Thethi: Bible for 1 Timothy, 2 Corinthians, 2 John, 2 Peter, 2 Thessalonians, 3 John, Ephesians, James, Jude, Philemon, Philippians, Titus

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2 Corinthians

Chapter 1

1पावल, परमेश्‍वरके इच्छा अनुसार येशू मशिहके प्रेरित आ हमर भाइ तिमोथीसे, कोरिन्थीमे भेल परमेश्‍वरके मण्डली आ अखैया प्रान्तमे रहेके सम्पुर्ण विश्‍वासीसबकेः 2. हमनीके पिता परमेश्‍वर आ प्रभु येशू मशिह के अनुग्रह आ शान्ति तोरासबके साथ रहो ।3हमनीके पता परमेश्‍वर येशू मशिहके प्रशंसा होओ । उहा दया के पिता आ सब सान्त्वनाके परमेश्‍वर है । 4परमेश्‍वर हमनीके सब दुःख कष्‍टमे हमनी के सान्त्वना दैछै । यहि स, हमनी भि दुःख मे परलसबके सान्त्वना देबे सकु । परमेश्‍वर हमनीके सान्त्वना देवेला प्रयोग कैल सान्त्वनाद्धार ही हमनी दोसराके सान्त्वना दैइछी ।5जैसे हमनी के लागी मशिहके कष्‍ट प्रसस्त है, वसहि मशिहद्धारा हमनीके सान्त्वना प्रसस्त रहैछै । 6लेकिन यदि हमनी दुःख भोगल त यि तोहनीसबके सान्त्वना आ उद्धारके लागी है । आ यदि हमनीसबके सान्त्वना पौलि त कहके यी तोहनी के सान्त्वनाके लागी वा तोहनी हमनी के दुःख मे धैर्यसाथ सहभागी भेल तोहनीसबके सान्त्वनाके प्रभावकारी रुपसेकाम कैलगेल है । 7तोहनीके लागी हमनीके आशा वृद्ध है । तोहणि सब दुःख मे सहभागी भेल सान्त्वना मे भी साहभागी होएबे कहके हमरा थाह हइ।8भाइसब हो, हमनी एसियामे भोगल दुःख के बारेमे तोहनीसब अनजान रह कहके हमसब न चाहैछी । हम सब सहे न सकेबाला तरिकसे जातल रहलिय, एहन किसिमसे कि हम सब बाचेके आशा छोईर देने रहलीय 9वास्तमे हमनी पर मृत्युदण्ड रहे, लेकिन ऊ हमनी अपने मे न, मृतकसबके जीवन देबेवालाके उपर भरोसा करे सकुँ कहके भेलरहे । 10उँ अपने के हमनीके वैसन घातक जोखिम से वचनके आ फेरु उहाँ हमनी के बचतै उँ हमनी फेरु होइतै कहके हमनी उनका पर रखले छी ।। 11परमेश्‍वर यहन करतै जैसन तोहनीसब भिन हमनी के अपना प्रार्थना द्धारा मदत करैछई । ओकरावाद बुतेके प्रार्थनाद्धारा हमनीके देवल अनुग्रह कृपाके लागी बहुते सब हमनीके तर्फसे धन्यवाद देतै ।12हमनी के भित्रीमन स गवाहीमे हमनी गर्व करबै । कैलाकी यी परमेश्‍वरसे आएल शुद्ध प्रेरणा आ इमान्दारीमे है जोन अनुसार हमनी यी संसार मे चलै छी । विशेष करके,हमनी यी तोहनी साथ और बेसी कैलेछी, संसारीक ज्ञानमे नै लेकिन परमेश्‍वरके अनुग्रहमे । 13हमनी तोहनीसब पढे आ नसमझे जैसन करकै कुछो भी न लीखब । हम आशा करैछी, कि तोहनीसब पुर्णरुपसे बुझबै । 14जैसे अभी तोहनीसब हमनी के कन्का मात्र बुझले ह । येशू मशिह दिनमे हमनी तोहनीके लागी गर्व करेवाला कारण बनब, जैसे तोहनीसब हमनीके कारण बनबे ।15यी बातमे हम निर्धक्क भेल कारण,तोहनीसब दुई टा मिलल लाभ उठाएके सककहके हम तोहनी किहा पहिले आबे चाहैत रहली । 16माकेडोनिया तोहनीसब लन आके भेटघाट करेके हम योजना बनाबैतरहली । माकेडोनिया के यात्रा बाद हम फेर तोहनीसबसे भेटे चाहैत रली आ तोहनीसब हमरा यहुदियाके रस्ता होइत भेजेके चाहैत रहलीय ।17जब हम यी तरिके से सोचै सोचैत रही,तब कि हम हिच्कियाएँ का ? की हम मानवीय पाप अनुसार योजनासब बनैलीकी हम एक समयमे “है” आ “नैहै” कहके आ ? 18लेकिन परमेश्‍वर जैसन विश्‍वास योग्य होइपरत । हमनी एक साथ है आ नहै नैकहब ।19कैलाकी परमेश्‍वरके पुत्र येशू मशिह, जेकरा सिलाश,तिमोथी आ हम तोहनीसबके बिचमे घोषणा कैले जोन कि है आ नैहै नैछै बल्की उहाँ सदा है रहैछै । 20कैलाकी परमेश्वरके सब प्रतिज्ञा हुनकरामे है होतै । यहिसे हुनकराद्वारा ही हमनी परमेश्‍वरके महिमाके “आमेन्” कहले छी ।21आब परमेश्‍वर जोन हमनीके तोरासबके सँहो मशिहमे बरियार कैले है उहां हमनीके न्युक्‍ती करक कै 22परमेश्‍वर अपन छाप हमनी पर लगलकै आ हमनीके पिछे देबेवाला बातके बैनाके रुपमे हमनीके हृदयमे पवित्र आत्मा देलकै ।23बलकी परमेश्‍वरके हम अपना गवाहीके लागी पुकारली यहिसे तोहनीसबके बचाबेसकू कहके हम कोरिन्थीमे नै ऐली । 24तोहनीके विश्वास कैसन होएके चाहि कहके हमनी नियन्त्रण करेके प्रयास करेके कारण यी सब नै भेलछै । बलकी हमनी तोहनीसबके आन्नदके निम्ति तोहनीसाथ काम कर रहलछी जैसन तोहनी अपन विश्‍वासमे अटल रहैछे ।

Chapter 2

1तोहनीके दुःख पुर्ण अवस्थामे हम फेर तोहनीसबकिहा न आबेके निर्णय कैली 2यी हम तोहनीके दुःखीत बनाएमत हम जेकराके दुःखीत बनाएब वोकरा इलावा और कोन हमरा खुशी बनासकैय ?3हम जे लिखली, उ यी कारण लिखली की हम तोहनी किहा आएमत जोन आदमी जे हम आन्नद मिलीबाला रहे ओकनी द्वारा है दुःखी नहोऊ । हमर आन्नद तोहनी मे सबमे भेललेखा है कहके उबातमे हम निश्‍चित छी । 4कैलाकी हम बरका कष्‍टः हृदयमे पीडा आ बहुत आशुँके साथ तोहनीके लीखली । हम तोहनीके कष्‍ट देबेला नै चाहैछी बलकी तोहनीपर भेल हमर प्रेमके गहिराई तोहनीसबके थाहा पाओ कैहके हम चाहै छी ।5यदि कौन दुःख देले हैत उ हमरा मात्र नै लेकिन कुछ हदतक (यकरा कडा करके नहबेत) तोहनीसबके दुःखीत बनयले है । 6उ ब्यक्‍ति के बहुमतद्वारा तेबल सजाय प्रयात है । 7यहिसे साटा ओकराके क्षमा आ सान्त्वना दे उ ज्यादा दुःख से ओकरा नाखाओ कहके यैसन कर .8ओकरा लागी कैल तोहनीके प्रेम सार्वजनिक रुपसे प्रकट कर । 9तोहनीके सजाय करे सकु आ तोहनीसब बातमे आज्ञाकारी छे कि नछै कहके हम बुझसकी कहके हम तोहनीके लिखली ।10यदी तोहनी केकरो क्षमा देबेत, हम भी उ व्यक्तिके क्षमा देब । यदि हम कुछो क्षमा देने छी कहके, यी येशूके उपस्थिती मे तोहनीके लागि है । 11वहिसे शैतान हमनीके छकयान सकैय कैलाकी हमनी ओकर योजनासे अनजान नै छी ।12जब हम मशिहके सु-समाचार प्रचार करे त्रोआस सहर मे ऐली उहाँ प्रभु हमरा लागि दरवाजा खोलदेल कै 13आ भी हमरा मनमे शान्ति नमिलै, कैलाकी हमर भाई तीतसके उहाँ भेटली । वहिसे ओकनीसबके छोडके हम माकेडोनिया फिरली ।14लेकिन परमेश्‍वरके धन्यवाद होबे जोन हमनीके सबदीन बिजयमे अगुवाई कलकै । हमनीद्वारा उ अपने सबओर ज्ञानके मिठ सूबासना छिटतै । 15कैलाकी हमनी परमेश्‍वरके निम्ति उद्धार पाएलसब आ नष्‍ट होरहलसबके लागि मशिह के सूबसना छी ।16नष्‍ट होरहल आदमीसबके लागि यी मृत्यु से मृत्यु तक सूबासना हो । आ बचाएल गेलसबके लागि हमनी जिवनसे जिवनतक सुबासना छी । यी बातसबके लागी यी योग्य है ? 17हमनी नाफाके लागि परमेश्‍वरके वचन बेचेबाला बहुत आदमीसब लेखा नै छी बल्की, हमनी मशिह शुद्ध,अभिप्रयासे परमेश्‍वरके दृष्‍टीमे उ भेजलगेल लेखा करके बोलबै।

Chapter 3

1कि हमसब अपन प्रशंसा अपने कर रहलछी? कुछ आदमीसब के जैसन हमनेके भी तोहनी सब समझ आ तोहनीसबके सिफारीस पत्र जरुरी नैछै, छै की ? 2तोहनीसबही हमने के लागि हृदयमे लीखल सिफारिस पत्र छे जेकरा सब आदमी सब पढेले आ जानले है । 3तोहनीसब हमनी द्वारा वितरण कैल मशिहके पत्र छे कहके तोहनीसब देखाबैछे । यी आदमी नै,लेकिन जीवीत परमेश्‍वरके आत्मासे लीखल है । यी पथरके पाट्टीमेन,लेकिन आदमीसब के हृदयके पाट्टीमे लीखल है ।4आ यी मशिह येशू द्वारा परमेश्‍वरमे भेल हमनीके आत्मविश्‍वास है । 5कौनो भी बात हमनीसे आएल है कहके दाबी करेला हमनी अपने योग्‍य नैछी । बलकी हमनीके योग्यता परमेश्‍वरसे आएल है । 6परमेश्‍वर हमनीके नयाँ करारके सेबक सब होए बाला योग्य बनैले है यी करार अक्षरसे नै, लेकिन आत्मासे है कैलाकी अक्षरसे मरै छै,लेकिन आत्मासे जीवन दैछै ।7अब पथरपर कुटल मृत्यु त्याबेबाला अक्षर यैसन महिमा साथ इस्राएलीसबके बिचमे आएल की इस्राएलीसब मोशाके मुह सिधा देखे नै सक्लकै । यी उन्कर मुहके महिमा के कारण है, जोन महिमा मन्द होइत रहतै । 8पवित्र आत्माके काम और केतना महिमित होतै ?9यदी निन्दापुर्ण सेवाके महिमा रहलै त कह धार्मीकताके सेवा और कतना बेसी महिमित होतै । 10कैलाकी बास्तवमे जोन एक समय महिमित कैलरलै यकरा साथ करेला दोसर महिमा के कारण अभि ऊँ महिमित नै है 11यदि बितके जोएबाला बातके महिमा रलैत सब्दीन रहेबाला बातके अरू केतना बेसी महिमा होतै ।12हमनी साथे यहन आशा भेलाके कारण हमनी हमनी साहसी छी । 13हेरा रहल महिमा के अन्त्य इस्राएलीसबके सिधे देखे नसके कहके हमनी अपन मुहपर चुनरी लगाबेबाला मोशा जैसन नै छी ।14लेकिन तोहनीके मन कठोर बनाएल गेल छलै । पुरनका करार कैलाकी अजुके दिनतक उ चुनरी रह रहल है । उ खुलल नै छी । कैलाकी मशिहमे माग खुलतै । 15लेकिन आजु भी मोशाके बारेमे बढल जाइछै,तोहनीके हृदयमे वुनरी रहै छै । 16जब कौन व्यक्ती परमप्रभुमे फिरैछै,तब चुनरी हटाएल जाइछै परमप्रभु आत्मा है ।17परमप्रभु आत्मा छै,जाहा परमप्रभुके आत्मा है उहा स्वतन्त्राता होइ छै । 18अब हमनी सब चुनरी हटावल मुहसे परमप्रभुके महिमाके देख बै । हमनी एक महिसे दोसर महिमामे बढैत वहि महिमामे बदलरहल छी यी परमप्रभुसे औवतै,जोन आत्मा है ।

Chapter 4

1उ कारण,हमनी सेहो यी सेवा कार्य भेल आ हमनी यी दया पावलके कारण से हमनी निरास नै होइछी । 2बलकी हमनी गोव्य आ लाजबाला रास्ता त्याग्ले छी । हमनी धुर्ताभे नै जियैछी आ हमनी परमेश्‍वरके वचनके गलत तरिकासे नै चलवैछी । सत्यता प्रस्तुत करैत परमेश्‍वरके नजरमे प्रत्येकके विवेकप्रति हमनी अपनाआपके सिफारीस करैछी ।3यदि हमनीके सु-समाचार चुनरीसे तोपल हैत उ विनाश होरहलसबके लागि मात्र तोपल है । 4तोहनीके विषयमे कहेके हैत यी संसारके देवके ओकनीसबके अविश्‍वास मनसब अन्धा बनादेले है । फलस्वरूप ओकनीसब मशिहके महिमाके सु-समाचारके प्रकाश देखे नै सक्‍तै जोन परमेश्‍वरके स्वरुप है ।5कैलाकी हमनी अपना आपके नै, लेकिन मशिहके खातिर तोहनीसबके सेवकके रूपमे रहके मशिह येशूके घोषणा करैछे कि परमप्रभु है । 6कैलाकी परमेश्‍वर कहलकै,अन्धकारसे ज्योती चमक्‍तै । येशू मशिहके अस्थितिमे परमेश्‍वरके महिमाके ज्ञानके ज्योती देवेला हमनीके हृदयमे चमकरहल है ।7यी यतना महान शक्‍ति हमनी संघे नै लेकिन परमेश्‍वर संघे है,कहेके लागि स्पष्ट करेला हमनीसाथे यी धन माटीके बरतन है । 8हमनी सब ओरीसे दुःखीत भेल छी, लेकिन निराश नै भेल छी । 9हमनी सताएल गेल ची लेकिन त्याग्यले नै छी । हमनी पिटाएल छी लेकिन नाश नै भेलछी । 10येशूके जीवन हमरा शरीरमे देखाई दे कहके हमनी हमनीके शरीरमे सब्दीन येशूके मृत्युके उठाके चलतारी11हमनीके मानवीय शरीरमे येशूके जीवन देखाई दे कहके जीवित भेल हमनीसब येशूके खातीर सब्दीन मृत्युमे देदेले छी । 12. यहि कारणसे हमनीमे मृत्यु कार करैछै लेकिन जीवन तोरासबमे ।13हम विश्‍वास कैली, यहिसे हम बोल्ली कहके लीखल जैसन हमनीकेसाथ विश्‍वास के ओहने आत्मा है । 14हमनीके पत्ताहै कि जोन प्रभु येशू के पुत्रः जीवित करकै उहा अपने हमनीसब के भी उहासंघे पुनःजीवित करेबाला है हमनीके पत्ता है की उहा हमनीके तोहनीसबके साथे उहाँ अपन उपस्थितिमे आबेबाला है । 15हर बात तोहरा सबके लागि है ताकी जैसन बहुत आदमीमे अनुग्रह फैलल है वहिसेही परमेश्‍वरके महिमा के काम लागि धन्यवाद देवेके काम भी बढते जोओ ।16वहिकारण हमनी निराश नै होइछी । हमनी बाहरी रुपसे विनाश होते जायम फिरभी भित्रि रूपसे हमनी प्रतिदिन नयाँ भेरहल छी । 17कैलाकी यी क्षणीक है, हलका कष्‍टसे हमनीके सब नापके माथ करेबाला वजन्दार अन्नत महिमा के लागि तयार कर रहल छै । 18कैलाकी हमनी देखेबाला बातके नै लेकिन नदेखेबाला बातके प्रतिक्षा कर रहल छी । देखेबाला बातसब क्षणीक होइछै आ नदेखेबाला बातसबके अन्नत तक रहैछै ।

Chapter 5

1हमनी जानैछी, कि हमनीसब बास करैछी यी पार्थीव शरीर नष्‍ट होतै त भी हमनीसाथ परमेश्‍वरके देवल भवन है यी आदमीके हातसे बनाएले घर नै है लेकिन स्वर्गमे रहेबाला अन्नत तकके रहेबाला घर है । 2. कैलाकी हमनीके स्वर्गी बास्यस्थानके पोशाक पहिनेबाला आशामे हमनी यी पालमे पीडासे आर्तनाद करैछी । 3हमनी यकर इच्छा करैछी कैलाकी एकराके पहिनला पर हमनी लङगटे नै रहब ।4कैलाकी जबतक हमनी यी पालमे छी, भारीसे भरके हमनी आर्तनाद करै छी । हमनी निर्वस्र होएके नै चाहैछी लेकिन जे मरल शिल है, उ जीवनमे समावेश होए कहके हमनी बस्र पहिने चाहैछी । 5हमनी यकरा लागि तयार करेबाला परमेश्‍वर हि है, जोन हमनी के लागि पछाडीसे होएबाला बातके बैनाके रूपमे पवित्र आत्मा देने है ।6यहि स सब्दीन विश्‍वास रह यी जानलेकी जब हमनी अपन शारिरीक घरमे रहैछी, हमनी परमेश्‍वरसे दुर रहैछी 7हमनी विश्‍वासद्वारा चलैछी, देखेबाला बातके आधारमे नै । 8हमरा सब मे पुर्ण भरोसा छै,बरु शरीरसे अलग भक प्रभुसंगे रहे के चाहि छी ।9यहिसे घरमे या ओसे दुर जहा रूछु हमनीके उदेश्‍य हुनकाके प्रशन्न करेके है । 10कैलाकी हमनीसबके मशिहके न्याय आसनके अगाडी खडा होएला पर्तै । ताकी हरेक शरीरमे रहके कैल निमन आ खराब कामके लागि प्रतिफल मीलो ।11यहिकारण परमेश्‍वरके भय जानके छी हमनी आदमीसबके मनाबैछी । हमनी केछी कहके परमेश्‍वरके थाह है, हम आशा करैछी तोहनीके विवेक मे यी बात स्पष्‍ट है । 12हमनी के तोहनीसब इमान्दार समझ कहके हमनी तोहनीसबके मनाबेला नै खोजैछी । बलकी हमनी तोहनीसबके हमनी पर गर्व करेला कारण दैछी ताकी हृदयसे बाहरी रुपसे धाक लगावे बालाके जवाफ देबे सक ।13कैलाकी यदि हमनीके मन ठिक नैहैत भी उ परमेश्‍वरके लागि है । लेकिन हमनीके मन ठिक हैत उ हमनीके लागि है । 14कैलाकी मशिहके प्रेमसे हमनी क मजबुर बनाबैछै आ हमनीके यी निश्‍चय है की सबके लागि एक गोरा मरल गेल है । 15और मशिह हमनीसबके लागि मरल कै ताकी जिएबाला अपना लागि न जीवो बलकी ओकनीसब हुनकरा लागि जिएपर्तै जे मरलकै आ फेर जिन्दा भेल कै ।। 16वहि से हमनी एक बेरा ,मशिहके वैसहि करले रहती तपरभी अब हमनी केकरो आदमीके दृष्‍टि कोण अनुसार मुल्याङकन नै करैछी अब हमनी कदापी बैसे देखभ । 17कैलाकी कौनो मशिहमे है त उ नयाँ सृष्‍टि है । पुरनका पीतके गेल है । देखँ उ नयाँ भेगेल है ।18यी सब परमेश्‍वरसे भेल है, परमेश्‍वर हमनीके मशिहद्वारा उँ अपना साथ मिलापमे लेअलके आ हमनी मिलापके सेवा देने छै । 19अर्थात ओकनीके पापके लेखा नलेके परमेश्‍वर मशिहद्वारा संसारके अपनासाथे मिलापमे ला रहल हई है । परमेश्‍वर मिलापके सन्देशके जिम्मा हमनी हमनिके जिम्मा दे रहल हई ।20ओहिसे, परमेश् वर हमनिद्वारा अनुरोध कैल रहल है कि हमनी मशिहके दुतके रूपमे नियुक्‍त कैलगेल छी परमेश्‍वरके मिलापमे आओ कहके हमनी तोहनीसे मशिहके खातिर अनुरोध करैछी । 21उँ अपन मशिहके हमनीके पाप के लागि बलि बनेला लगलकै । उँ कहियो पाप नै कलकै । हमनी हुनकामे परमेश्‍वरके धार्मिकता मे बने सक कहके परमेश्‍वर यहन कलकै ।

Chapter 6

1आ यी कारण हुनकारा अनुग्रहमे साथे-साथे काम करैत हमनी तोहनीके अनुरोध करैछी कि हुनकारा अनुग्रहके व्‍यर्थमे नलिऊ । 2उ यहन कहैछी, हम उपयुक्‍त समयमे तोहर वास्ता कैही आ मुक्‍तिके दीनमे हम तोहर साहायता कैली । देख यी मुक्‍तिके दिन आएल । 3हमनी केकरो अगाडी ठेस लागेबाला बातसब नैरखैछी, कारण हमनी हमनीके सेवामे बैमाइनी करेनै चाहैछी ।4बलकी हमनी अपने परमेश्‍वरके सेबक सब छी कहके हमनी के कामसे प्रमाणित करैछी । हमनी धैर्य धारणमे कष्‍टमे, विपत्तिमे कठिनाईमे 5पिटाइमे , कैदी अवस्‍थामे, छुलदङगमे, कडा परिश्रममे, अनिन्द्रा रातमे भुख मे, 6सुधतामे, ज्ञानमे,धैर्यमे,दयामे,पवित्र आत्मामे , असल प्रेममे हुनकर सेवक सब छी । 7हमनीसब परमेश्‍वरके शक्‍तिमे, वचनके सत्यतामे सेवकसब छी हमनीके साथे दाया आ बाया हातमे धार्मिकताके हतियार है ।। 8हमनी मान आ अपमान, निन्दा आ प्रशंसाके काम करैछी हमनीके ठगाइछी कहके आरोप लगावलगेल, तथापि हमनी सयाछी । 9हमनी नचिनहल व्यक्तीसब लेखा करैछी तापरभी हमनी चिन्हल छी । हमनी मरल लेखा काम करैछी लेकिन हमनी रुरी जीवित छी । हमनीसब हमनीके कार्यसबके निम्ति दण्‍डित भेल जैसन काम करैछी, लेकिन मृत्युदण्‍ड पाएल जैसन नै 10हमनी अफसांसी होके काम करैछी लेकिन सब्दीन आन्नदमे खुशीयाली छी । हमनी गरीब भक काम करीछी । लेकिन बहुतो के धनी बनाबैछी । हमनी कुछो न भेल लेखा काम करछी तापरभी सब चिझ मीलल है ।11हे कोरिन्थीके विश्‍वासीसब हो हमनी तोहनीसबके सब्दीन सच्चा बात बतैलेछी आ हमनीके हृदय खुल्ला है । 12तोहनीसबके हृदय हमनीसे नियन्त्रीत नैहौ । लेकिन तोहनीसब अपने भावनाद्वारा नियन्त्रीत छे । 13अब यकरा सट्टामे,हम बालसबके जेखा बोलेछी, कि अपन हृदयके खुल्ला रख ।14अविश्‍वाससबके साथे न सटीयो । कैलाकी धार्मिकताके व्यवस्‍थाहिन सबके साथे कौन सहभागीता ? आ ज्योतिके अन्धकारसे कौन संगत 15मशिहके झुट्टा बोलेबाला साथे कौन समझौता ? अर्थात विश्‍वाससबके अविश्‍वासीसबके साथे कौन साहभागीता 16आ परमेश्‍वरके मन्दिर आ मुर्ति बिच कौन समझौता ? इ कारण हमनीसब जीवित परमेश्‍वरके मन्दिर छी, जैसे उ कहने छै, हम तोहनीके बिचमे चलम आ बास करबै हम तोहनीके परमेश्‍वर होएब आ हमर आदमीसब होतै”” 17यी कारण ओकनीके बिचमे से बाहर निकलके आओ आ अपनाके अलगे कर परमप्रभु कहैछै । अशुद्ध चिजके न छुउ आ हम तोहनीसबके हमर अपनाएबे । 18हम तोहनीसबके बाबु होबै आ तोहनीसब हमर बेटा आ बेटी सब होएबे सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर कहै छै ।

