारेमे लिखन ताही मए बहुत उत्साहीत भव हओ, ऐसिए सन्तके सदाकालके ताहिँ सौपो भव विश्वासके रक्षा करओ कहिके निबेदन करन तुमके लिखन मोके ठीक लागो । 4काहेकी बहुत पहिलेसे दण्डको भागीदार भय ,कोइ-कोइ आदमी गुप्त रुपमे तुमरे बीचमे घुसेहँए | जो ईश्वरहिन आदमी हँए, जौन हमर परमेश्वरको अनुग्रहके बिलासितामे बदल देत हँए, और हमर एक इकल्लो स्वामी और प्रभु येशू ख्रीष्टके इन्कार करत् हँए ।5तुम जे सब बात एक चोटी जाने रहौ, ताहु फिर अभए मए तुमके याद दिलान चाहत हओ , मिश्रदेशसे बचाएके लाय भए आदमी मैसे विश्वास ना करनबारेके परमप्रभु पच्छुसे खतम कदरी । 6अपन अधिकारको मार्यदा कायम ना करके उचित वासस्थान त्यागनबारे स्वर्गदुतके बा पातालको अन्धकारमे न्यायको बा बणो दिनतके अनन्त बन्धनमे धरीहए।7जैसी सदोम और गमोरा और बिनको आसपासके शहेर जौन व्यभिचार कर्के गलत काम वासनामें फसे रहँए, बे अगनी कुण्डको दण्ड भोगके उदाहरण बने हँए । 8अइसीए करके सपना देखन बारे आदमी अपनो शरीर अशुध्द बनात हँए, अधिकार इन्कार करत हँए और स्वर्गीके प्राणीके निन्दा करत हँए ।9तव प्रधान दुत मिखायल फिर मोसाक लाहासके बारेमें शैतानसे विवाद करके बाके निन्दापूर्ण दोस लगान साहस ना करके , “तोके प्रभु डँटए” कहि रहए । 10पर बे आदमीअपनए नासम्झी बातके निन्दा करत् हँए ! "और निबुध्दि जनवार कता पाकृतिक ज्ञानसे जानन् बारि बातसे जे बिनास होतहए । 11बिनके धिक्कार है ! काहेकी बे कयिनको चालमे नेगत् हँए, लोभके खातिर बालामके भुलमे फसत हँए और कोरहके बिद्रोहमे जैसो नास होत हए ।12बिनके प्रेमभोजमे लुके भए कलङ्क् हँए । बे अपन इकल्लो ख्याल करके सरम ना मानके खात और पित हँए। बे आँधीसे उणएके लैजानबारो पानीबिनाको बादलके जैसे हँए, जाणोके समयके फल बिनाके रुखा कता, जो दुई चोटी मर गए, और जर समेत उखण गए हँए। 13बे समुन्द्रमे आनबारो लणूरा जैसे हँए, जौन बे अपनए निर्ज्लताको झाग उग्लत हँए, बे बुते भै औ हराने भए ताराके जैसे हए, जौनके ताहिँ पातालको अन्धकार अनन्तके ताहिँ बचाएके धरो हए ।14"आदमसे सातओ पुस्तको हनोक फिर जे आदमीके बारेमे अइसे अगमवाणी बोलिरहए, ""देखओ, परमप्रभु अपन असंख्या पवित्र जानके संग आए रहोहए, " 15सबको इन्साफ करन, सबै आदमीनके दण्ड देन, जौन अधर्मी रितिसे भक्तिहिन काम करी हए, और बे भक्तिहिन आदमीके दण्ड देन, जौन बाके बिरुध्दमे कठोर बात बोलि हँए ।” 16बे गनगन करन बारे, असन्तोषी, घमण्डी बात बोलन बारे और लोभके ताहिँ आदमीको चुगली करन बारे जेहि हँए ।17पर प्रिय हो, तुम त हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको प्रेरितनसे अग्गुए कहिँ बातके सम्झओ । 18बे बिनसे काहिँ रहए, “आखिरी समय मे अपनाए भक्तिहिन बासनाके पिछु लागके खिल्ली उणान बारे हुइहँए ।” 19बे फुट लान बारे, संसारिक आदमी और पवित्र आत्मा ना भए आदमी जेहि हँए ।20पर प्रिय हो , तुम त अपन बहुत पवित्र विश्वसमे बनात लैजाओ और पवित्र आत्मामे प्रार्थना करओ । 21अपनाएके परमेश्वरके प्रेममे धरओ और अनन्त जिवानके ताहिँ हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको कृपाके प्रतिक्षा करओ ।22दोधारमे होन बारेनके दया दिखओ । 23औरनके आगीसे तानके निकरके बचाओ, कोइ कोइके दया दिखात होशियार रहिओं, पापमय स्वभावसे अपवित्र भए लत्ता समेतके घृण्ना करओ ।24अब, जौन तुमके पापमे फसनसे बचाए सक्त् हए, और जौन तुमके आनन्दसहित बाके महिमाके अग्गु निरदोस हुइके दिखाए सकन बारो के, 25"बहे एक इकल्लो परमेश्वर, हमर मुक्तिदाता"" येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुसे महिमा, प्रभुत्व, पराक्रम और अधिकार युग-युग पहिलेसे आज और सदासर्बदा होत राहबए| आमेन |"