Chapter 7

1प्रिय सब हमनिके साथ यी प्रतिज्ञा भेल के कारण हमनीके शरीर आ आत्मामे हमनीके अशुद्ध करेबाला बातसबसे अपनाके शुद्ध रख । परमेश्‍वर के भयमे पवित्रता के पिछे चले ।2हमनी के लागी जगह बनाओ । हमनी केकरो खराबी नैखी कैले । हमनी केकरो हानी नै पुग्यलेछी न त केकरो फाईदा लेल छी । 3हम तोहनीके दोषी ठहराबेला यी सब नै कहनेछी । कैलाकी हम आगेभी कै है चुकलछी कि तोहनीसब हमनीके हृदयमे छे संघे मरेला आ जिएला के लागी । 4तोहनी पर हमर बडका भरोसा है आ हम तोहनीसब पर गर्व करैछी । हम सान्त्वना से भरल छी हमनीके सब कष्‍टमे भी हम आन्नद से भरल छी ।5हमनी माकेडोनिया ऐ लीत हमनीके शरीरि के आराम नै मिलल बल्की बाहरके सङर्घष सब आ भितर के भयसबसे हमनी हर तरहसे सताएल रहली । 6लेकिन निरुत्साहित सब के सान्त्वना देबेबाला परमेश्‍वर तीतसके अगनासे सान्त्वना देलकै । 7ओकर आगनासे मात्र हमनीके परमेश्‍वर सान्त्वना देलकै, लेकिन तीतसले तोहनीसे प्राप्‍त कैल सान्त्वना से भी है । उ तोहनीसब के महान प्रेम,दुःख आ हमरा लागि तोहनी सबके गहिरा चिन्ताके बारेमे बतलहकै । यी कारण हम और बेसी आन्नदीत भेलओ ।8हमर पत्र से तोहनी सब दुःखीत भेल छेत तब भी हम यकरा लागि न पछुताएभ, हमर पत्रसे तोहनीसबके दुःखीत बनल देखके हम पच्छतैली । लेकिन तोहनीसब कुछ समयके लागि मात्रे दुःखी भेले । 9तोहनीसब सताएला के कारणसे नै, लेकिन तोहनीके दुःख से तोहनी सबके पश्‍चताप तक लगेला के कारण से अब हम खुशी छी तोहनीसब ईश्‍वरीय शोकके महसुस कैले । हमनी के कारण तोहनीसब के कौनो नौकसानी नै भोगले 10कैलाकी ईश्‍वरीय शोकके पश्‍चताप ध्याबै छै जोन पछुताके बिना मुक्तिके काम पुरा करै छै । लेकिन संसारीक शोक मृत्यु लबैछै ।11देख, यी ईश्‍वरीय शोकसे तोहनीसब के कतेना बडका सङकल्प उत्पन्न करल कै । अपना के निर्दोष प्रमाणित करेला तोहनीमे केतना बडका सङकल्प रहे । तोहनीके क्रोध,डर तृषणा जोस आ न्याय भेल देखेला तोहनी के केतना बडका इच्छा रलै । यी सब बात मे तोहनी सब यी विषयमे अपना आपके निर्दोष प्रमाणीत कैले छे । 12हम तोहनीसबके लीखली तापरबी उ खराबी करेला आ खराबी भोगे खातिर नै लिखली । हमनी प्रति भेल तोहनीके गमभिरता परमेश्‍वरके सामु थाह पाबे सकु कहके हम लिखली ।13यहि कारणसे हमनी उत्साहित होइछी । हमनीके सान्त्वना साथे हमनी तीतसके आन्नदमे अरू खुशी भेली कैलाकी तोहनीद्वारा ओकर प्राणके स्फुर्ति मिलल है । 14कैलाकी ओकरासे तोहनीके बारेमे गर्व करैत हम नशरमइल यकर बिपरित, जैसे तोहनीसबके हमनीके कहल सब बात सच्चा रहे बैसने ही तोहनीके बारेमे हमनी तीतस साथ कैल गर्व भी सत्य ठहरलकै ।15तोहनी सबके आज्ञाकारी आ तोहनीसब प्रति उनकर स्नेह औरो बडढ गेल । 16हम खुशी होइछी तोहनी सब पर हमरा पुर्ण भरोसा है ।

Chapter 8

1भाइ सब हो माकेडोनियाके मण्डलीसबके परमेश्‍वर से देवल गेल अनुग्रहके बारेमे तोहनीसब के पत्ता हो से हम चाहै छी । 2कष्‍टके भयङकर परीक्षाके समयमे भि ओकनीके प्रशस्ताके शान्ति आ घोर दरिइतामे ओकनिमे उद्धारताके बडका धन उत्पन्न कराल कै ।3हम साक्षी छी, कि ओकनी जेतना सक्लकै देलकै आ देवे नसकेबाला सेबेसी आ अपन स्वेच्छासे देलै । 4ओकनी सब विश्वासीसबके बिचमे सेवामे सहभागीता के अवसरके लागी हमनीके साथ बहुत बिन्ति कलकै । 5यी हमनी आशा कैल लेखा नै भेल । बलकी ओकनीसब पहिने अपना आपके प्रभुमे सुम्पो, अकराबाद परमेश्‍वरके इच्छा अनुसार अपना आपके हमनी काहाँ सुम्पदेलै ।6ओकरा बाद तीतस यी काम अगाडीसे सुरु करला के कारण उद्धारकर्ता के यी तोहनीके बिचमे पुराकरो कहके हमनी आकनीके अनुरोध कैली 7लेकिन तोहनी सब बातमे बडके गेले छे । अर्थात विश्‍वासमे बोलीचालीमे,ज्ञानमे सब लगावामे आ हमनी प्रतिके प्रेममे उँ कारण,उद्धारके यी काममे भी ओकनीसब बडके जाएबाला बातमे ख्याल रख ।8हम यकराके आज्ञाके रुपमे नै कहब,बलकी औरो आदमी सबके तापरतासंघे तोहनिसबके इमन्दारीता तुलना करके जाऐके लागि हम यी कहैछी । 9कैलाकी हमनीके प्रभु येशू मशिहके अनुग्रह तोहनीसबके पत्ता है । उ धनी क होकर भी तोहनीसबके लागि गरीब भेल,ताकी हुनकरा गरीबीसे तोहनीसब धनीक बन सके10यी बातमे हम तोहनीके सल्लाह देभ, जेकरासे तोहनीके सहायता मिली । एक बर्ष अगाडी तोहनी कुछ बात सुरु मात्र नै कैले लेकिन उ करेक चाहना भी कैले । 11अब यकराके पुरा कर । जैसे ओ समयमे तोहनीमे कुछो करेके इच्छा आ याहना रहे, तोहनीसब ओकराके पुरा करेला जेतना सकबे कोसीर कर 12कैलाकी यी काम करेके इच्छुक छेत यी असल आ ग्रहन योग्य बात है । यी कौना व्यक्तीसाथे भेल बातमे ओमे भर परेबाला, ओकरा साथे नभेल बातमे नै ।13कैलाकी यी काम तोरासबके भार होए आ दोसराके हल्लुक्का होए कहके नै । बलकी नीषपक्षता होबके चाही । 14तोहनीसबके अभि भेल प्रशस्तासे ओकनीके आवश्‍यकता पुरा करतै । यी यी कारण भी है की ओकनी के प्रसस्तता से तोहनीसबके आवश्‍यकता पुरा होसके आ समानता कायम होए । 15यहन लिखल है । बहुते भेल साथे कुछ बाँकी नै रहल आ कम रहेबालाके कुछो अभाव नै भेल16लेकिन परमेश्‍वरके धन्यवाद होए । जोन तीतसके मनमे हमरा लागि सच्चा फिक्रिके मन लगादेल कै 17कैलाकी उ हमनीके अनुग्रहके ग्रहण ,मात्र नै कलकै लेकिन उ ओ प्रति बहुते उत्साहित भी भेलकै, उ अपने स्वतन्त्र इच्छासे तोहनी काहा अलकै ।18सु-समाचार प्रचार करेबाला काममे सबके बिचमे प्रख्यात भेल एक भाईके ओकरा साथे भेजलेछी । 19ओतने मात्रनै, उ हमनी के यी उद्धारकर्ताके काममे हमनीसंघे यात्रा के लागि मण्‍डली से चुनल गेल रलै । यी परमेश्‍वरके भी हमनीके अपने आदर सहयोग करे हमनीके उत्कष्‍ट इच्छा के लागि है ।। 20हमनी के यी गहिराइ यी उद्धारकर्ताके कामके विषयमे कौनोके कएल उजुरीके सम्भावनाके हमनी हटारहल छी । 21हमनी प्रभुके अगाडी मात्रे नै लेकिन आदमीसबके अगाडी भी आदरणीय भेल बातके ख्याल रखैछी ।22हमनी दोसर भाईके भी ओकनीसबके साथ भेजरहल छी हमनी ओकरा बहुत बार जाचँ कैली आ हमनी ओकराके बहुत काम मे जोसिला भेल मिलल । तोहनीसब प्रति भेल भरोसाके कारण उ अभी और मेहनति भेल छै । 23तीतसके संन्दर्भमे कहेला हमनीके लागि उ हमर साझेदार आ सहकर्मी है । भाई सब चाहे मण्डली स भेजावल है । ओकनी सब मशिह के महिमा है । 24यहिसे ओकनीसबके तोहनीसबके प्रेम देखाओ आ तोहनीके विषयमे कैल हमर गर्वके कारण मण्डलीसबमे देखाओ ।

Chapter 9

1विश्‍वासीसबके सेवा कार्यके विषयमे तोहनीसबके लिखैत रहेके हम जरुरी नै समझै छी । 2तोहनीसब मे भेल चहना हमरा पत्ता है, जेकरा बारेमे माकेडोनियामे भेल आदमीसबके हम गर्व के साथ बतैली गेल वर्ष से अखैयासमे तयार होइत आरहल है कहके हम तोहनी के कहली ।3तोहनी के लागी हमनी के कएल गर्व ब्यर्थ नहोए आ तोहनी से भी हमर कहल जैसन करके तयार हो कहके भाईसबके तोहनीसब किहा भेजले छी । 4नैत यदि माकेडोनियाके कौन हमरा साथे अतैया तोहनी सब तयार नभेल मिलतै त हमनी शर्ममे परजबै । तोहनी सब पर बहुत भरोसा है वहिसे तोहनीसबके बारेमे हम कुछो न क हम 5वोहिस भाइसबके तोहनी लगन भेजेला आवश्‍यक समझली के बिन्ति कैले छी ताकि तोहनी के प्रतिज्ञा कएल उपहार सब अगाडीसे प्रबन्ध करे सक । यी भेट्टी कर आ कापसे नै लेकिन आषिशके रूपसे तयार होसके कहके यहन कैलगेल ।6यकर अर्थ है । कनका छिटेबाला कन्का हसोततै आषिश मिलेबाला उदेश्‍य से छिटटैत आशिष कटनी करतै 7हरएक अपना हृदयमे सङकल्प कैल अनुसार देओस दुःखीत होके आ करकापमे परके कौनो भी नदेओ खुशी साथ देबेबाला के परमेश्‍वर भी प्रेम करैछै ।8परमेश्‍वर हरेक आषिशके तोहनीके लागि वृद्धि करे सकजतै ताकी तोहनीके चाहेबाला सब बात तोहनीसब सबदीन प्राप्‍त करे सकबे । तोहनी के असल काम सब वृद्धि हो कहके यी होतै । 9यहन लीखल है उ अपन सम्पत्ती बाडके गरीब सबके देले है । हुनकर धार्मिकता सब्दीन रहतै ।। 10छिटेबाला के बिया (बिउ) आ खाना के लागि रोटी उपलब्ध कराबे बाला तोहनीसबके बिया उपलब्ध कराके वृद्धि भि करतै, उँ तोहनी सबके धार्मिताके फसल प्रआस्ता साथे वृद्धि करब तै । 11तोहनी सब उद्धार साथ दिबे सके कहके तोहनी सब हर किसिमसे धनी तुल्यावल जाएल । यसे हमनी द्वारा परमेश्‍वरप्रति चढाबेबाला धन्यबाद उत्पनन करब तै ।12कैलाकी सेवाके काम करै त विश्‍वासी सबके कमी मात्रै पुरा नै होतै यी परमेश्‍वर के धन्यबाद देवेला काममे वृद्धि करवतै 13सेवक के कामसे तोहनी सब जचाएल आ प्रमाणीत होइत येशू मशिहके सु-समाचारके स्वीकार करके आज्ञाकारीकता के कारण तोहनीसब परमेश्‍वरके भी महिमीत तुल्यबे । तोहनीसब ओकनीसब के आ सबके उद्धारसाथे देवल भेट्टी के कारण भी परमेश्‍वरके महिमित तुल्याएबे । 14ओकनी सब तोहनीसबके चाहना कैलेहै आ तोहनीके लागि प्रर्थना कर रहल है । परमेश्‍वरके महान अनुग्रहके कारण ओकनी यहन करैछै, जोन अनुग्रह तोहनीसबमे भी छै । 15व्यक्त नै करेबाला बरदानके लागि परमेश्‍वरके महिमा भेल होए ।

Chapter 10

1हम पावल अपने तोहनीसबके येशू मशिहके नम्रता आ विनम्रतामे आग्रह करैछी । हम तोहनीके उपस्थितिमे रहैत नम्र होइछी,लेकिन जब हम दुर होइछी,तब हम तोहनीसब प्रति हम साहसी होइछी । 2हम तोहनी से बिन्ति करैछी, कि तोहनीसबके साथ हम उपस्थिति होइत, हमरा आत्म विश्‍वासके साथ साहसी होएके आवश्‍यकता नै परतै । लेकिन हमर बिचारमे हमनी शरीर अनुसार जिरहल छी, कहेबाला के विरोध करैत हम साहसी होएके आवश्‍यक पर्तै ।3हमनी शरीर मे चल तपरभी हमनी शरीर अनुसार युद्ध नै लडै छी । 4हमनी लडाई लडे बाला हतियार शारीरीक बै, बल्की ओकनीसबके साथ किछलासब नष्‍ट करेबाला ईश्‍वरीय शक्‍ति छै । ओकनीसबके बहकाबेबाला बिवादसे बेकारके बनादे तै ।5हमनी भि परमेश्‍वरके ज्ञानके विरुद्धमे खडा हर उच्च बातके नष्‍ट करबै । हमनी हर विचारके मशिहके आज्ञाकारीकता मे कैद करभ । 6तोहनीके आज्ञाकारिकता पुरा होइतसाथ हमनी हर आज्ञाकारीकता मे काम सब दण्‍ड देबेला तयार होरहल छी ।7जोन बात तोहनीके अगाडी स्‍पष्‍ट छै ओकरा देख यदि कौनो उँ मशिहके है कहके बातमे विश्‍वास हैत ऊ मशिहके भेलजेखा हमनी भी मशिहके छी कहेके बातमे अपनाके याद दिलाओ । 8कैलाकी जोन तोहनीके नाश नै करतै तोहनीके निर्माण करतै हमनीके प्रभु देवल अधिकार के बारेमे कुछ ज्यादा ही घमण्ड करली त भी हम लजीत नैहोएब9हमर पत्रसबके द्वारा हम तोहनीसबके भयभित तुल्याउइत छित कहके देखावे नै चाहैछी । 10लेकिन कुछ आदमीसब कहैछी,ओकर पत्रसब गम्भीर आ शक्‍तीशाली है । लेकिन उ शारीरक रूपमे कमजोर है ओकर बयनसब सुनेके लायक नै है ।11बैसन आदमीसबके बातमे सचेत रहेके कि हमनीके अनउपस्थितिमे हमनीके पत्रके वचनमे हमनी जैसन छी हमनी उहा रहैत भी हमनीके कामदारद्वारा हमनी वैसन ने होबै । 12हमनी अपन प्रशंसा अपने करेबाला आदमीसबके समुहमे रहेला आ ओकनीसंघे अपनाके तुलना करेला हद तक हमनी नैचाहैछी । आ एक दोसर संघे तुलना करैछै ओकनीसबके साथे अन्तर्दुषटी नै होइछई ।13लेकिन हमनी सिमासे बाहर जाके घमण्ड नै करबै बलकी परमेश्‍वर नियुक्‍त कर देले सिमासब के भितर मात्रे हमनी उ करैछी, जोन सिमा तोहनीसब तक पहुचैछै । 14कैलाकी तोहनी किहा अबैत हमनी अपनाके बेसी नै समझली सु-समाचार लेके तोहनीसब किहा पहिले बेरा आबेबाला हमनीय रहली15हमनी दोसराके परिश्रमके बारेमे सिमा से बेसी घमण्ड नै कैनेछी । बलकी हमनी आशा करैछी कि तोहनीके विश्‍वास बढलकै हमनी कामके दायरा भी भृहत,रूपमे फैलतै तापरभी यी उच्चीत सिमाभितर ही रहतै 16हमनी यकर आशा करैछी ताकी तोहनीसबके दरके क्षेत्रसबमे भी हमनी सु-समाचार प्रचार करे सकुँ औरी के क्षेत्रमे होरहल कामके बारेमे हमनी घमण्ड नैकरैछी17लेकिन घमण्ड करेबाला परमप्रभुमे घमण्ड करु । 18कैलाकी अपन सिफारीस अपने करेबाला आदमीके स्वीकार नैकरतै बलकी परमप्रभुके सिफारीस कएल आदमीसब स्वीकार कएल जतै ।

Chapter 11

1हमर कुछ मुर्खतासबके सहदेतै त होतीयेई कहके हमर इच्छा वा लेकिन बास्तमे तोहनीसब सहर हल छे । 2कैलाकी हम तोरासबप्रति डाहि भेल छी । तोहनीसबके एक पतिसे विवाह करेके प्रतिज्ञा कैलाके बाद हम ईश्‍वरीय डाहसे डाहि भेल छी हम हम तोहनी सब के एक शुद्ध कन्याके रूपमे मशिहमे प्रस्तुत करेके प्रतिज्ञा कैला ।3लेकिन सापँ हव्वा के अपना धुर्ताद्वारा छक्यल जैसन करके मशिहप्रति भेल तोहनी के निष्‍कप्‍ट आ शुद्ध आराधणासे तोहनीके बिचार अलग लैजाइछई कहके हमरा डर लागल है । 4कैलाई मानलु, यदि कौनो आके हमनी के प्रचार कैल के येशू से दोसर येशू है कहके प्रचार करैछै, चाहे मानलु तोहनी के मिलल आत्मा से दोसरे आत्मा प्राप्‍त कैले चाहे मानल तोहनीसबके प्राप्‍त कैल सु-समाचार से फरक सु-समाचार तोहनी के ग्रहण कैले तोहनी सब यी बात सब मे निमन से सहले छे ।5कैलाकी हम विचार करैछी कि तीन सर्वोच्च प्रेरितसब कहावेबाला से हम कौनो हिसाब से कम नैछी । 6लेकिन भाषण करेमे तालिम प्राप्‍त नैहै तपरभी हम ज्ञानमे अभिज्ञ नै छी हमनी सभी बातमे हर किसिमसे तोहनीसबके यी बात पत्ता देले छी ।7कि हम तोरासबके उच्च बनाबेला अपना आपके नम्र बनाके पाप कैली ? कैलाकी हम तोहनीसबके आहिने सु-समाचार प्रचार कैली । 8तोहनी सबके सेवा दे सकु कहके हम और मण्डली से सहयोग स्वीकार करके ओकनीसबके लुटली । 9तोहनीके साथे रही हम अभावमे रली । हम केकरो बोझ नरहि । कैलाकी माकेडोनिया से आएल भाईसबके हमर अभावसब पुरा भेल । सब बातमे हम अपनेके ओकनीसबके बोझ बननेसे दुर रखली आ हम यी बातके निरन्तरता देब ।10मशिहके सत्यता हमर भितर भेल के कारण अखैयामे हमर गर्व नैरोक सकिय । 11कैला ? कैलाकी हम तोहनीसबके प्रेम नैकरैछी की ? परमेश्‍वर जानैछी ।12लेकिन हम जे कर रहलछी, उँ हम करब । हम यी करब कैलाकी हमनीके स्थान मे आकर स्थापित होइत खोजैत जे बातमे ओकनीसब घमण्ड कर रहलछै ओकनीसबके यी मौकाके हम बन्द करेला चाहैछी । 13किएक त ओहन आदमिसब झुटा प्रेरितसब आ छली काम करेबाला सब है। उ सब ख्रिस्टके प्रेरित के भेष धारण करै छै।14आ यी कौनो अच्चमके बात नै छै । कैलाकी शैतान भी ज्योति मय स्वर्गदुतके भेष धरणा करैछै । 15यदि यकर सेवकसब धार्मिकताके सेवके रुपमे भेष धरणा करके कहके यी अच्चमके बात नै छै । ओकनी के अन्त्य ओकनीके काम अनुसार होतै ।16हम फेरु कहैछीः हमरा कोई मुर्ख नसमझे, लेकिन यदिन तोहनीसब समझै छेत कहके फिरभी हमराके मुर्खके रुपमे ग्रहण कर, ताकी हम कनके घमण्ड करसकु । 17हमर कहल यी घमण्डके निश्‍चयता के प्रभु स्वीकार नै कैने छै । लेकिन हम मुर्खलाख बोलैछी । 18बहुत आदमी शरीर अनुसार घमण्ड करैछै, हम हु घमण्ड करब19कैलाकी तोहनीसब खुशिसाथ मुर्खसब सहन करैछै । तोहनीसब अपने बुद्धिमान छे । 20कैलाकी तोहनीसब ओकराके सहैछे जोन तोरासबके दास बनाबैछौ । बर्बाद करैछै तोहनीसबसे फाइदा लेइछै । अपनाके तोहनीसे असल समझे छौ आ तोहनीसबके थप्पड भी लगबले 21हम हमनीके शर्ममे यी बोलैछी, कि हमनी उ सब नकरे बाला दुर्बल रही । लेकिन यदि कौनो घमण्ड करैछै त हम एक मुर्ख जैसन बोलैछी हम भी घमण्ड करबै22की उ सब हिब्रु सब है ? हम हु छी । की ओकनीसब इस्राएली है । कि उ सब अब्राहमके सन्तान है ? हम भी छी । 23कि उ सब मशिहके सेवक सब है ? हम पागल भेल लेखा बोलैछी हम और बेसी छी,हम औरी बेसी परिश्रम कैलीछी औरी बेसी जेलखाना रहलछी । मपन नै करेसकेबाला पिटाई खएलेछी, मृत्युके खराबसबके सामना कैलीछी24यहुदीसब से हम पाँच बेरा “एक कम चालीस कोर्रा कैलेछी । 25हमराके उ बेर लाठिसे पिटाएली, एक पथरसे पिटायली तिन बेर हम पानी जहाज दुर्घटनामे परली, हम एकदिन आ एक रात खुल्ला समुन्द्रमे बितैलेछी । 26नदिसबके खतरामे डाकुसबके खतरामे हमर अपने आदमीसब के खतरामे,अन्यजातिसबके खतरामे सहर भितर के खतरामे, उजाड स्थानसबके खतरामे समुन्द्रके खतरामे,मुट्टा भाइसबके खतरामे हम बारम्बार यात्रासब कैने छी ।27बहुत अनिदोके रातसबमे भुख आ प्यासमे,प्राय उपवासमे,नङगापन आ ठनडामे हम कडा परिश्रम आ कठिनाई मे परल छी । 28यी बात सबके बाहेक सब मण्डलीके फिक्रीके बोझ भी हमरा उपर है । 29कोन कमजोर है आ हम कमजोर नै छी ? कौन ठकर खएले छै आ हम थकित नै छी ।30यदि हमरा घमण्ड करेपरतै कहके, हमर कमजोरीसब देखाबेबाला बातमे घमण्ड करेछी । 31प्रभु येशूके पिता आ सदासर्वदा प्रशंसा कराबेबाला परमेश्‍वरके पत्ता है कि हम दाटेके नैखे ।32दमस्कसके राजा अरितसके महानतामे रहल हाकिम हमरके गिरफ्तार करेलागि सहरके पहरा देरहल छै । 33लेकिन हमराके पर्खाल झ्यालसे टोकरीमे रखके निचे गिराएल आ ओकनीके हातसे फरार होगेली ।

Chapter 12

1V1 हमरा गर्व करे परतै लेकिन यसे हमरा कुछो लाभ नै होतौ लेकिन प्रभुके दर्शन आ प्रकाशमे हम लागल रहब । 2हम मशिहमे एक जन के चिन्हैछी जोन चौध वर्ष अगाडी तीस्रा स्वर्ग तक उठाएल गेल, शरीरमे आ शरीरविना हमरा थाह नैहै, लेकिन परमेश्‍वरके पत्ता है ।3आ हमरा पत्ता है, उँ आदमी शरीरमे आ शरीरविना है, हमरा पत्ता नै है, लेकिन परमेश्‍वरके पत्ता है । 4कि उ स्वर्गमे उठाएलगेल आ उ कौनोके उच्चारण नै करे सकेबाला अति पवित्र बातसब सुनल कै । 5उ आदमीके तर्फसे हम गर्व करै छी लेकिन हम अपना दुर्बलता बाहेक ओरी बातमे गर्व नै करब ।6यदि हम गर्व करे चाहतीत पर भी हम मुर्ख नै बनब कलेली हम सत्य बोल सकिछी, लेकिन कौइभी हमरा से देखल आ सुनल बात से ज्यादा हमरा न सोचो कहके हम गर्व करेसे रूक जैछी । 7आश्‍चर्य जन प्रकाशसबके कारण हम गर्व करेसे रूकजैछी उँ कारण हम घमण्डसे नभुलु कहके एगो काठो हमर शरीरमे देलगेल है । हम ज्यादा घमण्डी नहोउ कहके शैतान तर्फके दुत हमराके दुःख देवेके लागि देने है ।8हमरा से यी काठोँ निकाल दिउ कहके हम प्रभुसे तिन बेरा बिन्ति कैली । 9तब हमराके हुन कहलकै हमर अनुग्रह तोरा लागि प्रसस्त है कैलाकी दुर्बलतामे ही शक्‍ति हमरासे बास करो कहके हम अपन दुर्बलतामे गर्व करब । 10उ कारण मशिह खातिर सबमे, निन्दासबमे, समस्यासब मे, सतावटसबमे, कष्‍टपुर्ण,अवस्थासबमे खुशि रहै छी ।11हम मुर्ख भेल छी । तोहनीसब हमराके यहन करेला कर लगैले कैलाकी तोहनीसबसे त हमर प्रशंसा होवके चाहि । कैलाकी हम कुछ नछी तापरभी उ सर्वोच्च प्रेरितसबसे तुच्छ नैछी । 12सारा धैर्य, चिएनसब आ शक्‍तोशाली कामसबद्वारा सच्चा प्रेरितसबके लक्षणसब तोहनीके बिचमे प्रदर्शन कैल रहे, 13हम तोहनीसबके बोझ नभेलाके बात बाहेक कैसे भेल त ? यी गहती के लागि हमरा के क्षमा दिऊ ।14देख! हम तोरासबके कह । तीसरा बेरी आबेला इच्छुक छी तोहनीसबके लागि हम बोझ बने नैआइल छी, कैलाकी हम तोरासबके साथे भेल बात सब नैचाहैछी । हम तोरासबके चाहैछी । कैलाकी बेटाबेटीसबके भाई, बाबुके लागि वचन नैकरैछै । बल्की भाई, बाबु बेटाबेटीसबके लागि वचन करेपरै छै । 15हम तोहनीके प्राण के लागि ज्यादा खुशी साथ खर्च करबै आ स्वयम अपने भी खर्चामे । यदि हम तोहनीसबके बेसी प्रेम करैछी त हम चाही कम प्रेम पबै छी ।16यहन होइ तापरभी हम तोहनीसब पर बोझ नबन ब । लेकिन हमरा धुर्त भेलाके कारण हम ही छल द्वारा तोहनीके फसैली । 17कि हमर भोजन केकरो मार्फत हम तोहनीके फाइदा उठयले छी का ? 18हम बिन्ति करके तीतस संघे कुछ भाइसबके तोहनीसब किहा भेजली । कि तीतस तोहनी सब कुछ फाइदा लेलौ की ? कि हमनी भी ऐसन नै चलीसे ? कि हमनी सब भी ऐसही कदम नै चलएली स ?19कि यी हालत हमनी तोहनीसबके अगाडी हमनी अपन सफाई देइली कहने तोहनीसब सोचैछे ? परमेश्‍वरके दृष्‍टिमे गमनी तोहनीसबके बरिया बनावेला मशिहमे बोल रहल छी ।20कैलाकी हम तोहनी सब किहा आएमत तोहनीसब हमनी क यहन जैसन नै झिलतै कहके हम डेराइछी । हमरा के तोहनी जैसन चाहैछे नमिलब कि कहके हम डराइछी उहाँ बाद बिवाद, ईर्ष्या, रिस सब गिराबेला काम व्यक्‍तिगत स्वार्थ बात कटेबाला घमण्ड आ गडबड होई, कहके हम डराईछी । 21हम तोहनी किहा फेर फिरके अबैत हमर परमेश्‍वर हमराके तोरासब अगाडी बिनम्र बनातै कहके हमरा डर लगैछै । यहन बहुत आदमीसब जोन अपवित्र आ यौन अनैतिकता और कामबासनाके चाहनासे पश्‍चताप नै करने छै । ओकनीसबके कारणसे हमरा शोक परे के परे कि कहके हमरा डर लगैअ ।

Chapter 13

1हम तीस्रा बेर तोरासब लङग आ रहल छी । “हरेक आरोपके दुआ तिन गोटा साक्षीद्वारा प्रमाणित करह जतै” । 2हम दोस्रा बेरी उहा रहित पाप करेबाला आ बाँकीके कैहैदेले छी आ फेरू भी कहैछी हम फेर आयमत ओकनीसबके छोडेबाला नैछी ।3तोहनीसबके यी कहै छी,कैलाकी तोहनीसब हमरा द्वारा मशिह बोल लकै के प्रमाण खोजैछे । उ तोहनीप्रति कमजोर नैछै । लेकिन उ तोहनीसबमे शक्‍तिशाली है । 4कैलाकी उ दुर्बलतामे क्रु पर टङगागेलकै, लेकिन परमेश्‍वरके शक्‍तिद्वारा जीवित है । कैलाकी हमनीओ हुनकामे दुर्बल छी, कैलाकी तोहनीसबके बिचमे हमनी परमेश्‍वरके शक्‍तिद्वारा हुनकामे जिबै ।5तोहनीसब विश्‍वासमे छे की नछे कहके अपने से जाँच कर । अपनाके जाँच । येशू मशिह तोहनीसबमे छौ कहके तोहनीसब महसु स नै कैनेछे ? उ है नत तोहनीसब स्वीकृत नै होबे । 6आ हम निश्‍चित छी । की तोहनीसब हमनी अस्वीकृत नभेल मिलतौ7तोहनी कुछो खराबी करेबाला नै छै । कहके देखाबेबालाके लागि हम प्रार्थना नै करैछी । बलकी हमनी जाँचमे असफल भेल जैसन लौकाइ छी त पर भी तोहनीसब जे असल है उहे करे सक कहके हमनी प्रार्थना करैछी । 8कैलाकी हमनी सत्यके विरुद्ध कुछो नै करेसकबै, केबल सत्य के निम्ति मात्रे करे सक्बै ।9कैलाकी हमनी दुर्बल रैछी आ तोहनीसब सामर्थी रहले हमनी खुशी होइछी । तोहनीसब पुर्ण हो कहके हमनी प्रार्थना करै छी । 10हम दुर होइत यी बातसब देख रहल छी, ताकी हम तोहनीसब मे रहैत निर्दयतासाथ व्यवहार करेके नपरो । हमरा प्रभुसे मिलल अधिकार तोहनीके निर्माण करेलागी प्रयोग करेसकु, भसकाबे बाला नै11अन्तमे भाइहो, आन्नद कर । पुर्ण निर्माणको लागि काम कर उत्साहित हो । एक दोसरसाथ सहमत होऊ; शान्तिमे रह और प्रेम आ शान्तिमे परमेश्‍वर तोहनीसबके साथे रहतौ । 12एक दोसरके पवित्र चुम्बनसे अभिबादन कर13सब विश्‍वासीसब तोहनीके अभिबादन पठएले छौ । 14प्रभु येशू मशिहके अनुग्रह परमेश्‍वर प्रेम, आ पवित्र आत्माके संगति तोहनीसब के साथे रहो । आमेन् ।

Ephesians

Chapter 1

1पावल परमेश्‍वरके इच्छा सअ येशू मशिहके एकटा प्रेरित सअ परमेश्‍वरके लेल अलग केल गेल एफिसीसमे भेल सब आ मशिह येशूमे विश्‍वास करके लेल योग्य भेलसबके, 2अपना सबके पिता परमेश्‍वर आ मशिह येशू सअ आहांसबके अनुग्रह आ शान्ति ।3परमेश्‍वर अपना सबके प्रभु येशू मशिहके पिताके प्रशंसा होय । जे परमेश्‍वर अपना सबके सब प्रकारके आत्मिक आशिष सभ स्वर्गके जगह सबमे आशिर्वाद देने है । 4परमेश्‍वरके सामने पवित्र आ कोनो प्रकारके दोष नैय भेल होब सकी कैह कअ ऐय संसारके रचना होब सअ पहिले अपना सब मशिह मे विश्‍वास कर बाला सबके ओ चुनल कैय ।5प्रेममे परमेश्‍वर अपना सबके येशू मशिह सअ अपने निज पुत्रसबके रुपमे स्वीकार करके लेल पक्का केलकै । ओ एना केलकै कैलाकी ओ परमेश्‍वर अपना योजनाके पुरा करके लेल ओ खुशी भेलै । 6कारण यी है कि परमेश्‍वरके महिमा बाला अनुग्रहके कारण सअ सबहे कोय ओकर प्रशंसा करै । यी अनुग्रह ओअपन प्रिय पुत्र द्वारा मङनीएमे अपना सबके देने है ।7अपार अनुग्रह सअ ओकर प्रिय पुत्र के खुन सअ छुटकारा आरो पापके क्षमा पबै छियै । 8पुरा बुद्धि आ पुरा समझमे ओ यी अनुग्रह बौहते कक अपना सबके देने छेलै ।9परमेश्‍वर अपन इच्छा अनुसार मशिहमे इजोतमे जे लौने रहै अपन योजना के छुपल सच्चाईके अपनासबके लेल प्रकट केलकै । 10परमेश्‍वर स्वर्ग आ धरतीके सबहे कुछ के एक साथ लौतै ।11येशू मशिहमे अपना सबपरमेश्‍वरके सन्तानके रुपमे चुनल रैहियै । सबहे कुछ अपन एच्छा सअ करबालाके योजनामे अपनासब पहिले चुनल रैहियै । 12महिमाके होय कैय कअ अपना सब जीय सकी कैह कअ परमेश्‍वर एना केलकै । अपना सब मशिहमे भरोसा राख बाला पहिलका आदमी सब रैहियै ।13मशिहमे आहां सबके सही वचन, आहांसबके छुटकाराके असल खबर सुन्लाके बाद,ओकरे मे आहांसब विश्‍वास केने छी आ सर्त सहितके पवित्र आत्माके छाप लगाउल गेल छेलीयै । 14अपना सब अपन हक जब तक नै पौबै पवित्र आत्मा अपनासबके पक्काके लेल प्रमाण छै। यी ओकर महिमाके लेल है ।15अही कारण सअ प्रभु येशू माशिह मे भेल आहांसबके विश्‍वासके बारेमे आ ओकरा लेल अलग केल गेल सबके लेल आहांसबके प्रेमके बारेमे जैय समय सअ हम सुन लियै यअ 16हम आहां सबके लेल परमेश्‍वरमे धन्यवाद दैला आ हमर प्रार्थना आहांसबके याद करै ला नै रोक्ने छियै ।17हम यी प्रार्थना करै छियै कि अपनासबके प्रभु येशू माशिहके परमेश्‍वार माहिमा के पिता आहांसबके बुद्धिके आत्मा आ ओकर ज्ञानके इजोत दैय । 18हम यी प्रार्थना करै छियै कि अपनासबके बोलाहटके पक्का-पक्की कथि है कैह कअ जानके लेल आहांसबके हृदयके आइख सब देखै आ ओकर लेल अलग केल गेल सबके बिचमे ओकर हकके महिमाके सम्पत्ती कथि है से आहांसब जान सकू ।19विश्‍वास करबाला अपनासबके ओकर शक्‍तिके अपार महान्ताके विषयमे आहां सब जानू कैह कअ हम प्रार्थना करै छि । यी महान्ता ओकर महान सामर्थ के काम है । 20यी येहा शक्‍ति है जे परमेश्‍वर मशिह येशूके मरल मेस जीया देलकै आ स्वर्गके जगह सबमे ओकर दाहिना कात मे येशूके बैय नैलकै तैय समयमे येशू मशिहमे काम कैर ते रहै । 21ओ परमेश्‍वरय येशूके सबहे शासन, सबहे अधिकार, शक्‍ति, प्रभुता आ सबहे नाम सअ उपर रखल कैय । ऐ जुगके लेल मात्रे नै, लेकिन आब बाला जुगके लेल सेहो ओ मशिहके रखने छै ।22परमेश्‍वर सबहे कुछ येशू मशिहके पाउमे राइख देने है आ ओकरे मण्डलीमे सबहे कुछ के उपर मथा बना देने है । 23ओ सबहे तरह से सबहे कुछ पुरा करतैय आ ओकर पूर्णता ओकर देह, मण्डली है ।

Chapter 2

1आहां सब त अपन अपराध सब आ पापसबमे मरल रैहियै । 2ऐ संसारके चलनके अनुसार आहांसब एहन बातसबमे एकबेर चलल रैहियै । आकाशके शक्‍तिके शासक के अनुसार आहां सब चलल रैहियै । यी ओकर आत्मा है, जे आज्ञा पालन नै करबाला के धियापुता सबमे काम करै है । 3अपनासब एकबेर यी सबहे विश्‍वास नै कर बाला सब जरे रैहियै । अपना सबके शरीरके खराब इच्छा अनुसार काम करैत चलियै देह आ मनके इच्छा अनुसार काम करैत रैहियै । अपनासब स्वाभवे सअ दोसर आदमी सब जाका क्रोधके धियापुता रैहियै ।4लेकिन परमेश्‍वर अपन महान प्रेम सअ अपन सबके प्रेम केलाके कारण ओ दयामे धनीक छै । 5जब अपनासब अपन अपराध सबमे मरल रैहियै,ओ अपन सबहे कोयके संगे मशिहमे लबका जीवनमे लौल कैय । ओकर अनुग्रह सअ आहां सब बचाउल गेल छी । 6मशिह येशूमे अपनाबसके परमेश्‍वर उठौने छै आ स्वर्गके जगह सबमे ओकरा संगे बसौने छै । 7आव बाला दिन सबमे ओकर अपार अनुग्रहमे अपनासबके प्रकट करावके लेल ओ एना केलकैय । माशिह येशूमे ओकर दाया सअ ओ यी देखबै छै ।8कैलाकी आहांसब अनुग्रहके कारण विश्‍वास सअ बचाउल गेल छी । आ यी आहांसब सअ नै एल है लेकिन यी परमेश्‍वरके उपहार है । 9काम सब सअ नै अहीकारण कोय घमण्ड नै कर सकैय । 10कैलाकी अपनासब परमेश्‍वर बौहते पहिले सअ योजना केने रहल असल काम करके लेल आ अपनासब ओय बमोजिम चलु कैह कैय मशिह येशूमे रचल ओकर हातके शिप छियै ।11अहीकारण सअ यी बात सम्झू, कि एक समय आहां सब शरीरमे गैर यहुदीसब रैहियै । आदमी सबके हात सब सअ देहमे खतना भेल आदमीसब आहां सबके खतना नै भेल बाला कैह कअ बोलबै । 12कैलाकी ओय समयमे आहां सब मशिह सअ अलग रैहियै । इस्राएलके आदमी सबके लेल आहांसब बिदेशी रैहियै । आहांसब बाच्चाके सर्त सअ दुर रैहियै । आहांसबके आब बाला दिनके लेल कोनो (पक्का) नै रहै । आहांसब परमेश्‍वर बिना अय संसारके रैहियै ।13आहांसब एक समयमे परमेश्‍वर सअ दुर भअ गेल सब, आब येशू मशिहके खुनसअ मशिह येशूमे परमेश्‍वर लग लगने लावल गेल छी । 14कैलाकी ओ अपनासबके शान्ति छै । ओ दुगोके एक बनौलकै । अपनासबके एक दोसर सअ अलग करबाला दुश्‍मनके देवालसब ओकर शरीरमे तोडल गेलै । 15या ओकरेमे एकटा लबका आदमी रच के लेल, ओ नियमसबके आ आज्ञासबके कानुनके खारिज कअ देलकै । ओ मिलाप करौलकैय । 16ओकर क्रुसे सअ दुगो आदमीके परमेश्‍वरमे देहमे एक बनावके लेल ओ एना केलकै । क्रुसेमे ओ दुश्‍मनीके नाश केलकै ।17येशू एलै आ बौहते दुर आ लगमे भेल सबके ओ शान्तिके घोषना केलकैय । 18कैलाकी येशू सअ अपनासब दुनु कोय एकैटा आत्मामे पितालग जाय सकबैय ।19अहीकारण आहां यहुदीसब कोनो लबका आदमी आ बिदेशी नै छियै । लेकिन सबहे परमेश्‍वरके लेल अलग केल गेल सब जरे ओकर राज्यके सँगी नागरिकसब छियै आ परमेश्‍वरके परिवारके आदमी छियै । 20आहांसब प्रेरित आ भविष्यवक्तासबके जगके उपर बसाउल गेल छियै । मशिह येशू अपने कोनके पथर छै । 21येशू मशिहमे ओकर सबहे काम मिल्ते जेतै आ प्रभुमे एकैटा मन्दिरके रुपमे बैढते जेतै । 22आरो ओकरे मे आहां सब सेहो पवित्र आत्मेमे परमेश्‍वरके रह बाला जगहके रुपमे सँगे बैनते जा रहल छी ।

Chapter 3

1अहिकारण हम पावल,आहां गैरयहुदीसब के लेल येशू मशिहके एक कैदी छि । 2आहांसबके लेल परमेश्‍वर हमरा जे अनुग्रह देने है ओकर कामके विषयमे आहांसब सुनने छी कैहक हम बिचार करै छी ।3हमरा जे प्रकाश मिल लैय ओही आधारमे हम यी बात सब लिख रहल छी । हम दोसर चिठ्ठीमे हमर छोट रुपमे लिखल बात एकटा छुपल सच्चाई है । 4जब आहांसब ऐ के बारेमे पढबै,तब मशिहके छुपल सच्चाईके बारेमे हमरा लअ भेल भितरका बात के बारेमे आहांसब बुझह सकबै । 5यी सच्चाई दोसर पुस्तासबके आदमीसबके नैय बातउल गेल रहै । लेकिन अखन ओकरामे समर्पित प्रेरित सब आ भविष्यवक्तासबके पवित्र आत्मा सअ यी प्रकट भेल छै ।6यी छुपल सच्चाई येहा है कि सु-समाचार द्वारा दोसर जातीसब संगी हक बाला सब है, एकैटा शरीरके अंगसब आ मशिह येशूमे रहल बच्चाके सझिया है । 7ओकर शक्‍तिके काम सअ हमरा देल गेल परमेश्‍वरके अनुग्रहके वरदान सअ हम ऐय सु-समाचारके सेवा करबाला भेल छी ।8परमेश्‍वरके लेल अलग केल गेल सब मे सअ हम सबहे सअ छोट छियै, लेकिन तैयो हमरा यी वरदान देलकैय । दोसरजाती सबके मशिह येशूके अथाह धनके बारेमे सु-समाचार सुनावके लेल यी वरदान हमरा देल गेलै । 9सबहे आदमीसबके परमेश्‍वर छुपल योजनाके बारेमे हमरा देखार कर परतैय । पहिले यी योजना सबहे चिज के रच बाला परमेश्‍वर सअ बितल जुग सबमे छुपाउल रहैय ।10ओकर मनसाय यी रहै कि अखन स्वर्गके जगह सबमे भेल शासक सब आ अधिकार करबाला सब मशिह मण्डलीके देख कअ परमेश्‍वरके बहुत प्रकारके बुद्धि के जाइन सकैय । 11अपना सबके प्रभु मशिह येशूमे ओकर सअ पुरा केल गेल कैहियो अन्त नै होवबाला योजनाके अनुसार यी हेतै ।12कैलाकी मशिहमे ओकरा उपर अपनासबके विश्‍वासके कारण अपनासब साहस और पक्का भरोसा पौने छि । 13अहीकारण सअ, आहांसबके लेल हम जतेक दुःख उठौने छि ओय सअ आहांसब हिम्मत नै हारू कैह क हम आहांसब सअ बिन्ति करै छी । कैलाकी आहांसबके लेल त यी गर्भ के बात है ।14अहीकारण सअ हम पिताके सामनेअपन ठहुनिया अरै छियै । 1 15जेकर पछारुमे स्वर्ग आ धरतीमे भेल सबहे परिवारके नाम राखल गेल है । 16ओकर अपार महिमा के अनुसार आहांसबके बास करबाला ओकर आत्माके शक्‍ति सअ ओ आहांसबके मजबूत बनबैय कैय कअ हम प्रार्थना करै छी ।17आहांसबके विश्‍वास द्वारा येशू मशिह आहांसबके हृदयमे बास करै कैह कअ हम प्रार्थना करै छि । 18ताकी ओकर प्रेममे सबहे विश्‍वासीसब जरे मशिहके प्रेमके चौडा कते हैय, लम्बा कते है, उच कते है आ गहिर कते हैय कैह कअ आहांसब बुझह सकी । 19आहांसब मशिहके प्रेमके महान्ताके बुझ सकी कैह कअ हम प्रार्थना करै छी, जे ज्ञान सअ उत्तम है । आहांसब परमेश्‍वरके सबहे पुर्णता सअ भैरजाउ ।20आब अपनासबके भितर काम करबाला ओकर शक्‍तिके अनुसार, अपना सब जे मङबै आ जे बिचार करबै सबहे चिज सब सअ बौहते उपर सबहे कुछ कर सक बाला ओकरे 21मशिह येशूमे भेल सबहे पुस्तासबके मार्फत आ मण्डलीमे ओकरा सबहे दिन तक युग-युग तक महिमा होय । आमेन् ।

Chapter 4

1अहिकारण, प्रभुके लेल हम एक बंदी भेलाके नाता सअ आहांसबके जैय बोलावट मे बोलाउल गेल है ओही अनुसार सही ढंग सअ चलके लेल हम आहांसबके बिन्ति करै छी । 2पुरा रुप सअ विनम्रतामे आ कोमलतामे आ धिरजतामे जिउ । एक कोय दोसरके प्रेममे स्वीकार करु । 3पवित्र आत्माके एकताके शान्तिके बन्धनमे राखके लेल बनिया तरिका सअ प्रयास करु ।4शरीर एकैटा है आ पवित्र आत्मा सेहो एकैटा है, जेना अहुसब सेहो एकैटा पक्का आशामा बोलाउल गेल रैहियै । 5प्रभु एकैटा है, विश्‍वास एकैटा है, आ बप्‍तिस्मा सेहो, 6आ सबकोयके पिता, परमेश्‍वर सेहो एकैटा है । ओ सबहे कुछके उपर, सबहे कुछके भितर आ सबहे कुछमे है ।7अपना सबहे कोयके मशिहके वरदानके नापमे वरदान देल गेल है । 8जेना धर्मशास्‍त्र कहै हैः “जखन ओ उचगर जगहमे गेलै, ओ बंदी सबके बंदी बना कअ लअ गेलै । ओ आदमीसबके वरदान सब देल कैय ।9ओ उचगर जगहमे गेलै” कहके मतलब कथी है ? केवल येहा कि ओ धरतीके निचा जगहमे सेहो उत्तर लैय । 10ओ जे निचा उत्तरलैय, वेहा सबहे स्वर्गसब सअ बौहते उपर चैढ गेलै । ओ सबहे कुछके पुरा करके लेल यी केलकै ।11मशिह येहन वरदान सब देलकैः मशिह दुत सब, भविष्यवाणी करबाला सब प्रचार करबाला सब, मण्डलीके देख-रेख करबाला सब, और मास्टरसब । 12मशिहके देह के तयार कक सेवाके कामके लेल विश्‍वाससबके मजबुत करके लेल ओ एना केलकै । 13विश्‍वासके एकता आ परमेश्‍वरके पुत्रके ज्ञानमे अपनासब जबतक नैय पुग्बै तब तक ओ यी करतैय । मशिहके उचाईमे पुरा रुप सअ पुगल सब जाका अपना सबजब तक पक्का नैय होबै ओ एना करतैय ।14अपनासब आब बच्चासब जाका नै बनु कैह कअ जरुरी है । अपनाबस आब एना एनी-उनी नैय बहकूअ कैह कअ यी जरुरी है । सबहे शिक्षाके झोकसंगे आ आदमीसबके धोखा दियबाला धुर्त के छलसअ अपनासब नै बहकुअ कैह कअ जरुरी है । 15बल्की अपना सब प्रेममे सही बोल्बै आ अपनासबके माथा, मशिहमे अपनासब सबहे कुछमे बैर जेबै । 16मशिह विश्‍वासीसबके देह केसंगे जोड्तैय । प्रेममे सबहे देहके विकास होय । आ अपने बरहे कैह कअ उ सबहे सहयोग करबाला अंग सब सअ जुटल रहै है ।17ओही दुवारे हम आहांसबके कहै छी आ प्रभुमे गवाही दै छी । दोसर जाती सब अपन विचारसबके खराबीमे जेना चलै है आब सअ ओना आहांसब नै चलु । 18उ सब अपन विचारमे आन्हर भेल है । ओकरासबके हृदय कठोर भेलाके कारण ओकर सबमे भेल अजानता सअ उसब परमेश्‍वरके जीवन सअ अलग केल गेल है । 19ओकरा सब के विवेक सुन्न भअ गेल है । ओकरा सबके लाज नै लगै है । उ सब सबहे प्रकारके गन्दा कामसब लालसा के साथ करके लेल उ सब अपनेके शरीरके इच्छाके बशमे कअ देने है ।20लेकिन आहांसब मशिहके बारेमे एहन तरिका सअ नै सिखने छियै 21आहांसब येशूके बारेमे सुन्न छी कह कैह कअ हम समझै छियै । मशिहमे भेल सच्चाईके अनुसार आहांसब ओकरेमे सिखाउल गेल छी कैहक हम सम्झै छियै । 22आहांसब पहिलका चाल-चलन, पुरणका स्वभाव के अनुसार केल गेल सबहे कुछ छोइर दुअ । येहा पुरणका स्वभावके धोखा दिय बाला इच्छा सबके कारण सअ आहां सब नष्‍ट भअ रहल छी ।23आहांसब अपन विचारके आत्मामे फेनः लबका हुव के लेल अपन पुरणका स्वभावके त्याइग दु । 24परमेश्‍वर जेहन चाहै है ओहने लबका स्वभाव बनिया सअ लेवके लेल एना करु । यी लबका स्वभावके धार्मिकाता और सच्चाई के पवित्रतामे रचन गेल है ।25ओही दुवारे झुठ के त्याइग दु । सबहे कोय अपन परोसी जरे साच बोले,”कैलाकी अपनासब एकैटा शरीरके अंगसबके रुपमे एक दोसरके छी । 26पिताउ लेकिन पाप नै करु । सुरुज डुब सअ पहिले आहांसबके पित मैर जाय । 27दुपटके मौका नै दु ।28चोरी कर बाला आब कहियो चोरी नै करै बल्की उ मेहनत करै जेकरा सबके जरुरी परल है ओकरा सबके मदत कर सकै । 29आहांसबके मुख मेश हानी पहुचाव वाल कोनो बात नै निकलै लेकिन एकरा सट्टामे जरुरी सब पुरा करबाला आ सुन बाला आदमीसबके हित होव बाला बात सब मुख सअ निकलै । 30आ परमेश्‍वरके पवित्र आत्माके दुःखीत नै बनाउ कैलाकी छुटकाराके दिनके लेल ओकरे सअ आहांसबमे छाप लगाउल गेल है ।31सबहे प्रकार के तिताबातसब क्रोध, तामस, झगडा, दोसरके बेजत केनाई और दुष्‍ट भावनाके आहांसब त्याइग दु । 32एक दोसर के लेल दयालु बनु । एक दोसरके लेल कृपालु बनु । जहिना मशिहमे परमेश्‍वर आहांसबके क्षमा केलकै ओहिना अहूसब एक दोसरके क्षमा करु ।

Chapter 5

1ऐ दुवारे परमेश्‍वरके प्रिय बेटाबेटी सब जाका ओकर देखा सिरवी करू । 2आ मशिह अपना सबके प्रेम कक जेना अपनेके अपना सबके लेल बलि कअ देलकै ओहिना आहांसब प्रेममे चलू । परमेश्‍वरके लेल बनिया सुगन्ध दियबाला बनि आ वासना हुव के लेल ओ एकटा भेटी और बली रहै ।3जेना विश्‍वासीसबके लेल सही होइछै, आहांसबके बिचमे व्यभिचार, आ कोनो प्रकारके गन्दा काम आ लोभके बारेमे नामो नै लु । 4ने त गन्दा बात, ने त मूर्खैय बोली, ने त अपमान करबाला मजाक होय जे बात सब उचित नै है । बल्की धन्यवाद दिय बाला काम होब क चाही ।5कैलाकी आहांसब यी पक्का रुप सअ जाइन लू कि कोनो व्यभिचारी कि अशुद्ध आदमी आ लोभ करबाला आदमीके मशिह आ परमेश्‍वरके राजमे हिस्सा नैय होतै । लोभ केनाई मुर्ति पुजा केनाई बराबर है । 6आहांसबके कोय भि बिना काम के बात सब सअ धोखा नैय दैय । अही बात सबके खातिर आज्ञा नैय मान बाला सबके उपर परमेश्‍वरके क्रोध अबै है । 7अही कारण सअ ओकरा सब जरे आहांसब सहभागी नै होउ ।8कैलाकी आहांसब एक बेर अन्हार रैहियै, लेकिन आब आहांसब परमप्रभुमे इजोत भअ गेल छी । अहीकारण सअ इजोतके धियापुता जाका चलू । 9कैलाकी इजोतके फल सबहे भलाई, धार्मिकता, और सच्चाईमे छोइछै । 10प्रभुके खुश कराब बाला बात सब पत्ता लगाउ । 11अन्हारके फल होबबाला काम सब मे भाग नैय लू । बल्की ओकरासबके देखार करु । 12कैलाकी उसब जे काम सब चोरा कअ के ने है ओकरा चर्चो केनाई लाज के बात है ।13जब सबहे कुछ इजोतमे अबै है, तब उसब बनिया सअ देखाई छै । कैलाकी देखार भेलसबहे कुछ इजोतमे चम कअ लगै छै । 14अही कारन सअ एना कहल गेल है,” ऐ सुतहा सब जागू और मरल मेश जीक उइठ जाउ, आ मशिह आहां मे इजोत चमकौतैय ।15तै दुवारेआहां केना कअ चलै छी, ओय चीजमे होसियार होउ, मुर्ख जाका नैय लेकिन बुद्धिमान जाका । 16समयके बचाउ, कैलाकी दिन सब खराब है । 17मुर्ख नै बनू । बल्की प्रभुके इच्छा कथि है कैह कअ बुझु ।18दारु सअ नै मातू, कैलाकी यी विनाश दिशा लअ जाय है । लेकिन पवित्र आत्मा सअ भैर जाउ । 19एक दोसरमे भजन, स्तुतिगान आ भक्‍तिके गीतसब गबैत बजबैत रहु । 20येशू मशिह के नाममे सबहे दिन सब कुछ के लेल पिता परमेश्‍वरके धन्यवाद चढाउ । 21मशिह के आदर होय कैह कअ एक दोसरके अधिनमे रहू ।22हे स्‍त्री सब जेना प्रभुके अधिनमे रहै छी वहिना अपना मरद सब के अधिनमे रहू । 23कैलाकी मरद जनीके शिर है , जेना मशिह सेहो मण्डलीके शिर है । मण्डली मशिहके देह है आ ऐय देहके मशिह अपने मुक्ति दिय बाला है । 24जेना मण्डली मशिहके अधिनमे है ओहिने स्‍त्री सब सेहो सबहे कुछमे मरद सबके अधिनमे रहै ।25हे मरद सब जेना मशिह मण्डलीके प्रेम केलकै आ अपनेके मण्डलीके लेल दअ देलकै, ओही तरह सअ अपने स्‍त्रीसबके प्रेम करु । 26जैय सअ ओ ओकरा पाइन सअ धोअ कअ वचन सअ पवित्र बना सकै । 27कोनो दाग नैय आ चाउरी नैय भेल आ एहन कोनो चिज नैय लेकिन पवित्र आ दोष नै भेल चमकदार मण्डली अपने लेल हाजिर कराबके लेल ओ एना केलकै ।28अही प्रकार सअ मरद सब अपन स्‍त्रीसबके अपने शरीर जाका प्रेम करपरतैय । अपन स्‍त्रीके प्रेम कर बाला अपनेके प्रेम करतैय । 29कहियै भि कोय अपन शरीरके घृणा नै करै है । बल्की ओ एकरा पालन पोषण कक प्रेम करै है, जहिना मशिह सेहो मण्डलीके प्रेम करै है। 30कैलाकी अपनासब ओकर शरीरके अंग सब छियै ।31अही कारण सअ एगो आदमी अपन बाबु आ माईके छोइर दैय है आ अपन स्‍त्री सअ मिलै है आ उ दुनु एकैटा शरीर भअ जाय छै । 32यी एकटा बहुत बरका छुपल सच्चाई है, लेकिन हम मशिह आ ओकर मण्डलीके बारेमे कैह रहल छी । 33तैयो आहांसब सबहे कोय अपन स्‍त्रीके अपना जाका प्रेम करु आ स्‍त्री सेहो अपन मरदके सम्मान करै ।

Chapter 6

1हे बेटाबेटी सब, प्रभुमे आहांसबके माई बाबुके आज्ञा मानू, कैलाकी यी उचित है 2अपन माई बाबुके आदर करु” जे बच्चा सहितके पहिलका आज्ञा है । 3जब एना करब त आहांसबके कल्याण होय आ आहांसब ऐय धरतीमे बौहते समय तक जीय सकू ।4और हे बाबु सब अपन बेटाबेटाबके नैय रिसबीयै । बल्की ओकरा प्रभुके अनुशासनमे आ शिक्षामे बर हबियौ ।5हे दास सब, जेना मशिहके आज्ञा पालन करै छी तहिना बरका आदर आ डर माइन कअ आहांसबके हृदयमे कोनो कपट नैय राइख कअ संसारके मालिक सबके आज्ञा पालन करु । 6अपन मालिक के देखा कअ ओकरा खुशी करके लेल मात्रे आज्ञा पालन नै करु । बल्की मशिहके दास सब जाका आज्ञा पालन करु । आहांसबके हृदय सअ परमेश्‍वरके इच्छा पुरा करु । 7जेना आदमीबसके सेवा करै छियै तेना नैय लेकिन अपन पुरा हृदय सअ जेना परमप्रभुके सेवा करै छियै तहिना सेवा करु । 8आहांसब यी जानु, कि आदमीके करबाला सबहे बनिया कामके लेल उ परमप्रभु सअ इनाम पौतैय, चाहे उ आदमी दास होय आ नै होय ।9हमसब मनुष्यके गवाही स्वीकार करैछी त परमेश्‍वरके गवाही और महान छैयई । किया त परमेश्‍वरके गवाही इहे हैयकी, उन्कर पुत्रके गवाही हैइके ।10अन्तमे, प्रभुमे आ ओकर शक्‍तिके सामर्थमे बलगर होउ । 11परमेश्‍वरके सबहे हात हतियारसब पक्रु जैस आहांसब शैतानके छल कपट करबाला जालसबके बिरोधमे खार होब सकी ।12कैलाकी अपनासबके लडाई शरीर और खुनके बिरोधमे नै है लेकिन यी त प्रधान सब से और अधिकारीसबसे और अन्हारके राज्यमे शासन करबाला सब से और स्वर्गके जगहमे भेल दुष्‍टके आत्मिक सेनासबके बिरोधमे है । 13अही कारण परमेश्‍वरके सबहे हाथ हाथियार पक्रू जैस ऐय दुष्‍ट समयमे दुष्‍टके सामना कर सकी आ सबहे काम पुरा कक खार होब सकी ।14तै दुवारे सत्य सअ अपन डार कसू धार्मिकताके छातीमे लगवबाला पाता लगाकअ खार होऊ । 15आ गोरमे मिलान करब बाला सु-समाचारके जुत्ता लगाकअ तयार हौउ । 16जरे विश्‍वासके ढाल हातमे लेने रहू जैस आहांसब दुष्‍टके सबहे अग्नीवाण मुझाव सकव ।17आ मुक्‍तिके टोप लगाउ आ पवित्र आत्माके तरवार बोकू, जे परमेश्‍वरके वचन है । 18सबहे प्रार्थना आ बिन्ति सअ सबहे समय पवित्र आत्मामे प्रार्थना करु । प्रार्थना कर मे सबदिन सचेत भक लागल रहु । परमेश्‍वरके सब लोक के लेल प्रार्थना केनाई नै छोडू ।19आ हमरो लेल प्रार्थना करु, कि जब हम अपन मुख खोली त हमरा वचन दैय आ हम निडर भक लोक के सु-समाचारके भेदके सुना सकी । 20जेकरा लेल हम जिन्जीर सअ बान्हल एगो राजदुत छी; आ जेना हमरा बोलक चाही, ओना हम साहस सअ बोल सकी ।21लेकिन अहुसबके सेहो हमरा अवस्थाके बारेमे आ हमरा केना है कैह कअ होयके लेल प्रभुमे प्रिय भाई आ विश्‍वास करबाला चेला तुखिकस आ दाससबके सबहे बात बताउत । 22हम ओकरा आहांसब लग एहा बिचार सअ पठौने छी, जे आहांसब हमरा बारेमे जान सकी आ उ आहांसबके हृदयके हिम्मत दिय सकै ।23परमेश्‍वर पिता आ प्रभु येशू मशिह सअ भाइसबके विश्‍वास जरेके प्रेम आ शान्ति होय । 24कहियो अन्त नैय हुव बाला प्रेम सअ अपना सबके प्रभु येशू मशिहके प्रेम करबाला सबहे उपर अनुग्रह रहै ।

Philippians

Chapter 1

1मशिह येशूके दाससब पावल और तिमोथी से फिलिप्पीमे भेल ख्रिष्‍ट येशू मे अलग कइलगेल सब । और विशप और लिडरसब । 2परमेश्‍वर हमनीके बाबु और प्रभु येशू ख्रिष्‍टके ओर से अनुग्रह और शान्ति ।3हर समय तोहनी याद करीछी हम हमर परमेश्‍वरके धन्यवाद देइछी । 4तोहनी सबके लागी हमर हरेक प्रार्थनामे हम खुशी के साथ प्रार्थना करी छी । 5पहला दिनसे अभितक सुसामाचारमे तोहनी सबके सहभागी के लागी हम धन्यवाद देइछी । 6हम इ बात मे दुक छी,कि तु सब निमन कामके शुरुवात करेवाला येशू ख्रिष्‍टके दिन तक यि पुरा करेके लागी लगातार लागल रहब।7तोहनी सबके लागि अइसन प्रकारसे बिचार करना हमरा लागी उचित हई । कइला कि हम तोहनी सबके हम अपना हृदयमे रखले छी । हमर जेल मे र सुसमाचारके समर्थन और निश्‍च्यता दुनुमे तोहनी सब अनुग्रहमे हमर साझेदार सब भेल छी । 8कइला कि ख्रिष्‍ट येशुके प्रेमके गहराइमे तोहनी सबके लागी कतेक तृष्णा कारीछी कहके हरेक बातमे परमेश्‍वर हमर गवाही हाई ।9और हम यि कहके प्रार्थना कर रहल छी,कि ज्ञान और पुरा समझमे तोहनी सबके प्रेम आउरो बढते जाए । 10हम अइके लागी प्रार्थना करबई ताकि तु सब जे निमन हई ऊ सब तोहनी सब पारखके छाने के सिकु । हम येकरा लागी प्रार्थना करबई । ताकि त सब ख्रिष्‍टके दिन मे इमानदार और बिना दोष के रहेके सिकु । 11यि अइके लागी भि हई ताकि परमेश्‍वरके महिमा और प्रशंसाके लागी येशू ख्रिष्‍ट द्धारा आबेबाला धार्मिकता फलद्धारा तु सब भर सके ।12भाइ हो, तोहनी सबके यि मालुम होए कहके हम चाहिछी हमरा होएल यि सब बात सुसमाचारके लागी बहुत अगाडि बढेके काम होएल हई । 13कइला कि ख्रिष्‍टमे हमर बन्दी सबके विषयमे महलके भरके सब सुरक्षा दल और आउरो सब आदमीके मालुम भेल हई । 14और परमप्रभुमे रहल बहुत भाइसब हमर कैदी के कारण निडर होके बचन बोलेके कोशिश करके अउरो बहुत उत्साहित होएल हए ।15केकरो केकरो इस्रया और बेमेलमे और दोसर सब सदभावसे भि ख्रिष्‍टके प्रचार कएले हए । 16प्रेम से ख्रिष्‍टके प्रचार करेबाला सब सु-समाचारके समर्थन करेके कारण हमरा यहां राखल गेल हई । कहके मालुम हई । 17लेकिन आउरोजना सब मशिह के प्रचार बिना स्वार्थ और शुद् मन उदेश्‍य से करीछई । हमरा यि कैद के समयमे ऊ सब हमरा आउरो दुःख देरहल हई कहके उ सब बिचार करीछई ।18एकर मतलब कथि त ? चाहे बहाना हो या सचाइमे दुनु तरिका से प्रभुके प्रचार होइछई । और अइमे हम आन्नदित होइछी । ह हम अनान्दित होबई । 19कइलाकी हम जानइत छी कि परमेश्‍वरके आत्मा द्धारा हमरा लागी छुटकारा लतई, तोहनी सबके प्रार्थना और येशू मशिह के मदत कारण ‍ई होतई ।20हमर इहे हार्दिक आशा आ अभिलाषाके अनुसार हम कोनो बातमे लज्जितमे नपरबई , बल्कि सारा साहसके साथ सबदिन जइसे और अभि भि चाहे हमर जिवनद्धारा मशिहके आदर सदा होइत रहे चाहे हम जिंदा रही या मरजाई । 21हमरा लेल जिएके अर्थ हई मशिह और मरजनाई ।22लेकिन शरिरमे जिनाई हमर मेहिनतसे फल आतई कहके,कोन बात चुनबई कहके हमरा थाह न हई । 23कइला कि हम चयन करेबाला दुनु बातमे हम दुबिधा परल छी, हम बिदा होके मशिहके साथ होएके इच्छा करी छी । जोन बहुत निमन बात हई । 24लेकिन तोहनी सबके लागी शरिरमे रहल बहुत आवश्‍यक हइ।25v25 अई बातमे हम विश्‍वासीत होएके कारण से जानी छी, कि विश्‍वास मे तोनीसबके प्रगती आन्नदके साथ हम तोहनीके साथ साथ रहके निरन्‍तरता देबई । 26फलस्वरुप तोहनी सब कहां हमर फेर से उपस्थिति के कारण तोहनी सब येशू मशिह के हमरा लागी महिमा देबेबाला काम और बहुत मात्रामे होतई । 27येशू मशिह के सु-समाचार के लागी योग्य योग्य होबेबाला किसिमसे मात्र अपन जिवन बिता । चाहे हम तोहनी से भेटे आऊ चाहे हम हाजिर न होई इ कर ताकि तोहनी सब एकेगो आत्मा मे बलबान के साथ खडा होएल छे कहके तोहनि सबके बिषयमे हम सुन सकि । सु-समाचार के विश्‍वासके लागी तोहनी सब मिल के एकेगो प्राण होके जोर मेहनत कर रहल छे कहके सुनेके हमर इच्छा हई ।28और तोहनी सब के दुश्‍मन से कइलगेल कोनो बात से न डरो, ई ओकनी सबके लागी विनाश के चिहन हई । लेकिन तोहनी सब के लागी ई मुक्तिके चिहन हऊ । और ई परमेश्‍वर से आइल हई । 29कइला कि मशिह के लागी ई तोहनी सब के देल हइ । ओकरा उपर विश्‍वास करेके लागी मात्र न लेकिन ओकरा लागी कष्‍ट उठाएके लागी भि । 30कइला कि जे तु सब हमरा मे देखले और हमरा साथ हई कहके सुनि छे, उहे दुःख तोहनी के साथ हऊ ।

Chapter 2

1अइ के कारण हम मानी छी कि मशिहमे उत्साह हम मानी छी कि वहा संगति हई । हम मानी उनका प्रेम से आशा मिलि हई । हम मानी छी कि वहा स्नेह करुणा और सहानुभुती हई । 2आहा सब एकेगो मन होके, एकेगो प्रेम धारण कके आत्मामे एक होके और एकेगो उदेश्‍य राख के हमरा आन्नद के पुरा कर ।3स्वार्थ और खाली अहकार मे कुछो न कर बरु नम्रतामे अपना से बेसि दोसराके बडका ठानु । 4अपना जरुरतमे खाली ध्यान नदिउ लेकिन दोसर सबके जरुरत कथि हई ओइमे भि ध्यान लगाऊ ।5ओइ बात मे विचार कर जे मशिह येशू मे भि रहलछी । 6ऊ परमेश्‍वरके स्वरुप मे रहित रहलई लेकिन फिर भि परमेश्‍वरके साथ अपना बराबरी मे पकरके राखेके न चाहलई । 7बरु ऊ अपने आपके त्यागदेलई और दास के रुप धारणा कके मनुष्य बनगेलई और मनुष्यके स्वरुपमे रहलई । 8ऊ अपने आप के नम्र बनगेलई और मृत्यु मतलव कुशके मृत्यु तक आज्ञाकारी रहलई।9ओइके कारण परमेश्‍वर उनका सब से उच्च बनलई और उनका उ नाम देलई जोन सबसे उच्च हई । 10ऊ अइसन करलई ताकि येशू के नाम मे हरेक घुडा टेकतई स्वर्ग पृथ्वी और पृथ्वी के निचा भेल सब 11और ऊ यी करलई ताकी परमेश्‍वर पिता के महिमा के लागी हरेक जिब्रो येशू मशिह ही प्रभु हई कहके स्वीकार करे ।12अइके लागी हमर प्रिय साथी सब जेना अहा सब हरदम आज्ञा पालन करित आइल छी। ओहिना आब हमर उपस्थिति से बेसी हमर अनुपस्थिति मे पालन पालन करीत रहु जे परमेश्‍वरसे पाएल अपन उद्धार से उत्पन होए । 13कइला कि परमेश्‍वरके प्रशंसा के लागी आहासब दुनु इच्छा और काम लगाबेके लागी तोहनी मे काम करेबाला परमेश्‍वर ही हई ।14आहा सब जे कुछ करम से बिना कुडबुडाए (मारपिट) आ बिना विवाद मे परके करु । 15जेई से आहा सब निर्दोष आ निष्कपट हई आ परमेश्‍वरके बेटाबेटी हो सके । अइसन तरिकासे व्यवहार करु ताकि आहासब चलाक और अलग कइलगेल पुस्ता के बिच अई संसारमे इजोत के जैसे चमके सके । 16जिवनके वचनके जोर से पकरु ताकि ख्रिष्‍टके दिनमे हमरा महिमा देबेके कारण बन सके । कइला कि ओई दिनमे व्यर्थमे हम न दौरबई और हमर मेहनत व्यर्थ न गेलई कहके हम जनबई ।17तोहनी सबके विश्‍वास के त्याग और सेवामे हम बलिदानके रुपमे अर्पित होए तौभी हम आन्नद मनबई । और हम आहा सब के साथ आन्नदित हइबइ । 18ओइसने तरिका से आहा सब भि आन्नदित होऊ । और हमरा साथ आन्नदित होऊ ।19लेकिन तिमोथी के तोहनी जल्दी पठाबेके लागी हम प्रभु येशू मे आशा राखी छी । ताकि ओकनी से तोहनी सबके विषयमे जानके प्रोत्साहित हो सकि । 20कइला कि ओकनी के जैसे मन भेल और ओकनी जैसे तोहनी सबके लागी साचो रुप मे असुक होइबला हमरा साथ ओरो दोसर कोई न हई । 21कइला कि ऊ सब येशू मशिह के बात जादा अपना इच्छा के खोजी करीछइ ।22लेकिन आहा सबके ओकर योग्यता थाहै हाई कइला कि जेना बच्चा अपना बाबुके सेवा करीछई ओइसने सु-समाचारमे हमरा ऊ सेवा कइले हई । 23अइके कारण हमरा लागी कथि होतइ कहके थाहा पाएके साथ जते जल्दी हो सके हम तिमोथीके तोहनी कहा पठाबे के आशा करी छी । 24लेकिन हम अपने तोहनी सब के बिच मे जल्दी हि अबई प्रभुमे निर्धकक छी ।25लेकिन हमरा ई आवश्‍यक बुझाइत छई जे हम अपन भाइ इपाफ्रोडिटसके आहा लग वापस पठाना जरुरी हई, ऊ हमरा भाइ सहकर्मी और सङगी सिपाही और तोहनी सबके सन्देशपाक आ हमरा जरुरत के लागी सेवा हई । 26कइला कि ऊ भेल बात आहा सब के मालुम भेला से ऊ बहुत चिन्तित भेल रहलई । और आहा सबके साथ होएके लागी ऊ तृष्णा कइले रहलई । 27कइला कि ऊ सचमे अतेक बिमार रहल कि ऊ मरे से बचलई, लेकिन परमेश्‍वर ओकरा उपर दया करलई और उनके मात्र न होके दुःख के उपर दुःख न होए कहके हमरो उपर दया देख्लई ।28अइके कारण आउरो बहुत उत्सुकके साथ हम ओकनी के पठबई छी ताकि जब आहा सब ओकनी के फेर देखबे, तब आहा सब आन्नदित हो सके और हम चिन्तासे मुक्‍त होबई । 29ओइसे पुरा आन्नदके साथ प्रभु इपाफ्रोडिटसके स्वागत करु ओकनी जैसे आदमी के आदर करु । 30कइला कि ख्रिष्‍टके कामके लागी ओकनी मरे से बचलई हमरा सेवा देबेके लागी और आहा सब हमरा सेवा न सकेबाला काम पुरा करेकेलागी अपन जिवन दाउ पर लागादेलई ।

Chapter 3

1अन्तमे हमर भाइ सब हो, परमप्रभुमे आन्नद करु । तोहनी सबके बारम्बार एकेगो बात लिखना हमरा लागी झरको लागेबाला बात न हई । यि बातसबसे तोहनी सबके सुरक्षा रहतउ । 2कुत्ता सबसे होसियार रहु, खराब काम करेबाला सबसे होसियार रहु, अङग कटाई करेबाला सबसे होसियार रहु । 3कइला कि खतना हम सब हि छी हमसब हि, परमेश्‍वरके आत्मा द्धारा आराधना करी छी । हमसब छी ख्रिष्‍ट येशूमे गर्भ करी छी और शरीरमे कोनो किसिमके भरोसा न राखी छी ।4हम अपने आपके शरीर पर भरोसा राखे सकित रहली यदि कोई अपना शरीर पर भरोसा राखेके विचार करी छई त ओइ से बेसी हम करे सकिछी । 5हमर खतना आँठवा दिनमे खतना भेल रहलई, हम इज्राइली जाती के बेन्यामिन कुलके इब्रानसे जन्मल इब्रानी छी, धर्म नियम क पालन करेबाला दृष्‍टीकोण से हम एक फरिसि छी ।6धर्मके प्रति हमर उत्साह अतेक रहलई कि हम मशिहके मण्डली पर बहुत अत्याचार करीत रहली आ धर्म नियम पर अधारित धार्मिकता क दृष्‍टी से हमरा मे कोनो (कमजोरी) त्रुटी न रहलई । 7लेकिन हमरा लागी लाभदायक होएल सब बात मशिह के खातिर हम हानी ही समझल छी ।8एतने न बलकि हम अपन प्रभु, मशिह येशूके जान लेनाई हि सबसे सर्वश्रेष्ठ लाभ मानी छी जेकरा तुलनामे बाली सब बात के हानी बुझी छी ।हम उनका लेल सब कुछ त्याग देले छी जेई से हम ई लाभ उठाबी छी ताकी मशिह के हासिल कर सकि । 9और उनकामे स्थापित हो सकि व्यवस्था से हम अपने प्राप्‍त कइल धर्मिकता हमरा पास न हई बरु मशिह येशू मे विश्‍वासके द्धारा प्राप्‍त कइल धर्मिकता विश्‍वासमे अधारित परमेश्‍वर से हम प्राप्‍त कइल छी । 10अइके कारण उनका और उनका पुनरुत्थान के शक्तिके जानेके चाहिछी और उनका कष्‍टसबमे सहभागी होएके चाहे छी । उनका समरुपतामे हम बदलेके चाहिछी । 11ताकि हम मरल से पुनरुत्थान के कोई किसिमसे अनुभव कर सकि ।12हम ई सब बात प्राप्‍त करलेल छी, या हम पुरा होगेल छी कहके साचो बात न हई लेकिन जे चिज के लागी हम मशिह के द्धारा चुनल रहली, ऊ हम पके सकि कहके हम जोड देइछी । 13भाइसब हम यि सब बात पकरलेल छी, कहके हम न मानी छी । लेकिन एगो बात हम पकरेके सिकले छी । हम पछाडि बात भुल के अगाडिके बात सब के लागी मेहनत करी छी । 14हम ख्रिष्ट येशूमे स्वर्गीय बोलावट के इनाम जिते के लागी लप्रय तर्फ अगाडि बढेमे जोड देइछी ।15अइके कारण हम सब बुझेबाल लोक सब छी सब एना बिचार करु । यदि आहा सब कोनो बात बहुत किसिम से बिचार करी छी त परमेश्‍वर ऊ सब चिडा आहा सब के लागी प्रकट करदेतई । 16हम सब जे प्राप्‍त करलेले छी, हम सब मे ठोस रहु ।17भाइसब हो हमर देखासिकि करेबाला हमसबमे आहासब पाएल उदारहरण अनुसार चलेबाला सब ध्यान देके देखु । 18ऊ बहुत आदमीसब जेकरा विषयमे हम तोहनीसबके बारम्बार बतइले रहली और अब आँख के लोर के साथ हम बतारहल छी । ताकि ऊ सब मशिहके क्रुसके दुश्‍मन जैसे चलरहल हई । 19उ सबके विनाश निश्‍चित हई । कइला कि ओकनी सबके इश्‍वर उ सबके पेट हई और ओकनी सब शर्ममे ओकनीसब के घमण्ड हई । ओकनी सब संसारके चिजके बारेमे बिचार करीछई ।20

21हुनका हमसबके शुद शरीर उनका जैसे ही महिमित शरीरमे बदल देतई, जोन शरीर सब चिज उनका अधिनमे ल्याबेके लागी उनका शक्तिद्धारा बनाएल हई ।
Chapter 4

1अइकारण हमर प्रिय भाइसब जेकरा हम चाहि छी हमर आन्नद और मुकुट हमर प्रिय साथी सब अइसने प्रभु मे बनल रहु । 2हम इयोदिया और सुन्तुखे प्रभु मे एकेगो मन होएके बिन्ति करीछी । 3वास्तवमे एकेगो जुवामे भेल हमर साँचा मदत गार हम तोहनी के इहो बिन्ति करीछी, कि यि औरत सबके मदत कर । कइला कि ओकनीसब हम कलेमेन्ट और बाँकी मदतगार के साथ सु-समाचार प्रचार करेके लागी मेहनत कइले हई । जेकर नाम सब जीवनके पुस्तक मे हई ।। 4प्रभु मे सादा आन्नद करु, हम फेर कहिछी आन्नद करु । 5सब लोग इ देख सके कि आहासब नम्र लोक छी । 6कोनो बात के चिन्ता फिकृ न करु बलकि हरेक परिस्थितीमे परमेश्‍वरसे प्रार्थना आ निवेदन करु । अपन बिन्ति धन्यवाद साथ उनका समुख प्रस्तुत करु । 7और हमनी के सब समझ से उपर परमेश्‍वरके शान्ति से मशिह येशू मे ओकनी सब के हृदय और बिचार सबके रक्षा करतई8अन्तमे भाइसब हो जोन बात सब सत्य हई, जे बात सबमे आदरणीय हई, जे बात न्याय सत्य हई, जोन बात शुद्ध हई, जे बात प्रेम योग्य हई, जे बात असल नाम के हई, यदि कुछ अति उतम हई और प्रशंसा के योग्य हई कुछ बात सब हई त यि हे बात सबके बारेमे बिचार करु । 9जे बात आहा सब हमरा से सिकले और हासिल कइले और हमरा से सुनले और हमरा मे देखले ऊ बात सब कर । और शान्ति के परमेश्‍वर आहासँग रहतई ।10हम प्रभुमे बहुत आन्नदित छी, कइला कि अभि अन्तमे आहासब हमरा प्रति अपन वास्ता नयाँ कइले छी, आहासब वास्तवमे पहिला भि हमरा लागी वास्ता कइले रहली लेकिन उ समयमे तोहनी के पास मदत करेके वस्ता न रहल क । 11हम अभि आवश्‍यकतामे परेके कारण हम यि न कहरल छी, हम हरेक समयमे सन्तुष्‍ट हरेके सिकले छी । 12गरीबी कथि हई हमरा मालुम हई और बहुत जादा हई उ बात भि हमरा मालुम हई । हरेक किसिम और सब बातमे केना परिपक रहेके या भोकप्यासमे रहेके और प्रशस्ता प्राप्‍त करेके या आवश्‍यकता रहेके कहके हम सिकले छी । 13जोन हमरा शक्ति देइछई उनके द्धारा हम सबकुछ करे सकि छी ।14और तोहनीसब हमरा कठिन समयमे एकजुट हो के निमन कइली । 15तोहनी फिलिप्पी सब यी जानी छे कि सु-समाचारके सुरुवातमे जब हम माकेडोनिया निकली तोहनी सब के बाहेक कोई मण्डली लेबे देबेके विषयमे हमरा मदत नकरलई । 16हम थेसलोनिकमे रहली तौभि हमरा जरुरतके लागी तोहनी सब एक बेर जादा मदत पठइली । 17हम उपहार खोजली कहके न बरु हम तोहनी सब के हिसाबमे बढते जाय कहके फल खोजी छी ।18हम सब जिच सब पालेले छी और हमरा बहुत जादा हई । हम पुरा रुपसे भरल छी तोहनी सब इपाफ्रोडिटसके साथ पठाएल समान हम पइली । उ गमकेबाला बासना आबेबाला ग्रहण योग्य बलिदान हई जोन परमेश्‍वरके प्रसन्न करी छी । 19और हमर परमेश्‍वर ख्रिष्‍ट येशूमे उनका महिमा के समपत्तिअनुसार तोहनीसबके जरुरत पुरा करदेतई । 20आब हमनी के परमेश्‍वर औरपिता के सादा महिमा हो आमेन् ।21ख्रिष्‍ट येशूमे भेल सब विश्‍वासी के अभिवादन करु । हमरा साथ भेल भाइसब तोहनीसब के अभिवादन पठाएल हए । 22यहा भेल सब विश्‍वासी सब और विशेष कके कैसर घराना के तोहनी सबके अभिवादन पठाएल हए । 23प्रभु येशू ख्रिष्‍ट के अनुग्रह तोहनी सबके आत्माके साथ रहे । आमेन् ।

2 Thessalonians

Chapter 1

1पावल, सिलास और तिमोथी के वरफ से परमेश्‍वर हमर पिता आ प्रभु येशू मशिह मे थेसलोनिकी मण्डलीमेः 2हमरा सबके परमेश्‍वर पिता आ प्रभु येशू मशिहमे अनुग्रह आ शान्ति ।3भाइसबयौ हमसब आहा सबके लेलपरमेश्‍वरके सब्दिन धन्यवाद करैछी कैलाकी उचित है आहा सबके विश्‍वास बहुतेक प्रेम एक दोसरके लेल सबके बिचमे स भरहल है । 4अहि कारण स हमसब आहासबके धिरज आ विश्‍वास के बारेमे परमेश्‍वरके मण्डलीमे आहासब के सब सहेवाला सतावट सबके विषयमे आहासबके दुःख भोगप्रती हमसब गौरव करैछी । 5इ परमेश्‍वरके धार्मिक न्याय प्रगट होब बाला समयके चेन्हा हई,जेकरा आहासब परमेश्‍वरके राज्यके योग्य ठहरब जै राज्यके लागी सबहै सतावट सहै छी ।6तोहरासबके दुःख देबेबाला सबके दुःख देबक लेल परमेश्‍वरर के धर्मिक न्याय हैई । 7आरो येशू मशिह स्वर्ग स स्वर्गदुत सबके शक्तिसाथ अतै आ ओकरे आगमनमे हमसबके ई जेसव कोई संगे दुःख भोग बाला सबके छटकारा मिलत । 8जे सबकोइ परमेश्‍वरके नै चिन्हैय आ जेसव हमर प्रभु येशूके सु-समाचारके नै पालन करैईय ओकरासबके आइगके धिधोरामे बदला लेत ।9उसव कोइ प्रभु आ उनकर शक्तिके महिमाके बिवमे से दुर भक अन्नत विनाशके दण्ड भोईगरहल है । 10आहां सबकोइ हमरा गवाही पर विश्‍वास कैली ओहिना इ देके विश्‍वास करबाला सबकोई से आत्मिक परके लेल आ सब सन्त सबस महिमीत होबला उतैई दिन आउतै ।11ओइके लेल हमसब आहां सबके लागी सब्दिन प्रार्थना करै छी । कैलाकी हमरा सबके परमेश्‍वर आहांसबके लागी आहां स बोलावट के योग्य बुझै आ भलाई करवाके लेल आहां सबके इच्छा आ विश्‍वास के सब काम शक्तिमे पुरा होइत । 12हमरासबके परमेश्‍वर प्रभु येशू मशिह के अनुग्रह के कारण आ उनक नाउँ के कारण आहां सबकोइ स महिमीत होई आ आहांसब उनके द्धारा महिमीत होइब ।

Chapter 2

1आव हे भाईसब हमरा सबके प्रभु येशूके आगमन आ हमरा सबकोइके सँगे एकेबेर भेटक बारेमे हमसबकोइ उतैक स बिन्ती करैछी, 2कियाकी प्रभुके दिन आईब गेलै कहीक आहां सबकोइके मन असानीसे नै घबराई अतै बेचैन होई तै आत्मा क शक्ति स तै वचनसे आ हमरा सबके चिठ्ठी से प्रभु के आगमन पहिने भगेलै कहिक धोखा नै देवसकैय ।3आहां सबकोइके कोई कोलो प्रकाश ढक नै सकैई कैलाकी पतित पापीसब विनासके बेटा अधर्मी आदमी प्रगट दोवतक ई नै धेतै । 4उओहे है सेकोई अपने आपसे उच्करचाहत आ परमेश्‍वरके विरोध कर लेल आ अपनेके परमेश्‍वरके रुपमे देखा क महिमा होव चाहैईय आ उनकर मन्दिर मे वैस चाहैईय ।5हम अंहु सबके सँग रैहिई क आहांसबके जेकाह नै छली से आहांसब उनै बुझलि । 6आब आहांसब जनैछी कोनो एहन बातसब स उनकर आग्मणके रोकैईय ताकी वो ठिक समय से प्रगट होईत । 7कैलाकी पापके भेद्र पहिने स काम कैईर रहल है जवतक जेसब कोई उकरा सबके पकैइरके राख्ने रहत वो ओकरा रास्ता पर स नै हटाऔव ।8तकर बाद पापके आदमी प्रगट होइत जेकरा प्रभु येशू अपना मुंहके फुकसे उन्के आग्मणमे ओकर अन्त होइत । 9शैतानके सबहे शक्‍तिके काम सब चिन्ह सब आ झुठके आइय्यके कामसब के कारण पापके आदमी के आग्मण होईत । 10ई अधर्मीकताके सब छलके सँगे आईत ई बात सब नाश होवब लोक निम्ति होईत जेसबकोई बचावके लेल परमेश्‍वरके प्रभुके सत्यके ग्रहन नै करतै ।11तहिकारणसे उसब झुठके विश्‍वास करैय परमेश्‍वर ओकरासबके भर्मसबके काम पठअवैय । 12ताकी अधर्मीमे आन्नद मनाव बाला सबकोइके न्याय होइक ।13परमेश्‍वरमे औ प्रेमी भाईसब औ हमसब कोई परमेश्‍वर से आहांसबके लागि धन्यवाद दैत रहैछी कैलाकी परमेश्‍वरके आत्माके शुद्ध आ सत्यमे, विश्‍वासमे, उद्धारमे पहिनका फल जका आहांसब कोइ चनलकै । 14हमसब जे सु-समाचार द्वारा प्रभु येशूके महिमा प्राप्‍त कर सकु कैहिके ओ आहांसबके अहिकात वोलैइने हव । 15अहि लेल आब भाईसब औ आहांसब स्थिर रहु परमेश्‍वरके वचन आ पत्र द्वारा आहांसब कोइके सिखाइल गेल परम्परा सब पकैर के राखु16आव अनुग्रहसे अनन्तके खुशी आ निमन आशा देवला अपना प्रभु येशू मशिह अपने स आ परमेश्‍वर हमर पिता से 17सब असल काम आ वचनमे आहांसबके मनके शान्ति आ स्थिर करबैय ।

Chapter 3

1आब भाई सब यौ हमरासबके लेल प्रार्थना कदिय कैलाकी हमरासबके प्रभु येशू मशिहके वचन जोर सोरसे बरहैई आ महिमीत होई जेनाकी आहांसबके बिचमेसे भेल रहई । 2आ हमसब छली आ ईश्‍वर विनाके आदमीसब स छुटकारा पाब सकू कैलाकी सबहे गोरा सबके सँगे विश्‍वास नैहैई । 3लेकिन हमरा सबके प्रभु विश्‍वासमे रह बाला जे आहांसब कोईके खरा करबाला दुष्‍टसब स बचावके लेल प्रदान सबदिन करत ।4हमसब आहांसबे उपर प्रभुमे विश्‍वास करैईछी कि आहांसब कोइ हमसब जे सब आज्ञा कैने रही से सब कामसब कैरते रहब आ सबदिन कैइरते रहब । 5आब प्रभु आहांसब कोइके मनके परमेश्‍वरके प्रेम मशिहके शहनशिलता दिश्‍नके अगुवाई सबदिन कैने रहैई ।6

7आब आहांसब बातसब जानैछी कि केनाके आहांसब हमरा सबके बातसब सिखली जेनाक के हमसब आहांसबके बिचमे आश्‍कति नै देखेली । 8नैत हमसब मग्निमे केकरो भोजन कैली कियाकी तैके बदलामे हमसब केकरो भारी नै बनली ताई द्वारा से हमसब काम कैली राईत दिन नै बुईझके काम कैली । 9यी कारणसे नै हमरा सबलगे अधिकार नैहई से बुझके नै लेकिन हमसब आहांसबके निम्ति उदाहरण भगेली ताकी आहांसब कोई हमरासबके सिखल कर सकू ।10हमसब आहांसब के जौरे रहल समयमे आज्ञा कैने रहली यदि कोई काम नैकरत उसब भोजन नैकरौक । 11कैलाकी हमसब सुनैछी कि कोइ कोइ अस्कति कके काम नै कके आहांसबके बिचमे चैल रहल हैई लेकिन उसब अपन कोनो काम नैकके बेकारमे दोसरके काममे हाथ लागबैय । 12येहन सबकोइके रहैईछी कैलाकी उसबकोई 1शान्तिके सँगे काम करौक आ अपने मेहनत सबसे जीवन चलाबै ।13तैईयो आहां भाई सऔ मनमे जे निक लागल हैई से काम करसे नै सकु । 14कैलाकी जे सब ई चिठ्ठीमे लिखल आज्ञाके पालन नैकरैईय ओकरासबके लागि सुर्ता नै करु आ ओकरा सबहके आहांसबके विचमे सहभागी नै कारउ कियाकी उ सब शर्ममे पैईर सकौक । 15ओकरासबके जौरे दुश्‍मन जाका नै व्यवहार करु लेकिन अपने सहोदर भाई बुझके सुझाव दिईऔ ।16शान्तिके परमेश्‍वर अपने से आहांसब कोईके सवदिनके लागि शान्ति दान करसकै । 17यी हमरा तर्फ स प्रणाम भेल हम पावल अपने हाथसे सब येहने चेन्हा हैई । 18आब हमरा सबके प्रभु येशूके अनुग्रह आहांसब कोइके उपर सवदिन रहैई ।

1 Timothy

Chapter 1

1हमरासबके मुक्तिदाता परमेश्‍वर आ हमरा आशा मशिह येशूके आशाअनुसार येशू मशिहके प्रेरित पावल, 2हमर आत्मिक बेटा तिमोथीके मशिह येशूके विश्‍वासमे हमर साच्चा बेटा तिमोथीके, हमरा परमेश्‍वर पिता आ हमरा प्रभु येशू मशिह से अनुग्रह, दया, कृपा आ शान्ति होई ।3हम माकेडोनिया जाइत समयमे तोरा कहलियै वहने तु एफिससमे ही रह । ताकी अलग सिद्धान्त हरेके आज्ञा दिलेछियौ । कि विभिन्न झुटा सिखावेवालाके आज्ञा देवे सक्बे । 4न त उ सबकोई झुटा कथा सब आ अन्त नै होइवाला ( नै सिखावेके लेल आज्ञा कैले छियौ ) । ‌वंशसबमे ध्यान लगतै । जे विश्‍वास से आवेवाला परमेश्‍वरके योजनाके सहयाता करेके उ सब अन्नत आज्ञा आ अन्त न बदलामे विवादसब जन्म लेइछै ।5लेकिन आज्ञाके उदेश्‍य त शुद्ध हृदय; असल (निक) बुद्धि निस्खोट विश्‍वाससे आवा वाला प्रेम है । 6कुछ आदमीसब यै से बहैकके बिना मतलब खोखला बात ओरी घुइम गेल है । 7उ सब कोई व्यवस्थाके गुरु बन चाही छै चाहे उ सब मे बातमे जोड दैहैय उ सब नै बुझिहै । 8लेकिन कोई न्यायसंग्त रुपसे प्रयोग करीहै त व्यवस्था असल है से बात हमरासबकोईके मालुम है ।9हमसब कोई यी बातके जनैछी कि व्यवस्था धर्मि आदमीसबके लेल नै बनायल गेल है लेकिन अधर्मि आ पापीसबके लेल, आ विद्रोही आदमीके लेल आ इश्‍वरहिन आ अपवित्रके लेल, अपना बाबु आ माइके सबके हत्या करेवालासवके लेल; हत्यारा सवके लागी 10अनैतिक यौनसम्बन्ध राखेवाला आदमीसवके लेल,समलिङगी सवके लेल; दास वनाबेके खातीर अपहरण करेवालासवके लेल, झुटा गवाही देवेवाला सवके लेल आ विश्‍वासयोग्य शिक्षाके विरुद्धमे होइवाला सवके लेल । 11यी हमरा जिम्मादेलगेल धन्य परमेश्‍वरके शुभसन्देश अनुसार है ।12आ हम धन्यवाद दैत छि कि जे हमरा शक्ति देलक; कैलाकी येशू हमरा विश्‍वासयोग्य समइझके सेवामे चुन्नलक । 13हम पहिले इश्‍वरनिन्दा करेवाला, सतावेवाला एक दुष्‍ट (हत्या करेवाला) आदमी छलि लेकिन उ सब काम अब्जनमे आ अविश्‍वासके कयलाके कारण हम परमेश्‍वरसे दया प्राप्‍त कयली । 14लेकिन हमरा प्रभुके दया मशिह येशूमे भेल विश्‍वास आ प्रेमके साथ हमरा परमप्रभु के दया बहुत जादा अलै ।15यी सन्देश विश्‍वासयोग्य, स्वीकारयोग्यके है, कि मशिह येशू पापीसवके बचावेके लेल यई संसारमे अलै हम यी सवसे निच (तच्छ) छि । 16लेकिन यही कारण के खातिर हमरा उपर पहिले दया कयल गेलै ताकी अन्नत जीवनके लेल परमेश्‍वरके उपर विश्‍वास करवाला सवके खातिर एक उदाहरण स्वरुपमे हम सवसे निच आदमीमे मशिह येशू अपन सारा धैर्यता प्रकट कर सके । 17आब युगसवके राजा, अवुनाशी,अदृश्‍य एकमात्र परमेश्‍वरके सब्दीन, सदाकाल तक आदरमहिमा होइ । आमेन् ।18हमर बेटा तिमोथी तोरा विषयमे पहिले कयलगेल अगमवाणीमे हम सहमत होइते तोरा आज्ञा करिछियौ ताकी असल लडाई लड । 19यहिकारण तु असल विश्‍वास आ असल विवेक कायम जारी राख । कुछ लोगसब आ आदमीसब यी बातके इन्कार कके विश्‍वासमे नष्‍ट भगेल है । 20हुमेनियस आ अलेक्जेन्डर जेखा आदमीसबके हम शैतानके हातमे जिम्मा ददे छी ताकी ओकरासवके निन्दा नै करचाही से सिखे ।

Chapter 2

1हम सब से पहिने इ निवेदन करैछि जे बिन्ती प्रार्थना आ धन्यवाद लोकसवके लेल परमेश्‍वर लग चढाएल जाई । 2राजा सबके लागी आ सब अधिकारीसबके लेल सेहो जइसे अपनासव भक्ति आ मर्यादाकेसाथ आदरसाथ आ शान्तिसे 3यी सब परमेश्‍वर आ अपनासवके मुक्तिदाताके नजरमे असल आ ग्रहणयोग्य है । 4परमेश्‍वर सब आदमीसब वाच् सत्यताके ज्ञानमे आवे हुनकर इच्छा इ हई जे दब लोकसब उद्धार पावे आ सत्यके ज्ञानमे आवे ।5कियाकी परमेश्‍वर एकमात्रे है परमेश्‍वर आ मानवजातीके बिचमे एकमात्र मध्यस्थकर्ता ( मानव मशिह यशू है ) अर्थात मशिह येशू; जे स्वयम मनुष्य हई । 6जे अपने आपके छुटकाराके मोलस्वरुप लेल द देलक जे ठिक समयमे दियलगेल है । 7यही उदेश्यके लेल हम एक सन्देश वाहक ( बहुलाकी ) बनाइलगेल; हम सांच बोलीछी हम झुठ नै कहैछी ।8यही कारणसे हरेक ठाउँ मे पुरुषसब बिना क्रोध आ शंका बिना, पवित्र हात उठाके प्रार्थना करे से चाहिछी । 9यहनेकके महिला सब सरललोक साथ आ भद्राकेसाथ आत्मसंयमके साथ कपडा पहिरे । केसके सिङ्गार पटार चाहे सोना आ मोति आ बहुमुल्य वस्तु पहिरके नै । 10लेकिन महिलासब सुमादिएबाला असलकामसबके द्धारा अपनेआपके सुशोभित करे ।11एक महिला सारा आज्ञा पालन करेकेलेल चुपचाप सिखे। 12हम मशिहसब सिखावे आ पुरुषके उपर अधिकार करेके आज्ञा नै दैत छि, लेकिन उ चुपचाप रहे ।13कैलाकी पहिला आदम मशिह भेल वइकेवाद हब्वा 14आदम पापमे नै फसलछल लेकिन स्‍त्री पुर्णरुसे अपराधमे फसलछल । 15तैयौ यदि महिलासब भद्रताकेसाथ विश्‍वास, प्रेम आ पवित्रआत्मामे लागत रहतै त बच्चा जन्मेसमयमे उसब बचायल जतै ।

Chapter 3

1ई बात एकदम सत्य है, यदि कोई मण्डलीके विशप (जिम्मेवार) वनेके इच्छा करैत है उ एकदम उत्तम काम करेचाहैइ हैइ । 2तहिसे विशप त निराकलंक होइ । आ ओकर एकैटा स्‍त्री (श्रीमती) होइचाही, विचारवान, भद्र (ब्यवस्थित) अथितीसत्कार करेबाला, शिक्षा देब इ निपुण । 3उ सरावी आ मारामारी करेवाला नइ । बल्की भद्र, नम्र शान्ति दिएवाला बातके ऊ झगडा कयनिहार करेवाला आ धनके लोभी नैइहुए ।4ओकरा अप्पन घर निमन से ब्यबस्थापन करेके परतई और उन्कर ब चा उन्कर आज्ञा सहो आदर के साथ पालन कर परतइ 5लेकिन यदि केओ अपना घर व्यवहारके ठिक से चलाब नैइ जनैइ हैइ । त उ परमेश्‍वरके मण्डलीके केना देख-रेख करसकतैइ ।6मण्डलीके जिम्मेवार व्यक्ती नयाँ विश्‍वास नै होई चाही ताकी उ घमण्ड भक शैतानके दण्डमे परे । नइ त ऐना नइ होई जे घमण्ड भके दण्ड पावेवाला भागी वनिजतै जेना शैतान बनगेलै । 7उ सब बाहीरी लोक, अर्थात अविश्‍वासी सभके बिचमे सम्मानित होवेकेचाही । ताकी उ शर्ममे (लाजमे) आ दुष्‍टके जालमे नइ फसे ।8तहिना मण्डलीके सेवकसबके ठिक व्यवहार होइचाही । उ दुदेसिया सराबी आ लोभी नै होइचाही । 9परमेश्‍वरसे प्रकट कयलगेल सत्य सबके शुद्ध आ निर्दोष मनसे मानेवाला चाही । 10पहिने ओकरासबके जाँच भेलाकेवाद परमेश्‍वरके सेवा करेसकैय । कैलाकी उसब लकंकीत नै होइचाही ।11एहि तरहसे स्त्री सब सेहो सभ्य आचरणबाली होई, दोसरके निन्दा सिकायत करबाली नै बल्की संयमी आ सबबातमे विश्‍वास योग्‍य होइचाही । 12लीके सेवकसब एकटा स्‍त्रीके पती और अपन बालबच्चा आ घर व्यवहारके ठिकसे चलावेवाला होइचाही । 13कैलाकी मण्डलीके सेवक बैनगेल जे सब सेवा करिहई उ सब आपनालेल इज्जत आ मशिह येशू पर जे विश्‍वास कयने है बहुत वडका भरोसा पतई ।14हमरा आशा है जे हम जल्दी अहांलग आयब ; ई चिठ्ठी एहिलेल लिखैइछी । 15लेकिन हमरा आवमे जे देर भ जायतै त अहां अई बातके जाइन लु जे परमेश्‍वरके परिवारमे लोकसबके चालचलन केहन रहेके चाही परमेश्‍वरके परिवार जे है , से जिवित परमेश्‍वरके मण्डली है । उ सत्यके खामहा आ जग है ।16आ साथमे हमसब सहमत होइछी, “कि धार्मिकता मे खुलस्त सत्यता महान है उ मनुष्यके रुपमे प्रगट भेलै पवित्रआत्माके द्धारा धर्मि प्रमाणीत भेल स्वर्गदुतसबके देखाई देलकै; जाती जातीसबके बिचमे हुनकर घोषणा भेलै । संसारमे हुनका उपर विश्‍वास कयलगेल “आ महिमा के स्वर्गमे उठाइल गेल ।

Chapter 4

1पवित्रआत्मा स्पष्‍ट कहीकहल हई, आवेबाला समयमे लोक सब एहन होतै- जे सब बहकाबे वाला आत्मा सबके आ दुष्‍टआत्मा सबके शिक्षामे मनलगाके विश्‍वासके त्याइगेत । 2यी सब झुठ बोलेबाला कपटी लोकसबके कारण होतै जेकरा सबके विवेक धिपल लोहा से दगायल जे सुन्न भगेल हई ।3उसब विवाह नै करके आ उसब विवाह करे से रोकैछौ आ भोजनके किछ चिजसे खायसे रोकैछौ । एहिलेल परमेश्‍वर जकरा रचना कलकै कि सत्यके जानेबाला आ विश्‍वास करेबाला सबकोइ के द्धारा धन्यवाद देके वई चिजसबके खायल जायई । 4कैलाकी परमेश्‍वार जे सृष्‍टि कैले है उ सब चिज निमन है । धन्यवाद द के लेलेगेल कोनो चिजसवके अस्वीकार नई करु । 5कैलाकी ऊ परमेश्‍वरके कहल बात आ प्रार्थनासे पवित्र होइछौ ।6यदि आहा सब यी बात सब अपना दाजुभाई अगाडी राइख देबइ त आहासब येशु मसिह के असल सबक होइब किएक त् अहा बिस्वाश के बचन और पछयाइल असल शिक्षासे पोषण मिलत। 7लेकिन वृद्ध स्‍त्रीहरूसबसे प्रेम कएल संसारिक कथा सब के इन्कार करु। बरु अपने आके भक्तिमे तालिम दिउ। 8किएक त शरीर मे देल्गेल तालिम उपयोगी होइछै। अई मे अभिके जीवन और और आबेबाला जीवन के लेल प्रतिज्ञा रही छै. ।9ई सत्यबात है जेकर विश्‍वास सबकोइके करेके चाही । 10कैलाकी सबकोइ यहिकेलेल संघर्ष आ कठिन परिश्रम के काम करीछी । कैलाकी हमरासबकोइके जिवन परमेश्‍वरके उपर भरोसा है , जे सबलोकसबके लेले; विशेषकके विश्‍वासी लोकसबकलेल उद्धार कर्ता है ।11अहां अपना उपदेशमे एही बातसबके शिक्षा दैत रहु आ आदेश दैत रहु । 12जवान अवस्थामे कोइ अहांके तुच्छ नै बुझे; लेकिन बातचितमे, चाइल-चलनमे, प्रेममे, विश्‍वासमे आ पवित्रतामे विश्‍वासबके लेल अहां एक नमुना बनु । 13जवतइक हम नै आयब; तबतैक मण्डलीके विश्‍चासी सबके धर्मशास्‍त्र पइढके सुनावमे विश्‍वासीसबके उसाहित कर मे आ सिखाबेमे लिन रहु ।14अहां मे भेल वरदानसबके अवहेलना नै करु जखनी मण्डलीके सेवक सब अहापर हाथ रखलक, जे अहांके ओइसमयमे भविष्यवाणी के द्धारा देल । 15ई बात सबके मनमे राखु । वहीबातसबमे लिनगेल रहु, ताकी अहांके प्रगती सबलोकके नजरके सामन्ने आबे । 16अहां अपना विषयमे आ अपना शिक्षाके विषयमे होसियारीसाथ ध्यान दे ने रहु । अई बात सबमे लागातार ध्यान दिअ , कैलाकी एना कयला स अहां अपने लेल आ अहांके वचन सुनेबालासबके बचाएब ।

Chapter 5

1वृद्ध परुषसबके नै डाटीयौ बल्की ओकरा सबके अपन बाबु जेका माईनके आग्रहपुर्वक समझाउ-बुझाउ । जवान सबके अपना भाइ जेका समझाउ 2वृद्ध स्‍त्रीसबके अपन माई जेका; जवान स्‍त्रीसबके बहिनमाइनके ओकरासबके साथ एकदम पवित्र भावनासे व्यवहार करु ।3जे सब वास्तबमे विधवा है; ओकरासबके सम्मान आ सहायाता करु । 4लेकिन यदि कोनो विधवाके बेटाबेटी चाहे नातीपोता सब है त सबसे पहिने ई सिखाबेके चाही जे माई, बाबु, दाई, बाबा सब जे हमरासबके पालन पोषण कयलक तेकरा तई उपकारके ऋण चुकाउ । कैलाकी एहन बातसब परमेश्‍वर खुशी होइछै ।5लेकिन जे विधवा निःसहाय है, ओकरा देखबाला कोई नै है ओकर अन्तिम भरोसा परमेश्‍वर पर राइखके राइत आ दिन बिन्ती आ प्रार्थनामे लाग्ल रहतै । 6लेकिन जे विधवा भोगविलासमे लागल हई , से स्‍त्री जिवित होइतो मइरगेल है ।। 7आ यी बातसबके मण्डलीमे सब लोकसबके सिखाउ (आज्ञा) सन दिऊ जहिसे ( विश्‍वाससब ) उ सब निन्दा से वचन रहे। 8यदि जे केउ अपना कटुमउ ब आ विशेष कके अपने परिवारके सदस्य सबके रेख देख नई करैछै से विश्‍वास त्याइग देले है आ ऊ अविश्‍वासीयो से भ्रष्‍ट भगेल है ।9साइठ वर्ष वर्षसे कम उमेर भेल एकटा पतिके पत्नी आ पवित्र रहल स्‍त्रीसबके मात्र विधवासबके नाममे लिखब । 10उ सब भलाइके काम सब से चिन्हल जाइ चाही, चाहे उ सब अपन बालबच्चासबके ठिक से पालन पोषण कयने होइ । चाहे अन्जान लोकसबके सेवा, सत्कार कयने होइ चाहे प्रभुके सेवकसबके पैर धोयने होई, दिन दुःखी सबके सहायाता कयने होई ।11लेकिन कमउमेर भेल विधवासबके नाम विधवासबके सुचीमे नइ लिखु, कैलाकी ओकरासबके शारीरिक अभिलाषासब मशिहसे दुर लजयतई तब ओकरासबके विवाह करेके इच्छा होतई । 12अइसे उ सब अपन पहिलका करार भङ्‍ग कयलाके खातीर दोषके बशमे पइर जाइछई । 13उ सब समय बरवाद करेबाला आ अङगने-अङगने घुमानाई ओकरासबके आदत भ जाई छई । यई तरहसे उ सब आलसी मात्रै नई बल्की वजकरीई आ दोसरके काममे टाङ्ग अडा बेबाली बइनजाइछई ।14यहिकारण से हम चाहै छि जे जवान विधवासब विवाह करैई, सन्तान सब जन्माबे आ अपन घर व्यवहार चलाबे; जहिसे विरोधीसब मण्डलीके विश्‍वासीसबके निन्दा करके मौका नई पाबे । 15कैलाकी एखनीयो त कुछ विधवासब भटैइके शैतानके पछाडी चल लागल हई । 16जदि कोनो विश्‍वासी स्‍त्रीके परिवारमे विधवासब हई, त उ सब वई विधवासबके सहायाता करैई, ताकी मण्डली पर विश्‍वाससबके बोझा नई राखल जाई, जइसे माण्डली वई विश्‍वास विधवासबके सहायाता कर सके जेकरा वास्तबमे केओ नहई ।17माण्डलीके ठिकप्रकारसे रेखदेख कयनिहार अगुआ सबके दोबर आदर सम्मान योग्यके बुझ चाही, विशेषरुपसे जे सब परमेश्‍वेरके वचन प्रचार करेके काम आ सिखाबके काम करैई है । 18कैलाकि परमेश्‍वरके वचन मे लिखल हई कि, दाउनी करेबाला बैलके मुहमे जाबी नई लगवही आ मजदुरके अपन मजदुरी पाबेके पुरा अधिकरा (हक) हई ।19दु आ तिन कोइके गवाहीके बिना मण्डलीके रेखदेख करबाला पर लगाल दोषके स्वीकार नकरु । 20जे सब पाप करै हई त ओकरासबके सामने डाटु, जइसे दोसरे लोकसब पाप करेसे डेराइल लागत ।21हम परमेश्‍वर, मशिह येशू आ हुनकर चुनलगेल स्वर्गदुतके सामने अहांके स्पष्‍ट आज्ञा दै छिइ, कोनो भेदभाव बिना यहि नियमसबके पालन करु । आ कोनो बातके लेल पक्षपात नई करु । 22केकरो पर तुरुन्त हात नई राख अनकार (दोसर) के पापके भागी न बनु । आ अपनाके पवित्र राखु ।23अटा पानी मात्रै नहि पिऊ, बल्की पेट के लेल आ स्वस्थ्य ठिक राखेके लेल कैनका दाखमध पिऊ । 24कुछ लोकसबके पाप प्रत्यक्ष होइ छई आ उ सब न्यायी जाँचसे पहिने दोषी प्रमाणीत भ जाइछई । लेकिन कुछ लोकके पाप बादमे प्रगट होइछई । 25वहने कके कुछ बनिया काम सब सेहो प्रत्यक्ष देखल जाइ हई, लेकिन आवर काम सबके नइ नुकाबे सकइय।

Chapter 6

1गुलामीके जुआके तरमे भेल सबलोसब अपना मालिकके पुर्ण सम्मानके योग्य बुझू, जहिसे परमेश्‍वरके नाम आ अपनासबके शिक्षाके निन्दा नैई होइ, 2जई दासके मालिक प्रभु येशू पर विश्‍वास करैहैई उ सबकोइ विश्‍वासमे भाई होइअ ओइकारण से ओकरासबके अवहेलना नई करु । बल्की उ सब मालिकके आदर बढियासे सेवा करेचाही ।3मानु के उ आन तरिकासे शिक्षा दै हई आ परमेश्‍वरके कहल बात अपनासबके विश्‍वासयोग्यके शिक्षा अर्थात अपनासबके प्रभु येशूमशिहके वचनके स्वीकार न ई करैइ हई । आ ओई शिक्षा सं सहमत नई होइय, जे असली भक्‍ती उत्पन करई हई । 4उ आदमी घमण्डी आ अज्ञानी हई । ओकरा झगडा करेकेआ शब्द सबके विषयमे बिना मतलब वाद-विवाद करेके रोग लागल हई । अई प्रकारके वाद-विवाद से दुश्‍मनी, निन्दा आ दोसर लोकसब पर यी शब्दसबसे डाह,कलह,बदनामी आ खराब संखा सब उत्पन करबैछई । 5जेकरा सब के वुद्धि भ्रष्‍ट भ गेल हइ ओहने लोक हरदम झगडा करबैइ छई । उ लोकसब सत्यबातसे दुर रहइछई । जे सब भक्तीके धनिक होइके साधन मानीइछई ।6आब सनतुष्‍टि सहितके भक्‍ती से बहुत फाइदा होइछई । 7कैलाकी अपनासब संसारमे किछो नई लक आयल्छी, न इ त किछु लक न जायब । 8लेकिन अपना सबके भोजन आ बस्‍त्र हई त ओहीसे सन्तुष्‍ट रही ।9आब धनिक होइ चाहेबाला सब प्रलोभमे पइर जाइछइ । उ मुर्खतापुर्ण आ हानीकारक लालसाके जालमे फइसजाइ छइ आ लोकसबके वरबादी आ विनाशके खधियामे खसा दैइ हइ । 10रुपैया पैसाके मोह सब किसिमके खराबीके जैर हई । पैसाके लोभमे पइडके कतेक लोकसब विश्‍वाससे भटइके खराब रास्तामे लागल हई,आ बहुत दुःख पिडा से ओकरासबके हृदयमे घोपल हई ।11लेकिन परमेश्‍वरके भक्‍त अहां अहिसब बातसे दुर भागु,आ धर्मिकता,भक्‍ती,प्रेम,धिरज आ नम्रताके साधनामे लागु । 12विश्‍वासके उत्तम लडाइ लरु । ओइ अन्नत जिवनके पकडने रहु । जे जिवन पावेके लेल अहां बोलाइलगेली आ अहां अपना विश्‍वासके विषयमे बहुत लोकसबके समक्ष असल गवाही देली ।13सब चिजके जिवन देवेबाला परमेश्‍वर आ पन्तियस पिलासके समक्ष असल गवाही दियबाला मशिह येशूके सामन्ने, हम अहांके आज्ञा दैई छी । 14कि अहां अपनासबके प्रभु येशू मशिहके प्रगट होइतक अई आज्ञाके सिद्ध आ दोषरहित राखु ।15आवर धन्य सर्वशक्‍तीमान, राज्य करेबाला राजा, शासन करेबाला परमप्रभु परमेश्‍वर प्रभु येशू मशिहके वैई उचित समय पर प्रगट करथीन 16परमेश्‍वर एक मात्र अमरताके स्रोत हइ आ ओहन इजोतमे वास कटैइ जेकरा लगमे कोइ नइ आ सकैय । परमेश्‍वरके कोनो आदमी कहियो नई देख्ने हई आ नई कहियो कोइ देखसकैइय । ओही परमेश्‍वरके सम्मान आ शक्‍ती सदासर्वदा होइ । आमिन ।17अइ संसारके धनिक सबके घमण्डी अई संसारके धनिकसब के अभिमानी नैई हुए के आज्ञा दियौउ । संसारके धन पर नई नैई, आ अश्‍चित सम्पतीपर आशा नई करेके कहु । लेकिन परमेश्‍वर पर भरोसा राखेय, जे अपनासबके आन्नदित करेकेले सब चिजसब वेक्षी से दैई हई । 18उ सब असल काम करैत रहेय, उ सब असल काम मे धनीक बनैत रहेय, कन्जुस नई रहेय, आ दोसर लोकसबके भलाई करेके मन राखे । 19अहिना के ऊ सब अपना लेल एहन पुजी जम्मा करत जे भविष्यके आबेबाला दिन एक उत्तम अधार रहतैय, जेकराद्धारा ऊ सब कहियो नाश नई हुएबाला जिवन प्राप्‍त करत जे वास्तबमे जिवन हैई ।20तिमोथी अहां के जिम्मामे जे दियल गेल हई ओकरा रक्षा करु । मुर्खतापुर्ण वाचचित आ निर्धक बकवाद जे झुठ ज्ञान हैई, तैई से दुरे रहु । 21कतेक लोकसब अई ज्ञानसबके स्वीकार करैइहई , आ एहिना कके उ सब विश्‍वासके मार्गसे भटैक गेल हई । अहां पर कृपा बनल रहओ ।

Titus

Chapter 1

1परमेश्‍वरके सेवक और येशू मशिह परमेश्‍वरके दुत पावल परमेश्‍वरके द्धारा चुनल गेल आदमी सबके विश्‍वास के स्थापित करेके लागी और सत्यके ज्ञानके स्थापित करेके लागी जोन भक्ति के साथ सहमत होइछई । 2अन्नत जीवनके निश्‍चयतामे बिना झुठ परमेश्‍वरके समयके सब युग के पहिले प्रतिज्ञा करलई । 3ठिक समयमे हमनी के मुक्तिदाता परमेश्‍वरके हुकुम अनुसार हमरा प्रचार करेके लागी देलगेल सन्देशके अनुसार ऊ अपना वचन सफा करलई ।4हमनी के साझा विश्‍वासमे साचाँ बेटा तीतस । बाबु परमेश्‍वर और हमनी के मुक्तिदाता येशू ख्रिष्‍ट से अनुग्रह,कृपा और शान्ति । 5अभि भि पुरा नहोएल बातसब तु व्यवस्थित कर और हम तोरा बतबउ ओई अनुसार हरेक सहर मे प्रभुके दास बना कहके उदेश्‍य से हम तोहनी सबके क्रेटमे छोडली ।6परमेश्‍वरके दास बिना दोष के एकेगो घरबाली के पति खराब या अनुशासन हिन सबके सुचीमे नपरेवाला विश्‍वास योग्य बेटाबेटी हाए परलई । 7परमेश्‍वरके घरानाके बसाबे बाला के रुप मे परमेश्‍वरके दास होएके लागी बिना दोषके न पिताएवाला या नियन्त्रित न पिताएबाला दारु के लत नलागल,झगडा नकरेबाला और लोभ नकरेबाला होएके आवश्‍यक हइ ।8लेकिन ओकनीसब मान इज्जत करेबाला जोन चिज असल हई ओइके साथी, सवेदनशील, धर्मी, भक्त और धिरजवन्द होएके चाही । 9ऊ सब भरोसा करे सकेबाला वचनके सिद्धान्त मे मेहनतके साथ लागे परतई, ताकि ऊ जे उचित हई ओइ नियम द्धारा उत्साह देबे सके, और ओकर विरोध करेवालासवके डाट सके ।10कइला कि वाँहा बहुत अनुशासनहिन आदमीसब हई खास करके खतना कैल वाला सव ऊ सबके वचन बिना मुल्य के हई । ऊ सब आदमीसबके छल करीछई और गलत रास्तामे चलबीछई । 11ऊ सबके रोकना जरुरी हई, ऊ सब लजबिज लाभ के लागी न सिकाबे बाला चिज सिकाबिछई और पुरा परिवारके बर्वाद करदेईछई ।। 12ऊ सबमे से बुद्धिमान आदमी कहले हई क्रेटके आदमी सब बिना रोकले झुठ बोलेबाला सब खराब और खतरनाक जनावर अर्थात अल्छी पेट बाला सब हई । 13ई भनाई सहि हई ऊ सब के कडाइके साथ, सुधारु ताकि ऊ सब विश्‍वासमे ठिक होए सके ।14यहुदीसबके दन्त्य कथामे सत्यमे बगलके चलेबाला आदमीसबके बातमे समय बर्वाद नकर ।15शुद्ध होएबाला सबके लागी सब चिज शुद्ध होइछई, लेकिन प्रदुषित और विश्‍वास नकरे बाला सबके लागी किछो भि शुद्ध न होइछई । बरु ओइसबके लागी मन और विवेक समेत प्रदुषित होइछई । 16ऊ सब परमेश्‍वरके चिनले छी त कहीछई, लेकिन ऊ सबके काम से परमेश्‍वरके इनकार करीछई । ऊ सब घृणीत और आज्ञा नमानेवाला होइछई, और कोई भि निमन कामके लागी ओकर योग्य न होइछई ।

Chapter 2

1लेकिन तु उचित साथ मिले बाला बात मात्र कह । 2बुढा पुरुष संयम प्रतिस्थित, समझदार, विश्‍वासमे, प्रेममे और धैर्यमे पक्का होएपरलई ।3ओहने प्रकार से बुढीया जनीजात चन्ङगलै करेवाला हमेशा अपने आपके आदरके समान प्रस्तुत करेपरलई । ऊ सबके दारु पिएके न हई । 4जवान स्त्रीसबके उ सबके सोचमे सन्तुलित होएके लागी जानकारी करेके लागी ऊ सबके अपना पतिसब बच्चासबके प्रेम करेके लागी हौसला देबेके लागी और समझदार होएके लागी 5शुद्ध निमन गृहणी और ऊ सबके पति के आज्ञा माने के लागी ऊ सबके जो चिज निमन हई ऊहे चिज सिकाऊ । ताकि परमेश्‍वरके वचन के निन्दा नहोए ।। 6ओइसने प्रकारसे जवान आदमीके समझदार होएके लागी जनकारी दियौउ । 7सब बात मे अपने आपके निमन काम के एगो नमुना के जैसे समझदार होएके लागी आहवान कर । आहा जब सिकबई तब शुद्ध अच्छा और बेइज्जत नकरे सकेबाला बोली वचन देखाऊ । 8सच्याबे नपरेबाला बातसब बोलु,लेकिन जब उ तोहर बिरोध करेके प्रयास करत ऊ तब हमनी के कहेबाला कोई भि खराब बात न होएल ऊ केकरो उपर लाज नलावेइ ।। 9दास सब हरेक बातमे ऊ सबके मालिक के बात मानेके चाहि । ऊ सब ओकनी सबके खुशी करेके प्रयास करु । ऊ सबसे कोई प्रकारके विवाद नकरु । 10आ कोनो भि चिज चोरी नकरे लेकिन ऊ सब निमन विश्‍वासके देखा सके, ताकि ऊ सब हमनीके मुक्तिदाता परमेश्‍वरके बारेमे हमनी के शिक्षाके सब प्रकारसे आकर्षक बनाऊ ।11देख हमनी खूशी के साथ आशा कर रहल अर्थात हमनी के महान परमेश्‍वर और मुक्तिदाता येशू मशिह के महिमा प्रकट होएवाला बातसब प्राप्‍त करेके परिक्षा करेके सब कइ ल मुक्ति ल्याबेमे कामयाब परमेश्‍वरके कृपा देखा परल हई । 12और हमनीके अधर्म और संसारी इच्छा हटाबेके लेल और यि जगतमे समझदार , 13धार्मिक और इश्‍वरीय जीवन जिएके लागी तालिक देइछई ।14येशू हमसबके अधर्म से छुटकारा करेके लागी और अपने लागी जो चिज निमन हई उहे करेके लागी इक्छुक आदमीसब अर्थात शुद्ध बनाबेके लागी अपने आपके हमनीके लागी देदेलई ।15यि बातसब कहेके लागी और हौसला देबे के लागी और पुरा अधिकार समेत सच्याऊ और तोरा कोई भि अनादर नकरे ।

Chapter 3

1शासक सब और अधिकारी सबके अधिनमे रह, ऊ सबके बात मानेके और सब निमन काम के लागी तयार रहेके लागी 2केकरो निन्दा करणा, बातबिवाद से अलग रहेके, दोसर आदमी सबके अपना अपना रस्ता पर चलना और सब आदमी के प्रति नरम स्वभाव देखाना याद दिलाऊ ।3कइला कि एकबार हमनीसब भि लापरबाह बात नमाने बाला रहली । हम सब अलग कइल और बहुत किसिमके खराब मनसब और भोकविलास के चपेट रहली । हम सब दुष्‍टता और ईष्यार्मा जिइत रहली । हम सब निन्दा और एक दुसराके घृणा करेबाला आदमी रहली ।4लेकिन जब परमेश्‍वर हमनीके उद्धारके दया और आदमीप्रति उनका प्रेम देखा परलई । 5हम सब धार्मिकता कइल काम सबद्धारा न लेकिन उनका कृपा अनुसार और पवित्र आत्माके नविकरण द्धारा ऊ हमसबके बचलई ।6परमेश्‍वर हमसबके उद्धारक येशू मशिहके उपर पवित्र आत्मा बहुत मात्रामे गिरकई । 7ताकि उनका अनुग्रहके द्धारा धर्मी ठहरली, हमसब अन्नत जीवनके पक्का बेटाबेटी सब भेली ।8यि वचनसब विश्‍वास योग्य हई तु यि बातसबके जोडके साथ हो हम चहि छी । ताकि परमेश्‍वरमे भरोसा करेवाला ऊ ओइसबके अगाडि रखल निमन काम सब प्रति ऊ सब मन लागाए । यि बात सब आदमी सब के लागी निमन और फइदासरह हई ।9लेकिन व्यवस्था बारे मुर्खता पुर्ण बादबिवाद सब वंशाली सब झगडा और दवन्दबाट अलग रहु । ऊ बातसब बिना मुल्य बेफाइदा हई । 10एक या दुई बेर चेतावनी के बाद तोहनी सबके बिचमे फुट कराबेबाला के इनकार करु । 11और जान कि अइसन आदमी सही रास्तासे भटक गेल हई । पाप करीछई और अपने आपके दोष लगबिछई ।12जब हम अर्तिमास वा तुखिकस कोई तोरा कहा पठबऊ जल्दी कर और निकोपोलिसमे आ जहा हम जो समय बताबेके निश्‍चय करले छी । 13जल्दी कर और नियम कानुन जानेबाला और अपोललोसके ऊ सब चिज चाहि देके पठाऊ ।14हमनी के लोकसबके लेल जरुरी सब चिज पुरा करेबाला निमन काम सबके अपने लागेके सिकेपरी छई, ताकी ऊ सब असफल नहोए ।15हमरा साथ होएल सब तोरा अभिवादन पठएले हए । विश्‍वासमे हमसबके प्रेम करेबाला सबमे अभिवादन कहदु । तोहनीसबके साथ अनुग्रह वनल रहे । आमेन् ।

Philemon

Chapter 1

1मशिह येशूके कैदी पावल आ हमरा तिमोथी से हमरा प्यारा साथी आ सङगीकर्मी फिलेमोनके , 2आ हमर बहिनी अप्फिया आ हमरा सङगी-सिपाही आर्खिप्पस आ अहा के घरमे भेल मण्डली सब, 3परमेश्‍वर पिता आ हमर प्रभु येशू मशिह के अनुग्रह आ शान्ति ।4तोहरा सबके प्रार्थना मे याद करै छी हम सबदीन परमेश्‍वर के धन्यवाद दइछी । 5प्रभु येशू मे भेल अहा के विश्‍वास आ प्रेम आ विश्‍वासी सब पर भेल अहाके प्रेम के बारेमे सुनले छी । 6हम प्रार्थना करै छी कि मशिह मे हमसब मे भेल सब असल बात के ज्ञान के लेल अहा सबके विश्‍वासके सहभागीता प्रभावकारी रहइ । 7के त अहा के प्रेम से हमरा बहुतै आनन्द आ सान्त्वना पैले छी कैलाकी भाइ अहा अपमा विश्‍वास सबके हृदय ताजा बनौलियइ ।8उही कारण स अहा के कथि करे परत, अहा के बात आ अहा सबके आज्ञा दिएके लेल मशिह मे हमरा साहस मिलल तैना कि 9प्रेम के कारण हम वृद्घ पावल, येशू के लेल एगो कैदी छी , हम अहा सबके बिन्ती करै छी।10हम अप्पन बेटा ओनेसिमसको के लागि अनुरोध करैछी जेना हम कारागारमे रहल छलि हम पिता बनली 11कैला कि एक बार उ अहा के लेल काम नलागेवाला व्यक्ति रहलैइ आ अभी उ अहा के आ हमसब दुनुगोरा के काम लागेवाला भेल छी । 12हम हुनका, जे हमर हृदय हइ तोहरा लाग भेज रहल छी । 13हम सुसमाचार के लेल करागारमे रहित उ अहा के बदलामे हमर सेवा करे के रहलैय कहीक हम ओकरा हमअपमा साथे राखेके चाहित रहलिय ।14लेकिन हम अहा के पुछले बिना कुछो नै करे चहैछी । कैलाकी हम तोहरा के हमर लेल कुछ असल काम करेके लागी जबरदस्ती नै करै चाही छी आ तु अपने राजीखुशी स करे हम चाही छी । 15अब सायद अहा सबदीन के लागी ओकरा फिर्ता पाबे सकु कहिक उ कुछ समय के लागी अलग भेल हइ । 16एक दास के रुपमे नै आ दास से बनिया एगो प्रिय भाइ के रुपमे ग्रहन करु । हम ओकरा प्रेम करै छी आ अहुँ हुनका प्रेम कारु । अहा हुनका अपना शरिर समैझ क आ प्रभुमे भाइके रुपमे प्रेम करु ।17जेना हमरा सहयोगी माइन क से स्वीकार करै छी कहिक हुनका सेहो हमरा जइसाही स्वीकार कारु । 18आ उ कोनो भुल कइले छै कहिक हमरा दोष लगाउ आ कुछ तिरेपरतैइ कहिक हनरा हिसाब मे राख्देब । 19हम पावल, अपना स हाते इ बात लिखरहल छी, कि उ हम अहा के तिरेवाला छी । हम इ उलेख नै करब, कि अहा अपना जीवन के लेल हमरा प्रति केते कर्ज दार छी । 20यौउ भाइ , हमरा आनन्दके लेल प्रभुमे कुछ बढिया ; मशिह मे हमर हृदय के ताजा बनाऊ ।21अहा हमर आज्ञा पालन करै छी कहिक निश्‍चित भक हम अहा के ई पत्र लिख रहल छी । हमरा विश्‍वास छैइ कि अहाके हम कहले छली ओइसे ज्यादा करबैइ । 22साथे, हमरा लेल एगो कोठा तयार करु, कैलाकी हम आशा करै छी , कि अहा के प्रार्थना स हम बहुत जल्दी भेट आइब रहल छी ।23मशिह के लेल मसित कैद मे भेल इपाफ्रास भि अहासबके अभिवादन पठौउले छैइ । 24साथे हमर सहयोगी सब मर्कुस, अरिस्तार्खस, डेमास आ लूका भि अभिवादन पठौउले छैइ । 25हमरा येशू मशिह के अनुग्रह तोहरा आत्मा साथ रहो । आमेन।

James

Chapter 1

1परमेश्वर और प्रभु येशूके सेवक याकुवके तरफसे अलपत्र परल बारह कुलके अभिवादन । 2हमर भाईसब, आहा सब बहुत किसिमके समस्या सबके अनुभव करेके समयमे एकरा पुरा रुपसे आनन्द समझु । 3तुसब जनइछे कि तोरासबके बिश्वासके जाँचसे धैर्य पैदा करबइछै ।4धैर्यके पुरा रुपसे काम करे दे, ताकी तुसब सम्पूर्ण रुपसे सूधारल और पूर्ण होए सके और तोरा सबमे कोइ भि चिजके कमि न होए । 5लेकिन यदि तोरा सबमे से केकरो बुद्धिके कमि हई त सबके खुला दिलसे, नहरकाके देवे वाला परमेश्वर से मागौक, आ प्रभु ओकरा सबके उ देतई ।6लेकिन उ कोनो शंका नकरके बिश्वास सहित मागौक । कएलाकि शंका करेवाला त हावा–बयारसे उठा–पटक होएवाला समुन्द्रके छाल जइसन् होइछै । 7ओहन आदमी, प्रभुसे कुछ पाएब से न सोचौक । 8ओहन आदमी दोहरा (दोधार) मनके होइछै और अपन सब चालचलनमे डगमगाएल रहइ छै ।9v9 दिन भाई अपन धनिकाईमे गर्व करौक, 10लेकिन धनिक आदमी सब अपना गरिबीमे गर्व करौक, किएक त उ घाँसमे फूलाएल फूल लेखा मुरझा जाएत । 11किएक त कडा रौद सहित सुरुज उगई छइ आ घाँसके सुखा देईछै । फूल झर जाईछै और ओकर सुन्दरता खराब हो जाईछै । ओहिनाइते धनिक आदमी अपन यात्राके बिचमे हि हेरा जाईछै ।12उ आदमी बहुत धन्य के हई जे परिक्षामे स्थिर रहइछै । कएलाकि परिक्षामे सफल भेलाके बाद उ जिवनके मुकुट पावै छै, जे परमेश्वरके प्रेम करेवाला सबके लेल प्रतिज्ञा कएलगेल छै । 13परिक्षामे परलाके बाद “कोई यि न कहौक कि परिक्षा परमेश्वरके देल हई”, किएक त दुष्टसे परमेश्वरके परिक्षा नहोइ छै, और परमेश्वर अपनेसे केकरो परिक्षा न करइछै ।14लेकिन हरेक आदमी अपने इच्छासे लोभ, मोहके चलते परिक्षामे परइछै और जे इच्छा ओकरा बहकवैछै आ प्रलोभनमे पारै छै । 15मनमे अभिलाशा भेलाके कारण पाप जन्म लेई छै, और उ पाप बेसि बढ्लापर मृत्यू लवईछै । 16हमर प्रिय भाईसब, धोकामे नपर ।17सब निक बरदान और सिद्ध बरदान परमेश्वरसे आएल हई । यि सब ईजोतके पितासे निचा आएल हई, और यि बदलेवाला छाही जैसन न हई । 18परमेश्वरके सृष्टिके सबसे पहिल फल के रुपमे हमसब हो सकि ताईके लेल परमेश्वर हमरा सबके वचनके द्वारा जिवन देलक ।19हमर प्रिय भाई सब, आहा सब भी जनैछी कि सब आदमी सुनेमे जल्दी, बोलेमे देर और खिसियाएमे धिमा होए । 20किएक त आदमीके पित परमेश्वरके धर्किकताके काम न करई छै । 21ताइके लेल पापमय और घिन लागेवाला चिज और दुष्टताके हटादे और परमेश्वरके देल वचनके धारण कर जे तोरासबके प्राण बचाएत ।22अपने आपके धोका देके वचन सुनेवाला मात्रे न बल्कि पालन करेवाला बन् । 23यदि कोई आदमी वचन सुनेवाला मात्रे हई लेकिन पालन करेवाला नहई त उ ऐनामे अपन स्वभाविक चेहरा देखेवाला आदमी जेहन हि हई । 24उ अपना आपके देखै छै और चल जाइछै आ उ केहन आदमी हई से बिसर जाई छै । 25लेकिन सुनके बिसुरता होएवाला आदमी मात्रे नहोके स्वतन्त्रताके सिद्ध नियमके पालन करके निरन्तर ओहिने पालन करेवाला ब्यक्ति उ अपन सब काजमे आशिषित होई छै ।26यदि कोई आदमी अपना आपके धार्मिक समझई छै लेकिन उ अपन जिवपर लगाम न लगावै छै त उ अपन हृदयके धोका देईछै और ओकर धर्म बेकार हो जाईछै । 27परमेश्वर और पिताके सामने निष्कलंक धर्म ईहे है कि, अनाथ और विधवाके दुःखमे सहयाता करु और अपना आपके संसारके नजरमे निष्कलंक राखु ।

Chapter 2

1हमर भाईसब, कुछ आदमी सबके उपर पक्षपात करैत महिमाके प्रभु हमरा सबके प्रभु येशू ख्रिष्ट पर तुसब बिश्वास न कर । 2बिचार कर कि कोई आदमी तोहरा सबके सभामे सोनाके औंठीसब आ निक–निक कपडालता लगाके प्रवेश कैलक आ ओहीठाम एगो गरिब आदमी सेहो मैल वस्त्रमे आएल । 3यदि तुसब ओई निमन कपडा लगैले आदमीके ओर देखईछे आ “कृपया एई निमन जगहपर बैठलजाओ” कहके कहईछे, लेकिन तुसब ओई गरिब आदमीके “तु एहि ठाम खडा रह” या “हमरा पैर लअ बैठ” कहके कहईछे त, 4कि तुसब अपने बिचमे न्याय न कर रहल छे कि तुसब दुष्ट बिचारसे भरल न्यायकर्तासब न बनले ?5हमर प्रिय भाईसब, सुन, कि परमेश्वर संसारके गरिब सबके बिश्वासमे धनिक होएके लागि आ उनका प्रेम करेवाला सबके लागि उनकर प्रतिज्ञा कएल राज्यके उतराधिकारी होएके लागि न चुनलक? 6लेकिन तुसब गरिब सबके अनादर कएले छे । कि तोहरा सबके उपर दमन करेवाला धनिक सब हि न हई ? आ तोहरा सबके घिंचके अदालतमे लेजाए वाला ओहेसब न हई ? 7तुसब जिनकर छे, उनकर सुनामके ओहेसब अपमान न करइछै कि?8तैयो, यदि तुसब “अपना पडोसीके अपने जेखिन प्रेम कर” कहके बताएल गेल धर्मशास्त्रके राजकिय व्यवस्थाके पुरा करइछे त निके करइछे । 9लेकिन यदि तुसब कोनो आदमी उपर भेदभाव देखएले त तुसब पाप कर लेबे आ व्यवस्थाद्वारा व्यवस्थाके उलङ्घन कएले सब छे कहके दोषी ठहराएल जएबे ।10कएलाकि जे सम्पूर्ण व्यवस्थाके पालन करइछै, लेकिन एकेटा बातमे चुक जाइछै त, उ सम्पूर्ण व्यवस्थाके उलङ्घन करेके लागि दोषी ठहराएल जाइछै । 11कएलाकि जे “व्यभिचार न कर” कहले हई, ओहे “हत्या न कर” सेहो कहले हई । यदि तुसब व्यभिचार न करइछे, लेकिन हत्या करइछे त तुसब व्यवस्थाके उलङ्घन करइछे ।12ओहि कारण स्वतन्त्रताके व्यवस्थाद्वारा न्याय पावेवाला सब जेखिन बोल और व्यवहार कर । 13कएलाकि कृपा न देखाबेवाला सबके उपर कृपा बिना हि न्याय होइछै । कृपा न्यायपर विजयी हाइछै ।14हमर भाईसब, यदि काई आदमी ओकरा साथ बिश्वास हई कहके कहइछै लेकिन कोनो काम न करइछै त, ओई से कि लाभ . कि उ बिश्वास ओकरा बचाबे सकतई 15बिचार कर, कि कोनो भाई वा बहिनके कपडा निक न हई आ ओकरालेल दैनिक भोजनके अभाव हई । 16बिचार कर, कि तोहरा सबमेसे कोनो ओकरा “ शान्ति से जो, गरमाके बैठ और पेटभर खो”, कहके कहइछे । और यदि तुसब ओकरा शरिरके आवश्यक होएवाला चिजसब न देइछे त, ओइ से कि लाभ होतई 17ओही तरहसे बिश्वास भि काम न करइछै त उ मरल समान होइछै ।18लेकिन तैयो कोई येना कहतई “तोहरा लअ बिश्वास हई और हमरा लअ काम हई” । काम बिनाके तोहर सबके बिशवास हमरा देखो और हम अपन कामसे हमर बिश्वास तोहरा सबके देखबौ । 19परमेश्वर एगो मात्र हई कहके तुसब बिश्वास करइछे, यि तुसब निक करइछे । लेकिन भुत–प्रेत सब सेहो बिश्वास करइछै, और थर–थर कांपइछै । 20मुर्ख आदमीसब, कि तुसब यि जाने चाहइछे कि बिश्वास बिनाके काम व्यर्थ होइछै21हमरा सबके पुर्खा अब्राहम अपन बेटा इसाहकके जब वेदीपर अर्पण करलकई, त कि अपना कामके द्वारा हि उ धर्मी न ठहराएल गेल रहई कि 22तुसब देखइछे, उनकर कामसबके साथे बिश्वास कार्य कएले रहई आ कामके द्वारा हि उनकर बिश्वास पूर्ण भेलई । 23धर्मशास्त्रके यि कहल वचन पुरा होलई जे, “अव्राहम परमेश्वर पर बिश्वास करलकई और उ चिज उनका लागि धार्मिकता गनल गेलई” । 24तुसब देखइछे, कि कामके द्वारा आदमी धर्मी ठहराएल जाइछै, केवल बिश्वासद्वारा न ।25ओही तरहसे राहाब वेश्या भि जब गुप्तचर सबके स्वागत करके दोसर रास्तासे भेज देलक, तब उ कामद्वारा हि धर्मी न ठहराएल गेलई कि 26जेना आत्मासे शरिर अलग होएलापर मर जाइछै, ओही तरह कामसे अलग होएलापर बिश्वास मर जाइछै ।

Chapter 3

1हमर भाईसब, बहुत कोई शिक्षक न बनेके चाही । हमसबके यि जानेके चाही कि, हमरा सबके इन्साफ और जादा कडा होतई । 2कएलाकि हमसब बहुत किसिमके भुल करइछी । यदि कोई अपना बोलिमे भुल न करइछै, त उ पूर्णरुपसे परिपक्व आदमी हई, आ उ अपना सारा नियन्त्रणमे करे सकइछै, ।3आज्ञा पालन कराबेके लेल आब यदि हमसब घोडाके मुँहमे लगाम लगबई छि, त हमसब ओकर सारा शरिरके हि नियन्त्रण करे सकई छि । 4पानिजहाज सबके याद कर, उसब बहुत बडका रहइछै आ उसब बहुत तेज हावासे चलइछै, तइयो एगो बहुत छोट पतवारसे खेवईया (नाविक) ओकरा जहाँ लेजाए चाहइछै, ओही जगह लेजाइछै ।5ओही तरह जिव (जिभ, जिउ) भि शरिरके एकगो अङ्ग हई, तइयो उ बडका–बडका बातसबके अभिमान करइछै । एगो छोटका आगके लुति विशाल जङ्गलमे पसाही (आग) लगा देइछै । 6जिव भि आग हि हई, हमरा सबके शरिरके अङ्ग सबमे यि अधर्मके दुनियाँ हि हई । यि सम्पूर्ण शरिरके अशुद्ध बना देइछै और जिवनके मार्गमे आग लगा देइछै । नरकमे यि अपने भि झुलस जाइछै ।7कएलाकि सब किसिमके जङ्गली जनावरसब, चिरइचुनमुनसब, ससरेवाला जन्तुसब और समुन्द्रमे रहल प्राणिसबके वशमे राखल गेल हई, आ उ मानव जातिद्वारा हि वशमे राखल गेल हई । 8लेकिन आदमी सबमे कोई भि जिवके वशमे न राखे सकल हई । यि घातक विषसे भरल और नियन्त्रण नकरे सके वाला दुष्ट हई ।9एहि जिवसे हमसब परमप्रभुके प्रशंसा करइछि आ एहिसे हमसब परमेश्वरके स्वरुपमे बनाएल आदमीके सरापई छि । 10एकेगो मुँहसे आशिष और अपशब्द निकलइछै । हमर भाईसब, एहन बातसब न होएके चाहि ।11कि एकेगो पानिके धारसे मिठ और तित दुनु पानि निकलइछै 12हमर भाईसब, कि अञ्जिरके झारमे (पेडमे) जैतुन फरे सकइछै ? चाहे अंगुरके झारमे अञ्जिर फरे सकइछै ? नुनगर पानिके धारसे भि मिठ पानि न निकले सकइछै ।13तोहरा सबके बिचमे बुद्धिमान और समझदार के हई ? उ व्यक्ति बुद्धिके नरमतामे अपन कामसबसे एगो असल जिवन जि के देखबउक । 14लेकिन यदि तोहरा सबके हृदयमे तित ईर्ष्‍या और अभिलाषा हउ, त सत्यके विरुद्धमे अभिमान् न कर और झुठ न बोल ।15यि उपरसे निचा आबेवाला विवेक न हई, बल्कि यि त संसारिक, अनात्मिक और शैतानिक हई । 16कएला कि जाहाँ इषर््या और अभिलाषा रहइछै, उहाँ भ्रम और हरेक तरहके दुष्ट काम होइछै । 17लेकिन स्वर्गसे आबेवाला विवेक त सबसे पहिले शुद्ध हाइछै, ओहिके बाद शान्तिप्रिय, कोमल, बिचारशिल, कृपा और असल फलसे भरल, कमजोर न करेवाला और निष्कपट हाइछै । 18धार्मिकताके फल त शान्ति कायम करेवालासबके बिचमे शान्तसे बोएल (छिटल) रहइछै ।

Chapter 4

1तोहरा सबके बिचमे झगडा और विवाद काहाँसे अबइछै ? कि उ बात तोहर शरिरके अङ्ग सबके बिचमे संघर्ष लाबेवाला तोहर सबके अपने अभिलाषा सबसे न अबइछै 2तुसब हत्या करइछे आ लालच करइछे लेकिन पावे त न सकइछे । तुसब झगडा और लडाई करइछे, लेकिन तोहरा सबके न मिलइछौ, कएलाकि तुसब न माँगइछे । 3तुसब माँगइछे लेकिन न मिलइछौ, कएलाकि तुसब अपन अभिलाषा पूर्ति करे सकि कहके गलत नियतसे माँगइछे ।4व्यभिचारी आदमीसब, संसारके साथ दोस्ती करनाई परमेश्वरके साथ दुस्मनी करनाई हई से तोहरा सबके मालुम न हउ कि ? ताइलेल, जे संसारसे दोस्ती करे चाहइछै उ अपने आपके परमेश्वरके दुस्मन बना लेइछै । 5या धर्मशास्त्र, “परमेश्वरसे हमरा सबमे बास करेके खातिर राखल आत्मा बहुत डाही हो गेल हई” कहके बेकारे कहइछै से तुसब सोचइछे कि?6लेकिन परमेश्वर और ज्यादा अनुग्रह देइछै । ओहीसे धर्मशास्त्र यि कहइछै कि, “परमेश्वर अभिमानी सबके बिरोध करइछै लेकिन नम्र सबके अनुग्रह देइछै ।” 7ओहीलेल, अपने आपके परमेश्वरमे समर्पण कर । शैतानके बिरोध कर, आ उ तोहरा सबसे भगतउ ।8परमेश्वरके नजदिकमे आवैजो, आ उ तोहरा सबके नजदिकमे अतउ । अए पापिसब, तोहरा सबके हाथ सफा कर, आ दुगो मनवाला सब, तोहरा सबके हृदय शुद्ध कर । 9दुःखी बन, शोक मनो और कान । तोहरा सबके हसी दुःखमे और आनन्द निराशामे परिणत होए । 10प्रभुके सामने अपने आपके नरम बनो, और उ तोहरा सबके उपर उठतउ ।11भाई सब, एक दोसरके बिरोधमे नबोल । कएलाकि एगो भाईके बिरोधमे बोलेवाला वा एगो भाईके न्याय करेवाला व्यवस्थाके बिरोधमे बोलइछै आ व्यवस्थाके साथ न्याय करइछै । यदि तुसब व्यवस्थाके साथ न्याय करइछे त तुसब व्यवस्था पालन करेवाला न होइछे, लेकिन न्यायकर्ता जरुर बन जाइछे । 12व्यवस्था देवे वाला और न्यायकर्ता सिर्फ एगो हई । बचावे और न्याय करे सके वाला एकेगो परमेश्वर मात्र हई । अपना पडोसीके इन्साफ करेवाला तुसब कोन छे ?13हाब सुन, तुब जे, “आई या विहान हमसब शहरमे जाएब, उँहा एक बरिष बिताएब और व्यापार करके नाफा कमाएब,” कहके कहइछे । 14बिहान कि होतई और तोहर जिवन केहन रहतई से बात केकरा थाह हई ? कएलाकि तुसब त धुन्धके समान छे, जे कुछ समय देखाई देइछै और बादमे गायब हो जाइछै ।15एकर बदलामे तोहरा सबके अई तरहसे कहेके चाहि कि, “यदि परमेश्वरके इच्छा होतई त हम जियब और यि चाहे उ करब ।” 16लेकिन अभि त तुसब अपने–अपने अभिमानी योजना सबमे घमण्ड करइछे, एहन सब घमण्ड गलत हई । 17ओहीलेल, जे भलाई करेके जानके भि भलाई न करइछै, त उ चिज ओकरा लागि पाप होइछै ।

Chapter 5

1आब सुन, तोहरा सबमे जे धनिक छे, तोहरा सबपर आबेवाला कष्ट सबके लागि कान और बिलाप कर । 2तोहरा सबके धन सड गेल हई, और तोहरा सबके लता–कपडासब घुन खा गेल हई । 3तोहरा सबके सोना–चानिमे बिझ लागल हई । ओइमे लागल बिझ हि तोहरा सबके बिरोधमे गवाही होतई । और उ तोहरा सबके शरिरके आगिके लेखा नष्ट कर देतई । तुसब अपन धन–सम्पत्ति अन्तिम दिनके लेल जम्मा करके रखले छे ।4देख, ओई मजदुर सबके मजदुरी जोर–जोरसे चिचिया रहल हई, उ मजदुरी जे तोहरा सबके खेतमे कटनी करे वाला सबके देबेला तुसब रोक लगएले छे । और ओई मजदुर सबके चिचियाहट सेना सबके परमप्रभुके कान तक पुगल हई । 5तुसब पृथवीपर सुख – भोगमे रह रहल छे, और अपने आपके संतुष्ट कएले छे । तुसब अपना हृदयके बलि होएवाला दिनके लागि हृष्तपुष्ट कएले छे । 6तोहरा सबके बिरोध करेवाला धर्मात्मा सबके दोषी बनाके हत्या कएले छे ।7ओहीलेल भाईसब, प्रभुके आगमन तक धैर्य धारण कर । एगो किसान जमिनसे बहुमुल्य फसल पावे खातिर करेवाला प्रतिक्षाके देख । केना उ अगला और पिछला वारिष न होएतक धैर्यतासे प्रतिक्षा करइत रहइछै । 8तुसब सेहो धैर्य धारण कर । तोहरा सबके हृदय मजबुत बनो, कियक त प्रभुके आगमन बहुत नजदिक हई ।9भाईसब, तोहर सबके इन्साफ नहोए कहके एक दोसरके बिरोधमे गनगन नकर । देख, न्याय करेवाला दुवारे पर खडा हई । 10भाईसब, प्रभुके नामसे बोलेवाला अगमवक्ता सबके कष्ट और धैर्यतासे एगो उदाहरण ले । 11देख, धैर्य धारण करेवाला सबके हमसब आशिषित सम्झइछि । तुसब अय्युबके धैर्यके बारेमे सुनले छे और परमेश्वर कतेक ज्यादा दयालु आ कृपालु हई, ओई बिषयमे परमेश्वरके उद्देश्य तोहरा सबके मालुम हई ।12हमर भाईसब, यि सब चिजसे पहिले, स्वर्गके या पृथ्वीके या कोनो और चिजके किरिया न खो । बल्कि, इन्साफमे नपरे खातिर तोहर सबके “ह” मतलब “ह” आ “न” मतलब “न” हि होएके चाहि ।13कि तोहरा सबके बिचमे कोनो कष्ट भोग रहल हई ? त उ प्रार्थना करउक । कि कोनो आनन्दित हई ? त उ प्रशंसाके गित गबउक । 14कि तोहरा सबके बिचमे कोई बिमार हई ? त उ मण्डलीके एल्डरसबके बोलबउक आ उसब ओकरा लेल प्रार्थना करउक । प्रभुके नामसे उसब ओकरा तेलसे अभिषेक करउक । 15बिश्वास के प्रर्थना ओई बिमार आदमीके चङ्गाई करतई और प्रभु ओकरा उपर उठतई । यदि उ पाप कएले हई त परमेश्वर ओकरा क्षमा करतई ।16ओहीसे तुसब एक–दोसरसे अपन अपराध स्विकार कर आ चङ्गा होए खातिर एक–दोसरके लागि प्रर्थना कर । धार्मिक आदमीके प्रर्थना बहुत शक्तिशाली और प्रभावकारी होइछै । 17एलिया सेहो हमसबके जेखिन आदमी हि रहलई । वारिष नहोए कहके उ नरमतासे प्रर्थना करलकई आ देशमे तिन बर्ष और छौ महिना तक वारिष न होलई । 18बादमे एलिया फेरसे प्रर्थना करलकई, आ आकाशसे वारिष हालई और जमिन उब्जा देलकई ।19हमर भाईसब, यदि तोहरासबके बिचमे से कोई सत्यसे मुहँ फेरके जाइछै आ कोई ओकरा फिर्ता लबइछै त, 20उ ब्यक्ति यि जान लेउक, कि जे कोनो पापिके ओकरा भटकल रास्तासे फिर्ता लवइछै, आ उ ओकरा मृत्यूसे बचतई और अनगिन्ती पापके झाप देतई ।

2 Peter

Chapter 1

1येशू मशिहके दास और प्रेरित सिमोन पत्रुसके तरफ सअ हमरा सबके परमेश्‍वरके धर्मिकता और मुक्‍ति दियबाला येशू मशिहमे हमरे सब जाका मुलवान विश्‍वास पाब बाला सबके 2अनुग्रह होय हमरा सबके परमेश्‍वर और येशू मशिहके ज्ञान सअ आहांसबमे शान्ति बौहते होइते जाय ।। 3अपने महिमा और असक गुण सअ अपना सबके बोलाव बाला परमेश्‍वरके ज्ञान सअ अपना सबके ईश्‍वरके शक्‍तिके जीवन और धार्मिकताके लेल जरुरी परबाला सब कुच देल गेल है । 4अही चिज सब सअ ओ परमेश्‍वर हमरा सबके बरका मोलके और सब सअ बरका बच्चा सब देने है । आहांसब संसारके खराब इच्छा सअ आवबाला भ्रष्‍ट काम सअ भाइग कअ ईश्‍वरके स्‍वभावमे सहभागी होइब सकी कैहक ओ एना केलकै ।। 5अही कारण सअ आहांसबके विश्‍वासमे असल गुण असल गुणमे ज्ञान थपके लेल प्रयास करु । 6आहासबके ज्ञानमे अपनसंयम और अपनसंयमे धैर्य आरो धैर्य मे ईश्‍वरभक्‍ति । 7ईश्‍वरभक्‍तिमे भाइ बहिन बाला स्नेह और अपना भाइ-बहिन बाला स्नेह मे प्रेम थपू ।8जब यी चीजसब आहासबमे हैय और बौहते बैरतै जाय है त प्रभु येशू मशिहके ज्ञानमे आहांसब बिना फलके नै होब । 9लेकिन उ आदमी आनहर है जेकरामे यी चिजके घटी है और लगके चीज मात्रे देखै है । उ यी बात बिसैर गेल रहै छै कि हम पुरणा पाप सअ धुवल गेल छी ।10अही कारण हे भाइ अपन बोलाहट और चुनाउ पक्का करके लेल जतेक सकै छी ओतेक प्रयास करु । आहांसब एना करब त आहांसब नै ख सब । 11अही कारण, हमरा सबके प्रभु येशू मशिहके कहियो अन्त नै होबबाला राज्यमे पैस के लेल आहासब के बौहते अनुमती (स्वागत) मिलत ।। 12अही कारण, यी सबहे बात आहांसबके थाह है और ऐय सच्चाईमे आहांसब मजबुत छी लेकिन तैयो हम आहांसबके यी बात सब समझावके लेल तयार छी । 13जब तक हम ऐय देहमे रहबै तब तक आहांसबके जग्गे रखनाई और यी बातसबके बारेमे आहांबसके समझौनाई हमरा लेल बन्हिया है कैह कअ हमरा लगैय । 14कैलाकी हम अपन देह के बौहते जल्दीये छोड बाला छियै कैह कअ हमरा देखौने है । 15हमरा मरला के बादमे भि आहांसब यी बात सबके सबहे दिन याद कर सकु कैह कअ हम जतेक सकब ओतेक प्रयास करब ।16कैलाकी हम सब येशू मशिहके शक्‍ति और आगमणके बारेमे आहांसबके जब बतौलियै तब चलाखी स गरहल मनके कथा सबके हम सब नै पछयौलियै, लेकिन हम सब हुनकर देखल वैभवके गवाह रैहियै । 17ओ ( प्रभु येशू मशिह ) परमेश्‍वर पिता सअ आदर और महिमा पौलकैय, वैय पुरावाला वैभव के महिमा सअ एहन आवाज आएल रहैः “यी हमर प्यारा बेटा है, जेकर सअ हम बहुत खुशी छी । 18हम सब जब हुनका जरे ओय पवित्र पहाड्मे रहियै हम सब अपने सअ स्वर्ग स एल ओय आवाजके सुनलियै ।19हमरा सब लअ भेल अगमवाणीके वचन और पक्का भअ गेल है, जेकरा आहां सब पालन करके लेल बन्हिया कोशिश करैछियै । यी जब तक इजोत नैय होय और आहां सबके हृदयमे भोरके तरेगन नै उगै तब तक अन्हारमे चम्क बाला इजोत जाका है । 20आहां सब पहिले यी जानू कि लिखल कोनो भविष्यवाणी अगमवक्ताके अपने तरफ से नैय अबै है । 21कैलाकी कोनो भी अगमवाणी आदमी सबके इच्छा सअ नै एल है लेकिन परमेश्‍वरके तरफ सअ बाला पवित्र आत्मा सअ सिखाउलगेल आदमी सब सअ एल है ।

Chapter 2

1जेना इस्राएली सबके बिचमे झुठा अगमवक्तासब रहै वहिना आहांसबके बिचमे सेहो झुठा शिक्षा सिखावबाला सब अउतैय उ सब अपना जरे चोराक विनाश करबाला गुरुके सेहो इन्कार करतैय आ उ सब अपनाउपर जल्दिए विनाश लौतै । 2बौहते कोय ओकरासबके खराब चिजसबके (बिलासी आचरणसबके) पछयौतैय आ ओकरासब सअ सच्चाईके (सत्यके) रास्ताके बदनामी हेतै । 3लोभ के कारण उसब झुठ बात बना कअ आहां सब फाइदा उठौतैय । ओकरा सबके छोडलखिन्ह) लेकिन ओकरसबके निचा पतालमे फेक देल्कै और जब तक इन्साफ नै हेतै तब तक पतालके घोर अन्हारमे बाइन कअ रखल कैय ।4किएक त परमेश्‍वर पाप करेबाला स्वर्गदुत क भी न छोडलकै बरु ओकरा के पाताल जिम्मा लगा देल्कइ और इन्साफ न होइ तक जन्जिर से बान्हके घोर अन्धकारमे छोइर देलकै। 5परमेश्‍वर पहिल्का संसारके सेहो बाँकी नैय रखलकैय लेकिन धार्मिकता के प्रचार करबाला (दुत) नोआ आ आरो सात आदमी के बचौलकै आ पानीके प्रलय सअ अधर्मी संसारके विनाश केलकै । 6अधर्मी सबके सामने उदाहरणके (नमुनाके) लेल परमेश्‍वर सदोम और गमोरा सहरसबके आइग सअ भस्म कअ देलकै (छाउर बना देलकै) और ओकरासबके विनाश के लेल दोषी ठहरा देलकै ।7लेकिन जब परमेश्‍वर एना केलकै तब धर्मी लोवके बचौलकै जे लोत दुष्‍ट आदमी सबके दुष्‍ट व्यवहारके कारण बहुत दुःखी रहै । 8कैलाकी ओकरा सब जरे दिन-दिन रहै ओकरा सबके बिचमे कुकर्म सब देखै, और सुनै तब यी धर्मी आदमी के अपन आत्मामे बौहते कष्‍ट होय । 9अही कारण सअ धर्मीसबके परीक्षा सअ बचावके लेल और अधर्मी करबाला सबके न्यायके दिनमे सजायके लेल केना कअ तयार राख परतैय स ओ (परमेश्‍वर) जनै छै10यी विशेष कक शरीरके भ्रष्‍ट इच्छा सबमे जिय बाला और अधिकारके अवहेलना कर बाला सबके लेल है । एहन सब हठी आ घमण्डी होइछै आ स्वर्गके प्राणीसबके निन्दा करके लेले डर नै माने है । 11स्वर्गके दुत सब जरे आदमी सब सअ बेसी शक्ती आ सामर्थ है, लेकिन तैयो उसब प्रभुके अगाडी ओकरासबके (आदमीसबके ) बिरोधमे पुरा निन्दा के दोष नैय दैय है ।12लेकिन यी आदमीसब अपने जे नै बिझ्ने है ओय बातसबके निन्दा करै है । यि सब अज्ञानी पशु सब जाका है जे अपन स्वभावके इच्छासबके वशमे रहै है । यि सब पकैर कअ मार के लेल जन्मल है । यीसब पशु सब जाका नष्‍ट हेतै । 13अपने सअ जे गलत काम सब के ने है ओकर परिणाम सअ ओकरासबके क्षति पुगतैय । यी सब दिनमे भोग-विलासमे मस्त रहनाई खुशी के बात मानै है । यी सब कलंकित आ दुषित लोक सबके है । जब आहांसब जरे भोजमे बैसै है तब यी सब अपने छलमे आनन्द मनबै है । 14ओकरा सबके आइख व्यभिचार सअ भरल होइछै; यी सब कतबो पाप करै है तैयौ मन नै भरै है । यी जेकरा सबके मन चञ्चल है ओकरा सबके फुस्लबै है । एकरा सबके मन लोभमे तालिम पौने रहै है आ यी सब श्रापित धियापुता है ।15

16मुदा ओ अपने अपराधके लेल धम्की पौने रहै । एकटा नैय बोलबाला गधा आदमीके आवाजमे बोइल कअ अगमवक्ताके पगलपनीके रोइक देने रहै ।17यी आदमी सब पानी नै भेल कुवा जाका है । यी सब बिहाइर सअ उइर जा बाला बादल जाका है । एकरा सबके लेल पतालके अन्हार राखल गेल है । 18यी सब व्यर्थमे घमण्डके साथ बोलै है । खराबी सअ भाग बाला आदमीसबके फस्बै है । 19उ सब ‍एकरा सबके छुटकारा देवके लेल बाचा करै है, लेकिन उसब अपने भ्रष्‍टताके दास या गुलाम है ।कैलाकी आदमीके जे जीत लैय है, ओ ओकरे दास बैन जाय है ।20जब कोय अपना सबके प्रभु आ मुक्ति दिय बाला येशू मशिह के चिनो कअ ऐय संसारके दुषित कराव बाला हालत पहिलका सअ आरो खराब हेतै । 21धर्मिकताके रास्ता के जाइनो कअ ओकरा सबके देल गेल पवित्र आज्ञासब सअ पछारी घुर के सट्टा ओकरासबके धर्मिकताके रास्ता कहियो नै जन्ने रैह तैय से बनिया होइतै । 22ओकरासबके लेल यी कहावत सही हैः कुता अपने बोकरल चाटके लेल घुमै है आ नहाउल सुगर घुइम कअ फेन थाल मे ओङराय लगै छै ।’’
Chapter 3

1हे प्रिय, आहांसबके शुद्ध मन जगावके लेल (उत्साहीत कराव के लेल) हम यी दोसर चिठ्ठी लिख रहल छी । 2ताकि आहांसब पवित्र अगमवक्तासब सअ बोलल वचन सब आ आहांसबके प्रेरित सब सअ देलगेल अपनासबके प्रभु आ मुक्तिदाताके आज्ञासब याद कर सकू ।3पहिले यी बात जानु कि अन्तिम दिन सबमे गुल्ला करबाला सब गिल्ला करैत आ अपने इच्छामे चलैत औतै । 4आ एना कैह ते औउतैय, “हुनकर आवबाला बाचा कत गेलै? हमरा पुर्खा सब मैर गेलै, मुदा रचनाके शुरुवे सअ सबहे कुछ वोहने है ।5बौहते वर्ष पहिले वचनमे सअ स्वर्ग और धरती स बनाउल गेल रहै कैहक ऐय बातके उ सब जाइन बुइझ कअ वास्ता नै करै है 6वेहा पानी सअ ओही समयके जल ध्यान नै दैय है प्रलयमे डुइब कअ नष्‍ट भेलै । 7और स्वर्ग आ धरती आइगके न्याय के लेल आ दुष्‍ट सबके विनाशके लेल वेहा वचन सअ बचाक राखल गेल है ।8लेकिन हे प्रिय यि बातके नैय भुलु कि प्रभुके लेल एक दिन एक हजार वर्ष आ एक हजार वर्ष एक दिन जाका होइछै । 9जेना दोसर कोय सोचै हैय ओना परमेश्‍वर अपन बाचाके बारेमे लेट नै करतैय, लेकिन आहांसबके लेल ओ धैर्यवान छै । ओ परमेश्‍वर आहांसब मे स एकौटा नाश नैय होय लेकिन सबहे कोय पश्‍चाताप (पाप काम सब छोइर दैय) करै कैय कअ चाहै छै ।10लेकिन परमेश्‍वरके समय चोर जाका औ तैय । बरका आवाज ढक आकाश खतम भअ जेतै । आइगके ताउ सअ (आकाशके चिज सब) पगैल जेतै । आ धरती और ऐमे भेल सबहे कुछ जैर जेतै ।11सबहे कुछ एना कअ नाश हेतै त आहांसबके केहन आदमी बन परतैय ? आहांसबके पवित्र और धर्मी जीवन जिय परतैय । 12आहांसब पुरा इच्छा के साथ परमेश्‍वरके आवबाला दिन के लेल आशा करु ओय दिन आकाश सब आइग सअ नष्‍ट हेतै और आकाश के जिच सब करगर ताउ सअ पगैलजेतै । 13लेकिन ओकर बाचा अनुसार हम सब लबका स्वर्ग आ लबका धरतीके रास्ता तकै छियै, जैय धार्मिकता बास करै है ।14अहीकारण हे प्रिय, आहांसब यी बात सबके रास्ता ताइक रहल छी त एहन कोशिष करु जे ओय दिनमे आहांसब प्रभुके नजरमे कोनो दोष नै भेल आ कोनो खोट नै भेल आ ओकरे शान्तिमे रही । 15अपना सबके प्रभुके धिरजके मुक्ति मानु जेना हमरा सबके प्रिय भाई पावल सेहो ओकरा देल गेल ज्ञान सअ आहांसबके लिखने छै । 16पावल अपन सबहे चिठ्ठीमे ऐय बात सबके बारेमे लिखने हैय, जैय बुझह के लेल कठिन के बात सब भि है । नै परहल आदमी सब आ स्थिर नै भेल आदमी सन दोसर धर्मशास्‍त्रसब जाका ऐय चिज सबके उल्टापुल्टा बनबैय है आ अपने विनाश कबै है ।17अहिकारण हे प्रिय, आहांसब यी बात सब जन्ने छि तैय दुवारे अपनेके बचाउ आ दुष्‍ट आदमी सबहे छल सअ आहांसब के दुर नैय ल जाय आ आहांसब अपन विश्‍वासयोग्यताके नै गुमाउ । 18लेकिन अपना सबके प्रभु और मुक्ति दिय बाला येशूके अनुग्रह और ज्ञान मे बैढते जाउ । हुनका अखुन आ सबदिन तक महिमा होस । आमेन् ।

2 John

Chapter 1

1एल्डर-स चूनल नारी आ हुनकर बेटाबेटी सबके जेकरा सबके हम सच्चाई मे प्रेम करै छी-आ हम मात्रे नै ओ सब सेहो प्रेम करै छै । जे सच्चाई जनले छै । 2हमरा भित्रमे जे सच्चाई हय आ आहमरा सब लअ सब्दीन रहतैय वे सच्चाईके कारण हमसब प्रेम करै छी । 3परमेश्‍वर पिता आ येशू मशिह स हमरा मे अनुग्रह,दया,क्रिपा,शान्ति आ सच्चाई आ प्रेम मे वोकरा लअ रहै ।4जेना हम सब यी हुकुम परमेश्‍वर पिता पौलियइ वहिना अहाके कुछ धियापुता के सच्चाईमे चलल-हमरा जब मिलल हम बौहते खुशी छि । 5अब हे नारी हम अहा के बिन्ती करै छी- कि हम अहा के नयाँ आज्ञा नै लिख रहल छी जेना नै हई जेना हमरा संग सुरु से नै रहलै कि हम सब एक दोसर के प्रेम करै परतैई । 6आ प्रेम यी हई कि,हम सब प्रभुके आज्ञा अनुसार चलेपरत । आहांसब सुरु से सुनले आज्ञा यी हई कि आहां सब अइमे चले परत ।7कैलाकी बहुत छल करेवाला संसार मे गेल छै, जेना येशू शरीरमे अलइ कहीक स्वीकार नै करी छै । यी नै छल आ मशिह के बिरोधी हइ । 8अपना आप के देखु कि अहा सब यी बात बात न हराउ जईके लेल अपना सब काम कैले छी आ अहा सब पुरा इनाम पाबेसकब ।9जे अगाडि बरहित रहतैइ आ मशिह के शिक्षा मे नरहतैइ तेकरा साथ परमेश्‍वर नै रहतैइ । जे शिक्षा मे रहतैइ वोकरा साथ पिता आ पुत्र दुनु गोटा रहतैइ । 10जेनाकि अहा साथ कोइ अलैइ आ यी शिक्षा नै लतैइ हुनका अपने घर मे नमस्ते आ प्रणाम नै करु आ हुनका स्वागत भि नै करु । 11कैलाकी जे-जे हुनका प्रणाम करै छै उ हुनका खराब काम मे रही छै ।12हम अहा सब के बहुत बात लिखे के छै, लेकिन यी बात सब कागज आ मसी से लिखेके इच्छा नै करै छी । लेकिन हम भि आहां सबके बिचमे आबेके लेल आशा करै छी, ताकि हमरा सबके आन्नद पुरा होत् । 13आहां कि चूनल बहिनी के लरका-लरकी सबके अहा के प्रणाम करत ।

3 John

Chapter 1

1प्रिय एल्डर ग्यासके जेकरा हम सत्यतामे प्रेम करीछी । 2प्रिय हम अहाँके लेल प्रार्थना करीछी कि तोहरा अगाडिजेना अहाँके आत्मिक रुपमे उन्नती होइऊ । तेहिना सब ओइसही तु सब चिज मे अगाडि बढ और स्वस्थ रह । 3कइला कि जेना अहाँ सब सत्यमे चलि छी ओहिना भाईसब आके अहाँके सत्यताप्रति गवाही देलक हम बहुत खुशी ( आन्नदित भेल ) तोहनी के सत्यतामे गवाही देलई । हम बहुत खुशी होएली । 4यी सबसे मतलब हमर बेटाबेटी सब सत्यतामे चलीछई कहके सुनेसे अच्छा और कोनो बरका खुशीके हमरा ल साथ नहोइअ ।5प्रिय मित्र अहाँ अपरितोसबके लेल जे काम करिछी वइसे अहाँ विश्‍वास योग्यताके अभ्यास करिछी । 6जोन मण्डली के अगाडि तोहर प्रेम के गवाही देइछई । तु सब ओकनी सब के रास्तामे उ सब मण्डलीके सामने (विचमे) अहाँके प्रेमके गवाही दैअ । रास्तामे परमेश्‍वरके योग्य होएबाला तरिका से भेजेमे निमन करबई । ‘यदि अहासब (प्रदेशी) अपरिचीत सबके वई प्रकारसे विदा करिछी जै प्रकारसे परमेश्‍वरके लोकके लेल उचित है त वहिना ( वढिया करिछी ) । 7कइला कि अन्यजाति सबमे से कुछो न लेके नाउ के लागी उ सब वई नामके लागी निकलल है आ ऊ सब गेलई । अन्यजातिसे किछीयो नै लैय छी । 8तेई के कारण यि सबके हमनीके स्वागत करेके परतई ताकी हमनीसब सत्याताके लागी सहयोग बैन सकी ।। 9हम मण्डलीके लागी कुछ लिखली लेकिन डियोत्रिफस जे ऊ सबमे अगाडि हाएकेचाहिछई, ओ हमसबके स्वीकार नकरीछई । 10ओईके कारण यदि हम अबई त ऊ करेबाला काम सब अर्थात ऊ खराब बोली के साथ हमनी के बिरुद्ध कोन तरिका हासील गेबाला बात सब हम समझबई । यि बात से मात्र सन्तोख न होके ऊ अपने भाइसबके न स्वीकार करतई । ऐने कारेबाला सब के लागी भि ऊ रोकि छई । और ऊ सबके मण्डली से निकाल देइछई ।11प्रिय जे चिज खराब हई उ चिजके देखासिकि न कर लेकिन जो चिज असल हई ऊ चिजके देखासिकि कर जो असल करीछई ऊ परमेश्‍वरके हई जो दुष्‍ट काम करिछई ऊ अपने परमेश्‍वरके न देखले हई । 12डेमेत्रियसके विषयके बारेमे सब जना से और सत्याता से अपने द्धारा गवाही भि देइछई । हम सब भि गवाही देबइ और तु जानी छे कि हमनी के गवाही साचो हई ।। 13हमरा तोहरा लिखेके लागी बहुत बात सब हई लेकिन हम ओकनी सबके कागज और मसी लिखेका इच्छा न करीछई । 14लेकिन तोरा से जल्दी भेटेके आशा करीछी, और हमनी आमने सामने बात करबई । 15तोहनी सब के शान्ति मिले साथी सब तोहरा अभिवादन साथी सबके मिल के अभिवादन करु ।

Jude

Chapter 1

1येशू मशिह एकटा सेवक आ याकुबके भाई यहुदा सअ बोलाइलसब आ परमेश्‍वर पितामे प्यारा आ येशू मशिहके लेल राखल गेल सब कोयके 2अनुग्रह,शान्ति आ प्रेम आहाँसाबके लेल बहुते होइत जाई ।3प्यारासब अपनासबके सँझिया मुक्तिके बिषयमे हम आहाँ सबके लिखैला जब कोशिष कइली,विश्‍वासीसबके सब दिनके लेल देलगेल विश्‍वासके लेल सच्चा रुपसअ सङघर्ष करेके लेल उपदेश दैला हम आहाँ सबके इ लिखेला जरुरी लागल । 4कैलाकी आँहासबके बिचमे कोनो आदमीसबके नुकाक ढुकल है । इ एहन आदमीसब हइ,जे दण्डके लेल चुनल हय । इ परमेश्‍वरके डर (भय) नै मानेवाला आदमीसब हइ,जे परमेश्‍वरके अनुग्रहके लिच्चापनके अनैतिकताके लेल भ्रष्‍ट करै हइ और अपनासबके एकैटा मालिक आ प्रभु येशू मशिहके इन्कार करै छी ।5आहाँसब एकबेर एकरा पुरा रुपस जाइन लेली तैयो आब हम आहाँसबके याद कराबैला चाही छी की परमेश्‍वर जे मिश्रदेश मे स आदमीसबके बचौलकै लेकिन पछारी विश्‍वास नै करवालासबके परमेश्‍वर खतम क देलकै । 6अपन अधिकारके मान कायम नै राइख कअ बढिया रहेवाला ठाउँ छोडेवाला स्वर्गदुतसबके परमेश्‍वर पतालके अनहारमे न्‍यायके ओय बरका दिन तक के लेल सब दिनके बन्धनमे रखने है ।7इ त सदोम आ गमोरा आ अरोस परोसके सहर जैसन हय । जे लोक अपना लुच्चापनके अनैतिकतामे सहभागी भेल ओइसन खराब इच्छा सबके पछारी लागत हय । उसब कहियो नै मुझाइवाला आइगमे दण्ड भोइग कअ सबके लेल उदाहरण बनल हय । 8लेकिन अहि प्रकार सअ इ सपना देखेवालासब सेहो अपना-अपना शरिरके गन्दा करै हय । उ सब अधिकारके इन्कार करै हय आ स्वर्गके प्राणीसबके बिरोधमे बेइजत करवाला बातसब करे हय ।9लेकिन मुख प्रधान दुत मिखाएल सेहो दुष्‍ट जउरे वहस कलकै आ मोशाके शरिरके विषयमे ओकरा जउरे विवाद भेलै त ओकरा बिरोधमे निन्दा (घिना) लागेवाला इन्साफ करेके लेल साहस नैकलकै । उ कहलकै परमप्रभु तोरा हपकबौ । 10लेकिन इ आदमीसब अपने नै बुझेवाला बातसबके बिरोधमे निन्दा (घिन) करै हय आ उसब बुझेवाला बातसब जे मुर्ख पशुसब अपन स्वभाव सअ उहे बातसब एकरा सबके नष्ट कैने हय । 11धिक्कार ओकरा सबके । कैलाकी उसब कयिनके रास्तामे चले हय आ लालचके खातिर बालाम जे गल्ती कलकै ओहिमे सहभागी होइ हय । उसब कोरहके बिद्रो जाका खतम भेल हय ।12तोरासबके प्रेम भोजमे नुकाइल दोषसब इहे सब हउ । उसब खाली अपने लेल निर्लज भक भोज खाइ हय । उसब शरद मौसममे फल नै देइवाला गाछी सब हय । जे दुबेर मैरगेल हय आ जइरे स उखइर गेल हय । 13उसब समुन्‍द्रके डर लागेवाला लहरसब हय,जे अपना वेशर्मके फेन निकाले हय । उसब लक्ष्यविना चलेवाला तरेगन सब हय । जेकरा लागी सबदिनके घोर अन्हार राखल हय ।14आदम स लक अ सतमा पुस्ता हनोक सेहो ओकरा सबके विषयमे येना कैहक अ अगमवानी कैने रहय । कि देखु परमप्रभु अपना हजारौ पवित्र लोक सबके लकअ आइबरहल हय । 15प्रभु सबकोइके इन्साफ करेला आइब रहल हय । परमेश्‍वरके डर नैमानेवाला सव जे ईश्‍वरहिन रुपमे जे काम करैय आ परमेश्‍वरके डर नैमानेवाला पापीसब प्रभुके बिरुद्धमे बोल लहबा बोलिसबके दोष लगाबेला प्रभु आइब रहल हय । 16ओकरा सब के सन्तोष न हय, उसब बरका बरका सौख करबालासब हय,जे अपना फाइदाके लागी दोसरके चुगलपनी करे हय ।17लेकिन प्रिय सब आँहासबके अपन प्रभु येशू मशिहके प्रेरितसब जे पहिले बोल्ले हय ऊ बातसब याद करु । 18उसब आहासबके येना कहत अन्तिम दिनमे बेइजत करेवाला होऊ,जे सब अपने ईश्‍वरहिन (ईश्‍वरके मन नै परेवाला) इच्छा सबके पछारी जाइ हय । 19इ उहे फुट लाबेबाला आदमी सब हय । उसब संसारके हय आ ओकर सब जउरे पवित्र आत्मा न हय ।20लेकिन हमर प्रिय आहाँसब अपने-आपके सबसे ज्यादा पवित्र विश्‍वास मे बनाउ आ पवित्र आत्मामे प्रार्थना करु । 21आहासब अपने-आपके परमेश्‍वरके प्रेममे राखु,अपना सबके प्रभु येशू मशिहके दयाके लागी इन्तजार करु जे आहासबके बिचमे कहियो नैमरेवाला जीवन लाबै हय,, 22जेकरा शङका हय ओकरा पर दया करु । 23दोसर सबके आइग स बाहर निकाइलक बचाउ । दोसर सबके जउरे होसियार भक दयालु होउ । पापस कलङकीत (अशुद्ध) वस्‍त्रके घृना करु ।24आब आहासबके डगमगाइसे बचाबेबाला आ प्रभु अपन माहिमा भेल उपस्थिति लअ निष्कलङन आ बरा खुशी साथ आहासबके खार होइबाला बनाइत । 25अपना सबके उद्धार (मुक्ति या छुटकारा) करवाला एकेगो परमेश्‍वर सब हे समय पहिलेसे अबही तक आ सबदीनके लागी अपना प्रभु येशू मशिह महिमा, गौरव, पराक्रम आ शक्ति रहय । आमेन ।